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chaitanyabharatnews · 5 years
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नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल
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चैतन्य भारत न्यूज नई दिल्ली.  सुपरस्टार रजनीकांत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के लिए हो रहे विरोध प्रदर्शन में हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया है जिसके चलते उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); रजनीकांत ने ट्वीट कर कहा कि, ‘हिंसा और दंगों से किसी भी मसले का समाधान नहीं मिल सकता। मैं देश के लोगों को कहना चाहता हूं कि वह एकता दिखाए। एकजुट होकर रहें। भारत की सुरक्षा और हितों का पूरा ध्यान रखें। हिंदा की घटनाएं मुझे बहुत दुख पहुंचाती है।’ इस ट्वीट के बाद से सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें #ShameOnYouSanghiRajini हैशटैग के साथ ट्रोल कर रहे हैं। pic.twitter.com/jQtiCnve4N — Rajinikanth (@rajinikanth) December 19, 2019 एक ने लिखा कि, 'सर आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी...' एक यूजर लिखता आपने बीजेपी के ट्वीट्स देखे हैं क्या? यार मैं आपका फैन था लेकिन अब मुझे खुद को आपका फैन कहते शर्म आ रही है।’ हालांकि कुछ लोगों ने उनका साथ भी दिया। वहीं रजनीकांत से पहले अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अपनी राय रखी। If this is what’s gonna happen everytime a citizen expresses their view, forget #CAB, we should pass a bill and not call our country a democracy anymore! Beating up innocent human beings for speaking their mind? BARBARIC. — Parineeti Chopra (@ParineetiChopra) December 17, 2019 उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'अगर नागरिकों द्वारा अपने विचार व्यक्त करने से हर बार यही होता रहे तो कैब (Citizenship Amendment Bill) को भूल जाइये। हमें एक बिल पास करना चाहिए और अपने देश को लोकतांत्रिक देश कहना छोड़ देना चाहिए। अपने मन की बात कहने के लिए निर्दोष लोगों की पिटाई की जा रही है? बर्बर है।' ये भी पढ़े... नागरिकता कानून पर बेटी ने किया विरोध तो पापा सौरव गांगुली ने ऐसे किया बचाव, उठे कई सवाल नागरिकता कानून को लेकर देशभर में बवाल, UP के गाजियाबाद, मेरठ, बरेली समेत 14 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद नागरिकता कानून के खिलाफ आज भारत बंद, देशभर में प्रदर्शन जारी, कई जगह धारा 144 लागू Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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सुपरस्टार रजनीकांत की राजनीति में एंट्री, कहा- मुख्यमंत्री पद की ख्वाहिश नहीं, सिर्फ राजनीति में बदलाव मेरा मकसद
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चैतन्य भारत न्यूज चेन्नई. काफी दिनों तक चर्चा के बाद साउथ सिनेमा इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत ने आखिरकार राजनीति में प्रवेश कर ही लिया है। गुरुवार को चेन्नई में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रजनीकांत ने अपनी भविष्य की राजनीति को लेकर पत्ते खोल दिए हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); खुद नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री रजनीकांत ने साफतौर से कहा है कि, 'वह राजनीति में बदलाव लाने लिए शामिल हो रहे हैं। वह एक ऐसी पार्टी का निर्माण करने जा रहे हैं जहां पर सरकार और पार्टी दो अलग-अलग तरीके से काम करेगी।' रजनीकांत की योजना के मुताबिक, वह खुद पार्टी के नेता तो होंगे लेकिन वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। रजनीकांत ने कहा कि, 'उनकी पार्टी का यही नियम है कि जो भी नेता पार्टी का अगुवा होगा वह सरकार का हिस्सा नहीं बनेगा।' Rajinikanth in Chennai: I have never thought of the Chief Minister's post. I only want a change in politics. https://t.co/Eh7rxp7VDn pic.twitter.com/bukPd4Pvk2 — ANI (@ANI) March 12, 2020 राजनीति में बदलाव लाना मकसद रजनीकांत ने आगे कहा कि, 'मैंने कभी मुख्यमंत्री पद के बारे में नहीं सोचा। मैं केवल राजनीति में बदलाव चाहता हूं। हमारी राजनीति में दो दिग्गज थे, एक जयललिता और एक कलाईगनर। लोगों ने उन्हें वोट दिया था लेकिन अब एक खालीपन है। अब हमें बदलाव लाने के लिए एक नया आंदोलन शुरू करने की जरूरत है।' रजनीकांत का कहना है कि, वह अपनी पार्टी में युवाओं और पढ़े-लिखे लोगों को मौका देकर नई लीडरशिप तैयार करना है। इस वजह से वह खुद सीएम के उम्मीदवार नहीं बनेंगे। पार्टी और सरकार अलग-अलग रहेंगे उन्होंने अपनी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि, 'वह डुअल प्लान पर काम करेंगे। पार्टी में दो वर्ग होंगे। पहला वर्ग पार्टी के कामकाज को देखेगा और दूसरा वर्ग सरकार के कामकाज को देखेगा। पार्टी कभी भी सरकार पर हावी नहीं होगी। अच्छे रिकॉर्ड वाले लोगों को पार्टी में चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाएगा।' उन्होंने आगे बताया कि, 'पार्टी का नेता कभी सरकार में शामिल नहीं होगा और सरकार का कोई भी सदस्य पार्टी में नहीं आएगा। मैं पार्टी का नेता रहूंगा और कोई दूसरा सीएम कैंडिडेट होगा।' सरकार से सवाल करेगी पार्टी रजनीकांत अपनी पार्टी की खासियत बताते हुए कहा कि, 'जो भी राज्य का मुख्यमंत्री बनेगा उसका सिर्फ एक ही विजन रहेगा। वह पढ़ा-लिखा होगा। हमारी पार्टी खुद सरकार से सवाल करती रहेगी। गलत होने पर पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेगी।' प्लान लेकर जनता के बीच जाएंगे रजनीकांत ने आगे कहा कि, 'हम कभी समानंतर सरकार नहीं चलाएंगे। हमारे पास सीमित संख्या में लोग हैं। हम उनका सही तरीके से उपयोग करेंगे। हम अपना प्लान लेकर लोगों के बीच जाएंगे। हम इस प्लान को लेकर नेताओं, पत्रकारों और अधिकारियों से बात कर चुके हैं। कोई इस प्लान के लिए तैयार नहीं हुआ। लेकिन हम इसी प्लान के साथ आगे जाएंगे।' 2017 में दिए थे राजनीति में आने के संकेत गौरतलब है कि पिछले काफी समय से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि रजनीकांत जल्द ही राजनीति में प्रवेश करेंगे और तमिलनाडू विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, इसे लेकर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की। कुछ महीने पहले ही रजनीकांत के घर पर कुछ नेता सीएए और एनपीआर की चर्चा करते हुए देखे गए थे। रजनीकांत ने अपने राजनीति में आने के संकेत 31 दिसंबर 2017 को चेन्नई में जनता को संबोधित करने के दौरान ही दे दिए थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने यह दावा किया था कि, उनकी पार्टी बनने का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। ये भी पढ़े...  काफी संघर्ष भरा है रजनीकांत का कंडक्टर की नौकरी से साउथ के भगवान बनने तक का सफर नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल Man vs Wild: सुपरस्टार रजनीकांत को गिरफ्तार करने की मांग, शूटिंग से नाराज हुए वन्यजीव कार्यकर्ता Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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सुपरस्टार रजनीकांत की राजनीति में एंट्री, कहा- मुख्यमंत्री पद की ख्वाहिश नहीं, सिर्फ राजनीति में बदलाव मेरा मकसद
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चैतन्य भारत न्यूज चेन्नई. काफी दिनों तक चर्चा के बाद साउथ सिनेमा इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत ने आखिरकार राजनीति में प्रवेश कर ही लिया है। गुरुवार को चेन्नई में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रजनीकांत ने अपनी भविष्य की राजनीति को लेकर पत्ते खोल दिए हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); खुद नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री रजनीकांत ने साफतौर से कहा है कि, 'वह राजनीति में बदलाव लाने लिए शामिल हो रहे हैं। वह एक ऐसी पार्टी का निर्माण करने जा रहे हैं जहां पर सरकार और पार्टी दो अलग-अलग तरीके से काम करेगी।' रजनीकांत की योजना के मुताबिक, वह खुद पार्टी के नेता तो होंगे लेकिन वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। रजनीकांत ने कहा कि, 'उनकी पार्टी का यही नियम है कि जो भी नेता पार्टी का अगुवा होगा वह सरकार का हिस्सा नहीं बनेगा।' Rajinikanth in Chennai: I have never thought of the Chief Minister's post. I only want a change in politics. https://t.co/Eh7rxp7VDn pic.twitter.com/bukPd4Pvk2 — ANI (@ANI) March 12, 2020 राजनीति में बदलाव लाना मकसद रजनीकांत ने आगे कहा कि, 'मैंने कभी मुख्यमंत्री पद के बारे में नहीं सोचा। मैं केवल राजनीति में बदलाव चाहता हूं। हमारी राजनीति में दो दिग्गज थे, एक जयललिता और एक कलाईगनर। लोगों ने उन्हें वोट दिया था लेकिन अब एक खालीपन है। अब हमें बदलाव लाने के लिए एक नया आंदोलन शुरू करने की जरूरत है।' रजनीकांत का कहना है कि, वह अपनी पार्टी में युवाओं और पढ़े-लिखे लोगों को मौका देकर नई लीडरशिप तैयार करना है। इस वजह से वह खुद सीएम के उम्मीदवार नहीं बनेंगे। पार्टी और सरकार अलग-अलग रहेंगे उन्होंने अपनी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि, 'वह डुअल प्लान पर काम करेंगे। पार्टी में दो वर्ग होंगे। पहला वर्ग पार्टी के कामकाज को देखेगा और दूसरा वर्ग सरकार के कामकाज को देखेगा। पार्टी कभी भी सरकार पर हावी नहीं होगी। अच्छे रिकॉर्ड वाले लोगों को पार्टी में चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाएगा।' उन्होंने आगे बताया कि, 'पार्टी का नेता कभी सरकार में शामिल नहीं होगा और सरकार का कोई भी सदस्य पार्टी में नहीं आएगा। मैं पार्टी का नेता रहूंगा और कोई दूसरा सीएम कैंडिडेट होगा।' सरकार से सवाल करेगी पार्टी रजनीकांत अपनी पार्टी की खासियत बताते हुए कहा कि, 'जो भी राज्य का मुख्यमंत्री बनेगा उसका सिर्फ एक ही विजन रहेगा। वह पढ़ा-लिखा होगा। हमारी पार्टी खुद सरकार से सवाल करती रहेगी। गलत होने पर पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेगी।' प्लान लेकर जनता के बीच जाएंगे रजनीकांत ने आगे कहा कि, 'हम कभी समानंतर सरकार नहीं चलाएंगे। हमारे पास सीमित संख्या में लोग हैं। हम उनका सही तरीके से उपयोग करेंगे। हम अपना प्लान लेकर लोगों के बीच जाएंगे। हम इस प्लान को लेकर नेताओं, पत्रकारों और अधिकारियों से बात कर चुके हैं। कोई इस प्लान के लिए तैयार नहीं हुआ। लेकिन हम इसी प्लान के साथ आगे जाएंगे।' 2017 में दिए थे राजनीति में आने के संकेत गौरतलब है कि पिछले काफी समय से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि रजनीकांत जल्द ही राजनीति में प्रवेश करेंगे और तमिलनाडू विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, इसे लेकर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की। कुछ महीने पहले ही रजनीकांत के घर पर कुछ नेता सीएए और एनपीआर की चर्चा करते हुए देखे गए थे। रजनीकांत ने अपने राजनीति में आने के संकेत 31 दिसंबर 2017 को चेन्नई में जनता को संबोधित करने के दौरान ही दे दिए थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने यह दावा किया था कि, उनकी पार्टी बनने का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। ये भी पढ़े...  काफी संघर्ष भरा है रजनीकांत का कंडक्टर की नौकरी से साउथ के भगवान बनने तक का सफर नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल Man vs Wild: सुपरस्टार रजनीकांत को गिरफ्तार करने की मांग, शूटिंग से नाराज हुए वन्यजीव कार्यकर्ता Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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सुपरस्टार रजनीकांत की राजनीति में एंट्री, कहा- मुख्यमंत्री पद की ख्वाहिश नहीं, सिर्फ राजनीति में बदलाव मेरा मकसद
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चैतन्य भारत न्यूज चेन्नई. काफी दिनों तक चर्चा के बाद साउथ सिनेमा इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत ने आखिरकार राजनीति में प्रवेश कर ही लिया है। गुरुवार को चेन्नई में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रजनीकांत ने अपनी भविष्य की राजनीति को लेकर पत्ते खोल दिए हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({}); खुद नहीं बनेंगे मुख्यमंत्री रजनीकांत ने साफतौर से कहा है कि, 'वह राजनीति में बदलाव लाने लिए शामिल हो रहे हैं। वह एक ऐसी पार्टी का निर्माण करने जा रहे हैं जहां पर सरकार और पार्टी दो अलग-अलग तरीके से काम करेगी।' रजनीकांत की योजना के मुताबिक, वह खुद पार्टी के नेता तो होंगे लेकिन वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। रजनीकांत ने कहा कि, 'उनकी पार्टी का यही नियम है कि जो भी नेता पार्टी का अगुवा होगा वह सरकार का हिस्सा नहीं बनेगा।' Rajinikanth in Chennai: I have never thought of the Chief Minister's post. I only want a change in politics. https://t.co/Eh7rxp7VDn pic.twitter.com/bukPd4Pvk2 — ANI (@ANI) March 12, 2020 राजनीति में बदलाव लाना मकसद रजनीकांत ने आगे कहा कि, 'मैंने कभी मुख्यमंत्री पद के बारे में नहीं सोचा। मैं केवल राजनीति में बदलाव चाहता हूं। हमारी राजनीति में दो दिग्गज थे, एक जयललिता और एक कलाईगनर। लोगों ने उन्हें वोट दिया था लेकिन अब एक खालीपन है। अब हमें बदलाव लाने के लिए एक नया आंदोलन शुरू करने की जरूरत है।' रजनीकांत का कहना है कि, वह अपनी पार्टी में युवाओं और पढ़े-लिखे लोगों को मौका देकर नई लीडरशिप तैयार करना है। इस वजह से वह खुद सीएम के उम्मीदवार नहीं बनेंगे। पार्टी और सरकार अलग-अलग रहेंगे उन्होंने अपनी योजना के बारे में बताते हुए कहा कि, 'वह डुअल प्लान पर काम करेंगे। पार्टी में दो वर्ग होंगे। पहला वर्ग पार्टी के कामकाज को देखेगा और दूसरा वर्ग सरकार के कामकाज को देखेगा। पार्टी कभी भी सरकार पर हावी नहीं होगी। अच्छे रिकॉर्ड वाले लोगों को पार्टी में चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाएगा।' उन्होंने आगे बताया कि, 'पार्टी का नेता कभी सरकार में शामिल नहीं होगा और सरकार का कोई भी सदस्य पार्टी में नहीं आएगा। मैं पार्टी का नेता रहूंगा और कोई दूसरा सीएम कैंडिडेट होगा।' सरकार से सवाल करेगी पार्टी रजनीकांत अपनी पार्टी की खासियत बताते हुए कहा कि, 'जो भी राज्य का मुख्यमंत्री बनेगा उसका सिर्फ एक ही विजन रहेगा। वह पढ़ा-लिखा होगा। हमारी पार्टी खुद सरकार से सवाल करती रहेगी। गलत होने पर पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेगी।' प्लान लेकर जनता के बीच जाएंगे रजनीकांत ने आगे कहा कि, 'हम कभी समानंतर सरकार नहीं चलाएंगे। हमारे पास सीमित संख्या में लोग हैं। हम उनका सही तरीके से उपयोग करेंगे। हम अपना प्लान लेकर लोगों के बीच जाएंगे। हम इस प्लान को लेकर नेताओं, पत्रकारों और अधिकारियों से बात कर चुके हैं। कोई इस प्लान के लिए तैयार नहीं हुआ। लेकिन हम इसी प्लान के साथ आगे जाएंगे।' 2017 में दिए थे राजनीति में आने के संकेत गौरतलब है कि पिछले काफी समय से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि रजनीकांत जल्द ही राजनीति में प्रवेश करेंगे और तमिलनाडू विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, इसे लेकर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की। कुछ महीने पहले ही रजनीकांत के घर पर कुछ नेता सीएए और एनपीआर की चर्चा करते हुए देखे गए थे। रजनीकांत ने अपने राजनीति में आने के संकेत 31 दिसंबर 2017 को चेन्नई में जनता को संबोधित करने के दौरान ही दे दिए थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने यह दावा किया था कि, उनकी पार्टी बनने का 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। ये भी पढ़े...  काफी संघर्ष भरा है रजनीकांत का कंडक्टर की नौकरी से साउथ के भगवान बनने तक का सफर नागरिकता संशोधन कानून पर बोले रजनीकांत, ट्वीटर पर लोगों ने जमकर किया ट्रोल Man vs Wild: सुपरस्टार रजनीकांत को गिरफ्तार करने की मांग, शूटिंग से नाराज हुए वन्यजीव कार्यकर्ता Read the full article
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chaitanyabharatnews · 5 years
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काफी संघर्ष भरा है रजनीकांत का 'कंडक्टर' की नौकरी से साउथ के 'भगवान' बनने तक का सफर
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चैतन्य भारत न्यूज साउथ सुपरस्टार रजनीकांत का 12 दिसंबर यानी आज जन्मदिन है। किंग ऑफ स्टाइल, रजनीकांत ने अपनी करिश्माई स्क्रीन उपस्थिति के साथ लाखों प्रशंसकों के दिलों पर राज किया है। उनकी हर फिल्म में लोग 'थलाइवर' को देखने का इंतजार करते हैं, क्योंकि रजनीकांत की हर भूमिका में स्टाइल और जोश देखने को मिलता है। जन्मदिन के इस खास मौके पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
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रजनीकांत का जन्म भारत के कर्नाटक में एक मराठी परिवार में हुआ था। उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ था। यही शिवाजी राव आगे चलकर रजनीकांत बने। रजनीकांत पांच साल के थे तभी उनकी मां का निधन हो गया। मां के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधे पर आ गई। रजनीकांत के लिए भी घर चलाना इतना आसान नहीं था। उन्होंने घर चलाने के लिए कूली तक का काम किया।
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रजनीकांत एक ऐसे इंसान है, जिन्होंने जमीन से उठकर अपने आप को आसमान तक पहुंचा दिया है। रजनीकांत जैसे सुपर स्टार ने अपने करियर की शुरुआत एक मामूली सी कारपेंटर की नौकरी से की, कारपेंटर से कुली, और कुली से बी.टी. बस के कंडेक्टर और कंडेक्टर के बाद विश्व के सबसे अधिक लोकप्रिय सुपर स्टार बनने का सफर कितना परिश्रम और कठिनाइयों से भरा होगा, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल हैं।
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रजनीकांत ने तमिल फिल्म इंडस्ट्री में बालचंद्र की फिल्म 'अपूर्वा रागनगाल' से एंट्री ली थी। इस फिल्म में कमल हासन और श्रीविद्या भी थीं। रजनीकांत ने अपने अभिनय की शुरुआत कन्नड़ नाटकों से की थी। दुर्योधन की भूमिका में रजनीकांत घर-घर में लोकप्रिय हुए थे। रजनीकांत को फ्लिपिंग का कॉनसेप्ट ज्यादा पसंद है। वो सिगरेट, जैकेट, या यहां तक कि कंधे का स्टोल भी बिना फ्लिप किए इस्तेमाल नहीं करते। हालांकि कई लोग रजनीकांत के सनग्लास फ्लिप करने के अंदाज को अजीबो गरीब समझते हैं क्योंकि वो इसे कोहनी से फ्लिप करते हैं और वास्तव में पहनने से पहले कई बार रोल करते हैं। रजनी का यही स्टाइल अभी भी युवाओं के बीच मशहूर है।
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उन्होंने हिंदी सिनेमा में 'दोस्ती दुश्मनी', 'बुलंदी', 'गिरफ्तार', 'इंसानियत के देवता', 'फूल बने अंगारे', 'इंसाफ कौन करेगा', 'खून का कर्ज', 'चालबाज', 'हम', '2।0' जैसी कई सुपरहिट फिल्में की है। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत का तीसरा सर्वोच्च सम्मान, पद्म भूषण मिला। अभिनय के अलावा, रजनीकांत ने पटकथा लेखक, फिल्म निर्माता और एक पार्श्व गायक के रूप में भी काम किया है।
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रजनीकांत ने 26 फरवरी 1981 में तिरुपति मंदरि में लता रंगाचारी के साथ शादी की। इनकी लव स्टोरी को लेकर बताया जाता है कि दोनों को पहली नजर में ही एक दूसरे से प्यार हो गया था। अगर बात करे उनकी संपत्ति की तो आज वो अमीरों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। उनके पास करोड़ों में नहीं बल्कि अरबों में संपत्ति है। रजनीकांत अकेले 3 अरब 90 करोड़ के मालिक हैं।
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रजनीकांत को लोग सिर्फ एक एक्टर और सुपरस्टार की तरह ही नहीं मानते बल्कि भगवान की तरह मानते हैं। यहां तक की दक्षिण भारत में रजनीकांत के नाम से कई मंदिर भी बनवाए गए हैं। इन मंदिरों में लोग रजनीकांत को भगवान मानकर इनकी पूजा करते हैं। ये भी पढ़े... रजनीकांत की बेटी के प्री-वेडिंग रिसेप्शन की तस्वीरें वायरल, मेहमानों को दिया ये खास तोहफा चेन्नई में जल संकट के बीच पूल में मजे कर रही रजनीकांत की बेटी, ट्रोल हुईं तो तस्वीर डिलीट कर दी सफाई VIDEO : सुबह-सुबह इस एक्ट्रेस के कमरे में घुस गया बंदर, नाश्ता करने के बाद मचाया आतंक Read the full article
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