#मनुष्य आरोग्य
Explore tagged Tumblr posts
Text
*🌞~ आज का वैदिक हिन्दू पंचांग शुद्ध गणना के साथ, धन-लाभ के साथ पायें पुण्यलाभ व आरोग्य और शास्त्रों में वृक्षारोपण की महत्ता~🌞*
*⛅दिनांक - 24 जनवरी 2025*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत् - 2081*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - शिशिर*
*⛅मास - माघ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - दशमी शाम 07:25 तक तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - अनुराधा प्रातः 07:07 जनवरी 25 तक, तत्पश्चात ज्येष्ठा*
*⛅योग - वृद्धि प्रातः 05:09 जनवरी 25 तक, तत्पश्चात ध्रुव*
*⛅राहु काल - सुबह 11:29 से दोपहर 12:52 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:25*
*⛅सूर्यास्त - 06:17*
*⛅दिशा शूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:38 से 06:30 तक*
*⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:30 से दोपहर 01:14 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:26 जनवरी 25 से रात्रि 01:18 जनवरी 25 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - सर्वार्थसिद्धि योग (प्रातः 07:22 से प्रातः 07:07 जनवरी 25 तक)*
*⛅विशेष - दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹धन-लाभ के साथ पायें पुण्यलाभ व आरोग्य🔹*
*🔸व्यवसाय में लाभ नहीं हो रहा हो तो शुक्रवार के दिन शाम की संध्या के समय तुलसी के पौधे के पास देशी गाय के घी या तिल के तेल का दीपक जलायें । परब्रह्म-प्रकाशस्वरूपा दीपज्योति को नमस्कार करें और निम्न मंत्रों का उच्चारण करें :*
*दीपज्योतिः परब्रह्म दीपज्योतिर्जनार्दनः ।*
*दीपो हरतु मे पापं दीपज्योतिर्नमोऽस्तु ते ॥*
*शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखसम्पदाम् ।* *शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तु ते ॥*
*🔸इससे धन-लाभ होता है, साथ ही पापों का नाश होता है । शत्रु का विनाश होकर शत्रुओं की वृद्धि रुकती है तथा आयु-आरोग्य की प्राप्ति होती है ।*
*🔹शास्त्रों में वृक्षारोपण की महत्ता🔹*
*👉 पद्म पुराण में पुलस्त्यजी भीष्मजी से कहते हैं कि "वृक्ष पुत्रहीन पुरुष को पुत्रवान होने का फल देते हैं । इतना ही नहीं, वे अधिदेवतारूप से तीर्थों में जाकर वृक्ष लगानेवालों को पिंड भी देते हैं ।*
*👉 अतः भीष्म ! तुम यत्नपूर्वक पीपल के वृक्ष लगाओ । वह अकेला ही तुम्हें एक हजार पुत्रों का फल देगा।*
*👉 पीपल का पे��़ लगाने से मनुष्य निरोग व धनी होता है ।*
*👉 पलाश से ब्रहातेज, खैर से आरोग्य व नीम से आयु की प्राप्ति होती है ।*
*👉 नीम लगानेवालों पर भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं ।*
*👉 चंदन और कटहल के वृक्ष क्रमशः पुण्य और लक्ष्मी देनेवाले हैं ।*
*👉 चम्पा सौभाग्य-प्रदायक है । इसी प्रकार अन्यान्य वृक्ष भी यथायोग्य फल प्रदान करते हैं ।*
*👉 जो लोग वृक्ष लगाते हैं उन्हें (परलोक में) प्रतिष्ठा प्राप्त होती है और जो वृक्ष व गोचर भूमि का उच्छेद करते हैं उनकी २१ पीढ़ियाँ रौरव नरक में पकायी जाती हैं ।"*
*👉 'भविष्य पुराण में आता है कि 'जो व्यक्ति छाया, फूल और फल देनेवाले वृक्षों का रोपण करता है या मार्ग में तथा देवालय में वृक्षों को लगाता हैं वह अपने पितरों को बड़े-बड़े पापों से तारता है और रोपणकर्ता इस मनुष्यलोक में महती कीर्ति तथा शुभ परिणाम को प्राप्त करता है तथा पूर्वकालीन और भावी पितरों को स्वर्ग में जाकर भी तारता ही रहता है ।*
*👉 विधिपूर्वक वृक्षों का रोपण करने से स्वर्ग-सुख प्राप्त होता है और रोपणकर्ता के तीन जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं ।*
*👉 वृक्ष के आरोपण में वैशाख मास श्रेष्ठ एवं ज्येष्ठ अशुभ है। आषाढ, श्रावण तथा भाद्रपद ये भी श्रेष्ठ हैं ।'*
*👉 अग्नि पुराण में आता है कि 'दक्षिण में गूलर और पश्चिम में पीपल का वृक्ष उत्तम माना जाता है । लगाये हुए वृक्षों को ग्रीष्मकाल में प्रातः-सायं, शीत ऋतु में मध्याह्न के समय तथा वर्षाकाल में भूमि के सूख जाने पर सींचना चाहिए ।'*
*🔸अतः ग्लोबल वॉर्मिंग की समस्या का हल करना हो, पर्यावरण की सुरक्षा करनी हो, अपना इहलोक व परलोक सँवारना हो, आर्थिक लाभ पाना हो... किसी भी दृष्टि से देखा जाय तो वृक्षों का रोपण, संरक्षण-संवर्धन जरूरी है और हर व्यक्ति का कर्तव्य है ।*
*🔸अपने जन्मदिवस या अन्य किसी शुभ अवसर पर कम-से-कम १ वृक्ष लगाने का अवश्य संकल्प करें और दूसरों को वृक्ष लगानेz के लिए प्रेरित भी करें ।*
*👉ऐसी ही "सनातन धर्म" की "𝘼𝙨𝙩𝙧𝙤𝙡𝙤𝙜𝙮 और 𝙑𝙖𝙨𝙩𝙪𝙎𝙝𝙖𝙨𝙩𝙧𝙖" की रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए अभी जुड़ें "𝘼𝙨𝙩𝙧𝙤 𝙑𝙖𝙨𝙩𝙪 𝙆𝙤𝙨𝙝" से✍*
👉9837376839
*👉WhatsApp✍* 👉https://chat.whatsapp.com/BsWPoSt9qSj7KwBvo9zWID *👉WhatsappChannel✍* 👉https://whatsapp.com/channel/0029Va51s5wLtOj7SaZ6cL2E
*👉Telegram✍* 👉https://t.me/astrovastukosh
*👉Facebook page✍*
👉https://www.facebook.com/astrovastukosh
*👉Instagram✍*
👉https://www.instagram.com/astrovastukosh/
#motivational motivational jyotishwithakshayg#tumblr milestone#akshayjamdagni#mahakal#panchang#hanumanji#rashifal#nature#ram mandir
0 notes
Text
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
*🌹सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (नवमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-24-नवम्बर-2024
वार :---------रविवार
तिथी :---09नवमी:-22:20
पक्ष:--------कृष्णपक्ष
माह:--------मार्गशीर्ष
नक्षत्र:---पूर्वाफाल्गुनी:-22:17
योग:-------वैधृति:-12:17
करण:-------तैतिल:-09:05
चन्द्रमा:---सिंह 29:02/कन्या
सूर्योदय:------07:07
सूर्यास्त:-------17:41
दिशा शूल------पश्चिम
निवारण उपाय:---जौं या पान का सेवन
ऋतु :------हेमंत ऋतु
गुलीक काल:---15:00से 16:20
राहू काल:---16:20से17:41
अभीजित--11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:---कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-08:27से09:47तक
लाभ:-09:47से11:07तक
अमृत:-11:07से12:27तक
शुभ:-13:47से15:07तक
🌓चोघङिया रात🌗
शुभ:-17:41से19:21तक
अमृत:-19:21से21:01तक
चंचल:-21:01से22:41तक
लाभ :-02:01से03:41तक
शुभ :-05:27से07:07तक
🙏आज के विशेष योग🙏
वर्ष का 231वाँ दिन, कानजी अनला नवमी (उड़ीसा), गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस, श्री जाम्बोजी पुण्यदिवस (विश्नोई पंथ), वैधृति पुण्यम्
🌺👉 टिप्स 👈🌺
घर की उत्तर पूर्व दिशा साफ- सुथरी और अव्यवस्था मुक्त होनी चाहिए।
*सुविचार*
जो मनुष्य क्रोधी पर क्रोध नहीं, क्षमा करता है, वह अपनी और क्रोध करने वाले की महासंकट से रक्षा करता है।🌷🌷👍🏻 सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*घुटनो का दर्द दूर करने के लिए उपचार-*
*1. लहसुन -*
लहसुन के सेवन से घुटनो का दर्द में काफी आराम मिलता है। एक्सपर्ट के मुताबिक प्याज और लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होते हैं। इनके नियमित सेवन से जोड़ों के दर्द की शिकायत होने का खतरा काफी कम हो जाता है। लहसुन आपके पकवान को स्वादिष्ट बनाने बहुत ही सहायता करता है
इसके लिए आप 25 ग्राम अजवायन, 10 ग्राम लौंग और 50 ग्राम लहसुन को पीस लीजिए तथा उसे 200 ग्राम सरसों के तेल में डालकर हल्का गर्म कर लीजिए। ठंडा होने पर कांच की बोतल में छान कर रख लें। फिर इसे घुटनो पर मसाज कीजिए। आप दिन में इसे कई बार कर सकते हैं। सरसों का तेल और लहसुन प्रभावित घुटने में दर्द और सूजन से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। अनहोनी की आशंका रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। विवेक से कार्य करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। सही बात का भी विरोध होगा। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। पठन-पाठन के लिए किसी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मित्रों के साथ समय आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। भागदौड़ रहेगी। समय पर काम न होने से क्षोभ उत्पन्न होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद हो सकता है।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
मित्रों व संबंधियों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। पिछले समय में की गई मेहनत का फल मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।
👩🏻🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने का मन बनेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
मित्रों व संबंधियों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। व्यापार ठीक चलेगा। किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। धैर्य रखें। व्यवस्था में मुश्किल होगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। आसपास का वातावरण मनोनुकूल नहीं रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। किसी अप्रत्याशित खर्च के सामने आने से तनाव बढ़ सकता है।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
रुका हुआ धन वापस मिलने के योग हैं, भरपूर प्रयास करें। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। उत्साह व प्रसन्नता बने रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। किसी आनंदायक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार - व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। प्रमाद न करें। नई योजना बनेगी। नए काम मिल सकते हैं, प्रयास करें। नए लोगों से संपर्क बनेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
चोट व रोग से स्वयं को बचाएं। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। किसी धार्मिक स्थान के दर्शन के लिए यात्रा हो सकती है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त हो सकता है।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
कोई पुराना रोग उभर सकता है। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी की आशंका है। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※

0 notes
Text
Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date – 18 November 2024
Time 18.10 to 18.20
Language Marathi
आकाशवाणी छ��्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक – १८ नोव्हेंबर २०२४ सायंकाळी ६.१०
****
विधानसभा निवडणुकीसह नांदेड लोकसभा पोटनिवडणुकीचा प्रचार थांबला-परवा मतदान
राज्यभरात नऊ कोटी ७० लाख २५ हजार ११९ मतदारांसाठी एक लाख ४२७ मतदान केंद्रं
जाहीर सभा, रोड शो, आणि मतदारांच्या गृहभेटींसह पत्रकार परिषदा घेण्यावर नेत्यांचा कल
आणि
ऑक्टोबरसाठी जीएसटी कर विवरणपत्रं भरण्यास २१ तारखेपर्यंत मुदतवाढ
****
विधानसभा निवडणुकीसह नांदेड लोकसभा पोटनिवडणुकीचा प्रचार आज थांबला. राज्यात विधानसभेच्या २८८ तसंच नांदेड लोकसभेच्या एका जागेसाठी परवा बुधवारी २० नोव्हेंबरला मतदान होणार आहे. राज्यभरातल्या नऊ कोटी ७० लाख २५ हजार ११९ मतदारांसाठी, एक लाख ४२७ मतदान केंद्रं उभारण्यात आली आहेत. संवेदनशील मतदान केंद्रांवर केंद्रीय राखीव पोलीस दलाच्या तुकड्या तैनात करण्यात आल्या आहेत. गडचिरोली जिल्ह्यातल्या संवेदनशील आणि अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रांवर वायुसेनेच्या हेलिकॉप्टरच्या मदतीनं मतदान पथकं रवाना होत आहेत.
मतदानापूर्वीच्या या शांतता काळात, मतदारांवर प्रभाव पाडणाऱ्या, निवडणूक निकालावर परिणाम करणाऱ्या बाबी प्रदर्शित करण्यास निवडणूक आयोगाने माध्यमांना मनाई केली आहे. दृकश्राव्य माध्यमांनी अशा बातम्या प्रदर्शित करु नयेत. तसेच राजकीय जाहिराती, कार्यक्रम, सार्वजनिक सभा, मिरवणुका आयोजित करण्यास बंदी घालण्यात आली असल्याची माहिती मुख्य निवडणूक अधिकारी कार्यालयामार्फत देण्यात आली आहे. प्रशासनाकडून मतदान प्रक्रियेची संपूर्ण तयारी झाली असून, राज्यातल्या मतदारांनी मोठ्या संख्येनं मतदान करण्याचं आवाहन मुख्य निवडणूक अधिकारी एस. चोक्कलिंगम यांनी केलं आहे.
****
मतदान केंद्रावर मतदाराची ओळख पटविण्यासाठी मतदार छायाचित्रासह इतर १२ पुराव्यांपैकी कोणताही एक पुरावा ग्राह्य धरण्यात यावा अशा निवडणूक आयोगाच्या सूचना आहेत. यामध्ये वाहन चालवण्याचा परवाना, पॅन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट, मनरेगा जॉब कार्ड, बँक किंवा टपाल खात्याचे छायाचित्र असलेले पासबुक, आरोग्य विमा स्मार्ट कार्ड, राष्ट्रीय लोकसंख्या नोंदणी अं��र्गत भारताचे महानिबंधक यांनी दिले स्मार्ट कार्ड, विशिष्ट दिव्यांगत्व ओळखपत्र, आदीचा समावेश आहे.
****
नांदेड लोकसभा मतदार संघातल्या मतदारांना परवा दोन वेळा मतदान करायचं आहे. एकाच मतदान केंद्रावर पहिलं मतदान लोकसभा पोटनिवडणुकीसाठी तर दुसरं मतदान विधानसभा निवडणुकीसाठी असेल. जिल्ह्यातल्या सहा विधानसभा मतदार संघातल्या मतदारांनी याची खबरदारी घेण्याचं आवाहन करत, जिल्हाधिकारी अभिजीत राऊत यांनी याबाबत सविस्तर माहिती दिली.
नांदेड उत्तर, नांदेड दक्षिण, भोकर, नायगाव, देगलूर आणि मुखेड या विधानसभा क्षेत्रांमध्ये दोन ई व्ही एम चे सेट राहतील. एक लोकसभेसाठी असेल, ती पांढऱ्या रंगाची मतपत्रिका असेल त्यावर पांढऱ्या रंगाचे स्टीकर असतील. आणि एक असेल तो विधानसभेकरीता ज्यावरती गुलाबी रंगाचे स्टीकरर्स असतील आणि मतपत्रिकासुद्धा गुलाबी रंगाची असेल. आणि आपण एकाच मतदान केंद्रावर जाणार. त्याठिकाणी आपली ओळख पटवून दिल्यानंतर आपण पहिले लोकसभेचं मतदान कराल. त्यानंतर विधानसभेचं मतदान कराल. अशा प्रकारे दिनांक २० नोव्हेंबरला नांदेड लोकसभा क्षेत्रातले जे मतदार आहेत, त्यांना ही एक अनोखी संधी आलेली आहे की आपल्याला एकाच वेळी दोन मतं द्यायची आहेत.
****
छत्रपती संभाजीनगर जिल्ह्यातल्या सर्व नऊ मतदार संघातल्या मतदान केंद्रांवर उद्या दुपारपर्यंत मतदान साहित्य घेऊन मतदान पथकं पोहचणार असल्याची माहिती, जिल्हा निवडणूक अधिकारी तथा जिल्हाधिकारी दिलीप स्वामी यांनी दिली. आज छत्रपती संभाजीनगर इथं पत्रकार परिषदेत ते बोलत होते. एकूण १८ हजार १७८ मनुष्य बळ मतदान प्रक्रियेसाठी कार्यरत राहणार असून, त्यांच्या वाहतुकीसाठी सुमारे ११ हजार वाहनांची व्यवस्था करण्यात आल्याची माहिती स्वामी यांनी दिली.
आपल्या जिल्ह्याभरात एकूण ३ हजार २७३ मतदार केंद्रावर मतदान प्रक्रिया पार पाडली जाणार आहे. याची संख्या लक्षात घेता बॅलेट युनिट जे लागणार होते ते ७ हजार ४३० बॅलेट युनिट लागणार होते, त्यामध्ये २० टक्के आपण राखीव धरतो. कंट्रोल युनिट ३ हजार ९१७ लागणार आहे. त्या पैकी २० टक्के आपण राखीव ठवलेल आहे आणि व्ही व्ही पॅड ४ हजार २४३, ३० टक्के राखीव धरून कुठल्या यंत्रणेच्या बाबतीत यंत्राच्या बाबतीत आपल्याकडे कुटल्याही काळजीचा विषय आपल्या जिल्ह्यात नाही.
****
जालना जिल्ह्यात पाचही विधानसभा मतदार संघातल्या मतदान केंद्रावर जाणाऱ्या निवडणूक पथकांची तिसरी सरमिसळ प्रक्रिया आज निवडणूक आयोगाच्या ऑनलाईन प्रणालीद्वारे पूर्ण करण्यात आली. या प्रक्रियेनुसार, कोणत्या मतदान केंद्रावर कोणते पथक जाईल, हे मतदानाच्या एक दिवसापूर्वी म्हणजे उद्या संबंधित पथकांना कळवण्यात येणार आहे. त्यानंतर ही पथकं मतदानाचं संपूर्ण साहित्य घेवून मतदान केंद्राकडे रवाना होणार असल्याचं जिल्हा निवडणूक अधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाळ यांनी सांगितलं.
****
दर��्यान, आज प्रचाराच्या शेवटच्या दिवशी, पत्रकार परिषदा, जाहीर सभा आणि रोड शो सोबतच पदयात्रा आणि मतदारांच्या गृहभेटी घेण्यावर उमेदवारांचा कल दिसून आला.
काँग्रेस नेते राहुल गांधी यांनी आज मुंबईत पत्रकार परिषद घेतली. राज्यातले अनेक उद्योग, तसंच धारावी विकास कंत्राटावरून त्यांनी, केंद्र आणि राज्य सरकारवर टीका केली.
दरम्यान, उद्योजक गौतम अदानी यांचा उदय खऱ्या अर्थानं काँग्रेसच्या नेतृत्वातील युपीए सरकारच्या काळातच झाला असल्याचा दावा भाजपचे राष्ट्रीय सरचिटणीस विनोद तावडे यांनी केला आहे. राहुल गांधी यांच्या आरोपांचं खंडन करण्यासाठी घेतलेल्या पत्रकार परिषदेत ते बोलत होते. महायुतीच्या काळात एकही प्रकल्प महाराष्ट्राबाहेर गेला नसल्याचं सांगत यासंदर्भात राहुल गांधी यांनी जाहीर चर्चेला यावं असं आव्हानही तावडे यांनी दिलं.
****
काँग्रेसचे नेते आमदार बाळासाहेब थोरात यांनी अहिल्यानगर जिल्ह्यात संगमनेर इथं आपल्या निवासस्थानी पत्रकार परिषद घेतली, यावेळी त्यांनी महागाई, बेरोजगारी, तसंच शेतीमालाला हमीभाव आदी मुद्यावरून टीका केली.
****
मुख्यमंत्री तथा शिवसेनेचे मुख्य नेते एकनाथ शिंदे यांनीही आज मुंबईत पत्रकार परिषद घेत, आपल्या सरकारच्या कार्यकाळात राबवलेल्या विविध योजनांचा आढावा घेतला.
****
महाविकास आघाडीच्या उमेदवारांसाठी काँग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जून खर्गे यांची वसई येथे प्रचार सभा झाली. तर भाजपाचे राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा यांनी नवी मुंबईत बेलापूर विधानसभा मतदारसंघातील महायुतीच्या उमेदवार मंदा म्हात्रे यांच्या प्रचारासाठी नेरूळ इथल्या रामलीला मैदानावर सभा घेतली.
****
अनेक ठिकाणी पक्षांच्या प्रमुख नेत्यांनी सांगता सभा घेऊन आपल्या तसंच पक्षाच्या उमेदवारांच्या निवडणूक प्रचाराचा समारोप केला. धुळे शहर विधानसभा मतदारसंघातील महायुतीचे भाजप उमेदवार अनुप अग्रवाल यांच्या जाहीर प्रचाराची सांगता आज महिला बाईक रॅली काढून करण्यात आली.
****
चालू आर्थिक वर्षात ऑक्टोबरसाठी जीएसटी अर्थात वस्तू आणि सेवा कर विवरणपत्र ३ बी भरण्याची मुदत महाराष्ट्र आणि झारखंड या राज्यांमधे एका दिवसानं म्हणजे २१ तारखेपर्यंत वाढवण्याचा निर्णय सरकारनं घेतला आहे. जीएसटी अंमलबजावणी समितीच्या मान्यतेनंतर सरकारनं हा निर्णय घेतला आहे.
****
छत्रपती संभाजी नगर महानगरपालिकेच्या वतीने, मनपा हद्दीमध्ये असलेल्या चार विधानसभा मतदार संघात प्रत्येकी एक आदर्श मतदान केंद्र तयार होत आहे. या मतदान केंद्रात मतदारांना सर्व सोयीसुविधा उपलब्ध असणार आहेत. प्रतीक्षागृह, महिलांसाठी प्रतीक्षागृहात बसण्याची वेगळी व्यवस्था, बालकांसाठी पाळणाघर तसंच विविध खेळणी, पिण्याचे पाणी, प्रत्येक बूथ पर्यंत जाण्यासाठी रेड कार्पेट, आरोग्य सुविधा, सेल्फी पॉईंट, स्वागत कक्षामध्ये मतदारांना यादीत नाव शोधण्यापासून बुथची माहिती सांगण्यासाठी नववी-दहावीच्या विद्यार्थ्यांना स्वयंसेवक म्हणून नेमण्यात आलं आहे. विद्यार्थ्यांना निवडणूक प्रक्रियेची माहिती व्हावी, हा या मागचा उद्देश आहे.
****
येत्या बुधवारी २० तारखेला सर्वांनी मतदान करण्याचं आवाहन अभिनेते संजय नार्वेकर यांनी केलं आहे.
बाईट – अभिनेते संजय नार्वेकर
****
निवडणूक विभागाच्या पथकानं आज सकाळी नाशिक शहरातील रेडीसन ब्ल्यू या हॉटेलमध्ये टाकलेल्या छाप्यात कोट्यवधी रूपयांची रोकड जप्त केली आहे. अद्यापही रोकड मोजण्याचं काम सुरू असून नोटा मोजण्यासाठी दोन मशिन्सचा वापर केला जात असल्याचं याबाबतच्या बातमीत म्हटलं आहे.
****
छत्रपती संभाजीनगर जिल्ह्यात आजपर्यंत चार हजार ७१ मतदारांनी गृहमतदान केलं असून हे प्रमाण ७९ टक्के एवढं आहे. टपाली मतदान नऊ हजार ६९९ एवढं झालं असून, त्याचं प्रमाण ७३ टक्के असल्याचं, निवडणूक कार्यालयाकडून सांगण्यात आलं आहे.
****
परभणी विधानसभा मतदार संघाचे शिवसेना उद्धव बाळासाहेब ठाकरे पक्षाचे आमदार डॉ राहुल पाटील यांच्या प्रचाराचा शेवट आज ऑटो रिक्षा रॅली आणि दिव्यांगांच्या रिक्षा रॅली करून तर शिवसेना पक्षाचे उमेदवार आनंद भरोसे यांच्या प्रचाराचा समारोप चित्र रथाच्या रॅलीने करण्यात आला.
****
परभणी जिल्हा परिषदेच्या मुख्य कार्यकारी अधिकारी नतिशा माथुर यांनी आज टपाली मतदान सुविधेच्या माध्यमातून परभणी येथील तहसील कार्यालयातील टपाली मतदान सुविधा केंद्रात मतदान करत आपला मतदानाचा हक्क बजावला.
****
0 notes
Text
रविवार व्रत कथा , विधि एवं आरती
रविवार व्रत कथा - इससे सभी पापों का नाश होता है। इससे मनुष्य को धन, यश, मान-सम्मान तथा आरोग्य प्राप्त होता है।इस व्रत के करने से स्त्रियों का बाँझपन दूर होता है। इस व्रत के करने से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होता है |
रविवार व्रत कथा , विधि एवं आरतीरविवार व्रत कथा – इससे सभी पापों का नाश होता है। इससे मनुष्य को धन, यश, मान-सम्मान तथा आरोग्य प्राप्त होता है।इस व्रत के करने से स्त्रियों का बाँझपन दूर होता है। इस व्रत के करने से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होता है | रविवार व्रत कथा विधि:- रविवार व्रत कथा – प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत्त हो, स्वच्छ वस्त्र धारण कर परमात्मा का स्मरण करें। एक समय भोजन करें। भोजन…
0 notes
Text
क्या है भक्ति, कैसे करें सुफल भक्ति:
कैसा हो भक्ति का स्वरुप:
भक्ति का आशय भक्त अपने इष्टदेव अथवा देवी, ईश्वर (भगवत व भगवती) के प्रति संपूर्ण समर्पण होता है। अर्थात् सरल शब्दों में हम कह सकते हैं कि भक्त की आत्मा का परमात्मन् की डोर से बंध जाना।
महंत श्री पारस भाई जी की नजरों में भक्ति का तात्पर्य है " स्नेह, लगाव, श्रद्धांजलि, विश्वास, प्रेम, पूजा, पवित्रता, समर्पण "। इसका उपयोग मूल रूप से हिंदू धर्म में एक भक्त द्वारा व्यक्तिगत भगवान या प्रतिनिधि भगवान के प्रति भक्ति और प्रेम का उल्लेख करते हुए किया गया था।
भक्ति का स्वरुप कैसा होना चाहिए:
संक्षेप में कहा जा सकता है कि भक्ति में तीन मुख्य गुण अर्थात् भक्त का भाव निष्कपट, निःस्वार्थ, निष्ठा समर्पण होना चाहिए। परमेश्वर अथवा ईश्वर के प्रति निष्ठापूर्वक समर्पित होने वाला साधक ही सत्यप्रिय (निष्ठावान) भक्त है।
संध्यावन्दन, योग, ध्यान, तंत्र, ज्ञान, कर्म के अतिरिक्त भक्ति भी मुक्ति का एक मार्ग है। भक्ति भी कई प्रकार ही होती है। इसमें श्रवण, भजन-कीर्तन, नाम जप-स्मरण, मंत्र जप, पाद सेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य, पूजा-आरती, प्रार्थना, सत्संग आदि शामिल हैं। इसे नवधा भक्ति कहते हैं।
संक्षेप में कहा जा सकता है कि भक्ति में तीन मुख्य गुण अर्थात् भक्त का भाव निष्कपट, निःस्वार्थ, निष्ठा समर्पण होना चाहिए। महंत श्री पारस भाई जी ने बताया कि परमेश्वर अथवा ईश्वर के प्रति निष्ठापूर्वक समर्पित होने वाला साधक ही सत्यप्रिय (निष्ठावान) भक्त है।
ध्यान उपासना करने हेतु दिशा:
ध्यान आराधना करते समय भक्त का मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व को उत्तमोत्तम दिशा माना गया है क्योंकि उत्तर-पूर्व को ईशान कोण कहा जाता है ।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा गृह में कभी भी पूर्वजों की तस्वीर न तो लगानी चाहिए व ना हीं रखनी चाहिए। भगवान् की किसी प्रतिमा या मूर्ति की पूजा करते समय भक्त उपासक का मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए। यदि पूर्व दिशा में मुंह नहीं कर सकते तो पश्चिम दिशा की ओर मुख करके पूजा करना भी उचित है।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि पूर्व दिशा की ओर मुंह करके खाना खाने से सभी तरह के रोग मिटते हैं पूर्व दिशा को देवताओं की दिशा माना जाता है तथा पूर्व दिशा की ओर मुख करके भोजन करने से देवताओं की कृपा और आरोग्य की प्राप्ति होती है एवं आयु में वृद्धि होती है।
दक्षिण-पूर्व दिशा में भगवान् के विराट स्वरूप की चित्र लगाएं। यह ऊर्जा का सूचक है। समस्त ब्रह्माण्ड को स्वयं में समा�� असीम ऊर्जा के प्रतीक भगवान् श्रीकृष्ण समस्त संसार के भोक्ता हैं.।
भागवत भक्ति क्यों की जाती है:
संक्षेप में हम यह मानते व जानते एवं जानते हैं कि आराधक निज मनोरथ-पूर्ति हेतु ईश्वर (भगवत व भगवती) की भक्ति करते हैं। मनुष्य इसलिए ईश्वर के समीप जाता है कि वह ईश्वर-भक्ति करके अपनी इच्छाओं की पूर्ति कर सके। परमेश्वर एक है। गुरु एवं गोविन्द भी एक है।
क्या है भगवान् की भक्ति:
जब भक्त सेवा अथवा आराधना के माध्यम से परमात्मन् से साक्षात संबंध स्थापित कर लेता है तो इसे ही गीता में भक्तियोग कहा गया है। नारद के अनुसार भगवान् के प्रति मर्मवेधी (उत्कट) प्रेम ही भक्ति है। ऋषि शांडिल्य के अनुसार परमात्मा की सर्वोच्च अभिलाषा ही भक्ति है। नारद के अनुसार भगवान् के प्रति परितस अथवा उत्कट प्रेम होने पर भक्त भगवान् के रङ्ग में ही रंग जाते हैं।
महंत श्री पारस भाई जी के कहा कि जिसके विचारों में पवित्रता हो, साथ ही जो अहंकार से दूर हो और जो सबके प्रति समान भाव रखता हो, ऐसे व्यक्ति की भक्ति सच्ची है और वही सच्चा भक्त है।
भक्त कितने प्रकार के होते हैं:
भक्ति विविध प्रकार की होती है। भक्ति में श्रवण, भजन-कीर्तन, नाम जप-स्मरण, मंत्र जप, पाद-सेवन, पूजन-अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य, पूजा-आरती, प्रार्थना, सत्संग इत्यादि शामिल हैं।
चार तरह के भक्त:
श्रीमद भगवद् गीता के सप्तम अध्याय में भगवान् श्रीकृष्ण पार्थ (अर्जुन) विभिन्न प्रकार के भक्तों के विषय में वर्णन करते हुए कहते हैं कि
चतुर्विधा भजन्ते मां जना: सुकृतिनोऽर्जुन।
आर्तो जिज्ञासुरर्थार्थी ज्ञानी च भरतर्षभ॥०७-१६॥
सार: हे अर्जुन! आर्त, जिज्ञासु, अर्थार्थी एवं ज्ञानी ऐसे चार प्रकार के भक्त मेरा भजन किया करते हैं। इन चारों भक्तों में से सबसे निम्न श्रेणी का भक्त अर्थार्थी है। उससे श्रेष्ठ आर्त, आर्त से श्रेष्ठ जिज्ञासु, तथा जिज्ञासु से भी श्रेष्ठ ज्ञानी है।
अर्थार्थी: अर्थार्थी भक्त वह है जो भोग, ऐश्वर्य तथा सुख प्राप्त करने के लिए भगवान् का भजन करता है। उसके लिए भोगपदार्थ व धन मुख्य होता है एवं ईश्वर का भजन गौण।
आर्त: आर्त भक्त वह है जो शारीरिक कष्ट आ जाने पर या धन-वैभव नष्ट होने पर अपना दु:ख दूर करने के लिए भगवान् को पुकारता है।
जिज्ञासु: जिज्ञासु भक्त अपने शरीर के पोषण के लिए नहीं वरन् संसार को अनित्य जानकर भगवान् का तत्व जानने एवं उन्हें प्राप्त करने के लिए भजन करता है।
ज्ञानी: आर्त, अर्थार्थी एवं जिज्ञासु तो सकाम भक्त हैं किंतु ज्ञानी भक्त सदैव निष्काम ��ोता है। ज्ञानी भक्त परमात्मन् के अतिरिक्त कोई अभिलाषा नहीं रखता है। इसलिए परमात्मन् ने ज्ञानी को अपनी आत्मा कहा है। ज्ञानी भक्त के योगक्षेम का वहन भगवन् स्वयं करते हैं।
चारों भक्तों में से कौन-सा भक्त है संसार में सर्वश्रेष्ठ:
तेषां ज्ञानी नित्ययुक्त एकभक्तिर्विशिष्यते।
प्रियो हि ज्ञानिनोऽत्यर्थमहं स च मम प्रियः॥१७॥
अर्थात् परमात्मन् श्रीकृष्णः श्रीमद भगवद् गीता में कुंतीपुत्र अर्जुन (कौन्तेय) से कहते हैं कि
सार: इनमें से जो परमज्ञानी है तथा परमात्मन् की शुद्ध भक्ति में लीन रहता है वह सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि मैं उसे अत्यंत प्रिय हूं एवं वह मुझे अतिसय प्रिय है। इन चार वर्गों में से जो भक्त ज्ञानी है वह साथ ही भक्ति में लगा रहता है, वह सर्वश्रेष्ठ है।
कलयुग में भगवान् को कैसे प्राप्त करें:
श्रीमद्भागवत के अनुसार कलयुग दोषों का भंडार है। किन्तु इसमें एक महान सद्गुण यह है कि सतयुग में भगवान् के ध्यान, तप एवं त्रेता युग में यज्ञ-अनुष्ठान, द्वापर युग में आराधक को भक्त तप व पूजा-अर्चन से जो फल प्राप्त होता था, कलयुग में वह पुण्य परमात्मन् श्रीहरिः के नाम-सङ्कीर्तन मात्र से ही सुलभ हो जाता है।
महंत श्री पारस भाई जी कहते हैं इस कलयुग में शुद्ध भक्ति, प्रेम का वह उच्चतम रूप है जिसका जवाब भगवान बिना शर्त, प्रेम और ध्यान के साथ देते हैं।
कलयुग में चिरजीविन् देव:
वैसे तो महर्षि मार्कण्डेय, दैत्यराज बलि, परशुराम, आञ्जनेय (महावीर्य हनुमन्त् अवा हनुमत्), लङ्केश विभीषण, महर्षि वेदव्यास, कृप व अश्वत्थामन् किन्तु महाबली हनुमन् को समस्त युगों में जगदीश्वर सदाशिवः, चिरजीविन् नारायणः, पितामह ब्रह्मदेव व धर्मराज यमदेव एवं अन्य समग्र देवगणों के आशीर्वचन के अनुसार अतुलित बलधामन् हनुमन्त् अथवा हनुमत् को चिरजीविन् बने रहने का वरदान प्राप्त है। पुरुषोत्तम श्रीरामः ने भी निज साकेत लोक में जाने के पूर्व आञ्जनेय को चिरजीविन् रहने का वरदान दिया था।
गोसाईं तुलसीदास जी रामायण में लिखते हैं कलियुग में भी हनुमान् जी न केवल जीवंत रहेंगे अपितु चिरजीविन् बने रहेंगे एवं उनकी कृपा से ही उन्हें (महात्मा तुलसीदास) पुरुषोत्तम श्रीराम व लक्ष्मण जी के साक्षात दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्हें सीताराम जी से आशीर्वाद स्वरूप अज�� अमर होने का वर प्राप्त है।
हनुमान् जी का वास स्थान:
कहते हैं कि कलियुग में आञ्जनेय (हनुमन्त्) गन्धमादन (गंधमादन) गिरि पर निवास करते हैं, ऐसा श्रीमद् भागवत में वर्णन आता है। उल्लेखनीय है कि अपने अज्ञातवास के समय हिमवंत पार करके पाण्डव (महाराज पाण्डुपुत्र धर्मराज युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल सहदेव व द्रौपदी सहित गंधमादन पर्वत के निकट पहुंचे थे।
#devotional#daily devotional#parasbhaiji#parasparivaar#mahadev#motivating quotes#jaimatarani#jaimatadi#krishna
0 notes
Text
कामसूत्र
“कामसूत्र” भारतीय संस्कृति के एक प्राचीन ग्रंथ है जो मनुष्य के जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाने और दिशा-निर्देश प्रदान करने का उद्देश्य रखता है। यह ग्रंथ आपके प्रसन्न जीवन और समृद्धि के मार्गदर्शन के लिए सिखाता है और विभिन्न पहलुओं को संस्कृति और समाज के साथ मिलकर कैसे जीना चाहिए, उसके निर्देश प्रदान करता है।

परिचय: “कामसूत्र” का रचयिता वात्स्यायन था, जो प्राचीन भारतीय दार्शनिक, विद्वान्, और वात्स्यायन सूत्रों के लेखक थे। इस ग्रंथ का लेखन समय सीमा के संदर्भ में नहीं जाना जा सकता है, लेकिन यह प्राचीन भारतीय संस्कृति, योनिमति और संभोग के क्षेत्र में विस्तारपूर्ण ज्ञान प्रदान करता है।
ग्रंथ की विशेषताएँ: “कामसूत्र” विभिन्न विषयों पर 36 अध्यायों में विभाजित है, जो मनुष्य के जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाते हैं। यह ग्रंथ मनोबल, सामाजिक रीति-रिवाज़, संबंध, लड़ाई-झगड़ा, सुख-संतोष, रस, आरोग्य, राजनीति और धर्म के विषय में मार्गदर्शन प्रदान करता है।

सुख और संतोष: “कामसूत्र” मानव जीवन के सुख और संतोष के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह विभिन्न प्रकार के आनंद के रसों के बारे में बताता है और कैसे उन्हें अपने जीवन में अंतर्निहित कर सकते हैं।

समाजिक रीति-रिवाज़: ग्रंथ में समाजिक रीति-रिवाज़ और व्यवहार के बारे में विस्तृत विवरण है। यहाँ पर विवाह, परिवार, उपनयन, दासी-दास, राजा-प्रजा, आदि के संबंध में नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।

संबंध और संगीत: ग्रंथ में संबंधों के विषय में भी विस्तृत चर्चा है, जैसे कि पति-पत्नी के आपसी संबंध, दासी-दास के संबंध आदि। साथ ही, संगीत और नृत्य के विषय में भी चर्चा की गई है।

रस, आरोग्य, और धर्म: ग्रंथ में रस के विषय में भी विवरण दिया गया है, जैसे कि कैसे व्यक्ति विभिन्न भावों का आनंद उठा सकता है। आरोग्य के मामले में भी कुछ टिप्स दिए गए हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हो सकते हैं। धर्म के मामले में भी ग्रंथ विभिन्न धर्मिक आचरणों और कर्मों के बारे में सलाह प्रदान करता है।
रस, आरोग्य, और धर्म: ग्रंथ में रस के विषय में भी विवरण दिया गया है, जैसे कि कैसे व्यक्ति विभिन्न भावों का आनंद उठा सकता है। आरोग्य के मामले में भी कुछ टिप्स दिए गए हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हो सकते हैं। धर्म के मामले में भी ग्रंथ विभिन्न धर्मिक आचरणों और कर्मों के बारे में सलाह प्रदान करता है।
नैतिकता और शिक्षा: ग्रंथ में नैतिकता और शिक्षा के मामले में भी विचार दिये गए हैं। यहाँ पर आदर्श पत्नी, पति, पुत्र, गुरु, शिष्य, और समाज के सदस्यों के बारे में नैतिक मूल्यों की चर्चा की गई है।
सामाजिक न्याय: ग्रंथ में सामाजिक न्याय के मामले में भी सलाह दी गई है। यहाँ पर विधवा, यतीम, वृद्ध, दिव्यांग, गरीब, और दुखियों के प्रति सहानुभूति का मार्गदर्शन किया गया है।
समाज और राजनीति: ग्रंथ में समाज और राजनीति के मामले में भी नियमों की चर्चा है। यहाँ पर शिक्षा, कला, विज्ञान, साहित्य, व्यापार, सेवा, और समाज में योगदान के बारे में बताया गया है।
ग्रंथ की महत्वपूर्णता: “कामसूत्र” मनुष्य के जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए संदर्भ और मार्गदर्शन प्रदान करने में महत्वपूर्ण है। यह न केवल संबंधों को संतुष्टि और समृद्धि से भर देने के उपाय बताता है, बल्कि व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक आदर्श, और समृद्धि के मार्ग में भी मार्गदर्शन करता है।
“कामसूत्र” भारतीय संस्कृति के प्राचीन ग्रंथों में से एक है जो जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाने और मार्गदर्शन प्रदान करने का उद्देश्य रखता है। यह ग्रंथ काम (सुख-संतोष), धर्म (नैतिकता), और अर्थ (आर्थिक संबंध) के मामलों में मानव जीवन की विभिन्न पहलुओं को विस्तार से बताता है। इसका रचयिता वात्स्यायन था, जो एक प्राचीन भारतीय विद्वान और दार्शनिक थे।
संरचना:
“कामसूत्र” को चार खंडों में विभाजित किया गया है:
धर्मयोग: इस खंड में नैतिकता, धर्म, और मानव जीवन के सामाजिक नियमों का वर्णन है। यहाँ पर व्यक्तिगत और सामाजिक नैतिकता, आदर्श जीवन, पुनर्विवाह, आदि के विषय में बताया गया है।

अर्थयोग: इस खंड में विभिन्न प्रकार के व्यवसाय, व्यापार, और आर्थिक संबंधों का वर्णन है। यहाँ पर वित्तीय योग्यता, लेन-देन, निवेश, और व्यापारिक संबंधों के बारे में सलाह दी गई है।

कामयोग: इस खंड में सुख-संतोष के विषय में बताया गया है। यहाँ पर प्रेम, विवाह, संबंध, रति-क्रियाएँ, और आनंद के बारे में विस्तारपूर्ण जानकारी दी गई है।

मोक्षयोग: इस खंड में आत्मा, ध्यान, और आध्यात्मिकता के मामलों का वर्णन है। यहाँ पर आत्मा के स्वरूप, मन, ध्य���न, और मोक्ष के बारे में चर्चा की गई है।

महत्वपूर्ण विषय: “कामसूत्र” का प्रमुख उद्देश्य न केवल सुख और संतोष की प्राप्ति है, बल्कि व्यक्ति के समाज में सही रीति-रिवाज़ और नैतिकता के साथ कैसे रहना चाहिए, वह भी सिखाना है।
नैतिकता और आदर्श: “कामसूत्र” में नैतिकता के मामले में विविधता है। यह बताता है कि व्यक्ति को अपने व्यवहार में नैतिकता का पालन करना चाहिए और उसके सामाजिक और परिवारिक कर्तव्यों की परख करनी चाहिए।

विवाह और संबंध: “कामसूत्र” में विवाह और संबंधों के मामले में भी विवरण है। यहाँ पर विवाह के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया है, जैसे कि उचित संबंध का चयन, सही साथी की पहचान, और पति-पत्नी के आपसी संबंधों की महत्वपूर्णता।

रति-क्रियाएँ: ग्रंथ में रति-क्रियाओं (सेक्स) के मामले में भी सलाह दी गई है। यहाँ पर विविधता के साथ रति-क्रियाओं के प्रति योग्यता और संबंधों की महत्वपूर्णता की बात की गई है।

समृद्धि का मार्गदर्शन: “कामसूत्र” में व्यवसायिक सफलता और समृद्धि के मार्ग के बारे में भी सलाह दी गई है। यहाँ पर व्यापारिक संबंधों, निवेश, और व्यवसाय के नियमों का वर्णन किया गया है।

संगीत और कला: ग्रंथ में संगीत और कला के मामले में भी बताया गया है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार के कलाओं और संगीत के प्रति योग्यता की बात की गई है।

आध्यात्मिकता: “कामसूत्र” का अंतिम खंड आध्यात्मिकता और मोक्ष के विषय में है। यहाँ पर ध्यान, आत्मा की पहचान, और मोक्ष के मार्ग का वर्णन किया गया है।

ग्रंथ की प्रासंगिकता: “कामसूत्र” विभिन्न पहलुओं में मानव जीवन के निर्देशन के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन के लिए है, बल्कि समाज में सही रीति-रिवाज़ और सभी प्रकार के संबंधों के लिए भी उपयोगी है।

1 note
·
View note
Text
*सनातनपूजनसामग्रीभण्डार🚩*
*रोचक तथ्य एवं अध्यात्मिक ज्ञान*
ऐसे ही *रोचक तथ्य एवं अध्यात्मिक ज्ञान* हेतू हमारे पेज से जुड़े:- *tumblr* पर👇🏻 https://www.tumblr.com/sanatan-poojan-samagri-bhandar
*Instragram* पेज पर 👇🏻
https://www.instagram.com/sanatanpoojansamagribhandar?igshidMzNINGNkZWQ4Mg==
*ब्राह्मण* को क्यों शास्त्रों में कहा गया है *देवता*, जानना चाहते हैं ज़रूर पढ़ें l
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आप में से लगभग लोग जानते होंगे कि हिंदू धर्म में ब्राह्मण देवता तो किसी देवी-देवता के कम नहीं माना जाता। कहने का भाव हैं इन्हें भी देवी-देवताओं की ही तरह पूजनीय माना जाता है। मगर इन्हीं लोगों में से बहुत से लोगों के मन में ये सवाल भी आया होगा कि आख़िर क्यों ब्राह्मण को देवता का रूप माना जाता है? इसके पीछे का कारण क्या है? दरअसल इस बात का विवरण धार्मिक ग्रंथों में बाखूबी किया गया है। जी हां शास्त्रों से जानते हैं कि क्यों ब्राह्मण को देवता समान पूजनीय माना जाता हैं I
शास्त्रीय मत-🚩
पृथिव्यां यानी तीर्थानि तानी तीर्थानि सागरे ।
सागरे सर्वतीर्थानि पादे विप्रस्य दक्षिणे ।।
चैत्रमाहात्मये तीर्थानि दक्षिणे पादे वेदास्तन्मुखमाश्रिताः ।
सर्वांगेष्वाश्रिता देवाः पूजितास्ते तदर्चया ।।
अव्यक्त रूपिणो विष्णोः स्वरूपं ब्राह्मणा भुवि ।
नावमान्या नो विरोधा कदाचिच्छुभमिच्छता ।।🚩
अर्थात- उपरोक्त श्लोक के अनुसार पृथ्वी में जितने भी तीर्थ हैं वह सभी समुद्र में मिलते हैं और समुद्र में जितने भी तीर्थ हैं वह सभी ब्राह्मण के दक्षिण पैर में है। चार वेद उसके मुख में हैं। अंग में सभी देवता आश्रय करके रहते हैं। इसलिए ऐसी मान्यता है ब्राह्मण की पूजा करने से सब देवों की पूजा होती है। पृथ्वी में ब्राह्मण विष्णु स्वरूप माने गए हैं इसलिए जिसको कल्याण की इच्छा हो उसे कभी ब्राह्मणों का अपमान तथा द्वेष नहीं करना चाहिए।🚩
देवाधीनाजगत्सर्वं मन्त्राधीनाश्च देवता:।
ते मन्त्रा: ब्राह्मणाधीना:तस्माद् ब्राह्मण देवता।👏🏻
अर्थात- सारा संसार देवताओं के अधीन है तथा देवता मंत्रों के अधीन हैं और मंत्र ब्राह्मण के अधीन हैं ब्राह्मण को देवता माने जाने का एक प्रमुख कारण ये भी है।
ॐ जन्मना ब्राह्मणो, ज्ञेय:संस्कारैर्द्विज उच्चते।
विद्यया याति विप्रत्वं, त्रिभि:श्रोत्रिय लक्षणम्।।
अर्थात- ब्राह्मण के बालक को जन्म से ही ब्राह्मण समझना चाहिए। संस्कारों से "द्विज" संज्ञा होती है तथा विद्याध्ययन से "विप्र" नाम धारण करता है। जो वेद, मंत्र तथा पुराणों से शुद्ध होकर तीर्थ स्नानादि के कारण और भी पवित्र हो गया है, वह ब्राह्मण परम पूजनीय माना गया है।🚩
ॐ पुराणकथको नित्यं, धर्माख्यानस्य सन्तति:।
अस्यैव दर्शनान्नित्यं ,अश्वमेधादिजं फलम्।।👏🏻
अर्थात- जिसके हृदय में गुरु,देवता,माता-पिता और अतिथि के प्रति भक्ति है। जो दूसरों को भी भक्तिमार्ग पर अग्रसर करता है,जो सदा पुराणों की कथा करता और धर्म का प्रचार करता है। शास्त्रों में ऐसे ब्राह्मण के दर्शन से अश्वमेध यज्ञों का फल प्राप्त होने की बात कही गई है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार पितामह भीष्म जी ने पुलस्त्य जी से पूछा हे गुरुवर! मनुष्य को देवत्व, सुख, राज्य, धन, यश, विजय, भोग, आरोग्य, आयु, विद्या, लक्ष्मी, पुत्र, बन्धुवर्ग एवं सब प्रकार के मंगल की प्राप्ति कैसे हो सकती है। तब पुलस्त्य जी ने उनकी बात का उत्तर देते हुए कहा राजन!इस पृथ्वी पर ब्राह्मण सदा ही विद्या आदि गुणों से युक्त और श्रीसम्पन्न होता है। तीनों लोकों और प्रत्येक युग में विप्रदेव नित्य पवित्र माने गए हैं। ब्राह्मण देवताओं का भी देवता है। संसार में उसके समान कोई दूसरा नहीं है। वह साक्षात धर्म की मूर्ति है और सबको मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने वाला है। ब्राह्मण सब लोगों का गुरु, पूज्य और तीर्थस्वरुप मनुष्य है। पूर्वकाल में नारदजी ने ब्रम्हाजी से पूछा था। ब्रम्हन्! किसकी पूजा करने पर भगवान लक्ष्मीपति प्रसन्न होते हैं। तो ब्रह्मा जी बोले, जिस पर ब्राह्मण प्रसन्न होते हैं,उस पर भगवान विष्णु जी भी प्रसन्न हो जाते हैं। अत: ब्राह्मण की सेवा करने वाला मनुष्य निश्चित ही परब्रम्ह परमात्मा को प्राप्त होता है। ब्राह्मण के शरीर में सदा ही श्री विष्णु का निवास है। जो दान, मान और सेवा आदि के द्वारा प्रतिदिन ब्राह्मणों की पूजा करते हैं, उसके द्वारा मानों शास्त्रीय पद्धति से उत्तम दक्षिणा युक्त सौ अश्वमेध यज्ञों का अनुष्ठान हो जाता है। जिसके घर पर आया हुआ ब्राह्मण निराश नही लौटता, उसके समस्त पापों का नाश हो जाता है। पवित्र देश काल में सुपात्र ब्राह्मण को जो धन दान किया जाता है वह अक्षय होता है। वह जन्म जन्मान्तरों में फल देता है, उनकी पूजा करने वाला कभी दरिद्र, दुखी और रोगी नहीं होता है। जिस घर के आंगन में ब्राह्मण की चरणधूलि पड़ने से वह पवित्र होते हैं वह तीर्थों के समान हैं।🚩
ॐ न विप्रपादोदककर्दमानि,
न वेदशास्त्रप्रतिघोषितानि!
स्वाहास्नधास्वस्तिविवर्जितानि,
श्मशानतुल्यानि गृहाणि तानि।।
जहां ब्राह्मणों का चरणोदक नहीं गिरता,जहां वेद शास्त्र की गर्जना नहीं होती,जहां स्वाहा,स्वधा,स्वस्ति और मंगल शब्दों का उच्चारण नहीं होता है। वह चाहे स्वर्ग के समान भवन भी हो तब भी वह श्मशान के समान है।
भीष्मजी! पूर्वकाल में विष्णु भगवान के मुख से ब्राह्मण , बाहुओं से क्षत्रिय, जंघाओं से वैश्य और चरणों से शूद्रों की उत्पत्ति हुई। पितृयज्ञ(श्राद्ध-तर्पण), विवाह, अग्निहोत्र, शान्तिकर्म और समस्त मांगलिक कार्यों में सदा उत्तम माने गए हैं। ब्राह्मण के मुख से देवता हव्य और पितर कव्य का उपभोग करते हैं। ब्राह्मण के बिना दान,होम तर्पण आदि सब निष्फल होते हैं।
जहां ब्राह्मणों को भोजन नहीं दिया जाता,वहा असुर,प्रेत,दैत्य और राक्षस भोजन करते हैं। इसलिए कहा जाता है ब्राह्मण को देखकर श्रद्धापूर्वक उसको प्रणाम करना चाहिए।👏🏻
उनके आशीर्वाद से मनुष्य की आयु बढती है,वह चिरंजीवी होता है। ब्राह्मण को देखकर भी प्रणाम न करने से,उनसे द्वेष रखने से तथा उनके प्रति अश्रद्धा रखने से मनुष्यों की आयु क्षीण होती है, धन ऐश्वर्य का नाश होता है तथा परलोक में भी उसकी दुर्गति होती है।
चौ- पूजिय विप्र सकल गुनहीना।
शूद्र न गुनगन ग्यान प्रवीणा।।
कवच अभेद्य विप्र गुरु पूजा।
एहिसम विजयउपाय न दूजा।।
रामचरित मानस में कहा गया है-🚩
ॐ नमो ब्रम्हण्यदेवाय,
गोब्राम्हणहिताय च।
जगद्धिताय कृष्णाय,
गोविन्दाय नमो नमः।।🚩
अर्थात- जगत के पालनहार गौ, ब्राम्हणों के रक्षक भगवान श्रीकृष्ण जी कोटिशः वन्दना करते हैं। जिनके चरणारविन्दों को परमेश्वर अपने वक्षस्थल पर धारण करते हैं, उन ब्राम्हणों के पावन चरणों में हमारा कोटि-कोटि प्रणाम है। ब्राह्मण जप से पैदा हुई शक्ति का नाम है, ब्राह्मण त्याग से जन्मी भक्ति का धाम है।
ब्राह्मण ज्ञान के दीप जलाने का नाम है,
ब्राह्मण विद्या का प्रकाश फैलाने का काम है।
ब्राह्मण स्वाभिमान से जीने का ढंग है,
ब्राह्मण सृष्टि का अनुपम अमिट अंग है।
ब्राह्मण विकराल हलाहल पीने की कला है,
ब्राह्मण कठिन संघर्षों को जीकर ही पला है।
ब्राह्मण ज्ञान, भक्ति, त्याग, परमार्थ का प्रकाश है,
ब्राह्मण शक्ति, कौशल, पुरुषार्थ का आकाश है।
ब्राह्मण न धर्म, न जाति में बंधा इंसान है,
ब्राह्मण मनुष्य के रूप में साक्षात भगवान है।
ब्राह्मण कंठ में शारदा लिए ज्ञान का संवाहक है,
ब्राह्मण हाथ में शस्त्र लिए आतंक का संहारक है।
ब्राह्मण सिर्फ मंदिर में पूजा करता हुआ पुजारी नहीं है,
ब्राह्मण घर-घर भीख मांगता भिखारी नहीं है।
ब्राह्मण गरीबी में सुदामा-सा सरल है,
ब्राह्मण त्याग में दधीचि-सा विरल है।
ब्राह्मण विषधरों के शहर में शंकर के समान है,
ब्राह्मण के हस्त में शत्रुओं के लिए बेद कीर्तिवान है।
ब्राह्मण सूखते रिश्तों को संवेदनाओं से सजाता है,
ब्राह्मण निषिद्ध गलियों में सहमे सत्य को बचाता है।
ब्राह्मण संकुचित विचारधारों से परे एक नाम है,
ब्राह्मण सबके अंत:स्थल में बसा अविरल राम है।🚩
*अखिलेश मिश्र सनातनी जी।सनातनपूजनसामग्रीभण्डार,*
*सी-2/216, सेक्टर-एफ,* *जानकीपुरम,लखनऊ।*
1 note
·
View note
Text
Brain Stroke: थंडीत वाढतो ब्रेन स्ट्रोकचा धोका, या लोकांनी घ्यावी विशेष काळजी
Brain Stroke: थंडीत वाढतो ब्रेन स्ट्रोकचा धोका, या लोकांनी घ्यावी विशेष काळजी
Brain Stroke: थंडीत वाढतो ब्रेन स्ट्रोकचा धोका, या लोकांनी घ्यावी विशेष काळजी नवी दिल्ली – हिवाळ्याचा ऋतू सर्वांनाच आवडतो, मात्र जसजशी थंडी वाढते (winter season) तसतसे कमी तापमानामुळे विविध आजारांचा धोकाही वाढतो. अशा वेळी थोडीसाही निष्काळजीपणा केल्यास ते आरोग्यासाठी (health care) कठीण ठरू शकते. सध्याच्या काळात हार्ट ॲटॅक आणि ब्रेन स्ट्रोक (brain stroke)याची अनेक प्रकरणे समोर येत आहेत. एका…
View On WordPress
#brain#stroke:#आरोग्य#काळजी#घ्यावी#थंडीत#धोका#ब्रेन#भारत लाईव्ह न्यूज मीडिया#मनुष्य आरोग्य#मराठी आरोग्य बातम्या#मानवी आरोग्य#या#लोकांनी#वाढतो#विशेष#स्ट्रोकचा#स्वास्थ्य#हेल्थ
0 notes
Photo

।। नमो नमः ।। ।।भाग्यचक्र ।। आज का पञ्चाङ्ग :- संवत :- २०७९ दिनांक :- 05 दिसंबर 2022 सूर्योदय :- 06:54 सूर्यास्त :- 17:41 सूर्य राशि :- वृश्चिक चंद्र राशि :- मेष मास :- अगहन तिथि :- त्रियोदशी वार :- चंद्रवार नक्षत्र :- अश्विनी योग :- परिध करण :- कौलव अयन:- दक्षिणायन पक्ष :- शुक्ल ऋतू :- हेमंत लाभ :- 14:59 - 16:19 अमृत:- 16:20 - 17:40 शुभ :- 09:37 - 10:36 राहु काल :- 08:15 - 09:56 जय महाकाल महाराज :- *प्रदोष व्रत:-* आज प्रदोष ( सोमप्रदोष ) व्रत रहेगा, सोमप्रदोष के दिन भगवान शिव व माता पार्वती जी का पूजन करने व भगवान शिव का रुद्राभिषेक ब्राह्मणों द्वारा करवाने से अनंत पुण्यफल की प्राप्ति होती है। सोमवार के दिन त्रयोदशी पड़ने पर किया जाने वाला सोमप्रदोष व्रत आरोग्य प्रदान करता है और मनुष्य की समस्त इच्छाओं की पूर्ति होती है। आज का मंत्र :- ""|| ॐ नमः शिवाय।। ||"" *🙏नारायण नारायण🙏* जय महाकालेश्वर महाराज। माँ महालक्ष्मी की कृपा सदैव आपके परिवार पर बनी रहे। 🙏🌹जय महाकालेश्वर महाराज🌹🙏 महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग का आज का भस्म आरती श्रृंँगार दर्शन। 05 दिसंबर 2022 ( चंद्रवार ) जय महाकालेश्वर महाराज। सभी प्रकार के ज्योतिष समाधान हेतु। Whatsapp@9522222969 https://www.facebook.com/Bhagyachakraujjain शुभम भवतु ! 9522222969 https://www.instagram.com/p/ClxX1LbSEjC/?igshid=NGJjMDIxMWI=
1 note
·
View note
Text
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की कथा ||
youtube
या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
चौथे दिन कूष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन 'अनाहत' चक्र में अवस्थित होता है। अतः इस दिन उसे अत्यंत पवित्र और अचंचल मन से कूष्माण्डा देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर पूजा-उपासना के कार्य में लगना चाहिए। जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था, तब इन्हीं देवी ने ब्रह्मांड की रचना की थी। अतः ये ही सृष्टि की आदि-स्वरूपा, आदिशक्ति हैं। इनका निवास सूर्यमंडल के भीतर के लोक में है। वहाँ निवास कर सकने की क्ष��ता और शक्ति केवल इन्हीं में है। इनके शरीर की कांति और प्रभा भी सूर्य के समान ही दैदीप्यमान हैं।
इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ प्रकाशित हो रही हैं। ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है। माँ की आठ भुजाएँ हैं। अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं। इनके सात हाथों में क्रमशः कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र तथा गदा है। आठवें हाथ में सभी सिद्धियों और निधियों को देने वाली जपमाला है। इनका वाहन शेर है।
माँ कूष्माण्डा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है। माँ कूष्माण्डा अत्यल्प सेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली हैं। यदि मनुष्य सच्चे हृदय से इनका शरणागत बन जाए तो फिर उसे अत्यन्त सुगमता से परम पद की प्राप्ति हो सकती है।माँ कूष्माण्डा की उपासना मनुष्य को आधियों-व्याधियों से सर्वथा विमुक्त करके उसे सुख, समृद्धि और उन्नति की ओर ले जाने वाली है। अतः अपनी लौकिक, पारलौकिक उन्नति चाहने वालों को इनकी उपासना में सदैव तत्पर रहना चाहिए।
यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में चतुर्थ दिन इसका जाप करना चाहिए।
या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।' अर्थ : हे माँ! सर्वत्र [2] विराजमान और कूष्माण्डा के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे सब पापों से मुक्ति प्रदान करें। अपनी मंद, हल्की हँसी द्वारा अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा देवी के रूप में पूजा जाता है। संस्कृत भाषा में कूष्माण्डा को कुम्हड़ कहते हैं। बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक प्रिय है। इस कारण से भी माँ कूष्माण्डा कहलाती हैं
0 notes
Text
रोजाना सेक्स करने में छिपे है यह 5 फायदे

ऐसे तो देखा जाये तो हर मनुष्य के लिए सेक्स को ले कर अपना एक अलग नजरिया होता है। हमारे भारत देश में कई लोग अभी भी ऐसे है जो सेक्स के बारे में बात भी नहीं करना चाहते है। उनके हिसाब से सेक्स के बारे में बात करना हमारी (best ayurvedic medicine to increase stamina in bed) भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। और अगर हम ��से खुलेआम सेक्स के बारे में बात करते है तो भारतीय संस्कृति की मर्यादा का उल्लंघन होता है। पर कई लोग ऐसे भी है जो सेक्स को अपने प्रेम के लिए परिभाषित करते है। कुछ लोग सेक्स को सिर्फ सुख लेने के लिए ही मानते है तो कुछ सेक्स को सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए करते है। पर सच तो है की यौन संबंध कोई बुरी या ख़राब चीज़ नहीं है। अगर आपको किसी भी तरीके की यौन समस्या है तो आप अपने दोस्तों से या फिर किसी करीबी से सलाह ले सकते है इसमें किसी भी तरीके की जिचक महसूस करने की कोई जरुरत नहीं है या फिर किसी पे हसने की या उन्हें जज करने की भी जरुरत नहीं है। क्या आप को पता है सेक्स हमारे जीवन के लिए कितना जरुरी होता है?

चलो आज हम बात करते है की सेक्स हमारे जीवन में कितना महत्त्व रखता है। सेक्स हर किसी के लिए सही है इसे सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए या फिर यौन सुख लेने के लिए ही नहीं करते है।(ayurvedic medicine for sexual stamina) सेक्स के हमारे जीवन में बहोत से फायदे है। आइये हम आपको बताते है की सेक्स करने से क्या फायदे होते है।
प्यार बढ़ता है
तनाव कम होता है
हदय रोग से बचता है
ब्लड सर्कुलेशन
फिटनेस में सुधार आता है
प्यार बढ़ता है :
आप सब तो जानते ही होंगे की सेक्स करने से दो लोगो के बिच की दूरिया ख़तम होती है और नजदीकयाँ बढ़ती है। एक शादी शुदा जीवन में सेक्स बहोत ही जरुरी है। सेक्स करने से उनके बिच की दूरिया कम होती है और उनमे प्यार बढ़ता है।
तनाव कम होता है:
सेक्स को महसूस करके उसका आनंद लेना चाहिए इससे आपके दिमाग को शांति मिलेगी। आज कल के समय में लोगो को छोटा बडा स्ट्रेस तो होता ही है और कोई एक चीज़ के बारे में ज्यादा सोच कर अपना स्ट्रेस लेवल बढ़ाते है। लेकिन अगर वो अपने पार्टनर के साथ थोड़ा अच्छा टाइम बिताते है या फिर सेक्स का आनंद लेते है तो इससे तनाव कम होता है और दिमाग को आराम महसूस होता है।
हदय रोग से बचता है:
क्या आप को पता है की सही इंसान के साथ सेक्स का आनंद लेने से आपको हदय समबन्धित रोग की संभावना ख़तम हो जाती है ? सेक्स करने से दिल की बीमारिया होने का खतरा कम हो जाता है।
ब्लड सर्कुलेशन:
सेक्स करने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे हमारे बॉडी में सभी जगह पर ऑक्ससीजन पोहचता है। इससे हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति भी बढ़ती है। जो लोग अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए योग, व्यायाम, या डायबिटीस की दवाई लेते है उनके लिए सेक्स आहोत ही लाभदायी है।
फिटनेस में सुधार आता है:
लोग फिट रहने के लिए जिम में जाते है और काफी महेनत करते है। लेकिन क्या आपको यह बात पता है की सेक्स करने से बॉडी में सुधार आता है। इससे बॉडी शेप अट्रैक्टिव बनता है और इम्यून सिस्टम में भी सुधार आता है।
ऐसे ही सेक्स के बहोत सारे फायदे है लेकिन कई बार बढ़ती उम्र के साथ सेक्स करने में भी बहोत सी समस्याओ का सामना करना पड़ता है जैसे की शीघ्रपतन, ढीलापन, जल्दी डिस्चार्ज हो जाना, वाइट डिस्चार्ज, कम कामेच्छा, डिसइन्फेक्शन, सेक्स के दौरान थकान महसूस करना, जैसी कई सारी समस्याए होती है।
और पढ़े: https://www.arayurveda.com/blogs/ayurvedic-medicine-for-sexual-stamina

ऐसी सभी समस्या के इलाज के लिए किसी भी घरेलु नुस्खे या फिर किसी भी डॉक्टर से केमिकल की या रासायनिक दवाइया लेना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसके लिए अगर आप आयुर्वेदिक और नेचुरल दवाई ले तो आपकी सेक्सुअल हेल्थ के लिए बहोत ही सही रहेगा। इसके लिए हमारे पास “Knight Rider Tablet” का इस्तेमाल कर सकते हो। ये पूर�� तरीके से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से तैयार की गई है। इसमें अश्वगंधा, शिलाजीत, शतावरी, कौचा, गोक्षुरा जैसे महत्वपूर्ण जड़ी बुटिया सही मात्रा में मिला कर तैयार की गई है। इस दवा को भारत सरकार ने भी पूरी जाँच करने के बाद यौन पीड़ित मरीजों के समाधान के लिए मंजूरी दे दी है। यह दवाई आरोग्य विभाग द्वारा प्रमाणित है तथा साथ ही इस कंपनी को GMP और ISO द्वारा स्वीकृत प्रदान किया गया है। इसके इस्तेमाल से किसी प्रकार की दुष्प्रभाव का खतरा नहीं है।
For More Information Call Now: +919099857272 Visit Please:-https://www.arayurveda.com/ Email:- [email protected] Visit:- https://www.arayurveda.com/blogs
Content Source by: https://ayurvedichealthind.wordpress.com/2022/08/30/sexual-benefits-and-increase-sexual-power/
0 notes
Text
🔹पीपल-वृक्ष का महत्त्व क्यों ?🔹
🔸 पीपल को सभी वृक्षों में श्रेष्ठ वृक्ष माना गया है। इसे 'वृक्षराज' कहा जाता है । पूज्य बापूजी के सत्संग वचनामृत में आता है : "पीपल की शास्त्रों में बड़ी भारी महिमा गायी है । भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है : अश्वत्थः सर्ववृक्षाणां... 'मैं ने सब वृक्षों में पीपल का वृक्ष हूँ।' (गीता १०.२६)
🔸 पीपल में विष्णुजी का वास, देवताओं का वास बताते हैं अर्थात् उसमें सत्त्व का प्रभाव है । पीपल सात्त्विक वृक्ष है । संस्कृति विज्ञान पीपल देव की पूजा से लाभ होता है, उनकी सात्त्विक तरंगें मिलती हैं । हम भी बचपन में पीपल की पूजा करते थे ।
🔸 इसके पत्तों को छूकर आनेवाली हवा चौबीसों घंटे आह्लाद और आरोग्य प्रदान करती है ।
🔸 बिना नहाये पीपल को स्पर्श करते हैं तो नहाने जितनी सात्त्विकता, सज्जनता चित्त में आ जाती है और नहा-धोकर अगर स्पर्श करते हैं तो दोगुनी आती है ।
🔸 शनिदेव स्वयं कहते हैं कि 'जो शनिवार को पीपल को स्पर्श करता है, उसको जल चढ़ाता है, उसके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उसको कोई पीड़ा नहीं होगी ।'
🔸 पीपल का पेड़ प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन देता है और थके हारे दिल को भी मजबूत बनाता है ।
🔸 पीपल के वृक्ष से प्राप्त होनेवाले ऋण आयन, धन ऊर्जा स्वास्थ्यप्रद हैं। पीपल को देखकर मन प्रसन्न, आह्लादित होता है । पीपल ऑक्सीजन नीचे को फेंकता है और २४ घंटे ऑक्सीजन देता है। अतः पीपल के पेड़ खूब लगाओ । अगर पीपल घर या सोसायटी की पश्चिम दिशा में हो तो अनेक गुना लाभकारी है ।
🔹पीपल की शास्त्रों में महिमा🔹
🔸 'पीपल को रोपने, रक्षा करने, छूने तथा पूजने से वह क्रमशः धन, पुत्र, स्वर्ग और मोक्ष प्रदान करता है ।
🔸 अश्वत्थ के दर्शन से पाप का नाश और स्पर्श से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। उसकी प्रदक्षिणा करने से आयु बढ़ती है ।
🔸 पीपल की ७ प्रदक्षिणा करने से १० हजार गौओं के, और इससे अधिक बार परिक्रमा करने पर करोड़ों गौओं के दान का फल प्राप्त होता है। अतः पीपल-वृक्ष की परिक्रमा नियमित रूप से करना लाभदायी है ।
🔸 पीपल को जल देने से दरिद्रता, दुःस्वप्न, दुश्चिता तथा सम्पूर्ण दुःख नष्ट हो जाते हैं। जो बुद्धिमान पीपल वृक्ष की पूजा करता है उसने अपने पितरों को तृप्त कर दिया ।
🔸 मनुष्य को पीपल के वृक्ष के लगानेमात्र से इतना पुण्य मिलता है जितना यदि उसके सौ पुत्र हों और वे सब सौ यज्ञ करें तब भी नहीं मिल सकता है । पीपल लगाने से मनुष्य धनी होता है ।
🔸पीपल की जड़ के पास बैठकर जो जप, होम, स्तोत्र-पाठ और यंत्र-मंत्रादि के अनुष्ठान किये जाते हैं उन सबका फल करोड़ गुना होता है ।' (पद्म पुराण)
🔸 घर की पश्चिम दिशा में पीपल का वृक्ष मंगलकारी माना गया है । (अग्नि पुराण)
🔸 'जो मनुष्य एक पीपल का पेड़ लगाता है उसे एक लाख देववृक्ष (पारिजात, मंदार आदि विशिष्ट वृक्ष) लगाने का फल प्राप्त होता है ।' (स्कंद पुराण)
🔸 'सम्पूर्ण कार्यों की सिद्धि के लिए पीपल और बड़े के मूलभाग में दीपदान करना अर्थात दीपक जलाना चाहिए ।'
👉ऐसी ही "सनातन धर्म" की "Astrology और VastuShastra" की रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी पाने के लिए अभी जुड़ें "Astro Vastu Kosh" से
👉*983737683
0 notes
Text
*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
*🌹सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (नवमी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
#वास्तु_ऐस्ट्रो_टेक_सर्विसेज_टिप्स
#हम_सबका_स्वाभिमान_है_मोदी
#योगी_जी_हैं_तो_मुमकिन_है
#देवी_अहिल्याबाई_होलकर_जी
#योगी_जी
#bageshwardhamsarkardivyadarbar
#kedarnath
#badrinath
#JaiShriRam
#yogi
#jodhpur
#udaipur
#RSS
#rajasthan
#hinduism
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक :-24-नवम्बर-2024
वार :---------रविवार
तिथी :---09नवमी:-22:20
पक्ष:--------कृष्णपक्ष
माह:--------मार्गशीर्ष
नक्षत्र:---पूर्वाफाल्गुनी:-22:17
योग:-------वैधृति:-12:17
करण:-------तैतिल:-09:05
चन्द्रमा:---सिंह 29:02/कन्या
सूर्योदय:------07:07
सूर्यास्त:-------17:41
दिशा शूल------पश्चिम
निवारण उपाय:---जौं या पान का सेवन
ऋतु :------हेमंत ऋतु
गुलीक काल:---15:00से 16:20
राहू काल:---16:20से17:41
अभीजित--11:55से12:45
विक्रम सम्वंत .........2081
शक सम्वंत ............1946
युगाब्द ..................5126
सम्वंत सर नाम:---कालयुक्त
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-08:27से09:47तक
लाभ:-09:47से11:07तक
अमृत:-11:07से12:27तक
शुभ:-13:47से15:07तक
🌓चोघङिया रात🌗
शुभ:-17:41से19:21तक
अमृत:-19:21से21:01तक
चंचल:-21:01से22:41तक
लाभ :-02:01से03:41तक
शुभ :-05:27से07:07तक
🙏आज के विशेष योग🙏
वर्ष का 231वाँ दिन, कानजी अनला नवमी (उड़ीसा), गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस, श्री जाम्बोजी पुण्यदिवस (विश्नोई पंथ), वैधृति पुण्यम्
🌺👉 टिप्स 👈🌺
घर की उत्तर पूर्व दिशा साफ- सुथरी और अव्यवस्था मुक्त होनी चाहिए।
*सुविचार*
जो मनुष्य क्रोधी पर क्रोध नहीं, क्षमा करता है, वह अपनी और क्रोध करने वाले की महासंकट से रक्षा करता है।🌷🌷👍🏻 सदैव खुश मस्त स्वास्थ्य रहे।
राधे राधे वोलने में व्यस्त रहे।
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*घुटनो का दर्द दूर करने के लिए उपचार-*
*1. लहसुन -*
लहसुन के सेवन से घुटनो का दर्द में काफी आराम मिलता है। एक्सपर्ट के मुताबिक प्याज और लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होते हैं। इनके नियमित सेवन से जोड़ों के दर्द की शिकायत होने का खतरा काफी ��म हो जाता है। लहसुन आपके पकवान को स्वादिष्ट बनाने बहुत ही सहायता करता है
इसके लिए आप 25 ग्राम अजवायन, 10 ग्राम लौंग और 50 ग्राम लहसुन को पीस लीजिए तथा उसे 200 ग्राम सरसों के तेल में डालकर हल्का गर्म कर लीजिए। ठंडा होने पर कांच की बोतल में छान कर रख लें। फिर इसे घुटनो पर मसाज कीजिए। आप दिन में इसे कई बार कर सकते हैं। सरसों का तेल और लहसुन प्रभावित घुटने में दर्द और सूजन से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। आय में वृद्धि होगी। अनहोनी की आशंका रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। विवेक से कार्य करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। सही बात का भी विरोध होगा। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। पठन-पाठन के लिए किसी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मित्रों के साथ समय आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। संगीत इत्यादि में रुचि रहेगी।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। भागदौड़ रहेगी। समय पर काम न होने से क्षोभ उत्पन्न होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। किसी अपने ही व्यक्ति से विवाद हो सकता है।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
मित्रों व संबंधियों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। पिछले समय में की गई मेहनत का फल मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।
👩🏻🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। किसी बड़े कार्य को करने का मन बनेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
मित्रों व संबंधियों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। व्यापार ठीक चलेगा। किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। धैर्य रखें। व्यवस्था में मुश्किल होगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। आसपास का वातावरण मनोनुकूल नहीं रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। किसी अप्रत्याशित खर्च के सामने आने से तनाव बढ़ सकता है।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
रुका हुआ धन वापस मिलने के योग हैं, भरपूर प्रयास करें। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। उत्साह व प्रसन्नता बने रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। किसी आनंदायक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। मित्रों तथा संबंधियों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार - व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। प्रमाद न करें। नई योजना बनेगी। नए काम मिल सकते हैं, प्रयास करें। नए लोगों से संपर्क बनेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
चोट व रोग से स्वयं को बचाएं। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। किसी धार्मिक स्थान के दर्शन के लिए यात्रा हो सकती है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त हो सकता है।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
कोई पुराना रोग उभर सकता है। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी की आशंका है। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※

0 notes
Text
Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date – 05 October 2024
Time 7.10 AM to 7.20 AM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक ०५ ऑक्टोबर २०२४ सकाळी ७.१० मि.****
पंतप्रधान नरेंद्र मोदी आज वाशिम तसंच ठाणे दौऱ्यावर-विविध प्रकल्पांचं उद्घाटन आणि पायाभरणी
राज्यात अकृषिक कर पूर्णपणे माफ-संत भगवान बाबा ऊसतोड कामगार अपघात विमा योजना लागू करण्याचा राज्यमंत्रिमंडळाचा निर्णय
रेल्वेच्या खाजगीकरणाच्या सर्व चर्चा निराधार-रेल्वे मंत्री अश्विनी वैष्णव यांच्याकडून स्पष्ट
आरक्षणाची मर्यादा ५० टक्क्यांवरून ७५ टक्क्यांवर नेण्याची शरद पवार यांची मागणी
अहमदनगरचं अहिल्यानगर नामकरण करण्याला केंद्र सरकारची मंजुरी
आणि
छत्रपती संभाजीनगर महापालिकेकडून नवरात्रात प्रसवपूर्व लिंगनिदान प्रतिबंधक कायद्याबाबत जनजागृती
****
पंतप्रधान नरेंद्र मोदी आज वाशिम तसंच ठाणे जिल्हा दौऱ्यावर येत आहेत. या दौऱ्यात वाशिम इथं २३ हजार ३०० कोटी रुपयांच्या तर ठाणे इथं ३२ हजार ८०० कोटी रुपयांच्या विविध नागरी विकास प्रकल्पांचं उद्घाटन आणि पायाभरणी पंतप्रधानांच्या हस्ते होणार आहे. प्रधानमंत्री किसान सन्मान निधीचा १८ वा हप्ता यावेळी जारी करण्यात येईल. प्रधानमंत्री कृषी पायाभूत सुविधा निधी अंतर्गत सुमारे एक हजार ९२० कोटी रुपयांचे प्रकल्प ते राष्ट्राला समर्पित करतील. पोहरादेवी इथं "बंजारा विरासत संग्रहालयाचं" उद्घाटन पंतप्रधानांच्या हस्ते होणार आहे.
मुंबई मेट्रोच्या नव्या टप्प्याचं उद्घाटन, ठाणे मेट्रो प्रकल्पांची पायाभरणी तसंच नवी मुंबई विमानतळ प्रभाव क्षेत्राच्या विकासासाठी नैना प्रकल्पाची पायाभरणी पंतप्रधानांच्या हस्ते होणार आहे.
वाशिम दौऱ्यासाठी पंतप्रधानांचं आज सकाळी नांदेड इथं श्री गुरूगोविंदसिंगजी विमानतळावर आगमन होईल, तिथून ते पोहरादेवीकडे प्रयाण करतील. दुपारी २ वाजेच्या सुमारास पंतप्रधान नांदेड विमानतळावरून मुंबईकडे रवाना होणार आहेत.
****
राज्यातील अकृषिक कर पूर्णपणे माफ करण्यात आला आहे. काल झालेल्या राज्य मंत्रिमंडळाच्या बैठकीत हा निर्णय घेण्यात आला. वाणिज्य आणि औद्योगिक वापराखालील जमिनीवरील अकृषिक करही रद्द करण्यात येईल, असं याबाबतच्या वृत्तात म्हटलं आहे.
राज्यात प्राचीन तसंच ऐतिहासिक वास्तूंचं नुकसान केल्यास दोन वर्षांचा तुरूंगवास आणि एक लाख रुपये दंडाची तरतूद करण्याचा निर्णय काल मंत्रिमंडळ बैठकीत घेण्यात आला.
राज्यातील सर्व ऊसतोड, वाहतूक कामगार आणि मुकादमांना झोपडी तसंच बैल जोडीकरता विमा संरक्षण देण्या��ाठी संत भगवान बाबा ऊसतोड कामगार अपघात विमा योजना राबवण्याचा निर्णय मंत्रिमंडळ बैठकीत घेण्यात आला. साखर कारखान्यांकडून ऊस गाळपावर प्रतिवर्षी प्रति मेट्रीक टन दहा रुपयांप्रमाणे मिळणाऱ्या निधीतून या विमा योजनेसाठी खर्च करण्यात येईल.
छत्रपती संभाजीनगर जिल्ह्यात पूर्णा नदीवर दहा साखळी बंधाऱ्यांच्या कामांना राज्यमंत्रिमंडळाने मान्यता दिली. यामुळे सिल्लोड तालुक्यातल्या १२ गावांमधल्या सुमारे दीड हजार हेक्टर क्षेत्राला सिंचनाचा लाभ होणार आहे. यासाठी येणाऱ्या ५३४ कोटी ९२ लाख रुपयांच्या खर्चालाही मंत्रिमंडळ बैठकीत मान्यता देण्यात आली.
राज्यात गाळमुक्त धरण आणि गाळमुक्त शिवार योजना कायमस्वरूपी राबवण्यास या बैठकीत मान्यता देण्यात आली. हरित एकात्मिक डेटा सेंटर पार्क स्थापन करण्यासही काल मान्यता देण्यात आली.
जैन, बारी, तेली, हिंदू-खाटीक, लोणारी या समाजांसाठी आर्थिक विकास महामंडळांची स्थापना करणं, खेळाडू आणि त्यांच्या प्रशिक्षकांच्या पारितोषिकांच्या रक्कमेत वाढ करणं, राज्यात आरोग्य क्षेत्रात उत्कृष्टता केंद्र स्थापन करणं, महाराष्ट्र आरोग्य विज्ञान विद्यापीठात पात्र शिक्षकेतर अधिकारी तसंच कर्मचाऱ्यांना सुधारित सेवांतर्गत दोन लाभांची आश्वासित प्रगती योजना लागू करणं, आदी निर्णयही मंत्रिमंडळाच्या बैठकीत घेण्यात आले.
****
रेल्वेच्या खाजगीकरणाच्या सर्व चर्चा निराधार असल्याचं, रेल्वे मंत्री अश्विनी वैष्णव यांनी स्पष्ट केलं आहे. काल नाशिक इथं केंद्रीय रेल्वे सुरक्षा दलाच्या चाळीसाव्या स्थापना दिवस कार्यक्रमात ते बोलत होते. गरीब आणि मध्यमवर्गीयांच्या प्रवासाचं साधन म्हणून रेल्वे कडे पाहिलं जातं, या दृष्टीनेच केंद्र सरकारने गेल्या दहा वर्षात रेल्वेमध्ये आर्थिक, संशोधन, सुरक्षा आणि मनुष्य बळाच्या माध्यमातून गुंतवणूक केल्याची माहिती वैष्णव यांनी दिली.
****
अनुसूचित जमातीच्या आरक्षणास धक्का लागू नये, यासह अन्य मागण्यांसाठी विधानसभेचे उपाध्यक्ष नरहरी झिरवळ यांच्यासह दोन आमदारांनी काल मंत्रालयातल्या संरक्षक जाळीवर उड्या मारल्या. त्यामुळे मंत्रालय परिसरात काही काळ तणाव निर्माण झाला होता. पोलिसांनी या सर्व लोकप्रतिनिधींना सुखरूपपणे जाळीबाहेर काढलं. त्यानंतर आपल्या मागण्यांसाठी झिरवळांसह सर्वांनी ठिय्या आंदोलन केलं.
****
केंद्र सरकारने आरक्षणाची मर्यादा ५० टक्क्यांवरून ७५ टक्क्यांवर नेण्याची मागणी राष्ट्रवादी काँग्रेस शरदचंद्र पवार पक्षाचे प्रमुख शरद पवार यांनी केली आहे. ते काल सांगली इथं पत्रकारांशी बोलत होते. यासाठी संसदेत सरकारने विधेयक आणल्यास आपण पाठिंबा देऊ, असं पवार यांनी सांगितल्याचं, याबाबतच्या वृत्तात म्हटलं आहे.
****
महायुती आणि महाविकास आघाडीने मिळून आचारसंहिता लागण्यापूर्वी मराठ्यांना ओबीसीतून आरक्षण देण्याचा निर्णय घ्यावा, अशी मागणी मराठा आरक्षण आंदोलनाचे नेते मनोज जरांगे यांनी केली आहे. ते काल जालना जिल्ह्यात आंतरवाली सराटी इथं वार्ताहरांशी बोलत होते. दसऱ्याला बीड जिल्ह्यातल्या नारायणगड इथं सामाजिक मेळाव्याचं आयोजन केल्याची माहिती त्यांनी दिली.
****
मराठा आरक्षण उपसमितीचे सदस्य सुभाष जावळे यांनी मराठा आरक्षणासंदर्भात विविध मागण्यांसाठी परभणी इथं पुकारलेलं उपोषण काल दहाव्या दिवशी मागे घेतलं. उच्च आणि तंत्रशिक्षण मंत्री चंद्रकांत पाटील आणि प्रवी�� दरेकर यांनी काल जावळे यांची उपोषणस्थळी भेट घेऊन त्यांच्या मागण्यांसंदर्भात बैठक घेण्याचं आश्वासन दिलं. येत्या मंगळवारी मुंबईत ही बैठक घेणार असल्याचं, पाटील यांनी सांगितलं. ते म्हणाले...
‘‘मंगळवारी दुपारी ३ वाजता सह्याद्रीवर आम्ही बैठक बोलावत आहोत, तीन रिटायर्ड जज ची कमिटी जी अपॉइंट झालेली आहे, टॉपचे जजेस आहेत. त्या बैठकीला मंगळवारी त्या तीन रिटायर्ड जजेसना आम्ही बोलावतो आहोत. एकदा एसीबीसीचं आरक्षण दिलं की म्हणजे जातीचं दिलं की पुन्हा आर्थिक मागासचं आरक्षण देता येत नाही.तरीही कायदेशीर मार्ग काय काढता येईल,याचा विचार आम्ही नक्की करू.’’
****
माजी मंत्री, भाजप नेते हर्षवर्धन पाटील यांनी राष्ट्रवादी काँग्रेस शरदचंद्र पवार पक्षात प्रवेश करण्याचा निर्णय घेतला आहे. काल इंदापूर इथं पत्रकार परिषदेत पाटील यांनी ही घोषणा केली.
****
तिरुपती तिरुमला इथल्या श्री व्यंकटेश्वर स्वामी मंदिरात प्रसादाच्या लाडूमधल्या कथित भेसळ प्रकरणी स्वतंत्र विशेष तपास पथक - एसआयटी स्थापन करण्याचे निर्देश सर्वोच्च न्यायालयानं दिले आहेत. यासंदर्भात काल झालेल्या सुनावणीत सर्वोच्च न्यायालयानं, याप्रकरणी आरोप - प्रत्यारोपांच्या आधारे कोणतंही निरीक्षण नोंदवलेलं नसून, न्यायालयाच्या निर्णयाला राजकीय रंग देऊ नये, असं नमूद केलं आहे.
****
छत्तीसगड जिल्ह्यातल्या नारायणपूर इथे काल सुरक्षा दलांशी झालेल्या चकमकीत सुमारे २८ नक्षलवादी मारले गेले. पोलिसांच्या नक्षलविरोधी पथकाची शोधमोहीम सुरू असतांना ही चकमक झाली. घटनास्थळावरून मोठ्या प्रमाणावर शस्त्रास्त्र हस्तगत करण्यात आली आहेत.
****
अहमदनगर जिल्ह्याचं अहिल्यानगर असं नामांतर करण्याच्या प्रस्तावाला केंद्र सरकारने मंजूरी दिली आहे. महसूल मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील यांनी काल ट्विट संदेशातून ही माहिती दिली. या निर्णयाबद्दल विखे पाटील यांनी केंद्रीय मंत्रिमंडळाचे आभार व्यक्त केले आहेत.
****
गर्भधारणापूर्व तसंच प्रसवपूर्व लिंगनिदान प्रतिबंधक कायद्याच्या अंमलबजावणीसाठी छत्रपती संभाजीनगर महापालिकेच्या वतीनं नवरात्रोत्सवाच्या काळात जनजागृती केली जात आहे. शहरात कर्णपुरा परिसरात भरलेल्या यात्रेत बेटी बचाओ बेटी पढाओ ही ध्वनिफीत ऐकवली जात आहे. गर्भलिंगनिदान किंवा स्त्री भ्रूण हत्येसंदर्भात माहिती देण्यासाठी टोल फ्री क्रमांक, संकेतस्थळाचं बॅनर तसंच माझी मुलगी ही कविता प्रदर्शित करण्यात आली आहे.
****
धाराशिव जिल्ह्यात अतिवृष्टीने नुकसान झालेला एकही शेतकरी मदतीपासून वंचित राहणार नाही, याची काळजी घ्यावी, असे निर्देश पालकमंत्री तानाजी सावंत यांनी दिले आहेत. काल धाराशिव इथं आढावा बैठकीत ते बोलत होते. तुळजापूर इथे शारदीय नवरात्र महोत्सवादरम्यान दर्शनाला येणाऱ्या भाविकांची कोणत्याही प्रकारे गैरसोय होणार नाही यासाठी संबंधित यंत्रणांनी सतर्क राहून काम करावं असे निर्देश सावंत यांनी दिले आहेत. दरम्यान, तुळजाभवानी देवीच्या परवा सोमवारपासून विविध अलंकार महापूजा बांधल्या जाणार आहेत.
****
बुलडाणा जिल्ह्यात सिंदखेडराजा तालुक्यातील साखरखेर्डा इथे २७५ जणांना काल भगरीतून विषबाधा झाली. या सर्वांवर साखरखेर्डा प्राथमिक आरोग्य केंद्रात उपचार केल्यानंतर घरी सोडण्यात आलं. परभणी जिल्ह्यातल्या जिंतूर तालुक्यातही काही जणांना काल भगरीतून विषबाधा झाल्याचं वृत्त आहे.
****
नांदेड जिल्ह्यातल्या शाळांमध्ये पायाभूत सुविधा वाढवण्यासाठी शासन स्तरावरून सर्वतोपरी प्रयत्न करण्याचं आश्वासन खासदार अशोक चव्हाण यांनी दिलं आहे. नांदेड इथं जिल्हा परिषदेच्या शिक्षक पुरस्कार प्रदान कार्यक्रमात काल ते बोलत होते. यावेळी शंभर शिक्षकांना मानपत्र, स्मृतिचिन्ह देऊन गौरवण्यात आलं.
****
दुबईतल्या शारजा इथे सुरु असलेल्या महिला टी ट्वेंटी क्रिकेट विश्वचषक स्पर्धेत काल न्यूझीलंडनं भारताचा ५८ धावांनी पराभव केला. तर दक्षिण आफ्रिकेनं वेस्ट इंडिजचा १० गडी राखून पराभव केला. आज या स्पर्धेत अ गटात ऑस्ट्रेलिया आणि श्रीलंका तर ब गटात इंग्लंड आणि बांगलादेश यांच्यात सामना होणार आहे.
****
0 notes
Text
अपना स्वास्थ्य सही-तो परिवार सही विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२-विशेष, इमेजेस,
कोट्स, मैसेजेस और व्हाट्सएप ग्रीटिंग्स अपने परिवार के सहित अपने समाज को भी
शेयर करें
"The biggest wealth is health" - World Health Day 2022: Special Images Quotes Messages & WhatsApp Greetings
विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२ विशेष, इमेजेस: आज का दिन, यानी विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने के कई बहुमूल्य कारण हे तो इसी विषय में चर्चा करेंगे आज। इस लेख के जरिए आप सीख पाएंगे अपना स्वास्थ्य सही-तो परिवार सही विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२, विशेष, इमेजेस, कोट्स, मैसेजेस और व्हाट्सएप ग्रीटिंग्स अपने परिवार के सहित अपने समाज को भी शेयर करें।
विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२ [ WORLD HEALTH DAY 2022 WISHES, IMAGES, QUOTES WHATSAPP MESSAGES, STATUS AND PHOTOS]
हर रोज विश्व स्वास्थ्य दिवस तो आता नहीं साल में एक ही बार आता है वह भी 7 अप्रैल के दिन इसीलिए हमें सावधानी बरतनी चाहिए अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए। दुनिया में सभी के स्वास्थ्य सही सलामत रहे इसीलिए डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि में हर साल 7 अप्रैल के दिन विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वास्थ्य में न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और सामाजिक कल्याण भी शामिल है। यदि किसी व्यक्ति के पास ये तीनों हैं, तो उसे स्वस्थ कहा जाता है।
जरूर पढ़े: World Health Day 2022: विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 तिथि, विषय, इतिहास, महत्व
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार स्वास्थ्य, मानव सुख और कल्याण के लिए मौलिक है। यह आर्थिक उन्नति में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है, क्योंकि स्वस्थ लोग लंबे समय तक जीवित रहते हैं और अधिक उत्पादक होते हैं। दुनिया भर में कई भयानक बीमारियां लाखों लोगों को पीड़ित करती हैं। हर साल, विश्व स्वास्थ्य दिवस दुनिया भर में लोगों के सामान्य स्वास्थ्य और भलाई के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
#विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२: विशेष, इमेजेस, कोट्स, मैसेजेस और व्हाट्सएप ग्रीटिंग्स
1. गर्मी से भरी हुई और प्यार से लिपटी हुई यह संदेश आपके लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर।- happy world health day 2022
2. अपने स्वास्थ्य को तंदुरुस्त रखने के लिए आईये यह मूल्यवान दिन में शामिल हो कर सपोर्ट करे। happy world health day
जरूर पढ़े: 15 Precautions You Must Take Before Attending World Health Day 2022 | World Health Day 2022 Date, Theme And Foods You Must Eat For Good Health
3. विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 के दिन सब मिलकर शपथ लें अपने स्वास्थ्य को सही सलामत रखेंगे और समाज को भी यह सीखलायेंगे।
4. विश्व स्वास्थ्य दिवस - रोकथाम हमेशा इलाज से कहीं अधिक गुना बेहतर होता है। अपने परिवार के साथ साथ अपने समाज को भी यह संदेश प्रदान करें। - विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२
5. मानुष्य जाति का सबसे बड़ा धन सेहत होता है। इस धन को बहुत ही प्यार से रखना चाहिए।
6. इस अवसर पर हम सब मिलकर शपथ ले और अपने स्वास्थ्य के प्रति ख्याल रखेंगे और हर रोज कसरत करेंगे। - happy world health day 2022
7. मनुष्य जाति में अपनी स्वास्थ्य से बढ़कर और कुछ भी नहीं है। इस विशेष दिन को आनंदमय बनाने के लिए आप सभी का धन्यवाद और हार्दिक शुभकामनाएं विश्वा स्वास्थ्य दिवस के लिए।
8. अपने साथ अपने परिवार और समाज को भी एक कदम आगे बढ़ाने की कोशिश करें, आज ही के दिन हम यह जान पाएंगे हमारे शरीर में कौन-कौन सी बीमारी है, और हमारा शरीर कितना स्वास्थ है।
9. इस महत्वपूर्ण दिन में सभी को गुड संदेशा देकर स्वास्थ्य दिवस के प्रति एक कदम आगे बढ़ाना चाहिए। happy world health day 2022
10. सभी को यह संदेशा है अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ ना करें, स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएं।
#विश्व स्वास्थ्य दिवस २०२२ मराठी विशेष, इमेजेस, कोट्स, मैसेजेस और व्हाट्सएप ग्रीटिंग्स
१. जागतिक आरोग्य दिनानिमित्त प्रेमाने भरलेला आणि तुमच्यासाठी प्रेमाने लपेटलेला हा संदेश. - जागतिक आरोग्य दिन २०२२ च्या शुभेच्छा
२. आपले आरोग्य निरोगी ठेवण्यासाठी या मौल्यवान दिवसात सहभागी होऊन आम्हाला पाठिंबा द्या. जागतिक आरोग्य दिनाच्या शुभेच्छा
जरूर पढ़े: World Health Day 2022 in Marathi -इतिहास, थीम, महत्त्व आणि आपल्याला माहित असणे आवश्यक आहे - google वर ट्रेंडिंग
३. जागतिक आरोग्य दिन 2022 च्या दिवशी सर्वांनी मिळून शपथ घ्यावी, ते आपले आरोग्य सुरक्षित ठेवतील आणि समाजालाही हे शिकवतील.
४. जागतिक आरोग्य दिन - उपचारापेक्षा प्रतिबंध नेहमीच चांगला असतो. हा संदेश तुमच्या कुटुंबाला आणि समाजाला द्या. - जागतिक आरोग्य दिन 2022
५. आरोग्य ही मानव जातीची सर्वात मोठी संपत्ती आहे. हा पैसा खूप प्रेमाने ठेवावा.
६. या निमित्ताने आपण सर्वांनी मिळून आपल्या आरोग्याची काळजी घेऊया आणि रोज व्यायाम करूया. - जागतिक आरोग्य दिन २०२२ च्या शुभेच्छा
७. मानवजातीमध्ये त्याच्या आरोग्यापेक्षा काहीही महत्त्वाचे नाही. हा विशेष दिवस आनंदाचा बनवल्याबद्दल तुम्हा सर्वांचे आभार आणि तुम्हा सर्वांना जागतिक आरोग्य दिनाच्या खूप खूप शुभेच्छा.
८. आपल्या कुटुंबाला आणि समाजाला सोबत घेऊन एक पाऊल पुढे नेण्याचा प्रयत्न करा, या दिवशी आपल्या शरीरात कोणता आजार आहे, आपले शरीर किती निरोगी आहे हे कळू शकेल.
९. या महत्त्वाच्या दिवशी सर्वांनी चांगला संदेश देऊन आरोग्य दिनाकडे एक पाऊल पुढे टाकावे. जागतिक आरोग्य दिन २०२२ च्या शुभेच्छा
१०. आरोग्यासोबत खेळू नका, हा सर्वांना संदेश आहे, आरोग्य दिनानिमित्त तुम्हा सर्वांना शुभेच्छा.
1 note
·
View note
Text
अध्यात्म म्हणजे काय ?
त्याच्या
16 व्याख्या ज्या दैनंदिन आपल्यासोबत घडत असतात पण नक्की वाचा
(१) सर्वसाधारणपणे हा देह मन चालवत असतो त्यामुळे त्या मनात येईल ते आपण करत असतो. ते बरोबर की चूक हे त्याचा परिणाम ठरवत असते तेव्हा प्रत्येक गोष्टीचा परिणाम चांगलाच येण्यासाठी त्या मनालाच चालवायला आपण शिकले पाहिजे. ते शिकवणारे शास्त्र म्हणजेच अध्यात्म.
(२) परमेश्वराने निर्मिलेल्या सर्वच गोष्टी सकारात्मक. त्या गोष्टीस जे आपले मन नकारात्मक विचाराने किंवा गोष्टीने झाकू पाहते तेंव्हा त्या नकारात्मक गोष्टी किंवा विचार नष्ट करण्यास लागणारे सत्य व कृत��� म्हणजेच अध्यात्म होय.
(३) परमेश्वरनिर्मित सृष्टीच्या रचनेस व नियमावलीस समजून घेणे व त्यावर (जन्म, मृत्यू, संकटे, आनंद, दु:ख इ) पूर्ण विश्वास ठेवणे, त्याने डोके रिकामे ठेवण्याची म्हणजे अनावश्यक गोष्टींवर अजिबात लक्ष न देण्याची आठवण होऊन पूर्णतः दुर्लक्ष करण्याची सवय लावून घेण्याचे शिकवणारे शास्त्र म्हणजे अध्यात्म. अध्यात्म म्हणजे श्रध्दा जागृत करणे.
(४) मनासारखे कोणालाच जगता येत नसते. परिस्थितीनुसार जगायला शिकवणारे शास्त्र म्हणजे अध्यात्म.
(५) मनात चांगल्या विचारामुळे चांगल्या इच्छा निर्माण होतात. चांगल्या इच्छा म्हणजे ज्या मनाला फक्त समाधानच देतात त्यांचा दुष्परिणाम नसतोच अशा सर्व इच्छा पूर्तीचा मार्ग म्हणजे अध्यात्म.
(६) मन शांत व स्वतःला स्थिर करण्याची व एकाच परमानंद भावनेत राहण्याची कला म्हणजे अध्यात्म.
(७) समस्या नष्ट करणारे ज्ञान म्हणजे आत्मज्ञान. तेव्हा कुठल्याही परिस्थितीला सक्षमपणे तोंड देण्यास ह्या देहाला तयार करते ते आत्मज्ञान आणी ते शिकवणारे शास्त्र म्हणजेच अध्यात्म.
(८) मनुष्य चुकीचा विचार करून चुकीच्या मार्गाने जाऊन अनावश्यक परिस्थिती ओढवून घेत असतो कारण मनुष्य भावनेत जगत असतो. भावनेमुळेच तो सुखी अथवा दुखी होतो. सुखी भावना जर सुखी करते तर सर्वच भावना सुखकारक करण्यासाठी काम करणारे शास्त्र म्हणजे अध्यात्म.
(९) सत्य जाणून घेणे. वस्तूस्थिती ही सत्य व माया ही असत्य, तेव्हा मायेच्या मोहातून बाहेर पडण्याचा अभ्यास करणे आवश्यक असतेच. म्हणून खरे सुख काय व कशात आहे हे जाणण्याचा सराव म्हणजे अध्यात्म.
(१०) नि:शंक व निर्भय मन शरीराला पुरेशी झोप, ताकद व आरोग्य देते. भीती फक्त मनात असते, अन्य कोठेही नसते. नको ते विचारच पराभवाला कारण असतात. ते काढून टाकायला शिकवणारे शास्त्र आणि मग हे नि:शंक मन सतत परमेश्वराची आठवण ठेवते. मग त्या अनुषंगाने परमेश्वराच्या सान्निध्यात राहणे व याच रीतीने नि:शंक होऊन निर्भय होण्याचा मार्ग म्हणजे अध्यात्म.
(११ ) द्विधा मनस्थितीत माणूस बेचैन राहतो तर एकच मनोमन पटलेली गोष्ट करण्यास तो केव्हाही तयार असतो. अशा द्वैताकडून अद्वैताकडे म्हणजे मी श्रद्धायुक्त अंत:करणाने कोणत्याही देवाला कोठेही, केव्हाही नमस्कार केला तर तो माझ्या मनोदेवतेलाच असतो हा विश्वास शिकवणारे शास्त्र म्हणजे अध्यात्म.
(१२ ) समोर सर्वचजण सर्वांनाच चांगले म्हणत असतात पण माघारी चांगले म्हणवणारे शास्त्र म्हणजे अध्यात्म.
(१३) देहबुद्धीच्या पलीकडे जाणे, स्वानंद, म्हणजे मनाला ज्या गोष्टीत आनंद वाटतो त्यात सतत रममाण असणे अशी एकच गोष्ट म्हणजे अध्यात्म. देहबुद्धी विसरणे म्हणजे देह विसरणे नव्हे तर एक प्रकारे देहाच्या अनावश्यक क्रिया विसरणे. याने काही नुकसान न होता अध्यात्मात प्रगतीचे असणारे पहिले महत्त्वाचे पाऊल आहे.
(१४) मनाची तगमग थांबवण्याचे शिकण्यासाठी अध्यात्म. अध्यात्म हे मनाला बंधन नसून चुकीच्या मार्गापासून वाचून जीवनाचा खरा आनंद घेण्याचे प्रभावी साधन आहे. प्रत्येक माणसाला कसली तरी चिंता, काळजी आहेच. ती दूर करण्याचे शास्त्र अध्यात्मात आहे. आणि संपूर्ण अध्यात्म हे नामात आहे!
(१५) अध्यात्मातील व्यक्ती वरकरणी जरी वेडगळ वाटत असली तरी आतून ती अत्यंत ज्ञानी असते व इतरांचे अज्ञान न्याहाळत असते व ते दूर करण्याच्या प्रयत्नात असते. आपण आपली पात्रता वाढवण्यास शिकावे. पात्रता वाढवण्यासाठीच अध्यात्मातही प्रतिस्पर्धी हवा.
(१६) थोडक्यात सकारात्मक जगायला शिकवते ते अध्यात्म. अध्यात्म या शब्दाची फोड अधि म्हणजे शरीर व त्यात वास असणाऱ्याचे अयन करणे म्हणजे शिकणे ते अध्यात्म.
(१७) वरील १६ व्याख्यांपैकी... काहीच न समजले पण हवा तसा परिणाम येण्यासाठी फक्त लक्षात ठेवावे की - ज्याला पैसा लागत नाही ते म्हणजे अध्यात्म..
#Ayurveda#doctor#treatment#medicine#pure herbs#Dombivli#india#United States#ukraine#netherlands#germany#Russia#poland#france#united kingdom#indonesia#canada#Egypt#singapore#portugal#spain#azerbaijan#south korea#australia#immunity#health#wellness
0 notes