#धिरे
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चढता सुरज धिरे धिरे…! जेव्हा गुलाबराव पाटील कव्वाली गातात; सर्वांनाच केले मंत्रमुग्ध
चढता सुरज धिरे धिरे…! जेव्हा गुलाबराव पाटील कव्वाली गातात; सर्वांनाच केले मंत्रमुग्ध
चढता सुरज धिरे धिरे…! जेव्हा गुलाबराव पाटील कव्वाली गातात; सर्वांनाच केले मंत्रमुग्ध मुंबई – कट्टर शिवसैनिक अशी ओळख असणारे ‘गुलाबराव पाटील’ हे सध्या शिवसेनेच्या शिंदे गटाचे नेते आहेत. गुलाबराव पाटील राज्यात जेव्हा पासून बंड झाले आहे तेव्हापासून वेगवेगळ्या कारणाने चर्चेत येत आहेत. आक्रमकपणा आणि धडाकेबाज वक्तव्य यांच्यामुळे त्यांची एक स्वतःची अशी वेगळी ओळख निर्माण झाली आहे. त्यातच आता त्यांचा एक…
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#आहे#कव्वाली#केले#गंभीर#गातात#गुलाबराव#चढता#जेव्हा#धिरे#पाटील&8230;#मंत्रमुग्ध#मुद्दा#सर्वांनाच#सुरज
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ब्रिटेन: PM कीर स्टार्मर को लगा पहला झटका, सांसद रोजी डफिल्ड ने लेबर पार्टी से दिया इस्तीफा, लगाए ये आरोप
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर देश की सत्ता संभालने के तीन महीने के अंदर ही कई आरोपों को लेकर धिरे हैं. इस बीच सत्तारूढ़ लेबर पार्टी के एक सांसद ने भी स्टारमर सरकार से इस्तीफा दे दिया है. साथ उनके नेतृत्व पर तीखा हमला किया है. ये इस्तीफा स्टार्मर पर लगे उपहार लेने और कपड़ा घोटाला के खुलासे के बाद आया है. जो कि यूके के प्रधानमंत्री के लिए बड़ा झटका है. लेबर पार्टी से इस्तीफा देने वाली…
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बिटकॉइन क्या है ?
बिटकॉइन एक डिजिटल कर्रेंसी है। इसका पूरा संचानल इंटेरटनेट के माध्यम से होता है। बिटकॉइन का निर्माण साल 2009 में Satoshi Nakamoto दवारा किया गया था। धिरे इसका क्र��ज बढ़ता गया और लोग इसमें जदया रूचि लेने लगे। ध्यान देने वाली बात यह है की आज तक बिटकॉइन निर्माता की असल पहचान किसी को भी नहीं मिल पाई है।संसार तेज़ी से डिजिटल दुनिया की तरफ बढ़ रहा है। हर रोज़ कोई न कोई नया इन्वोशन आ रही है। ऐसी एक इनोवेशन…
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कबीर
धिरे धिरे रे मना धिरे धिरे सब कुछ होवे।
माली सिंचे 100 घडा समय आये फल होवे।।
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There's thee outLine set up..As Kabir said.. धिरे धिरे रे मना,धिरे सब कुछ होय|| माली सिंचे सौ घडा,ऋतू आये फल होय||
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#TrueWorship_TrueHappiness
तारणहार तीन ओर से समुद्र से धिरे हुए देश में पैदा होने वाले दुनिया के तारणहार संत की माताएं तीन बहनें होगी अधिक जानकारी के लिए पढ़िए पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
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बुलंदशहर : कोर्ट की अवमानना पर धिरे कोतवाल
बुलंदशहर : कोर्ट की अवमानना पर धिरे कोतवाल
बुलंदशहर में कोर्ट की अवमानना पर जहांगीराबाद कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी को भारी पड़ गया। सीजेएम कोर्ट के आदेशों का पालन नहीं करने पर कोतवाली प्रभारी को अवमानना का नोटिस जारी कर दिया। आबू कोतवाल प्रभारी निरीक्षक को कोर्ट में जवाब देना होगा। कि उन्होंने कोर्ट की अवहेलना क्योंकि पूरा मामला जहांगीराबाद गांव निवासी पवन कुमार ने कोर्ट में दायरयाचिका दी थी। जिसमें बताया कि कोतवाली क्षेत्र के गांव…
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#GodMorningSunday
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग जरुर सुनें, जिससे मन कि क्रियाएं धिरे धिरे शांत होती है और आदमी पाप कर्मों से बचता है। आत्मा निर्मल होती है और परमात्मा पाने कि इच्छा जागृत होती हैं। आगे गुरु मंत्र साधना करने से परमात्मा प्राप्ति होती है।
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देव गुरु बृहस्पति जल्द ही करने जा रहे है अपनी राशि में गोचर
वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रह नक्षत्र में हो रहे राशि परिवर्तन का सीधा प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है । जब ही कोई ग्रह गोचर या युति बनाता है तो सीधा इसका असर मनुष्य की कुंडली पर पड़ता है । ग्रहों का राशि परिवर्तन जीवन में बहुत से सकारात्मक और नकारात्मक परिवर्तन लेकर आता है । ग्रहों का यह परिवर्तन कुछ राशियों के लिए जीवन में तरक्की और खुशियां लाता है तो कुछ राशियों में बाधा उत्पन करता है ।
आपको बता दें सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह गुरु बृहस्पति 13 अप्रैल 2022 को अपनी स्वराशि मीन में प्रवेश करने जा रहे है इसलिए इस गोचर का महत्व और भी बड़ गया है। देव गुरु बृहस्पति को देवताताओ के गुरु का दर्जा प्राप्त है ।। गुरु ज्ञान, शिक्षा , शिक्षक धार्मिक कार्य , धन दान पुण्य और वृद्धि आदि के कारक होते है और संतान के कारक भी गुरु होते है । देव गुरु बृहस्पति 12महिने में एक बार राशि परिवर्तन करते है इस बार गुरु 13अप्रैल2022 को मीन राशि में गोचर करेंगे और 29 जुलाई2022को मीन राशि में वक्री हो जायेगे ।। साल के आखिर में यानि 24नवंबर 2022को गुरु दो बार मार्गी हो जायेगे । इसलिए इनके गोचर का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ेगा लेकिन कुछ राशियां ऐसी है जिनको इसका विशेष लाभ हो सकता है ।
जानिए हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी ममता अरोरा द्वारा बृहस्पति के गोचर के बारे में। ऑनलाइन परामर्श लें और अपनी समस्याओं का सबसे अच्छा समाधान जानें। अभी संपर्क करें।
देव गुरु बृहस्पति का आपकी राशि में गोचर
मेष राशि – मेष राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति का मीन राशि में गोचर सकारात्मक परिणाम दे सकता है । गुरु ग्रह मेष राशि के द्वादश भाव में स्थित होंगे यह जातक के ज्ञान के प्रति झुकाव दर्शाता है इस गोचर में मेष राशि के जातकों को चिंताओं से राहत मिलने की संभावना है । प्रापर्टी ��ें निवेश के लिए भी अच्छा समय है । जो लोग कोई नया व्यवसाय शुरू करने या किसी नई नौकरी में शामिल होने की योजना बना रहे हैं यह आपके लिए अच्छा अवसर है । परिवार के सदस्यों के बिच शांति और सद्भाव रहेगा । परिवार में कोई शुभ कार्य क्रम होने की संभावना है । कुल मिलाकर ऐसा लगता है कि मेष राशि के जातकों के अधिकतम लाभ के लिए सकारात्मक प्रभाव को बड़ाने के लिए यह समय अच्छा है
वृषभ राशि – वृहस्पति देव ज्ञान और बुद्धि का पर्याय है यह विकास और सफलता का कारक है । सामान्य तौर पर वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का मीन राशि में गोचर अच्छे परिणाम लेकर आने की संभावना है । इस गोचर के दौरान गुरु ग्रह वृषभ राशि के एकादश भाव में स्थित होगा । यह गोचर वृषभ राशि के लिए सौभाग्य के साथ साथ मान सम्मान भी लेकर आ रहा है संतान और वित से सबंधित समस्याओं से मुक्ति मिलने की अच्छी संभावना है । कार्य क्षेत्र में अपने वृष्ठुओ के साथ आपके संबंध बेहतर बन सकते हैं । और शादी भी होने के चांस है । यदि जीवन साथी के साथ कोई घरेलू समस्या हो तो गुरु के गोचर के दौरान हल होने की संभावना है ।
मिथुन राशि – देव गुरु बृहस्पति का मीन राशि में गोचर मिथुन राशि के जातकों को कई समस्याओं से मुक्ति मिलने की संभावना है । गुरु ग्रह इस गोचर के दौरान मिथुन राशि के जातकों को किसी ऐसे व्यक्ति से धन वापस मिल सकता है आपने किसी को उधार दिया हो तो वापस मिल सकता है । कारोबारियों के लिए यह समय विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है । क्योंकि उन्हें अपने व्यापार में तेजी लाने के बेहतर अवसर मिल सकते है । मिथुन राशि के जातक केरियर में तरक्की प्राप्त कर सकते हैं ।
कर्क राशि – कर्क राशि के जातकों गुरु का गोचर का लाभ कम रहेगा देनदारी अधिक होने से मानसिक परेशानी हो सकती है क्रोध से बचे और लेन देन में सावधानी बरतें और आकस्मिक धन लाभ भी हो सकता है । वही दूसरी तरफ सामाजिक कार्यों में धन खर्च अधिक होगा । नोकरी में प्रमोशन के अवसर मिल सकते है वही थोड़ा स्वास्थ खराब हो सकता है । इसके लिए सतर्क रहने की जरूरत है । आपका मन आध्यात्मिक कार्यों में अधिक लगेगा । दांपत्य जीवन में संतान पक्ष को भाग्य का साथ थोड़ा कम मिलेगा । पिता का स्वास्थ खराब हो सकता है । ना चाहते हुए भी किसी अनचाही यात्रा पर जाना होगा ।
सिंह राशि – सिंह राशि वालो के चंद्र कुंडली के हिसाब से पंचम और अष्टम के मालिक होकर अष्टम में स्वराशि अपनी मीन में गोचर करेंगे तो जब गुरु राशि से अष्टम में चलता है तो अड़चन , दुविधा देरी से कार्य परिणाम देने वाला होता है । धन तो यह देगा धन का कारक ग्रह है और धन के लिए संघर्ष होगा क्योंकि गोचर का गुरु अष्टम में है तो जिन लोगों के पैसे रुक गए हैं पैसे फस गए हैं तो धिरे धिरे ��िकलेंगे जो रिसर्च में है उनके लिए अच्छा है सफलता मिलेगी और संतान प्राप्ति के लिए यह गोचर देरी कर सकता है । अष्टम में गुरु स्वराशि होने पर आप अपनी हेल्थ का ध्यान रखें ।
यह भी पढ़ें:- जन्मकुंडली में मंगल राहु युति का प्रभाव !
कन्या राशि – कन्या राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में सप्तम भाव में होने पर जिनकी शादी नही हो पा रही है तो गुरु का गोचर सप्तम भाव में है तो शादी शीघ्र होगी, जिनका प्रमोशन रुका हुआ था उन्हें प्रमोशन मिलने चांस है और यश प्रसिद्धि भी मिलेगी धन के भी अच्छे संकेत हैकन्या राशि वाले जो सपने देख रहे हैं उनके सपने पूरे होंगे परिवार में शांति रहेगी, प्रापर्टी के काम पूरे होंगे और फाइनेंस में गेन होगा । आपकी इच्छाएं पूर्ण होंगी , मान सम्मान मिलेगा स्वास्थ के दृष्टिकोण से अच्छा है जीवन में नई ऊर्जा लायेगा ।
तुला राशि – तुला राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में छ्टे भाव में होने जा रहा है गुरु का छटे भाव में होने पर बिमारी हो सकती है परंतु स्वराशि गुरु होने से बिमारी में समाधान मिलेगा कर्ज, शत्रु, प्रतियोगी परीक्षाएं छटे का मालिक छ्टे में हो तो अशुभ फलों को रोकने का प्रयास करेगा यहां पर लंबे समय से पीड़ा या रोग परेशान कर रहा हो तो उसको गुरु समाधान करेंगे जैसे ठिक प्रकार से मेडिसिन मिल जाए या ठिक प्रकार से डाक्टर उपचार मिल जायेगा या आप उस रोग को पकड़ लेंगे गुरु आपके रोग को खत्म भी कर सकते है फिर भी आपको लाइफ स्टाइल का ध्यान रखना चाहिए गलत खान पान से बचना चाहिए और शत्रु का भाव मतलब कंपीटिशन बड़ने वाला है आपकी क्षमता बड़ानी पड़ेगी गुरु स्वराशि छ्टे भाव में है तो सुख साधन तो मिलेंगे परंतु आराम नही। व्यक्ति को संघर्ष से काम होगा काम का लोड बड़ेगा और जो जॉब के लिए ट्राय कर रहे है उन्हे जॉब मिलेगी ।
वृश्चिक राशि – वृश्चिक राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में अपनी राशि से पंचम भाव में होने जा रहा है पांचवे भाव में गुरु का गोचर बहुत शुभ फल दाई होता है यह गुरु का गोचर पंचम दृष्टि भाग्य स्थान पर होगी सप्तम दृष्टि आय भाव पर होगी और नवम दृष्टि चंद्र लग्न प��� होगी यह आपके लिए सर्वाधिक शुभ फलों की वर्षा करने वाला है । आपकी राशि से पंचमेश का पंचम पर गोचर मतलब आपको संतान की ओर खुशियां प्राप्त होगी संतान सुख प्राप्त होगा और नए प्रेम संबध स्थापित होंगे । परिवार में सुख शांति और प्रेम वाला माहोल रहेगा । धार्मिक आयोजन होंगे आपके पूर्व कर्मो का पुण्य फल प्राप्त होगा । इस गोचर काल में ज्ञान में वृद्धि होगी । विधार्थियो के लिए यह समय अच्छा है पढ़ाई अच्छे से होगी और सही मार्ग दर्शन प्राप्त होगा आपको यश मिलेगा, शेयर ट्रेडिंग , लाटरी से धन प्राप्त होगा । म्युचल फंड में भी लाभ होगा , मंत्र विधा में आपकी रुचि बड़ेगी , तीर्थ यात्राओं पर जा सकते हैं , परिवार में मंगल कार्य संपन्न होंगे।
धनु राशि – धनु राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में अपनी राशि से चौथे भाव में होने जा रहा है । अपनी स्वराशि के कारण आपको शुभ फल प्राप्त होंगे यहां से गुरु की दृष्टि आपके अष्टम भाव और दशम भाव पर और बारहवें भाव पर होने जा रहा है । चौथे भाव का मालिक चौथे भाव में गोचर रहने से सुख सुविधाओं में वृद्धि अवश्य होगी । और सुख शांति का अनुभव करेंगे आप अपने जीवन में मान सम्मान प्रसिद्धि मिलेगी भगवान के पूजा पाठ में मन लगेगा और जो नया घर खरीदने की सोच रहे हैं नया घर खरीद सकते हैं , और नया वाहन भी खरीद सकते हैं । और माता का सहयोग प्राप्त होगा माता के स्वास्थ में सुधार आएगा । स्कुल कालेज में पड़ने वाले बच्चो को सफलता मिलेगी । करिबी रिश्तेदारों में रिश्तों में सुधार आएगा । अगर आपके पेत्रक संपति का मामला अटका हुआ है तो आपको पेत्रक संपति प्राप्त होगी । और अचानक धन लाभ हो सकता है और जिनको नोकरी जॉब में रुकावट आ रही थी उनको नई जॉब मिलेगी व्यवसाय में विस्तार होगा । अगर आप टीचर ट्रेनर कालेज में प्रोफेसर की नौकरी डूंड रहे हैं तो आपको सफलता मिलेगी । आपको नौकरी में प्रमोशन मिलने के भी चांस है । जो विदेश जाने की सोच रहे हैं उनका विदेश जाना हो सकता है ।
मकर राशि – मकर राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में अपनी राशि से तृतीय भाव में होने जा रहा है । इस गोचर काल में आपके भाई बहनों, पड़ोसियों से रिश्ते अच्छे होंगे । अगर पहले से कोई मतभेद चल रहा हो वह भी समाप्त होगा । यश प्राप्ति के लिए ज्यादा परिश्रम की आवश्कता नही होगी। अपना ज्ञान बड़ाने के लिए खर्चा करोगे और यात्राएं अधिक होगी और विदेश यात्राएं भी होगी । आपकी सकारात्मक इच्छाएं भी पूर्ण होगी । जिसकी शादी होने में अड़चन आ रही हो उनकी शादी हो सकती है और दांपत्य जीवन में सुख शांति बनी रहेगी व्यापार अच्छा रहेगा । साझेदारी में फायदा होगा और भाग्य का साथ मिलेगा और उच्च शिक्षा में सफलता मिलेगी । धार्मिक यात्राएं सफल होगी और आपके आमदनी में वृद्धि होगी और मित्रो से सहयोग मिलेगा ।
कुंभ राशि – कुंभ राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में दुसरे भाव में होने जा रहा है अपनी राशि में होने पर शुभ फल प्राप्त होगा । यहां से गुरु की दृष्टि छठे भाव और अष्टम भाव और दसवे भाव में होने जा रहा है आपको परिवार का सहयोग मिलेगा और परिवार में धन भी मिल सकता है कहीं उधार का पैसा बहुत टाइम से नही मिल रहा हो तो यह गोचर काल में आपको पैसा मिल सकता है । यहां गुरु की दृष्टि छठे भाव में होने पर आपको नई नौकरी मिल सकती है । कोर्ट केस वगेरह में जीत हो सकती है केस आपके फेवर में आ सकता है । बहुत टाइम से लंबी बिमारी चल रही हो तो वह बिमारी में सुधार हो सकता है । शत्रुओं से मतभेद हो रहा हो तो वह मतभेद सुलझ जाएगा । पेत्रक से पैसा, जेवर वगेरह मिल सकते है । व्यवसाय अच्छा चलेगा मान सम्मान मिलेगा यश मिलेगा और बॉस से संबध अच्छे होंगे ।
मीन राशि – मीन राशि वालो के लिए गुरु का गोचर स्वराशि मीन में अपनी ही राशि में है यह गुरु का गोचर पांचवी दृष्टि पांचवे भाव पर और सातवे भाव पर और नवी दृष्टि से नावे भाव पर है । यह गोचर आपके लिए सकारात्मक सोच रहेगी और नए ज्ञान हासिल करेंगे और जिन्हे संतान होने में परेशानी आ रही थी उन्हें संतान कंसीव होगी और पड़ने वाले बच्चो के लिए यह समय अच्छा है बहुत अच्छी सफलता हासिल करेंगे पूर्व पुण्य जागृत होंगे । पूजा पाठ में मन लगेगा और जिनकी शादी नही हो रही थी उनकी शादियां होने के चांस है। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा व्यापार व्यवसाय अच्छा चलेगा , साझेदारी से व्यापार में काम बनेंगे और धार्मिक यात्राएं होगी । उच्च शिक्षा P.H.D वगेरह कर सकते है भाग्य साथ देगा और पिता का सहयोग मिलेगा और केरियर के लिए भी अच्छा समय है ।
एस्ट्रोलोक (वैदिक ज्योतिष संस्थान) में ज्योतिष निःशुल्क सीखें और ज्योतिष के बारे में विस्तार से सब कुछ जानें। यहां आपको वैदिक ज्योतिष, अंकशास्त्र पाठ्यक्रम, हस्तरेखा अध्ययन पाठ्यक्रम, चिकित्सा ज्योतिष, वास्तु पाठ्यक्रम जैसे सभी संबंधित पाठ्यक्रम ऑनलाइन मिलेंगे। आप तदनुसार चुन सकते हैं और ज्योतिष वीडियो पाठ्यक्रम की सहायता से अपने घर पर सीखना शुरू कर सकते हैं। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल द्वारा ज्योतिष की कक्षाएं ऑनलाइन ली जाती हैं।
एस्ट्रोलॉजर – ममता अरोरा
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भारत में 18 लाख से ज्यादा WhatsApp अकाउंट्स पर लगा बैन, कहीं आप भी तो नहीं आ गए लपेटे में
भारत में 18 लाख से ज्यादा WhatsApp अकाउंट्स पर लगा बैन, कहीं आप भी तो नहीं आ गए लपेटे में
जितना भी लोग unofficial whatsapp चला रहे हैं उसका Account धिरे-धीरे ban होना चालू हो गया है जो भाई unofficial whatsapp चलते हो कृपया वो Simple Whatsapp use करे ! Alert किया गया था पहले ही। WhatsApp ने जनवरी महीने में भारत में बैन किए गए अकाउंट की एक लेटेस्ट रिपोर्ट जारी की है और इस मंथली रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 1 जनवरी, 2022 से 31 जनवरी, 2022 के टाइम पीरियड के दौरान भारत में WhatsApp ने…
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#banwhtsappaccountwhy#breaking news#dailynews#gbwhtsappban#jharkhandnewstak#WhatsAppfmban#WhatsApptollfree#whtsappban2022#whtsappbannews2022
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*खुशहाल जीवन के लिए बुद्ध का मार्ग अत्यंत महत्वपूर्ण है|* मानसिक संतुलन से जीवन मे शांति और समाधान मिलता है| "आत्मवाद और नित्यवाद" यह दुख के मुल कारण है ऐसा तथागत बुद्ध ने बताया है| ब्राम्हणवाद मे सबसे अधिक महत्व आत्मवाद और नित्यवाद को दिया गया है, जिसका प्रभाव वर्तमान भारत मे अधिक बढने के कारण भारत मे दुख बढ रहा है| आत्मवाद (belief in Atma) से अहंकार (ego) और स्वार्थ ( selfishness) बढते है| आत्मवाद मनुष्य को आत्मकेंद्री (self-centered) बना देता है| आत्मकेंद्री बनने के बाद व्यक्ति केवल खुद का स्वार्थ साधने मे लगा रहता है और दुसरो के कल्याण का विचार छोड देता है| इससे मनुष्य की इच्छा आकांक्षाएं बढती जाती है| एक अपेक्षा पुरी होने के बाद दुसरी अपेक्षा लगती है और इस तरह व्यक्ति व्यसनाधिन बन जाता है| ओशो ने इसी गलत ब्राम्हणवाद को बढ़ावा दिया| अगर इंद्रियो को सुख पाने की आदत लग जाए तो इंद्रियो का समाधान नही होता बल्कि उससे अधिक सुख पाने की लालसा मन में उत्पन्न होती है| मोटरसाइकिल लेने के बाद कार लेने की इच्छा होना यही स्पष्ट करती है| आत्मवादी व्यक्ति अपनी इच्छाओ के अधीन हो जाता है और अधिक पाने की चाहत मे दुसरो का शोषण करने लगता है| आगन्न सुत्त मे इसका अच्छा विश्लेषण बताया गया है| आगन्न सुत्त बताता है कि, गणसंघ काल मे सभी संपत्ति का समसमान विभाजन होता था, जिससे सभी लोग समान थे और उनकी अपेक्षाएं भी सिमित थी| लेकिन धिरे धिरे लोगो के मन मे आत्मवाद तथा स्वार्थ बढने लगा और लोग संपत्ति का जमावड़ा करने लगे, जिससे कुछ लोग आमिर तो कुछ गरीब बनने लगे और शोषण की परंपरा शुरू हुई| इस तरह, आत्मवाद ने लोगो को आत्मकेंद्री तथा स्वार्थी बनाया जिसके प्रभाव मे लोग एकदुसरे का शोषण करने लगे और उचनिचता, अमिर-गरीब जैसे वर्ग बन गए| शोषण कर संपत्ति प्राप्त करने के बाद शोषक वर्ग मे आत्मवाद के प्रभाव मे अहंकार बढने लगा| हम ही श्रेष्ठ है, हमारा जन्म दुसरो को लुटने के लिए तथा दुसरो पर राज करने के लिए हुआ है, ऐसा आत्मवादी लोगो मे भ्रम पैदा हुआ| उनका व्यक्तिगत अहंकार सामाजिक अहंकार मे बदल गया और शोषक बनाम शोषित, मालिक बनाम गुलाम ऐसा वर्गसंघर्ष शुरू हुआ जो आज भी जारी है| इससे मुक्ति दिलाने के लिए तथागत बुद्ध ने "अनात्मवाद" (अनत्ता तत्व) और अनित्यता तत्व का निर्माण किया था| बुद्ध कहते है कि, यह सभी संसार अनित्य और अनात्म है| अनित्य होने के कारण संसार की सभी चिजे परिवर्तनशील तथा नष्ट होनेवाली है| इसलिए इन नष्ट होनेवाली चिजो के पिछे भागने मे कोई फायदा नही है| जिस तरह धुप मे प्यासा हिरण ओयासिस के पिछे https://www.instagram.com/p/CUE6HiHse_n/?utm_medium=tumblr
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" भारत कि ७५ औं स्वतन्त्रता दिवस का शुभकामना " जब भारत छोटे-छोटे राज्य मे स्थापित था तब किसी स्वार्थता मे डुब कार कुछ राज्य ने #East_India नाम कि एक कि चलाकी मे फसे औंर धिरे-धिरे आपनी सारी समर्थ कुछ #britain के आगे हार्ते गये । फल स्वरूप एक-दुसरे राज्य/पदाधिकारी/व्यक्ति कि स्वार्थता/लालच कि फाइदा उठाते हुये पुरी भारत बर्षको गुलामी मे तपदिल कारदिया गाया । नेपाल लगायत कुछ देश मे लागू होने वाली #MCC/सैन सम्झौता मे भबिस्य मे बिदेशी हस्तक्षेप देशों मे लागु नहि होगा यहीँ यकिन से कहाँ नहि जा सकता है । बिचार #DevDhawal https://www.instagram.com/p/CSl3DJTIdtZ/?utm_medium=tumblr
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कबीर
धिरे धिरे रे मना धिरे धिरे सब कुछ होवे।
माली सिंचे 100 घडा समय आये फल होवे।।
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#Prophecies_About_TheMessiah
तारणहार तीन ओर से समुद्र से धिरे धिरे हुए देश में पैदा होने वाले दुनिया के तारणहार संत की माताएं तीन बहनें होगी अधिक जानकारी के लिए पढ़िए पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।
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कमाल माँ पिताजी का
कमाल माँ पिताजी का
तिनका तिनका जोड़ा हर पल, रखने को हम बच्चो का ख्याल. उड़ाकर हर शौक मजाक मे, दिया अच्छे से अच्छा कपड़ा तालीम आटा दाल. धिरे धिरे उम्र बड़ी, पक गए सारे के सारे काले काले उनके बाल. हुआ है मुख फोफला अब, पिचक गए वो सुदंर गुलाबी फूले फूले गाल. देखा उन अनुभवी थरथराती ऊंगलियो को, तो आया फिर मन में ये ख्याल. वक्त कितना चोर है , कैसे चुरा लिए किमती खजानो के वो अनमोल साल. बैठा जो दो पल करीब कभी, इन अथाह संपन्न…
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'मोबाइल के फायदा नुकसान'-धर्मेन्द्र डहरवाल
‘मोबाइल के फायदा नुकसान’-धर्मेन्द्र डहरवाल
credit: finencialexpress.com काल अउ आज-
आज सुरता आथे ओ दिन जब संचार के कोनो माध्यम नई रिहिस, ककरो संसो खभर लेना होतिस त कोनो ल पठोवय, तब जाके कोनो सगा सोदर के सोर खभर मिलय। धीरे धीरे बिज्ञान ह तरक्की करिस अउ डब्बा वाले फोन बन��स, मनखे ल ओतको में सन्तुष्टि नई मिलिस, वोला सुधार के अपन हाँथ में ला डरिस, जेला हमन आज मोबाइल के नाव ले जानथन, धिरे धिरे ओमा मनोरंजन बर गाना, गेम अउ विडिओ ह समागे।
मो…
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