#ब्राउन शुगर
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Gaya: दो करोड़ के ब्राउन शुगर के साथ पुलिस ने तस्कर को दबोचा
Gaya: मुफस्सिल थाना अंतर्गत सिकहर मोड़ के समीप छापेमारी कर पुलिस ने 1 किलोग्राम ब्राउन शुगर बरामद किया है। मौके से एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया है। बरामद ब्राउन शुगर की बाजार कीमत अनुमानित करीब 2 करोड़ बताई गई है।गिरफ्तार तस्कर की पहचान विवेक कुमार के रुप में की गई जो कि बुनियादगंज थाना क्षेत्र के रूपसपुर गांव का रहने वाला है। गुजरात के अंकलेश्वर से लाया गया था ब्राउन शुगर गया एसएसपी आशीष…
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Adityapur police success - आदित्यपुर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 110 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ दो तस्कर गिरफ्तार
आदित्यपुर: सरायकेला खरसावां के आदित्यपुर पुलिस को ब्राउन शुगर कारोबारियों के खिलाफ एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जहां पुलिस ने एसपी को मिले गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुस्लिम बस्ती से स���े रेलवे लाइन के समीप से दो ब्राउन शुगर तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस की गिरफ्त में आए तस्करों का नाम अरशद अली और मोहम्मद इरफान बताया जा रहा है. पुलिस ने इनके पास से…
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सफेद या ब्राउन चावल नहीं, डायबिटीज में इस चावल को खाना है सुरक्षित, नहीं बढ़ता शुगर; मिलते हैं ये फायदे
डायबिटीज में शुगर बढ़ने के डर से लोग चावल खाने से बहुत डरते हैं। लेकिन कर्नाटक में उगाया जाने वाला राजामुडी चावल एक सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है। यह अपने अनोखे स्वाद, सुगंध और पौष्टिक गुणों के लिए काफी मशहूर है। इसके दाने बड़े, गोल और लाल-भूरे रंग के होते हैं, जो इसे अन्य प्रकार के चावलों से अलग बनाते हैं। वैसे तो राजमुडी चावल अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है, लेकिन क्या इसे सफ़ेद…
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fatty liver mein kya khana chahie
फैटी लिवर के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थ फायदेमंद होते हैं:
1. साबुत अनाज:
ब्राउन राइस
ओट्स
क्विनोआ
2. फल:
सेब
नाशपाती
बेरीज़ (जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी)
3. सब्जियाँ:
हरी प��्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी)
गोभी, ब्रोकली, गाजर
4. प्रोटीन स्रोत:
दालें (मसूर, मूंग)
ग्रिल्ड चिकन या मछली (जैसे सैल्मन)
टोफू या सोया उत्पाद
5. नट्स और बीज:
बादाम, अखरोट
चिया बीज, फ्लैक्ससीड
6. डेयरी उत्पाद:
कम वसा वाला दूध
दही
7. स्वस्थ वसा:
ऑलिव ऑयल
एवोकाडो
8. हर्बल चाय:
हरी चाय
तुलसी या पुदीने की चाय
अन्य सुझाव:
शुगर और ट्रांस फैट्स से बचें: प्रोसेस्ड फूड्स, मिठाई और तली हुई चीज़ें न खाएँ।
पानी: रोजाना 2-3 लीटर पानी पीएँ।
व्यायाम: नियमित रूप से हल्का व्यायाम करें।
(Read our Blog to Know More- 21 day Fatty Liver Diet Plan in hindi)
इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने से लिवर स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
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Effective Weight Loss Tips for Individuals Over 30: उम्र बढ़ने के साथ वजन कम करने के आसान तरीके जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर और स्वास्थ्य में कई बदलाव आ जाते हैं। विशेष रूप से 30 साल की उम्र के बाद वजन बढ़ना एक आम समस्या बन जाती है। इस उम्र में वजन कम करना अक्सर चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही ड���यट और लाइफस्टाइल चेंजेज के साथ आप इसे मैनेज कर सकते हैं। इस आर्टिकल में, हम कुछ महत्वपूर्ण टिप्स शेयर करेंगे जिन्हें अपनाकर आप अपने वजन को कंट्रोल कर सकते हैं और शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। 1. प्रोटीन रिच डायट (Protein-Rich Diet) जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारे मेटाबोलिज्म में गिरावट आती है और मसल्स की मात्रा भी कम होती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए, अपनी डायट में प्रोटीन को शामिल करें। प्रोटीन से भरपूर आहार से मसल्स बनाए रखने में मदद मिलती है और मेटाबोलिज्म को भी बढ़ावा मिलता है। प्रोटीन आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बार-बार भूख लगने की समस्या कम होती है। अपने आहार में चना, दालें, अंडे, चिकन, मछली, और दही जैसे प्रोटीन स्रोतों को शामिल करें। 2. कार्ब्स और शुगर इन्टेक पर ध्यान दें (Monitor Carbs and Sugar Intake) रिफाइंड कार्ब्स और अतिरिक्त शुगर वजन बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये न केवल वजन बढ़ाते हैं बल्कि आपके शरीर में एनर्जी की कमी भी कर सकते हैं। रिफाइंड कार्ब्स की जगह पर कॉम्प्लेक्स कार्ब्स जैसे ब्राउन राइस, ओट्स, और क्विनोआ का सेवन करें। इसके अलावा, अपने डायट से शुगर की मात्रा को कम करें। 3. ��क बार में कितना खाएं इस बात पर ध्यान दें (Pay Attention to Portion Sizes) 30 की उम्र के बाद आपके शरीर को कितनी कैलोरी की जरूरत होती है, इसमें बदलाव आ जाता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप एक बार में कितनी कैलोरी लें, इस पर ध्यान दें। खाना खाते समय अपनी भूख और पेट की फीलिंग पर ध्यान रखें। छोटे और नियमित भोजन से भरपेट रहने का एहसास होगा और आप ओवरईटिंग से बच सकेंगे। 4. शराब का सेवन कम करें (Reduce Alcohol Consumption) 30 की उम्र के बाद भारी मात्रा में शराब पीने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें डाइबीटिज, हाई ब्लड प्रेशर, और मूड स्विंग्स शामिल हैं। जब आप वजन कम करने के लिए डायट चार्ट तैयार करें, तो शराब का सेवन जितना हो सके उतना कम करें। शराब के कैलोरी काउंट को ध्यान में रखते हुए, इसे सीमित मात्रा में ही लें। 5. नियमित व्यायाम और फिटनेस (Regular Exercise and Fitness) वजन कम करने और शरीर को फिट रखने के लिए सिर्फ डायट ही पर्याप्त नहीं होता। नियमित व्यायाम करना भी आवश्यक है। कार्डियो, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, और योग को अपने वर्कआउट रूटीन में शामिल करें। 30 की उम्र के बाद मेटाबोलिज्म को बनाए रखने और वजन घटाने के लिए व्यायाम महत्वपूर्ण है। यह न केवल कैलोरी बर्न करने में मदद करता है, बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। 6. पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन (Adequate Sleep and Stress Management) नींद और तनाव भी वजन नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपर्याप्त नींद और उच्च तनाव स्तर आपके मेटाबोलिज्म को प्रभावित कर सकते हैं और वजन बढ़ा सकते हैं। हर रात 7-8 घंटे की नींद लें और तनाव को प्रबंधित करने के लिए मेडिटेशन, गहरी सांस लेने की तकनीकें, और नियमित व्यायाम का सहारा लें। 7. हाइड्रेशन का ख्याल रखें (Maintain Proper Hydration) पानी का सेवन भी वजन कम करने में सहायक होता है। पर्याप्त पानी पीने से आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखा जाता है और मेटाबोलिज्म को बढ़ावा मिलता है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें। इसके अलावा, जूस और सॉफ्ट ड्रिंक की जगह पानी को प्राथमिकता दें। 8. हेल्दी स्नैक्स का चयन करें (Choose Healthy Snacks) भूख लगने पर अस्वस्थ स्नैक्स की बजाय हेल्दी विकल्प चुनें। जैसे कि नट्स, बीज, ग्रीक योगर्ट, और फल। ये स्नैक्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और वजन कम करने में मदद करते हैं। 9. डायट में विविधता रखें (Maintain Variety in Your Diet) एक ही प्रकार के खाद्य पदार्थों को बार-बार खाने की बजाय अपने डायट में विविधता लाएं। विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां, और प्रोटीन स्रोतों को शामिल करें। यह न केवल आपके आहार को संतुलित बनाए रखने में मदद करेगा बल्कि शरीर को स���ी आवश्यक पोषक तत्व भी मिलेंगे। 30 साल की उम्र के बाद वजन कम करना एक चुनौती हो सकता है, लेकिन सही डायट और लाइफस्टाइल चेंजेज के साथ इसे मैनेज किया जा सकता है। प्रोटीन रिच डायट, कार्ब्स और शुगर इन्टेक पर ध्यान, सही पोर्शन साइज, शराब का सेवन कम करना, और नियमित व्यायाम जैसी आदतें अपनाकर आप स्वस्थ और फिट रह सकते हैं।
आशा है कि ये टिप्स आपकी वजन कम करने की यात्रा में सहायक साबित होंगे। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप न केवल अपना वजन कंट्रोल कर सकते हैं बल्कि अपनी सेहत को भी बेहतर बना सकते हैं।
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Journey to Sobriety with Shuddhi De-Addiction Centre
हमारा केंद्र ( Shri Shuddhi deaddiction centre bhopal) श्री शुद्धि नशा मुक्ति केंद्र मारक्यु विकास एवं कल्याण समिति द्वारा संचालित नशा मुक्ति केंद्र है, जो की मध्य प्रदेश शासन के सामजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग (Social Justice and Disability Welfare Department Madhya Pradesh) द्वारा मान्यता प्राप्त (*Govt.Approved*) है। हमारे केंद्र में किसी भी तरह का नशा करने के आदी व्यक्ति को प्रेमपूर्ण माहौल में रखकर अमेरिका के कार्यक्रम "एलकोहोलिक्स एनोनिमस (Alcoholics Anonymous) एवं नारकोटिक्स एनोनिमस (Narcotics Anonymous)" तथा योग, ध्यान, मनोवैज्ञानिक उपचार, ग्रुप थैरेपी (Group Therapy), पंचकर्म तथा मेडिकल ट्रीटमेंट के संयोजन से बनाये गए कार्यक्रम की सहायता से नशे से पूर��ण छुटकारा दिलवाया जाता है। अमेरिका के "ऐल्कोहोलिक्स एनोनिमस तथा नारकोटिक्स एनोनिमस" कार्यक्रम की मदद से विश्व में पचास लाख से ज्यादा लोग नशे से दूर हो चुके है। ये नशा मुक्ति हेतु सबसे प्रभावी कार्यक्रम है। इसके द्वारा नशे से पीड़ित व्यक्ति में उसकी समस्या तथा उनके कारण उसके परिवार को होने वाली समस्या को स्वीकारने की भावना उत्पन होती है और जब वह स्वीकार कर लेता है कि वह एक शराबी या नशेडी है तथा तब उसमे सुधार की शुरुआत होती है। इसके द्वारा पीड़ित व्यक्ति को पता चलता है कि वह क्यों नशे पर नियंत्रण नहीं रख पाता है क्योकि जिसे वह व्यक्ति और समाज बुरी लत समझते है वह लत नहीं एक बीमारी है। जोकि "अमेरिकन मेडिकल एसोसिएश���" की रिसर्च से भी सिद्ध हुआ है। जिसे "एडिक्टिव पर्सनालिटी डिसऑडर" नाम दिया गया है।
इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का अपने नशे की मात्रा पर नियंत्रण नहीं होता है और न कभी हो सकता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जब भी मन: स्तिथि (mood alter) में परिवर्तन लाने वाले पदार्थ जैसे: शराब, गांजा, ब्राउन शुगर आदि के संपर्क में आता है तो वह उनका आदी हो जाता है। आजकल कुछ नए प्रकार के नशे भी चलन में आ गए हैं जैसे की नींद की गोलियां (tablet addiction), थिनर एडिक्शन (thinner addiction), मोबाइल एडिक्शन(mobile addiction), स्क्रीन एडिक्शन (screen addiction), गेम एडिक्शन (game addiction) आदि, अभिभावकों को सावधान रहने की आवश्यकता हैं।
पीड़ित व्यक्ति अपने नशे को नियंत्रित नहीं कर पाता तथा अपने जीवन, सम्मान अपने काम तथा परिवार को दांव पर लगाकर नशा करता है। हम कह सकते है की व्यक्ति का कब, कहाँ और कितना नशा करना है इस बात का नियंत्रण समाप्त हो जाता है अर्थात वह कभी भी,कही भी और कितना भी नशा कर लेता है। वह इस बीमारी से पीड़ित होता है इसे एक बढ़ती हुई बीमारी माना जाता है। लंम्बी अवधि तक नशा करने के कारण इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के मस्तिष्क की सेल्स(कोशिकाएँ)मृत हो जाती है। जिससे उसकी निर्णय लेन की शक्ति समाप्त हो जाती है तथा नशे पर शारीरिक तथा मानसिक निर्भरता बढ़ जाती है। शारीरिक निर्भरता से तात्पर्य नशा ना मिलने पर बैचेनी, सिरदर्द, हाथो का काँपना, शरीर में अकड़न आदि होता है, जिसे मेडिसिन के द्वारा शरीर को डिटॉक्स करके 21 दिन में दूर कर दिया जाता है।
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भारत मे आज कल वजन कम करेन के लिए एक नयी डाइट का इस्तमाल किया जा रहा है| जिसे कीाटोजेनिकी डाइट और कीटो डाइट के नाम से जाना जाता है |शाकाहारी और केटो आहार के स्वास्थ्य लाभों का बड़े पैमाने पर अध्ययन किया गया है। यह शरीर के फैट को बर्न करने मे बहुत उपयोगी है |इस कीटो डाइट के समर्थको का कहना है की यह बहुत कम समय मे वजन कम करता है और अधिक उर्जा प्रदान करता है कीटो डाइट : कीटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट आहार के लिए जाना जाता है जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम और वसा की ज्यादा होती है। इससे डाइटिंग पर रहने के बाद भी शरीर में उर्जा की कमी नहीं होती और वजन भी कंट्रोल में रहता है।इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कार्बोहाइड्रेट की कमी शरीर के मेटाबॉलिज्म स्तर को बढ़ा देती है और वजन तेजी से कम होने लगता है। जब शरीर का इन्सुलिन लेवल गिर जाता है तो फैट बर्निंग बढ़ जाती है। इस डाइट से वेट लॉस तो होता ही है, भूख भी कम लगती है क्योंकि ऊर्जा बनी रहने के कारण भूख का एहसास ही नहीं होता है। वजन घटाने के लिए भारतीय शाकाहारी कीटो आहार योजना का पालन करने के नियम: प्रतिबंधित कार्ब्स: भारतीय आहार कार्बोहाइड्रेट से भरे होते हैं। इसलिए ��ाकाहारियों के लिए आहार में कार्ब्स को कम करना मुश्किल है। इस प्रकार, हम दिन के दौरान उपयोग किए जाने वाले अनाज या दालों की संख्या को कम करने की कोशिश करेंगे। लेकिन उच्च फाइबर सामग्री वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। यह वजन कम करने में मदद करता है चीनी से परहेज करें: वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए चीनी से सख्ती से बचें। कृत्रिम मिठास के उपयोग से भी बचें। कृत्रिम मिठास रसायनों, ब्लीच और कई अन्य हानिकारक उत्पादों से भरी होती है। जरूरत पड़ने पर आप वजन घटाने के लिए स्टीविया को अपने भारतीय शाकाहारी केटो आहार योजना में शामिल कर सकते हैं। वसा: नारियल का तेल आसानी से पच जाता है। घी और तेल का परस्पर उपयोग किया जा सकता है। मक्खन भी एक अच्छा विकल्प है। मल्टीविटामिन्स: यदि आवश्यक हो तो किसी भी कमी से बचने के लिए मल्टीविटामिन्स, ओमेगा 3, कैल्शियम और मल्टी-मिनरल्स कैप्सूल का उपयोग करें। शाकाहारी और केटोजेनिक आहार दोनों ही वजन घटाने से जुड़े हैं। एक रिसर्च से पता चला है की शाकाहारी केटो आहार प्लान 2kg अधिक वजन कम करता है तुलना मे मांसाहारी आहार प्लान | खाने के लिए खाद्य पदार्थ:एक स्वस्थ शाकाहारी कीटो आहार में विभिन्न प्रकार की गैर-स्टार्च वाली सब्जियां, स्वस्थ वसा और प्रोटीन स्रोत शामिल होने चाहिए: 1. गैर-स्टार्च वाली सब्जियां: पालक, ब्रोकली, मशरूम, केल, फूलगोभी, तोरी और बेल 2. स्वस्थ वसा: जैतून का तेल, नारियल तेल, एवोकाडो, एमसीटी तेल और एवोकैडो तेल। 3. नट्स: बादाम, अखरोट, काजू, मैकाडामिया नट्स, पिस्ता, और ब्राजील नट्स 4. बीज: चिया, भांग, सन और कद्दू के बीज 5. अखरोट बटर: बादाम, मूंगफली, पेकान और हेज़लनट बटर 6. पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद: दूध, दही, और पनीर 7.प्रोटीन: अंडे, टोफू, टेम्पेह, स्पाइरुलिना, नाटो, और पोषण खमीर 8. कम कार्ब फल (मॉडरेशन में): जामुन, नींबू, और नीबू। यहाँ कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आपको सीमित करना चाहिए: स्टार्च वाली सब्जियां: आलू, रतालू, बीट, पार्सनिप, गाजर, और शकरकंदचीनी-मीठा पेय: सोडा, मीठी चाय, स्पोर्ट्स ड्रिंक, जूस और एनर्जी ड्रिंकअनाज: रोटी, चावल, क्विनोआ, जई, बाजरा, राई, जौ, एक प्रका��� का अनाज, और पास्ताफलियाँ: बीन्स, मटर, दाल और छोलेफल: सेब, केले, संतरे, जामुन, तरबूज, खुबानी, आलूबुखारा, मसालों: बारबेक्यू सॉस, शहद सरसों, केचप, marinades, और मीठा सला�� ड्रेसिंगमिठास: ब्राउन शुगर, सफेद चीनी, शहद, मेपल सिरप और एगेव अमृत कीटो डाइट के फायदे जब भी डाइट की बात होती है तब लोग कम कैलोरी वाले खाने को अपने प्लान मे शामिल करते है लेकिन कीटो डाइट उससे अलग है|इसलिए कम कैलोरी वाली डाइट के बजाय कीटो डाइट चार्ट को अपनाएं |इसके कई फायदे हैं उन्हीं फायदों में से कुछ के बारे में हम आपको बता रहे हैं। कुछ अध्ययनों ने उन्हें कैंसर के कम जोखिम, बीएमआई, कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप सहित कई हृदय रोग जोखिम कारकों के स्तर में सुधार किया। रोग की रोकथाम पर इसके प्रभावों के लिए कीटो आहार का भी अध्ययन किया गया है। एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और रक्त शर्करा, ये सभी हृदय रोग के जोखिम कारक हैं। अन्य अध्ययनों से पता चलता है कि यह आहार मस्तिष्क स्वास्थ्य की रक्षा कर सकता है और पार्किंसंस और अल्जाइमर रोगों का इलाज करने में मदद कर सकता है। ऐसे अध्ययन हैं जो बताते हैं कि कीटो आहार कैंसर के ट्यूमर के विकास को कम कर सकता है। हालाँकि, इस बात को साबित करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
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नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 40 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ पकड़ाई महिला
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Brown Rice: कैसे सेहत का खज़ाना है भूरा चावल? क्यों भूरे चावल के उत्पादन पर दिया जा रहा है ज़ोर?
कोलेस्ट्रॉल से लेकर वज़न कम करने में है मददगा��
भूरा चावल जिसे ब्राउन राइस भी कहा जाता है कि खेती भारत, थाइलैंड और बांग्लादेश जैसे एशियाई देशों में की जाती है। पिछले कुछ सालों में सेहत के प्रति सचेत लोगों के बीच इसकी मांग बहुत बढ़ी है, क्योंकि इसे सफेद चावल की बजाय हेल्दी माना जाता है।
भूरे चावल (Brown Rice): चावल तो आप सब खाते ही होंगे, लेकिन क्या आपको पता है कि चावल कितने तरह के होते हैं। आमतौर पर हमारे देश में तीन रंग के चावल उगाए जाते हैं, सफदे, काले और भूरे/लाल। भूरे चावल (Brown Rice) को ही ब्राउन राइस कहा जाता है, जिससे आजकल फिटनेस फ्रीक लोग खूब पसंद कर रहे हैं। डायटीशियन भी वज़न कम करने वाले लोगों को सफेद की बजाय भूरे चावल खाने की ही सलाह देते हैं।
ऐसा दावा किया जाता है कि ये चावल सफेद चावल की बजाय अधिक पौष्टिक होता है और कई बीमारियों से लड़ने में मददगारा है। हालांकि, आप भी अगर अपनी डायट में सफेद चावल की बजाय ब्राउन राइस को शामिल करना चाहते हैं, तो एक बार डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लें। ब्राउन राइस रिफाइंड नहीं होता। ये पूरी तरह से प्राकृतिक होता है। बस इसे धान से अलग करके इस्तेमाल किया जाता है।
इसे पकाने में भी थोड़ा ज़्यादा समय लगता है, इस��िए पकाने से पहले 15-20 मिनट पानी में भिगोकर रखना चाहिए। भूरे चावल (Brown Rice) की मांग दिनों दिन बढ़ रही है, ऐसे में इसकी खेती से किसान अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।
भूरे चावल (Brown Rice) के फ़ायदे
दिल का रखें ख्याल- भूरा चावल दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है। यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जिससे ब्लॉकेज, हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। ये कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को भी मज़बूत बनाता है।
डायबिटीज़ के मरीजों के लिए फ़ायदेमंद- कुछ लोगों को चावल खाने की ऐसी लत होती है कि शुगर लेवल बढ़ जाने पर जब डॉक्टर चावल से परहेज़ करने की हिदायत देते हैं, तब भी वो नहीं मानते, क्योंकि बिना चावल के उनका पेट ही नहीं भरता। ऐसे लोगों के लिए ब्राउन राइस अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसके साथ ही इसमें एक ख़ास तरह का कार्बोहाइड्रेट होता है, जिससे में शुगर यानी शर्करा कम मात्रा में अवशोषित होती है।
वज़न कम करने में सहायक- जो लोग वज़न कम करना चाहते हैं, लेकिन साथ ही चावल भी खाना चाहते हैं, उनके लिए भी भूरा चावल अच्छा विकल्प है। क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसे खाने से ज़्यादा समय तक पेट भरा होने का एहसास होता है और आप बेकार की चीज़ें खाने से बच जाते हैं। इसमें मैगनीज़ भी भरपूर मात्रा में होता है।
हड्डियों को मज़बूत बनाता है- ब्राउन राइस में मैग्नीशियम की भी भूरपूर मात्रा होती है जो हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही इसमें विटामिन डी और कैल्शियम भी होता है जिससे यह ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया के मरीज़ों के लिए फायदेमंद है।
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सास बहू फ्लैमिंगो वेब सीरीज जैसी महिला गैंग ! ड्रग रैकेट चलाने वाली 4 बहनें अरेस्ट, 50 लाख की ब्राउन शुगर भी जब्त
बांसवाड़ा : हाल ही आई वेब सीरीज सास बहू और फ्लैमिगो में ड्रग का कारोबार चलाने वाली महिला गैंग की कहानी को बयां किया गया है। ऐसा ही ताजा मामला राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से सामने आया है। यहां पुलिस ने एक ऐसे परिवार का खुलासा किया हैं। जिसको सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। यहां एक ही परिवार की 6 बहनें और उनका भाई नशे के कारोबार में लिप्त हैं। इस मामले में पुलिस ने दबिश देकर उसी परिवार की चार बहनों को गिरफ्तार किया है। जबकि परिवार की दो बहनें और एक भाई अभी भी फरार है। पुलिस ने इनके कब्जे से 50 लाख रुपए की ब्राउन शुगर जब्त की है। इस दौरान पुलिस ने मामले को लेकर पूछताछ की तो, उनसे जुड़े कई चौकाने वाले खुलासे सामने आए। 790 ब्राउन शुगर की पूड़िया बरामद डीएसपी सूर्यवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने यह कार्रवाई बांसवाड़ा शहर के इंदिरा कॉलोनी में की है। यहां पुलिस ने ड्रग्स रैकेट चलाने वाले एक परिवार के घर दबिश दी। इसमें पुलिस ने जीनत, अंजुम, कायनात और तबस्सुम को गिरफ्तार कर लिया।जबकि उनके दो अन्य बहने और भाई मौके से फरार हो गए। यह भाई अली एक हिस्ट्रीशीटर है। इसके अलावा उनके कब्जे से 790 ब्राउन शुगर की पूड़िया बरामद की है। जिनकी लागत करीब 50 लाख रुपए बताई गई है। ब्राउन शुगर प्रतापगढ़ से मंगवाते हैं पुलिस ने बताया कि चार आरोपी बहनों को नशे के कारोबार करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान इंदिरा कॉलोनी में स्थित उनके मकान से 790 पूड़िया बरामद की। जिनका वजन 186.4 ग्राम है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बहनों से पूछताछ की । इसके बाद सामने आया कि नशे के कारोबार के लिए आरोपी ब्राउन शुगर को प्रतापगढ़ जिले से मंगवाते थे। उन्होंने बताया कि ब्राउन शुगर को ये लोग आसपास के एरिया में पूड़ियों के माध्यम से सप्लाई करते हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी महिलाओं से नशे के कारोबार की चैन का पता लगाने का प्रयास कर रही है। परिवार के 7 सदस्य कारोबार में लिप्त पुलिस ने बताया कि बांसवाड़ा शहर के इंदिरा कॉलोनी से ही ये लोग नशे का कारोबार करते हैं। इसको लेकर सीएलजी की बैठक में लोगों ने शहर में बढ़ते हुए नशे के कारोबार के बारे में शिकायत की। इस पर पुलिस ने मुखबिर के जरिए पता करवाया। जिसमें इंदिरा कॉलोनी में एक ही परिवार के ड्रग्स रैकेट चलाने की जानकारी मिली। इनमें 6 बहनें और इनका एक भाई जो, हिस्ट्रीशीटर है। वह भी शामिल बताया। इनमें 6 बहनें मल्लिका, परवीन, जीनत, अंजुम, कायनात तबस्सुम और हिस्ट्रीशीटर भाई अली भी है। पुलिस रेड के दौरान मल्लिका, परवीन और उनका भाई अली मौके से फरार हो गया। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि इस परिवार पर 2 माह से नजर रखा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने पुख्ता सबूत मिलने पर दबिश देकर कार्रवाई को अंजाम दिया। http://dlvr.it/SrWpZf
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अवैध मादक पदार्थ(ब्राउन शुगर) की तस्करी करने वाला आरोपी धराया ।
आरोपी के कब्जे से 12 ग्राम ब्राउन शुगर जप्त । लोकतंत्र उद्धघोष :पण्डित श्याम जोशी-इंदौर पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा दिए गए निर्देशों के तहत अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री राजेश हिंगणकर द्वारा पुलिस उपायुक्त निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गुरूप्रसाद पाराशर को अवैध मादक पदार्थों की खरीदी बिक्री के संबंध मे कारवाई हेतु निर्देशित किया गया । जिसके तारतम्य में आरोपियों पर आवश्यक…
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चतरा: 5.42 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ चार गिरफ्तार
चतरा: 5.42 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ चार गिरफ्तार
चतरा। चतरा पुलिस ने ��विवार को गुप्त सूचना पर सदर थाना क्षेत्र के कठौतिया मंदिर के बरैनी रोड पर स्थित मंजर अंसारी के दुकान के पास से छापेमारी कर 5.42 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ चार आरोपितो को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितो को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपितो के पास से चार मोबाईल फोन व टीवीएस अपाची मोटरसाईकिल भी जब्त किया गया है। जानकारी देते हुए एसडीपीओ अ��िनाश कुमार ने बताया कि…
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jamshedpur police action साकची ग्रेजुएट कॉलेज के पास 40 पुडिया ब्राउन शुगर के साथ युवक पकड़ाया, गया जेल
जमशेदपुर: जमशेदपुर के साकची थाना अंतर्गत ग्रेजुएट कॉलेज के पास पुलिस ने छापेमारी कर 40 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ कपाली के रहने वाले वसीम अंसारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने युवक को ग्रेजुएट कॉलेज के पास ब्राउन शुगर बेचते हुआ गिरफ्तार किया.पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ग्रेजुएट कॉलेज के पास ब्राउन शूगर की बिक्री होती है. यह पर युवकों को जमावड़ा लगता है और युवक ब्राउन शुगर की खरीद बिक्री की जाती…
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fatty liver me kya khaye
फैटी लिवर में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करना फायदेमंद होता है:
1. साबुत अनाज:
ब्राउन राइस
ओट्स
क्विनोआ
2. फल और सब्जियाँ:
ताजे फल (सेब, नाशपाती, बेरीज़)
हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी)
3. प्रोटीन स्रोत:
दालें (मसूर, मूंग)
ग्रिल्ड चिकन या मछली (जैसे सैल्मन)
टोफू
4. नट्स और बीज:
बादाम, अखरोट, चिया बीज
5. डेयरी उत्पाद:
कम वसा वाला दूध, दही
6. स्वस्थ वसा:
ऑलिव ऑयल, एवोकाडो
7. हर्बल चाय:
हरी चाय या तुलसी की चाय
अन्य सुझाव:
शुगर और ट्रांस फैट्स से बचें: प्रोसेस्ड फूड्स, मिठाई और तली हुई चीज़ें न खाएँ।
पानी: रोजाना 2-3 लीटर पानी पीएँ।
व्यायाम: नियमित रूप से हल्का व्यायाम करें।
(Read our Blog to Know More- 21 day Fatty Liver Diet Plan in hindi)
इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना लिवर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।
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