#langar
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divinum-pacis · 1 year ago
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Sikhs distribute a langar lunch to attendees of the Parliament of the World’s Religions in downtown Chicago on Aug. 14, 2023. Photo by Lauren Pond for RNS
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bajrang786 · 5 months ago
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#सफल_हुआ_विशाल_भंडारा
#SantRampalJiMaharaj #bhandara #langar #feast
Peaceful event: Bhandara organized under the guidance of Sant Rampal Ji Maharaj in 11 Satlok Ashrams on 20-21-22 June 2024 was completed peacefully.
फ्री पुस्तक
*ज्ञान गंगा*
साधना टीवी 7:30 पी एम।
Sant Rampal Ji Maharaj
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rajadas111 · 5 months ago
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गरीब, दुनी कहै योह देव है, देव कहत हैं ईश।
ईश कहै परब्रह्म है, पूरण बीसवे बीस।।
संत गरीबदास जी कहते हैं कि शिशु रूप में कबीर परमेश्वर जी को देखकर काशी के लोग कह रहे थे कि यह तो कोई देवता का अवतार है। देवता कह रहे थे कि यह स्वयं ईश्वर है और ईश्वर कहते हैं कि स्वयं पूर्ण ब्रह्म पृथ्वी पर आए हैं।
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armadoodledoodle · 1 year ago
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CARigon. wormfoods mom (has got it going on). hoeless playboy who is a girl.png. and such things.
ven and ahri belong 2 @ratpissp langar and johannes belong 2 friend who doesn't have tumblr + @boopiedoopers respectively 🌠
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roshnilodhi404 · 1 year ago
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510 years ago, out of jealousy, false gurus falsely propagated that Kabir Sahib would do Bhandara to expel Kabir Sahib ji from Kashi. Due to which 18 lakh people gathered in Kashi, on this occasion Kabir ji served food to 18 lakh people and took lakhs of people under his shelter.
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praveendaskumar · 2 years ago
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Nirwan Diwas 2023 Maghar History #SatlokAshram कबीर परमेश्वर निर्वाण दिवस। #bangala #bangla #trending #trueguru #SantRampalJi #motivation #worship #langar (at Lucknow, Uttar Pradesh) https://www.instagram.com/p/Cn30g39yYBr/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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leenakumbhkar123 · 1 year ago
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♻️कबीर साहेब प्रकट दिवस♻️
आज से लगभग 600 वर्ष पहले ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष पूर्णमासी को विक्रमी संवत् 1455 सन् 1398 में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहरतारा तालाब में कमल के फूल पर शिशु रुप में कबीर परमेश्वर प्रकट हुए थे। उस समय स्वामी रामानंद जी के शिष्य अष्टानंद ऋषि भी स्नान करने लहरतारा तालाब पर गए हुए थे। जब कबीर परमेश्वर शिशु रुप में तेजपुंज का शरीर बनाकर कमल के फूल पर विराजमान हुए थे। उस घटना को अष्टानंद जी ने अपनी आंखों से देखा, लेकिन चमकीला प्रकाश होने से कबीर परमेश्वर को नहीं देख पाए।
जब अष्टानंद जी ने अपने गुरुदेव स्वामी रामानंद जी को सारी बात बताई तो रामानंद जी ने कहा कि, जब ऊपर के लोक से ��वतारी शक्ति धरती पर अवतरित होते हैं तब ऐसी ही घटना होती है।
उसी लहरतारा तालाब पर प्रतिदिन निसंतान दंपति नीरु तथा नीमा स्नान करने जाते थे। वहां जब कमल पर बालक रुप कबीर परमेश्वर को देखा तो नीमा ने कहा कि इस बालक को अपने घर ले चलो। जब शिशु रुप कबीर परमेश्वर को घर लेकर गए तो सारी काशी के लोग स्त्री-पुरुष शिशु रुप कबीर परमेश्वर को देखने आए और कहने लगे कि इतना सुन्दर बालक आज तक नहीं देखा। यह तो कोई देवता है। कोई कहता ब्रह्मा, विष्णु, महेश है तो कोई कहता अवतारी फरिश्ता है। संत गरीबदास जी ने अपनी अमरवाणी में कहा है कि:-
गरीब, सेवक होकर उतरे, इस पृथ्वी के माहिं।
जीव उधारन जगतगुरु, बार बार बलि जांव।।
गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर अधार।
मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
गरीब, गोद लिया मुख चुंबि करि,
हेम रुप झलकंत। जगर मगर काया करें, दमकैं पदम् अनंत।।
गरीब, काशी उमटी गुल भया, मोमन का घर घे��।
कोई कहै ब्रह्मा विष्णु है, कोई कहै इन्द्र कुबेर।।
गरीब, काजी गए कुरान ले, धर लड़के का नाम।
अक्षर अक्षर मैं फुरया, धन कबीर बलि जांव।।
गरीब,सकल कुरान कबीर है, हर्फ लिखे जो लेख।
काशी के काजी कहें, गई दीन की टेक।।
जब काजी शिशु रूप में आये कबीर परमेश्वर का नामकरण करने गये। क़ुरान खोली तो प्रत्येक शब्द कबीर- कबीर हो गये। यह लीला देख काजी वही क़ुरान पटककर चले गये।
25 दिन तक कबीर परमात्मा ने कुछ खाया पिया नहीं। नीमा दुःखी हुई तब परमात्मा ने कुँआरी गाय मंगवाई और उसका दूध पिया।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।
पूर्ण परमात्मा चारों युगों में इसी प्रकार लीला करते हैं। माँ के गर्भ से जन्म नहीं लेते हैं, सशरीर आते हैं, सशरीर जाते हैं।
#KabirPrakatDiwas
#SantRampalJiMaharaj
#परमेश्वरकबीर_प्रकट दिवस2023
#AppearanceOfGodKabirInKalyug
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पवित्र पुस्तक "कबीर परमेश्वर"
https://bit.ly/KabirParmeshwarBook
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sorru1792 · 11 days ago
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#MiracleOfGodKabir_In_1513
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस पर अद्भुत जानकारी
परमात्मा कबीर जी केशव बंजारा(व्यापारी) रुप में नौ लाख बैलों के ऊपर बोरे(थैले) में भर-भर कर पका पकाया भोजन अपने सतलोक से लेकर आए व एक लाख सेवादार भी साथ लाए।
Divya Dharma Yagya Diwas
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lyricsolution-com · 11 days ago
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Langar To Kada Prasad: Culinary Traditions Of Guru Nanak Jayanti | Culture News
Guru Nanak Jayanti, also known as Gurpurab, is a significant festival for Sikhs and many others who celebrate the teachings of Guru Nanak Dev Ji, the founder of Sikhism. This holy day is marked by prayer, devotion, and communal harmony. A key part of the celebration is food, particularly the traditional dishes served in langars (community kitchens) at gurdwaras and homes. These meals, prepared…
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truegyaan · 13 days ago
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आज से 511 वर्ष पूर्व कबीर परमेश्वर ने तीन दिन "दिव्य धर्म यज्ञ" का आयोजन किया था। जिसमें 18 लाख से अधिक साधु, संतों व लोगों ने मोहन भंडारा किया था। वही इतिहास बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के सानिध्य में पुनः रचा जा रहा है। 14 से 16 नवंबर 2024 को 11 सतलोक आश्रमों में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में 'दिव्य धर्म यज्ञ दिवस' का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
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1983ravi · 15 days ago
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#दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस_क्या_है
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस क्या है?
विक्रमी संवत् 1570 (सन 1513) में परमेश्वर कबीर जी ने काशी में 18 लाख साधु संतों को भंडारा करवाया था जो 3 दिन तक कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष को प्रारंभ हुआ था मंगसर (माघशीर्ष) के कृष्ण पक्ष एकम (प्रथमा) को सम्पन्न हुआ था।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में दिव्य धर्म यज्ञ दिवस 14, 15, और 16 नवंबर 2024 को मनाया जायेगा।
Sant Rampal Ji Maharaj
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artisthomes · 3 months ago
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Birthplace and childhood home of Samuel Butler in Langar, Nottinghamshire, England
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missaanchal · 3 months ago
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You are cordially invited to celebrate the Incarnation Day of Sant Rampal Ji Maharaj at a grand congregation to be held in 10 ashrams across India and Nepal from the 6th to the 8th of September, 2024.
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phoenixx-news · 4 months ago
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Akshay Kumar's Heartwarming Gesture: Serving 'Langar' Outside His Mumbai Home
In a touching display of generosity, Bollywood superstar Akshay Kumar has taken to the streets of Mumbai to serve food to the needy. A video of him personally handing out plates of food outside his Juhu residence has captured the hearts of many on social media.
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Giving Back to the Community
The video, shared by one of his fan clubs, ‘Akshay Kumar 24×7,’ shows the actor, accompanied by his team, organizing a ‘langar’ — a community kitchen — right outside his home. Akshay, wearing a face mask, can be seen giving a plate of food to a woman, who then invites others to join in. The heartwarming act has drawn praise from netizens, with comments celebrating his humility and grounded nature. One fan wrote, “Akshay Kumar sir is so grounded,” while another commented, “Akki paji, dil jeet litta (Akki brother, you won our hearts).
On the Road to Recovery
This gesture comes as Akshay recovers from COVID-19 and ramps up promotions for his upcoming film, Khel Khel Mein. The film, set to release on August 15, features an ensemble cast including Vaani Kapoor, Taapsee Pannu, Ammy Virk, and Fardeen Khan. It marks his third release this year following Bade Miyan Chote Miyan and Sarfira, both of which struggled at the box office.
Staying Resilient
Despite recent setbacks, Akshay remains unfazed and committed to his craft. At the trailer launch of Khel Khel Mein, he addressed the performance of his recent films, saying, “Hamesha kaam karte rahunga (I’ll always keep working). Chaahe log kuch bhi bole (it doesn’t matter what people say). In the morning, I wake up, exercise, leave for work, and return home. Jo bhi kamata hoon apne dum pe kamata hoon (Whatever I earn, I earn on my own). Kisi ka kuch khaunga nahi main kabhi (I’ll never snatch anything from anyone). I’ll keep on working till they have to shoot me down (to stop me from working).”
Akshay Kumar’s dedication to both his work and philanthropy showcases his resilience and compassion, endearing him further to his fans and the community. As he continues his journey, both on-screen and off, he remains a source of inspiration for many.
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joiultra · 5 months ago
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"Everybody is Welcome": The Sikh Practice of Langar, a Free Meal Where Everyone is Equal
Article by Daniel Hautzinger for WTTW (PBS member station). Read it here. Today I learned that after a service a Sikh gurdwara (temple), everyone is served a (vegetarian) meal, and this is called langar. “Equality is the main point: the idea that nobody should be hungry, that food and water are a basic human right and should be served equally.” In the world we are working to realize, that…
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ramashankaras · 5 months ago
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संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से 20-22 जून 2024 को 11 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारा सफल हुआ। इस भंडारे में लाखों श्रद्धालुओं ने नि:शुल्क भंडारा पाया। साथ में पवित्र वेदों, गीता, कुरान, पुराणों से जाना की वास्तव में परमात्मा कबीर साहेब जी ही हैं।
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