#उत्तरकाशी
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sarhadkasakshi · 4 months ago
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चम्बा में विश्व हिन्दू परिषद ने उत्तरकाशी प्रशासन का पुतला जलाया
चम्बा में विश्व हिन्दू परिषद ने उत्तरकाशी प्रशासन का पुतला जलाया टिहरी: चम्बा में विश्व हिन्दू परिषद बजरंगदल एवं स्थानीय लोगों ने असामाजिक तत्वों एवं उत्तरकाशी प्रशासन का पुतला दहन कर सरकार से मांग की कि अवैध धार्मिक स्थल से हिन्दू संगठनों की आक्रोश रैली पर पथराव करने वालो के खिलाफ कार्यवाही और प्रशासन द्वारा 8 हिन्दूओ पर लगाये मुकदमो को वापस लेने की मांग की। इस मौके पर विश्व हिन्दू परिषद के जिला…
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dainikuk · 2 days ago
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ड्रोन दीदी – वंचित वर्ग की बेटियां ड्रोन पायलट बन भर रही हैं ऊंची उड़ान, आईटीडीए कैल्क करवा रहा है 52 युवतियों को ड्रोन सर्विस टैक्नीशियन का कोर्स
देहरादून। पिथौरागढ़ की तनुजा वर्मा, गैरसैंण की रौशनी और उत्तरकाशी की जशोदा। ग्रामीण पृष्ठभूमि और सामाजिक त���र पर कमजोर तबके से आने वाली इन तीनों युवतियों ने आज से कुछ समय पहले तक लैपटॉप तक नहीं चलाया था, लेकिन आज वो ड्रोन दीदी बनकर, ड्रोन असेम्बलिंग, रिपेयरिंग से लेकर फ्लाइंग तक का काम आसानी से कर रही हैं। ये संभव हो पाया है, उत्तराखंड सरकार के उपक्रम आईटीडीए कैल्क के ड्रोन सर्विस टैक्नीशियन…
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news-trust-india · 12 days ago
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38th National Games : अचोम तपस ने वुशु में उत्तराखंड को दिलाया पहला गोल्‍ड मेडल
देहरादून। 38th National Games : 38वें राष्ट्रीय खेलों में गुरुवार को दो राष्ट्रीय रिकॉर्ड टूट गए। महिलाओं की 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा के फाइनल में तमिलनाडु की नर्मदा राजू ने 254.4 अंक के साथ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। Uttarkashi Earthquake : उत्तरकाशी में आज सुबह फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, तीव्रता 02.07 वह विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करने से मात्र 0.1 अंक से चूकी।…
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rightnewshindi · 15 days ago
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डॉक्टर से 2.7 करोड़ रुपए ठगने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, जानें कैसे दिया था वारदात को अंजाम
#News डॉक्टर से 2.7 करोड़ रुपए ठगने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, जानें कैसे दिया था वारदात को अंजाम
Shimala News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के बाल मोहन (40) और गुरुग्राम के अमृत दास (40) और गौरव आहूजा (42) के रूप में पहचाने गए तीन लोगों को एक डॉक्टर से 2.7 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने पीड़ित डॉ अजय गोयल को एक प्रमुख वित्तीय बाजार सलाहकार सेवा के माध्यम से ट्रेडिंग पर अत्यधिक रिटर्न देने का वादा किया था। डॉ गोयल द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार,…
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airnews-arngbad · 18 days ago
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar Date 25 January 2025 Time 11.00 to 11.05 AM Language Marathi आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक: २५ जानेवारी २०२५ सकाळी ११.०० वाजता.
ज्येष्ठ साहित्यिक निवृत्त न्यायमूर्ती नरेंद्र चपळगांवकर यांचं आज छत्रपती संभाजीनगर इथं निधन झालं, ते ८८ वर्षांचे होते. मराठीचे शिक्षक म्हणून कारकिर्दीला प्रारंभ केलेले चपळगांवकर यांनी, ७० च्या दशकात बीड इथं वकिली केली, आणि ८० च्या दशकात त्यांनी मुंबई उच्च न्यायालयाच्या औरंगाबाद खंडपीठात न्यायाधीश म्हणून जबाबदारी स्वीकारली. १९९९ साली न्यायाधीश म्हणून निवृत्त झाल्यानंतरही ते साहित्य क्षेत्रात अखेरपर्यंत सक्रीय राहिले. माजलगाव इथं झालेलं मराठवाडा साहित्य संमेलन तसंच वर्धा इथं झालेल्या ९६ व्या अखिल भारतीय साहित्य संमेलनासह विविध साहित्य संमेलनांची अध्यक्षपदं त्यांनी भुषवली होती. चपळगांवकर यांची अनंत भालेराव-काळ आणि कर्तृत्व, कर्मयोगी संन्यासी, कहाणी हैदराबाद लढ्याची, कायदा आणि माणूस, विधीमंडळ आणि न्यायसंस्था, मनातली माणसे, संस्थानी माणसे, हरवलेले स्नेहबंध, आदी पुस्तकं प्रसिद्ध आहेत. मराठवाडा साहित्य परिषदेचा जीवनगौरव पुरस्कार, अमेरिकेतल्या महाराष्ट्र फाऊंडेशनचा जीवनगौरव पुरस्कार, यासह विविध पुरस्कारांनी त्यांना सन्मानित करण्यात आलं होतं. महाराष्ट्र ज्ञान महामंडळानं, चपळगांवकर यांची समग्र माहिती देणाऱ्या एका संकेतस्थळाचं नुकतचं लोकार्पण केलं आहे. चपळगांवकर यांच्या पार्थिव देहावर आज सायंकाळी छत्रपती संभाजीनगर इथं अंत्यसंस्कार करण्यात येणार आहेत.
दरम्यान, उपमुख्यमंत्री अजित पवार यांनी ज्येष्ठ साहित्यिक, माजी न्यायमूर्ती नरेंद्र चपळगावकर यांना आदरांजली वाहिली आहे, चपळगावकर यांच्या निधनानं सामाजिक मुद्यांवर परखड भाष्य करणारा कृतीशील विचारवंत हरपला आहे, त्यांच्यासारख्या व्यक्तिमत्वाचं निधन ही महाराष्ट्राच्या साहित्यिक, सामाजिक, वैचारिक चळवळीची हानी आहे, अशा शब्दात उपमुख्यमंत्री पवार यांनी शोक व्यक्त केला. तसंच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांनीही माजी न्यायमूर्ती नरेंद्र चपळगावर यांच्या निधनाबद्दल शोक व्यक्त केला आहे.
उत्तराखंडमधील उत्तरकाशी जिल्ह्यात आज पहाटे पाच वाजून अठ्ठेचाळीस मिनिटांनी भूकंपाचे सौम्य धक्के जाणवले. यामध्ये जीवित किंवा मालमत्तेचं कोणतंही नुकसान झालं नाही. राष्ट्रीय भूकंपमापन केंद्राच्या माहितीनुसार, भूकंपाची तीव्रता रिश्टर स्केलवर २ पूर्णांक ४ इतकी होती. भूकंपाचा केंद्रबिंदू दुंडा तहसीलमधील खुरकोट आणि भरणगाव वनक्षेत्र होते. काल सकाळीही उत्तरकाशीमध्ये दोनदा भूकंपाचे धक्के जाणवले होते.
प्रजासत्ताक दिनाच्या सोहळ्यात सहभागी होत असलेले राष्ट्रीय छात्र सेना म्हणजे एनसीसीचे छात्र, राष्ट्रीय सेवा योजनेचे स्वयंसेवक आणि चित्ररथांच्या कलाकारांशी पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी काल आपल्या निवासस्थानी संवाद साधला. विकसित भारताचं स्वप्न साकार करण्यासाठी सर्व नागरिकांनी अत्यंत जबाबदारीनं आपापली कर्तव्य पार पाडणं आवश्यक आहे, असं पंतप्रधान यावेळी म्हणाले. सर्वच सहभागींनी विविध राज्यांच्या लोकांशी संवाद साधून एक भारत श्रेष्ठ भारत भावनेला बळकटी द्यावी, असं आवाहन पंतप्रधानांनी यावेळी केलं.
प्रजासत्ताक दिनाचं औचित्य साधून छत्रपती संभाजीनगरसह राज्यात वीस शहरांमध्ये सहाशेहून अधिक ठिकाणी ई-वेस्ट अर्थात इलेक्ट्रॉनिक कचरा संकलनाचा मोठा उपक्��म राबवला जाणार आहे. यात मराठवाड्यातल्या नांदेड, परभणी आणि बीड या शहरांचा समावेश आहे. ई-कचरा निर्मितीत भारताचा जगात तिसरा क्रमांक लागतो. २०२१-२२ मध्ये देशात १६ लाख टन ई-कचरा तयार झाला होता. शिसं, पारा, कोबाल्ट, निकेल असे यातले रासायनिक घटक मानवास��ठी आणि पर्यावरणासाठी घातक ठरतात. त्यांची शास्त्रीय पद्धतीनं विल्हेवाट आणि पुनर्वापर हा त्यावरचा उपाय आहे. ही बाब लक्षात घेऊन, पुण्यातल्या पूर्णम इकोव्हिजन फाउंडेशननं काही संस्थांच्या मदतीनं ई-यंत्रण नावाची व्यापक ई-कचरा संकलन मोहीम आखली आहे. उद्या प्रजासत्ताक दिनी सकाळी नऊ ते दुपारी एक या वेळेत या ठिकाणच्या सहाशेहून अधिक केंद्रांवर नागरिकांकडून ई-कचऱ्याचं संकलन केलं जाणार आहे.
नांदेड इथल्या श्री सचखंड गुरुद्वाराचे मुख्य जत्थेदार संत बाबा कुलवंतसिंघजी यांच्या सेवेला २५ वर्ष पूर्ण झाली. यानिमित्त आज नांदेड इथं विविध धार्मिक कार्यक्रमांचं आयोजन करण्यात आलं आहे. सकाळी नऊ वाजता श्री अखंड पाठ साहिबची समाप्ती होईल. सायंकाळी श्री गुरु ग्रंथ साहिबजी भवनमध्ये विशेष गुरुमत समागम, सन्मान सोहळा आणि आभार कार्यक्रम होणार असून या कार्यक्रमांमध्ये देश विदेशातील संत महापुरुष, स्थानिक लोकप्रतिनिधी, प्रशासकीय अधिकारी सहभागी आहेत.
भारत आणि इंग्लंड संघात दुसरा टी ट्वेंटी क्रिकेट सामना आज होणार आहे. चेन्नईच्या एम. ए. चिदंबरम् मैदानावर संध्याकाळी सात वाजता हा सामना होईल.
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animalvidoes · 2 months ago
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उत्तराखंड में गंभीर हो रही है मिट्टी के कटाव की चुनौती
इस अध्ययन में देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल रुद्रप्रयाग, चमोली और बागेश्वर का कुल 4.73 लाख हेक्टयर क्षेत्र मिट्टी के कटाव से गंभीर रूप से प्रभावित पाया गया है, जो उत्तराखंड के क्षेत्रफल के नौ प्रतिशत के बराबर है। जबकि, इन्हीं जिलों में 17.50 लाख हेक्टयर क्षेत्र मिट्टी के कटाव से अत्यंत गंभीर रूप से ग्रस्त पाया गया है, जिसमें राज्य के कुल क्षेत्रफल का लगभग 32 प्रतिशत से अधिक हिस्सा शामिल…
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newshawkers · 2 months ago
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उत्तरकाशी मस्जिद विवाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था #sambhalnews #sambhalviolence #sambhalmasjid #sambhalviralvideo #sambalpur #upnews #uppolice #news #newshawkers #viral #trending
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parasparivaarorg · 4 months ago
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हर्षिल- उत्तराखण्ड का स्विट्जरलैंड
“पारस परिवार” में आपका स्वागत है, जहाँ आकर बदल जाता है आपका संपूर्ण जीवन और जीवन में आती है बस खुशहाली ही खुशहाली। जहाँ दुःख और दर्द का होता है नाश और चेहरे पर आती है एक मुस्कान।
“पारस परिवार” का मानना है कि खुशियाँ तभी मिलती हैं जब हम दूसरों की मदद करने में सदैव आगे रहते हैं। यानि असली ख़ुशी वो है जब हम दूसरे के चेहरे पर प्यारी सी एक मुस्कराहट बिखेर सकें और पारस परिवार इस नेक कार्य में हमेशा से आगे रहता है। पारस परिवार कभी भी छोटा-बड़ा, अमीर-गरीब में अंतर नहीं करता है, उसके लिए सब एक समान हैं। वह कोशिश करता है कि सबके जीवन में खिली हुई धूप हो और दूर-दूर तक बस उजाला ही उजाला हो।
पारस परिवार एक सामाजिक-आध्यात्मिक संस्था है, जिसके संस्थापक और निदेशक “महंत श्री पारस भाई जी” हैं। इस संस्था की नींव 17 सितंबर 2012 को रखी गई थी।
महंत श्री पारस भाई जी माँ चण्डी के दुलारे हैं। कहते हैं कि माँ अपने बच्चों को नेक कार्य करते हुए देखकर हमेशा खुश होती हैं और उन्हें आशीर्वाद देती हैं। शायद यही वजह है कि माँ के आशीर्वाद और उनकी कृपा से महंत श्री पारस भाई जी के अंदर अद्भुत शक्तियां समाहित हैं, जिन शक्तियों का प्रयोग वह जन कल्याण में करते हैं और समाज की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।
आज हर कोई इस भागदौड़ भरी जिंदगी से ऊब चुका है। ऐसे में इंसान इस भागमभाग जिंदगी से कहीं दूर पहाड़ों में कुछ पल सुकून के बिताना चाहता है और कुछ समय अपने लिए निकालना चाहता है। जहाँ बस शांति हो और जहाँ जाकर आपको लगे कि यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। यहाँ कुछ समय के लिए आप सब कुछ भूल जाएंगे।
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यहाँ आपके आसपास खूबसूरत वादियां होंगी, जिन्हें आप एकटक निहारते रहें। आपके पास कुछ समय ऐसा हो जहां प्रकृति हो, शांति हो और सुकून के पल हों। यदि आप ऐसी जगह जाना चाहते हैं तो आप उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में कुछ समय बिता सकते हैं। दरअसल पहाड़ अपनी ख़ूबसूरती के लिए जाने जाते हैं।
इसी में से उत्तराखंड की एक खूबसूरत जगह है हर्षिल। यदि आप यहाँ जाते हैं तो इसे देखकर आपको स्विट्जरलैंड की याद जरूर आ जाएगी। तो चलिए जानते हैं उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थल हर्षिल के बारे में।
कहाँ स्थित है हर्षिल?
हर्षिल भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। इसे हर्षिल वैली के नाम से भी जाना जाता है। यह हिमालय में भागीरथी नदी के किनारे बसा एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे देखकर आप बस देखते ही रह जाओगे। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर गंगोत्री के हिन्दू तीर्थ स्थल के मार्ग में आता है।
‘हर्षिल’ उत्तरकाशी से 78 किमी और गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान से 30 किमी दूर है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित ‘हर्षिल वैली’ की खूबसूरती आपको दीवाना बना देगी। देहरादून से लगभग 200 किलोमीटर स्थित इस हिल स्टेशन में कई सारी खूबसूरत जगहें हैं, जहाँ जाकर आप वापस आना भूल जायेंगे।
उत्तराखंड का स्वर्ग
हर्षिल वैली वो जगह है, जिसे उत्तराखंड का स्वर्ग माना गया है। समुद्रतल से इसकी ऊंचाई 2660 मीटर है। हर्षिल भागीरथी नदी के किनारे स्थित घने देवदार के जंगलों के बीच स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है। यह जगह सिर्फ यहाँ के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि बाहर से आये उन लोगों के लिए भी गर्व की बात है जो अपना समय प्रकृति के साथ बिताना पसंद करते हैं।
हर्षिल गांव प्रसिद्ध और पवित्र धाम गंगोत्री के पास बसा हुआ है। हर्षिल वैली की सुंदरता आपका मन मोह लेगी। यहाँ आपको चारों ओर घास के मैदान, दूध की तरह बहने वाले ��ुंदर झरने, ऊंचे हरे-भरे पहाड़ और बर्फ से भरी चोटियां दिखाई देंगी। इसके अलावा घने देवदार के वृक्ष आपको अपना दीवाना बना देंगे।
विल्सन ने हर्षिल को दी थी स्विट्जरलैंड की उपाधि
हर्षिल, हिमालय की तराई में बसा है यह गांव, जो आपको अपनी ओर बरबस ही खींचता है। यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। यहाँ जाकर आपको ऐसा एहसास होगा मानो आप सपनों की दुनिया में पहुंच गए हों। यहाँ की फिजाओं में अलग तरह का नशा है।
आपको बता दें कि हर्षिल की खोज ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करने वाले अंग्रेज फेड्रिक विल्सन ने की थी। सन 1857 में जब फ्रेडरिक विल्सन ने ईस्ट इंडिया कंपनी को छोड़ दिया था जब वह गढ़वाल आए थे। यहाँ उन्होंने भागीरथी नदी के तट पर एक खूबसूरत गांव देखा, जो उन्हें बहुत पसंद आया और उन्होंने यहीं बसने का निर्णय लिया और यहीं रहने लगे।
यहां पर सेब की एक प्रजाति विल्सन के नाम से ही जानी जाती है। दरअसल विल्सन ने यहां इंग्लैंड से सेब के पौधे मंगवाकर लगाए थे। तभी से यहां पर सेब की खेती और व्यापार होने लगा। यहाँ की सुंदरता से मंत्र मुग्ध होकर विल्सन ने ही हर्षिल को स्विट्जरलैंड की उपाधि दी थी।
पर्यटकों के लिए हर्षिल घाटी में हैं कई बेहतरीन स्थल
भागीरथी नदी के तट पर स्थित हर्षिल घाटी में बर्ड वॉचिंग और ट्रैकिंग के साथ-साथ अन्य कई बेहतरीन जगहें हैं। हर साल यहां हजारों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यहाँ जाकर आप अपने टूर को हमेशा के लिए एक यादगार लम्हा बना सकते हैं। यहां आप प्रकृति की खूबसूरती को देखते हुए बहती हुई ठंडी हवा की आवाज महसूस कर सकते हैं। यहां बर्फबारी का भी आप मजा ले सकते हैं।
लोग इस जगह को देवी गंगोत्री का घर भी मानते हैं। हर्षिल अपनी मनोरम प्राकृतिक छटा और गंगोत्री नदी के लिए प्रसिद्ध है। बर्डवॉचर्स के लिए के लिए भी यह जगह बहुत फेमस है। हर्षिल में हर साल उत्तरकाशी मेला लगता है, जो बेहद ही फेमस मेला है।
यहां के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल
हर साल यहां हजारों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। आइये हर्षिल वैली के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं-
धराली
हर्षिल से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटा सा गांव, जो बहुत ही खूबसूरत है और खूबसूरती के मामले में यह अद्भुत है। इस गांव के बगल में बहती भागीरथी नदी इसे और भी अधिक आकर्षण का केंद्र बनाती है। सैलानियों के लिए यह एक पसंदीदा जगह है। ऐसा माना जाता है कि धराली वह स्थान है जहां, भागीरथ ने गंगा नदी को धरती पर लाने के लिए तपस्या की थी। हिन्दुओं के लिए यह बेहद पवित्र स्थान भी है।
लामा टॉप
यदि आपको सनराइज देखना अच्छा लगता है तो आप इस जगह जा सकते हैं। हर्षिल वैली में घूमने वालों के लिए ये जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस सनराइज प्वाइंट से पूरी हर्षिल वैली नजर आती है। इस जगह पर पहुंचने के लिए आपको पहाड़ी पर चढ़ना होगा। लामा टॉप का ट्रैक हर्षिल से शुरू होता है। ये ट्रेक दो किलोमीटर का है। ऊपर पहुंच कर आप सुबह की पहली किरण के साथ पूरे हर्षिल वैली को देख सकते हैं।
गंगोत्री धाम
उत्तराखंड के चार धामों में से एक है गंगोत्री धाम का यह मंदिर। यह मां गंगा को समर्पित है। यह हर्षिल से सिर्फ 25 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर नदी के किनारा बना हुआ है। हिंदू धर्म में इस मंदिर की बहुत मान्यता है। यह मंदिर जितना पवित्र है उतना ही खूबसूरत भी है।
मुखबा गांव
हर्षिल से मुखबा गांव की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है। यह गांव अद्भुत नजारों के लिए प्रसिद्ध है। यहां आप प्रकृति की खूबसूरती को देखने के साथ-साथ बहती हुई ठंडी हवा की आवाज़ को भी महसूस कर सकते हैं। इसके साथ ही यहां आप बर्फ़बारी का भी लुत्फ़ ले सकते हैं। देवदार के वृक्ष और कई तरह के पेड़-पौधे और प्राकृतिक माहौल में यहाँ सुकून भरे पल आपको मिलेंगे। इसके अलावा यहां आप ट्रैकिंग का भी आनंद ले सकते हैं।
बर्डवॉचर्स के लिए बेस्ट है जगह
जहाँ हर्षिल प्राकृतिक खूबसूरती और गंगोत्री नदी के लिए प्रसिद्ध है, तो वहीं बर्डवॉचर्स के लिए के लिए भी यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। हर्षिल के घने जंगलों में पक्षियों की संख्या बहुत अधिक है। यहां 5 सौ से भी अधिक पक्षियों की प्रजातियां मौजूद हैं। इन पक्षियों की मधुर आवाज आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।
हर्षिल में बर्फ का ले सकते हैं आनंद
यदि आपको बर्फ देखनी हो तो हर्षिल में ठंडियों में जाने का प्लान बनायें। अक्टूबर के अंत में यहां बर्फ पड़नी शुरू हो जाती है। आप हर्षिल वैली नवंबर से लेकर फरवरी तक के महीने में जा सकते हैं। यहाँ प्रकृति की खूबसूरती के साथ-साथ आप बर्फबारी का भी आनंद ले सकते हैं। हर्षिल को उत्तराखंड का स्विट्जरलैंड भी कहते हैं। क्योंकि बर्फबारी के बाद यहाँ की जो खूबसूरती है वह आपको स्विट्जरलैंड की याद दिला देगी।
बगोरी गांव
इस गांव में आपको हर ओर सेब के खेत दिखाई देंगे। हर्षिल में इस गावं को सेब का भंडार कहा जाता है। यदि आपको सेब के बगीचे में घूमने के साथ-साथ टेस्टी सेब का लुत्फ़ लेना है तो बगोरी गांव ज़रूर जायें। यदि आपको नौका विहार का आनंद लेना है तो हर्षिल में मौजूद झील में भी आप जा सकते हैं।
गरतांग गली
यह एक लकड़ी का पुल है, जिसका हमारे इतिहास से कनेक्शन है। पहाड़ों की चट्टानों के बीच बना ये वुडन का पुल लगभग 150 साल पुराना है। 11 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी गरतांग गली की सीढ़ियां इंजीनियरिंग का एक नायाब नमूना है। इस ऐतिहासिक पुल को बनाने का तरीका पर्यटकों को हैरान करता है। आपको बता दें कि इस पुल का इस्तेमाल भारत और तिब्बत के बीच व्यापार के लिए किया जाता था।
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abhi12-3 · 6 months ago
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UTTARAKHAND SOLAR ENERGY NEWS
उत्तराखंड:- गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा परियोजना को लेकर लोगो में दिख रहा है रुझाव , कई जगह ग्रिड फुल, बुनियादी ढांचे के लिए माँगा गया बजट-DYSUN SOLAR  
DYSUN SOLAR  
संक्षेप:-
गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट को लेकर लोगो में दिखा काफी उत्साह | UPCL ने शासन से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए सरकार से मांगा बजट। उत्तरकाशी, टिहरी और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा सौर प्रोजेक्ट लग रहे हैं। सरकार द्वारा लायी गई योजना का लोग ले रहे है लाभ
विस्तार:-
उत्तराखंड के गढ़वाल जिलों में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाने को जबर्दस्त उत्साह नजर आ रहा है। उत्तरकाशी, टिहरी और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट लग रहे हैं। उत्तरकाशी व कई जगहों पर तो UPCL की क्षमता के हिसाब से ग्रिड फुल हो गई है। अब निगम ने सरकार से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने के लिए बजट की मांग की है।
सरकार ने सौर ऊर्जा की नई योजना जारी की गई है। इसके तहत 20 kw से लेकर 200 किलोवाट तक के सोलर प्रोजेक्ट लगाए जा सकते हैं। पर्वतीय जिलों में सरकार इस योजना में 50% तक सब्सिडी दे रही है तथा महिला के नाम से प्रोजेक्ट होने पर 5% अतिरिक्त सब्सिडी दे रही है। इस योजना के तहत आप 20, 25, 50, 100 और 200 किलोवाट के सोलर प्लांट लगा सकते हैं। तथा प्रोजेक्ट लगाने पर यह आपकी आय का मुख्य स्रोत भी बनता है। जिससे आप 10,000 से लेकर 120,000 तक महीने की इनकम कर सकते है
पात्र व्यक्ति अपनी निजी भूमि या लीज पर जमीन लेकर सोलर प्लांट लगा सकते हैं तथा अपनी जमीन को सोर ऊर्जा लगाने के लीज़ पर भी दे सकते है |  योजना के तहत केवल राज्य के स्थायी निवासी ही इस योजना का लाभ ले सकते है। उनकी आयु 18 साल से अधिक होनी चाहिए। योजना के तहत 50 किलोवाट के सोलर प्लांट के लिए 750-1000 वर्ग मीटर, 100 किलोवाट के लिए 1500-2000, 200 किलोवाट के लिए 3000-4000 वर्गमीटर जमीन जरूरी होगी। पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा
योजना पर 50 हजार प्रति किलोवाट का खर्च अनुमानित होगा। 50 किलोवाट से 76000 यूनिट, 100 किलोवाट से 152000 और 200 किलोवाट से 304000 यूनिट बिजली सालाना यह पावर प्लांट बना कर देगा । योजना के तहत यूपीसीएल 25 साल के लिए बिजली खरीदेगा। जो भी बिजली यूपीसीएल के पास आएगी, उसका पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगा। जिसका पर यूनिट 4.64 रूपए के हिसाब से सरकार पे करेगी | इसका असर नजर आ रहा है। उत्तरकाशी में लोग इस योजना का लाभ ले रहे है तथा उनकी आय का एक मुख्य स्त्रोत भी बन चुका है |  आलम ये है कि उत्तरकाशी में तो अब नए प्रोजेक्ट की गुंजाइश ही नहीं बची है।
ये भी पढ़ें:..... पीएम सूर्य घर योजना में  बिजली का बिल कैसे हो जाएगा जीरो? जानें कैसे मिलेगी मुफ्त बिजली..
ऐसे समझें प्रोजेक्ट से कमाई का गणित
अगर आप 50 किलोवाट का प्रोजेक्ट लगाते हैं तो इस पर कुल खर्च 25 लाख का होगा। इससे सालाना 76 हजार यूनिट बिजली पैदा होगी। कुल 17 लाख 50 हजार रुपये का लोन मिलेगा। एमएसएमई योजना के तहत 7 लाख 50 हजार की सब्सिडी मिलेगी। बिजली वर्तमान 4.49 रुपये प्रति यूनिट की दर से बेचने पर सालाना 3 लाख 41 हजार 240 की कमाई होगी। सालाना 35 हजार का खर्च मेंटिनेंस का होगा। माहवार किश्त 9,557 रुपये और कमाई 15,963 रुपये होगी। लोन खत्म होने के बाद माहवार कमाई 25,520 रुपये हो जाएगी।
प्रोजेक्ट को लेकर जरूरी दस्तावेज:-
1.नाम 2. आधार कार्ड 3.एड्रेस 4.पिन कोड 5.कैपेसिटी 6. कांटेक्ट नंबर 7.इ-मेल ID 8. लोकेशन ऑफ़ प्लांट 9.यूनिट नाम 10.डेट ऑफ़ बर्थ 11. पैन नंबर 12.खसरा नंबर 13.यूनिट एड्रेस 14. लैंड डिटेल 15. NOC फ्रॉम कस्टमर 16.डोमिकिले
अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते है तो नीचे दी गए हमारी वेबसाइट पर जाकर हमसे जुड़े |
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करे:-
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mishtushah · 6 months ago
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जियो की डिजिटल सोच, उत्तराखंड की बदलती तस्वीर जिन पहाड़ों में लोग जाने से पहले सौ बार सोचते है जियो ने वहां पहुंचाया हाई स्पीड इंटरनेट, उत्तराखंड के दूरस्थ इलाकों में जियो ने 4G/5G नेटवर्क पहुंचाकर शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक अवसरों को बढ़ावा दिया है, अब चम्पावत और उत्तरकाशी के गाँव भी डिजिटल युग से जुड़े हुए हैं #RelianceJio #Uttrakhand #JioTrue5G #4G #ConnectingIndia
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jeevanvidya · 7 months ago
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sarhadkasakshi · 5 days ago
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ग्रीन मिशन योजना के अंतर्गत वन सरपंचों का शैक्षिक भ्रमण शुरू
ग्रीन मिशन योजना के अंतर्गत वन सरपंचों का शैक्षिक भ्रमण शुरू चंंबा, सो.ला.सकलानी ‘निशांत’: वन विभाग की ग्रीन इंडिया मिशन योजना के अंतर्गत विभिन्न जिलों के वन पंचायत सरपंचों का 06 दिवसीय शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम आज से जड़धार गांव के स्व- पोषित वन में शुरू हुआ। जैव विविधता से परिपूर्ण जड़धार गांव के निवासियों के स्व-संरक्षित इस जंगल की आगंतुक उत्तरकाशी के सरपंचों ने की सरहना की। वन विभाग के एसडीओ…
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dainikuk · 12 days ago
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भाजपा नेता किशोर भट्ट ने जोशीयाडा में युवा समिति द्वारा आयोजित बॉलीबॉल टूर्नामेंट का किया उद्घाटन
उत्तरकाशी: जोशीयाडा युवा समीती द्वारा आयोजित बॉलीबॉल टूर्नामेंट का आज भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर भाजपा नेता किशोर भट्ट ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर टूर्नामेंट का विधिवत उद्घाटन किया। अपने संबोधन में भट्ट ने कहा कि ऐसे टूर्नामेंट युवाओं में खेल भावना को जागृत करने के साथ-साथ उन्हें नशे जैसी कुरीतियों से दूर रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास को…
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news-trust-india · 12 days ago
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Uttarkashi Earthquake : उत्तरकाशी में आज सुबह फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, तीव्रता 02.07
Uttarkashi Earthquake :  उत्तरकाशी में आज शुक्रवार सुबह करीब 9 बजकर 29 मिनट पर फिर भूकंप का झटका महसूस किया गया। छह दिन में नौ बार भूकंप के झटकों से लोग डरे सहमे हैं। उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय में गुरुवार शाम को भी भूकंप के झटके महसूस हुए। झटका आते ही लोग अपने घरों, दफ्तरों और दुकानों से बाहर निकल आए। छह दिन के भीतर लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से लोग दहशत में हैं। House of Himalaya : मुख्य सचिव…
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rightnewshindi · 17 days ago
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ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर चिकित्सक से ठगे 2.7 करोड़, पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
#News ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर चिकित्सक से ठगे 2.7 करोड़, पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
Shimla News: ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर 2.7 करोड़ की साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में इनमें गौरव आहूजा (42) सेक्टर-57, अमृत दास (40) सेक्टर-4, गुड़गांव हरियाणा निव���सी और बाल मोहन (40) निवासी तहसील चिनियाली सौर, जिला उत्तरकाशी उत्तराखंड शामिल हैं। आरोपियों पर एक चिकित्सक के साथ वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। प्रारंभिक जांच के…
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airnews-arngbad · 3 months ago
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar Date 03 November 2024 Time 11.00 to 11.05 AM Language Marathi आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक: ०३ नोव्हेंबर २०२४ सकाळी ११.०० वाजता.
बहीण भावाच्या नात्यातला स्नेह अधिक वृद्धिंगत करणारा भाऊबीजेचा सण आज सर्वत्र साजरा होत आहे. या दिवशी बहिणीनं भावाला ओवाळण्याचा आणि भावानं बहिणीला ओवाळणी म्हणून भेटवस्तू देण्याचा प्रघा�� आहे. भाऊबीजेच्या निमित्तानं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह यांनी देशवासियांना शुभेच्छा दिल्या आहेत. स्नेह, समर्पण आणि भक्तीचं प्रतीक असलेली भाऊबीज सर्वांच्या जीवनात अपरिमित आनंद घेऊन येवो अशी शुभकामना त्यांनी आपल्या सामाजिक प्रसार माध्यमावरील संदेशाच्या माध्यमातून व्यक्त केली आहे. दरम्यान, बलिप्रतिपदा अर्थात दिवाळी पाडवा सण काल मोठ्या उत्साहात साजरा झाला. विक्रम संवत २०८१ ला कालपासून प्रारंभ झाला. देशाच्या अनेक भागात हा नववर्षाचा प्रारंभ मानला जातो.
चार धाम पैकी केदारनाथ धामचे द्वार हिवाळ्यानिमित्त आज सकाळी विधीपूर्वक बंद करण्यात आले. भाऊबीजेच्या औचित्यानं या मंदिराची विशेष सजावट करण्यात आली आहे. उत्तराखंडमधल्या उत्तरकाशी जिल्ह्यातल्या यमुनोत्री धामचे द्वार आज दुपारी बंद करण्यात येतील. या वर्षी १५ लाखांहून अधिक भाविकांनी केदारनाथ धाम तर सात लाखांहून अधिक भाविकांनी यमुनोत्री धामला भेट दिली आहे.
न्यूझीलंडविरुद्धच्या तिसऱ्या कसोटी क्रिकेट सामन्यात विजयासाठी भारतासमोर १४७ धावांचं लक्ष्य आहे. शेवटचं वृत्त हाती आलं तेंव्हा भारताच्या दुसऱ्या डावामध्ये पाच बाद ५७ धावा झाल्या आहेत. न्यूझीलंडचा दुसरा डाव आज सकाळी १७४ धावां���र बाद झाला. न्यूझीलंडनं तीन कसोटी सामन्यांच्या या मालिकेत पहिले दोन्ही सामने जिंकले आहेत.
भारताचे संविधान हेच सर्वोच्च आहे. मनुस्मृती विरोधात काँग्रेसची लढाई सुरुच आहे. त्यामुळे संविधान वाचवण्यासाठी लढा उभारणे काळाची गरज आहे. हा लढा अधिक बुलंद करण्यासाठी विदर्भातील सामाजिक संस्थानी नागपूर इथे येत्या ६ तारखेला संविधान संमेलन आयोजित करण्यात आलं असून या संमेलनाला लोकसभेचे विरोधी पक्षनेते राहुल गांधी उपस्थित राहणार असल्याची माहिती विधानसभा विरोधी पक्षनेते विजय वडेट्टीवार यांनी काल पत्रकार परिषदेत दिली. महाराष्ट्रातील विविध सामाजिक संघटना कार्यक्रमात सहभागी होणार आहेत. मान्यवर यात आपले विचार मांडणार आहेत. या कार्यक्रमाला राजकीय स्वरूप नाही. आदर्श आचारसंहितेचं पालन करूनच कार्यक्रम होणार आहे, असं वडेट्टीवार यांनी स्पष्ट केलं आहे.
नंदुरबार जिल्ह्यात भरधाव जीपनं दिलेल्या धडकेत पाच जणांचा मृत्यू झाला. काल रात्री उशीरा नंदुरबार ते ��ानोरा रस्त्यावर लोय पिंपळोद गावाजवळ हा अपघात झाला. रस्त्याच्या कडेला नादुरुस्त दुचाकीजवळ उभ्या असलेल्यांना भरधाव गाडीनं धडक दिली. यात १२ ते ४० वर्ष वयोगटाल्या पाच जणांचा मृत्यू झाला. या अपघातात एक जण गंभीर जखमी असून त्याला नंदुरबार इथं जिल्हा रुग्णालयात दाखल करण्यात आलं असल्याची माहिती, आमच्या वार्ताहरानं दिली आहे.
आक्षेपार्ह टिप्पणी करणारे उद्धव बाळासाहेब ठाकरे शिवसेना पक्षाचे खासदार अरविंद सावंत यांनी दिलगिरी व्यक्त केल्यानंतर पक्षाचे खासदार संजय राऊत यांनी सावंत यांच्या वक्तव्याचं समर्थन केलं आहे. महिलांच्या अवमानाबाबत महाविकास आघाडीतील नेत्यांची तोंड का बंद आहेत, असा सवाल करत शिवसेनेच्या मुंबादेवी मतदार संघातील उमेदवार शायना एन.सी यांनी या संदर्भात उद्धव बाळासाहेब ठाकरे शिवसेना पक्षाने महिलांबाबत आपली भूमिका जाहीर करावी अशी मागणी केली आहे.
परभणी जिल्ह्यातील रामपुरी इथं मतदान जनजागृतीपर दिवाळी पहाटचा सुरेल संगीत कार्यक्रम घेण्यात आला. २० नोव्हेंबर रोजी सर्वांनी आपला मतदानाचा हक्क बजावा आणि लोकशाही बळकट करा असा संदेश स्वीप उपक्रमांतर्गत यावेळी देण्यात आला. कार्यक्रमाला उपस्थित असलेल्यांनी मतदान करण्याचा निर्धार करून मतदानाची शपथ घेतली.
भारत सरकारच्या स्वच्छ भारत अभियानामध्ये भारतीय रेल्वेनं ‘स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत’ या संकल्पनेसह आणि प्रवाशांना अधिकाधिक स्वच्छ प्रवासाचा अनुभव मिळणं सुनिश्चित करण्यासाठी विविध व्यापक उपक्रमांसह सातत्यानं प्रमुख सहभाग नोंदवला आहे. गेल्या महिन्यात रेल्वेनं राबवलेल्या स्वच्छता पंधरवडा मोहिमेत देशभरातली ७ हजार २८५ रेल्वे स्थानकं, २ हजार ७५४ रेल्वे गाड्या आणि १८ हजार ३३१ कार्यालयं स्वच्छ करण्यात आल्याची माहिती रेल्वेतर्फे देण्यात आली आहे. पंधरवडा कालावधीत, भारतीय रेल्वेच्या वेगवेगळ्या गटांनी वृक्षारोपण मोहीम, स्वच्छ संवाद, स्वच्छ रेलगाडी, स्वच्छ स्टेशन, स्वच्छ परिसर, स्वच्छ आहार, स्वच्छ प्रसाधन इत्यादी दैनंदिन योजना किंवा उपक्रम हाती घेतले. या वर्षी रेल्वे मार्गावरील स्वच्छतेवर विशेष लक्ष केंद्रित करण्यात आले.
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