#एमए पास
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South Eastern Railway- दक्षिण पूर्व रेलवे के नए सीपीआरओ ओपी चरण ने कार्यभार संभाला
जमशेदपुर: दक्षिण पूर्व रेलवे के नये मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के रूप में ओम प्रकाश चरण ने शुक्रवार को अपना पदभार संभाल लिया है. इससे पहले श्री चरण खड़गपुर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक थे. 2013 बैच के भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) अधिकारी, चरण ने जोधपुर विवि से राजनीति विज्ञान में एमए पूरा किया.(नीचे भी पढ़े) उनके पास ट्रेन परिचालन और रेलवे के वाणिज्यिक पहलुओं का व्यापक अनुभव है. रेलवे में…
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थाला फॉर ए रीजन... 7 पारी से गेंदबाजों का जीना कर रखा था हराम, अब धोनी ने खुद दान दिया विकेट
चेन्नई: थाला फॉर ए रीजन... सोशल मीडिया पर इस लाइन की बाढ़ काफी समय से देखने को मिल रही है। पहले के फैंस इसका इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब मीम्स में इसका यूज किया जाता है। को फैंस धोनी और उनके नंबर 7 से कनेक्ट करते हैं। कही भी नंबर 7 से जुड़ी बात हो तो फैंस थाला फॉर ए रीजन से इसे जोड़ देते हैं। अब धोनी ने खुद ही थाला फॉर ए रीजन वाला काम कर दिया है। 7 पारी बाद आउट हुए धोनी महेंद्र सिंह धोनी का में बल्ला खूब हो रहा है। पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच से पहले धोनी पूरे सीजन में आउट ही नहीं हुए थे। अंतिम ओवरों में क्रीज पर आकर धोनी छक्के चौके उड़ा रहे थे। शुरुआत 9 मैचों की 7 पारियों में धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 96 रन बनाए थे। ये रन उन्होंने सिर्फ 37 गेंदों पर ठोके थे। इसमें 8 छक्के और 9 चौके शामिल थे। लेकिन पंजाब किंग्स के खिलाफ धोनी रन आउट हो गए। धोनी ने खुद दे दिया विकेट चेन्नई सुपर किंग्स की पारी के आखिरी गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी रन आउट हुए। उन्हें पता था कि पूरी कोशिश के बाद भी दूसरा रन पूरा नहीं होगा। इसके बाद भी धोनी भागे और रन आउट हो गए। अर्शदीप सिंह की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर थर्ड मैन के तरफ गई थी। वहां से हर्षल पटेल ने विकेटकीपर के पास सटीक थ्रो मारा। धोनी क्रीज के बाहर रह गए और 7 पारी बाद आईपीएल 2024 में आउट होना पड़ा। उनके फैंस को थाला फॉर ए रीजन बोलने की एक और वजह मिल गई। पंजाब किंग्स की आसान जीत एमए चिदंबरम स्टेडियम में बुधवार को स्पिनर हरप्रीत बराड़ और राहुल चाहर ने 2-17 और 2-16 के किफायती गेंदबाजी स्पेल में दो-दो विकेट लिए, जबकि जॉनी बेयरस्टो और रिले रूसो ने उपयोगी 40 रन बनाए, जिससे पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की। बराड़ और चाहर ने बीच के ओवरों में अपनी लाइन और लेंथ के जरिए सीएसके की बल्लेबाजी पर ब्रेक लगाया। चेन्नई ने 162 रन बनाए और पंजाब ने 18वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। http://dlvr.it/T6J9X2
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अल्लामा इकबाल : सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
नई तहरीक : रायपुर
अल्लामा मोहम्मद इकबाल की पैदाईश 9 नवंबर सन् 1877 को सूबे पंजाब के स्यालकोट जिले में हुई। आपके वालिद शेख नूर मोहम्मद कारोबारी थे। आपका खानदान कश्मीर से पंजाब आकर मुकीम हुआ था। इकबाल साहब ने अरबी और उर्दू की तालीम मदरसे से हासिल कर मिशनरी स्कूल से मिडिल पास किया। उसके बाद आपने सन् 1899 में लाहौर से गे्रजुएशन और फिलासफी से एमए किया। उसके बाद आप फिलासफी के टीचर हो गए। Read More
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Reporter kaise bane
Reporter kaise bane
रिपोर्टर बनने के लिए स्टूडेंट्स का किसी भी संकाय से 12th या ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है, फिर उसके बाद मीडिया से संबंधित डिग्री या डिप्लोमा करके न्यूज़ रिपोर्ट बना जा सकता है, लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि मीडिया कोर्स में एडमिशन लेने स�� पहले आप ये डिसाइड करें कि आप News चैनल में रिपोर्टर बनना चाहते हंबय फिर न्यूज़पेपर में या डिजिटल मीडिया में, उसी के अनुसार आपको कोर्स का चयन करना चाहिए। जिससे आपको सफलता मिलना तय हो जाता हैं।
Reporter banne ke liye Course
रिपोर्टर बनने के लिए अनेकों कोर्स विभिन्न यूनिवर्सिटीज में संचालित किए जा रहे हैं, जिनमे आप एडमिशन लेकर News Reporting के फील्ड में कैरियर बना सकेंगे। आप रिपोर्टर बनने के लिए जर्नलिज्म एंड मॉस कॉम्युनिकेशन से जुड़े कोर्स कर सकते हैं, जोकीं निम्न हैं-
Journalism and mass communication course after 12th
डिप्लोमा इन जर्नलिज्म बैचलर ऑफ जर्नलिज्म (BJ) बीए इन जर्नलिज्म बीए इन जर्नलिज़म एंड मास कॉम्युनिकेशन डिप्लोमा इन टीवी जर्नलिज्म डिप्लोमा इन प्रिंट जर्नलिज्म डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया डिप्लोमा इन प्रिंट मीडिया डिप्लोमा इन डिजिटल मीडिया बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन (BJMC) बीएससी मास कॉम्युनिकेशन बैचलर ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (BMC) बीएससी इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
Journalism and mass communication course after graduation
पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म मास्टर ऑफ जर्नलिज्म (MJ) एमए इन जर्नलिज्म एमए इन जर्नलिज़म एंड मास कॉम्युनिकेशन पीजी डिप्लोमा इन टीवी जर्नलिज्म पीजी डिप्लोमा इन प्रिंट जर्नलिज्म पीजी डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पीजी डिप्लोमा इन प्रिंट मीडिया पीजी डिप्लोमा इन डिजिटल मीडिया मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन (MJMC) एमएससी मास कॉम्युनिकेशन मास्टर ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (MMC) एमएससी इन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
Mass Communication & Journalism Course kaise kare
रिपोर्टर बनने के लिए आप अपनी योग्यता के अनुसार उपरोक्त कोर्स में से कोई सा भी कोर्स कर सकते हैं, लेकिन इन कोर्स में एडमिशन आपको दो तरह से मिल सकता है। एक तो आप डायरेक्ट ही Media College में एडमिशन ले सकते हैं और दूसरा आप प्रवेश परीक्षा पास करके इंडिया के बेस्ट मीडिया कॉलेजों में प्रवेश पा सकते हैं।
Mass Communication & Journalism Course Entrance exam
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (IIMC) एंट्रेंस एग्जाम माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम जामिया मिलिया इस्लामिया एंट्रेंस एग्जाम चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम हैदराबाद यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ कॉम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम मनोरमा इंस्टिट्यूट ऑफ मॉस कॉम्युनिकेशन एंट्रेंस एग्जाम मुंबई यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम, आदि
Career scope as a Reporter in Hindi
रिपोर्टिंग के फील्ड में आज के समय मे बहुत ही उम्दा कैरियर विकल्प मौजूद हैं। इस फील्ड की खास बात तो यही है कि इसमे कैरियर के भरपूर अवसर मौजूद हैं। एक रिपोर्टर के तौर पर आप न्यूज़ चैनल में जॉब कर सकते हैं। इतना ही नही आप न्यूज़पेपर और न्यूज़ पोर्टल्स में भी न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर जॉब कर सकते हैं।
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मौजूदा समय मे न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़पेपर की कमी नही है, ये न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़पेपर्स हर बड़े शहर में अपने News Reporter नियुक्त करते हैं। इसके अलावा सभी न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़पेपर अपने न्यूज़ पोर्टल्स के लिए भी कंटेन्ट राइटर हायर करते हैं। इसके अलावा आप न्यूज़ पोर्टल्स और न्यूज़ वेबसाइटों में भी रिपोर्टर की जॉब ��र सकते हैं।
वैसे तो आजकल काफी लोग मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म कोर्स किये हुए भी बेरोजगार नजर आ रहे हैं, लेकिन असल मे उनके पास वो नॉलेज वो स्किल्स और टैलेंट नही होता है, जो एक रिपोर्टर या मीडियाकर्मी में होनीं चाहिए, जिस वजह से उनको जॉब नही मिल पाती है। जिन लोगों को मीडिया इंडस्ट्री में जॉब नही मिल पा रही है, उनके लिए आगे आर्टिकल में हम एक बेहतरीन रिपोर्टर बनने का तरीका बताएंगे, जिसके जरिये वे अच्छी- खासी कमाई भी कर सकेंगे।
Mass Communication & Journalism me Career ke kya option hain
मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म से संबंधित कोर्स करने के बाद आप रिपोर्टर के अलावा मीडिया के अन्य क्षेत्रों व फ़िल्म इंडस्ट्री में भी कैरियर बना सकते हैं। चलिये जानते हैं, आप रिपोर्टर के अलावा Mass Communication & Journalism कोर्स के बाद और क्या-क्या बन सकते हैं।
फ़िल्म डायरेक्टर असिस्टेंट डायरेक्टर न्यूज़ एंकर कास्टिंग डायरेक्टर आर्ट डायरेक्टर फ़िल्म प्रोडक्शन मैनेजर फिल्म स्क्रिप्ट राइटर स्क्रीनप्ले राइटर वीडियो एडिटर साउंड इंजीनियर सिनेमेटॉग्राफर पब्लिक रिलेशन ऑफिसर इवेंट मैनेजर सेलिब्रिटी मैनेजर क्रिएटिव एड राइटर कंटेंट राइटर सोशल मीडिया मैनेजर
Reporter ko salary kitni milti hai
एक अच्छे रिपोर्टर को सैलरी 50 हजार से लेकर कई लाख रुपये मासिक हो सकती है, ये डिपेंड करता है कि आपको News Reporting के फील्ड में कितना नॉलेज है और आप कितने बड़े मीडिया हाउस में जॉब कर रहे हैं।
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अगर आप फ्रेशर हैं तो आपको इस फील्ड में 10 से 15 हजार के बीच सैलरी मिल जाती है। अगर आपको एक से 2 साल का अनुभव है तो आपको 20 से 30 हजार के बीच मासिल सैलरी मिल सकती है। इसी तरह से जैसे- जैसे आपको एक्सपीरिएंस बढ़ता जाता है, उसी तरह आपकी सैलरी में बढ़ोतरी होती रहती है।
Reporter banne ke liye skills
राइटिंग स्किल्स प्रेजेंटेशन स्किल गुड़ कॉम्युनिकेशन स्किल न्यूज सेंस कैमरा फ्रेंडली न्यूज़ राइटिंग हिंदी एंड इंग्लिश की अच्छी जानकारी मीडिया एथिक्स की जानकारी।
Mass Communication & Journalism Course ki Fees
इस कोर्स की फीस इस बात पर निर्भर करती है कि स्टूडेंट्स किस तरह के मीडिया कॉलेज से जर्नलिज्म कोर्स कर रहे हैं। अगर आप गवर्नमेंट Media College से मीडिया कोर्स करते हैं तो वंहा पर फीस 5 हजार से लेकर 25 हजार सालना तक होती है। यदि स्टूडेंट्स निजी मीडिया कॉलेज से कोर्स करते हैं तो वंहा पर फीस 40 हजार से 1 लाख सालना तक होती है।
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Mass Communication and Journalism College
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन नई दिल्ली पुणे यूनिवर्सिटी जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली इलाहाबाद यूनिवर्सिटी माखन लाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल मनोरमा इंस्टिट्यूट ऑफ कॉम्युनिकेशन बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी हैदराबाद यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी गुरुघासीदास यूनिवर्सिटी बिलासपुर छत्तीसगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी ISOMES मीडिया कॉलेज सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ कॉम्युनिकेशन, आदि
Reporter kaise bane इससे संबंधित गूगल में सर्च किये जाने वाले प्रश्न-
TV news reporter kaise bane
टीवी न्यूज रिपोर्टर बनने के लिए स्टूडेंट्स को ऐसे ही मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म कोर्स नही करना चाहिए, बल्कि उनको टीवी न्यूज रिपोटिंग या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या टीवी जर्नलिज्म में डिप्लोमा या डिग्री करना चाहिए। इसमे सिर्फ आपको टीवी जर्नलिज्म के बारे में पढ़ाया जाता है, जिससे आपको टीवी न्यूज इंडस्ट्री का अच्छा नॉलेज हो जाता है। इस वजह से आपको आसानी से TV News Reporter की जॉब मिल सकती है।
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वंही अगर आप सिर्फ मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करते हैं तो इसमे आपको टीवी न्यूज रिपोर्टिंग, न्यूज़ पेपर रिपोर्टिंग, वेब जर्नलिज्म, सिनेमा व एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन आदि की जानकारी दी जाती है। इसमे मीडिया और फ़िल्म प्रोडक्शन के सभी सब्जेक्ट के बारे बेसिक पढ़ाया जाता है। जिस वजह से आपको टीवी न्यूज रिपोर्टिंग की भी बेसिक जानकारी ही हो पाती है, जब आपको इस फील्ड का अच्छा नॉलेज नही होगा तो फिर टीवी न्यूज रिपोर्टर की जॉब मिलेगी कैसे?
इसलिए टीवी न्यूज रिपोर्टर बनने के लिए आप टीवी जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में डिग्री या डिप्लोमा करना चाहिए। जिससे आपको टीवी न्यूज इंडस्ट्री का अच्छा नॉलेज होगा और आपको आसानी से जॉब भी मिल जाएगी।
Crime reporter kaise bane
क्राइम रिपोर्टर बनने के लिए कैंडिडेट को बहुत तेज तर्रार और निडर होने की जरूरत होती है, क्योंकि क्राइम रिपोर्टर क्राइम से संबंधित न्यूज़ को कवर करते हैं, जिसमे उनको काफी खतरा भी रहता है। अगर आपको टीवी इंडस्ट्री में क्राइम रिपोर्टर बनना है तो आप टीवी जर्नलिज्म, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबंधित कोर्स करना चाहिए। अगर आपको न्यूज़ पेपर में क्राइम रिपोर्टर बनना है तो आपको प्रिंट जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करना ज्यादा बेहतर होगा।
Media reporter kaise bane
मीडिया रिपोटर बनने के लिए आप सबसे पहले ये निश्चित करें कि आपको किस मीडिया में रिपोर्टर बनना है। अगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसेकि टीवी में रिपोर्टर बनना है तो आप इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या टीवी जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करें। अगर समाचारपत्र में मीडिया रिपोटर बनना है तो प्रिंट मीडिया से संबंधित कोर्स करें।
Press reporter kaise bane
प्रेस रिपोर्टर बनने के लिए भी आपको सबसे पहले ये डिसिजन लेना होगा कि आपको टीवी में प्रेस रिपोर्टर बनना है या फिर न्यूज़ पेपर में, फिर उसी के अनुसार आप मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करें।
Sport Reporter kaise bane
अगर आपको स्पोर्ट फील्ड में रुचि है और आपको स्पोर्ट जैसेकि क्रिकेट या अन्य किसी खेल का बहुत अच्छा नॉलेज है, तो फिर आप मीडिया से संबंधित कोर्स करके बड़े आसानी से स्पोर्ट रिपोर्टर बन सकते हैं।
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पत्रकार बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है?
न्यूज़ रिपोर्टर भी पत्रकार ही होते हैं और पत्रकार बनने के लिए आप मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा कर सकते हैं। अगर टीवी इंडस्ट्री में पत्रकार बनना है तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और टीवी जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा करें।
रिपोर्टर कोर्स करने के बाद जॉब कैसे मिलती है।
जब पा मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिग्री या डिप्लोमा कर लेते हैं तो फिर उसके बाद आपको इंटर्नशिप करनी पड़ती है। अगर आप टीवी न्यूज चैनल में रिपोर्टर बनना चाहते हैं तो आप किसी अच्छे न्यूज़ चैनल में इंटर्नशिप करें। अगर आप न्यूज़पेपर में जॉब करना चाहते हैं तो आपको अच्छे न्यूज़ पेपर मे��� इंटर्नशिप करना चाहिए। फिर इंटर्नशिप पूरी करने के बाद आप विभिन्न मीडिया संस्थानों में जॉब पा सकते हैं।
पत्रकारिता का कोर्स कितने साल का होता है?
पत्रकारिता यानिकि जर्नलिज़म एंड मास कॉम्युनिकेशन कोर्स 1 साल से लेकर 3 साल तक के होते हैं। बैचलर डिग्री 3 साल मास्टर डिग्री 2 साल, डिप्लोमा 2 साल और पीजी डिप्लोमा 1 साल का होता है।
पत्रकार (Journalist) के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?
जर्नलिस्ट बनने के लिए कैंडिडेट के मास जर्नलिज़्म एंड मास कॉम्युनिकेशन में डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए।
रिपोर्टर बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट ले?
रिपोर्टर बनने के लिए कैंडिडेट किसी भी सब्जेक्ट से 12th या ग्रेजुएशन पास होना चाहिए। उसके बाद इस फील्ड से संबंधित आप कोर्स कर सकते हैं।
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मैं 12वीं के बाद पत्रकारिता कैसे ज्वाइन कर सकता हूं?
आपको 12वीं के बाद पत्रकारिता जॉइन करने के लिए मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म में डिप्लोमा या बैचलर डिग्री कोर्स करना होगा।
क्या मैं बिना डिग्री के पत्रकार बन सकता हूं?
पत्रकार बनने के लिए मीडिया कोर्स करना कोई जरूरी नही है। अगर आपकी रीडिंग और राइटिंग स्किल अच्छी है मीडिया इंडस्ट्री के रूल, रेगुलेशन से अच्छी तरह रूबरू हैं तो फिर आप बिना कोर्स किये ही पत्रकार बन सकते हैं। पहले तो मीडिया कोर्स भी नही हुआ करते थे, तब लोग बिना कोर्स किये ही पत्रकारिता करते थे। आज भी बहुत से ऐसे पत्रकार हैं, जिन्होंने कोई भी पत्रकारिता में डिग्री या डिप्लोमा नही किया है।
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मीडिया में जॉब कैसे करे?
मीडिया में जॉब करने के लिए आपको सबसे पहले मीडिया से संबंधित कोर्स करना होता है, फिर मीडिया इंडस्ट्री में इंटर्नशिप करनी पड़ती है, फिर उसके बाद आप इस फील्ड में जॉब कर सकते हैं।
क्या मैं बीए के बाद पत्रकारिता कर सकता हूं?
हां, आप बीए करने के बाद पत्रकरिता की शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी भी न्यूज़पेपर या न्यूज़ चैनल में इंटर्नशिप करें। फिर उसके बाद पत्रकरिता कर सकते हैं।
क्या मैं खुद को पत्रकार कह सकता हूं?
अगर आप मीडिया इंडस्ट्री में फ़ोटो जर्नलिस्ट, रिपोर्टर, एडिटर, कैमरामैन हैं तो आप खुद को पत्रकार कह सकते हैं।
एक लोकल न्यूज़ एंकर कितना कमाता है?
एक लोकल न्यूज़ एंकर वह होता है, जोकीं लोकल लेवल या छोटे- मोटे न्यूज़ चैनल में एंकरिंग करता है, उसकी सैलरी 15 से 25 हजार के बीच होती है।
रिपोर्टर का काम क्या है?
रिपोर्टर का काम अपने मीडिया संगठन के लिए न्यूज़ एकत्र करना या फील्ड में जाकर रेपिर्टिंग करना, न्यूज़ लिखना और प्रस्तुत करना होता है।
पत्रकारिता के लिए सबसे अच्छी डिग्री कौन सी है?
पत्रकारिता के लिए सबसे अच्छी डिग्री बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन या मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कॉम्युनिकेशन होती है।
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रिपोर्टर कितने प्रकार के होते हैं?
रिपोर्टर कई तरह के होते हैं। छोटे- मोटे मीडिया संस्थानों में तो सीमित ही रिपोर्टर ��ोते हैं, लेकिन बड़े मीडिया संस्थानों में हर क्षेत्रों के अलग- अलग रिपोर्टर होते हैं, जैसेकि स्पोर्ट रिपोर्ट, क्राइम रिपोर्टर, इकोनॉमिक रिपोर्टर, आदि।
पत्रकार कौन बन सकता है?
कोई भी 12th या ग्रेजुएशन किया हुआ कैंडिडेट पत्रकार बन सकता है। बशर्ते उसकी उम्र 18 से 35 साल के बीच हो तो अच्छा है।
पत्रकार बनने के लिए कौन सा कॉलेज सबसे अच्छा है?
पत्रकार (journalist) बनने के लिए इंडिया में सबसे अच्छा कॉलेज इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (IIMC) है, जोकीं नई दिल्ली में हैं।
दैनिक भास्कर के पत्रकार कैसे बने?
दैनिक भास्कर में पत्रकार बनने के लिए सबसे पहले आप पत्रकारिता में डिग्री या डिप्लोमा हासिल करें। फिर उसके बाद किसी अच्छे न्यूज़पेपर में इंटर्नशिप करें। फिर उसके बाद आप दैनिक भास्कर या अन्य अच्छे समाचार पत्रों में पत्रकार बन सकते हैं।
पत्रकारिता कोर्स के बाद अगर जॉब न मिले, तो क्या करें?
अगर किसी कारणवश आपको पत्रकारिता कोर्स करने के बाबजूद जॉब नही मिल पाती है तो आपको निराश होने की जरूरत नही है, आप खुद का एक न्यूज पोर्टल शुरू कर सकते हैं, जोकीं आप 3 से 5 हजार में ही स्टार्ट कर सकते हैं। फिर आप एडसेंस और विज्ञापन के जरिए अच्छी खासी इनकम कर सकते हैं।
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दोस्तों उम्मीद करता हूँ, Reporter kaise bane, ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने इस फील्ड से जुड़ी सारी जानकारी डिटेल में दी है।
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Aligarh News:लव मैरिज के बाद एमए-बीएड पत्नी को पता चला कि पति है इंटर पास, तो मांगा तलाक - After Love Marriage Ma Bed Wife Know Husband Inter Pass
पति-पत्नी के बीच विवाद (फाइल फोटो) – फोटो : सोशल मीडिया विस्तार अलीगढ़ के अतरौली क्षेत्र की एमए-बीएड शिक्षित युवती ने एक युवक से परिवार को बिना बताए प्रेम विवाह कर लिया। मगर जब उसे पता चला कि उसका प्रेमी मात्र बारहवीं पास है, तो उसे यह धोखा लगा और उसने न्यायालय में तलाक की अर्जी दायर कर दी है। हालांकि परिवार न्यायालय के काउंसलर द्वारा दोनों को ��मझाने का प्रयास जारी है। अतरौली की एमए-बीएड…
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यूपी शिक्षक भर्ती 2021: एडेड जूनियर हाईस्कूल शिक्षा भवन में बिस्तर उम्मीदवारों के लिए 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए
यूपी शिक्षक भर्ती 2021: एडेड जूनियर हाईस्कूल शिक्षा भवन में बिस्तर उम्मीदवारों के लिए 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए
उत्तर प्रदेश के गैर-सरकारी सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में 1894 प्रिंसिपलों और सहायक अध्यापकों की भर्ती के संबंध में आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर एक नया नोटिस जारी किया गया है। इसके अनुसार, भर्ती में केवल वही बीएड उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिनके स्नातक में कम से कम 50% अंक हों। नोटिस में यह भी कहा गया है कि स्नातक में 50% से कम अंक वाले उम्मीदवारों के आवेदन को रद्द माना जाएगा और वे…
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#18 अप्रैल 2021 को शिक्षक भर्ती परीक्षा#18 अप्रैल 2021 परीक्षा में शिक्षक भर्ती#1894 पदों के लिए शिक्षक भर्ती#1894 पदों के लिए शिक्षक भर्ती।#DElEd 2021#DElEd।#UP Shikshak bharti लेटेस्ट न्यूज़#UPBEd#updeled.gov.in#अपडाउन हुआ#ऊपर shikshak bharti#एडेड जूनियर हाई स्कूल शिक्षक भर्ती#एमए पास#एमए बी.एड.#एमए बीएड#ऑनलाइन पंजीकरण#जूनियर हाई स्कूल शिक्षक भर्ती#डलाडे#डलाडे 2021#परिणाम#परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय#बिस्तर#बिस्तर।#यूपी में वैकेंसी#यूपी शिक्षक भर्ती 2021#यूपी शिक्षक भर्ती 3 मार्च से#रोजगार समाचार#शिक्षक भर्ती#शिक्षक भर्ती 2021#शिक्षक भर्ती की तैयारी तेज
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MA Pass (Sarkari Naukri) Trailer: रिलीज होते ही छाया 'एमए पास (सरकारी नौकरी)' का ट्रेलर, हर सीन पर लोटपोट हो रहे लोग, मिले लाखों व्यूज
MA Pass (Sarkari Naukri) Trailer: रिलीज होते ही छाया ‘एमए पास (सरकारी नौकरी)’ का ट्रेलर, हर सीन पर लोटपोट हो रहे लोग, मिले लाखों व्यूज
Image Source : TWITTER MA Pass (Sarkari Naukri) Trailer Highlights लोगों को पसंद आया ट्रेलर इन दो सीरीज से दिल जीत चुके हैं सनी ये है फिल्म की स्टार कास्ट MA Pass (Sarkari Naukri) Trailer: ‘बीए पास’ सीरीज की दो अद्भुत फिल्में पेश करने के बाद प्रोडक्शन ��ंपनी फिल्मीबॉक्स अब पेश करने जा रहा है इसी कड़ी की अगली और तीसरी फिल्म जो इसी सीरीज की पिछली दोनों फिल्मों से और भी ज्यादा रोचक और दिलचस्प…
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धूमधाम से मनाया गया वेंक्टेश्वरा समूह का स्थापना दिवस।
यज्ञ, हवन, रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण, भण्डारा, सांस्कृतिक संध्या समेत एक दर्जन से अधिक कार्यक्रम किये गये आयोजित।
पिछले एक दशक में देश में ऊर्जा क्षेत्र मंे क्रांति आ गयी है- मुख्य अतिथि श्री हरि सिंह ढिल्लो, विधायक (एमएलसी), बीजेपी।
समूह चेयरमैन आदरणीय डॉ सुधीर गिरि का जन्मदिवस भी संयोगवश आज (27 जुलाई) होने के कारण प्रबन्धन एवं स्टॉफ सदस्यो ने छात्र-छात्राओ के साथ मिलकर 51वां जन्मदिन 51 किलो का केक काटकर मनाया।
इसके साथ ही आदरणीय जिलाधिकारी महोदय की गरिमामयी उपस्थित में आजादी के अमृत महोत्सव (75वें वर्ष) में “उज्जवल भारत-उज्जवल भविष्य” के तहत राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार के उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में शानदार तरीके से मनाया गया “बिजली महोत्सव-2022”।
स्थापना दिवस/जन्मदिवस पर समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने जनपदवासियों एवं आस-पास के जनपदो के गरीब लोगो के लिए एक दर्जन से अधिक कल्याणकारी योजनाओ का शुभारम्भ किया।
आज राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान के स्थापना दिवस (27 जुलाई) को बहुत ही धूमधाम तरीके से मनाया गया। इसी दिन समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने अपने जन्मदिवस पर अमरोहा, मेरठ समेत वेस्ट यूपी के गरीब लोगो के लिए एक दर्जन से अधिक कल्याणकारी योजनाओ का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर रक्तदान शिविर, यज्ञ, सांस्कृतिक संध्या, वृक्षारोपण, हवन, भण्डारा समेत एक दर्जन से अधिक आयोजन किये गये।
वेंक्टेश्वरा समूह के स्थापना दिवस एवं “उज्जवल भारत-उज्जवल भविष्य” (बिजली महोत्सव) कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री बीके त्रिपाठी, समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ राजीव त्यागी, कुलपति डॉ पीके भारती आदि ने सरस्वती माँ के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।
अपने सम्बोधन में समूह चेयरमैन डॉ सुधीर गिरि ने कहा कि वेंक्टेश्वरा समूह पिछले एक दशक से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं स्वाास्थय सेवाओ में अग्रणी रहा है। आज इसके 23वें स्थापना दिवस पर हम आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी एवं यशस्वी मुख्यमंत्री योगी जी के ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बीपीएल कार्डधारक दो सौ गरीब महिलाओ की निशुल्क डिलीवरी करेंगे। इसके अलावा साठ साल से ऊपर आयु के गरीब बुर्जुगो की आँखों का निशुल्क ऑपरेशन, निशुल्क चश्मा समेत बीकॉम, बीबीए, बीसीए पाठयक्रमों में प्रतिवर्ष एक दर्जन गरीब बच्चियों को निशुल्क शिक्षा देंगे। इसके साथ ही उन्होने एक दर्जन चिकित्सा एवं शिक्षा की निशुल्क कल्याणकारी योजनाओ का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री चन्द्रशेखर शुक्ला, अधिशासी अभियन्ता श्री प्रेमपाल सिंह, पीआरओ ऊर्जा विभाग श्री बिरेन्द्र सिंह चौहान, कुलसचिव डॉ पीयूष पाण्डे, मेरठ परिसर निदेशक डॉ प्रताप सिंह, डॉ राजेश सिंह, डॉ राकेश यादव, अलका सिंह, विम्स सलाहकार डॉ आरएनसिंह, डीन मेडिकल डॉ संजीव भट्, मुख्य प्रबन्धक विम्स एमए चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एनके कालिया, एचआर हेड शिवशंकर, एडीशनल लीगल डायरेक्टर देवप्रताप सिंह, डॉ ईकराम इलाही, डॉ संजय तिवारी, डॉ मोहित शर्मा, डॉ विवेक सचान, डॉ योगेश्वर शर्मा, डॉ एसएन साहू, डॉ राजवर्धन, डॉ ऐना ब्राउन, डॉ उमेश कुमार, प्रदीप शर्मा, सीएफओ विकास भाटिया, सीए दशमीत बग्गा, गुरूदयाल सिंह कटियार, बालाजी मलयप्पन, संदीप भान, लीगल मैनेजर लक्षमन्न आर, मारूफ चौधरी, विशाल शर्मा, डॉ विपिन कुमार, राजीव सिंह, अरूण गोस्वामी, सतेन्द्र सिंह बघेल, राकेश दोनिया, मौ फैजान, संजीव राय, संजीव राजपूत, नीरज गिरि, दीपक, ब्रजपाल, प्रीतपाल मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे। बहुत ही शानदार न्यूज़ कवरेज करने के लिए टीम मीडिया का हार्दिक आभार। धन्यवाद डॉ राजीव त्यागी प्रति कुलाधिपति श्री वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय मेरठ/ गजरौला उत्तर प्रदेश। 🙏
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झारखंड के युवा ने पलायन की जगह कृषि को चुना, आज बन गए हैं सफल किसान
झारखंड के युवा ने पलायन की जगह कृषि को चुना, आज बन गए हैं सफल किसान
जैविक खेती से सफलता की नई कहानी लिख रहा झारखंड का युवा किसान Image Credit source: TV9 Successful Farmer: अभिराम उरांव की गिनती आज उनके गांव और आस-पास के इलाके में एक सफल किसान के तौर पर होती है. उन्होंने विपरित परिस्थियों में कृषि को चुना, मेहनत किया और अब एक सफल युवा किसान हैं. झारखंड की क्षेत्रीय भाषा से एमए करने वाले अभिराम पूर्ण जैविक खेती करते हैं और किसानों को जैविक खेती करने की सलाह देते…
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दिल्ली के फ्लैट में 7 दिन तक पड़ी रही मां-बेटी की लाश का रहस्य क्या है!
नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के अपने फ्लैट में राजरानी (64) और उनकी बेटी गिन्नी करार (39) की हत्या को करीब एक हफ्ते बीत चुके थे। किसी को पता ही नहीं चला कि अंदर दो लाशें पड़ी हैं। बुधवार शाम को जब पुलिस की टीम फ्लैट में घुसी तो मंजर देखकर सन्न रह गई। कृष्णा नगर इलाके में चार मंजिला बिल्डिंग के पहले फ्लोर से तेज गंध आ रही थी। आसपास के लोगों को लग रहा था कि शायद कोई चूहा मर गया है या सीवर लाइन का ढक्कन खुला रह गया है। घर के लोगों ने पूरी बिल्डिंग की सफाई भी करवाई लेकिन किसी के दिमाग में ही नहीं आया कि पहले फ्लोर पर कुछ गड़बड़ हो सकता है। जब गंध नहीं रुकी तो उन्होंने पुलिस बुला ली। बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर रहने वाले विकास जैन ने हमारे सहयोगी अख��ार TOI को बताया कि उन्होंने चारों फ्लोर की सफाई कराई थी। फर्श, लिफ्ट, पार्किंग वाला हिस्सा और छत को भी सैनिटाइज कराया गया। जब इतने पर भी बदबू आती रही तो पहले RWA और बाद में पुलिस को सूचना दी गई। आसपास के लोगों का कहना है कि मां-बेटी ज्यादातर समय कमरे के अंदर ही रहती थीं और पड़ोसियों से बहुत कम बात होती थी। रात में पहले फ्लोर पर ज्यादा हलचल होने से पड़ोसी नाराज भी होते थे। कई बार झगड़ा भी हो चुका था। बताते हैं कि बुजुर्ग महिला लगातार काम करने वाली नौकरानी बदलती रहती थी। देर रात आते थे डिलिवरी बॉयबिल्डिंग में रहने वाले नरेंद्र जैन ने बताया कि महिलाओं ने अपने फ्लैट को पेंट करने के लिए कुछ लोगों को काम पर रखा था। पिछली दिवाली के समय रात में काम होता था। हम लोग परेशान हो जाते थे जब देर रात डिलिवरी बॉय हमारे घर की घंटी बजा देते थे। फिर हमें बताना पड़ता था कि पहला फ्लैट है और ऐसे जाओ। राजरानी के पति हुकुम चंद का 2011 में निधन हो गया था। पुलिस ने बताया कि वह लोकसभा प्रिंटिंग प्रेस में काम करते थे। इनकी तीन बेटियां हैं। दो की शादी हो चुकी है और वे गांधी नगर और गाजियाबाद में अपने परिवारों के साथ रहती हैं। पति की मौत के बाद राजरानी और गिन्नी रोहिणी से 2019 में कृष्णा नगर के ई-ब्लॉक में शिफ्ट हो गए। इन्हें रहते चार साल हो गए थे, लेकिन आसपास के लोग उनके बारे में बहुत कम जानते थे। बेटी को ऑटिज्म की समस्या थी और थेरेपिस्ट आता था। दक्षिण दिल्ली से उसने फाइन आर्ट्स में एमए किया था। महिला की एक सफेद रंग की कार थी लेकिन वह पार्किंग में ही खड़ी रहती थी। महिला ने ऑटोमेटिक दरवाजे वाला सिस्टम लगा रखा था। मेन डोर पर सीसीटीवी भी लगा था। एक पड़ोसी ने बताया कि हमने कभी भी उनके रिश्तेदारों को घर पर आते नहीं देखा। ई ब्लॉक में बिजनस परिवार रहते हैं। दो हत्याओं से आसपास के लोग सहम गए हैं। पुलिस ने कहा है कि वह इलाके में गश्त बढ़ाएगी। CCTV में दिखे वे दो लोग कौन थे पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि हत्या की वारदात को दो लोगों ने अंजाम दिया है। आरोपियों की तलाश में छापेमारी हो रही है। 25 मई को शायद लूटपाट के इरादे से वे आए थे। पुलिस यह भी ढूंढ रही है कि महिला के पास कितनी प्रॉपर्टी थी। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देता है कि दो लोग रात 10 बजे अंदर घुस रहे हैं और आधे घंटे बाद बाहर चले गए। वे ऑटोरिक्शा से आए थे और कुछ दूरी पर ही उतर गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि इसमें एक शख्स पीड़ित को जानता था और इसीलिए उन्होंने दरवाजा खोला क्योंकि डिजिटल लॉक सिस्टम था। सीसीटीवी फुटेज स्थानीय लोगों को दिखाई गई है, जिन्होंने दोनों की पहचान कर ली है। आसपास के लोगों ने बताया है कि ये दोनों पहले भी घर में आए थे। हमारे सहयोगी अखबार टीओआई के पास आरोपियों के पास ज्यादा जानकारी है लेकिन इसे यहां शेयर नहीं किया जा रहा है क्योंकि वे अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं। http://dlvr.it/Sq1SRZ
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KISSA-A-IAS:इन दिनों चर्चा में हैं यह हाई प्रोफाइल IAS दम्पति
अभी दो दिन पहले दिल्ली में पदस्थ एक IAS दम्पति अचानक विवादों में आई थी। विवाद की जड़ में जर्मन नस्ल का कुत्ता एक ग्रेट डेन है, जिसे लेकर यह दंपति राजधानी के त्यागराज स्टेडियम में रोज शाम को वॉक करने आते थे। इस हाई प्रोफाइल दम्पति को अपने कुत्ते के साथ इवनिंग वॉक में कोई अड़चन न हो, इसलिए 7 बजे तक स्टेडियम में चल रही सभी खेल गतिविधियां बंद करवा दी जाती थी। कोचिंग करने वाले बच्चों और कोच को हिदायत थी कि शाम सात बजे से पहले सारी कोचिंग बंद कर दी जाए! जबकि, कोचिंग का समय रात साढ़े 8 बजे तक का होता है! ये सब लम्बे अरसे से जारी था!
300 करोड़ की लागत वाले स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाले मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सरकार ने दोनों IAS पति-पत्नी का तबादला कर दिया।
IAS पति संजीव खिरवार का तबादला लद्दाख और IAS पत्नी रिंकू दुग्गा को अरुणाचल प्रदेश भेज दिया। लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश की दूरी करीब 3000 किमी से ज्यादा है। संभवतः ये पहली घटना है, जब ऐसे किसी विवाद में अफसर दंपत्ति का अलग-अलग जगह और इतनी दूरी पर तबादला किया गया हो।
अगर हम संजीव की बात करें तो उनका पूरा करियर एक ब्रिलियंट अधिकारी का रहा है। संजीव 1994 बैच के IAS
अधिकारी हैं, जो फिलहाल दिल्ली में रेवेन्यू कमिश्नर के पद पर तैनात थे। संजीव खिरवार दिल्ली सरकार में सबसे ताकतवर ब्यूरोक्रेट माने जाते रहे हैं। वे प्रिंसिपल सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी थे और पर्यावरण एवं वन विभाग के काम के साथ दिल्ली में रेवेन्यू कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं।
दिल्ली के सारे डीएम (कलेक्टर) उनके अंडर ही काम करते थे। खिरवार का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने IIT दिल्ली से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। उन्होंने अर्थशास्त्र से एमए भी किया है। उन्होंने अपना सिविल सेवा का करियर चंडीगढ़ में बतौर SDM शुरू किया था। अभी तक खिरवार दिल्ली, गोवा, चंडीगढ़, अरुणाचल प्र��ेश सहित अन्य राज्यों में कई अहम पदों पर रह चुके हैं।
अपने लगभग 28 साल के करियर में संजीव खिरवार गोवा उत्पाद शुल्क और वित्त आयुक्त और पश्चिमी दिल्ली के उपायुक्त जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। वे अरुणाचल प्रदेश में सचिव, इसके साथ ही अंडमान और निकोबार में भी सचिव रह चुके हैं। अक्टूबर 2009 और अगस्त 2014 के बीच अपने सेंट्र��� डेप्यूटेशन पर उन्हें केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री के निजी सचिव के रूप में भी तैनात किया गया था।
उन्होंने दिल्ली में सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, राजस्व, वित्त और सामान्य प्रशासन विभाग जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे कृषि विपणन बोर्ड, आयुक्त आबकारी और साल 2006-07 में दिल्ली सरकार के टैक्स डिपार्टमेंट में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। अपनी वर्तमान पोस्टिंग से पहले, दिल्ली में पर्यावरण और वन में प्रमुख सचिव के साथ उनके पास प्रमुख सचिव (राजस्व) के साथ मंडलायुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी था।
संजीव खिरवार दिल्ली सरकार में बहुत मजबूत स्थिति में थे। इस समय उनके पास तीन महत्वपूर्ण विभाग थे। वे अकेले ऐसे अधिकारी थे, जिनके पास तीन महत्वपूर्ण विभाग थे। वे दिल्ली सरकार में तैनात सबसे सीनियर ब्यूरोक्रेट में से एक थे। दिल्ली में तैनात सभी 11 जिला मजिस्ट्रेट और उप-मंडल मजिस्ट्रेट (SDM) उन्हें संभागीय आयुक्त के रूप में रिपोर्ट करते थे।
कोरोना महामारी के दौरान, खिरवार को दिल्ली के संभागीय आयुक्त के रूप में तैनात किया गया था, जो मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव के बाद राजधानी दिल्ली की नौकरशाही में एक वरिष्ठ पद है। उन्होंने हरियाणा की रहने वाली अपनी ही बैच की एजीएमयूटी कैडर की IAS अधिकारी रिंकू दुग्गा से शादी की है। पढ़ाई के दौरान दोनों के बीच दोस्ती पनपी, फिर प्यार हुआ तो दोनों ने साथ रहने का फैसला किया।
सोशल मीडिया पर भी इस IAS दंपत्ति को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इनका तबादला चर्चा का विषय बन गया। सोशल मीडिया पर दोनों के जमकर मीम्स बन। ये चर्चा भी शुरू हो गई कि आखिर पति-पत्नी को ट्रांसफर करके कितनी दूर क्यों भेजा गया! ये भी सर्च किया जा रहा है, कि दिल्ली से लद्दाख और अरुणाचल कितनी दूर है! दोनों जगहों के बीच की दूरी भी शेयर की जा रही है।
वो कुत्ता जिसके कारण विवाद पनपा जिस कुत्ते को टहलाने के लिए यह दंपत्ति पूरा स्टेडियम को खाली करा देते थे वह बेहद खतरनाक नस्ल का है उसकी हाइट, डाइट और रेट आपको चौंका देंगे। जानकारों की मानें तो इस नस्ल के कुत्ते की डाइट पर हर महीने करीब सवा लाख रुपए तक खर्च पड़ता है। अगर आप नॉनवेज नहीं खाते या घर में नहीं आने देते तो इस कुत्ते को पालने का ख्याल दिल से निकाल दीजिए। इसके खाने में रोज मटन, चिकन और अंडा शामिल है।
इसे स्वस्थ रखने के लिए रोज सुबह शाम करीब 3 घंटे वर्कआउट जरूरी है। अगर खाने को पचाने के लिए एक्सरसाइज नहीं कराई गई, तो ये भारी और आलसी हो जाएगा, साथ ही चिड़चिड़ा भी। ऐसा हुआ तो यह किसी के लिए भी खतरनाक हो सकता है और तब इसे संभालना मुश्किल होगा। जाहिर है कुत्ते को रोज उसकी आवश्यकता के अनुरूप टहलाना, घुमाना जरूरी है और इसके लिए वे स्टेडियम का उपयोग कर रहे थे।
लद्दाख से अरुणाचल की दूरी 3458 किमी इस कुत्ता घुमाओ मामले के बाद जिन दो जगहों पर आईएएस दंपति का ट्रांसफर किया गया। उनके बीच (अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख) की दूरी 3458 किलोमीटर है। अगर आप रोड के जरिए यात्रा करते हैं, तो आपको लद्दाख से अरुणाचल पहुंचने में करीब 65 से 70 घंटे लग सकते हैं। ट्रैवल साइट्स पर फ्लाइट डिस्टेंस मुताबिक एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में करीब 20 से 22 घंटे तक लग सकते हैं। वहीं फ्लाइट का किराया 20 हजार से 25 हजार तक का है।
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Bollywood me kaise jaye
Bollywood me kaise jaaye
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में कैरियर बनाने के लिये आपको सबसे पहले ये डिसाइड करने की जरूरत होगी कि आपको बॉलीवुड में क्या बनना है। आप बॉलीवुड में एक्टर, डायरेक्टर, सिनेमे��ॉग्राफर, आर्ट डायरेक्टर जैसे अनेक पदों पर काम कर सकते हैं। चलिये डिटेल में आपको बताते हैं कि आप बॉलीवुड में क्या – क्या बन सकते हैं।
Film Director kaise bane
फिल्म के बंनाने में डायरेक्टर का सबसे अहम रोल होता है। इसलिए फिल्म डायरेक्टर को सभी क्रू मेंबर और एक्टर व एक्ट्रेस से भी ज्यादा पैसे मिलते है। एक फिल्म डायरेक्टर ही फ़िल्म की सारी रूप रेखा तैयार करता है। फिर उसी के हिसाब से फ़िल्म की शूटिंग होती है। इसलिए फिल्म डायरेक्टर को कैप्टन ऑफ द शिप कहा जाता है।
फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए आप फिल्म प्रोडक्शन और डायरेक्शन या फ़िल्म मेकिंग से संबंधित कोर्स कर सकते हैं, जिसके बाद आपको किसी भी डायरेक्टर के पास असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करना पड़ता है।
कोर्स की बात करें तो फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए डिप्लोमा इन फ़िल्म एंड टीवी डायरेक्शन, बीएससी इन सिनेमा+ फिल्म डायरेक्शन, बीएससी इन फ़िल्म मेकिंग, मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म इनमे से कोई सा भी कोर्स करके फ़िल्म डिरेक्शन के फील्ड में एंट्री की जा सकती है।
Actor/ Actress kaise bane
डायरेक्टर के बाद फिल्मो में सबसे लोकप्रिय चेहरा लीड एक्टर और एक्ट्रेस का होता है। इसके अलावा भी सप्रोटींग एक्टर के तौर पर भी कैरियर बनाया जा सकता है। एक्टर बनने के लिए आपको एक्टिंग में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या पीजी डिप्लोमा जैसे कोर्स करने की जरूरत होगी। कोर्स करने के बाद आपको ऑडिशन देना पड़ता है। अगर ऑडिशन क्रैक कर लिया तो आपको उस फ़िल्म में रोल मिल जाता है।
आजकल एक्टिंग के फील्ड में काफी ज्यादा स्कोप हैं, क्योंकि इतनी ज्यादा विज्ञापन फिल्मे, शार्ट फिल्मे, वेब सीरीज, बॉलीवुड फिल्म, साउथ सिनेमा, एजुकेशन फिल्मे इनमे कलाकारों की खूब मांग रहती है। एक्टिंग में कैरियर बनाने के लिए एक ही सिद्धांत है, कि आपको एक्टिंग में महारत हासिल होनीं चाहिए।
Cimatographer kaise bane
फिल्म की शूटिंग के दौरान जो भी व्यक्ति कैमरे से फिल्म को शूट करता है या फिल्मो में कैमरा चलाता है, उसको सिनेमेटाग्राफर कहते है। सिनेमेटॉग्रफर को कैमरा एंड लाइटिंग टेक्निक्स के साथ ही कैमरा एंगल, कैमरा शॉट इन सभी का अच्छा नॉलेज होता है, साथ ही वह ये भी समझता है कि डायरेक्टर को कैसा सीन चाहिए। तब वह डायरेक्टर की इमैजिनेशन के अनुसार फ़िल्म का सीन शूट करता है। फिल्म डायरेक्टर और सिनेमेटॉग्रफर में क्रिएटिविटी और इमैजिनेशन का होना बहुत जरूरी है।
फिल्म में सिनेमेटॉग्राफर बनने के लिए कैमरा एंड लाइटिंग टेक्निक्स, बीएससी फ़िल्म प्रोडक्शन+ सिनेमेटाग्राफी, डिप्लोमा इन सिनेमेटाग्राफी, मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज़म जैसे कोर्स करने की जरूरत होती है।
ये भी पढ़े-एक्टर कैसे बनें, डिटेल में जानें?डबिंग आर्टिस्ट कैसे बनें, डिटेल में जानें?फिल्म डायरेक्टर कैसे बनें, डिटेल में जानें?
Film me Video Editor kaise bane
अगर आपक�� दिलचस्पी वीडियो एडिटिंग में हैं, फ़िल्म इंडस्ट्री में वीडियो एडिटर के तौर पर काम करना आपके लिए एक बेहतर कैरियर विकल्प हो सकता है। वीडियो एडिटर का काम ये होता है कि जब फिल्म की शूटिंग पूरी हो जाती है तो फिल्म से खराब और बिना जरूरत के सीन, ऑडियो, इमेज को हटाना होता है और जरूरत के मुताबिक उसमे ऑडियो, वीडियो, इमेज को एड करना होता है। फ़िल्म को एक सीक्वेंस में एड करना होता है। फिल्म डायरेक्टर के विजन को ध्यान में रखते हुए वीडियो फुटेज को तैयार करना होता है।
वीडियो एडिटर बनने के लिए आप डिप्लोमा इन वीडियो एडिटिंग, डिप्लोमा इन नॉन लीनियर एडिटिंग, बीएससी इन फ़िल्म प्रोडक्टशन, बीएससी इन सिनेमा+ वीडियो एडिटिंग, सर्टिफिकेट इन वीडियो एडिटिंग ये कोर्स कर सकते हैं। जिसके बाद आप किसी भी प्रोडक्शन हाउस में इंटर्न के तौर पर कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं। यह एक बहुत ही हाई डिमांडिंग कैरियर ऑप्शन है।
Film Choreographer kaise bane
आप फिल्मो में गाने में जो भी डांस देखते हैं, इसको हीरो व हेरोइन् या अन्य कलाकर अपनी मर्जी से नही करते हैं, बल्कि ये लोग कोरियोग्राफर के निर्देश के अनुसार डांस करते हैं। कोरियोग्राफर एक एक डांस स्टेप इन लोगों को बताता है। तब कंही जाकर फिल्म का गाना या अन्य डांस वाला सीन शूट हो पाता है।
कोरियोग्राफर बनने के लिए जरूरी हैं कि आपको डांस अच्छे से आता हो और आप नए- नए डांस स्टेप ईजाद करने में माहिर हों, तो फिर आपको इस फील्ड में सक्सेज होने से कोई नही रोक सकता है।
कोरियोग्राफर बनने के लिए आपको डिप्लोमा इन डांसिंग, बीय या एमए इन डांस, बीय का एमए इन परफार्मिंग आर्ट्स, जैसे कोर्स करने की आवश्यकता होती है और डांस में आपने आपको परफेक्ट बनाने की आवश्यकता होती है। फिर आप कोरियोग्राफर के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री में कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं।
Film me Voice Artist kaise bane
फिल्म इंडस्ट्री में वौइस् आर्टिस्ट या डबिंग आर्टिस्ट का भी अहम रोल होता है। वौइस् अर्टिस्ट डबिंग आर्टिस्ट ये दोनों एक ही व्यक्ति होते हैं। कोई इनको डबिंग आर्टिस्ट कहता है तो कोई वौइस् आर्टिस्ट कहता है। इसके लिए आप चाहे तो कोर्स कर सकते हैं या नही भी। अगर आपकी आवाज आकर्षक है, आप कलाकारों की भी आवाज निकाल लेते हैं तो और भी अच्छा है, आपकी भाषा पर अच्छी पकड़ हैं और आपका प्रोनाउंस बिल्कुल सही है तो आपको Voice आर्टिस्ट का कोर्स करने की भी जरूरत नही है। बस घर पर ही प्रैक्टिस करके फ़िल्म और टीवी इंडस्ट्री में काम पॉ सकते हैं।
वौइस् आर्टिस्ट का काम फिल्मो के लिए अपनी आवाज देना होता है। कभी- कभी ऐसे एक्टर होते हैं कि वे हिंदी नही बोल पाते हैं तो ऐसे में वौइस् आर्टिस्ट की मदद से उस एक्टर की आवाज को रिकार्ड किया जाता है। इसके अलावा कभी- कभी एक्टर बीमार होता है या किसी अन्य वजह से फ़िल्म में साउंड रिकॉडिंग के लिए उपलब्ध नही होता है तो इस स्थिति में वौइस् आर्टिस्ट अपनी आवाज देते हैं।
इसके अलावा साउथ की फिल्मे भी हिंदी में रिलीज की जाती है, तो उनको हिंदी में डब करने के लिए डबिंग आर्टिस्ट की जरूरत होती है। इतना ही नही जब हॉलीवुड फिल्म भारत मे रिलीज की जाती है तो उससे पहले उसको हिंदी में डब किया जाता है। तो आप हॉलीवुड फिल्मों में भी काम पॉय सकते हैं। इसके अलावा कार्टून व ए��िमेशन फिल्मों में भी डबिंग आर्टिस्ट ही अपनी आवाज देते हैं। इस फील्ड में कैरियर बंनाने के लिए आप डिप्लोमा इन डबिंग आर्टिस्ट या डिप्लोमा इन वौइस् आर्टिस्ट या फिर मास कॉम्युनिकेशन एंड जर्नलिज़म कोर्स कर सकते हैं
Film me Makeup artist kaise bane
Film इंडस्ट्री में मेकअप आर्टिस्ट का भी अहम रोल हॉट है। मेकअप आर्टिस्ट कलाकारो का मेकअप करता है। जिस भी तरह के किरदार के लिए आर्टिस्ट का लुक बनाना होता है तो वो मेकअप आर्टिस्ट ही बनता है। मान लीजिए अभी किसी कलाकर का सीन भिखारी का है तो मेकअप आर्टिस्ट उसका उसका मेकअप और उसका हुलिया ऐसा बना देगा कि वो रियल में भिखारी देने लगेगा।
मेकअप आर्टिस्ट बनने के लिए आपको मेकअप की समझ होनी चाहिये। आप चाहें तो इससे सम्बंधित कोर्स भी कर सकते हैं, या फिर किसी मेकअप आर्टिस्ट के असिस्टेंट के तौर पर काम करके सीख सकते हैं और फिर मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं।
Sound Engineer kaise bane
किसी भी फिल्म भी कलाकरों की आवाज या अन्य साउंड बिल्कुल सटीक हो, ये काम साउंड इंजीनियर करता है। साउंड इंजीनियर भी फ़िल्म मेकिंग में अहम रोल निभाता है। साउंड इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए कैंडिडेट किसी फिजिक्स और मैथ सब्जेक्ट से 12th होना।चाहिए।
Film Production manager kaise bane
किसी भी फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस में फ़िल्म प्रोडक्शन मैनेजर की अहम भूमिका होती है। इसका काम फ़िल्म के लिए सारे इक्विपमेंट उपलब्ध हैं या नही ये सब देखना होता है, इसके अलावा खान- पान व प्रोडक्शन से संबंधित सारे काम काम प्रॉडक्शन मैनेजर की देखरेख में ही होती है।
Film me Casting Director kaise bane
फिल्म या टीवी सीरियल में कास्टिंग डायरेक्टर बनना इतना कोई मुश्किल काम नही होता है। आपको एक्टिंग की अच्छी समझ अगर है तो आप कॉस्टिंग डायरेक्टर बन सकते हैं।
कास्टिंग डायरेक्टर ही फिल्मो के लिए एक्टरों का ऑडीशन लेता है। उसके बाद ही किसी भी कलाकार का फ़िल्म या टीवी सीरियल में रोल फिक्स हो पाता है।
Film me art director kaise bane
आप फ़िल्म में जैसा भी वातावरण, सेट, मकान या अन्य कोई भी ऑब्जेक्ट फिल्म के सीन में देखते हैं वो सब आर्ट डायरेक्टर ही डिज़ाइन करता है। अगर फ़िल्म में कोई शादी होनीं है तो आर्ट डायरेक्टर शादी की तरह ही सजावट करता है और वैसा ही माहौल तैयार करता है। आर्ट डायरेक्टर बनने के लिए इमैजिनेशन और क्रिएटिविटी के साथ ही थिंकिंग पावर भी होना जरूरी है।
Film maker kaise bane
बहुत से लोग फ़िल्म मेकर बनना चाहते हैं, लेकिन उनको ये नही पता होता है कि Film मेकर बने कैसे? तो मैं आपको बता दूं फ़िल्म इंडस्ट्री में जितने भी लोग कम करते हैं, वे सभी फ़िल्म मेकर ही होते हैं। चाहें वो फिल्म प्रोड्यूसर हों या डायरेक्टर या एक्टर या सिनेमेटॉग्रफर। लेकिन आमतौर पर फ़िल्म मेकर की श्रेणी में डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ही रखा जाता है। डायरेक्टर अपने हिसाब से फ़िल्म की पूरी रुपरेखा तैयार करके शूटिंग करता है और फ़िल्म प्रोड्यूसर फ़िल्म में पैसा लगता है।
TV Serial Actor kaise bane?
फ़िल्म की तुलना में टीवी सीरियल में एक्टर बनना थोड़ा आसान होता है। टीवी एक्टर बनने के लिए आप सबसे पहले एक्टिंग सीखें, फिर उसके बाद टीवी सीरियल के प्रोडक्शन हाउस में ऑडिशन दें। इस तरह से टीवी सीरियल में आप एक्टर या एक्ट्रेस बन सकते हैं।
उम्मीद है Bollywood me kaise jaye ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, क्योंकि इस आर्टिकल में मैंने बॉलीवुड में कैरियर से संबंधित सारी जानकारी दी है, जोकीं आपके लिए बहुत ही यूजफुल साबित होगी।
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