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#HungerIndex
preponias · 1 year
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Global Hunger Index 2023
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dwitnessdaily · 2 years
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**Global Hunger Index 2022: India slips down to 107th rank from 101 in 2021**
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googlekafeku · 3 years
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upscmagazine · 3 years
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indian-news-network · 4 years
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#BreakingNews| India ranks 94 among 107 countries in "Global Hunger Index 2020." 14% of India's population is undernourished. India's neighbors are above in the list. Also India's child rate is extremely high at 20.8%. The COVID-19 pandemic has pushed over 1 crore children into poverty. #GlobalHungerIndex #HungerIndex #india #hungryindia #poverty #hungry #hungerindex2020 https://www.instagram.com/p/CGcf_Aopw7b/?igshid=ml3angdrl1zh
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ecoplanetstore · 5 years
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Uplifting world #hungerindex is the duty of fellow citizens. Always buy from small growers and support their livelihood. Make sure everyone's house is equally lighted on this Diwali. #buyfromsmallgrowers #upliftingglobalhungerindex Happy Diwali. (at Jambhulpada, Maharashtra, India) https://www.instagram.com/p/B4ETRzKgveT/?igshid=17jqad6ik6sun
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jodhpurnews24 · 6 years
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ग्लोबल हंगर इंडेक्स रैंकिंग में क्या भारत 2014-2018 के दौरान 55वें स्थान से 103 पर आ गिरा?
2018 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) 11 अक्टूबर को प्रकाशित हुआ, जिसमे भारत का स्थान 119 देशों में 103 पर बताया गया। भारत के इस स्थान पर पहुंचने के लिए बहुत बातें हो चुकी है, खासकर मीडिया घरानों और विपक्ष के सदस्यों द्वारा, जिन्होंने इस गिरावट से सरकार की खूब आलोचना की है। उन सबने दावा किया है कि 2014 में भारत का स्थान 55वे नंबर पर था।
NDTV ने भारत के GHI रैंकिंग की बात ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स: भुखमरी दूर करने में मनमोहन सरकार से पीछे मोदी सरकार, 5 साल में रैंकिंग 55 से गिरकर 103 पर पहुंची’ नाम के लेख में किया। दैनिक भास्कर ने भी ऐसा ही लेख प्रसारित किया – “भारत में भुखमरी: इस मामले में पूरी तरह फेल हुई मोदी सरकार, 4 साल में 55 से 103वें पायदान पर पहुंचा देश, नेपाल-बांग्लादेश भी हमसे आगे!”
भारत में भुखमरी: इस मामले में पूरी तरह फेल हुई मोदी सरकार, 4 साल में 55 से 103वें पायदान पर पहुंचा देश, नेपाल-बांग्लादेश भी हमसे आगे https://t.co/FWjoRTNx9H
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) October 14, 2018
एक और मीडिया पोर्टल Go News ने भारत की रैंकिंग को इसी तरीके से पेश किया। उसके ट्वीट को 300 रीट्वीट भी मिले।
Rapid Decline: India's #HungerIndex is at an extremely poor rank of 103–among 119 nations–in the Global Hunger Index 2018, behind Nepal, Bangladesh & Sri Lanka. It was #55 in 2014.
Download app for more: Android https://t.co/76bEFEqZJk iPhone https://t.co/oqQkZ80wrs pic.twitter.com/haOZCkUhEz
— GoNews (@GoNews24x7) October 14, 2018
लोकमत, खबरदार और न्यूज़ फॉलो ने भी भारत के 55 से 103 पर गिरते हुए रैंकिंग को प्रसारित किया।
विपक्ष के सदस्यों ने भी यही दावा किया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने ऊपर बताई हुई दैनिक भास्कर की रिपोर्ट को ट्वीट किया। उनका ट्वीट 12000 और 4000 बार से भी ज़्यादा बार रीट्वीट और लाइक किया गया।
चौकीदार ने भाषण खूब दिया, पेट का आसन भूल गये।
योग-भोग सब खूब किया, जनता का राशन भूल गये।https://t.co/RTlyKbKeZl
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 15, 2018
कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने भी 2014 से भारत की इस गिरावट के लिए सरकार की आलोचना की है। उनमे से भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष केशव चंद यादव, AICC सचिव बिस्वारंजन मोहंती, भूतपूर्व MP सुबोध कांत सहाय, और कांग्रेस के पुराने सोशल मीडिया कोऑर्डीनेटर गौरव पांधी – ये नाम प्रमुख है।
2014 में भारत 55वें नहीं 99वें स्थान पर था
ऑल्ट न्यूज़ ने GHI रिपोर्ट का गहन अध्ययन किया। इस रिपोर्ट में भारत का स्थान 2014 में 55वाँ, 2015 में 80वाँ, 2016 में 97वाँ, 2017 में 100वाँ दर्शाती है। लेकिन करीबी से ये रिपोर्ट पढ़ें तो पता चलता है की 2016 से पहले, उन्होंने मुख्य तालिका के साथ ही एक और तालिका शामिल की है, जिसमें उन देशों को शामिल किया गया है जिनका GHI इंडेक्स 5 से कम है। जिन देशों का GHI इंडेक्स 5 से ऊपर है, उन्ही को मुख्य तालिका में शामिल किया गया था। जितना कम स्कोर, उतना शानदार निष्पादन।
नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट में 2014 GHI रिपोर्ट है, जिसमे 44 देश इस अतिरिक्त तालिका में शामिल है। ये ऑल्ट न्यूज़ ने पिछले साल भी रिपोर्ट किया था।
2015 GHI रिपोर्ट में 13 देशों के साथ ऐसी ही तालिका थी। लेकिन 2016 से रिपोर्ट के मुख्य तालिका में सिर्फ उन्ही देशों को शामिल किया गया है, जिनका GHI इंडेक्स 5 से कम है और इसलिए रैंकिंग में बदलाव आया है। नीचे दी गयी तस्वीर में 2018 GHI रिपोर्ट का हिस्सा है। लाल हिस्से में देखेंगे की ये वे 15 देश है जिनका GHI इंडेक्स 5 से कम है और ये मुख्य तालिका में शामिल है।
2014 में GHI रिपोर्ट की तालिका में 44 देश है जिनके GHI इंडेक्स 5 से कम है। 2015 में ये संख्या 13 थी। 2016 के पहले के सालों में देश की शुद्ध पूर्ण रैंकिंग, मुख्य तालिका में स्थान और जिन देशों का GHI 5 से कम है उन्हें मिलाकर गणना की गयी थी। इस फार्मूला के हिसाब से भारत का स्थान 2014 में (55 + 44) 99वाँ और 2015 में (80 + 13) 93वाँ था। इसका मतलब ये है की भारत का स्थान 2014 से 4 पायदान गिरा है।
पिछले साल भारत 100वें स्थान पर था और इस साल 3 पायदान नीचे गिरा है और अब 103वें स्थान पर है (GHI स्कोर 31.1), हालांकि 2017 से 0.3% का हल्का सा सुधार है। 31.1 के वर्त्तमान स्कोर पर भारत भूखमरी नाम की गंभीर समस्या से जूझ रहा है।
गौर करने वाली एक और बात है 2015 में संशोधित GHI इंडेक्स की गणना करने वाले फॉर्मूले की। International Food Policy Research Institute वेबसाइट बताती है – ये संशोधन बाल अल्प भार जो बाल कुपोषण का एकमात्र सूचक था, उसे बदलते हुए अब दो सूचक को मानती है, जिनको समान जगह दी है –child wasting aur child stunting. इसलिए 2014 (44) से 2015 (13) में 5 से भी कम ke GHI इंडेक्स वाले देशों की संख्या में गिरावट आयी है। इसी वजह से भारत के स्थान में भी गिरावट आयी है- 2014 में 55 से 2015 में 80.
India’s GHI rankings from 2014 to 2018
लेकिन सिर्फ GHI रैंक ही देश के निष्पादन का एकमात्र सूचक नहीं है, क्यूँकि बेहतर स्कोर के बावजूद भी रैंकिंग गिर सकती है। 2017 में भारत का स्कोर 31.4 और 2018 में 31.1 था। 0.3% की बढ़ोतरी के बाद भी भारत का रैंक तीन पायदान नीचे गिरा है। दूसरे देशों के अच्छे नतीज़ों के साथ ही इसके और कई कारण हो सकते है।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात ये है कि GHI रैंक/स्कोर के कई सारे कारक है, और सालाना तुलनात्मक निष्पादन से कोई सटीक जवाब नहीं मिलेंगे। ग्लोबल हंगर इंडेक्स के रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि “इस रैंकिंग की पुराने रिपोर्ट के रैंकिंग और इंडेक्स स्कोर से तुलना नहीं की जा सकती।”
अनुवाद: ममता मंत्री के सौजन्य से
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Hindi News Latest Hindi News
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source http://hindi-news.krantibhaskar.com/latest-news/hindi-news/ajab-gajab-news/35122/
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ग्लोबल हंगर इंडेक्स रैंकिंग में क्या भारत 2014-2018 के दौरान 55वें स्थान से 103 पर आ गिरा?
2018 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) 11 अक्टूबर को प्रकाशित हुआ, जिसमे भारत का स्थान 119 देशों में 103 पर बताया गया। भारत के इस स्थान पर पहुंचने के लिए बहुत बातें हो चुकी है, खासकर मीडिया घरानों और विपक्ष के सदस्यों द्वारा, जिन्होंने इस गिरावट से सरकार की खूब आलोचना की है। उन सबने दावा किया है कि 2014 में भारत का स्थान 55वे नंबर पर था।
NDTV ने भारत के GHI रैंकिंग की बात ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स: भुखमरी दूर करने में मनमोहन सरकार से पीछे मोदी सरकार, 5 साल में रैंकिंग 55 से गिरकर 103 पर पहुंची’ नाम के लेख में किया। दैनिक भास्कर ने भी ऐसा ही लेख प्रसारित किया – “भारत में भुखमरी: इस मामले में पूरी तरह फेल हुई मोदी सरकार, 4 साल में 55 से 103वें पायदान पर पहुंचा देश, नेपाल-बांग्लादेश भी हमसे आगे!”
भारत में भुखमरी: इस मामले में पूरी तरह फेल हुई मोदी सरकार, 4 साल में 55 से 103वें पायदान पर पहुंचा देश, नेपाल-बांग्लादेश भी हमसे आगे https://t.co/FWjoRTNx9H
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) October 14, 2018
एक और मीडिया पोर्टल Go News ने भारत की रैंकिंग को इसी तरीके से पेश किया। उसके ट्वीट को 300 रीट्वीट भी मिले।
Rapid Decline: India's #HungerIndex is at an extremely poor rank of 103–among 119 nations–in the Global Hunger Index 2018, behind Nepal, Bangladesh & Sri Lanka. It was #55 in 2014.
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लोकमत, खबरदार और न्यूज़ फॉलो ने भी भारत के 55 से 103 पर गिरते हुए रैंकिंग को प्रसारित किया।
विपक्ष के सदस्यों ने भी यही दावा किया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने ऊपर बताई हुई दैनिक भास्कर की रिपोर्ट को ट्वीट किया। उनका ट्वीट 12000 और 4000 बार से भी ज़्यादा बार रीट्वीट और लाइक किया गया।
चौकीदार ने भाषण खूब दिया, पेट का आसन भूल गये।
योग-भोग सब खूब किया, जनता का राशन भूल गये।https://t.co/RTlyKbKeZl
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कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने भी 2014 से भारत की इस गिरावट के लिए सरकार की आलोचना की है। उनमे से भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष केशव चंद यादव, AICC सचिव बिस्वारंजन मोहंती, भूतपूर्व MP सुबोध कांत सहाय, और कांग्रेस के पुराने सोशल मीडिया कोऑर्डीनेटर गौरव पांधी – ये नाम प्रमुख है।
2014 में भारत 55वें नहीं 99वें स्थान पर था
ऑल्ट न्यूज़ ने GHI रिपोर्ट का गहन अध्ययन किया। इस रिपोर्ट में भारत का स्थान 2014 में 55वाँ, 2015 में 80वाँ, 2016 में 97वाँ, 2017 में 100वाँ दर्शाती है। लेकिन करीबी से ये रिपोर्ट पढ़ें तो पता चलता है की 2016 से पहले, उन्होंने मुख्य तालिका के साथ ही एक और तालिका शामिल की है, जिसमें उन देशों को शामिल किया गया है जिनका GHI इंडेक्स 5 से कम है। जिन देशों का GHI इंडेक्स 5 से ऊपर है, उन्ही को मुख्य तालिका में शामिल किया गया था। जितना कम स्कोर, उतना शानदार निष्पादन।
नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट में 2014 GHI रिपोर्ट है, जिसमे 44 देश इस अतिरिक्त तालिका में शामिल है। ये ऑल्ट न्यूज़ ने पिछले साल भी रिपोर्ट किया था।
2015 GHI रिपोर्ट में 13 देशों के साथ ऐसी ही तालिका थी। लेकिन 2016 से रिपोर्ट के मुख्य तालिका में सिर्फ उन्ही देशों को शामिल किया गया है, जिनका GHI इंडेक्स 5 से कम है और इसलिए रैंकिंग में बदलाव आया है। नीचे दी गयी तस्वीर में 2018 GHI रिपोर्ट का हिस्सा है। लाल हिस्से में देखेंगे की ये वे 15 देश है जिनका GHI इंडेक्स 5 से कम है और ये मुख्य तालिका में शामिल है।
2014 में GHI रिपोर्ट की तालिका में 44 देश है जिनके GHI इंडेक्स 5 से कम है। 2015 में ये संख्या 13 थी। 2016 के पहले के सालों में देश की शुद्ध पूर्ण रैंकिंग, मुख्य तालिका में स्थान और जिन देशों का GHI 5 से कम है उन्हें मिलाकर गणना की गयी थी। इस फार्मूला के हिसाब से भारत का स्थान 2014 में (55 + 44) 99वाँ और 2015 में (80 + 13) 93वाँ था। इसका मतलब ये है की भारत का स्थान 2014 से 4 पायदान गिरा है।
पिछले साल भारत 100वें स्थान पर था और इस साल 3 पायदान नीचे गिरा है और अब 103वें स्थान पर है (GHI स्कोर 31.1), हालांकि 2017 से 0.3% का हल्का सा सुधार है। 31.1 के वर्त्तमान स्कोर पर भारत भूखमरी नाम की गंभीर समस्या से जूझ रहा है।
गौर करने वाली एक और बात है 2015 में संशोधित GHI इंडेक्स की गणना करने वाले फॉर्मूले की। International Food Policy Research Institute वेबसाइट बताती है – ये संशोधन बाल अल्प भार जो बाल कुपोषण का एकमात्र सूचक था, उसे बदलते हुए अब दो सूचक को मानती है, जिनको समान जगह दी है –child wasting aur child stunting. इसलिए 2014 (44) से 2015 (13) में 5 से भी कम ke GHI इंडेक्स वाले देशों की संख्या में गिरावट आयी है। इसी वजह से भारत के स्थान में भी गिरावट आयी है- 2014 में 55 से 2015 में 80.
India’s GHI rankings from 2014 to 2018
लेकिन सिर्फ GHI रैंक ही देश के निष्पादन का एकमात्र सूचक नहीं है, क्यूँकि बेहतर स्कोर के बावजूद भी रैंकिंग गिर सकती है। 2017 में भारत का स्कोर 31.4 और 2018 में 31.1 था। 0.3% की बढ़ोतरी के बाद भी भारत का रैंक तीन पायदान नीचे गिरा है। दूसरे देशों के अच्छे नतीज़ों के साथ ही इसके और कई कारण हो सकते है।
सबसे महत्त्वपूर्ण बात ये है कि GHI रैंक/स्कोर के कई सारे कारक है, और सालाना तुलनात्मक निष्पादन से कोई सटीक जवाब नहीं मिलेंगे। ग्लोबल हंगर इंडेक्स के रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि “इस रैंकिंग की पुराने रिपोर्ट के रैंकिंग और इंडेक्स स्कोर से तुलना नहीं की जा सकती।”
अनुवाद: ममता मंत्री के सौजन्य से
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mcflp · 7 years
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24x7politics · 7 years
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The Food Security Act 2013 was a revolutionary bill bought by the UPA in 2013. Modi govt has messed it up.… https://t.co/TzJDMQn9i1
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indian-news-network · 4 years
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More than 1.1 crore children in India are not getting "Mid-day Meal" due to coronavirus lockdown effects in 12 states. Bihar tops the list with nearly 50 lakh affected children, followed by UP with 36 lakh affected children & Rajasthan with nearly 19 lakh affected children. Some states are neither providing the meal nor the amount paid by the government for the meal. Report: @dainikbhaskar_ #Middaymeal #corona #coronavirus #MidDayMeal #starvation #hungryIndia #hungerindex #poor #poorpeople #children #middaymealscheme #LOCKDOWN2020 #lockdownindia https://www.instagram.com/p/CEOTijcJn1_/?igshid=1obsdkujgepvz
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duisabda · 6 years
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विश्व भोकमरी सूचकांक २०१८: नेपाल तीन वर्षदेखि ७२ औं स्थानमा
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प्रतिवदेनअनुसार दक्षिण एसियाली मुलुकमा बंगलादेश ८६ औं स्थानमा छ भने भारत १०३, पाकिस्तान १०६ र अफगानिस्तान १११ औं स्थानमा छ । अफगानिस्तान भने चार अंकले लत झरेको छ भने पाकिस्तान भने गत वर्ष झैं यो वर्ष पनि एउटै स्थान र अंकमा अडिक छ । भुटान र माल्दिभ्सको भने तथ्यांक नभएको भन्दै अध्ययनमा समावेस गरिएको छैन ।
किरण आचार्य 
काठमाडाैं, ११ कार्तिक 
नेपालको भोकमरी सूचकांक विश्व मानचित्रमा विगत तीन वर्षदेखि एउटै स्तरमा कायम रहेको पाइको छ । विश्वभरको खाद्य सुरक्षाको अवस्थाबारे विश्लेषण गरी सार्वजनिक गरिने विश्व भोकमरी सूचकांक (जीएचआई) प्रतिवेदनअनुसार सन् २०१६ देखि नेपाल निरन्तर ७२ औं स्थानमा छ ।
विभिन्न निकायसँगको सहकार्यमा कन्सर्न वल्र्डवाइडले विश्व खाद्य दिवसको सन्दर्भ पारेर हालै ‘विश्व भोकमरी सूचकांक (जीएचआई) २०१८’ सार्वजनिक गरेको हो । प्रतिवेदनअनुसार दक्षिण एसियामा सबैभन्दा अब्बल स्थान श्रीलंकाको छ । यसअघिका वर्षहरूमा भने नेपालको स्थान सबैभन्दा सुधारको अवस्थामा थियो । यो वर्ष श्रीलंकका १७.९ अंकसहित ६७ स्थानमा छ भने दोस्रोमा नेपालले २१.२ अंकसहित ७२ स्थान हासिल गरेको हो । भोकमरी सूचकांक मापनअनुसार जति कम अंक र स्थान हासिल गर्यो त्यति नै राम्रो मानिन्छ ।
सम्बन्धित मुलुकको कुपोषण, वालमृत्युदर र पोषणको अभावमा वालवालिकामा आउने वि��िन्न शारिरीक समस्याको अवस्था, खाद्य उत्पादन तथा उपलब्धताको अवस्था लगाएतका परिस्थितिलाई एक सय पूर्णाकंमा रूपान्तरण गरेर मुलुकलाई अंक प्रदान गर्ने गरिन्छ । प्राप्त अंकका आधारमा विश्वका मुलुकहरूलाई एकबाट क्रमशः सूचीमा सूचीकृत गरेर प्रतिवेदन सार्वजनिक गर्ने गरिन्छ । यो वर्ष छिमेकी मुलुक भारत तीन स्थान तल झरेको छ भने बंगलादेश दुई स्थान माथि उक्लेको छ । भारत अघिल्लो वर्ष ९७ औं स्थानबाट खस्केर १०० मा पुगेको हो । अर्को छिमेकी मुलुक चीन भने ७.६ अंक सहित २५ औं स्थानमा छ ।
संयुक्त राष्ट्र संघ खाद्य तथा कृषि संगठन (एफएओ), विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्लुएफी लगाएतका संयुक्त राष्ट्र संघका एजेन्सीहरू तथा अन्य कृषिसँग सम्बन्धित संघसंस्थाहरू, सरकारी तथ्यांकहरू लगायतको आधारमा बर्सेनि भोकमरी सूचकांक प्रतिवेदन सार्वजनिक गरिँदै आएको छ । प्रतिवेदनअनुसार यो वर्ष सबैभन्दा अब्बल मुलुकमा १५ अंकभन्दा कम अंक प्राप्त गर्दै बेलारुस, बोस्नीया हर्जगोभिना, चिली, कोस्टारिका, क्रोएटिया, इटोनिया, कुवेत, लेटाभिया, लिथुवानिया, मोन्टेग्रो, रोमानिया, टर्की, युक्रेन र उरुग्य छन् । भोकमरीको अवस्था गम्भीर भएका मुलुकमा अफ्रिकन मुलुकहरू बढी छन् ।
प्रतिवदेनअनुसार दक्षिण एसियाली मुलुकमा बंगलादेश ८६ औं स्थानमा छ भने भारत १०३, पाकिस्तान १०६ र अफगानिस्तान १११ औं स्थानमा छ । अफगानिस्तान भने चार अंकले लत झरेको छ भने पाकिस्तान भने गत वर्ष झैं यो वर्ष पनि एउटै स्थान र अंकमा अडिक छ । भुटान र माल्दिभ्सको भने तथ्यांक नभएको भन्दै अध्ययनमा समावेस गरिएको छैन । गत वर्षको प्रतिवेदन अनुसार नेपाल ७२ स्थान सहित एक नम्बरमा थियो भने ८४ स्थानसहित श्रींलकमा दोस्रोमा थियो । सार्क अन्य मुलुकहरू बंगलादेश, भारत र अफगानिस्थान क्रमशः ८८, १०० र १०७ औं स्थानमा थिए ।
भूकम्प, नाकाबन्दी र डुवान तथा बाढी पहिरोको समस्याका बाबजुद पनि नेपालको खाद्य सुरक्षाको अवस्थास्थिर देखिएको हो । पछिल्ला तीन वर्षमा धान, मकैलगायत मुख्य बालीको उत्पादन पनि बढ्दो क्रममा छ । यो वर्ष पनि धानको उत्पादन १० प्रतिशतले बढ्ने अनुमान गरिएको छ भने मौसम अनुकुल भएकाले अन्य बाली पनि बढ्ने प्रक्षेपण गरिएको छ । यद्यपि, नेपालमा खाद्यान्नको वितरण प्रणाली व्यवस्थित नहुनु र भात मात्र उपभोग गर्ने बानीका कारण नेपालीहरूमा कुपोषणको समस्या कम हुन नसकेको विश्लेषण खाद्य विज्ञहरूको छ ।
सम्भव छ ‘जिरो हङ्गर २०३०’
दीगो विकास लक्ष्यअनुरूप सन् २०३० सम्ममा विश्वबाट भोकमरीको अन्त्यसम्भव रहेको संयुक्त राष्ट्र संघले जनाएको छ । अक्टोबर १६ मा मनाइएको विश्व खाद्य दिवसको उपलक्ष्यमा जारी गरिएको मूल सन्देशको पहिलो नम्बरमा विश्वका मुलुकहरूले जोड गरेमा जिरो हङ्गरको अवस्था सम्भव रहेको उल्लेख छ । संयुक्त राष्ट्र संघ कृषि तथा खाद्य संगठन (एफएओ) का अनुसार हाल ८२ करोड १० लाख मानिस कुपोषणमा छन् । विश्वमा १ अर्ब ९० करोड मानिस अधिक तौलका छन्, जसमध्ये ६७ करोड २० लाख मानिस मोटोपनाको समस्यामा छन् । यो अवस्थाबाट मुक्ति पाउन विश्वका मुलुकले कुपोषणलगायतका समसयका विषयमा ग्रामीण जनसंख्या लक्षित सचेतना कार्यक्रम संचालनमा ल्याउनुपर्नेमा राष्ट्र संघको जोड छ ।
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indian-news-network · 5 years
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A dead rat was found in "Midday Meal" in Uttar Pradesh's Mustafabad, Janta Inter College. "8 students & a teacher fell ill & were admitted to hospital." An FIR has been lodged against the food supplier by the local authorities. National Human Rights Commission (NHRC) has ordered a detailed report on the incidence. #MidDayMeal #DeadRatInFood #uttarpradesh #yogiadityanath #mustafabad #JantaInterCollege #middaymeal #NHRC #hungryIndia #hungerindex https://www.instagram.com/p/B5r7UaaJSh4/?igshid=1o9j7acnpg34m
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indian-news-network · 5 years
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India was ranked 103/119 in Hunger Index. A pic' of a "hungry girl" is going viral as she stands outside of a classroom holding a plate. She got admitted in the school. Photo was published in a Telugu daily titled "Aakali Choopu" meaning a "Hungry Look." Photo: Venkat Reddy. #hungerindex #GlobalhungerIndex #telugudaily #hungryIndia https://www.instagram.com/p/B4rLmV7pnrK/?igshid=dsk3ep2s7e2x
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mcflp · 7 years
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mcflp · 7 years
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