#मूली के पत्ते खाने के फायदे
Explore tagged Tumblr posts
vilaspatelvlogs · 4 years ago
Text
घास-फूस नहीं बेहद काम के हैं मूली के पत्ते, फायदे कर देंगे हैरान!
घास-फूस नहीं बेहद काम के हैं मूली के पत्ते, फायदे कर देंगे हैरान!
नई दिल्ली: मूली का इस्तेमाल तो हम खूब करते हैं. लेकिन इसके पत्तों को बेकार समझकर फेंक देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मूली के पत्तों में भी मूली जितने ही पोषक तत्व होते हैं. मूली के पत्तों में विटामिन A, विटामिन B, C के साथ ही क्लोरीन, फॉस्फोरस, सोडियम, आयरन, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं.  पाइल्स में लाभदायकमूली के पत्ते पाइल्स…
View On WordPress
0 notes
digimakacademy · 4 years ago
Photo
Tumblr media
चटपटीत व चविष्ट असण्यासोबतच आरोग्यास अगणित लाभ देते ‘ही’ पालेभाजी! नक्की खाऊन बघा हिवाळा ऋतू (winter) आला की हिरव्या पालेभाज्यांची (green vegetable) चंगी सुरु होते. म्हणजेच हिवाळ्या मध्ये विविध प्रकारच्या व पौष्टिक हिरव्या पालेभाज्या बाजारात येतात.
0 notes
lifestylechacha · 3 years ago
Text
पीलिया रोग के लक्षण और घरेलू उपचार - Jaundice disease symptoms and home remedies in Hindi
Tumblr media
Jaundice disease symptoms and home remedies in Hindi : आज हम आपको अपने इस आर्टिकल ��े माध्यम से आपको बताने वाले हैं कि कैसे आप पीलिया रोग के लक्षणों के बारे में जान सकते है और इसके क्या घरेलू उपाय है? जिससे आप ठीक हो सकते हैं। इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी जो पीलिया रोग से ग्रसित किसी भी व्यक्ति के लिए एकदम कारगर साबित होती है। यह सारे उपाय अक्सर लोग अपने घर मे प्रयोग में लाते हैं।  
पीलिया रोग के लक्षण :
यह एक ऐसा रोग है। जो देखने में सामान्य-सा लगता है लेकिन यह एक गंभीर रोग है और इसका इलाज समय पर होना आवश्यक होता हैं। नही तो यह और बढ़ जाता हैं। इस पीलिया रोग को इंग्लिश में जॉन्डिस कहते हैं। यह बीमारी हमें तब होती हैं। जब शरीर में बिलबीन की मात्रा बढ़ जाती हैं और आँख, नाखून और त्वचा आदि सभी सफेद भाग जो शरीर में होते है। वह पीला दिखने लगता है। इस रोग में सबसे ज्यादा असर लिवर पर पड़ता हैं। जिसमे वह कमजोर होकर काम करना बंद कर देता हैं। जब यह बीमारी होती हैं तो लोग अक्सर घबराने लगते हैं। इस बीमारी का इलाज फिर वो एलोपैथिक के साथ साथ और भी कई उपाय अपनाते हैं। उसी में से एक हैं, घरेलू उपाय। आइए जानते हैं। इसके घरेलू उपाय……  
पीलिया रोग के घरेलू उपाय :
पीलिया रोग के घरेलू उपाय वैसे तो बहुत सारे है। जिनमें से कुछ हम आपको बताने वाले हैं।   #फिटकरी से पीलिया का घरेलू उपचार :
Tumblr media
फिटकरी एक ऐसा नमक है। जो हर बीमारी में ज्यादा तर उपयोग किया जाता है। यह पीलिया के लिए भी काफी लाभदायक है। बस आप इसे तवे पर सेक ले जब तक ये फूल न जाए, फिर इसे पीस कर रोज सुबह एक गिलास पानी में आधा चम्मच फिटकरी मिला दे। एक दो दिन में आराम मिलने लगेगा।   #तुलसी से पीलिया का घरेलू उपचार :
Tumblr media
तुलसी भी एक ऐसा ही पौधा है। जिसे हम हर बीमारी के उपचार के लिए जो कड़ा बनाते हैं। उसमे यह काफ़ी लाभदायक सिद्ध होता है और खाने में भी। यह पीलिया के लिए भी काफी कारगर साबित हुआ है। बस 5 ग्राम तुलसी के पत्ते और 5 ग्राम पुनर्नवा की जड़े ले और इसे पीस कर सुबह शाम इसका सेवन करें। इसका सेवन करने से लाभ मिलता हैं।   #मूली का सेवन पीलिया का घरेलू उपचार :
Tumblr media
मूली यह भी घरेलू उपाय में पाया जाने वाला एक खाद्य पदार्थ है। जिसे आप इसके पत्तों सहित पीस ले और इसका रस निकल ले। फिर इसमें 10 मि ली नींबू मिला दे और चीनी की मात्रा इच्छानुसार रखें। इस सब को मिलकर रो सुबह खाली पेट एक कप की मात्रा अनुसार एक कप सुबह और रात को सोने से पहले पी लें। देखिए एक सप्ताह में लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। इसका एक उपाय यह भी है कि आप 5 तोला मूली के पत्तों का रस निचोड़कर 1 तोला मिश्रा मिला ले। रोज प्रत्यकाल वासी मुह सेवन करने से भी काफी लाभ मिलता है।   #पीलिया में प्याज का घरेलू उपचार :
Tumblr media
प्याज जिसका उपयोग हम अक्सर लू से बचने के लिए करते हैं। यह पीलिया के रोग में भी काफी कारगर साबित हुआ है। बस प्याज को लेकर उसके छोटे छोटे टुकड़े कर लें। फिर उसे एक मिट्टी या शीशे के बर्तन में रखें और इसमें इतना नींबू डाल दें कि वह इसमे अच्छे से भीग जाए। फिर इसमें कालीमिर्च और सेंघा नमक भी सही मात्रा में डाल दें। फिर रोज इसका सेवन करें। इसके सेवन से भी बहुत लाभ मिलता हैं।   #पपीता से भी पीलिया का घरेलू उपचार :
Tumblr media
पपीता यह भी एक ऐसा लाभकारी फल है। जो ज्यादा तर बीमारी में लोग उपयोग करते हैं। वैसे ही पीलिया के रोग में कच्चा पक्का पपीता काफी लाभकारी होता है। कच्चे पपीते को बिना मसाले के सब्जी बनाकर खाए। यह काफी फायदेमंद होता है। साथ ही पक्का पपीता भी खाए। वह भी पीलिया को दूर रखेगा।   #गिलोय पीलिया का घरेलू उपाय : गिलोय जो काफी सारे बीमारी में कड़ा बना कर पीने के काम आता है। ठीक वैसे ही यह पीलिया रोग में भी फायदे मंद होता है। बस गिलोय के रस को शहद में मिलकर सुबह सुबह सेवन करें। इसका प्रयोग इस बीमारी को दूर रखने में लाभकारी है।   #नारियल पानी से भी पीलिया का घरेलू उपचार :
Tumblr media
पीलिया के रोग से ग्रसित व्यक्ति के लिए नारियल पानी को पीना काफी फायदेमंद होता है। यह हमारे पाचन तंत्र को ठीक रखता है और लिवर को भी स्वस्थ रखता है। इसका प्रयोग डेंगू आदि बीमारियों में भी होता है।   #दही से पीलिया का घरेलू उपाय :
Tumblr media
पीलिया रोग में दही का सेवन करने से बैक्टीरिया वाले संक्रमण को दही के सेवन से रोका जा सकता है और दही पीलिया में काफी फायदेमंद होता है। छाछ और मठ्ठा का भी रोजाना 1 गिलास सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से भी पीलिया को जल्दी ठीक करने में भी सहायक होता है।   #गन्ने से भी पीलिया का घरेलू उपाय :
Tumblr media
गन्ने का रस जो कि पीलिया में काफी लाभकारी होता है। इसका दिन में तीन चार बार ���स एक सप्ताह तक आप सेवन करें। फिर देखिएगा। पीलिया में कैसे आराम पड़ता है। यदि पीलिया से ग्रसित व्यक्ति सत्तू खाकर गन्ने का रस पिए। तो यह भी काफी फायदेमंद होता है और एक सप्ताह में पीलिया ठीक हो जाता है।   आशा करती हूं कि आपको हमारे बताए गए पीलिया रोग के घरेलू उपाय से आपको अवश्य लाभ होगा और आप इसका प्रयोग अवश्य करेंगे। आपको यह आर्टिकल कैसे लगा। आप हमें हमारे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।   - ज्योति कुमारी Read the full article
0 notes
kisansatta · 4 years ago
Photo
Tumblr media
मूली के पत्तों में छ‍िपे हैं अनेक फायदे
Tumblr media
मूली हमारे सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर लोग पूरी, पराठा और सलाद के रूप में करते हैं। मूली में अनेकों तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। क्या आपको पता है, कि मूली की तरह मूली के पत्ते में भी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। जी हां मूली की तरह उसका पत्ता भी सेहत को अनेकों बीमारियों से बचाने का काम करता है। यदि आप मूली के पत्ते का प्रतिदिन सेवन करें, तो इससे आपकी पाचन शक्ति मजबूत हो सकती है।
इसमें पाए जाने वाले फाइबर हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है। यह पेट संबंधित समस्या को दूर करने के साथ-साथ शरीर को मजबूत बनाने का काम करता हैं। तो आइए जाने मूली के पत्ते के और क्या-क्या गुण है।
मूली के पत्ते खाने के फायदे
1. पेट की जलन की समस्या को करें दूर
यदि आप आधा ग्लास मूली के रस का सेवन प्रतिदिन करें, तो इससे पेशाब में होने वाली जलन और दर्द आसानी से दूर हो सकती हैं।
2. पेट को रखे साफ
यदि आप एक मूली के रस में नमक और मिर्च डालकर उसका जूस पिएं, तो पेट साफ रह सकता है।
3. हिचकी की समस्या को करें दूर
यदि आप कोमल मूली के पत्ते का जूस पिएं, तो इससे हिचकी जैसी समस्या आसानी से दूर हो सकती है।
4. कब्ज की समस्या को करें दूर
यदि आप मूली के पत्ते का प्रतिदिन सेवन करें, तो इससे आपको कब्ज और दस्त की समस्या से छुटकारा मिल सकता हैं।
5. खून की कमी में फायदेमंद
मूली में आयरन और फाइबर की मात्रा काफी पाई जाती हैं, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ-साथ खून की कमी को भी दूर करता हैं। यदि आप प्रतिदिन इसके पत्ते का सेवन करें, तो आपके शरीर में खून की कमी की समस्या दूर हो सकती है।
6. थकान की समस्या को करें दूर
मूली के पत्ते में थायामीन काफी मात्रा में पाया जाता है। यदि आप इस का प्रतिदिन सेवन करें, तो आपके शरीर में होने वाली थकान की समस्या दूर हो सकती है।
7. किडनी स्टोन की समस्या को दूर करने में मददगार
मूली का पत्ता यूरिनरी ब्लैडर को मजबूत बनाने का काम करता है। यह किडनी में होने वाले स्टोन को गला कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
https://kisansatta.com/there-are-many-benefits-printed-in-radish-leaves/ #ThereAreManyBenefitsPrintedInRadishLeaves There are many benefits printed in radish leaves Life #Life KISAN SATTA - सच का संकल्प
0 notes
avneesh55 · 4 years ago
Text
एरण्ड के तेल के वारे मे अरंडी का नाम सुनकर समझ में आने वाली असुविधा हो सकती है लेकिन आपकी सुविधा के लिए, जब मैं ये नाम कहता हूं तब तक आप उसे पहचान लोगे क्योंकि अरंडी का तेल या अरंडी का तेल सभी नाम से जाना जाता ��ै अपने आयुर्वेदिक गुणों के कारण, अरंडी। का उपयोग सदियों से कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए किया जा रहा है। अरंडी का तेल लाभ कैस्टर के पत्ते, बीज, जड़, फूल और उन्हें निकाले गए तेल का उपयोग उपचार के रूप में किया जाता है, आमतौर पर अरंडी का उपयोग आंखों की समस्याओं, बवासीर, खांसी, पेट दर्द जैसी समस्याओं के लिए किया जाता है। आइए आगे जानते हैं जातियों के बारे में विस्तार से एरंड क्या होता है ( क्या है हिन्दी में Arandi ) अरंडी से बने अरंडी का तेल या अरंडी का तेल आमतौर पर एक दवा के रूप में उपयोग किया जाता है। अरंडी के तेल का इस्तेमाल लगभग हर बीमारी में किया जाता है। कैस्टर ऑयल का उपयोग न केवल त्वचा की स्थिति, बल्कि पेट और महिलाओं से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। अन्य भाषाओं में एरंड का नाम (का नाम Arandi अलग अलग भाषाओं में हिन्दी में) एरंड का वानास्पतिक नाम ricinus communis एल (रिसिनस कॉम्युनिस) है और ये Euphorbiaceae (युफोर्बिएसी) कुल का होता है। ये यूफोरबिएसी (युफोर्बियासी) कुल का है और अंग्रेजी में इसको कैस्टर-ऑयल प्लांट (कैस्टर ऑयल प्लान्ट) कहते हैं। लेकिन भारत में अन्य प्रांतों में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। जैसे- Sanskrit- एरण्ड, आमण्ड, चित्र, गन्धर्वहस्तक, पञ्चाङ्गुल, वर्धमान, दीर्घदण्ड, वातारि, उरुबक, चित्रबीज, उत्तानपत्रक, व्याघपुच्छ; हिंदी- अरंड, एरंड, एरंडी, रेंडेरी; एरंडी का औषधीय गुण (औषधीय गुणों की आरंडी हिंदी में) अरंडी का तेल एक सुरक्षित रेचक है। यह कुष्ठ रोग के लिए एक अत्यंत उपयोगी औषधि है और यह एक अच्छा गाउट भी है। यह गाउट के कारण होने वाली कब्ज और गाउट के लिए थोड़ी मात्रा में दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है , सर्दी, ठंड और ठंड में लोगों के रोग, एरंडपैक के उपयोग से मल बिना गायब हो जाता है, जिससे रोगी को उपरोक्त रोग हो सकते हैं से होने वाली दैनिक पीड़ा से राहत मिलती है। दवाओं के अलावा, यह भोजन के रूप में भी काम करता है। अरंडी बलगम और वात को कम करती है, पित्त को बढ़ाती है, सूजन और दर्द को कम करती है, एंटीपीयरेटिक एक कीटनाशक, कीटनाशक, expectorant, मूत्रवर्धक, वीर्य, ​​गर्भाशय क्लीन्ज़र, कुष्ठ और लिन है। अरंडी का तेल या अरंडी का तेल रिफाइनरी, त्वचा के लिए फायदेमंद है, खंडीय है और खांसी को कम करता है। एरंड के फायदे (अरंडी) उपयोग और लाभ) कैस्टर में इतने गुण होते हैं कि इसका उपयोग दवा के रूप में किया जाता है। ��ो आइए नजर डालते हैं कि किन बीमारियों के लिए किया जाता है। नेत्र रोग के लिए फायदेमंद कैस्टर ऑयल (Castor oil Benefits in Eye Disease in Hindi) अरंडी का तेल हिंदी में अरंडी के तेल की 2 बूंदे आँखों में डालने से आँखों के विकार दूर होते हैं, फंगल रोग में तीक्ष्णता भी होती है। अरंडी के पत्तों को जौ के आटे के साथ पीसकर, इसकी लेप बनाकर आंखों पर बांधने से पित्त के कारण होने वाली सूजन कम होती है। और पुनः आंखों के संक्रमण (इंफेक्शन) के लक्षण, कारण और घरेलू उपचार खाँसी से दिलाये राहत एरंडी (अरंडी पत्ते से लाभ मिलता है खाँ से राहत पाने के लिए हिंदी में) 500 मिलीग्राम अरंडी के पत्तों को 3 मिलीलीटर तेल और बराबर भाग गन्ने के रस के साथ चाटने से खांसी ठीक हो जाती है। उदर-विकार में लाभकारी एरंडी (अरंडी का पौधा पेट की समस्या से राहत पाने में मदद करता है) में में) अरंडी के बीजों को पीसकर गाय के दूध में चार बार पकाएं, जब यह खो गया (मावा) जैसा हो तो इसमें 2 भाग गुड़ या शकर मिलाएं और अवलेह बनाएं। रोज 10 ग्राम खाने से पेट की बीमारियों से राहत मिलती है पुराने पेट दर्द के लिए, एक नींबू का रस और अरंडी के तेल की 5-10 बूंदें 200 मिलीलीटर गुनगुने पानी में रात को सोने से पहले पीने से पेट के दर्द में लाभ होता है। । प्रवाहिका या पेचिश से राहत पाने में मदद करेगा एरंडी ( हिंदी में डायसेंट्रिक में अरंडी फायदेमंद) यदि एमओ और रक्त अन्नप्रणाली में गिरता है, तो शुरुआत में 10 मिलीलीटर अरंडी का तेल पीने से आम का क्षरण कम होगा और रक्त का बहाव भी कम होगा। और पढ़ें - बाबासीर मे मूली के फायदे एपेन्डिसाइटिस से दिलाये राहत अरंडी का तेल (Arandi Oil Help to Cure Appendicitis in Hindi) इस बीमारी के दर्द चरणों में, रोजाना 5 से 10 मिलीलीटर अरंडी का तेल देना आवश्यक नहीं है। कृमि से निजात दिलाये अरंडी के पत्ते (Arandi Leaves Benefit to Get Relief to Worms in Hindi) पेट की चर्बी करे कम अरंडी का तेल (Arandi Plant Beneficial in Weight Loss in Hindi) पेट की चर्बी 20 से 50 ग्राम हरी अरंडी की जड़ को धो लें और इसे पीसकर 200 मिलीलीटर पानी में उबालें और शेष 50 मिला पर पियें, इससे पेट की चर्बी कम होगी। पम्स के कष्ट से दिलाये राहत अरंडी (Arandi Leaves for Piles in Hindi) 20-30 मिलीलीटर अरंडी के पत्तों के काढ़े में 15 मिलीलीटर एलोवेरा को मिलाकर सुबह के समय पीने से बवासीर में होता है। और पढ़ें: मस्सों के लिए कैस्टर ऑयल (Castor Oil Benefits in Warts in Hindi) अरंडी का तेल और अरंडी का तेल अरंडी के तेल और एलोवेरा को मिलाकर हिंदी में फायदा करता है पीलिया में फायदेमंद अरंडी का तेल (Arandi Oil Beneficial in Jaundice in Hindi) यदि गर्भवती महिला को कमला हो जाए और उसे प्रारंभिक अवस्था हो, तो उसे कमला में पांच दिनों तक 5-10 मिली लीटर लेपटोन देने से लाभ होता है और सूजन भी गायब हो जाती है। ५ मिली अरंडी पत्र सिरप, ५०�� मिलीग्राम पेपरिका पाउडर या दूध देने से लाभ होता है। कमला में -6 मिली अरंडी की जड़ में 250 मिली दूध मिलाकर पीने से लाभ होता है। कमला मेंगारर के 20-30 मिलीलीटर में दो चम्मच शहद सहित पीने से लाभ होता है और पढ़ें - बछचो की खासी के लिए किडनी की सूजन को कम करें अंरडी का तेल (अरण्डी का पौधा हिंदी में गुर्दे की सूजन से राहत पाने में मदद करता है) अरंडी के बीजों को पीसकर, पेट के उदर भाग में गर्म द्वारा लगाने से रीढ़ की शूल और सूजन से राहत मिलती है ब्रेस्ट के ग्लैंड को कम करें अरंडी (अरण्डी लाभ हिंदी में स्तन ग्रंथि सूजन की पीड़ा से इलाज पाने के लिए) जब दूध किसी महिला के स्तनों से नहीं निकलता है और स्तन में गांठ होती है। फिर 500 ग्राम अरंडी के पत्तों को 20 लीटर पानी में एक घंटे के लिए उबालें और 15-20 मिनट के लिए शरीर के स्तनों पर गुनगुना पानी डालें अरंडी के तेल की मालिश करें और स्तनों पर उबले हुए पत्तों के घुमावक करें। गांठें पक जाती हैं और दूध का प्रवाह फिर से शुरू हो जाता है खजूर का तेल कम अरंडी का तेल (Castor Oil Help to Get Relief to Delivery Pain in Hindi) प्रसव के दौरान दर्द को कम करने के लिए, गर्भवती महिलाओं को 15 महीने बाद 15 दिनों के बाद अरंडी का तेल हल्का जुलाब देना प्रसव के समय, चाय या दूध के साथ अरंडी की 25 मिली को मिलाकर पीने से तुरंत प्रसव होता है यूटेरस का सूजन कम अरंडी का तेल (Arandi Oil Help to Cure Uterus Inflammation in Hindi) कॉटन स्वैब को हिंदी अरंडी के तेल में भिगोकर योनि में पहनने से योनि दर्द में आराम मिलेगा। -गर्भाशय-शोथ प्राथमिकता पीड़ित पश्चात होता है। इसमें रुग्ण को बहुत तेज ज्वर होता है। ऐसी अवस्थाओं में एरंड के पत्तों ( कैस्टर इन हिंदी) के वत्रपूत स्वरस में शुद्ध रूई का फाहा भिगोकर योनि में रखने से लाभ होता है। मासिक विकार की समस्या से राहतये निजात संबंधी एरंड के टुकड़े (अरंडी पत्तियां हिंदी में पीरियड प्रॉब्लम से निपटने में मदद करती हैं) पीड़ा - धर्म में पीड़ा गर्म करने के बाद पेट पर अरंडी के पत्तों को बांधने से मासिक धर्म के विकारों से राहत मिलती है यदि मासिक धर्म के दौरान दर्द दर्दनाक है, तो यह घरेलू उपाय बहुत उपयोगी है। और पढ़ें - बाल बढाने के लिए साइटिका का दर्द कम एरंड (हिंदी में अरंडी लाभकारी) 10 ग्राम अरंडी के बीजों को दूध में उबालें, खीर बनाएं और उसे पोषण दें, इससे पेट की खराबी और गठिया से राहत मिलेगी और कब्ज से राहत मिलेगी (अरंडी का तेल हिंदी में)। अंरडी का तेल अर्थराइटिस का दर्द कम अरंडी का तेल (Arandi Oil Benefit to Treat Arthritis in Hindi) अरंडी और मेंहदी के पत्तों को पीसकर इंफ क्षेत्र पर लगाएं, गाउट को दबाएं। एक गिलास दूध में 10 मिलीलीटर अरंडी का तेल मिलाकर सेवन करना रोगी के लिए फायदेमंद होता है। अरंडी के बीज को पीसकर जोन्स पर लेप करने से जोड़ों की सूजन और गठिया समाप्त हो जाता है। कटिस्नायुशुल, गोनोरिया, लेटरल कोलिक, कार्डियक कोलिक, बलगम, गठिया और गठिया इन सभी रोग��ं में 10 ग्राम अरंडी की जड़ और 5 ग्राम सोंठ का चूर्ण सहित उबालकर सेवन करना चाहिए, और दर्द के स्थान पर अरंडी के तेल की मालिश करनी चाहिए। और पढ़ें : दमा मे राहत पाने के लिए न्यूरोजिकॉल घाव को कम एरंडी के टुकड़ों (Arandi Leaf Beneficial in Neuralgic Wounds in Hindi) श्याम अरंडी के पत्तों को पीसकर लगाने से नाड़ी की शुद्धि और राशन होता है (अरंडी का तेल हिंदी में) बिस्तर सोर में लाभकारी अरंडी का तेल (Castor oil Help to Treat Bedores in Hindi) अरंडी का तेल हिंदी में लगाने से बेडसोर या बेडोरस से राहत मिलती है। बिस्तर सोन्स को कैसे ठीक करें स्किन डिजीज में लाभकारी एरंड (अरंडी फायदेमंद त्वचा रोगों में हिंदी में) 20 ग्राम अरंडी की जड़ को 400 मिलीलीटर पानी में उबालें, काढ़ा बनाएं और इसे 100 मिलीलीटर छोड़ने के बाद पी लें, यह त्वचा की स्थिति में फायदेमंद है। सूजन को कम करता है एरंडी के टुकड़े (Arandi Leaves Benefits to Treat Inflammation in Hindi) अरंडी के पत्तों को पीसकर, अरंडी का तेल हिंदी में फायदेमंद है। और पढ़ें - मूत्र संबंधी समस्या गोरेपन के लिए अरंडी तेल लाभकारी (Castor Oil Beneficial for Fairness in Hindi) अरंडी के तेल में स्खलन के कारण, यह त्वचा की प्राकृतिक चमक या गोरापन बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए, त्वचा को बेहतर बनाने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग फायदेमंद है। कील-मुहासों को दूर करे रीठा का तेल (Castor Oil Beneficial to Get Rid to Pimples in Hindi) माना जाता है कि कील मुहासों का कारण आमतौर पर पित्त या कफ दोष का अनुकरणीय होता है। ऐसी स्थिति में, कैस्टर के expectorant और कसैले गुणों के कारण, इस स्थिति में लाभ देता है, यह एक तेल है, इसलिए राशि कम होनी चाहिए। फटे होंठो को श्याम करने में अरंडी का तेल उपयोगी (Castor Oil Beneficial to Treat Cracked Lips in Hindi) होंठ फटने का कारण वात दोष का असंतुलन है जो खुरदरापन या सूखापन का कारण बनता है। अरंडी का तेल होठों की शुष्कता को कम कर सकता है क्योंकि इसमें वात सुखदायक और बाल्समिक गुण होते हैं। झूठों को दूर करने में सहायक रायड़ी का तेल (हिंदी में पिगमेंटेशन के लिए कैस्टर ऑयल का लाभ) अरंडी के तेल के बालामिक गुण भी झाड़ी को दूर रखने में मदद कर सकते हैं। डैंड्रफ या रूसी को दूर करने में अरंडी लाभकारी (Castor Beneficial to Treat Dandruff in Hindi) सैंड तेल धब्बे और झाई को हल्का करने के लिए उपयोगी है। डैंड्रफ की समस्या रूसी का मुख्य कारण सिर पर दाने की उपस्थिति है, अर्थात वात दोष में वृद्धि। ऐसी स्थिति में अरंडी के तेल में पाए जाने वाले वात शांत और बलगम के गुणों की मदद से इसे इस स्थिति में भी लिया जा रहा है।]] विषनाशक एरंड के पत्ते (Arandi Leaves Help to Reduce Poison Effect in Hindi) अरंडी पत्र सिरप के 30-50 मिलीलीटर पीने और सांप के काटने और बिच्छू से संबंधित दर्द, दर्द आदि के विषाक्त प्रभाव को कम करता है। 10-15 ग्राम अरंडी के फल को पीसकर और छानकर अफीम का जहर निकाल दिया जाता है। एरण्ड का सेवन करने के दुष्परिणाम (के दुष्प्रभाव Arandi हिन्दी में) एरंड का सेवन कैसे करना चाहिए ( सेवन कैसे Arandi हिन्दी में) आयुर्वेद में, औषधि के लिए अरंडी, पत्र, फूल, बीज और तेल (अरंडी का तेल) की उत्पत्ति का उपयोग किया जाता है। डॉ की सलाह के अनुसार, अरंडी के बीज का 2-6, 10-20 मिलीलीटर तेल, 20-40 मिलीलीटर काढ़े, 2-4 ग्राम पाउडर का सेवन किया जा सकता है। एरंड कहां पाया और उगाया जाता है ( है कहाँ Arandi मिले या उगाया जाता है हिन्दी में) इसका एक छोटा पेड़ या पाल है। बीजों के बीजों से प्राप्त तेल। कैस्टर रक्त और सफेद दो प्रकार के होते हैं। जिन पेड़ों के बीज बड़े होते हैं उनका तेल जलने के लिए उपयोग किया जाता है, और जिनके बीज छोटे होते हैं, तेल का उपयोग दवा में किया जाता है। इसके अलावा, पैटरैंड का उपयोग दवाओं के लिए भी किया जाता है।
https://www.maikpurhardoi.blogspot.com
0 notes
chaitanyabharatnews · 5 years ago
Text
अपनी डाइट में शामिल करें ये खास चीजें, सालभर रहेंगे फिट
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज नए साल की शुरुआत हो चुकी है। इसकी शुरुआत होते ही लोग नए-नए संकल्प लेने लगते हैं। चाहे वो कामकाज को लेकर हो या अपनी फिटनेस को लेकर ही क्यों न हो। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप पूरे साल फिट रह सकते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); हरी सब्जियां  हरी सब्जियों में कैलोरी और फैट कम होता है इसलिए आप अपनी डाइट में पालक, बथुआ सरसों का साग, मेथी, मूली के पत्ते, बंद गोभी जैसा हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें। यह कोलोस्ट्रोल को कम करने, डाइबीटिज को रोकने और वजन घटाने में भी सहायक होती हैं। अंकुरित अनाज अगर आपको पूरे साल फिट रहना है तो रोज अंकुरित मूंग दाल खाएं। मूंग दाल में प्रोटीन, विटामिन के साथ-साथ मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंकुरित मूंग दाल वजन कम करने में भी सहायक होता है, साथ ही ब्लड प्रेशर सही रखता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा आप अंकुरित चने भी खा सकते हैं। अंगूर अगर आप अपने आहार में अंगूर शामिल करते हैं तो मोटापे के खतरे को कम किया जा सकता है। साथ ही इसके सेवन से पेट के बैक्टीरिया ��ो भी बेहतर बनाया जा सकता है। केला केले शरीर के लिए बहुत अच्छे होते हैं। केले में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। हाई बीपी के मरीजों के लिए केला खाना खासतौर पर फायदेमंद होता है। केले में आयरन की मात्रा भी अच्छी होती है। रोजाना एक केला खाने से एनीमिया का खतरा कम हो जाता है। चीकू चीकू पेट पर जमी अतिरिक्त वसा को जलाने में कारगर है। यह आपके पाचन तंत्र को सही बनाए रखता है और इरिटेबेल बाउल सिंड्रोम यानी आईबीएस (Irritable Bowel Syndrome (IBS) से बचाता है। चीकू में ग्लूकोज पाया जाता है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देने का काम करता है। अंडा दिन में एक अंडा खाने से आप कई तरह की बीमारियों से दूर रहेंगे। दरअसल अंडे में विटामिन ए, डी, बी और बी12 के अलावा लूटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं। अंडा आंखों के लिए काफी फायदेमंद हैं। इसे खाने से आपको प्रोटीन, कैल्‍शियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलता है। ब्रोकली ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन ए, सी और कई दूसरे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये शुगर लेवल को संतुलित बनाता है। अमरुद अमरुद विटामिन सी, लाइकोपिन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसमें केले के बराबर मात्रा में पोटैशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में मदद करता है। इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। ये भी पढ़े... ठंड में बीमारियों से बचने के लिए आहार में शामिल करें ये चीजें, बढ़ाएगी रोगों से लड़ने की क्षमता मूली को ना समझें मामूली, इसे खाने से शरीर को होते हैं ये बेहतरीन फायदे सर्दियों में खाएंगे ये चीजें तो रहेंगे सेहतमंद, इनसे करें परहेज Read the full article
0 notes
gethealthy18-blog · 6 years ago
Text
प्राकृतिक रूप से चमकती त्वचा पाने के लिए बेस्ट डायट प्लान – Glowing Skin Diet Plan in Hindi
New Post has been published on http://healingawerness.com/getting-healthy/getting-healthy-women/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%a4%e0%a4%bf%e0%a4%95-%e0%a4%b0%e0%a5%82%e0%a4%aa-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a4%95%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%a4%e0%a5%8d/
प्राकृतिक रूप से चमकती त्वचा पाने के लिए बेस्ट डायट प्लान – Glowing Skin Diet Plan in Hindi
Arpita Biswas March 1, 2019
महिला हो या पुरुष हर किसी को चमकती त्वचा और चेहरे की चाहत होती है। आप कहीं भी जाते हैं, तो सबसे पहले आपका चेहरा ही आकर्षण का केंद्र बनता है। वो बात और है कि इन दिनों बढ़ते प्रदूषण और तनाव भरी जिंदगी के कारण आपका चेहरा प्राकृतिक चमक खोने लगता है। परिणामस्वरूप त्वचा संबंधी परेशानियां घेरने लगी हैं। इस कारण से आप तरह-तरह की क्रीम, लोशन, स्किन केयर प्रोडक्ट, मेकअप और स्किन ट्रीटमेंट पर पानी की तरह पैसा बहाते ह��। हालांकि, इनका असर कुछ वक्त तक तो रहता है, लेकिन कई बार साइड इफेक्ट का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में कभी आपने सोचा है कि चमकती त्वचा के लिए आहार भी बहुत मायने रखता है।
विषय सूची
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम चमकती त्वचा के लिए आहार और डाइट प्लान आपके साथ शेयर कर रहे हैं। साथ ही हम आपको उन खाद्य पदार्थों के बारे में भी बताएंगे, जिनका सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
चमकती त्वचा के लिए डायट प्लान – Diet Plan For Glowing Skin
मील क्या खाएं प्रातः सुबह
(6:00 बजे)
एक कप पानी + आधे नींबू का जूस
या
एक कप पानी + एलोवेरा जूस
नाश्ता
(6:45-7:00 बजे)
एक कप पपीता + एक कप दूध/सोय मिल्क/ग्रीन टी + 4 बादाम
या
गेहूं की एक रोटी + एक कप रिकोटा चीज/उबला हुआ अंडा/दलिया + एक कप ग्रीन टी
मध्य सुबह
(9:30-10:00 बजे)
एक खीरा/ गाजर का टुकड़ा दही/हुमस के साथ
या
एक कप ताजा फलों का रस/नारियल पानी
दोपहर का भोजन
(12:30-1:00 बजे)
सब्जियों के साथ लेटस रैप और चिकन/मशरूम/टोफू + एक कप छाछ
या
ह       हल्की उबली सब्जियां + ग्रिल्ड फिश/चिकन/दाल का सूप + एक छोटा कप ब्राउन राइस
शाम का नाश्ता
(3:30-4:00 बजे)
एक कप ग्रीन टी या एक कप ताजे फलों/सब्जियों का रस रात का खाना
(7:00-7:30 बजे)
सब्जियों/चिकन स्टू (stew) + एक फ्लैट ब्रेड + एक कप रायता
या
मिक्स सब्जी करी + दो फ्लैट ब्रेड + एक कप रायता
रात को सोने से पहले
(10:00 बजे)
एक कप गर्म दूध/पानी + एक चुटकी हल्दी
इस डाइट चार्ट से क्या-क्या लें – Takeaways From This Diet Chart in Hindi
बेशक, स्वास्थ्य के लिहाज से यह डायट चार्ट ठीक है, लेकिन आपको सिर्फ इसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। आप उन सभी अच्छे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं, जो आपकी त्वचा को स्वस्थ और जवां रखने में मदद करें। इसके लिए यह समझना जरूरी है कि अपने आहार में क्या शामिल किया जाए और क्या नहीं। इस संबंध में हम आपको नीचे कुछ टिप्स दे रहे हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं।
खाली पेट पानी पीना जरूरी है। साथ ही आप एलोवेरा जूस, हल्दी पाउडर या नींबू के रस का सेवन कर सकते हैं।
जब भी आप सुबह कहीं बाहर जाएं, तो पहले नाश्ता जरूर करें।
अपने आहार में सही मात्रा में फल, सब्जियों और प्रोटीन को शामिल करें।
सही स्नैक्स का चुनाव करें जैसे – फलों का रस, दही, छाछ या फिर नारियल पानी।
ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जो आपके पेट और लिवर के लिए अच्छे हो।
उन खाद्य पदार्थों से बचें, जिनसे आपको एलर्जी हो सकती है, जैसे कि डेयर�� उत्पाद, सी फूड इत्यादि।
आप अपने आहार में स्वाद लाने के लिए हल्के-फुल्के मसाले और हर्ब्स मिला सकते हैं।
अब वक्त है उन खाद्य पदार्थों के बारे में जानने का, जिन्हें अपनी जीवनशैली में शामिल करना चाहिए।
प्राकृतिक रूप से ग्लोइंग स्किन के लिए 15 खाद्य पदार्थ – Glowing skin diet in hindi
1. हरी पत्तेदार सब्जियां
चमकती त्वचा के लिए आहार की बात करें, तो हरी पत्तेदार सब्जियां सबसे पहले आती हैं। एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक विटामिन्स व पोषक तत्वों से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे – पालक, मूली के पत्ते, सरसों का साग, धनिया व ब्रोकोली आदि आपको बेजान त्वचा से राहत दिलाकर आपकी त्वचा पर निखार लाते हैं । आप इन सब्जियों को सलाद, सूप, सैंडविच व दाल आदि में भी डालकर सेवन कर सकते हैं।
2. पानी
Shutterstock
पानी पीना न सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए, बल्कि आपकी त्वचा के लिए भी लाभकारी है। जब आप पूरे दिन में खूब सारा पानी पीते हैं, तो आप हाइड्रेटेड रहते हैं, जिसका प्रभाव आपके चेहरे पर नजर आता है। पानी न सिर्फ आपके शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है, बल्कि यह आपके चेहरे पर झुर्रियां होने से भी बचाता है। साथ ही यह आपकी त्वचा में चमक लाता है। आप हर वक्त अपने पास पानी की बोतल रखें और जब भी आपको सोडा वाले पेय पदार्थ या कोल्ड ड्रिंक पीने का मन करे, तो उनकी जगह पानी पी लें।
3. हल्दी
हल्दी आपके शरीर के अंदर और बाहर हानिकारक बैक्टीरिया को मारती है। हल्दी में मौजूद मुख्य फाइटोन्यूट्रिएंट करक्यूमिन (Cucurmin) एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है। आप सुबह के वक्त सबसे पहले कच्ची हल्दी का सेवन कर सकते हैं या फिर आप रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में हल्दी मिक्स करके पी सकते हैं। आपको एक हफ्ते के अंदर फर्क नजर आने लगेगा। आप हल्दी को सब्जी, सलाद व जूस आदि में भी मिला सकते हैं।
4. एवोकाडो
Shutterstock
एवोकाडो त्वचा के लिए उत्तम खाद्य पदार्थ है। यह विटामिन-ई और स्वस्थ वसा से भरपूर होता है। स्वस्थ वसा सूजन को कम करता है और विटामिन-ई एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। एवोकाडो त्वचा के नुकसान को कम करने में मदद करता है, नमी को लॉक करता है और वक्त से पहले झुर्रियों, मुंहासे और बेजान त्वचा को रोकने में मदद करता है। आप एवोकाडो को नाश्ते के दौरान या फिर सैंडविच और सलाद के साथ सेवन कर सकते हैं।
5. एलोवेरा
त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए एलोवेरा सबसे लोकप्रिय घरेलू उपाय है। इसमें ऑक्सिन और जिबरेलिन नामक हार्मोंस होते हैं, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता हैं। इसलिए, जब आप एलोवेरा लगाते हैं, इसका जूस पीते हैं या फिर इसे सप्लीमेंट की तरह सेवन करते हैं, तो यह किसी भी तरह की सूजन को कम करने में मदद करता है। ध्यान रहे कि कभी सीधा एलोवेरा के पत्ते से निकले जेल का सेवन न करें। यह हानिकारक साबि�� हो सकता है।
6. फल
Shutterstock
फल विटामिन्स, मिनरल्स और फ्रूट शुगर से भरपूर होते हैं। मीठे फल बार-बार भूख लगने की लत को कम करते हैं। इस कारण जंक फूड खाने की आदत कम हो सकती है। इसलिए, फलों का सेवन करके, आप अपनी त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं और त्वचा में चमक बढ़ा सकते हैं। नीचे हम कुछ फलों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद हैं।
आम एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-ए से भरपूर होता है, जो त्वचा पर वक्त से पहले एजिंग या झुर्रियों की परेशानी से बचाता है। साथ ही त्वचा की चमक और कसाव को बरकरार रखता है। यह त्वचा की नई कोशिकाओं को बढ़ने में भी मदद करता है।
केला विटामिन-ए, बी और ई से भरपूर होता है। यह त्वचा पर समय से पहले आने वाली झुर्रियों से बचाता है।
पपीता त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाता है और त्वचा की अशुद्धियों को दूर कर त्वचा को साफ करता है।
संतरा और कीवी विटामिन-सी से भरपूर होते हैं, जो झुर्रियां को होने से रोकते हैं और कोलेजन संश्लेषण को बढ़ाते हैं। अमरूद, अंगूर और स्ट्रॉबेरी भी ऐसे फल हैं, जो विटामिन-सी से भरपूर होते हैं। विटामिन-सी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाली क्षति से बचाता है और नए कोशिकाओं को बनने में मदद करता है। इस प्रकार यह आपकी त्वचा को लंबे वक्त तक जवां और खूबसूरत बनाए रखता है।
एक गिलास गर्म पानी में शहद और नींबू का रस मिलाकर पीने से आपकी त्वचा में निखार आएगा, जिससे आपकी त्वचा और साफ नजर आएगी।
सेब टोंड लुक को बनाए रखने में मदद करता है और आपकी त्वचा को जवां बनाता है।
जामुन भी विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और इम्युनिटी बूस्टर है। इनका सेवन करने से त्वचा के काले धब्बे और निशान से जल्दी छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
7. गाजर
गाजर में बीटा-कैरोटीन, विटामिन-ए और एंटीऑक्सीडेंट के उच्च स्तर होते हैं। ये विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर आपकी त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाते हैं। ये आपकी त्वचा को सूरज से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और समय से पहले चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को रोकते हैं। शकरकंद और रतालू अन्य विकल्प हैं, जो समान परिणाम दिखाते हैं।
8. मछली और मछली का तेल
Shutterstock
मछली और मछली का तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है। इसके सेवन से त्वचा में प्राकृतिक तेल का स्तर संतुलित रहता है, जो सूजन, मुंहासे, फटी त्वचा और लालिमा को कम करने में मदद करता है। त्वचा को स्वस्थ और मुलायम बनाए रखने के लिए आप वसा युक्त मछली जैसे ट्यूना, साल्मन, कार्प या फिर फिश ऑयल के सप्लीमेंट्स का सेवन कर सकते हैं। मछली की त्वचा को निकाले बिना ग्रिल्ड या बेक्ड फिश का सेवन करना फायदेमंद होता है।
9. स्वस्थ फैट
स्वस्थ फैट आपकी त्वचा के लिए गुणकारी होता है। स्वस्थ फैट के सबसे अच्छे स्रोत नट्स (बादाम व अखरोट आदि), बीज (अलसी, सूरजमुखी के बीज, चिया बीज आदि), स्वस्थ तेल (जैतून का तेल, चावल की भूसी का तेल आदि) और मछली हैं। शाकाहारियों के लिए नट्स, बीज और तेल बढ़िया विकल्प हैं। दाग रहित त्वचा पाने के लिए आप अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक तत्वों को शामिल करें।
10. ग्रीन टी/माचा टी
Shutterstock
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट का प्राकृतिक स्रोत है। चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हानिकारक मुक्त कणों को नष्ट करने में मदद करता है, जिससे आपकी त्वचा समय से पहले बूढ़ी, काले धब्बों और लालिमा का शिकार होने से बच जाती है। ग्रीन टी मुंहासे पैदा करने वाले हार्मोन के स्तर को भी कम करने में मदद करती है, जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ और दमकती नजर आती है।
11. ब्रोकली
ब्रोकली में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फ्री ऑक्सीजन रेडिकल्स कोशिकाओं को क्षति पहुंचाकर कोशिकाओं और अंगों के सामान्य कामकाज को बाधित करते हैं। इससे हार्मोंस के स्तर में असंतुलन, कमजोर इम्युनिटी या पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, आपको भोजन के माध्यम से एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी खुराक लेनी चाहिए। ऐसे में ब्रोकली अच्छा विकल्प है।
12. दही
Shutterstock
दही और छाछ में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन और मल त्याग में मदद करते हैं। जब आपकी पाचन शक्ति सही होती है, तो आपको त्वचा से जुड़ी परेशानियां जैसे – कील-मुंहासे, दाग-धब्बे या किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा भी कम होता है। प्रतिदिन दोपहर के भोजन के बाद, रात के खाने के साथ या स्मूदी में दही का सेवन कर सकते हैं।
13. लौकी
चेचक यानी चिकन पॉक्स कभी भी हो सकते हैं और कई बार चिकन पॉक्स के निशान कई दिनों तक रहते हैं। कुछ लोगों के चेहरे पर तो ये उम्र भर रह जाते हैं। ऐसे में लोग कई तरह के उपाय भी करते हैं, लेकिन कुछ खास फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में सही खाना बहुत मददगार साबित हो सकता है। लौकी (लौकी का रस) चिकन पॉक्स के निशान को हटाने के लिए अच्छा प्राकृतिक उपचार है। लौकी में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इस लिहाज से लौकी प्राकृतिक रूप से निशान हटाने के लिए अच्छा खाद्य पदार्थ है। आप नाश्ते में अन्य खाद्य पदार्थों के साथ लौकी का जूस पी सकते हैं। आप लौकी का सूप बना सकते हैं या सब्जी और दाल में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
14. करेला
Shutterstock
करेला भले ही खाने में कड़वा लगे, लेकिन इसके कई फायदे हैं। यह न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह आपकी त्वचा के लिए भी बहुत गुणकारी है। यह त्वचा संबंधी कई परेशानियों जैसे – एलर्जी, दाग-धब्बे और टैन से राहत दिलाता है। यह न सिर्फ एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, बल्कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। साथ ही करेला आपके लिवर और पेट को भी स्वस्थ रखता है। आप करेले को उबालकर खा सकते हैं। इसे भूनकर या लंबे वक्त तक पानी में भिगोकर न खाएं, क्योंकि ऐसा करने से इसके पोषक तत्व खत्म या कम हो जाते हैं।
15. रेड वाइन
रेड वाइन और कुछ नहीं, बल्कि लाल अंगूर का फर्मेन्टेड रस होता है। इसमें त्वचा की चमक को बरकरार रखने के और एजिंग या वक्त से पहले झुर्रियों की समस्या को कम करने के गुण होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण ��िषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और त्वचा को सूजन व सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाली क्षति से बचाने में मदद करते हैं। इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें, क्योंकि शराब का अधिक सेवन करने से आप डीहाइड्रेट हो सकते हैं, जिससे त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
ये तो थे चमकती त्वचा के लिए आहार ( glowing skin diet in hindi) जिनका सेवन आप कर सकते हैं, लेकिन अपनी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए किन खाद्य पदार्थों से आपको बचना चाहिए यह जानना भी जरूरी है।
नीचे हम आपको वो खाद्य पदार्थ बता रहे हैं, जिनका सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
क्या न खाएं – Foods To Avoid in Hindi
चटपटा या मसालेदार खाना।
प्रोसेस्ड और जंक फूड।
उच्च सोडियम और उच्च शर्करा वाले खाद्य पदार्थ।
तैलीय व अधिक मिर्च-मसाले वाले खाद्य पदार्थ।
ऐसे खाद्य पदार्थ, जिनमें एस्ट्रोजन (estrogen) का उच्च स्तर हो।
ऐसे खाद्य पदार्थ, जो शरीर के आंतरिक तापमान को बढ़ाते हैं।
ओवरकुकड या आंशिक रूप से जले खाद्य पदार्थ (कबाब)।
स्वस्थ और चमकती त्वचा अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है और चमकती त्वचा के लिए आहार (glowing skin diet in hindi) भी बहुत मायने रखता है। इसलिए, वक्त रहते अपने खाने की सभी बुरी आदतों को दूर कर स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन शुरू करें। ऊपर दिए गए डायट प्लान को फॉलो करें और एक नई जीवनशैली को अपनाएं। साथ ही अपने अनुभव हमारे साथ कमेंट बॉक्स में शेयर करना न भूलें।
The following two tabs change content below.
Latest posts by Arpita Biswas (see all)
Arpita Biswas
संबंधित आलेख
होंठों पर पिंपल्स से छुटकारा पाने के 9 सबसे सरल तरीके – Simple Ways To Get Rid Of Pimples On Lips in Hindi
होंठों पर पिम्पल बोहोत ही दर्दनाक होता है। (Lip Pimples Remedies in Hindi) होंठों के ऊपर होने वाले पिम्पले को हटाने के लिए हम आपके लिए लाये है कुछ आसान और प्रमाणित घरेलु उपाय। जानने के लिए ज़रूर पढ़े…
ऑयली त्वचा के लिए 20 मॉइस्चराइजर – Best Moisturizers For Oily Skin in Hindi
अक्सर ऑयली स्किन (तैलीय त्वचा) के लिए मॉइस्चराइजर (Moisturizers for oily skin in hindi) चुनना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, इसलिए हम इस लेख में लाये है तैलीय त्वचा के लिए कुछ सबसे अच्छे मॉइस्चराइजर जो आपके इस परेशानी को तुरंत दूर कर सकता है। जानने के लिए पढ़े…
सुडौल नितंब पाने के उपाय – How to Get a Bigger Butt in Hindi
हर लड़की एक बेहतर फिगर चाहती है और सुडौल नितंब इसमें खास भूमिका निभाते हैं, लेकिन कई महिलाएं अपने नितंब के आकार को लेकर परेशान रहती हैं। वो सुडौल नितंब पाने के लिए कई तरह के उपाय भी करती हैं, जिनमें से कुछ कार��र साबित होते हैं, तो कुछ नहीं होते। इसमें कोई दो राय नहीं कि नियमित
झाइयां हटाने के घरेलू उपाय – Home Remedies For Skin Pigmentation In Hindi
पिगमेंटेशन या झाइयां एक त्‍वचा संबंधित समस्‍या है जिसका प्रभाब आपके सुंदरता पे परता है। इस लेख में पढ़िए झाइयां हटाने के कुछ आसान घरेलु उपाय (Pigmentation remedies in hindi) जो आपके सारे झाइयो का इलाज करके आपको और खूबसूरत बनाने में मदद करेगा…
बालों को तेज़ी से बढ़ाने के 20 तरीके – Baalo Ko Tezi Se Badhane Ke 20 Tarike – Hair Growth Tips in Hindi
अगर आप अपने बालों को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं तो इस लेख में हैं आपके लिए हैं बालों को बढ़ाने के 20 घरेलू तरीके (Hair growth tips in hindi)। जानिए बाल कमज़ोर होने के कुछ कारणों को और कैस्टर ऑयल, प्याज़, अंडा, आंवला जैसे ढेर सारे घरेलू उपायों के बारे में…
Source: https://www.stylecraze.com/hindi/chamakti-twacha-paane-ke-liye-diet-plan-in-hindi/
0 notes
bhaktipravah-blog · 6 years ago
Photo
Tumblr media
आप भी रोज़ खाना पसंद करेंगे मूली, अगर जान जायेंगे इसके यह जबरदस्त फायदे ठंड में रोजाना थोड़ी मूली को सलाद के रूप में लेना चाहिए क्योंकि शरीर के लिए इसका नियमित सेवन बहुत अच्छा होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, गन्धक, आयोडीन तथा लौह तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसमें सोडियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन तथा मैग्नीशियम भी होता है। मूली में विटामिन ए भी होता है। इसके अलावा भी ठंड के मौसम में सलाद के रूप में मूली खाने के अनेक फायदे आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में मूली के रस में थोड़ा नमक और नीबू का रस मिलाकर नियमित रूप में पीने से मोटापा कम होता है और शरीर सुडौल बन जाता है। मूली के पत्ते काटकर नींबू निचोड़ के खाने से पेट साफ होता है व स्फूर्ति रहती है। पेट संबंधी रोगों में यदि मूली के रस में अदरक का रस और नीबू मिलाकर नियम से पियें तो भूख बढ़ती है। पेट के कीड़ों को नष्ट करने में भी कच्ची मूली फायदेमंद साबित होती है। हार्ट से संबंधित बीमारी से ग्रस्त लोगों व कोलेस्ट्रॉल पेशेन्ट्स के लिए मूली का सेवन लाभदायक होता है।ब्लडप्रेशर के रोगियों के लिए मूली का सलाद के रूप में नियमित रूप से सेवन अच्छा माना गया है क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर को शांत करने में मूली मदद करती है। सुबह-सुबह मूली के नरम पत्तों पर सेंधा नमक लगाकर खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है। मूली शरीर से कार्बन डाई ऑक्साइड निकालकर ऑक्सीजन प्रदान करती है। मूली हमारे दाँतों और हड्डियों को मजबूत करती है।थकान मिटाने और अच्छी नींद लाने में भी मूली काफी फायदेमंद होती है।
0 notes
rajatgarg79 · 7 years ago
Text
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान - Indian Diet Plan to Lose Weight in Hindi
आप मोटापा कम करने के लिए प्रतिज्ञा लेते हैं कि आज तो डाइटिंग करके ही रहेंगे और उतना ही कैलोरी का सेवन करेंगे जितने मेरे शरीर को ज़रुरत होगी लेकिन बाहर निकलते ही या घर पर खाली बैठते ही आपका मन बाहर के खाने की तरफ भागता है जो आपके शरीर के लिए बिल्कुल भी अच्छा ��हीं हैं, इससे सिर्फ और सिर्फ आप ही का वज़न बढ़ेगा। अगर अपना वज़न सच में घटाना चाहते हैं तो सबसे पहले खानपान में बदलाव लाएं और अपने नज़रिये में सकरात्मकता लेकर आएं इससे वज़न जल्दी घटा पाएंगे।
अगर कम कैलोरी वाला आहार अपनी सूची में जोड़ते हैं तो ये आप ही के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा साथ ही हृदय को भी स्वस्थ रखेगा। आज हम आपको मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान के बारे मे बताएंगे जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन का एक संयोजन होगा।
1. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का पहला भोजन - सुबह उठने के तुरंत बाद 
अगर आपने अभी तक ये आदत नहीं डाली है तो अब डाल लीजिये। सुबह उठकर खाली पेट पानी का सेवन करना आपके शरीर के लिए सबसे ज़्यादा लाभदायक है क्यूंकि शरीर में मौजूद विषै���े पदार्थ निकल जाते हैं जिससे खून भी साफ होता है और खून के साफ हो जाने से त्वचा पर भी चमक आती है। वज़न घटाने के लिए तो जितना जल्दी हो सके खाली पेट पानी को पियें। अगर आप गुनगुने पानी के साथ सिर्फ निम्बू डालकर पियेंगे तो आपका पेट साफ़ होने के साथ ही स्वस्थ भी रहेगा। जिन्हें शुगर है वो चीनी के साथ निम्बू पानी को नज़रअंदाज़ करें और जिन्हे उच्च रक्तचाप की शिकायत है वो नमक के साथ निम्बू पानी का सेवन न करें। (और पढ़ें - नींबू के फायदे और नुकसान) 
खाली पेट नींबू पानी पीने के फायदे 
नींबू पानी शरीर का मोटापा कम करने का सबसे अच्छा तरीका है।
नींबू में विटामिन सी होता है साथ ही कई ऐसे पदार्थ होते हैं जो कि आपके शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। इससे सांस से जुड़े रोग, सर्दी-जुकाम, खाँसी होने का खतरा भी कम हो जाता है।
नींबू पानी पीने से डायबिटीज से जुडी बीमारियां दूर होती है। नींबू पानी को खासतौर पर हाई शुगर वाले जूस व ड्रिंक का बेहतर विकल्प माना जाता है।
नींबू पानी मोटापे को ही कम नहीं करता, बल्कि ये लिवर को भी ठीक रखता है। नींबू में साइट्रिक एसिड होता है जिससे शरीर के एन्जाइम्स को सही तरीके से काम करने में मदद मिलती है। इससे आपके लिवर को अधिक लाभ मिलता है।
नींबू पानी में फ्लेवनॉयड्स होते हैं जो पाचन तंत्र को अच्छा रखते हैं। यही वजह है कि पेट जब खराब होता है तो नींबू पानी पिलाया जाता है। रोज सुबह नींबू पानी पीने से खाना हजम करने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही ये एसिडिटी से भी राहत दिलाता है। (और पढ़ें - नींबू पानी के फायदे और नुकसान)
2. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का दूसरा भोजन - नाश्त���
सुबह उठकर खाली पेट नींबू पानी पीने के दो घंटे बाद नाश्ता करें। नाश्ते में हमेशा पोषक तत्व लें क्यूंकि एक नए दिन के साथ आपके शरीर को भी नया पोषण चाहिए होता है। चाय के साथ बिस्कुट नमकीन ले लेना कोई नाश्ता नहीं होता और न ही पोषण भरा होता है। नाश्ते में पोषक तत्वों को लेने से शरीर का फैट कम होता है और साथ ही इसके सेवन से आपके दिन की शुरुआत एक नयी ऊर्जा के साथ होगी। 
नाश्ते में क्या लें 
2 अंडे, उबली सब्जियां जैसे पत्ता गोबी (कम कैलोरी, फाइबर विटामिन सी), फूलगोबी (विटामिन सी, विटामिन के, फाइबर), साग (विटामिन ए, विटामिन के, फाइबर, आयरन), चुकुन्दर, टमाटर आदि। बिन मलाई वाला एक गिलास दूध। या फिर दाल चीला या बेसन का चीला ले सकते हैं इसके साथ बिन मलाई वाला दूध लें।
नाश्ते में इन आहार के फायदे
अंडे में विटामिन, प्रोटीन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत पाया जाता है। अंडा न केवल पोषक तत्व का एक स्त्रोत है बल्कि वज़न को कम करने के लिए भी मदद करता है। अगर आप और व्यंजनों को अंडे के साथ लेते हैं तो इससे शरीर में कार्बोहाइड्रेट की खपत सीमित हो जाएगी। अंडा खुद में ही वज़न को कम करने में पर्याप्त है। अंडा वज़न कम करने के साथ-साथ हड्डियों, बालों, गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद ही गुणकारी है। (और पढ़ें - अंडे के फायदे और नुकसान)
अगर आप शरीर में इम्युनिटी बढ़ाना चाहते हैं तो सब्ज़ियों को उबाल लीजिये। खाने में ये टेस्टी लगने के साथ ही शरीर को भी अंदर से फिट कर देगा। उबली हुई सब्जियों को खाने से हमारा फैट बढ़ता नहीं है और धीरे-धीरे बढ़ा हुआ वजन कंट्रोल हो जाता है क्यूंकि उबली हुई सब्ज़ियों मे से पोषक तत्व खत्म नहीं होते और तेल मसालों से आप दूर रहते हैं। उबली हुई सब्ज़ियां खाने से सिर्फ वज़न ही कम नहीं होता बल्कि बिमारियों का खतरा भी कम हो जाता है। उबालकर खाने से सब्ज़ियों की सारी गंदगी नष्ट हो जाती हैं जिस कारण हम कई बीमारियों से बचे रहते हैं जैसे हार्ट अटैक, कैंसर आदि। अगर आप अपने शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ाना चाहते हैं तो आप उबली हुई सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करें। इससे शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद मिलती है।
वज़न कम करने के लिए जितना हो सके वसा से जुडी चीज़ो से दूर रहें। अगर आप दूध पीते हैं तो बिन मलाई वाला पिए इससे आपके शरीर में वसा की मात्रा नहीं बढ़ेगी और आप कोलेस्ट्रॉल की बीमारियों से भी बचे रह��ंगे। (और पढ़ें - दूध के फायदे और नुकसान) 
3. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का तीसरा भोजन - नाश्ते के 3-4 घंटे बाद 
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का तीसरा भाग है नाश्ते के 3-4 घंटे बाद (तकरीबन 12 बजे) एक पेय पदार्थ लेना। आप कोई पेय पदार्थ लें जिससे आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी। 
नाश्ते के 3-4 घंटे बाद क्या लें
ग्रीन टी या नारियल पानी पियें। 
नाश्ते के बाद इन आहार के फायदे
मोटापे को कम करने में ग्रीन टी बेहतरीन घरेलू उपाय है। खाना खाने के बाद अगर आप ग्रीन टी को पीते हैं तो यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ायेगा और इसमे शामिल पोषक तत्व वजन कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
ग्रीन टी को अगर आप खाना खाने के 1 घंटा पहले पीतें हैं तो यह आपके वजन को कम करता है और आपकी भूख पर नियंत्रण भी रखता है।
ग्रीन टी पूरी तरह से एंटीआक्सीडेंट होता है। साथ ही ग्रीन टी में बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है। ग्रीन टी को दिन में 2 से 3 बार पीने से आपका शरीर रोगमुक्त रहेगा। (और पढ़ें - ग्रीन टी के फायदे और नुकसान, बनाने की विधि और पीने का सही समय)
नारियल पानी वज़न घटाने में सबसे अच्छा पेय पदार्थ है। यह कैलोरी में कम होता है और पचाने में आसान होता है। नारियल पानी पीने से हमारी शरीर का मेटाबोलिज्म रेट बढ़ जाता है जिसके फलस्वरूप हमारी शरीर का शुगर बर्न होने लगता है और शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती है। (और पढ़ें - नारियल पानी के फायदे और नुकसान) 
नारियल का पानी रक्तचाप को संतुलित रखता है, पानी की कमी को पूरा करता है, हड्डियों को मजबूत रखता है और चेहरे पर चमक लाता है। (और पढ़ें - नारियल पानी के फायदे और नुकसान)
4. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का चौथा भोजन - ��ोपहर का खाना 
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का अगला हिस्सा है दोपहर का खाना। इसे आप दोपहर के एक या 2 बजे करें। इसमें ज़रूरी है कि बस खाली सब्ज़ी, रोटी न खाएं बल्कि और भी कई पोषक आहार लें जिससे आपके शरीर को पोषक तत्व मिलते रहें और साथ ही आपका वज़न भी नियंत्रण में रहे।
दोपहर के खाने में क्या लें
आप कई तरह के सलाद ले सकते हैं जैसे हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सलाद (हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, गोबी या पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी और मिर्च आदि से बनता है, ग्रीन सलाद में विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत होता है), वेजिटेबल सलाद (हरे रंग की सब्जियों के अलावा दूसरे रंगों की सब्जियां जैसे खीरा, मिर्च, टमाटर, मशरूम, प्याज, मूली, गाजर आदि), आप ऐसे ही कई तरह के सलाद ले सकते हैं। खाने में थोड़ी सी दाल लें और इसे सिर्फ 1 चम्मच तेल में ही बनाएं इससे आपका वज़न संतुलित रहेगा या फिर आप ब्राउन चावल और उसके साथ एक कटोरी खीरे का रायता भी ले सकते हैं। 
दोपहर के आहार को खाने के फायदे
जिन लोगों को ज़्यादा भूख लगती है उन्हें सलाद खाना चाह��ए। इसमें मौजूद फइबर भूख को शांत रखता है, जिससे हमारा पेट भरा-भरा रहता है जिसकी वजह से हमारा वज़न कंट्रोल में रहता है और मोटापा बढ़ता नहीं है। सलाद में फाइबर पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर में फाइबर की कमी पूरी हो जाती है। सलाद खाने से वज़न कम होता है और पाचन शक्ति भी सुधरती है। यह दिल के लिए भी फायदेमंद होता है और शरीर को कैंसर जैसी गंभीर बिमारियों से बचाता है। (और पढ़ें - सलाद पत्ते के फायदे और नुकसान) 
दाल को खाने का जो सबसे बड़ा फायदा है वो है इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का भरपूर मात्रा में पाया जाना। अरहर, मुंग, मसूर, चना, उड़द इन सभी दालों में प्रोटीन बहुत ही ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है। इनमे फैट और कैलोरी बहुत ही कम होती हैं। अगर आप एक कप दाल खाते है तो जल्दी भूख बिलकुल भी नहीं लगेगी और वज़न कम करने में मदद होगी। (और पढ़ें - दालों के फायदे)
ब्राउन राइस में फाइबर की मात्रा ज़्यादा पायी जाती है जो कि बेहतर पाचन में मदद करता है। काफी भारी होने की वजह से दुबारा भूख का लगना नामुमकिन होता है। ब्राउन राइस खाने से पेट काफी भरा रहता है और स्वास्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। खीरे में पानी अधिक होता है और कैलोरी भी कम होती है, इसलिए वजन कम करने के लिए खीरा अच्छा विकल्प होता है।
5. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का पांचवा भोजन - दोपहर के खाने के दो घंटे बाद ग्रीन टी 
दोपहर के खाने के बाद ज़रूरी है ग्रीन टी लें इससे आपकी पाचन शक्ति बढ़ेगी और इसमे शामिल पोषक तत्व आपका वजन कम करने में मदद करेंगे। ग्रीन टी से जुड़े सभी लाभ ऊपर देखें।
6. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का छठा भोजन - शाम का नाश्ता 
दोपहर के खाने के 4-5 घंटे बाद शाम के नाश्ते को भी ज़रूर लें लेकिन उसमे पोषक तत्व भी होने ज़रूरी हैं। 
शाम के नाश्ते में क्या लें 
मुरमुरे को खूब सारी सब्ज़ियों के साथ इसका सेवन करें इसमें आप नींबू भी डालें जिससे आपको विटामिन सी की मात्रा मिलती रहें या फिर फल या अंकुरित दाल भी ले सकते हैं। 
शाम के नाश्ते को खाने के फायदे
शाम को भारी खाने की ज़रुरत नहीं होती इसलिए आप सब्ज़ियों को मुरमुरे के साथ कुछ टेस्टी बनाकर खा सकते हैं इससे आपको ज़रूरी पोषित आहार भी मिलेंगे साथ ही वज़न बढ़ने का डर भी नहीं होगा।
फल खाने से आपकी विटामिन की मात्रा पूरी होगी और कई बीमारियां को दूर करने में मदद मिलेगी।
अंकुरित दाल के खाने से आपकी हड्डिया मजबूत होती है साथ ही मोटापा भी कम होता है। (और पढ़ें - अंकुरित अनाज के फायदे)
7. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का सातवाँ भोजन - रात का खाना 
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का अंतिम भाग है रात का खाना। आमतौर पर लोग नाश्‍ता कम खाते हैं और रात का भोजन हैवी करते हैं जबकि होना इसका उल्‍टा चाहिए। अगर आपको वज़न कम करन��� है तो रात में कम कैलोरी वाला खाना खाना चाहिए।
रात को खाने में क्या लें 
आप रात के खाने में भी क�� तरह के सलाद ले सकते हैं हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सलाद, वेजिटेबल सलाद लें। रात में चिकन या फिर दाल ले सकते हैं लेकिन जो लोग मांसाहारी नहीं है वो दाल का विकल्प ले सकते हैं। 
रात को खाने में आहार के फायदे
सलाद से आपके शरीर को फाइबर मिलेगा साथ ही फाइबर मिलने से भूख भी कम लगेगी।
रात के खाने में चिकन खाने से वज़न कम होता है क्यूंकि चिकन प्रोटीन से भरपूर होता है और हमारी शरीर को प्रोटीन मिलने से वज़न नियंत्रित रहता है। (और पढ़ें - चिकन के फायदे और नुकसान)
और अगर आप एक कप दाल खाते है तो जल्दी भूख भी नहीं लगेगी और वज़न कम करने में मदद मिलेगी। 
                        from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via http://www.myupchar.com/weightloss/motapa-kam-karne-ke-liye-diet-plan-in-hindi
0 notes
hindiayurved-blog · 8 years ago
Text
10 Radish Health Benefits - मूली खाने के फायदे
New Post has been published on https://www.hindiayurveda.com/10-radish-health-benefits-in-hindi/
10 Radish Health Benefits - मूली खाने के फायदे
10 Radish Health Benefits / 10 मूली खाने के फायदे
Radish ke Fayde – मूली (Mooli) खाने के अनेको फायदे है। उन फायदों के बारे में आगे इस पोस्ट में जानेंगे। Mooli का वैज्ञानिक नाम Brassicaceae है। मूली एक बेहतरीन और फायदेमंद सब्जी है। प्राचीन काल से मूली का उपयोग होते आ रहा है। संस्कृत के “मूल” शब्द से “मूली” का निर्माण हुआ है। यह सेहत के लिए काफी गुणकारी है।
Radish Health Benefits – रेडिश में आयोडीन, कैल्शियम, गंधक, सोडियम, क्लोरिन, आयरन और मैग्नीशियम इत्यादि मौजूद होता है। इसमें विटामिन ए, बी और सी भी पाया जाता है। मूली तो फायदेमंद है ही उसके साथ साथ इसके पत्ते भी काफी फायदेमंद है। अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्या है, तो इसका सेवन जरुर करे। ज्यादातर मूली का इस्तेमाल सलाद के रूप में किया जाता है। आगे जानेंगे मूली खाने के फायदे के बारे में।
इसे जरुर पढ़े :- शीघ्रपतन का घरेलु उपचार
10 Mooli ke Achuk Fayde | 10 फायदे मूली खाने के
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push();
Benefits of Radish (Muli) – मूली खाने के फायदे
Muli ke fayde – मूली को अंग्रेजी में “Radish” कहा जाता है। यह मूत्र और पेट विकार के लिए अचूक दवा है। कई लोगो को मूली खाना पसंद नहीं है। क्यूंकि इसे खाने के बाद मुंह से गंध आने लगती है। यह जमीन के अंदर उगने वाली सब्जी है। इस Vegetable के सेवन करने से, यह शरीर में ओक्सिजन प्रदान करती है और कार्बन डाई ऑक्साइड जैसी खतरनाक गैस शरीर से बाहर निकलने का काम करती है।
1. मूली द्वारा मूत्र विकार का ईलाज
जिन लोगो को मूत्र विकार यानी पेशाब होने में परेशानी की समस्या है। उन लोगो को Mooli का सेवन अवश्य करना चाहिए। मूली का रस पीने से या मूली खाने से आपको आराम मिलेगा। पेशाब में होने वाली दिक्कत जैसे – पेशाब में जलन का महशुश होना, मूत्र न आना इत्यादि समस्या से छुटकारा मिलेगा।
2. मूली के फायदे पथरी की समस्या में
पथरी की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को मूली / Muli का सेवन करना चाहिए। मूली के पत्ते का रस निकाल ले। अब उसमे जोखार और अजमोद का चूर्ण मिला ले। अब इस मिश्रण का सेवन कर���। ऐसा करने से गुर्दे की पथरी गल जाती है।
3. मूली त्वचा के लिए फायदेमंद है
शायद आपको नहीं पता होगा की मूली एक बेहतरीन सौन्दर्य वर्धक भी है। इसके सेवन रोजाना करने से, यह चेहरे की खुश्की को दूर कर देता है। मूली का इस्तेमाल करे और त्वचा के रोग जैसे – कील, मुहासे, खुश्क त्वचा और झुरिया इत्यादि को दूर करे। सुबह सुबह खाली पेट मूली का सेवन करे। इसके अलावा आप मूली के पत्ते का लेप अपनी स्किन पर लगाये। आपको फायदा होगा।
यह भी अवश्य पढ़े :- मुंहासे का घरेलु इलाज की जानकारी हिंदी में। इसे भी अवश्य पढ़े :- त्वचा की देखभाल के बेहतरीन उपाय की जानकारी हिंदी में।
4. गले की समस्या में, रेडिश के फायदे
गले से जुड़ी कई तरह की बीमारियाँ होती है। मूली के इस्तेमाल से आप अपनी गले की समस्या को दूर कर सकते है। गले में सुजन होने पर मूली का पानी ले। अब उसमे सेंधा नमक मिलाकर गर्म करे। उसके बाद गुनगुने पानी से गर्गिल करे। आपको लाभ मिलेगा।
यह भी जरुर पढ़े : गर्म पानी पीने के अनोखे लाभ और फायदे।
5. मूली के फायदे कब्ज़ की समस्या में
अगर आपको कब्ज़ की समस्या है, तो मूली को अपने आहार में शामिल जरुर करे। सलाद के रूप में मूली को अपने भोजन में ले। इसके अलावा मूली पर निम्बू लगाकर सुबह-सुबह सेवन करे। आप चाहे तो मूली के रस में निम्बू और अदरक का रस मिलाकर पिये। पेट से जुड़ी रोगों से राहत मिलेगी। ऐसा करने से भूख भी बढ़ेगी।
इसे भी जरुर पढ़े : कब्ज की बीमारी का आयुर्वेदिक उपचार हिंदी में।
6. कान दर्द में मूली राहत दिलाता है
Radish के द्वारा कान में होने वाले दर्द का आप ईलाज कर सकते है। सबसे पहले मूली का रस निकाल ले लगभग चार चम्मच। अब मूली / Muli के रस में तिल का तेल एक चम्मच मिला ले। अब इस मिश्रण को धीमी आंच पर लगभग 5 मिनट तक गर्म करे। अब इसे छान कर रख ले। दिन में तिन बार इस तेल उपयोग करे। आपको लाभ मिलेगा।
यह भी जरुर पढ़े :- लहसून के अद्भुत फायदे
7. मूली के जरीय, दांतों की समस्या का ईलाज
Mooli ke fayde – मूली दांतों के पीलापन को दूर कर सकता है। सबसे पहले मूली का टुकड़ा ले और उसमे निम्बू का रस लगाये। अब इसे धीरे-धीरे दांतों पर मले। इससे आपके दांत साफ़ और चमकदार हो जायेंगे। जो व्यक्ति पायरिया की समस्या से परेशान है। उन लोगो को Mooli ke Ras से कुल्ला करना चाहिए। ऐसा करने से दांत और मसूड़े दोनों स्वस्थ रहेंगे।
यह भी अवश्य पढ़े : दांत दर्द का घरेलु इलाज की जानकारी हिंदी में।
8. मूली ब्लड प्रेशर को सही रखता है
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push(); मूली का सेवन ब्लड प्रेशर के लिए काफी फायदेमंद है। जिन लोगो को ब्लड प्रेशर की शिकायत है, उन लोगो को अपने आहार में Mooli को शामिल करना चाहिए। इसमें एंटी हाइपरटेंसिव होता है, जो ब्लड प्रेशर के लेवल को नियंत्रित करता है।
इसे भी अवश्य पढ़े : हाई ब्लड प्रेशर का घरेलु उपचार हिंदी में।
9. मूली के फायदे जुकाम और खांसी में
Radish Health Benefits in Hindi – रोजाना मूली का सेवन करने से आपकी इम्यून शक्ति बढेगी। इससे आपको सर्दी और जुकाम की समस्या नहीं होगी। इसके इस्तेमाल से खांसी की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है। सबसे पहले सुखी मूली का काढ़ा तैयार कर ले। अब उसमे नामक और जीरा मिलाकर काढ़े का सेवन करे। यह विधि आपको दमे की बीमारी में भी फायदा होगा।
इसे भी जरुर पढ़े : एलोवेरा के बेहतरीन फायदे
10. मूली आँखों के लिए भी फायदेमंद है
Benefits of Radish (Muli) in Hindi – मूली आँखों के अत्यंत लाभकारी है। इसमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता है। मूली का रोजाना सेवन करने से, यह आँखों की रोशनी को बढाता है।
मूली के अन्य फायदे / Mooli ke anya fayde
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push();
⇒ मूली खाने से यह पेट के कीड़े ख़त्म करता है।
⇒ मूली की पत्तियां मुंह की बदबू को दूर करती है।
⇒ मधुमेह की बीमारी में मूली फायदेमंद है।
⇒ दमा की बीमारी में मूली का इस्तेमाल करे।
⇒ जिन्हें भूख नहीं लगती है, उन लोगो को मूली का सेवन करना चाहिए।
Radish ke fayde | मुली के बेहतरीन फायदे | Muli ke Fayde
इसे भी जरुर पढ़े :-
loading…
radish health benefits, white radish recipe, radish plant, muli ke fayde, मूली के फायदे, radish varieties,
उम्मीद है की, आपको यह लेख उपयोगी लगा होगा। प्लीज इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे। निचे दिए गए बटन को दबाकर अपने ट्वीटर, फेसबुक और गूगल प्लस अकाउंट पर शेयर करे।
एक निवेदन – इस ब्लॉग में दिए गए सभी Health tips in Hindi, Beauty tips in Hindi, Skin Care tips in Hindi, Ayurvedic Treatment, Gharelu Nuskhe, Home Remedies, Healthy Food in Hindi, और Homeopathy इत्यादि लेख को, लोगो के अनुभव के आधार पर तैयार किया गया है। किसी भी रोग में इन उपायों को अजमाने से पहले चिकित्सक (Doctor) की सलाह जरुर लें। ऊपर बताये ��ए उपाय और नुस्खे को अपने विवेक के आधार पर इस्तेमाल करें। कोई असुविधा होने पर इस ब्लॉग www.hindiayurveda.com की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।
|धन्यवाद|
0 notes
chaitanyabharatnews · 5 years ago
Text
खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत भी बनाती हैं चटनियां, जानिए इनके अनसुने फायदे
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज चटनी और अचार ऐसी चीज हैं जो अक्सर बोरिंग खाने का स्वाद बढ़ा देती हैं। यह चटनियां हमारे स्वाद को बढ़ाने का ही काम नहीं करतीं बल्कि हमारी सेहत को भी फायदा पहुंचाती है। आइए जानते हैं अलग-अलग चटनियों के फायदों के बारे में। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); टमाटर की चटनी
Tumblr media
टमाटर में पोटेशियम, लाइकोपीन विटामिन सी व अन्य कई विटामिन पाए जाते हैं। इसके अलावा टमाटर में हमारे शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर करने वाले जरुरी तत्व भी होते हैं। टमाटर की चटनी वजन को भी कंट्रोल करती है। आंवला
Tumblr media
आंवला की चटनी स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है। आंवले से बनी चटनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है। दरअसल आंवले के अंदर विटामिन सी व कई पौष्टिक तत्व होते हैं जो हमें कई तरह के संक्रमण से दूर रखते हैं। चटनी में नींबू व अदरक मिलाकर खाने से हृदय रोगों में भी फायदा होता है। करी पत्ता
Tumblr media
करी पत्ते की चटनी में फोलिक एसिड और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। कई अन्य विटामिन व कैल्शियम होने के कारण इसके सेवन से बाल मजबूत, घने व काले होते हैं। साथ ही इससे बॉडी में खून की कमी, डाइबिटीज और हाई बीपी जैसी परेशानियों में हमें राहत मिलती हैं। लहसुन प्याज की चटनी
Tumblr media
लहसुन में एंटी-फंगल एंटीबायोटिक व एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं। लहसुन व प्याज से बनी चटनी हमारे शरीर में गर्मी पैदा करती है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से काम करता है। इसके अलावा यह चटनी में शरीर में उम्र के साथ होने वाले बदलावों को रोकने व सर्दियों के दौरान होने वाले रोगों को दूर रखने में भी सहायक होती है। दही
Tumblr media
दही सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता हैं। दही, धनिए और नारियल में विटामिन और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। गर्मी के मौसम में इस चटनी को खाने से शरीर को ठंडक मिलती हैं। दही की चटनी को अपने खानपान में शामिल करना चाहिए। ये भी पढ़े... सर्दी में जरूर करें मूंगफली का सेवन, वजन घटाने समेत इन बीमारियों को करती है दूर मूली को ना समझें मामूली, इसे खाने से शरीर को होते हैं ये बेहतरीन फायदे सर्दियों में खाएंगे ये चीजें तो रहेंगे सेहतमंद, इनसे करें परहेज Read the full article
0 notes
chaitanyabharatnews · 5 years ago
Text
खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत भी बनाती हैं चटनियां, जानिए इनके अनसुने फायदे
Tumblr media
चैतन्य भारत न्यूज चटनी और अचार ऐसी चीज हैं जो अक्सर बोरिंग खाने का स्वाद बढ़ा देती हैं। यह चटनियां हमारे स्वाद को बढ़ाने का ही काम नहीं करतीं बल्कि हमारी सेहत को भी फायदा पहुंचाती है। आइए जानते हैं अलग-अलग चटनियों के फायदों के बारे में। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); टमाटर की चटनी
Tumblr media
टमाटर में पोटेशियम, लाइकोपीन विटामिन सी व अन्य कई विटामिन पाए जाते हैं। इसके अलावा टमाटर में हमारे शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर करने वाले जरुरी तत्व भी होते हैं। टमाटर की चटनी वजन को भी कंट्रोल करती है। आंवला
Tumblr media
आंवला की चटनी स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है। आंवले से बनी चटनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है। दरअसल आंवले के अंदर विटामिन सी व कई पौष्टिक तत्व होते हैं जो हमें कई तरह के संक्रमण से दूर रखते हैं। चटनी में नींबू व अदरक मिलाकर खाने से हृदय रोगों में भी फायदा होता है। करी पत्ता
Tumblr media
करी पत्ते की चटनी में फोलिक एसिड और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। कई अन्य विटामिन व कैल्शियम होने के कारण इसके सेवन से बाल मजबूत, घने व काले होते हैं। साथ ही इससे बॉडी में खून की कमी, डाइबिटीज और हाई बीपी जैसी परेशानियों में हमें राहत मिलती हैं। लहसुन प्याज की चटनी
Tumblr media
लहसुन में एंटी-फंगल एंटीबायोटिक व एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं। लहसुन व प्याज से बनी चटनी हमारे शरीर में गर्मी पैदा करती है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से काम करता है। इसके अलावा यह चटनी में शरीर में उम्र के साथ होने वाले बदलावों को रोकने व सर्दियों के दौरान होने वाले रोगों को दूर रखने में भी सहायक होती है। दही
Tumblr media
दही सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता हैं। दही, धनिए और नारियल में विटामिन और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। गर्मी के मौसम में इस चटनी को खाने से शरीर को ठंडक मिलती हैं। दही की चटनी को अपने खानपान में शामिल करना चाहिए। ये भी पढ़े... सर्दी में जरूर करें मूंगफली का सेवन, वजन घटाने समेत इन बीमारियों को करती है दूर मूली को ना समझें मामूली, इसे खाने से शरीर को होते हैं ये बेहतरीन फायदे सर्दियों में खाएंगे ये चीजें तो रहेंगे सेहतमंद, इनसे करें परहेज Read the full article
0 notes