#मॉडर्न वैक्सीन भारत
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gaange · 9 months ago
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Cancer Vaccine : Russia ने खोजा लिया कैंसर का इलाज
भारत के दोस्त रूस ने दुनिया के सबसे बड़े खतरे का इलाज निकाल लिया है। रूस ने ऐलान किया है कि उसने कैंसर जैसी लाइलाज बिमारी के लिए वैक्सीन बनाने पर वो काम कर रहा है और वो उसके बेहद करीब पहुँच चुका है। Cancer Vaccine का ऐलान किसी और ने नहीं बल्कि खुद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने किया है कि वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं और वो इसके अंतिम चरण में है। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने साफ कर दिया कि हम कैंसर की वैक्सीन और नई पीढ़ी की इम्युनो मॉड्यूलट्री दवाओं के निर्माण के बहुत करीब है। मॉस्को फोरम में अपने संबोधन में कहा कि मुझे उम्मीद है कि जल्द ही वैक्सीन लोगों के इलाज के लिए प्रभावी ढंग से इस्तेमाल हो सकेगी ,पुतिन ने ये नहीं बताया कि प्रस्तावित वैक्सीन किस तरह के कैंसर के इलाज में इस्तेमाल की जाएंगी। कैंसर का इलाज अपने आप में एक बहुत बड़ी कामयाबी है, कई देश और कंपनियां कैंसर के टीके पर काम कर रही है। ब्रिटेन की सरकार भी कैंसर के वैक्सीन के ट्रायल पर सालों से काम कर रही है। पिछले साल ब्रिटिश सरकार ने पर्सनलाइज्ड कैंसर के इलाज के लिए क्लिनिकल ट्रायल शुरू की थी और 2030 तक 10,000 मरीजों तक पहुंचने का टारगेट रखा है। Cancer Vaccine : Russia ने खोजा लिया कैंसर का इलाज ब्रिटेन जर्मनी की आयोएनटेक के साथ मिलकर ट्रायल कर रहा है। इसके अलावा फार्मास्यूटिकल्स कंपनी मॉडर्न और मार्क एंड कंपनी भी कैंसर की वैक्सीन बना रही है, जो कैंसर की मिडिल स्टेज में इस्तेमाल हो सकती है। मसलन रिसर्च के दौरान पता चला की 3 साल के इलाज के बाद सबसे घातक स्किन कैंसर की दोबारा होने या इससे मौत होने की संभावनाआधी हो गई। फिलहाल दुनिया के साम��े कैंसर एक बहुत बड़ा खतरा हैं। WHO के मुताबिक वर्तमान में ह्यूमन पैपिलोमायरस के खिलाफ़ छः लाइसलैंड वैक्सीन मौजूद हैं जो सर्वाइकल कैंसर सहित कई कैंसर का कारण बनते हैं। साथ ही हेपेटाइटिस बी के खिलाफ़ भी टीके हैं जो लिवर कैंसर का कारण बनते हैं। आपको बता दें कि रूस जो ऐलान किया है उसके बाद पूरी दुनिया में सनसनी मची हुई है और सबसे पहले तब रूस ने कोविड 19 के दौरान स्पुतनिक भी वैक्सीन बनाई थी ,अब ये कहा जा रहा है की अगर ये वाकई में कैंसर के इलाज के रूस बेहद करीब है तो रूस ने वो बनाया है जिसकी जरूरत दुनिया को सबसे ज्यादा है । कैंसर दुनिया के सामने एक बड़ा खतरा है और दुनिया भर में होने वाली मौतों में कैंसर एक बड़ी वजह है। WHO की कैंसर एजेंसी इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के आंकड़े बताते हैं की साल 2022 में लगभग 2,00,00,000 कैंसर के नए मामले सामने आए और कैंसर की वजह से 97,00,000 लोगों की मौत हुई है। अकेले भारत में 14,13,316 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें महिला रोगियों का अनुपात अधिक है। देश में 1,92,000 नए मामलों के साथ स्तन कैंसर का अनुपात सबसे अधिक है । आकड़े बताते हैं कि प्रत्येक 5 में एक व्यक्ति को अपने जीवन काल में कैंसर हो जाता है , लगभग 9 में से एक पुरुष और 12 में से एक महिला की मौत हो जाती है । इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि कैंसर कितनी खतरनांक बीमारी है , फिलहाल रूस ने Cancer Vaccine को खोजने का ऐलान किया है अब देखना है कि कितना कारगर हो पाता है । Read the full article
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lok-shakti · 3 years ago
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मॉडर्ना वैक्सीन को जल्द मिल सकती है DCGI की मंजूरी, सिप्ला ने आयात के लिए किया आवेदन
मॉडर्ना वैक्सीन को जल्द मिल सकती है DCGI की मंजूरी, सिप्ला ने आयात के लिए किया आवेदन
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा अमेरिका के मॉडर्न के कोविड-19 वैक्सीन को जल्द ही 18 वर्ष और उससे अधिक आयु वालों के लिए आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी देने की संभावना है, पीटीआई ने मंगलवार को सूचना दी। समाचार एजेंसी ने बताया कि दवा कंपनी सिप्ला ने मॉडर्न जैब्स के आयात और विपणन प्राधिकरण के लिए आवेदन किया है, एक बार इसकी नियामक मंजूरी मिल गई है। मॉडर्ना ने यह भी सूचित किया है कि अमेरिकी…
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newsreporters24 · 3 years ago
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7.5 mn doses of Moderna vaccine offered to India; no consensus on indemnity clause: Sources
7.5 mn doses of Moderna vaccine offered to India; no consensus on indemnity clause: Sources
छवि स्रोत: एपी भारत को दी गई मॉडर्न वैक्सीन की 7.5 मिलियन खुराक: स्रोत Source सूत्रों ने कहा कि भारत को COVAX वैश्विक वैक्सीन साझाकरण कार्यक्रम के माध्यम से मॉडर्न के COVID-19 वैक्सीन की 7.5 मिलियन खुराक की पेशकश की गई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्षतिपूर्ति खंड पर आम सहमति के रूप में देश में जैब्स कब पहुंचेंगे, सूत्रों ने कहा। सरकार ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह वैक्सीन निर्माता मॉडर्न के साथ…
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mrdevsu · 3 years ago
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फाइजर और मॉडर्ना के पास ऑर्डर फुल, भारत को वैक्सीन के लिए करना पड़ सकता है लंबा और अनिश्चित इंतजार
फाइजर और मॉडर्ना के पास ऑर्डर फुल, भारत को वैक्सीन के लिए करना पड़ सकता है लंबा और अनिश्चित इंतजार
नई दिल्ली: तीन इसके लेकिन जब ऐप में कीटाणु की उपस्थिति में भारत पर कीटाणु होते हैं। 13 अप्रैल को सरकार ने घोषणा की थी कि जैमिंग को अमेरिका, एयर, इत्तेल, प्रभास और प्रभात से मेल खाती है, भारत में पहली बार एयर इंडिया में और फैज़ की रिपोर्ट्स की घोषणा की। किसी भी तरह की घोषणा की गई थी। तीन मई से 24 मई के बीच भारत में कोरोना से 1,49,017 (सरकारी आँकड़े) वैज्ञानिक। प्रदर्शन की तरह दिखने वाला या फिर…
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aajkitaazakhabar2022 · 3 years ago
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कोरोनावायरस समाचार भारत लाइव अपडेट: मॉडर्न को अपने कोविड -19 वैक्सीन की दूसरी बूस्टर खुराक के EUA के लिए FDA की मंजूरी मिली - द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया
कोरोनावायरस समाचार भारत लाइव अपडेट: मॉडर्न ���ो अपने कोविड -19 वैक्सीन की दूसरी बूस्टर खुराक के EUA के लिए FDA की मंजूरी मिली – द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया
द टाइम्स ऑफ़ इंडिया | मार्च 30, 2022, 00:12:34 IST दैनिक कोरोनावायरस लाइव अपडेट स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली ने मंगलवार को 95 कोविड -19 मामले दर्ज किए और संक्रमण के कारण कोई ताजा मृत्यु नहीं हुई, जबकि सकारात्मकता दर घटकर 0.45 प्रतिशत रह गई। इन ताजा मामलों के साथ, राष्ट्रीय राजधानी की संख्या बढ़कर 18,64,734 हो गई। मरने वालों की संख्या 26,151 है।कम पढ़ें Source link
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parichaytimes · 3 years ago
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कोरोनावायरस वैक्सीन: भारतीय टीके COVID के ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ कैसे होंगे?
कोरोनावायरस वैक्सीन: भारतीय टीके COVID के ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ कैसे होंगे?
भारत ने वर्तमान में कई टीकों के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रदान किया है, जिनमें से मॉडर्न द्वारा एकमात्र एमआरएनए वैक्सीन अभी तक देश में उपलब्ध नहीं है। अभी तक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी को भारत में पात्रता मानदंडों को प���रा करने वाले लोगों को प्रशासित किया जा रहा है। कोविशील्ड और रूस के स्पुतनिक वी दोनों एक अलग वायरस के…
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insolubleworld · 3 years ago
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कोरोनावायरस वैक्सीन: भारतीय टीके COVID के ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ कैसे होंगे?
कोरोनावायरस वैक्सीन: भारतीय टीके COVID के ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ कैसे होंगे?
भारत ने वर्तमान में कई टीकों के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रदान किया है, जिनमें से मॉडर्न द्वारा एकमात्र एमआरएनए वैक्सीन अभी तक देश में उपलब्ध नहीं है। अभी तक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी को भारत में पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले लोगों को प्रशासित किया जा रहा है। कोविशील्ड और रूस के स्पुतनिक वी दोनों एक अलग वायरस के…
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lazypenguinearthquake · 3 years ago
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कोरोनावायरस वैक्सीन: भारतीय टीके COVID के ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ कैसे होंगे?
कोरोनावायरस वैक्सीन: भारतीय टीके COVID के ओमाइक्रोन संस्करण के खिलाफ कैसे होंगे?
भारत ने वर्तमान में कई टीकों के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रदान किया है, जिनमें से मॉडर्न द्वारा एकमात्र एमआरएनए वैक्सीन अभी तक देश में उपलब्ध नहीं है। अभी तक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी को भारत में पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले लोगों को प्रशासित किया जा रहा है। कोविशील्ड और रूस के स्पुतनिक वी दोनों एक अलग वायरस के…
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ashokgehlotofficial · 3 years ago
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Mr. Sam Pitroda (Innovations advisor to former PM Sh. Rajiv Gandhi) addressed at 'Rajasthan Innovation Vision (Rajiv-2021)' program as the key speaker:
Honourable Chief Minister, Honourable Ministers, government officers, ladies and gentlemen greetings from Chicago.
It is indeed a special honour and privilege for me to be with you to remember our great leader Rajiv Gandhi on his 77th birthday. I want to compliment the government of Rajasthan and department of IT for all the great things you are doing. Unfortunately it seems that someone has hacked my computer just at the time I started to speak, so I am talking to you through my mobile phone. My computer has been locked up. I am sure it is someone who didn’t want me to talk to you but I am delighted we are connected.
Rajiv Gandhi planted so many important seeds during his short tenure putting India into 21st century everything we are enjoying today, directly or indirectly has roots in the Rajiv Gandhi era.
I can tell you from my side he gave meaning to my own life, he gave me an opportunity to work in India for IT and telecom, technology missions, then India had only two million telephones.
Credit goes to Rajiv Gandhi and his vision, his political will and the support he gave all of us to take India into 21st century with great zeal, pride and opportunities.
Rajiv Gandhi’s vision was really to focus on great human capacity in IT and telecom.
He launched CDOT to train hundreds and hundreds in modern technology related to microcomputer, software, systems. He also created C DAC for advanced computing so India could make our own super computers. His idea was to take technology to help poor people at the bottom. He launched technology missions related to water, literacy, immunization, cooking oil, telecom and milk production, because of his initiative we could eradicate polio. Reason we are large manufacture of vaccine is because Rajiv Gandhi decided to produce in India.
We are also the largest producer of milk in the world.
Then we didn’t have all the advanced software, people had not even heard of computers, laptops were just coming out and we were heavily criticised by many that we are wasting time and energy going after computerization and telecom.
His idea was to use e-governance to improve justice to improve education, health, public services, financial systems and to improve efficiency of the government using modern technology tools.
All the things you talked about today in your various presentations, those things have roots in what we started in mid 80s.
He was a man in hurry, he wanted IT and computers to help us in railway reservations, in agriculture, in governance, in justice and many other areas.
I am delighted that Rajasthan government is fairly advanced in many areas and I am sure Rajiv Gandhi would have been proud of what you are doing in Rajasthan today. We still have a long way to go, we have to create a new mindset. Rajiv Gandhi thought about scientific temper, logical thinking, rational approach and I am concerned that today institutions are being captured. Civil society has very little role to play and scientific temper is not encouraged. Rajiv Gandhi would have been very disappointed today to see where we are in these three areas.
Rajasthan can show us a way in many of these IT areas related to government by really essentially improving justice, improving productivity & efficiency and taking IT to the next level to benefit people.
During Corona crisis, zoom calls, video conferencing and working from home, learning from home, students are now taking lessons online so corona crisis was closer to IT and telecom.
We lost Rajiv Gandhi too early, If Rajiv Gandhi had been around India would be very different. Today we are a nation of connected billions, we still think in the old paradigm. We need to really understand the role of hyper connectivity, role of IT and telecom in restructuring everything.
I am happy that you have ticked up Rajasthan to a great leap forward in IT, e-governance and improving public service. I want to once again compliment you all, want to thank Honourable Chief Minister for this opportunity, want to really apologise for the inconvenience caused because of some technical difficulty but I am convinced somebody tried to hack and block me from having this conversation. My computer is completely locked up, I’ve to use mobile phone to talk through face time. It is kind of late here, it's 2:15 or 2:30 I have another call, zoom call at 7 :30 in the morning so I would cut short. Once again thank Honourable Chief Minister, organisers for this opportunity and all the best in your efforts to take IT to improve Rajasthan, next time when I come, I promise to come there to really have a longer chat on IT with the minister and secretary to CM, lot’s of things that happening in this field. I am deeply involved in many of these things and I will be happy to share my experiences.
राजस्थान इनोवेशन विजन (राजीव-2021) कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्री सैम पित्रोदा (पूर्व इनोवेशन सलाहकार, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी एवं डॉ. मनमोह�� सिंह जी) का सम्बोधन:
आदरणीय मुख्यमंत्री जी, आदरणीय मंत्रीगण, अधिकारियों एवं सभी उपस्थित जन, सभी को शिकागो से मेरी शुभकामनाएं।
यह मेरे लिए अत्यंत ही गर्व का विषय है कि मैं आपके बीच में अपने महान नेता राजीव गांधी जी का उनके 77वें जन्मदिन पर स्मरण कर रहा हूँ। राजस्थान सरकार और आईटी डिपार्टमेंट के द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए उनकी सराहना करता हूँ। दुर्भाग्य से ऐसा लगता है कि किसी ने ठीक उसी वक्त जब मैं बोलना शुरू कर रहा था, मेरा कंप्यूटर हैक किया इसलिए मैं अब आपसे मोबाइल फोन के जरिए बात कर रहा हूँ। मेरा कंप्यूटर लॉक हो गया है। मुझे विश्वास है कि कोई यह चाहता नहीं था कि मैं आपसे बात करूं लेकिन मैं खुश हूँ कि हम कनेक्टेड हैं।
राजीव गांधी ने अपने अल्प कार्यकाल में भारत को 21वीं सदी में ले जाने के लिए महत्वपूर्ण कार्यों का सूत्रपात किया जिसका फल आज हमें मिल रहा है। परोक्ष या अपरोक्ष रूप से इनकी जड़ें राजीव गांधी के समय में हैं।
अपनी तरफ से बता सकता हूँ कि उन्होंने मेरे जीवन को मायने दिए, मुझे भारत में आईटी, टेलीकॉम, टेक्नोलॉजी मिशनों में काम करने का मौका दिया। तब भारत में मात्र 2 मिलियन टेलीफोन थे।
बड़ी तादाद में लोगों को सॉफ्टवेयर और सिस्टम्स से जुड़ी मॉडर्न तकनीक में प्रशिक्षित करने के लिए CDOT को लांच किया। C DAC बनाया ताकि भारत खुद के सुपर कंप्यूटर बनाए । उनका इरादा तकनीक के इस्तेमाल से गरीब व्यक्ति की मदद करने का था। उन्होंने जल, साक्षरता, टीकाकरण, खाद्य तेल, टेलीकॉम और दुग्ध उत्पादन के लिए तकनीकी मिशनों को लांच किया। उनके प्रयासों से हम पोलियो को खत्म कर पाए। वैक्सीन के हम बड़े उत्पादक हैं इसका कारण है कि राजीव गांधी ने भारत में उत्पादन करने का निर्णय लिया।
हम दुनिया के सबसे बड़े दुग्ध उत्पादक हैं।
तब हमारे पास एडवांस्ड सॉफ्टवेयर नहीं थे, लोगों ने कंप्यूटर का नाम भी नहीं सुना था और लैपटॉप तो बस आने शुरू ही हुए थे और हमारी इस बात के लिए काफी आलोचना हुई थी कि हम कंप्यूटरीकरण और टेलीकॉम के पीछे समय और ऊर्जा बर्बाद कर रहे हैं।
उनका विचार ई-गवर्नेंस के माध्यम से न्याय में सुधार लाने, शिक्षा, स्वास्थ्य, पब्लिक सर्विसेज, वित्तीय सेवाओं में सुधार लाने और सरकार की कार्��कुशलता को मॉडर्न तकनीक से जरिए सुधारने का था।
आज विभिन्न प्रेजेंटेशन के जरिए जिन भी विषयों की बात हुई है उनकी जड़ें उनमें हैं जो हमनें 80s के मध्य में शुरू की थीं। राजीव जी जल्दी में थे, वे चाहते थे कि आईटी और कम्प्यूटर की मदद रेलवे रिज़र्वेशन, खेती में, गवर्नेंस में, न्याय में और अन्य क्षेत्रों में ली जाए।
मुझे खुशी है कि राजस्थान सरकार कई क्षेत्रों में आगे है और मुझे विश्वास है कि जो काम राजस्थान में हो रहा है उसे लेकर राजीव गांधी अत्यंत ही गर्वित हुए होते। हमें और आगे जाना है और ���या माइंडसेट तैयार करना है। राजीव गांधी साइंटिफिक टेम्पर, लॉजिकल थिंकिंग तथा रैशनल एप्रोच के बारे में सोचते थे और मैं आज चिंतित हूँ कि संस्थानों को कंट्रोल किया जा रहा है। सिविल सोसाइटी का रोल बहुत कम हो गया है एवं साइंटिफिक टेम्पर को प्रोत्साहित नहीं किया जा रहा है। राजीव गांधी बहुत निराश होते यह देखकर कि इन तीन क्षेत्रो में हम कहाँ हैं।
सरकार से संबंधित कई आईटी क्षेत्रों में जिसमें न्याय में सुधार, उत्पादन में सुधार और कार्यकुशलता होगी और लोगों के हित में आईटी को नेक्स्ट लेवल ले जाया जाएगा ऐसी उम्मीद राजस्थान देता है।
कोरोना संकट के समय जूम कॉल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई घर से काम करना देखा गया, विद्यार्थी अब ऑनलाइन लेसन लेते हैं।
हमनें राजीव गांधी को बहुत जल्दी खो दिया, यदि वे आज होते तो भारत बहुत अलग होता। आज हम आपस में जुड़े हुए बिलियन लोगों का देश हैं, हम अभी भी पुरानी सोच रखते हैं। हमें पुनर्निर्माण के लिए हाइपर कनेक्टिविटी के बारे में, आईटी और टेलीकॉम की भूमिका के बारे में समझना होगा।
मुझे खुशी है कि आपने राजस्थान को आईटी, ई-गवर्नेंस और पब्लिक सर्विस में लंबी छलाँग दिलवाई है। एक बार पुनः आप सब को बधाई देता हूँ। माननीय मुख्यमंत्री जी को मुझे इस अवसर को प्रदान करने के लिए बधाई देता हूँ और तकनीकी समस्या के कारण होने वाली असुविधा के लिए माफी चाहता हूँ लेकिन मुझे यकीन है कि किसी ने मुझे हैक करने और इस बातचीत से ब्लॉक करने की कोशिश की। मेरा कंप्यूटर लॉक्ड है और मुझे मोबाइल फोन के जरिए फेस टाइम यूज करते हुए आपसे बात करनी पड़ी है। यहां शिकागो में लेट हो चुका है और रात्रि में 2:15 या 2: 30 बज रहे हैं। मेरी सुबह 7:30 बजे दूसरी कॉल है, ज़ूम कॉल है इसलिए मैं अपनी बात समाप्त करता हूँ। एक बार पुनः माननीय मुख्यमंत्री जी को, आयोजकों को इस अवसर के लिए धन्यवाद देता हूँ तथा राजस्थान में आईटी के उपयोग से सुधार लाने के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूँ। वादा है कि अगली बार जब आऊंगा तो मंत्री जी ��वं मुख्यमंत्री जी के सचिव के साथ आईटी और इस क्षेत्र में हो रही बहुत सी चीज़ों पर विस्तृत बातें करूंगा। बहुत सी ऐसे विषयों में मैं गहराई से जुड़ा हुआ हूँ एवं अपने अनुभव बांट कर मुझे खुशी होगी।
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lok-shakti · 3 years ago
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भारत ने मॉडर्न वैक्सीन की 7.5 मिलियन खुराक की पेशकश की; क्षतिपूर्ति खंड पर कोई सहमति नहीं
भारत ने मॉडर्न वैक्सीन की 7.5 मिलियन खुराक की पेशकश की; क्षतिपूर्ति खंड पर कोई सहमति नहीं
सूत्रों ने कहा कि भारत को COVAX वैश्विक वैक्सीन साझाकरण कार्यक्रम के माध्यम से मॉडर्न के कोविद -19 वैक्सीन की 7.5 मिलियन खुराक की पेशकश की गई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्षतिपूर्ति खंड पर आम सहमति के रूप में देश में जैब्स कब पहुंचेंगे, सूत्रों ने कहा। सरकार ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह वैक्सीन निर्माता मॉडर्न के साथ सक्रियता से काम कर रही है ताकि यह देखा जा सके कि देश में इसकी वैक्सीन कैसे…
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mytracknews · 3 years ago
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जॉनसन एंड जॉनसन की एकल खुराक वाली COVID वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए केंद्र की मंजूरी मिल गई है
जॉनसन एंड जॉनसन की एकल खुराक वाली COVID वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए केंद्र की मंजूरी मिल गई है
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन के एकल खुराक वाले टीके को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिल गई है। अमेरिकी वैक्सीन निर्माता ने गुरुवार को भारत में अपने जैब के इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन के लिए आवेदन किया था। यह अमेरिका के मॉडर्न और रूस के स्पुतनिक वी के बाद भारत में आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्राप्त करने वाला तीसरा विदेशी निर्मित टीका है। J&J ने…
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hbadigitech · 3 years ago
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"नॉट इवन एनफ फॉर ...": फाइजर पर वैक्सीन पैनल चीफ, मॉडर्न ऑफर
“नॉट इवन एनफ फॉर …”: फाइजर पर वैक्सीन पैनल चीफ, मॉडर्न ऑफर
श्री अरोड़ा ने कहा कि ये यूएस-आधारित वैक्सीन निर्माता जितनी दवाओं की पेशकश कर रहे हैं, वह बड़ी नहीं है। सरकार के वैक्सीन पैनल के प्रमुख एनके अरोड़ा ने बताया कि सभी यूएस-आधारित वैक्सीन निर्माता क्षतिपूर्ति और देयता खंड पर जोर दे रहे हैं और उनसे मिलने के लिए भारत की अनिच्छा बाजार में उनके प्रवेश को धीमा कर रही है। एनडीटीवी बीता हुआ कल। हालांकि, उन्होंने खुलासा किया कि दिसंबर तक सभी योग्य वयस्कों…
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praveenpradhan254121 · 3 years ago
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फाइजर, मॉडर्न ऑफर पर वैक्सीन पैनल प्रमुख
फाइजर, मॉडर्न ऑफर पर वैक्सीन पैनल प्रमुख
श्री अरोड़ा ने कहा ��ि ये यूएस-आधारित वैक्सीन निर्माता जितनी दवाओं की पेशकश कर रहे हैं, वह बड़ी नहीं है। सरकार के वैक्सीन पैनल के प्रमुख एनके अरोड़ा ने बताया कि सभी यूएस-आधारित वैक्सीन निर्माता क्षतिपूर्ति और देयता खंड पर जोर दे रहे हैं और उनसे मिलने के लिए भारत की अनिच्छा बाजार में उनके प्रवेश को धीमा कर रही है। NDTV बीता हुआ कल। हालांकि, उन्होंने खुलासा किया कि दिसंबर तक सभी योग्य वयस्कों को…
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khsnews · 3 years ago
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फाइजर की शर्त मानने को तैयार केंद्र को चार महीने में 50 लाख वैक्सीन मिल सकती है। मॉडर्न, जॉनसन एंड जॉनसन के इनकार के बावजूद, विदेशी टीकों को उम्मीद है कि फाइजर की शर्त को स्वीकार करने के लिए तैयार केंद्र को चार महीनों में 50 मिलियन टीके मिल सकते हैं। आधुनिक, जॉनसन एंड जॉनसन के इनकार के बावजूद, विदेशी टीके आशाजनक हैं
फाइजर की शर्त मानने को तैयार केंद्र को चार महीने में 50 लाख वैक्सीन मिल सकती है। मॉडर्न, जॉनसन एंड जॉनसन के इनकार के बावजूद, विदेशी टीकों को उम्मीद है कि फाइजर की शर्त को स्वीकार करने के लिए तैयार केंद्र को चार महीनों में 50 मिलियन टीके मिल सकते हैं। आधुनिक, जॉनसन एंड जॉनसन के इनकार के बावजूद, विदेशी टीके आशाजनक हैं
हिंदी समाचार स्थानीय दिल्ली एनसीआर फाइजर का कंडीशन एक्सेप्टेंस ��ेंटर चार महीने में 50 मिलियन इंजेक्शन लगा सकता है। आधुनिक, जॉनसन के इनकार के बावजूद। जॉनसन, विदेशी टीकों के लिए बने रहें विज्ञापनों से परेशान हैं? बिना विज्ञापनों के समाचारों के लिए डायनामिक भास्कर ऐप इंस्टॉल करें नई दिल्लीएक घंटे पहलेलेखक: पवन कुमार प्रतिरूप जोड़ना फाइजर वैक्सीन के हानिकारक प्रभावों के कारण भारत में कानूनी…
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24gnewshindi · 4 years ago
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फाइजर, मॉडर्न वैक्सीन भारत-प्रमुख कोविड संस्करण के खिलाफ प्रभावी: अध्ययन
फाइजर, मॉडर्न वैक्सीन भारत-प्रमुख कोविड संस्करण के खिलाफ प्रभावी: अध्ययन
लेकिन इस तरह की प्रयोगशाला जांच यह अनुमान नहीं लगा सकती है कि वास्तविक दुनिया की प्रभावकारिता कैसी दिख सकती है वाशिंगटन: अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा किए गए नए शोध के अनुसार, भारत में पहली बार पहचाने गए दो कोरोनावायरस वेरिएंट के खिलाफ फाइजर और मॉडर्न कोविड के टीके अत्यधिक प्रभावी होने चाहिए। प्रयोगशाला-आधारित अध्ययन एनवाईयू ग्रॉसमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन और एनवाईयू लैंगोन सेंटर द्वारा किया गया था और…
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lok-shakti · 3 years ago
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मॉडर्ना की सिंगल-डोज़ कोविड -19 वैक्सीन भारत में अगले साल होने की संभावना; फाइजर 2021 के लिए 5 करोड़ डोज के साथ तैयार
मॉडर्ना की सिंगल-डोज़ कोविड -19 वैक्सीन भारत में अगले साल होने की संभावना; फाइजर 2021 के लिए 5 करोड़ डोज के साथ तैयार
मॉडर्ना अगले साल भारत में एकल-खुराक COVID-19 वैक्सीन लॉन्च करने की उम्मीद कर रही है और अन्य भारतीय फर्मों के बीच सिप्ला के साथ बातचीत कर रही है, जबकि एक अन्य अमेरिकी दिग्गज फाइजर 2021 में ही 5 करोड़ शॉट्स की पेशकश करने के लिए तैयार है, लेकिन यह महत्वपूर्ण नियामक छूट चाहता है। क्षतिपूर्ति, सूत्रों ने मंगलवार को कहा। जबकि मॉडर्न ने भारतीय अधिकारियों को अवगत कराया है कि उसके पास 2021 में साझा करने…
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