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#कुंडली तुला
mwsnewshindi · 2 years
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राशिफल आज, 08 दिसंबर, 2022: गुरुवार के लिए धन ज्योतिषीय भविष्यवाणी
राशिफल आज, 08 दिसंबर, 2022: गुरुवार के लिए धन ज्योतिषीय भविष्यवाणी
ASTROBHOOMI द्वारा MONEY MANTRA RASHIFAL: मिथुन राशि के जातकों को व्यवसाय में रचनात्मकता में सुधार करने की आवश्यकता है, और आपकी कड़ी मेहनत के कारण आपको व्यवसाय में नए अवसर मिलेंगे Source link
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astrotalk1726 · 5 months
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तुला लग्न की कुंडली में अष्टम में गुरु और शुक्र की युति कैसी होती है?
तुला लग्न की कुंडली में अष्टम भाव का महत्व बहुत अधिक होता है, क्योंकि यह भाव जीवन के गहन और रहस्यमय पहलुओं से जुड़ा होता है। यह भाव मृत्यु, पुनर्जन्म, गुप्त ज्ञान, आपसी संपत्ति, उत्तराधिकार, और अचानक होने वाले घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। जब अष्टम भाव में गुरु (बृहस्पति) और शुक्र की युति होती है, तो इसका प्रभाव तुला लग्न के व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग तरीके से पड़ सकता है।
गुरु और शुक्र की युति
गुरु (बृहस्पति) और शुक्र दोनों ही ��ुभ ग्रह माने जाते हैं, लेकिन उनकी युति के प्रभाव इस बात पर निर्भर करते हैं कि वे किस भाव में हैं, किस राशि में हैं, और अन्य ग्रहों के साथ उनका संबंध कैसा है।
अष्टम भाव में गुरु का प्रभाव:
गुरु यहाँ ज्ञान, विस्तार, और समृद्धि का प्रतीक है। अष्टम भाव में गुरु होने से व्यक्ति को गहरे और गुप्त ज्ञान की ओर आकर्षण हो सकता है। यह व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिकता या दर्शन के प्रति रुचि को बढ़ा सकता है।
यह स्थिति व्यक्ति को उत्तराधिकार, बीमा, या साझेदारी से लाभ भी दिला सकती है। यह एक प्रकार से "गुरु" के रूप में काम कर सकता है, जिससे व्यक्ति जीवन के कठिनाइयों से सीख ले सकता है।
अष्टम भाव में शुक्र का प्रभाव:
शुक्र सौंदर्य, प्रेम, और आनंद का प्रतीक है। अष्टम भाव में शुक्र व्यक्ति के जीवन में गहरे और अर्थपूर्ण संबंधों की ओर आकर्षण को दर्शाता है। यह युति एक गहरी और शक्तिशाली प्रेम भावना का संकेत भी दे सकती है।
शुक्र के इस स्थान पर होने से व्यक्ति को भौतिक सुख-सुविधाओं और संपत्ति में रुचि हो सकती है।
युति का परिणाम
गुरु और शुक्र की युति, विशेष रूप से अष्टम भाव में, एक मिलाजुला प्रभाव डाल सकती है:
आध्यात्मिक गहराई: यह युति व्यक्ति को गहरे आध्यात्मिक या गूढ़ ज्ञान की ओर आकर्षित कर सकती है। व्यक्ति को ध्यान, योग, या अन्य आध्यात्मिक प्रथाओं में रुचि हो सकती है।
गहन संबंध: यह युति गहरे और भावनात्मक संबंधों की ओर संकेत कर सकती है। व्यक्ति को प्रेम और साझेदारी में गहराई और अर्थ की तलाश हो सकती है।
साझेदारी और संपत्ति: अष्टम भाव के कारण, यह युति उत्तराधिकार, साझेदारी, या आपसी संपत्ति से लाभ का संकेत हो सकता है।
हालांकि, अष्टम भाव में राहु या अन्य कठिन ग्रहों की उपस्थिति के साथ, यह युति कुछ चुनौतियों का संकेत भी दे सकती है। यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति जीवन के इन गहरे पहलुओं का संतुलित और सतर्क दृष्टिकोण से सामना करे। और जानकारी के लिए आप कुंडली चक्र २०२२ प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर सकते है। जो आपको एक सटीक जानकारी दे सकता है।
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sngii1726 · 6 months
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तुला लग्न की कुंडली में धनु राशि के वक्री गुरु का प्रभाव बताऐ?
तुला लग्न की कुंडली में धनु राशि में वक्री गुरु का प्रभाव कुछ इस प्रकार हो सकता है:
धार्मिक और ज्ञान संबंधी प्रवृत्ति: धनु राशि गुरु का नियमक राशि होता है और ज्ञान, धर्म, ध्यान, और विद्या के प्रति आकर्षण को संकेत करता है। वक्री गुरु के कारण, यह प्रवृत्ति और गुरु के संबंध में अव्यवस्थितता की भावना हो सकती है, लेकिन यह भी अत्यधिक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभवों को बढ़ावा देने की संभावना है।
यात्रा और विदेश यात्रा: धनु राशि गुरु के प्रति आकर्षण यात्रा और विदेश यात्रा को सूचित करता है। वक्री गुरु के कारण, यहां पर यात्रा की संभावनाएं और अव्यवस्थितता हो सकती है, लेकिन यह भी नए और अनोखे अनुभवों का अवसर प्रदान कर सकता है।
विद्यालयी शिक्षा और उच्च शिक्षा: व्यक्ति को धनु राशि में वक्री गुरु के कारण विद्यालयी शिक्षा और उच्च शिक्षा में संघर्ष का सामना कर सकता है, लेकिन यह भी उन्हें अत्यधिक ज्ञान और अनुभव का लाभ ��्रदान कर सकता है।
वित्तीय स्थिति के उतार-चढ़ाव: धनु राशि में वक्री गुरु के कारण, वित्तीय स्थिति में अव्यवस्थितता हो सकती है। यह व्यक्ति को धन कमाने और निवेश करने के प्रति अत्यधिक उत्साही बना सकता है, लेकिन वित्तीय नुकसान के खतरे का भी संकेत हो सकता है।
संबंधों में आत्मविश्वास: धनु राशि में वक्री गुरु व्यक्ति को अपने संबंधों में आत्मविश्वास का संकेत देता है। वे समाज में अधिक सहजता से आत्मनिर्भरता और आत्मसंतोष की प्राप्ति के लिए प्रयासरत रह सकते हैं।
यदि आपकी कुंडली में धनु राशि में वक्री गुरु है, तो यहां उपरोक्त प्रभाव के साथ भी आपकी निजी कुंडली के अन्य परिणामों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण होगा। और अधिक जानकरी ले लिए आप कुंडली चक्र प्रोफेशनल २०२२ सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर सकते है। जो आपको एक सटीक जानकरी दे सकता है।
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astroclasses · 10 hours
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tgop123 · 23 days
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Free Kundali Game with Numerology Matchmaking in India
कुंडली गेम (Kundali Game)
कुंडली गेम का मतलब जन्म कुंडली या राशिफल मिलान से है, खासकर विवाह के संदर्भ में। यह भारतीय ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जहां वर और वधू की कुंडलियों का मिलान किया जाता है। इसमें ग्रहों की स्थिति, गुण मिलान, मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्तर पर अनुकूलता की जांच ���ी जाती है free kundali game ताकि विवाह सुखी और सफल हो सके।
आज का मेष राशिफल (Aries Horoscope Today) – Prokerala
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न्यूमेरोलॉजी मैचमेकिंग (Numerology Matchmaking)
न्यूमेरोलॉजी मैचमेकिंग जन्म तारीख और नाम के आधार पर दो व्यक्तियों के बीच अनुकूलता की जांच करने की प्रक्रिया है। न्यूमेरोलॉजी के अनुसार, हर नंबर का एक अलग महत्व और प्रभाव होता है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व और जीवन पथ को प्रभावित करता है। यह तरीका खासकर रिश्तों, जैसे कि विवाह के लिए, बहुत ��पयोगी है क्योंकि यह दोनों व्यक्तियों के बीच की ताकत और कमजोरियों को numerology match making सामने लाता है।
विवाह तिथि कैलकुलेटर (Marriage Date Calculator by Date of Birth)
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ज्योतिष और राशि चक्र (Astrology and Zodiac Signs)
ज्योतिष ग्रहों और तारों की स्थिति का अध्ययन है, जो व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है। राशि चक्र 12 राशियों में बंटा होता है, और हर राशि का अपना अलग समय और विशेषताएं होती हैं। राशि चक्र के 12 संकेत astrology and zodiac sign और उनके तिथियाँ हैं:
मेष (21 मार्च – 19 अप्रैल)
वृषभ (20 अप्रैल – 20 मई)
मिथुन (21 मई – 20 जून)
कर्क (21 जून – 22 जुलाई)
सिंह (23 जुलाई – 22 अगस्त)
कन्या (23 अगस्त – 22 सितंबर)
तुला (23 सितंबर – 22 अक्टूबर)
वृश्चिक (23 अक्टूबर – 21 नवंबर)
धनु (22 नवंबर – 21 दिसंबर)
मकर (22 दिसंबर – 19 जनवरी)
कुंभ (20 जनवरी – 18 फरवरी)
मीन (19 फरवरी – 20 मार्च)
प्रत्येक राशि का अपना विशेष प्रभाव और व्यक्तित्व गुण होते हैं, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते हैं। ज्योतिष और राशि चक्र का ज्ञान आपको स्वयं को बेहतर समझने और जीवन में सही निर्णय लेने में मदद करता है।
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geeta1726 · 2 months
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तुला लग्न में अष्टम भाव, वृषभ राशि में चन्द्रमा होने पर क्या प्रभाव होगा ?
तुला लग्न में अष्टम भाव में वृषभ राशि में चन्द्रमा होने पर निम्नलिखित प्रभाव हो सकते हैं:
आर्थिक लाभ: वृषभ राशि में चन्द्रमा आर्थिक लाभ और संपत्ति में वृद्धि का संकेत देता है, विशेषकर अष्टम भाव में जो पैतृक संपत्ति और अन्य अप्रत्याशित धन स्रोतों से संबंधित है।
आयु वृद्धि: चन्द्रमा अष्टम भाव में होने से दीर्घायु का संकेत देता है, जिससे व्यक्ति का जीवनकाल लंबा हो सकता है।
गुप्त ज्ञान और रहस्य: यह स्थिति व्यक्ति को गुप्त ज्ञान, रहस्य, और गूढ़ विद्याओं में रुचि रखने वाला बना सकती है।
मानसिक स्थिरता: वृषभ राशि में चन्द्रमा मानसिक स्थिरता और भावनात्मक संतुलन प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति मानसिक ��ूप से मजबूत होता है।
कुंडली चक्र प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर आपकी कुंडली के बारे में अधिक जानने में मदद कर सकता है। यह आपके जन्म प्रमाण पत्र के अलावा अन्य महत्वपूर्ण विवरण दे सकता है।
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galaxyastrology1726 · 4 months
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तुला लग्न के कुंडलि के 9ओ भाव में सुर्य बुध बृहस्पति राहु रहेगा ताे क्या हाेगा?
तुला लग्न की कुंडली में 9वें भाव में सूर्य, बुध, बृहस्पति और राहु की स्थिति निम्नलिखित पांच प्रमुख प्रभाव डाल सकती है:
धार्मिक और आध्यात्मिक रुचि: इन ग्रहों की उपस्थिति आपकी धार्मिक और आध्यात्मिक रुचियों को बढ़ावा देगी, जिससे आप धार्मिक गतिविधियों में अधिक संलग्न हो सकते हैं।
उच्च शिक्षा और ज्ञान: बृहस्पति और बुध के कारण उच्च शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति के क्षेत्र में सफलता और रुचि की संभावना बढ़ जाती है।
विदेश यात्रा: राहु के प्रभाव से विदेश यात्रा या विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के अवसर उत्पन्न हो सकते हैं।
पिता और गुरुओं का सहयोग: सूर्य की उपस्थिति आपके पिता और गुरुओं से अच्छे संबंधों और उनके सहयोग का संकेत देती है, जो आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
भ्रम और असमंजस: राहु के कारण धर्म और विश्वास के मामलों में कुछ भ्रम और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे आपको सतर्क और संतुलित दृष्टिकोण अपनाना होगा।
तुला लग्न के 9वें भाव में सूर्य, बुध, बृहस्पति और राहु की स्थिति आपके जीवन में धार्मिक, आध्यात्मिक और शैक्षिक उन्नति के अनेक अवसर प्रदान कर सकती है। हालांकि, राहु के कारण उत्पन्न होने वाले भ्रम और असमंजस से निपटने के लिए आपको संतुलन और सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। और अधिक जानकारी के लिए आप कुंडली चक्र २०२२ प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर सकते है। जो आपकी कुंडली के आधार पर आपको एक अच्छी जानकारी दे सकता है।
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jahanvis-blog · 10 months
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आज का राशिफल
#Prediction
मेष नए लोगो से जुड़े
वृषभ बहस से बचे
मिथुन बाहर न खाए
कर्क खर्च अधिक
सिंह आलास त्यागे
कन्या बहस से बचे
तुला बदलाव को स्वीकारे
वृश्चिक शांति रखे लक्ष्य पर ध्यान दे
धनु समय बर्बाद न करे
मकर जल्द निर्णय न ले
कुंभ परिवार संग समय बिताए
मीन जमीन के मामले सुलझाए
#astrology #world
#india #horoscope #भविष्यवाणी #कुंडली #kundali #Bhavishyavani #भारत #saturday #शनिवार #भविष्य #राशिफल #rashifaltoday
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sabkuchgyan · 10 months
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आज का राशिफल 3 दिसंबर 2023, इस राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा दिन, इन लोगों को भी मिलेगा लाभ
दैनिक राशिफल ग्रहों और सितारों की चाल पर आधारित एक भविष्यवाणी है, जिसमें सभी राशियों (मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन) के लिए दैनिक भविष्यवाणियां होती हैं। इस कुंडली को तैयार करते समय ग्रहों और नक्षत्रों के साथ-साथ पंचांग की गणना का भी विश्लेषण किया जाता है। आज का राशिफल आपके लिए नौकरी, व्यापार, लेन-देन, परिवार और मित्रों के साथ संबंध, सेहत और दिन भर में…
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Tula Rashi 24 June se 8 July 2023| तुला राशि डबल मिलेगा हर काम होगा
For any Query or Booking Consultancy from Astrologer Sachin Sikka. ज्योतिषाचार्य सचिन सिक्का जी से कुंडली जाँच करवा के अपनी सभी समस्याओं का हल पाएं अभी जांच अपॉइंटमेंट बुक करवाएं Call or WhatsApp: 9315926721 / 9971230555 Call Time: 9.30 am to 7.30 pm Tula Rashi 24 June se 8 July 2023| तुला राशि डबल मिलेगा हर काम होगा बढ़िया |Horoscope Sachin Sikka #Tularashi2023 #astrologyremedies #howtobecomerich #Librahoroscopeinhindi #sachinsikkakanyarashi #lalkitabupay #lalkitabexpert #lalkitabremedies  #astrologyremedies #Astrologersachinsikka #Numerology #palmistry #palmstudy #vastu #howtostudyhand #shorts #vastustudy #Rashifal #astrologer #relationship #partnership #partners #sunsign #moonsign #sunshine #bestastrologer #bestnumerologist #bestpalmist #vastu #numerology #astroinvite#astroinviteinstagram #aajkarashifal #bhavishyavani #dailyastrology #rashifal #dailyhoroscope #astroinvitelatestvideo
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sanatvajpayee · 2 years
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कर्क,मकर,तुला,मेष लग्न कुंडली में महिला जातक स्वभाव Female nature in Can...
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mwsnewshindi · 2 years
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राशिफल आज: 6 दिसंबर, 2022 के लिए ज्योतिषीय भविष्यवाणी
राशिफल आज: 6 दिसंबर, 2022 के लिए ज्योतिषीय भविष्यवाणी
सभी राशियों की अपनी विशेषताएं और लक्षण होते हैं जो किसी के व्यक्तित्व को परिभाषित करते हैं। क्या यह मददगार नहीं होगा यदि आप अपने दिन की शुरुआत इस बारे में पहले से ही जानते हुए करें कि आपके रास्ते में क्या आने वाला है? यह जानने के लिए पढ़ें कि क्या आज का दिन आपके पक्ष में रहेगा। मेष (21 मार्च -20 अप्रैल) निवेश, विशेषकर रियल एस्टेट के मामले में यह एक लाभदायक दिन है। आज पारिवारिक मिलन का योग है।…
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sngii1726 · 4 months
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तुला लग्न के कुंडलि के 9ओ भाव में सुर्य बुध बृहस्पति राहु रहेगा ताे क्या हाेगा?
तुला लग्न की कुंडली में 9वें भाव में सूर्य, बुध, बृहस्पति और राहु की युति के प्रभाव:
धार्मिक और आध्यात्मिक झुकाव: बृहस्पति और सूर्य के कारण धार्मिकता और आध्यात्मिकता में वृद्धि होगी। व्यक्ति धार्मिक अनुष्ठानों में रुचि रख सकता है।
शिक्षा और ज्ञान: बुध और बृहस्पति के कारण उच्च शिक्षा और ज्ञान में रुचि बढ़ेगी। व्यक्ति शिक्षाविद या विद्वान हो सकता है।
विदेश यात्रा: राहु का प्रभाव विदेश यात्रा या विदेश में बसेरा कर��े के योग बना सकता है।
भाग्य और धन: भाग्य और समृद्धि में वृद्धि हो सकती है, लेकिन राहु के कारण अचानक उतार-चढ़ाव भी संभव है।
संघर्ष और चु���ौतियाँ: राहु और सूर्य की युति संघर्ष और चुनौतियों को भी जन्म दे सकती है, विशेषकर पिता या गुरु से संबंध में।
और अधिक जानकारी के लिए आप थे कुंडली वेबसाइट का प्रयोग कर सकते है। जो आपको एक सटीक जानकारी दे सकता है
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astrologyindia · 2 years
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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का वैवाहिक जीवन
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उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र भचक्र के 27 नक्षत्रों में से 12वां नक्षत्र है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र राशिचक्र की सिंह (प्रथमपद) और कन्या राशि (अंतिम तीन पद )में पड़ता है। इसका विस्तार राशिचक्र के 146.40 डिग्री से 160.00 डिग्री तक है। उत्तराफाल्गुनी में कुल चार तारे होते हैं और ये इस तरह स्थित होते हैं कि देखने में ये पलंग के सिरहाने जैसे दिखते हैं। तारों की संख्या को लेकर, विशेषज्ञों में मतभेद है जिनके अनुसार इसमें दो तारे हैं। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के अधिष्ठाता देव आर्यमान है। इस नक्षत्र पर सूर्य का प्रभुत्व है। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का अर्थ है - पीछे वाला। 
भारतीय खगोल मे यह 12 वा नक्षत्र ध्रुव संज्ञक है। यह अत्यंत शुभ, विद्यादाता, राजसिक और स्त्री नक्षत्र है। यह पूर्व दिशा का स्वामी है और इसके अधिकतर गुण-दोष पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र जैसे ही है। केवल अंतर सूर्य के कारण है। यह नक्षत्र प्रकाश दायक, क्रूर, तीक्ष्ण, भाग्य दायक और ऊर्जा से भरपूर है। इस नक्षत्र पर सूर्य के प्रभाव के कारण ही इसमें ये सभी गुण विद्यमान होते हैं। यह संरक्षण और सहायता देने वाला नक्षत्र है।  यह नक्षत्र मुख्यतः प्रेम, विवाह, रिश्तेदारी और आनंद का प्रतीक है। इस नक्षत्र में विवाह की बातचीत व विवाह अत्यंत शुभ फलप्रदायी है। उत्तराफाल्गुनी में जन्मा जातक आध्यात्मिक या तन्त्र-मन्त्र में अत्यधिक रुचि रखता है।
पारिवारिक जीवन-
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र / Uttara Phalguni Nakshatra में जन्मा जातक अपने पारिवारिक जीवन से बहुत ही संतुष्ट रहता है। ऐसा जातक परिवार के प्रति अत्यंत जिम्मेदार होता है। ये अपने घर परिवार के हर मामले में अत्यंत सजग रहते हैं। ये अपने परिवार और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं। हालांकि इस नक्षत्र में जन्मे जातक कुछ क्रोधी और जिद्दी भी होते हैं। ये दूसरो पर हावी होने का प्रयास करते हैं और इनका आक्रामक स्वभाव परिवार के लोगों में तनाव और कठिनाइयों का कारण बन सकता है। जातक किसी भी रिश्ते को लम्बा निभाने के लिए प्रयासरत रहता है और यही कारण है कि इनके आपसी सम्बन्ध बहुत अच्छे रहते हैं। यह लोग समाज में एक अच्छा स्थान रखते हैं और  प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं। जीवन साथी व संतान का सुख इन्हें प्राप्त होता है। ये अधिकतर दिखावे में विश्वास करते हैं जो इन्हें नहीं करना चाहिए।
दाम्पत्य जीवन-
इस नक्षत्र में जन्में लोगों का वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा रहता है। संतोषप्रिय प्रवृत्ति के कारण अपने वैवाहिक जीवन से आप अत्यंत ख़ुश रहते हैं। इस नक्षत्र में जन्में लोगों को एक अच्छा जीवनसाथी मिलता है जो घर के कामकाज में अत्यंत कुशल होता है और शांतिप्रिय व मृदुभाषी होता है। ऐसे लोगों की गणित और विज्ञान में विशेष रुचि होती है और वे अध्यापन एवं प्रशासन के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। मॉडलिंग व अभिनय के क्षेत्र में भी वे सफल होते हैं। प्रदर्शन और दिखावे से दूर रहना इनके स्वभाव में होता है।
इस नक्षत्र में जन्मी महिलाओं का वैवाहिक जीवन अत्यंत सामान्य बना रहता है। हालांकि संतान होने के बाद इन महिलाओं के दांपत्य जीवन में दुगुनी ख़ुशी आ जाती है। इनके पति और इनके बच्चे इन्हें बेहद प्यार करते हैं। ये महिलाएं अच्छी गृहिणी होती हैं और घर के सभी कामों को बहुत निपुणता से संभालती हैं। इनका विवाह एक अमीर परिवार में होता है। इस नक्षत्र की महिलाओं में एक अवगुण है कि इन्हें अपने पैसों का दिखावा करना अत्यंत पसंद है। इस वजह से अक्सर दूसरी महिलाएं इनसे ईर्ष्या करती हैं। इस कारण इनके वैवाहिक रिश्ते भी प्रभावित होते हैं।
हर क्षेत्र की तरह, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में जन्में पुरुषों का वैवाहिक जीवन बहुत ही स्वस्थ और सुखी व्यतीत होता है। जीवनसाथी के साथ इनके संबंध बहुत सुगम और सरल होते हैं। इनके बीच आमतौर पर मनमुटाव की स्थिति कम ही होती है। इनकी महिला जीवनसंगिनी इनके लिए अत्यंत सौभाग्यशाली रहती है।
सकारात्मक पक्ष -
इस नक्षत्रप में जन्मे लोग दयालु और दानी होते हैं। इसके अलावा ऐसे जातक साहसी, धैर्यवान, ऊर्जा से भरे, कीर्तिवान, विद्वान, चतुर, बुद्धिमान, सही निर्णय लेने वाले, पूर्वाभास की क्षमता रखने वाले, अध्ययनशील, गणित, साहित्य एवं भाषा आदि में विशेष प्रवीण होते हैं। जातक अपने पुरुषार्थ से धनोपार्जन करने में सफल होते हैं और सामाजिक ख्याति भी बहुत मिलती है। जातक का विवाह तुला राशि या तुला लग्न वाले जीवन साथी से अति उत्तम माना गया है।
नकारात्मक पक्ष -
इस नक्षत्र में जन्में लोगों पर सूर्य का अत्यधिक असर रहता है। यदि सूर्य और बुध की स्थिति जन्म कुंडली में अच्छी ना हो तो व्यक्ति अनैतिक आचरण में रत रहता है। और विवाह के अतिरिक्त भी सम्बन्ध बना सकता है।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का वैदिक मंत्र -
ॐ दैव्या वद्धर्व्यू च आगत गवं रथेन सूर्य्यतव्चा ।
मध्वायज्ञ गवं समञ्जायतं प्रत्नया यं वेनश्चित्रं देवानाम ।
ॐ अर्यमणे नम: ।
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के दुष्प्रभावों को काम करने के उपाय-
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के बुरे प्रभावों से बचने के लिए जातक को सूर्य भगवान की पूजा करनी चाहिए।
सूर्य भगवान् को जल चढा़ना उत्तम उपाय होता है। और साथ ही साथ आदित्य हृदय स्त्रोत्र भी पढ़ना चाहिए। 
गायत्री मंत्र का जाप करना भी शुभ परिणाम लाता है।
सिंह पर विराजमान माँ दुर्गा और काली मां की पूजा उपासना भी इस नक्षत्र के लिए अत्यंत उपयोगी है।
लाल, सुनहरे, हरे, सफेद इत्यादि रंगों का उपयोग करना भी अच्छा माना गया है।
बहुत अधिक भड़कीले वस्त्रों से बचना चाहिए।
इस नक्षत्र के जातक, सात रत्ती के पन्ने की अंगूठी सोने में पहन सकते हैं। 
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tgop123 · 2 months
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Astrology Signs and Zodiac Signs with Horoscope Signs Dates
Astrology signs, also known as zodiac signs, are twelve segments of the sky that divide the ecliptic plane. Each sign represents specific personality traits, strengths, and astrology signs and zodiac signs weaknesses. Here are the twelve astrology signs with their corresponding dates:
Aries (मेष): March 21 – April 19 (21 मार्च – 19 अप्रैल)
Taurus (वृषभ): April 20 – May 20 (20 अप्रैल – 20 मई)
Gemini (मिथुन): May 21 – June 20 (21 मई – 20 जून)
Cancer (कर्क): June 21 – July 22 (21 जून – 22 जुलाई)
Leo (सिंह): July 23 – August 22 (23 जुलाई – 22 अगस्त)
Virgo (कन्या): August 23 – September 22 (23 अगस्त – 22 सितंबर)
Libra (तुला): September 23 – October 22 (23 सितंबर – 22 अक्टूबर)
Scorpio (वृश्चिक): October 23 – November 21 (23 अक्टूबर – 21 नवंबर)
Sagittarius (धनु): November 22 – December 21 (22 नवंबर – 21 दिसंबर)
Capricorn (मकर): December 22 – January 19 (22 दिसंबर – 19 जनवरी)
Aquarius (कुंभ): January 20 – February 18 (20 जनवरी – 18 फरवरी)
Pisces (मीन): February 19 – March 20 (19 फरवरी – 20 मार्च)
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Free Astrology Kundli by Date of Birth
A Kundli, or horoscope chart, is an astrological chart created based on one’s date, time, and place of birth. It provides a detailed analysis of planetary positions and their impact on various aspects of life. Free online Kundli services are available on various websites:
AstroSage: Comprehensive Free Astrology Kundli by Date of Birth generation in Hindi and English.
Astrobix: Offers detailed Kundli analysis.
Indian Astrology Portals: Multiple sites providing free Kundli services.
जन्मतिथि के अनुसार मुफ्त ज्योतिष कुंडली
कुंडली या जन्म पत्रिका एक ज्योतिषीय चार्ट है जो व्यक्ति की जन्म तिथि, समय और स्थान के आधार पर बनाया जाता है। यह ग्रहों की स्थिति और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव का विस्तृत विश्लेषण प्रदान करता है। विभिन्न वेबसाइटों पर मुफ्त ऑनलाइन कुंडली सेवाएं उपलब्ध हैं:
AstroSage: हिंदी और अंग्रेजी में विस्तृत ��ुंडली सेवाएं।
Astrobix: विस्तृत कुंडली विश्लेषण प्रदान करता है।
Indian Astrology Portals: कई साइट्स मुफ्त कुंडली सेवाएं प्रदान करती हैं।
Numerology Number
Numerology is the study of numbers and their mystical significance in our lives. By using one’s date of birth and full name, numerologists can determine key numbers that horoscope signs dates influence various aspects of a person’s life. The main numerology numbers are:
Life Path Number: Derived from your full birth date.
Expression Number: Based on your full name at birth.
Soul Urge Number: Based on the vowels in your full name.
Personality Number: Based on the consonants in your full name.
अंक ज्योतिष संख्या
अंक ज्योतिष हमारे जीवन में संख्याओं और उनके रहस्यमय महत्व का अध्ययन है। जन्मतिथि और पूरे नाम का उपयोग करके, अंक ज्योतिषी प्रमुख संख्याओं का निर्धारण कर सकते हैं जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करती हैं। मुख्य अंक ज्योतिष संख्याएं हैं:
लाइफ पाथ नंबर: आपकी पूरी जन्मतिथि से निकलता है।
एक्सप्रेशन नंबर: आपके जन्म के समय पूरे नाम से निकाला जाता है।
सोल अर्ज नंबर: आपके नाम के स्वरों से निकाला जाता है।
पर्सनैलिटी नंबर: आपके नाम के व्यंजनों से निकाला जाता है।
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bhagyachakra · 2 years
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।। नमो नमः ।। ।।भाग्यचक्र ।। आज का पञ्चाङ्ग :- संवत :- २०७९ दिनांक :- 17 नवम्बर 2022 सूर्योदय :- 06:42 सूर्यास्त :- 17:42 सूर्य राशि :- तुला चंद्र राशि :- सिंह मास :- अगहन तिथि :- अष्टमी ( अष्टमी तिथि प्रातः 07:58 तक तत्पश्चात नवमी ) वार :- गुरु��ार नक्षत्र :- मघा योग :- इंद्र करण :- तैतिल अयन:- दक्षिणायन पक्ष :- कृष्ण ऋतू :- शरद लाभ :- 12:12 - 13:34 अमृत:- 13:35 - 14:57 शुभ :- 16:20 - 17:42 राहु काल :- 13:35 - 14:57 जय महाकाल महाराज :- *गुरुवार विशेष:-* गुरुवार के दिन प्रयास करें के न तो किसी को उधार दें और न हीं किसी से उधार लेवें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति खराब हो सकती है और आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। आज का मंत्र :- ""|| ॐ बृं बृहस्पतये नमः।। ||"" *🙏नारायण नारायण🙏* जय महाकालेश्वर महाराज। माँ महालक्ष्मी की कृपा सदैव आपके परिवार पर बनी रहे। 🙏🌹जय महाकालेश्वर महाराज🌹🙏 महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग का आज का भस्म आरती श्रृंँगार दर्शन। 17 नवम्बर 2022 ( गुरुवार ) जय महाकालेश्वर महाराज। सभी प्रकार के ज्योतिष समाधान हेतु। Whatsapp@9522222969 https://www.facebook.com/Bhagyachakraujjain शुभम भवतु ! 9522222969 https://www.instagram.com/p/ClDCGyyS2Ny/?igshid=NGJjMDIxMWI=
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