#महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024
Explore tagged Tumblr posts
Text
Maharashtra Assembly Election 2024: अजित पवार को झटका देगी बीजेपी? 150 सीट पर चुनाव लड़ने का प्लान
Mumbai:महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रदेश में पूरी तरह से एक्टिव हो चुकी है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव ने चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों का जायजा लिया. दोनों नेताओं ने गुरुवार को बीजेपी की प्रदेश इकाई के नेताओं के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा की. इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव के…
#Ajit Pawar#BJP&039;s Preparation#BJP&039;s Strategy#Devendra Fadnavis#Eknath Shinde#Election Announcements#Election Politics#Indian Politics#Maharashtra Assembly Election 2024#maharashtra politics#NCP#Party Preparations#Shiv Sena#State Politics#अजित पवार#एकनाथ शिंदे#एनसीपी#चुनावी घोषणाएं#चुनावी राजनीति#देवेंद्र फडणवीस#पार्टी की तैयारियां#बीजेपी की रणनीति#भाजपा की तैयारी#भारतीय राजनीति#महाराष्ट्र की सियासत#महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024#राजनीतिक दल#राज्य की राजनीति#शिवसेना
0 notes
Text
Maharashtra Election 2024: "महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव" के लिए BJP की पहली लिस्ट जारी, 99 उम्मीदवारों के नाम घोषित
“महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” के लिए BJP ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में BJP ने कुल 99 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है. महाराष्ट्र में 20 सितंबर को विधानसभा चुनावों के लिए वोट डाले जाएगें, वही नतीजे 23 सितंबर को आने वाले हैं. राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस एक बार फिर नागपुर दक्षिण पश्चिम विधानसभा से मैदान में उतरेंगे. प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कामठी विधानसभा क्षेत्र…
#"महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव"#BJP Frist list#BJP names of 99 candidates announced#Devendra Fadnavis#Maharashtra Election 2024
0 notes
Text
Live Results for Lok Sabha Elections 2024: कौन बनेगा अगला प्रधानमंत्री? PM हाउस पहुंचे नायडू और नीतीश
Results of Lok Sabha Election 2024 Live: पीएम हाउस पहुंचे चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए टीडीपी चीफ एन चंद्रबाबू नायडू और जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण भी पीएम हाउस पहुंच चुके हैं. Live Results for Lok Sabha Elections 2024: पीएम आवास पहुंचे नीतीश कुमार बिहार के सीएम नीतीश कुमार पीएम आवास पहुंचे. थोड़ी देर में एनडीऔ की बैदम शुरू होने वाली है. Results of the Lok Sabha Elections: एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने चंद्रबबूू नायूड से की मुलाकात. एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने चंद्रबाबू नायूड से मुलाकात की.आज शाम को होने वाली एनडीए की बैठक में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे भी पहुंचे हैं.
Lok Sabha Election Results 2024 Live: जनता ��े किया पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक की रणनीतिका समर्थन समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ''जनता ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की रणनीति और इंडिया गठबंधन का समर्थन किया है. हम एक रणनीति तैयार करने के लिए (बैठक में) जा रहे हैं." Results of the Lok Sabha Election 2024: सम्राट चौधरी बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के रिजल्ट को लेकर कहा, "एनडीए ने पूरे कें 292 सीटें जीती हैं." नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे." Results of Lok Sabha Elections 2024: राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं-मंत्री परिषद की बैठक बोले मोदी मंत्री परिषद की बैदक में नरेंद्र मोदी मे कहा कि राजनीति में उतार-ढढ़ाव आते रहते है. "हमारी सरकार ने अच्छा काम किया..." जीते हम हैं, लेकिन दूसरे दल वाले उछल रहे हैत. हम आगे और भी बेहतर करेंगे." Results of the 2024 Lok Sabha Elections: दिल्ली के लिए रवाना हुए अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर होने वाली मीटिंग में शामिल होने के लिए लखनऊ से रवाना हुआ. आज शाम को इंडिया गठबंधन की भी बैठक होने वाली है.
Results of Lok Sabha Election 2024: दिल्ली पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे एनडीए के बैठक में शामिल होने के लिए महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे दिल्ली पहुंचे.आज शाम को एनडीए की बैठक होने वाली है, जिसमें चिराग पासवान, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू भी शामिल होंगे. Lok Sabha Election Results 2024: एनडीए की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचे चंद्रबुू नायडू टीपीपी चीफ एन चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में जयदेव गल्ला के आवास पर पहुंचे. यहां वह एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली में हैं. ज सरकार बनाने को लेकर दिल्ली में एनडीए की बैठक होने वाली है. Lok Sabha Election Results 2024: महारा्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की इस्तीफे के की पेशकश महमाष्ट्म के पिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मे इस्तीफे की पेशकश की. उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र में हार की जिम्मेदारी लेता हूं. उन्होंने कहा कि वो पूरी तरह से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगना चाहते हैं. PM पद से दिया इस्तीफा नरेंद्र मोदी ने Results of the Lok Sabha Elections 2024 Live: नरेंद्र मोदी ने प्रधाममंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति के आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद से नई सरकार बनने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया."
#lok sabha elections#lok sabha 2024#election 2024#results lok sabha#Lok Sabha Election Results 2024 Live#Lok Sabha Election Results
2 notes
·
View notes
Text
India Block Ki Agli Chunoti 2025 or 2026 ke Saat Vidhaansabha Chunav
इस साल 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से इंडिया ब्लॉक की कोई उच्च स्तरीय बैठक नहीं हुई है। अब समय आ गया है कि ब्लॉक एक अत्यधिक सक्रिय समन्वय निकाय के रूप में काम करे। राज्यों में कई ऐसे मुद्दे हैं जिनमें केंद्रीय स्तर पर तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। यह काम इंडिया ब्लॉक के नेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर करना होगा।
देश में 2024 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों का आखिरी दौर समाप्त हो गया। महाराष्ट्र चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की भारी जीत ने भाजपा को छह महीने पहले हुए 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी को हुए नुकसान की भरपाई करने का नया आत्मविश्वास दिया है।
Click to read more: https://www.deshbandhu.co.in/editorial/india-block-next-challenge-is-the-seven-assembly-elections-of-2025-and-2026-516351-2
0 notes
Text
महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के आरोपों पर चुनाव आयोग का जबाव, कहा, EVM और VVPAT के आंकड़ों में कोई गड़बड़ नहीं
Maharashtra News: हाल ही में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में विपक्ष द्वारा लगाए गए वोटों में गड़बड़ी के आरोपों को मुख्य चुनाव अधिकारी ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि VVPAT (वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) और EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के आंकड़ों में कोई भी असमानता नहीं पाई गई है। महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी ने अपने बयान में कहा, “हमने प्रत्येक मतदान केंद्र पर…
0 notes
Text
Maharashtra Assembly Speaker: महाराष्ट्र में कैसे चुना जाएगा विधानसभा अध्यक्ष? जानें उनकी शक्तियां, वेतन और सुविधाएं
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद आखिरकार सरकार का गठन हो गया है. अब विधानसभा के विशेष सत्र में विधायकों का शपथ ग्रहण शुरू हो चुका है. विधानसभा के लिए चुने गए 288 सदस्यों को सात और आठ दिसंबर को शपथ दिलाई जाएगी. इसके लिए वडाला विधानसभा क्षेत्र से चुने गए भाजपा के वरिष्ठ विधायक कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर चुना गया है. दो दिन शपथ ग्रहण के बाद नौ दिसंबर (9 दिसंबर, 2024) को…
0 notes
Text
Devendra Fadnavis Biography
Introduction
Devendra Fadnavis Biography: महाराष्ट्र की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले देवेंद्र फडणवीस बतौर मुख्यमंत्री अगले 5 साल तक राज्य की जनता की सेवा करने के लिए तैयार हैं. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि पूर्ण बहुमत की सरकार है, इसलिए 5 साल तक उन पर किसी तरह का कोई संकट नहीं आएगा. कहा भी जाता है कि देवेंद्र फडणवीस के बिना महाराष्ट्र की राजनीति में अधूरापन है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद के साथ-साथ नरेन्द्र मोदी के चहेते देवेंद्र फडणवीस को करिश्माई नेता के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे कई मौके आए जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए और फिर ना चाहते हुए भी उपमुख्यमंत्री के पद को उन्हें स्वीकार करना पड़ा. भारतीय जनता पार्टी के अनुशासित सिपाही की तरह उन्होंने खून का हर घूंट पी लिया.
महाराष्ट्र के दिग्गज नेताओं में शुमार देवेंद्र फडणवीस का एक बयान सोशल मीडिया पर अक्सर छाया रहता है, जो उन्होंने साल 2019 में दिया था. उन्होंने कहा था- ‘ मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना. मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा !’ साल 2014 में देवेंद्र फडणवीस पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद वर्ष 2019 में वह सिर्फ 80 घंटे तक सीएम रहे और अब तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. एक सच यह भी है कि फिलहाल महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी या फिर महागठबंधन के पास देवेंद्र फडणवीस जैसी ताकत का कोई और नेता नहीं है. इस स्टोरी में हम देवेन्द्र फडणवीस के बारे में विस्तार से बता रहे हैं कि उन्होंने अपना राजनीतिक करियर कैसे शुरू किया? कौन उन्हें राजनीति में लाया या फिर वह कौन सा खास हुनर है, जिसकी वजह से देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति में अहम किरदार बने रहेंगे.
Table Of Content
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद भी हैं देवेंद्र फडणवीस
3 दशक से हैं राजनीति में सक्रिय
अभाविप से सीखे राजनीति के गुर
नितिन गडकरी की अंगुली पकड़कर सीखी राजनीति
2013 में बने महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष
इंदिरा गांधी के विरोध में छोड़ा स्कूल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद भी हैं देवेंद्र
अपने तीखे और मीठे राजनीतिक बयानों के लिए मशहूर देवेंद्र फडणवीस पर नागपुर (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) हमेशा मेहरबान रहा है. उनकी गिनती भी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेताओं में होती है. उन्हें भाजपा ने हमेशा तरजीह दी है. यही वजह है कि महाराष्ट्र में एकनाथ खडसे, पंकजा मुंडे, पीयूष गोयल, हंसराज गंगाराम अहिर, दानवे रावसाहेब पाटिल, चन्द्रशे��र बावनकुले, गिरीश महाजन, आशीष शेलार, रवीन्द्र चव्हाण, अतुल बचाओ, सुधीर मुनगंटीवार, नितेश राणे, गणेश नाइक, मंगल प्रभात लोढ़ा, राहुल नार्वेकर, अतुल भातखलकर, शिवेंद्रराज भोसले, गोपीचंद पडलकर, माधुरी मिसाल, राधाकृष्ण विखे पाटिल और जयकुमार रावल पर आखिरकार देवेंद्र फडणवीस भारी पड़े. इन सबके ऊपर वह आरएसएस की भी पसंद हैं. देवेंद्र फडणवीस का रिश्ता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भी बहुत अच्छा है. नागपुर के रहने वाले देवेंद्र फडणवीस को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का वफादार माना जाता है. यह उनके लिए हमेशा अच्छा पक्ष साबित हुआ.
यह भी पढ़ें: फडणवीस बनेंगे महाराष्ट्र के नए सीएम, BJP की बैठक में नाम पर लगी मुहर, जानें कब लेंगे शपथ
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा चुनाव 2014 के बाद भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व मोदी-शाह के हाथ में था न कि नितिन गडकरी के पास. यही वजह है कि नितिन गडकरी के स्थान पर हमेशा ही देवेंद्र फडणवीस को तरजीह दी गई. इसके अलावा नरेन्द्र मोदी के साथ उनके संबंधों की बात करें दोनों एक-दूसरे को बहुत पसंद करते हैं. नरेन्द्र मोदी को देवेंद्र फडणवीस की कार्यप्रणाली खूब पसंद है. सार्वजनिक मंचों और मुलाकातों में भी दोनों को कई बार गुफ्तगू करते देखा जा चुका है. वहीं, जब महाराष्ट्र में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) से आरे के बीच मुंबई मेट्रो लाइन 3 का मुद्दा गरमाया और समाजसेवियों ने मोर्चा खोला तो नरेन्द्र मोदी भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस के साथ हमेशा ही खड़े रहे.
3 दशक से हैं राजनीति में सक्रिय
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की धुरी बन चुके देवेन्द्र फडणवीस 30 साल से भी अधिक समय से राज्य की राजनीति में सक्रिय हैं. अगर महाराष्ट्र भाजपा के ��न्य नेताओं की बात करें तो देवेन्द्र फडणवीस ने बेहद कम उम्र में करियर शुरू किया. 22 जुलाई, 1970 को नागपुर (महाराष्ट्र) में जन्मे देवेंद्र फडणवीस छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. यही वजह है कि उन पर भाजपा आलाकमान की नजर गई.
तेजतर्रार देवेंद्र फडणवीस ने समकालीन भाजपा नेताओं की तुलना में पहले कई पद हासिल किए. इनमें कई दिग्गज भाजपा नेता शामिल हैं, जिन्होंने उनके साथ ही राजनीति शुरू की. बेशक वह एक राजनीतिक पृष्ठभूमि से आते हैं. पहली गठबंधन सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रहीं शोभाताई फडणवीस, देवेंद्र फडणवीस की चाची हैं. इसके अलावा, देवेन्द्र फडणवीस के पिता गंगाधर फडणवीस महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं में शुमार थे. गंगाधर कई वर्षों तक महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रहे. जब गंगाधर का देहांत हुआ तब देवेन्द्र फडणवीस की उम्र सिर्फ 17 वर्ष थी. यह जानकारी बहुत कम लोगों को है कि गंगाधर फडणवीस के निधन के बाद खाली हुई विधान परिषद सीट पर नितिन गडकरी निर्वाचित हुए.
अभाविप से सीखे राजनीति के गुर
पिता गंगाधर फडणवीस राजनीति में सक्रिय थे, लेकिन उनके देहांत ने देवेन्द्र फडणवीस को तोड़ दिया. राजनीति खून में थी, इसलिए छात्र जीवन से ही वह इसमें सक्रिय हो गए थे. बावजूद इसके देवेंद्र फडणवीस का राजनीति में प्रवेश अन्य नेताओं की तुलना में आसान था, लेकिन राजनीति में उनकी यात्रा कठिन रही है. यह अलग बात है कि अधिकतर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की तरह ही देवेंद्र ने भी अपने छात्र जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर की. अच्छी बात यह है कि नितिन गडकरी ने राजनीति में जूनियर देवेन्द्र फडणवीस को भरपूर संबल दिया.
यह भी पढ़ें: मेरा पानी उतरता देख, जानें क्यों जीत के बाद चर्चा में आया फडणवीस का 5 साल पुराना बयान
देवेंद्र भी नितिन गडकरी के नेतृत्व में राजनीति में सक्रिय हो गए. इसके बाद वर्ष 1992 में वह पहली बार नागपुर नगर निगम में पार्षद बने तब उनकी ��म्र सिर्फ 22 वर्ष की थी. सही मायनों में देवेंद्र की सक्रिय राजनीति में शुरुआत भी तभी हुई. यह भी कम बड़ी बात नहीं कि वर्ष 2014 में सिर्फ 44 साल की उम्र में देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शरद पवार के बाद देवेन्द्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के दूसरे सबसे युवा सीएम बने हैं. इससे पहले वर्ष 1978 में 38 साल की उम्र में शरद पवार ने सबसे युवा मुख्यमंत्री की शपथ ली थी.
नितिन गडकरी की अंगुली पकड़कर सीखी राजनीति
नागपुर नगर निगम में साल 1992 के चुनाव में देवेन्द्र फडणवीस पार्षद चुने गए. यह चुनाव भी 1989 में होना था. उस दौरान देवेन्द्र फडणवीस की उम्र भी चुनाव लड़ने की नहीं थी. यह महज इत्तेफाक है कि नागपुर नगर निगम का युह चुनाव 1992 में हुआ और पहली बार देवेन्द्र फडणवीस पार्षद बने. इसके बाद देवेंद्र फडणवीस जल्द ही नागपुर नगर निगम के मेयर भी बन गए. हालांकि, यह उनका राजनीतिक ठहराव या फिर लक्ष्य नहीं था. दरअसल, देवेन्द्र फडणवीस का लक्ष्य इससे कहीं बड़ा था.
वह लगातार प्रयास करते रहे और वर्ष 1999 में जब शिवसेना-भाजपा गठबंधन की हार हुई तो देवेन्द्र फडणवीस पहली बार विधानसभा पहुंचे. कहा जाता है कि जब देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था, तब नितिन गडकरी नागपुर और विदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता थे. नितिन गडकरी को पूरे महाराष्ट्र में सम्मान के नजरिये से देखा जाता था. यह भी सच है कि देवेन्द्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की राजनीति में नितिन गडकरी की अंगुली पकड़कर चलना शुरू किया और राज्य के मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे. यहां पर बता दें कि 2024 के हलफनामे के मुताबिक, देवेंद्र की कुल संपत्ति 13 करोड़ से अधिक की है.
2013 में बने महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष
इसमें कोई शक नहीं है कि देवेन्द्र फडणवीस ने भाजपा के दिग्गज नेता नितिन गडकरी का हाथ थामकर राजनीति का सफर शुरू किया. वैसे कहा जाता है कि राजनीति में कुछ भी स्थाई या अस्थाई नहीं रहता है. ऐसा ही हुआ देवेंद्र फडणवीस के साथ. महाराष्ट्र की राजनीति में कई तरह के बदलाव आए. ऐसे में महाराष्ट्र भाजपा में बनते, बदलते और बिगड़ते समीकरणों के दौर में देवेन्द्र फडणवीस ने कुछ सालों के बाद नितिन गडकरी का साथ छोड़ दिया और गोपीनाथ मुंडे का हाथ थाम लिया. गोपीनाथ महाराष्ट्र की राजनीति में धाकड़ और दिग्गज नेता थे.
इससे भी अधिक वह अन्य पिछड़े वर्ग से आते थे जो भाजपा के लिए बहुत जरूरी थे. देवेन्द्र फडणवीस ने गोपीनाथ मुंडे का हाथ थामा तो यह अच्छा ही रहा. इसी ग्रुप के साथ रहकर देवेन्द्र फडणवीस वर्ष 2013 में महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष का पद पाने में कामयाब रहे. यह एक तरह से देवेन्द्र फडणवीस के लिए महाराष्ट्र की राजनीति में टर्निंग प्वाइंट था. इसके बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री और फिर मुख्यमंत्री का पद संभाला. हैरत की बात यह भी है कि वर्ष 2022 में एकनाथ शिंदे ने जब शिवसेना से बगावत की तो बुझे मन से देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री का पद संभालना पड़ा.
यह भी पढ़ें: भारत का ‘नन्हा नेपोलियन’, जो दो-दो बार चूका प्रधानमंत्री बनने से; ‘समधी’ से ही खानी पड़ी मात
बताया जाता है कि देवेन्द्र फडणवीस नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के कहने पर महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री बने. इसके बाद उन्होंने 2 साल तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में काम किया. इसमें एक मोड़ और था कि नए गठबंधन में भी सत्ता का केंद्र बने रहे शिवसेना के टूटने के कुछ महीनों बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में भी विभाजन हुआ. नंबर दो के नेता अजित पवार इस गठबंधन में शामिल हो गए. अब फडणवीस को अपनी ही सरकार में एक और प्रतिद्वंद्वी मिल गया यानी दो-दो उपमुख्यमंत्री. इसके बाद देवेन्द्र फडणवीस लगातार 2 साल चुप रहे और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की जमीन तैयार करते रहे. सबसे अच्छी और सकारात्मक बात यह है कि देवेंद्र पर भारतीय जनता पार्टी के आला नेताओं का भरोसा था. खासतौर से अमित शाह और नरेन्द्र मोदी हमेशा ही देवेंद्र फडणवीस के पक्ष में रहे.
इंदिरा गांधी के विरोध में छोड़ दिया स्कूल
देवेंद्र फडणवीस की शुरुआती पढ़ाई इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल से हुई है, लेकिन इससे जुड़ा रोचक किस्सा भी है. जिसे खुद कई बार देवेंद्र फडणवीस सुना चुके हैं. इसके साथ उनके दोस्त भी इसके गवाह हैं. हुआ यह है कि वर्ष 1977 में इंदिरा गांधी ने देशभर में आपातकाल लगा दिया था. इस दौरान देवेंद्र के पिता गंगाधर राव को गिरफ्तार कर लिया गया था. इससे नाराज देवेंद्र फडणवीस ने अनोखे अंदाज में इस गिरफ्तारी का विरोध किया. उन्होंने विरोध स्वरूप इंदिरा गांधी के नाम वाले इस स्कूल से अपना नाम ही कटवा लिया. सही मायनों में गलत का विरोध देवेंद्र फडणवीस हमेशा ही करते रहे हैं. राजनीति में भी वह अपनी बात मुखर तरीके से रखने और विरोधियों पर कटाक्ष करने के लिए जाने जाते हैं. यही वजह है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महाराष्ट्र में पहली पसंद देवेन्द्र फडणवीस ही हैं.
80 घंटे का सीएम
यह दुर्भाग्य ही है कि वर्ष 2019 में देवेंद्र फडणवीस ने दूसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन अजित पवार के सहयोग से बनी यह सरकार सिर्फ 80 घंटों में ही गिर गई. वैसे, देवेन्द्र फडणवीस बजट पर एक किताब भी लिख चुके हैं. देवेंद्र फडणवीस की पत्नी का नाम अमृता है. मिली जानकारी के अनुसार, दोनों की पहली मुलाकात वर्ष 2005 में हुई थी.
यह जानकर लोगों को हैरानी होगी कि पत्नी अमृता को खाली समय में देवेंद्र से गाना सुनना पसंद है. कुल मिलाकर देवेन्द्र फडणवीस गाना भी गाते हैं. शादी के बाद दोनों की एक बेटी भी है. कम ही लोग जानते हैं कि देवेंद्र फडणवीस मॉडलिंग भी कर चुके हैं. ��र्ष 2006 में नागपुर के चौराहों पर लगी उनकी मॉडलिंग की तस्वीरें भी खूब चर्चा में रही थीं. होर्डिंग्स और बैनरों में लगी फोटो देवेंद्र फडणवीस की थी. दरअसल, फोटोग्राफर विवेक रानाडे ने ही देवेंद्र को मॉडलिंग के प्रति प्रेरित किया और मनाया. खास बात यह है कि अटल बिहारी वाजपेयी भी उन्हें मॉडल विधायक कहकर बुलाते थे.
महाराष्ट्र चुनाव में दिखा देवेंद्र का कमाल
गौरतलब है कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र की 288 विधान���भा सीटों पर मतदान हुआ. 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आए तो चमत्कार हो गया. नतीजों में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल किया. कुछ अन्य छोटे सहयोगियों को मिलाकर महायुति ने राज्य की 288 सीटों में से 234 पर जीत हासिल की. इस गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी को 132 सीटों पर जीत मिलीं. भाजपा का प्रदर्शन इस मायने में खास रहा कि इस चुनावों में सिर्फ 149 सीटों पर लड़ी और 132 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, शिवसेना शिंदे गुट को 57 सीटों पर और एनसीपी अजित गुट को 41 सीटों पर जीत हासिल हुई. विपक्ष की बात करें महा विकास अघाड़ी को 46 सीटें मिलीं. इसमें एनसीपी (शरदचंद्र पवार) गुट को 10 सीट जीतीं, कांग्रेस को 16 सीट और शिवसेना (उद्धव गुट) को 20 सीट पर जीत मिली. भाजपा के प्रदर्शन का श्रेय देवेंद्र फडणवीस को जाता है.
Conclusion
महाराष्ट्र की राजनीति में देवेन्द्र फडणवीस वह किरदार हैं, जिसके बिना भारतीय जनता पार्टी सफल नहीं हो सकती. बजट पर एक किताब भी लिख चुके देवेंद्र फडणवीस ने अपनी कड़ी मेहनत से महाराष्ट्र की राजनीति में जगह बनाई है. हिंदू मुद्दों को लेकर लगातार मुखर रहे देवेन्द्र को हार्ड कोर हिंदू नेता के रूप में जाना जाता है. भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी उन्हें बहुत पसंद करता है. आने वाले कुछ सालों में अगर वह केंद्रीय राजनीति में सक्र���य नजर आए तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी. यह कयास ही है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी फिलहाल देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र में खुलकर खेलने देना चाहती है.
यह भी पढ़ें: ‘महल’ जैसे भवन में रहकर भी सोते थे चटाई पर, राष्ट्रपति को क्यों मांगने पड़े थे अपनी ही पत्नी के जेवर
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram
0 notes
Text
ईवीएम संबंधी आरोपों पर जवाब देगा आयोग, 3 दिसंबर को कांग्रेस को बुलाया
नई दिल्ली, 30 नवंबर 2024। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों पर ईवीएम को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाई गई आपत्तियों को लेकर चुनाव आयोग ने 3 दिसंबर 2024 को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए आमंत्रित किया है। आयोग ने कांग्रेस को आश्वासन दिया है कि उनकी ईवीएम समेत सभी वैध चिंताओं की गहन समीक्षा की जाएगी और उन्हें लिखित जवाब भी दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने अपने अंतरिम जवाब में कांग्रेस…
0 notes
Text
बटेंगे-बहुसंख्यक और वक़्फ़ ने बदली चुनावी चाल
भोपाल: 23 नवंबर भारतीय राजनीति के लिए अहम साबित हुई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने महायुति गठबंधन के तहत 230 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की, जबकि महा अघाड़ी गठबंधन 48 सीटों पर सिमट गया। भाजपा ने अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक समुदायों के बीच संतु��न बनाते हुए विपक्ष की रणनीतिक विफलता का लाभ उठाया।
दूसरी ओर, झारखंड में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले इंडी ब्लॉक को स्पष्ट बहुमत मिला, जो विपक्ष के लिए उम्मीद की किरण है। मतदाताओं ने अपनी सूझबूझ से भाजपा को जहां राज्य स्तर पर मजबूत किया, वहीं राष्ट्रीय राजनीति में संतुलन का संदेश भी दिया। विधानसभा चुनावों के ये परिणाम 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करने में अहम साबित हो सकते हैं।
Visit here to read more of this news: https://www.nayaindia.com/opinion/columnist/waqf-bill-parliament-winter-session-480221.html
0 notes
Text
कर्जत जामखेड चुनाव परिणाम 2024 LIVE: एनसीपी-एसपी के रोहित पवार जीते
2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कर्जत जामखेड निर्वाचन क्षेत्र के विस्तृत और लाइव चुनाव परिणाम। जानें कौन आगे चल रहा है, कौन जीता है और कौन है नया विधायक। एनसीपी-एसपी ��म्मीदवार रोहित पवार ने कर्जत जामखेड विधानसभा क्षेत्र से अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी उम्मीदवार प्रो. राम शंकर शिंदे के खिलाफ जीत हासिल की है। 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कर्जत जामखेड विधानसभा क्षेत्र के लाइव…
0 notes
Text
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की वोटों की गिनती शनिवार (23 नवंबर) सुबह 8 बजे से जारी है. महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में मतदान हुआ था, जबकि झारखंड में 81 सीटों के लिए दो चरणों में वोटिंग हुई थी. दोनों राज्यों के नतीजे एक साथ घोषित हो रहे हैं. चुनाव परिणामों से पहले, एग्जिट पोल के आंकड़े भी सामने आए हैं. अधिकांश एग्जिट पोल महाराष्ट्र और झारखंड में एनडीए की सरकार बनने की संभावना जता रहे हैं, जबकि कुछ एग्जिट पोल झारखंड में त्रिशंकु विधानसभा और महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार की स्थिति भी दिखा रहे हैं।
#Jharkhand Assembly Polls 2024#Election Trends 2024 BJP NDA#BJP Performance in Jharkhand Polls#BJP Ahead in Jharkhand Elections#Election Results Maharashtra 2024
0 notes
Text
Maharashtra Vidhan sabha eletion 2024: परिणाम तय करेंगे कि असली कौन है और नकली कौन है?
Maharashtra Vidhan sabha eletion 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार अब धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। 20 नवम्बर को वोट पड़ेंगे और 23 नवम्बर को पता चलेगा कि सरकार महायुति बनाने जा रही है या महाविकास अघाड़ी जीतेगी। विधानसभा के इस चुनाव में दोनों गठबंधन आमने-सामने हैं। महाविकास अघाड़ी (एमवीए) और महायुति गठबंधन जीत के लिए प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव…
0 notes
Text
किसानों का ₹3 लाख का कर्ज होगा माफ, महिलाओं को मिलेंगे प्रति माह 3,000 रुपए
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किसानों और महिलाओं को लुभाने के लिए प्रमुख पार्टियों ने बड़े वादे किए हैं। 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस गठबंधन ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी किए हैं। दोनों गठबंधन ने किसानों का कर्ज माफ करने और महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने की योजनाएं पेश की हैं। बीजेपी नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन की प्रमुख…
0 notes
Text
India Block Kii Agli Chunoti 2025 or 2026 ke Saat Vidhansabha Chunav
इस साल 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से इंडिया ब्लॉक की कोई उच्च स्तरीय बैठक नहीं हुई है। अब समय आ गया है कि ब्लॉक एक अत्यधिक सक्रिय समन्वय निकाय के रूप में काम करे। राज्यों में कई ऐसे मुद्दे हैं जिनमें केंद्रीय स्तर पर तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। यह काम इंडिया ब्लॉक के नेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर करना होगा।
देश में 2024 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों का आखिरी दौर समाप्त हो गया। महाराष्ट्र चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की भारी जीत ने भाजपा को छह महीने पहले हुए 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी को हुए नुकसान की भरपाई करने का नया आत्मविश्वास दिया है।
Click to read more: https://www.deshbandhu.co.in/editorial/india-block-next-challenge-is-the-seven-assembly-elections-of-2025-and-2026-516351-2
0 notes
Text
बिग बॉस 7 फेम एजाज खान को मिले महज 155 वोट, लोग बोले, छपरी, तेरे परिवार ने भी तुझे वोट नहीं दिया
Ajaz Khan Trolled: मशहूर एक्टर और ‘बिग बॉस 7’ फेम एजाज खान (Ajaz Khan Lost) को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2024) में करारा झटका लगा है। सोशल मीडिया पर 5.6 मिलियन की फैन फॉलोइंग रखने वाले एजाज को वर्सोवा सीट से केवल 155 वोट मिले हैं। अब लोगों ने उन्हें बुरी तरह घेरना शुरू कर दिया है। लोग एजाज की खूब टांग खिंचाई कर रहे हैं। एजाज खान इस विधानसभा चुनाव में आजाद समाज…
0 notes