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#अरे
bharatlivenewsmedia · 2 years
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ब्लॅक स्लिट ड्रेसमध्ये कियारा अडवाणीचा कहर, फोटो पाहून चाहते गोंधळले म्हणाले 'अरे ही तर सेम दीपिका..'
ब्लॅक स्लिट ड्रेसमध्ये कियारा अडवाणीचा कहर, फोटो पाहून चाहते गोंधळले म्हणाले ‘अरे ही तर सेम दीपिका..’
ब्लॅक स्लिट ड्रेसमध्ये कियारा अडवाणीचा कहर, फोटो पाहून चाहते गोंधळले म्हणाले ‘अरे ही तर सेम दीपिका..’ आपल्या अभिनयाने सर्वांच्या मनात जागा निर्माण करणारी कियारा अडवाणी तिच्या ग्लॅमरस फॅशनसेन्सने सर्वांचे लक्ष वेधत असते. नुकतेच तिने तिच्या सोशल मीडियावर ब्लॅक ड्रेसमध्ये काही फोटो शेअर केले आहेत. या ड्रेसमध्ये ती खूपच सुंदर दिसत आहे.पण तिच्या या फोटोंनी सोशल मीडियावर एकच खळबळ माजली आहे. कियराचा हा…
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jaiminiofficial · 3 months
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Are Dwarpalo Lyrics » अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
Are Dwarpalo Lyrics » अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो Are Dwarpalo Lyrics » अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो Are Dwarpalo Lyrics » अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो Are Dwarpalo Kanhaiya Se Kehdo Lyrics Hindi » अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो देखो देखो ये गरीबी, ये गरीबी का हाल…. कृष्ण के द्वार पे, विश्वास लेके आया हु, मेरे बचपन यार है … मेरा श्याम  बस यही सोच के आस लेके आया हूँ ! अरे…
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anuskelvin-blog · 1 year
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sakshiiiisingh · 2 years
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#धन का लालच#quest#story#kahani#bhalu#admi#kahaniya#moralstory#moral#hindistory#एक बहुत गरीब आदमी अपने घर का गुजारा चलाने के लिए रोजाना जंगल से फल फुल इकट्ठे करता और गाँव मे जाक#वह भालू बहुत खतरनाक था।#गरीब आदमी हमेशा कुछ न कुछ उस भालू को खाने के लिए देता था। इसीलिए वह भालू उसको कुछ नुकसान नहीं पहु#भालू ने कहा कल सुबह तुम जल्दी आना। तुमने आज तक मुझे जो भी खिलाया हैं#मैं तुमको उसके बदले में कुछ उपहार दूंगा। भालू के कहे अनुसार वह आदमी सुबह जल्दी गया। भालू ने उस ग#सूर्योदय होने के बाद मेरा मुंह बंद हो जायेगा।#गरीब ने उसके कहे अनुसार उसके पेट से कुछ सोना निकाल लिया और उसको धन्यवाद देकर वहाँ से चला गया।#अब वह गरीब आदमी बहुत अमीर बन चूका था। उसकी अमीरी को देख कर कुछ लोग उससे जलने लगे।#एक दिन एक आदमी ने उससे पूछ ही लिया | अरे भाई तुम्हारे तुम्हारी अमीरी का राज क्या हैं?#उस आदमी ने सब कुछ बता दिया।#अब उस आदमी ने फटे पुराने कपड़े पहन लिए और जंगल से फल लेने के लिए जाने लग। कुछ दिनों तक उसने भी ठीक उ#भालू ने अगले दिन सवेरे जल्दी आने को कहा।#वह आदमी जल्दी सवेरे एक बड़ा बोरा लेकर गया। भालू ने अपना मुंह खोला। लेकिन वह आदमी बोरा भरने के चक्#और वह आदमी हमेशा के लिए अन्दर चला गया।#इस कहानी से हमे ये शिक्षा मिलती है | - लालच कभी किसी का भला नहीं कर सकता |#Youtube
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camilleisdrawing · 1 year
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based on my friend Sam's idea
[image description: Pavitr is playing with his phone and letting his hair cover half of his face. A hand covered with fishnets flips his hair to the side. He looks up with puppy eyes, surrounded by bright colourful light and parting clouds as does the sun. Hobie tousles Pavitr's hair out of fondness while Pavitr exclaims 'अरे (HEY!)' in Hindi.]
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reallyankit · 3 months
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उनसे बिछड़ कर मानो नींदें भी जुदा हो गयीं
अरे दिल को कोई समझाए की चाँद गया है
रातें अभी भी होती हैं
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srbachchan · 1 year
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DAY 5634
Jalsa, Mumbai                  July 21/22,  2023                 Fri/Sat  1:26 AM
🪔 .. July 22 .. birthday greetings to Ef Hitesh Gohel from USA .. keep well .. 🙏🏻🚩
अरे भैया  ! का बतायें  ! चार दिशाओं में काम किए आज हम  , अलग अलग विषय को लेकर  । और सब हो तो गया लेकिन , अच्छा नहीं हुआ  । तो कल , यानी की अब तो आज हो गया है , उसको फिर से करेंगे , और आशा है की अबकी बार वो ठीक होगा  ! 
😁
in the World of the translate what has been expressed ☝🏽 is that .. well first off .. that I am a Brownie .. the colour of the finger was given to me thus .. was going to comment about this, but better sense prevailed and kept it to myself .. my yellow pencil flutters in the pen box beside me .. 😳🤣 .. 
is that .. what shall I say .. now this is the translate , not a continuity of the sentence above .. and I am not using the finger directional emoji .. ok .. my work today has taken me to all the 4 directions of the World .. on different issues and topics .. and all have been addressed, but not to my satisfaction .. so , tomorrow - well it’s tomorrow already now - I shall make another attempt to improve it .. and I hope that this time it is done better ..
Good no ? keep doing it again and again till it works right .. something will give in time .. because time also gets fed up when you keep at it .. so it eventually gives up and .. then .. the door opens , and we walk in .. isn’t it .. ? or rather ain’t it .. !!!
Alright ..  so .. San Diego and K , the project .. a great moment for the film and the makers and all those that went there for the release of the first look for it .. I was pushed hard by Nagi Sir to come along, but work and medical restrictions have kept me away from many such occasions .. so .. but I must admit the first look was pretty darn good .. wasn’t it .. style, music, frames .. everything .. 
.. and finally the reveal of K .. KALKI .. mythologically so important .. 2898 AD  !!
‘AD’ has been changed has it not .. ?
yes  .. AD , which i think was ‘anno domini’  , meaning ‘in the year of the Lord'.. was changed to CE - common era .. and BC, became BCE - before common era ! 
Why so .. have no idea .. it was related to the birth of Christ , before and after . hence .. but , each region in the World has its own year and month and named according to their calculated calendars ..  
many considerate Ef are sending in messages to me ‘to get to bed ..’ .. but i wait .. wait for Abhishek and family to arrive .. they have just landed , and I shall go to sleep after meeting them .. 
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Amitabh Bachchan
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baiju-bawara · 7 months
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Altaf Raja is a type of guy who can summarise my dating life in just one section of his song... Like when he said...
जब तुम से इत्तफ़ाक़न मेरी नज़र मिली थी
अब याद आ रहा है, शायद वो January थी 😏
तुम यूँ मिली दुबारा फिर माह-ए-February में
जैसे कि हमसफ़र हो तुम राह-ए-जिंदगी में 🤫
कितना हसीं ज़माना आया था March लेकर
राह-ए-वफ़ा पे थी तुम वादों की torch लेकर 🤗
बाँधा जो अहद-ए-उल्फ़त, April चल रहा था
दुनिया बदल रही थी, मौसम बदल रहा था 🥰
लेकिन May जब आई, जलने लगा ज़माना
हर शख़्स की ज़बाँ पर था बस यही फ़साना 😤
दुनियां के डर से तुमने बदली थी जब निगाहें
था June का महीना, लब पे थी गर्म आहे 😕
July में जो तुमने की बातचीत कुछ कम
थे आसमाँ पे बादल और मेरी आँखें पुर-नम 🥺
माह-ए-August में जब बरसात हो रही थी
बस आँसुओं की बारिश दिन-रात हो रही थी 😭
कुछ याद आ रहा है, वो माह था September
भेजा था तुमने मुझको तर्क-ए-वफ़ा का letter 😮‍💨
तुम गैर हो रही थी, October आ गया था
दुनिया बदल चुकी थी, मौसम बदल चुका था 🙁
जब आ गया November, ऐसी भी रात आई
मुझसे तुम्हें छुड़ाने सजकर बारात आई 😔
बेकैफ था December, जज़्बात मर चुके थे
मौसम था सर्द उसमें, अरमाँ बिखर चुके थे 😖
लेकिन ये क्या बताऊँ, अब हाल दूसरा है 🤕
अरे, वो साल दूसरा था, ये साल दूसरा है। 😝🫡
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tum toh tehre pardesi saath kya nibhaoge...
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delhidreamboy · 10 months
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दोस्त की बीवी के साथ रात भर चुदाई
दोस्तो, सबसे पहले मैं अपना परिचय दे देता हूँ.
मेरा नाम समीर है मैं बहराइच शहर का रहने वाला हूँ. मैं पाँच फिट ग्यारह इंच लम्बा हूँ और मेरे बाल काफ़ी लम्बे हैं.
मैं अपने दोस्तों में सबसे ज्यादा स्मार्ट हूँ.
सेक्स मेरी कमज़ोरी है.
किसी भी लड़की को देखता हूँ तो अपने पर कंट्रोल नहीं कर पाता और मौक़ा मिलते ही मुठ मार लेता हूँ.
मैं अपने दोस्त जुनैद खान की शादी में ना जा सका था.
उस दिन किसी काम के सिलसिले में फंस गया था.
उसके बाद मैं अपने कामों में ऐसा फंसा कि क़रीब पाँच साल तक दोस्ती यारी सब भूल गया.
जब मैं काम से थोड़ा आजाद हुआ तो दोस्तों की याद आई.
मगर अब दोस्त भी सब अपने अपने कामों में लगे हुए थे.
फिर एक दिन अचानक से जुनैद से यहीं मार्केट में मुलाक़ात हुई.
उसके साथ उसकी बीवी भी थी.
हम दोनों दोस्त अपनी बातों में मस्त हो गया.
कुछ देर में मेरी नज़र जुनैद की बीवी पर पड़ी.
वह बड़ी मस्त माल थी. यह Xxx सेक्सी हिंदी कहानी उसी के साथ की है.
उसके 36 साइज़ के चूचे और 38 इंच की गांड एकदम आग बरपा रही थी.
मैंने भाभी से हैलो की और सॉरी बोलते हुए कहा- सॉरी भाभी, मैंने आप पर ध्यान ही नहीं दिया. हम दोनों दोस्त अपनी पुरानी यादों में मस्त हो गए, माफ़ी चाहता हूँ!
जुनैद की बीवी ने जवाब दिया- आपने मुझ पर ध्यान नहीं दिया, कोई बात नहीं. पर आप शादी में भी नहीं आए. जुनैद हमेशा आपकी बातें करते रहते थे. मैं भी आपसे मिलने को उतावली थी.
ये कहती हुई उसने मेरे हाथ को दबा दिया.
मैं समझ गया कि भाभी चालू माल है.
मैंने बात को खत्म करते हुए हंसते हुए कहा- अरे भाभी, यहीं सब बातें कर लेंगी या कभी घर भी बुलाएंगी.
फिर हमारी बातें ख़त्म हुईं.
भाभी ने जाते वक्त कहा- आपका घर है, जब चाहें आ जाएं. जुनैद तो रात को दो के बाद ही आते हैं. आपकी जब मर्ज़ी हो, आ जाइए.
मैं भाभी का इशारा समझ गया और वहां से निकलते हुआ बोला- ओके भाभी, आपसे जल्दी ही मिलता हूँ.
मैं वहां से निकल गया.
इस बात को दो दिन हो गए थे.
मैं घर पर आराम कर रहा था.
उसी वक्त व्हाट्सैप पर अनजान नम्बर से एक मैसेज आया ‘क्या कर रहे हो मेरी जान!’
मेरे दोस्त अक्सर मैसेज से मुझे परेशान करते रहते हैं तो मैंने इस मैसेज पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया कि किसी दोस्त ने अनजान नंबर से मैसेज करके मुझसे शैतानी की होगी.
मैं उस मैसेज का बिना कोई जवाब दिए सो गया.
सुबह जब उठा तो देखा कि उसी नंबर से काफ़ी मैसेज आए हुए थे और दो मिस्ड कॉल भी थीं.
मैंने उसी नंबर पर कॉलबैक की, तो उधर से एक सुरीली सी आवाज़ आई- हैलो मिस्टर समीर, गुड मॉर्निंग. कैसी कटी आपकी रात!
मैंने भी बिना कुछ सोचे समझे सीधा बोल दिया कि अपनी भाभी के साथ सपने में कबड्डी खेलता रहा.
मेरी इस बात से उस तरफ से ज़ोर ज़ोर की हंसी के साथ आवाज आई- सही पहचाना, मैं ही हूँ आपकी कबड्डी खेलने वाली भाभी.
मैंने एकदम से अपने कहे पर खेद जताते हुए उनसे पूछा- सॉरी मेम, आप कौन?
‘मैं नादिया भाभी बोल रही हूँ.’
मैंने अब स्क्रीन पर उनका नंबर और ट्रू कॉलर पर आया हुआ नाम देखा.
फिर कहा- जी हां मुझे पता लग गया है. ट्रू कॉलरपर आपका नाम लिखा हुआ आया है. आप बताएं भाभीजान … सुबह सुबह अपने देवर को कैसे याद कर लिया?
वह बोली- सुबह सुबह तो छोड़िए, मैं तो सारी रात से आपको काफ़ी याद कर रही थी. कई मैसेज किये और दो बार कॉल भी किया, पर आपने फ़ोन ही नहीं उठाया. लगता है मुझसे नाराज़ हैं?
मैंने कहा- अरे भाभी जान, आपसे नाराज़ होकर कहां जाऊंगा. अपन तो दिल से ही आपके ही पास हैं.
वह हंसती हुई कहने लगी- काफ़ी अनुभव है आपको बात करने का … लगता है काफ़ी गर्लफ़्रेंड पटा रखी हैं.
मैं बोला- गर्लफ्रेंड तो नहीं, हां आप जैसी कुछ भाभियां हैं. जो समय समय पर अनुभव करवा देती हैं.
नादिया भाभी मेरी बात को क़ाटती हुई बोली- अच्छा वो सब छोड़ो … ये बताओ कि क्या आप मेरे घर आ सकते हैं?
मैंने कहा- कोई ज़रूरी काम हो, तो अभी आ जाऊं?
उधर से जवाब आया- अरे यार समीर … कल से जुनैद घर पर है नहीं. मैं अकेले बोर हो रही हूँ. आप आ जाएंगे तो आपसे जरा दिल बहला लूँगी.
मैं खुश होते हुए बोला- भाभी अभी तो सुबह हुई है, रात को आता हूँ.
उसने कहा- चलो मैं आपका इंतजार करूंगी.
कुछ देर और इधर उधर की बातचीत के बाद मैंने फ़ोन कट कर दिया.
अब मुझे और भाभी को रात का बेसब्री से इंतज़ार था कि कब रात हो और हम दोनों का मिलन हो.
मैं सोच रहा था कि बस कैसे भी करके नादिया भाभी को चोद लूं.
तो मैं नहाने गया तो झांटें साफ कर लीं.
रात होते ही मैंने मेडिकल से दो पैकेट कंडोम के ले लिए और भाभी के घर चला आया.
उनके घर पहुंचते ही मैंने दरवाजे की घंटी बजाई.
कुछ पल बाद दरवाज़ा खुला. दरवाजा खुलते ही मैं भाभी को देखता रह गया.
भाभी तो कहीं से शादीशुदा लग ही नहीं रही थी. उसने शॉर्ट्स और टॉप पहना था.
उसका रेड कलर का टॉप एकदम पारदर्शी था.
उस टॉप में से भाभी के दोनों चूचे और उन पर तने हुए गुलाबी निप्पल साफ़ दिख रहे थे.
उसने ब्रा नहीं पहनी थी.
सीन देख कर तो दिल कर रहा था कि अभी ही इसे पकड़ कर चोद दूँ. पर ऐसा करना ठीक नहीं होता है.
सेक्स का जो मज़ा आराम से करने में है, वह ज़बरदस्ती में नहीं है.
हालांकि मेरा मुँह खुला का खुला रह गया था.
भाभी ने इतराते हुए कहा- अन्दर आ जाओ, फिर इस खुले हुए मुँह का इलाज भी कर देती हूँ.
मैं झेंप गया.
अन्दर जाते ही मैंने अपनी पैंट एडजस्ट की क्योंकि मेरा लंड खड़ा हो गया था.
भाभी ने बैठने को कहा और बोली- क्या लोगे, चाय कॉफ़ी!
मैंने कहा- भाभी आप जो देंगी, प्यार से ले लूँगा. वैसे दूध मिल जाता तो और अच्छा होता.
भाभी मुस्कुराती हुई अपने दूध हिला कर बोलीं- ठीक है, मैं लाती हूँ.
वह किचन जाने के लिए मुड़ी ही थी कि मैंने हाथ बढ़ाया और भाभी को अपनी ओर खींच लिया.
हम दोनों बेड पर गिर गए.
भाभी ने कहा- अरे, ये क्या कर रहे हो देवर जी?
मैंने कहा- भाभी, मैं तो दूध ताज़ा वाला ही पीता हूँ.
ये कहते हुए मैंने भाभी का टॉप तेज़ी से खींचा और उसको बाहर निकाल फेंका.
मैं उसके दोनों रसभरे चूचों पर टूट पड़ा.
भाभी की 36 साइज़ की चूचियां मेरे हाथों में नहीं आ रही थीं.
नादिया भाभी को अपने नीचे दबा कर उसकी दोनों चूचियों को हाथ से पकड़ कर मसलने लगा और एक चूची के निप्पल को अपने होंठों में दबा कर खींच खींच कर चूसने लगा.
भाभी की मादक आहें और कराहें निकलना शुरू हो गईं.
मैंने क़रीब दस मिनट तक भाभी के दोनों चूचे चूसे … और चूस चूस लाल कर दिए.
अब हम दोनों का किस चालू हुआ.
मैं भाभी के पूरे बदन पर किस करता रहा.
वह आपे से बाहर हो रही थी.
किस करते करते मैं नीचे को सरकने लगा और भाभी की चूत पर आ गया.
भाभी की चूत शॉर्ट्स से ढकी हुई थी.
मैंने झटके से शॉर्ट्स को उतारा और चूत के अन्दर अपनी ज़ुबान डाल कर चूसने लगा.
अपनी चूत पर मेरी जुबान का अहसास पाते ही भाभी एकदम से सिहर उठी और छटपटाने लगी.
मैंने उसकी दोनों टांगों को अपने हाथों से दबोचा और चूत को चाटना शुरू कर दिया.
भाभी की चिकनी चूत एकदम कचौड़ी सी फूली हुई थी और रस छोड़ रही थी.
उसकी चूत का नमकीन रस चाटने से मुझे नशा सा आ गया और मैं पूरी शिद्दत से उसकी चूत को चाटने में तब तक लगा रहा, जब तक चूत का पानी नहीं निकल गया.
मैं चूत का रस चाटने लगा और चाट चाट कर भाभी की चूत को वापस कांच सा चमका दिया.
अब वह एकदम से निढाल हो गई थी और तेज तेज सांसें भर रही थी.
कुछ देर के बाद मैं उसके चेहरे को चूमने लगा तो वह बोली- सच में बड़े जानवर हो तुम … तुमने मेरी चूत में से पानी निकाल कर इसमें दोगुनी आग लगा दी है.
मैंने कहा- नादिया मेरी जान … अभी फायर बिर्गेड वाला पाइप खड़ा है … कहो तो तत्काल पाइप घुसेड़ कर आग बुझा दूँ.
वह बोली- आग तो बुझवानी ही है, पर उसके पहले मुझे उस पाइप को प्यार करना है जो मेरी आग बुझाएगा.
मैंने कहा- हां हां कर लो प्यार!
ये कहते हुए मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया.
उसने लंड मसलते हुए कहा- ये तो बड़ा अकड़ रहा है. इसे पहले मेरे मुँह में डा��ो … मैं इसकी अकड़ निकालती हूँ.
हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
नादिया भाभी ने मेरे लंड को बहुत प्यार से चूसा और उसे एकदम गर्म लोहे से तप्त सरिया बना दिया.
वह मेरे लौड़े को गले के आखिरी छोर तक लेकर चूस रही थी.
मैंने आह भरते हुए कहा- आह भाभी … मेरी जान और चूसो.
उधर भाभी भी दुबारा से गर्मा गई थी.
उससे रहा ना गया और वह बोली- समीर, मैं बहुत प्यासी हूँ. पहले मेरी चूत की प्यास मिटा दो. जुनैद के साथ कभी ऐसा मज़ा नहीं आया. वह तो मेरे ऊपर चढ़ता है और दो मिनट में झड़ कर सो जाता है. आज तक न तो उसने कभी मुझे ओरल सेक्स का सुख नहीं दिया.
मैंने कहा- अरे मेरी भाभी जान … अभी तो ये शुरुआत है. अगर आपको मुझसे चुदवाने में मज़ा ना आया, तो मेरा नाम भी समीर नहीं.
बस ये कह कर मैंने भाभी को अपनी तरफ़ खींचा और लंड पर कंडोम लगा कर अपने लंड को भाभी की मखमली चूत पर सैट कर दिया.
लौड़े को सैट करते ही मैंने एक ज़ोरदार धक्का मारा. मेरा लंड भाभी की चूत को चीरता हुआ अन्दर घुसता चला गया.
एकदम से लौड़े ने चूत को फाड़ा, तो भाभी की चीख निकल गई.
भाभी की आंख से आंसू निकल आए और वह चिल्लाने लगी- समीर, मेरी चूत फट गई है, प्लीज़ निकाल लो.
लेकिन मैंने भाभी की एक ना सुनी और दोबारा झटका मार कर अपने लंड को पूरा अन्दर तक डाल दिया.
फिर मैं थोड़ी देर रुक गया.
Xxx सेक्सी भाभी ��र्द से चीखती रही और छटपटाती रही.
कुछ देर बाद जब भाभी के चेहरे पर थोड़ा बदलाव आया और वह अपनी गांड को थोड़ा थोड़ा हिलाने लगी, तो मैं समझ गया कि भाभी को मज़ा आने लगा है.
अब मैंने भाभी को और तेज़ी से चोदना चालू कर दिया.
भाभी का सुर बदल गया था और वह बार बार कह रही थी- समीर, और तेज चोदो … और तेज.
यही सब कहते हुए वह अपने सर को इधर से उधर पटक रही थी.
हम दोनों की चुदाई का यह सिलसिला क़रीब बीस मिनट तक चला.
उसके बाद वह झड़ गई और उसके झड़ते ही मैं भी कंडोम में निकल गया.
झड़ने के बाद काफी थकान हो गई थी तो हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गए.
आधा घंटा बाद उठे और वापस चुदाई चालू हो गई.
उस रात हम दोनों ने चार बार सेक्स किया.
यह सिलसिला अभी तक चल रहा है.
मैं आगे बताऊंगा कि भाभी की बहन को सेक्स की गोली खिला कर उसकी सील पैक चूत को कैसे चोदा.
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bollywoodirect · 6 months
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जीवन के ये रास्ते लंबे हैं सनम काटेंगे यह ज़िंदगी ठोकर खाके हम
ऐ ज़ालिम साथ ले-ले अच्छे हम अकेले ज़ालिम साथ ले-ले अरे अच्छे हम अकेले चार कदम भी चल न सकोगे समझे? हाँ समझे...
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saritadevi142 · 4 months
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कबीर परमेश्वर ने भक्त पीपा और सीता के लिए समन्दर में रची द्वारिका
भक्त पीपा और सीता सत्संग में सुना करते कि द्वारिका नगरी समन्दर में समा गई थी।
एक दिन पीपा तथा सीता जी गंगा दरिया के किनारे काशी से लगभग चार-पाँच किमी. दूर चले गए। वहाँ एक द्वारिका नाम का आश्रम था। आश्रम से कुछ दूर एक वृक्ष के नीचे एक पाली बैठा था। पाली ने कहा, अरे! वह नगरी तो इसी दरिया के जल में है।
दोनों ने सोचा भगवान की द्वारिका देख आते हैं और उन्होंने दरिया में छलाँग लगा दी। 
परमात्मा ने भक्तों का शुद्ध हृदय देखकर उस दरिया में द्वारिका की रचना कर दी। श्री कृष्ण तथा रूकमणि आदि सब उपस्थित थे। भगवान श्री कृष्ण रूप में विद्यमान थे। सात दिन तक दोनों द्वारिका में रहे। चलते समय श्री कृष्ण रूप में विराजमान परमात्मा ने अपनी ऊँगली से अपनी अंगूठी निकालकर भक्त पीपा जी की ऊँगली में डाल दी जिस पर कृष्ण लिखा था। सातवें दिन उसी समय दिन के लगभग 11:00 बजे दरिया से उसी स्थान से निकले। कपड़े सूखे थे।
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bharatlivenewsmedia · 2 years
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“अरे दिल धड़का वे सिटी बजावे”, एक पोपट जेव्हा फ्लर्ट करतो!
“अरे दिल धड़का वे सिटी बजावे”, एक पोपट जेव्हा फ्लर्ट करतो!
“अरे दिल धड़का वे सिटी बजावे”, एक पोपट जेव्हा फ्लर्ट करतो! पोपट कसा असतो हे आपल्या सर्वांनाच लहानपणापासून माहीत आहे. तुमच्यापैकी अनेक जणांकडे पोपट असेल सुद्धा. पण पोपटाला फ्लर्ट करताना कधी पाहिलंय का? जर तुम्ही ते पाहिले नसेल, तर बघा. आजकाल पोपटाच्या अशाच एका व्हिडिओने सोशल मीडियावर लोकांचे लक्ष वेधून घेतलंय, ज्यात पोपट कुत्र्याला पाहून शिट्टी वाजवून गायला सुरुवात करतो. शिट्टी ऐकून कुत्रा ज्या…
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hi-avathisside · 2 months
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अरे यहाँ फर्क किस को पड़ता है? यहां किसी को किसी की याद नहीं आती यहां पर सब सिर्फ अपना देखते हैं किसी को किसी का ख्याल नहीं आता
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kisi-ka-tanku · 3 months
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Aisha: तुम्हें पता है ना Sid, तुम हमेशा ऐसे बच्चे बनकर नहीं रह सकते। तुम्हें मैच्योर बनना होगा अब। कब तक तुम ऐसे बच्चों जैसी हरकते करते रहोगे?
Sid: हां Aish, मालूम है मुझे। तुम मुझे कब तक बच्चा - बच्चा कहती रहोगी? इतना सब तो कर रहा न मैं। नौकरी ज्वाइन कर ली। काम कर रहा हूँ। उल्टे सीधे आदतें छोड़ रहा अब और क्या करूं जिससे तुम खुश होगी?
Aisha: अरे तुम गुस्सा मत हो जाओ अब। मेरा वो मतलब नहीं था। जान रही हूँ कि तुम सब सही करने की कोशिश कर रहे हो और मुझे तुमपे नाज़ है Sid फिर भी तुम्हें बच्चा तो कहूँगी ही। उससे मुझे कौन रोकेगा भला।
Sid: जो मर्ज़ी पड़े बोल लो Aish।
Aisha: इतने गुम से क्यों हो Sid, कुछ हुआ क्या?
Sid: नहीं Aisha कुछ नहीं।
Aisha: तुम्हें मालूम है न तुम्हारी शकल पर झूठ नहीं छिपता?
Sid: मैं तुमसे...
Aisha: बोलो Sid आगे क्या?
Sid: Aish, वो मैं तुम्हें बताना चाहता था कि मैं तुमसे माफ़ी मांगना चाहता हूँ।
Aisha: किस बात की माफ़ी Sid?
Sid: तुम्हें याद है जिस दिन में घर वापिस जा रहा था तभी मैंने तुम्हें गुस्से में बहुत कुछ बोल दिया था। उन बातों के लिए।
Aisha: उफ्फो! तुम ना बच्चे ही हो। माफ़ कर दिया बाबा।
Sid: तुमने मुझे उस दिन क्यों नहीं बताया कि तुम भी मुझसे प्यार करती हो?
Aisha: बस हिम्मत नहीं हुई Sid, तुम्हें जाते देख सारी हिम्मत टूट चुकी थी मेरी।
Sid: मुझे लगा तुमने डरना छोर दिया Aish..
Aisha: डर की बस शकल बदलती है Sid, डर कभी जाता नहीं।
Sid: तुम्हारी ये राइटर वाली बातें मुझे कहाँ समझ आयेंगी। कुछ खाओगी?
Aisha: तुम बनाओगे? सीख लिया तुमने?
Sid: हां Aish, तुम्हारे लिए मैंने कुकिंग क्लासेज ज्वाइन की है।
Aisha: वाह! अचानक से तुम इतने केयरिंग कैसे हो गए?
Sid: मैं तो हरदम से तुम्हारी परवाह करता था Aisha, बस तुमने ज़रा देर से देखा।
Aisha: तुम छिपके मेरी क़िताब पढ़ रहे हो क्या Sid? जो मैं आजकल लिख रही।
Sid: चलो खाने चलते। मैं तुम्हारे पसंदीदा पोहे बनाता हूँ।
Aisha: थैंक्स Sid, इस अनजान से शहर में मेरे पहले दोस्त बनने के लिए।
Sid: Aish, अब कुछ दिन में हमारी शादी हो जायेगी और अब भी दोस्त?
Aisha: तुम चाहे कुछ भी बन जाओ Sid, तुम हमेशा मेरे एक अच्छे दोस्त रहोगे...
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—praphull
A convo between Sid & Aisha from Wake Up Sid!
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istoleherheart-3008 · 4 months
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अरे हसले पगले थोडा सा, क्या रखा रोने में है,
लड्डू घूमे जंतर-मंतर जादू टोने में,
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srbachchan · 1 year
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DAY 5546
Jalsa, Mumbai                 Apr 23/24,  2023                Sun/Mon  1:56 AM
Birthdays
🪔 .. April 24 .. a very happy birthday to Ef Rajesh Goenka from Chennai .. and Ef Vishal Bhatt from Amdavad ..
.. and the wishes of togetherness to Ef Irfan Nuyani for their wedding anniversary on April 24 as well 💕💍
Love and prayers from your Ef Family .. ❤️❤️❤️🌿
..
aaaahhhhhh   .. the rigours of pain .. the system invigorates .. the sleep infused parts hitherto around but never abound due rise with the growing synchronisation of all that lay dormant , perhaps for too long .. they must be brought to use and be given the character they ever did have and now lost to be given regain .. 
Regain .. 😁 .. regain .. that initial stages of the product that promised the male hairs - not heirs - to remain for a while longer than predicted .. and with each passing fad , got enveloped with the novelty of millions of other that promised even more .. 
and ..
nothing ever happened    .. what goes .. goes , ne’er to rise again  !
but conditions apart the sprite of refreshing dash in the surrounds an about does give the required strength if not more for the mobility , so desperately needed as time passes by ..
and to remind yet again of that visitor to the house that came out with the theory or rather an aside - in hilarity - that at this advanced stages of your life , every week some changes appear on the body .. 🤣 ..
what was never considered or looked upon as a necessity , now a mandatory seeking attentive scheduled occurrence .. time for this tablet or this medical cream, devour such capsules in the times that be , drink the drink for the system .. employ them again after ages who shall master the ‘needed to be done’ training .. and knowing that he or she shall be in waiting at the exercise department, a punctuality slithers past ...
and some amazing and frightening facts that one comes about the lady who had a python for her pet .. loved it looked after it, wrapped it about, on bed couch drive wherever , caressed it lovingly looked after it like the pet dog ..
WHEN .. 
she discovered through a vet specialist , how the pet had not eaten for many many days and was looking a bit forlorn .. but awake and about and functional .. when .. when ... when the specialist informed her that the python pet was indeed sizing her up all these days .. as he lay with her at night, ... on ..
on ..
on .. 
on when and how he was going to devour the owner .. eat her up  !!!!
AAAHHHHHHH GGRGDSAHHHHH .. 
goodness me .. 
saw some very detailed pictures of the two of them in each others close wrapped company .. and the look on the face of the python .. !!!!
aaaarrgg .. 
deadly and fearsome ..
alright enough snake talk .. 
so work at night in close proximity again to that rather chronic scene for DEEWAR when the brother shoots the elder brother , as he runs for cover having dropped his 786 badge that had protected him all along ..
and a few meetings of the Sunday .. 
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that corridor at the back of the picture .. the Deewar run 
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and the entire work in rain tonight ..
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that look of an unprepared Production house and the faults at the shoot 
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Hmmmmm ...
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but pleasures too ..
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and the director at the steps of stepping frame 
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waiting ..
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yes .. there are some that do recognise me still .. honoured and blessed .. !!
have a blessed night .. and love
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Amitabh Bachchan
@SrBachchan · 10m T 4627 - 🎶 अरे मारे गये गुलफाम  , बिरज में मारे गये गुलफाम  🎶
ए ! Twitter मौसी, चाची, बहनी, ताई, बुआ .. झौआ भर के त नाम हैं तुम्हार  ! पैसे भरवा लियो हमार, नील कमल ख़ातिर  ✔️ अब कहत हो , जेकर 1 m follower  उनकर नील कमल free म   हमार तो 48.4 m हैं  , अब  ?? खेल खतम, पैसा हजम ?!😳
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