#Patrani
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foodwithrecipes · 1 year ago
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Tomato-Egg Soup. Vitamin A, Vitamin C, Vitamin K, and Vitamin E as well as fiber, minerals, and beneficial antioxidants are found in abundance in tomato soup Read full recipe https://foodrecipesoffical.com https://foodrecipesoffical.blogspot.com/2023/12/488-healthy-food-recipe-tomato-egg-soup.html… http://foodrecipesoffical.blogspot.com
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rajeevpradhan · 2 years ago
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VYJAYANTI MALA IN MOVIE PATRANI
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geekmonk0 · 11 months ago
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Top Picks in Indian Traditional Outfits
The world of Indian women's fashion is an exquisite tapestry woven with a myriad of vibrant colours, intricate patterns, and timeless designs. From traditional sarees to contemporary ensembles, the realm of Indian attire has continuously evolved, embracing cultural heritage while intertwining modern trends. Among the diverse array of outfits, several styles stand out, each reflecting a unique story and captivating charm.
Patrani Saree
The Patrani saree embodies the essence of tradition with its ornate craftsmanship and elaborate detailing. This classic attire, adorned with exquisite embroidery and delicate motifs, exudes elegance and grace. The Patrani saree has been a favourite among women for generations, showcasing the richness of Indian culture through its intricate weaves and opulent textures.
Ankita Lokhande Saree
The enchanting charm of Bollywood actress Ankita Lokhande has often been adorned in resplendent sarees, showcasing the fusion of glamour and tradition. Her choice of sarees, ranging from classic to contemporary, reflects a modern take on traditional drapes, setting trends that resonate with elegance and sophistication. Ankita Lokhande Saree For every Indian occasion.
Premium Saree
Crafted from luxurious fabrics and adorned with intricate embellishments, premium sarees exemplify opulence and grandeur. These exquisite creations, often featuring fine craftsmanship and high-quality materials, epitomise sophistication, making them a coveted choice for special occasions and festivities.
Embroidery Work Gown
The allure of embroidery work gowns lies in their intricate detailing and exquisite craftsmanship. These gowns, meticulously adorned with dazzling embroideries, sequins, and beads, effortlessly combine tradition with contemporary style. They stand out as a symbol of finesse and grace, perfect for making a statement at glamorous soirées and red-carpet events.
Paithani Lehenga
The Paithani lehenga is a testament to the rich heritage of Maharashtra, known for its vibrant hues and intricate motifs. Adorned with traditional peacock and lotus designs, these lehengas reflect the artistry of Indian craftsmanship, embodying cultural pride while being a coveted choice for brides and festive celebrations.
Cotton Lehenga
Embracing comfort without compromising on style, cotton lehengas have emerged as a popular choice among modern women. Their lightweight and breathable nature, coupled with vibrant colours and minimalistic designs, make them an ideal choice for casual gatherings and daytime festivities.
Straight Kurtis
Straight kurtis, characterised by their clean lines and simplicity, have become a wardrobe staple for women across India. These versatile garments, available in a spectrum of colours and designs, effortlessly blend comfort with style, catering to both casual and semi-formal occasions.
In conclusion, Indian women's fashion is a mesmerising tapestry woven with the threads of tradition, culture, and modernity. From the timeless allure of Patrani sarees to the contemporary flair of Ankita Lokhande's style, each outfit encapsulates the essence of elegance in its distinctive way. Whether it's the intricately woven Paithani lehengas or the effortless charm of cotton lehengas and straight kurtis, Indian fashion continues to evolve, celebrating diversity while retaining its timeless allure.
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greenjaydeep · 4 years ago
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#selfie with #patrani #tram #juteinteriordesign #publictransport #commute #environmentfriendly #sustainable #selfiee #selfienation #selfieee #selfiegram #selfietime #sokolkata #heritage #heritageofcalcutta #calcuttaheritage #calcutta_ig #redminote6prophotography (at Esplanade Tram Depot) https://www.instagram.com/p/CKVdg2Cl1oZ/?igshid=16d2dpr3zlhky
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चंद्रमा मद भरा क्यो झूमे बादर में,वो खुशी अब कहाँ मुझ विरहन के घर मे!!
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Shyam Shankar Sharma
कुछ फिल्मे ऐसी होती है जो समस्त खूबियों से लबरेज होती है किंतु उनका नाम याद कदा ही सुनने में आता है,ऐसी ही एक बेहद खूबसूरत फिल्म थी पटरानी जिसका संगीत अत्यन्त प्रभावशाली संगीत महान शंकरजयकिशन ने निर्मित किया था।
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1956 की फिल्म पटरानी के निर्माता थे शंकर भाई भट्ट और निर्देशक थे विजय भट्ट।वैजयन्तीमाला,प्रदीप कुमार,ओम प्रकाश,शशि कला, दुर्गा खोते,डेविड,जीवन आदि कलाकार इस फिल्म में थे।संगीत से सजाया था शंकर जयकिशन ने। इस फिल्म में एक खूबी यह थी की इसमे एक भी पुरुष गीत नहीं था,लता मंगेशकर,उषा मंगेशकर और मीना मंगेशकर और साथी इस फिल्म की गायिकाएँ थी।सभी 10 गीतों में मुख्य स्वर लतामंगेशकर का था।इस फिल्म में चार कोरस थे. 1,रंग रंगीली पगियाँ बांधे आये ऋतू राजा.....लतामंगेशकर व साथी
2,पावन गंगा सर पर सोहे.....लतामंगेशकर व साथी
3,राजा प्यारे मत करो प्यार का मोल.......लतामंगेशकर,उषामंगेशकरऔर साथी
4,अरे कोईजाओ ऱी पिया को बुलाओ री....लतामंगेशकर,उषामंगेशकर, मीना मंगेशकर ओर साथी
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इस फिल्म में एक कोरस गीत और था...दुल्हन गोरी घूँघट में मुस्काये देखो जी कही उनसे भी शरमाये, यद्यपि यह गीत फिल्म में रखा गया था जिसे डिस्क पर रिलीज नहीं किया गया।यदि इस गीत को भी शुमार कर लिया जाय तो इस फिल्म में कुल 11 गाने थे। आज का गीत बेहद बेहद खूबसूरत है जिसे महान शैलेंद्र ने लिखा और लतामंगेशकर ने ��ाया था,यह गीत संगीत का अनुपम पुष्प है। " चन्द्रमा मद भरा क्यों झूमे है बादर में,वो ख़ुशी कहाँ मुझ विरहन के घर में,चंद्रमा " पटरानी फिल्म आज लगभग 62 वर्ष का समय गुजर जाने के बाद भी अगर आज भी याद की जाती है तो सिर्फ महान शंकर जयकिशन के मनमोहक संगीत के कारण,इसके गीत अत्यन्त लोकप्रिय और सफल रहे थे।यह खेद का विषय है कि कुछ शंकरजयकिशन प्रेमियों को छोड़कर अधिकांश शंकरजयकिशन को चाहने वाले इस फ़िल्म को प्रायः स्मरण में नही रखते! कभी तो आ सपनो में आके जाने वाले और अरे कोई आओ ऱी सपनो में बुलाओ ऱी...जैसे गीत क्या भुलाये जा सकते है?
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इन गीतों को सुनने के बाद यह स्थापित हो जाता है कि तथाकथित संगीतकार अपनी कर्कश तबले की थाप और समय की मांग के नाम पर अपनी कमजोरी अथवा मुहँ छिपाते फिरते है,आज का असभ्य संगीत,गंदे गीत,बच्चो का जीवन बिगाड़ने वाले गीत,कान फाडू संगीत,अजीब सी भद्दी आवाजे सुनकर भगवान् नटराज भी शायद संगीत युग से पलायन कर गए है।नीरस स्टेज प्रोग्राम जो चमचमाती रौशनी और गायक गायिकाओं का फैशन स्वरुप मुख्य होता जा रहा है।स्टेज प्रोग्राम महान शंकर जयकिशन के इसलिए प्यारे लगते है क्योंकि उसमे संगीत की आत्मा का निवास होता है और इसी कारण शंकरजयकिशन के स्टेज प्रोग्राम अपना प्रभाव शाली प्रभाव शंकरजयकिशन के संगीत के कारण ही स्थापित कर पाते है।SJMF अहमदाबाद ने महान शंकरजयकिशन के 25 सफलतम कार्यक्रम आयोजित कर शंकरजयकिशन को वास्तविक श्रद्धांजलि दी है जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।में भी म्यूजिक नाईट में जाता था पर दम घोंटू संगीत व निम्नस्तरीय गीतों को सुनने में एक अजीब सी घुटन व एक बैचैनी सी महसूस करता था। उटपटांग गानो को सुनने को मन ही नहीं करता ..कोई बिंदिया चमकाता है या वादा तेरा वादा या देखते रहियो जैसे चालु गीत स्टेज पर गाये जाते थे तो विस्मय होता था कि क्या यह लोग हिंदी फिल्म संगीत के स्वर्णिम काल से परिचित नही है?किन्तु महान शंकरजयकिशन के गीत एक ठंडी बयार होते है।SJMF के लगातार 4 प्रोग्राम क्रमश 22,23,24 एवं 25 में जयपुर से अहमदाबाद इसी कारण अटेंड करने के लिए गया था कि शायद शंकरजयकिशन के गीतों की उच्चतम प्रस्तुति शायद मुझे देखने को मिल जाय ,सुनने को मिल जाय।में अत्यन्त भाग्यशाली रहा,यह सभी कार्यक्रम मील का पत्थर थे,शायद ही महान शंकरजयकिशन पर ऐसे सफल कार्यक्रम कही और आयोजित हुए हो!में इस भागीरथी प्रयास के लिए SJMF के संस्थापक Shree Snehal patel तथा Shree Chirag patel का अत्यंत आभारी हूँ तथा उन्हें बधाई देता हूँ।
काश वो संगीत का स्वर्णिम युग लौट आये जब संगीतकार रचनात्मक मौलिक धुनों की स्पर्धा करते थे, एक दूसरे की इज्जत करते थे, आज तो टांग खिंचाई का काम करते है।इसीलये में लिखता आया हूँ कि 1971 मे हिंदी फिल्म संगीत की हत्या हो गयी और गुणी संगीतकारो को अलग थलग कर दिया गया वो तो शंकर जी ही एक मात्र योद्धा थे जिन्होंने अंतिम दम तक उत्तम संगीत के लिए अपना जीवन लगा दिया। उनहाने फिल्मी संगीत प्रदूषण को दूर करने के अथक परिश्रम किये,किन्तु अकेला महाराणा प्रताप मुगलों की विशाल सेना को कैसे परास्त करता! उस पर विडम्बना यह कि अपने ही मानसिंह बन गए थे। खैर में अब पुनः गीत पर वापसी करता हूँ। जब परिस्थतियां हमारे अनुकूल नहीं होती तो हमें कुछ भी अच्छा नहीं लगता एक बेबसी का आलम उतपन्न हो जाता है।परिन्दे समूह मे उड़ते है तो कितने प्रसन्न होते है?दो परिन्दे भी साथ साथ मस्ती से उड़ते है,किन्तु एकल पक्षी व्याकुलता में चिल्लाते हुए उड़ता है किंतु जो पिंजरे में कैद है उसका दर्द कोई भी नहीं जानता? उदास,नीरव जीवन?जीने की चाह ही मर जाती है,दो तीन फीट जितने स्थान में उसकी सीमा तय कर दी जाती है,अनंत आकाश की और ताकता पिंजरे का पंछी हर समय व्याकुल बना रहता है? व्यथा से भरी नारी चंद्रमा से कह रही है.... चन्द्रमा मद भरा क्यों झूमे है बादर में वो ख़ुशी अब कहाँ मुझ विरहन के घर मे.. एक पीड़ा नारी की शैलेन्द्र के शब्दों में अभिव्यक्त हो रही है। मद भरा चंद्रमा आकाश में झूम रहा है, पर उस नारी के लिये निरर्थक, जिसके घर में खुशियों का अकाल है.कोई रूठा जो है? जब से बलम रूठे है,उसके भाग ह�� रूठ गए,दिल को रोग लग गया है जब से रूठे बलम हमारे रूठे तबसे भाग हमारे मच गया रोग जिगर में चन्द्रमा...! जब सब कुछ सामान्य होता है तभी यह पर्वत,आसमान,पहाड़,नदियाँ,चन्द्रमा ,सितारे,सूरज,प्राकृतिक सौंदर्य सब अच्छे लगते है,परिवारों में भी यही होता है ढेरो खाद्य सामग्री डायनिंग टेबल पर सजी होती है पर यदि पारिवारिक विवाद हो,विषाद हो,नाराजगी हो,असफलता हो तो यह खाद्य सामग्री जहर समान लगती है किंतु यदि जीवन में सच्ची मस्ती हो तो पत्थरो पर बैठकर भी सुखी रोटी प्याज और लहसुन की चटनी के साथ भी जायकेदार और अच्छी लगती है जीवन और जिंदगी सुख का अहसास कराते है। लतामंगेशकर की बेहतरीन आवाज,शैलेन्द्र के अर्थ भरे पीड़ायुक्त शब्द और शंकर जयकिशन का कर्ण प्रिय संगीत इस गीत को चार चांद लगाते है, यह एक अत्यंत नायाब गीत है जिसको सुनने का एक अलग ही आनंद है।हमारा दुर्भाग्य रहा कि शंकरजयकिशन की कई रचनाओं को पर्दे पर साकार होने का अवसर ही नही मिला,जबकि यह अत्यंत कर्ण प्रिय रचनाएं थी,चंद्रमा मदभरा क्यो झूमे।बादर में..को फ़िल्म में निर्माता निर्देशक ने प्रस्तुत ही नही होने दिया जबकि यह गीत अत्यन्त प्रिय मेलोडी गीत था।इसी प्रकार शारदा का खूबसूरत गीत जो फ़िल्म गुमनाम का था----- आएगा कौन यहाँ किसको सदाये देता है दिल अपना है कौन यहाँ ...!! को भी फ़िल्म में स्थान नही मिला।ऐसी ही गलती फ़िल्म निर्माता,निर्देशक कनक मिश्रा भी करने जा रहे थे!जैसा की सूत्र बताते है कि वह फ़िल्म नैना से शारदा का गाया गीत "अलबेले सनम तू लाया है कहाँ"को फ़िल्म में रखने के पक्षधर नही थे किंतु शंकर जी के दृढ़ विश्वास के कारण इस गीत को फ़िल्म में रखना पड़ा जो कि फ़िल्म नैना का विशेष आकर्षण बना। शंकरजयकिशन का नाम करोड़ो भारतीय संगीत प्रेमियों के लिए अमृत का वह अगाध स्रोत है,जो क्षणभर में महिमामय कर्ण प्रिय संगीत रस से तन मन को आप्लावित कर देता है। पटरानी फ़िल्म की याद भी केवल शंकरजयकिशन के श्रवणीय मधुर संगीत के कारण आती है,जिसके सभी गीत अत्यन्त लोकप्रिय हुए और जिस गीत " चंद्रमा मद भरा क्यो झूमे बादर में" को फ़िल्म में नही रखा गया था वही सर्वाधिक लोकप्रिय हुआ ओर यज़ भी इस गीत की मांग रहती है। इस गीत को सुनने के बाद शंकरजयकिशन के बाद आये तथाकथित संगीतकारो की लुहारोवाली तबले की थाप तथा समय की मांग के नाम पर अपनी कमजोरी छिपाने की दुर्बलता का पता चल जाता है।इन्ही संगीतकारो के कारण हिंदी फिल्म संगीत का पतन हो गया।शंकरजयकिशन की शास्त्रीय रागों पर आधारितं धुनों में फ़िल्म पटरानी के "चंद्रमा मद भरा" गीत की धुन अत्यन्त सुंदर है।चातक को वर्षा के लिये,��कोर को चंद्रमा के लिए,सीपो को स्वाति बूंदों के लिए मौसम की राह देखनी पड़ती है किन्तु संगीत रसको को शंकरजयकिशन की धुनों रूपी सुधा के लिए कभी तरसना नही पडा, वह तो निरंतर संगीत की अमृत वर्षा करते रहे,तभी तो आज उनके करोड़ो प्रशंसक है जो सिर्फ शंकरजयकिशन के संगीत को ही पसंद करते है।फ़िल्म पटरानी का यह गीत कालजयी है,एक बार ध्यान से सुनिए आप निसंदेह मेरी बात का समर्थन करेंगे! Shyam Shanker Sharma Jaipur,Rajasthan
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foodwithrecipes · 1 year ago
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Garlicky and cheesy bread. Garlic bread is an incredibly delicious and flavorful combination of butter, garlic, and bread. Read full recipe
foodrecipesoffical.blogspot.com
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bengali-food-tales · 5 years ago
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Patrani Pomfret : Though this is an innovation of the Parsis in India (Gujarat), however, it could not escape the Bengali taste buds, and mastering the culinary delicacy of the same. This one of the most exotic, bengali style fish recipe I've known so far. Patrani Pomfret is an exquisite delicacy which can be served at weddings. Cooking and feeding the guests a dish like this is a truly wonderful experience for them as it’s so fresh, rustic and represents everything that’s great about Indian coastal food. The fish os usually meaty, white, and with a baked delicate flesh is coated with a vibrant green paste made of corriender, pudina, green chilies, ginger, garlic, onion and coconut. A pinch of turmeric powder will make the colour of the paste more vibrant. Added lemon juice and salt & sugar to taste. Dash of mustard oil & mustard sauce gives a tangy flavour to this recipe.This is then all packaged up and steamed in a banana leaf. This locks in the flavours, protects the fish and adds a certain charm to the delicacy when you cook it and when you serve it. It's mouth melting ! I always prefer to serve the fish directly in banana leaf. Undoubtedly, it looks exotic and it gives an impression of a typical coastal aromatic cuisine. . #bengalifood #bengalicooking #cooking #homecooking #instacooking #foodie #cookingisart #food #foodporn #kolkatafoodgasm #foodphotography #instafood #foodgasm #foodblogger #kolkatafoodbloggers #kolkatafoodie #fish #steamedfish #shoutout #nonvegetarian #thekolkatavibes #homemade #calcuttacacophony #thekolkatabuzz #homemadefood #bangalirbangaliana #thecalcuttatalkies #bongconnection #kolkatasutrafood https://www.instagram.com/p/B11ZV2iFNI4/?igshid=238n22kkg93g
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rajeevpradhan · 2 years ago
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VYJAYANTI MALA IN MOVIE PATRANI
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geekmonk0 · 11 months ago
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Exploring the Timeless Elegance and Cultural Splendor of Indian Women's Ethnic Wear
In the intricate tapestry of India's diverse heritage, the traditional attire worn by women stands as a beacon of cultural richness and timeless elegance. Embodying centuries-old traditions, these garments transcend geographical boundaries, captivating hearts both within the nation and across the globe. What makes Indian women's ethnic wear so revered and cherished, offering a glimpse into the soul of India's cultural tapestry?
Celebrating Diversity and Tradition Through Attire
In a land of vibrant traditions and myriad celebrations, the spectrum of ethnic wear showcases a kaleidoscope of colors and designs. Whether it's the regal allure of Patrani sarees, the gracefulness of cotton lehengas, or the exquisite embroidery work gowns, these ensembles symbolize more than just fabric; they symbolize the spirit of celebration and joy during festivals and special occasions.
Timeless Heritage and Enduring Investment
Beyond fleeting trends, Indian women's ethnic wear embodies a timeless legacy. These garments are not merely clothing items; they are heirlooms passed down through generations, encapsulating nostalgia and cultural heritage. Their enduring quality and versatility make them a valuable investment, retaining their allure for years with proper care.
Elegance Personified: Embracing Tradition with Grace
For a bride, adorning ethnic wear like Paithani lehengas or the enchanting Patrani sarees isn't merely about dressing up—it's about embodying regal elegance and grace on her special day. These garments speak volumes about tradition and elegance, transforming every woman into a vision of timeless beauty.
Inclusivity Tailored to Every Body Type
One of the remarkable aspects of Indian ethnic wear is its inclusivity. With a wide array of options catering to different body types, every woman can find something that resonates with her style and accentuates her unique beauty. The diverse cuts, designs, and drapes ensure a perfect fit for everyone.
Global Appeal and Artisanal Craftsmanship
The magnetic allure of Indian ethnic wear has traversed borders, captivating the attention and admiration of individuals worldwide. The vivid colors, intricate patterns, and rich fabrics have drawn many to appreciate India's sartorial heritage, creating a global fascination for these timeless creations.
Saranya Fashion: A Gateway to India's Cultural Legacy
At Saranya Fashion, the essence of India's rich heritage resonates through a curated collection of handcrafted treasures from every corner of the country. From the exquisite Patrani sarees to the opulent Paithani lehengas and premium embroidered gowns, the platform echoes the beauty and craftsmanship of India's diverse cultures.
For those looking for Premium Saree, Ankita Lokhande Saree, Embroidery Work Gown and Cotton Lehenga, Saranya Fashion is the right place.
Authenticity, Quality, and Customer Satisfaction
Saranya Fashion prides itself on ensuring authenticity and quality, addressing customer concerns with utmost dedication. Every product embodies the authentic beauty depicted in its images, offering customers a genuine piece of India's cultural wealth.
The Beauty of Craftsmanship and Conscious Artistry
Each product at Saranya Fashion epitomizes not just beauty but also artistry, craftsmanship, and a conscious effort to share India's diverse cultural heritage with the world. It's a platform that celebrates the skill and creativity of artisans, delivering a piece of India's rich cultural heritage to doorsteps worldwide.
In a world that embraces modernity, the enduring charm of Indian women's ethnic wear stands tall as a testament to tradition and cultural heritage. Saranya Fashion doesn't merely sell garments; it offers a passage into the soul of India—a journey through vibrant colors, intricate designs, and an enduring legacy of elegance and tradition.
For those seeking a glimpse of India's rich heritage or those embracing the beauty of ethnicity, Saranya Fashion stands as the bridge connecting hearts and cultures. It offers a treasure trove of elegance and tradition under one roof, inviting individuals to explore and celebrate the timeless allure of Indian ethnic wear.
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vikramkarve · 2 years ago
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Patrani Macchi (Fish Steamed in Banana Leaf) (at PYC Gymkhana) https://www.instagram.com/p/CjxvDksylN2/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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greenjaydeep · 4 years ago
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৷৷ পা ট রা নী ৷৷ #patrani #jute #juteinteriordesign #tram #calcuttatram #streetcar #heritage #ctc #kolkatatram #tramways #tramway #environmentfriendly #publictransport #commute #sokolkata #calcuttaheritage #calcutta_ig #ig_kolkata #kolkatabuzz #kolkatagram #kolkatakaleidoscope #kolkarasutra #kolkatashoutout #kolkatastreetphotography #redminote6prophotography (at Esplanade Tram Depot) https://www.instagram.com/p/CKVc--klVV1/?igshid=1lne2dlkbawbh
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About Chandrama Madbharaa from film Patrani
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Dr. Satyavir Yadav
#Sarod - the musical instrument, has rarely been used liberally in the compositions of hindi film songs. Sitar has always outplayed every other stringed instrument incl. Sarod. Wherever, Sarod has been used - the decision has been bold but beautiful. Also SJ were the bold & beautiful HFM composers. What a beautiful example of how a full song of 2 different interludes can be masterly composed with the predominant use of a single musical instrument ( Sarod ) !!. Shankar Jaikishan were the kings of this genre of compositions in HFM. This song  is an absolute paradise of an example of such a composition with the liberal & extensive use of SAROD only. The other instruments used as fillers are tiny pieces of santoor/jaltarang, violin, & castanets/crackers. The limit of Latabai's notes in the last line of each antra is SKY HIGH & then immediately she scales down to the basal notes with such an  amazing  elegance and ease .... aaha ... this is ecstatic to listen to. This is ''Shivranjani'' at its best. Some have  wrongly presumed that the magnificent play of Sarod in this song was by Amzad Ali Khan. He was just 10 yrs old when this number was composed in 1955-56. In fact the Sarod here was played by the then SJ's astt. ''Lalubhai Naik''.
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rheaitis · 6 years ago
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First Lines Meme
Because this is going around tumblr and I am a sheep.
Arthes is a body stitched together with rawhide and silk, needles dipped in boiling wine, and the sure and untender hands of battleground surgeons. (Idylls of the Queen, Arthurian genderflip)
Sunayna her mother, patrani of Mithila, lotus among flowers, takes her younger daughter’s little hands in her own painted hands and says, “Today you are four, and that is old enough to look upon the world and see it with true eyes, now that childhood’s mist has passed and learning’s veil is yet to descend”. (unmukha, Ramayana)
This is how the story starts. (your turn in the field with the god, Hadestown)
The thing about being friends with Natasha is that it’s like being friends with a cat. (aw, infinity war, MCU)
“I thought you said the potion made moons easier,” Sirius says, morning after the third night, while Remus is trying to fit his body back into the comfortable grooves of his favourite armchair. (a soft epilogue, Harry Potter)
At the dhaba Shyam looks up from his scraped-clean plate and says, “I should bring you along to more of these.” (soch samajhke aanch rakhna, Mahabharata modern AU)
I'm glad he's in Azkaban, Remus thinks. (not reached the stars, Harry Potter)
He has the Slytherins in class by themselves. (and in the mirror, Harry Potter)
Before they depart Vrishali says, “She is the most beautiful woman in the world,” and bends closer to the dasi who is taking his uttariyas and packing them away, in a cedar chest and nudges her shoulder with a painted foot and says something, low-voiced, about satchets of fragrance. (jadidang hridayang, Mahabharata)
“They’re at it again,” Berenel informed him when he emerged from the wardrobe trailing three pages in various states of anxiety. (he says in the end you’re dead, nothing can hurt you, Lord of the Rings)
Patterns, huh? Other than that I like beginning in the middle of thought or word or deed, I can’t really see any.
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foodwithrecipes · 1 year ago
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Chinese Vada Pav. The addition of various vegetables provides essential vitamins, minerals, and fiber. Different vegetables contribute different nutrients, promoting overall health. Read full recipe https://foodrecipesoffical.blogspot.com/2023/12/476-healthy-food-recipe-chinese-vada-pav.html… http://foodrecipesoffical.blogspot.com
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salam2050 · 3 years ago
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Indian Cooking Tip: How To Make Hyderabadi-Style Mutton Dal Gosht
Indian Cooking Tip: How To Make Hyderabadi-Style Mutton Dal Gosht
Our country of rich culture and cuisines that are created over years of influences of history, traditions and people. Thanks to this, we have Rajasthani dishes like dal baati churma, Assamese omita khar, Parsi patrani macchi and many more! Can you imagine your life without having these dishes? We can’t either! Another delicious regional cuisine is from the city of Hyderabad. Also known as Deccani…
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rajeevpradhan · 2 years ago
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VYJAYANTI MALA IN MOVIE PATRANI
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