महबूबा मुफ्ती ने एक बार किया तिरंगे का अपमान, दिया देशविरोधी बयान #अनुच्छेद370 #अपमान #किया #जम्मू-कश्मीर #तिरंगे #देशविरोधी #बयान #महबूबा #महबूबामुफ्ती #मुफ्ती
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Fact Check: Did the people of Punjab protesting against the removal of Article 370 from Kashmir? This claim found fake in the investigation | क्या कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर पंजाब में प्रदर्शन हो रहे हैं? एक साल पुराना वीडियो गलत दावे के साथ वायरल हो रहा
Fact Check: Did the people of Punjab protesting against the removal of Article 370 from Kashmir? This claim found fake in the investigation | क्या कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर पंजाब में प्रदर्शन हो रहे हैं? एक साल पुराना वीडियो गलत दावे के साथ वायरल हो रहा
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Fact Check: Did The People Of Punjab Protesting Against The Removal Of Article 370 From Kashmir? This Claim Found Fake In The Investigation
7 घंटे पहले
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क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें लोग अनुच्छेद370 के समर्थन में नारे लगाते दिख रहे हैं। वीडियो के आधार पर दावा किया जा रहा है कि अब पंजाब में अनुच्छेद 370 लागू करने…
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क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें लोग अनुच्छेद370 के समर्थन में नारे लगाते दिख रहे हैं। वीडियो के आधार पर दावा किया जा रहा है कि अब पंजाब में अनुच्छेद 370 लागू करने…
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अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पंचायत के चुनाव की घोषणा, मतदान के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल होगा
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पंचायत के चुनाव की घोषणा, मतदान के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल होगा
श्रीनगर.जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने गुरुवार को राज्य में सभी ब्लॉक के रिक्त पदों के लिए पंचायत चुनाव कराने की घोषणा कर दी है। जम्मू में 4 चरणों में और कश्मीर में 8 चरणों में चुनाव होंगे। चुनाव 5 मार्च से 20 मार्च तक होगा।5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद370 हटाने और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश में बदलने के बाद यह पहला चुनाव होगा। जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) शैलेंद्र कुमार ने गुरुवार…
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जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भारी बर्फबारी, ट्रांसपोर्ट और टेलीफोन सेवाएं ठप
चैतन्य भारत न्यूज
श्रीनगर. ठंड के आगमन के साथ जम्मू-कश्मीर घाटी के कुछ इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। पहाड़ों की चोटियां पूरी तरह बर्फ से ढक गई हैं। इसी बीच श्रीनगर में खराब मौसम की वजह से हाईवे जाम है। बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक भी घाटी में पहुंचने लगे हैं जबकि इससे कुछ परेशानियां भी उठानी पड़ रही हैं। भारी बर्फबारी के चलते कई पेड़ उखड़ गए हैं, वहीं जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क भी टूट गया है। श्रीनगर के कई इलाकों में टेलीफोन लाइनें भी बर्फबारी की वजह से ठप है।
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मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक, मंगलवार को अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि बुधवार को शाम 3.30 बजे तापमान 5.6 डिग्री रहा। उन्होंने बताया कि, कश्मीर में इस साल सर्दियों ने जल्दी दस्तक दी है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य से कुछ डिग्री कम दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, घाटी और जम्मू के बीच यातायात मुगल रोड पर ज्यादा प्रभावित रहेगा। जिला स्तर पर अलर्ट जारी कर दिया है।
Jammu and Kashmir: Srinagar received snowfall today; visuals from around Lal Chowk area. pic.twitter.com/pmdP3hDUQk
— ANI (@ANI) November 7, 2019
गौरतलब है कि, कश्मीर घाटी में 3 महीने बाद 11 नवंबर से रेल सेवा को बहाल करने का फैसला किया गया है, लेकिन जिस तरह मौसम का मिजाज बदला उससे रेल सेवा पर भी असर पड़ सकता है। बता दें, 5 अगस्त को केंद्र सरकार द्वारा आर्टिकल 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाने के बाद बनिहाल-बारामूला रेल सेवा रोक दी गई थी।
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राष्ट्रीय एकता दिवस : पीएम मोदी ने सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि, कहा- जो लोग युद्ध नहीं जीत सकते वो फूट डाल रहे हैं
चैतन्य भारत न्यूज
अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की। पटेल की जयंती को हर साल 31 अक्टूबर को 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत साल 2014 में की गई थी।
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पीएम मोदी ने पिछले साल आज ही के दिन सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण किया था। खास बात यह है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह पहली जयंती है। लिहाजा सरकार ने सरदार पटेल की जयंती पर देशभर में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है।
Gujarat: PM Modi administers unity pledge in Kevadia on the 144th birth anniversary of #SardarVallabhbhaiPatel. #RashtriyaEktaDiwas https://t.co/XJDnfVMe6V pic.twitter.com/VMmCReuW42
— ANI (@ANI) October 31, 2019
इस मौके पर पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह सहित अनेक नेताओं ने देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कोविंद, शाह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
Gujarat: Prime Minister Narendra Modi pays tribute to #SardarVallabhbhaiPatel at Statue of Unity in Kevadia. #RashtriyaEktaDivas pic.twitter.com/nMkJdrUB5c
— ANI (@ANI) October 31, 2019
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, 'देश के अलग-अलग कोने से, किसानों से मिले लोहे से, अलग-अलग हिस्सों की मिट्टी से इस प्रतिमा का आधार बना है। इसलिए ये प्रतिमा हमारी विविधता में एकता का भी जीता-जागता प्रतीक है। अब से कुछ देर पहले ही एकता के मंत्र को जीने के लिए, उसके भाव को चरितार्थ करने के लिए, राष्ट्रीय एकता का संदेश दोहराने के लिए राष्ट्रीय एकता दौड़ देश के हर कोने में संपन्न हुई है। देश के अलग-अलग शहरों में, गांवों में, अलग-अलग क्षेत्रों में लोगों ने इसमें हिस्सा लिया है।'
Delhi: Union Home Minister Amit Shah flags off ‘Run For Unity’ at National Stadium, on the occasion of Rashtriya Ekta Diwas. pic.twitter.com/SpjcE7HJYv
— ANI (@ANI) October 31, 2019
उन्होंने कहा कि, 'जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में नई व्यवस्थाएं जमीन पर लकीरें खींचने के लिए नहीं है, बल्कि विश्वास की एक मजबूत कड़ी बनाने के लिए है। यही विश्वास है जिसकी कामना सरदार पटेल ने भी जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए की थी। सरदार साहेब की प्रेरणा से ही हम संपूर्ण भारत के भावुक, आर्थिक और संवैधानिक एकीकरण पर बल दे रहे हैं। ये वो प्रयास हैं जिसके बगैर 21वीं सदी के विश्व में भारत की मजबूती की कल्पना हम नहीं कर सकते हैं।'
Prime Minister Narendra Modi in Kevadia, Gujarat: I am happy that from today all the govt employees of
Jammu, Kashmir & Ladakh will be getting the benefits under the 7th Pay Commission as granted to the employees of other Union Territories. pic.twitter.com/PinQw7hRwA
— ANI (@ANI) October 31, 2019
प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'आज विश्व मंच पर हमारा प्रभाव और सदभाव, दोनों बढ़ रहा है, तो उसका कारण हमारी एकता है। आज पूरी दुनिया, भारत की बात गंभीरता से सुनती है, तो उसका कारण हमारी एकता है। आज भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत है, तो उसका कारण, हमारी एकता है। जो लोग युद्ध नहीं जीत सकते वो फूट डाल रहे हैं। हमारी एकता को ललकारा जा रहा है। एकजुट रहकर ही दुश्मनों से मुकाबला संभव है। अनुच्छेद 370 ने कश्मीर को केवल आतंकवाद दिया है। 370 की दीवार गिरा दी गई है।'
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फसल लगाकर बंगाल से काम करने आए थे कश्मीर, आतंकियों ने की 5 मजदूरों की हत्या, बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू
चैतन्य भारत न्यूज
कुलगाम. जम्मू-कश्मीर से ��र्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से कई आतंकी हमले हुए, लेकिन मंगलवार को सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने इस बार गैर-कश्मीर मजदूरों को अपना निशाना बनाया है। मंगलवार को कुलगाम जिले में आतंकियों ने पांच मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
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ममता बनर्जी ने बताया दुख
सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले थे। मजदूरों की हत्या के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर दुख जताया और कहा, 'कश्मीर में नृशंस हत्याओं से हम स्तब्ध और दुखी हैं। मुर्शिदाबाद के पांच मजदूरों की जान चली गई। हमारे शब्द मृतक के परिवारों के दुःख को दूर नहीं करेंगे। इस दुखद घड़ी में परिवारवालों को सभी तरह की मदद दी जाएगी।' लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी भी आज मृतकों के गांव मुर्शिदाबाद जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने वाले हैं। बता दें मजदूरों के नाम कमालुद्दीन, मुरसालिम, रोफिक, नोमुद्दीन और रफीकुल और घायल मजदूर का नाम जोहिरुद्दीन बताया जा रहा है।
We are shocked and deeply saddened at the brutal killings in Kashmir. Five workers from Murshidabad lost their lives. Words will not take away the grief of the families of the deceased. All help will be extended to the families in this tragic situation
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 29, 2019
फसल लगाकर मजदूरी करने कश्मीर आए थे
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार रात करीब 9 बजे दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के कात्रासू इलाके में आतंकियों ने इन मजदूरों को पहले किडनैप कर लिया और फिर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। ये सभी मजदूर अपने गांव में धान की फसल लगाकर मजदूरी करने कश्मीर चले गए थे। दरअसल, धान की फसल को पकने में करीब तीन महीने का समय लगता है। ऐसे में इन मजदूरों की योजना थी कि जब तक धान की फसल पकेगी तबतक ये कुछ मजदूरी कर लेंगे।
हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ
सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाशी के लिए कई टीमें गठित की हैं। जगह-जगह पर आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबल छापा मार रहे हैं। घटनास्थल के आस-पास से गुजरने वाले सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा बलों को शक है कि आतंकी किसी स्थानीय निवासी के मकान में भी छिपे हुए हो सकते हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि, इस हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ है।
अब तक 11 मजदूरों की जान गई
गौरतलब है कि, जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तानी आतंकी बौखलाए हुए हैं। वह लगातार गैर कश्मीरियों पर हमला कर रहे हैं। पिछले करीब 15 दिन में आतंकी ऐसे ही हमले कर अब तक 11 मजदूरों की जान ले चुके हैं।
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बर्थडे स्पेशल : ऐसा रहा अमित शाह का शेयर ब्रोकर से राजनीति के शहंशाह बनने का सफर, जेल भी जा चुके हैं
चैतन्य भारत न्यूज
भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आज 55वां जन्मदिन है। 22 अक्टूबर 1965 को शाह का जन्म मुंबई के संपन्न गुजराती परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम अनिल चंद्र शाह और मां का नाम कुसुमबेन है। इस खास मौके पर आज हम आपको शाह की जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं जिन्हें बहुत ही कम लोग जानते हैं।
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शाह का राजनीति सफर
शाह ने जब से बीजेपी अध्यक्ष की कमान संभाली है, तब से पार्टी ने कई मुकाम हासिल किए। खास बात यह है कि शाह को राजनीति विरासत में नहीं मिली है। वह आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं वहां उनकी कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें पहुंचाया है। अहमदाबाद से बॉयोकेमिस्ट्री में बीएससी करने के बाद शाह अपने पिता के प्लास्टिक के पाइप का कारोबार संभालने लगे थे।
इसके बाद उन्होंने स्टॉक मार्केट में कदम रखा और शेयर ब्रोकर के रूप में काम किया। जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा, तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज उन्हें मौजूदा राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। जानकारी के मुताबिक, वह 16 साल की उम्र में ही आरएसएस से जुड़ गए थे और अखिल विद्यार्थी परिषद् (ABVP) के कार्यकर्ता बन गए। वह आरएसएस से 1980 में जुड़े और महज दो साल के अंदर ABVP की गुजरात ईकाई के संयुक्त सचिव बन गए।
फर्जी एनकाउंटर केस और जेल पहुंचे शाह
शाह के जीवन में कई उतार चढ़ाव आए। साल 2010 में फर्जी एनकाउंटर के मामले में उनका नाम आया और उनको जेल भेज दिया गया। इसके बाद 2015 में CBI की एक विशेष अदालत ने इस एनकाउंटर केस में शाह को बरी कर दिया।
पीएम मोदी से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात 1986 में हुई थी और तभी से दोनों में दोस्ती हो गई। शाह ने सक्रिय राजनीति की शुरुआत 1987 से बीजेपी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) में शामिल होने से की। इसके बाद वह BJYM में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नियुक्त गए औऱ 1989 में अहमदाबाद के सचिव बन गए।
पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फिर गृहमंत्री
शाह को साल 2014 में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया और उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया जहां से बीजेपी ने 71 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसके बाद साल 2014 में ही शाह को राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष बना दिया गया। 2019 में दूसरी बार भी जब पीएम मोदी की सरकार आई तो उन्हें गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी गई। गृहमंत्री बनते ही शाह ने कई बड़े फैसले लेकर इतिहास रच दिया। इसमें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और तीन तलाक भी शामिल है।
पीएम मोदी ने शाह को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'कर्मठ, अनुभवी, कुशल संगठनकर्ता एवं मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी अमित शाह जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। सरकार में बहुमूल्य भूमिका निभाने के साथ ही वे भारत को सशक्त और सुरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ईश्वर उन्हें दीर्घायु करे और सदा स्वस्थ रखे।'
कर्मठ, अनुभवी, कुशल संगठनकर्ता एवं मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी अमित शाह जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। सरकार में बहुमूल्य भूमिका निभाने के साथ ही वे भारत को सशक्त और सुरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ईश्वर उन्हें दीर्घायु करे और सदा स्वस्थ रखे। @AmitShah
— Narendra Modi (@narendramodi) October 22, 2019
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महाबलीपुरम में ��ोदी-जिनपिंग की मुलाकात, विकास और सहयोग पर होगी बात, नहीं छिड़ेगा कश्मीर मुद्दा
चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के मसले पर भारत-पाकिस्तान के बीच चल रही तनातनी के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 11-12 अक्टूबर को भारत पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि, जिनपिंग का ये दौरा उस वक्त हो रहा है जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान बीजिंग में ही हैं।
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खबरों के मुताबिक, शी जिनपिंग और पीएम मोदी की मुलाकात तमिलनाडु के महाबलीपुरम में होगी। जहां वह कई मंदिरों का दौरा करेंगे और दोनों देशों के बीच कई मसलों पर बात भी करेंगे। इसके अलावा करीब एक घंटे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। पुरातत्त्वविद् एस राजावेलु के मुताबिक, महाबलीपुरम का चीन से करीब 2000 साल पुराना संबंध है। इस वजह से इस बैठक को ऐतिहासिक बल मिलेगा।
कहा जा रहा है कि, जिनपिंग के साथ चीन के विदेश मंत्री और पोलित ब्यूरो के सदस्य भी भारत आएंगे। इस बैठक के लिए कोई एजेंडा तय नहीं है, लेकिन सीमा विवाद, आतंकवाद, आतंकी गुटों की आर्थिक मदद और उन्हें बढ़ावा देने के मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद है।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर, अनुच्छेद 370 पर इस दौरान बात नहीं होगी। क्योंकि भारत का कहना साफ है कि ये आंतरिक मामला है, ऐसे में इस पर चर्चा की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि, इससे पहले भी साल 2018 में वुहान में जिनपिंग-मोदी की मुलाकात हो चुकी हैं।
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दिल्ली में बड़ा धमाका करने की साजिश में घुसे जैश आतंकी, हमले का रेड अलर्ट जारी
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नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली पर आतंकी हमले को लेकर बुधवार को रेड अलर्ट जारी किया गया। इस अलर्ट के बाद दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि त्योहार के मौसम में आतंकी बड़ा हमला कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती (फिदायीन) आतंकी पिछले हफ्ते शहर पहुंच गए हैं।
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बताया जा रहा है कि इन सभी के पास आधुनिक हथियार हैं। इंटेलिजेंस से मिली इस जानकारी के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कई इलाकों में छापेमारी कर रही है और सर्च ऑपरेशन जारी है। कहा जा रहा है कि यह आतंकी जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निष्प्रभावी करने का बदला लेना चाहते हैं।
DCP Central Delhi MS Randhawa on police receiving inputs on likely terror strike in Delhi: We are on alert and taking all anti-terrorism measures. We are working on all inputs. There is nothing to worry. pic.twitter.com/uiUjClLEzI
— ANI (@ANI) October 3, 2019
राजधानी में मौजूद आतंकियों में कम से कम दो पाकिस्तानी आतंकी है। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए पुलिस ने 9 जगहों पर छापेमारी की है। आतंकियों की तलाश में पुलिस और भी कई जगहों पर छापेमारी कर सकती है। सार्वजनकि स्थलों क�� सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खासकर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका भी भारत को आतंकी हमलों को लेकर अलर्ट कर चुका है। अमेरिका ने भी चेताया है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन भारत में हमला कर सकते हैं। बता दें जम्मू कश्मीर से जब से भारत ने आर्टिकल 370 को हटाया है, तभी से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है और युद्ध की धमकी भी दे चुका है।
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जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य, सरकारी कामकाज शुरू करने के निर्देश, सोमवार से खुल जाएंगे स्कूल
चैतन्य भारत न्यूज
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से स्थिति नियंत्रण में है, वहां शांति बनी हुई है। इसे देखते हुए सरकार और प्रशासन ने लोगों के लिए पाबंदियां हटाना शुरू कर दी हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल ने आज से ही सरकारी कार्यालयों में कामकाज शुरू करने के निर्देश दिए हैं। घाटी में सोमवार से सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान भी खुल जाएंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुक्रवार को मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने बताया कि, प्रशासन ने इसे लेकर अपनी पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने बताया कि पिछले पखवाड़े में सीमा पार से आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सरकार ने कई कड़े निर्णय लिए थे। इनमें इंटरनेट सेवाओं पर रोक के अलावा और भी कई कदम उठाए गए थे। अब घाटी में शांति है और इसे देखते हुए सोमवार से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है। साथ ही सार्वजनिक यातायात सेवाएं भी शुरू की जा रही हैं। टेलीफोन सेवाएं भी चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के 22 में से 12 जिलों में सबकुछ ठीक है, हालांकि, इनमें से 5 में मामूली नियमों का पालन करवाया जा रहा है। ये कदम इसलिए उठाए गए थे ताकि किसी तरह के जानमाल का नुकसान न हो। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही इंटरनेट और टेलीफोन सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी वहीं कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई थी। सभी सरकारी दफ्तरों के अलावा स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई थी।
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फारुक और उमर की हिरासत पर प्रियंका गांधी ने केंद्र से पूछा- क्या अब भी हम लोकतांत्रिक देश हैं
फारुक और उमर की हिरासत पर प्रियंका गांधी ने केंद्र से पूछा- क्या अब भी हम लोकतांत्रिक देश हैं
श्रीनगर. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्��ा को अब तक हिरासत में रखे जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने ट्विटर परपूछा कि क्या अब भी हम लोकतांत्रिक देश हैं। इससे पहले पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वहीद पर्रा को रिहा किया गया था।
केंद्र सरकार ने 5अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद370 को निष्प्रभावी…
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