#मुहम्मद यूसुफ
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[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि परमात्मा निराकार है।
सच्चाई : जबकि संत रामपाल जी महाराज पवित्र बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:26, 27 से बताते हैं कि परमेश्वर ने मानव को अपने स्वरूप में उत्पन्न किया। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा साकार है।
[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति: ईसाई धर्म के लोगों, मिशनरियों व पादरियों का मानना है कि बाइबिल में मांस खाने का आदेश परमेश्वर का है।
सच्चाई: जबकि संत रामपाल जी महाराज बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:29 से बताते हैं कि प्रभु ने मनुष्यों के खाने के लिए जितने बीज वाले छोटे पेड़ तथा जितने पेड़ों में बीज वाले फल होते हैं वे भोजन के लिए प्रदान किए हैं। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा का आदेश माँस खाने का नहीं है।
[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति : ईसाई धर्म की मान्यता है कि क्रस किये जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर से जिंदा हो गए थे।
सच्चाई : जबकि यह बात पूर्णतः सत्य नहीं है। संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था बनाए रखने के लिए ईसा जी की मृत्यु के पश्चात् ईसा जी का रूप धारण करके प्रकट होकर ईसाईयों के विश्वास को प्रभु भक्ति पर दृढ़ रखा था, नहीं तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता और वे नास्तिक हो जाते। जिसका प्रमाण पवित्र बाइबिल में यूहन्ना ग्रन्थ अध्याय 16 श्लोक 4-15 में दिया गया है कि जिसे ईसाई धर्म के लोग शैतान कहते हैं, वह वास्तव में ब्रह्म काल जिसका प्रमाण पवित्र श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 11 श्लोक 21, 32 में है, यह शैतान काल यही चाहता है कि कोई भक्ति न करे यानि सभी नास्तिक बन जायें।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟ईसाई धर्म हो या मुसलमान धर्म पुनर्जन्म को नहीं मानते। इनकी धारणा है कि एक बार सभी मरते जायेंगे और इन्हें कब्रों में दबाते जायेंगे। जब कयामत (प्रलय) आएगी तो परमात्मा अच्छे कर्म करने वालों को स्वर्ग में और बुरे कर्म करने वालों को नरक में डालेगा।
जबकि संत रामपाल जी महाराज जी जीवनी हजरत मुहम्मद पुस्तक के पृष्ठ 161, 164-165 से स्पष्ट करते हैं कि मुहम्मद जी ने ऊपर हजरत आदम, ईसा, मूसा, दाऊद, अब्राहिम सभी को देखा। जबकि मुसलमान धर्म और ईसाई धर्म के अनुसार अभी कयामत आई ही नहीं। जिससे स्पष्ट है कि पुनर्जन्म की धारणा इन दोनों ही धर्म में गलत है।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟ईसा मसीह का जन्म एक देवता से हुआ।
प्रमाण : पवित्र बाईबल मती रचित सुसमाचार मती=1ः25 पृष्ठ नं. 1-2 पर।
ईसा मसीह की पूज्य माता जी का नाम मरियम तथा पूज्य पिताजी का नाम यूसुफ था। परन्तु मरियम को गर्भ एक देवता से रहा था। इस पर यूसुफ ने आपत्ति की तथा मरियम को त्यागना चाहा तो स्वपन में (फरिश्ते) देवदूत ने ऐसा न करने को कहा तथा यूसुफ ने डर के मारे मरियम का त्याग न करके उसके साथ पति-पत्नी रूप में रहे। देवता से गर्भवती हुई मरियम ने ईसा को जन्म दिया।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा जी भगवान नहीं थे, वह तो एक ईश्वर की भक्ति बताते थे
हजरत ईसा जी को भी पूर्ण परमात्मा सत्यलोक से आकर मिले तथा एक परमेश्वर का मार्ग समझाया। इसके बाद ईसा जी एक ईश्वर की भक्ति समझाने लगे। लोगों ने बहुत विरोध किया। बीच-बीच में ब्रह्म(काल) के फरिश्ते हजरत ईसा जी को विचलित करते रहे तथा वास्तविक ज्ञान को दूर रखा।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 हजरत ईसा जी पाप नहीं काट सकते
हजरत यीशु का जन्म तथा मृत्यु व जो जो भी चमत्कार किए वे पहले ब्रह्म(ज्योति निरंजन) के द्वारा निर्धारित थे। यह प्रमाण पवित्र बाईबल में है कि एक व्यक्ति जन्म से अंधा था। वह हजरत यीशु मसीह के आशीर्वाद से वह ठीक हो गया। शिष्यों ने पूछा इस व्यक्ति ने कौन-सा पाप किया था। यीशु जी ने कहा कि इसका कोई पाप नहीं है। यह तो इसलिए हुआ है कि प्रभु की महिमा प्रकट करनी है। भावार्थ यह है कि यदि पाप होता तो हजरत यीशु आँखे ठीक नहीं कर सकते थे।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा जी परमेश्वर नहीं थे, उनके द्वारा किये गये चमत्कार भी पूर्व निर्धारित थे
हजरत ईसा मसीह के चमत्कारों में लिखा है कि एक प्रेतात्मा से पीड़ित व्यक्ति को ठीक कर दिया। यह काल स्वयं ही किसी प्रेत तथा पितर को प्रेरित करके किसी के शरीर में प्रवेश करवा देता है। फिर उसको किसी के माध्यम से अपने भेजे दूत के पास भेजकर प्रेत को भगा देता है। अपने अवतार की महिमा करवाकर कर हजारों को उसका अनुयाई बनवा कर काल जाल में फंसा देता है तथा उस पूर्व भक्ति कमाई युक्त साधक की कमाई को समाप्त करवा कर नरक में डाल देता है।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा मसीह की मृत्यु
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु 30 वर्ष की आयु में हुई जो पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरी मृत्यु निकट है।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
[3/30, 8:33 PM] Arun Das Patil: 🌟 परमेश्वर अमर है, लेकिन ईसा मसीह जी की मृत्यु हुई
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरे बारह शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा। एक ईसा मसीह का खास यहूंदा इकसरौती नामक शिष्य था, जिसने तीस रूपये के लालच में अपने गुरु जी को विरोधियों के हवाले कर दिया।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
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इमाम ऊल अंबिया मुहम्मद सल्लालाहू अलैहि वसल्लम
इमाम ऐसे कि तमाम अंबिया के इमाम बन गए खूबसूरती ऐसी कि हुस्न ए यूसुफ को भूल गए। खौफ खुदा ऐसा कि नूह को भूल गए खानदान ऐसा कि खानदान इमरान को भूल गए। क्या क्या बताऊं खूबियां उस एक शख्स की, रहमदिली ऐसी कि इब्राहिम को भूल गए। तदबीर ऐसी कि खिज्र को भूल गए, रहमत ऐसी कि रहमत ऊल लिल आलमीन हो गए। कलम लिख नही सकती खूबियां उस एक शख्स की ताकत ऐसी कि मूसा को भूल गए। जी कुछ भी था अता किया हुआ रब का…
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जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल(मनोज सिंह )ने आज अनंतनाग पुलिया में " किसान संपर्क अभियान "चलाया|
जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल(मनोज सिंह )ने आज अनंतनाग पुलिया में " किसान संपर्क अभियान "चलाया| यह किसान संपर्क जम्मू -कश्मीर के किसानो के लिए उन्नति एवं कौशल , एंड हैंडहोल्डिंग , कुशल कार्यक्रम HADP के प्रभाव को जम्मू - कश्मीर जैसे -केंद्र शाषित प्रदेश में लागु हुयी है | जो 4 महीना तक चलेगी | मनोज सिंह ने कहा , की मुझे अपने कार्य को विश्वास पूर्वक गॉवो से लेकर निकलता है |
और कृषि में अशीम क्षमता को आगे बढ़ाना है ,और मेरा मानना है की कृषि में वो क्षमता है की किसी राज्य , प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बदल देने की क्षमता होती है | उपराज्यपाल ने कृषि और संबद्ध क्षेत्र में अनंतनाग के जबरदस्त विकास में उनके योगदान के लिए जिले के प्रगतिशील किसानों और कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से जुड़े अन्य हितधारकों की सराहना की। उपराज्यपाल ने कहा, "सभी महत्वाकांक्षी और अभिनव हस्तक्षेप, चाहे वह मुश्कबुदजी या पीली क्रांति का पुनरुद्धार हो, किसानों और प्रशासन के बीच प्रभावशाली साझेदारी के कारण फल दे रहा है और एचएडीपी किसानों को नई ऊंचाइयों को छूने में मदद करेगा।
" आज, अनंतनाग को देश का ट्राउट जिला और रेशम उत्पादन क्षेत्र के मामले में केंद्र शासित प्रदेश का अग्रणी जिला होने का अनूठा गौरव प्राप्त है। हमने उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई हस्तक्षेप किए हैं। उन्होंने कहा कि हमने जिले में तीन नए जैविक कलस्टर और मत्स्य क्षेत्र का पहला किसान उत्पादक संगठन स्थापित किया है, इसके अलावा बड़े पैमाने पर ट्राउट खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रसंस्करण और पैकेजिंग इकाइयां स्थापित की हैं। उपराज्यपाल ने केंद्र शासित प्रदेश के किसानों से किसान संपर्क अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और विकास और समृद्धि की नई संभावनाओं का पता ��गाने का आग्रह किया।
"समग्र कृषि विकास कार्यक्रम एक बहुत ही महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है और हम नए मील के पत्थर हासिल करने के लिए आश्वस्त हैं। ग्रामीण-शहरी अंतराल को पाटने के हमारे दृढ़ संकल्प ने पहले ही कृषि और कृषि आधारित लघु उद्योगों में कई ठोस पहल और प्रभावशाली विकास किए हैं।" उपराज्यपाल ने अवलोकन किया। उपराज्यपाल ने केंद्र शासित प्रदेश के किसानों से किसान संपर्क अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और विकास और समृद्धि की नई संभावनाओं का पता लगाने का आग्रह किया। "समग्र कृषि विकास कार्यक्रम एक बहुत ही महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है और हम नए मील के पत्थर हासिल करने के लिए आश्वस्त हैं।
ग्रामीण-शहरी अंतराल को पाटने के हमारे दृढ़ संकल्प ने पहले ही कृषि और कृषि आधारित लघु उद्योगों में कई ठोस पहल और प्रभावशाली विकास किए हैं।" उपराज्यपाल ने अवलोकन किया। उन्होंने एग्री-इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड के प्रभावी उपयोग पर जोर दिया और कृषक समुदाय और नवोदित कृषि-उद्यमियों को प्रशासन से हर संभव सहायता और सहायता का आश्वासन दिया। "हमारा सपना न केवल एक मजबूत कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है, बल्कि एचएडीपी के माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर पैदा करना, ग्रामीण संपत्ति बनाना, स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करना और 70% आबादी को स्वयं खेती करना है।
-भरोसेमंद," उन्होंने कहा। पीआरआई प्रतिनिधियों और किसानों द्वारा पेश की गई मांगों और मुद्दों का जवाब देते हुए उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया कि लोगों की सभी वास्तविक चिंताओं को प्राथमिकता पर दूर किया जाएगा। उपराज्यपाल ने चुनिंदा लोगों के लिए नहीं बल्कि आम आदमी के कल्याण के लिए काम करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने आगामी जी20 कार्यक्रम के सफल आयोजन में पीआरआई सदस्यों, आम लोगों और अन्य हितधारकों की सक्रिय भागीदारी की मांग की। उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने केंद्र शासित प्रदेश की वास्तविक क्षमता दिखाने का यह एक शानदार अवसर है।
मुहम्मद यूसुफ गोरसी, अध्यक्ष, डीडीसी अनंतनाग और मोहम्मद इकबाल अहंगर, अध्यक्ष नगरपालिका डोरू ने किसानों के कल्याण और लोगों के जीवन को बदलने के लिए उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। प्रगतिशील किसानों ने भी अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं। उपराज्यपाल ने इस अवसर पर विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए। अटल डुल्लू, अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि उत्पादन विभाग;विजय कुमार बिधूड़ी, संभागीय आयुक्त कश्मीर; विजय कुमार, एडीजीपी कश्मीर; पंचायत सदस्य, वरिष्ठ अधिकारी, विभागाध्यक्ष और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
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& # 039; खिलाड़ी जैसे इंजमाम, लतीफ, यूनिस चाहिए … & # 039 ;: पीसीबी ने अख्तर, कनेरिया के आरोपों का जवाब दिया अख्तर ने उस समय हंगामा मचाया जब उन्होंने कहा कि कनेरिया को कुछ खिलाड़ियों ने अपमानित किया क्योंकि वह हिंदू थे, उन्हें उचित श्रेय नहीं दिया गया और कुछ ने उनके विश्वास के कारण उनके साथ भोजन करने से भी इनकार कर दिया। । Source link
#InzamamulHaq#अखतर#आरप#इजमम#क#कनरय#खलड#गौतम गंभीर दानिश कनेरिया पर#चहए#जवब#जस#दय#दानिश कनेरिया#दानिश कनेरिया का मामला#न#पसब#पीसीबी#मुहम्मद यूसुफ#यनस#यूनिस खान#राशिद लतीफ#लतफ#शोएब अख्तर
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पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज का दावा- जल्द ही शतक लगाएंगे विराट कोहली
पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज का दावा- जल्द ही शतक लगाएंगे विराट कोहली
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के बल्ले से लंबे अर्से से शतक नहीं निकला है। इंटरनेशनल क्रिकेट में कोहली ने आखिरी शतक अगस्त 2019 में लगाया था। इसके बाद वह किसी भी रूप में शतक नहीं लगा सके हैं। भारतीय प्रीमियर लीग में बहुत लंबे समय से उनका बल्ला खामोश रहा है। इस बी�� पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज मोहम्मद यूसुफ ने विराट कोहली को लेकर बड़ा बयान दिया है। युसूफ का कहना है कि भारतीय कप्तान शानदार…
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#अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली का पिछला शतक#पाकिस्तान#बीसीसीआई#भारत#मुहम्मद युसूफ का करियर#मोहम्मद यूसुफ#विराट कोहली#विराट कोहली पर मोहम्मद युसूफ#विराट कोहली पर मोहम्मद यूसुफ#विराट कोहली शतक
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पाकिस्तान में भारत से ज्यादा कोरोना मरीज, सामने आए 12 हजार संदिग्ध मामले - Corona outbreak in pakistan positive infected and suspected case of covid 19 punjab province
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पाकिस्तान में भारत से ज्यादा कोरोना मरीज, सामने आए 12 हजार संदिग्ध मामले - Corona outbreak in pakistan positive infected and suspected case of covid 19 punjab province
पाकिस्तान में भारत से ज्यादा कोरोना से मरीज
पाक में 12,000 मामले संदिग्ध, 12 मरीजों की मौत
भारत सहित दुनिया भर के ज्यादातर देश कोरोना के संकट से जूझ रहे हैं. दुनिया भर में लाखों लोग इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. भारत में इस बीमारी से 1,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं तो वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान कोरोना की चपेट के मामले में भारत से आगे है. पाकिस्तान में कोरोना मरीजों की संख्या 1490 के पार है.
वहीं, पाकिस्तान में कोरोना वायरस (covid-19) के 12,000 संदिग्ध मामले हैं. इसकी जानकारी पाकिस्तान के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने दी. उन्होंने बताया कि अभी (शनिवार तक के आंकड़ों के मुताबिक) कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 1,495 है. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का पंजाब प्रांत इस जानलेवा बीमारी के नए उपकेंद्र के तौर पर सामने आया है.
स्वास्थ्य सलाहकार जफर मिर्जा ने कोरोना संक्रमण के भयावहता की जानकारी शनिवार को रोजाना की ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए दी. साथ ही उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए किए गए उपायों के बारे में भी बताया. उन्होंने बताया कि इस समय देश में कोविड-19 के 12,218 संदिग्ध मरीज हैं.
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पाकिस्तान में ज्यादातर कोरोना से संक्रमित लोग ईरान से वापस आए थे. बता दें कि कोरोना महामारी से ईरान का बुरा हाल है. वहां कोरोना से 35,408 लोग संक्रमित हैं और 2,517 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 11,679 मरीज ठीक हुए हैं.
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कोरोना से संक्रमित 557 लोग हैं. वहीं सिंध में 469, खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) में 188, ब्लूचिस्तान में 133, गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) में 107, इस्लामाबाद में 39 और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में 2 मरीज हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, इस जानलेवा बीमारी से पाकिस्तान में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. 25 लोग ठीक हो चुके हैं. 7 संक्रमित मरीजों की हालत गंभीर है. पाकिस्तान के पंजाब में कोरोना के सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं. जहां डेरा गाजी खान जिला में सबसे ज्यादा संक्रमित 207 लोग हैं.
पंजाब में कोरोना से 5 लोगों की मौत
पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि फैसलाबाद में कोविड-19 से एक 22 वर्षीय मरीज की मौत हो गई जिसके बाद इस जानलेवा बीमारी से यहां मरने वालों की संख्या पांच हो गई.
इस्लामाबाद के पॉलीक्लिनिक अस्पताल में एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद करीब 30 डॉक्टरों ने खुद को क्वारनटीन कर लिया. स्वास्थ्य सलाहकार जफर मिर्जा ने बताया कि मामूली लक्षण वाले सभी लोगों को कोरोना जांच से गुजरना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा, पीसीआर (पॉलीमरेज चेन ट्रैक्शन) टेस्ट को दुनिया में सबसे प्रमाणिक माना जाता है. इस जांच के लिए देश में 14 लैब हैं. मिर्जा ने कहा, पाकिस्तान में कोरोना से मौत का अनुपात 0.78 प्रतिशत कई देशों की तुलना में बहुत कम है.
ये भी पढ़ें- देश में 15 मार्च के बाद पकड़ी कोरोना वायरस ने स्पीड, 13 दिन में ही सामने आए 900 से ज्यादा केस
स्वास्थ्य सलाहकार मिर्जा ने कहा, चीन के आठ डॉक्टरों की एक टीम पाकिस्तान पहुंचेगी जो कोरोना से जंग लड़ चुके हैं और यहां वे स्थानीय डॉक्टरों के साथ अपने अनुभव शेयर करेंगे.
वहीं, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद अफजल ने कहा कि आने वाले दिनों में लैब की संख्या को बढ़ाकर 50 कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया, ज्यादातर टेस्टिंग किट और प्रोटेक्टिव गियर चीन से मंगवाए जा रहे हैं और वेंटिलेटर की कमी होने पर वो भी जल्द उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार मोइद यूसुफ ने बताया कि 4 अप्रैल तक देश का हवाई यातायात निलंबित रहेगा.
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डॉ सुनील यादव के सवाल जो हर एक को निरुत्तर कर दें..
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ये ऐसे सवाल है जो बहुत हि सोचने लायक है। जैसे कि -
1:- सभी देवी देवताओ ने भारत मे हि जन्म क्यो लिया?
क्यो किसी भी देवी देवता को भारत के बाहर कोइ नही जानता ?
2:- जितने भी देवी देवता देवताओ की सवारीया है उनमे सिर्फ वही जानवर क्यो है जो कि भारत मे ही पाये जाते है?
एसे जानवर क्यो नही जो कि सिर्फ कुछ हि देशो मे पाये जाते है, जैसे कि कंगारु, जिराफ आदी !!
3:- सभी देवी देवता हमेशा राज घरानो मे हि जन्म क्यो लेते थे ?
क्यो किसी भी देवी देवता ने किसी गरीब या शुद्र के यहा जन्म नही लिया?
4:- पोराणीक कथाओ मे सभी देवी देवताओ की दिनचर्या का वर्णन है जैसे कि कब पार्वती ने चंदन से स्नान किया, कब गणेश के लिये लड्डु बनाये, गणेश ने कैसे लड्डु खाये.. आदी
लेकीन जैसे हि ग्रंथो कि स्क्रीप्ट खत्म
हो गयी भगवानो कि दिनचर्या भी खत्म..
तो क्या बाद में सभी देवीदेवताऔ का देहांत हो गया ??
अब वो कहाँ है? उनकी औलादे कहाँ है?
5:- ग्रंथो के अनुसार पुराने समय मे सभी देवी देवताओ का पृथ्वी पर आना-जाना लगा रहता था।
जैसे कि किसी को वरदान देने या किसी पापी का सर्वनाश करने..
लेकीन अब एसा क्या हुआ जो देवी देवताओ ने पृथ्वी पर आना बंद
हि कर दिया??
6:- जब भी कोइ पापी पाप फैलाता था तो उसका नाश करने के लिये खुद भागवान किसी राजा के यहा जन्म लेते थे फिर 30-35 की उम्र तक जवान होने के बाद वो पापी का नाश करते थे,
ऐसा क्यों?
पापी का नाश जब भगवान खुद हि कर रहे है तो 30-35 साल का इतना ज्यादा वक्त क्यो???
भगवान सिधे कुछ क्यो नही करते??
जीस प्रकार उन्होने अपने खुद के ही भक्तो का उत्तराखण्ड मे नाश किया ?
(7) अगर हिन्दू धर्म कई हज़ार साल
पुराना है, तो फिर भारत के बाहर इसका प्रचार-प्र��ार क्यों नहीं हुआ और एक भारत से बाहर के धर्म “इस्लाम-ईसाई” को इतनी मान्यता कैसे हासिल
हुई?
वो आपके अपने पुरातन हिन्दू धर्म से ज़्यादा अनुयायी कैसे बना सका? हिन्दू देवी-देवता उन्हें नहीं रोक रहें??
(8) अगर हिन्दू धर्म के अनुसार एक
जीवित पत्नी के रहते, दूसरा विवाह अनुचित है, तो फिर राम के पिता दशरथ ने चार विवाह किस नीति अनुसार किये थे?
(9) अगर शिव के पुत्र गनेश की गर्दन शिव ने काट दी, तो फिर यह कैसा भगवान है??
जो उस कटी गर्दन को उसी जगह पर क्यों नहीं जोड़ सका??
क्यों एक पिरपराध जानवर (हाथी) की हत्या करके उसकी गर्दन गणेश की धढ पर लगाई?
एक इंसान के बच्चे के धढ़ पर हाथी की गर्दन कैसे फिट आ गयी?
(10) अगर हिन्दू धर्म में मांसाहार वर्जित है, तो फिर राम स्वर्णमृग (हिरन) को मारने क्यों गए थे? क्या मृग हत्या जीव हत्या नहीं है?
(11) राम अगर भगवान है, तो फिर उसको यह क्यों नहीं पता था कि रावण की नाभि में अमृत है?
अगर उसको घर का भेदी ना बताता कि रावण की नाभि में अमृत है, तो उस युद्ध में रावण कभी नहीं मारा जाता।
क्या भगवन ऐसा होता है?
(12) तुम कहते हो कि कृष्ण तुम्हारे भगवन हैं, तो क्या नहाती हुई निर्वस्त्र गोपीयों को छुपकर देखने वाला व्यक्ति, भगवान हो सकता है?
अगर ऐसा काम कोई व्यक्ति आज के दौर में करे, तो हम उसे छिछोरा-नालायक कहते हैं।
तो आप कृष्ण को भगवान क्यों कहते हो?
(13) हिन्दूओ में बलात्कारीयोंका प्रमाण अधिक क्यों होते हैं?
(14) शिव के लिंग (पेनिस) की पूजा क्यों करते हैं? क्या उनके शरीर में कोई और चीज़ पूजा के क़ाबिल नहीं?
(15) खुजराहो के मंदिरों में काम-क्रीड़ा और उत्तेजक चित्र हैं, फिर ऐसे स्थान को मंदिर क्यों कहा जाता है?
क्या काम-क्रीडा, हिन्दू धर्मानुसार पूजनीय है?
सवाल तो और भी बहुत है, लेकेन पहले इनके जवाब मिल जाये बस!!
अगर इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा देता है... तो फिर क्यूँ नासा के कई वैज्ञानिको ने इस्लाम कुबूल किया ? ? ?
क्यु... यूसुफ योहाना व अफ्रीकन क्रिकेटर और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा मुस्लिम बन गऐ ...? ?
क्यु... ए.एस. दिलीप मुसलमान होकर ए.आर. रहमान हो गए ... ? ?
क्यु... शक्ति कपूर, ममता कुलकर्णी ,सरोज खान,
बालिका वधू स्टार ,और कई दक्षिण के अभिनेताओं ने इस्लाम कुबूल किया ... ? ?
क्यु... टोनी ब्लेयर की बहन ने इस्लाम कुबूल कर लिया ... ? ?
क्यु... मुहम्मद अली मुसलमान हो गए ... ? ?
क्यु... यू.एस.ए. में 9/11 के बाद 25.67 लाख से भी ज्यादा
लोगों ने इस्लाम कुबूल किया ... ? ?
क्यु... अब्राहम विलिंग्टन यूएस आर्मी में भर्ती होकर
मुसलमानों को मारने का इरादा छोड़कर मस्जिद जाकर मुसलमान हो गए .... ? ?
क्यु... गैरी मिलर जो कि कुरान के विरोधी थे .....
कुरान पढ़कर मुसलमान हो गए .... ? ?
क्यु... कामेडी स्टार मिस्टर बीन मुसलमान हो गए .... ? ?
क्यु... माइक टायसन और माइकल जैकसन मुसलमान बन गए .... ? ?
क्यु... हिजाब की विरोधी ब्रिटेन की पुलिस अफसर जेने कैम्प इस्लामी शिक्षाएँ पढ़कर मुसलमान हो गईं ... ? ?
फ्राँस में क्या ओसामा आया था... ?
कि फ्राँस 60% मुसलिम आबादी वाला देश बन गया .... ? ?
1929 में यू. एस. ए. में एक मस्जिद थी ....
आज 2500 से भी ज्यादा मस्जिदे है....और सन् 2003 तक रूस में 250 मस्जिदें थीं
आज 3000 ज्यादा मस्जिदे हैं
क्यु... रूस 30% मुसलिम आबादी वाला देश बन गया ... ? ?
क्यु... यु.के. की संसद मे ईसाइयो के इस्लाम कुबूलने की बढ़ती हुई तादाद के बाबत
आपातकालीन चर्चा हुई ... ? ?
और ... अगर क्वीन डायना ना मारी जाती तो .....
अब तक पूरा यूके मुसलिम राष्ट्र घोषित हो जाता ! !
इंडोनेशिया और मलेशिया में 100 साल पहले " बौद्ध देश " थे आज 85% मुसलिम आबादी वाले देश हैं ....
इस्लाम को 1500 साल भी नहीं हुए ...और इस्लाम पूरी दुनिया में फैल चुका व
दूसरे क्यु nahi .... ? ?
कोई दुनिया की किसी भी इतिहास की किताब में यह दिखा दे कि मुसलमानों ने वहाँ कब और कौनसी जंग की ... ? ?
इस बात को सभी को शेयर करो ताकि सभी को पता चल जाये की इस्लाम आतंकवाद की शिक्षा नही देता है .....
Pls share jarur kare ...
अमेरिका के राजदूत ने कहा है कि जिस नाम के साथ मुहम्मद आ जाय उसे हमारा कंप्यूटर स्वीकार नहीं करता मुसलमानो अपने आक़ा मुहम्मद का नाम इतना इस्तेमाuiल करो कि अमेरिका का कंपयूटर फेल हो जाए अगर मुहम्मद स.के गुलाम हो तो संदेश आगे चलाए न्यूनतम 7 लोगों को सैंड करना अमेरिका के गुलाम हो तो मिटा दो
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[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि परमात्मा निराकार है।
सच्चाई : जबकि संत रामपाल जी महाराज पवित्र बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:26, 27 से बताते हैं कि परमेश्वर ने मानव को अपने स्वरूप में उत्पन्न किया। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा साकार है।
[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति: ईसाई धर्म के लोगों, मिशनरियों व पादरियों का मानना है कि बाइबिल में मांस खाने का आदेश परमेश्वर का है।
सच्चाई: जबकि संत रामपाल जी महाराज बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:29 से बताते हैं कि प्रभु ने मनुष्यों के खाने के लिए जितने बीज वाले छोटे पेड़ तथा जितने पेड़ों में बीज वाले फल होते हैं वे भोजन के लिए प्रदान किए हैं। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा का आदेश माँस खाने का नहीं है।
[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति : ईसाई धर्म की मान्यता है कि क्रस किये जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर से जिंदा हो गए थे।
सच्चाई : जबकि यह बात पूर्णतः सत्य नहीं है। संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था बनाए रखने के लिए ईसा जी की मृत्यु के पश्चात् ईसा जी का रूप धारण करके प्रकट होकर ईसाईयों के विश्वास को प्रभु भक्ति पर दृढ़ रखा था, नहीं तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता और वे नास्तिक हो जाते। जिसका प्रमाण पवित्र बाइबिल में यूहन्ना ग्रन्थ अध्याय 16 श्लोक 4-15 में दिया गया है कि जिसे ईसाई धर्म के लोग शैतान कहते हैं, वह वास्तव में ब्रह्म काल जिसका प्रमाण पवित्र श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 11 श्लोक 21, 32 में है, यह शैतान काल यही चाहता है कि कोई भक्ति न करे यानि सभी नास्तिक बन जायें।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟ईसाई धर्म हो या मुसलमान धर्म पुनर्जन्म को नहीं मानते। इनकी धारणा है कि एक बार सभी मरते जायेंगे और इन्हें कब्रों में दबाते जायेंगे। जब कयामत (प्रलय) आएगी तो परमात्मा अच्छे कर्म करने वालों को स्वर्ग में और बुरे कर्म करने वालों को नरक में डालेगा।
जबकि संत रामपाल जी महाराज जी जीवनी हजरत मुहम्मद पुस्तक के पृष्ठ 161, 164-165 से स्पष्ट करते हैं कि मुहम्मद जी ने ऊपर हजरत आदम, ईसा, मूसा, दाऊद, अब्राहिम सभी को देखा। जबकि मुसलमान धर्म और ईसाई धर्म के अनुसार अभी कयामत आई ही नहीं। जिससे स्पष्ट है कि पुनर्जन्म की धारणा इन दोनों ही धर्म में गलत है।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟ईसा मसीह का जन्म एक देवता से हुआ।
प्रमाण : पवित्र बाईबल मती रचित सुसमाचार मती=1ः25 पृष्ठ नं. 1-2 पर।
ईसा मसीह की पूज्य माता जी का नाम मरियम तथा पूज्य पिताजी का नाम यूसुफ था। परन्तु मरियम को गर्भ एक देवता से रहा था। इस पर यूसुफ ने आपत्ति की तथा मरियम को त्यागना चाहा तो स्वपन में (फरिश्ते) देवदूत ने ऐसा न करने को कहा तथा यूसुफ ने डर के मारे मरियम का त्याग न करके उसके साथ पति-पत्नी रूप में रहे। देवता से गर्भवती हुई मरियम ने ईसा को जन्म दिया।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा जी भगवान नहीं थे, वह तो एक ईश्वर की भक्ति बताते थे
हजरत ईसा जी को भी पूर्ण परमात्मा सत्यलोक से आकर मिले तथा एक परमेश्वर का मार्ग समझाया। इसके बाद ईसा जी एक ईश्वर की भक्ति समझाने लगे। लोगों ने बहुत विरोध किया। बीच-बीच में ब्रह्म(काल) के फरिश्ते हजरत ईसा जी को विचलित करते रहे तथा वास्तविक ज्ञान को दूर रखा।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 हजरत ईसा जी पाप नहीं काट सकते
हजरत यीशु का जन्म तथा मृत्यु व जो जो भी चमत्कार किए वे पहले ब्रह्म(ज्योति निरंजन) के द्वारा निर्धारित थे। यह प्रमाण पवित्र बाईबल में है कि एक व्यक्ति जन्म से अंधा था। वह हजरत यीशु मसीह के आशीर्वाद से वह ठीक हो गया। शिष्यों ने पूछा इस व्यक्ति ने कौन-सा पाप किया था। यीशु जी ने कहा कि इसका कोई पाप नहीं है। यह तो इसलिए हुआ है कि प्रभु की महिमा प्रकट करनी है। भावार्थ यह है कि यदि पाप होता तो हजरत यीशु आँखे ठीक नहीं कर सकते थे।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा जी परमेश्वर नहीं थे, उनके द्वारा किये गये चमत्कार भी पूर्व निर्धारित थे
हजरत ईसा मसीह के चमत्कारों में लिखा है कि एक प्रेतात्मा से पीड़ित व्यक्ति को ठीक कर दिया। यह काल स्वयं ही किसी प्रेत तथा पितर को प्रेरित करके किसी के शरीर में प्रवेश करवा देता है। फिर उसको किसी के माध्यम से अपने भेजे दूत के पास भेजकर प्रेत को भगा देता है। अपने अवतार की महिमा करवाकर कर हजारों को उसका अनुयाई बनवा कर काल जाल में फंसा देता है तथा उस पूर्व भक्ति कमाई युक्त साधक की कमाई को समाप्त करवा कर नरक में डाल देता है।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा मसीह की मृत्यु
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु 30 वर्ष की आयु में हुई जो पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरी मृत्यु निकट है।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
[3/30, 8:33 PM] Arun Das Patil: 🌟 परमेश्वर अमर है, लेकिन ईसा मसीह जी की मृत्यु हुई
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु पूर्व ही निर्धारित थी। ���्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरे बारह शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा। एक ईसा मसीह का खास यहूंदा इकसरौती नामक शिष्य था, जिसने तीस रूपये के लालच में अपने गुरु जी को विरोधियों के हवाले कर दिया।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
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पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का अधिकारी निकला हिजबुल आतंकी सलाहुद्दीन, ऐसे खुली पोल
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का अधिकारी निकला हिजबुल आतंकी सलाहुद्दीन, ऐसे खुली पोल #ISI #HizbulNews
नई दिल्ली : एक बार फिर यह खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों और आतंकवादी संगठनों ने संयुक्त कार्रवाई की है। कुछ पाकिस्तानीदस्तावेज भारतीय खुफिया एजेंसियों के हाथ में हैं। इसने कहा कि हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन, पाकिस्तान के आईएसआई का एक अधिकारी था। इन दस्तावेजों ने उन्हें बिना किसी कठिनाई के पाकिस्तान में कहीं भी यात्रा करने की अनुमति दी। टाइम्स ऑफ…
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जैश मामले के आरोपी को मिली जमानत क्योंकि एनआईए ने चार्जशीट दाखिल नहीं की है इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
जैश मामले के आरोपी को मिली जमानत क्योंकि एनआईए ने चार्जशीट दाखिल नहीं की है इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
NEW DELHI / SRINAGAR: जैश-ए-मुहम्मद (JeM) साजिश मामले में एक आरोपी, यूसुफ चोपन, इस आधार पर एक विशेष अदालत द्वारा जमानत दी गई है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने निर्धारित अवधि के भीतर चार्जशीट दाखिल नहीं की। हालाँकि, उसे पुनर्व्यवस्थित किया गया है सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम और के लिए भेजा जम्मू की जेल। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्टों ने सुझाव दिया कि चोपन को जमानत दी गई थी पुलवामा हमले का मामला,…
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वाशिंगटनः इस साल महात्मा गांधी को मरणोपरांत अमरीकी संसद का प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान 'कांग्रेसनल गोल्ड मेडल' मिल सकता है। गांधी जी के 150वीं जयंती के अवसर पर चार भारतीय मूल के सांसदों समेत छह अमरीकी सांसदों ने संसद के निचले सदन में इसको लेकर एक प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव में गांधी जी को संसद का प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान ‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ देने की मांग की गई है। अमरीकी सांसद कैरोलिन मलोनी ने 23 सितंबर को प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव संख्या एचआर6916 पेश किया गया है। इसमें कहा गया है कि गांधी जी ने अपने जीवन में हमेशा लोगों को अहिंसा और शांति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। गांधी के इस महान कार्य के लिए उन्हें ‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ दिया जाना चाहिए।
इन सांसदों ने प्रस्ताव का किया समर्थन कैरोलिन मलोनी के प्रस्ताव को भारतीय मूल के सांसदों एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमीला जयपाल ने समर्थन किया है। भारत और भारतीय-अमरीकियों पर संसदीय कॉकस की मौजूदा सह-अध्यक्ष तुलसी गबार्ड ने भी इस प्रस्ताव पर अपना समर्थन दिया है। गबार्ड ने कहा है कि गांधी जी जैसे महान नेता को यह पुरस्कार मिलना चाहिए ताकि लोगों में एक संदेश जा सके। ऐसी उम्मीद जताई जा रहा है कि गांधी जी को इस साल यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा सकता है।
इन ��ोगों को दिया जा चुका है सम्मान दरअसल अमरीका उन विदेशियों को यह प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान देता है जो लोगों की भलाई के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिए। अभी तक यह सम्मान मदर टेरेसा, नेल्सन मंडेला को ही दिया गया है। इनके अलावा यह सम्मान को पोप जॉन पॉल-द्वितीय, दलाई लामा, आंग सान सू ची, मुहम्मद यूसुफ और शिमोन परेज भी प्राप्त कर चुके हैं। बता दें कि गांधी जी को ‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ कब दिया जाएगा इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।
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क़ुरआन में विज्ञान - एक झूठ
क़ुरआन में विज्ञान ,
दोस्तो सबसे पहले आपसे बताना चाहता हूँ कि कुरान कोई विज्ञान की पुस्तक नही है यह अरबी कहानियों की पुस्तक है , आप जब पुस्तक पढ़ेंगे तो खुद जान जायेगे , उदाहरण स्वरूप सूरह अल यूसुफ की आयतें पढ़े ।
अब आते है मुद्दे पर , क़ुरआन में विज्ञान कैसे ??
दोस्तो जब आप क़ुरआन पढ़ेंगे तो आप जानेंगे कि जितने भी translation आपको मिलेंगे सहीह मुस्लिम हो या मदीना प्रेस का हो , या वरिष्ठ मौलानाओ में मौलाना मौदूदी , मौलाना मुहम्मद असद , मौलाना वहिउद्दीन खान , मौलाना अब्देल हलेम , मौलाना अहमद अली , मौलाना तकी उस्मानी , मौलाना शब्बीर अहमद , मौलाना उम्म मोहम्मद , मौलाना Ali Bakhtiari Nejad , मौलाना मोहम्मद शफी , मौलाना मुहम्मद अली , डॉ ताहिर उल कादरी साहब , मौलाना सैय्यद कुतुब इन सभी को आप पढेंगे तो आप जानेंगे कि सभी की ट्रांसलेशन में समानता जो है वो ये है कि ज्यादातर किताब footnote note से भरी है । और जब commentry ( व्याख्या , ) पढेंगे तो explanation का दायरा और ज्यादा बढ़ जाता है।
कुछ वर्षों से कुछ इस्लामिक आलिम , विद्वान , उम्मी यह बताने की कोशिश कर रहे है कि कुरान में विज्ञान भी है । उसी पर आज चर्चा का विषय है ।
आज हम एमबीबीएस डॉक्टर जाकिर नाइक जिन्हें हम लोग डॉक्टर जाकिर भाई कहते है , शिया उलमा और विद्वान उन्हें काफ़िर नाइक के नाम से बुलाते है ।
जाकिर भाई ने क़ुरआन सूर 79 आयत 30 में बताया कि पृथ्वी शुतुरमुर्ग के अंडे की तरह है , वह तर्क देते है कि उस सूरह में अरबी शब्द ‘‘दहाहा‘‘ प्रयुक्त है, जिसका आशय ‘‘शुतुरमुर्ग़‘‘ के अंडे के रूप, में धरती की वृत्ताकार बनावट । वह कहते है कि इस प्रकार यह प्रमाणित हुआ कि क़ुरआन में ज़मीन के बनावट की सटीक परिभाषा बता दी गई है । अब आइये हम जाकिर भाई की इस explanation की समीक्षा करते है ।
Arabic: ﻭﺍﻻﺭﺽ ﺑﻌﺪ ﺫﻟﻚ ﺩﺣﺎﻫﺎ
Transliteration: Waal-arda baAAda thalika dahaha
Literal: And the earth/Planet Earth after that He stretched/spread it.
हिंदी - और फिर ज़मीन को उसने बिछाया या फैलाया"
(अल क़ुरआन: सूर 79 आयत 30)
अब इस आयत की शब्दशः समीक्षा करते है ।
ﻭَﭐﻟْﺄَﺭْﺽَ
ﻭَ - wa - and
ﭐﻝْ - al - the
ﺃَﺭْﺽَ - ard - Earth
ﺑَﻌْﺪَ - ba'ada - after
ﺫَٰﻟِﻚَ - dhalika - that
ﺩَﺣَﻯٰﻬَﺂ
ﺩَﺣَﻰٰ - dahaa - (he) spread
ﻫَﺂ - ha - her
or "it" in the English translation, referring to the Earth.
दहाहा कभी भी संज्ञा नही हो सकता क्योंकि यह एक क्रिया है जो एक सर्वनाम प्रत्यय ﻫَﺎ ( हा ) से जुड़ा है ।
और ये मैं नही क़ुरआन की और भी कई आयतों में ऐसे ही अर्थ किये गए है । जैसे क़ुरआन 79:27 के bana ha , क़ुरआन 79:28 में fasawwaha , क़ुरआन 79:29 में duha ha , क़ुरआन 79 : 31 में minha maa ha wamarAAaha ।
अतः व्याकरणीय रूप से इसे न तो इसे शुतुरमुर्ग न अंडे और न ही किसी गोले वस्तु से जोड़ा जा सकता है । दूसरा अरब के किसी भी डिक्शनरी में इस शब्द का गोलाई से सम्बंधित या अंडाकार से सम्बंधित अर्थ नही है ।
इसके अलावा आप तफ़्सीर अल जाल्यान और , तनवीर अल मिकबास ने साफ साफ लिखा है कि पृथ्वी को पानी पर फैला दिया।
यहां यह भी ध्यान देवे कि शुतुरमुर्ग के अंडे को अरबी में ﺑَﻴْﺾِ (बायदि ) अंडे और "शुतुरमुर्ग" ﺍﻟﻨَّﻌَﺎﻡِ (अन नामी)कहा जाता है । इस तरह शुतुरमुर्ग के अंडे को baydi an-na'ami कहा जायेगा अरबी में न कि दहाहा ।
चलिए अगर यह मान भी लिया जाय फिर भी शुतुरमुर्ग का अंडा और पृथ्वी अलग अलग तरह के spheroids है ।
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[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि परमात्मा निराकार है।
सच्चाई : जबकि संत रामपाल जी महाराज पवित्र बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:26, 27 से बताते हैं कि परमेश्वर ने मानव को अपने स्वरूप में उत्पन्न किया। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा साकार है।
[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति: ईसाई धर्म के लोगों, मिशनरियों व पादरियों का मानना है कि बाइबिल में मांस खाने का आदेश परमेश्वर का है।
सच्चाई: जबकि संत रामपाल जी महाराज बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:29 से बताते हैं कि प्रभु ने मनुष्यों के खाने के लिए जितने बीज वाले छोटे पेड़ तथा जितने पेड़ों में बीज वाले फल होते हैं वे भोजन के लिए प्रदान किए हैं। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा का आदेश माँस खाने का नहीं है।
[3/30, 8:31 PM] Arun Das Patil: 🌟भ्रांति : ईसाई धर्म की मान्यता है कि क्रस किये जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर से जिंदा हो गए थे।
सच्चाई : जबकि यह बात पूर्णतः सत्य नहीं है। संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था बनाए रखने के लिए ईसा जी की मृत्यु के पश्चात् ईसा जी का रूप धारण करके प्रकट होकर ईसाईयों के विश्वास को प्रभु भक्ति पर दृढ़ रखा था, नहीं तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता और वे नास्तिक हो जाते। जिसका प्रमाण पवित्र बाइबिल में यूहन्ना ग्रन्थ अध्याय 16 श्लोक 4-15 में दिया गया है कि जिसे ईसाई धर्म के लोग शैतान कहते हैं, वह वास्तव में ब्रह्म काल जिसका प्रमाण पवित्र श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 11 श्लोक 21, 32 में है, यह शैतान काल यही चाहता है कि कोई भक्ति न करे यानि सभी नास्तिक बन जायें।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟ईसाई धर्म हो या मुसलमान धर्म पुनर्जन्म को नहीं मानते। इनकी धारणा है कि एक बार सभी मरते जायेंगे और इन्हें कब्रों में दबाते जायेंगे। जब कयामत (प्रलय) आएगी तो परमात्मा अच्छे कर्म करने वालों को स्वर्ग में और बुरे कर्म करने वालों को नरक में डालेगा।
जबकि संत रामपाल जी महाराज जी जीवनी हजरत मुहम्मद पुस्तक के पृष्ठ 161, 164-165 से स्पष्ट करते हैं कि मुहम्मद जी ने ऊपर हजरत आदम, ईसा, मूसा, दाऊद, अब्राहिम सभी को देखा। जबकि मुसलमान धर्म और ईसाई धर्म के अनुसार अभी कयामत आई ही नहीं। जिससे स्पष्ट है कि पुनर्जन्म की धारणा इन दोनों ही धर्म में गलत है।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟ईसा मसीह का जन्म एक देवता से हुआ।
प्रमाण : पवित्र बाईबल मती रचित सुसमाचार मती=1ः25 पृष्ठ नं. 1-2 पर।
ईसा मसीह की पूज्य माता जी का नाम मरियम तथा पूज्य पिताजी का नाम यूसुफ था। परन्तु मरियम को गर्भ एक देवता से रहा था। इस पर यूसुफ ने आपत्ति की तथा मरियम को त्यागना चाहा तो स्वपन में (फरिश्ते) देवदूत ने ऐसा न करने को कहा तथा यूसुफ ने डर के मारे मरियम का त्याग न करके उसके साथ पति-पत्नी रूप में रहे। देवता से गर्भवती हुई मरियम ने ईसा को जन्म दिया।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा जी भगवान नहीं थे, वह तो एक ईश्वर की भक्ति बताते थे
हजरत ईसा जी को भी पूर्ण परमात्मा सत्यलोक से आकर मिले तथा एक परमेश्वर का मार्ग समझाया। इसके बाद ईसा जी एक ईश्वर की भक्ति समझाने लगे। लोगों ने बहुत विरोध किया। बीच-बीच में ब्रह्म(काल) के फरिश्ते हजरत ईसा जी को विचलित करते रहे तथा वास्तविक ज्ञान को दूर रखा।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 हजरत ईसा जी पाप नहीं काट सकते
हजरत यीशु का जन्म तथा मृत्यु व जो जो भी चमत्कार किए वे पहले ब्रह्म(ज्योति निरंजन) के द्वारा निर्धारित थे। यह प्रमाण पवित्र बाईबल में है कि एक व्यक्ति जन्म से अंधा था। वह हजरत यीशु मसीह के आशीर्वाद से वह ठीक हो गया। शिष्यों ने पूछा इस व्यक्ति ने कौन-सा पाप किया था। यीशु जी ने कहा कि इसका कोई पाप नहीं है। यह तो इसलिए हुआ है कि प्रभु की महिमा प्रकट करनी है। भावार्थ यह है कि यदि पाप होता तो हजरत यीशु आँखे ठीक नहीं कर सकते थे।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा जी परमेश्वर नहीं थे, उनके द्वारा किये गये चमत्कार भी पूर्व निर्धारित थे
हजरत ईसा मसीह के चमत्कारों में लिखा है कि एक प्रेतात्मा से पीड़ित व्यक्ति को ठीक कर दिया। यह काल स्वयं ही किसी प्रेत तथा पितर को प्रेरित करके किसी के शरीर में प्रवेश करवा देता है। फिर उसको किसी के माध्यम से अपने भेजे दूत के पास भेजकर प्रेत को भगा देता है। अपने अवतार की महिमा करवाकर कर हजारों को उसका अनुयाई बनवा कर काल जाल में फंसा देता है तथा उस पूर्व भक्ति कमाई युक्त साधक की कमाई को समाप्त करवा कर नरक में डाल देता है।
[3/30, 8:32 PM] Arun Das Patil: 🌟 ईसा मसीह की मृत्यु
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु 30 वर्ष की आयु में हुई जो पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरी मृत्यु निकट है।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
[3/30, 8:33 PM] Arun Das Patil: 🌟 परमेश���वर अमर है, लेकिन ईसा मसीह जी की मृत्यु हुई
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरे बारह शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा। एक ईसा मसीह का खास यहूंदा इकसरौती नामक शिष्य था, जिसने तीस रूपये के लालच में अपने गुरु जी को विरोधियों के हवाले कर दिया।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
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[3/29, 7:00 AM] Arun Das Patil: ✝️भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि ईसा मसीह अर्थात जीसस स्वयं प्रभु (गॉड) थे।
सच्चाई : जबकि संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पवित्र बाइबिल मती 27 तथा 28/20 पृष्ठ 45 से 48 में लिखा है कि मृत्यु से पहले हजरत ईसा जी ने उच्चे स्वर में स्वयं कहा था कि “हे मेरे प्रभु ! आपने मुझे क्यों त्याग दिया?” जिससे स्पष्ट होता है कि ईसा जी प्रभु नहीं थे बल्कि प्रभु के पुत्र अर्थात दूत थे।
[3/29, 7:00 AM] Arun Das Patil: ✝️भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि ईसा मसीह अर्थात जीसस स्वयं प्रभु यानी गॉड थे।
सच्चाई : जबकि बाइबिल इब्रियों 1:5, मैथ्यू 17:5, मार्क 1:11 व ल्यूक 20:13 में बताया गया है कि यीशु (ईसा मसीह) को भगवान द्वारा पूर्ण परमात्मा का संदेश देने के लिए भेजा गया था। वे ईश्वर के पुत्र अर्थात दूत थे। जिससे स्पष्ट होता है कि ईसा जी प्रभु नहीं थे बल्कि प्रभु के पुत्र अर्थात दूत थे।
[3/29, 7:00 AM] Arun Das Patil: ✝️ईसा मसीह द्वारा किये गए चमत्कार पहले से निर्धारित थे, जिसका प्रमाण पवित्र बाइबिल में यूहन्ना ग्रन्थ अध्याय 9 श्लोक 1 से 34 में है कि एक व्यक्ति जन्म से अंधा था। वह हजरत यीशु मसीह के पास आया तथा हजरत यीशु जी के आशीर्वाद से उसे आँखों से दिखाई देने लगा। शिष्यों ने पूछा, हे मसीह जी! इस व्यक्ति ने या इसके माता-पिता ने कौन-सा ऐसा पाप किया था जिस कारण से यह अंधा हुआ। यीशु जी ने कहा कि न इसका कोई पाप है और न ही इसके माता-पिता का कोई पाप है जिस कारण उन्हें अंधा पुत्र प्राप्त हुआ। यह तो इसलिए हुआ है कि प्रभु की महिमा प्रकट करनी है। जिससे सिद्ध है कि यदि पाप होता तो हजरत यीशु आँखे ठीक नहीं कर सकते थे।
[3/29, 7:00 AM] Arun Das Patil: ✝️भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि परमात्मा निराकार है।
सच्चाई : जबकि संत रामपाल जी महाराज पवित्र बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:26, 27 से बताते हैं कि परमेश्वर ने मानव को अपने स्वरूप में उत्पन्न किया। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा साकार है।
[3/29, 7:00 AM] Arun Das Patil: ✝️भ्रांति: ईसाई धर्म के लोगों, मिशनरियों व पादरियों का मानना है कि बाइबिल में मांस खाने का आदेश परमेश्वर का है।
सच्चाई: जबकि संत रामपाल जी महाराज बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:29 से बताते हैं कि प्रभु ने मनुष्यों के खाने के लिए जितने बीज वाले छोटे पेड़ तथा जितने पेड़ों में बीज वाले फल होते हैं वे भोजन के लिए प्रदान किए हैं। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा का आदेश माँस खाने का नहीं है।
[3/29, 7:01 AM] Arun Das Patil: ✝️भ्रांति : ईसाई धर्म की मान्यता है कि क्रस किये जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर से जिंदा हो गए थे।
सच्चाई : जबकि यह बात पूर्णतः सत्य नहीं है। संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था बनाए रखने के लिए ईसा जी की मृत्यु के पश्चात् ईसा जी का रूप धारण करके प्रकट होकर ईसाईयों के विश्वास को प्रभु भक्ति पर दृढ़ रखा था, नहीं तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता और वे नास्तिक हो जाते। जिसका प्रमाण पवित्र बाइबिल में यूहन्ना ग्रन्थ अध्याय 16 श्लोक 4-15 में दिया गया है कि जिसे ईसाई धर्म के लोग शैतान कहते हैं, वह वास्तव में ब्रह्म काल जिसका प्रमाण पवित्र श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 11 श्लोक 21, 32 में है, यह शैतान काल यही चाहता है कि कोई भक्ति न करे यानि सभी नास्तिक बन जायें।
[3/29, 7:01 AM] Arun Das Patil: ✝️ईसाई धर्म हो या मुसलमान धर्म पुनर्जन्म को नहीं मानते। इनकी धारणा है कि एक बार सभी मरते जायेंगे और इन्हें कब्रों में दबाते जायेंगे। जब कयामत (प्रलय) आएगी तो परमात्मा अच्छे कर्म करने वालों को स्वर्ग में और बुरे कर्म करने वालों को नरक में डालेगा।
जबकि संत रामपाल जी महाराज जी जीवनी हजरत मुहम्मद पुस्तक के पृष्ठ 161, 164-165 से स्पष्ट करते हैं कि मुहम्मद जी ने ऊपर हजरत आदम, ईसा, मूसा, दाऊद, अब्राहिम सभी को देखा। जबकि मुसलमान धर्म और ईसाई धर्म के अनुसार अभी कयामत आई ही नहीं। जिससे स्पष्ट है कि पुनर्जन्म की धारणा इन दोनों ही धर्म में गलत है।
[3/29, 7:01 AM] Arun Das Patil: ✝️ईसा मसीह का जन्म एक देवता से हुआ।
प्रमाण : पवित्र बाईबल मती रचित सुसमाचार मती=1ः25 पृष्ठ नं. 1-2 पर।
ईसा मसीह की पूज्य माता जी का नाम मरियम तथा पूज्य पिताजी का नाम यूसुफ था। परन्तु मरियम को गर्भ एक देवता से रहा था। इस पर यूसुफ ने आपत्ति की तथा मरियम को त्यागना चाहा तो स्वपन में (फरिश्ते) देवदूत ने ऐसा न करने को कहा तथा यूसुफ ने डर के मारे मरियम का त्याग न करके उसके साथ पति-पत्नी रूप में रहे। देवता से गर्भवती हुई मरियम ने ईसा को जन्म दिया।
[3/29, 7:01 AM] Arun Das Patil: ✝️ ईसा जी भगवान नहीं थे, वह तो एक ईश्वर की भक्ति बताते थे
हजरत ईसा जी को भी पूर्ण परमात्मा सत्यलोक से आकर मिले तथा एक परमेश्वर का मार्ग समझाया। इसके बाद ईसा जी एक ईश्वर की भक्ति समझाने लगे। लोगों ने बहुत विरोध किया। बीच-बीच में ब्रह्म(काल) के फरिश्ते हजरत ईसा जी को विचलित करते रहे तथा वास्तविक ज्ञान को दूर रखा।
[3/29, 7:01 AM] Arun Das Patil: ✝️ हजरत ईसा जी पाप नहीं काट सकते
हजरत यीशु का जन्म तथा मृत्यु व जो जो भी चमत्कार किए वे पहले ब्रह्म(ज्योति निरंजन) के द्वारा निर्धारित थे। यह प्रमाण पवित्र बाईबल में है कि एक व्यक्ति जन्म से अंधा था। वह हजरत यीशु मसीह के आशीर्वाद से वह ठीक हो गया। शिष्यों ने पूछा इस व्यक्ति ने कौन-सा पाप किया था। यीशु जी ने कहा कि इसका कोई पाप नहीं है। यह तो इसलिए हुआ है कि प्रभु की महिमा प्रकट करनी है। भावार्थ यह है कि यदि पाप होता तो हजरत यीशु आँखे ठीक नहीं कर सकते थे।
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पुलवामा आरोपी को मिली जमानत का दावा एनआईए ने खबरों का किया खंडन | इंडिया न्यूज - टाइम्स ऑफ इंडिया
पुलवामा आरोपी को मिली जमानत का दावा एनआईए ने खबरों का किया खंडन | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
NEW DELHI: मीडिया के एक हिस्से में खबरों का खंडन करते हुए कि फरवरी 2019 से संबंधित एनआईए मामले में एक आरोपी पुलवामा हमला, यूसुफ चोपनको जमानत दे दी गई थी क्योंकि कोई चार्जशीट दायर नहीं की गई थी, एनआईए ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि चोपन को पुलवामा मामले में कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था। इसमें कहा गया है कि उसे जैश-ए-मुहम्मद की साजिश से संबंधित एक अलग मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें दो आरोप…
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