5 अवश्य देखें अमिताभ की सस्पेंस फिल्में
5 अवश्य देखें अमिताभ की सस्पेंस फिल्में
अमिताभ बच्चन रूमी जाफरी की थ्रिलर फिल्म चेहरे में नजर आएंगे, जो इस हफ्ते रिलीज हो रही है, और ट्रेलर अच्छा लग रहा है, यह पहली बार नहीं है जब अभिनेता ने हमें * रोमांचित * किया है!
सुभाष के झा ने चुना एबी की बेहतरीन थ्रिलर।
परवाना, 1971
इस प्री-ज़ंजीर सस्पेंस थ्रिलर में, बिग बी को एक जुनूनी प्रेमी के रूप में कास्ट किया जाता है, जो लड़की के पिता को खत्म करने का फैसला करता है, जब वह अपनी बेटी से…
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7 महीनों के भीतर दुनिया को अलविदा कह गए ये 16 बड़े सितारे!
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7 महीनों के भीतर दुनिया को अलविदा कह गए ये 16 बड़े सितारे!
दोस्तों टीवी अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला का गुरुवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। मुंबई में कूपर हॉस्पिटल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सिद्धार्थ शुक्ला ने सोने से पहले कोई दवाई ली थी और सुबह वो मृत मिले। इसके बाद हॉस्पिटल की तरफ से बयान जारी कर बताया गया कि उनका निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है। सिद्धार्थ शुक्ला के परिवार में उनकी मां और दो बहनें हैं। बॉलीवुड के लिए साल 2021 भी 2020 की तरह ही बेहद दुखद साबित हो रहा है और बीते कुछ महीनों में फिल्म जगत के 16 सितारे हमें छोड़कर जा चुके हैं।
ओलानोकियोटन गॉलाबो ल्यूकस
फिल्म जगत को पहला झटका उस वक्त लगा, जब 16 जनवरी 2021 को ‘फुकरे’ फेम अभिनेता ओलानोकियोटन गॉलाबो ल्यूकस का निधन हो गया। फुकरे फिल्म में ओलानोकियोटन गॉलाबो ल्यूकस ने अभिनेत्री ऋचा चड्ढा (भोली पंजाबन) के गुर्गे का किरदार निभाया था। ओलानोकियोटन गॉलाबो ल्यूकस के निधन पर अभिनेता फरहान अख्तर और पुलकित सम्राट सहित बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियों ने शोक प्रकट किया था।
अरविंद जोशी
अरविंद जोशी ‘शोले’, ‘लव मैरिज’ और ‘नाम’ जैसी फिल्मों में काम करे चुके जाने-माने अभिनेता और शरमन जोशी के पिता अरविंद जोशी बीते 29 जनवरी को 84 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए। अरविंद जोशी काफी समय से न्यूरोलॉजिकल समस्याओं और सीने में संक्रमण से जूझ रहे थे। अरविंद जोशी गुजराती सिनेमा का भी एक बड़ा नाम थे। शरमन जोशी के अलावा अरविंद जोशी की बहन सरिता जोशी भी बॉलीवुड से जुड़ी हुई हैं और उनकी बेटी मानसी भी एक टीवी एक्ट्रेस हैं।
नरेंद्र चंचल
अपने भजनों से पूरी दूनिया में एक अलग पहचान बनाने वाले दिग्गज गायक नरेंद्र चंचल का इसी साल 22 जनवरी को 80 साल की उम्र में निधन हो गया। नरेंद्र चंचल काफी बीमार थे और अपोलो हॉस्पिटल में करीब दो महीने से उनका इलाज चल रहा था। फिल्म ‘अवतार’ के लिए उनके गीत ‘चलो बुलावा आया है’ और फिल्म ‘बॉबी’ के गीत ‘बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो’ को आज भी याद किया जाता है। फिल्म बॉबी के लिए नरेंद्र चंचल को बेस्ट मेल सिंगर का ‘फिल्म फेयर अवॉर्ड’ भी मिला। नरेंद्र चंचल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दुख जाहिर किया था।
राजीव कपूर
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर को गुजरे अभी एक साल भी नहीं बीता था कि 9 फरवरी 2021 को उनके छोटे भाई एक्टर और फिल्म निर्माता राजीव कपूर का हार्ट अटैक से निधन हो गया। 58 साल के राजीव कपूर ने अपनी आखिरी फिल्म के तौर पर आशुतोष गोवारिकर की ‘तुलसीदास जूनियर’ में काम किया था, लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले ही वो दुनिया को अलविदा कह गए। फिल्म ‘एक जान हैं हम’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले राजीव कपूर को बॉलीवुड में असली पहचान फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ से मिली।
संदीप नाहर
इसी साल 15 फरवरी को बॉलीवुड से एक बेहद चौंकाने वाली खबर उस वक्त आई, जब अभिनेता संदीप नाहर ने अपने घर पर खुदकुशी कर ली। संदीप नाहर फिल्म ‘केसरी’ में एक्टर अक्षय कुमार के साथ और फिल्म ‘एमएस धोनी’ में सुशांत सिंह राजपूत के साथ नजर आए थे। खुदकुशी से पहले संदीप नाहर ने अपने फेसबुक पर एक सुसाइड नोट और वीडियो भी अपलोड किया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर अपनी पत्नी को जिम्मेदार ठहराया और साथ ही बॉलीवुड में राजनीति का भी जिक्र किया।
तारिक शाह
‘बहार आने तक’, ‘गुमनाम है कोई’ और ‘मुंबई सेंट्रल’ जैसी फिल्मों में अभिनय करने वाले दिग्गज अभिनेता और निर्देशक तारिक शाह भी इसी साल 3 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह गए। तारिक शाह पिछले करीब 2 साल से किडनी की समस्याओं से जूझ रहे थे और डायलिसिस पर थे। तारिक शाह ने फिल्मों में अभिनय के अलावा टीवी सीरियल कड़वा सच और विनोद खन्ना, जितेंद्र के अभिनय वाली फिल्म जनम कुंडली का निर्देशन भी किया था। उनकी शादी 1987 में एक्ट्रेस शोमा आनंद के साथ हुई थी।
शशिकला
तारिक शाह के निधन के अगले ही दिन बॉलीवुड से एक और बुरी खबर आई, जब 4 अप्रैल को दिग्गज अभिनेत्री शशिकला का देहांत हो गया। अपने करियर में शशिकाल ने 100 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया था। फिल्म डाकू, रास्ता, कभी खुशी कभी । हिंदी फिल्मों में शशिकला के अहम योगदान के लिए उन्हें 2007 में पद्म श्री और 2009 में लाइफटाइम एचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया।
सतीश कौल
ऐतिहासिक टीवी सीरियल ‘महाभारत’ में भगवान इंद्र का रोल निभाने वाले अभिनेता सतीश कौल इसी साल 10 अप्रैल को दुनिया छोड़ गए। कई हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम कर चुके सतीश कौल कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे, जिसके बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई। सतीश कौल ने लुधियाना में एक्टिंग स्कूल खोलने के लिए 2011 में मुंबई का अपना अपार्टमेंट बेचा था, लेकिन प्रोजेक्ट फेल होने की वजह से वो आर्थिक संकट में घिर गए।
रिंकू सिंह
सतीश कौल के अलावा कोरोना वायरस ने बॉलीवुड की एक और एक्ट्रेस को इसी साल हमसे छीन लिया। फिल्म ड्रीम गर्ल में आयुष्मान खुराना के साथ काम कर चुकीं अभिनेत्री रिंकू सिंह का बीते 4 जून को कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया। फिल्म ड्रीम गर्ल के अलावा रिंकू सिंह हाल ही में अमेजन प्राइम के शो ‘हेलो चार्ली’ में भी नजर आईं थी। इनके अलावा रिंकू सिंह ने टीवी सीरियल चिड़ियाघर और मेरी हानिकारक बीवी में काम किया था।
तरला जोशी
रिकूं सिंह के निधन के दो दिन बाद ही टीवी इंडस्ट्री से एक बुरी खबर आई। सीरियल ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ में प्यारी बड़ी बीजी का किरदार निभाने वालीं तरला जोशी का 6 जून को हार्ट अटैक से निधन हो गया। तरला जोशी के निधन पर उनकी को-स्टार निया, अभिनेता अंजू महेंद्र और ईएचएमएमबीएच की पूरी टीम ने सोशल मीडिया पर अपना दुख जाहिर किया।
सईद साबरी
इसी साल 7 जून को मशहूर साबरी ब्रदर्स के पिता और दिग्गज कव्वाली सिंगर सईद साबरी इस दुनिया को छोड़कर चले गए। 85 वर्षीय सईद साबरी को बाथरूम में नहाते समय हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। गौरतलब है कि सईद साबरी ने ‘एक मुलाकात जरूरी है सनम’ और फिल्म हीना के लिए ‘देर ना हो जाए कहीं देर ना हो जाए’ गीत से काफी सुर्खियां बटोरीं थी।
सेहर अली लतीफ
इसी साल बॉलीवुड को एक बड़ा झटका उस वक्त लगा, जब ‘मानसून शूटआउट’ और ‘लंच बॉक्स’ जैसी बड़ी फिल्मों में कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुकीं सेहर अली लतीफ इस दुनिया को अलविदा कह गईं। 7 जून को सेहर अली लतीफ का कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। सेहर अली लतीफ ने नेटफ्लिक्स पर आई ‘भाग बिनी भाग’ का भी प्रोडक्शन किया, जिसमें अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने काम किया था।
राज कौशल
हाल ही में फिल्म जगत को उस वक्त एक बड़ा सदमा लगा, जब अभिनेत्री मंदिरा बेदी के पति राज कौशल का 30 जून को हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। राज कौशल बॉलीवुड का एक बड़ा नाम थे और उन्होंने ‘प्यार में कभी कभी’, ‘शादी का लड्डू’ और ‘एंथनी कौन है’ जैसी फिल्मों का डायेक्शन किया था। राज कौशल के निधन पर फिल्म जगत की कई दिग्गज हस्तियों ने सोशल मीडिया पर अपना दुख जाहिर किया।
अरविंद राठौड़
बॉलीवुड के अलावा इस साल रीजनल फिल्म इंडस्ट्री से भी बुरी खबरें सुनने को मिली हैं। 1 जुलाई को गुजरात फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर अरविंद राठौड़ ने दुनिया को अलविदा कह दिया। गुजराती हिट फिल्मों के अलावा अरविंद राठौड़ ने बॉलीवुड फिल्में जैसे ‘अग्निपथ’ और ‘खुदा गवाह’ में भी महत्वपूर्ण किरदार निभाए थे। ऐक्टिंग में आने से पहले अरविंद एक फोटो जर्नलिस्ट के तौर पर काम करते थे।
दिलीप कुमार
बॉलीवुड को एक बड़ा झटका उस वक्त लगा, जब ‘ट्रेजडी किंग’ के नाम से मशहूर दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का बीते 7 जुलाई को निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे दिलीप कुमार को मुंबई के हिंदुजा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि इससे एक दिन पहले ही उनकी पत्नी अभिनेत्री शायरा बानो ने उनका हेल्थ अपडेट देते हुए बताया था कि दिलीप कुमार की तबीयत धीरे-धीरे सुधर रही है और जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। लेकिन, अगली सुबह उनके निधन की मनहूस खबर आ गई।
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5 जनवरी को चम्बल घाटी में होगी राजस्थान की सबसे बड़ी दौड़
अल्ट्रा मैराथन चम्बल चैलेंज-2020 में देश के 18 राज्यों से 60 शहरों के 500 से अधिक धावक एक साथ दौड़ेंगे
न्यूजवेव@कोटा
चम्बल किनारे बसे कोटा शहर में हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की ऊर्जा है। नये वर्ष में 5 जनवरी,2020 को होने वाली नेशनल अल्ट्रा मैराथन चम्बल चैैलेंज में शहरवासी सेहत के लिये नया जज्बा दिखायेंगे। कोटा से रावतभाटा चम्बल की वादियों मे राजस्थान की सबसे बड़ी दौड़ चम्बल चैलेंज के तीसरे संस्करण का आयोजन नये साल के पहले रविवार 5 जनवरी को होगा।
इनशेप रनर्स क्लब के संस्थापक अजय सेठी ने पत्रकारों को बताया कि चम्बल चैलेंज भारत की प्रथम 5 अल्ट्रा मैराथन मे शामिल हो चुकी है। इस अल्ट्रा मेराथन से मुकुन्दरा टाइगर रिजर्व को देश-विदेश के पर्यटन में नई पहचान मिलेगी। आज शहरवासी अपने स्वास्थ्य के साथ कोटा को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए एकजुट होकर दौड़ते हैं। ‘‘स्वस्थ कोटा-स्वच्छ कोटा‘ मिशन के तहत इस मेराथन में पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता व स्वास्थ्य जागरूकता का पूरा ध्यान रखा जाएगा। चम्बल चेलेंज अल्ट्रा मैराथन में 18 राज्यों के 60 शहरों से हर आयु वर्ग के 500 से अधिक लोगों ने जज्बा दिखाया है। 4 श्रेणियों मे होने वाली दौड़ मे धावक अधिकतम 84 किमी की दुरी तक दौड़ेंगें। दौड़ प्रातः 4ः30 बजे ग्रीन वैली रिसोर्ट से शुरू होकर रावतभाटा इरेक्टर हॉस्टल पर समाप्त होगी।
नेशनल एवं इंटरनेशनल धावक उत्साह बढ़ायेंगेे
उन्होंने बताया कि इस अल्ट्रा मैराथन मे शिरकत करने देश के कई नामी धावक कोटा आ रहे हैं। इनमें मनाली से चम्बल चैलेंज एम्बेसडर काइरेन डिसूजा, सूरत के इंजीनियर संदीप कुमार, भारतीय सेना के लालू लाल मीणा, रेलवे मंत्रालय के आईटी हेड सत्यनारायण, गुरुग्राम से अपूर्वा चौधरी जो कई प्रतियोगिताओं मे भारत का नेतृत्व कर चुके हैं। कई नामी धावक इस अल्ट्रा रनर्स प्रतियोगिता मे भाग लेंगे। कोटा के कामरेड रनर अनंत त्रिवेदी ने बताया की चम्बल चैलेंज ऐसा प्लेटफॉर्म है जहा से कोटा के कई रनर्स नेशनल व इंटरनेशनल स्पर्धाओं के लिए तैयार हो रहे हैं। कोटा के अल्ट्रा रनर शक्ति सिंह हाडा, वाइब्रेंट अकादमी के निदेशक नरेंद्र अवस्थी एवं एम.एस.चौहान, लदाख मे 72 किमी कर चुके सुनील विजय व तेज कुशवाहा जैसे कई नेशनल रनर्स भी हिस्सा लेंगे।
दुनिया की सबसे बडी प्लोग रन कोटा में
इवेंट कोर्डिनेटर अविनाश बेदी ने बतया की पूरा आयोजन जीरो ट्रैश पॉलिसी के अंतर्गत होगा और रास्ते मे कोई कचरा नहीं छोड़ा जायेगा। हाइड्रेशन स्टेशन पर कागज के गिलास काम मे लिए जायेगे। यदि कोई प्रतिभागी प्लास्टिक की कोई भी चीज रास्ते मे फेकता हुआ पाया गया थो उसे तुरंत अपात्र घोषित कर दिया जायेगा।
फिट इंडिया एम्बेसडर रिपु दमन चम्बल चैलेंज मे 50 किमी की प्लोग रन करेंगे जिसके माध्यम से वो स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत का दोहरा सन्देश देंगे। यह विश्व की सबसे बड़ी एक दिन की प्लोग रन भी होगी। बेदी ने बताया की 84 किमी में 35, 63 किमी में 60, 50 किमी में 100 तथा 33 किमी दौड़ मे 310 धावकों ने पंजीकरण करवाया है। कडाके की सर्दी के बावजूद इनमे 100 से अधिक महिला धावक भी शामिल होंगी। इस मौके पर मैराथन के लिये टीशर्ट भी लांच की गई।
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Know some interesting story about Veteran actor,writer Kadar Khan
कादर खान ने बेटे के लिए कॉमेडी रोल्स में आजमाया हाथ, जानिए कुछ और किस्से...
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर खान नहीं रहे। कादर खान ने कनाडा के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। उनके बेटे सरफराज खान ने उनके निधन की खबर की पुष्टी की। कादर खान के निधन की खबर के बाद से बॉलीवुड जगत में शोक की लहर छा गई है, लेकिन यहां कादर के फैंस और बॉलीवुड के लिए एक बुरी खबर है। कादर को अंतिम दर्शनों के लिए भारत नहीं लाया जाएगा। यानि उन्हें कानाडा में ही सुपुर्दे-ए-खाक किया जाएगा। बता दें कादर खान बॉलीवुड में साल 1973 से हैं। उन्होंने फिल्म 'दाग' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा। इस दौरान उन्होंने अपने करियर में हर तरह की फिल्में की। विलेन, कॉमेडियन, गंभीर किरदार से लेकर अंधे तक का रोल उन्होंने बखूबी निभाया। उन्होंने सिर्फ परदे पर ही नहीं, बल्कि परदे के पीछे भी काम किया है। वो एक बहुत अच्छे लेखक हैं और उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों के संवाद भी लिखे हैं। आज वो भले ही हमारे बीच नहीं है, लेकिन उन्हें उनके बेहतरीन अदाकारी के लिए सदा याद रखा जाएगा।
अफगानिस्तान में हुआ था जन्म
आपको बता दें कि 22 अक्टूबर 1937 को कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था। कादर खान ने अपने बचपन में बहुत उतार चढ़ाव देखे थे। कादर खान के पिता ने उन्हें और उनकी मां को छोड़ दिया था और फिर उनकी जिंदगी में उनके सौतेले पिता आए। इन सब के बीच में कादर खान और उनकी मां को गरीबी और जिंदगी में मुशकिलों का सामना करना पड़ा, ल���किन उन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
लिखे बेहतरीन डायलॉग
कादर खान उन लोगों में से हैं जिन्होंने बॉलीवुड को 'एंग्री यंग मैन' से लेकर 'हीरो नंबर वन' दिया है। यहां हम बात कर रहे हैं अमिताभ बच्चन और गोविंदा की। अमिताभ बच्चन के कुछ डायलॉग्स आज भी फैंस के बीच में मशहूर हैं, जिनमें 'हम जहां खड़े हो जाते हैं लाइन वहीं से शुरू होती है' और 'मूछें हों तो नत्थूलाल जैसी' ये सभी डायलॉग्स कादर खान की ही कलम से निकले हैं। ये उस दौर की बात है जब कादर खान अपनी गरीबी को दूर करने के लिए दिन रात मेहनत कर पर्दे के पीछे काम किया करते थे। कादर खान की मां ने उनसे एक दिन कहा था कि अगर वो घर की गरीबी मिटाना चाहते हैं तो उन्हें पढ़ाई करनी होगी। मां की बात कादर खान के दिल में इस कदर घर कर गई कि उन्होंने पढ़ाई को ही अपना पैशन बना लिया, लेकिन पढ़ते हुए अक्सर उनकी कलम जरा बेचैन रहा करती थी और इसी बेचैन कलम ने लिखना शुरू किया।एक बार लिखना शुरू किया तो फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
प्ले हुई एक्टिंग की शुरुआत
कादर खान यूं तो अपने करियर में एक टीचर बनना चाहते थे लेकिन किस्मत को उनके लिए कुछ और ही प्लान बनाए बैठी थी। कादर खान ने कॉलेज के एक कॉम्पीटीशन में भाग लिया। इस कॉम्पीटीशन में कादर खान ने प्ले किया था 'लोकल ट्रेन' उनके इस प्ले को बेस्ट एक्टर, बेस्ट डायरेक्शन सभी अवॉर्ड मिल गए थे। इतना ही नहीं उन्हें ईनाम में 1500 रुपए भी मिले। प्ले तो कादर खान पहले भी करते थे, लेकिन इस बार मौका जरा खास था। इस प्ले के सभी जज बॉलीवुड से ताल्लुक रखते थे। इस कॉम्पीटीशन को जज करने वालों में निर्देशक राजेंद्र सिंह बेदी, उनका बेटा नरेंद्र सिंह बेदी और मशहूर अदाकार कामिनी कौशल थीं। तीनों ही जज कादर खान के काम से इतना इंप्रेस हुए कि उन्होंने कादर से फिल्मों में हाथ आजमाने के लिए कहा और उन्होंने फिल्मों में बतौर राइटर काम करना शुरू किया।
अमिताभ बच्चन को बना दिया एंग्री यंग मैन
70 के दशक में जब अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने की जद्दोजहद में थे उस समय उन्हें साथ मिला कादर खान का। कादर खान ने ही स्ट्रगल कर रहे अमिताभ बच्चन को एंग्री यंग मैन बना दिया था। वो ऐसा दौर था जब कादर खान अपनी कलम से जो लिख देते थे वो पर्दे पर हिट हो जाया करता था। मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा जैसे निर्देशकों ने कादर खान को स्क्रिप्ट और डायलॉग लिखने के लिए मनाया और कादर को फिल्म इंडस्ट्री में ले आए। कादर ने अमर अकबर एंथोनी, मुकद्दर का सिकंदर, लावारिस , कालिया, नसीब , कूली जैसी फिल्मों के लिए डायलॉग्स लिखे हैं। उस दौर में अमिताभ बच्चन के अलावा सिर्फ कादर खान ही एक कलाकार थे जो मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के लिए एक साथ काम किया करते थे।
स्टूडेंट की जिद पर रात 12 बजे पढ़ाते थे कादर
कादर खान जब इंडस्ट्री में अपनी कलम का जादू बिखेरते थे उस समय वो पॉलीटेक्निक में वो बतौर टीचर पढ़ाया करते थे। कादर खान धीरे-धीरे फिल्म इंडस्ट्री में अपने पैर जमा रहे थे तो वो अपने स्कूल में पढ़ाने नहीं जा पाया करते थे, लेकिन कादर खान के स्टूडेंट्स को उनसे बेहद प्यार था और उन्होंने जिद की कि वो उनसे ही पढ़ना चाहते हैं। इसपर कादर ने कहा कि वो रात को 11 बजे शूटिंग से फ्री होते हैं ऐसे में वो कैसे उन्हें पढ़ा पाएंगे। स्टूडेंट्स ने कहा कि वो रात को 12 बजे भी उनसे पढ़ने के लिए तैयार हैं और हुआ भी ऐसा ही। करीब 150 स्टूडेंट्स रात के 12 बजे से सुबह 6 बजे तक कादर खान से क्लास लिया करते थे और खास बात ये है कि वो सभी स्टूडेंट्स फर्स्ट क्लास से पास हुए।
बेटे के कारण कॉमेडी कैरेक्टर करना शुरू किया
कादर खान ने जब एक्टिंग में अपनी पारी शुरू की थी तो अपनी दमदार अवाज के चलते उन्हें विलेन के रोल मिला करते थे। कादर खान धीरे-धीरे बॉलीवुड के फेवरेट विलेन बन गए थे, लेकिन एक दिन ऐसा कुछ हुआ कि कादर खान ने ऑन कैमेरा विलेन प्ले करना बंद कर दिया। दरअसल, हुआ कुछ ऐसा कि एक दिन कादर खान का बेटा स्कूल से लड़कर घर आया। जब कादर खान ने अपने बेटे से पूछा कि आखिर उन्होंने स्कूल में लड़ाई क्यों की ? तो इसके जवाब में उनके बेटे ने कहा कि स्कूल में सब उन्हें ये कहकर चिढ़ाते हैं कि उनके पापा बुरे आदमी हैं और वो विलेन हैं। जब कादर खान ने ये सुना , उसी दिन उन्होंने तय कर लिया कि वो अब पर्दे पर सिर्फ अच्छे रोल करेंगे और इसके बाद शुरू हुई कादर खान की कॉमेडी जर्नी।
Source: Bhaskarhindi.com
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हैंड सैनिटाइजर कितना नुकसानदायक या सेफ? एक रिपोर्ट जरूर पढें
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यदि आप भी हमेशा अपने स्वास्थ्य लिए जागृत रहते हों तो ये खबर आपके लिए ही बनी हैं। अगर आप भी टॉयलेट का उपयोग करने के बाद और खाना खाने के पहले सैनिटाइजर का उपयोग करते हो तो आपको सावधान होने की जरूरत हैं। क्योंकि थोड़े दिन पहले ही एक जाँच से ये बात सामने आई है कि ज्यादा सैनिटाइजर का उपयोग आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कैसे ….
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अमेरिका में भारत के राजदूत ने किया खुलासा, दोनों ही नेता रहते है सम्पर्क में
अमेरिका में भारत के राजदूत ने किया खुलासा, दोनों ही नेता रहते है सम्पर्क में
Source Internet
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत को लेकर अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि दोनों ही नेता लगातार संपर्क में रहते हैं। उन्होंने बताया कि दोनों ही नेताओं के बीच दो जून को फोन पर बातचीत हुई थी।
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संधू ने बताया की फोन पर कई पहलुओं पर बात हुई, लेकिन दो…
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Regional Marathi Text Bulletin, Aurangabad Date – 19 July 2019 Time 1.00 to 1.05pm
आकाशवाणी औरंगाबाद प्रादेशिक बातम्या दिनांक १९ जुलै २०१९ दुपारी १.०० वा. **** भारतरत्न सचिन तेंडुलकरचा आंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद - आयसीसीच्या मानाच्या ‘हॉल ऑफ फेम’मध्ये समावेश करण्यात आला आहे. सचिनसह दक्षिण अफ्रिकेचा माजी वेगवान गोलंदाज ॲलन डोनाल्ड, ऑस्ट्रेलियाची माजी महिला वेगवान गोलंदाज कॅथरीन यांचाही हॉल ऑफ फेममध्ये समावेश करण्यात आला आहे. हा मानाचा सन्मान मिळवणारा सचिन हा सहावा भारतीय क्रिकेटपटू आहे. सचिनपूर्वी बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, सुनील गावस्कर, अनिल कुंबळे आणि राहुल द्रविड यांना हा सन्मान मिळालेला आहे. सर्व प्रकारच्या क्रिकेटमधून निवृत्त होऊन पाच वर्ष पूर्ण झालेल्या क्रिकेटपटूचाच या या सन्मानासाठी विचार केला जातो. **** १९९२ च्या बाबरी मशीद विध्वंस प्रकरणी विशेष न्यायालयानं पुढच्या नऊ महिन्यात निर्णय द्यावा, असे निर्देश सर्वोच्च न्यायालयानं दिले आहेत. भारतीय जनता पक्षाचे ज्येष्ठ नेते लालकृष्ण अडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी, आणि उमा भारती यांच्यासह अनेक ज्येष्ठ नेते या प्रकरणात आरोपी आहेत. या प्रकरणी साक्षी पुरावे नोंदवण्याची प्रक्रिया पुढच्या सहा महिन्यात पूर्ण करावी, असंही न्यायालयानं सांगितलं आहे. या प्रकरणाची सुनावणी होत असलेले विशेष न्यायालयाचे न्यायमूर्ती येत्या ३० सप्टेंबरला निवृत्त होत आहेत, त्यांना सुनावणी पूर्ण होईपर्यंत मुदतवाढ देण्याचे निर्देश सर्वोच्च न्यायालयानं दिले. याबाबत उत्तर प्रदेश सरकारनं निर्णय जारी करावा, असंही न्यायालयानं म्हटलं आहे. **** कर्नाटक विधानसभेमधे जनता दल धर्मनिरपेक्ष - काँग्रेस आघाडी सरकारच्या विश्वासमत प्रस्तावावरच्या चर्चेला आज पुन्हा सुरुवात झाली. काल मुख्यमंत्री कुमारस्वामी यांनी विश्वास दर्शक ठराव विधान सभेत मांडला होता, परंतु चर्चेदरम्यान गोंधळ झाल्यान सभापतींनी कामकाज दिवसभरासाठी स्थगित केलं होतं. राज्यपाल वजुभाई वाला यांनी आज दुपारी दीड वाजता मुख्यमंत्री कुमार स्वामी यांना बहुमत सिद्ध करण्यास सांगितलं आहे. दरम्यान, कर्नाटकच्या या मुद्यावरून काँग्रेस पक्षाच्या खासदारांनी आज लोकसभेत गदारोळ केला. अनेक सदस्यांनी अध्यक्षांच्या आसनासमोरच्या हौद्यात उतरून, घोषणाबाजी करत फलक झळकावले. **** पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी येत्या स्वातंत्र दिनाच्या अनुषंगानं त्यांच्या भाषणासाठी देशातल्या नागरीकांना आपले विचार पाठवण्याचं आवाहन केलं आहे. नागरीक आपले विचार नमो ॲपच्या माध्यमातून पाठवू शकतात असं मोदी यांनी एका ट्वीटच्या माध्यमातून म्हटलं आहे. दरम्यान, पंतप्रधान या महिन्याच्या अखेरच्या रविवारी, येत्या २८ तारखेला सकाळी ११ वाजता आकाशवाणीच्या ‘मन की बात’या कार्यक्रमातून जनतेशी संवाद साधणार आहेत. या कार्यक्रम मालिकेचा हा ५५ वा भाग असेल. या कार्यक्रमासाठी नागरिकांना 1800-11-7800 या टोल फ्री क्रमांकावरुन तसंच ‘मायगव्ह ओपन फोरमद्वारेही’ आपले विचार कळवता येतील. **** गेल्या जून महिन्यात कृष्णा आणि वारणा नदीतून तब्बल ४० टीएमसी पाणी कर्नाटकात वाहून गेल्यानं अलमट्टी धरणाच्या पाणीसाठ्यात वाढ झाली आहे. १२५ टीएमसी क्षमता ���सलेल्या अलमट्टी धरणात सध्या १०६ टीएमसी पाणीसाठा झाला आहे. पश्चिम महाराष्ट्रात पावसाचं पाणी अडवण्यासाठी नद्यांवर बंधारे नसल्यामुळे ही स्थिती निर्माण झाली आहे. सांगली जिल्ह्यात टेंभू, ताकारी, म्हैसाळ इथं पावसाचं पाणी अडवण्यासाठी बंधारे बांधण्याची आवश्यकता आहे. मात्र तशी व्यवस्था राज्य सरकारनं अद्याप केलेली नाही. वरील तीनही ठिकाणी सिंचन योजनेद्वारे पाणी उचलण्याची व्यवस्था करण्यात आली आहे, मात्र या योजनांचे पंप पुरेशा क्षमतेने चालत नसल्यामुळं कृष्णा आणि वारणा नद्यातील पाणी दरवर्षी पावसाळ्यात थेट कर्नाटक मध्ये वाहून जातं. सदरचे पाणी अडवून कायम दुष्काळी तालुक्यातील गावांना द्यावे अशी मागणी अनेक वर्षांपासून केली जात असल्याचं आमच्या वार्ताहरानं कळवलं आहे. **** विधान सभेसाठीच्या मतदानासाठी मतदार याद्याच्या पुनरिक्षणाचा कार्यक्रम सुरु झाला असून १९ ऑगस्ट रोजी अंतिम मतदार यादी प्रसिध्द केली जाणार आहे. मतदारांना त्यांचे नाव, मतदान केंद्र या विषयीच्या शंकाचे निरसन करण्यासाठी २०, २१ आणि २७,२८ जुलै या चार दिवशी विशेष मोहीम राबवण्यात येणार असल्याचं, या बाबतच्या वृत्तात म्हटलं आहे. **** राज्यातल्या ग्रामसेवक संवर्गाच्या प्रलंबित मागण्यांबाबत राज्य सरकार गांभीर्य दाखवत नसल्यानं आणि आपल्या विविध मागण्यांबाबत वेळोवेळी झालेल्या चर्चा, बैठकांमधे देण्यात आलेल्या आश्वासनांची अद्याप पूर्तता झालेली नाही, त्यामुळे याबाबत तातडीनं निर्णय घ्यावा अन्यथा राज्यातले ग्रामसेवक शासनाचं लक्ष वेधण्यासाठी लोकशाही मार्गानं आंदोलन करण्याच्या तयारीत आहेत, असा इशारा महाराष्ट्र राज्य ग्रामसेवक युनियनचे राज्य उपाध्यक्ष सुचित घरत यांनी दिला आहे. ते पालघर इथं वार्ताहरांशी बोलत होते. ****
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रनिंग चैलेंज फेस्टिवल से उर्जावान हुआ कोटा
30 जून तक 538 प्रतिभागी 100 किमी से अधिक दौड़ने का लक्ष्य पूरा करेंगे
न्यूजवेव@ कोटा
सेहत की जागरूकता के लिये आयोजित रनिंग चैलेंज फेस्टिवल-2019 की तीसरी ग्रुप रनिंग में शनिवार को शहरवासियों में नियमित दौडने का सिलसिला परवान चढा। फिटनेस स्क्वायर रनिंग क्लब (FSRC) के निदेशक अमित चतुर्वेदी ने बताया कि फेस्टिवल में प्रत्येक प्रतिभागी के लिये रोजाना न्यूनतम 3.2 किमी दौडना आवश्यक है, इस चुनौती को स्वीकार कर बच्चे, महिलाएं व नागरिक एक-दूसरे का मनोबल बढाते हुये नियमित दौड रहे हैं। 30 जून तक प्रतिभागी 100 किमी से अधिक दौडने का लक्ष्य पूरा करेंगे।
शनिवार को जेके पैवेलियन स्टेडियम के बाहर रनिंग एम्बेसेडर डॉ. गणेश गौतम, अर्चना मूंदडा, डॉ.विक्रांत माथुर, राखी शर्मा, सीए दीपांशी जैन, तरूण अग्रवाल, रीतेश साहू, हरीश श्रंगी व नरेंद्र कुमार ने शहरवासियों के साथ तीसरी ग्रुन रनिंग पूरी की।
छोटे लक्ष्य बनाकर दौड़ रहे हैं
रनिंग चैलेंज फेस्टिवल के दूसरे सप्ताह में पुरूष वर्ग में नरेंद्र कुमार 155.09 किमी, कुलविंदर सिंह 111.48 किमी तथा अविनाश बेदी ने 80.95 किमी की रेस पूरी की। वहीं, महिलाओं में शीतल सिक्का ने 83.76 किमी, मुंबई की अनुश्री जोशी ने 80.2 किमी तथा पुष्पा मूंदडा ने 71.19 किमी की नियमित दौड़ पूरी की है। टीवी और मोबाइल से दूर बच्चों में रनिंग फेस्टिवल का उत्साह बढ़ रहा है। पिछले 15 दिनों में 6 वर्षीया राजवी दाधीच 62.98 किमी, 12 वर्षीया कृतिन कालानी 57.5 किमी, राशि दाधीच 66.38 किमी तथा कृत्वी कालानी 54.09 किमी दौडने का कीर्तिमान बना चुकी हैं। 30 जून तक वे 100 किमी से अधिक दौडने का जज्बा दिखाएगी।
सेहत के लिये बने साथी
ईएनटी विशेषज्ञ व रनिंग एम्बेसेडर डॉ.विक्रांत माथुर ने कहा कि परिवार, बिजनेस व प्रोफेशन की भागदौड़ के बीच रोज सुबह कुछ देर दौडने की आदत सेहत के लिये बहुत जरूरी है। एमडी मिशन कॉलेज की डॉ.रश्मि दाधीच (45) अपनी दो छोटी बेटियों राशि व राजवी के साथ पहली बार दौड रही हैं। सीए दीपांशी जैन (23) ने बताया कि मई से दौडना शुरू किया है,जिससे स्टेमिना बढ़ गया है, वर्क एनर्जी मिलती है। गृहिणी कृष्णा महावर (52) को इस उम्र में 5 किमी रोज दौड़ना चमत्कारिक लगता है। एक दूसरे को दौडते हुये देखकर उत्साह बढ़ रहा है। दंपती सुरेश शर्मा व अल्पना शर्मा ने कहा कि वे रोज 3.2 किमी दौड़कर स्फूर्ति महसूस कर रहे हैं। हमारे बच्चे भी इंस्पायर हुये। टीचर रूपाली शर्मा (35) परिवार के तीन सदस्यों के साथ नियमित दौड़ रही है। आयूषी बंसल (23) सर्जरी के बावजूद रनिंग फेस्टिवल में भाग ले रही हैं। इससे उन्हें नई एनर्जी मिली है।
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