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#कोरोनासंक्रमण
chaitanyabharatnews · 3 years
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WHO ने चेताया- दुनिया में फिर बढ़े कोरोना केस, ब्राजील, भारत में सबसे ज्यादा मामले
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चैतन्य भारत न्यूज देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वीकली रिपोर्ट के मुताबिक, बीते हफ्ते दुनियाभर में कोरोना के नए मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। पिछले 9 हफ्ते से लगातार नए मामलों में कमी आ रही थी, लेकिन बीते हफ्ते एक बार फिर से नए मामलों की संख्या बढ़ गई है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, बीते हफ्ते दुनियाभर में 30 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। मंगलवार को WHO ने कोविड-19 वीकली रिपोर्ट जारी की। इसमें 5 जुलाई से 11 जुलाई के बीच के आंकड़ों को लिया गया था। WHO ने बताया कि, इस दौरान दुनियाभर में 30 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए, जो पिछले हफ्ते की तुलना में 11% ज्यादा हैं। इतना ही नहीं, इसी दौरान दुनियाभर में 55 हजार से ज्यादा मौतें भी हुईं जो बीते हफ्ते के मुकाबले 3% ज्यादा है। ब्राजील, भारत में सबसे ज्यादा मामले WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, 5 जुलाई से 11 जुलाई के बीच कोरोना के सबसे ज्यादा मामले (Coronavirus Cases) ब्राजील के बाद भारत में सामने आए। इस दौरान ब्राजील में 3.33 लाख नए मामले सामने आए। वहीं, भारत में 2.91 लाख से ज्यादा केस मिले। हालांकि, भारत के लिए राहत की बात ये रही कि नए मामले बीते हफ्ते की तुलना में 7% कम थे। ब्राजील और भारत के बाद तीसरे नंबर पर इंडोनेशिया रहा, जहां 2.43 लाख से ज्यादा केस मिले। ये आंकड़ा बीते हफ्ते से 44% ज्यादा था। 2.10 लाख केस के साथ यूके चौथे नंबर और 1.74 लाख केस के साथ कोलंबिया पांचवें नंबर पर रहा। 111 देशों में पहुंचा डेल्टा वैरिएंट रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है और अब तक 111 देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। डेल्टा वैरिएंट पहली बार भारत में ही सामने आया था। WHO ने चेतावनी दी है कि जिन देशों में पाबंदियों में छूट मिल गई है और जहां लोगों की आवाजाही बढ़ गई है, वहां कोरोना के नए मामलों और मौतों में तेजी देखने का अंदेशा है। संगठन ने ये भी कहा कि किसी भी तरह की सभा का आयोजन करने से संक्रमण के फैलने का डर है। Read the full article
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दर्दनाक भिडियो: ‘शव वाहन’ नपाएपछि मोटरसाइकलमा बोकियो ‘लास’
दर्दनाक भिडियो: ‘शव वाहन’ नपाएपछि मोटरसाइकलमा बोकियो ‘लास’
एजेन्सी । भारतमा कोरोनासंक्रमण तिब्र गतिमा बढिरहेको छ । अवस्था भयावह भएपछि बिरामीले बेड तथा अन्तिम संस्कार गर्ने ठाउँसमेत नपाएको अवस्था छ । सोमबार मात्र अक्सिजनको अभावमा एक महिलाले आफ्नो श्रीमानलाई मुखले अक्सिजन दिएको फोटो निकै भाइरल भयो । त्यस्तै पछिल्लो समय एउटा निकै दर्दनाक भिडिओ सामाजिक सञ्जालमा भाइरल भएको छ। आन्ध्र प्रदेशको स्रिकाकुलममा खिचिएको उक्त भिडिओमा दुई जना युवकले एक जना महिलालाई…
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watchheadline · 4 years
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भारत में 20 लाख ज्यादा हुए संक्रमण के मामले, मरने वालों का आंकड़ा हुआ 40 हज़ार के पारनई दिल्ली: कोरोना वायरस के इस दौर में दु...#coronaupdate #latestcoronavirusupdate #latestupdatecorona #कोरोनासंक्रमण #भारतमेंकोरोनासंक्रमण
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khabarhimachal · 4 years
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कोरोनासंक्रमण से स्वस्थ होकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संभाला कामकाज
कोरोनासंक्रमण से स्वस्थ होकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज अपना ऑफिस ज्वाइन कर लिया है। वैश्विक महामारी के प्रकोप से निपटने के लिए ब्रिटेन की रणनीति तैयार में जुटे जॉनसन।
एक महीने पहले प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए थे। प्रधानमंत्री को 12 अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिली थी जिसके बाद से वह बकिंघमशायर शहर के बाहरी इलाके में स्थित पीएम आवास चेकर्स में रह…
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gyandutt · 4 years
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यहां हम ही काम कर रहे हैं - नीरज, डेल्हिवरी
ब्लॉग पोस्ट - डेल्हीवरी के नीरज मिश्र "लॉकडाउन काल मेंं जब सोशल डिस्टेंसिंग का नॉर्म है, तब कोई कुरियर आये और पूरी सतर्कता रखते हुये भी, बोले-बतियाये; इससे बेहतर क्या हो सकता है एक सीनियर सिटिजन के ��िये।" @delhivery
भदोही के इस इलाके में सभी कुरियर कम्पनियां ठप्प हो गयी हैं कोरोनासंक्रमण के समय। सिर्फ़ डेलिह्वरी (Delhivery) नामक कम्पनी काम कर रही है।
नीरज कुमार मिश्र
कल कम्पनी के भदोही कार्यकर्ता नीरज कुमार मिश्र आये। मेरा दवाई का पैकेट देने। बताया कि और किसी कुरियर कम्पनी का भी अगर पैकेट होता है तो उसे इन्ही को दिया जाता है डिलिवर करने के लिये। नीरज अपनी कम्पनी से जुड़ाव में गर्व महसूस करते हैं। वे…
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दर्दनाक भिडियो भाइरलः ‘शव वाहन’ नपाएपछि मोटरसाइकलमा बोकियो ‘लास’
दर्दनाक भिडियो भाइरलः ‘शव वाहन’ नपाएपछि मोटरसाइकलमा बोकियो ‘लास’
दर्दनाक भिडियो भाइरलः ‘शव वाहन’ नपाएपछि मोटरसाइकलमा बोकियो ‘लास’भारतमा कोरोनासंक्रमण तिब्र गतिमा बढिरहेको छ । अवस्था भयावह भएपछि बिरामीले बेड तथा अन्तिम संस्कार गर्ने ठाउँसमेत नपाएको अवस्था छ ।सोमबार मात्र अक्सिजनको अभावमा एक महिलाले आफ्नो श्रीमानलाई मुखले अक्सिजन दिएको फोटो निकै भाइरल भयो । यो समाचार को पुरा भिडियो हेर्न यहाँ तल क्लिक गर्नुहोला
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chaitanyabharatnews · 3 years
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मध्यप्रदेश में रविवार का लॉकडाउन खत्म, नहीं लागू रहेगा कोरोना कर्फ्यू, खुलेंगे बाजार
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चैतन्य भारत न्यूज मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण काबू में आने के बाद रविवार को होना वाला लॉकडाउन खत्म कर दिया गया है। रविवार को लगने वाला कोरोना कर्फ्यू को तत्काल प्रभाव से खत्म कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कोरोना समीक्षा बैठक में यह बड़ा फैसला गया। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना नियंत्रण में है। प्रदेश में 35 जिले ऐसे हैं जहां एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। पहली बार ऐसा हुआ है कि एक्टिव केस घट के एक हजार के नीचे पहुंच गए हैं। ���सी स्थिति में रविवार का कोरोना कर्फ्यू तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। रविवार को दुकानें कोविड प्रोटोकॉल और कोविड अनुकूल व्यवहार के साथ खोली जा सकेंगी। वहीं प्रदेश में रात्रि कालीन कोरोना कर्फ्यू पूर्व की तरह जारी रहेगा। तीसरी लहर के लिये अस्पतालों में व्यवस्था बनाने का कार्य निरंतर जारी है। वहीं वैक्सीनेशन में शनिवार को मध्यप्रदेश ने फिर रिकॉर्ड बनाया है। प्रदेश में आज करीब 10 लाख  लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है। प्रदेश में वैक्सीनेशन अभियान निरंतर जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने सभी अपील की है, कोरोना नियंत्रण में है लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, इसलिए निश्चिन्त न रहे, मास्क लगाएं और कोविड अनुरुप व्यवहार का पालन जरूर करें। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 3 years
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CBSE ने 11वीं कक्षा के छात्रों को दी ये बड़ी छूट, जानें डिटेल्स
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चैतन्य भारत न्यूज केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, CBSE ने अपने लाखों छात्रों के लिए बड़ी राहत की खबर दी है। ये राहत उन छात्रों के लिए है जो 10वीं का रिजल्ट आने के बाद 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने की तैयारी कर रहे हैं। सीबीएसई ने यह घोषणा की है कि, जिन छात्रों ने इस साल 10वीं कक्षा में बेसिक गणित का विकल्प चुना है, उन्हें बाद में पेपर के मानक संस्करण (Standard version) को लिखे बिना कक्षा 11वीं में विषय चुनने की अनुमति होगी। बता दें सीबीएसई ने वर्ष 2019 में 10वीं में मैथ्स बेसिक और स्टैंडर्ड दो तरह के विषय शुरू किये थे। बेसिक उनके लिए जो 10वीं के बाद मैथ्स नहीं पढ़ना चाहते। स्टैंडर्ड मैथ्स उनके लिए जो आगे मैथ्स पढ़ना चाहते हैं। ये नया कॉन्सेप्ट उन छात्रों का कुछ बोझ कम करने के लिए है, जो उच्च कक्षा में गणित को आगे बढ़ाने की इच्छा नहीं रखते हैं। नियमों के अनुसार, कक्षा 11वीं और 12वीं में गणित जारी रखने की इच्छा रखने वालों को 10वीं कक्षा में गणित का मानक पेपर पास करना होगा। ये दी गई छूट सीबीएसई क्लास 11 में मैथ्स पढ़ने के लिए जरूरी है कि स्टूडेंट ने 10वीं में मैथ्स स्टैंडर्ड की पढ़ाई की हो। नहीं तो 11वीं में मैथ्स लेने के लिए बेसिक मैथ्स वालों को कंपार्टमेंट परीक्षा में मैथ्स का एग्जाम देना जरूरी है। लेकिन इस बार ये नियम लागू नहीं होंगे। कोविड-19 (Covid-19) के कारण सीबीएसई ने 2020 में पहली बार यह फैसला लिया था कि जिन स्टूडेंट्स ने 10वीं में बेसिक मैथ्स की पढ़ाई की है, वे भी 11वीं में मैथ्स की पढ़ाई कर सकते हैं। उन्हें कंपार्टमेंट के साथ अलग से मैथ्स की परीक्षा देने की भी जरूरत नहीं। कोरोना की परिस्थितियों के मद्देनजर बोर्ड ने इस साल भी अपना वह निर्णय जारी रखा है। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 3 years
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बड़ा फैसला: सरकार ने रद्द की CBSE 10वीं की परीक्षाएं, 12वीं के एग्जाम टाले, 1 जून को इस पर फैसला
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चैतन्य भारत न्यूज देशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। केंद्र सरकार ने CBSE की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं टाल दी हैं। 10वीं के सभी छात्र प्रमोट किए जाएंगे। 12वीं की फिलहाल टाल दी गई हैं। इस पर 1 जून को फैसला लिया जाएगा। 12वीं कक्षा के लिए ये है फैसला बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा मंत्री और मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें ये फैसला लिया गया है। आदेश के मुताबिक, 4 मई से 14 जून तक होने वाली 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। 1 जून को एक और बैठक होगी, जिसमें तब के हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। अगर परीक्षाएं होंगी तो 15 दिन पहले ही छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा। 10वीं के पेपर्स पर ये हुआ निर्णय CBSE 10वीं के पेपर्स जो कि 4 मई से 14 जून तक होने थे, उन्हें पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। बोर्ड की ओर से छात्रों के परफॉर्मेंस के आधार पर नंबर्स दे दिए जाएंगे। अगर कोई छात्र या छात्रा अपने नंबर्स से खुश नहीं होगा, तो उसे बाद में एग्जाम देने का मौका मिलेगा। इस फैसले पर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार को दोनों ही परीक्षाओं को रद्द कर देना चाहिए था, लेकिन अभी जो फैसला लिया गया है वो मौजूदा हालात के हिसाब से बिल्कुल ठीक है। कई राज्यों में कोरोना के हालात बेकाबू कोरोना से महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्य बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। ऐसे में एग्जाम करवाना बड़ी चुनौती है। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं टाली जा चुकी हैं।MPPSC की परीक्षाएं भी टाली गई हैं। दिल्ली, पंजाब ने केंद्र से परीक्षाएं टाले जाने की अपील की थी। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 4 years
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मुख्यमंत्रियों संग बैठक में बोले पीएम मोदी- गांवों में फैला कोरोना तो रोकना बहुत मुश्किल, बिलकुल लापरवाही ना बरतें, टेस्टिंग बढ़ानी होगी
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चैतन्य भारत न्यूज देश में एक बार फिर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। बढ़ते संकट के बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संग बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, राज्यों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी और सख्ती बरतनी होगी, वरना कोरोना फिर चिंता बढ़ा सकता है। साथ ही पीएम मोदी ने छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देने की बात कही है। Speaking at the interaction with Chief Ministers. https://t.co/s0c7OSK8zK — Narendra Modi (@narendramodi) March 17, 2021 इस बैठक में कोरोना के प्रसार को रोकेने के लिए लागू बचाव संबंधी नियमों को सख्ती से लागू करने, आरटी-पीसीआर और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाने जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'कोरोना वायरस की दूसरी लहर को तत्काल रोकना होगा।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि, 'दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना की कई लहर का सामना करना पड़ा। हमारे देश में भी कई राज्य ऐसे हैं, जिनमें अचानक से कोरोना संक्रमण में वृद्धि देखने को मिली है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और पंजाब जैसे कई राज्यों में संक्रमण की दर लगातार बढ़ती जा रही है। अगर कोरोना की इस लहर को यहीं नहीं रोका गया, तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है।' पीएम बोले - ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ की राह पकड़ें प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर हमें पिछले साल जैसी ही गंभीरता दिखानी होगी। कोरोना संक्रमित व्यक्ति बेहद कम समय में ट्रैक करना और आरटी-पीसीआर जांच दर 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है। कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए। हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है।' Bhopal: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan participates in the meeting of all Chief Ministers with PM Narendra Modi, via video-conferencing. The meeting has been called over growing cases of #COVID19 and the ongoing vaccination drive. pic.twitter.com/15Q0bTLQNH — ANI (@ANI) March 17, 2021 वैक्सीन बर्बाद होने से रोकें राज्य पीएम मोदी ने कहा कि, 'वैक्सीनेशन की रफ्तार होनी चाहिए, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश-यूपी में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है। ये बिल्कुल नहीं होना चाहिए। देश में हम करीब 30 लाख वैक्सीन रोज लगा पाए हैं, ऐसे में इसी रफ्तार को बढ़ाना होगा इसके लिए वैक्सीन वेस्टेज को रोकना होगा।' टेस्टिंग को बढ़ाना होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, 'जनता को पैनिक मोड में नहीं लाना है, भय का माहौल नहीं बनाना है। हमें जनता को परेशानी से मुक्ति दिलानी है और पुराने अनुभवों को फिर से इस्तेमाल में लाना होगा।' कोरोना की लहर को यहीं रोकना जरूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि, 'दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जहां कोरोना की कई लहर सामने आई हैं। हमारे यहां भी कुछ राज्यों में अचानक से केस बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश जैसे देशों में पॉजिटिव रेट काफी बढ़ा है। अगर कोरोना की इस वेव को यहीं नहीं रोका गया तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है।' वायरस को गांव पहुंचने से पहले रोकना होगा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा। हमें छोटे शहरों में "रेफरल सिस्टम" और "एम्बुलेंस नेटवर्क" के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा ताकि कोरोना वायरस गांव तक अपने पैर न पसार पाए। अगर कोरोना वायरस गांवों तक पहुंच गया, तो मुश्किल खड़ी हो जाएगी। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 4 years
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मुख्यमंत्रियों संग बैठक में बोले पीएम मोदी- गांवों में फैला कोरोना तो रोकना बहुत मुश्किल, बिलकुल लापरवाही ना बरतें, टेस्टिंग बढ़ानी होगी
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चैतन्य भारत न्यूज देश में एक बार फिर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। बढ़ते संकट के बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संग बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, राज्यों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी और सख्ती बरतनी होगी, वरना कोरोना फिर चिंता बढ़ा सकता है। साथ ही पीएम मोदी ने छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देने की बात कही है। Speaking at the interaction with Chief Ministers. https://t.co/s0c7OSK8zK — Narendra Modi (@narendramodi) March 17, 2021 इस बैठक में कोरोना के प्रसार को रोकेने के लिए लागू बचाव संबंधी नियमों को सख्ती से लागू करने, आरटी-पीसीआर और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाने जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'कोरोना वायरस की दूसरी लहर को तत्काल रोकना होगा।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि, 'दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना की कई लहर का सामना करना पड़ा। हमारे देश में भी कई राज्य ऐसे हैं, जिनमें अचानक से कोरोना संक्रमण में वृद्धि देखने को मिली है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और पंजाब जैसे कई राज्यों में संक्रमण की दर लगातार बढ़ती जा रही है। अगर कोरोना की इस लहर को यहीं नहीं रोका गया, तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है।' पीएम बोले - ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ की राह पकड़ें प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर हमें पिछले साल जैसी ही गंभीरता दिखानी होगी। कोरोना संक्रमित व्यक्ति बेहद कम समय में ट्रैक करना और आरटी-पीसीआर जांच दर 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है। कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए। हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है।' Bhopal: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan participates in the meeting of all Chief Ministers with PM Narendra Modi, via video-conferencing. The meeting has been called over growing cases of #COVID19 and the ongoing vaccination drive. pic.twitter.com/15Q0bTLQNH — ANI (@ANI) March 17, 2021 वैक्सीन बर्बाद होने से रोकें राज्य पीएम मोदी ने कहा कि, 'वैक्सीनेशन की रफ्तार होनी चाहिए, तेलंगाना-आंध्र प्रदेश-यूपी में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है। ये बिल्कुल नहीं होना चाहिए। देश में हम करीब 30 लाख वैक्सीन रोज लगा पाए हैं, ऐसे में इसी रफ्तार को बढ़ाना होगा इसके लिए वैक्सीन वेस्टेज को रोकना होगा।' टेस्टिंग को बढ़ाना होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, 'जनता को पैनिक मोड में नहीं लाना है, भय का माहौल नहीं बनाना है। हमें जनता को परेशानी से मुक्ति दिलानी है और पुर��ने अनुभवों को फिर से इस्तेमाल में लाना होगा।' कोरोना की लहर को यहीं रोकना जरूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि, 'दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जहां कोरोना की कई लहर सामने आई हैं। हमारे यहां भी कुछ राज्यों में अचानक से केस बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश जैसे देशों में पॉजिटिव रेट काफी बढ़ा है। अगर कोरोना की इस वेव को यहीं नहीं रोका गया तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है।' वायरस को गांव पहुंचने से पहले रोकना होगा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा। हमें छोटे शहरों में "रेफरल सिस्टम" और "एम्बुलेंस नेटवर्क" के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा ताकि कोरोना वायरस गांव तक अपने पैर न पसार पाए। अगर कोरोना वायरस गांवों तक पहुंच गया, तो मुश्किल खड़ी हो जाएगी। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 4 years
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देश में 50 लाख के पार पहुंचे कोरोना के मामले, 24 घंटे में 90123 नए केस, यही रफ्तार रही तो दिवाली तक दोगुने होने की आशंका
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली. देश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों में उछाल देखने को मिल रही है। भारत में मंगलवार को कोरोना महामारी के मामले 50 लाख के पार चले गए हैं। पिछले कई दिनों से देश में कोविड-19 के 80,000-90,000 मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को ही 90,123 नए मामले सामने आए। जानकारों को डर है कि यदि यही ट्रेंड बना रहा तो 14 नवंबर यानी कि दिवाली के दिन ये मामले दोगुने हो सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 1,290 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 82,066 हो गई है। देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 50,20,360 हो गए हैं, जिनमें से 9,95,933 लोगों का उपचार चल रहा है और 39,42,361 लोग उपचार के बाद इस बीमारी से उबर चुके हैं। संक्रमण के कुल मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। देश में केवल 11 दिन के अंदर संक्रमित मामले 40 लाख से बढ़कर 50 लाख के पार हो गए हैं। लेकिन, राहत की बात यह है कि बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 78.53 फीसदी हो गई है जबकि मृत्यु दर में गिरावट आई है और यह 1.63 फीसदी है। अब तक 39 लाख 42 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 11 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, देशभर में 15 सितंबर तक कुल 5,94,29,115 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से मंगलवार को एक दिन में 11,16,842 नमूनों की जांच की गई। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 4 years
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चेतावनी! सर्दियों में कोरोना से 'डबल महामारी' झेलेगी दुनिया, वैज्ञानिकों ने बताया
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चैतन्य भारत न्यूज न्यूयॉर्क. दुनिया भर में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ ही रहे हैं, यहां तक कि न्यूजीलैंड जैसे देशों में इसकी वापसी हो रही है। ऐसे में वैज्ञानिकों ने आने वाली सर्दियों में 'डबल महामारी' जैसी स्थिति होने की चेतावनी दी है। पब्लिक हेल्थ से जुड़े एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सर्दियां बुरी खबर लेकर आ रही हैं और कोविड-19 के साथ-साथ सीजनल फ्लू भी तबाही मचाने के लिए तैयार है। इस स्थिति को वौज्ञानिक 'ट्विनडेमिक' कह रहे हैं। A "twindemic"? During the Covid pandemic, getting the flu shot has never been more critical. But how to deliver it safely, with schools and workplaces closed? https://t.co/YTWMiDsrTa — NYT Health (@NYTHealth) August 17, 2020 न्यूयॉर्क टाइम्स के छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सर्दियों के मौसम में सीजनल फ्लू काफी आम बीमारी है लेकिन ज्यादातर अस्पताल इसके मरीजों से भरे रहते हैं। हालांकि ये साल अलग है और सभी अस्पताल पहले ही कोविड-19 के मरीजों से भरे हुए हैं। ऐसे में सीजनल फ्लू के मरीजों का इलाज कहां होगा? दूसरा सवाल ये है कि कोविड-19 और सीजनल फ्लू के शुरुआती लक्षण भी एक जैसे हैं, ऐसे में अस्पतालों में भीड़ तो बढ़ेगी ही कन्फ्यूजन की स्थिति भी पैदा होने जा रही है। सीजनल फ्लू से बचने के लिए लोगों को 'फ्लू शॉट' दिए जाते थे, जो इस साल संभव नहीं है। इससे मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फ्लू के लक्षण भी- बुखार, सिरदर्द, कफ, गले में दर्द, बदन दर्द हैं। एक तो ये आसानी से कोविड-19 जैसा नजर आता है साथ ही ये कोरोना संक्रमण के खतरे को कई गुना और बढ़ा देता है। फ्लू की चपेट में आए व्यक्ति के लिए कोरोना संक्रमण और घटक साबित हो सकता है। वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ीं बता दें कि दुनिया भर के वैज्ञानिक इस 'ट्विनडेमिक' को लेकर काफी चिंतित हैं और 'फ्लू शॉट' पर काफी जोर दे रहे हैं। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड ने बताया कि हम बड़ी कंपनियों से कह रहे हैं कि वे 'फ्लू शॉट' देने के लिए अभियान चलाएं। कम से कम उनके कर्मचारियों को ये उपलब्ध कराएं। CDC हर साल अस्पतालों को 5 लाख डोज देती रही है, लेकिन इस साल आशंकाओं के मद्देनज़र 9।3 मिलियन फ्लू शॉट पहले ही ऑर्डर कर दिए गए हैं। अमेरिकी कोरोना एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची ने भी लोगों को फ्लू शॉट लेने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए आप एक ही वक़्त पर सांस से जुड़ी दो बीमारियों में से एक के खतरे से तो आज़ाद हो जाएंगे। ब्रिटेन में भी पीएम बोरिस जॉनसन ने स्थिति को देखते हुए फ्लू शॉट के लिए कैम्पेन शुरू कर दिया है। उन्होंने फ्लू की वैक्सीन का विरोध कर रहे लोगों को पागल बताया और कहा कि यही रास्ता है जिससे महामारी के खिलाफ लड़ाई जारी रख सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने देश के कई इलाकों में इस तरह के 'फ्लू शॉट' कैम्पेन की शुरुआत अप्रैल में ही कर दी थी। अमेरिका में बच्चों के लिए नर्सरी स्कूल में ही टीके की व्यवस्था होती है, लेकिन स्कूल बंद होने के चलते इस बार वैक्सीनेशन नहीं हो पाया। यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया की देखरेख में ये काम होता था, उन्होंने घोषणा की है कि नवंबर तक 2 लाख 30 हज़ार कर्मचारी और 2 लाख 80 हज़ार छात्रों को फ्लू शॉट की ज़रूरत पड़ेगी। CDC के मुतबिक, अमेरिका में इस साल सीजनल फ्लू के 39 मिलियन से लेकर 56 मिलियन तक मामले सामने आ सकते हैं। करीब 7 लाख 40 हज़ार लोगों को अस्पताल की ज़रूरत पड़ सकती है, जबकि इससे 62 हज़ार तक मौतें भी हो सकती हैं। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 4 years
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तेलंगाना : कोरोना संक्रमित महिला के अंतिम संस्कार में शामिल हुए 25 लोग, 19 लोग हुए पॉजिटिव
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चैतन्य भारत न्यूज देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कई जगहों पर लापरवाही देखने को मिल रही है। हाल ही में तेलगाना से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक कोरोना पॉजिटिव महिला के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए 25 लोगों में से 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी लोगों को अब हैदराबाद के गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौत के बाद आई महिला की कोरोना रिपोर्ट यह मामला राज्य के संगारेड्डी का है। 55 साल की महिला का संगारेड्डी के जहीराबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। 9 जून को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही करते हुए कोरोना की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना ही महिला का शव उसके परिजनों को सौंप दिया। बाद में जब रिपोर्ट आई तो महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई। महिला के रिश्तेदार तब तक पारंपारिक रीति रिवाज का पालन करते हुए उसके शव का अंतिम संस्कार कर चुके थे। 19 लोगों की हालत बिगड़ने लगी महिला को 10 जून को दफना दिया गया और अंतिम संस्कार में 25 लोग शामिल हुए। इस बीच, 10 जून को महिला के नमूने की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। महिला के अंतिम संस्कार में शामिल हुए 25 में से 19 लोगों की हालत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी। ज्यादातर में कोरोना के लक्षण भी दिखाई देने लगे। डॉक्टरों ने जब सभी लोगों की जांच की तो 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। शांतिनगर कंटेनमेंट जोन घोषित मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शांतिनगर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है और 350 घरों में कोरोना जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद महिला के सभी रिश्तेदारों को यहां सरकारी अस्पताल में पृथक-वास में रखा गया और उनके नमूने जांच के लिए हैदराबाद भेजे गए। Read the full article
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chaitanyabharatnews · 4 years
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तेलंगाना : कोरोना संक्रमित महिला के अंतिम संस्कार में शामिल हुए 25 लोग, 19 लोग हुए पॉजिटिव
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चैतन्य भारत न्यूज देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कई जगहों पर लापरवाही देखने को मिल रही है। हाल ही में तेलगाना से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक कोरोना पॉजिटिव महिला के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए 25 लोगों में से 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी लोगों को अब हैदराबाद के गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौत के बाद आई महिला की कोरोना रिपोर्ट यह मामला राज्य के संगारेड्डी का है। 55 साल की महिला का संगारेड्डी के जहीराबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। 9 जून को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही करते हुए कोरोना की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना ही महिला का शव उसके परिजनों को सौंप दिया। बाद में जब रिपोर्ट आई तो महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई। महिला के रिश्तेदार तब तक पारंपारिक रीति रिवाज का पालन करते हुए उसके शव का अंतिम संस्कार कर चुके थे। 19 लोगों की हालत बिगड़ने लगी महिला को 10 जून को दफना दिया गया और अंतिम संस्कार में 25 लोग शामिल हुए। इस बीच, 10 जून को महिला के नमूने की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। महिला के अंतिम संस्कार में शामिल हुए 25 में से 19 लोगों की हालत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी। ज्यादातर में कोरोना के लक्षण भी दिखाई देने लगे। डॉक्टरों ने जब सभी लोगों की जांच की तो 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। शांतिनगर कंटेनमेंट जोन घोषित मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शांतिनगर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है और 350 घरों में कोरोना जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद महिला के सभी रिश्तेदारों को यहां सरकारी अस्पताल में पृथक-वास में रखा गया और उनके नमूने जांच के लिए हैदराबाद भेजे गए। Read the full article
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