#ब्लैकहेड्स का कारण
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Reasons of blackheads: ये 5 आदतें बनती हैं ब्लैकहेड्स का कारण, Young Skin पाने के लिए तुरंत छोड़ दें
Reasons of blackheads: ये 5 आदतें बनती हैं ब्लैकहेड्स का कारण, Young Skin पाने के लिए तुरंत छोड़ दें
Reasons of blackheads: ऑयली स्किन वाले लोगों को मुंहासों के साथ ब्लैकहेड्स की समस्या काफी होती है. ब्लैकहेड्स ना सिर्फ आपकी खूबसूरती को छीन लेते हैं, बल्कि त्वचा के रोमछिद्र बड़े बना देते हैं. रोमछिद्र बड़े होने के कारण त्वचा ढीली हो जाती है और उसका कसाव चला जाता है. जिसके कारण आपका चेहरा उम्र से ज्यादा बड़ा दिखने लगता है. लेकिन अगर आप ब्लैकहेड्स का कारण बनने वाली आदतों को तुरंत छोड़ देंगे, तो…
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ब्लैकहेड्स होने के 5 का कारण -How to prevent blackheads
ब्लैकहेड्स होने के 5 का कारण -How to prevent blackheads
How to prevent blackheads- ऑयली स्किन वाले लोगों में मुंहासों के साथ ब्लैकहेड्स की समस्या अधिक देखी जाती है। ब्लैकहेड्स ना सिर्फ आपकी खूबसूरती को गायब करते हैं, बल्कि त्वचा के रोमछिद्र को बड़े के देते हैं। रोमछिद्र बड़े होने के वजह से त्वचा ढीली हो जाती है उसके बाद कसाव चला जाता है। How to prevent blackheads जिसके वजह से आपका चेहरा उम्र से ज्यादा बड़ा दिखता है। परंतु आप अगर आप ब्लैकहेड्स होने के…
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मुँहासे की रोकथाम और उपचार
मुँहासे एक पुरानी बीमारी है जो शरीर में वसामय ग्रंथियों, विशेष रूप से चेहरे को प्रभावित करती है। मुंहासों की कुछ विशेषताओं में ब्लैकहेड्स, पिंपल्स, संक्रमित सिस्ट और, शायद ही कभी, दाग-धब्बे शामिल हैं, और कुछ दुर्लभ मामलों में यह सभी उम्र के साथ भी होता है। मुँहासे यौवन के दौरान शुरू होते हैं और तैलीय त्वचा वाले लोगों में खराब हो जाते हैं। मुँहासे किशोर लड़कों और लड़कियों को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं। इस पुस्तक में, आप निम्नलिखित शीर्षकों के अन��सार पूर्ण रोकथाम के साथ मुँहासे के कारणों और उपचार के बारे में जान सकते हैं:
मुँहासे के प्रकार।
भड़काऊ और गैर-भड़काऊ मुँहासे।
मुंहासों और साफ चेहरे के लिए नुस्खे।
मुँहासे के निशान का इलाज।
मुँहासे के लिए Accutane नुस्खा।
मुंहासे कुछ खाद्य पदार्थों के कारण होते हैं।
मुँहासे सेक्स से संबंधित है।
ओवर-द-काउंटर मुँहासे त्वचा देखभाल उपचार।
बेंज़ोयल पेरोक्साइड के साथ उपचार।
त्वचा मुँहासे के लिए विभिन्न उपचार।
किशोर मुँहासे उपचार और बैक्टीरिया से कैसे लड़ें।
अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड और छिद्र।
आप मास्क से मुंहासों से लड़ सकते हैं।
वयस्कों के लिए मुँहासे के उपचार के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्यावहारिक समाधान।
फल, सब्जियां, अनाज और नट्स।
त्वचा पर बहुत गर्म और ठंडे पानी का खतरा।
मुँहासे, वैकल्पिक उपचार और जड़ी-बूटियाँ।
यौवन के दौरान लड़कियों में मुँहासे और परिवर्तन।
अपने तकिए के मामले को बार-बार बदलें?
मुँहासे - हम इसके गठन को कैसे रोक सकते हैं?
क्या वास्तव में मुँहासे का कारण बनता है।
घरेलू मुँहासे उपचार।
मुँहासे - क्या यह संक्रामक है या नहीं?
लेजर मुँहासे उपचार कार्यक्रम।
एक्ने लिविंग ला विडा लुका।
मुँहासे के यांत्रिकी।
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सूर्य के अत्यधिक संपर्क से बचें।
मुंहासों से छुटकारा पाने के आसान और प्राकृतिक तरीके।
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क्या मेकअप से मुंहासे होते हैं?
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विटामिन और खनिजों के साथ प्राकृतिक मुँहासे उपचार।
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पहला कदम: अपना चेहरा साफ रखें।
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नीम के अर्क की कुछ विशेषताएं
नीम के अर्क में पाए जाने वाले पोषण और खनिज
एग्रीप्योर की मार्गोसा टैबलेट (चेहरा साफ करने की दवा) का सेवन कैसे करें?
आपको हमारी टैबलेट क्यों चुनना चाहिए?
अंतिम शब्द
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Want to get rid of Blackheads? Must follow this simple trick to remove blackheads - Blackheads से हैं परेशान? अपनाएं ये सिंपल ट्रिक, चंद सेकेंड में चेहरा चमक जाएगा...
Want to get rid of Blackheads? Must follow this simple trick to remove blackheads – Blackheads से हैं परेशान? अपनाएं ये सिंपल ट्रिक, चंद सेकेंड में चेहरा चमक जाएगा…
Beauty Tricks for Blackheads Removal:ब्लैकहेड्स एक ऐसी परेशानी है जिससे आए दिन लोगों को गुजरना पड़ता है। ये छोटे पीले या फिर काले रंग के उभार होते हैं जो स्किन पोर्स में गंदगी जमा होने के कारण बन जाते हैं। ब्लैकहेड्स कई कारणों से होते हैं जिनमें हॉर्मोनल बदलाव, ब्यूटी प्रोडक्ट्स का ओवर यूज, त्वचा की सही देखभाल न कर पाना और स्ट्रेस प्रमुख हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह की दवाइयों और…
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तुलसी के फायदे चेहरे के लिए –
तुलसी के फायदे चेहरे के लिए भी होते हैं लेकिन अधिकांश लोग केवल तुलसी के स्वास्थ्य लाभ ही जानते हैं। तुलसी के पत्तों का उपयोग प्राचीन समय से ही जड़ी बूटी और औषधी के रूप में किया जा रहा है। तुलसी के सौंदर्य और स्वास्थ्य लाभ दुनिया भर में बहुत ही लोकप्रिय हैं। तुलसी के पत्तों का उपयोग चेहरे को सुंदर बनाने के लिए किया जा सकता है। तुलसी पत्तों के फायदे मुंहासों का उपचार करने, ब्लेकहेड्स को दूर करने, झुर्रियों को कम करने, चेहरे को गोरा बनाने आदि के लिए होते हैं। इस लेख में आप तुलसी के फायदे चेहरे के लिए क्या हैं ���े बारे में जानेंगे।
तुलसी क्या है -
पुदीने के परिवार से संबंधित तुलसी को आयुर्वेदिक औषधी के रूप में उपयोग किया जाता है। तुलसी का वैज्ञानिक नाम ओसिमम बेसिलिकम (Ocimum basilicum) है। भारत में तुलसी तीन प्रकार की होती है। राम तुलसी, कृष्ण तुलसी और वाना तुलसी। इन सभी तुलसियों का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। तुलसी एक छोटी झाड़ी वाला पौधा है जिससे विशेष प्रकार की गंध आती है। इसके पत्ते छोटे होते हैं। तुलसी के बीज लगभग चिया बीज की तरह ही दिखाई देते हैं। आइए जाने तुलसी का उपयोग चेहरे के लिए किस प्रकार लाभकारी है।
स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के साथ ही आप अपनी त्वचा के लिए तुलसी के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं। तुलसी के पत्तों में ऐसे घटक और खनिज पदार्थ होते हैं जो त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। तुलसी के पत्तों का उपयोग कर आप अपनी त्वचा सौंदर्य को बढ़ा सकते हैं। आइए जाने तुलसी के पत्ते चेहरे के लिए किस प्रकार फायदेमंद हैं।
तुलसी पत्ते के फायदे मुंहासों के लिए -
चेहरे की सुंदरता को बढ़ावा देने में तुलसी मदद कर सकती है। शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को हटाने और उनके ��्रभाव को कम करने मे सहायक होती है। ये विषाक्त पदार्थ ही मुंहासे और पिंपल का कारण होते हैं। इस तरह से तुलसी के पत्तों का उपयोग मुंहासों के उपचार के लिए किया जा सकता है। आप तुलसी और नींम के पत्तों के पेस्ट को मुंहासों में लगाएं। यह इन्हें प्रभावी रूप से ठीक कर सकता है।
तुलसी का उपयोग चेहरे के दाग हटाए -
आप अपने चेहरे के दाग और धब्बों को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। तुलसी के पत्तों को पीसकर बनाया गया पेस्ट त्वचा दागों के लिए बहुत ही प्रभावी माना जाता है। इसके अलावा तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। जिसके कारण बेसन के साथ तुलसी पेस्ट को मिलाकर लगाने से अतिरिक्त लाभ प्राप्त होता है। इस तरह से आप अपने चेहरे के दागों को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
तुलसी के लाभ चेहरे के ब्लैकहेड्स को हटाने के उपाय -
चेहरे की सुंदरता को प्रभावित करने वाले कारकों में ब्लेकहेड्स का भी विशेष योगदान होता है। ब्लैकहेड्स त्वचा की सतह में मौजूद मृत कोशिकाओं की परत होती हैं। इन्हें दूर करने के लिए तुलसी के पत्तियों का पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। पेस्ट के सूखने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो लें। यह चेहरे से मृत कोशिकाओं को हटाने और ब्लैकडेड्स को में मदद करता है।
तुलसी का इस्तेमाल चेहरे को गोरा करे -
आप अपने चेहरे को गोरा बनाने के लिए तुलसी के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप तुलसी की कुछ पत्तियों को तोड़ें और इन्हें धूप में सुखा लें। इन सूखी हुई तुलसी की पत्तियों का पाउडर तैयार करें। इस पाउडर को पानी के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें और इसे अपने चेहरे पर लगाएं। जब पेस्ट चेहरे पर अच्छी तरह से सूख जाए तो इसे ठंडे पानी से साफ कर लें। इसके अलावा आप तुलसी पत्तियों के पाउडर को हल्दी और नींबू के पेस्ट के साथ भी उपयोग कर सकते हैं।
सुंदर और जवां त्वचा के लिए तुलसी के पत्ते उपयोगी होते हैं। तुलसी के पत्तों में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल और स्ट्रेस बस्टर गुण होते हैं। इसके अलावा तुलसी के पत्तों में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की भी उच्च मात्रा होती है। इन सभी गुणों के कारण तुलसी के पत्ते त्वचा को जवां बनाए रखने में सहायक होते हैं।
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी के पत्तों का सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा आप तुलसी का उपयोग अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं।
तुलसी के नुकसान चेहरे के लिए –
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी का उपयोग चेहरे के लिए फायदेमंद होता है। तुलसी का उपयोग करने पर चेहरे की त्वचा में कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। फिर भी कुछ सावधानियां रखना आवश्यक है।
कुछ लोगों की त्वचा तुलसी के गुणों के प्रति संवेदनशील होती है। इसलिए इसका उपयोग करने पर उन्हें हल्की परेशानी जैसे त्वचा की जलन या लाल निशान आदि आ सकते हैं
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स्कीन पर मौजूद ब्लैक हेड्स से हैं परेशान तो आज ही जान ले इससे छुटकारा पाने का तरीका
स्कीन पर मौजूद ब्लैक हेड्स से हैं परेशान तो आज ही जान ले इससे छुटकारा पाने का तरीका
धूल व ��्रदूषण आदि के कारण हमारी त्वचा को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऊपर से तैलीय त्वचा, मुंहासे व दाग-धब्बे आदि भी मौका मिलते ही चेहरे पर हमला बोल देते ह��ं। इनका ऐसा ही एक जिद्दी साथी है ब्लैकहेड्स, जिन्हें आम भाषा में कील भी कहा जाता है।
ये काले रंग के नॉन-इंफ्लेमेटरी एक्ने होते हैं, जो त्वचा के रोमछिद्रों पर जम जाते हैं, जिनके कारण रोमछिद्र बंद हो जाते हैं । इनसे छुटकारा पाने…
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अस्थमा में क्या खाएं और क्या न खाएं – अस्थमा के लिए आहार – Asthma Diet in Hindi
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अस्थमा में क्या खाएं और क्या न खाएं – अस्थमा के लिए आहार – Asthma Diet in Hindi
इस बात से कोई इनकार नहीं करेगा कि अच्छी सेहत को हासिल करना मुश्किल हो गया है। कई बीमारियां तो ऐसी हैं, जिनमें लगातार दवाओं का सेवन करना पड़ता है और जीवनशैली बुरी तरह से प्रभावित होती है। ऐसी ही एक समस्या अस्थमा की है। अगर लगातार दवाओं का सेवन करने पर भी अस्थमा के लक्षणों में आराम न आए, तो इसके पीछे मुख्य कारण खान-पान में गड़बड़ भी हो सकता है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में जानिए कि अस्थमा के रोगियों को किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और कौन से खाद्य पदार्थों से परहेज करना जरूरी है, क्योंकि अस्थमा के लिए आहार जैसा होगा, सेहत में सुधार भी वैसा ही होगा।
चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि अस्थमा के लिए आहार किस प्रकार महत्वपूर्ण है।
विषय सूची
अस्थमा डाइट क्या है? What is the Asthma Diet?
अस्थमा होने पर सांस की नली में सूजन आ जाती है। इससे सांस की नली संकीर्ण (Narrow) और कठोर हो जाती है, जिस कारण सांस लेने में समस्या होती है। अस्थमा के कारण सीने में घरघराहट, सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ और खांसी हो सकती है। जब इन लक्षणों की स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो जाती है, तो इसे अस्थमा का दौरा यानी अस्थमा अटैक कहा जाता है। अस्थमा किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन आमतौर पर यह बचपन के दौरान शुरू होता है (1)।
इसे पूरी तरह ठीक करना मुश्किल है लेकिन कुछ दवाओं की मदद से और जीवनशैली में परिवर्तन लाकर अस्थमा के साथ एक बेहतर जिंदगी जी जा सकती है। इसमें अस्थमा डाइट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। अस्थमा में क्या खाएं इस बारे में जानने से पहले यह याद रखना जरूरी है कि कोई भी खाद्य पदार्थ अस्थमा का कारण नहीं बनता या इसकी रोकथाम नहीं कर सकता। साथ ही इस संबंध में कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण भी मौजूद नहीं हैं। हां, कुछ वैज्ञानिक अध्ययन यह जरूर कहते हैं कि अस्थमा से पीड़ित लोगों को शुद्ध और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए, जिसमें ताजे फल और सब्जियां शामिल हों। इस प्रकार अस्थमा के लक्षणों को कुछ हद तक कम किया जा सकता है (2)। इसलिए, अस्थमा में डाइट किस प्रकार की होनी चाहिए, इस संबंध में अभी स्पष्ट तौर पर कहना मुश्किल है।
आइए, जानते हैं कि अस्थमा रोगियों के लिए ��िन चीजों का सेवन करना सही हो सकता है।
अस्थमा में क्या खाएं – Food For Asthma in Hindi
अस्थमा के रोगियों के लिए प्रकृति ने कई विकल्प दिए हैं, जिनका सेवन करने से अस्थमा के लक्षणों से राहत मिल सकती है। यहां हम बता रहे हैं कि अस्थमा में क्या खाएं, ताकि मरीज कुछ आराम मिल सके।
1. गाजर
एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार कुछ सब्जियों के सेवन से अस्थमा के प्रभाव को कुछ कम किया जा सकता है, जिनमें गाजर का नाम शामिल है। गाजर में अल्फा कैरोटीन, बीटा कैरोटीन, ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन जैसे कैरोटीनॉयड पाए जाते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से कोशिकाओं की रक्षा कर सकते हैं (3)। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और अस्थमा के बीच गहरा संबध है। सूजन की समस्या पैदा ही ऐसी स्थिति में होती है, जब ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ रहा हो और एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि धीमी हो। इसलिए, कहा जा सकता है कि एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि सांस की नली में सूजन को कम करके अस्थमा के लक्षणों में सुधार का कारण बन सकती है (4) ।
2. ब्रोकली
ब्रोकली में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट सल्फोराफेन (Sulforaphane) एक एंटीइंफ्लेमेटरी फाइटोकेमिकल (सूजन कम करने वाला प्राकृतिक तत्व) है। अस्थमा रोगियों के फेफड़े और उससे जुड़े तंत्र से सूजन हटाने में यह तत्व लाभकारी हो सकता है (5)।
3. पालक
अस्थमा में पालक के पत्ते भी उपयोगी हो सकते हैं, क्योंकि एक शोध कहता है कि हरी पत्तेदार सब्जियां डीएनए की मरम्मत करती हैं। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के प्रभाव को बढ़ा सकती हैं। पत्तेदार सब्जियों में भी अल्फा कैरोटीन, बीटा कैरोटीन, ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से कोशिकाओं की रक्षा करके अस्थमा की सूजन को कम कर सकते हैं (3)। एक अन्य शोध के अनुसार, पालक जैसी हरी सब्जियां मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत होती हैं। इसलिए, पालक के रूप में मैग्नीशियम का सेवन श्वास नली की अतिसंवेदनशीलता (airway hyperreponsiveness) को घटा सकता है (7)।
4. सेब
सेब को मानव स्वास्थ्य का खजाना माना जाता है, क्योंकि इसमें कई गुणकारी प्राकृतिक तत्व होते हैं। एनसीबीआई के एक शोध के अनुसार 31 ग्राम से अधिक सेब का प्रतिदिन सेवन करने से अस्थमा का जोखिम 10 प्रतिशत तक कम हो सकता है। अस्थमा में सेब का सेवन, इसकी एंटीऑक्सीडेंट क्षमता और फाइटोकेमि���ल (प्राकृतिक रूप से गुणकारी) घटक के कारण स���रक्षात्मक हो सकता है (8)।
5. अदरक
हम यहां बात कर रहे हैं कि अस्थमा में क्या खाएं, तो इसमें अदरक का नाम आना जरूरी है, क्योंकि सांस से जुड़ी बीमारियों के उपचार में अदरक फायदेमंद हो सकता है (9)। चूहों पर किए गए एक शोध के अनुसार, अदरक के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सांस की नली की अंदरूनी सरंचना को मुलायम बनाकर अस्थमा के लक्षणों में कमी ला सकते हैं (10)।
6. अनार
अनार में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसलिए, अनार को अस्थमा जैसी पल्मोनरी डिसीज (फेफड़े और श्वसन तंत्र) से जुड़ी समस्याओं में वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए, कहा जा सकता है कि अस्थमा के लक्षणों से निजात पाने के लिए दवाओं के साथ अनार का सेवन लाभदायक हो सकता है (11)।
7. केला
एक जर्नल के अनुसार, केले के सेवन से अस्थमा के शिकार बच्चों में घरघराहट (Wheezing) की समस्या कम हो सकती है। केले में सेब और अन्य फलों के मुकाबले फेनोलिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है, जो पानी में घुलनशील तत्व है। फेनोलिक एसिड अस्थमा के कारण हुई सूजन को कम कर सकता है। इसके अलावा, केले में अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने की क्षमता भी पाई जाती है। साथ ही केला विटामिन-ए-कैरोटीनॉयड से भरपूर होता है, जिसे पुरानी बीमारियों से बचाव में सहायक माना जाता है। केले में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होता है। साथ ही यह पोटैशियम का भी अच्छा स्रोत है। अपने इन गुणों की वजह से केला फेफड़ों में वायु के प्रवाह को सामान्य कर सकता है। ये सभी तथ्य इस बात की पुष्टि करते हैं कि केले के फायदे अस्थमा के दौरान लिए जा सकते हैं (12)।
8. खरबूजा
अस्थमा के लिए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को मुख्य कारण माना गया है। इसलिए, अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर भोजन लेने की सलाह दी जाती है। एंटीऑक्सीडेंट तत्व फ्री रेडीकल्स से लड़कर अस्थमा की स्थिति में सुधार ला सकता है। वहीं, खरबूजे (Cantaloupe) में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी होता है, जिसे प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट माना गया है। इस गुण के कारण खरबूजे का सेवन अस्थमा के दौरान श्वास मार्ग (airway) की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है (7)।
आइए, अब जानते हैं कि कौन से खाद्य पदार्थों का सेवन अस्थमा के रोगियों को नहीं करना चाहिए।
अस्थमा में क्या नहीं खाना चाहिए? – Foods to Avoid in Asthma in Hindi
अस्थमा के रोगियों को कुछ खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए, ताकि हा��िकारक परिणामों से बचा जा सके। कुछ खाद्य पदार्थों में फूड एलर्जन (एलर्जी बढ़ाने वाले तत्व) पाए जाते हैं, जो अस्थमा की स्थिति को ज्यादा बिगाड़ सकते हैं। इसलिए, अस्थमा रोगियों को इनके सेवन से बचना चाहिए (2)।
अंडे
मूंगफली
नट्स (गिरी)
शैल फिश
गेहूं
तिल
सबसे बेहतर यही होगा कि किसी भी पदार्थ का सेवन डॉक्टर से पूछकर और उनकी देखरख में ही करें। खासतौर पर अस्थमा से पीड़ित बच्चों को कुछ भी खिलाने से बचना चाहिए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ से होने वाली एलर्जी से बचाया जा सके (13)।
इस आर्टिकल में आपने जाना कि कैसा होन��� चाहिए अस्थमा के लिए आहार। उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपको इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करेगी। खान-पान का ध्यान रखना तो हर व्यक्ति के लिए जरूरी है, लेकिन पुरानी और लंबी चलने वाली बीमारियों से जूझ रहे लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा, सबका शरीर किसी भी तत्व पर एक जैसी प्रतिक्रिया नहीं देता, इसलिए अस्थमा में क्या खाएं और क्या न खाएं, इस संबंध में एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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औली त्यागी उभरती लेखिका हैं, जिन्होंने हरिद्वार (उत्तराखंड) से पत्रकारिता और जनसंचार में एम.ए. की डिग्री हासिल की है। औली को लेखन के क्षेत्र में दो साल का अनुभव है। औली प्रतिष्ठित दैनिक अखबार और कम्युनिटी रेडियो स्टेशन से ट्रेनिंग ले चुकी हैं। औली सामाजिक मुद्दों पर लिखना पसंद करती हैं। लेखन के अलावा इन्हें वीडियो एडिटिंग और फोटोग्राफी का तकनीकी ज्ञान भी हैं। इन्हें हिंदी और उर्दू साहित्य में विशेष रुचि है।
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ज़्यादातर महिलाओं के चेहरे पे ब्लैकहेड्स की समस्या ज़रूर होती है। इस लेख में हम आपके लिए लाये है ब्लैकहेड्स हटाने के कुछ आसान घरेलु उपाय (Blackheads Treatment at Home in Hindi) जो इस समस्या का समाधान करके आपको खूबसूरत त्वचा पाने में निश्चित रूप से मदद करेगा…
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जब मुंह के स्वास्थ्य की बात होती है तो लोगों का ध्यान सीधे दांतों की सफाई पर ही जाता है। लोग भूल जाते हैं कि जीभ भी मुंह का एक अभिन्न हिस्सा है। जीभ सिर्फ स्वाद का एहसास ही नहीं कराती, बल्कि पाचन प्रक्रिया में भी अहम भूमिका निभाती है।
गोरी त्वचा के लिए जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil For Glowing Skin in Hindi
गोरी त्वचा के लिए जैतून के तेल के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि एक तेल में इतने गुण कैसे हो सकते हैं। इस लेख में जानिए कि जैतून के तेल का लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
Source: https://www.stylecraze.com/hindi/asthma-me-kya-khaye-aur-kya-na-khaye-in-hindi/
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चेहरे पर से ब्लैकहेड्स का नामोनिशान मिटा देगा सिर्फ 1 ही बार में Nose Bla...
चेहरे पर से ब्लैकहेड्स का नामोनिशान मिटा देगा सिर्फ 1 ही बार में Nose Blackhead Removal Tips in Hindi
How to remove blackheads and whiteheads on face चेहरे की खूबसूरती के लिए यह जरुरी है कि आपकी स्किन की रंगत समान और और चेहरे पर पिंपल्स, मुंहासे और दाग-धब्बे ना हों। स्किन पर दाग-धब्बे से भी बड़ी समस्या होती है ब्लैक-हेड्स होना। ब्लैक-हेड्स होने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन ब्लैक-हेड्स होने के कारण रोमछिद्र बंद हो जाते हैं जिससे त्वचा तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती और त्वचा सांस नहीं ले पाती। आज हम आपको ब्लैक हेड्स हटाने के घरेलू उपाय बताएंगे जिनका इस्तेमाल करके आप अपने चेहरे को सुन्दर बना पाएंगे |
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पुदीने की भीनी खुशबू और स्वाद से भला कौन परिचित नहीं होगा। चटनी हो या आम पना, रायता हो या पुलाव, हर किसी के साथ मिक्स होकर यह अनोखा स्वाद देता है और गर्मियों के लिए रामबाण तो है ही पुदीना। मिनरल्स से भरपूर पुदीना विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत है। इसकी कई वैरायटी हैं, जिसमें पिपरमिंट और स्पीयरमिंट सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। आयुर्वेद में पुदीने को वायुनाशक जड़ी-बूटी के रूप में देखा जाता है, जो सीने में जलन, मितली आदि में राहत देता है। इसके पत्ते को चबाकर खाने से पेट दर्द और आंतों की ऐंठन में आराम मिलता है। कैसे खाएं भारतीय किचन में पुदीने का इस्तेमाल कई रूपों में किया जाता है। ताजे दही के साथ रायता बनाने की बात हो या चटनी। इसकी खुशबू आपको जरूर अपनी ओर खींच लाएगी। ताजा या सूखा दोनों तरह के पुदीने से बहुत तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं, जिसमें करी, गर्म या ठंडा सूप, चटनी, सलाद, जूस आदि मुख्य है। थाई व्यंजनों में भी पुुदीने का इस्तेमाल खूब होता है। बड़े-बड़े रेस्टोरेंट वगैरह में तो सलाद का स्वाद बढ़ाने के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। आप भी चाय के पानी और ताजा निचोड़ें नींबू के रस में पीसा पुदीना सलाद में मिलाएं आैर टॉस करें। सलाद का स्वाद बढ़ जाएगा। चावल या बिरयानी में भी आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे खाने में स्वाद तो आएगा ही, पेट के लिए भी सही रहेगा। पुदीने से सौंदर्य निखार सेहत ही नहीं, सौंदर्य निखार के लिए पुदीना कारगर है। तभी तो पुदीने का इस्तेमाल कई सारे ब्यूटी प्रोडक्ट में भी होने लगा है। यह त्वचा की कोशिकाओं को नई उर्जा प्रदान करता है। साथ ही त्वचा की नमी को खोने नहीं देता। एंटिसेप्टिक होने के कारण इसका प्रयोग बॉडी क्लींजर, साबुन और बॉडी वॉश के रूप में होने लगा है। अगर आपकी त्वचा ऑयली है, तो पुदीने का फेशियल आपके लिए सही रहेगा। इसको बनाने के लिए दो बड़े चम्मच ताजा पीसे पुदीने के साथ दो बड़े चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच ओटमील लेकर गाढ़ा घोल बनाएं। इसे चेहरे पर दस मिनट तक लगाएं और चेहरे को धो लें। सेहत के फायदे गर्मियों में पुदीने का रस या कच्चे आम के रस के साथ पुदीने का सेवन करने से लू नहीं लगती है। पेट में गैस होने पर एक कप गरम पानी में आधा छोटा चम्मच पुदीने का रस डालकर पिए��। नाक बंद होने की स्थिति में ताजे पुदीने के पत्ते को सूंघना फायदेमंद रहेगा। खुजली या गले में खराश होने पर भी पुदीने का काढ़ा लिया जा सकता है। इसके लिए एक कप पानी में दस-बारह पुदीने के पत्ते डालकर आधा होने तक उबालें। पानी को छानकर एक चम्मच शहद के साथ पिएं। पुदीने के पत्तों का इस्तेमाल दांतों की देखभाल में भी किया जाता है। इसके अलावा इसका प्रयोग मुंहासे और ब्लैकहेड्स को ठीक करने में भी किया जाता है। यदि घर के चारों ओर पुदीने के तेल का छिड़काव कर दिया जाए, तो मक्खी-मच्छर आदि भाग जाते हैं। पुदीना शरीर से टॉक्सिन और फ्री रैडिकल को निकालने में भी मदद करता है। अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करती हैं, तो यह जीवाणु और कवक को शरीर से दूर करता है। करना हो जब स्टोर पुदीने की हरी पत्तियों को पेपर में लपेटकर फ्रिज में कुछ दिन के लिए रखें। जब यह पूरी तरह सूख जाए, तो अलग डिब्��े में रख पैक करें। जब चाहे इसका इस्तेमाल चटनी या सब्जियों को गार्निश करने के लिए कर सकती हैं।
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स्क्रब
जब आपकी मृत त्वचा रोम छिद्रों को बंद कर देती है तो इससे कई समस्याएं उभरने लगती हैं। बंद छिद्रों के कारण कील-मुहांसे, ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स आदि परेशानियों का सामना आपको करना पड़ता है। लेकिन इन परेशानियों को दूर करने के लिए फेशियल स्क्रब आपकी मदद कर सकता है। स्क्रब आपके बंद छिद्रों को खोलता है और त्वचा की अशुद्धियों को बाहर निकालता है।
(और पढ़ें - स्किन केयर टिप्स)
स्क्रब का चयन आप ��पनी त्वचा के प्रकार के अनुसार करें। इस तरह आप त्वचा की मृत कोशिकाओं का आसानी से सफाया कर पाएंगे एवं त्वचा को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।
तो आपकी त्वचा का ध्यान रखते हुए आज हम आपके लिए स्क्रब क्या है, स्क्रब करने का तरीका, स्क्रब बनाने का तरीका, स्क्रब करने के फायदे, स्क्रब के प्रकार और स्क्रब के नुकसान जैसी जानकारियां लेकर आये हैं।
(और पढ़ें – पिम्पल्स हटाने के घरेलू उपाय)
चलिए फिर शुरू करते हैं-
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via https://www.myupchar.com/beauty/scrub-kya-hai-karne-aur-bnane-ka-tareeka-prakar-fayde-aur-nuksan
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इन बेहद आसान तरीकों से हटाएं अपने चेहरे के जिद्दी ब्लैकहेड्स - Remove Dark Circles From Face
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इन बेहद आसान तरीकों से हटाएं अपने चेहरे के जिद्दी ब्लैकहेड्स - Remove Dark Circles From Face
ब्लैकहेड्स की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। परंतु अधिकांशतः यह समस्या किशोरावस्था में नवयुवक और नवयुवतियों के सामने एक गंभीर मुद्दे के रूप में सामने आती है। How to remove dark circles from face in hindi.
ब्लैकहेड्स काले अथवा पीले रंग के छोटे धब्बे होते हैं जो कि मृत त्वचा की कोशिकाओं के कारण बालों के रोम के पीछे होते हैं।
यह सामान्यतः तब होता है जब भरे हुए रोमछिद्र खाली हो जाते हैं।
शरीर में होने वाले हॉर्मोन संबंधी बदलाव, कॉस्मेटिक उत्पादों का आवश्यकता से ज्यादा उपयोग, त्वचा की अनुकूल देखभाल के अभाव, तनाव या फिर आनुवंशिकी आदि कारण ब्लैकहेड्स के मुख्य कारण हैं।
आमतौर पर ब्लैकहेड्स चेहरे पर, खासकर नाक के आसपास होते हैं। परंतु ये छाती, पीठ, गर्दन के अलावा कंधों पर भी हो सकते हैं। और यदि इन्हें बिना उपचार किये छोड़ दिया जाए तो यह मुहांसो को निमंत्रण दे सकते हैं।
ब्लैकहेड्स के उपचार के लिए यूँ तो कई दवाइयां बाजार में उपलब्ध हैं, परंतु आप प्राकृतिक उपचार से भी इन्हें पूर्णतःठीक कर सकते हैं।रसोई में मिलने वाले कई उत्पाद आसानी से आपकी इस समस्या को जड़ से ठीक कर सकते हैं।
बेकिंग सोडा: Remove dark circles
बेकिंग सोडा ब्लैकहेड्स एवं मुहासों के लिए एक बेहतरीन उत्पाद है। यह त्वचा की गंदगी को गहराई से साफ कर के आपको दमकती हुई त्वचा देता है।
पेस्ट बनाने के लिए पीने के पानी में दो चम्मच बेकिंग सोडा डाल कर अच्छे से मिला लें।
जिस जगह आपको ब्लैकहेड्स या मुहांसे हैं उस जगह यह पेस्ट हल्के हाथों से लगाएं और हल्की मालिश करें। कुछ मिनिटों के पश्चात गरम पानी से मुँह धो लें।
सप्ताह में दो से ती�� बार इस पेस्ट का उपयोग करें।
दालचीनी: Remove dark circles
दालचीनी ब्लैकहेड्स को हटाने और रोकने में बेहद असरकारक है।
एक चुटकी हल्दी पाउडर(वैकल्पिक) को एक चम्मच दालचीनी पाउडर और नींबू के रस के साथ अच्छी तरह से मिला लें। इस पेस्ट को चेहरे पर 10 से 15 मिनट लगा कर रखें और फिर धो दें।
इसके अतिरिक्त आप दालचीनी पाउडर और शहद के पेस्ट का भी उपयोग कर सकते हैं। दोनों सामग्री के एक एक चम्मच मात्रा में ले कर एक पेस्ट तैयार करें और फिर उसे अपने चेहरे पर लगा कर रात भर के लिए छोड़ दें। सुबह उठ कर ठंडे पानी से उसे धो लें। सर्वश्रेष्ठ परिणाम के लिए कम से कम दस दिन तक उपयोग करें।
ओट्स:
ओटमील और दही का मिश्रण आपको ब्लैकहेड्स से निजात दिलाने के लिए एक बेहतरीन संयोजन है।
एक चम्मच शहद को ओटमील और चार चम्मच टमाटर के रास के साथ मिला कर एक पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को 10 मिनिट चेहरे पर लगाएं और फिर धो दें।
साफ और दमकती त्वचा के लिए नियमित रूप से यह पेस्ट लगाएं।
आप ओटमील के दो बड़े चम्मच, सादे दही के तीन चम्मच को नींबू के रास और जैतून के तेल के साथ मिला कर इस पेस्ट को नियमित रूप से उपयोग कर सकते हैं। कुछ समय इस पेस्ट को अपने चेहरे पर रहने दें और फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
निम्बू का रस:
निम्बू का रस, जो मुंहासों की सबसे कारगर दवा मानी जाती है, ब्लैकहेड्स में भी उपयोगी है। निम्बू के रास में मौजूद विटामिन और पोषक तत्व त्वचा के लिए काफी फायदेमंद हैं।
आधे निम्बू पर शहद की कुछ बूंदें डालें, यही शहद नहीं है तो आप शक्कर के कुछ दाने भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अब इस नीम्बू को धीरे धीरे प्रभावित क्षेत्र पर रगड़ें। 10 मिनट के बाद चेहरा धो लें। इस विधि को आप सप्ताह में दो से तीन बार दोहरा सकते हैं।
अपने चेहरे की कांति बढ़ाने के लिए ताजे निम्बू के रस को दूध या गुलाब जल के साथ मिला कर चेहरे पर लगाएं।
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गोरी त्वचा के लिए जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil For Glowing Skin in Hindi
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गोरी त्वचा के लिए जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil For Glowing Skin in Hindi
अस्त-व्यस्त जीवनशैली और साथ में बढ़ते प्रदूषण का असर चेहरे पर सबसे ज्यादा दिखाई देता है। ऊपर से महंगे और रसायन युक्त कॉस्मेटिक उत्पाद भी फायदे की जगह नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में प्राकृतिक तरीके फायदेमंद साबित हो सकते हैं। प्राकृतिक उपचार के रूप में आप जैतून के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। जैतून के फल से निकाले गए इस तेल को अंग्रेजी में ऑलिव ऑयल कहा जाता है और इसका वैज्ञानिक नाम है ओलीया यूरोपीय (Olea europaea) है। यह तेल खाने के लिहाज से तो अच्छा है ही साथ ही इसे त्वचा और बालों के लिए भी वरदान माना जा सकता है। त्वचा के लिए तीन तरह के जैतून तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है – एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, वर्जिन ऑलिव ऑयल और शुद्ध जैतून का तेल। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि गोरी त्वचा के लिए जैतून का तेल के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं।
आइए, विस्तार में जानते हैं गोरी त्वचा के लिए जैतून के लाभ।
विषय सूची
त्वचा के लिए जैतून के तेल के फायदे – Benefits of Olive Oil For Skin in Hindi
जैतून के तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाए, तो निम्नलिखित फायदे नजर आ सकते हैं।
चमकती त्वचा : त्वचा को सुन्दर और चमकदार बनाने में जैतून का तेल लाभकारी साबित हो सकता है। जैतून के तेल में विटामिन-ई है, जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक हो सकता है (1)। इसलिए, माना जा सकता है कि चमकती त्वचा के लिए जैतून का तेल फायदेमंद है।
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर : जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद हैं जो फ्री रेडिकल्स से लड़कर त्वचा की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं (2)।
मॉइस्चराइजिंग गुण : जैतून के तेल को प्राकृतिक मॉइस्चराइजर माना जा सकता है। यह त्वचा में नमी बनाकर रखता है, जिससे रूखेपन से त्वचा को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है (3)।
ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के लिए जैतून का तेल : ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को एक्ने यानी मुंहासों का ही रूप माना गया है (4)। जैतून के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण और विटामिन-ई मौजूद होता है। जैतून के तेल में मौजूद ये दोनों गुण कील-मुंहासों की समस्या से बचा सकते हैं (1)(2)।
त्वचा को जवां बनाए : एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में एंटी-एजिंग गुण मौजूद होते हैं। ये कोशिका स्तर पर काम करते हैं और उनके आकार और कार्य व्यवस्था को बनाए रखते हैं, जिससे त्वचा जवां रहती है (5)।
त्वचा कोशिकाओं का निर्माण : जैतून के तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण यह त्वचा की कोशिकाओं की प्राकृतिक रूप से मरम्मत कर सकता है। साथ ही जैतून में ओलोरोपिन (Oleuropein) नाम का एक पॉलीफेनोल पाया जाता है। ये दोनों तत्व त्वचा को चमकदार बनाने के लिए त्वचा की कोशिकाओं को पोषित कर सकते हैं (6)।
��ैतून का तेल है जीवाणु नाशक: ऑलिव ऑयल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं (6)। यह त्वचा के संक्रमण से बचाव में मदद कर सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद ओलोरोपिन विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया, फंगल और वायरस को विकसित होने से रोक सकता है (7)।
एंटीइंफ्लेमेटरी : जैतून के तेल में ओलियोकैंथोल पाया जाता है। यह तत्व आइबूप्रोफेन (ibuprofen) नामक दवा के जैसे काम कर सकता है (8)। इसलिए, माना जा सकता है कि चमकती त्वचा के लिए जैतून का तेल फायदेमंद है।
अभी आपने जाना कि जैतून का तेल त्वचा के लिए कितना लाभदायक है। आइए, अब जानते हैं कि त्वचा की रंगत को निखारने के लिए जैतून के तेल का प्रयोग कैसे करें।
गोरी त्वचा के लिए जैतून के तेल का उपयोग – How to Use Olive Oil For Glowing Skin in Hindi
चेहरे के लिए जैतून का तेल का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। इसका उपयोग अकेले या कुछ अन्य सामग्रियों के साथ किया जा सकता है। चलिए, जानते हैं कि कैसे गोरी त्वचा के लिए जैतून का तेल का उपयोग किया जा सकता है।
1. एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल
1 बड़ा चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल
एक मुलायम कपड़ा (फेस क्लाथ)
गर्म पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
अपने चेहरे पर एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल लगाएं और गोल-गोल मालिश करें।
नाक, गाल और माथे की थोड़ी ज्यादा मालिश करें।
जब चेहरा तेल सोंख ले, तो मुलायम कपड़े को गर्म पानी में डुबोकर निचोड़ लें।
इस कपड़े को चेहरे पर तब तक दबाएं रखें, जब तक कि कपड़े का तापमान सामान्य न हो जाए।
कपड़े को दोबारा पानी में डुबोकर निचोड़ें और इस बार इस कपड़े को चेहरे पर दबाएं नहीं, बल्कि इससे चेहरे को हल्के-हल्के साफ करें।
फिर सूखे मुलायम तौलिये से चेहरे को पोंछ लें।
कैसे मदद करता है?
त्वचा के लिए जैतून का तेल कितना उपयोगी है, यह लेख में ऊपर विस्तार से बताया गया है। अगर यहां बताए गए इस घरेलू नुस्खे से जैतून के तेल का प्रयोग किया जाए, तो रूखी त्वचा से कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि इसमें मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं। गर्म पानी से चेहरा सेंकने से चेहरे के रोम छिद्र खुल जाते हैं और त्वचा चमकदार व जवां दिखने लगती है। यही कारण है कि कई सौन्दर्य उपचारों में हॉट टॉवल का इस्तेमाल किया जाता है। ध्यान रहे कि मालिश से एडिमा जैसे दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इसलिए अगर किसी की त्वचा संवेदनशील है, तो चेहरे के लिए जैतून का तेल इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें (9)।
2. नींबू के साथ जैतून के तेल के फायदे
सामग्री :
1 बड़ा चम्मच जैतून का तेल
1 बड़ा चम्मच नींबू का रस
कैसे इस्तेमाल करें?
जैतून के तेल में नींबू का रस अच्छी तरह मिलाएं।
इसे पूरे चेहरे पर लगाएं और एक या दो मिनट तक मालिश करें।
इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
फिर मुलायम तौलिये से चेहरा पोंछ लें।
कैसे मदद करता है?
नींबू में विटामिन-सी पाया जाता है, जो त्वचा के लिए अच्छा एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है। नींबू के फायदे में सूरज की पराबैंगनी किरणों के बुरे प्रभाव से त्वचा की रक्षा करना शामिल है। इससे त्वचा को झुर्रियों से बचाया जा सकता है (10)। नींबू का रस विटामिन-सी से भरपूर होता है, जो त्वचा की रंगत को साफ करने में मदद कर सकता है (11)। इस तरह माना जा सकता है कि नींबू के साथ चेहरे के लिए जैतून का तेल इस्तेमाल किया जा सकता है।
3. शहद के साथ जैतून के तेल के फायदे
सामग्री :
एक बड़ा चम्मच जैतून का तेल
एक चम्मच शहद
एक अंडे की जर्दी
कैसे इस्तेमाल करें?
एक कटोरे में जैतून का तेल, शहद और अंडे की जर्दी लें। इन्हें अच्छी तरह से मिलाएं।
इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट तक लगा रहने दें।
इसके बाद चेहरे को गर्म पानी से धो लें।
कैसे मदद करता है?
यह फेस मास्क त्वचा को नमी प्रदान करके उसकी प्राकृतिक चमक को बरकरार रखने में मदद करता है, क्योंकि शहद में मॉइस्चराइजिंग गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो स्किन टिश्यू में जान डाल सकते हैं (12)। जैतून के तेल के साथ इसका प्रयोग त्वचा पर किसी प्रकार के संक्रमण से निजात दिला सकता है (13)। इस फेसपैक में अंडे की जर्दी है, जिसमें त्वचा को स्वस्थ रखने की क्षमता पाई जाती है। अंडे की जर्दी स्किन टिश्यू को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचा सकती है (14)। चेहरे के लिए जैतून का तेल इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं, तो ज्यादा फायदा पाने के लिए इस नुस्खे को भी अपनाया जा सकता है।
4. जैतून का तेल और हल्दी
सामग्री :
एक बड़ा चम्मच जैतून का तेल
आधा चम्मच हल्दी पाउडर
दो बड़े चम्मच योगर्ट
कैसे इस्तेमाल करें?
सभी सामग्रियों को एक साथ मिलाएं और चेहरे पर लगाएं।
10-15 मिनट के लिए फेस पैक को सूखने दें।
फिर पानी से चेहरा धो लें।
हल्दी छुड़ाने के लिए आप माइल्ड फेसवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे मदद करता है?
हल्दी में करक्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो त्वचा रोगों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है (15)। इस फेसपैक में योगर्ट का इस्तेमाल किया गया है और एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर उपलब्ध एक शोध के अनुसार, योगर्ट के साथ अन्य प्राकृतिक तत्वों को मिलाकर बनाया गया फेसपैक त्वचा को सुन्दर व चमकदार बनाने के साथ इसे लोच (Elastisity) भी प्रदान कर सकता है (16)��� इन दोनों तत्वों के साथ जैतून के तेल का प्रयोग त्वचा के लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
5. जैतून और अरंडी का तेल
सामग्री :
1 चम्मच जैतून का तेल
1 चम्मच अरंडी का तेल या नारियल का तेल
एक मुलायम कपड़ा (फेस क्लाथ)
कैसे इस्तेमाल करें?
सभी तेलों को एक साथ मिलाएं और इससे चेहरे की गोलाई में मालिश करें।
दो से तीन मिनट तक चेहरे की मालिश करें।
इसके बाद 10 मिनट तक प्रतीक्षा करें और फिर हॉट टॉवल से चेहरा साफ करें।
कैसे मदद करता है?
नियमित रूप से त्वचा की मालिश करने से आराम महसूस होता है और त्वचा स्वस्थ रह सकती है (17)। मसाज के लिए अरंडी का तेल और जैतून का तेल अच्छा मिश्रण साबित हो सकता है। जैतून के तेल के फायदे आप ऊपर जान ही चुके हैं। अब बात करते हैं अरंडी के तेल के फायदे की। अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड होता है, जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है (18)। हालांकि, अरंडी का तेल त्वचा संबंधी समस्याओं पर ज्यादा प्रभाव नहीं डालता, लेकिन कई मामलों में इससे त्वचा की खुजली, संवेदनशीलता व अल्ट्रा वायलेट किरणों के खिलाफ फायदेमंद माना गया है (19)। इसलिए, कहा जा सकता है कि त्वचा के लिए जैतून का तेल का उपयोग अरंडी के तेल के साथ करना बेहतर विकल्प हो सकता है।
6. सिरके के साथ जैतून के तेल के फायदे
सामग्री :
आधा कप जैतून का तेल
एक चौथाई कप सिरका
एक चौथाई कप पानी
स्टोर करने के लिए बोतल
कैसे इस्तेमाल करें?
सभी सामग्रियों को बोतल में डालें और अच्छी तरह हिला लें।
अपने चेहरे पर इस मिश्रण की कुछ बूंदों को लगाएं और थोड़ी देर गोलाई में मालिश करें।
इसे रात भर चेहरे पर लगा रहने दें और अगली सुबह उठकर मुंह धो लें।
इस नुस्खे को रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे मदद करता है?
सिरका त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। एनसीबीआई के शोध में पाया गया है कि इसमें मौजूद एसिटिक एसिड हानिकारक बैक्टीरिया से ह��ने वाले संक्रमण को रोकता है। एसिटिक एसिड में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो चेहरे पर हानिकारक जीवाणु को पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं (20)।
आइए, अब जानते हैं कि जैतून का तेल इस्तेमाल करते समय किन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।
बचाव – Caution
जैतून का तेल इस्तेमाल करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है, जैसे :
जैतून के तेल से बने किसी भी नुस्खे को चेहरे पर लगाने से पहले चेहरे को पानी से अच्छी तरह धो लें। चेहरा पूरी तरह साफ होगा, तभी तेल त्वचा में अच्छी तरह प्रवेश कर पाएगा।
चेहरे से मेकअप को हटाना भी जरूरी है। अगर मेकअप वाटरप्रूफ है, तो सिर्फ पानी से काम नहीं चलेगा, किसी ��च्छे मेकअप रिमूवल से चेहरे को साफ करें।
चेहरे पर जैतून का तेल लगाकर घर से बाहर न निकलें। बाहर निकलने पर चेहरे पर धूल-मिट्टी लग सकती है और इस सौन्दर्य उपचार का असर कम हो सकता है।
चेहरा धोने के बाद चेहरे को हमेशा मुलायम तौलिये से थपथपा कर पोंछना चाहिए।
अगर किसी को कोई त्वचा संबंधी रोग हैं, तो उपरोक्त फेसपैक का उपयोग करने से पहले त्वचा विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
इस लेख में आपने जाना कि जैतून के तेल का प्रयोग त्वचा के लिए कितना लाभदायक हो सकता है। इस लेख में दी गई जानकारी आपको पसंद आएगी, ऐसी हम उम्मीद करते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य उत्पादों का प्रयोग किसी भी तरह के नुकसान के डर से बचाता है। साथ ही इनका प्रयोग करना किफायती भी है। जैतून के तेल को सौन्दर्यवर्धक प्राकृतिक उत्पाद माना जा सकता है, जिसके बारे में हम विस्तार से बता चुके हैं। सुंदरता को निखारने के लिए और कौन-कौन से घरेलू उपचार किए जा सकते हैं, यह जानने के आप हमारे अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
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औली त्यागी उभरती लेखिका हैं, जिन्होंने हरिद्वार (उत्तराखंड) से पत्रकारिता और जनसंचार में एम.ए. की डिग्री हासिल की है। औली को लेखन के क्षेत्र में दो साल का अनुभव है। औली प्रतिष्ठित दैनिक अखबार और कम्युनिटी रेडियो स्टेशन से ट्रेनिंग ले चुकी हैं। औली सामाजिक मुद्दों पर लिखना पसंद करती हैं। लेखन के अलावा इन्हें वीडियो एडिटिंग और फोटोग्राफी का तकनीकी ज्ञान भी हैं। इन्हें हिंदी और उर्दू साहित्य में विशेष रुचि है।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/gori-twacha-paane-ke-liye-jaitun-ka-tel-in-hindi/
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घर पर बनाये नारियल तेल फेस मास्क – Homemade Coconut Oil Face Mask in Hindi
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घर पर बनाये नारियल तेल फेस मास्क – Homemade Coconut Oil Face Mask in Hindi
घर पर बनाये नारियल तेल फेस मास्क – Homemade Coconut Oil Face Mask in Hindi Soumya Vyas Hyderabd040-395603080 December 30, 2019
स्वास्थ्य के लिए नारियल का इस्तेमाल किसी औषधि से कम नहीं। पोषक तत्वों से भरपूर नारियल का इस्तेमाल विभिन्न रूपों में किया जाता है। खासकर, नारियल का तेल विश्व भर में प्रसिद्ध है। नारियल तेल का इस्तेमाल खाना बनाने से लेकर बालों और त्वचा के लिए भी किया जाता है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम नारियल तेल फेस मास्क से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं। यहां आप नारियल तेल फेस मास्क के विभिन्न फायदों से लेकर कैसे घर पर बनाए नारियल तेल फेस मास्क के तरीके भी जान पाएंगे। ध्यान रहे नारियल तेल लगाने के फायदे लेख में बताई गईं कुछ त्वचा समस्याओं को कम करने का काम कर सकते हैं, लेकिन ये इनका इलाज नहीं हैं। आइए, आपको बता दें कि घर पर बनाए नारियल तेल फेस माक्स के फायदे क्या क्या होते हैं।
विषय सूची
नारियल तेल फेस मास्क के फायदे – Benefits of Coconut Oil Face Mask in Hindi
नारियल तेल फेस माक्स के फायदे नीचे बताई गईं समस्याओं के प्रभाव को कम करने में एक सहायक भूमिका निभा सकते हैं।
1. मुंहासों के लिए
मुंहासे एक ऐसी समस्या जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। इसका न कोई मौसम होता है और न कोई समय। मुंहासे कुछ बैक्टीरिया जैसे पी.एक्ने (Propionibacterium Acnes) की वजह से भी हो सकते हैं। ऐसे में, इन बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए नारियल तेल में मौजूद मोनोलॉरिन नामक तत्व काम कर सकता है। मोनोलॉरिन को लॉरिक एसिड से निकाला जाता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो मुंहासे फैलाने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने का काम कर सकता है (1)। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया है कि लॉरिक एसिड में भी एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो पी.एक्ने बैक्टीरिया को खत्म करने से मदद कर सकते हैं (2)।
2. त्वचा की नमी बनाए रखे
नारियल तेल फेस मास्क के फायदे त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। नारियल तेल को एमोलिएंट (Emollient) की श्रेणी में डाला गया है, जो त्वचा को नमी देने और कोमल बनाने में मदद कर सकता है। यह एक तरह का फैटी एसिड होता है, जो त्वचा की सबसे ऊपरी परत और त्वचा का निर्माण करने वाली कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (3)। इसके साथ, वर्जिन कोकोनट ऑयल त्वचा में पानी और ग्लिसरॉल का सही तरीके से वितरण करता है, जिससे त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद मिल सकती है (4)।
3. इन्फ्लेमेशन कम करे
किसी भी कीड़े या मच्छर के काटने पर नारियल का तेल लगाया जा सकता है, यह कीड़ों के काटने की वजह से हुई सूजन से राहत दे सकता है। इसके साथ, यूवी रेडिएशन की वजह से भी त्वचा में इन्फ्लेमेशन हो सकता है। ऐसे में, वर्जिन कोकोनट ऑयल में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को यूवी रेडिएशन के प्रभाव से बचाने का काम कर सकते हैं। इसके साथ यह त्वचा को कैंसर, बढ़ती उम्र से लक्षण, डर्मेटाइटिस और एक्जिमा (त्वचा पर लाल खुजलीदार चकत्ते) से बचाने में भी लाभदायक साबित हो सकता है (4)। इस प्रकार नारियल तेल फेस पैक के फायदे त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। आइए, अब आपको बताते हैं कि किस तरह घर पर बनाए नारियल तेल फेस पैक।
घर पर बनाये नारियल तेल फेस मास्क – Homemade Coconut Oil Face Mask in Hindi
1. रेडियंट त्वचा के लिए शहद और नारियल तेल के फायदे
सामग्री :
एक चौथाई कप नारियल तेल
एक चम्मच शहद
एक चौथाई शिया बटर
विधि :
एक बाउल में नारियल तेल और शिया बटर लें और उसे माइक्रोवेव में रख कर पिघला लें।
अब बाहर निकाल कर उसे थोड़ा सा ठंडा करें और उसमें शहद मिलाएं।
अच्छी तरह मिलाकर, इसे फेस पर अच्छी तरह लगाएं।
लगभग आधे घंटे तक सूखने के बाद चेहरे को धो लें।
किस तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त :
सभी प्रकार की त्वचा के लोग इसका उपयोग कर सकते हैं।
कैसे काम करता है :
नारियल तेल के साथ, शहद में भी एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया से बचा सकते हैं। साथ ही यह त्वचा को यूवी किरणों से होने वाली क्षति से भी बचा सकता है और कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो त्वचा पर हुई सूजन को कम करने में मदद कर सकता है (5)। इसके साथ, शिया बटर एक मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है और त्वचा की नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है (6)। घर पर बनाए नारियल तेल फेस पैक में शहद मिलाने से त्वचा को स्वस्थ रखने और उसकी चमक बरकरार रखने मदद मिल सकती है।
2. साफ त्वचा के लिए ओवरनाइट नारियल ऑयल फेस मास्क
सामग्री :
एक चम्मच नारियल तेल
दो से तीन बूंद टी ट्री ऑयल
एक स्प्रे बोतल
विधि :
एक कटोरी में दोनों तेलों को अच्छी तरह मिलाकर स्प्रे बोतल में भर लें।
रात में सोने से पहले, चेहरे को अच्छी तरह साफ कर लें और इस तेल की तीन से चार बूंद चेहरे पर लगाएं।
अब हल्के हाथों से चेहरे पर कुछ देर मसाज करें और सो जाएं।
सुबह उठ कर चेहरे को साफ पानी से धो लें।
किस तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त :
संवेदनशील, रूखी और कॉम्बिनेशन त्वचा वाले लोग इसे हर रात लगा सकते हैं। तैलीय त्वचा वाले लोग इसका उपयोग हर दूसरे दिन कर सकते हैं। इसका उपयोग करते समय टी ट्री ऑयल का ज्यादा उपयोग न करें।
कैसे काम करता है :
यह तो हम ऊपर बता ही चुके हैं कि नारियल तेल में एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़कर त्वचा को साफ रखने में मदद कर सकते हैं (1) (2)। इसके साथ, टी ट्री ऑयल में भी एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जिसकी बदौलत यह त्वचा को कई तरह के बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और संक्रमण से बचाव कर ��कता है। टी ट्री ऑयल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो त्वचा पर होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं (7)।
3. रंग साफ करने के लिए हल्दी और नारियल तेल का फेस पैक
सामग्री :
तीन चम्मच नारियल तेल (पिघला हुआ)
आधा छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
आधा छोटा चम्मच नींबू का रस
एक चम्मच शहद
विधि :
एक बाउल में सारी सामग्री को एक साथ मिला लें।
अब चेहरे को साफ करके इस पैक को लगाएं।
इसे लगभग 15-20 मिनट के लिए चेहरे पर लगे रहने दें।
अच्छी तरह सूख जाने के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
किस तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त :
यह सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है और इसका उपयोग हफ्ते में दो से तीन बार किया जा सकता है। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो इस पैक में नींबू का उपयोग न करें।
कैसे काम करता है :
घर पर बनाए नारियल तेल फेस पैक में हल्दी मिलाने से त्वचा का रंग साफ करने में मदद मिल सकती है। दरअसल, त्वचा को रंग मेलानिन नामक एक पिगमेंट से मिलता है, जिसका निर्माण कुछ खास प्रकार की सेल्स करती हैं। इस प्रक्रिया को मेलानोजेनेसिस (Melanogenesis) कहा जाता है। शरीर में मेलानिन का स्तर बढ़ने से त्वचा का रंग गहरा हो सकता है (8) (9)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायो टेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि हल्दी मेलानोजेनेसिस की प्रक्रिया को रोकने में मदद कर सकता है, जिससे त्वचा का रंग साफ करने में मदद मिल सकती है (10)। वहीं नींबू के अर्क को एक प्राकृतिक स्किन लाइटनर माना जाता है, जिसका संतुलित मात्रा में उपयोग त्वचा को ब्लीच कर के उसका रंग साफ कर सकता है (11)।
4. ब्लैकहेड्स के लिए बेकिंग सोडा और नारियल तेल का फेस मास्क
सामग्री :
एक बड़ा चम्मच नारियल तेल
एक छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
विधि :
एक बाउल में दोनों सामग्री को अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को चेहरे के ब्लैकहेड्स प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
उंगलियों की मदद से चेहरे पर लगभग 10 मिनट तक मसाज करें।
अंत में गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
किस तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त :
यह सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है और इसका उपयोग हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है :
ब्लैकहेड्स एक प्रकार के एक्ने होने होते हैं, जो अक्सर नाक के आसपास हो जाते हैं (12)। ऐसे में नारियल के तेल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एक्ने फैलाने वाले कीटाणु को खत्म करने में मदद कर सकता है (1)। इसके साथ बेकिंग सोडा त्वचा को एक्सफोलिएट करके, ब्लैक हेड्स निकालने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, बेकिंग सोडा इसमें कितना कारगर साबित होगा, इस पर कोई शोध उपलब्ध नहीं है।
5. ग्लोइंग त्वचा के लिए कॉफी और नारियल तेल का फेस मास्क
सामग्री :
एक चम्मच नारियल तेल
एक चम्मच कॉफी पाउडर
विधि :
एक बाउल में दोनों सामग्री को अच्छी तरह मिला लें और पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर लगाएं और लगभग पांच मिनट तक उंगलियों से मसाज करें।
अब इसे 10-15 मिनट के लिए चेहरे पर सूखने के लिए छोड़ दें।
अंत में गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
किस प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त :
सभी प्रकार की त्वचा पर इसका उपयोग हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है :
यूवी किरणें त्वचा पर हानिकारक प्रभाव डालकर, समय से पहले बढ़ती उम्र के लक्षण दिखने का कारण बन सकती हैं। ऐसे में, कॉफी का अर्क त्वचा पर यूवी किरणों के प्रभाव ��ो कम कर, बढ़ती उम्र के लक्षण जैसे झुर्रियां को कम कर सकता और त्वचा का लचीलापन बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके साथ कॉफी कोलेजन बढ़ाने में भी मदद कर सकती है (13)। इन गुणों की वजह से नारियल तेल फेस मास्क के फायदे के साथ मिल कर कॉफी त्वचा की चमक बनाए रखने में मदद कर सकती है।
6. एलो वेरा और नारियल तेल का फेस मास्क
सामग्री :
एक चम्मच नारियल तेल
एक चम्मच एलो वेरा जेल
विधि :
एक बाउल में नारियल तेल और एलो वेरा जे�� को अच्छी तरह मिला लें।
इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर, दो से तीन मिनट तक उंगलियों से मसाज करें और सूखने के लिए छोड़ दें।
लगभग 10 मिनट सूखने के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
किस प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त :
यह फेस मास्क सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है। इसका उपयोग हफ्ते में दो से तीन बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है :
नारियल का तेल त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है और साथ ही इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को कई प्रकार के संक्रमण से बचा सकते हैं (3) (1)। एलो वेरा के साथ उपयोग करने से घर पर बनाए नारियल तेल फेस पैक के फायदे दोगुने हो जाते हैं। एलो वेरा में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को यूवी किरणों के हारिकारक प्रभाव से बचाते हैं। इसके साथ इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो कई प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस और फंगस संक्रमण से त्वचा को बचा सकते हैं। एलो वेरा के मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा को नम और कोमल बनाए रखने में मदद करते हैं और एंटीएजिंग गुण, बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम कर सकते हैं (14)।
7. मुंहासों के लिए दालचीनी और नारियल तेल का फेस मास्क
सामग्री :
एक चम्मच नारियल तेल
एक चम्मच ऑर्गेनिक दालचीनी पाउडर
आधा चम्मच शहद
विधि :
एक बाउल में सभी सामग्री को मिलाकर पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को मुंहासों पर लगाएं और छोड़ दें।
लगभग 20 मिनट के बाद चेहरे को साफ पानी से धो लें।
किस प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त :
सभी प्रकार की त्वचा के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। इस मास्क का उपयोग हफ्ते में दो से तीन बार किया जा सकता है। दालचीनी का उपयोग अधिक मात्रा में करने से त्वचा पर जलन हो सकती है, इसलिए इसका उपयोग सीमित मात्रा में ही करें।
कैसे काम करता है :
एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया है कि दालचीनी और शहद से बने पैक को एक्ने से निजात पाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इनमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो मुंहासों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया जैसे पी. एक्ने और ए. एपिडर्मिडिस को खत्म कर सकते हैं (15)। नारियल के तेल में भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए, पैक में दालचीनी और शहद के गुणों के साथ नारियल तेल फेस पैक के फायदे बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं।
8. ओटमील और नारियल तेल का फेस पैक
सामग्री :
दो चम्मच नारियल तेल (पिघला हुआ)
एक चौथाई कप ओटमील
विधि :
ओटमील को ब्लेंडर में डाल कर पाउडर बना लें।
अब एक बाउल में नारियल तेल और ओटमील पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और लगभग 15-20 मिनट तक सूखने दें।
अच्छी तरह सूख जाने के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
किस प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त :
इस पैक का उपयोग हफ्ते में दो से तीन बार किया जा सकता है और यह सभी तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
कैसे काम करता है :
डर्मेटोलॉजी में ओटमील को एक कारगर उत्पाद की तरह देखा जाता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते हैं। इसका उपयोग त्वचा से जुड़ी बीमारियों जैसे डर्मेटाइटिस (त्वचा पर लाल, खुजलीदार चकत्ते) खुजली,
मुंहासे और वायरल संक्रमण से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, ओटमील त्वचा को पराबैंगनी किरणों के हानिकारक प्रभाव से भी बचा सकता है (16)। घर पर बनाए नारियल तेल फेस पैक में ओटमील मिलाने से त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
9. तैलीय त्वचा के लिए नींबू, दही और नारियल तेल का फेस मास्क
सामग्री :
आधा चम्मच नारियल तेल
एक चम्मच दही
आधा चम्मच नींबू का रस
विधि :
एक बाउल में तीनों सामग्री को मिलाकर पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर लगाएं और कुछ देर सूखने दें।
लगभग 15 मिनट तक सूखने से बाद, चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।
किस प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त :
यह पैक ��भी तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त है, हालांकि इसमें नींबू होने की वजह से हम सलाह देंगे कि संवेदनशील त्वचा वाले लोग इसका उपयोग न करें।
कैसे काम करता है :
त्वचा पर एक्ने की समस्या अधिक सीबम (त्वचा पर तेल) के उत्पादन से हो सकती है। ऐसे में, दही के गुण त्वचा से एक्ने हटाकर उसे स्वस्थ बनाने में मदद कर सकते हैं। यह त्वचा से अधिक ऑयल हटाने और त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसके साथ, दही त्वचा को यूवी किरणों के दुष्प्रभाव से भी बचा सकता है और त्वचा के पीएच स्तर को बनाए रखने में भी मदद कर सकता है (17)। वहीं नींबू में मौजूद विटामिन-सी त्वचा को बढ़ती उम्र से लक्षण, टैनिंग, रूखी त्वचा और इन्फ्लेमेशन से बचा सकता है (18) (19)। दही और नींबू मिलाने से चेहरे के लिए नारियल तेल फेस मास्क के फायदे दोगुने हो सकते है।
10. युवा त्वचा के लिए एवोकाडो और नारियल तेल का फेस मास्क
सामग्री :
एक चम्मच नारियल तेल
एक चौथाई चम्मच एवोकाडो का पेस्ट
विधि :
एवोकाडो का पेस्ट और नारियल तेल को एक बाउल में डालकर अच्छी तरह मिला लें।
इस मास्क को चेहरे पर लगाएं और लगभग 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें।
सूख जाने के बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
किस प्रकार के लिए उपयुक्त :
एवोकाडो और नारियल तेल फेस मास्क के फायदे सभी प्रकार की त्वचा के लोग उठा सकते हैं। इसका उपयोग हफ्ते में तीन बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है :
त्वचा पर बढ़ती उम्र के लक्षण कम करने में एवोकाडो में मौजूद लिनोलिक एसिड काम कर सकता है। यह बढ़ती उम्र के लक्षण जैसे त्वचा में नमी की कमी और ढीलापन (स्किन एट्रोफी) को कम करने में मदद कर सकता है (20)। वहीं, नारियल का तेल यूवी किरणों की वजह से हो रही स्किन एजिंग को कम करने में मदद कर सकता है (4)। घर पर बनाए नारियल तेल फेस मास्क के फायदे और विधि जानने के बाद आगे जानिए इससे जुड़ी जरूरी टिप्स।
बचाव – Caution
किसी भी फेस पैक को लगाने से पहले नीचे बताई गईं बातों का ध्यान रखना जरूरी है :
कोई भी फेस पैक लगाने से पहले चेहरे को अच्छी तरह साफ कर लें।
मास्क को लगाने के बाद घर से बाहर न निकलें। इससे त्वचा पर धूल-मिट्टी चिपक सकती है।
फेस पैक को धोने के बाद चेहरे को रगड़ कर न पोंछे। ऐसा करने से चेहरे की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है। हमेशा चेहरे को थपथपा कर ही पोंछे।
चेहरा पोंछने के बाद मॉइस्चराइजर लगाना न भूलें।
अगर किसी को त्वचा से जुड़ी कोई समस्या (मुंहासे या एक्जिमा) है तो किसी भी प्रकार का फेस पैक का उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें।
साथ ही फेस पैक का उपयोग करने से पहले एक बार पैच टेस्ट अवश्य कर लें।
उम्मीद करते हैं कि अब आप नारियल तेल फेस मास्क के फायदे और इसे बनाने के तरीके अच्छी तरह समझ गए होंगे। आप लेख में बताए गए टिप्स के साथ घर पर बनाए नारियल तेल फेस मास्क के फायदे उठा सकते हैं। ये फेस मास्क बहुत किफायती हैं और इनमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री आसानी से आपको बाजार में मिल जाएंगी। आपको यह लेख कैसा लगा, हमें नीचे कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें। साथ ही आप नारियल तेल फेस मास्क से जुड़ा अपना अनुभव भी हमारे साथ साझा कर सकते हैं।
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Soumya Vyas
सौम्या ��्यास ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बीएससी किया है और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु से टेलीविजन मीडिया में पीजी किया है। सौम्या एक प्रशिक्षित डांसर हैं। साथ ही इन्हें कविताएं लिखने का भी शौक है। इनके सबसे पसंदीदा कवि फैज़ अहमद फैज़, गुलज़ार और रूमी हैं। साथ ही ये हैरी पॉटर की भी बड़ी प्रशंसक हैं। अपने खाली समय में सौम्या पढ़ना और फिल्मे देखना पसंद करती हैं।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/gar-par-banaye-nariyal-tel-ke-face-mask-in-hindi/
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व्हाइटहेड्स के कारण और घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi
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व्हाइटहेड्स के कारण और घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स के कारण और घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi Ankit Rastogi Hyderabd040-395603080 November 11, 2019
धूल, प्रदूषण और बिगड़ी आहार शैली के कारण हम रोज कई समस्याओं से जूझते हैं। त्वचा संबंधी समस्याएं भी इन्हीं में से एक हैं, जिनमें ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स और मुंहासे भी शामिल हैं। इनमें से सबसे आम है, व्हाइटहेड्स, जो किसी को भी आसानी से हो सकते हैं। लोग इनसे छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के आधुनिक उपाय करते हैं, जो कभी-कभी विपरीत परिणाम भी दे जाते हैं। ऐसे में व्हाइटहेड्स हटाने के लिए प्राकृतिक तरीकों का सहारा लिया जा सकता है।
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको व्हाइट हेड्स के कारण और व्हाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे बताएंगे। आप इन घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें, क्योंकि कुछ घरेलू नुस्खे आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं। साथ ही समस्या अगर गंभीर हो, तो डॉक्टरी इलाज भी जरूरी है।
व्हाइट हेड्स के कारण और व्हाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे से पहले यह जान लेना जरूरी है कि व्हाइटहेड्स कहते किसे हैं।
विषय सूची
व्हाइटहेड्स क्या है? – What is Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स को मुंहासे का ही प्रकार कहा जाता है, जिसमें यह केवल त्वचा के बाहरी हिस्से को प्रभावित करता है। इन्हें आम बोलचाल की भाषा में फुंसियां भी कहा जाता है। यह चेहरे, छाती और पीठ पर छोटे-छोटे सफेद उभार के रूप में दिखाई देते हैं, जिनमें सफेद रंग का सिस्ट जमा होता है। इनके कारण प्रभावित त्वचा पर कभी-कभी दर्द भी महसूस होता है (1) (2)।
लेख के अगले भाग में हम आपको व्हाइट हेड्स के कारण के बारे में बताएंगे।
व्हाइटहेड्स के कारण – Causes of Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स का मुख्य कारण त्वचा पर मौजूद रोम छिद्रों का बंद होना है। वैसे रोम छिद्रों के बंद हो जाने के कई कारण हो सकते हैं, जिससे व्हाइटहेड्स होने की आशंका प्रबल हो जाती है (3)।
तैलीय ग्रंथियों में अधिक तेल का बनना।
हार्मोनल बदलाव के कारण अधिक तेल का निकलना।
चिकने और तैलीय कॉस्मेटिक उत्पादों का अधिक उपयोग।
अधिक पसीना आना या नमी के कारण।
कुछ विशिष्ट दवाओं के उपयोग से (जैसे:- गर्भ निरोधक गोलियां)।
व्हाइट हेड्स के कारण जानने के बाद अब हम आपको व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय बता रहे हैं।
व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपा�� कई हैं, जिनके बारे में हम यहां बता रहे हैं। इन्हें अपनाकर आप व्हाइटहेड्स की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं।
1. बेकिंग सोडा
सामग्री :
एक चम्मच बेकिंग सोडा
पानी (आवश्यकता���ुसार)
कैसे इस्तेमाल करें :
बेकिंग सोडे में आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर आप इसका पेस्ट बना लें।
इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाकर करीब 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद आप इसे हल्के गुनगुने पानी से धो डालें।
इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में करीब दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोट:- इस प्रक्रिया को अपनाने से पहले थोड़ा पेस्ट हाथ पर लगाकर सुनिश्चित कर लें कि आपको इससे किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं हो रही हैं। उसके बाद ही इसे इस्तेमाल में लाएं।
कैसे है लाभदायक :
वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे में आप बेकिंग सोडा को इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, मुंहासों की समस्या में बेकिंग सोडा को सहायक माना जाता है। जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार हैं, इस कारण यह माना जा सकता है कि बेकिंग सोडा का उपयोग आपको इस समस्या से काफी हद तक राहत दिला सकता है (4)।
2. टी ट्री-ऑयल
सामग्री :
एक चम्मच टी ट्री-ऑयल
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
रूई के टुकड़े को टी ट्री-ऑयल में डुबोएं और उसके बाद त्वचा के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो तेल में डुबोने से पहले रूई के टुकड़े को पानी में डालकर निचोड़ लें। फिर इसे लगाने के लिए इस्तेमाल करें।
इस प्रक्रिया को दिन में दो बार दोहराने से जल्द आराम मिल सकता है।
कैसे है लाभदायक :
जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासे का ही एक प्रकार है। वहीं, टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल प्रभाव के कारण इसे मुंहासों की समस्या को दूर करने में सहायक माना जाता है। इस कारण हम कह सकते हैं कि वाइटहेड्स का इलाज करने के लिए टी ट्री-ऑयल फायदेमंद साबित हो सकता है (5)।
3. लहसुन
सामग्री :
दो से तीन लहसुन की कलियां
एक से दो चम्मच पानी
चार से पांच बूंद गुलाब जल
रूई का एक टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले लहसुन को कुचलकर इसे पानी में पांच से दस मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने पर इस पानी को अपने चेहरे के प्रभावित स्थान पर लगाएं और चार से पांच मिनट के लिए छोड़ दें।
इसके बाद रूई के टुकड़े पर गुलाब जल की चार से पांच बूंदें लेकर चेहरे को साफ कर लें।
इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो से तीन बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
लहसुन में एंटीइंफ्लेमेटरी और हीलिंग (घाव सुखाने और भरने वाले) औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो त्वचा को मुंहासों की समस्या से निजात दिलाने में सहायता कर सकते हैं। जैसा कि लेख के शुरुआत में बताया गया है कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार है। इस कारण लहसुन को वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है (6)।
4. एग व्हाइट
सामग्री :
एक अंडा
एक चम्मच शहद (वैकल्पिक)
कैसे इस्तेमाल करें :
अंडे को तोड़कर उसका एग व्हाइट अलग करें और उसमें शहद डालकर अच्छे से मिक्स करें।
��ब तैयार हुए लेप को फेस मास्क के तौर पर अपने चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद गुनगुने पानी से इसे धो डालें।
इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
एग व्हाइट में प्रोटीन और राइबोफ्लेविन (विटामिन बी-2) मौजूद होता है, जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। साथ ही यह त्वचा को साफ करने और व्हाइटहेड्स को हटाने का भी अच्छा विकल्प माना जाता है (7)। इस कारण यह माना जा सकता है कि एग व्हाइट के उपयोग से कुछ हद तक वाइटहेड्स का इलाज किया जा सकता है।
5. आलू का रस
एक छोटे आकर का आलू
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
सबसे पहले आलू को छील कर घिस लें।
अब घिसे हुए आलू को किसी सूती कपड़े में रखकर उसका रस निचोड़ लें।
फिर इस रस में रूई के टुकड़े को डुबोकर अपने चेहरे पर लगाएं।
10 से 15 मिनट तक रस को चेहरे पर लगा रहने दें।
समय पूरा होने पर अपने चेहरे को पानी से धो लें।
जल्द लाभ पाने के लिए इस प्रक्रिया को प्रतिदिन दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
आलू के रस में ब्लीचिंग प्रभाव पाया जाता है, जिस कारण इसे मुंहासों के दाग-धब्बे हटाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है (8)। जैसा कि हमने आपको बताया व्हाइटहेड्स को मुंहासों का ही एक प्रकार माना जाता है। ये तैलीय त्वचा और मृत त्वचा के रोम छिद्रों पर जमा होने के कारण होते हैं (3)। इन दोनों कारणों को भी आलू में मौजूद ब्लीचिंग प्रभाव खत्म कर सकता है। इस कारण यह माना जा सकता है कि वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे में आलू के रस का इस्तेमाल सहायक साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि आलू व्हाइटहेड्स को ठीक कर सकता है या नहीं।
6. सेब का सिरका
सामग्री :
दो से चार बूंद सेब का सिरका
एक रूई का टुकड़ा
कैसे इस्तेमाल करें :
रूई के टुकड़े पर सेब के सिरके की कुछ बूंदें लेकर सीधे व्हाइटहेड्स पर लगाएं।
इसे धोएं नहीं ऐसे ही छोड़ दें। कुछ मिनट बाद यह अपने आप सूख जाएगा।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
सेब का सिरका व्हाइटहेड्स के लिए लाभदायक मान�� जा सकता है। इसका कारण यह है कि इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया को हटाकर मुंहासे की समस्या को दूर करते हैं। वहीं, इसमें मौजूद मैलिक और लैक्टिक एसिड त्वचा को एक्सफोलिएट (मृत त्वचा को हटाकर) कर दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं (9)। जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार हैं। इस कारण इसे व्हाइटहेड्स के लिए भी लाभदायक माना जा सकता है।
7. हल्दी
सामग्री :
आधा चम्मच हल्दी पाउडर
दो चम्मच पानी
कैसे इस्तेमाल करें :
हल्दी पाउडर में पानी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें।
अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद आप इसे पानी से धो लें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
हल्दी में एंटी-माइक्रोबियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाले) और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा संबंधी कई समस्याओं के साथ मुंहासों की समस्या को ठीक करने में भी मदद करते हैं (10)। व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार हैं, इस कारण वाइटहेड्स का इलाज करने के लिए हल्दी को उपयोग में लाया जा सकता है।
8. ग्रीन टी
सामग्री :
उपयोग किया हुआ एक ग्रीन टी बैग
कैसे इस्तेमाल करें :
उपयोग किया हुआ ग्रीन टी बैग लेकर प्रभावित स्थान पर करीब 10 से 15 मिनट के लिए रखें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
एक शोध में पाया गया है कि ग्रीन टी में पाए जाने वाले पॉलिफिनॉल���स मुंहासे पैदा करने वाले मुख्य कारणों को खत्म करने में सहायक होते हैं (11)। वहीं, लेख में हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासे का ही एक प्रकार है। इसलिए, यह समस्या से छुटकारा पाने का उत्तम विकल्प साबित हो सकता है।
9. शहद
सामग्री :
एक चम्मच प्राकृतिक शहद
कैसे इस्तेमाल करें :
शहद को हल्का गर्म करके चेहरे के प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
अब इसे 20 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें।
इस प्रक्रिया को समस्या ठीक होने तक हर दूसरे दिन दोहराया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
शहद में वून्ड हीलिंग (घाव भरना) के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। इन्हीं गुणों के कारण इसे त्वचा संबंधित कई समस्याओं के लिए लाभकारी माना गया है, जिसमें मुंहासे की समस्या भी शामिल है (12)। जैसा कि आप जानते हैं कि व्हाइटहेड्स मुंहासे का ही एक प्रकार है। इसलिए, शहद से वाइटहेड्स का इलाज सकारात्मक परिणाम दे सकता है।
10. एलोवेरा
सामग्री :
एलोवेरा की पत्ती का एक टुकड़ा
एक चम्मच नींबू का रस
कैसे इस्तेमाल करें :
एलोवेरा की पत्ती को काटकर उसके बीच के गूदे को निकाल लें।
अब एक चम्मच एलोवेरा के गूदे में एक चम्मच नींबू का रस डालकर अच्छे से मिक्स करें।
अब तैयार लेप को चेहरे के प्रभावित क्षेत्र पर हल्के हाथों से लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने पर गुनगुने पानी से चेहरे को धो डालें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
एलोवेरा को त्वचा के लिए लाभदायक माना गया है। इसे त्वचा को साफ करने और निखारने के साथ ही कई त्वचा समस्याओं में भी उपयोग किए जा सकता है, जिनमें मुंहासे भी शामिल हैं (13)। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि यह व्हाइटहेड्स की समस्या को दूर करने में भी मददगार साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में और शोध की आवश्यकता है।
11. क्ले मास्क
सामग्री :
एक से दो चम्मच प्राकृतिक क्ले (बेन्टोनाइट क्ले)
एक चम्मच शहद
पानी (आवश्यकतानुसार)
कैसे इस्तेमाल करें :
क्ले में पानी और शहद मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें।
इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं और 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद गुनगुने पानी से इसे साफ कर लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार उपयोग में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
विशेषज्ञों के मुताबिक, क्ले मास्क त्वचा के लिए एक्स्फोलिएंट की तरह काम करता है, जो मृत त्वचा को हटाकर उसे साफ करता है। साथ ही त्वचा में मौजूद अतिरिक्त तेल को भी हटाता है। इस कारण इसे मुंहासों से छुटकारा पाने के घरेलू उपचार के तौर पर अपनाया जाता है (7)। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि व्हाइटहेड्स की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसका इस्तेमाल लाभकारी साबित हो सकता है।
12. नारियल तेल
सामग्री :
एक से दो बूंद प्राकृतिक नारियल तेल
कैसे इस्तेमाल करें :
उंगलियों पर नारियल तेल की कुछ बूंदें लेकर प्रभावित क्षेत्र की हल्के हाथ से मसाज करें।
अब इसे पूरी रात के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
हर रात सोने से पहले इस प्रक्रिया को इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
नारियल तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिनके कारण इसे मुंहासों के घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है (7)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि व्हाइटहेड्स से छुटकारा पाने में यह मददगार साबित हो सकता है।
13. गुलाब जल
सामग्री :
दो से तीन बूंद गुलाब जल
एक रूई का टुकड़ा
कैसे करें इस्तेमाल
रूई के टुकड़े पर गुलाब जल की कुछ बूंदें लेकर आप अपने चेहरे पर लगाएं।
अब इसे प्राकृतिक रूप से सूखने के लिए छोड़ दें।
इस प्रक्रिया को दिन में करीब दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
आमतौर पर गुलाब जल का प्रयोग स्किन को टोन करने और मॉइश्चराइज करने के लिए किया जाता है। वहीं, एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि यह मुंहासे की समस्या को दूर करने में भी लाभदायक साबित हो सकता है (14)। वहीं, आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि व्हाइटहेड्स मुंहासों का ही एक प्रकार है। इसलिए, गुलाब जल व्हाइटहेड्स से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।
14. शुगर स्क्रब
सामग्री :
एक चम्मच चीनी
एक चम्मच शहद
तीन से चार बूंद नींबू का रस
कैसे इस्तेमाल करें :
चीनी, शहद और नींबू को आपस मिलाकर स्क्रब तैयार कर लें।
अब इस स्क्रब को उंगलियों की सहायता से चेहरे पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें।
पांच से दस मिनट मसाज करने के बाद आप गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में करीब दो बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
चीनी में ग्लाइकोलिक एसिड पाया जाता है, जो अपने एक्सफोलिएंट गुण के कारण त्वचा को साफ करने और मृत त्वचा को निकालने में सहायता करता है (15)। मृत त्वचा और तेल त्वचा के रोम छिद्रों को बंद कर व्हाइटहेड्स की वजह बनते हैं (3)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि शुगर स्क्रब का इस्तेमाल कर कुछ हद तक व्हाइटहेड्स से छुटकारा मिल सकता है।
15. स्टीम
सामग्री :
एक बड़ा कटोरा गर्म पानी
एक तौलिया
कैसे इस्तेमाल करें :
गर्म पानी से एक कटोरे को भरकर चेहरे पर उसकी भाप लें।
भाप चेहरे को ही प्रभावित करे इसके लिए आप सिर व चेहरे को तौलिये ढक लें।
पांच से आठ मिनट तक भाप लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में करीब दो बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
विशेषज्ञों के मुताबिक, स्टीम की मदद से बंद रोम छिद्रों को खोलने में मदद मिल सकती है (16)। वहीं, बंद रोम छिद्र व्हाइटहेड्स का मुख्य कारण होते हैं (3)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि व्हाइटहेड्स से राहत पाने के लिए स्टीम का इस्तेमाल लाभदायक साबित हो सकता है।
16. टूथपेस्ट
सामग्री :
थोड़ा-सा टूथपेस्ट (आवश्यकतानुसार)
कैसे इस्तेमाल करें :
उंगली पर थोड़ा-सा टूथपेस्ट लेकर व्हाइटहेड्स पर लगाएं और करीब आधे से एक घंटे के लिए छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद चेहरे को अच्छी तरह से धो लें।
इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
ज्यादातर टूथपेस्ट में अल्कोहल और फ्लोराइड मौजूद होते हैं, जो व्हाइटहेट्स को सुखा देते हैं और त्वचा पर मौजूद बैक्टीरियल इंफेक्शन को खत्म करने में मदद करते हैं। इस कारण हम कह सकते हैं कि व्हाइटहेड्स से छुटकारा पाने के लिए आप टूथपेस्ट को भी इस्तेमाल में ला सकते हैं (7)। व्हाइटहेड्स के लिए घरेलू उपाय जानने के बाद अब हम आपको इससे बचने के कुछ उपाय बताएंगे।
व्हाइटहेड्स से बचने के उपाय – Prevention Tips for Whiteheads in Hindi
व्हाइटहेड्स से बचने के उपाय निम्न प्रकार से हैं, जिन्हें अपनाकर आप व्हाइटहेड्स को होने से रोक सकते हैं (5)।
त्वचा की नियमित साफ-सफाई रखें।
कम शुगर वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग करें।
जिंक, विटामिन ए, विटामिन ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
व्हाइटहेड्स को निकालने की कोशिश बिलकुल भी न करें।
चिंता और तनाव से दूर रहें।
व्हाइटहेड्स क्या है और यह क्यों होता है, यह तो अब आप अच्छे से जान गए होंगे। वाइटहेड हटाने के घरेलू नुस्खे अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है। इतना ही नहीं घरेलू उपचार के साथ-साथ हमने व्हाइटहेड्स से बचने के उपाय भी बताए हैं, जिन्हें ध्यान में रख इस समस्या को होने से रोका जा सकता है। वहीं, ये उपाय पूर्ण इलाज साबित होंगे, इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता। इसलिए, इनके उपयोग से पहले आप किसी चिकित्सक से इस संबंध में सलाह जरूर लें। इस संबंध में कोई अन्य सवाल हो, तो आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से उसे हम तक पहुंचा सकते हैं।
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Ankit Rastogi
अंकित रस्तोगी ने साल 2013 में हिसार यूनिवर्सिटी, हरियाणा से एमए मास कॉम की डिग्री हासिल की है। वहीं, इन्होंने अपने स्नातक के पहले वर्ष में कदम रखते ही टीवी और प्रिंट मीडिया का अनुभव लेना शुरू कर दिया था। वहीं, प्रोफेसनल तौर पर इ��्हें इस फील्ड में करीब 6 सालों का अनुभव है। प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में इन्होंने संपादन का काम किया है। कई डिजिटल वेबसाइट पर इनके राजनीतिक, स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल से संबंधित कई लेख प्रकाशित हुए हैं। इनकी मुख्य रुचि फीचर लेखन में है। इन्हें गीत सुनने और गाने के साथ-साथ कई तरह के म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाने का शौक भी हैं।
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/whiteheads-ke-karan-aur-gharelu-upay-in-hindi/
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चेहरे के लिए 10 बेस्ट फेस स्क्रब – Best Face Scrubs in hindi
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चेहरे के लिए 10 बेस्ट फेस स्क्रब – Best Face Scrubs in hindi
Arpita Biswas Hyderabd040-395603080 September 26, 2019
आप फेसवॉश और टोनिंग के साथ हर तरीके से चेहरे की देखभाल कर रही हैं, लेकिन चेहरे पर चमक नहीं दिख रही है। ध्यान से सोचिए कि कहीं आप कुछ भूल तो नहीं कर रही हैं? क्या आप अपनी त्वचा की स्क्रबिंग कर रही हैं? अगर नहीं, तो स्क्रबिंग शुरू कर दें। साथ ही अपने स्क्रब पर ध्यान दें कि क्या वो आपकी त्वचा के लिए सही है? स्क्रबिंग का फायदा तभी है, जब फेस स्क्रब आपकी त्वचा के अनुकूल हो।
फेस स्क्रब के फायदे आपको तभी दिखेंगे, जब आप अपने चेहरे के लिए सही फेस स्क्रब का चुनाव करेंगी। इसलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब के बारे में जानकारी देंगे। इस लेख में जानिए बाजार में चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब कौन-कौन से उपलब्ध हैं।
यहां हम न सिर्फ बेस्ट फेस स्क्रब से आपका परिचय करवाएंगे, बल्कि उनके गुण भी बताएंगे।
फेस स्क्रब का नाम – Face Scrub Names in Hindi
1. वासो सॉफ्ट + कशी पॉलिशर (Waso Soft + Cushy Polisher)
शीसेडो (Shiseido) शायद कई लोगों के लिए नया ब्रांड हो सकता है, लेकिन अभी मार्केट में इसने अपनी जगह बनाई है। अगर बात करें बेस्ट फेस स्क्रब की, तो वासो सॉफ्ट + कशी पॉलिशर इस लिस्ट में पहले नंबर पर है। यह त्वचा को कोमतला से एक्सफोलिएट करता है और त्वचा की चमक बढ़ाने का काम करता है। साथ ही यह अशुद्धियों को दूर कर त्वचा को साफ करने का काम करता है। इस स्क्रब में सोया का अर्क होता है, जो त्वचा के छिद्रों को खोलने में मदद करता है और अतिरिक्त सीबम उत्पादन को कम करने में मदद कर सकता है।
गुण :
यह तैलीय नहीं है।
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
त्वचा विशेषज्ञों की ओर से प्रमाणित है।
मुंहासे रोकने में मददगार है।
यह बायोडिग्रेडेबल (Biodegradable) है।
इसमें पैराबेन और एसएलएस (एक प्रकार का केमिकल) मौजूद नहीं है।
अवगुण :
कुछ भी नहीं है।
रेटिंग : 5/5
यहां से खरीदें।
2. क्लिनिक 7-डे स्क्रब क्रीम रिंस-ऑफ फॉर्मूला (Clinique 7-Day Scrub Cream Rinse-Off Formula)
क्लिनिक के कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बाजार में मौजूद हैं और लोगों द्वारा ये पसंद भी किए जा रहे हैं। उन्हीं उत्पादों में से एक है क्लिनिक 7-डे स्क्रब क्रीम रिंस-ऑफ फॉर्मूला, जो चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब में से एक है। यह एक्सफोलिएंट आपकी त्वचा में चमक लाता है और त्वचा की बनावट में सुधार करता है। इसके नियमित उपयोग से आपके चेहरे की फाइन लाइन्स, झुर्रियों और बढ़ती उम्र के दाग-धब्बों को कम करने में मदद मिल सकती है। यह त्वचा को रूखा नहीं बनाता है और त्वचा के प्राकृतिक तेल को बरकरार रखता है। साथ ही यह त्वचा को मॉइस्चराइज कर उसे कोमल बनाने में मदद कर सकता है।
गुण :
इसमें पैराबेन नहीं है।
कोई कृत्रिम सुगंध नहीं है।
त्वचा विशेषज्ञों द्वारा जांच-परखकर तैयार किया गया है।
त्वचा को अच्छे से साफ कर सकता है।
स्किन को मॉइस्चराइज कर सकता है।
त्वचा को कोमल बनाने में मदद कर सकता है।
अवगुण :
एक भी नहीं है।
रेटिंग : 5/5
यहां से खरीदें।
3. खादी मौरी चारकोल फेस स्क्रब (Khadi Mauri Charcoal Face Scrub)
आयुर्वेदिक प्रोडक्ट सुरक्षित माने जाते हैं। उन्हीं आयुर्वेदिक उत्पादों में से एक है खादी मौरी चारकोल फेस स्क्रब। खादी के प्रोडक्ट काफी कम वक्त में लोगों के बीच चर्चित हो गए हैं। खादी के शैम्पू, क्रीम व ऑयल तो पहले से ही मौजूद हैं और अब स्क्रब भी इसमें शामिल हो चुका है। खादी मौरी चारकोल फेस स्क्रब में एक्टिवेटेड चारकोल मौजूद होते हैं, जो त्वचा की अशुद्धियों को निकालकर त्वचा को साफ करने में मददगार साबित हो सकते हैं। यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाता है। साथ ही त्वचा के दाग-धब्बों और झाइयों को कम कर त्वचा को निखारने में मदद कर सकता है। यह अतिरिक्त सीबम उत्पादन को नियंत्रित करने और आपकी त्वचा में प्राकृतिक चमक लाने में मदद कर सकता है।
गुण :
इसमें पैराबेन नहीं है।
इसमें एसएलएस नहीं है।
इसमें कोई भी अन्य हानिकारक रसायन नहीं है।
यह आईएसओ (ISO), जीएमपी (GMP), डब्ल्यूएचओ (WHO) मानकों के अनुसार निर्मित है।
इसका जानवरों पर परीक्षण नहीं किया गया है।
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
यह बजट में है।
अवगुण :
कोई भी नहीं है।
रेटिंग : 5/5
यहां से खरीदें ।
4. कीयो कैफीनेटेड फेस स्क्रब (Keeo Caffeinated Face Scrub)
इस कैफीनयुक्त फेस स्क्रब में अरेबिका कॉफी के दाने होते हैं, जो आपकी त्वचा के लिए किसी वरदान से कम नहीं होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होता है, जो त्वचा पर बढ़ती उम्र के लक्षणों का असर नहीं पड़ने देता। यह आपकी त्वचा को सौम्य तरीके से एक्सफोलिएट कर उसमें गहराई से चमक लाता है। इस एक्सफोलिएंट में एसेंशियल ऑयल और शिया बटर मौजूद होते हैं, जो त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद कर सकते हैं।
गुण :
इसमें कोई हानिकारक रसायन नहीं है।
इसमें कोई सल्फेट नहीं है।
इसमें किसी भी तरह के जीव-जंतु के अवशेष शामिल नहीं हैं (100% शाकाहारी-वीगन)।
आपकी त्वचा को सूखा नहीं रखता है।
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
इसकी खुशबू मनमोहक है।
अवगुण :
कुछ भी नहीं है।
रेटिंग : 5/5
यहां से खरीदें।
5. कामा आयुर्वेद कुंकुमादि ब्राइटनिंग आयुर्वेदिक फेस स्क्रब (Kama Ayurveda Kumkumadi Brightening Ayurvedic Face Scrub)
हमारे बेस्ट फेस स्क्रब के लिस्ट में एक और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट शामिल है, जिसका नाम है कामा आयुर्वेद कुंकुमादि ब्राइटनिंग आयुर्वेदिक फेस स्क्रब। इस आयुर्वेदिक एक्सफोलिएट में कुंकुमादि तैलम शामिल है। यह आयुर्वेदिक घटक फाइन लाइन्स और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है। इसके उपयोग से चेहरे पर चमक आती है और रंगत में निखार आता है। यह कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसमें केसर के अर्क भी मौजूद हैं, जो पिगमेंटेशन को कम कर सकते हैं और क्षतिग्रस्त त्वचा को स्वस्थ करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, यह त्वचा को प्रदूषण से होने वाली क्षति से बचाव और त्वचा को साफ और हाइड्रेट रखने में मदद कर सकता है।
गुण :
यह 99.5% प्राकृतिक है।
कोई कृत्रिम रंग नहीं है।
कोई कृत्रिम सुगंध नहीं है।
कोई पैराबेन नहीं है।
इसमें पेट्रोकेमिकल नहीं है।
इसमें यूरिया नहीं है।
इसका जानवरों पर परीक्षण नहीं किया गया है।
त्वचा को कोमल बनाता है।
टैन को हटाने में मदद कर सकता है।
यह दाग-धब्बों और डार्क सर्कल को कम करने में मदद कर सकता है।
त्वचा में चमक लाता है।
अन्य स्क्रब की तुलना में सस्ता है।
यह त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
त्वचा को तैलीय नहीं बनाता है।
यह नॉर्मल से सूखी त्वचा के लिए ज्यादा असरदार हो सकता है।
इसकी टब पैकेजिंग है, लेकिन इसके साथ स्क्रब को लगाने के लिए स्पैटुला (Spatula) मौजूद है, जिस कारण इसे लगाने के लिए उंगलियों का उपयोग करने की जरूरत नहीं होती।
अवगुण :
एक भी नहीं है।
रेटिंग : 5/5
यहां से खरीदें।
6. बायोटिक बायो पपाया रिवाइटलाइजिंग टैन-रिमूवल स्क्रब (Biotique Bio Papaya Revitalizing Tan-Removal Scrub)
चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब के लिस्ट में हमारा अगला प्रोडक्ट है, बायोटिक बायो पपाया रिवाइटलाइजिंग टैन-रिमूवल स्क्रब। इस एक्सफोलिएंट का इस्तेमाल चेहरे और शरीर दोनों पर किया जा सकता है। इसमें पपीते के अर्क होते हैं, जो त्वचा के छिद्रों को खोलते हैं, मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाते हैं और आपकी त्वचा को चिकना करते हैं। यह टैन को भी हटाता है, स्किन टोन को निखारता है और आपको जवां दिखने में मदद करता है।
गुण :
त्वचा विशेषज्ञ द्वारा प्रमाणित है।
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जानवरों पर इसका परीक्षण नहीं किया गया है।
कोई रसायन नहीं है।
इसके नियमित उपयोग से इसके परिणाम आपको दिखने लगेंगे।
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
टैन और ब्लैकहेड हटाने में मदद कर सकता है।
त्वचा में चमक लाता है और त्वचा को मुलायम बनाने में मदद कर सकता है।
सस्ता है।
अवगुण :
किसी-किसी को इस स्क्रब के कण थोड़े कठोर लग सकते हैं।
रेटिंग : 5/5
यहां से खरीदें।
7. लोरियल पेरिस प्योर शुगर स्क्रब / एक्सफोलिएंट (L’Oreal Paris Pure Sugar Scrub/Exfoliant)
इस एक्सफोलिएंट में तीन प्रकार की चीनी ( भूरी, सफेद और ब्लोंड (Blonde)) और कीवी के बीज का मिश्रण है। यह जेल जैसा होता है, जो आपकी त्वचा को सौम्य तरीके से स्क्रब करता है। यह गंदगी, तेल और मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाता है और त्वचा को चमक देता है। आपको इसके परिणाम उपयोग के तुरंत बाद ही दिखने लगेंगे। इतना ही नहीं आप इससे अपने होंठों को भी स्क्रब कर सकते हैं।
गुण :
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त (विशेषकर संवेदनशील त्वचा) है।
इसकी खुशबू मनमोहक है।
त्वचा को हाइड्रेट करता है।
त्वचा को नर्म और मुलायम बनाता है।
त्वचा को ड्राई नहीं करता है।
चेहरे के साथ-साथ आप इसको लिप स्क्रब के रूप में भी इस्तेमाल कर स��ते हैं।
अवगुण :
इसकी टब पैकेजिंग है, जो अनहाइजीनिक हो सकती है।
रेटिंग : 4/5
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8. लोटस हर्बल्स यूथ आरएक्स एक्टिव एंटी-एजिंग एक्सफोलिएटर (Lotus Herbals Youth Rx Active Anti-Ageing Exfoliator)
लोटस कॉस्मेटिक की दुनिया में एक जाना-माना ब्रांड है। अगर बात करें चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब की, तो इसमें लोट्स भी शामिल है। यह आपकी त्वचा को स्वस्थ और चमकता हुआ बनाने के लिए मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने का काम करता है। इसमें ट्रिपल एक्शन फॉर्मूला है, जो आपकी त्वचा की गहराई से सुरक्षा करता है। यह त्वचा की चमक में सुधार करता है, फाइन लाइन्स से बचाव करता है और बढ़ती उम्र के अन्य लक्षणों को कम कर त्वचा को स्वस्थ बनाए रखता है।
गुण :
सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
त्वचा में चमक लाता है।
इसकी मनमोहक खुशबू है।
पहले उपयोग में ही इसके परिणाम त्वचा पर दिखने लग सकते हैं।
त्वचा को अच्छे से साफ करता है।
अवगुण :
संवेदनशील त्वचा के लिए इसके स्क्रबिंग कण कठोर हो सकते हैं।
रेटिंग : 4/5
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9. वीएलसीसी स्किन डिफेंस इंडियन बेरबेरी फेस स्क्रब (VLCC Skin Defense Indian Berberry Face Scrub)
बेस्ट फेस स्क्रब के लिस्ट में वीएलसीसी के इस स्क्रब ने भी अपनी जगह बनाई है। यह त्वचा को एक्सफोलिएट और रिजूवनेट यानी जवां बनाकर त्वचा पर ताजगी लाता है। इसमें मौजूद प्राकृतिक पदार्थ त्वचा को सौम्य तरीके से एक्सफोलिएट करते हैं। यह त्वचा की गंदगी को निकालकर रंगत में भी सुधार करता है।
गुण :
यह त्वचा को कोमल और चमकदार बनाता है।
यह त्वचा को सौम्य तरीके से एक्सफोलिएट करता है।
त्वचा की मृत कोशिकाओं को और गंदगी को निकालता है।
इसमें प्राकृतिक तत्व मौजूद हैं।
त्वचा में ताजगी लाता है।
इसकी थोड़ी-सी मात्रा ही काफी है।
त्वचा को मॉइस्चर प्रदान करता है।
इसकी मनमोहक खुशबू है।
हर तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
अवगुण :
ब्लैकहेड पर ज्यादा प्रभावी नहीं है।
रेटिंग : 4/5
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10. वीएलसीसी रोज फेस स्क्रब (VLCC Rose Face Scrub)
बेस्ट फेस स्क्रब की लिस्ट में एक और वीएलसीसी प्रोडक्ट शामिल है, जिसका नाम है ‘वीएलसीसी रोज फेस स्क्रब’। इस स्क्रब में मौजूद गुलाब का अर्क ब्लैकहेड्स और ब्लेमिश को कम कर त्वचा में चमक लाने के साथ-साथ त्वचा को हाइड्रेट करने का काम करता है। यह क्रीम बेस है, जिस का��ण रूखी त्वचा वाले लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
गुण :
सौम्य रूप से एक्सफोलिएट करता है।
त्वचा को साफ करता है।
हर तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
अवगुण
इसमें पैराबेन है।
हो सकता है ब्लैकहेड पर असर न करे।
रेटिंग : 3.5/5
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नोट : ऊपर बताए गए फेस स्क्रब को उपयोग करने से पहले एक बार पैच टेस्ट भी जरूर करें।
सिर्फ चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब का चुनाव ही नहीं मायने रखता, बल्कि फेस स्क्रब के फायदे पाने के लिए इसका सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है। इसलिए, नीचे हम आपको फेस स्क्रब के सही तरीके से उपयोग की जानकारी दे रहे हैं।
फेस स्क्रब इस्तेमाल करने के लिए टिप्स – Tips for Using Face Scrub in Hindi
फेस स्क्रब का उपयोग अगर आप सही तरीके से करेंगे, तो इसका फर्क चेहरे पर जल्द दिखने लगेगा। इसलिए, हम आपको फेस स्क्रब को उपयोग करने के कुछ आसान टिप्स बता रहे हैं, ताकि आपको फेस स्क्रब के फायदे और जल्दी मिल सकें।
सबसे पहले आप अपनी त्वचा के लिए उपयुक्त सही फेस स्क्रब का चुनाव करें।
उसके बाद अपने चेहरे को पानी से भिगो लें।
अब अपनी हथेली पर जरूरत के अनुसार फेस स्क्रब लें और चेहरे पर लगाकर सर्कुलर मोशन में मसाज करें।
एक से दो मिनट के लिए हल्के हाथों से मालिश करें।
फिर पानी से धो लें और नर्म तौलिए से चेहरे को पोंछ लें।
उसके बाद चेहरे पर मॉइस्चराइजर लगा लें।
इस लेख में बताए गए चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब के बारे में जानने के बाद आपको अपनी त्वचा के अनुसार इसका चुनाव करने में आसानी होगी। फेस स्क्रब के फायदे आपको अपनी त्वचा में कुछ ही दिनों में दिखने लगेंगे। ध्यान रहे कि फेस स्क्रब का उपयोग हर रोज न करें, क्योंकि इनका अधिक उपयोग करने से त्वचा पर चकत्ते, त्वचा में जलन और लालिमा हो सकती है। हफ्ते में एक या दो बार ही फेस स्क्रब का उपयोग करें। चेहरे के लिए बेस्ट फेस स्क्रब की इस लिस्ट में आपका पसंदीदा फेस स्क्रब कौन-सा है, उस बारे में हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही अगर आपको भी बाजार में उपलब्ध किसी बेस्ट फेस स्क्रब के बारे में पता है, तो उसका नाम और अपने अनुभव को भी हमारे साथ कमेंट बॉक्स में जरूर शेयर करें।
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Arpita Biswas
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Source: https://www.stylecraze.com/hindi/chehre-ke-liye-best-face-scrubs-in-hindi/
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