#nandita_sarkarr
Explore tagged Tumblr posts
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
मैंने एक शोर सुना प्रेम के ठगी हो जाने का मेरे इर्द गिर्द जमावड़ा लग गया प्रेम में ठगे मनुष्यों का मैं दिन भर रोशनी के गलियारों में भटकती एक शाम हूँ, आकाश में लौटते पक्षियों को देख अकेलेपन में प्रेम क�� तीव्र इच्छा लिए मैंने अपनी आँखें मूंद ली हैं देर सवेर प्रेम में ठगे मनुष्य सो जाते हैं माँ की गोद में मुझे नहीं सुनाई पड़ता उनका विलाप, ये हुआ प्रेम का प्रत्यारोपण मैंने अक्सर देखा प्रेम में पड़ा आकाश गिराता है धरती के गर्भ में बारिश जहाँ उगता है जीवन, जीवन के हर अंश में मैंने ईश्वर देखा सूक्ष्म से विशाल रूप में, अबकी बार मैंने आँखें नहीं मूंदी, मेरी आँखें जानती हैं प्रेम के ठगी हो जाने की प्रक्रिया में ईश्वर विलुप्त हो जाता है। ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr #instagrampoets #instagrampoems #instawriterscommunity #hindisahitya #hindilines #lovequotes #lovepoems #couplegoals #loveyourself #loveislove #quotestoliveby #picoftheday #quotesoftheday #pengraam #rekhtafoundation #kangnaranaut #kangna #deathofdemocracy #nanditasarkar #nandita_sarkarr https://www.instagram.com/p/CE_LUfSl5Jd/?igshid=1xvrbwlm77gda
0 notes
thepoeticalconglomeration · 4 years ago
Photo
Tumblr media
The essence of flowers in air reminds me of you and how you used to light up my world simulating the incandescence of firefly on branches. And then the billows of ephemerality surged with spikes of dereliction beneath escorting me towards the deserted shore of end. The dilapitated state that habitated me when the will to exist was meagre now heralds the alacrity of my demeanor as I revamped and festooned my vandalized self with the roses contrived from thorns and idols built from stones mercifully bestowed upon me on that peculiar journey treaded when our lives had intersected. #englishpoetrylovers #solitude #poetgram #quotestoliveby #poemwriter #poems #poemsvibe #poetrycommunity #darkacademia #aesthetic #bliss #lovepoems #writingcommunity #wordgasm #wordporn #writerstag #readingwomenchallenge #readersofinstagram #fiction #_wowindia #englishpoetry #rupikaurpoetry #literature #instgrampoetry #authorsofig #authorssupportingauthors #poetrylovers #kavitakosh #growbetter #globalagepoetry @globalagepoetry @mainmeera @nandita_sarkarr @jhumke_wali @doalfaaz @priyankachopra @chetanbhagat @ruskinbondofficial @hubspot All rights reserved https://www.instagram.com/p/CGOx2SEDHYt/?igshid=1snuiacktxyvf
2 notes · View notes
hindagi · 4 years ago
Photo
Tumblr media
कविता hindagi.com पर पढ़ें। Nandita Sarkar ~ Hindagi.com @nandita_sarkarr https://www.instagram.com/p/CETJhf0lcrq/?igshid=1cr2yf8dsy9tl
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🍁 अस्तित्व बोध में मैं देखती हूँ स्वयं को अनन्त निहारिकाओं को खुद में समेटे इस ब्रह्मांड में एक सूक्ष्म अणु रूप में, जो स्वामिनी है काम, क्रोध, लोभ, मोह और घृणा की जिसे दिखते है घट घट में शिव तुमने कहा शिव के प्रेम में मैं सती हो जाऊँगी परन्तु मुझे सती नहीं मुझे विलीन हो जाना है शिव में, मैं हो जाना चाहती हूँ शून्य जहाँ न आदि न अंत, उस परम् पिता की वृष्टि में जहाँ अग्नि का प्रथम स्पर्श तपा दे मेरे भीतर के काम, क्रोध, लोभ, मोह और घृणा को सुनो! मैं देवी कैसे हो सकती हूँ? मैं हूँ मनुष्य जिसके बिम्ब से आती है तीक्ष्ण मानवी गंध जिसके अवगुणों ने ब्रह्मांड को निगल लिया हैं और कल्पों कल्पन्तों से मृत्यु ही जिसका एकमात्र उपाय है मृत्योपरांत मेरा शिव होना तय है। ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr #hindikavita #hindiurdushayri #hindipoetry #instagrampoetry #instagrampoets #instapoetry #kavita #writersnetwork #nandita_sarkar #nandita_sarkarr #poetryishappiness #poetry #poetsofinstagram #hindiurdu #indianpoetry #gulzar #writerscommunity #shayrilove #instagrampoems #instagram #hindinama #hindisahitya #hindipanktiyaan #nanditasarkar #bhakti #shivay #shiv #shivnandita #shankarnandita https://www.instagram.com/p/CE1JCfPlwyR/?igshid=1d76bs4yzh96h
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🌿🍂 एक विकार ग्रस्त कविता जिसमें उकेरे गए हैं अकेले अंधेरे रास्तों के भीषण भय, जिनमें हर रात गूँजती हैं बन्द कमरों के झरोखों से झाँकती हुई सिसकियां, खाट पर पड़े खून का लसलसापन, और टूटी हुई पसलियां, • एक विकार ग्रस्त कविता जिसका माथा चूमती हैं बलात्कर से जन्मीं छटपटाती हुई चीख़ें, जहाँ दर्ज हैं समाज़ को पोषित करने वाले रक्त के बहने पर बन्द होते मंदिरों के फाटक और बाहें फैलाती उसी समाज़ द्वारा परोसी गयी उलाहनें, • एक विकार ग्रस्त कविता जिसकी रसोई के चूल्हें में फूंक दी जाती हैं ब्रह्माण्ड तक के सफर के सारे प्रयत्न, वो कविता जिसमें मंगलसूत्र प्रेम का बंधन नहीं होती है फाँसी का फंदा और सिंदूर प्रणय की राख समान, • सुनो तुम किताबों को टटोलना और खोज निकालना हर एक विकार ग्रस्त कविता तुम्हें वो कवितायें नहीं लगेगी तुम देखोगे तो पाओगे संसार की समस्त उदास स्त्रियों का सैलाब जिन्होंने फैला दिया हैं अपना एक विस्तृत साम्राज्य।। ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr . . . . . . . . . . . #instagrampoems #stree #streevimarsh #naari #girl #girls #poemongirl #womenempowerment #women #poetryonwomen #rekhtafoundation #nanditasarkar #nandita_sarkar #nandita_sarkarr #hindilines #2liners #longpoem #hindiliterature #hindisahitya #rekhta #gulzarsaab #instawriterscommunity #instawriters #writersnetwork #indianpoetry #india #lucknow #delhi #poeticalnights https://www.instagram.com/p/CDEdFdvlZZr/?igshid=o7i2b74gfhts
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🌿🍂 उस शाम जब गोमती नदी के तट पर तुमने थाम लिया था मेरा हाथ अपने दोनों हाथों से, तुम्हारी आँखों में थी संध्या के दीपक सी उम्मीद मेरी हथेली में क़ैद हैं तुम्हारी हथेलियों के चाँद की स्मृत��� और मेरी स्मृति में हो तुम हर संध्या दीपक सी उम्मीद बन। ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr . . . . . . . . . . . . . #instagrampoets #instagrampoems #instagram #instagramwriters #instagrampoetry #hindisahitya #hindilines #nanditasarkar #nandita_sarkarr #writerscommunity #instawriterscommunity #literature #kavitaye #love #lovepoems #moon #hindi #indianpoetry #india #rekhtafoundation @nidsha.cute @kalam_parivaar @rahulverma7890 @keyrti655 @tanu07shree @moh_mohke_dhaage @prem_ki_pakhi @hindi_panktiyaan @hindinama @main_mandakini @2loversland @vivekmurtishrivastava @sanjayshukla601 @_this_is_amn_ @aman.khudrang https://www.instagram.com/p/CDDOn1vlInO/?igshid=sshvhmazsw7z
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🍂🌿 प्रेम में उत्पन्न हुए विछोह खिल उठतें हैं आत्मा पर रक्तिम पलाश की तरह, और प्रेम में किये गए चुम्बन दर्ज हो जाते हैं आत्मा की तहों में सबसे लंबी कवितायें बन।। ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr . . . . . . . . . #nandita_sarkar #nanditasarkar #nandita_sarkarr #hindisahitya #hindilines #poetryishappiness #kavitaye #soul #soulpoetry #kiss #love #lovepoems #kisspoetry #hindiliterature #instagrampoets #writerscommunity #instawriterscommunity #instagrampoems #instagram #poetryporn #hindikavita #indianpoetry #india https://www.instagram.com/p/CC6BKzyFW0L/?igshid=19o1265x6jt66
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
चाँद से बिछड़ी रातों की आधी सी मुलाकातों की कुछ बातें हैं दर्दों की त���झे सुनानी ऐ इक याद पुरानी ऐ तेरी मेरी कहानी ऐ 🎵🎵 . . . Follow @nandita_sarkarr . . . #nandita_sarkar #poetryishappiness #instagrampoets #writerscommunity #instawriterscommunity #river #grass #poem #kavitate #hindilines #gulzar #kiss #love #lovepoems #nanditasarkar #nandita_sarkarr #randomthoughts #quotesgram @theraysahab @hindi_panktiyaan @poem_and_kahaniyan @kavitaaayein @sochkuchalag @sonushuklapoetry @kabhifursatmein https://www.instagram.com/p/CCxNXf9FJNE/?igshid=mdhg82rcr8zx
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🍂🌿 तुम वैदिक काल की ऋचाओं में लिपटे एक भीनी सुगन्ध हो और मैं खड़ी हूँ उपनिषदों के आखिरी छोर पर, हमारे बीच की परस्पर दूरी के समीकरणों का हल क्षितिज में व्याप्त है • तुम्हारा आना रहा जैसे जीवन में पूर्णकालिक सुंदरकांड की उद्घोषणा हो जाना • और तुम्हारा जाना जैसे किसी उल्कापिंड का किसी ग्रह की सतह पर टकराकर विध्वंस हो जाना • जिसका हर एक कण का जम जाना मेरे हृदय के निलयों के बीच, जिन्हें मैं हर शाम क्षितिज पर आड़ी तिरछी रेखाएं खींचकर खुरचती रहती हूँ • मैंने अपने हृदय की दीवारों पर एकत्र कर लिए है तरह तरह के भित्ति चित्र, निःसन्देह तुम्हारी गैरहाज़री में सारे रंग फ़ीके पड़ गए परन्तु उन फ़ीके रंगों ने ही मेरी आँखों के सामने तुम्हारी स्मृतियों के चलचित्र को चटक बना दिया है • मैं भूल जाती हूँ क्षितिज एक भ्रम है और फिर जब रात का इत्र पूर्णतया समाप्त हो जाता है मैं भोर का हाथ थाम समेट लेती हूँ सारे हल, सारी खुरचनें और लौट जाती हूँ अपने इलाही से स्मृतियों के विस्मृत हो जाने का आशीष लेने।। ~ नन्दिता सरकार . . . . #instagramwriters #nandita_sarkar #poems #love #inspirationalquotes #instawriterscommunity #instawriters #motivation #quotes #nanditasarkar #quotesgram #hindisahitya #2liners #hindilines #nandita_sarkarr #kavitaye #success #poetryporn https://www.instagram.com/p/CCss9SrF_sf/?igshid=xja3p07iy4v9
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🍂🌿 . . Follow @nandita_sarkarr #nanditasarkar . . . . . #ishwar #kitaab #instagramwriters #instagrampoetry #instawriterscommunity #instagrampoets #god #books #poems #poets #poetsofinstagram #memories #love #lovepoems #nandita_sarkar #nandita_sarkarr https://www.instagram.com/p/CCqPH8YlHgU/?igshid=1bntdakhbebyk
0 notes
nanditasarkar · 3 years ago
Text
शीर्षक :- दुःखद हादसों से उबरने के लिए
पीड़ाएँ जीने के लिए बाधित होती मृत्यु
आत्माओं के भूखंडों के पार नाव चलाती है
हर एक सकुशल यात्रा पर
एक आत्मा टूट पड़ती है कागज़ पर
दुःखद हादसों से उबरने के लिए
उदासी और वीरानी को कागज़ पर उतारना
सम्भवतः प्रेक्षित भूल भी हो सकती है
परन्तु दीवारों पर उगते प्रेम परिदृश्य में अब सुकून नहीं
रात में टेबल लैंप की परछाई तले
आड़ी तिरछी रेखाएँ खींचना
अशांत मन से लिखी उस अशांत कविता
के माफ़िक होती है
जो मृत्यु के क्षणों में कागज़ पर
आड़ी तिरछी रेखाएँ समेट लेती है
दुःख का कोई सीमित उपचार नहीं होता
दुःख शरीर का विघटन दर्शाने की भूल नहीं करता
दुःख विस्फोट कर देता है भावनाओं के खदानों में
और क़ैद कर लेता है हर एक भाव निश्चित रूप से अनिश्चितता तक
कविताएँ इंसानी भावों की
चित्रात्मक अभिव्यक्ति बन कर उभरती हैं
परन्तु दुःख एक ऐसा बवंडर है
जिसकी नब्ज़ पकड़ना उतना ही मुश्किल है
जितना मृत्यु के मानवीकरण के
साक्षात स्वरूप का चित्रण
कई बार जीवन और मृत्यु के
स्थानांतरण के बीच की रेखा
सुखद घटनाओं की आड़ में
त्रासदियों की नींव रख देती है
नींव जो दुःख के प्रतीकवाद की आवृत्ति है
जैसे बच्चे के पैदा होने की असमर्थता
या लगातार बेवफा�� से छिन्न होकर देह त्यागती आत्मा
सम्भवतः किसी अपने की मृत्यु
या बार बार होने वाला भीषण गर्भपात
नींव में अधिग्रहित दुःख के चेहरे कई हैं
जैसे कि एक इंसानी शरीर में
होने वाले कैंसर के कई चेहरे
~ नन्दिता सरकार
Instagram :- @nandita_sarkarr
0 notes
thepoeticalconglomeration · 4 years ago
Photo
Tumblr media
Just like the wine, With age that grows fine. The days turn into week, And life plays hide and seek. Will you be mine, Perfecting the altruism define ?? Let your heart speak, Like the leaves sleek. Witnessing the souls entwine, Bearing the possession divine. With our clever trick, We'll develop our own clique! As the diamonds shine, By the light confine. Being each other's best critique, As of affinity unique. Written by-@the_poetical_ecstasy Follow us- for more #poetryofinstagram #poems #poemsporn #poetrycommunity #poemsdaily #poetrylovers #poemsofinstagram #englishpoems #sundayrelaxation #lovequotes #lovepoemsofinstagram #globalpagecaption #globalagepoetry #globalagetyro #globalagetyrolive #poeticthoughts #poeticsoul #poeticjustice #poeticreveries_ #silverleafpoetry #buttonpoetry #poeticallyspeaking #poetically #qoutesoftheday #sundayvibes #winelovers #sundaylove @manavkaul @nandita_sarkarr @globalagecaption @globalagetyro #writerscommunity #_wowindia #writerstag @silverleafpoetry @apoeticview @poemsindia @poemsporn_ @poetriesgram @poemsvibe @fspoetries @poetstribe @poeticreveries_ @globalagetyro @poets (at Paris, France) https://www.instagram.com/p/CGd_JbPFppt/?igshid=196x24snoo71i
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
कमजोर दिल और दिमाग वाले इस पोस्ट से दूर रहे, स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। 💚 . कविता ________________ शीर्षक :- पाँच स्त्रियाँ पहली ��्त्री है जिसके दूध के दाँत नहीं टूटे उसे चॉकलेट पसन्द है उसका मुँह दबोचा गया एकांत में और कहा गया "चुप रहना" समय आने पर उसे दफ़ना दिया जाएगा या जला दिया जाएगा उसी एकांत में दूसरी स्त्री क़ैद है रिश्ते की चारदीवारी में उसकी जाँघे खरोंचकर टाँगों के बीच भरी गयी सुहाग की निशानियां उसके गालों को खींचकर चिपका दिया गया मर्यादा की दीवारों से ताकि बनी रहे उसके होठों पर चिरकाल तक एक स्थिर मुस्कान तीसरी स्त्री वो है जो उठा ली गयी राह चलते उसे बांध दिया गया जकड़कर मजबूर किया गया उसे सांस लेने को जब तक उसके शरीर से मांस का एक एक कतरा न नोच लिया गया हो चौथी स्त्री जकड़ी हुई है सोने की जंजीरों में उसके कमरे में खुलती है एक खिड़की ककहरा सीखते ही उसे ब्याह दिया गया ताकि बचा सके उसे बलात्कार से और रह सके ऊँची समाज़ की नाक पांचवी स्त्री लेटी है एक अंधेरे कमरे में, लगभग सत्तर लोग एक के बाद एक गुज़रते हैं उसके ऊपर से रेलगाड़ी की तरह, उसके कानों में पड़ती हैं रात भर दरवाज़े के खुलने और बन्द होने की आवाज़ें ये पाँचों स्त्रियाँ जो हैं यातनाओं की शिकार इनका दोष उभरा हुआ है इनकी टाँगों के बीच और उनके माथे पर गुदी हुई है मानवीय सभ्यताएं, फ़टे हुए चिथड़े, भोर में कुत्तों का आपस में लड़ना, झाड़ियों या नालों में पड़ी हुई अखबार की अधनंगी ख़बरें, आपरेशन थिएटर के फ़र्श पर बिखरा खून, और पेट्रोल से जले हुए शव वो कौन है? जिसने कहा था स्त्री के टाँगों के बीच जीवन का द्वार खुलता है, वो कौन है? जिसने देखा ही नहीं दरिंदो के टाँगों के बीच भी कुछ लटकता है। ~नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr Picture :- Painting by Muniba Mazari (Title: Elated) ___________________ @nandita_sarkarr . . . #yqhindi #yqbaba #love #lovepoems #instagramwriters #instagram #picoftheday #lucknow #instagrampoetry #stree #poetryporn #feminism #स्त्री #poems #indianpoetry #hindisahitya #hindilines #2liners #pengraam #hindikavita #hindilekhak #kavitaye #streevimarsh #urdugazal #gazalnama #hindiurdushayri #instawriterscommunity #hindikavita #love https://www.instagram.com/p/CETsTg_lmsX/?igshid=1b91q21uk1viz
1 note · View note
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
🌿 __________________ //मृत्यु की कविता// अबकी बार कमल उन्मुक्त था उसने नहीं खोले पटल सांझ को लौटने वाले पक्षी छुप गये वृक्षों के झुरमुट की आड़ में मैंने खेती की कागज़ों की उगा�� बेहतरीन शब्द सींचा मेरे रक्त से गाढ़ा लाल और चिपचिपा मैंने लिखी एक मृत्यु की कविता कविता की आत्मा को उत्पीड़न ने खाया था वह मर चुकी थी और जहाँ आत्मा नहीं वहाँ हैं मृत्यु और विलाप देखो वो गहन चिंतन में डूबती एक लड़की उसने अभी अभी पहाड़ निगला था जिस पर दुख के जंगल उगे थे तुम चखो उसकी आँख का आँसू शायद समझ पाओ स्वाद पराये धन का या मिले जवाब कैसे एक प्रेम में धोखा खायी स्त्री हो जाती है अहिल्या देखो उसका पीला पड़ता चेहरा जिस पर मृत्यु की कविता गोदी जा चुकी है देखो एक पराया धन, पराये घर से आयी लड़की कैसे बेघर हो चुकी है ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr ___________________ #yqhindi #yqbaba #love #lovepoems #instagramwriters #instagram #picoftheday #lucknow #instagrampoetry #stree #poetryporn #feminism #स्त्री #poems #indianpoetry #hindisahitya #hindilines #2liners #pengraam #hindikavita #hindilekhak #kavitaye #streevimarsh #urdugazal #gazalnama #hindiurdushayri #instawriterscommunity #hindikavita #love https://www.instagram.com/p/CEOUAf4lSZF/?igshid=5tku2oytfiyu
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
//समय के घुड़सवार// वो चीख़ते रहें सन्नाटे में अपने भीतर का विध्वंस टिक-टिक टिक-टिक टिक-टिक डूब गए उनके सारे शोर असमय की मृत्यु सागर में जब विकास और साम्प्रदायिकता की होड़ में देश हित को बना ठूठ लटका दिया उस पर समय का एक घुड़सवार समाचार पत्रों में लगी तारीखें बाकयदा दंगो, बलात्कारों और भुखमरी के साथ समय को पहना दिए गए हैं शक्ल अच्छे और बुरे की अच्छा समय अनुकूल होता है और बुरा समय प्रतिकूल अच्छे समय में देश हित के ठूठ पर खिलेगा एक और समय का घुड़सवार बुरे समय में उसी ठूठ पर लटकेगी मज़दूरों, किसानों, बेरोजगारों और प्रेमियों के शव फिर समय अपने आप ही उठेगा उसके चेहरे से गिरने लगेंगी अच्छे और बुरे की शक्ल उसकी प्रचंडता पिघला देगी समंदर, वृक्ष, पृथ्वी और एक एक घुड़सवार। ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr Picture:- painting by Salvador Dali - The persistence of memory(1931) #hindisahitya #hindilines #instagrampoets #instgram #instawriterscommunity #instagramwriters #instasahityagram #rekhtafoundation #rahatindorisahab #rahatindori #kavitaye #quotestoliveby #quoteoftheday #poetryshoutout #poemsforlife #lovepoems #moon #people #earth #country #painting https://www.instagram.com/p/CELpl8TFLo3/?igshid=1a9tjf792d2tq
0 notes
nanditasarkar · 4 years ago
Photo
Tumblr media
शीर्षक :- पिंजर या आत्मा ______________________ मैं एक मांस का लोथड़ा हूँ जिसके भीतर बुनी गयी हैं हड्डियां पर जाने कहाँ से मेरे मस्तिष्क के भीतर एक दीमक बैठ गया है जो घड़ी की सुई के साथ दिन भर चक्कर लगाता है मैं बांचती हूँ कहानियां पढ़ती हूँ कवितायें जलाती हूँ सिगरेट राख़ करती हूँ आँसू मेरे भीतर की अपेक्षाओं ने मेरे रक्त को जमा दिया है मेरी सारी अपेक्षाएं मेरे गले में आकर अटक गई हैं शायद मेरे मस्तिष्क का दीमक मेरी अपेक्षाओं की संतान है शायद अपेक्षाएं मनुष्यों की इच्छामृत्यु है और शायद मृत्युपश्चचात आत्मा का हड्डियों के पिंजर से बरी हो जाना समस्यरूपी अपेक्षाओं के समाधान का अन्वेषण मैं सोच रही हूँ हड्डियों का पिंजर मैं हूँ या बरी हो चुकी आत्मा.. ~ नन्दिता सरकार @nandita_sarkarr ___________________________ #kavita #hindisahitya #hindilines #instgram #instagrampoets #hindikavita #rekhtafoundation #rekhtashayari #rekhta #morning #morninginspiration #kavitaye #india #indianpoetry #poetryblog #bloggerstyle #bloggerslife #influencer #food #poeticalnights #instawriterscommunity #instagramwriters #instasahityagram #nanditasarkar @neeledilwala @nidsha.cute @prem_ki_pakhi @2loversland @vivekmurtishrivastava @rahulverma7890 @sanjayshukla601 @tanu07shree @ronakpoetry @iamparitoshtripathi @ayushmannk @hindi_panktiyaan @kalamkar.official @ravi_swatantra @aditi_scorpio https://www.instagram.com/p/CEDxFWGlsD_/?igshid=vxuih42zkhz8
0 notes