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#नोएडा अथॉरिटी
lok-shakti · 2 years
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अथॉरिटी ने घटाई बिना पेनाल्टी प्लॉट रजिस्ट्री की अवधि, अब 31 जनवरी तक ही मिलेगा फायदा... नोएडा वालों के लिए काम की खबर
अथॉरिटी ने घटाई बिना पेनाल्टी प्लॉट रजिस्ट्री की अवधि, अब 31 जनवरी तक ही मिलेगा फायदा… नोएडा वालों के लिए काम की खबर
नोएडा: नोएडा अथॉरिटी के करीब 10 हजार प्लॉट आवंटियों के लिए यह बड़ी खबर है। बिना पेनल्टी रजिस्ट्री करवाने के लिए 31 मार्च 2023 तक जो सहूलियत दी गई थी, अब इसे दो महीने घटाकर 31 जनवरी 2023 कर दिया है। अब अगर 31 जनवरी के बाद कोई रजिस्ट्री करवाएगा तो उसे पेनल्टी देनी पड़ेगी। यमुना अथॉरिटी की शुक्रवार को हुई 75वीं बोर्ड बैठक में रजिस्ट्री के लिए समय कम करने व अन्य फैसले पर मुहर लग गई है। इस आदेश से…
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rudrjobdesk · 2 years
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फिल्म सिटी के भविष्य पर आज हो सकता है बड़ा फैसला, जानें वजह
फिल्म सिटी के भविष्य पर आज हो सकता है बड़ा फैसला, जानें वजह
नोएडा. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक फिल्म सिटी (Film City) का निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन उसे लेकर सवाल उठने लगे हैं. फिल्म सिटी के लिए चुनी गई अमेरिकन (American) कंपनी को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं. ग्लोबल टेंडर होने के बावजूद निर्माण कार्य के लिए सिर्फ एक बिल्डर सामने आया है. इस संबंध में आज लखनऊ (Lucknow) में एक बड़ी बैठक बुलाई गई है.…
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dainiksamachar · 2 days
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घटेगी नई इमारतों की ऊंचाई, घरों की बाउंड्री और कमरे भी अलग होंगे, BIS ने नोएडा के लिए सुझाए नए नियम
योगेश तिवारी, नोएडा: आने वाले दिनों में शहर में बनने वाली बहुमंजिला आवासीय इमारतों की ऊंचाई उतनी नहीं होगी जितनी पहले की बिल्डिंगों की है। ग्रुप हाउसिंग में बिना सुविधा विकसित किए बिल्डर पजेशन नहीं दे पाएंगे। यही नहीं प्लॉट पर जो नए मकान बनेंगे वहां दो मकानों के बीच की दीवार पर छत नहीं डाली जा सकेगी। प्लॉट में सेटबैक का हिस्सा तकरीबन चारों तरफ छोड़ना होगा। इसका मतलब ये है कि प्लॉट पर पहले बाउंड्री बनवानी होगी, इसके बाद बीच में अलग से कमरे बनेंगे। इसी तरह निर्माण से जुड़े कई और नए नियम नोएडा में लागू हो सकते हैं। केंद्र के भारतीय मानक ब्यूरो () ने नोएडा में स्टैंडर्ड डिवेलपमेंट के लिए अगल से बिल्डिंग बायलॉज तैयार किए हैं। नए नियमों की किताब अथॉरिटी को सौंप दी गई है। अब अथॉरिटी इसे बोर्ड में रखकर मंजूरी लेगी। अथॉरिटी ने बिल्डिंग बायलॉज के ड्राफ्ट का अध्ययन शुरू करा दिया है। माना जा रहा है कि इसमें कुछ संशोधन भी होंगे। पुराने बायलॉज FAR पर आधारित हैं 2010 में नोएड��� अथॉरिटी की तरफ से बनाए गए बिल्डिंग बायलॉज ही अभी तक लागू हैं। यह बायलॉज फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) आधारित था। इसमें देखा जाता था कि प्लॉट कितना बड़ा है और कितना निर्माण हो सकता है। इसके बाद उसी आधार पर अथॉरिटी नक्शा पास कर देती है। निर्माण के दौरान खिड़की से लेकर बालकनी को मंजूरी तो अथॉरिटी देती थी लेकिन इनके मानक और कोई परिभाषा नहीं थी। अब नए बिल्डिंग बायलॉज में खिड़की से लेकर वेंटिलेशन के लिए एग्जॉस्ट लगाने तक के मानक और परिभाषा तय कर अथॉरिटी को बताए गए हैं। ग्रुप हाउसिंग में फ्लोर एरिया रेशियो भी घटाने का सुझाव दिया गया है। ऐसा होने पर इमारतों की ऊंचाई कम होगी। नए बायलॉज की 200 पेज से ज्यादा की एक किताब अथॉरिटी को सौंपी गई है। अब अथॉरिटी इन नए प्रस्तावित नियमों का अध्ययन कर रही है। ये सभी नियम नोएडा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। इसके बाद भी अथॉरिटी को यह छूट होगी कि वह अध्ययन कर वाजिब तर्क देकर इन बायलॉज को कुछ संशोधन के साथ स्वीकार कर सकती है। अधिकारियों ने बताया कि नए बिल्डिंग बायलॉज की जरूरत मौजूदा इंडस्ट्री और हाउसिंग ट्रेंड में बदलाव को देखते हुए पड़ी है। अब डेटा सेंटर, आईटी-आईटीएस, ईवी-वीकल जैसे उद्योगों के लिए अलग-अलग नीतियां आ चुकी हैं, लेकिन बिल्डिंग बायलॉज वहीं पुराने हैं। ईवी की इंडस्ट्री उसी तरह से नहीं बनाई जा सकती जैसे नट बोल्ट या अन्य पुरानी इंडस्ट्री बनी हुई हैं। इसके साथ ही प्लॉट पर निर्माण के लिए नक्शा पास कराने के मानक सेटबैक, ग्राउंड कवरेज, एफएआर, ग्रीन एरिया, ओपन एरिया, लैंड यूज समेत अन्य मानक भी परिभाषित हो गए हैं। ऐसा होने पर सभी के लिए एक ही मानक रहने वाले हैं। बिल्डरों को नक्शा पास कराने के लिए देना होगा सर्विस प्लान ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट में फ्लैट बायर्स की बहुत सी शिकायतें और समस्याएं रहती हैं कि बिल्डर ने सभी जरूरी सुविधाएं विकसित किए बगैर ही कब्जा दे दिया। कहीं पार्किंग अधूरी रहती है तो कहीं क्लब हाउस और फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं रहते। कुछ जगह एसटीपी तक नहीं बना होता है। ये समस्याएं आगे न रहें इसके लिए प्रस्तावित बिल्डिंग बायलॉज में यह व्यवस्था की गई है कि बिल्डर जब नक्शे के लिए आवेदन करेगा तो सर्विस प्लान अलग से देगा। इस प्लान में यह बताया जाएगा कि सोसायटी में कौन-कौन सी सुविधाएं विकसित की जानी हैं। इसके साथ ही इन सुविधाओं से अलग बिल्डर सोसायटी को हाईटेक बना रहा है तो स्पेसिफिकेशन भी बताने होंगे। निर्माण पूरा होने के बाद जब ओसी के लिए बिल्डर आवेदन करेगा तो अथॉरिटी सबसे पहले सर्विस प्लान का परीक्षण करेगी। ऐसे में आम सुविधाओं की अनदेखी नहीं होगी। बनी हुई इमारत के कमजोर पड़ने पर उसके लिए भी नियम अगर बनी हुई पुरानी इमारत कमजोर पड़ जाती है तो उसे असुरक्षित घोषित करने का नियम भी नए बिल्डिंग बायलॉज में आया है। इसके लिए जरूरी जांच और फिर इमारत कमजोर मिलने के बाद होने वाले सुरक्षा इंतजाम भी नए बताए गए हैं। इमारत के कमजोर होने पर उसे कैसे खाली कराया जा सकता है और कोई घटना होने पर जिम्मेदारी भी तय की गई है। http://dlvr.it/T92WH8
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rightnewshindi · 4 months
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नोएडा अथॉरिटी का बड़ा कारनामा; महिला और बुजुर्ग को कार समेत उठाया, वीडियो हुआ वायरल
नोएडा अथॉरिटी का बड़ा कारनामा; महिला और बुजुर्ग को कार समेत उठाया, वीडियो हुआ वायरल
Noida Viral: अवैध जगह पर गाड़ी खड़ी करने पर पुलिस चालान करती है या ट्रैफिक विभाग द्वारा गाड़ी को टो (Tow) किया जाता है। हालांकि ऐसा तब होता है जब गाड़ी अवैध पार्किंग में खड़ी हो और उसमें कोई मौजूद ना हो। नोएडा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार समेत कर्मचारी बैठे लोगों को भी टो करके ले जा रहे हैं। महिला और बुजुर्ग समेत कार को कर लिया टो बताया जा रहा है कि वीडियो नोएडा के सेक्टर…
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lawyer-usa · 6 months
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hindinewsmanch · 9 months
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जेवर एयरपोर्ट का हो रहा है खूब असर, तेजी से बढ़ रहे हैं प्रोपर्टी के भाव- Chetna Manch
नोएडा में जेवर एयरपोर्ट के डेवलपमेंट से आसपास के इलाके को नई उड़ान मिलेगी, इस खबर के बाद से ही आसपास की प्रॉपर्टीज के दाम दिन ब दिन बढ़ रहे हैं। नोएडा में जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के साथ आसपास के क्षेत्र में आवासीय और वाणिज्यिक मांग तेजी से बढ़ने की उम्मीद है । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कई परियोजनाएं भी यहां चलाई जा रही हैं। जेवर एयरपोर्ट के आसपास की जगह को विकसित करने की दिशा में अथॉरिटी लगातार काम कर रही है। इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए नागरिक उड्डयन विभाग उत्तर प्रदेश ,नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण , GNIDA मिलकर काम कर रहे हैं।
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365store · 2 years
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नोएडा में नहीं थम रहा कुत्तों का आतंक, लिफ्ट के अंदर किया 2 बच्चों पर हमला
नोएडा में नहीं थम रहा कुत्तों का आतंक, लिफ्ट के अंदर किया 2 बच्चों पर हमला
नोएडा अथॉरिटी में इसी बात को लेकर चर्चा हो रही है कि डॉग लवर्स के लिए अलग से लिफ्ट का प्रावधान किया जाए या नहीं। उसी समय कुत्ते के मुंह को ढक दिया जाए या नहीं। अभी इस मामले में प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच मंथन किया जा रहा है। जिसे बाद में अनुबंध में लागू किया जाएगा। Source link
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sabkuchgyan · 2 years
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1 मार्च, 2023 तक नोएडा में कुत्तों और बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
1 मार्च, 2023 तक नोएडा में कुत्तों और बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
नोएडा में कुत्ते के काटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने कुत्ते के मालिक से 10,000 रुपये का जुर्माना वसूलने का फैसला किया है. यह नया नियम 1 मार्च, 2023 से लागू होगा। नोएडा अथॉरिटी ने पीड़िता के इलाज का खर्च कुत्ते के मालिक पर डाला है. गौरतलब है कि इस संबंध में नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक बुलाई गई थी। नोएडा प्राधिकरण ने कुत्तों या बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों द्वारा काटने क��…
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lok-shakti · 2 years
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हाईकोर्ट : नोएडा पर पचास हजार रुपये का हर्जाना लगाया, मनमानी कार्रवाई पर कोर्ट सख्त
हाईकोर्ट : नोएडा पर पचास हजार रुपये का हर्जाना लगाया, मनमानी कार्रवाई पर कोर्ट सख्त
(सांकेतिक तस्वीर) – फोटो : सोशल मीडिया ख़बर सुनें ख़बर सुनें इलाहाबाद हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सीईओ एन्यू ओखला इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी, गौतमबुद्धनगर ने अवैध तथा मनमानी वसूली नोटिस वापस लेते हुए कहा, याची पर कुछ भी बकाया नहीं है। नोएडा ने कारोबारी रवि कुमार बंसल के खिलाफ  बी.27ए सेक्टर 1 में आवंटित औद्योगिक शेड की बकाया किस्त के मद में 1 करोड़ 15लाख 32हजार 469 रुपये का वसूली नोटिस जारी…
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Twin Tower Demolition: लोग ले रहे सेल्फी ट्विन टावर के मलबे के पास, अब भी साफ-सफाई का काम जारी; शुरू हुई गैस की आपूर्ति
Twin Tower Demolition: लोग ले रहे सेल्फी ट्विन टावर के मलबे के पास, अब भी साफ-सफाई का काम जारी; शुरू हुई गैस की आपूर्ति
Twin Tower Demolition: नोएडा का विशाल ट्विन टावर अब इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गया है। इस गगनचुंभी इमारत को गिराए जाने के बाद अब यहां मलबे को हटाने और साफ-सफाई का काम जोर-शोर से किया जा रहा है। नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने कहा कि सोमवार को सुपरटेक ट्विन टावर के नजदीक बने रिहायशी सोसाइटी और सड़कों की साफ-सफाई का काम चल रहा है।  सेक्टर 93A में एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसायटी के…
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dainiksamachar · 1 year
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नोएडा में 60% फ्लैट का रजिस्ट्रेशन ही नहीं! डिफॉल्टर्स की लिस्ट में आपका बिल्डर तो नहीं?
नोएडा: नोएडा (Noida) में बकाये को लेकर बिल्डर्स और सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। इसका नुकसान होमबायर्स को हो रहा है क्योंकि उनके फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है। शहर में केवल 40 फीसदी फ्लैट्स ही रजिस्टर्ड हैं। नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने इस बारे में हाल में अपनी वेबसाइट पर डेटा अपलोड किया है। इसके मुताबिक 2016-17 तक 115 प्रोजेक्ट्स में 1.3 लाख फ्लैट्स को मंजूरी दी गई थी। उनमें से केवल 56,790 फ्लैट्स ही रजिस्टर्ड हैं। 115 प्रोजेक्ट्स में से 89 यानी 77% डिफॉल्टर हैं और उन पर कुल मिलाकर 26,000 करोड़ रुपये का बकाया है। केवल 24 प्रोजेक्ट्स ने सारा बकाया चुकाया है जबकि दो को कैंसल कर दिया गया है। जिन 24 प्रोजेक्ट्स ने पूरा बकाया चुकाया है, उनमें से भी केवल 15 को कंप्लीशन सर्टिफिकेट मिला है। यह शहर में मंजूर किए गए कुल प्रोजेक्ट्स का महज 13 फीसदी है।जब किसी प्रोजेक्ट में सारी सुविधाएं बनकर तैयार हो जाती हैं और लाइसेंस की शर्तों को पूरा कर लिया जाता है तो उसे कंप्लीशन सर्टिफिकेट दिया जाता है। कई प्रोजेक्ट्स में अभी तक पूरी सुविधाएं नहीं दी गई हैं। इस कारण आए दिन इनमें बिल्डर्स के खिलाफ धरना-प्रदर्शन होते रहते हैं। नोएडा में 2016-17 से 2021-22 के बीच किसी भी नए प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं मिली। अधिकारियों का कहना है कि बीते फिस्कल ईयर में कुछ नए प्रोजेक्ट्स को अप्रूव किया गया है। ये प्रोजेक्ट्स डिफॉल्टर्स की लिस्ट में शामिल नहीं हैं। साथ ही स्पोर्ट्स सिटी स्कीम (Sports City) के तहत सेक्टर 78, 79, 101, 150 और 152 में मंजूर किए गए प्रोजेक्ट्स भी इसमें शामिल नहीं हैं। इस प्रोजेक्ट्स में स्पोर्ट्स सुविधाओं के पूरा नहीं होने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पाई। सबसे बड़ा डिफॉल्टर जेपी इन्फ्राटेक लिमिटेड (Jaypee Infratech Ltd) के विश टाउन (Wish Town) में 15 प्रोजेक्ट्स हैं जिनमें करीब 30,000 फ्लैट्स बनने हैं। इसे ही डिफॉल्टर्स की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। यह अभी इनसॉल्वेंसी रेजॉल्यूशन प्रोसेस से निकली है। इसकी डील यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल अथॉरिटी (YEIDA) के साथ हुई थी। 89 डिफॉल्ट प्रोजेक्ट्स में से 15 एनसीएलटी में हैं। यूनिटेक (Unitech) सबसे बड़ी डिफॉल्टर है। अब इसे सरकार द्वारा नियुक्त बोर्ड चला रहा है। दूसरे नंबर पर आम्रपाली (Amrapali) है जिसके प्रोजेक्ट्स सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एनबीसीसी (NBCC) पूरा कर रही है। 89 में से 14 प्रोजेक्ट इन्हीं दो कंपनियों के हैं।डेटा के मुताबिक यूनिटेक का बकाया 9,760 करोड़ रुपये का है। इनमें से 6,594 करोड़ रुपये का बकाया सेक्टर 96, 97 और 98 में स्थित प्रोजेक्ट्स का है। इसी तरह सेक्टर 117 के प्रोजेक्ट का 1,754 करोड़ और सेक्टल 113 और 114 के प्रोजेक्ट्स का 1,412 करोड़ रुपये का बकाया है। आम्रपाली का बकाया 2,777 करोड़ रुपये का है। एनसीएलटी में फंसे प्रोजेक्ट्स का कुल 4,732 करोड़ रुपये का बकाया है। इनमें सुपरटेक (Supertech), लॉजिक्स (Logix), 3सी (3C) और अजनारा (Ajnara) शामिल हैं। नोएडा अथॉरिटी ने पहले बार इसकी डिटेल अपनी वेबसाइट पर डाली है ताकि होम बायर्स अपने प्रोजेक्ट का स्टेटस चेक कर सकें। क्यों नहीं हो रही रजिस्ट्री अधिकारियों का कहना है कि रजिस्ट्री इसलिए नहीं हो पा रही है क्योंकि बिल्डर्स ने बकाया नहीं चुकाया है। पिछले साल एक अप्रैल से करीब 3,500 रजिस्ट्री हुई हैं। इससे पहले 2021-22 में केवल 2,424 रजिस्ट्री हुई थी। साल 2020-21 में कोरोना के कारण प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन बुरी तरह प्रभावित हुआ था। लेकिन उससे पहले भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। 2019-20 में केवल 1,500 रजिस्ट्रीज हुई थीं। अथॉरिटी का कहना है कि इस डेटा को समय-समय पर अपडेट किया जाएगा। इसका मकसद होमबायर्स की मदद करना है और ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के बारे में पारदर्शिता लाना है। http://dlvr.it/SlrzP3
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oyspa · 2 years
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नोएडा के ट्विन टावर गिरने के बाद उन्हें बनाने वाली सुपरटेक ने क्या कहा ?
नोएडा के ट्विन टावर गिरने के बाद उन्हें बनाने वाली सुपरटेक ने क्या कहा ?
सुपरटेक ने कहा कि ट्विन टावर का निर्माण नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी की मंजूरी मिलने के बाद ही किया गया था और इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की गई थी. रियल एस्टेट फर्म ने कहा कि ट्विन टावर के ध्वस्त होने से उनकी दूसरी रियल एस्टेट परियोजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. समय से खरीदारों को घर दिए जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रविवार दोपहर 2.30 बजे करीब 100 मीटर ऊंचे एपेक्स और सेयेन टावरों को गिरा दिया गया.…
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cinnewsnetwork · 2 years
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28 अगस्त को गिराए जाएंगे नोएडा के ट्विन टॉवर, सुप्रीम कोर्ट ने दी अवैध निर्माण ढहाने की दी इजाजत
28 अगस्त को गिराए जाएंगे नोएडा के ट्विन टॉवर, सुप्रीम कोर्ट ने दी अवैध निर्माण ढहाने की दी इजाजत
सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा के सुपरटेक ट्विन टॉवर को गिराने की इजाजत दे दी है। 28 अगस्त को सुपरटेक ट्विन टावर्स गिराए जाएंगे। कोर्ट ने इससे पहले मई में ट्विन टॉवर को गिराए जाने के लिए 3 महीने की मोहलत दी थी। आपको बता दें कि, नॉएडा अथॉरिटी यानी नोएडा प्राधिकरण ने 2006 में सुपरटेक को 17.29 एकड़ (लगभग 70 हजार वर्ग मीटर) जमीन सेक्टर-93 ए में आवंटित की थी। इस सेक्टर में एमेराल्ड कोर्ट ग्रुप हाउसिंग…
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lawyer-usa · 6 months
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joinnoukri · 2 years
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Shrikant Tyagi के अवैध निर्माण पर चला प्रशासन का Bulldozer | Noida Omaxe Society Case Update
Shrikant Tyagi के अवैध निर्माण पर चला प्रशासन का Bulldozer | Noida Omaxe Society Case Update
<p>नोएडा के ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी (Noida Grand Omaxe Society) में एक महिला के साथ बदसलूकी करने वाले श्रीकांत त्यागी के पकड़ने की कोशिशें तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ नोएडा सोसाइटी के अंदर उसके अवैध निर्माण पर नोएडा अथॉरिटी की तरफ से कार्रवाई की गई है. नोएडा प्रशासन की तरफ से अवैध निर्माण को बुलडोजर चलाकर सोमवार सुबह उसे तोड़ दिया गया है. इसके साथ ही, उसके धर-पकड़ के लिए पुलिस की पांच टीमें बना…
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hindimaster · 2 years
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Shrikant Tyagi Case: Raids In Search Of Abusive Leader Shrikant Tyagi, Bulldozer Action On Illegal Construction, Know What Priyanka Gandhi Said
Shrikant Tyagi Case: Raids In Search Of Abusive Leader Shrikant Tyagi, Bulldozer Action On Illegal Construction, Know What Priyanka Gandhi Said
Shrikant Tyagi Case: नोएडा के ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी (Noida Grand Omaxe Society) में एक महिला के साथ बदसलूकी करने वाले श्रीकांत त्यागी पर नोएडा पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है. फिलहाल उसकी तलाश में उत्तराखंड में लगातार छापेमारी की जा रही है और उसके पकड़ने की कोशिशें तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ नोएडा सोसाइटी के अंदर उसके अवैध निर्माण पर नोएडा अथॉरिटी की तरफ से कार्रवाई की गई है. नोएडा…
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