#टिकट क लिए उमड़ी भीड़
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रांची में क्रिकेट का जुनून: भारत-न्यूजीलैंड मैच का टिकट खरीदने को रात से ही लाइन में लगने लगे लोग, देखें तस्वीरें
रांची में क्रिकेट का जुनून: भारत-न्यूजीलैंड मैच का टिकट खरीदने को रात से ही लाइन में लगने लगे लोग, देखें तस्वीरें
रांची स्टेडियम में 19 नवंबर को भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जाना है. इसके लिए टिकटों की बिक्री शुरू हो गई है. टिकट के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर क्रिकेट के प्रति दीवानगी को समझी जा सकती है. (संजय कुमार सिन्हा/न्यूज 18 हिन्दी) झारखंड की राजधानी रांची में क्रिकेट का नशा छाने लगा है. भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले टी20 क्रिकेट मैच को देखने के लिए हजारों की संख्या…
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शराब की बिक्री शुरू करने को लेकर क्या कहते हैं नेता, ये है 5 नेताओं की राय
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शराब की बिक्री शुरू करने को लेकर क्या कहते हैं नेता, ये है 5 नेताओं की राय
राज्य चाहे तो शराब बिक्री पर रोक लगा देः राजीव प्रताप
धीर-धीरे चीजों को खोलना ही पड़ेगाः जेडीयू नेता अजय
शराब बिक्री पर छूट देने का फैसला सही नहीं: सीपीआई
लॉकडाउन की वजह से 40 दिन की बंदी के बाद आज सोमवार को जब देश के कई शहरों में शराब की दुकानें खोली गईं तो वहां लंबी-लंबी लाइनें लग गईं. शराब को लेकर अफरातफरी मच गई. लोगों ने सामाजिक दूरी तक का पालन नहीं किया. दिल्ली में कई जगह कुछ घंटों में ही शराब की दुकानें बंद करानी पड़ीं तो कई जगह लाठीचार्ज करना पड़ा. शराब की दुकानें इतनी जल्दी खोने जाने पर आजतक ने 4 राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं समेत 5 लोगों से इस पर राय ली.
आजतक के दंगल कार्यक्रम में ‘पिएगा इंडिया तभी जिएगा इंडिया’ में ��वाल उठाया गया कि क्या राजस्व के चक्कर में शराब की दुकानें जल्दी खोल दी गईं तो इस पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राजीव प्रताप रुड़ी ने कहा कि शराब की ब्रिकी को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी. कई राज्य सरकारों का दबाव था इसलिए शराब बिक्री पर फैसला लिया गया.
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उन्होंने कहा कि ज्यादातर राज्यों का कहना था कि इस पर रोक से हमें काफी नुकसान ���ो रहा है. तमिलनाडु में 29 हजार करोड़, हरियाणा में 19 हजार करोड़, कर्नाटक में 15 हजार करोड़, उत्तर प्रदेश में 7 हजार करोड़ और पंजाब में 6200 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा था. राज्यों ने यह भी कहा कि अगर आप इस पर रोक लगाए रखते हैं तो हमारे नुकसान की भरपाई करें. इसलिए खोलने का फैसला लिया गया.
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हालांकि राजीव प्रताप रुड़ी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार के लिए यह कमाई का जरिया है और जो भी राज्य शराब नहीं बेचना चाहती वो अपने यहां बैन लगा दें. वैसे भी गुजरात और बिहार समेत कई राज्यों में शराबबंदी लागू है.
बीजेपी प्रवक्ता राजीव प्रताप रुड़ी ने साफ लफ्जों में कहा कि अगर किसी राज्य को लगता है कि यह फैसला गलत है तो राज्य सरकार अपने यहां पर इसकी बिक्री पर रोक लगा दें.
क्या शराब की दुकानें खोलने से सामाजिक दूरी का उल्लंघन नहीं होगा, इस पर उन्होंने कहा कि भारत को खोलना ही पड़ेगा, आखिर कब तक बंद रखेंगे. क्या आप चाहते हैं कि देश में शराब पर बैन हो जाए. शराब की ब्रिकी बंद कर दी जाए. आखिर किसी चीज को कब तक बंद रखेंगे. आगे रेलवे चलेगी, जहाज चलेंगे और वहां भी सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया गया तो वहां उसे भी बंद करने को कहेंगे.
कोरोना के साथ जीना होगाः अजय आलोक
जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता अजय आलोक ने शराब की दुकानें खोले जाने के फैसले पर कहा कि हमारा इससे तो कोई लेना-देना ही नहीं है क्योंकि हमारे यहां (बिहार) तो पहले से ही शराबबंदी है, लेकिन यह मानना होगा कि कुछ छूट के साथ लॉकडाउन 3 शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि यह मानवीय सच्चाई है कि हमें मानना होगा कि लोग मानेंगे नहीं. जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया था उस दिन दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ जुटी. अगले दिन भी लोग नहीं माने. जबकि कहा गया कि जरूरी चीजों के दामों में वृद्धि नहीं होने देंगे.
अजय आलोक ने कहा कि एक बात तो मानना ही होगा कि कोरोना के साथ आपको जीना होगा. लेकिन हमें इसकी तैयारी रखनी पड़ेगी. हम इससे नहीं दूर जा सकते. धीरे-धीरे हर चीज खोलनी होगी. सामाजिक दूरी का पालन भी करना होगा. मास्क भी लगाना होगा. वैक्सीन की खोज पर काम जारी रखना होगा.
इसे भी पढ़ें —- लॉकडाउन: मजदूरों के टिकट पर घमासान, रेलवे के लेटर में किराया वसूलने का आदेश
इतनी जल्दी खोलना ठीक नहीं: आशुतोष
शराब की दुकानें खोले जाने के सवाल पर ही आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और राजनीतिक एक्सपर्ट आशुतोष कहते हैं कि लॉकडाउन के साथ जो किया जा रहा है वो गलत है. इतनी जल्दी खोलना ठीक नहीं है. आप को लोगों ने चुना है कि आप यह तय करिए कि लोगों की जान सुरक्षित रहे.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन मत खोलिए. अगर दिल्ली में शराब की दुकान खुलती है तो इस पर नियंत्रण की जिम्मेदारी किसकी है. अरविंद केजरीवाल, नरेंद्र मोदी या फिर अमित शाह की. मैं लॉकडाउन खोले जाने के पक्ष में नहीं हूं. जब तक आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूरी तरह से नहीं करते हैं इसे नहीं खोला जाना चाहिए.
केंद्र के फैसले को लागू कर रहे- AAP
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र ने काफी सोच-समझकर इस संबंध में फैसला लिया है. केंद्र ने ऑर्डर जारी कर कहा कि आप ये कर सकते हैं और ये नहीं कर सकते हैं. केंद्र ने सभी चीजों के बारे में अपनी स्थिति साफ की. केंद्र ने सोच-समझकर फैसला लिया है. आज दिल्ली में शराब की ही नहीं कपड़ा, किताब आदि कई चीजों की दुकानें खुलीं, लेकिन वहां भीड़ नहीं उमड़ी. ये किसी चीज का हल नहीं है कि कल को कहीं राशन की दुकान पर भीड़ बढ़ जाए तो राशन की दुकानें बंद करा दी जाए.
उन्होंने कहा कि अगर राज्य में राशन नहीं बिकेगा, किताबें नहीं बिकेंगी, चीजें नहीं बिकेंगी तो राजस्व कहां से आएगा. केंद्र जो भी निर्देश दे रही है उसे हम 100 फीसदी लागू कर रहे हैं.
यह आवश्यक चीजों में नहीं आताः दिनेश वार्ष्णेय
सीपीआई नेता दिनेश वार्ष्णेय ने कहा कि शराब की बिक्री पर छूट देना सही नहीं था, क्या यह अतिआवश्यक चीजों में आता है. इसे खोलने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि अगर खोलनी ही थी तो प्रशासन को पता था कि इतने दिन बाद शराब की दुकानें खोली जा रही हैं तो तैयार रहना चाहिए था. अव्यवस्था नहीं फैलने देना चाहिए था.
सीपीआई नेता दिनेश वार्ष्णेय ने कहा कि केंद्र ने राज्यों को जीएसटी कलेक्शन का हिस्सा नहीं दिया. राज्यों की कमाई बंद हो गई. लेकिन यह कहना कि कोरोना के साथ जीना होगा यह ठीक नहीं है. सरकार को चुना किसलिए गया है और यह किसकी जिम्मेदारी होगी.
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