#अश्वगंधा लाभ
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sameerhusain-blog · 2 years ago
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अश्वगंधा के फायदे-(Benefits Of Ashwagandha )-अश्वगंधा प्लांट (Ashwagandha Plant)
अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए इस जड़ी बूटी का उपयोग प्रयोग में लाया जाता है । आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के अनेक फायदों ( ashwagandha benefits) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है । मानव शरीर को लाभ पहुंचने के लिए या जड़ी बूटी जानी जाती है । Read more
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fytikahealthcareproduct · 1 month ago
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अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए इन आहार सामग्रियों को शामिल करें!
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स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता की एक महत्वपूर���ण भूमिका होती है। शरीर के अंगों, कोशिकाओं और ऊतकों द्वारा निर्मित यह एक प्रणाली है, जो शरीर को विषाणुओं से लड़ने में मदद करती है। यह विषाणुओं को शरीर में प्रवेश करने से रोकती है और यदि कोई जीवाणु प्रवेश कर जाए, तो यह उन्हें नष्ट करके शरीर के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करती है। विपरीत में, इस क्षमता में कमी से शरीर आसानी से बीमारियों के शिकार हो सकता है और इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना अत्यंत आवश्यक है। इस लिए, एक स्वस्थ जीवनशैली के माध्यम से यह संभव हो सकता है। अपने आहार में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले आहार पदार्थों को शामिल करके मदद मिल सकती है, जिसके बारे में इस लेख में विस्तार से चर्चा की गई है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले आहार के साथ इस लेख में जानें अन्य टिप्स और जानकारी:
आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए संतुलित आहार का आहार लेना आवश्यक है। आप निम्न फलों को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं:
सेब ,नींबू, अनार ,आलूबुखारा।
 इम्यून सिस्टम को बढ़ाने वाले पेय पदार्थों में निम्नलिखित शामिल हैं:
ग्रीन टी , छाछ, लस्सी ,फलों का रस, नारियल पानी ,हल्दी वाला दूध पर्याप्त मात्रा में पानी, आवश्यकतानुसार गर्म पानी में शहद ।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए आप निम्नलिखित जड़ी-बूटियों, मसालों और बीजों का उपयोग कर सकते हैं:
लौंग ,अलसी, लहसुन ,अदरक ,इलायची, दालचीनी, मेथी दाना ,काली मिर्च ।
आप इन सभी को काढ़ा या सूप तैयार करने में उपयोग कर सकते हैं। ध्यान दें कि यदि आपको पहले से सर्दी, जुकाम या बुखार है, तो आपको कुछ वस्तुओं से परहेज करना चाहिए। किसी भी वस्तु का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
Fytika आपके लिए गिलोय, अश्वगंधा, नीम, तुलसी, मुलेठी, दालचीनी, काली मिर्च जैसी प्रभावी प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाली सामग्रीयों का एक अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत करता है, जो आसानी से सेवन किया जा सकने वाले टैबलेट के रूप में होता है।Fytika Immunity Booster टैबलेट एक आहार पूरक है जिसमें प्राकृतिक सामग्री का एक मिश्रण है जो अपनी प्रतिरोधक गुणों के लिए जाने जाते हैं। इसका उद्देश्य शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली को समर्थन करना और मजबूत बनाना है, जिससे संक्रमण से बचाव हो सके, संपूर्ण स्वास्थ्य को सुधारा जा सके और एक मजबूत इम्यून प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित किया जा सके।  
FYTIKA IMMUNITY BOOSTER के मुख्यतः तत्व
गिलोय: "अमृत की जड़" के रूप में जाने जाने वाला गिलोय एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, संक्रमण से लड़ती है और शरीर को विषाक्त करने में मदद करती है।
तुलसी (होली बेसिल): आयुर्वेद में पूज्य, तुलसी एक एडाप्टोजेन जड़ी बूटी है जो प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करती है, तनाव को कम करती है और संपूर्ण कल्याण को बढ़ाती है।
अश्वगंधा: एक प्रसिद्ध एडाप्टोजेन जड़ी बूटी, अश्वगंधा प्रतिरोधक क्षमता का समर्थन करती है, तनाव को नियंत्रित करती है और विभिन्न तनावकारकों के प्रति शरीर की सहनशीलता को बढ़ाती है। • नीम: अपने प्रबल एंटीमाइक्रोबियल और एंटीवायरल गुणों के साथ, नीम रक्त को शुद्ध करने, लिवर स्वास्थ्य का समर्थन करने और प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है।
लौंग: प्राचीनकाल में मसाले के रूप में इस्तेमाल होने वाला लौंग, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, संक्रमण से लड़ता है और संपूर्ण प्रतिरोधक समर्थन के लिए एंटी-इन्फ्लामेटरी लाभ प्रदान करता है। • दालचीनी: अपने स्वादिष्ट स्वाद के अलावा, दालचीनी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है और प्रतिरोधक क्षमता का समर्थन करती है।
FYTIKA IMMUNITY BOOSTER के लाभ
प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाता है: Fytika Immunity Booster शरीर की प्राकृतिक संरक्षण प्रणाली को मजबूत करके संक्रमण और रोगों के खिलाफ लड़ने की क्षमता में मदद करता है।
संपूर्ण स्वास्थ्य का समर्थन करता है: Fytika Immunity Booster में प्राकृतिक तत्वों का शक्तिशाली मिश्रण होने से महत्वपूर्ण पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स प्राप्त होते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण के लिए योगदान करते हैं।
प्रतिरोधक प्रतिक्रिया को बढ़ाता है: Fytika Immunity Booster प्रतिरोधक प्रतिक्रिया को अनुकूलित करने में मदद करता है, जिससे यह सक्षम होता है कि यह हानिकारक कीटाणुओं को पहचानें ��र उनसे संघर्ष करें।
बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है: प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करके, Fytika Immunity Booster आम बीमारियों, जैसे की जुकाम, फ्लू और संक्रमण, से सुरक्षा प्रदान करता है।
ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है: संपूर्ण स्वास्थ्य और कल्याण का समर्थन करके, Fytika Immunity Booster ऊर्जा स्तर में सुधार करता है, जिससे आप सक्रिय और उत्पादक रह सकते हैं।
संक्षेप में, Fytika Immunity Booster एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके नेचुरल संघटकों का मिश्रण शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाने, संक्रमणों से लड़ने और सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह उत्पाद आपको आम बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है, ऊर्जा स्तर को बढ़ाता है और संपूर्ण कल्याण को प्रोत्साहित करता है। इसे नियमित रूप से सेवन करके आप अपनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं और स्वस्थ जीवनशैली का आनंद ले सकते हैं।
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shri-chyawan-ayurveda · 2 months ago
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अश्वगंधा कैप्सूल -
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अश्वगंधा कैप्सूल - प्रमुख लाभ -विश्राम और ध्यान को बढ़ावा देता है -स्वस्थ नींद पैटर्न का समर्थन करता है -मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करता है -इम्युनिटी बूस्टर -बांझपन में सहायक -सक्रिय जीवनशैली के लिए ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है -आंत के स्वास्थ्य में सुधार और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है -मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता में सुधार करता है -धीरज और प्रदर्शन में सुधार करता है
ऑनलाइन ऑर्डर के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएँ- https://www.shrichyawanayurved.com/products/ashwagandha-capsule 📞📞 95162 64444
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vedikrootsblog · 3 months ago
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अश्वगंधा और शिलाजीत के फायदे
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अश्वगंधा और शिलाजीत, दोनों ही आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ हैं जिनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। ये दोनों ��्राकृतिक तत्व मिलकर शरीर और मन को मजबूत बनाते हैं। इस ब्लॉग में, हम अश्वगंधा और शिलाजीत के फायदे के बारे में चर्चा करेंगे और अश्वगंधा शिलाजीत कैप्सूल के फायदे भी बताएंगे।
अश्वगंधा के फायदे
तनाव और चिंता को कम करता है: अश्वगंधा एक शक्तिशाली उपाय है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। यह दिमाग को शांत करता है और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाता है।
शारीरिक ताकत बढ़ाता है: यह मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करता है, जिससे शारीरिक ताकत और सहनशक्ति में सुधार होता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाता है: अश्वगंधा आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, जिससे आप बीमारियों से बच सकते हैं।
ऊर्जा स्तर बढ़ाता है: यह थकावट को कम करता है और आपकी ऊर्जा को बढ़ाता है, जिससे आप पूरे दिन सक्रिय और ऊर्जावान रहते हैं।
हार्मोन संतुलित करता है: अश्वगंधा हार्मोनल असंतुलन को ठीक करता है और आपके शरीर की सामान्य कार्यप्रणाली को सुधारता है।
Also read :-  शिलाजीत और अश्वगंधा के फायदे
शिलाजीत के फायदे
ऊर्जा और ताकत में वृद्धि: शिलाजीत शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा और ताकत प्रदान करता है, जिससे थकावट और कमजोरी दूर होती है।
मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है: यह दिमाग की स्पष्टता और ध्यान को बढ़ाता है, और मानसिक थकावट और तनाव को कम करता है।
उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है: शिलाजीत उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है और दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
पाचन में सुधार: शिलाजीत पाचन तंत्र को ठीक करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है: यह आपके इम्यून सिस्टम को सशक्त करता है, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
अश्वगंधा और शिलाजीत कैप्सूल के फायदे
अश्वगंधा शिलाजीत कैप्सूल के फायदे भी महत्वपूर्ण हैं। इन कैप्सूल्स में अश्वगंधा और शिलाजीत दोनों के गुण होते हैं, जो मिलकर आपको कई लाभ पहुंचाते हैं:
संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार: ये कैप्सूल्स आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारते हैं, जिससे आप बेहतर महसूस करते हैं।
तनाव और ऊर्जा में संतुलन: ये कैप्सूल्स तनाव को कम करते हैं और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे आप दिनभर ताजगी और सक्रियता महसूस करते हैं।
हार्मोनल बैलेंस: अश्वगंधा और शिलाजीत मिलकर हार्मोनल असंतुलन को सुधारते हैं और आपकी सेहत को बेहतर बनाते हैं।
प्रतिरक्षा और पाचन स्वास्थ्य: ये कैप्सूल्स आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और पाचन तंत्र को सुधारते हैं, जिससे आप स्वस्थ और संतुलित महसूस करते हैं।
निष्कर्ष
अश्वगंधा और शिलाजीत के फायदे आपके शरीर और मन के लिए बहुत अच्छे हैं। जब आप अश्वगंधा शिलाजीत कैप्सूल के फायदे का उपयोग करते हैं, तो आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इन कैप्सूल्स को अपने दिनचर्या में शामिल करने से आप तनाव कम कर सकते हैं, ऊर्जा बढ़ा सकते हैं, और अपने हार्मोनल संतुलन को सुधार सकते हैं। इन्हें सही तरीके से उपयोग करक��� आप अपने स्वास्थ्य में बड़ा सुधार देख सकते हैं।
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आयुर्वेद और मन, शरीर स्वास्थ्य: संबंध की खोज
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आयुर्वेद, जो कि प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है, एक समग्र प्रणाली है जो न केवल शरीर को ठीक करने पर केंद्रित है, बल्कि मन और आत्मा को भी सुदृढ़ करने का काम करती है। यह विज्ञान हमारे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के बीच गहरे संबंध को समझने में मदद करता है। हम आयुर्वेद के माध्यम से मन और शरीर के स्वास्थ्य के बीच के इस अनोखे संबंध की खोज करेंगे।
आयुर्वेद का परिचय
आयुर्वेद का शाब्दिक अर्थ है "जीवन का विज्ञान" (आयु = जीवन, वेद = ज्ञान)। यह लगभग 5000 साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है जो हमारे शरीर और मन के बीच के संतुलन को बनाए रखने पर जोर देती है। आयुर्वेद मानता है कि स्वास्थ्य का मतलब केवल बीमारी का न होना नहीं है, बल्कि मन, शरीर और आत्मा के बीच के संतुलन को बनाए रखना है।
पांच तत्व और तीन दोष
आयुर्वेद के सिद्धांतों के अनुसार, सृष्टि और मानव शरीर पांच तत्वों—पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश—से बने होते हैं। ये तत्व मिलकर शरीर में तीन दोषों—वात, पित्त, और कफ—का निर्माण करते हैं, जो हमारी शारीरिक और मानसिक स्थिति को नियंत्रित करते हैं।
वात दोष वायु और आकाश तत्वों से बनता है, जो शरीर की गति और संचार का संचालन करता है। पित्त दोष अग्नि और जल से उत्पन्न होता है, जो पाचन और तापमान संतुलन को नियंत्रित करता है। कफ दोष पृथ्वी और जल से बनता है, जो शरीर की संरचना और स्नेहन को बनाए रखता है।
इन तीन दोषों का संतुलन बनाए रखना ही आयुर्वेद में स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र है।
मन और शरीर का संबंध
आयुर्वेद के अनुसार, मन और शरीर के बीच गहरा संबंध है। मन की स्थिति सीधे शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। यदि मन शांत और संतुलित है, तो शरीर स्वस्थ रहता है, और अगर मन अशांत या तनावग्रस्त है, तो शरीर में विभिन्न बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं।
यह समग्र दृष्टिकोण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बीच की कड़ी को समझने में मदद करता है, जिससे हम अपने जीवन में संतुलन और समृद्धि ला सकते हैं। आयुर्वेद मानसिक स्वास्थ्य को शारीरिक स्वास्थ्य के समान महत्वपूर्ण मानता है, इसलिए दोनों के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
मानसिक स्वास्थ्य और आयुर्वेद
मानसिक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद में कई उपाय बताए गए हैं।
ध्यान (Meditation): ध्यान करने से मन को शांति मिलती है और मानसिक संतुलन बना रहता है। यह तनाव को कम करने और आत्म-चेतना को बढ़ाने में मदद करता है।
योग: योग शरीर और मन के बीच के संबंध को मजबूत करता है। विभिन्न योगासन और प्राणायाम मन और शरीर के संतुलन को बनाए रखने में सहायक होते हैं।
औषधियाँ और हर्बल उपचार: आयुर्वेद में मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए कई प्रकार की औषधियों और हर्बल उपचारों का उपयोग किया जाता है। जैसे अश्वगंधा, ब्राह्मी, और शंखपुष्पी जैसे हर्ब्स का सेवन मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है।
शारीरिक स्वास्थ्य और आयुर्वेद
शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद में आहार, दिनचर्या, और जीवनशैली को विशेष महत्व दिया गया है।
आहार: आयुर्वेद में आहार को दवा के रूप में माना जाता है। सही समय पर सही भोजन करना, और भोजन में संतुलित पोषक तत्वों का होना शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हर व्यक्ति की प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के अनुसार अलग-अलग आहार योजना होनी चाहिए।
दिनचर्या: आयुर्वेद में एक स्वस्थ दिनचर्या को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसमें सुबह जल्दी उठना, समय पर भोजन करना, और उचित समय पर सोने जैसी आदतें शामिल हैं। यह शरीर को प्राकृतिक रूप से संतुलित रखने में मदद करती है।
विहार (जीवनशैली): जीवनशैली में सुधार लाकर हम आयुर्वेदिक तरीके से स्वस्थ रह सकते हैं। जैसे नियमित रूप से व्यायाम करना, प्राकृतिक वातावरण में ��मय बिताना, और अपने विचारों को सकारात्मक रखना।
मन-शरीर के स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद में मन और शरीर के संतुलन को बनाए रखने के लिए कई प्रभावी उपचार और उपाय सुझाए गए हैं।
पंचकर्म: पंचकर्म आयुर्वेदिक उपचार की एक विधि है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर मन और शरीर के संतुलन को बहाल करने के लिए पांच विशिष्ट प्रक्रियाओं का उपयोग करती है। शिरोधारा: शिरोधारा एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें तेल या अन्य तरल पदार्थ को धीरे-धीरे माथे पर डाला जाता है, जिससे मानसिक तनाव कम होता है और शरीर में संतुलन आता है। अभ्यंग: आयुर्वेदिक उपचार में अभ्यंग, यानी तैल मालिश, महत्वपूर्ण है। यह शरीर में रक्त संचार को बढ़ाता है, विषैले तत्वों को निकालता है, और मन-शरीर के संतुलन को पुनर्स्थापित करता है। संतुलित मन-शरीर संबंध के लाभ
संतुलित मन-शरीर संबंध हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल बीमारियों से बचाव होता है, बल्कि मानसिक शांति और शारीरिक स्फूर्ति भी मिलती है। यह जीवन में सकारात्मकता, बेहतर निर्णय लेने की क्षमता, और स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार, जब मन और शरीर संतुलित होते हैं, तो हम अपने जीवन में संतोष और आनंद की अनुभूति कर सकते हैं।
  निष्कर्ष
आयुर्वेद हमें सिखाता है कि मन और शरीर के बीच एक गहरा और अविभाज्य संबंध है। दोनों के बीच संतुलन बनाए रखने से ही हम पूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्ति कर सकते हैं। यदि हम आयुर्वेद के सिद्धांतों का पालन करें और अपनी जीवनशैली को उसके अनुरूप ढालें, तो हम न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी स्वस्थ रह सकते हैं।
आपके लिए  यह समझना महत्वपूर्ण है कि स्वास्थ्य केवल शारीरिक ताकत से नहीं आता, बल्कि मन और आत्मा की शांति से भी आता है। इसीलिए, आयुर्वेद के इस ज्ञान को अपनाकर हम एक स्वस्थ, खुशहाल, और संतुलित जीवन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। Visit Us: https://prakritivedawellness.com/pain-management-treatment-centre-in-prayagraj/
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sizebooster · 1 year ago
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LongJack - Ling Ko Bda aur Mota Karne ka Ayurvedic Upay प्राकर्तिक उत्पादों से मिलकर बना है जिनमे शिलाजीत, सफ़ेद मुसली, विदारीकंद, अश्वगंधा, केसर और कौंच बीज प्रमुख है | इस दवा के अनेक लाभ है जो यौन संबंधों को स्थायी रूप से बढ़ाने और समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। अधिक जानकारी के लिए https://www.sizebooster.in/product/panis-long-and-strong-medicine-2-month-pack/ विजिट करे |
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gyanjan · 2 years ago
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cryptoguys657 · 2 years ago
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Ashwagandha Benefits In Hindi -  अश्वगंधा के फायदे और नुकसान | Updated 2023
यदि आप भारत में रहते हैं तो आपने अश्वगंधा नमक जड़ी बूटी के विषय में अवश्य ही सुना होगा। इस जड़ी बूटी को अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आप विश्वास नहीं करेंगे परन्तु आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के अनेक फायदों (ashwagandha benefits in hindi) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है। यह जड़ी बूटी अनेक प्रकार से मानव शरीर को लाभ पहुंचने के लिए जानी जाती…
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saltyloverrebel · 2 years ago
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अश्वगंधा होम्योपैथी दवा संकेत, खुराक, दुष्प्रभाव
पौधे का नाम संस्कृत शब्द अश्व और गंधा से आया है जिसका शाब्दिक अर्थ घोड़े की गंध है। अश्वगंधा का सबसे महत्वपूर्ण भाग जड़ है। पौधे की जड़ में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, कामेच्छा बढ़ाने, तनाव कम करने और कई अन्य गुणों से लेकर असंख्य लाभ प्राप्त होते हैं। अधिक जानकारी यहाँ प्राप्त करें होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा को विथानिया सोम्निफेरा के नाम से जाना जाता है। यह मदर टिंचर, तनुकरण और…
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cryptoking009 · 2 years ago
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Ashwagandha Benefits In Hindi -  अश्वगंधा के फायदे और नुकसान | Updated 2023
यदि आप भारत में रहते हैं तो आपने अश्वगंधा नमक जड़ी बूटी के विषय में अवश्य ही सुना होगा। इस जड़ी बूटी को अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आप विश्���ास नहीं करेंगे परन्तु आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के अनेक फायदों (ashwagandha benefits in hindi) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है। यह जड़ी बूटी अनेक प्रकार से मानव शरीर को लाभ पहुंचने के लिए जानी जाती…
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cryptosecrets · 2 years ago
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Ashwagandha Benefits In Hindi -  अश्वगंधा के फायदे और नुकसान | Updated 2023
यदि आप भारत में रहते हैं तो आपने अश्वगंधा नमक जड़ी बूटी के विषय में अवश्य ही सुना होगा। इस जड़ी बूटी को अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आप विश्वास नहीं करेंगे परन्तु आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के अनेक फायदों (ashwagandha benefits in hindi) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है। यह जड़ी बूटी अनेक प्रकार से मानव शरीर को लाभ पहुंचने के लिए जानी जाती…
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spito · 2 years ago
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Ashwagandha Benefits In Hindi -  अश्वगंधा के फायदे और नुकसान
Ashwagandha Benefits In Hindi –  अश्वगंधा के फायदे और नुकसान
यदि आप भारत में रहते हैं तो आपने अश्वगंधा नमक जड़ी बूटी के विषय में अवश्य ही सुना होगा। इस जड़ी बूटी को अनेक प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आप विश्वास नहीं करेंगे परन्तु आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति में अश्वगंधा के अनेक फायदों (ashwagandha benefits in hindi) के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया है। यह जड़ी बूटी अनेक प्रकार से मानव शरीर को लाभ पहुंचने के लिए जानी जाती…
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fytikahealthcareproduct · 2 months ago
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5 फायदे: मल्टीविटामिन क्यों है ज़रूरी ?
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अपने शरीर को हेल्दी रहने के लिए हमें उचित मात्रा में पोषक तत्व लेना भी बहुत जरूरी होता है। शरीर को अच्छे से काम करने के लिए कई प्रकार के पोषक तत्व की ज़रूरत पड़ती है जिनमे विटामिन्स और मिनरल्स भी होते हैं। पोषक तत्वों को शरीर में पहुंचाने का सबसे अच्छा तरीका है हेल्दी फूड्स खाना। लेकिन आजकल की बिज़ी लाइफ, भागदौड़ और दूषित या जंक फ़ूड खाने से इन पोषक तत्वों की पूर्ती नहीं हो पाती हैं।  ऐसे में कई लोग मल्टीविटामिन लेना शुरू करते हैं। इस लेख में हम जानते हैं की मल्टीविटामिन लेने के फायदे क्या हो सकते हैं। 
मल्टीविटामिन लेने के फायदे
थकान और सुस्ती से राहत
कई लोगो को शरीर में लगातार थकान, सुस्ती या कमज़ोरी महसूस होने लगती है। इस वजह से हाथों पैरों में दर्द की शिकायत भी होती है।  ऐसा शरीर में विटामिन्स की कमी के कारण हो सकता है। इस कारण रोज़ाना के काम करने में समस्याएं आती है। मल्टीविटामिन लेने से शरीर को एनर्जी मिलती है, शरीर चुस्त रहता है और इन समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
मेमोरी बढ़ने में सहायक
मल्टीविटामिन में विटामिन B भी होता है। विटामिन B मेमोरी बढ़ाने में काफी सहायक होता है। इससे दिमाग भी तेज़ रहता है और अच्छे से काम करता है।
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स्ट्रेस (तनाव) कम करने और कंसन्ट्रेशन बढ़ाने में सहायक
कई मल्टीविटामिन में अश्वगंधा और जिनसेंग जैसे पोषक हर्ब (जड़ी बूटी) होते हैं। ये स्ट्रेस लेवल को कम करने में सहायक होते हैं और टेंशन से दूर रखते हैं। स्ट्रेस कम होने से दिमाग ज्यादा देर तक फोकस रह पाता है और उसकी अलर्ट और कंसन्ट्रेट (एकाग्र) रहने की ताकत बढ़ती है।
इम्युनिटी ब���़ाने में सहायक
कई लोग जल्दी जल्दी इन्फेक्शन्स के शिकार होने लगते हैं या जल्दी जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। मल्टीविटामिन में कई प्रकार के विटामिन्स जैसे विटामिन A, D और E आदि का मिश्रण होता है। ये सभी विटामिन्स मिलकर शरीर में मौजूद इम्यून सेल्स और इम्यून प्रोसेस को डेवेलप और रेगुलेट करने में सहायक होते है। साथ ही ये शरीर को इन्फेक्शन से बचाने में मदद करते हैं।
ये भी पढ़ें : 5 Benefits of Taking Multivitamin Daily
पाचन में सुधार और गट हेल्थ ठीक रखने में सहायक
मल्टीविटामिन में प्रोबायोटिक्स और जिंक जैसे मिनरल्स भी होते हैं। ये पाचन में सुधार करने और (हेल्दी गट) स्वस्थ आंत को बढ़ावा देते हैं। इससे आपकी ओवरआल हेल्थ को लाभ मिलता है।
सारांश
तेज़ी से भागती ज़िंदगी और बिजी शेड्यूल के कारण ज्यादातर लोगो के शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। साथ ही ख़राब जीवनशैली और खान पान से इम्युनिटी कमज़ोर होती है और शरीर जल्दी बीमार पड़ने लगता है। इसीलिए मल्टीविटामिन के रोज़ाना सेवन से शरीर को ज़रूरी पोषक तत्त्व दिए जा सकते हैं और शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
मल्टीविटामिन का सेवन करने से पहले किसी स्वास्थ्य परामर्शदाता या डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
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newsreporters24 · 3 years ago
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Milk, Chamomile Tea And More: 7 Healthy Drinks To Induce Good Night Sleep
Milk, Chamomile Tea And More: 7 Healthy Drinks To Induce Good Night Sleep
नींद हमारे शरीर में एक प्राकृतिक पुनरावर्ती चक्र है। हमारे हाइपोथैलेमस में एक सर्कैडियन पेसमेकर है जो सौर चक्र के साथ सिंक्रनाइज़ है। जैसे ही अंधेरा होता है, सर्कैडियन पेसमेकर पेनियल ग्रंथियों से एक हार्मोन, मेलाटोनिन छोड़ता है और हम सो जाते हैं। नींद हमारे पूरे शरीर के लिए एक R&R है। हमारी सभी प्रक्रियाएं धीमी हो जाती हैं और आराम करती हैं। नींद की कमी हमारे मस्तिष्क और पूरे चयापचय पर दूरगामी…
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hbadigitech · 3 years ago
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दूध, कैमोमाइल चाय और अधिक: अच्छी नींद लाने के लिए 7 स्वस्थ पेय Drink
दूध, कैमोमाइल चाय और अधिक: अच्छी नींद लाने के लिए 7 स्वस्थ पेय Drink
नींद हमारे शरीर में एक प्राकृतिक पुनरावर्तन चक्र है। हमारे हाइपोथैलेमस में एक सर्कैडियन पेसमेकर है जो सौर चक्र के साथ सिंक्रनाइज़ है। जैसे ही अंधेरा होता है, सर्कैडियन पेसमेकर पेनियल ग्रंथियों से एक हार्मोन, मेलाटोनिन छोड़ता है और हम सो जाते हैं। नींद हमारे पूरे शरीर के लिए एक R&R है। हमारी सभी प्रक्रियाएं धीमी हो जाती हैं और आराम करती हैं। नींद की कमी हमारे मस्तिष्क और पूरे चयापचय पर दूरगामी…
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fitnessfundatips1996 · 5 years ago
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Health Benefits Of Ashwagandha in Hindi
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Benefits of ashwagandha in hindi : अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जिसे आयुर्वेदिक में दवा के रूप में काम लिया जाता है। जिसका इस्तेमाल कई सदियों से होता आ रहा है। संक्रमण जैसी समस्यायों से लेकर कमजोरी तक सभी को यह दूर करने की क्षमता रखता है। अश्वगंधा ही नहीं अपितु उसके पौधे में भी कई गुण पाए जाते है। जो बहुत सी समस्यायों के इलाज में प्रयोग किया जाता है।
अश्वगंधा का मतलब होता है घोड़े की गंध। और इस औषधि का नाम ये इसीलिए पड़ा क्योंकि इसकी जड़ों में से घोड़े के पसीने जैसी गंध आती है। पहले के समय में केवल भारत में ही इसका प्रयोग किया जाता था पर आजकल पुरे विश्व में इसका इस्तेमाल होने लगा है । इसके फायदों को देखते हुए इसका इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया जाने लगा है। विशेष रूप से वजन बढाने और हाइट बढाने के लिए। इसके साथ यह  शारीरिक कमजोरी और स्टेमिना को भी बढाने का काम करता है।  इसका सेवन करने से शरीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक लाभ भी होते है। लेकिन गलत तरीके और अधिक मात्रा में सेवन करने से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ने अश्वगंधा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अधिक मांग वाले पोधों में से एक बताया है। World Health Orgnisation (WHO) ने भी इसे अत्यधिक औषधीय गुण वाला पौधा माना है.
इसकी ताजा जड़ और ताजा पत्ते मसल कर सूंघने पर भी घोड़े के मूत्र जैसी गंध आने के कारण ही शायद इसका नाम अश्वगंधा रखा गया।
अश्वगंधा के फायदे (Benefits Of Ashwagandha In Hindi):
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अश्वगंधा की जड़ में कई प्रकार के एल्केलाइड तथा एमिनो एसिड पाए गए हैं जिनके कारण यह शरीर के लिए औषधि का काम करती है। यह एक टोनिक जैसा काम करके शरीर के बिगड़े हुए क्रियाकलाप ठीक कर देती है। इसके सेवन से थकान दूर होकर एक नई ताकत आ जाती है। अश्वगंधा की जड़ का चूर्ण दवा के रूप में लिया जाता है।
अश्वगंधा कैंसर, मानसिक परेशानी, डिप्रेशन, एसिडिटी, अल्सर, हाई ब्लड प्रेशर आदि में भी इसे लाभदायक पाया गया। साथ ही इसमें जोड़ों के दर्द व सूजन कम करने के गुण भी पाए गए।शोधकर्ताओं ने अपने परीक्षणों में पाया कि असगंध हिमोग्लोबिन बढ़ाने, बाल सफ़ेद होने से रोकने तथा कोलेस्ट्रोल कम करने में सहायक होती है।
अश्वगंधा की जड़ एक अच्छा टोनिक है जो महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग सभी ले सकते हैं। अश्वगंधा के उपयोग से शरीर में स्फूर्ति व ताकत बढ़ती है तथा चेहरे पर कांति आ जाती है। इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है।  उम्र बढने पर भी रोग दूर रहते हैं।
अश्वगंधा पाउडर के उपयोग से शुक्राणु तथा मर्दाना ताकत में बढ़ोतरी होती है। अश्वगंधा का पाउडर चौथाई चम्मच गुनगुने दूध के साथ सुबह शाम कुछ सप्ताह नियमित लेने से इसका लाभ लिया जा सकता है।
अश्वगंधा का उपयोग कृशकाय रोगी, सूखारोग से ग्रस्त बच्चे, बुखार के बाद की कमजोरी, शारीरिक या मानसिक थकान आदि स्थितियों के लिए पुष्टिकारक और बलवर्धक होता है।
यह गठिया, मूत्र रोग, पेट के रोग, खांसी, साँस व खुजली जैसे रोग में लाभदायक रहती है।
महिलाओं के लिए गर्भधारण में परेशानी, स्तन के दूध में कमी, श्वेतप्रदर, कमरदर्द और कमजोरी जैस�� समस्या इसके उपयोग से दूर होती हैं। ल्यूकोरिया के लिए इसे विशेष रूप से लाभदायक पाया गया है।
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