Tumgik
#भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा
kgsupsccourses · 3 months
Text
Khan Global Studies द्वारा UPSC के लिए दैनिक सामयिकी
Tumblr media
Khan Global Studies में आपका स्वागत है। आज हम आपके लिए 19 जून 2024 की महत्वपूर्ण सामयिकी लेकर आए हैं, जो UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
1. जी20 शिखर सम्मेलन
इस वर्ष का जी20 शिखर सम्मेलन Brazil में आयोजित किया गया। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय "वैश्विक अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन" था। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन में भाग लिया और विभिन्न वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं कीं।
2. भारत का पहला जलवायु परिवर्तन संग्रहालय
भारत का पहला जलवायु परिवर्तन संग्रहालय गुजरात के गांधीनगर में खोला गया। इस संग्रहालय का उद्देश्य लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक करना और इसके प्रभावों के बारे में जानकारी देना है।
3. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने हाल ही में एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें जलवायु परिवर्तन को एक मानवाधिकार मुद्दे के रूप में मान्यता दी गई है। इस प्रस्ताव का समर्थन भारत सहित कई देशों ने किया।
4. बायोफ्यूल नीति 2024
भारत सरकार ने नई बायोफ्यूल नीति 2024 की घोषणा की है। इस नीति का उद्देश्य जैव ईंधन के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देना है ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके और आयातित पेट्रोलियम पर निर्भरता कम हो सके।
5. नाबार्ड की नई योजना
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण और सिंचाई परियोजनाओं के लिए नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे अपनी खेती को बेहतर बना सकें।
6. अंतरिक्ष अनुसंधान
इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने एक नई उपग्रह प्रणाली का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। इस उपग्रह का उद्देश्य पृथ्वी के पर्यावरण और जलवायु पर नजर रखना है।
7. अर्थव्यवस्था और वित्त
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में मौद्रिक नीति की समीक्षा की है। आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है ताकि बाजार में तरलता बढ़ाई जा सके और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित किया जा सके।
8. खेल
भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2024 के फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने अपनी श्रेष्ठता स्थापित की है।
9. पर्यावरण
भारत में एक नई पहल के तहत 'मिशन हरियाली' शुरू किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य देश भर में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना और वनों की कटाई को रोकना है।
10. स्वास्थ्य
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नई स्वास्थ्य योजना की घोषणा की है जिसके तहत गरीब और वंचित वर्गों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
0 notes
Text
Home Loan और Car Loan वालों को RBI ने दी बड़ी सौगात
RBI Update: दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगले सप्ताह के अंत में होने वाली अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में अपनी प्रमुख रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रख सकता है। इसका मतलब है कि व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं के लिए ब्याज दरें स्थिर रह सकती हैं। Haryana Update: आरबीआई त्योहारी सीजन के दौरान होम और कार लोन सहित सभी कर्जदारों को सहायता प्रदान कर सकता है।  नियमों की घोषणा 6 अक्टूबर को…
View On WordPress
0 notes
webvartanewsagency · 2 years
Text
RBI ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत बढ़ाने का किया ऐलान, कार और होम लोन फिर होंगे महंगे
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)।  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक बार फिर आम आदमी को झटका दिया है. आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट या 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी (Repo Rate Hike) की है. इसके बाद सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे. देश में महंगाई (Inflation) काबू में आने के बाद भी आरबीआई ने दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिया है. 6.50 फीसदी पर पहुंचा रेपो रेट देश में महंगाई दर का आंकड़ा कम होने के बाद भी रिजर्व बैंक ने लगातार छठी बार नीतिगत दरों (Repo Rate) में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इसके बाद रेपो रेट 6.25% से बढ़कर 6.50% हो गया है. यानी होम लोन से लेकर ऑटो और पर्सनल लोन सब कुछ महंगा हो जाएगा और आपको ज्यादा EMI चुकानी होगी. देश का आम बजट पेश किए जाने के बाद ये आरबीआई एमपीसी की बैठक थी और इसमें फिर से आम आदमी के झटका लगा है. छह बार में इतनी हुई बढ़ोतरी आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shakti Kant Das) ने बुधवार को तीन दिवसीय एसपीसी बैठक (MOC Meet) में लिए गए फैसलों का ऐलान किया. बता दें एक्सपर्ट्स पहले से रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी किए जाने की संभावना जता रहे थे. गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर 2022 में हुई MPC बैठक में ब्याज दरों को 5.90% से बढ़कर 6.25% किया गया था. आरबीआई ने बीते साल से अब तक छह बार रेपो रेट में इजाफा करते हुए कुल 2.50% की बढ़ोतरी की है. 25 बीपीएस की बढ़ोतरी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार, 8 फरवरी, 2023 को मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की घोषणा की। रेपो दर में 25 बीपीएस की वृद्धि की गई है। दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख बेंचमार्क ब्याज दर में 35 आधार अंकों (bps) की वृद्धि की थी। आपको बता दें कि पिछले साल मई से, रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए अल्पकालिक उधार दर में 225 आधार अंकों की वृद्धि की है। मौद्रिक नीति समिति ने बैठक में Liquidity Adjustment Facility (LAF) के तहत रेपो दर को 25 आधार अंक बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है। आज हुई बढ़ोतरी को मिला दिया जाए तो पिछले सात महीनों में आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में की गई छठी वृद्धि है। केंद्रीय बैंक ने मई में 0.40 प्रतिशत, जून, अगस्त और सितंबर में 0.50-0.50-0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। दिसंबर में दरों में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। वैश्विक परिस्थियों से अछूता नहीं है भारत गवर्नर दास ने कहा कि पिछले वर्षों की अभूतपूर्व घटनाओं ने मौद्रिक नीति का परीक्षण करते रहने की जरूरत महसूस कराई है। उन्होंने कहा कि यह देखते हुए, हाल के महीनों में आरबीआई ने मुद्रास्फीति को कितनी अच्छी तरह नियंत्रित किया है, अनुमान है कि यह जल्द ही यह टॉलरेंस बैंड के भीतर होगी। कराधान के मोर्चे पर हाल के सुधारों के माध्यम से ऐसा लगता है कि सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को बचत पर केंद्रित अर्थव्यवस्था से उपभोग पर आधारित अर्थव्यवस्था में स्थानांतरित करने के लिए नियमों को बदल दिया है। दरों में आखिरी बढ़ोतरी? रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई कि शायद यह रेपो दरों में आखिरी बढ़ोतरी हो। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि अगले महीनों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी रुक जाएगी, इसके बाद अगले साल से दरों में उलटफेर शुरू हो जाएगा। एमएसएफ, एसडीएफ दरों में बढ़ोतरी एसडीएफ (स्थायी जमा सुविधा) दर 6% से 6.25% तक समायोजित की गई हैं। MSF (मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी) की दरें 25 बीपीएस से बढ़कर 6.75% हो गई हैं।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की मुख्य बातें...
…प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत किया गया। …मौद्रिक नीति समिति के छह सदस्यों में से चार ने रेपो दर बढ़ाने के पक्ष में मत दिया। …चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर के सात प्रतिशत रहने का अनुमान। 2023-24 में वृद्धि दर घटकर 6.4 प्रतिशत रहेगी। …मौद्रिक नीति समिति उदार रुख को वापस लेने पर ध्यान देने के पक्ष में। …खुदरा मुद्रास्फीति चौथी तिमाही में 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान। ….चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 6.5 प्रतिशत पर रहेगी। अगले वित्त वर्ष में इसके घटकर 5.3 प्रतिशत पर आने का अनुमान। ….बीते साल और इस वर्ष अभी तक अन्य एशियाई मुद्राओं की तुलना में रुपये में कम उतार-चढ़ाव। ….चालू खाते का घाटा 2022-23 की दूसरी छमाही में नीचे आएगा। ….दुकानों पर भुगतान के लिए भारत आने वाले यात्रियों को भी यूपीआई सुविधा देने का प्रस्ताव। शुरुआत में यह सुविधा जी20 देशों के यात्रियों को मिलेगी। Read the full article
0 notes
balajeenews · 2 years
Text
SBI ने बढ़ाई एफडी पर ब्याज की दरें
SBI ने बढ़ाई एफडी पर ब्याज की दरें
भारतीय रिजर्व बैंक पिछली कुछ तिमाही मौद्रिक समीक्षा नीति में रेपो रेट में बढ़ोतरी करते आ रहा है. हाल ही में आरबीआई ने 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी ब्याज दरों में की और ये पांचवीं बार रेपो रेट में इजाफा किया गया था. इसका असर जैसा की माना जा रहा था कि कई बैंकों ने अपने लोन को महंगा किया और इसका सीधा असर लोगों की ईएमआई (EMI) पर पड़ा. कुछ बैंकों ने एफडी की ब्याज दरों में इजाफा किया. कंपनी ने साइट पर बताया…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
newslobster · 2 years
Text
महंगाई का बुरा दौर पीछे छूटा, पर अभी ढिलाई की गुंजाइश नहीं : RBI गवर्नर शक्तिकांत दास
महंगाई का बुरा दौर पीछे छूटा, पर अभी ढिलाई की गुंजाइश नहीं : RBI गवर्नर शक्तिकांत दास
महंगाई को काबू करने का RBI का दावा मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि महंगाई का खराब दौर पीछे छूट चुका है, लेकिन अभी इस मोर्चे पर ढिलाई बरतने की कोई गुंजाइश नहीं है. दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘वृद्धि के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए, तो इस ‘निराशावादी’ दुनिया में भारत उम्मीद की किरण के रूप मे दिखाई दे रहा है. दुनिया…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
nityanewsnation · 2 years
Text
Rbi Repo Rate Today Rbi Monetary Policy Meeting News Repo Rate Hike - Rbi Repo Rate: ब्याज दरों में मामूली बढ़ोतरी कर सकता है आरबीआई, गवर्नर थोड़ी देर में करेंगे एलान
Rbi Repo Rate Today Rbi Monetary Policy Meeting News Repo Rate Hike – Rbi Repo Rate: ब्याज दरों में मामूली बढ़ोतरी कर सकता है आरबीआई, गवर्नर थोड़ी देर में करेंगे एलान
RBI Monetary Policy 2022: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास – फोटो : ANI ख़बर सुनें ख़बर सुनें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया गवर्नर कुछ देर बाद ब्याज दरों (रेपो रेट) में बढ़ोतरी का एलान कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी के संकेत और वृद्धि को आगे बढ़ाने की आवश्यकता के बीच रिजर्व बैंक बुधवार को अपनी आने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट में 25-35 बीपीएस की…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
lok-shakti · 2 years
Text
विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई एमपीसी मिनट्स आगामी बैठकों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आवश्यकता को दर्शाता है
विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई एमपीसी मिनट्स आगामी बैठकों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आवश्यकता को दर्शाता है
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के सदस्यों ने तेज नीति की ओर झुकाव करके मुद्रास्फीति की उम्मीदों को कम करने के लिए मतदान किया, विशेषज्ञ आगामी बैठकों में कम से कम अगस्त की बैठक तक ब्याज दरों में बढ़ोतरी के लिए तैयार हैं। आरबीआई ने बुधवार को अपनी ऑफ-साइकिल एमपीसी बैठक के मिनट्स जारी किए और मौद्रिक नीति की प्रतिक्रिया के कारण ‘कई तूफानों’ को एक साथ टकराने का हवाला दिया। विशेषज्ञों…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
trendingwatch · 2 years
Text
आरबीआई की मौद्रिक नीति लाइव अपडेट: आरबीआई ने आज रेपो रेट में 25-50 बीपीएस की बढ़ोतरी की तैयारी की
आरबीआई की मौद्रिक नीति लाइव अपडेट: आरबीआई ने आज रेपो रेट में 25-50 बीपीएस की बढ़ोतरी की तैयारी की
अधिक पढ़ें आगे। “हमें उम्मीद है कि इस चक्र में अब तक 90 बीपीएस की संचयी वृद्धि के बाद रेपो दर को 35 बीपीएस से बढ़ाकर 5.25 प्रतिशत कर दिया जाएगा। यह दर को 2019 के अंत के स्तर पर वापस ले जाएगा। डीबीएस ग्रुप रिसर्च में कार्यकारी निदेशक और वरिष्ठ अर्थशास्त्री राधिका राव ने कहा, “मुद्रास्फीति की उम्मीदों को स्थिर करने के लिए रुख में एकमुश्त बदलाव के अभाव में, मार्गदर्शन में आवास को वापस लेने की…
View On WordPress
0 notes
joinnoukri · 2 years
Text
RBI Policy से पहले Stock Market में गिरावट, Sensex-Nifty में छह दिन से जारी तेजी थमी RBI policy fear Stock market decline break of Sensex Nifty rally in last six days
RBI Policy से पहले Stock Market में गिरावट, Sensex-Nifty में छह दिन से जारी तेजी थमी RBI policy fear Stock market decline break of Sensex Nifty rally in last six days
Photo:PTI RBi policy and share market RBI Policy से पहले Stock Market में बृहस्पतिवार को मामूली गिरावट दर्ज की गई। इसके साथ ही शेयर बाजार में पिछले छह दिन से जारी तेजी पर विराम लग गया। बैंक तथा ऊर्जा शेयरों में मुनाफावसूली से बीएसई सेंसेक्स 51.73 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक की शुक्रवार को जारी होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों ने भी सतर्क रुख अपनाया। उतार-चढ़ाव…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
24cgnews · 2 years
Text
Market outlook for next week: शेयर बाजार की अगले हफ्ते कैसी रहेगी चाल? सटीक आकलन यहां पढ़ें
Market outlook for next week: शेयर बाजार की अगले हफ्ते कैसी रहेगी चाल? सटीक आकलन यहां पढ़ें
Photo:FILE Sensex Market outlook for next week: पिछले कुछ महीनों से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। ऐसे में निवेशकों को हर हफ्ते बाजार की चाल को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। जानकारों का कहना है कि अगल हफ्ता बाजार के लिए बड़ा उठापटक वाला हो सकता है। दरअसल, शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजों से तय होगी।…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
newskey21 · 2 years
Text
आरबीआई गवर्नर ने उदार नीति रुख को समाप्त करने के संकेत दिए
आरबीआई गवर्नर ने उदार नीति रुख को समाप्त करने के संकेत दिए
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक राज्यपाल शक्तिकांत दासो शुक्रवार को यूक्रेन युद्ध से उत्पन्न अनिश्चितताओं और कीमतों में परिणामी वृद्धि का हवाला देते हुए, तीन साल पहले शुरू हुए समायोजन नीति के रुख को समाप्त करने का संकेत दिया, और कहा कि केंद्रीय बैंक के लिए विकास पर मुद्रास्फीति प्रबंधन पर अपनी प्राथमिकताएं रखने का समय आ गया है। फरवरी 2020 की मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद पहली बार यहां मिंट रोड मुख्यालय…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
Text
��मपीसी मीट: विश्लेषकों ने रेट रिटेंशन पर दांव लगाया, पूर्वानुमानों में संशोधन
एमपीसी मीट: विश्लेषकों ने रेट रिटेंशन पर दांव लगाया, पूर्वानुमानों में संशोधन
मौद्रिक नीति समिति भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की (MPC), जिसकी बुधवार को तीन दिवसीय बैठक शुरू हो रही है, इस वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक नीति समीक्षा में मुख्य नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने की संभावना है। विश्लेषकों ने कहा कि एमपीसी के विकास को संशोधित करने की संभावना है और मुद्रास्फीति कच्चे तेल और कमोडिटी की कीमतों में तेजी के मद्देनजर पूर्वानुमान। 10 फरवरी को पिछली नीति बैठक में आरबीआई ने रखा था…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
divyabhashkar · 2 years
Text
विकास को समर्थन देने के लिए आरबीआई प्रमुख दरों पर यथास्थिति बनाए रख सकता है: विशेषज्ञ
विकास को समर्थन देने के लिए आरबीआई प्रमुख दरों पर यथास्थिति बनाए रख सकता है: विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति प्रमुख दरों को अपरिवर्तित रख सकती है मुंबई भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा अपनी आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों पर यथास्थिति बनाए रखने की संभावना है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध द्वारा बनाई गई वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए खुदरा मुद्रास्फीति अपना रवैया बदल सकती है, इसकी ऊपरी सहिष्णुता सीमा को भेदते हुए . विशेषज्ञों का मानना…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
hindinews-blog · 3 years
Link
0 notes
tezlivenews · 3 years
Text
खुदरा विनिमय दर में घटकर 4.35 प्रतिशत पर
खुदरा विनिमय दर में घटकर 4.35 प्रतिशत पर
नई दिल्ली, 12 ऑब्ज़र्वर (भाषा) में कम होने वाली मात्रा में वृद्धि दर 4.35 प्रतिशत पर होती है। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 5.30 प्रतिशत तथा सितंबर, 2020 में 7.27 प्रतिशत थी। आहार की तिथि के अनुसार आहार की तारीख 0.68 प्रतिशत निर्धारित करें। यह ३.११ प्रतिशत के बजट का है। भारतीय रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पर…
View On WordPress
0 notes
lok-shakti · 2 years
Text
आरबीआई एमपीसी: कोई दर वृद्धि की उम्मीद नहीं है, तेल मुद्रास्फीति की कुंजी है, भविष्य का मार्गदर्शन
आरबीआई एमपीसी: कोई दर वृद्धि की उम्मीद नहीं है, तेल मुद्रास्फीति की कुंजी है, भविष्य का मार्गदर्शन
शांति एकंबरम फरवरी की समीक्षा के दौरान, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रमुख ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा और जब तक स्थिर विकास देखने के लिए आवश्यक है, तब तक एक समायोजन रुख के लिए प्रतिबद्ध रहा। यह मुद्रास्फीति के उच्च और उच्च आवृत्ति डेटा होने के बावजूद आर्थिक विकास के रुझान दिखा रहा था। इस बार आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की 6-9 अप्रैल तक बैठक होने से रूस-यूक्रेन संकट के कारण स्थिति और…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes