Tumgik
#jivandarshan.com
jivandarshan · 6 years
Text
चाणक्य नीति- ऐसे कौनसे 4 काम है जिसे करने के बाद नहाना ही चाहिए ।
चाणक्य नीति- ऐसे कौनसे 4 काम है जिसे करने के बाद नहाना ही चाहिए ।
सभी लोग दिन में सिर्फ एक बार ही सुबह के समय स्नान करते हैं। सुबह उठने के बाद तो सभी स्नान करते हैं, लेकिन आचार्य चाणक्य द्वारा कुछ और स्थितियां भी बताई गई हैं, जब नहाना जरूरी होता है। चाणक्य कहते हैं कि… तैलाभ्यङ्गे चिताधूमे मैथुने क्षौरकर्मणि। तावद् भवति चाण्डालो यावत् स्नानं न चाचरेत्। अर्थः-चाणक्य के अनुसार अच्छा स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। इसी वजह से स्वास्थ्य के संबंध में कई प्रकार के नियम…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
क्या है अधिकमास,पुरूषोत्तम मास मलमास,ये कब आता है ,इसका महत्व क्या है तथा उसमें क्या करें क्या ना करें ।
क्या है अधिकमास,पुरूषोत्तम मास मलमास,ये कब आता है ,इसका महत्व क्या है तथा उसमें क्या करें क्या ना करें ।
अधिकमास क्यों ?
सौर वर्ष का मान 365 दिन,15 घटी, 22 पल, और 57 विपल है । जबकि चांदवर्ष का मान 354 दिन, 22 घटी, 1 पल और 23 विपल होता है। दोनो वर्षो में लगभग ग्यारह दिन का अंतर होता है।
सौर वर्ष तथा चांद वर्ष में सामंजस्य स्थापित करने के लिए प्रत्येक तीसरे वर्ष में पंचांग में एक चांद मास बढ़ाया जाता है। इसी को पुरूषोत्तम मास, मलमास या अधिकमास कहते है ।
अधिकमास कब आता है ?
चांद मास में…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
क्या आपके भी हाथ आया लड्डू छीन जाता है
क्या आपके भी हाथ आया लड्डू छीन जाता है
दोषारोपण करना बंद करो
आज हम जिस मुद्दे पर बात कर रहे है वो है दोषारोपण करना मतलब किसी भी बात के लिए किसी और को जिम्मेदार ठहराना…
जैसा कि आप सभी जानते है कि सबसे ज्यादा दोषारोपण हम हमारे भाग्य जिसे आप किस्मत भी कहते हो उसे देते है…फिर जब इससे हमारा पेट भर जाए तो संसार के पालन हार को कोसना शुरू कर देते है मतलब कि परमात्मा…माना इन दोनो ने हमारी ज़िन्दगी का ठेका ले रखा हो…
हमारे साथ कुछ भी…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
लोग क्या कहेंगे !!!!!!!!!!!
लोग क्या कहेंगे !!!!!!!!!!!
हमारी सबसे बड़ी समस्या क्या कहेंगे लोग
दोस्तों आज हम बात करेंगे लोगो की मतलब हम सब अपनी आधे से ज्यादा जिन्दगी लोग क्या कहेंगे क्या सोच रहे होंगे , क्या वे गलत है, क्या हम सही है बस इन्ही उलझनो में हम अपना ज्यादा समय बीता देते है…
इस बात को बहुत ध्यान से समझना मै जानता हूं कि आप सब भी ये बांते जानने हुए भी ये गलती करते है…असल में हम अपनी पुरी जिन्दगी दुसरों के हिसाब से जीते है…हमारी हर…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
परमात्मा प्राप्ति का सरल तरीका जाने
परमात्मा प्राप्ति का सरल तरीका जाने
कैसे करे परमात्मा की प्राप्ति
मेरे गुरूजी सदा कहते है कि यदि परमात्मा का अनुभव करना है तो अपने मन को बालकों के मन की तरह बना लो। स्वयं बालक ही बन जाओ। बच्चों के मन में कोई विकार नहीं होता है। उनका मन निर्दोष होता है । बच्चों का कोई अपमान करे,तो रोने लगता है परन्तु पुचकारकर कोइ उन्ह��ं चुप कराये तो वो चुप हो जाते है अपने अपमान को भुल जाते है तथा अपमान करने वाले के प्रति कोई द्वेष भाव नहीं रखते।
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
मेंटली स्ट्रोग कैसे बने ( Mentally Strong Kaise bane )
मेंटली स्ट्रोग कैसे बने ( Mentally Strong Kaise bane )
दोस्तों मेंटली स्ट्रोग बनने के लिए हमे ये सोचना होगा की हम हमारी परेशानियों को किस प्रकार लेते है…मतलब कुछ लोग होते है जो छोटी सी मुश्किल को भी उस प्रकार लेते है मानो उनकें ऊपर पहाड़ टुट पड़ा हो…कुछ लोग ऐसे होते है जो बड़ी से बड़ी मुश्किल को बड़ी आसानी से डील करते है वो होते है मेंटली स्ट्रोंग…
अब हमें इसका निदान लाना है कि हम कैसे कोई भी परिस्थिति में अपना आपा ना खोए….
बहुत सी बार हमारे…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
अपने कर्म ( Karma) को शुद्ध कैसे करे
अपने कर्म ( Karma) को शुद्ध कैसे करे
हमें अपना पुण्य छुपा कर रखना चाहिए तथा यदि हमारा पाप प्रगट हो जाय तो चिन्ता नहीं करनी चाहिए। यदि पाप प्रगट हो तो उसका विनाश हो जाता है । परन्तु सभी लोग अपने पापों को तो छिपा कर रखते है.. तथा पुण्य को प्रगट कर देते है जिससे पुण्य धीरे-धीरे क्षीण होता जाता है.. तथा मन में पाप के छुपे होने के कारण वह बढ़ता जाता है तथा व्यक्ति पाप से भर जाता है। पाप प्रगट न हो जाय इस बात से सदैव चिन्तित रहता है । पाप…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
Father’s Day पर जानिए पिता से जुड़ी कुछ खास बाते
Father’s Day पर जानिए पिता से जुड़ी कुछ खास बाते
माता-पिता में पुरा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है जिस प्रकार भगवान श्री गणेशजी ने अपने माता पिता की परिक्रमा कर पूरे ब्रह्माण्ड का चक्कर लगा दिया उसी प्रकार अगर हमने अपने माता-पिता को खुश रखा तो आपका हर ग्रह,आपकी हर इच्छा,आपकी हर मनोकामना,आपका पुरा भविष्य उज्ज्वल बन जाएगा….क्योंकि परमात्मा से भी ज्यादा पूजनीय हमारे माता-पिता है…
दोस्तों आज father’s day है वैसे तो ये दिन लोग अच्छे से मनाते है पर आज…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
रसोई घर से बदले अपना भाग्य (वास्तु दोष व उपाय भाग -2)
रसोई घर से बदले अपना भाग्य (वास्तु दोष व उपाय भाग -2)
ग्रह स्वामिनी का अधिकतर समय रसोई घर में बीतता है। रसोईघर वास्तु के अनुसार उपयुक्त स्थान पर होने से ग्रह स्वामिनी स्वस्थ रहेगी तथा उसका मन प्रसन्न चित्त रहेगा।
गृह स्वामिनी के प्रसन्न रहने से पूरा परिवार सुख शांति का अनुभव करेगा ।
रसोई घर को आग्नेय कोण अर्थात पूर्व – दक्षिण दिशा में बनवाना चाहिए। यदि आग्नेय कोण में रसोई घर बनाना संभव नहीं हो तो उसे वायव्य कोण में अर्थात उत्तर – पश्चिम दिशा में…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
वास्तु दोष दूर करने के आसान उपाय भाग - 1
वास्तु दोष दूर करने के आसान उपाय भाग – 1
प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि दिनभर अपनी आजीविका के लिए भागदौड़ करने के पश्चात् जब वह घर लौटे तो वह अपनी मानसिक शांति को प्राप्त कर सकें। उसका मकान उसे स्वस्थ रखें तथा धन समृद्धि में बढ़ोतरी हो। परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम भाव बड़े।
 यदि आप मकान का नक्शा इंजीनियर से बनवाते हो तो उस नक्शे को किसी वास्तु शास्त्री को दिखा कर उसकी भी राय ले ली जाए। यदि इंजीनियर ही वास्तु का ज्ञान रखता है तो सोने…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
उच्च रक्तचाप(पगुप High blood pressure) के प्रमुख लक्षण, दुष्प्रभाव, कारण और उसके आयुर्वेद उपचार :-
उच्च रक्तचाप(पगुप High blood pressure) के प्रमुख लक्षण, दुष्प्रभाव, कारण और उसके आयुर्वेद उपचार :-
(1) उच्च रक्तचाप(High blood pressure) के प्रमुख लक्षण:-
सिर में दर्द भारीपन एवं बेचैनी।
अधिक थकान महसूस होना।
दिल की धड़कन बढ़ जाना।
छाती में खिंचाव महसूस होना।
चेहरे या कानों का तमतमाना।
बात-बात में चिड़चिड़ापन एवं क्रोध।
कभी-कभी कभी नाक से खून आना।
सांस फूलना
नींद का ना आना।
घबराहट चक्कर आना यह प्रमुख लक्षण है।
(2) रक्तचाप बढ़ने के कारण:-
गुर्दे की खराबी।
धूम्रपान व मद्यपान।
कोलेस्ट्रोल का बढ़ जाना।
न…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
हमारे दुःखों का अंत किस प्रकार हो सकता है ..
हमारे दुःखों का अंत किस प्रकार हो सकता है ..
हम जब भी किसी चीज़ को पाना चाहते है वो हमसे और दुर होती ही रहती है….में दावे के साथ कह सकता हूं ऐसा सबके साथ होता होगा…उस वजह से हम अत्यधिक तनाव में आ जाते है…मानों उस एक चीज़ नहीं मिलने के कारण हमारा सब कुछ खत्म हो गया हो और हमारे दिमाग में बस उसी चीज़ का या उसी बात का खयाल रह जाता है….
पर दोस्तों क्या हम एक बात या एक चीज़ जो हमें नहीं मिल रही उस वजह से अपना सुख चेन त्याग दे ऐसा तो नहीं हो…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
(Corona Virus ) कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या खाए और क्या ना खाए जानिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से
(Corona Virus ) कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या खाए और क्या ना खाए जानिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से
(1) पथ्य (खावें):-सादा सुपाच्य भोजन, हरी सब्जियाँ, चीकू, अनार ,सेव ,केला,आदि फल , उबाल कर ठण्डा किया हुआ दूध,ताजा छाछ,आदि पदार्थों का सेवन करे। (2) अपथ्य (नही खावें) :- आलू,अरबी,बेसन,चना,केला,दही,चावल,राजमा,भारी पदार्थ, लहसुन बैगन ,तेज मीर्च मसाला,इमली,अमचूर,आचार,नही खावें। तेज मीर्च मसाला, तले भुने पदार्थ, कचौरी पकौडी़ समोसा,लहसुन ,बैगन, आदि रजोगुण युक्त आहार नही लेवेंः ठण्डा ,बासी ,प्याज,एवं…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 4 years
Text
(Corona Virus ) कोरोना वायरस का आयुर्वेदिक इलाज जानिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से....
(Corona Virus ) कोरोना वायरस का आयुर्वेदिक इलाज जानिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से….
सम्पूर्ण विश्व के अधिकांश भागों में कोविड़-19 (कोरोना) महामारी फैल रही है। भारत सरकार बचाव के पुख़्ता इन्तजाम कर रही है। भारत सरकार, राज्य सरकारें, समस्त भारत चिकित्सक,मेडिकल स्टाफ,पुलिस प्रशासन, सफाई कार्मिक,हम सभी भारतीय इस संकट को टालने के लिए हर स्तर पर सहयोग कर रहे है। ऐसे में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने की आवश्यकता रहती है। हम सभी संक्रमण से बचे इस की भी पुख़्ता व्यवस्था करे। “बचाव…
View On WordPress
0 notes
jivandarshan · 7 years
Text
मदद करने से अच्छा लगता है, लेकिन कैसी मदद ? (How to help someone)
मदद करने से अच्छा लगता है, लेकिन कैसी मदद ? (How to help someone)
मदद करने से अच्छा लगता है ये तो सभी जानते हैं लेकिन मदद कैसी ? ये जानना भी तो जरूरी है. मदद कई तरह की होती है. पैसों की, सामान की, दिलासों की और किसी के सिर को कंधा देने की.
क���सी को पैसे देकर देखिए क्या आपको अच्छा लगा. ज्यादातर मामलों में इसका जवाब नहीं होगा. यही बात बाकी चीजों पर तब तक मायने रखती है जब तक कि मदद पाने वाला वाकई मदद का हकदार न हो.
हममें से कई लोग अक्सर लोगों की मदद करते हैं. भीख…
View On WordPress
0 notes