#लू से होने का पता चल सकता है
Explore tagged Tumblr posts
Text
ब्लड प्रेशर और तनाव के रोगियों को लू लगने का खतरा ज्यादा, जानें क्या करें
ब्लड प्रेशर और तनाव के रोगियों को लू लगने का खतरा ज्यादा, जानें क्या करें
[ad_1]
लू लगने से बचने के उपाय लू से बचने के टिप्स (Tips for Heat Stroke): गर्मियों के मौसम का सीधा असर आपके मूड पर भी होता है। कई लोगों में गर्मियों में सीजनल अफेक्टिव डिस्ऑर्डर (एसएडी) की समस्या सामने आती है।
View On WordPress
#- कोरोना न्यूज़#आघात#इलाज#कोरोना पाठ#कोरोनावाइरस अपडेट#गर्मी का मौसम#तपिश#तापघात#लक्षण#लू लगने के लक्षण#लू लगान#लू से बचाव#लू से होने का पता चल सकता है#स्ट्रोक के लक्षण और इलाज खाएं#हल्के गर्मी स्ट्रोक#हीट स्ट्रोक का इलाज#हीट स्ट्रोक का कारण बनता है#हीट स्ट्रोक कितने समय तक रहता है#हीट स्ट्रोक की रोकथाम#हीट स्ट्रोक प्राथमिक चिकित्सा#हीट स्ट्रोक बनाम हीट थकावट#हीट स्ट्रोक रिकवरी
0 notes
Text
तपती गर्मी में भी स्वस्थ रहेगी सेहत, बड़े काम के हैं ये टिप्स
चैतन्य भारत न्यूज भारत में गर्मी का मौसम चल रहा है। तेज धूप, उमस और वातावरण में गर्मी के एहसास से हर व्यक्ति के मुंह से 'उफ्फ ये गर्मी' तो सुनने में आ ही जाता है। लेकिन क्या आपको यह पता है कि आखिर यह गर्मी होती क्या है? दरअसल, भारत के ज्यादातर हिस्सों खासकर मैदानी इलाकों में बसंत ऋतु के बाद धीरे-धीरे तापमान बढ़ने लगता है। इसकी वजह यह है कि सूर्य के इर्द- गिर्द चक्कर लगाते समय पृथ्वी थोड़ा तिरछी रहती है। जो गोलार्द्ध सूर्य की तरफ झुका रहता है, वहां सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं इसलिए वहां का मौसम गर्म होता है। भारत के संदर्भ में यह स्थिति मार्च से जून तक होती है, इसलिए तापमान बढ़ने लगता है। तेज गर्मी से शरीर असहज महसूस करता है और इसीलिए लोग अकसर इसकी चर्चा करते हैं। गर्म हवाओं की स्थिति को लू कहते हैं और उत्तर भारत में यह स्थिति मई-जून में बनती है। जरा सी लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। गर���म हवाओं की वजह से व्यक्ति के शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत होती है। हम आपको आज कुछ ऐसी खास बातें बता रहे हैं जो आपको गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाए रखने में मदद करेंगी- खानपान का ध्यान शरीर में ऊर्जा का होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वरना तरह-तरह की मुश्किलें सामने आ सकती हैं। मौसम के हिसाब से ऊर्जा की जरूरत, उसका तरीका बदलता रहता है इसलिए गर्मी में ये उपाय अपनाए जा सकते हैं। गर्मी में अत्यधिक पसीना निकलता है जिसके कारण शरीर में कई बार डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) की समस्या परेशान करती है। इस मौसम में पानी के साथ-साथ नींबू पानी, नारियल पानी, दही और छाछ का सेवन अच्छी मात्रा में करना चाहिए। ये पेय पदार्थ हमारे शरीर में न केवल ठंडक पहुंचाते हैं, बल्कि शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देते। गर्मी के मौसम में चाट-पकौड़ी या अन्य तेल व मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। इससे आपको फूड पॉइजनिंग या अन्य तरह की बीमारी हो सकती है क्योंकि इस मौसम में खाना दूषित भी जल्दी होता है। उसमें हानिकारक बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। चिप्स, नमकीन, तेल व घी युक्त भोजन में थर्मल इफेक्ट होता है और ये आपक शरीर में ��र्मी उत्पन्न करते हैं। संतुलन बनाए रखने की दृष्टि से इनका संतुलित उपयोग ही बेहतर है। सॉफ्ट ड्रिंक्स या फिर कैफीन युक्त चीजों का सेवन गर्मी के मौसम में कम से कम करें। दरअसल, इन चीजों में रंग व शुगर की मात्रा भरपूर होती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स की बात करें तो इसमें फॉस्फोरिक एसिड की मात्रा अधिक होती है जिसका सीधा प्रभाव पाचन तंत्र पर पड़ता है। ऐसे में शरीर से मिनरल्स की मात्रा भी कम हो सकती है। मच्छरों से बचें गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी मच्छरों के कारण होती है। मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आप अपने घर के आसपास पानी न जमने दें और साथ ही खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं, ताकि मच्छर घर में प्रवेश न कर सकें। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग भी जरूर करें। त्वचा का ध्यान गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा ध्यान त्वचा पर दिया जाना जरूरी है। दरअसल, चिलचिलाती धूप और धूल भरी हवा से हमारी त्वचा बेजान हो जाती है। इससे बचने के लिए आपको ये सावधानियां बरतनी होगी- सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा पर सनबर्न और सनटैन जैसा खतरा पैदा करती हैं, इसलिए जब भी आप घर से बाहर जाएं तो सनस्क्रीन क्रीम या लोशन लगाएं और साथ ही अपने चेहरे को ढंकने के लिए स्कार्फ का इस्तेमाल करें। गर्मी के मौसम में हमारी त्वचा नमी खो देती है। जिसके लिए पानी का सेवन बहुत जरूरी होता है। गर्मी में जितना ज्यादा हो सके पानी पीएं। गर्मी के मौसम में दिनभर में तीन से चार- बार अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। दरअसल, ऐसा करने से चेहरे की चमक बढ़ती है। त्वचा के साथ-साथ बालों का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। नियमित रूप से आप शैम्पू से बालों की सफाई करें। साथ ही जब भी आप तेज धूप के संपर्क में आएं तो अपने सिर को स्कार्फ या दुपट्टे से जरूर ढंकें। नियमित रूप से बालों में तेल से मालिश करने से सिर की त्वचा (स्कैल्प) को स्वस्थ रखा जा सकता है। गर्मियों में पहनें ऐसे कपड़े- गर्मी के मौसम में सभी लोग ऐसे कपड़े पहनना चाहते हैं जो उन्हें राहत तो दें ही और साथ ही उन पर आकर्षक भी लगें। हम आपको गर्मी के मौसम में पहने जाने वाले उन खास कपड़ों की जानकारी दे रहे हैं जिसे पहनकर आप बीमारियों से बच सकते हैं- गर्मी के मौसम में कभी भी सिल्क, साटन, नायलॉन या वेलवेट के कपड़े नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि इनसे संक्रमण हो सकता है, इसलिए इस मौसम में आप कॉटन, शिफॉन, जॉरजट व हैंडलूम और खादी से बने कपड़े पहन सकते हैं। ये कपड़े आसानी से पसीना सोख लेते हैं और इससे त्वचा संबंधी संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। जब भी आप दोपहर में घर से बाहर जाएं तो हमेशा ऐसे कपड़े पहने जो सूत�� हों और और फुल स्लीव्ज यानी पूरी बांह के हों ताकि इससे आप सीधे धूप के प्रकोप से बच सकें। आप चाहे तो रात के समय में स्लीवलेस पहन सकते हैं। गर्मी के मौसम में हमेशा हेवी फेब्रिक के कपड़े पहनने से बचें क्योंकि इन्हें संभालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। गर्मियों में कपड़ों का चुनाव करते समय उसके रंग पर खासतौर से ध्यान दें। इस मौसम में हमेशा हल्के रंग के ही कपड़े पहने क्योंकि इससे आपको गर्मी कम महसूस होगी और साथ ही ये आंखों को भी ठंडक प्रदान करेंगे। Read the full article
#summerseason#summerseasonarticle#summerseasonclothsselection#summerseasonhaircare#summerseasonhealthydiet#summerseasonskincare#summerseasonskintips#summerseasontips#गर्मी#गर्मीमेंखानपानकाध्यान#गर्मीमेंत्वचाकाध्यान#गर्मीमेंपहनेंऐसेकपड़े#गर्मीमेंबालोकाध्यान#मच्छरोंसेबचनेकेउपाय
0 notes
Text
In Chhattisgarh, sick girl walked 5 km, waited for boat for an hour, then reached the health center, locust in Rajasthan, farmer planted loud speaker in the field | छत्तीसगढ़ में बीमार बच्ची 5 किमी पैदल चली, नाव से नदी पार की तब अस्पताल पहुंची, राजस्थान में टिड्डी भगाने का नया जुगाड़
New Post has been published on https://jordarnews.in/in-chhattisgarh-sick-girl-walked-5-km-waited-for-boat-for-an-hour-then-reached-the-health-center-locust-in-rajasthan-farmer-planted-loud-speaker-in-the-field-%e0%a4%9b%e0%a4%a4%e0%a5%8d/
In Chhattisgarh, sick girl walked 5 km, waited for boat for an hour, then reached the health center, locust in Rajasthan, farmer planted loud speaker in the field | छत्तीसगढ़ में बीमार बच्ची 5 किमी पैदल चली, नाव से नदी पार की तब अस्पताल पहुंची, राजस्थान में टिड्डी भगाने का नया जुगाड़
द��निक भास्कर
Jul 02, 2020, 07:32 AM IST
नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के ग्राम पंचायत कंदाड़ी के आश्रित ग्राम आलदंड की 12 साल की मानकी की बीती रात अचानक तबीयत ज्यादा खराब हो गई। गांव में इलाज की कोई सुविधा नहीं होने के चलते रात भर घर में ही रखना पड़ा। सुबह परिजन 5 किमी पैदल चल कर बीमार मानकी को लेकर बेचाघाट पहुंचे। यहां कोटरी नदी को पार करने नाव का इंतजार एक घंटा करना पड़ा। नाव आने के बाद परिजन बीमार बच्ची कोलेकर छोटेबेठिया उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।
आलदंड से छोटेबेठिया की दूरी 6 किमी है लेकिन बीच में कोटरी नदी नाव से पार करना पड़ता है। नदी पर पुल नहीं है। छोटेबेठिया के अलावा सितरम में भी उपस्वास्थ्य केंद्र है जहां की दूरी आलदंड से 14 किमी है। वहां जाने पर भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता मिलेंगे या नहीं यह तय नहीं रहता। इसीलिए आलदंड के ग्रामीण मजबूरी में नाव से नदी पार कर छोटेबेठिया उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचते हैं।
मछली पकड़ने के जालों में फंसने से ती�� मगरमच्छ तोड़ चुके हैं दम
राजस्थान के पाली में स्थित जवाई बांध डूब क्षेत्र में गत शुक्रवार को 3 मगरमच्छ व 81 पक्षी मछली पकड़ने के जाल में फंस कर मृत मिले थे। बांध में मछली पकड़ने के व्यर्थ पड़े जालों में फंसी मछलियों और छोटे जीवों को खाने के चक्कर मे फंस जाते हैं ये बेजुबान वन्यजीव और भूख व पानी में डूबने के कारण तड़प-तड़प कर अपनी जान गंवा बैठते हैं। बांध क्षेत्र से वन्यजीव विशेषज्ञ कृष्णपाल पारंगी ने फोटो उपलब्ध करवाए हैं, जो कुछ माह पुराने हैं। सम्भवत शुक्रवार को जो मृत मगरमच्छ मिले थे, आशंका है कि यह वहीं मगरमच्छ हो सकता है, जो फोटो में दिख रहा है।
पीपल का पेड़ गिरने से मंदिर क्षतिग्रस्त
जयपुर के मालवीय नगर सेक्टर-5 स्थित पीपल धाम मंदिर का यह दृश्य है। 200 साल पुराना भारी भरकम पीपल के पेड़ के तीन पड़े डाले बुधवार सुबह अचानक गिर गए। शिव पंचायत वह हनुमानजी की मूर्ति वाले हिस्से पर पेड़ गिरा, जिससे मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। पार्क में झूले और कार दब गए। जिस वक्त पेड़ गिरा, न मंदिर में कोई था ना पार्क में इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ। मधुमक्खियों के छत्तों के कारण पेड़ को हटाने में टीमों को मशक्कत करनी पड़ी।
टिडि्डयों का हमला: किसान ने खेत में लगाए लाउड स्पीकर
राजस्थान के झुंझुनूं में टिड्डियों की आशंका को लेकर किसान ने खेत में लाउड स्पीकर लगाए हैं। कोरोना से परे इस वक्त हमारे किसान एक बड़े संकट से जूझ रहे हैं। टिडि्डयों के रूप में यह संकट उनके खेतों में दिन-रात मंडरा रहा है और फसलों को चट कर रहा है। पिछले 40 दिन की बात करें तो शेखावाटी में सात बार टिडि्डयों का हमला हो चुका है। किसान राजेंद्र फौजी ने बताया कि ये कब, कहां और किस दिशा से आ जाएं कुछ पता नहीं हैं। किसानों के पास इन्हें भगाने के लिए केवल एक ही विकल्प है कि शोर मचाया जाए।
बारिश: स्टेशन रोड पर आवागमन बाधित
राजस्थान के चूरू जिले में बुधवार को जमकर बारिश हुई। रतनगढ़ में भी तेज हवा के साथ शाम साढ़े 3 बजे 10 मिनट बारिश हुई। शाम सवा चार बजे फिर बारिश आई। पांच बजे फिर तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो आधे घंटे चला। शाम छह बजे तक 35 एमएम बारिश दर्ज की गई। निचले इलाके जलमग्न हो गए। उत्तरी बाजार में तीन फीट से अधिक पानी भर गया। स्टेशन रोड पर आवागमन बाधित हुआ।
आइसोलेशन वार्ड में काम कर रहे स्टाफ को फूल दिए
चंडीगढ़ में पीयू के सेंटर फॉर सोशल वर्क के एनएसएस वॉलिंटियर्स ने डॉक्टर्स डे पर जीएमसीएच-16 में जाकर सभी डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को फूल दिए। शुभम, जसप्रीत कौर, कबीर सिंह और नरेंद्र सिंह अपने एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ. गौरव गौड के साथ अस्पताल पहुंचे और आइसोलेशन वार्ड में काम कर रहे स्टाफ को फूल दिए।
हवा के साथ बादल बिना बरसे ही आगे चले जाते
चंडीगढ़ और आसपास रोज बादल तो छा रहे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही। हवा के साथ बादल बिना बरसे ही आगे चले जाते हैं। बुधवार दोपहर पिंजौर में टिंबर ट्रैल के पास अचानक से काले बादल छाए। लगा कि तेज बारिश होगी, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं।
काले बादल घिरे, आंधी में उड़ गए
राजस्थान के बीकानेर में मानसून की अच्छी बारिश का इंतजार एकबार फिर धराशायी हो गया। तेज धूप (अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री) से बुरा हाल रहा। लेकिन, दोपहर बाद काले घने बादल छा गए। बवंडर उठा। दिन में ही अंधेरा छा गया। आधे घंटे तक धूल भरी आंधी से सबकुछ ठहर सा गया। बवंडर थमा तो बादल उड़ चुके थे। उधर, मौसम विभाग ने 2 और 3 जुलाई को बीकानेर में लू चलने की संभावना जताई है।
जून की बारिश ने पिछले चार साल का रिकॉर्ड ��ोड़ा
फोटो मध्यप्रदेश के उज्जैन की है। यहां के त्रिवेणी स्टाप डेम पर शिप्रा नदी ओवरफ्लो चल रही है। बुधवार को डेम के पानी के बीच मछलियों के शिकार के लिए बगुले भी आ गए।
Source link
0 notes
Text
5 प्रभावकारी नेतृत्व के तले
"10 साल तक काम करने के बाद मैंने लॉ फ़र्म छोड़ दी और सिएरा प्रॉडक्ट सिस्टम्स का जनरल काउंसल बन गया। क्या आपको सिएरा याद है?”
सिएरा ने नवाचार करके कई प्रक्रियाएँ शुरू कीं, जिनका दोहन करके ज़ैगरम हाई-टेक निर्माता कपनियों के शिखर तक पहुँची थी। मैंने कहा, "शर्तिया। उनकी टेक्नोलॉजी ने उद्योग को बदल दिया था। वैसे उस कंपनी का क्या हुआ ?”
"उसका अधिग्रहण हो गया - ज़ैगरम कंपनी ने उसे ख़रीद लिया।”
"वाक़ई? मुझे तो यह बात पता ही नहीं थी।”
"सौदा थोड़ा जटिल था। लेकिन निचोड़ यह है कि ज़ैगरम ने सिएरा की अधिकतर उपयोगी बौद्धिक संपदा अधिग्रहित कर ली - पेटेंट्स आदि सब।
"यह 16 वर्ष पहले की बात थी। उस वक़्त मैं सिएरा का सीओओ था और सौदे के तहत ज़ैगरम आया था। मुझे ज़रा भी पता नहीं था कि मैं कहाँ जा रहा हूँ।” बड ने अपने गिलास की ओर हाथ बढ़ाकर पानी पिया। "उस वक़्त, ज़ैगरम थोड़ी रहस्यमय कंपनी थी। लेकिन मुझे इसके रहस्य से तुरंत परिचित करा दिया गया - सटीकता से कहूँ, तो मेरी दूसरी बड़ी मीटिंग में ही।
"सिएरा के प्रमुख अधिग्रहणों से अंतरंग परिचय के चलते मैं ज़ैगरम की एग्ज़ेक्यूटिव टीम का हिस्सा बन गया। मेरी पहली मीटिंग में मुझे कुछ मुश्किल काम सौंपे गए, जिन्हें मुझे दो सप्ताह बाद होने वाली अगली मीटिंग से पहले निबटाना था। कारोबार सीखना आदि भारी बोझ था।
"आख़िरकार, अगली मीटिंग के पहले वाली रात तक सिर्फ़ एक ही काम बचा था, जिसे मैं पूरा नहीं कर पाया था। रात बहुत हो चुकी थी और मैं थक चुका था। मैंने जितना कुछ हासिल किया था और उनकी खातिर जितने कष्ट उठाए थे, उसे देखते हुए बचा काम महत्वहीन लग रहा था। इसलिए मैंने इसे अधूरा ही रहने दिया।
"अगले दिन मीटिंग में मैंने अपनी उपलब्धियों का ब्योरा दिया, अनुशंसाएँ दीं और एकत्रित की महत्वपूर्ण जानकारी बताई। फिर मैंने समूह को बताया कि चूँकि इन कामों में मेरा सारा समय लग गया था, ज़ाहिर है इसके अलावा भी कई बाधाएँ थीं, इसलिए एक काम बच गया है, जिसे मैं पूरा नहीं कर पाया।
"इसके बाद जो हुआ, उसे मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा। लू हर्बर्ट, जो तब कंपनी के प्रेसिडेंट थे, केट स्टेनारूड की ओर मुड़े, जो तब उस पद पर थी, जिस पर मैं आज हूँ और उनसे कहा कि वे अगली मीटिंग के लिए उस काम को अपने हाथ में ले लें। फिर मीटिंग दूसरों की रिपोट्र्स के साथ आगे बढ़ गई। इस बारे में कुछ और नहीं कहा गया, लेकिन मैंने गौर किया कि समूह में मैं ही एकमात्र व्यक्ति था, जिसने कोई काम अधूरा छोड़ा था।
"बाक़ी मीटिंग के दौरान मैं अपने ही विचारों में खोया रहा - मुझे शर्म आ रही थी, मैं बौना महसूस कर रहा था, मैं सोच रहा था कि क्या मैं सचमुच वहाँ रहने क़ाबिल हूँ, क्योंकि मैं वहाँ रहना चाहता था।
"मीटिंग ख़त्म हो गई और मैंने अपने दस्तावेज़ ब्रीफ़केस में रखे, जबकि बाक़ी लोग बातचीत करने लगे। मैं उस पल समूह का हिस्सा महसूस नहीं कर रहा था और चुपचाप अपने हँसी-मज़ाक़ करते कुछ सहकर्मियों के पास से निकलकर दरवाज़े तक पहुँच रहा था कि तभी मेरे कधे पर किसी ने हाथ रख दिया।
"मैंने मुड़कर देखा। लू मेरी ओर मुस्कुरा रहे थे और मुझे अपनी शांत लेकिन पैनी निगाह से देख रहे थे। उन्होंने पूछा कि अगर वे मेरे ऑफ़िस तक मेरे साथ चलें, तो मुझे कोई आपत्ति तो नहीं है। मीटिंग में उन्होंने मेरे साथ जो किया था, उसके बावजूद मैंने कहा कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है।”
बड एक पल ठिठके और खुद को यादों के समंदर से बाहर खींचा। "टॉम, आप शायद नहीं जानते हैं और शायद आपको यहाँ अभी इतना लंबा समय भी नहीं हुआ है कि कहानियाँ सुन पाएँ, लेकिन लू हर्बर्ट एक किंवदंती हैं। अकेले, अपने दम पर ही उन्होंने एक सामान्य, महत्वहीन कंपनी को बुलडोज़र में बदल दिया था - कई बार तो उनकी कमज़ोरियों के बावजूद, लेकिन कई बार उनकी वजह से भी। उनके ज़माने में ज़ैगरम का हर कर्मचारी उनके प्रति बेहद वफ़ादार था।
मैंने कहा, "दरअसल मैं उनके बारे में कुछ कहानियाँ सुन चुका हूँ। जब मैं टे��्रिक्स में नौकरी करता था, तो वहाँ के कुछ शीर्ष लोग उनका गुणगान करते नहीं थकते थे - ख़ास तौर पर टेट्रिक्स के सीईओ जो अल्वारेज़, जो लू को उद्योग का प्रवर्तक मानते थे।
"वे सही थे,” बड ने सहमत होते हुए कहा। "लू वाक़ई उद्योग के प्रवर्तक थे। लेकिन जो अल्वारेज़ को दरअसल उनके नवाचार की सीमा का ज्ञान नहीं था। यही आपको बताया जाएगा।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा। “देखिए, लू 10 साल पहले रिटायर हो चुके हैं, लेकिन वे अब भी महीने में कई बार आकर देखते हैं कि हमारा प्रदर्शन कैसा है। उनका ज्ञान अमूल्य है। कंपनी में अब भी उनके लिए एक ऑफ़िस है।
"चाहे जो हो, कंपनी से जुड़ने से पहले मैंने उनके बारे में कई कहानियाँ सुनी थीं। इसलिए मैंने अभी-अभी जिस मीटिंग का ज़िक्र किया था, उसके बाद आप शायद मेरी भावनाओं के द्वंद्व को समझ सकते हैं। मुझे महसूस हुआ कि मुझे नीचा दिखाया गया था, लेकिन मैं अपने बारे में लू की राय से भी बहुत चिंतित था। और फिर उन्होंने पूछा कि क्या वे मेरे साथ मेरे ऑफ़िस तक चल सकते हैं! मुझे खुशी थी कि वे मेरे साथ चल रहे थे, लेकिन डर भी था - क्या पता किस बात का!
"उन्होंने मुझसे पूछा कि मेरे वहाँ आने का मेरे जीवन पर कैसा असर हुआ, मेरा परिवार ख़ुश है या नहीं और मैं ज़ैगरम में चुनौतियों का आनंद कैसे ले रहा था। उन्हें यह सुनकर दुख हुआ कि नैन्सी को इस क़दम से तालमेल बैठाने में मुश्किल आ रही थी और उन्होंने वादा किया कि वे ख़ुद उसे फ़ोन करके पूछेगे कि क्या वे इस मामले में कुछ कर सकते हैं - और उन्होंने उसी रात को फोन कर भी दिया।
"जब हम मेरे ऑफ़िस पहुँचे, तो मेरे अंदर जाने के लिए मुड़ने से पहले उन्होंने मेरे दोनों कधों को अपने मज़बूत, छरहरे हाथों से पकड़ लिया। उन्होंने मेरी आँखों में आँखें डालीं। उनके अनुभवी चेहरे की लकीरों में चिंता का भाव था। उन्होंने कहा, "बड, हमें ख़ुशी है कि आप यहाँ हमारे साथ हैं। आप एक गुणी इंसान हैं और अच्छे आदमी हैं। आप हमारी टीम में बहुत योगदान दे सकते हैं। लेकिन आगे से आप हमें कभी नीचा नहीं दिखाएँगे, है ना ?”
मैंने आश्चर्य से पूछा, "उन्होंने ऐसा कहा ?”
“हाँ”
मैं बोला, “लू के ख़िलाफ़ कुछ नहीं बोलना चाहता, लेकिन मैं सोचता हूँ कि आपने जितना कुछ किया था, उसे देखते हुए यह थोड़ा अजीब था। इस तरह की बातें सुनकर बहुत से कर्मचारी डरकर भाग सकते थे।”
बड सहमत थे, "यह सच है। लेकिन आप जानते हैं ? मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ। उस पल, मुझे लू की बात का बुरा नहीं लगा। दरअसल, एक तरह से मैं प्रेरित भी हुआ। मैंने ख़ुद को कहते हुए पाया, 'नहीं, लू। मैं ऐसा नहीं करूंगा। मैं आगे से आपको कभी नीचा नहीं दिखाऊँगा।”
"अब ��ैं जानता हूँ कि यह अजीब लगता है। लेकिन लू थे ही ऐसे। वे अमूमन नियमों के हिसाब से काम नहीं करते थे। अगर 100 लोग वह करने की कोशिश करते, जो लू ने उस मीटिंग में और उसके बाद मेरे साथ किया था, तो उनमें से केवल एक ही मेरे द्वेष के बजाय सहयोग को आमंत्रित करता, जैसा कि लू ने किया था। नियमों के हिसाब से इसे कारगर नहीं होना चाहिए था। लेकिन यह कारगर रहा। और लू के साथ यह आम तौर पर होता था। सवाल यह है, टॉम, यह क्यों - क्यों कारगर रहा ?”
यह एक अच्छा सवाल था। "मैं नहीं जानता,” मैंने आख़िरकार कहा और अपने कधे उचका दिए। फिर, बाद में कुछ सोचकर बोला, ‘शायद आप किसी तरह जानते थे कि लू आपकी परवाह करते हैं, इसलिए आपने उतना जोखिम महसूस नहीं किया, जितना कि आप इसके बिना करते।”
बड मुस्कुराए और दोबारा मेरे सामने वाली सीट पर बैठ गए। "तो आपको लगता है कि मैं यह बात समझता था - कि लू मेरे बारे में कैसा महसूस कर रहे थे।”
"हाँ, मैं सोचता हूँ कि आप समझ गए होंगे।”
"तो टॉम, आपका कहना है कि मैं मूलतः लू की मेरे बारे में राय पर प्रतिक्रिया कर रहा था - जैसा मुझे लगता था कि मेरे बारे में उनकी राय है। इसका मतलब हुआ कि मेरे बारे में उनकी राय उनके शब्दों या कार्यों से अधिक महत्वपूर्ण थी। क्या आप यही सुझाव दे रहे हैं ?”
मैंने पल भर के लिए इस सवाल पर विचार किया और उन चीज़ों के बारे में सोचा, जिनके बारे में दूसरों के साथ अपने संपर्क में परवाह करता था। मैं इस बात पर ज़रूर ध्यान देता था कि मेरे हिसाब से दूसरे मुझे कैसे देख रहे हैं - मिसाल के तौर पर, मेरी पत्नी लॉरा मेरे बारे में क्या सोच रही है या फिर वह अपने बारे में ही सोच रही है। उस पर और दूसरों पर मेरी प्रतिक्रिया हमेशा इस बात से तय होती नज़र आती थी कि मेरे ख़्याल से वे मेरे बारे में क्या सोच रहे हैं। "हाँ, मुझे लगता है कि मैं यही सुझाव दे रहा अपने ही बारे में सोच रहा है, तो मैं आम तौर पर उसकी कही बातों को ज़्यादा महत्व नहीं देता हूँ।”
बड ने सहमति में सिर हिलाया। "दो साल पहले यहाँ उसका एक अच्छा उदाहरण दिखा था। इमारत 6 में दो कर्मचारियों को मिलकर काम करने में मुश्किलें आ रही थीं। उनमें से एक का नाम गेब था। वह मेरे पास आया और बोला, 'मुझे समझ नहीं आ रहा कि ऐसी स्थिति में क्या करूं। मैं लियॉन को प्रतिक्रिया करने और अपने साथ सहयोग करने के लिए किसी भी तरह राज़ी नहीं कर पा रहा हूँ। मेरी तमाम कोशिशों से कोई फ़र्क नहीं पड़ा। किसी तरह लियॉन को यह विश्वास नहीं हुआ कि मेरी उसमें दिलचस्पी है। मैं कोशिश करके उसके परिवार के हाल-चाल पूछता हूँ। मैं उसे लंच पर आमंत्रित करता हूँ। मैंने वह हर उपाय कर लिया है, जिसके बारे में मैं सोच सकता हूँ, लेकिन किसी चीज़ से मदद नहीं मिली।'
"मैंने उससे कहा, "गेब, मैं चाहता हूँ कि तुम किसी चीज़ के बारे में सोचो। सचमुच इसके बारे में ��िचार करो। जब तुम लियॉन के लिए ये सारी चीज़ों करने की कोशिश कर रहे हो, ताकि वह जान जाए कि उसमें तुम्हारी दिलचस्पी है, तो तुम्हारी सबसे अधिक रुचि किसमें है - उसमें या तुम्हारे बारे में उसकी राय में ?'
"मुझे लगा कि गेब इस सवाल से थोड़ा चकरा गया। मैंने आगे कहा, 'शायद लियॉन सोचता है कि तुम उसमें सच्ची दिलचस्पी नहीं ले रहे हो, क्योंकि तुम दरअसल खुद में ज़्यादा दिलचस्पी रखते हो।”
"गेब आख़िरकार समस्या को समझ गया, लेकिन यह एक दर्द भरा पल था। अब यह पता लगाना उसका काम था कि वह इस बारे में क्या करे। ज़ाहिर है, वह उन कुछ चीज़ों पर अमल कर सकता था, जिन पर आप और मैं आज बातचीत करने वाले हैं - वैसे ये चीजें हमारे पारिवारिक संबंधों पर भी उतनी ही लागू होती हैं, जितनी कि कार्यालयीन संबंधों पर। मैं आपको पारिवारिक स्थिति का एक उदाहरण देना चाहूँगा।”
बड मेरी ओर देखकर मुस्कुराए। "वैसे, शायद आपका कभी पत्नी से झगड़ा नहीं हुआ होगा, है ना ?”
मैं कुछ ज़्यादा ही उत्सुकता से हँस दिया। "कभी-कभार।”
"देखिए, कुछ साल पहले मेरी पत्नी नैन्सी और मेरा झगड़ा हो गया था। यह ऑफ़िस आने से पहले की बात है। जैसा मुझे याद है, वह इस बात पर विचलित थी कि मैंने पिछली रात को बर्तन साफ़ नहीं किए थे और मैं उसकी इस नाराज़गी से परेशान हो गया था। क्या आपको तस्वीर समझ में आ गई?”
"ओह हाँ, यह मेरे साथ भी हो चुका है,” मैंने कहा और लॉरा के साथ बहुत सारे झगड़ों में से ताज़ा झगड़े के बारे में सोचा, जो उसी सुबह हुआ था।
"कुछ समय बाद नैन्सी और मैं कमरे के विपरीत छोरों पर पहुँच गए थे,” बड ने आगे कहा। "मैं हमारी छुटपुट ‘बातचीत’ से थक रहा था, जिस वजह से मुझे ऑफ़िस में देर हो रही थी और मैंने माफ़ी माँगकर मुद्दा ख़त्म करने का निर्णय लिया। मैं उसके पास गया और ‘मुझे अफ़सोस है, नैन्सी,' कहकर उसे चूमने के लिए झुका।
"हमारे होंठ बस एक मिलीसेकड के लिए छुए होंगे। यह शायद संसार का सबसे छोटा चुंबन था। मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था, लेकिन उस वक़्त हममें से कोई भी इससे ज़्यादा प्रयास करने की स्थिति में नहीं था।
"जब मैं पीछे हटा, तो वह धीरे से बोली, 'तुम्हें सचमुच अफ़सोस नहीं है।' ज़ाहिर है, उसकी बात सही थी - उस कारण से जिस पर हम बात कर रहे थे। मेरी वास्तविक भावनाएँ बाहर प्रकट हो रही थीं। मैंने महसूस किया था कि मुझे गलत समझा गया, मुझ पर बोझ है और मेरी क़द्र नहीं होती है और मैं इसे नहीं छिपा पाया - चुंबन से भी नहीं। लेकिन मुझे याद है कि जब मैं हॉल से निकलकर गैरेज तक गया, तो सिर हिलाते हुए बड़बड़ा रहा था। अब मेरे पास अपनी पत्नी की अतार्किकता का एक और सबूत था - वह माफ़ी को भी स्वीकार ��हीं कर सकती!
“लेकिन मुद्दे की बात यह है, टॉम : क्या वहाँ सचमुच कोई माफ़ी थी, जिसे वह स्वीकार करती ?”
"नहीं, जैसा नैन्सी ने कहा, क्योंकि आपका सचमुच ऐसा इरादा नहीं था।”
"यह सही है। शब्दों में तो मैंने कह दिया था, "मुझे अफ़सोस है," लेकिन मेरी भावनाएँ इसके विपरीत थी और मैं जैसा महसूस कर रहा था - जो मेरी आवाज़, मेरी निगाह, मेरे हावभावों, उसकी आवश्यकताओं में मेरी दिलचस्पी के स्तर आदि से प्रकट हो रहा था - नैन्सी उसी पर प्रतिक्रिया कर रही थी।”
जब बड ठहरे, तो मैंने उस सुबह लॉरा के साथ हुए झगड़े के बारे में सोचा : पहले उसके चेहरे पर ऊर्जा, परवाह और प्रेम की चमक रहती थी, लेकिन अब वहाँ उदासीनता से लेकर गहरी चोट के भाव दिखते थे। हमारे वैवाहिक जीवन को लेकर मेरे मन में जो भी मान्यताएँ थीं, उसके शब्द उन पर लगातार प्रहार करते लगते थे, "टॉम, मुझे महसूस होता है कि मैं अब तुम्हें जानती ही नहीं हूँ,” उसने कहा था। "और इससे भी बुरी बात यह है कि मुझे अधिकतर समय महसूस होता है कि मुझे जानने में तुम्हारी सच्ची दिलचस्पी ही नहीं है। मैं नहीं जानती कि आखिरी बार मैंने कब तुम्हारे प्रेम को महसूस किया था। अब तो सिर्फ़ ठंडापन ही रह गया है। तुम खुद को अपने कामकाज में दफ़न कर लेते हो - घर पर रहते समय भी। और सच कहूँ, तो मेरे मन में भी अब तुम्हारे लिए प्रबल भावनाएँ नहीं रह गई हैं। काश ऐसा होता, लेकिन हर चीज़ अब एक तरह से धुंधली हो गई है। हमारा साझा जीवन अब दरअसल साझा नहीं रह गया है। हम एक ही घर में रहते हैं, एक-दूसरे के पास से गुज़रते हैं, कैलेंडरों और साझी घटनाओं के बारे में पूछताछ करते हैं, लेकिन अपना जीवन अलग-अलग जीते हैं। हम मुस्कुराने की कोशिश भी करते हैं, लेकिन यह सब झूठ है। इसके पीछे कोई भावना नहीं है।”
बड की आवाज़ ने मुझे मेरी मुश्किलों से बाहर निकाला, "जैसा आपने सुझाया, टॉम, हमें अक्सर अहसास हो जाता है कि दूसरे हमारे बारे में कैसा महसूस कर रहे हैं, है ना ? थोड़ा समय दिया जाए, तो हम हमेशा बता सकते हैं कि हमें कब सहन किया जा रहा है, कब हमसे चालें चली जा रही हैं या कब हमें नीचा दिखाया जा रहा है। हमें हमेशा पाखंड का पता चल जाता है। हम हमेशा भलाई के नकाब के नीचे छिपे दोषारोपण को महसूस कर सकते हैं। और हम आम तौर पर इससे चिढ़ जाते हैं। उदाहरण के लिए, अगर ऑफ़िस में कोई साथी कर्मचारी आपके चारों ओर घूमता रहे, सक्रियता से सुनने का अभ्यास करने के लिए कुर्सी के कोने पर बैठे, दिलचस्पी दिखाने के लिए परिवार के सदस्यों की जानकारी ले या अधिक प्रभावी बनने के लिए सीखी गई किसी अन्य योग्यता का इस्तेमाल करे, तो इससे खास फ़र्क नहीं पड़ेगा। सामने वाला जब यह सब कर रहा होता है, तब भी हम जान लेते हैं कि वह दरअसल हमारे बारे में कैसा महसूस कर रहा है, और हम उसी पर प्रतिक्रिया करते हैं।”
मेरे विचार एक बार फिर चक स्टाली की ओर मुड़ गए। मैंने कहा, "हाँ, मैं आपका मतलब समझता हूँ। क्या आप चक स्टाली को जानते हैं, जो टेट्रिक्स के सीओओ हैं?”
बड ने कहा, "छह फुट चार इंच के, झड़ते लाल बाल, छोटी-छोटी पैनी ऑखें ?”
"वही। देखिए, उनके साथ 10 मिनट बिताने के बाद ही मैं जान गया था कि उन्हें लगता है जैसे पूरा संसार उनके इर्द-गिर्द घूमता था - और अगर संसार घूमता था, तो निश्चित रूप से उनकी कंपनी के हर व्यक्ति को भी घूमना चाहिए था। मिसाल के तौर पर, मुझे याद है, अक्टूबर में हमने अपने एक प्रॉडक्ट में आई गड़बड़ी को ठीक करने के लिए बहुत मशक्कत की थी और उसके बाद मैं जो अल्वारेज़ के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर था। यह बहुत बड़ा काम था, जिसमें मेरा लगभग सारा समय लग गया था और मेरे एक समूह का भी 80 प्रतिशत समय लगा था। फ़ोन कॉल करके जो ने इस अच्छे काम के लिए बधाई दी। ज़रा सोचें, सारी प्रशंसा का श्रेय किसने लिया ?”
“स्टाली ने ?”
"हाँ, स्टाली ने। उन्होंने हमें नाममात्र का श्रेय दिया - और वह भी इतनी कंजूसी से कि बेहतर होता, वे हमें श्रेय देते ही नहीं। उन्होंने सारा श्रेय खुद हथिया लिया और प्रशंसा की धूप सेंकते रहे। मैं सोचता हूँ, उस पल वे वाक़ई यही सोचते थे कि यह उन्हीं ने किया है। सच कहूँ, तो इससे मेरा दिल खट्टा हो गया। और यह कई उदाहरणों में से सिर्फ़ एक है।”
बड दिलचस्पी से सुन रहे थे और अचानक मुझे अहसास हुआ कि मैं क्या कर रहा था - अपने नए बॉस के सामने पुराने बॉस की आलोचना कर रहा था। मुझे लगा कि मुझे चुप हो जाना चाहिए। तत्काल। "देखिए, चक उस बात का एक अच्छा उदाहरण लगते हैं, जिसके बारे में आप बातें कर रहे हैं।” मेरी बात पूरी हो चुकी है, यह संकेत करने के लिए मैंने कुर्सी से पीठ टिका ली और सोचने लगा कि कहीं कुछ ज़्यादा तो नहीं बोल गया।
यदि बड को कोई बात अप्रिय लगी हो, तो उन्होंने प्रकट नहीं किया। वे बोले, "हाँ, यह एक अच्छा उदाहरण है। अब स्टाली की तुलना लू से करें। या अधिक सटीकता से कहें, तो दूसरों पर उनके प्रभाव की तुलना करें। मिसाल के तौर पर, क्या आप यह कह सकते हैं कि स्टाली आपमें प्रयासों या परिणामों के स्तर की वैसी प्रेरणा का संचार करते थे, जैसा लू ने मुझमें किया था ?”
जवाब आसान था। मैंने कहा, "किसी तरह से नहीं। स्टाली कड़ी मेहनत या निष्ठा के लिए ज़रा भी प्रेरित नहीं करते थे। मुझे ग़लत न समझे। इसके बिना भी मैंने कड़ी मेहनत की थी, क्योंकि मुझे अपने करियर की चिंता थी। हाँ, यह ज़रूर है कि किसी ने भी अपने दायरे से बाहर जाकर उनकी मदद नहीं की।”
"ग़ौर करें कि कुछ लोग - मिसाल के तौर पर, लू - लोक-व्यवहार में ��ारंगत न होने के बावजूद दूसरों की निष्ठा और समर्पण को प्रेरित कर देते हैं,” बड ने कहा। "यह बात शायद ही मायने रखती है कि उन्होंने सेमिनार्स में हिस्सा नहीं लिया या लोक-व्यवहार की नवीनतम तकनीकें नहीं सीखीं। इसके बावजूद वे परिणाम देते हैं। और वे अपने आस-पास के लोगों को भी यही करने के लिए प्रेरित करते हैं। हमारी कंपनी के कुछ सबसे अच्छे लीडर्स इसी श्रेणी में आते हैं। भले ही वे हमेशा ‘सही’ चीजें न कहें या करें, लेकिन लोगों को उनके साथ काम करना पसंद आता है। वे परिणाम प्राप्त करते हैं।
"लेकिन दूसरी ओर कुछ लोग भी हैं - मसलन चक स्टाली, जैसा आपने वर्णन किया है - जिनका प्रभाव बहुत अलग होता है। भले ही वे पारस्परिक व्यवहार में सारी चीजें 'सही' करते हों - भले ही वे अपने संवाद और कायाँ के लिए सारी नवीनतम योग्यताओं तथा तकनीकों पर अमल करते हों - लेकिन इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। देर-सबेर लोग उनसे और उनकी चालों से चिढ़ जाते हैं। और इसीलिए वे अंतत: लीडर्स के रूप में असफल हो जाते हैं - इसलिए
Your faithfully
Your kiran vanve
0 notes
Text
Therapy Center व्यापार नहीं बल्कि अनगिनत आदर्शों का मिलन है
इसे एक बार नहीं बल्कि बार बार पढ़ें और सोचें की हम सेहत को पाने के लिए क्या कर रहे है और क्या नहीं कर रहे। ये बात आप सभी को एक सही रास्ता दिखायेगी 🔑 थेरेपी (alternative medicine ) के बारे में जितना जान लें उतना कम है…. क्योंकि थेरेपी सेहत को पाने का एक सच्चा रास्ता है.... इसकी ताकत एक नॉर्मल इंसान की सोच से परे है..... इसका रिज़ल्ट उम्मीदों से कही ज्यादा आता है... दवा से जल्दी ठीक होने के चक्कर में सालों तक दवा लेकर भी परिणाम न मिले तब हम हताशा (Depression) के शिकार हो जाते हैं... Therapy Centre व्यापार नहीं बल्कि अनगिनत आदर्शों का मिलन है ....जैसे शोहरत का माध्यम जरूरतमंदों का सहारा दवा से छुटकारा दूसरों की सहायता दूसरों को अवसर देने की लगातार प्रक्रिया सही सेहत .. सबसे पहली बात यह है की therapy एक लंबे समय की प्लानिंग है... मैं आप सब को यह सलाह देना चाहता हूँ की आप इसे भूलकर भी शॉर्ट टाइम के लिये न चुनें.... क्योंकि जल्दी रिज़ल्ट के चक्कर में Dr., Tests, Medicine, Surgery के चक्कर में जो भी कदम रखता है और उसे कोई फायदा नहीं होता... और अगर बुनियादी सोच ही गलत होगी ....तो उस पर खड़ी होने वाली इमारत भी कमज़ोर ही होगी... जब लोग यही सोचकर therapy Centre मे आता है .... की बस जल्दी से ठीक होना है ..तो यही सोच एक खतरनाक सोच है क्युकि अगर कोई केवल चार - छ: महीनों में रिज़ल्ट न मिलने पर दूसरे ईलाज कर लेता है …. तो क्या गारंटी है की वो दूसरी therapy में टिक पायेगा.... और वो तीसरे ईलाज के बारे में नहीं सोचेगा.. फिर वह चौथी therapy के बारे में जानकारी नही लेगा...और उसे भी ज्वाईन कर लेगा...focus Only on your target I. e Your Health without medicine, side effects इस ��रह से वह केवल एक से दो साल के अंदर-अंदर कई सारे ईलाज में जुड़कर परिणाम न मिलने पर आखिर हताश हो जायेगा.... और सब थेरेपी के बारे मे नगेटीव ही सोचते रहेगा यह तो हम सभी जानते है की सिर्फ एक बार बारिश होने से नदी में पानी नहीं भरता न ही बाढ़ आती है .... पढ़ाई में एक क्लास से दूसरी क्लास में जाने के लिए सिर्फ एक बार के exam (इम्तिहान) देने से पास नहीं हो सकता है .... धावक एक छलांग लगा देने से कई किलोमीटर की दूरी नहीं पार कर सकता है.... तो फिर थेरापी में यह कैसे संभव हो सकता है? ....थेरापी कोई जादू नहीं है ..जहां आपने कहा ... आबरा का डाबरा ..गिली गिली ..छू....और आप सेहतमंद बन जायेंगे... एक अध्यापक अपने स्कूल के बच्चों को लेकर एक खेत में जाते हैं .... उस अध्यापक ने कहा ..."ज़रा खेत को ध्यान से देखो" बच्चों ने देखा और कहा " यहाँ तो कम से कम 12 से 15 गड्ढे हैं....सारा खेत ही खराब हो गया है.... इतने मे खेत का मालिक आ पहुंचा... अध्यापक ने खेत के मालिक से पूछा की खेत में इतने सारे गड्ढे क्यों हैं ... तो खेत के मालिक ने कहा की कुआँ खोद रहा हूँ ..... उन्ही में से एक बच्चे ने खेत के मालिक से पूछा की आप कितने कुएँ चाहते है ....? तो खेत के मालिक ने कहा की…. एक कुआँ चाहता हूँ ..! इतने में दूसरे बच्चे ने पूछा ....मगर यंहा तो 12 से 15 गड्ढे हैं ... खेत के मालिक ने तुरंत जवाब दिया की ....हाँ ...वो तो है ...पर क्या करता ? जहां खोदा वहाँ पानी नहीं निकला ...तो इसलिये दूसरा गड्ढा खोदा.. इस बीच तीसरे बच्चे ने पूछा : कब से कर रहे हो ? यह काम ? खेत का मालिक : करीब छ: महीने हो गये हैं.... अध्यापक : अगर तुम एक ही जगह एक ही गड्ढा खोदते वो भी लगातार मेहनत करते हुए ....तो यह गड्ढा ज्यादा गहरा होता... और सम्भव है की पानी भी उपर आ जाता.... क्योंकी अधिक गहराई तक खोदने से.... ऐसा ही होता है .... और तुमने हर एक गड्ढा सिर्फ 4 से 6 फुट ही खोदा है... 15 गड्ढों के बदले अगर एक ही जगह 40 फुट तक खोदते तो पानी को तो निकलना ही था....!! उस खेत के मालिक ने सारे गड्ढे बंद करवाकर ....सिर्फ एक ही गड्ढा खोदा वो भी करीब 40 फुट तक,....और पानी निकला ..!! अध्यापक ने सभी बच्चों से कहा ... "तुम सब इसी को सबक समझो ..." एक ही प्रक्रिया एक ही जगह पर करने से मनचाहा परिणाम अवश्य मिलता हैं थेरेपी का भी भी एक (System) सिस्टम है ...cleaning + Balance + restore + Protection जहाँ लगातार कोशिश और मेहनत की ज़रूरत है .... मगर ध्यान देने वाली बात यह है कि रिजल्ट (Result) मिलने तक उस पर ही टिके रहें ....और अपना ध्यान न खोयें ..!! बस लगे रहें..!! "ईमानदारी" शब्द को लेकर कुछ बात हो ही जाये .... हम ...वैसे बड़े ईमानदार होते हैं ,बनते भी हैं.. और कोशिश भी करते हैं ... फिर भी हम ईमानदार साबित नहीं होते ? क्यों ? हम अपनी आदतों के साथ बड़े ईमानदार बनते हैं... हम अपनी ज़िंदगी को लेकर सीरियस जरूर होते हैं ...पर शायद उतना ईमानदार नहीं जितना हमें अपने कर्तव्य को लेकर होना चाहिए... थेरेपी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी लोगों तक पहुँचानी चाहिये… क्या हम यह ईमानदारी से कर पाते हैं .. कहीं न कहीं ...कमी करते ही हैं .. अगर कोई हमसे पूछते हैं ...तो हम यही जवाब देते हैं की... कल मैं बहुत थक गया था. थोड़ी तबियत खराब थी.. बाइक का आक्सिडेंट हो गया था… घर में शादी थी... फादर को डॉक्टर के पास लेकर जाना पड़ा... रात देर से सोया था... वाइफ की तबियत खराब थी .. समय पर बस ही नहीं मिली उधर बहुत जाम लगा हुआ था हमारे उधर बहुत तेज़ बारिश हो रही थी ... बहुत तेज गर्मी थी ..लू चल रही थी.. बहुत ठंड थी... हमारे उधर घुटने - घुटने तक पानी भरा हुआ था ... वगैरा - वगैरा क्या हम वास्तव में ईमानदारी को निभा रहे हैं ... या बहानों को ही सीरियस लेकर आगे बढ़ने की कोशिश मात्र है .... हजार बहाने बना ने से अच्छा है एक कारण ढुंढा जाये जो हमें ठीक कर सके,,,, ज़रा सा रूकें ...और दोबारा सोचें ...!! हम खाना नहीं छोड़ते... हम अखबार पढ़ना नहीं भूलते... हम TV देखना नहीं भूलते... हम सिनेमा देखना नहीं छोड़ते.. कुछ हममें से ही… जो सिगरेट पीना नहीं भूलते...रोज दवा लेना नहीं भुलते तो क्या केवल हम सच्चे कर्मके प्रति ही भूल करते हैं ? जो सही, कारगर हो तो फिर कहाँ हम से गलती रह जाती है ...या गलत कर बैठते हैं ... की हमारे पास ढेर सारे बहाने जन्म ले लेते हैं ? आपको पता होगा की अक्सर ट्रैनिंग्स में "ध्यान" योगा के बारे में मोटिवेशन की बातें समझाई जाती हैं "सब छोड़ दो ...पर ध्यान मत छोड़ो" Don't believe anybody, believe in yourself आपसभी के अच्छी सेहत का आकांक्षी।।
More informative health knowledge you Can visit return2nature
0 notes
Text
Top 50 + 2 Line Shayari (New Shayari)
2 Line Shayari, Sukun ki baat mat kar
सुकून की बातमत कर ऐ दोस्त..
बचपन वाला ‘इतवार’ जाने क्यूँ अब नहीं आता।
मैंने कहा बहुत प्यार आता है तुम पर..
वो मुस्कुरा कर बोले और तुम्हे आता ही क्या है।
चेहरा बता रहा था कि मारा है भूख ने,
सब लोग कह रहे थे कि कुछ खा के मर गया।
सिखा दी बेरुखी भी ज़ालिम ज़माने ने तुम्हें,
कि तुम जो सीख लेते हो हम पर आज़माते हो।
वो जिनके हाथ में.. हर वक्त छाल�� रहते हैं..
आबाद उन्हीं के दम पर.. महल वाले रहते हैं|
ना शौक दीदार का, ना फिक्र जुदाई की,
बड़े खुश नसीब हैँ वो लोग … जो, मोहब्बत नहीँ करतेँ!
मोहब्बत कर सकते हो तो खुदा से करो ‘दोस्तों’
मिट्टी के खिलौनों से कभी वफ़ा नहीं मिलती
कुछ इस तरह बुनेंगे हम अपनी तकदीर के धागे
कि अच्छे अच्छो को झुकना पड़ेगा हमारे आगे!
बहुत ज़ालिम हो तुम भी मुहब्बत ऐसे करते हो
जैसे घर के पिंजरे में परिंदा पाल रखा हो|
मेरे अन्दर कुछ टूटा है
बस दुआ करो वो दिल ना हो…!!!!!
2 Line Shayari, Mohabbat Na Sahi
मोहब्बत न सही मुकदमा कर दे मुज पर …
कम से कम तारीख दर तारीख मुलाकात तो होगी ।
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूँढ़ते हो क्यों,
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम होने दो।
जिन के आंगन में अमीरी का शजर लगता है,
उन का हर एब भी जमानें को हुनर लगता है।
तजुर्बा कहता है मोहब्बत से किनारा कर लूँ…
और दिल कहता हैं की ये तज़ुर्बा दोबारा कर लू|
ये झूठ है… के मुहब्बत किसी का दिल तोड़ती है ,
लोग खुद ही टुट जाते है, मुहब्बत करते-करत|
ऊँची इमारतों से मकां मेरा घिर गया,
कुछ लोग मेरे हिस्से का सूरज भी खा गए।
गर तेरी नज़र क़त्ल करने मे माहिर है तो सुन..
हम भी मर मर के जीने मे उस्ताद हो गए है|
दिल मेरा भी कम खूबसूरत तो न था,
मगर मरने वाले हर बार सूरत पे ही मरे !!
किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर,
‘ईश्वर’ बैठा है, तू हिसाब ना कर।
ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार,
चल दोनों मिल कर उसे भूल जाते है।
मैं उसकी ज़िंदगी से चला जाऊं यह उसकी दुआ थी,
और उसकी हर दुआ पूरी हो, यह मेरी दुआ थी।
तुझे मुफ्त में जो मिल गए हम,
तु कदर ना करे ये तेरा हक़ बनता है।
2 Line Shayari, Rona hi hai
रोना ही है ज़िन्दगी तो हँसाया क्यो..
जाना था दूर तो नज़दीक़ आया ही कयो..
रोने से और इश्क़ मे बे-बाक हो गए..
धोए गए हम इतने कि बस पाक हो गए।
कुछ लोग जमाने में ऐसे भ�� तो होते हैं..
महफिल में तो हंसते हैं तन्हाई में रोते हैं !!
तूने मेरा आज देख के मुझे ठुकराया है…
हमने तो तेरा गुजरा कल देख के भी मोहब्बत की थी|
एहसान जताना जाने कैसे सीख लिया..
मोहब्बत जताते तो कुछ और बात थी।
कितने मज़बूर है हम तकदीर के हाथो..
ना तुम्हे पाने की औकात रखतेँ हैँ, और ना तुम्हे खोने का हौसला.!!
पहले ज़मीं बाँटी फिर घर भी बँट गया..
इनसान अपने आप मे कितना सिमट गया|
रूकता भी नहीं ठीक से चलता भी नही..
यह दिल है के तेरे बाद सँभलता ही नही|
सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है तुमसे,
लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे.
तकलीफ़ मिट गई मगर एहसास रह गया..
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया|
2 Line Shayari, Pata nahi kab jayegi
पता नही कब जाएगी तेरी लापरवाही की आदत…
पगली कुछ तो सम्भाल कर रखती, मुझे भी खो दिया|
तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी,
एक हम है कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे|
आ जाते हैं वो भी रोज ख्बाबो मे,
जो कहते हैं हम तो कही जाते ही नही
मोहब्बत का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है,
प्यार का कोई चेहरा नही फिर भी वो हसीन हैं|
तुम्हें चाहने की वजह कुछ भी नहीं,
बस इश्क की फितरत है, बे-वजह होना….!!
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।
यह इनाएतें गज़ब की यह बला की मेहेरबानी
मेरी खेरियत भी पूछी किसी और की ज़बानी
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालाे की ।
पुराने ताे अब मुझे चाहने लगे है ।
चलते रहेगें शायरी के दौर मेरे बिना भी…
एक शायर के कम हो जाने से शायरी खत्म नहीं हो जाती|
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है
बस कभी भूलने की बात मत करना…
2 Line Shayari, Pankho ko khol ki
पंखों को खोल कि ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है,
यूँ जमीन पर बैठकर, आसमान क्या देखता है|
ईश्क की गहराईयो में खूब सूरत क्या है,
मैं हूं , तुम हो, और कुछ की जरूरत क्या है!
जब कभी टूट कर बिखरो तो बताना हमको,
हम तुम्हें रेत के जर��रों से भी चुन सकते हैं|
कुछ इस तरह फ़कीर ने ज़��न्दगी की मिसाल दी,
मुट्ठी में धूल ली और हवा में उछाल दी !
तुम ना लगा पाओगे अंदाजा मेरी तबाही का…!!
तुमने देखा ही कहाँ है मुझको शाम होने के बाद…!!
उन घरों में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं,
क़द में छोटे हों मगर लोग बड़े रहते हैं|
मरने के नाम से जो रखते थे होठों पे उंगलियां,
अफसोस वही लोग मेरे दिल के कातिल निकले|
सच्चाई थी पहले के लोगों की जबानों में
सोने के थे दरवाजे मिट्टी के मकानों में !!
झूठ कहते हैं लोग कि मोहब्बत सब कुछ #छीन लेती है,
मैंने तो मोहब्बत करके, ग़म का खजाना पा लिया|
मुझे मेरी माँ ने एक ही बात सिखाई है,
बेटा कोई हाथ से छीन के लेकर जा सकता है..पर नसीब से नही|
2 Line Shayari, Bure hai hum
बुरे हे हम तभी तो जी रहे हे..
अच्छे होते तो दुनिया जीने नही देती..
बहुत देता है तू उसकी गवाहियाँ और उसकी सफाईयाँ..
समझ नहीं आता तू मेरा दिल है या उसका वकील..!!
दिल मजबूर हो रहा है तुम से बात करने को
बस जिद ये है कि बात की शुरुआत तुम करो
मजबूर ना करेंगे तुझे वादे निभाने के लिए।
तू एक बार वापस आ अपनी यादें ले जाने के लिए|
दिल के किसी कोने में अब कोई जगह नहीं ऐ सनम,
कि तस्वीर हमने हर तरफ तेरी ही लगा रखी है|
एक तो सुकुन और एक तुम..
कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही|
2 Line Shayari, Khatkhatay na koi
खटखटाए न कोई दरवाजा, बाद मुद्दत मैं खुद में आया हूँ…
एक ही शख़्स मेरा अपना है, मैं उसी शख़्स से पराया हूँ|
देखी जो नब्ज मेरी, हँस कर बोला वो हकीम,
जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है |
ऐ दिल चल छोड अब ये पहरे,
ये दुनिया है झूठी यहाँ लोग हैं लुटेरे|
हुस्न वालों को क्या जरूरत है संवरने की,
वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं|
तूने ही लगा दिया इलज़ाम-ए-बेवफाई,
मेरे पास तो चश्मदीद गवाह भी तु ही थी|
काश तेरा घर मेरे घर के बराबर होता,
तू न आती तेरी आवाज तो आती रहती|
कभी जो मुझे हक मिला अपनी तकदीर लिखने का…..
कसम खुदा की तेरा नाम लिखुं��ी और कलम तोड दुंगी…..
मौजूद थी अभी उदासी रात की,
बहला ही था दिल ज़रा सा के फ़िर भोर आ गयी|
ख्वाहिश-ए-ज़िंदगी बस इतनी सी है अब मेरी,
कि साथ तेरा हो और ज़िंदगी कभी खत्म न हो।
करम ही करना है तुझको तो ये करम कर दे….
मेरे खुदा तू मेरी ख्वाहिशों को कम कर दे।
2 Line Shayari, Garibo ka dard
गरीब का दर्द
सुला दिया माँ ने…ये कहकर..!
परियां आएंगी सपनों में रोटियां लेकर..!!
तुम बदले तो मज़बूरिया थी
हम बदले तो बेवफा हो गए !!
अजब मुकाम पे ठहरा हुआ है काफिला जिंदगी का,
सुकून ढूढनें चले थे, नींद ही गवा बैठे”..!!
तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह,
फिर ये कैसे कह दूँ.. कि मेरा दिन खराब है..!!
बंद कर दिए है हमने दरवाज़ें “इश्क” के…
पर तेरी याद हे की “दरारों” मे से ���ी आ जाती हैं
जिंदगी सफ़र पर निकल चुकी है…
मंजिल कब मिलेगी तू ही बता ये मेरे खुदा..!!
जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना,
बहुत तङपाते हैँ अक्सर सीने से लगाने वाले
बहुत कुछ खरीदकर भी..बहुत कुछ बचा लेता था..!
आज के जमाने से तो, वो बचपन का जमाना अच्छा था..!!
बड़े शौक से बनाया तुमने मेरे दिल मे अपना घर….
जब रहने की बारी आई तो तुमने ठिकाना बदल दिया|
जिंदगी के पन्ने कोरे ही अच्छे थे..
तूने सपनों की स्याही बिखेर कर दाग दाग कर दिया|
2 Line Shayari, Jab tak bika na tha
Jab tak bika na tha to koi poochta na tha,
Tune mujhe khareed ke anmol kar diya..
Main toh bik jaun tere naam pe maut ki tarah,
Tu kabhi kharidar to ban, is zingadi ke bazaar mein..
Suna hai aaj bik raha hai ishq baazaar mein,
koi unse pooche kya wafa bhi saath dete ho..
Hum ne tere baad na rakhi kisi se mohabbat ki aas;
Ek shakhs hi bahut tha, jo sub kuch sikha gaya.
Woh khud par garoor karte hai, to isme hairat ki koi baat nahi.
Jinhe hum chahte hai, woh aam ho hi nahi sakte.
Hum bhi bikne gaye the bazaar-e-ishq mein,
Kya pata tha wafa karne walon ko log khareeda nahi karte.
Tamam umr usi ke khayal mein guzar gayi,
Jise umr bhar mera khayal na aaya..
Koi batayega kaise dafnate hain unko,
Woh khwab jo dil mein hi mar jate hain..
Usne kaha tha aankhen bhar ke dekha kar mujhe,
Yaaron ab aankhen to bhar aati hai par vo nahi dekhte..
Main bhi kabhi hasta khelta tha
kal ek purani tasveer mein dekha tha khud ko..
Odh kar mitti ki chadar benishan ho jayenge,,
Ek din aayega hum bhi dastaan ho jayenge..
Raat shama bujha ke bahut der tak mehfil sajai humne,
Main apne dil ke liye rota raha aur yeh dil tere liye..
Seekh jao waqt par kisiki chahat ki qadar karna,
Kahin koi thak na jaye tumhein ehsaas dilate dilate..
Na tha koi hamara na ham kisi ke hain,
Bus ek Khuda hai aur hum usi ke hain..
Shohrat to janaze ke din pata chalegi,
Daulat to koi bhi kama leta hai..
2 Line SHayari, Bas Tumhe paane ki tamanna
बस तुम्हेँ पाने की तमन्ना नहीँ रही..
मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करतेँ हैँ.!!
इन्सान सब कुछ कॉपी कर सकता हैं,,,
लेकिन किस्मत और नसीब नही.. ☝
कभी रजामंदी, तो कभी बगावत है इश्क..
मोहब्बत राधा की है, तो मीरा की इबादत है इश्क..!! 🌹
नहीं मांगता ऐ खुदा कि,जिंदगी सौ साल की दे..
दे भले चंद लम्हों की, लेकिन कमाल की दे..!!! 🙏
कोई 💰 माल में खुश है कोई सिर्फ 🍵 दाल में खुश है
खुशनसीब है वो लोग.. जो हर हाल में ☺ खुश है..!! 🌹
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर ख़ामोश..!!
2 Line Shayari, Meri har baat ko
मेरी हर बात को उल्टा वो समझ लेते हैं,
अब के पूछा तो कह दूंगा कि हाल अच्छा है..
खामोशियाँ में शोर को सुना है मैंने,
ये ग़ज़ल गुंगुनायेगी रात के साये में ।
मिला क्या हमें सारी उम्र मोहब्बत करके,
बस एक शायरी का हुनर, एक रातों का जागना..
ना पीछे मुड़ के देखो, ना आवाज़ दो मुझको,
बड़ी मुश्किल से सीखा है मैंने अलविदा कहना..!
कभी टूटा नहीं मेरे दिल से तेरी यादों का रिश्ता..
गुफ़्तगू किसी से भी हो ख़याल तेरा ही रहता है..
ना छेड़ किस्सा वोह उल्फत का बड़ी लम्बी कहानी है
मैं जिन्दगी से नहीं हारा किसी अपने की मेहरबानी है
हर किसी के हाथ मैं बिक जाने को हम तैयार नहीं..
यह मेरा दिल है तेरे शहर का अख़बार नहीं..
आज भी एक सवाल छिपा है.. दिल के किसी कोने मैं..
की क्या कमी रह गईथी तेरा होने में.
मेरी लिखी किताब, मेरे ही हाथो मे देकर वो कहने लगे
इसे पढा करो, मोहब्बत करना सिख जाओगे..!!
इतनी चाहत तो लाखो रुपए पाने की भी नही होती..
जितनी बचपन की तस्वीर देख कर बचपन में जाने की होती हैं
2 Line Shayari, Chup chap chal rahe the
चुपचाप चल रहे थे.. हम अपनी मंजिल की तरफ..
फिर रस्ते में एक ठेका पड़ा.. और हम गुमराह हो गए।
ऐ जीन्दगी जा ढुंड॒ कोई खो गया है मुझ से.
अगर वो ना मिला तो सुन तेरी भी जरुरत नही मुझे.
कुछ दूर हमारे साथ चलो, हम दिल की कहानी कह देंगे,
समझे ना जिसे तुम आखो से, वो बात जुबानी कह देंगे ।
कितनी ही खूबसूरत क्यों न हो तुम..
पर मैं जानता हूँ.. असली निखार मेरी तारीफ से ही आता है..
होने वाले ख़ुद ही अपने हो जाते हैं..
किसी को कहकर, अपना बनाया नही जाता..!!
नक़ाब क्या छुपाएगा शबाब-ए-हुस्न को,
निगाह-ए-इश्क तो पत्थर भी चीर देती है..
ज़िन्दगी जोकर सी निकली
कोई अपना भी नहीं.. कोई पराया भी नहीं
मेरी आँखों में बहने वाला ये आवारा सा आसूँ
पूछ रहा है.. पलकों से तेरी बेवफाई की वजह..
दम तोड़ जाती है हर शिकायत लबों पे आकर,
जब मासूमियत से वो कहती है मैंने क्या किया है
अगर तुम्हें यकीं नहीं, तो कहने को कुछ नहीं मेरे पास,
अगर तुम्हें यकीं है, तो मुझे कुछ कहने की जरूरत नही !
2 Line Shayari, Tum Badlo to
तुम बदलो तो….कहेते हो मज़बूरीयाँ है बहोत,
और हम ज़रा सा बदले तो हम बेवफ़ा हो गए|
सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो,
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते..
यूँ बिगड़ी बहकी बातों का कोई शौक़ नही है मुझको,
वोपुरानी शराब के जैसी है,असर सर से उतरता ही नही..
बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना।
कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना।
पीते थे शराब हम, उसने छुड़ाई अपनी कसम देकर,
महफ़िल में गए थे हम, यारों ने पिलाई उसकी कसम देकर।
तेरी तलाश में निकलू भी तो क्या ��ायदा..
तुम बदल गए हो.. खो गए होते तो और बात थी|
तज़ुर्बा है मेरा मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,
संगमरमर पर तो हमने पाँव फिसलते देखे हैं..
उस शख्स का गम भी कोई सोचे..
जिसे रोता हुआ ना देखा हो किसी ने..
जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे में,
तेरे सामने आने से ज्यादा तुझे छुपके देखना अच्छा लगता है|
खुद पर भरोसे का हुनर सीख ले..
लोग जितने भी सच्चे हो साथ छोड़ ही जाते हैं|
2 Line Shayari, Tera pyar bhi
तेरा प्यार भी एक हजार की नोट जैसा है,
डर लगता है कहीं नकली तो नहीं|
आज इतना जहर पिला दो कि सांस तक रुक जाए मेरी,
सुना है कि सांस रुक जाए तो रूठे हुये भी देखने आते है…!
क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूँछ कर ,
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा हैं…
उम्र गुजार दी मैने गमो के कारोबार मे ।
खुदा जाने सुकून बिकता कहा है?
सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो,
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते…!
तुम्हारे खयालो में चलते चलते कही फिसल ना जाऊ मैं,
अपनी यादों को रोक, की मेरे शहर में बारिश का मौसम है..
कुछ रीश्ते ‘रब’ बनाता हे कुछ रीश्ते ‘लोग’ बनाते हे
पर कुछ् लोग बीना कीसी रीश्ते के रीश्ते नीभाते हे, शायद वही ‘दोस्त’ कहेलाते हे|
मुहब्बत में यही खौफ क्यों हरदम रहता है…
कही मेरे सिवा किसी और से तो मुहब्बत नहीं उसे…
खुदा का शुक्र है की ख्वाब बना दिये,
वरना तुम्हे देखने की तो हसरत ही रह जाती।
मुझे रुला कर सोना तो तेरी आदत बन गई है,
जिस दिन मेरी आँख ना खुली तुझे निंद से नफरत हो जायेगी|
2 Line Shayari, Suna hai aaj
सुना है आज उस की आँखों मे आसु आ गये..!!
वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है..!!
घायल किया जब अपनो ने, तो गैरो से क्या गिला करना,
उठाये है खंजर जब अपनो ने, तो जिंदगी की तमन्ना क्या करना|
न रूठ जाओ तुम मेरी वफाओं से,
मै खुद मना लूंगा तुम्हे दुआओं से।
हम भी बडे रहीश थे दिल कि दौलत लूटा बैठे,
किस्मत एेसी पलटी ईश्क के धधे मे आ बैठे|
नाकाम थीं मेरी सब को���िशें उस को मनाने की,
पता नहीं कहां से सीखी जालिम ने अदाएं रूठ जाने की।
हौसला रखो उसे मनाने का,
वो रूठ जाता है इसी बहाने से|
बड़ी मुश्किल से सुलाया है ख़ुद को मैंने..
अपनी आँखों को तेरे ख़्वाब क़ा लालच देकर|
उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की,
हमने ऊँगली उठाई और अपने ही दिल पर रख ली |
ऐ शेख़ मेरे पीने का अंदाज़ देख,
अक्सर शराब में आंसू मिला के पीता हूँ|
कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना,
मौसम बारिश का भी है और मुहब्बत का भी…
2 line Shayari, Manjar bhi be noor the
मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी…
बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया…
फितरत, सोच और हालात में फर्क है…
वरना ,इन्सान कैसा भी हो दिल का बुरा नही होता..
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल.
ये प्यास किसी के मिलने से बुझेगी तेरे बरसने से नही..
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में,
बस कोई अपना नजऱ अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता
तना पानी है तेरे पास ऐ बादल. .
ये प्यास किसी के मिलने से बुझेगी तेरे बरसने से नही..
मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी…
बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया….
आजकल के हर आशिक की अब तो यही कहानी है..
मजनू चाहता है लैला को, लैला किसी और की दीवानी है !!!
मोहब्बत वक़्त के बे-रहम तूफान से नही डरती ,
उससे कहना, बिछड़ने से मोहब्बत तो नही मरती .
जिंदगी के रूप में दो घूंट मिले,
इक तेरे इश्क का पी चुके हैं..दुसरा तेरी जुदाई का पी रहे हैं !!!!
मुस्कुराने की आदत भी कितनी महँगी पड़ी हमे;
छोड़ गया वो ये सोच कर की हम जुदाई मे भी खुश हैं..
2 Line Shayari, Jism uska bhi mitti ka hai
जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह….!
ए खुदा “फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये…!
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह,
मगर ख़ामोश रहेता हूँ, अपनी तक़दीर की तरह|
ऊपर वाले ने कितने लोगो की तक़दीर सवारी है ….
काश वो एक बार मुझे भी कह दे के आज तेरी बारी है|
चुभता तो बहुत कुछ मुझको भी है तीर की तरह,
मगर ख़ामोश रहेता हूँ, अपनी तक़दीर की तरह…
झूठ बोलते थे कितना, फिर भी सच्चे थे हम
ये उन दिनों की बात है, जब बच्चे थे हम !!
ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो, दर्द की शिद्दत,
दर्द तो दर्द होता हैं, थोड़ा क्या, ज्यादा क्या !!
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में,
बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता !!
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत सुबह जुड़ी हो, किसी हसीन शाम के साथ !
अपनी ईन नशीली निगाहों को, जरा झुका दीजिए जनाब…
मेरे मजहब में नशा हराम है…
आज किसी की दुआ की कमी है, तभी तो हमारी आँखों में नमी है,
कोई तो है जो भूल गया हमें, पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है..
2 Line Shayari, Charo taraf
चारों तरफ़ लकडहारे हैं,
फिर भी पेड कहाँ हारे हैं..!
दुनिया के रैन बसेरे में पता नहीं कितने तक रहना है,
जीत लो लोगों के दिलों को बस यही जीवन का गहना है…..
एक तुम हो कि कुछ कहती नहीं,
एक तुम्हारी यादें हैं, कि चुप रहती नही..
हाथ पर हाथ रखा उसने तो मालूम हुआ,
अनकही बात को किस तरह सुना जाता है…!!
कोई पत्थर चोट खाके कंकर कंकर हो गया,
और कोई पत्थर चोट सहके शंकर शंकर हो गया|
तुम मोहब्बत के सौदे भी अजीब करते हो,
बस मुस्कुरा देते हो और अपना बना लेते हो|
हमारे महफिल में लोग बिन बुलाये आते है क्यू,
की यहाँ स्वागत में फूल नहीं दिल बिछाये जाते है|
बर्बाद होने के और भी रास्ते थे,
ना जाने मुझे मोहब्बत का ही ख्याल क्यूँ आया|
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू|
ऐ समुन्द्र तेरे से वाकिफ हूँ … मगर इतना बताता हूँ,
वो आँखे तुझसे ज्यादा गहरी है, जिनका में आशिक हूँ|
2 Line Shayari, Tujhe kitna Kaha Tha ki
Tujhe kitna Kaha Tha ki Mujhe Apna Na Bana..
Ab Muje Chor Key Duniya Mein Tamasha Na Bana..
Le Lo Wapas Wo Aansu Wo Tadap Aur Wo Yaadain Saari..!!
Nahi Koi Jurm Hamara to Phir Yeh Sazayein Kaisi..!!!
Chalo mana ki hume pyaar ka izhaar karna nahi aata,
Jazbaat na samajh sako itne nadaan to tum bhi nahi..
Vajah Nafrato Ki Talashi Jati Hai
Mohabbat To Bevajhah Ho Jati Hai..
WO Matlab Se Milte.
Aur Hame To Bas Milne Se Matlab Tha.
Kanch Jaise Hote Hai Tanha Logo Ke Dil..
Kabhi Toot Jate Hain Toh Kabhi Tod Diye Jate Hain..
Tanhai to Sathi hai apni zindagi k har ek pal ki..!!
Chalo yeh shikwa bhi door hua k kisi ne sath na diya..!!
Tere Na Hone Se Zindagi Mein Bas Itni-Si Kami Rehti Hai
Main Chahe Laakh Muskurau In Aankho Mein Nami Rehti Hai..!!
Sochte Hai Hum Bhi Seekh Le Be-rukhi Karna..
Humne Apni QaDar Kho Di Hai Har ek ko Mohabbat Dete Dete..!
Duniya ki aag me jalna to Muqqadar bn gaya hai..
Jis se kehte hai apna haal-e-dil wohi badnaam karte hai..
Mujhe Paa kar Shayad Tumhe Kuch Ehsaas Na Ho.. ‘Lekin’
Ek Din Mujhe Khone Ka Ghum Tumhe Bohat Tarpaayega..
Dushman samne aane se darte thae..
aur wo pagli dil se khel kar chalі gayi..
Ab Kategi Zindagi Sukun Se.
Ab Hum Bhi Matlabi Ho Gaye Hai
आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गई
तूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था!!!
Funny 2 Line Shayari, Funny Short Shayari
मेरी कब्र के पास Wi-Fi जरूर लगाना,
क्योंकि मेरे दोस्त इतने कमीने है ..
कि Wi-Fi यूज करने के लिए, जरूर मेरे पास आएगे..
तेरी कमर पर हाथ रक्खा था ..
नियत का फिसल कर नीचे सरकना तो लाज़मी था
आयेंगे 🚶 तेरी गलि में चाहे देर क्यू न हो जाये।
करेंगे मोहब्बत 💓 तुझसे हि चाहे जेल क्यू न हो जाये
तु Hike की रानी.. मे Facebook का राजा..
मिलना है तो Whatsapp पे आजा..
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल,
ये प्यास किसी की लेने से बुझेगी तेरे बरसने से नहीं..!! 😝 😝
अगर इश्क़ करो तो अदब-ऐ-वफ़ा भी सीखो,
यु दोस्त के रूम पर ले जाकर ठोकना मोहब्बत नही होती.. 😂 😃
कोई 💰 माल में खुश है कोई सिर्फ 🍵 दाल में खुश है
खुशनसीब है वो लोग.. जो हर हाल में ☺ खुश है..!! 🌹
ईंट पर ईंट चढ़ता है तो ‘दीवार’ बन जाता है,
और.. लड़की पर लड़का चढ़ता है तो ‘परिवार’ बन जाता है।
हमारी तो किस्मत ही कुछ ऐसी निकली
जमींन मिली तो बंजर Admin मिला तो कंजर 😝
2 Line Shayari, Ajeeb si basti
Category: 2 Line Shayari, Hindi Shayari
अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा
जहाँ लोग मिलते कम झांकते ज़्यादा है
बात मुक्कदर पे आ के रुकी है वर्ना,
कोई कसर तो न छोड़ी थी तुझे चाहने में !
किसी को क्या बताये की कितने मजबूर है हम..
चाहा था सिर्फ एक तुमको और अब तुम से ही दूर है हम।
वहां तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकिन है,
जहाँ हालात बदलेंगे वहां तुम भी बदल जाना.
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ, हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा !!
नजर चाहती है दीदार करना दिल चाहता है प्यार करना
क्या बताऊँ इस दिल का आलम नसीब में लिखा है इंतज़ार करना
अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदें भी रूठ गयी…!
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सकून से सोया करते थे…!!
अरे कितना झुठ बोलते हो तुम
खुश हो और कह रहे हो मोहब्बत भी की है
सुनो… तुम ही रख लो अपना बना कर..
औरों ने तो छोड़ दिया तुम्हारा समझकर..!!
कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं मै वो शख़्स नही
वो शायर हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है
झूठ बोलने का रियाज़ करता हूँ सुबह और शाम मैं
सच बोलने की अदा ने हमसे कई अजीज़ यार छीन लिये|
2 Line Hindi Shayari, Nikali thi bina nakab
निकली थी बिना नकाब आज वो घर से
मौसम का दिल मचला लोगोँ ने भूकम्प कह दिया
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा
तो हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते
अमीरों के लिए बेशक तमाशा है ये जलजला,
गरीब के सर पे तो आसमान टुटा होगा.
नफरत ना करना पगली हमे बुरा लगेगा. . . .
बस प्यार से कह देना अब तेरी जरुरत नही है. .
कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार देता हूँ
माँ कहती है घर की जिम्मेदारी है तुझ पर
नफरत ना करना पगली हमे बुरा लगेगा. . . .
बस प्यार से कह देना अब तेरी जरुरत नही है. .
जो मेरे बुरे वक्त में मेरे साथ है
मे उन्हें वादा करती हूँ मेरा अच्छा वक्त सिर्फ उनके लिए होगा
ये जो छोटे होते है ना दुकानों पर होटलों पर और वर्कशॉप पर
दरअसल ये बच्चे अपने घर के बड़े होते है
कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने
मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये
मोत से तो दुनिया मरती हैं
आशीक तो बस प्यार से ही मर जाता हैं
दिल टूटने पर भी जो शख्स आपसे शिकायत तक न कर सके…
उस शख्स से ज्यादा मोहब्बत आपको कोई और नही कर सकता
2 Line Hindi Shayari, Bick rahe hain taj mahal
बिक रहे हैं ताज महल सड़क-चौराहों पर आज भी..
मोहब्बत साबित करने के लिए बादशाह होना जरुरी नहीं..!!
डूबे हुओं को हमने बिठाया था अपनी कश्ती में यारो,
और फिर कश्ती का बोझ कहकर, हमें ही उतारा गया।
Tere na hone se kuchh bhi nahi badla,.
Bus kal jaha Dil hota tha, Aaj waha dard hota hai..!!
Masla ye nahi k tera hu
Masla ye hai k sirf tera hu..!!
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी..!!
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक।।
क्योंकि हर पत्थर हीरा नहीं होता।।
लोग ढूँढेंगे हमें भी, हाँ मगर सदियों के बाद।
अजीब खेल है इस मोहब्बत का,
किसी को हम न मिले और न कोई हमे मिला।
वो अपनी मर्जी से बात करते हैँ और
हम कितने पागल हैँ जो उनकी मर्जी का इंतजार करते हैं..!!!
सुना है आज उनकी आँखों आँशु आ गए।
वो बच्चों को लिखना सिखा रही थी.. कि मोहब्बत ऐसे लिखते है।
अजीब रंगो में गुजरी है मेरी जिंदगी।
दिलों पर राज़ किया पर मोहब्बत को तरस गए।
2 Line Shayari, Tasveer ke Tukde-Tukde
Mere saamne kar diye meri tasveer k Tukde-Tukde..
Pata chala mere peechhe wo unhe jod kar bahut Roye..!
उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको..
और हम.. उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं..!!
Ae Neend Aaja Ke Ab Koi Nahi Hai Paas Mere.!
Ke Jis Ke Liye Tujhe Chora Tha Woh To Kab Kii So Gaye
Aye Dil! Qasam Se Koi Nahi, Koi Nahi, Koi Nahi,
Yaqeen maano Darwaza Faqat Hawa Se Khula
Kismat Buri Ya Main Bura Yahi Faisla Na Ho Saka
Main Har Kisi Ka ho gaya Bas Koi Mera Na Ho Saka..
Meri Hesiat ka Andaza Tum Ye Jan Ker Laga Lo Ge
Hum Un Ke Kabhi Nahi Hote, Jo Her Kisi Ke Ho Jaye
Wo mera tha, na mera hai, kabhi hoga nahi..
Dimag hai ye kehta.. Dil maanta nahi..
Teri muskurahat, tere kah-kahe kisi aor ke the,
Jo teri ankho se tha tapka, wo main tha..
Ab dekhiye to, kis ki jaan jaati hai,
Maine us ki, us ne meri qasam khayi hai!!!
Aye zindgi tu sach me bhot khubsurat hai
Phir bhi uske bina tu achhi nahi lagti..!!
Woh Kab Ka BhooL Chuka Ho Ga Hamari WaFa Ka Qissa..!!!
Bichar Kar,Kisi Se, Kisi Ko, Kisi Ka, Khayal Kab Rehta Hai..!
कभी टूटा नहीं दिल से तेरी याद का रिश्ता,
गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है..
2 Line Shayari, Aayega waqt to dikhayenge
Aayega waqt to dikhayenge unko apny zakham..
Abhi khamosh hain humko bas khamosh rehny do.
Kaisi Guzar Rahi Hai Sabhi Pochtay To Hain
Kaisay Guzarta Hoon Koi Poochta Nahi..
Sambhaal Ke Rehna Aise Logo Se,
Jin Ke Dil Mein Bhi Dimaag Hota Hai.
Akele aaye the akele jayenge..
Phir akela kyun nahi raha jata..
Mujhe zindig ka itna tazurba to nahi !!
Par suna hai saadgi me log jeene nahi dete!
Khusbu Jese Log Hain Hum..!!
Bhikre Bhikre Rehte Hain..!!
kasoor isme tere nahi kismat ka hai..
Sache pyar ki kadar aksar uske chale jane ke bad hoti hai.
Har Baar Ilzaam Hum Par Hi Lagana Achha Nahi..
Wafa Khud Se Hoti Nahi Khafa Hum Se Ho Jate Ho.
Use Hum Chor De Lekin Bus Ik Choti Si Uljhan Hai,
Suna Hai Dil Se dharkan Ki Judai Mout Hoti Hai..
Uski Mohbat ka silsila bi kya ajeeb hai..
Apna bi nhi bnati hai.. Or kisi ka hone bi nhi deti hai.
2 Line Shayari, Kaisa sitam hai aapka ye
कैसा सितम है आपका ये, की रोने भी नही देता..
करीब आते नहीं और खुद से जुदा होने भी नहीं देता।
नज़र चाहती है दीदार करना, दिल चाहता है प्यार करना,
क्या बताएं इस दिलका आलम, नसीब मैं लिखा है इंतज़ार करना..
चलो उसका नही तो खुदा का एहसान लेते हैं…
वो मिन्नत से ना माना तो मन्नत से मांग लेते हैं..
दो रास्ते जींदगी के, दोस्ती और प्यार.!
एक जाम से भरा, दुसरा इल्जाम से..!
ज़िन्दगी ने मर्ज़ का क्या खूब इलाज सुझाया,
वक्त को दवा बताया
ख्वाहिशों से परहेज़ बताया|
मोहब्बत खो गयी मेरी, बेवफ़ाई के दलदल में,
मगर इन पागल आँखो को, आज भी तेरी तलाश रहती है|
थोङा ऐतबार करो मुझ पर
दोस्त हूँ मैं, कोई गैर नही
मुहब्बत हुई है, गुनाह तो नही..
अब जो रूठोगे तोह हार जाउंगी..
मानाने का हुनर भूल चुकी हु|
टूट जायेगी तुम्हारी ज़िद की आदत उस दिन,
जब पता चलेगा की याद करने वाला अब याद बन गया..
“उसे कह दो कि वो किसी और से,मुहब्बत कि ना सोचें,
एक हम ही काफी है,उसे उम्र भर चाहने के लिए..!!”
2 Line Shayari, Jiska milna muqaddar mein
जिनका मिलना मुकद्दर मे लिखा नही होता..
उनसे मुहबत कसम से कमाल की होती है ।।
तेरे बाद हमने इस दिलका दरवाज़ा खोला ही नही,
“वरना” बहुत से चाँद आये इस घर को सजाने के लिए..
आज़ाद कर दूंगा तुमको अपनी मुहब्बत की क़ैद से,
करे ��ो हमसे बेहतर तुम्हारी क़दर पहले वो शख्स तो ढूँढो..
आप जब तक रहेंगे आंखों में नजारा बनकर..
रोज आएंगे मेरी दुनिया में उजाला बनकर..
नहीं अब जख़्म कोई ग़हरा चाहिये..
बस तेरी दुआओं का पहरा चाहिये।
जहर से खतरनाक है यह मोहब्बत,
जरा सा कोई चख ले तो मर मर के जीता है!
सारा झगड़ा ही ख्वाहिशो का है,
ना गम चाहिए ना कम चाहिए..!!!
गुमनामी का अँधेरा कुछ इस तरह छा गया है..
की दास्ताँ बन के जीना भी हमे रास आ गया है।
जिसकी वजह से मेंने छोड़ी अपनी साँस..
आज वो ही आके पूछती हे किसकी हे ये लाश।।
मोहब्बत नही थी तो एक बार समझाया तो होता..
बेचारा दिल तुम्हारी खामोशी को इश्क़ समझ बैठा|
2 Line Shayari, Teri mohabbat per mera
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू!
काश तू बस इतनी सी मोहब्बत निभा दे..
जब मैं रूठूँ तो तू मुझे मना ले…!
बस रिश्ता ही तो टूटा है,
मोहब्बत तो आज भी हमे उनसे है….
रंज़िश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ..
आ फिरसे मुझे छोड़के जानेके लिए आ|
मोहब्बत करने से फुरसत नहीं मिली यारो..
वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते है|
कोई ठुकरा दे तो हँसकर जी लेना,
क्यूँकि मोहब्बत की दुनिया में ज़बरजस्ती नहीं होती!
दीवानगी मे कुछ एसा कर जाएंगे..
महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे।
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे|
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!
यू तो खुश है, जमाना मेरी शोहरत से..
मगर कुछ लोग हैं, जिनका दम निकलता हैं|
2 Line Shayari, Todh kar jodh lo
तोड़ कर जोड़ लो चाहे हर चीज़ दुनिया की..
सब की मरम्मत मुमकिन है एतबार के सिवा|
बहके बहके ही, अँदाज-ए-बयां होते है..
आप होते है तो, होश कहाँ होते है|
हँसी यूँ ही नहीं आई है इस ख़ामोश चेहरे पर,
कई ज़ख्मों को सीने में दबाकर रख दिया हमने|
मुझसे कहत�� है तेरे साथ रहूंगी!
बहुत प्यार करती है मुझसे मेरी उदासी !!
इतना ही गुरुर था तो मुकाबला इश्क का करती ऐ बेवफा..
हुस्न पर क्या ईतराना जिसकी ओकात ही बिस्तर तक हौ..।।
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नही..
चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
सोजा दिल आज धुँध बहुत है….! तेरे शहर में..! अपने दिखते नही
और जो दिखते है ..! वो अपने नही है…!
नाराज क्यों होते हो चले जायेंगे तुम्हारी जिन्दगी से बहुत दूर,
जरा टूटे हुए दिल के टुकङे तो उठा लेने दो!
खामोश बैठे हैं तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं,
और ज़रा सा हंस लें तो लोग मुस्कुराने की वजह पूछ लेते है।
लगता है खुदा मुझे बुलाने वाला है,
2 Line Shayari Collection 02
Ye kaisa silsila hai tere aur mere darmiyaan,
Faasle toh bahot hain magar mohabbat kam nahi hoti.
Ek tujhko hi chaaha tha, zamaane se ladkar…!!
Tumne zamaane se milkar, mujhe hi tanhaa kar diya.
Aie shekh mere peene ka andaz dekh,
Aksar sharab me aansu mila ke peeta hoon.
Kahin fisal na jao zara sambhal ke rehna,
Mausam baarish ka bhi hai aur mohabbat ka bhi.
Mere hi hathon pe likhi hai taqdeer meri,
Aur meri hi taqdeer par mera bus nahi chalta.
Tujhe pa na sake toh bhi saari zindagi tujhe pyar karenge,
Ye zaruri toh nahi jo mil na sake usse chhor diya jaye.
Zindagi mein Yeh Hunar Bhi Aazmaana chahiye,
Apnon se agar ho Jung toh haar Jaana chahiye.
Hum roj udas hote hai or shaam guzar jaati hai,
Ek roj shaam bi udas hogi or hum guzar jayenge.
Uski bewafai pe bhi fida hoti hai jaan apni,
Khuda jane agar us mein wafa hoti to kya hota.
Bas ek tujhe hi yakeen nahi mere jazbaaton par,
Warna kitne hi deewane ban bethe meri mohabbat ki dastan sun kar.
Short Shayari, Tu Ghadi Bhar ke liye
तू घडी भर के लिए मेरी नज़रो के सामने आजा,
एक मुद्द्त से मैंने खुद को आईने में नहीं देखा
उसे रास ही ना आया मेरा साथ वरना
मैं उसे जीते जी ख़ुदा बना देता.
लोग कहते हें…वक्त किसी का गुलाम नही होता,
फिर क्युँ तेरी मुस्कुराहट पे ये थम सा जाता हे?
जितने वाला ही नहीं.. बल्कि ‘कहाँ पे क्या हारना है’
ये जानने वाला भी सिकंदर होता है..||
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..
यारों ख्वाबों मे कह देता हूँ .. जिनसे हर बात.,
आज सामने आए तो.. अल्फाजो ने साथ छोड दिया मेरा..!!
अये मौत तुझे तो गले लगा लूँगा बस जरा तो ठहर
है हसरत दिल की तुझसे पहले उसे गले लगाने की
इश्क मोहब्बत की बातें कोई ना करना
एक शख्स ने जी भर के हमे रुलाया जो है
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो,
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं.
कदमो को रुकने का हुनर नहीं आया
सभी मंजिले निकल गयी पर घर नहीं आया…
एक चाहत थी आपके साथ जीने की,
वरना मोहब्बत तो किसी और से भी हो सकती थी..
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए..
हम याद करें उनको और उन्हें ख़बर हो जाए !
मेरी मोहब्बत सच्ची है इसलिए तेरी याद आती है..
अगर तेरी बेवफाई सच्ची है तो अब याद मत आना.
लोग शोर से जाग जाते हैं साहब ,
मुझे एक इंसान की ख़ामोशी सोने नही देती !!
Hindi Shayari, Humein kya pata tha
हमे क्या पता था, आसमा ऐसे रो पडेगा..,
हमने तो बस इन्हें अपनी दास्ता सुनाई थी..!!!
मानो तो हर पत्थर मेँ खुदा बसता है. .
अंदाज यही से लगा सकते हैँ आप, कि खूदा कितना सस्ता है. . .
नाजुक मिजाज हूँ कुछ, कुछ दिल से भी हूँ परेशाँ
पायल पहन के पांव में मै छमछम से डर गई
तुझे रख लिया इन यादों ने..फूल सा किताब में…
इस दिल में तुम रहेगे सदा..और महकोगे इन साँसों में…।।
छू जाते हो तुम मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर..,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नहीं..
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।.
जब जी चाहे नई दुनिया बना लेते है लोग
एक चेहरे पे कई चहरे लगा लेते है लोग..
महफ़िल भले ही प्यार वालों की हो..
उसमे रौनक तो दिल टुटा हुआ शराबीही लाता हैं…
जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है,
जो मुसाफिर थे वो रास नहीं आये,
जिन्हें चाहा वो साथ नहीं आये ..!!
दिल मे खुशी हो तो.. छलक जाती हैं..!
मुस्कुराहटें.. वजह की मोहताज नही होती..!!
कब दोगे ‘रिहाई’ मुझे इन यादोँ की ‘कैद’ से..
ऐँ ‘इश्क.. अपने ‘जुल्म’ देख.. मेरी ‘उम्र’ देख….
Hindi Shayari, Tarika mere qatil ka
वह मेरा व��हम था की वो मेरा हमसफ़र है।
वह चलता तो मेरे साथ था पर किसी और की तलाश में।
तरीका मेरे क़त्ल का, ये भी इजाद करो..
कि मर जाऊँ मै हिचकियो से, मुझे इतना याद करो..
गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती
तो बस मैं होता तुम होती और सारी रात बरसात होती !!
जब फुरसत मिले तो चाँद से मेरे दर्द की कहानी पुछ लेना,
एक वो ही है मेरा हमराज तेरे जाने के बाद|
नकाब तो उनका सर से ले कर पांव तक था..
मगर आँखे बता रही थी के मोहब्बत के शौकीन थे वो |
Tweet
Hindi Shayari, Mere tootne ki vjhe
चेहरे ‘अजनबी’ हो जाये तो कोई बात नही, लेकिन
रवैये ‘अजनबी’ हो जाये तो बडी ‘तकलीफ’ देते हैं !
मेरे टूटने की वजह मेरे जौहरी से पूछो,
उसकी ख्वाहिश थी कि मुझे थोड़ा और तराशा जाय…
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए।
लिखी है खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में,
हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई।
रिवाज तो यही हे दुनिया का मिल जाना और बिछड जाना,
तुम से ये कैसा रिशता है ना मिलते हो ना बिछडते हो|
तेरा ख़याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेदर्द मैं ने तुझ को भुलाया नहीं अभी|
इतना ही गरूर था तो मुकाबला इश्क़ का करती ए बेवफा ..
हुस्न पर क्या इतराना जिसकी ओकात ही बिस्तर तक हो
तेरी दुनिया का यह दस्तूर भी अजीब है ए खुदा..
मोहब्बत उनको मिलती है, जिन्हें करनी नहीं आती..
अंदाज़ बदलने लगते हैं होठों पे शरारत होती
है, नजरों से पता चल जाता है जिस दिल में मोहब्बत होती है.
आज जिस्म मे जान है तो देखते नही हैं लोग..
जब ‘रूह’निकल जाएगी तो कफन हटाहटा कर देखेंगे लोग..
थोडा अकड के चलना सीख लो दोस्तों..!!!
मौम जैसा दिल लेके फिरोगे… तो लोग जलाते रहेंगे और पिघलाते ही रहेंगें ..!!!
Log kehte hai ki mohabbat ek bar hoti hain,
Lekin me jab jab use dekhu mujhe har bar hoti hai.
Ek choote se sawal par itni khamoshi..???
Bas itna hi toh pucha thaa.. ‘Kabhi wafaa ki h kisi se..’
Hindi Shayari Collection, Kya likhu
क्या लिखूँ ,
अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों..
वो लोग ही बिछड़ गए ‘ जो जिंदगी हुआ करते थे|
रिश���ता दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
नाराजगी शब्दों में होनी चाहिए, दिल में नहीं !
तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था,
शायद तुझे वक्त गुज़ारना था और मुझे जिन्दगी !
माना के सब कुछ पा लुँगा मै अपनी जिन्दगी मै
मगर वो तेरे मैहदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे…
जिनके प्यार बिछड़े है उनका सुकून से क्या ताल्लुक़,
उनकी आँखों में नींद नही सिर्फ आंसू आया करते है.
अभी तक मौजूद हैं इस दिल पे तेरे क़दमों के निशान,
हमने तेरे बाद किसी को इस राह से गुजरने नहीं दिया.
कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है, जिसका मैं
वादा नही करता ।।
Hindi Shayari Collection, Khamoshi bahut kuch kehti hai
ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे,
कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो !!
मुझे सिर्फ दो चीजों से डर लगता है,
1 तेरे रोने से और 2 तुझे खोने से…
मुझसे इश्क, मुहब्बत, प्यार न कर,
अपनी ज़िन्दगी को तू बेकार न कर…
नार��ज़गी तो यहा हर किसी में भरी है,
मेरे दिल को ही देख लो अपना होकर भी नाराज है।
हर किसी पर दोस्तों ऐतबार मत करना,
धोखेबाजों के लिए ज़िन्दगी बर्बाद मत करना…
Hindi Shayari Collection, Tu meri dhakan
तू मेरी धड़कन, तेरी रूह,
तू अगर हैं, तो मैं हूँ|
कुछ लौग ये सोचकर भी मेरा हाल नहीं पुँछते..
कि यै पागल दिवाना फिर कोई शायरी न सुना देँ.
टहनियाँ बेचारी नाहक थरथराती रहती हैं..
ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी,
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त
मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले
लगता है मेरी नींद का किसी के साथ चक्कर चल रहा है,
सारी सारी रात गायब रहती है !!!
अहसास मिटा,तलाश मिटी, मिट गई उम्मीदें भी..
सब मिट गया पर जो न मिट सका वो है यादें तेरी
अरे पगली किराए का घर समझकर ही मेरे दिल मेँ बस जाओ
मैँ समझूँगा कि मेरे दिल का मकान मालिक रहने आया है
via Blogger http://ift.tt/1KkoCqt 2 Line Attitude Shayari, 2 Line Dard Shayari, 2 Line Dosti Shayari, 2 Line Love Shayari, 2 Line Shayari, 2 Line Yaad Shayari, Best 2 Line Shayari, New 2 Line Shayari, New Shayari http://ift.tt/2lTozO8 March 07, 2017 at 10:07PM
0 notes
Text
तपती गर्मी में भी खिली रहेगी सेहत, बड़े काम के हैं ये टिप्स
चैतन्य भारत न्यूज भारत में गर्मी का मौसम चल रहा है। तेज धूप, उमस और वातावरण में गर्मी के एहसास से हर व्यक्ति के मुंह से 'उफ्फ ये गर्मी' तो सुनने में आ ही जाता है। लेकिन क्या आपको यह पता है कि आखिर यह गर्मी होती क्या है? दरअसल, भारत के ज्यादातर हिस्सों खासकर मैदानी इलाकों में बसंत ऋतु के बाद धीरे-धीरे तापमान बढ़ने लगता है। इसकी वजह यह है कि सूर्य के इर्द- गिर्द चक्कर लगाते समय पृथ्वी थोड़ा तिरछी रहती है। जो गोलार्द्ध सूर्य की तरफ झुका रहता है, वहां सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं इसलिए वहां का मौसम गर्म होता है। भारत के संदर्भ में यह स्थिति मार्च से जून तक होती है, इसलिए तापमान बढ़ने लगता है। तेज गर्मी से शरीर असहज महसूस करता है और इसीलिए लोग अकसर इसकी चर्चा करते हैं। गर्म हवाओं की स्थिति को लू कहते हैं और उत्तर भारत में यह स्थिति मई-जून में बनती है। जरा सी लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। गर्म हवाओं की वजह से व्यक्ति के शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत होती है। हम आपको आज कुछ ऐसी खास बातें बता रहे हैं जो आपको गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाए रखने में मदद करेंगी- खानपान का ध्यान शरीर में ऊर्जा का होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वरना तरह-तरह की मुश्किलें सामने आ सकती हैं। मौसम के हिसाब से ऊर्जा की जरूरत, उसका तरीका बदलता रहता है इसलिए गर्मी में ये उपाय अपनाए जा सकते हैं। गर्मी में अत्यधिक पसीना निकलता है जिसके कारण शरीर में कई बार डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) की समस्या परेशान करती है। इस मौसम में पानी के साथ-साथ नींबू पानी, नारियल पानी, दही और छाछ का सेवन अच्छी मात्रा में करना चाहिए। ये पेय पदार्थ हमारे शरीर में न केवल ठंडक पहुंचाते हैं, बल्कि शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देते। गर्मी के मौसम में चाट-पकौड़ी या अन्य तेल व मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। इससे आपको फूड पॉइजनिंग या अन्य तरह की बीमारी हो सकती है क्योंकि इस मौसम में खाना दूषित भी जल्दी होता है। उसमें हानिकारक बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। चिप्स, नमकीन, तेल व घी युक्त भोजन में थर्मल इफेक्ट होता है और ये आपक शरीर में गर्मी उत्पन्न करते हैं। संतुलन बनाए रखने की दृष्टि से इनका संतुलित उपयोग ही बेहतर है। सॉफ्ट ड्रिंक्स या फिर कैफीन युक्त चीजों का सेवन गर्मी के मौसम में कम से कम करें। दरअसल, इन चीजों में रंग व शुगर की मात्रा भरपूर होती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स की बात करें तो इसमें फॉस्फोरिक एसिड की मात्रा अधिक होती है जिसका सीधा प्रभाव पाचन तंत्र पर पड़ता है। ऐसे में शरीर से मिनरल्स की मात्रा भी कम हो सकती है। मच्छरों से बचें गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी मच्छरों के कारण होती है। मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आप अपने घर के आसपास पानी न जमने दें और साथ ही खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं, ताकि मच्छर घर में प्रवेश न कर सकें। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग भी जरूर करें। त्वचा का ध्यान गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा ध्यान त्वचा पर दिया जाना जरूरी है। दरअसल, चिलचिलाती धूप और धूल भरी हवा से हमारी त्वचा बेजान हो जाती है। इससे बचने के लिए आपको ये सावधानियां बरतनी होगी- सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा पर सनबर्न और सनटैन जैसा खतरा पैदा करती हैं, इसलिए जब भी आप घर से बाहर जाएं तो सनस्क्रीन क्रीम या लोशन लगाएं और साथ ही अपने चेहरे को ढंकने के लिए स्कार्फ का इस्तेमाल करें। गर्मी के मौसम में हमारी त्वचा नमी खो देती है। जिसके लिए पानी का सेवन बहुत जरूरी होता है। गर्मी में जितना ज्यादा हो सके पानी पीएं। गर्मी के मौसम में दिनभर में तीन से चार- बार अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। दरअसल, ऐसा करने से चेहरे की चमक बढ़ती है। त्वचा के साथ-साथ बालों का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। नियमित रूप से आप शैम्पू से बालों की सफाई करें। साथ ही जब भी आप तेज धूप के संपर्क में आएं तो अपने सिर को स्कार्फ या दुपट्टे से जरूर ढंकें। नियमित रूप से बालों में तेल से मालिश करने से सिर की त्वचा (स्कैल्प) को स्वस्थ रखा जा सकता है। गर्मियों में पहनें ऐसे कपड़े- गर्मी के मौसम में सभी लोग ऐसे कपड़े पहनना चाहते हैं जो उन्हें राहत तो दें ही और साथ ही उन पर आकर्षक भी लगें। हम आपको गर्मी के मौसम में पहने जाने वाले उन खास कपड़ों की जानकारी दे रहे हैं जिसे पहनकर आप बीमारियों से बच सकते हैं- गर्मी के मौसम में कभी भी सिल्क, साटन, नायलॉन या वेलवेट के कपड़े नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि इनसे संक्रमण हो सकता है, इसलिए इस मौसम में आप कॉटन, शिफॉन, जॉरजट व हैंडलूम और खादी से बने कपड़े पहन सकते हैं। ये कपड़े आसानी से पसीना सोख लेते हैं और इससे त्वचा संबंधी संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। जब भी आप दोपहर में घर से बाहर जाएं तो हमेशा ऐसे कपड़े पहने जो सूती हों और और फुल स्लीव्ज यानी पूरी बांह के हों ताकि इससे आप सीधे धूप के प्रकोप से बच सकें। आप चाहे तो रात के समय में स्लीवलेस पहन सकते हैं। गर्मी के मौसम में हमेशा हेवी फेब्रिक के कपड़े पहनने से बचें क्योंकि इन्हें संभालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। गर्मियों में कपड़ों का चुनाव करते समय उसके रंग पर खासतौर से ध्यान दें। इस मौसम में हमेशा हल्के रंग के ही कपड़े पहने क्योंकि इससे आपको गर्मी कम महसूस होगी और साथ ही ये आंखों को भी ठंडक प्रदान करेंगे। Read the full article
#summerseason#summerseasonarticle#summerseasonclothsselection#summerseasonhaircare#summerseasonhealthydiet#summerseasonskincare#summerseasonskintips#summerseasontips#गर्मी#गर्मीमेंखानपानकाध्यान#गर्मीमेंत्वचाकाध्यान#गर्मीमेंपहनेंऐसेकपड़े#गर्मीमेंबालोकाध्यान#मच्छरोंसेबचनेकेउपाय
0 notes
Text
तपती गर्मी में भी खिली रहेगी सेहत, बड़े काम के हैं ये टिप्स
चैतन्य भारत न्यूज भारत में गर्मी का मौसम चल रहा है। तेज धूप, उमस और वातावरण में गर्मी के एहसास से हर व्यक्ति के मुंह से 'उफ्फ ये गर्मी' तो सुनने में आ ही जाता है। लेकिन क्या आपको यह पता है कि आखिर यह गर्मी होती क्या है? दरअसल, भारत के ज्यादातर हिस्सों खासकर मैदानी इलाकों में बसंत ऋतु के बाद धीरे-धीरे तापमान बढ़ने लगता है। इसकी वजह यह है कि सूर्य के इर्द- गिर्द चक्कर लगाते समय पृथ्वी थोड़ा तिरछी रहती है। जो गोलार्द्ध सूर्य की तरफ झुका रहता है, वहां सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं इसलिए वहां का मौसम गर्म होता है। भारत के संदर्भ में यह स्थिति मार्च से जून तक होती है, इसलिए तापमान बढ़ने लगता है। तेज गर्मी से शरीर असहज महसूस करता है और इसीलिए लोग अकसर इसकी चर्चा करते हैं। गर्म हवाओं की स्थिति को लू कहते हैं और उत्तर भारत में यह स्थिति मई-जून में बनती है। जरा सी लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। गर्म हवाओं की वजह से व्यक्ति के शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत होती है। हम आपको आज कुछ ऐसी खास बातें बता रहे हैं जो आपको गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाए रखने में मदद करेंगी- खानपान का ध्यान शरीर में ऊर्जा का होना सब���े ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वरना तरह-तरह की मुश्किलें सामने आ सकती हैं। मौसम के हिसाब से ऊर्जा की जरूरत, उसका तरीका बदलता रहता है इसलिए गर्मी में ये उपाय अपनाए जा सकते हैं। गर्मी में अत्यधिक पसीना निकलता है जिसके कारण शरीर में कई बार डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) की समस्या परेशान करती है। इस मौसम में पानी के साथ-साथ नींबू पानी, नारियल पानी, दही और छाछ का सेवन अच्छी मात्रा में करना चाहिए। ये पेय पदार्थ हमारे शरीर में न केवल ठंडक पहुंचाते हैं, बल्कि शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देते। गर्मी के मौसम में चाट-पकौड़ी या अन्य तेल व मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। इससे आपको फूड पॉइजनिंग या अन्य तरह की बीमारी हो सकती है क्योंकि इस मौसम में खाना दूषित भी जल्दी होता है। उसमें हानिकारक बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। चिप्स, नमकीन, तेल व घी युक्त भोजन में थर्मल इफेक्ट होता है और ये आपक शरीर में गर्मी उत्पन्न करते हैं। संतुलन बनाए रखने की दृष्टि से इनका संतुलित उपयोग ही बेहतर है। सॉफ्ट ड्रिंक्स या फिर कैफीन युक्त चीजों का सेवन गर्मी के मौसम में कम से कम करें। दरअसल, इन चीजों में रंग व शुगर की मात्रा भरपूर होती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स की बात करें तो इसमें फॉस्फोरिक एसिड की मात्रा अधिक होती है जिसका सीधा प्रभाव पाचन तंत्र पर पड़ता है। ऐसे में शरीर से मिनरल्स की मात्रा भी कम हो सकती है। मच्छरों से बचें गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी मच्छरों के कारण होती है। मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आप अपने घर के आसपास पानी न जमने दें और साथ ही खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं, ताकि मच्छर घर में प्रवेश न कर सकें। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग भी जरूर करें। त्वचा का ध्यान गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा ध्यान त्वचा पर दिया जाना जरूरी है। दरअसल, चिलचिलाती धूप और धूल भरी हवा से हमारी त्वचा बेजान हो जाती है। इससे बचने के लिए आपको ये सावधानियां बरतनी होगी- सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा पर सनबर्न और सनटैन जैसा खतरा पैदा करती हैं, इसलिए जब भी आप घर से बाहर जाएं तो सनस्क्रीन क्रीम या लोशन लगाएं और साथ ही अपने चेहरे को ढंकने के लिए स्कार्फ का इस्तेमाल करें। गर्मी के मौसम में हमारी त्वचा नमी खो देती है। जिसके लिए पानी का सेवन बहुत जरूरी होता है। गर्मी में जितना ज्यादा हो सके पानी पीएं। गर्मी के मौसम में दिनभर में तीन से चार- बार अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। दरअसल, ऐसा करने से चेहरे की चमक बढ़ती है। त्वचा के साथ-साथ बालों का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। नियमित रूप से आप शैम्पू से बालों की सफाई करें। साथ ही जब भी आप तेज धूप के संपर्क में आएं तो अपने सिर को स्कार्फ या दुपट्टे से जरूर ढंकें। नियमित रूप से बालों में तेल से मालिश करने से सिर की त्वचा (स्कैल्प) को स्वस्थ रखा जा सकता है। गर्मियों में पहनें ऐसे कपड़े- गर्मी के मौसम में सभी लोग ऐसे कपड़े पहनना चाहते हैं जो उन्हें राहत तो दें ही और साथ ही उन पर आकर्षक भी लगें। हम आपको गर्मी के मौसम में पहने जाने वाले उन खास कपड़ों की जानकारी दे रहे हैं जिसे पहनकर आप बीमारियों से बच सकते हैं- गर्मी के मौसम में कभी भी सिल्क, साटन, नायलॉन या वेलवेट के कपड़े नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि इनसे संक्रमण हो सकता है, इसलिए इस मौसम में आप कॉटन, शिफॉन, जॉरजट व हैंडलूम और खादी से बने कपड़े पहन सकते हैं। ये कपड़े आसानी से पसीना सोख लेते हैं और इससे त्वचा संबंधी संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। जब भी आप दोपहर में घर से बाहर जाएं तो हमेशा ऐसे कपड़े पहने जो सूती हों और और फुल स्लीव्ज यानी पूरी बांह के हों ताकि इससे आप सीधे धूप के प्रकोप से बच सकें। आप चाहे तो रात के समय में स्लीवलेस पहन सकते हैं। गर्मी के मौसम में हमेशा हेवी फेब्रिक के कपड़े पहनने से बचें क्योंकि इन्हें संभालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। गर्मियों में कपड़ों का चुनाव करते समय उसके रंग पर खासतौर से ध्यान दें। इस मौसम में हमेशा हल्के रंग के ही कपड़े पहने क्योंकि इससे आपको गर्मी कम महसूस होगी और साथ ही ये आंखों को भी ठंडक प्रदान करेंगे। Read the full article
#summerseason#summerseasonarticle#summerseasonclothsselection#summerseasonhaircare#summerseasonhealthydiet#summerseasonskincare#summerseasonskintips#summerseasontips#गर्मी#गर्मीमेंखानपानकाध्यान#गर्मीमेंत्वचाकाध्यान#गर्मीमेंपहनेंऐसेकपड़े#गर्मीमेंबालोकाध्यान#मच्छरोंसेबचनेकेउपाय
0 notes
Text
जब गर्मी सताए तो ऐसे पाएं राहत
टीम चैतन्य भारत भारत में गर्मी का मौसम चल रहा है। तेज धूप, उमस और वातावरण में गर्मी के एहसास से हर व्यक्ति के मुंह से 'उफ्फ ये गर्मी' तो सुनने में आ ही जाता है। लेकिन क्या आपको यह पता है कि आखिर यह गर्मी होती क्या है? दरअसल, भारत के ज्यादातर हिस्सों खासकर मैदानी इलाकों में बसंत ऋतु के बाद धीरे-धीरे तापमान बढ़ने लगता है। इसकी वजह यह है कि सूर्य के इर्द- गिर्द चक्कर लगाते समय पृथ्वी थोड़ा तिरछी रहती है। जो गोलार्द्ध सूर्य की तरफ झुका रहता है, वहां सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं इसलिए वहां का मौसम गर्म होता है। भारत के संदर्भ में यह स्थिति मार्च से जून तक होती है, इसलिए तापमान बढ़ने लगता है। तेज गर्मी से शरीर असहज महसूस कर��ा है और इसीलिए लोग अकसर इसकी चर्चा करते हैं। गर्म हवाओं की स्थिति को लू कहते हैं और उत्तर भारत में यह स्थिति मई- जून में बनती है। हालांकि, बच्चों के लिए तो यह मौसम बहुत ही मनोरंजक होता है क्योंकि, इस दौरान स्कूलों में छुट्टी हो जाती है। बच्चों को जी भर खेलने का मौका मिलता है लेकिन जरा सी लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। गर्म हवाओं की वजह से व्यक्ति के शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत होती है। हम आपको आज कुछ ऐसी खास बातें बता रहे हैं जो आपको गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाए रखने में मदद करेंगी- खानपान का ध्यान शरीर में ऊर्जा का होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वरना तरह-तरह की मुश्किलें सामने आ सकती हैं। मौसम के हिसाब से ऊर्जा की जरूरत, उसका तरीका बदलता रहता है इसलिए गर्मी में ये उपाय अपनाए जा सकते हैं। गर्मी में अत्यधिक पसीना निकलता है जिसके कारण शरीर में कई बार डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) की समस्या परेशान करती है। इस मौसम में पानी के साथ-साथ नींबू पानी, नारियल पानी, दही और छाछ का सेवन अच्छी मात्रा में करना चाहिए। ये पेय पदार्थ हमारे शरीर में न केवल ठंडक पहुंचाते हैं, बल्कि शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देते। गर्मी के मौसम में चाट-पकौड़ी या अन्य तेल व मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। इससे आपको फूड पॉइजनिंग या अन्य तरह की बीमारी हो सकती है क्योंकि इस मौसम में खाना दूषित भी जल्दी होता है। उसमें हानिकारक बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। चिप्स, नमकीन, तेल व घी युक्त भोजन में थर्मल इफेक्ट होता है और ये आपक शरीर में गर्मी उत्पन्न करते हैं। संतुलन बनाए रखने की दृष्टि से इनका संतुलित उपयोग ही बेहतर है। सॉफ्ट ड्रिंक्स या फिर कैफीन युक्त चीजों का सेवन गर्मी के मौसम में कम से कम करें। दरअसल, इन चीजों में रंग व शुगर की मात्रा भरपूर होती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स की बात करें तो इसमें फॉस्फोरिक एसिड की मात्रा अधिक होती है जिसका सीधा प्रभाव पाचन तंत्र पर पड़ता है। ऐसे में शरीर से मिनरल्स की मात्रा भी कम हो सकती है। मच्छरों से बचें गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी मच्छरों के कारण होती है। मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए आप अपने घर के आसपास पानी न जमने दें और साथ ही खिड़कियों और दरवाजों में जाली लगवाएं, ताकि मच्छर घर में प्रवेश न कर सकें। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग भी जरूर करें। त्वचा का ध्यान गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा ध्यान त्वचा पर दिया जाना जरूरी है। दरअसल, चिलचिलाती धूप और धूल भरी हवा से हमारी त्वचा बेजान हो जाती है। इससे बचने के लिए आपको ये सावधानियां बरतनी होगी- सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें त्वचा पर सनबर्न और सनटैन जैसा खतरा पैदा करती हैं, इसलिए जब भी आप घर से बाहर जाएं तो सनस्क्रीन क्रीम या लोशन लगाएं और साथ ही अपने चेहरे को ढंकने के लिए स्कार्फ का इस्तेमाल करें। गर्मी के मौसम में हमारी त्वचा नमी खो देती है। जिसके लिए पानी का सेवन बहुत जरूरी होता है। गर्मी में जितना ज्यादा हो सके पानी पीएं। गर्मी के मौसम में दिनभर में तीन से चार- बार अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। दरअसल, ऐसा करने से चेहरे की चमक बढ़ती है। त्वचा के साथ-साथ बालों का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। नियमित रूप से आप शैम्पू से बालों की सफाई करें। साथ ही जब भी आप तेज धूप के संपर्क में आएं तो अपने सिर को स्कार्फ या दुपट्टे से जरूर ढंकें। नियमित रूप से बालों में तेल से मालिश करने से सिर की त्वचा (स्कैल्प) को स्वस्थ रखा जा सकता है। गर्मियों में पहनें ऐसे कपड़े- गर्मी के मौसम में सभी लोग ऐसे कपड़े पहनना चाहते हैं जो उन्हें राहत तो दें ही और साथ ही उन पर आकर्षक भी लगें। हम आपको गर्मी के मौसम में पहने जाने वाले उन खास कपड़ों की जानकारी दे रहे हैं जिसे पहनकर आप बीमारियों से बच सकते हैं- गर्मी के मौसम में कभी भी सिल्क, साटन, नायलॉन या वेलवेट के कपड़े नहीं पहनने चाहिए, क्योंकि इनसे संक्रमण हो सकता है, इसलिए इस मौसम में आप कॉटन, शिफॉन, जॉरजट व हैंडलूम और खादी से बने कपड़े पहन सकते हैं। ये कपड़े आसानी से पसीना सोख लेते हैं और इससे त्वचा संबंधी संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। जब भी आप दोपहर में घर से बाहर जाएं तो हमेशा ऐसे कपड़े पहने जो सूती हों और और फुल स्लीव्ज यानी पूरी बांह के हों ताकि इससे आप सीधे धूप के प्रकोप से बच सकें। आप चाहे तो रात के समय में स्लीवलेस पहन सकते हैं। गर्मी के मौसम में हमेशा हेवी फेब्रिक के कपड़े पहनने से बचें क्योंकि इन्हें संभालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। गर्मियों में कपड़ों का चुनाव करते समय उसके रंग पर खासतौर से ध्यान दें। इस मौसम में हमेशा हल्के रंग के ही कपड़े पहने क्योंकि इससे आपको गर्मी कम महसूस होगी और साथ ही ये आंखों को भी ठंडक प्रदान करेंगे। Read the full article
#summerseason#summerseasonarticle#summerseasonclothsselection#summerseasonhaircare#summerseasonhealthydiet#summerseasonskincare#summerseasonskintips#summerseasontips#गर्मी#गर्मीमेंखानपानकाध्यान#गर्मीमेंत्वचाकाध्यान#गर्मीमेंपहनेंऐसेकपड़े#गर्मीमेंबालोकाध्यान#मच्छरोंसेबचनेकेउपाय
0 notes