#घर का बना कुकीज़
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kisanofindia · 1 year ago
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Millets Products: कैसे बेटी की बीमारी ने मिलेट्स प्रॉडक्ट्स बनाने में दिखाई राह? GEGGLE की कहानी एक मां की ज़ुबानी
2022 में शुरू किया startup, बनाई मार्केट में जगह
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इन दिनों हर कोई मिलेट्स प्रॉडक्ट्स को बढ़ावा देने में जुटा हुआ है। मिलेट्स प्रॉडक्ट्स को लोग हाथों हाथ ले रहे हैं। मिलेट्स प्रोडक्ट बनाने वाली एक ऐसी ही कंपनी है GEGGLE.
देश के हर कोने में मिलेट्स अभियान चल रहा है। प्रधानमंत्री के मिलेट्स को बढ़ावा देने की अपील के बाद सब इसी कोशिश में जुटे हैं कि कैसे मिलेट्स उत्पादों को घर-घर तक पहुंचाया जाए, ताकि लोगों की सेहत दुरुस्त रहे और किसान खुशहाल रहें। पिछले एक साल में कई कंपनियां सामने आई हैं जो मिलेट्स प्रॉडक्ट्स बना रही हैं और उनके उत्पाद लोकप्रिय भी हो रहे हैं।
ऐसी ही एक कंपनी है उत्तराखंड की GEGGLE, जिसे खड़ा किया है गुरप्रीत कौर ने। इस कंपनी की शुरुआत कैसे हुई और कंपनी क्या-क्या प्रॉडक्ट्स बनाती हैं इस बारे में गुरप्रीत ने विस्तार से बात की किसान ऑफ इंडिया के संवाददाता सर्वेश बुन्देली से।
बेटी की बीमारी ने दिखाई राह 
GEGGLE कंपनी की संस्थापक गुरप्रीत इसकी शुरुआत के बारे में बताते हुए कहती हैं, उनकी बेटी को सीलिएक नाम की बीमारी है, जिसमें पीड़ित को ग्लूटेन से एलर्जी होती है। इसलिए पिछले 12-13 सालों से वो बेटी को ग्लूटेन फ़्री डाइट (Gluten-Free Diet) दे रही हैं। उनका कहना है कि ऐसी चीज़ें आसानी से मिलती नहीं है और मिलती भी हैं तो बहुत महंगी होती हैं और स्वाद भी अच्छा नहीं होता। इसलिए उन्होंने सोचा क्यों न अपनी बेटी की तरह ही और दूसरे बच्चों के लिए कुछ हेल्दी बनाया जाए।
ऐसे बच्चे जिन्हें गेहूं या दूसरे तरह के अनाज से एलर्जी है, उनके लिए मिलेट्स प्रोडक्ट बनाने का आइडिया आया। सितंबर 2022 में उन्होंने GEGGLE की शुरुआत की।
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GEGGLE नाम के पीछे की कहानी
गुरप्रीत ने अपनी कंपनी का नाम GEGGLE ही क्यों रखा। इस बारे में उनका कहना है कि उनका और उनके पति दोनों का नाम G से शुरू होता है और उनकी एक बेटी का नाम भी G से शुरू होता है, जबकि दूसरे बेटी क�� नाम में EE और L है, तो इस तरह से सबके नाम के इनिशियल लेटर से मिलकर बना है GEGGLE।
कौन-कौन से उत्पाद बनाती है कंपनी और क्या है ख़ासियत?
गुरप्रीत कौर ने बताया कि उनकी कंपनी कई तरह के प्रॉडक्ट्स बनाती है। इसमें चपाती आटा काफ़ी मशहूर है। इसे उन्होंने भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर मुंबई के साथ मिलकर बनाया है। इस आटे की ख़ासियत ये है कि इसकी रोटी गेहूं के आटे की तरह ही बनती है। इसके साथ ही कंपनी इडली मिक्स, मिसी रोटी आटा, सूजी रिप्लेसर जो सोरगम से बना है, जैसे उत्पाद भी बेच रही हैं। इनकी ख़ासियत ये है कि ये सभी उत्पाद ग्लूटेन फ़्री हैं।
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विदेशियों को भी भाया ब्रेड का स्वाद
गुरप्रीत बताती हैं कि वो मल्टीग्रेन आटे के साथ ही कई तरह की कुकीज़, केक, ब्रेड आदि भी बनाती हैं। उनका ब्रेड ख़ासतौर पर लोगों को बहुत पसंद आ रहा है। यहां तक कि विदेशियों को भी इसका स्वाद बहुत भा रहा है। यही नहीं गुरप्रीत का कहना है कि उनकी कंपनी डायटिशियन के साथ मिलकर कस्टमाइज़्ड आटे बनाती हैं।
यानी किसी को अगर किसी ख़ास तरह के अनाज से एलर्जी है तो उस अनाज की जगह दूसरे अनाज का आटा बनाकर दिया जाता है। अपने बिज़नेस को बढ़ाने और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक मिलेट्स को पहुंचाने के लिए वो ऑर्डर पर कुल्चा, समोसा, जलेबी, मोमोज़, सेलिब्रेशन केक जैसी चीज़ें भी बनाती हैं।
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everynewsnow · 4 years ago
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देखो: आहार बिस्कुट / कुकीज़ पकाने की विधि - वजन घटाने आहार के लिए एक स्वस्थ नाश्ता
देखो: आहार बिस्कुट / कुकीज़ पकाने की विधि – वजन घटाने आहार के लिए एक स्वस्थ नाश्ता
एटा बिस्कुट नुस्खा एक कोशिश करना चाहिए। चाय कुछ ऐसी है जो हम सभी को अपने दिन की शुरुआत सुबह या शाम को खुद को रिचार्ज करने के लिए करनी होती है। चाय में तुरंत हमें ऊपर उठाने की एक जन्मजात क्षमता होती है (पढ़ें: हमें जगाएं) और इसका स्वाद सबसे अच्छा होता है जब एक हल्के नाश्ते के लिए कुरकुरे बिस्किट के साथ जोड़ा जाता है। हम विभिन्न प्रकार के स्वाद और बनावट में आने वाले स्टोर-बिस्कुट खाकर बड़े हुए…
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divyabhashkar · 3 years ago
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Christmas 2021 Special Recipe Butter Garlic Mushroom for dinner feast anjsh
Christmas 2021 Special Recipe Butter Garlic Mushroom for dinner feast anjsh
बटर गार्लिक मशरूम रेसिपी (Butter Garlic Mushroom Recipe): क्रिसमस (Christmas) दुनिया के कई हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. जानकारी के मुताबिक ये फेस्टिवल 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक मनाया जाता है. अमूमन लोग क्रिसमस केक का बेसब्री से इंतजार करते हैं. लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ बना कर सेलिब्रेशन किया जा सकता है. जो लोग घर पर पार्टी रखते हैं वो क्रिसमस फीस्ट में कुकीज़, रोस्टेड पोटेटो,…
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mfvansh · 3 years ago
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Christmas 2021 Special Recipe Butter Garlic Mushroom for dinner feast anjsh
Christmas 2021 Special Recipe Butter Garlic Mushroom for dinner feast anjsh
बटर गार्लिक मशरूम रेसिपी (Butter Garlic Mushroom Recipe): क्रिसमस (Christmas) दुनिया के कई हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. जानकारी के मुताबिक ये फेस्टिवल 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक मनाया जाता है. अमूमन लोग क्रिसमस केक का बेसब्री से इंतजार करते हैं. लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ बना कर सेलिब्रेशन किया जा सकता है. जो लोग घर पर पार्टी रखते हैं वो क्रिसमस फीस्ट में कुकीज़, रोस्टेड पोटेटो,…
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ghareluayurvedicupay · 4 years ago
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प्रेगनेंसी के बाद वजन कम करने के उपाय
हमारा जीवन क��िनाइयों भरा होता है, जहां कोई ना कोई परेशानी लगी ही रहती है। अगर बात महिलाओं की जाए तो भी सजग रहते हुए भी समस्या आ ही जाती है। ऐसा देखा जाता है कि महिलाओं के प्रेग्नेंट होने पर उनका वजन अचानक बढ़ जाता है जिससे बाद में महिलाओं को वजन कम करने में बड़ी दिक्कतें होने लगती हैं।
ऐसे में हम आपकी मदद करेंगे ताकि आप  प्रेगनेंसी के बाद अपना वजन आसानी से कम कर सके।
डिलीवरी के बाद क्यों बढ़ जाता है  वजन?
कई बार ऐसा देखा जाता है कि प्रेग्नेंसी के समय वजन बढ़ता ही जाता है जिससे महिलाएं चिंतित होने लगती हैं। एक्सपर्ट की मानें तो ऐसे समय में हार्मोन का संतुलन बदलता रहता है।
जब भी महिलाएं प्रेग्नेंट होती है, तो बच्चे एवं खुद के पोषण को ध्यान रखते हुए खानपान की मात्रा बढ़ा दी जाती है। ऐसे में वजन बढ़ना लाजिमी हो जाता है। कई बार महिलाओं को प्रेगनेंसी में भी थायराइड की समस्या होती है और वजन बढ़ने का कारण बनती है। कई बार प्रेगनेंसी में बेहतर सेहत के लिए कई प्रकार की दवाइयां दी जाती है और यह भी वजन बढ़ने में बड़ा कारण बनती है।
गर्भावस्था के दौरान बवासीर का घरेलू इलाज
प्रेगनेंसी के बाद वजन कम करने के कारगर उपाय
प्रेगनेंसी के बाद महिलाएं चिंतित होने लगती हैं क्योंकि कुछ दिनों में उनका वजन बढ़ जाता है। ऐसे में हैरान परेशान नहीं बल्कि कुछ कारगर उपाय कर आप फायदा ले सकती हैं।
1) खानपान सही हो –  महिलाएं वजन को लेकर इतना परेशान हो जाती है कि खाना भी सही तरीके से नहीं खाती हैं। ऐसा करने से आपकी परेशानी और भी बढ़ सकती है। ऐसे समय में आपको ऐसा खानपान लेना होगा जो आपको पूरा पोषण दे सके।
2) बेल्ट का उपयोग – आपने देखा होगा कि मोटापा कम करने के लिए लोग बेल्ट का उपयोग करते हैं ऐसे में आप भी इस बेल्ट का सहारा ले सकती हैं,  जो पूर्ण रूप से सुरक्षित है और आसानी से मिल भी जाती है।
3) ज्यादा कैलोरी ना लेना – ऐसे समय में ऐसा खानपान ले, जो ज्यादा कैलोरी का ना हो। इसमें आप प्रोटीन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, कैल्शियम, फाइबर युक्त भोजन ले। यह सभी वजन कम करने में फायदेमंद है।
4) सही सामान की खरीदारी करें – कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि मार्केट जाते ही हम कई प्रकार के खाने का सामान देखकर खरीदारी कर लेते हैं। जो आपके लिए सही नहीं है। ऐसे में चॉकलेट, कुकीज ,कुकीज़, से दूर ही रहे तो बेहतर होगा।
5) खाना हो सही समय पर — इस बात का खास ख्याल रखें कि खाना सही समय पर खाएं। बहुत ज्यादा देर ना करें। सोने के  2 घ��टे पहले खाना खाना ही बेहतर है।
6) तनाव से दूरी — कई बार ऐसा भी देखा गया है कि तनाव के कारण वजन बढ़ सकता है, ऐसे में किसी भी तनाव से बचें। ऐसा देखा गया है कि यह कहना आसान है लेकिन अगर आप चाहे तो एक बार कोशिश की जा सकती है।
7) स्नैक्स ले —  अगर आपको ऐसा लगे कि भूख लग रही है तो थोड़ा-थोड़ा करके खाएं। आप चाहे तो स्नैक्स के रूप में ओट्स,  सूखे मेवे का सेवन कर सकते हैं।
8)  ज्यादा पानी पिए — अगर आप ज्यादा पानी पिए तो फायदेमंद होगा। रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पी कर खुद को स्वस्थ भी रख सकते हैं।
9) चाय, कॉफी से दूरी —  प्रेगनेंसी में वजन कम करने के लिए चाय, कॉफी से दूरी बना लेना ही फायदेमंद है। इनमें कैफीन होती है, जो वजन कम करने में बाधक है। अगर आप चाय, कॉफी पीने के शौकीन हैं तो ग्रीन टी पी सकते हैं।
डिलीवरी के बाद वजन कम करने के घरेलू उपाय
pregnancy ke baad vajan kam kaise kare | delivery ke baad vajan kam karne ka gharelu upay
अगर आप चाहे तो घरेलू उपाय से ही वजन कम किया जा सकता है जो सुरक्षित भी है और घर में रखी सामग्री से आप अपना काम कर सकते हैं।
1)  नींबू और शहद – अगर आप खाली पेट नींबू का पानी गर्म करके और उसमें शहद डालकर पिए हैं, तो यह बहुत ही फायदेमंद हो जाएगा।
2)  टमाटर –   अगर टमाटर का सेवन किया जाए तो यह बेहतर होगा। टमाटर में लाइकोपीन और  बीटा कैरोटीन होता है, जो वजन कम करता है। इसमे प्राकृतिक शुगर पाई जाती है, जो किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं करती है।
3) लहसुन – अगर आप रोज सुबह खाली पेट कच्चे लहसुन की चार पांच कलियों को खाएं तो निश्चित रूप से वजन कम किया जा सकता है। शुरू में इसका स्वाद अजीब लगेगा पर बाद में ठीक हो जाता है।
4).  ग्रीन टी –   अगर आप  ग्रीन टी का उपयोग करें तो बहुत ही फायदा करेगा और कुछ ही दिनों में आपका वजन कम हो जाएगा।
5)  अजवाइन का पानी – अगर आप एक चम्मच अजवायन को पानी में डालकर गर्म कर लें और रोजाना पिए तो इससे भी बहुत ज्यादा फायदा होने वाला है।
प्रेगनेंसी के बाद वजन कम करने के कुछ मुख्य व्यायाम
प्रेगनेंसी के होने पर  व्यायाम की सलाह दी जाती है लेकिन आप  डिलीवरी के बाद भी व्यायाम करके आप वजन को नियंत्रित कर सकते हैं।
1) वॉकिंग – वजन कम करने का सबसे आसान उपाय वाकिंग है। अगर आपको समय मिले तो सुबह  ताजी हवा में कम से कम आधे घंटे तक वॉकिंग करें इससे आपको फायदा होगा वजन कम करने में।
2) सिटअप्स – अगर आप नियमित रूप से सिटअप्स करते हैं, तो निश्चित रूप से आपका वजन कम होगा। इसके लिए जमीन पर लेट जाए। इसके बाद अपने दोनों हाथों को गर्दन के पीछे ले जाएं और धीरे-धीरे सिर को ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें।अगर  आप बार-बार दोहराती है, तो अतिरिक्त वसा बढ़ नहीं पाती है।
3)  स्विमिंग – अगर आप वजन कम करने की इच्छुक हैं, तो प्रेगनेंसी के बाद ��्विमिंग आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। इसके लिए आप अपने समयानुसार स्विमिंग कर आनंद ले सकती हैं।
4)  स्टेचिंग – वजन कम करने के लिए इसे भी कारगर माना गया है। इसमें आप पीठ के बल लेट जाएं । उसके बाद अपने घुटनों को धीरे धीरे मोड़े। ऐसा करते समय पीठ एकदम सीधी होनी चाहिए। शुरुआत में इसे बहुत ज्यादा देर तक नहीं करें तो बेहतर होगा।
5) बेली बीथिंग – इसे करना बहुत ही आसान है। इसमें आपको पीठ के बल लेटना होगा और अपने हाथों को पेट में रखे। जैसे सांस ले तो आप देखेंगे पेट बाहर आएगा और सांस होने पर पेट को अंदर खींच ले। फिर से सांस रोकते हुए या व्यायाम करें यह भी आपके लिए फायदेमंद है।
अच्छा होगा यदि शुरुआत में आप किसी विशेषज्ञ से सलाह ले ले।
वजन कम करने हेतु क्या नहीं करना चाहिए
कई बार महिलाएं वजन कम करने की होड़ में कुछ गलतियां कर बैठती हैं, तो आपको इन गलतियों से बचना होगा।
1) कई बार महिलाएं अपना खाना पीना छोड़ने लगती हैं। यह तो बिल्कुल गलत है जब तक आपका पोषण सही नहीं होगा, तब तक बच्चे का पोषण सही से नहीं हो पाएगा। इससे बच्चे की सेहत पर बुरा असर होगा।
2) कुछ महिलाएं ऐसा सोचती है कि उपवास करने से वजन कम हो जाएगा लेकिन यदि आपकी कुछ दिनों पहले ही डिलीवरी हुई हो, तो उपवास बिल्कुल ना करें इससे बच्चे की सेहत पर असर पड़ेगा सबसे ज्यादा जरूरी बच्चे की सेहत है, उस पर ध्यान दें।
3) ऐसे समय में आपके बच्चे को आपके दूध की परम आवश्यकता है। ऐसे में बच्चे को दूध नियमित रूप से दें किसी भी प्रकार की कोताही ना बरतें।
4) आपने  अखबार पत्र व विज्ञापनों में वजन कम करने के लिए कई प्रकार की दवाइयों की जानकारी देखी होगी तो इस प्रकार के विज्ञापनों से दूर ही रहे और सही निर्णय लें।
डिलीवरी के बाद वजन कम करना क्यों है जरूरी
डिलीवरी के बाद कई  महिलाओं का वजन बढ़ जाता है और उसे कम करने की जद्दोजहद शुरू होती है लेकिन यह भी देखा गया है कि डिलीवरी के बाद वजन कम करना जरूरी है क्योंकि बाद में कई प्रकार की समस्याएं घिर सकती हैं, जो बच्चे के लिए भी घातक हो सकता है ऐसे में पूरा ध्यान बच्चे पर दें।
वजन कम करना है एक चुनौती
वजन कम करना एक हमेशा से ही चुनौती होती है और अगर प्रेगनेंसी के बाद वजन कम करना हो, तो यह और भी मुश्किल काम नजर आता है। बच्चे के साथ वजन कम करना थका देने वाला काम है। ऐसे में अगर सही पोषण पर ध्यान दिया जाए तो निश्चित रूप से यह आपके और बच्चे के लिए फायदेमंद होने वाला है। ऐसे में अगर आप किसी भरोसेमंद व्यक्ति या अपने पार्टनर से मदद लें तो भी फायदेमंद होगा। ऐसे में खुश रहे और धीरे-धीरे वजन कम करने की कोशिश करें ज्यादा परेशान ना ही रहे।
प्रेगनेंसी में इम्यूनिटी पावर कैसे बढ़ाए
सिजेरियन के बाद कैसे करें वजन कम
सिजेरियन डिलीवरी होने से कई प्रकार की समस्याएं देखी जा सकती हैं उनमें से एक वजन की भी समस्या है। इस समय आप एकदम से वजन कम करने के बारे में �� सोचे। कुछ दिनों बाद ही वजन कम करना सही होगा। इस समय आपको खुद का ध्यान देने की ��वश्यकता है। कुछ आसान उपाय करके इस समय आप अपना वजन कम कर सकती हैं
1) स्तनपान – स्तनपान. किसी भी मां के लिए सबसे अच्छा तरीका है। अपना वजन कम करने का स्तनपान कराने से बच्चे को भी सही पोषण मिल जाता है। जब भी स्तनपान कराया जाता है तो उसमें लगभग 500 कैलोरी खर्च होती है और इससे पेट की चर्बी को भी कम किया जा सकता है। इसे करना आसान भी है।
2) खूब पानी पिए – रोजाना ज्यादा से ज्यादा पानी पिए जो शरीर के लिए फायदेमंद है। यह अतिरिक्त वसा को दूर करने का भी काम करता है।
3) हमेशा कैलोरी पर ध्यान दें – वजन कम करने की जद्दोजहद में कैलोरी पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। सही तरीके से नाश्ता, खाना, मेवे, दही ही लिया जाए तो सही रहेगा। कोशिश करना चाहिए कि ऐसे समय में कैलोरी बहुत ज्यादा भी कम ना हो सके नहीं तो ऐसे में दिक्कत हो जाएगी।
निष्कर्ष
इसमें से हमने देखा कि प्रेगनेंसी के बाद वजन कम करना थोड़ा मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं। इस बात का विशेष ध्यान रखें और बच्चे का भी ध्यान रखें। बहुत जरूरी है कि ऐसे समय में खुश रहे तभी बच्चा सही विकास कर पाएगा।
आपके आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं एवं हमारा लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।
Source : https://www.ghareluayurvedicupay.com/pregnancy-ke-baad-vajan-kam-karne-ke-upay/
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quickyblog · 5 years ago
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घर का बना नारियल कुकीज़ केवल 30 मिनट में पूरे गेहूं के आटे के साथ! पकाने की विधि यहाँ प्राप्त करें
घर का बना नारियल कुकीज़ केवल 30 मिनट में पूरे गेहूं के आटे के साथ! पकाने की विधि यहाँ प्राप्त करें
नारियल कुकीज़ आसानी से घर पर बनाई जा सकती है।
हाइलाइट
होममेड कुकीज स्टोर से खरीदे गए से बेहतर हैं।
आप सिर्फ 30 मिनट में स्वादिष्ट नारियल कुकीज़ बना सकते हैं।
यहाँ आपको घर पर इसे बनाने में मदद करने के लिए एक आसान नुस्खा है।
गर्म, पिक-अप-अप चाय की हमारी दैनिक दिनचर्या में कुरकुरे बिस्कुट को डुबोए बिना और हर घूंट के साथ चाय से लथपथ आनंद को पूरा करने के बिना पूरा नहीं होता है। हालांकि दुकानों के…
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shadowydreamercowboypie · 6 years ago
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SMALL SCALE INDUSTRIES
22 छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यापार
एक बड़ा व्यवसाय शुरू किया गया है, आपके पास पर्याप्त पूंजी और अन्य संसाधन आवश्यक हैं हालांकि, भारत के सबसे बड़े व्यापारिक घरों में एक झलक बताती है, वे छोटे पैमाने पर निर्माताओं के रूप में शुरू करते हैं और समय के साथ विस्तारित होते हैं।
अधिक बार नहीं, यह एक व्यवसाय शुरू करने के लिए पूंजी को खोजने में बहुत मुश्किल हो सकता है। इस परिदृश्य को, सबसे अच्छा विकल्प एक छोटे पैमाने पर व्यवसाय शुरू करना है।
आम तौर पर, ऐसे व्यवसायों को राजधानी की आवश्यकता होती है। 100,000 या उससे कम। वास्तव में, छोटे पैमाने पर उद्योगों द्वारा किए गए उत्पादों की कीमतें अधिक गुणवत्ता में हैं क्योंकि उत्पाद की गुणवत्ता अक्सर अधिक होती है और कीमतों में प्रतिस्पर्धी होती है।
22 छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यापार
विचार हमने पहले ही निवेश के साथ 131 महान व्यापार विचारों पर चर्चा की है। यहां हम 25 महान छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय विचारों को देखते हैं, जो अमीर बनने के अपने सपने को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
1: Manufacture kre हर्बल बालों का तेल
हर्बल बालों के तेलों के बहुत सारे ब्रांड जो बालों के झड़ने, बाल गिरने और स्वस्थ बाल जैसे समस्याओं के लिए चमत्कार के इलाज के करीब हैं, यह बाजार में भ्रमित करता है। यह उपभोक्ताओं को भ्रमित करने के लिए उन सभी चीजों को भ्रमित करने के लिए है, जो उत्पादकों को हल्के से अधिक अनिवार्य नष्ट कर देता है। बड़े व्यवसायों से अनदेखी लगती है। आप इस व्यवसाय ��ो दर्ज कर सकते हैं। आप सभी व्यवसायों को कम कर सकते हैं।
2: पापड़ और साबूदाना फ्रिटर्स
पापड़ और साबूदाना (साबुदाना) फ्रिज सभी वर्ष भर मांग में होते हैं। उन्हें तैयार करना बहुत सरल है। इसके लिए बहुत अधिक श्रमशक्ति की आवश्यकता नहीं होती है।
आपको इस विनिर्माण व्यवसाय को स्थापित करने की आवश्यकता है उचित व्यंजनों और बुनियादी उपकरण हैं जिसमें सुखाने के लिए गैस स्टोव, बर्तन और प्लास्टिक शीट शामिल हैं।
और निश्चित रूप से, मूल तत्व जो इन खाद्य पदार्थों में जाते हैं जैसे कि आटा, साबूदाना और मसाले। आपको खाद्य ग्रेड प्लास्टिक रैपर और एक सील मशीन की भी आवश्यकता हो सकती है।
ये बाजार में काफी कम कीमतों पर उपलब्ध हैं। घर पर या छोटे पैमाने पर निर्माताओं द्वारा निर्मित पापड़ और साबूदाने आसानी से उन दुकानों या सहकारी समितियों द्वारा खरीदे जाते हैं जो उन्हें प्रीमियम पर बेचते हैं।
3: विनिर्माण विदेशी साबुन
भारत विदेशी जड़ी-बूटियों और मसालों का देश है, जिनमें औषधीय गुण होते हैं। त्वचा पर लगाने पर इन जड़ी बूटियों और मसालों के बहुत सारे लाभकारी प्रभाव होते हैं।
इसके अलावा, भारतीय, हर सुबह स्नान और ताजगी पर बहुत जोर देते हैं।
आप सभी की जरूरत है त्वचा पर कुछ जड़ी बूटियों और मसालों के लाभकारी प्रभाव का थोड़ा अध्ययन और साबुन बनाने की सरल प्रक्रिया के साथ मिश्रित।
विदेशी स्नान साबुन बनाने से आपको छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय में प्रवेश करने में मदद मिल सकती है जो अमीर रिटर्न का वादा करता है।
4: manufacture(विनिर्माण)हस्तनिर्मित चॉकलेट
आप और मैं चॉकलेट बहुत पसंद करते हैं और ऐसा लगभग सभी करते हैं। चॉकलेट बनाना काफी आसान है। इसके अलावा, उनके पास एक तैयार बाजार है क्योंकि लोग हमेशा नए वेरि��ंट और विदेशी स्वादों की कोशिश करना चाहते हैं।
आप अपनी पाक कल्पना को जंगली चला सकते हैं और किसी भी मसाले या फल के स्वाद के साथ चॉकलेट बना सकते हैं। त्योहारी सीजन और विशेष अवसरों के दौरान चॉकलेट भी आदर्श उपहार बनाते हैं।
आप विशेष किस्मों के लिए ऑर्डर ले सकते हैं और साथ ही केक और पेस्ट्री की दुकानों के माध्यम से नियमित रूप से बेच सकते हैं। आश्वस्त रूप से, कई पेस्ट्री दुकानें हैं जो लघु उद्योगों से हस्तनिर्मित चॉकलेट खरीदते हैं।
5: Manufacture(विनिर्माण) कुकीज़ और बिस्कुट
कुकीज और बिस्कुट का लघु स्तर का व्यवसाय बहुत ही आकर्षक है। बड़ी कंपनियों द्वारा की पेशकश की तुलना में, लोगों को नए स्वाद और किस्मों की तलाश है।
इसके अलावा, कई छोटे निर्माता और बेकरी अब बड़ी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने में असमर्थता के कारण कुकीज़ और बिस्कुट का उत्पादन नहीं करते हैं।
इसलिए, कुकीज़ और बिस्कुट के लिए बाजार में एक वैक्यूम मौजूद है जो पारंपरिक व्यंजनों के साथ बना��ा जाता है और स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद प्रदान करता है।
इसलिए, पारंपरिक कुकीज़ और बिस्कुट का छोटे पैमाने पर निर्माण कुछ ऐसा है जिसे आप व्यवसाय खोलने के लिए कर सकते हैं।
6: कॉटेज बटर, पनीर और घी
आजकल, हम सभी बड़ी कंपनियों द्वारा निर्मित नमकीन मक्खन के आदी हैं। बेशक, अनसाल्टेड मक्खन की कुछ किस्में भी उपलब्ध हैं।
इसके बावजूद, कुटीर मक्खन के कोई निर्माता नहीं हैं, क्योंकि इसे कहा जाता है। कॉटेज बटर को मथने वाले छाछ से प्राप्त किया जा सकता है। इसके अपार स्वास्थ्य लाभ हैं।
इसके अलावा, भारतीय पनीर के बड़े उपभोक्ता हैं- या मिल्क कैसिइन, दूध को विभाजित करके। पारंपरिक, घर का बना घी या स्पष्ट मक्खन, जैसा कि विदेशों में कहा जाता है, भारत में भी एक अच्छा बाजार है।
दूध के साथ- गाय और भैंस दोनों से प्रचुर मात्रा में आपूर्ति के साथ, पनीर, घी और घी का उत्पादन करने के लिए एक छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय सफल होता है।
7: Manufacture(विनिर्माण) अगरबत्ती / अगरबत्ती
दशकों से, कर्नाटक राज्य, विशेष रूप से बेंगलुरु शहर, भारत में धूप की छड़ें या अगरबत्ती के निर्माण पर अधिक चलता है। मुख्य रूप से, यह उस क्षेत्र में कच्चे माल की आसान उपलब्धता के कारण था।
आजकल, बेहतर परिवहन सुविधाओं के साथ कच्चे माल की आसान पहुँच के लिए, अगरबत्ती निर्माण व्यवसाय का विचार तेजी से भारत के अन्य हिस्सों में फैल रहा है।
भारत में अगरबत्ती बाजार सालाना अनुमानित रूप से 30000 करोड़ रुपये का है और बढ़ता जा रहा है। भारतीय निर्मित अगरबत्तियां भी विदेशों में तेजी से प्रवेश कर रही हैं।
अगरबत्ती निर्माण छोटे पैमाने के विनिर्माण व्यवसायों में से एक है जो आने वाले वर्षों में घातीय वृद्धि का वादा करता है।
8: मोमबत्तियाँ और मोम उत्पाद निर्माण
भारत के कई हिस्सों में बिजली की विफलता के साथ, मोमबत्तियां बहुत मांग में हैं। जाहिर है, सभी आकार और आकारों की मोमबत्तियों का एक बड़ा बाजार है।
आजकल, जन्मदिन के केक पर इस्तेमाल की जाने वाली छोटी मोमबत्तियाँ खरीद सकते हैं, जिनका इस्तेमाल बिजली की आपूर्ति के दौरान रोशनी प्रदान करने के लिए किया जाता है। मोमबत्तियाँ धार्मिक समारोहों और अनुष्ठानों के लिए भी उपयोग की जाती हैं।
इसके अतिरिक्त, चर्चों और अन्य धार्मिक स्थलों पर या सजावटी उद्देश्य के लिए अन्य मोम उत्पादों के लिए एक बड़ा बाजार भी मौजूद है।
मोमबत्तियाँ और मोम उत्पाद बनाना काफी आसान है और इसका देश भर में एक तैयार बाजार है। यह मोमबत्ती और मोम उत्पादों को एक महान लघु उद्योग विचार बनाता है।
9: कैंडी और हार्ड-उबला हुआ चीनी कन्फेक्शनरी
दिलचस्प बात यह है कि बड़े निर्माताओं को लगता है कि भारत में कैंडी और हार्ड-उबले हुए चीनी मिष्ठान्न बाजार को पीछे छोड़ दिया गया है।
बेशक, बाजार में काफी बड़े खिलाड़ी हैं, लेकिन छोटे पैमाने के निर्माता इस असंगठित बाजार पर हावी हैं।
कैंडी और हार्ड-उबला हुआ चीनी कन्फेक्शनरी ब��ाने की मशीनरी आसानी से उपलब्ध है और इसे आसानी से किसी भी छोटे आधार पर स्थापित किया जा सकता है। इसके अलावा, बुनियादी inmanufactenders आसानी से कहीं भी उपलब्ध हैं।
इसके अलावा, इस तरह के कैंडी और कन्फेक्टियोग्रेडर्स के लिए एक बड़ा बाजार मौजूद है जिसमें चीनी, ग्लूकोज सिरप, अनुमोदित खाद्य रंग और भारतीय रेलवे नेटवर्क पर प्रतिष्ठित नेरी से फ्लेवर शामिल हैं, जहां स्टेशन पर स्टॉल यात्रियों को ऐसे सस्ते उत्पाद बेचते हैं।
10: सोडा और सुगंधित पेय
सभी प्रकार के सोडा के सादे और स्वाद वाले छोटे पैमाने के विनिर्माण व्यवसाय का एक शानदार उदाहरण गोवा राज्य में देखा जा सकता है।
सिर्फ Rs.5 के लिए, आप सादे सोडा की एक 300ml कांच की बोतल खरीद सकते हैं, जबकि नारंगी, नींबू, स्ट्रॉबेरी और अन्य स्वाद वाले वेरिएंट की कीमत Rs.7 प्रत्येक है।
इसकी तुलना में, बड़े निर्माताओं के सादे सोडा की कीमत 10 रुपये और ऊपर की ओर होती है, जबकि सुगंधित शीतल पेय की कीमत लगभग Rs.15 से लेकर Rs.20 तक होती है।
दिलचस्प बात यह है कि गोवा में दो दर्जन से अधिक छोटे पैमाने पर सोडा निर्माता हैं, लेकिन उनमें से प्रत्येक के पास व्यापार का उचित हिस्सा है। यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि वे दशकों से व्यापार में हैं।
इसके अलावा, वे लाइसेंस प्राप्त निर्माता हैं। बेशक, बाजार में बड़े खिलाड़ी हैं, लेकिन गोवा उदाहरण से पता चलता है कि छोटे पैमाने पर निर्माण की भी गुंजाइश है।
11: फलों का गूदा निर्माण
भारत में सालाना उच्च गुणवत्ता वाले फलों के लाखों रुपये बर्बाद होते हैं। मुख्य रूप से, यह अपव्यय एक उन्नत कोल्ड चेन लॉजिस्टिक सिस्टम की अनुपस्थिति के कारण होता है।
अधिशेष प्रशीतित ट्रक और गोदाम सरप्लस उत्पादन को स्टोर करने के लिए उपलब्ध नहीं हैं। फलों के पल्प के उत्पादन का एक छोटा सा विनिर्माण व्यवसाय खोलकर आप इस कुप्रथा से लाभ उठा सकते हैं।
उच्च गुणवत्ता वाले फलों का गूदा बड़े पैमाने पर आइसक्रीम निर्माताओं, मिठाई निर्माताओं, रेस्तरां और स्टार रेटेड होटलों के साथ-साथ व्यक्तिगत ग्राहकों के बीच बहुत मांग में है।
आम जैसे मौसमी फलों की लुगदी की मांग अधिक है, खासकर प्रतिष्ठित आइसक्रीम निर्माताओं और भारतीय मिठाई निर्माताओं से।
SMALL SCALE INDUSTRIES
12: निर्जलित, जमी हुई सब्जियां
जैसा कि पहले बताया गया है, भारत को बड़ी मात्रा में ताजा उपज बर्बाद करने के लिए जाना जाता है। यह सब्जियों के लिए भी अच्छा है।
उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियों की भारी मात्रा में जो रोज़ाना खत्म होती हैं, उन्हें अच्छे इस्तेमाल के लिए रखा जा सकता है, भले ही वे निर्जलित और जमे हुए हों।
उदाहरण के लिए, सूखे टमाटर, निर्जलित प्याज, जमे हुए हरी मटर और कटी ह���ई फलियाँ बहुत माँग में हैं। इसलिए, निर्जलित और जमे हुए सब्जी के लिए एक विशाल घरेलू और निर्यात बाजार मौजूद है।
इस आकर्षक बाजार में प्र��ेश करने के लिए भारत के लिए एकमात्र बाधा कारक पर्याप्त छोटे पैमाने के विनिर्माण व्यवसायों की कमी है जो इस तरह के उत्पाद प्रदान कर सकते हैं।
एक इकाई खोलना जो सूखे और जमे हुए सब्जियां आपको बड़े वैश्विक बाजार के दरवाजे खोल सकती हैं।
13: भारतीय रोटी (चपाती / पराठा)
लगभग हर प्रमुख शहर या औद्योगिक क्षेत्र में एकल लोगों-पुरुषों और महिलाओं की अनियंत्रित आमद देखी जा रही है। वे रोजगार के लिए इन शहरों, कस्बों में जुटे।
नतीजतन, वे आवास में रहने के लिए मजबूर होते हैं जो खाना पकाने की अनुमति नहीं देते हैं या अपना भोजन तैयार करने के लिए समय और झुकाव की कमी नहीं करते हैं।
आजकल, एक और प्रवृत्ति दोनों पति-पत्नी के लिए काम करने के लिए है, बढ़ती मुद्रास्फीति को पूरा करने के लिए या बेहतर जीवन शैली के लिए अतिरिक्त आय अर्जित करने के लिए। चपातियां, रोटी और पराठे भारतीय आहार के स्टेपल हैं और अधिकांश भोजन इस प्रकार की रोटी के बिना अधूरे हैं।
कई छोटे पैमाने पर निर्माता अब औद्योगिक आधार पर इन भारतीय ब्रेड का उत्पादन कर रहे हैं और उन्हें किफायती दरों पर सुविधाजनक पैक में बेच रहे हैं।
आटा गूंधने और इन ब्रेड को बेक करने की मशीनें काफी उचित कीमतों पर उपलब्ध हैं।
14: पेपर बैग और लिफाफे निर्माण
निस्संदेह, रीसाइक्लिंग तेजी से गति प्राप्त कर रहा है। यह हमारे पर्यावरण को संरक्षित करने की आवश्यकता के लिए बढ़ती जागरूकता के कारण है।
आप एक छोटे पैमाने के निर्माण व्यवसाय को खोलकर पैसा बनाने में पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद कर सकते हैं जो पेपर बैग और लिफाफे बनाता है।
चूँकि यह एक जनशक्ति गहन लघु स्तर का व्यवसाय है, आप रोजगार प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आम तौर पर, पेपर बैग, छूटे हुए अखबारों और इसी तरह की सामग्री से बने होते हैं।
ये बैग और लिफाफे बड़े सुपरमार्केट, फार्मेसियों और अन्य खुदरा विक्रेताओं के साथ उच्च मांग में हैं। विशेष रूप से, चूंकि वे कम खर्च करते हैं और रिटेलर के पर्यावरण के प्रति जागरूक होने के बारे में एक महान छाप देते हैं।
कच्चा माल जो आपको चाहिए वह उपलब्ध है और उपकरण जैसे कटर सस्ती है।
15: पोशाक / नकली आभूषण निर्माण
पोशाक और नकली गहने कभी भी फैशन से बाहर नहीं हुए हैं। अतीत में, यह समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का मुख्य आधार था।
हालांकि, महिलाओं के रूप में, विशेष रूप से किशोर लड़कियां तेजी से फैशन के प्रति जागरूक हो रही हैं, वे अपनी पोशाक के अनुरूप होने के लिए सहायक उपकरण की तलाश में हैं।
ऑनलाइन स्टोर ने भी फैशन के परिधान सस्ते कर दिए हैं। इसके विपरीत, भारत में पोशाक और नकली गहनों के लिए एक बड़ा लेकिन ��िशाल अप्रयुक्त बाजार मौजूद है।
महिलाएं अपनी ड्रेस के साथ जाने के लिए मैचिंग गहने चाहती हैं। आप बॉलीवुड फिल्मों द्वारा निर्देशित नवीनतम फैशन रुझानों के संपर्क में रहकर इन जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
इसके अलावा, आप ऐसे पोशाक और नकली गहने बना सकते हैं जो चलन में हैं। कुछ लोग दैनिक उपयोग के लिए प्लैटिनम, सोना या चांदी जैसी कीमती धातुओं से बने गहने खरीद सकते हैं।
इसलिए, आप पोशाक और नकली गहने के छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय खोलकर आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं।
16: डिस्पोजेबल प्लेट, कप और क्रॉकरी
पार्टियों, समारोहों और पिकनिक वर्ष के दौर की घटनाएँ हैं। आजकल, लगभग कोई होस्ट या आयोजक मेहमानों, आमंत्रितों या प्रतिभागियों को सिरेमिक, मेलामाइन या धातु की प्लेटें, कप, कांटे और चम्मच प्रदान करने के लिए परेशान नहीं करता है।
इसके बजाय, वे भोजन ग्रेड प्लास्टिक और स्टायरोफोम प्लेटें और कप, कांटे, चम्मच और मेहमानों के लिए चाकू पर भरोसा करते हैं ताकि वे अपने भोजन को पुनः प्राप्त कर सकें।
जाहिर है, चूंकि वे सस्ती, हल्के और डिस्पोजेबल हैं। मतलब, यह उन्हें धोने की परेशानी से बचाता है। पेपर प्लेट और कप भी आजकल आम हैं।
स्ट्रीट-साइड फूड वेंडर पेपर प्लेट और कप का भी इस्तेमाल करते हैं। डिस्पोजेबल प्लेट्स, कप और प्लास्टिक क्रॉकरी पर इस भारी निर्भरता को ध्यान में रखते हुए, आप भी इन उत्पादों का उत्पादन करने वाले एक छोटे स्तर का व्यवसाय खोल सकते हैं।
बाजार बहुत बड़ा है और सभी पार्टियों को पाई का एक टुकड़ा मिलता है।
17: Concrete blocks manufacturing business(कंक्रीट ब्लॉक विनिर्माण व्यवसाय)
निश्चिंत रहें, भारत निर्माण में तेजी देख रहा है। यह दोनों सिविल-निर्माणों पर लागू होता है, जिसमें आवासीय भवनों से लेकर बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट जैसे पुल और औद्योगिक इकाइयाँ शामिल हैं।
विशेष रूप से निर्माण क्षेत्र में, पारंपरिक ईंटों का उपयोग करने का पुराना चलन तेजी से विलुप्त हो रहा है। इसके बजाय, इन सर्वव्यापी लाल-भूरे ईंटों को विभिन्न प्रकार के कंक्रीट ब्लॉकों द्वारा तेजी से प्रतिस्थापित किया जा रहा है।
जाहिर है, आवास और अन्य निर्माण परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के दबाव के साथ, बिल्डरों को रेडीमेड कंक्रीट ब्लॉकों के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए लगातार बाहर देखना पड़ता है।
दरअसल, कुछ मामलों में, मांग इतनी अधिक है, कि बिल्डर्स इन कंक्रीट ब्लॉकों की खरीद के लिए प्रीमियम का भुगतान करने के लिए तैयार हैं।
विभिन्न आकारों के ठोस ब्लॉकों का एक छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय स्थापित करना सस्ता है, जबकि रिटर्न आश्वासन और उच्च है।
18: मैंगलोर माल विनिर्माण व्यवसाय
हैरानी की बात है, Managlore टाइल के रूप में वे कहा जाता है केवल भारत के दक्षिणी राज्य, कर्नाटक के तटीय शहर में नहीं बने हैं। वे अब भारतीय उप-महाद्वीप के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ सुदूर पूर्व में भी बने हैं।
जबकि मैंगलोर में और इसके आस-पास बने लोग स्थानीय रूप से उपलब्ध मिट्टी से बने होते हैं, अन्य जगहों पर निर्माता कुछ इसी तरह की सामग्री का उपयोग करते हैं।
आजकल, मैंगलोर टाइल्स का उपयोग मुख्य रूप से बंगलों और इमारतों को एक सजावटी रूप देने के लिए किया जाता है, जो उनके सौंदर्य उपस्थिति के लिए धन्यवाद है।
भारत से मैंगलोर टाइलों के लिए एक विशाल निर्यात बाजार भी मौजूद है। मैंगलोर टाइलें छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसायों द्वारा बनाई जाती हैं।
कुछ जगह और आवश्यक उपकरण और साथ ही उचित कच्चे माल के साथ, आप एक मैंगलोर टाइल निर्माण इकाई खोल सकते हैं। आजकल मैंगलोर टाइलें बनाना 1800 के दशक के उत्तरार्ध में इस्तेमाल होने वाली पारंपरिक प्रक्रियाओं से हटकर नई, आधुनिक तकनीकों में बदल गया है।
19: हैंडबैग, पर्स
अस्वाभाविक रूप से, हैंडबैग, पर्स और पर्स हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्��ा है। भले ही आप महिला हों या पुरुष, आप शायद ही कभी इन दोनों के बिना अपना घर छोड़ते हैं।
हैंडबैग, पर्स और पर्स अक्सर एक मिनी-भाग्य खर्च कर सकते हैं। विशेष रूप से उन उत्पादों को डिजाइनरों या कुछ अत्यधिक प्रतिष्ठित निर्माता द्वारा बनाया गया है।
हालांकि, एक बहुत बड़ा बाजार अनब्रांडेड हैंडबैग, पर्स और पर्स के लिए मौजूद है। लगभग हर कोई नया खरीदने के लिए लुभाता है, बशर्ते गुणवत्ता के साथ लागत कम हो।
एक छोटे पैमाने का निर्माण व्यवसाय जो महिलाओं और पुरुषों के लिए इन आवश्यक वस्तुओं को बनाता है, कुछ ऐसा है जिसकी हम अनुशंसा करते हैं
बशर्ते, आप किसी ऐसे क्षेत्र में एक इकाई स्थापित कर रहे हों, जहाँ आपके पास कच्चे माल की आसान पहुँच हो और आवश्यक श्रमशक्ति की खरीद की जा सके।
यहां, कुशल जनशक्ति आवश्यक है क्योंकि लोग हमेशा नए डिजाइनों की तलाश में रहते हैं।
20: बेड शीट और कंबल निर्माण
भारत में कई स्थान हैं जो उच्च गुणवत्ता वाली चादर और कंबल के निर्माण के लिए जाने जाते हैं। इनमें महाराष्ट्र के सोलापुर और कर्नाटक के दावणगेरे में कुछ नाम शामिल हैं।
हालांकि, ये स्थान चादर और कंबल के निर्माण की अपनी परंपरा के लिए अधिक जाने जाते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले बेड शीट और कंबल की मांग, विशेष रूप से कपास से बने, उच्च बनी हुई है।
इन शयनकक्षों का निर्माण करना काफी आसान है बशर्ते आपके पास कुशल श्रमशक्ति और आवश्यक करघे हों।
एक छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय स्थापित करना जो बेड शीट और कंबल के साथ-साथ तकिया मामलों का उत्पादन करता है, काफी सस्ती है। बाजार बहुत बड़ा है और कभी बढ़ता जा रहा है।
21: प्लास्टिक मेज़पोश और मेज़पोश
तेजी से, रेस्तरां और घर नियमित कपड़े मेज़पोश और टेबलमैट्स के साथ वितरण कर रहे हैं। कारण है- उन्��ें धोना और बनाए रखना समय लेने वाला और श्रमसाध्य।
इसके बजाय, वे मेज़पोश के रूप में उपयोग के लिए फूलों या अन्य डिजाइनों से सजाए गए डिस्पोजेबल प्लास्टिक शीट पर भरोसा करते हैं। प्लास्टिक टेबलमैट भी प्रचलन में हैं क्योंकि वे आसानी से सफाई की अनुमति देते हैं- साबुन के पानी में एक मात्र पोंछा या धोना पर्याप्त है।
प्लास्टिक मेज़पोश और मेज़पोश तेजी से रेस्तरां के साथ भी मिल रहे हैं। यह उनके निर्माण को एक बहुत ही आकर्षक व्यवसाय बनाता है।
आप इन टेबल सामान का उत्पादन करने के लिए एक छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय खोलने पर विचार कर सकते हैं।
22: वाहन सामान विनिर्माण
यहाँ, हम ऑटोमोबाइल पुर्जों का मतलब नहीं है। इसके बजाय, हम आपको छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय खोलने का सुझाव देते हैं, जिसमें स्टीयरिंग व्हील कवर, कार और बाइक के लिए सीट कवर और अन्य समान सामान शामिल हैं।
भारत सभी प्रकार के वाहनों के लिए एक बड़ा बाजार है। नए ऑटोमोबाइल के लिए एक तेजी से बढ़ता बाजार भी है। इसके अलावा, भारतीयों को अपने वाहन को आम तौर पर अच्छी स्थिति और आकर्षक दिखने के लिए जाना जाता है।
कपड़ा, कृत्रिम चमड़ा और ऐसी अन्य सामग्री आसानी से उपलब्ध है और इसलिए इन सामानों को छोटे पैमाने पर बनाने के लिए कुशल श्रम और मशीनरी हैं।
Financing your small scale unit(अपने छोटे पैमाने पर इकाई का वित्तपोषण)
जैसा कि हमने पहले उल्लेख किया है, एक छोटे पैमाने पर विनिर्माण व्यवसाय के लिए वित्त कभी-कभी मुश्किल हो सकता है। हालाँकि, आपको हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है।
भारत सरकार द्वारा स्थापित माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (MUDRA), जिसे आमतौर पर मुद्रा बैंक कहा जाता है, कुछ सहायता प्रदान करती है।
मुद्रा बैंक विभिन्न बैंकों के माध्यम से सरकार द्वारा दी जाने वाली एक योजना है। मुद्रा बैंक ऋण का लाभ उठाने के लिए, आपको एक व्यापक परियोजना रिपोर्ट की आवश्यकता होगी।
इसे किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों में जमा करना होगा जो मुद्रा योजना में भाग ले रहे हैं।
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ghareluayurvedicupay · 4 years ago
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पेट साफ करने के घरेलू उपाय
हम अपने दिनचर्या में बहुत सी बातों का ध्यान रखते हैं। अपने घर, ऑफिस, परिवार, स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी होता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि ना चाहते हुए भी कुछ शारीरिक परेशानी हो सकती है जिसमें सिर दर्द, बदन दर्द, पेट की समस्या, बुखार, खांसी सामान्य से होने वाली परेशानी है पर कभी-कभी यह समस्याएं बढ़ती ही प्रतीत होती हैं।
जहां तक पेट की बात की जाए तो यह माना जाता है कि पेट का साफ होना बहुत जरूरी है क्योंकि बहुत सी बीमारियों की शुरुआत पेट से ही होती है। पेट हमारे शरीर का मुख्य अंग है ऐसे में खास सावधानी रखते हुए कार्य करें।
पेट साफ ना होने के कारण | Pet Saaf NA Hone KE Karan
ऐसा माना जाता है कि पेट का साफ होना तभी समझा जाता है जब पाचन की क्रिया सही तरह से कार्य करें पर कई बार कुछ दूसरे कारणों से भी पेट साफ नहीं हो पाता है।
1) अगर ज्यादा पानी का सेवन ना किया जाए तो इससे पेट साफ नहीं हो पाता है। पानी, पेट में उपस्थित सभी अपशिष्ट पदार्थों का शरीर से बाहर निका��ने का काम करता है ऐसे में ज्यादा पानी पीना फायदेमंद है।
2). ज्यादा मात्रा में अल्कोहल लेने से भी पेट संबंधी विकार उत्पन्न हो जाते हैं।
3) कुछ लोगों को दूध या उस से बनी चीजों से पाचन सही से नहीं हो पाता और पेट साफ ना होने की समस्या बनी ही रहती है।
4) कई बार अत्यधिक मात्रा में दवाइयों के सेवन से भी पेट साफ नहीं हो पाता है।
5). ऐसा भी देखा गया है कि रात में ���ैल्शियम और आयरन की दवाइयां को रात मे लेने से भी अपच होती है। ऐसे में इन दवाइयों को दिन मे हीं लेना बेहतर होगा।
पेट साफ करने का घरेलू उपाय | Pet Saaf Karne Ke Gharelu Upay
अगर आपका पेट साफ ना हो रहा हो, तो आप कुछ घरेलू उपाय ( Pet Saaf Karne Ka Gharelu Nuskha In Hindi) करके भी पेट को आराम दे सकते हैं और स्वस्थ हो सकते हैं।
1).  सौंफ और जीरा — यह दोनों ही चीजें पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद है। अगर आप जीरा और सौंफ को हल्का सा भून लें और उसे बारीक पीस लें। उस मिश्रण को आप खाली पेट एक चम्मच, गरम पानी के साथ पिए तो यह आपके पेट को साफ करने में मददगार होगा।
2). शहद और नींबू –– अगर आपको पेट दर्द का वास्तविक कारण ना भी पता हो, तो ऐसे में आप खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में नींबू और शहद डालकर पिए, तो इससे भी आपको फायदा ही होगा और पेट साफ हो जाएगा।
3). गरम पानी –– अगर लगातार पेट साफ ना होने की समस्या से परेशान हैं, तो गर्म पानी का सेवन जरूर करें। इससे पाचन सही से होता है और अपशिष्ट पदार्थ आसानी से शरीर के बाहर आ जाते हैं तो जब भी पिए गर्म पानी ही पिए।
4). हींग — अगर आप एक चुटकी हींग को गर्म पानी के साथ लें तो इससे भी आपको बहुत ही फायदा होने वाला है।
5).सेब –– अगर आपको रोजाना पेट साफ ना होने की समस्या से परेशान हैं, तो सेब का सेवन जरूर करें। सेब में उपस्थित फाइबर आपको पेट की किसी भी समस्या से दूर ही रखेगा।
6). अजवाईन — अगर आप अजवाइन को बारीक पीस लें और उसे रोजाना गर्म पानी में डालकर सेवन करें तो यह फायदेमंद होगा। इसके अलावा अजवाइन को बिना पीसे भी उपयोग कर सकते हैं।
7). एलोवेरा — अब तक हम एलोवेरा के कई उपायों के बारे में जानते हैं ऐसे में यह पेट के लिए भी फायदेमंद होगा। अगर आप एलोवेरा को  निकालकर उसका जूस बना ले या फिर उसके गूदे को पानी में डालकर पिया जाए तो यह भी पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होगा।
8). अरंडी का तेल — पेट के मामले में अरंडी का तेल भी बहुत ही फायदेमंद है। ऐसे में आप सोते समय गर्म दूध में अरंडी के तेल को डालकर पिए तो इससे भी बहुत ही फायदा होगा और पेट की समस्या दूर हो जाएगी।
9). नारियल पानी — नारियल पानी को भी पेट के लिए फायदेमंद कहा जाता है। ऐसे में अगर आप नारियल पानी का रोजाना सेवन करें तो इस से भी आपको फायदा मिलेगा।
10). त्रिफला चूर्ण —  त्रिफला चूर्ण के गुणों से हम सभी वाकिफ हैं। ऐसे में अगर आप 5 से 6 ग्राम त्रिफला चूर्ण को 200 ग्राम हल्के गर्म दूध के साथ पीते हैं, इससे आपको बहुत ही फायदा होगा इसे जरूर अपनाएं।
11). पुदीना –– पेट को साफ करने में पुदीने की पत्तियों का भी योगदान है। आप चाहे तो इस का शरबत पी सकते हैं या फिर इसे पीसकर भी खाया जा सकता है।
12). अलसी के बीज ––  पेट साफ करने में अलसी के बीजों का भी महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। अगर अलसी के बीजों को पीसकर उसे दूध में डालकर सेवन करें तो फायदेमंद होगा। इनका उपयोग बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए। इसे आप चाहे तो  शहद के साथ भी ले सकते हैं।
13). दही — दही में उपस्थित प्रोबायोटिक पेट को साफ करने में भी मददगार है इसे आप शरबत के रूप में भी ले सकते हैं।
कच्ची सब्जियों का सूप भी है फायदेमंद–
अगर आप लगातार पेट की समस्या से परेशान हैं, तो ऐसे में अगर आप कच्ची सब्जियों का सूप बनाकर भी पीते हैं तो यह फायदेमंद होगा। इसके साथ ही दूसरे समस्या भी ठीक हो सकती है। इन सब्जियों में आप गाजर, चुकंदर, पालक, गोभी, करेला, लौकी का उपयोग कर सकते हैं। सारी सब्जियों को बारीक पीसकर थोड़े पानी के साथ मिक्सर में पीस लें और उसका सूप तैयार कर लें। सब्जियों में सभी प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जो पेट साफ करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाकर रखते हैं। इनमें नमक कम मात्रा में इस्तेमाल करें।
पेट साफ ना होने पर ना खाए इन आहारों को
पेट साफ ना होने पर हमें समझ नहीं आता कि आखिर यह हो क्या रहा है? ऐसे में अगर कुछ आहार को अपने भोजन में शामिल ना करें तो फायदा ही होगा।
1). डेयरी  प्रोडक्ट — पेट साफ ना होने पर डेयरी प्रोडक्ट से दूर ही रहे। दूध या दूध से बनी चीजें पाचन करने में ज्यादा समय लगाती हैं और यह गरिष्ठ भोजन की श्रेणी में आता है। ऐसे में अगर आपका पेट साफ ना होने की समस्या है, तो कुछ दिनों के लिए डेयरी प्रोडक्ट से दूरी बना ले।
2). बिस्किट और कुकिज –– ऐसे समय में मैदे से बनी चीजें का सेवन करने से मना किया जाता है क्योंकि इनके पचने में बहुत समय लगता है। ऐसे में बिस्किट और कुकीज़ से दूरी बना लें इससे भी पेट को समस्या हो सकती है।
3).कच्चे केले — पेट को साफ रखना चाहते हैं, तो कच्चे केले का सेवन नहीं करें। अगर आप चाहें तो पका केला खा सकते हैं।
4). चिप्स — पेट को साफ रखना हो तो चिप्स खाना सही नहीं है, जो भी आलू से बने होते हैं उनमें कार्बोहाइड्रेट, वसा, मसाले अधिक मात्रा में होते हैं, जो कहीं ना कहीं पेट को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में इन रेडिमेड चिप्स से दूर ही रहे।
5). मसालेदार भोजन — पेट साफ करने के लिए मसालेदार और गरिष्ठ भोजन से दूर ही रहे। ऐसे में पाचन में दिक्कत आती है।
6). जंक फूड और मैदा युक्त भोजन से दूरी बनाना सही है।
पेट साफ करने के कुछ अचूक नुस्खे | Pet Saaf Karne Ke kuch achuk nuskhe
पेट साफ करने के लिए कुछ अचूक नुस्खे अपनाकर स्वस्थ रहा जा सकता है।
1). रात को खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ जरूर खाएं इससे आपका पेट साफ रहेगा।
2).  जब भी दाल का सेवन करें तो उसके छिलके को ना ही निकाले तो बेहतर होगा।
3).  अगर खाने के सोडे को पानी में डालकर पिए तो इससे भी फायदा होता है।
4) खाने के बाद थोड़ी सी सौंफ और मिश्री को चबा लिया जाए तो बेहतर होगा।
5). सब्जियों में अगर आप परवल, टमाटर, बैंगन ,लौकी, तोरई का सेवन करें तो अच्छा रहेगा।
6). पेट साफ करने में फलों का भी महत्वपूर्ण योगदान है इसमें आप केला, अंगूर, अंजीर, बेर, अमरूद का सेवन करें तो बेहतर होगा।
7). अपने खानपान का भी विशेष ध्यान रखें।
8). पानी में भिगोकर किशमिश मुनक्का खाने से फायदा होगा।
बुजुर्गों का रखना होगा खास खयाल–
अगर घर में बुजुर्ग  हो, तो ऐसे में उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखें। बुजुर्गों की इम्युनिटी कमजोर होती है और पाचन संबंधी दिक्कतें भी देखी जा सकती है। अगर बुजुर्गों को हल्का खाना दिया जाए तो बेहतर होगा। इसके अलावा मसालेदार और तला हुआ खाना बिल्कुल ना दे। गर्म पानी और नींबू पानी का सेवन फायदेमंद है। इसे आप दिन में तीन या चार बार अवश्य दें।
त्रिफला का चूर्ण भी है फायदेमंद–
पेट साफ करने के लिए त्रिफला चूर्ण को भी फायदेमंद माना गया है। यह आपके पेट की समस्याओं को भी दूर कर देता है। त्रिफला देखा जाए तो आंवला, हरण और बहरा का मिश्रण है, जो बराबर मात्रा में  कूटकर बनाया जाता है। ऐसे में इसमें वह सारे गुण मौजूद होते हैं, जो आंतरिक रूप से  परेशानी को दूर कर देते हैं। ऐसे में पेट को साफ करने के लिए यह चूर्ण महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसे गर्म पानी के साथ ले सकते हैं और स्वस्थ रहा जा सकता है।
निष्कर्ष
हमने देखा कि पेट का साफ होना बहुत ही जरूरी है नहीं तो कई प्रकार की बीमारियां और समस्याएं आ सकती हैं। अपने उचित खान-पान और जीवनशैली से खुद को स्वस्थ बनाते हुए पेट साफ रखा जा सकता है। इसके लिए शुरुआत खुद को ही करना होगा। इन उपायों को अपनाकर आप अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं। हमेशा स्वस्थ रहिए, मस्त रहिए और खुश रहिए।
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Source : http://www.ghareluayurvedicupay.com/pet-saaf-karne-ke-gharelu-upay/
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