#पार्टी की तैयारियां
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Maharashtra Assembly Election 2024: अजित पवार को झटका देगी बीजेपी? 150 सीट पर चुनाव लड़ने का प्लान
Mumbai:महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रदेश में पूरी तरह से एक्टिव हो चुकी है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव ने चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों का जायजा लिया. दोनों नेताओं ने गुरुवार को बीजेपी की प्रदेश इकाई के नेताओं के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा की. इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव के…
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jamshedpur rural- बहरागोड़ा के मधुआबेड़ा सार्वजनिक सरस्वती पूजा की भव्य तैयारियां शुरू,1980 से होती आ रही है पूजा
बहरागोड़ा: बहरागोड़ा प्रखंड के पाथरी पंचायत के मधुआबेड़ा गांव में सार्वजनिक सरस्वती पूजा कमेटी की ओर से तैयारियां शुरू हो गयी हैं. विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा आगामी तीन फरवरी को होगी. कमेटी के सदस्यों ने बताया कि भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल की यात्रा पार्टी द्वारा बांग्ला यात्रा का मंचन होगा एवं स्टार इंडिया म्यूजिकल डांस ग्रुप का आयोजन किया जाएगा. छोटे-छोटे बच्चों…
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Uddhav Thackeray को लगा बड़ा झटका, Chandrashekhar Bawankule ने Shivsena UBT नेताओं को Join कराई BJP
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे को फिर झटका लगा है। खबर है कि बुधवार को पार्टी के एक साथ कई पूर्व पार्षद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। खास बात है कि दल बदल ऐसे समय पर हुआ है, जब मुंबई में BMC चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। हालांकि, अभी चुनाव की तैयारियों का ऐलान नहीं हुआ है। बता दें कि उद्धव ठाकरे को पुणे में बड़ा झटका लगा है। शिवसेना…
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नए साल की पार्टी के लिए कंडोम और ORS के साथ भेजा न्यौता, पुलिस ने दर्ज किया मामला
नए साल की पार्टी के लिए कंडोम और ORS के साथ भेजा न्यौता, पुलिस ने दर्ज किया मामला #News #RightNewsIndia
New Year Party: नए साल की शुरुआत पर कई स्थानों पर पार्टियों की तैयारियां जारी हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के पुणे में एक पब की तरफ से दिए गए न्योते को लेकर बवाल मच गया है। खबर है कि पब ने जिन लोगों को न्योता दिया है, उन्हें साथ में कंडोम समेत कई अन्य चीजें भी भेजी हैं। फिलहाल, इस मामले में पुलिस जांच शुरू हो गई है। पुणे के एक पब में नए साल की पूर्व संध्या पर आयोजित पार्टी के निमंत्रण के साथ कथित तौर…
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BMC चुनाव में बीजेपी के लिए रास्ता साफ करेगी RSS, पार्टी की बैठकें हुई शुरू
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तरह अब राष्ट्रीय स्वंयसेव�� संघ (RSS) एक बार फिर नगरपालिका एवं पंचायत ��ुनाव में भाजपा को जीताने के लिए बड़ी भूमिका निभाने वाली है। इसको लेकर भाजपा ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी है। (RSS will pave the way for BJP in BMC elections, party meetings started) न्यूज़ डेस्कमुंबई- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ी जीत हासिल की जिसकी किसी को भी…
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Do You Know Their Names Where New Year is not Celebrated on January1?
Introduction
10 Countries Where New Year is Not Celebrated: दुनियाभर में न्यू ईयर यानी साल 2025 को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. नया साल अपने साथ नए अवसर, उम्मीदें, लक्ष्य, रिश्ते और आकांक्षाएं लेकर आता है. यही वजह है कि हर कोई नए साल का जश्न मनाता है, जिसके लिए लोग ग्रेंड पार्टी का आयोजन भी करते हैं. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया के कई ऐसे देश भी हैं जहां न्यू ईयर 1 जनवरी को नहीं मनाया जाता. बता दें कि पूरी दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक 1 जनवरी को नए साल का जश्न मनाया जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि विश्व के वो कौन-कौन से देश हैं, जहां 1 जनवरी को न्यू ईयर सेलिब्रेट नहीं किया जाता.
Table of Content
चीन
थाईलैंड
श्रीलंका
रूस और यूक्रेन
सऊदी अरब
ईरान
पाकिस्तान
कंबोडिया
मंगोलिया
इथियोपिया
नेपाल
क्यों मनाते हैं 1 जनवरी को ही न्यू ईयर
कैसे बना जनवरी साल का पहला महीना
कैसे बना ग्रेगोरियन कैलेंडर?
चीन
थाईलैंड
थाईलैंड भी विश्व के उन्हीं देशों में शामिल है, जहां नए साल का जश्न 1 जनवरी को नहीं मनाया जाता. यहां के लोग अप्रैल के महीने में न्यू ईयर सेलिब्रेट करते हैं, जिसे जल महोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. बता दें कि थाईलैंड के लोग 13 या 14 अप्रैल को न्यू ईयर मनाते हैं. इस दिन थाईलैंड लोग एक दूसरे को ठंडे पानी से भिगोते हुए नए साल की बधाईयां देते हैं.
श्रीलंका
रूस और यूक्रेन
रूस और यूक्रेन भी दुनिया के उन्हीं देशों की सूची में शामिल है, जहां 1 जनवरी को नया साल नहीं मनाया जाता. यहां के पूर्वी रूढ़िवादी चर्च के लोग ग्रेगोरियन कैलेंडर की बजाय जूलियन कैलेंडर को फॉलो करते हैं. यही वजह है कि रूस और यूक्रेन में नया साल 14 जनवरी को मनाया जाता है. इस दौरान दोनों देशों में आतिशबाजी और मनोरंजनक गतिविधियां की जाती हैं. इसके साथ ही नए साल पर दोस्तों और परिजनों के बीच मिठाइयां बांटी जाती हैं यानी कि पूरे जोश के साथ नव वर्ष का आगमन किया जाता है.
सऊदी अरब
ईरान
ईरान भी दुनिया के उन्हीं देशों की लिस्ट में शामिल है, जो 1 जनवरी को नए साल का जश्न नहीं मनाते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि ईरान में पारसी कैलेंडर को फॉल�� किया जाता है, जिसके मुताबिक न्यू ईयर 21 मार्च से शुरू होता है. बता दें कि 21 मार्च वसंत उत्सव का दिन है और इसी दिन नौरोज़ की भी छुट्टी होती है. ऐसे में देखा जाए तो 1 जनवरी का दिन ईरान में बेहद सामान्य होता है. वहीं, नवरोज से नव वर्ष की शुरुआत होती है.
पाकिस्तान
कंबोडिया
कंबोडिया भी दुनिया के उन देशों में आता है, जो 1 जनवरी को नया साल नहीं मनाते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कंबोडिया में बौद्ध कैलेंडर फॉलो किया जाता है. बौद्ध कैलेंडर चन्द्र-सौर कैलेंडर का एक समूह है जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से कंबोडिया, भारत, तिब्बत, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, बांग्लादेश, वियतनाम, मलेशिया, सिंगापुर और लाओस आबादी द्वारा धार्मिक और आधिकारिक अवसरों का पता लगाने के लिए किया जाता है. यही वजह है कि कंबोडिया में 13 या 14 अप्रैल को न्यू ईयर सेलिब्रेट किया जाता है.
मंगोलिया
इथियोपिया
इथियोपिया भी दुनिया के उन्हीं देशों की लिस्ट में आता है, जहां नया साल 1 जनवरी को नहीं मनाया जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इथियोपिया आज भी अपने प्राचीन कैलेंडर को फॉलो करता है. इस कैलेंडर के अनुसार, एक साल 13 महीने का होता है. यही वजह है कि यह देश दुनिया के बाकी देशों से 7 साल (Country 7 years behind the world) पीछे है. इस देश के पहले महीनों में 30 दिन होते हैं, इसके बाद आखिरी महीने में 5 दिन के साथ ही लीप ईयर वाले साल में 6 दिन भी शामिल होते हैं. साल के इस आखिरी महीने को पेग्यूम कहा जाता है. इसी के चलते इथियोपिया में 11 या 12 सितंबर को नए साल का जश्न मनाया जाता है. हालांकि, इथियोपिया के कई लोग बाकी देशों की तरह ग्रेगोरियन कैलेंडर को ही फॉलो करते हैं.
नेपाल
क्यों मनाते हैं 1 जनवरी को ही न्यू ईयर
रोमन कैलेंडर का चलन 45 ईसा पूर्व में हुआ करता था. रोमन कैलेंडर में रोम के तत्कालीन राजा नूमा पोंपिलुस के समय 10 महीने हुआ करते थे. वहीं, हफ्ते में 8 दिन और साल में 310 दिन होते थे. फिर नूमा ने थोड़े समय के बाद कैलेंडर में थोड़े बदलाव कर दिए और जनवरी माह को कैलेंडर का पहना महीना बना दिया. जानकारी के लिए बता दें कि 1582 ई. के ग्रेगेरियन कैलेंडर की शुरुआत के बाद से ही 1 जनवरी को न्यू ईयर मनाने का चलन शुरू हुआ.
कैसे बना जनवरी साल का पहला महीना
कैसे बना ग्रेगोरियन कैलेंडर?
रोमन के राजा जूलियस सीजर ने नई गणनाओं के आधार पर जीसस क्राइस्ट के जन्म से 46 साल पहले एक नया कैलेंडर बनाया. इसके बाद से ही जूलियस सीजर ने नए साल के शुरुआत 1 जनवरी से करने का एलान किया. धरती सूर्य की परिक्रमा 6 घंटे करती है और साल में 365 दिन होते हैं. ऐसे में जब जनवरी और फरवरी के महीने को कैलेंडर में जोड़ा ���या तो सूर्य की गणना के साथ इसका तालमेल ठीक नहीं बैठ सका, जिसके बाद खगोलविदों द्वारा गहन अध्ययन किया गया.
आपको बता दें कि कोई भी कैलेंडर चंद्र या सूर्य चक्र की गणना के आधार पर तैयार किया जाता है. सूर्य चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 365 दिन और चंद्र चक्र पर बनने वाले कैलेंडर में 354 दिन होते हैं. ग्रेगोरियन कैलेंडर सूर्य चक्र पर बेस्ड है और दुनिया के ज्यादातर देशों में ग्रेगोरियन कैलेंडर ही फॉलो किया जाता है.
Conclusion
वैसे तो नया साल हर किसी के जीवन में नई उम्मीद, खुशियां और उल्लास लेकर आता है, लेकिन हर देश की अपनी अलग-अलग संस्कृति और मान्यताएं होती हैं. यही वजह है कि दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं जो नए साल की शुरुआत 1 जनवरी की बजाय अपनी-अपनी मान्यता और इतिहास से जुड़े दिनों से करना पसंद करते हैं.
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कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में सियासी सरगर्मियां तेज
उत्तर प्रदेश की कटेहरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में जहां एक और समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव की अगुवाई में पूरी ताकत झोंक दी है तो वहीं दूसरी ओर एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पूरा दमखम लगाया हुआ है।यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा भी होनी है जिसकी तैयारियां चल रही है तो वहीं गठबंधन के प्रत्याशी के लिए समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता…
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लुतरा शरीफ का 66वां सालाना उर्स: तैयारियां जोरों पर, 20 अक्टूबर से होगा शुरू
रायपुर: शहंशाहे छत्तीसगढ़ के नाम से मशहूर सूफी संत हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह का 66वां सालाना उर्स 20 से 25 अक्टूबर 2024 तक लुतरा शरीफ में अकीदत और शानो-शौकत के साथ मनाया जाएगा। इंतेजामिया कमेटी, जो वक्फ बोर्ड द्वारा गठित है, ��स 6 दिवसीय कार्यक्रम की तैयारियों में पूरी तरह जुट गई है। प्रमुख कार्यक्रमों की रूपरेखा 20 अक्टूबर को सुबह 11 बजे परचम कुशाई मटका पार्टी पप्पू नौशाही,…
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लखनऊ: लोकसभा चुनाव के बाद सभी राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा, सपा, कांग्रेस के साथ ही बसपा ने भी उपचुनाव लड़ने का एलान करने के साथ ही तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी बीच बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई
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हर घर तिरंगा अभियान तथा स्वतंत्रता दिवस को उत्सव के रूप मे मनायेगी भाजपाः धनुषधारी सिंह
हर घर तिरंगा अभियान तथा स्वतंत्रता दिवस को उत्सव के रूप मे मनायेगी भाजपाः धनुषधारी सिंह बांधवभूमि न्यूज मध्यप्रदेश उमरिया जिले मे आगामी 15 अगस्त को घर-घर तिरंगा फहराने तथा स्वतंत्रता दिवस उत्सव के रूप मे मनाये जाने हेतु भाजपा द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। उक्त आशय की जानकारी देते पार्टी के जिला उपाध्यक्ष तथा तिरंगा अभियान प्रभारी धनुषधारी सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के…
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Jamshedpur east nomination - जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय प्रत्याशी सौरभ विष्णु 24 अक्टूबर को करेंगे नामांकन, हलचल तेज
जमशेदपुर : जमशेदपुर में चुनावी गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं. चर्चित युवा नेता सौरव विष्णु, जो अपने सक्रिय नेतृत्व और समाजसेवा के लिए जाने जाते हैं, गुरुवार को विधानसभा प्रत्याशी के रूप में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं. उन्होंने अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. सौरव विष्णु के नामांकन के अवसर पर एक…
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रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में भारतीय मूल के नेताओं ने छोड़ी छाप, एक सुर में दिया ट्रंप का साथ
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रहीं हैं। इस बीच रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो गया है। सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप को पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामित किया जाएगा। अमेरिका में रहने वाले कई भारतीय मूल के लोगों ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया और अपनी अलग ही छाप छोड़ी। हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप पर गोली लगने की घटना के बाद सम्मेलन…
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10वीं पास लड़ पाएगा चुनाव, राइट टू रिकॉल का होगा प्रावधान; जन सुराज के संविधान में क्या है खास
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Jan Suraj Party: दो साल की पदयात्रा के बाद प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर को नई पार्टी जन सुराज का शुभारंभ करेंगे। इसका आयोजन बिहार की राजधानी पटना के वेटनरी कॉलेज में होगा। नई पार्टी के शुभारंभ की सारी तैयारियां हो चुकी हैं। सिंबल से लेकर संविधान तक सब कुछ फाइनल हो चुका है। जन सुराज से जुड़े सूत्रों के मुताबिक संविधान बनकर तैयार है और इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। पहली बार जन सुराज के संविधान में दो…
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अयोध्या के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल करने वालों पर सपा ने की कार्यवाई की मांग, अयोध्या में BJP के हार का भी बताया कारण
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उत्तर प्रदेश खास कर अयोध्या को लेकर उल्टे सीधे बातें बोल रहे है। जिसको लेकर अब एक्शन लेने की मांग की जा रही है। दरअसल लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद लोग अयोध्या को धोखेबाज़ से लेकर कई उलटे सीधे शब्दों का प्रयोग कर रहे है। जिसको लेकर अब समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक एवं राज्य सरकार के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने सरकार से इसपर एक्शन लेने की मांग की है।
दरअसल लोकसभा चुनाव के परिणाम में अयोध्या के फैजाबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद लोगो के मन में अयोध्या और उत्तर प्रदेश के लिए गुस्सा भर गया है। वो अपना गुस्सा सोशल मीडिया के माध्यम से अयोध्या वासिय���ं को लेकर उल्टा सीधा मीम बनाकर निकाल कर रहे है। जिसको लेकर अब मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
दरअसल बीते शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने अयोध्या वासियों को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे लोगो पर एक्शन के साथ साथ BJP के हार के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "अयोध्या के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जाए।" इसके अलावा उन्होंने BJP को टारगेट करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने लोगों को डराने-धमकाने, मनमानी करने और लूटपाट करने का काम किया, पीड़ित जनता शिकायत लेकर आई लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जब जनता को लोकसभा चुनाव में मौका मिला, तो उन्होंने BJP को हराकर समाजवादी पार्टी को चुना है।
जानकारी के लिए बता दें, फैजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा BJP सांसद लल्लू सिंह को सपा के अवधेश प्रसाद ने चुनाव में हरा दिया है। इस हार को लेकर BJP को बहुत बड़ा सदमा लगा है। जिसको लेकर तेज नारायण पांडेय ने कहा, "अयोध्या में भाजपा के अहंकार को यहां की जनता ने तोड़ दिया, जिसके कारण आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से ज्यादा चर्चा अयोध्या में भाजपा के हारने की हो रही है और इसी कारण भाजपा के एजेंट सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं।"
सोशल मीडिया पर इन टिप्पड़ियों को लेकर कार्यवाई करने की मांग की गयी है। हालांकि अब देखना होगा कि क्या सरकार इसपर कोई एक्शन लेता है या नहीं। तो वहीं गौरतलब हो आज नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेंगे। जिसको लेकर तैयारियां जोरो शोरो से हो रही है।
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अमेठी-रायबरेली से आज होगा राहुल-प्रियंका के नाम का ऐलान! कांग्रेस ने तेज की नामांकन की तैयारियां
रोहित मिश्रा, लखनऊः लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के चुनाव के नामांकन के लिए अब केवल अंतिम 48 घंटे बचे हैं, लेकिन और पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम तय नहीं हुए हैं। हालांकि दोनों ही जिला इकाइयां तीन मई को नामांकन की तैयारियों में जुट गई हैं। कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे के भी अमेठी दौरे का कार्यक्रम 3 को तय हुआ है। होर्डिंग और बैनर तैयार क��ए जा रहे हैं। गाड़ियां बुक कर ली गई हैं। सूत्रों की माने तो चूंकि अभी तक आधिकारिक तौर पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं हुआ है, लिहाजा और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर के साथ कांग्रेस के स्लोगन को ही प्रमुखता में रखा गया है। कुछ होर्डिंग पर प्रियंका और सोनिया गांधी की भी बड़ी तस्वीरें रखी गई हैं।कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि अमेठी और रायबरेली सीट से राहुल और ही उम्मीदवार होंगे। कौन किस सीट से लड़ेगा, फिलहाल यह तय नहीं है। दावा किया जा रहा है कि गुरुवार शाम तक प्रत्याशियों के नामों की आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। सूत्र बताते हैं कि नामांकन की तैयारियों के लिए दिल्ली और प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से गाड़ियां भेजी गई हैं। भुएमऊ और मुंशीगंज गेस्ट हाउस साफ करवाया जा रहा है। इसके अलावा बाहर से आने वाले नेताओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के रुकने के लिए अमेठी और रायबरेली के होटलों की भी बुकिंग करवा ली गई है।बुधवार को तैयारियों का जायजा लेने के लिए सोनिया गांधी के प्रतिनिधि रहे केएल शर्मा अमेठी पहुंचे। यहां उन्होंने ब्लॉक स्तर के कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि तीन मई को नामांकन के लिए तैयार रहें। तीन मई ही अमेठी और रायबरेली में नामांकन की आखिरी तारीख भी है।तीन को राहुल और प्रियंका के चुनावी कार्यक्रम भी हैंभले ही अमेठी और रायबरेली में शुक्रवार को नामांकन की तैयारियां जिला इकाइयां कर रही हैं। लेकिन तीन मई को राहुल गांधी और प्रियंका के चुनावी कार्यक्रम भी हैं। राहुल गांधी 3 को दक्षिण ओडिशा कोरापुट संसदीय क्षेत्र के तहत रायगढ़ के दौरे पर जा रहे हैं। सुबह 11 बजे एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जबकि प्रियंका गांधी तीन मई को फतेहपुर सीकरी में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो करेंगी। ये कार्यक्रम एक तरह से तैयारियों और दावों पर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं। अगर कार्यक्रम रद किया गया तब तो नामांकन बिना अड़चन के हो सकता है, लेकिन कार्यक्रम तय समय में होने पर नामांकन में मुश्किल आ सकती है।अमेठी-रायबरेली पर कांग्रेस का फैसला कब?कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों को लेकर उम्मीदवारों पर सस्पेंस बरकरार रखा है। नामांकन में दो दिन बचे हैं और ऐसे में कयासों का दौर जारी है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति ने इस मामले को लेकर फैसला लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अधिकार दिया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि अगले 24-30 घंटे में उम्मीदवारों का ऐलान किया जा सकता है। यह पूछे जाने पर कि उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर देरी की वजह क्या है। क्या कांग्रेस पार्टी राहुल और प्रियंका गांधी को वहां से खड़ा करने में डर रही है��� इस पर रमेश ने कहा कि कोई देरी नहीं हुई है। उन्होंने ये भी कहा कि BJP ने रायबरेली के उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। स्मृति इरानी मौजूदा सांसद हैं। कोई डरा हुआ नहीं है और चर्चा चल रही है। उत्तर प्रदेश की कांग्रेस लीडरशिप ने केंद्रीय चुनाव समिति से राहुल गांधी को अमेठी और प्रियंका गांधी को रायबरेली से खड़ा करने की अपील की है। राहुल गांधी साल 2004 से लगातार तीन बार अमेठी से सांसद रहे हैं। 2019 में उन्हें स्मृति इरानी ने हरा दिया था। राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। रायबरेली को लेकर प्रियंका गांधी के नाम की लगातार चर्चा चल रही थी। http://dlvr.it/T6Hx6l
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