#गाल
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hindisoup · 4 months ago
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Learning colours in Hindi from film songs
I was listening to Des Rangila (from Fanaa (2006)) and noticed how many colours were mentioned in the lyrics.
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नीली चादर ताने अंबर है नदी सुनहरी, हरा समंदर है ये सजीला
चादर (f) - sheet, blanket अंबर (m) - sky समंदर (m) - ocean सजीला - decorated, decorative
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सिंद��री गालोंवाला सूरज जो करे की खोली शर्मीले खेतों को ढकने चुनर पीली पीली
गाल (f) - cheek सूरज (m) - Sun शर्मीला - shy खेत (m) - field ढकना - to cover (trans) चुनर (f) - scarf, dupatta
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Many other songs mention different colours too, like Gerua from Dilwale (2015):
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निकली है दिल से ये दुआ रंग दे तू मोहे गेरुआ
निकलना - to emerge (intrans) दुआ (f) - prayer मोहे - me (मुझे)
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Kesariya from Brahmastra (2022):
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केसरिया तेरा इश्क़ है, पिया रंग जाऊँ जो मैं हाथ लगाऊँ
इश्क़ (m) - love हाथ लगाना - to touch (trans)
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Laal Dupatta from Mujhse Shaadi Karoge (2004):
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लाल दुपट्टा उड़ गया रे बैरी हवा के झोंके से
दुपट्टा (m) - dupatta, scarf बैरी (adj) - enemy (from बैर, m) हवा (f) - wind झोंकना - to blow (wind) (trans)
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Gulabi from Shuddh Desi Romance (2013):
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शाम गुलाबी, सहर गुलाबी पहर गुलाबी है, गुलाबी ये शहर
सहर (m) - dawn, daybreak पहर (m) - a unit of time equalling three hours
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Next, Yeh Kaali Kaali Aankhen from Baazigar (1993):
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ये काली काली आँखें ये गोरे गोरे गाल
गोरा (adj) - fair, white, blonde
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And while on the topic of dark eyes, we can't pass Titli from Chennai Express (2013):
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भूरी भूरी आंखें तेरी, कनखियों से तेज़ तीर कितने छोड़े
कनखी (f) - side-glance, corner of the eye तीर (m) - arrow छोड़ना - to release, shoot (trans)
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inevitable-trash · 8 months ago
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चल आ इक ऐसी ''नज़्म'' कहूं - आमिर अमीर 🌙
चल आ इक ऐसी ''नज़्म'' कहूं, जो ''लफ़्ज़'' कहूं वो हो जाए.. मैं ''अश्क'' कहूं तो इक आंसू , तेरे गोरे ''गाल'' को धो जाए.. मैं ''आ'' लिखूं तो आ जाए, मैं ''बैठ'' लिखूं तो आ बैठे.. मेरे ''शाने'' पर सर रखे तो, मैं ''नींद'' कहूं तो सो जाए.. मैं काग़ज़ पर तेरे ''होंठ'' लिखूं , तेरे ''होठों'' पर मुस्कान आए.. मैं ''दिल'' लिखूं तू दिल थामे, मैं ''गुम'' लिखूं वो खो जाए.. तेरे ''हाथ'' बनाऊं पेंसिल से, फिर ''हाथ'' पे तेरे हाथ रखूं.. कुछ ''उल्टा-सीधा'' फ़र्ज़ करूं कुछ ''सीधा-उल्टा'' हो जाए.. मैं ''आह'' लिखूं तो हाए करे, ''बेचैन'' लिखूं बेचैन हो तू .. फिर मैं बेचैन का ''बे'' काटूं , तुझे ''चैन'' ज़रा सा हो जाए.. अभी ''ऐन'' लिखूं तू सोचे मुझे, फिर ''शीन'' लिखूं तेरी नींद उड़े.. जब ''क़ाफ़'' लिखूं तुझे कुछ-कुछ हो, मैं ''इश्क़'' लिखूं तुझे हो जाए
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neembu · 7 months ago
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मैं तो रंगी हरी-हरि के रंग लाज से गुलाबी गाल
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wordofheart3 · 1 year ago
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Mene kha thikhi mirchi ho tum
Wo gaal chumkar boli or ab
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मेने कहा तीखी Mirchi हो तुम
वो गाल चुम कर बौली और अब
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melancholic-academia · 7 months ago
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चल आ एक ऐसी नज़्म कहूँ
जो लफ़्ज़ कहूँ वो हो जाए
बस अश्क कहूँ तो एक आँसू
तेरे गोरे गाल को धो जाए
मैं आ लिक्खूँ तू आ जाए
मैं बैठ लिक्खूँ तू आ बैठे
मेरे शाने पर सर रक्खे तू
मैं नींद कहूँ तू सो जाए
मैं काग़ज़ पर तेरे होंठ लिक्खूँ
तेरे होंठों पर मुस्कान आए
मैं दिल लिक्खूँ तू दिल थामे
मैं गुम लिक्खूँ वो खो जाए
तेरे हाथ बनाऊँ पेंसिल से
फिर हाथ पे तेरे हाथ रखूँ
कुछ उल्टा सीधा फ़र्ज़ करूँ
कुछ सीधा उल्टा हो जाए
मैं आह लिखूँ तू हाय करे
बेचैन लिखूँ बेचैन हो तू
फिर बेचैन का बे काटूँ
तुझे चैन ज़रा सा हो जाए
अभी ऐन लिखूँ तू सोचे मुझे
फिर शीन लिखूँ तेरी नींद उड़े
जब क़ाफ़ लिखूँ तुझे कुछ कुछ हो
मैं इश्क़ लिखूँ तुझे हो जाए
- Amir Ameer
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mufrad · 1 year ago
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चल आ एक ऐसी नज़्म कहूँ,
जो लफ़्ज़ कहूँ वो हो जाए,
बस अश्क कहूँ तो एक आँसू,
तेरे गोरे गाल को धो जाए,
मैं आ लिक्खूँ तू आ जाए,
मैं बैठ लिक्खूँ तू आ बैठे,
मेरे शाने पर सर रक्खे तू,
मैं नींद कहूँ तू सो जाए,
मैं काग़ज़ पर तेरे होंठ लिक्खूँ,
तेरे होंठों पर मुस्कान आए,
मैं दिल लिक्खूँ तू दिल थामे,
मैं गुम लिक्खूँ वो खो जाए,
तेरे हाथ बनाऊँ पेंसिल से,
फिर हाथ पे तेरे हाथ रखूँ,
कुछ उल्टा सीधा फ़र्ज़ करूँ,
कुछ सीधा उल्टा हो जाए,
मैं आह लिखूँ तू हाय करे,
बेचैन लिखूँ बेचैन हो तू,
फिर बेचैन का बे काटूँ,
तुझे चैन ज़रा सा हो जाए,
अभी ऐन लिखूँ तू सोचे मुझे,
फिर शीन लिखूँ तेरी नींद उड़े,
जब क़ाफ़ लिखूँ तुझे कुछ कुछ हो,
मैं इश्क़ लिखूँ तुझे हो जाए......
- आमिर अमीर
✨🤌
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This poetry just sort of has a vibe, uncertain and of longings....
✨🐧
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pradip-madgaonkar · 1 year ago
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Bandya : वहिनी डावखुऱ्या आहेत का?
Pradip : हो! पण तुला कस कळलं?
Bandya : कारण तुझा उजवा गाल सुजलेला दिसतं आहे.
🥳🥳🥳😛😛😛🤦‍♂️🤦‍♂️🤦‍♂️😎😎😎😉😉😉
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rightnewshindi · 3 days ago
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सुनीता विलियम्स ने सेहत को लेकर दिया बड़ा अपडेट, कहा, मेरी तबियत ठीक है, अंतरिक्ष में वजन बढ़ गया है; चिंता न करें
Sunita Williams: अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। इस बीच खबर है कि विलियम्स ने खुद राहत ��री अपडेट दी है। उन्होंने कहा है कि उनकी तबीयत ठीक है और ऐसी तस्वीर की वजह भी बताई है। दरअसल, हाल ही में एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें अंतरिक्ष यात्री के गाल धंसे हुए थे और वह काफी कमजोर नजर आ रही थीं। इसके बाद नासा यानी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन को बयान…
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indlivebulletin · 10 days ago
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“क्यों ले जा रहे हो इतना सारा सामान?” कंडक्टर ने यात्री के गाल पर जड़ा तमाचा, वीडियो वायरल
तमिलनाडु के नैला से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. नैला में एक बस कंडक्टर ने ज्यादा सामान होने की वजह से एक शख्स को थप्पड़ जड़ दिया. घटना का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने यात्री के साथ दुर्व्यवहार करने वाले कंडक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. ऐसे में यात्री के साथ मारपीट करने वाले संबंधित कंडक्टर को बर्खास्त कर दिया…
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sundartatips · 12 days ago
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धंसी हुई आंखों को बाहर निकालने का तरीका Exercise, Homemade Treatment & Tips
धंसी हुई आंखों को बाहर निकालने का तरीका Exercise और Treatment : – अपने चेहरे को खुबसुरत बनाने के लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं। पिचके हुए गाल हो या धंसी हुई आंखें ये सभी हमारे अच्छे फेसलुक को भी बिगाड़ देती हैं। धंसी हुई आंखों की वजह कोई गंभीर बीमारी भी हो सकती हैं। इसलिए समय पर इसका इलाज करना आवश्यक हो जाता हैं। हालांकि ज्यादात्तर लोग इस समस्या का सामना पोषक तत्वों की कमी, अपर्याप्त नींद, बढती…
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sharpbharat · 2 months ago
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jamshedpur congress- पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार ने केंद्र सरकार को घेरा, कहा- वंदेभारत ट्रेन का उद्घाटन तो ठीक है, सामान्य ट्रेनों में भी सुविधा बढ़ाने पर ध्यान दे सरकार, आदिवासी विरोधी है भाजपा अभी तक लागू नहीं किया सरना धर्म कोड
जमशेदपुर: जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरीय नेता डॉ. अजय कुमार ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि वंदे भारत का उदघाटन एक राजनीतिक इवेंट है. मजदूरों का शहर जमशेदपुर वासियों के गाल पर यह तमाचा है. टाटा स्टील को छोड़ दे तो शहर में 80 प्रतिशत आबादी की औसतन मासिक आय 18 से 25 हजार के बीच है. ऐसे में इनके लिए वंदे भारत जैसे ट्रेनो के क्या मायने है. उन्होंने बताया कि सूचना के अधिकार के…
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profnarayanaraju · 2 months ago
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Sri Ramcharitmanas, Bal kand 246 | ब्यर्थ मरहु जनि गाल बजाई। मन मोदकन्हि...
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astrovastukosh · 2 months ago
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*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक - 7 सितम्बर 2024*
*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - शरद*
*⛅मास - भाद्रपद*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - चतुर्थी शाम 05:37 तक तत्पश्चात पंचमी*
*⛅नक्षत्र - चित्रा दोपहर 12:34 तक तत्पश्चात स्वाति*
*⛅योग - ब्रह्म रात्रि 11:17 तक तत्पश्चात इंद्र*
*⛅राहु काल - प्रातः 09:31 से प्रातः 11:04 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:27*
*⛅सूर्यास्त - 06:49*
*⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:52 से 05:38 तक*
*⛅ अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:12 से 01:02 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:14 सितम्बर 08 से रात्रि 01:01 सितम्बर 08 तक*
*⛅ व्रत पर्व विवरण - गणेश चतुर्थी (चंद्र दर्शन निषिद्ध, चन्द्रास्त - रात्रि 09.27), गणेश महोत्सव प्रारम्भ, सर्वार्थ सिद्धि योग (दोपहर 12:24 से प्रातः 06:24 सितम्बर 08 तक)*
*⛅विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन-नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹अपने हाथ में ही अपना आरोग्य🔹*
*🔸१) सभी अंगों में पुष्टिदायक तेल की मालिश अवश्य करानी चाहिए सिर में कान में और पैरों में तो विशेष रूप से करानी चाहिए । कराने से वायु तथा कफ मिटता है, थकान मिटती है, शक्ति तथा सुख की प्राप्ति होती है, नींद अच्छी आती है, शरीर का वर्ण सुधरता है, शरीर में कोमलता आती है, आयुष्य की वृद्धि होती है ��था देह की पुष्टि होती है ।*
*🔸(२) सिर में मालिश किया हुआ तेल सभी इन्द्रियों को तृप्त करता है, दृष्टि को बल देता है, सिर के दर्दों को मिटाता है। बाल में तेल पहुँचने से बाल घने, लम्बे तथा मुलायम होते हैं । लंबे समय तक टिकते हैं और बाल काले बने रहते हैं तथा सिर को भी भरा हुआ रखता है ।*
*🔸(३) नित्य कान में तेल डालने से कान में रोग या मैल नहीं होता । गले के बाजू की नाड़ी तथा दाढ़ी अकड नहीं जाती । बहुत ऊँचे से सुनना या बहरापन नहीं होता । कान में रस आदि पदार्थ डालने हों तो भोजन से पहले डालना हितकर है ।*
*🔸(४) पैरों पर तेल मसलने से पाँव मजबूत होते हैं। नींद अच्छी आती है, आँख स्वच्छ रहती है तथा पैर झूठे नहीं पड़ जाते, श्रम से अकड़ नहीं जाते, संकोच प्राप्त नहीं करते तथा फटते भी नहीं । जिस तरह गरुड़ के पास साँप नहीं जाते उसी तरह कसरत के अभ्यासी और तेल की मालिश करानेवाले के पास रोग नहीं जाते । नहाते समय तेल का उपयोग किया हो तो वह तेल रोंगटों के छिद्रों, शिराओं के समूह तथा धमनियों के द्वारा सम्पूर्ण शरीर को तृप्त करता है तथा बल प्रदान करता है ।*
*🔸(५) जिस तरह मूल में सिंचित वृक्षों के पत्ते आदि वृद्धि प्राप्त करते हैं उसी तरह अंगों पर तेल मलवानेवाले मानवों की तेल से सिंचित धातुएँ पुष्टि प्राप्त करती हैं ।*
*🔸(६) बु��ार से पीड़ित, कब्जियतवाले, जिसने जुलाब लिया हो, जिसे उल्टी हुई हो, उसे कभी भी तेल की मालिश नहीं करनी चाहिये ।*
*🔸(७) मुँह पर तेल मलने से आँखें मजबूत होती हैं, गाल पुष्ट होते हैं, फोड़े तथा फुन्सियाँ नहीं होती और मुँह कमल के समान सुशोभित होता है ।*
*🔸(८) जो मनुष्य प्रतिदिन आँवले से स्नान करता है उसके बाल जल्दी सफेद नहीं होते और वह सौ वर्ष तक जीवित रहता है ।*
*🔸(९) दर्पण में देहदर्शन करना यह मंगलरूप है, कांतिकारक है, पुष्टिदाता है, बल तथा आयुष्य को बढ़ाने वाला है और पाप तथा अलक्ष्मी का नाश करनेवाला ।*
*🔸(१०) जो मनुष्य सोते समय बिजोरे के पत्तों का चूर्ण शहद के साथ चाटता है वह सुखपूर्वक सो सकता है ।*
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seedharam · 3 months ago
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#शास्त्र_विरूद्ध_भक्ति_साधना करने वाले भक्तों/ श्रद्धालुओं की गति....
शरीर को तकलीफ़ देने वाले ऐसे सभी भक्ति साधना / हठयोग शास्त्र विरूद्ध भक्ति साधना के अंतर्गत आते हैं ।
जैसे - घोर तप करना, निराहार रहना,दिन रात जागरण करना, नंगे पैर चलना, पेड़ पर उल्टा लटक कर धुएं का सेंवन करना, पंच अग्नि में तपना, जिभ्या पर ज्योत जलाना, पेट पर ज्वारा जगाना, जिभ्या या गाल का त्रिशूल या कांटे से छेदन करना, जमीन के अंदर समाधि लेना, जमीन पर लेट कर नंगे बदन पर कांटे युक्त टहनी को रखना, शनैः शनैः विष का सेवन करना, जमीन पर बैठकर उपर बहुत ठंडे जल गिराना,नंगे बदन पर कोड़े बरसवाना आदि आदि....
ऐसे साधकों / श्रद्धालुओं की क्या गति (दुर्दशा) होती हैं ?
आइये जानते हैं हमारे पवित्र शास्त्र "श्री मद् भागवत गीता जी" के आधार पर....
(अध्याय 17 का श्लोक 5)
अशास्त्र विहितम्, घोरम्, तप्यन्ते, ये, तपः, जनाः,
दम्भाहंकारसंयुक्ताः, कामरागबलान्विताः।।5।।
अनुवाद :- (ये) जो (जनाः) मनुष्य (अशास्त्रविहितम्) शास्त्रविधिसे रहित केवल मन माना (घोरम्) घोर (तपः) तपको (तप्यन्ते) तपते हैं
तथा (दम्भाहंकारसंयुक्ताः) पाखण्ड और अहंकारसे युक्त एवं (कामरागबलान्विताः) कामना के आसक्ति और भक्ति बल के अभिमान से भी युक्त हैं।
और
(अध्याय 17 का श्लोक 6)
कर्शयन्तः, शरीरस्थम्, भूतग्रामम्, अचेतसः, माम्,
च, एव, अन्तः शरीरस्थम्, तान्, विद्धि, आसुर निश्चयान्।।6।।
अनुवाद :- (शरीरस्थम्) शरीर में रहने वाले (भूतग्रामम्) प्राणियों के मुखिया - ब्रह्मा, विष्णु, शिव तथा गणेश व प्रकृति को
व (माम्) मुझे (च)
तथा (एव) इसी प्रकार (अन्तःशरीरस्थम्) शरीर के हृदय कमल में जीव के साथ रहने वाले #पूर्ण_परमात्मा को (कर्शयन्तः) परेशान करने वाले (तान्) हैं
उन (अचेतसः) अज्ञानियों को (आसुरनिश्चयान्) राक्षस स्वभाव वाले (एव) ही (विद्धि) जान‌।
गीता अध्याय 13 श्लोक 17 तथा अध्याय 18 श्लोक 61 में कहा है कि #पूर्ण_परमात्मा विशेष रूप से सर्व प्राणियों के हृदय में स्थित है।
तीन गुणों की भक्ति में,भूल पड़ो संसार *
कहे कबीर #निजनाम बिना,कैसे उतरे पार **
{तीन गुण = रजोगुण प्रधान ब्रम्हा जी, सतोगुण प्रधान विष्णु जी और तमोगुण प्रधान शिव जी}
और अधिक जानकारी हेतु अवश्य देखिए हमारा विशेष कार्यक्रम "Satlok aashram news channel" पर
समय 11 AM से 1 PM
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wordofheart3 · 2 years ago
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चूमने दे वो मुझे तो ऐसे चुमूं मैं
ले आऊं उसके गाल का डिंपल निकालकर
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tnnews24 · 3 months ago
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22 Y 18 घुसी स्मार्ट सिटी, भ्रष्टाचार के गाल में चली जाती बच्चों से भरी स्कूल बस
स्मार्ट सिटी आगरा में पलक झपकते रोड 18 फीट धंस गई। लोगों ने देखा तो चीख उठे। एक स्कूल बस महज दो फीट दूर रह गई, अन्यथा गड्ढे में समा जाती। इस सड़क में दो साल में 25वीं बार गड्ढा हुआ है। इस बार बैंक ऑफ इंडिया शाखा के सामने सड़क धंसी। 22 फीट लंबा और 18 फीट गहरा गड्ढा हो गया। इसमें ट्रक भी समा जाए। दो साल में 25वीं बार यह सड़क धंसी है। इससे दयालबाग के लोगों में दहशत का माहौल है। सुबह यहां दुकानें…
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