#टिकट के लिए लंबी लाइन
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icnnetwork · 1 year ago
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#UP: रेलवे स्टेशनों पर यूटीएस और क्यूआर कोड स्कैन कर बना सकते हैं टिकट, लाइन लगने से मिलेगी निजात
#ministryofrailways #govtofindia #UPGovt
#DigitalIndia #RailwayBooking
#QRCode #IndiaCoreNews
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prakhar-pravakta · 1 year ago
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रोववे मार्ग से शारदा मंदिर जाने वाले भक्तों के लिए बंधा वाहन बैरियर में टिकट कांउटर खुला
मैहर । जगत जनन�� आदि शाक्ति मां शारदा के भक्तों की दर्शन सुविधा को ध्यान में रखते हुए मां शारदा देवी मंदिर प्रबंध समिति द्वारा रोववे का बुकिंग टिकट कांउटर वाहन टैक्सी स्टैण्ड बंधा बैरियर में खोला गया है । मैहर कलेक्टर के दिशा निर्देशन में इन दिनो विभिन्न यात्री सुविधाओं पर कार्य किये जा रहे है जिसके तहत बाहर से आने वाले यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये रोपवे की लंबी लाइन से बचाने के उद्देश्य…
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tezlivenews · 3 years ago
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रांची में क्रिकेट का जुनून: भारत-न्‍यूजीलैंड मैच का टिकट खरीदने को रात से ही लाइन में लगने लगे लोग, देखें तस्‍वीरें
रांची में क्रिकेट का जुनून: भारत-न्‍यूजीलैंड मैच का टिकट खरीदने को रात से ही लाइन में लगने लगे लोग, देखें तस्‍वीरें
रांची स्‍टेडियम में 19 नवंबर को भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच टी20 अंतरराष्‍ट्रीय मैच खेला जाना है. इसके लिए टिकटों की बिक्री शुरू हो गई है. टिकट के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर क्र‍िकेट के प्रति दीवानगी को समझी जा सकती है. (संजय कुमार सिन्‍हा/न्‍यूज 18 हिन्‍दी) झारखंड की राजधानी रांची में क्रिकेट का नशा छाने लगा है. भारत और न्‍यूजीलै���ड के बीच होने वाले टी20 क्रिकेट मैच को देखने के लिए हजारों की संख्‍या…
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sabkuchgyan · 2 years ago
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WhatsApp ने कर दिया कामाल मेट्रो टिकट खरीदने के लिए लाइन में खड़े होने झंझट खत्म, WhatsApp से होगा काम
WhatsApp ने कर दिया कामाल मेट्रो टिकट खरीदने के लिए लाइन में खड़े होने झंझट खत्म, WhatsApp से होगा काम
यदि आप मेट्रो से यात्रा करते हैं, तो मेट्रो टिकटआपको सबसे बड़ा तनाव टिकट प्राप्त करने का होगा। टिकट की लाइन भी लंबी है। टिकट खरीदने के लिए काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। लेकिन बैंगलोर मेट्रो ने इसका भी फायदा उठाया है। अब हम बैंगलोर की यात्रा के लिए व्हाट्सएप के माध्यम से भी टिकट बुक कर सकते हैं। क्यूआर कोड के जरिए भी टिकट बुक किए जा सकते हैं। इसके बाद आपको लंबी लाइन में नहीं लगना…
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listenzaheer · 3 years ago
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एमएक्स प्लेयर से आप फ्री में बोल्ड सीन से भरी वेब सीरीज देख सकते हैं, आपका पानी निकल जाएगा
एमएक्स प्लेयर से आप फ्री में बोल्ड सीन से भरी वेब सीरीज देख सकते हैं, आपका पानी निकल जाएगा
एमएक्स प्लेयर से आप फ्री में बोल्ड सीन से भरी वेब सीरीज देख सकते हैं, आपका पानी निकल जाएगा:-कोरोना काल के बाद से लोग अपने पसंदीदा कंटेंट को देखने के लिए सिनेमाघरों के बजाय ओटीटी को तरजीह दे रहे हैं. अब मूवी टिकट के लिए लंबी-चौड़ी लाइन नहीं है। अब आप एक साल या एक महीने के लिए सब्सक्रिप्शन लेकर कूल सिटिंग का मजा ले सकते हैं। ऐसा कंटेंट आपको ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी मिल जाएगा, लेकिन आपको इसे अकेले…
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rudrjobdesk · 3 years ago
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एयरपोर्ट पर दो घंटे लंबी लाइन से बचने का निकाला ऐसा जुगाड़, खुद गार्ड्स ने दिया रास्ता
एयरपोर्ट पर दो घंटे लंबी लाइन से बचने का निकाला ऐसा जुगाड़, खुद गार्ड्स ने दिया रास्ता
कोरोना (Corona) की वजह से लोग कई साल तक घरों में ही कैद रहे. दो साल के बाद धीरे-धीरे लॉकडाउन (Lockdown) खुलता गया और लोग सालों बाद ट्रेवल करने के लिए घर से निकले. इस वजह से पहले के मुकाबले जहां एयरलाइन्स के टिकट महंगे (Expensive Airlines Tickets) हुए हैं, वहीं एयरपोर्ट्स पर लोगों की भीड़ भी ज्यादा दिखने लगी है. सोशल मीडिया पर इस भीड़ से बचने का तरीका दिखाता वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो के जरिए एक…
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abhay121996-blog · 4 years ago
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लोकल ट्रेन में एमएसटी नहीं चल रही, एनसीआर के टिकट काउंटर पर लगने लगी लंबी लाइन Divya Sandesh
#Divyasandesh
लोकल ट्रेन में एमएसटी नहीं चल रही, एनसीआर के टिकट काउंटर पर लगने लगी लंबी लाइन
सूरज सिंह, नई दिल्लीकोरोना महामारी के बीच दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में 11 महीनों बाद जनरल टिकट (General Ticket) पर रेल यात्रा की शुरुआत तो गई, लेकिन दैनिक यात्रियों (Daily Passenger) की दुश्वारी दूर नहीं हुई। एक तो रेलवे ने सीमित संख्या में ट्रेन (Limited Number of Trains) चलाए हैं। तिस पर उसमें एमएसटी (MST Not valid) लागू नहीं है। पैसेंजर ट्रेन में सफर करने के बावजूद यात्रियों को एक्सप्रेस टिकट लेने को मजबूर किया जा रहा है। रेलवे के मोबाइल फोन वाले टिकटिंग ऐप (Railway Ticketing App) पर भी टिकट नहीं मिल रहा है। इससे टिकट काउंटर (Ticket Counter) पर लंबी भीड़ लगने लगी है। भीड़ के चक्कर में लोगों की ट्रेन भी छूट रही है।
आधे घंटे रहिए लाइन में, तब मिलेगा टिकट सोमवार को जब ट्रेन चली तो बहुत से यात्रियों को पता ही नहीं था कि ट्रेन में एमएसटी लागू नहीं है। ऐसे में उन्हें टिकट काउंटर से हर रोज टिकट कटाने के अलावा कोई चारा नहीं है। आज सुबह सोनीपत स्टेशन में रेल मुसाफिरों को आधे घंटे में टिकट मिल सका। इससे पैसेंजर्स की ट्रेन छुटने का डर बना रहता है। काउंटर पर जल्दी टिकट पाने के लिए लोग एक-दूसरे से भिड़ रहे हैं, जिसमें सोशल डिस्टेंस रख पाना मुश्किल हो रहा है।
एक तो महंगा टिकट, ऊपर से धक्के खाओ करनाल से नई दिल्ली आने वाले अंशुल नारंग ने बताया कि एक तो महंगा टिकट खरीदों और ऊपर से लाइन में धक्के खाओ। अभी मासिक टिकट की परमिशन नहीं दी गई है। अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम (UTS) मोबाइल एप पर भी टिकट नहीं मिल रहा है। पहले करनाल से दिल्ली का टिकट 35 रुपये था और अब 75 रुपये का हो गया है। बस से 125 रुपये लगते हैं। किसान आंदोलन की वजह से बसें नहीं आ रहीं। अब तक कार पूलिंग कर 350 रुपये में रोजाना खर्च कर दफ्तर जा रहे थे।
रेलवे को दैनिक यात्रियों की परेशानी समझ नहीं आ रही ���ंशुल नारंग का कहना है कि लगता है कि रेलवे ने अहसान करते हुए अनरिजर्व्ड ट्रेन (Unreserved Trains) चलाई है। रेलवे ने ट्रेन तो चलाई है, लेकिन खानापूर्ति के लिए। ट्रेनों की संख्या गिनती की हैं। सीमित ट्रेन (Limited Number of Trains) होने की वजह से कोच में सोशल डिस्टेंस (Social Distancing Norm) भी फॉलो नहीं हो रहा। क्योंकि, सभी को जाना है, तो लोग दूर-दूर कैसे बैठें। भीड़ की स्थिति बनी रहती है। अंशुल ने बताया कि वे इनकम टैक्स पेयर हैं। सरकार को टैक्स देते हैं, तो उम्मीद करते हैं कि सुविधा मिलेगी। लॉकडाउन से पहले करनाल से दिल्ली के बीच 30-35 ट्रेन थी, जिसमें एक्सप्रेस भी थी। मंथली सीजन (MST) के जरिए इनमें भी सफर हो जाता था। रेलवे को दैनिक यात्रियों की परेशानी समझ नहीं आ रही।
एमएसटी लागू करे सरकार दैनिक यात्री संघ पालम दिल्ली-रेवाड़ी रूट के महासचिव बालकृष्ण अमरसरिया ने आज भी रेल मंत्री पीयूष गोयल को ट्विटर पर लिखा कि स्पेशल बनाकर चलाई जा रही पैसेंजर ट्रेनों में एमएसटी को लागू किया जाए। भले, कुछ पैसे फालतू वसूल कर लें। दैनिक यात्रियों के पास इतना समय नहीं होता है कि रोजाना काउंटर पर लाइन लगाकर टिकट लें। जल्दी टिकट पाने के चक्कर में आपस में लड़ाई होने का खतरा बना रहता है। साथ ही दिल्ली-रेवाड़ी रूट पर भी अनरिजर्व्ड रेल सेवा शुरू की जाए।
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trendsfashion27 · 4 years ago
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एक्ट्रेस रानी चटर्जी को याद आए अपने संघर्ष के दिन, कंगना रनौत से होती है तुलना
एक्ट्रेस रानी चटर्जी को याद आए अपने संघर्ष के दिन, कंगना रनौत से होती है तुलना
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नई दिल्लीः भोजपुरी सिनेमा की मशहूर अदाकारा रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जिन्हें अपनी फिल्म हिट कराने के लिए अभिनेताओं की जरूरत नहीं पड़ती है. उनकी सभी फिल्में उनके दम पर हिट होती है. रानी के फैंस उनको बहुत प्यार करते हैं. तभी तो उनकी जब भी कोई फिल्म रिलीज होती है, टिकट काउंटर के बाहर लंबी लाइन लग जाती है. 
काफी संघर्ष के बाद पाया यह मुकाम रानी को कामयाबी ऐसे ही…
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shaileshg · 4 years ago
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भारत लॉकडाउन के दौर से धीरे-धीरे बाहर आ रहा है। महीनों से बंद पड़ी चीजों को सरकार ने अनलॉक प्रक्रिया के तहत एक-एक करके खोल दिया है, लेकिन अब भी कई सेक्टर सरकार की इजाजत की राह देख रहे हैं। इन्हीं में से एक सेक्टर है एंटरटेनमेंट का। हर शुक्रवार को दर्शकों से गुलजार रहने वाले सिनेमाघर करीब 25 हफ्तों से बंद हैं। हालांकि, अनलॉक 4 की गाइडलाइंस से उम्मीद की जा रही है कि थिएटर अक्टूबर में खुल सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो यह खबर सिने प्रेमियों और थिएटर में काम करने वालों के लिए खुशखबरी साबित होगी।
थिएटर मालिक भी सरकार से लगातार सिनेमाघर शुरू करने की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, ग्लोबल स्टैंडर्ड के आधार पर एसओपी बनाकर केंद्र को पहले ही भेज चुका है, ताकि जल्द से जल्द थिएटर खुल सकें।
कोरोना दौर में हमें मनोरंजन के साथ-साथ सावधानियों और सुरक्षा का भी ध्यान रखना होगा। लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख और प्रोफेसर राजेश कुमार थिएटर में फिल्म देखने को सुरक्षित नहीं मानते हैं।
बेसिक सेफ्टी का कैसे ध्यान रखें? मास्क, सैनिटाइजर और डिस्टेंसिंग जरूरी
प्रोफेसर राजेश कहते हैं कि अगर मूवी ��ेखने जा रहे हैं तो सबसे पहले अपनी एक किट तैयार कर लें, जिसमें मास्क, सैनिटाइजर शामिल हो। अगर हो सके तो अपने साथ अल्कोहल वाइप्स भी रखें। ध्यान रखें कि कोविड 19 से पूरी तरह बचने का कोई तरीका नहीं है। ऐसे में आपको अपने साथ-साथ परिवार द्वारा मास्क के उपयोग को लेकर सतर्क रहना होगा।
थिएटर में वैसे तो कोशिश करें कि कुछ खाने-पीने से बचें, लेकिन यदि कुछ खाते हैं तो ही मास्क हटाएं। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ की सफाई का भी खासा ध्यान रखें। अपने चेहरे या कपड़ों को छूने से पहले हाथों को ठीक तरह से सैनिटाइज जरूर कर लें।
थिएटर के अंदर मास्क क्यों?
खराब वेंटिलेशन: कोरोनावायरस से बचने का एक तरीका अच्छा वेंटिलेशन है, जो आमतौर पर सिनेमाघरों में नहीं मिलता। कई थिएटर्स में एयर सर्कुलेशन अच्छा होता है, लेकिन फिर भी हवा में कोरोनावायरस के तैरने की संभावना बनी होती है।
इंडोर: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अंदर से ज्यादा बाहर रहना सुरक्षित है, लेकिन घंटों लंबी मूवी देखने के दौरान आप कई लोगों के बीच छोटी जगह पर ज्यादा समय गुजार रहे हैं। ऐसे में किसी और की सांस से निकले ड्रॉपलेट्स की आप तक पहुंचने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
अंधेरा और शांति: हमने पहले भी ऐसे कई लोगों को देखा है, जो बगैर मास्क के सार्वजनिक जगहों पर घूमते हैं। जबकि, थिएटर में अंधेरा और शांत माहौल होता है। यहां आप पता नहीं लगा सकते कि किसने मास्क नहीं पहना है। ऐसे में आपका चेहरे को कवर करना जरूरी हो जाता है।
परिवार के साथ मूवी थिएटर कितना सुरक्षित है?
सेंटर्स फॉर डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ने भी मूवी थिएटर को हाई रिस्क एक्टिविटीज में शामिल किया है। आप कहीं भी कोरोनावायरस के जोखिम से पूरी तरह नहीं बच सकते हैं। अगर आप अपनी तरह से सावधानियों का ध्यान रख रहे हैं तो रिस्क को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
परिवार के साथ फिल्म देखने जा रहे हैं तो दूसरों से जितना दूर हो सके, उतनी दूरी बनाकर बैठें। सदस्यों को बताएं कि किसी भी सतह को छुएं नहीं। इस दौरान बुजुर्गों और बच्चों के टच का खास ध्यान रखें।
बाथरूम में क्या सावधानियां रखें?
दर्शकों की सुरक्षा के लिए थिएटर पहले से ही सैनिटाइजर और हैंड वॉश जैसे इंतजाम कर रहे हैं। आपको वहां पहुंचने के बाद इनके इस्तेमाल का ध्यान रखना है।
सफर पर निकले लोगों को सार्वजनिक टॉयलेट का उपयोग करने से पहले एक्सपर्ट्स दो बार हाथ धोने की सलाह देते हैं। बाथरूम में जाने के बाद हाथ धोएं ��र बाहर आने से पहले हाथ धोएं। किसी भी सतह को छूने की कम से कम कोशिश करें।
सीट साफ करना अच्छा उपाय हो सकता है सीडीसी के मुताबिक, सतह कोरोनावायरस फैलने का मुख्य जरिया नहीं हो सकती है। हालांकि, यह डोज पर निर्भर करता है कि किसी व्यक्ति को बीमार होने के लिए कितना वायरस चाहिए। अगर हो सके तो किट में शामिल अल्कोहल वाइप्स से सीट की सतह को साफ कर लें। विदेशों में थिएटर कंपनियां मूवी शोज के बीच भी सफाई कर रही हैं।
थिएटर और शो का सही चुनाव अगर आप थिएटर में ही मूवी देखने का पूरा मन बना चुके हैं तो ऐसे सिनेमाघर और शो के समय का चुनाव करें, जब भीड़ कम हो। ऐसे में आप दूसरों के संपर्क में कम से कम आएंगे। बड़े मूवी थिएटर का चुनाव करें, ताकि आपको फिल्म देखने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में आसानी हो।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग मल्टीप्लेक्स कंपनियों के सीईओ का कहना है कि उन्होंने पेपरलेस टिकट, सीटों के बीच दूरी, लंबे ब्रेक और शो के बीच में सैनिटाइज करने की तैयारी की है। टिकट की लाइन और भीड़ से बचने के लिए ऑनलाइन ऐप्स की मदद से टिकट खरीदें। हो सकता है कि आपको कोई बढ़िया ऑफर मिल जाए।
एसओपी में मास्क, थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर के साथ ही लॉबी-रेलिंग और दरवाजों की नियमित सफाई शामिल है। साथ ही एक साथ दो स्क्रीन पर शो शुरू नहीं होंगे। इससे मल्टीप्लेक्स में भीड़ नहीं लगेगी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सकेगा।
मूवी देखते वक्त कुछ खाना सही है क्या? प्रोफेसर कुमार कहते हैं कि अगर खाना गर्म है तो सुरक्षित है, लेकिन अगर ठंडा है और आसपास गंदगी है, तो इससे बचें। खाना खाने से पहले सैनिटाइजर के बजाए साबुन से हाथ धोएं, क्योंकि कई बार सैनिटाइजर से हाथ साफ करने के बाद भी ट्रेसेस लगे रह जाते हैं। बाजार में कई खराब क्वालिटी के सैनिटाइजर भी मिल रहे हैं, जिनके केमिकल आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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Take care not only for entertainment but also for precautions, do not make the mistake of removing masks; Eat only hot food
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kisansatta · 4 years ago
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उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भाजपा से कौन-कौन हो सकता है बीजेपी का प्रत्याशी
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  लखनऊ. यूपी में हाल ही में विधानसभा की 8 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में ताकत झोंके हुए हैं कि आलाकमान की नजर उनपर पड़ जाये और उन्हें टिकट मिल जाये. उपचुनाव है तो जाहिर तौर पर सत्ताधारी दल बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वालों की फौज सबसे ज्यादा होगी।
1. मल्हनी, जौनपुर – समाजवादी पार्टी के पारसनाथ यादव के निधन के चलते ये सीट खाली हुई है. इस सीट पर बीजेपी की बड़ी लड़ाई है. पार्टी कभी इस सीट से नहीं जीती. लिहाजा दमदार कैण्डिडेट की तलाश है. इस सीट पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कभी छात्र नेता रहे मनोज सिंह की दावेदारी मानी जा रही है. वे बरसठी से ब्लाक प्रमुख रहे हैं. इसके अलावा 2017 में बीजेपी से लड़ चुके सतीश सिंह भी लाइन में हैं. 2012 में बसपा से चुनाव लड़ चुके हैं और अब बीजेपी के सिपाही बने पाणिनी सिंह भी दावेदारों का सूची में हैं. प्रमोद यादव का नाम भी लिया जा रहा है. इनके बारे में कहा जा रहा है कि आरएसएस के जरिये इन्हें लड़ाने की तैयारी है. हालंकि जौनपुर में इस थ्योरी की चर्चा जोरों पर है कि शायद बीजेपी ये सीट निषाद पार्टी को दे दे. उम्मीद्वार के रूप में बाहुबली धन्नंजय सिंह का नाम आगे है.
2. बा��गरमऊ, उन्नाव – उन्नाव की जिला कमेटी ने बताया कि लगभग 20 लोगों ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया है. वैसे तो अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन कुलदीप सिंह सेंगर की फैमिली से ही किसी को टिकट मिलने की संभावना है. पत्नी संगीता सेंगर के लड़ने की संभावना है. इसके अलावा नवाबगंज ब्लॉक प्रमुख अरुण सिंह के नाम की भी हवा तेज है. ये भी कुलदीप सेंगर के खास रहे हैं. इसके अलावा ममता सिंह, शशि शेखर सिंह और ज्ञानेन्द्र सिंह के नाम की भी जिले में चर्चा तेज है.
  3. देवरिया – विधायक जन्मेजय सिंह के निधन के कारण खाली हुई इस सीट पर उनके बेटे के चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है. जन्मेजय सिंह के बेटे अजय प्रताप सिंह ऊर्फ पिण्टू सिंह ही क्षेत्र का पूरा कामकाज देखते रहे हैं. हालांकि कई और नेता अपनी गोटी सेट करने में लगे हैं. पूर्व सांसद श्री प्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी, संजय सिंह शंखवार, अलका सिंह और प्रमोद सिंह के नाम की भी चर्चा तेज है. 4. स्वार, रामपुर – बीजेपी के लिए दूसरी बड़ी चुनौती स्वार सीट है. इसपर भी उसे कभी जीत नहीं मिली है. आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम का चुनाव रद्द होने से ये सीट खाली हुई है. इस सीट पर बीजेपी इस बार पूरी ताकत लगायेगी. तीन नामों की चर्चा पूरे रामपुर में है. आकाश सक्सेना हन्नी, लक्ष्मी सैनी और हरिओम मौर्या. हरिओम मौर्या मसवासी नगर पंचायत के चेयरमैन हैं. लक्ष्मी सैनी पिछला और उससे पहले का एक चुनाव हार चुकी हैं. आकाश सक्सेना वही शख्‍स हैं, जिन्होंने आजम खान के खिलाफ मुकदमे कराये हैं. महेश मौर्या भी लाइन में हैं जो मसवासी से चेयरमैन रह चुके हैं.
5. टूण्डला, फिरोजोबाद – एसपी सिंह बघेल के बीजेपी से सांसद बनने के बाद से ये सीट खाली चल रही है. इस सीट पर बीजेपी से चुनाव लड़ने के लिए अभी तक 18 आवेदन आ चुके हैं. इनमें पांच पूर्व विधायक, कुछ स्थानीय नेता और कुछ ऐसे नेता भी शामिल हैं जो आगरा से हैं, लेकिन टूण्डला से चुनाव लड़ना चाहते हैं. बीजेपी की जिला यूनिट में पदाधिकारी नीलम दिवाकर, पूर्व विधायक मोहनदेव शंखवार, पूर्व विधायक शिव सिंह चक का नाम तेजी से उभरा है.
6. बुलंदशहर – बुलंदशहर की सीट बीजेपी के वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन के चलते खाली हुई है. इस पर दावेदारों की लंबी फौज सामने आई है. वीरेंद्र सिरोही के दोनों बेटे दिग्विजय और विनय सिरोही चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसके अलावा लोकल कमिटी के कई पदाधिकारी और बिजनेसमैन भी दौड़ में बने हैं. जिला महामंत्री रहे रविन्द्र राजौरा, प्रताप चौधरी, सुंदरपाल तेवतिया, जगदीश दहिया, दिल्ली (इनकम टैक्स कमिश्नर) प्रो राजीव सिरोही, डीएवी कालेजसाहब स���ंह सिरोही (मुक्तेश्वरा के निवासी- गाजियाबाद में वर्तमान में रहते है) के नाम बुलंदशहर में चर्चा में हैं. चर्चा तो इस बात की भी है कि दिवंगत वीरेंद्र सिरोही के परिवार में ही कई दावेदार उठ खड़े हुए हैं.
7. घाटमपुर, कानपुर – मंत्री कमलरानी वरुण के निधन से यह सीट खाली हुई है. इस सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक 15-20 लोगों के आवेदन जिला कमेटी को मिल चुके हैं. हालांकि, मजबूत दावेदारी कमलरानी वरुण की बेटी ही मानी जा रही हैं. बेटी स्वनिल पेशे से टीचर हैं. इनके लड़ने की संभावना ज्यादा है.
8. नौंगाव सादात – मंत्री चेतन चौहान के भी निधन से सीट खाली हुई है. जिला कमेटी के एक पदाधिकारी ने बताया कि वैसे तो पार्टी हाईकमान जिनको चाहेगा चुनाव लड़ायेगा, लेकिन संगीता चौहान के लड़ने की संभावना ज्यादा है. संगीता चौहान दिवंगत चेतन चौहान की पत्नी हैं. हालांकि वे राजनीति में सक्रिय नहीं रही हैं.
  https://is.gd/udKhih #WhoCanBeBJPSCandidateInUttarPradeshByElection Who can be BJP's candidate in Uttar Pradesh by-election National, State, Top #National, #State, #Top KISAN SATTA - सच का संकल्प
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rohtakmedia-blog · 6 years ago
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ढाई करोड़ से बिछेगी नई पेयजल पाइप लाइन : ग्रोवर
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ढाई करोड़ से बिछेगी नई पेयजल पाइप लाइन : ग्रोवर : प्रदेश के सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने कहा कि अब नगर में लोगों को पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। वे पानी की समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए नई परियोजना का शुभारंभ करने के बाद रविवार को बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत राजीव गांधी खेल स्टेडियम के समीप पुल के नीचे से तीसरे वाटर वर्क्स को सोनीपत स्टैंड स्थित जलघर के साथ जोड़ा जाएगा। इसके लिए तीसरे जलघर से पाइप लाइन शहर के जलघर तक लाई जाएगी। पाइप लाइन बिछाने का कार्य आरंभ हो गया है। इसे एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। इन्हे भी पढ़े :- 154 साल पुरानी परंपरा निभाने अस्थल बोहर मठ में 13 मार्च से जुटेंगे संत 500 एमएम की लगभग 2100 मीटर लंबी पाइप लाइन बिछेगी। इस परियोजना पर लगभग ढाई करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस परियोजना के पूरा होने के बाद सोनीपत स्टैंड स्थित जलघर को नौ मिलियन लीटर प्रतिदिन अतिरिक्त पानी मिलेगा। इससे शहर के लोगों को भरपूर मात्रा में पानी उपलब्ध रहेगा। इस अवसर पर भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा, निगम आयुक्त आरएस वर्मा, एसडीएम राकेश कुमार, जिला नगर योजनाकार केके वार्ष्णेय, कार्यकारी अभियन्ता जनस्वास्थ्य विभाग नवीन धनखड़, वार्ड 8 के पार्षद सुनील कुमार, अमन राठी, श्रीभगवान शर्मा, सुखबीर राठी, भानसिंह, जसबीर सिंह, तरुण भारती, बलजीत मलिक, सतबीर नारा, सुखबीर खटकड़, विजय थावरिया, संदीप राठी, बलजीत सिवाच, अशोक पावडिया, बादाम सिंह, प्रदीप श्योराण आदि उप��्थित रहे।  इन्हे भी पढ़े :- चुनाव में टिकट किसी को भी मिले वही जीतकर आएगा : सीएम ढाई करोड़ से बिछेगी नई पेयजल पाइप लाइन : ग्रोवर स्त्रोत :- दैनिक भास्कर छायाचित्र भिन्न हो सकता है Read the full article
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खराब मौसम के बावजूद भाजपाईयों ने निकाली जोरदार बाइक रैली बदायूं जिले में भारतीय जनता पार्टी ने विजय संकल्प बाइक रैली के माध्यम से धूम मचा दी। मौसम की परवाह किये बिना कार्यकताओं बड़ी संख्या में निकले और भाजपा सरकारों की योजनाओं के संबंध में जमकर प्रचार-प्रसार किया। भारतीय जनता पार्टी के प्रांतीय आह्वान पर जिले भर में विजय संकल्प बाइक रैली का आयोजन किया गया। सभी विधानसभा क्षेत्रों में बाइक रैली को जोशीले अंदाज में निकाला गया। जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य ने कहा कि विजय संकल्प बाइक रैली से भाजपा की संगठनात्मक शक्ति और युवाओं का उत्साह और मनोबल बड़ा है, उन्होंने जिले भर में विभिन्न स्थानों पर जाकर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। बदायूं विधानसभा की विजय संकल्प बाइक रैली सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता के नेतृत्व में ही निकाली गई, जो बदायूं क्लब से प्रारंभ होकर पुलिस लाइन चौराह, कचहरी चौराह, लाबेला चौक, गोपी चौक, नेहरू चौक, हलवाई चौक, टिकट गंज, गोपाल टॉकीज, खेड़ा नवादा, बिनावर, विजय नगर और कुंवरगांव होते हुए वजीरगंज में जाकर थमी। इस अवसर पर पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बागीश पाठक, बाइक रैली के जिला संयोजक जिला महामंत्री सुधीर श्रीवास्तव, राजेश्वर पटेल, विश्वजीत गुप्ता, सत्यवीर सिंह, सोबरन सिंह सिंह, अंकित मौर्य, मुनीश अग्रवाल, आशीष शाक्य, धीरेंद्र सिंह, विजय सिंह लोधी, ज्ञानेंद्र वर्मा, मनोज गुप्ता, सीमा राठौर, कृष्णवीर सिंह, गुलशन प्रताप सिंह, शरद भारद्वाज, मधुसूदन गुप्ता, विनीत पांडेय, अमन गुप्ता, सागर वैश्य, उज्जवल रस्तोगी, अशोक गुप्ता, कर्तव्य वैश्य, जितेंद्र साहू, हिमांशु कठेरिया, नीतेश वार्ष्णेय और अर्चना गुप्ता सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इसके अलावा दातागंज विधान सभा क्षेत्र में विधायक राजीव कुमार सिंह बब्बू भैया के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने धूम मचा दी। दातागंज के पलिक्ध्यक्ष आकाश वर्मा ने भी मुख्य भूमिका निभाई। बिल्सी क्षेत्र में वरिष्ठ नेता राजीव कुमार गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने लंबी यात्रा की। (गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)
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hubbydigital · 4 years ago
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its-axplore · 4 years ago
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लंबे समय बाद कुछ ट्रेनों के परिचालन शुरू होने पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने उन ट्रेनों का क्लोन ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। 21 सितंबर से समस्तीपुर व सोनपुर मंडल की आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों का क्लोन स्पेशल ट्रेन चलाया जाएगा। इससे वेटिंग लिस्ट में आए यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं अन्य यात्रियों को भी काफी सुविधा मिलेगी।
इसमें जंक्शन से खुलने व गुजरने वाली वैशाली एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस शामिल हैं, जिसकी क्लोन ट्रेन चलेगी। वहीं सप्त क्रांति एक्सप्रेस की क्लोन ट्रेन कब से चलेगी, इसकी तिथि स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालां���ि, इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को जेबें ढीली करनी होगी।
इधर, अधिकतर ट्रेनों में वेटिंग 300 पार, सप्तक्रांति-सूरत एक्स. में रिग्रेट
बेरोजगारी का मार झेल रहे लोग फिर से परदेस लौटने लगे हैं। इसको लेकर जंक्शन से खुलने व गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनों में 300 से पार वेटिंग हो गया है। जबकि सूरत एक्सप्रेस व सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस में वेटिंग रिग्रेट है। बावजूद टिकट आरक्षित कराने के लिए आरक्षण काउंटर पर यात्रियों की लंबी लाइनें लग रही है। आधी रात से ही यात्री अगले दिन तत्काल व अन्य आरक्षित टिकट लेने के लिए लाइन में लग जा रहे हैं।
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फाइल फोटो
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khabaruttarakhandki · 5 years ago
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ट्रेनें चालू होते ही सिर्फ टिकट लिए लाइन में खड़े नजर आए प्रवासी मजदूर
नई दिल्ली:
सोमवार से सीमित संख्या में ट्रेन सेवाओं की शुरुआत कर दी गई. कई प्रवासियों ने तो जैसे-तैसे अपने पड़ोसियों और दोस्तों से उधार लेकर टिकट खरीदा और ट्रेन के इंतजार में लंबी कतार में खड़े हो गए. इस सबके बीच प्रवासी कोरोनावायरस से बेखौफ हो चले हैं. कई प्रवासी तो ऐसे थे जिनकी मार्च से रोजी रोटी छिन गई और उनकी जेब में एक रुपया तक नहीं था. प्रवासियों ने बताया कि उन्हें मजबूरन उधार लेकर टिकट खरीदने पड़े. प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि उन्हें श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बैठने के लिए सीट तक नहीं मिल रही है जो कि सरकार पिछले महीने से चला रही है.
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आर्यन कुमार ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ‘मैं मजदूरी करता था और बिहार वापस लौट रहा हूं. पिछले 3 महीनों से मेरे पास कोई काम नहीं है और ना ही मेरे पास पैसा बचा है. टिकट की कीमत ₹8100 है, यह मैंने अपने पड़ोसी से उधार लिए हैं. मुझे नहीं मालूम लौटा पाऊंगा कि नहीं.’ उनके पिता उमेश महतो ने कहा, ‘ मैं भी मजदूरी करता था. दिल्ली में कोई काम नहीं बचा है. पिछले 3 महीनों से हम यहां बैठे हुए थे. अब हमारे पास कोई पैसा नहीं है.’
इसके अलावा बाकी लोगों ने दिल्ली छोड़ने के लिए कोरोनावायरस की वजह बताई.  निजामुद्दीन नूर ने बताया कि वे पटना अपने परिवार को छोड़ने के लिए जा रहे हैं. दिल्ली में बहुत खतरा है. उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के चलते ट्रेन की यात्रा भी बदल गई है. उन्होंने बताया कि पहले राजधानी एक्सप्रेस में शीट, कंबल मिलता था. अब यहां यह सब तो दूर खाना और पानी भी नहीं है. स्टेशन पर स्कैनिंग के बिना घुसने नहीं दिया जा रहा है.
बता दें कि कोरोना की रोकथाम के लिए लागू किए लॉकडाउन से लाखों गरीब प्रवासी मजदूर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. लोगों की नौकरियां चली गई हैं, भूख से परेशान हैं और लगातार अपने घरों को लौट रहे हैं. कई प्रवासी पैदल तो कई साइकिल पर तेज धूप में घर के लिए निकल पड़े. कई प्रवासी मजदूरों की तो दुर्घटना में मौत भी हो गई.
बीते महीने प्रवासी मजदूरों के पलायन को देखते हुए केंद्र सरकार पर भी दबाव बन गया और उन्होंने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलानी शुरू की. साथ ही बसें भी चलाई गईं. हालांकि स्पेशल ट्रेन में भी देरी हो रही है और प्रवासी मजदूरों का इंतजार कम नहीं हो रहा है. खाने और पीने के पानी की कमी की शिकायतें भी सुनने को मिल रही हैं. 
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blogging4myself · 5 years ago
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'साहो' देखने के लिए लगी लंबी लाइन, टिकट का दाम 2 हजार
शुक्रवार को फिल्म साहो रिलीज हो गई. फिल्म हिंदी के अलावा कई दक्षिण भारतीय भाषाओं में भी रिलीज हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रभास की फिल्म साहो के लिए हैदराबाद में टिकट के लिए कई किलोमीटर लंबी लाइन लगी है. वहीं दिल्ली के कई सिनेमाघरों में कल से शोज हाउसफुल हो चुका है. from Latest News मनोरंजन News18 हिंदी https://ift.tt/2MLIgt8 from Blogger https://ift.tt/2UemlM7
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