#mokshada ekadashi katha
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vedic-prayers · 20 days ago
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mypanditastrologer · 9 months ago
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jeevanjali · 1 year ago
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Margashirsha Mokshda Ekadashi 2023: मोक्षदा एकादशी के दिन भूलकर भी न करें ये छह कामMokshada Ekadashi 2023: मोक्षदा एकादशी व्रत 22 दिसंबर को रखा जाएगा। मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी कहलाती है। मोक्ष की प्राप्ति के लिए एकादशी व्रत किया जाता है
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bhaktibharat · 1 year ago
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🐚 मोक्षदा एकादशी व्रत कथा - Mokshada Ekadashi Vrat Katha
धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी अर्थात उत्पन्ना एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके मुझे मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के विषय में भी बतलाइये। इस एकादशी का क्या नाम है तथा इसके व्रत का क्या विधान है? इसकी विधि क्या है? इसका व्रत करने से किस फल की प्राप्ति होती है? कृपया यह सब विधानपूर्वक कहिए..
..मोक्षदा एकादशी व्रत कथा को पूरा पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें 👇
��� https://www.bhaktibharat.com/katha/mokshada-ekadashi-vrat-katha
▶ YouTube: https://youtu.be/Hx3KW0ZZwFY
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🌸 एकादशी -  Ekadashi
📲 https://www.bhaktibharat.com/festival/ekadashi
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narayansevango · 16 days ago
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मोक्षदा एकादशी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन उपवास करने से मोक्ष प्राप्ति होती है, इसलिए इसे मोक्षदा एकादशी कहा जाता है।
मोक्षदा एकादशी का महत्व
मोक्ष प्राप्ति: इस दिन उपवास करने से मोक्ष प्राप्ति होती है।
पापों का नाश: इस दिन उपवास करने से पापों का नाश होता है।
धार्मिक पुण्य: इस दिन दान-पुण्य करने से धार्मिक पुण्य प्राप्त होता है।
सुख-समृद्धि: इस दिन उपवास करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
मोक्षदा एकादशी के विधि-विधान
उपवास: इस दिन उपवास किया जाता है।
पूजा: भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
मंत्र जाप: विष्णु मंत्रों का जाप किया जाता है।
दान-पुण्य: दान-पुण्य किया जाता है।
कथा श्रवण: मोक्षदा एकादशी की कथा सुनी जाती है।
मोक्षदा एकादशी 2024 की तिथि और समय
तिथि: बुधवार, 11 दिसंबर, 2024
पारण समय: 12 दिसंबर, 2024, सुबह 7:03 से 9:10 AM तक
दान का महत्व
मोक्षदा एकादशी के दिन दान करना बहुत शुभ माना जाता है। दान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। नारायण सेवा संस्थान जैसे संस्थाओं को दान करके आप जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं।
इस मोक्षदा एकादशी के पावन अवसर पर उपवास, पूजा और दान करके हम आध्यात्मिक उन्नति कर ��कते हैं और परमात्मा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
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comicsbyte · 14 days ago
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Comics Byte Facts: Mokshada Ekadashi
कॉमिक्स बाइट फैक्ट्स: मोक्षदा एकादशी (Comics Byte Facts: Mokshada Ekadashi)
The Amar Chitra Katha Studio
#krishna #gita #ComicsByte #amarchitrakatha #facts
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lyricsolution-com · 15 days ago
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Mokshada Ekadashi 2024: Know Date, Time, Significance, Katha And Benefits Of Observing Vrat | Culture News
Mokshada Ekadashi 2024 falls on Wednesday, December 11, 2024, aligning with the Ekadashi tithi of Shukla Paksha in Margashirsha. This spiritually significant day is observed by Hindus seeking moksha or liberation. Known for freeing souls from the cycle of birth and death, devotees honor this day with fasting, prayers, and the recitation of the Mokshada Ekadashi Vrat Katha. Significance of…
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smunnitvdharmikstories · 3 years ago
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मोक्षदा एकादशी की कथा || Mokshada Ekadashi Vrat Katha || mokshada ekadas...
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nisthadhawani · 3 years ago
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14 दिसंबर मोक्षदा एकादशी पर जरूर पढ़े ये कथा
14 दिसंबर मोक्षदा एकादशी पर जरूर पढ़े ये कथा
एकादशी व्रत को हि���्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। एक वर्ष में 24 एकादशी तिथियां होती हैं तथा जिस वर्ष में अधिक माह होता है उस वर्ष में 26 एकादशी होती हैं। हर माह में 2 एकादशी तिथियां होती हैं जिनमें से एक शुक्ल पक्ष में आती है तथा दूसरी कृष्ण पक्ष में आती है। एकादशी का व्रत पूर्ण विधि – विधान से करने पर व्यक्ति द्वारा की गयी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा व्यक्ति अपने जीवन में सुख –…
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bhaktiaastha · 4 years ago
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25 दिसंबर 2020 मोक्षदा एकादशी व्रत कथा : Mokshada Ekadashi 2020 - Moksha...
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newslobster · 2 years ago
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Mokshada Ekadashi 2022: मोक्षदा एकादशी व्रत में पढ़ी जाती है यह कथा, मान्यतानुसार श्रीहरि होते हैं प्रसन्न
Mokshada Ekadashi 2022: मोक्षदा एकादशी व्रत में पढ़ी जाती है यह कथा, मान्यतानुसार श्रीहरि होते हैं प्रसन्न
मोक्षदा एकादशी व्रत कथा | Mokshada Ekadashi 2022 Vrat Katha मोक्षदा एकादशी व्रत के दौरान पूजन के बाद व्रत कथा का पाठ करना जरूरी होता है. इस व्रत कथा का उल्लेख पौराणिक ग्रंथों में किया गया है. जिसके मुताबिक एक बार युधिष्ठिर बोले- देवदेवेश्वर ! मार्गशीर्ष मास के शुक्लपक्ष में कौन सी एकादशी होती है ? उसकी क्या विधि है तथा उसमें किस देवता का पूजन किया जाता है. स्वामिन् ! यह सब यथार्थ रुप से…
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astrologyqna · 5 years ago
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Mokshada Ekadashi 2019 - Vrat Katha & Puja Vidhi
Mokshada Ekadashi 2019 – Vrat Katha & Puja Vidhi
Ekadashi has its own significance in Hinduism. Ekadashi falls every month. But some Ekadashi that comes in the year has very special significance. Similarly, Mokshada Ekadashi also has special significance. Mokshda Ekadashi is believed to be the Ekadashi that opens the doors of salvation for fathers. There is a provision for fasting on the occasion of Mokshada Ekadashi. It is believed that…
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jeevanjali · 1 year ago
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Mokshada Ekadashi 2023: 22 या 23 दिसंबर 2023 कब है मोक्षदा एकादशी ?जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्तMokshada Ekadashi 2023 Date: मोक्षदा एकादशी हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष (अगहन) महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी को आती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह लगभग नवंबर या दिसंबर के महीने में होता है
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bhaktibharat · 2 years ago
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🌞 मार्गशीर्ष शुक्ला द्वादशी [रविवार, 4 दिसंबर 2022]
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🐚 मोक्षदा एकादशी (वैष्णव / इस्कॉन / गौड़ीय) 🐚 मोक्षदा एकादशी व्रत कथा - Mokshada Ekadashi Vrat Katha धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी अर्थात उत्पन्ना एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके मुझे मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के विषय में भी बतलाइये। इस एकादशी का क्या नाम है तथा इसके व्रत का क्या विधान है? इसकी विधि क्या है? इसका व्रत करने से किस फल की प्राप्ति होती है? कृपया यह सब विधानपूर्वक कहिए।
भगवान श्रीकृष्ण बोले: मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष मे आने वाली इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहा जाता है। यह व्रत मोक्ष देने वाला तथा चिंतामणि के समान सब कामनाएँ पूर्ण करने वाला है। जिससे आप अपने पूर्वजो के दुखों को खत्म कर सकते हैं। इसका माहात्म्य मैं तुमसे कहता हूँ, ध्यानपूर्वक सुनो..
..मोक्षदा एकादशी व्रत कथा को पूरा पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें 👇 📲 https://www.bhaktibharat.com/katha/mokshada-ekadashi-vrat-katha ▶YouTube:https://youtu.be/Hx3KW0ZZwFY
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narayansevango · 16 days ago
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Mokshada Ekadashi 2024: Date, Time, Rituals, Vrat Katha
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Date: Wednesday, December 11, 2024
Parana Time: December 12, 2024, 7:03 AM to 9:10 AM
Mokshada Ekadashi, a sacred Hindu festival, is dedicated to Lord Vishnu. It is believed that observing a strict fast on this day can lead to salvation (Moksha).
Significance of Mokshada Ekadashi
Spiritual Liberation: By observing Mokshada Ekadashi, devotees seek liberation from the cycle of birth and death.
Divine Blessings: Lord Vishnu, the supreme deity, is believed to shower his blessings upon those who sincerely observe this fast.
Purification of Soul: The fast helps purify the soul and mind, leading to spiritual enlightenment.
Rituals and Practices
Strict Fasting: Devotees observe a strict fast, abstaining from food and water for the entire day.
Night Vigil: Many people stay awake all night, chanting mantras and reading scriptures.
Early Morning Rituals: Early morning rituals include bathing, wearing clean clothes, and offering prayers to Lord Vishnu.
Tulsi Puja: Worshiping the Tulsi plant is considered auspicious on this day.
Charitable Deeds: Donating to charity and helping the needy is highly recommended.
Mokshada Ekadashi Vrat Katha
Once upon a time, in a small village nestled amidst lush green fields, lived a young boy named Arjun. Despite his tender age, Arjun was deeply devoted to Lord Vishnu. Every Ekadashi, he would observe a strict fast, praying fervently for the well-being of his family and the world.
One year, on the auspicious day of Mokshada Ekadashi, Arjun, filled with unwavering faith, embarked on a long pilgrimage to a sacred temple. His journey was arduous, filled with challenges and obstacles. But his devotion to Lord Vishnu kept him going.
As he reached the temple, exhausted but determined, he offered his heartfelt prayers. Just as he was about to leave, a wise sage approached him. The sage, recognizing Arjun’s pure devotion, blessed him and gifted him a divine fruit.
“Eat this fruit, my child,” the sage said, “it will fulfill all your desires.”
Overjoyed, Arjun thanked the sage and ate the fruit. As he did, a radiant light enveloped him, and he felt a sense of peace and tranquility he had never experienced before. From that day on, Arjun’s life was filled with joy, prosperity, and spiritual enlightenment.
The tale of Arjun’s devotion serves as a reminder of the power of faith and the grace of the divine. By observing Ekadashi with sincerity and dedication, one can attain spiritual liberation and material prosperity.
Importance of Donations on Mokshada Ekadashi
Charity is an integral part of Mokshada Ekadashi. Donating to the underprivileged not only helps them but also fulfills spiritual obligations.
Shloka:
“दानेन पाणिर्नलिना भविष्यति।”
(Through charity, hands become lotus-like, pure, and divine.)
By engaging in acts of charity on Mokshada Ekadashi, you can align yourself with the divine and contribute to the well-being of others.
The Power of Giving Donation
On this auspicious day of Mokshada Ekadashi, let us remember the importance of giving back to society. By donating to organizations like Narayan Seva Sansthan, we can help those in need and accumulate spiritual merit. Every act of kindness, no matter how small, can make a significant difference in someone’s life.
Let us embrace the spirit of Mokshada Ekadashi by fasting, praying, and giving generously. May we all be blessed with peace, prosperity, and spiritual enlightenment.
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asthaoradhyatm · 7 years ago
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Mokshada Ekadashi Vrat Katha: Pujan
Mokshada Ekadashi Vrat Katha: Pujan
Mokshada Ekadashi is a Hindu holy day, which falls on the 11th lunar day (Ekadashi) of the fortnight of the waxing moon in the Hindu month of Margashirsha (Agrahayana), corresponding to November December. Hindus, particularly Vaishnavas observe a 24-hour fast in honor of the god Krishna, an avatar of Vishnu.As the name itself indicates, Mokshada Ekadashi is a…
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