#लॉकडाउन
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कोविड-19 के उछाल के बीच चीन की सीमा को फिर से खोलने पर एयरलाइनों ने गुनगुनी प्रतिक्रिया दी
कोविड-19 के उछाल के बीच चीन की सीमा को फिर से खोलने पर एयरलाइनों ने गुनगुनी प्रतिक्रिया दी
दुनिया की विमान सेवाओं लिए सतर्क रुख अपना रहे हैं चीनफिर से शुरू हो रहा है, अंतरराष्ट्रीय के लिए आंतरिक मन में उठी मांग के बावजूद शेड्यूल को तुरंत बदलने और अन्य मार्गों से विमानों को डायवर्ट करने के लिए अनिच्छुक है यात्रा. विमानन डेटा प्रदाता सिरियम के अनुसार, जनवरी, फरवरी और मार्च के दौरान चीन में अनुसूचित उड़ानें पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह 2.9% से अधिक नहीं हैं। यह हर महीने 100 से कम…
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#एयरलाइन#कोरोनावाइरस#कोविड#कोविड-19#कोविड19#चीन#चीनी#पर्यटक#पर्यटकों#पर्यटन#बीजिंग#महामारी#यात्रा#यात्री#लॉकडाउन#विमान सेवाओं#संगरोधन
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Total Lockdown का आदेश! 8 जिलों में स्कूल-कॉलेज, बाजार सब बंद, CORONA के बीच लिया गया बड़ा फैसला
Total Lockdown का आदेश ! इम्फाल: Total Lockdown Impose in 8 District आदिवासी आंदोलन के दौरान हिंसा को लेकर मणिपुर के आठ जिलों में बुधवार को कर्फ्यू लगा दिया गया और पूरे पूर्वोत्तर राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा आहूत ‘आदिवासी एकता मार्च’ में हिंसा भड़क गई…
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#corona#CORONA के बीच लिया गया बड़ा फैसला#Lockdown#total#Total Lockdown का आदेश! 8 जिलों में स्कूल-कॉलेज#total-lockdown#totallockdown#आदेश#का#��े#गया#जिलों#टोटल लॉकडाउन का आदेश! 8 जिलों में स्कूल-कॉलेज#न्यूज़#फैसला#बड़ा#बंद#बाजार#बाजार सब बंद#बीच#ब्रेकिंग#में#लिया#सब#स्कूल-कॉलेज?
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#SantRampalJi_AvataranDiwas
💎समाज कल्याण हेतु संत रामपाल जी महाराज जी की ���द्भुत एवं अलौकिक परमार्थी कार्य💎
समाज में जब जब भी त्रासदी अथवा आपदा आई है संत रामपाल जी महाराज जी व उनके शिष्य हमेशा आगे रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी का यही ज्ञान है कि परोपकार तथा परमार्थ के कार्य में हमेशा आगे रहना चाहिए और यही कारण है कि संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य हमेशा आगे रहते हैं।
जो कोई करै सो स्वार्थी, अरस परस गुण देत।
बिन किये करै सो सूरमा, परमारथ के हेत ।।
कोरोना कल में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी की आदेश अनुसार संत रामपाल जी महाराज जी की शिष्य कोरोना काल में विशेष योगदान दिए थे। कुरूना महामारी में लॉकडाउन के कारण जहां कहीं भी खाने की व्यवस्था नहीं थी वहां खाने की व्यवस्था किए थे। जगह-जगह लोगों को ताज सामग्री पहुंचाई गई थी।
बाढ़ त्रासदी में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य कोरोना कल में साथ देने के साथ-साथ बाढ़ टेस्ट में भी लोगों की विशेष मदद की है। हाल ही में जहां कहीं भी बाढ़ आई थी वहां पर लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी के शिक्षा का ही परिणाम है संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य आगे रहते हैं।
दहेजमुक्त समाज का निर्माण
एक तरफ समाज में जहां बेटियों को बोझ समझा जाता है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी बेटियों के लिए दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं और यही कारण है कि आज लाखों बेटियां दहेज मुक्त विवाह करके अपना सुखी जीवन जी रही है। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य न दहेज लेते हैं और ना देते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के पद चिन्हों पर चलकर दहेज मुक्त विवाह करते हैं।
नशा मुक्त समाज का निर्माण
संत रामपाल जी महाराज जी समाज के परोपकारी कार्य में नशा मुक्त का कार्य भी सम्मिलित है। जहां युवा पीढ़ी नसीब मिलत है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य नशा नहीं करते हैं और यहां तक कि ना ही नशा की सामग्री को हाथ लगाते हैं। इससे समाज एक नई दिशा की ओर अग्रसर होगा जिसमें किसी भी प्रकार का नशा चोरी जारी रिश्वतखोरी इत्यादि से मुक्त होगा।
देहदान एवं रक्तदान में योगदान
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सदैव परोपकार के कार्य में आगे रहते हैं और यही कारण है कि वह संत रामपाल जी महाराज जी के प्रत्येक आदेशों का पालन करते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य रक्तदान एवं देहदान में विशेष योगदान दिए हैं।
संत रामपाल जी महाराज व उनके शिष्य हमेशा से ही परमार्थ के कार्यों ��ें आगे रहे हैं । संत रामपाल जी महाराज जी का यही उद्देश्य है समाज में अनैतिक कार्यों को समाप्त करके नैतिकता को बढ़ावा देना है।
#समाज_सुधारक_संत_रामपालजी
#SantRampalJi_AvataranDiwas
#SantRampalJiMaharaj
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💎समाज कल्याण हेतु संत रामपाल जी महाराज जी की अद्भुत एवं अलौकिक परमार्थी कार्य💎
समाज में जब जब भी त्रासदी अथवा आपदा आई है संत रामपाल जी महाराज जी व उनके शिष्य हमेशा आगे रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी का यही ज्ञान है कि परोपकार तथा परमार्थ के कार्य में हमेशा आगे रहना चाहिए और यही कारण है कि संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य हमेशा आगे रहते हैं।
जो कोई करै सो स्वार्थी, अरस परस गुण देत।
बिन किये करै सो सूरमा, परमारथ के हेत ।।
कोरोना कल में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी की आदेश अनुसार संत रामपाल जी महाराज जी की शिष्य कोरोना काल में विशेष योगदान दिए थे। कुरूना महामारी में लॉकडाउन के कारण जहां कहीं भी खाने की व्यवस्था नहीं थी वहां खाने की व्यवस्था किए थे। जगह-जगह लोगों को ताज सामग्री पहुंचाई गई थी।
बाढ़ त्रासदी में मदद
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य कोरोना कल में साथ देने के साथ-साथ बाढ़ टेस्ट में भी लोगों की विशेष मदद की है। हाल ही में जहां कहीं भी बाढ़ आई थी वहां पर लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई। संत रामपाल जी महाराज जी के शिक्षा का ही परिणाम है संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य आगे रहते हैं।
दहेजमुक्त समाज का निर्माण
एक तरफ समाज में जहां बेटियों को बोझ समझा जाता है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी बेटियों के लिए दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं और यही कारण है कि आज लाखों बेटियां दहेज मुक्त विवाह करके अपना सुखी जीवन जी रही है। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य न दहेज लेते हैं और ना देते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के पद चिन्हों पर चलकर दहेज मुक्त विवाह करते हैं।
नशा मुक्त समाज का निर्माण
संत रामपाल जी महाराज जी समाज के परोपकारी कार्य में नशा मुक्त का कार्य भी सम्मिलित है। जहां युवा पीढ़ी नसीब मिलत है वहीं दूसरी ओर संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य नशा नहीं करते हैं और यहां तक कि ना ही नशा की सामग्री को हाथ लगाते हैं। इससे समाज एक नई दिशा की ओर अग्रसर होगा जिसमें किसी भी प्रकार का नशा चोरी जारी रिश्वतखोरी इत्यादि से मुक्त होगा।
देहदान एवं रक्तदान में योगदान
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य सदैव परोपकार के कार्य में आगे रहते हैं और यही कारण है कि वह संत रामपाल जी महाराज जी के प्रत्येक आदेशों का पालन करते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य रक्तदान एवं देहदान में विशेष योगदान दिए हैं।
संत रामपाल जी महाराज व उनके शिष्य हमेशा से ही परमार्थ के कार्यों में आगे रहे हैं । संत रामपाल जी महाराज जी का यही उद्देश्य है समाज में अनैतिक कार्यों को समाप्त करके नैतिकता को बढ़ावा देना है।
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भीड़ फिल्म समीक्षा/रिव्यु!
कोरोना की व्यथा और मानव त्रासदी
Image of Rajkumar Rao lead in the Reviewed Film प्लॉट: यह फिल्म कोरोना महामारी पर बनी है जब सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया था और सबको कहा था कि जो जहां पर है वहीं पर रहे पर विशेष कर मजदूर ऐसा करने में असमर्थ थे और वह पैदल ही अपने गंतव्य की तरफ निकल गए थे बीच में एक जगह पुलिस चेक पोस्ट पर उन सभी को रोक दिया जाता है और आगे क्रॉस करने नहीं दिया जाता? क्या वह चेक पोस्ट क्रॉस कर पाएंगे? क्या वह सभी अपने घर तक पहुंच पाएंगे? जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: यह फिल्म सोशल ड्रामा टोन पर बनाई गई है, फिल्म की थीम मानवता और त्रासदी पर आधारित है, इस यह फिल्म यह सामाजिक संदेश देती है कि समाज में बदलाव के लिए अपना योगदान कैसे दे सकते हैं, जातियों पर भी कटाक्ष किया गया है सामाजिक और जाति भेदभाव भी दिखाया गया है| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: सूर्यकुमार सिंह की भूमिका में राजकुमार राव ने शानदार अभिनय किया है एक पुलिस इंस्पेक्टर का रोल उन्होंने अत्यंत ईमानदारी से निभाया, उनका अभिनय अव्वल दर्जे का है वह जिस रोल को भी निभाते हैं अपनी पूरी ताकत झोंक देते हैं पूरी फिल्म उनके कंधों पर ही चलती हैं| रेनू शर्मा की भूमिका में भूमि पेडणेकर का अभिनय भी औसत दर्जे का ही कहा जा सकता है उनके रोल की लंबाई ज्यादा लंबी नहीं है पर जितना भी उनको रोल मिला उन्होंने अच्छे से निभा दिया| बलराम त्रिवेदी की भूमिका में पंकज कपूर का अभिनय भी अच्छा है उन्होंने एक क्रोध से भरे ऐसे इंसान का किरदार निभाया है जो किसी भी तरह से अपने घर पहुंचना चाहता है| Supporting Casts में आशुतोष राणा, दिया मिर्जा, कृतिका कामरा, आदित्य श्रीवास्तव, वीरेंद्र सक्सेना और ओमकार दास मानिकपुरी ने भी फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने में मदद में मदद की| डायरेक्शन: इस फिल्म को अनुभव सिन्हा ने निर्देशित किया है इस फिल्म से पहले इन्होंने मुल्क,आर्टिकल 15 और थप्पड़ जैसी अनेक संवेदनशील फिल्में निर्देशित की है| इसमें कुछ फिल्में सफल रही साथ ही में कुछ फिल्मों को पुरस्कार और कुछ को अवार्ड नॉमिनेशन भी मिले| इस फिल्म को भी उन्होंने बहुत अलग तरह से निर्देशित किया है, उन्होंने एक अलग तरह की कहानी को बहुत अच्छे से और सरल तरीके से बताने का प्रयास किया है, फिल्म की गति भी तेज है, दर्शक फिल्म से शुरू से लेकर अंत तक जुड़ा हुआ रहता है| स्क्रीनप्ले और डायलॉग: अनुभव सिन्हा, सौम्या तिवारी और सोनाली जैन के अच्छे और दमदार हैं, फिल्म की कहानी के अनुसार लिखे गए हैं, पटकथा भी अच्छे से लिखी गई है| सिनेमाटोग्राफी: सौमिक मुखर्जी की अच्छी है एरियल व्यूज दृश्य अच्छे बन पड़े हैं, इतनी भीड़ को कैमरे पर कैद करना इतना आसान नहीं होता पर उन्होंने अच्छे से किया है| प्रोडक्शन डिजाइन: ��िखिल कोवले का अच्छा है फिल्म की कहानी के अकॉर्डिंग है साउंड डिजाइन: अनिता कुशवाहा का बहुत ही दमदार है आप छोटी-छोटी चीजों को भी भारतीयों से सुन सकते हैं ऑडियो साउंड में बहुत क्लेरिटी है कॉस्ट्यूम डिजाइन: विशाखा विजय कुल्लवार के बढ़िया है ज्यादा स्कोप नहीं था एक्शन:रियाज-हबीब का संतुलित है बैकग्राउंड स्कोर: मंगेश धाकड़े का बहुत मजबूत और दमदार है म्यूजिक: अनुराग सैकिया का ठीक-ठाक है लिरिक्स: शकील आज़मी और डॉ सागर का ठीक-ठाक है क्लाइमैक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स बहुत अच्छा बन पड़ा है ओपिनियन: वन टाइम वॉच! जो ऑफबीट फिल्मों को देखना पसंद करते हैं वह एक बार देख सकते हैं| फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: इस फिल्म को बेस्ट एक्टर, बेस्ट फिल्म क्रिटिक्स, बेस्ट स्टोरी, और बेस्ट साउंड डिजाइन के नॉमिनेशंस मिले थे| Flaws: दिया मिर्जा के रोल की जरूरत नहीं थी उनके रोल को काटा जा सकता था| राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर के इंटिमेसी और फिजिकल रिलेशन वाले दृश्य जबरदस्त ठूँसे गए हैं एक तरफ तो आप ऑफबीटऔर सामाजिक मुद्दे पर फिल्म बना रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसे दृश्य डालने की कोई जरूरत नहीं थी माता-पिता इस एक दृश्य के कारण बच्चों के साथ फिल्म नहीं देख सकते, अगर बच्चे छोटे हैं तो बिलकुल भी नहीं| जातीय वाले कांसेप्ट को कहानी में डालकर डायलॉग्स के माध्यम से सही संदेश दिया गया है और कटाक्ष भी किया गया है | मुसलमानों के साथ भेदभाव दिखाया गया है जो कि नहीं दिखाना चाहिए था| मुसलमानों के साथ जोड़कर यह बताया गया है कि कोरोना का कोई धर्म नहीं होता| Filmcast: Rajkumar Rao, Bhumi Padnekar, Dia Mirza, Ashutosh Rana, Aditya Srivastava, Pankaj Kapoor, Kritika Kamra, Veerendra Saxena Producer and Director: Anubhav Sinha, Story: Anubhav Sinha, Screenplay and Dialogues: Anubhav Sinha, Saumya Tiwari, Sonali Jain Cinematography: Soumik Mukherjee, Editor: Atanu Mukherjee, Production Design: Nikhil Kovale, Sound Design: Anita kushwaha Casting Director: Mukesh Chhabra, Costume Design: Visahka Vijay kullarwar, Script Consultant: Anjum Rajabali Action: Riaz-Habib, Background Score: Mangesh Dhakde, Music: Anurag Saikia, Lyrics: Shakeel Azmi, Dr.Sagar CBFC-U/A Movietime-2h.4mins Genre-Social Drama Backdrop-Lucknow (UP) Release Year-2023 Read the full article
#भीड़#भीड़फिल्म#भीड़मूवी#राजकुमारराव#भूमिपेडणेकर#आशुतोषराणा#दियामिर्जा#पंकजकपूर#आदित्यश्रीवास्तव#अनुभवसिन्हा#ड्रामा#सोशलड्रामा
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दिल्ली में जापानी इंसेफेलाइटिस की दस्तक, मच्छरों से फैलने वाली ये बीमारी है जानलेवा
साल 2019 में कोविड-19 ने भारत में दस्तक दी थी, इस बीमारी के कहर से पूरे देश में तबाही मच गई थी. देश में लॉकडाउन लगाया गया और बड़ी तादाद में लोगों की मौत हुई. ऐसी ही एक जपानी बीमारी अब देश में दस्तक दे रही है, जो काफी खतरनाक साबित हो सकती है. डेंगू बुखार की तरह यह बिमारी भी मुख्य रूप से मच्छर के काटने से फैलती है. बर्ड फ्लू की तरह ही यह बीमारी भी इंसानों में जानवरों से फैलती है, जिसका नाम जापानी…
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दिल्ली में जापानी इंसेफलाइटिस की दस्तक, मच्छरों से फैलने वाली ये बीमारी है जानलेवा
साल 2019 में कोविड-19 ने भारत में दस्तक दी थी, इस बीमारी के कहर से पूरे देश में तबाही मच गई थी. देश में लॉकडाउन लगाया गया और बड़ी तादाद में लोगों की मौत हुई. ऐसी ही एक जपानी बीमारी अब देश में दस्तक दे रही है, जो काफी खतरनाक साबित हो सकती है. डेंगू बुखार की तरह यह बिमारी भी मुख्य रूप से मच्छर के काटने से फैलती है. बर्ड फ्लू की तरह ही यह बीमारी भी इंसानों में जानवरों से फैलती है, जिसका नाम जापानी…
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न बिजली न पानी, प्रार्थना करें, की गई अपील, लगा लॉकडाउन, दृश्य भविष्य का।
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पाकिस्तान में बिगड़े एयर पॉल्यूशन से हालात, दो शहरों में लगाया लॉकडाउन; मुल्तान में AQI 2000 के पार
पाकिस्तान में बिगड़े एयर पॉल्यूशन से हालात, दो शहरों में लगाया लॉकडाउन; मुल्तान में AQI 2000 के पार #BreakingNews #news #Samachar #RightNews #RightNewsIndia
Pakistan News: भारत के साथ-साथ पाकिस्तान की हवा भी जहरीली हो गई है। इसे देखते हुए वहां कि पंजाब सरकार ने लाहौर और मुल्तान में कंप्लीट लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। यह शुक्रवार से रविवार तक प्रभावी रहेगा। यह निर्णय इन दोनों शहरों में वायु प्रदूषण के स्तर के अत्यधिक बढ़ने के कारण लिया गया है। पिछले कुछ हफ्तों से, पंजाब के कई शहरों में घना स्मॉग फैल गया है। लाहौर तथा मुल्तान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए…
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Pakistan Air Pollution: Lahore में प्रदूषण से बिगड़े हालात, AQI 1100 के पार, हजारों लोग पहुंच रहे अस्पताल, लगाया जा सकता पूर्ण लॉकडाउन
Pakistan Lahore Air Pollution l Air Quality l AQI
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मनोज नाथ जाखड़ का परिचय,
मनोज नाथ जाखड़ का जन्म 28 फरवरी 2005 को राजस्थान के बीकानेर जिले के लूणकरणसर शहर में हुआ था। वह सूरतगढ़ के एक समाज सेवक हैं और लोग उन्हें एमडी डॉन के नाम से पुकारते हैं।
उन्होंने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा सूरतगढ़ के जीनियस मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पूरी की और अब वह सूरतगढ़ के टैगोर कॉलेज में आगे की पढ़ाई कर रहे हैं।
मनोज नाथ जाखड़ एक समाज सेवक और छात्र हैं जो राजस्थान के बीकानेर जिले के लूणकरणसर शहर में रहते हैं। वह सूरतगढ़ के एक प्रसिद्ध समाज सेवक हैं और लोग उन्हें एमडी डॉन के नाम से पुकारते हैं।
मनोज एक सच्चे हिंदू थे, लेकिन अब वह इस्लाम में विश्वास करते हैं। उनके जीवन की कठिन परिस्थितियों और प्यार के कारण उन्हें इस कदम उठाना पड़ा. वह एक अवसाद के शिकार भी थे और दो साल तक उन्हें इस बीमारी से जूझना पड़ा।
मनोज नाथ और दीक्षा सहारण के बारे में -
मनोज नाथ़ का एक प्यार था जिसका नाम दीक्षा सहारण था दीक्षा सहारण भी मनोज जाखड़ से प्यार करती है, लेकिन उनके साथ कुछ अन्याय ह��आ था जिसके कारण उन्हें काफी दर्द और पी, हुई थी। उन्होंने अपने दर्द को एक कहानी के माध्यम से बताया था, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल सका और उन्हें खुद ही जबरदस्ती हमले का शिकार होना पड़ा. तो दीक्षा सहारण और मनोज नाथ जाखड़ की कहानी फेसबुक स्टोरी के माध्यम से साझा की गई थी। यह एक बहुत ही दर्दनाक और दुखद कहानी है, जिसमें मनोज नाथ ने अपने दर्द और पीड़ा को साझा किया था।
दीक्षा और मनोज नाथ की पूरी कहानी ---
उनकी पहली मुलाकात 18 जनवरी 2021 को स्कूल में हुई थी, और उसके बाद 22 जनवरी को दीक्षा ने मनोज को जबरदस्ती किस किया था। इसके बाद, 8 फरवरी को दीक्षा ने मनोज को चॉकलेट डे पर प्रपोज़ करने की कोशिश की, लेकिन मनोज स्कूल से घर चला गया और दीक्षा नाराज हो गई।
इसके बाद, दीक्षा मनोज को देखने लगी और मनोज भी उसे ��संद करने लगा। 10 अप्रैल को दीक्षा ने चुपके से मनोज को दिखाया जो मनोज को पसंद आया, लेकिन फिर लॉकडाउन लग गया और स्कूल बंद हो गया।
1 सितंबर को स्कूल फिर से खुल गया, और 4 सितंबर को मनोज ने दीक्षा से पानी मांगा स्कूल के वॉटरकूलर के पास से, लेकिन दीक्षा ने गिलास फेंक दिया और मनोज की आंख निकल गई, जिससे मनोज देर हो गई।
14 सितंबर को मनोज ने चुरू के सरायण धाम में फेसबुक पर स्टोरी लगा दी जिसमें दोनों साथ में थे और गंगाजल नाम का गाना भी था। इसके बाद, स्कूल में आने के बाद 17 सितंबर को 10:30 बजे दोनों में लड़ाई हो गई।
22 सितंबर को मनोज और दीक्षा को स्कूल के ऑफिस में बुलाया गया था, जहां दीक्षा ने मनोज को पिटवाया था और खुद को निर्दोष साबित किया था, लेकिन मनोज खुद को निर्दोष साबित नहीं कर पाया था।
इसके बाद, 4 दिसंबर को मनोज ने एक गाड़ी वाली फेसबुक स्टोरी लगाई थी, जिसमें दीक्षा ने फेसबुक पर उसे कहा था कि "क्या में चढ़ेव हूँ तू तो मेरा गया ये बोला" और इसके बाद दीक्षा ने मनोज से बात करना बंद कर दिया था।
28 फरवरी 2022 को दीक्षा सहारण की 12वीं साइंस की विदाई पार्टी थी, जिसमें मनोज फौजी की ड्रेस में था और दीक्षा लाल साड़ी में थी। दोनों एक दूसरे से नाराज़ भी थे, लेकिन मनोज ने उन सब के लिए माफी भी मांगी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ क्योंकि दीक्षा किसी और से इश्क करती थी।
इसके बाद, 17 मार्च को मनोज और दीक्षा ने एक दूसरे को आखिरी बार देखा था।
यह दीक्षा सहारण का एक और बयान है जो उसने अपने इंस्टाग्राम बायो में लिखा है!
दीक्षा सहारण ने अपने इंस्टाग्राम बायो में लिखा है कि "मैं ठार समाज में कोनी आवा मांडा" और साथ ही उसने मनोज नाथ को भी मेंशन किया है।
यह बयान दीक्षा सहारण के मनोज नाथ जाखड़ के प्रति उसके नकारात्मक भावनाओं को दर्शाता है। वह मनोज नाथ को अपने समाज में किसी भी ��रह से महत्व नहीं देती है और उसे अपने जीवन से दूर रखना चाहती है।
मनोज जाखड़ दीक्षा सहारण को बहुत प्यार करता है और उसके साथ अपने जीवन को बिताने के लिए तैयार है, लेकिन दीक्षा सहारण के नकारात्मक व्यवहार के कारण वह अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना करता है।
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पीआईबी ने कोविड लहर के बीच सोशल मीडिया पर फर्जी लॉकडाउन के दावों को खारिज किया
पीआईबी ने कोविड लहर के बीच सोशल मीडिया पर फर्जी लॉकडाउन के दावों को खारिज किया
पत्र सूचना कार्यालय ने भारत में कोविड-19 की लहर फिर से उठने के मद्देनजर स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के दावों को खारिज किया है। ब्यूरो को इंटरनेट पर चल रहे इन दावों को “फर्जी” बताते हुए उद्धृत किया गया था। पिछले कुछ दिनों में भारत में नए COVID मामलों के हमले ने सोशल मीडिया पर देश में लॉकडाउन की नई श्रृंखला की वापसी और स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के कई झूठे दावों को हवा दी है। फर्जी दावों को…
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#असत्यापित COVID दावे#नकली लॉकडाउन का दावा#पीआईबी ने लॉकडाउन के दावों को किया खारिज#प्रेस सूचना ब्यूरो
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lockdown: मई में भारत में लग सकता है लॉकडाउन! चरम पर होगा संक्रमण, रोजाना मिलेंगे 15000 नए मरीज
lockdown नई दिल्ली: india me lockdown kab lagega 2023 me भारत में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से पांव पसार रहा है। यहां रोजाना हजारों नए संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। आज भी पूरे देश में 10000 से अधिक नए मामले की पुष्टि हुई है। जबकि 20 संक्रमितों की मौत हुई है। वहीं, एक्सपर्ट्स की मानें तो आगामी दिनों में कोरोना का भयंकर रूप देखने को मिलेगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार मई के मध्य में भारत में…
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#15000#imposes Total lockdown#india lockdown#india lockdown 2023#india me lockdown kab lagega 2023 me#Lockdown#lockdown: मई में भारत में लग सकता है लॉकडाउन! चरम पर होगा संक्रमण#एक्सक्लूसिव#कोविड-19#चरम#देश#नए#न्यूज़#पर#ब्रेकिंग#भारत#मई#मरीज#मिलेंगे#में#राज्य#रोजाना#रोजाना मिलेंगे 15000 नए मरीज#लग#लॉकडाउन#सकता#संक्रमण#ह���#होगा
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महायुति या महा विकास अघाड़ी - महाराष्ट्र में महिला सुरक्षा की तस्वीर अपरिवर्तित
कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान भी महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या में कमी नहीं आई। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल के दौरान, महाराष्ट्र में हर दिन औसतन 109 महिलाएं अत्याचार का शिकार हुईं। दुर्भाग्य से, स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। बदलापुर के एक स्कूल…
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कोरोना के बाद अब आया Chandipura Virus, ले रहा है बच्चों की जान
Chandipura Virus: बरसात के मौसम की शुरुआत होने के साथ ही अब देश में कई तरह के वायरस का फिर से प्रकोप देखने को मिला है. कोरोना काल आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं, जिसमें न जाने कितने लोगों ने अपनों को खोया और कई लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ गए और कितने महीनो तक देश में लॉकडाउन लग रहा. अब इसी तरह एक नए वायरस ने देश में दस्तक दे दी है जिसका नाम चांदी पुरा वायरस (Chandipura Virus) है. अभी तक यह कई…
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राजस्थान प्रवासी नागरिक वापसी योजना: जाने ऑनलाइन आवेदन कैसे करे?
आप सभी जानते हैं कि कुछ समय पूर्व Covid19 आया था जिसके कारण पूरे देश में लॉकडाउन लगा था। कई हज़ारों मज़दूर अलग अलग राज्य में फंसे हुए थे। वह मजदूर अपने घर को छोड़कर दूसरे राज्यों में फंसे थे। उन्हीं मजदूरो का ध्यान रखते हुए राजस्थान सरकार ने राजस्थान प्रवासी नागरिक वापसी योजना की शुरुआत की थी। सरकार ने उन्हीं फंसे हुए मज़दूरों के लिए एक पोर्टल की शुरुआत किया था जिसका नाम ई मित्र पोर्टल था। इस…
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