#“दारू
Explore tagged Tumblr posts
bharatlivenewsmedia · 2 years ago
Text
Bihar Hooch Tragedy : दारूबंदी असलेल्या बिहारमध्ये विषारी दारू प्यायल्याने २० जणांचा मृत्यू
Bihar Hooch Tragedy : दारूबंदी असलेल्या बिहारमध्ये विषारी दारू प्यायल्याने २० जणांचा मृत्यू
Bihar Hooch Tragedy : दारूबंदी असलेल्या बिहारमध्ये विषारी दारू प्यायल्याने २० जणांचा मृत्यू बिहारमध्ये विषारी दारूमुळे २० लोकांचा मृत्यू झाला असून अनेक जण गंभीर असल्याची माहिती आहे. यावरून विरोधकांना नितीश सरकारवर जोरदार हल्लाबोल केला आहे. बिहारमध्ये विषारी दारूमुळे २० लोकांचा मृत्यू झाला असून अनेक जण गंभीर असल्याची माहिती आहे. यावरून विरोधकांना नितीश सरकारवर जोरदार हल्लाबोल केला आहे. Go to…
View On WordPress
0 notes
sharabiknows · 11 months ago
Text
2 notes · View notes
thebharatexpress · 2 years ago
Text
मंत्री TS सिंहदेव का बड़ा बयान: ‘अगर शराबबंदी हुई तो कांग्रेस को वोट नहीं देंगे, ऐसा ही कहते हैं दारू पीने वाले’
मंत्री TS सिंहदेव का बड़ा बयान : गरियाबंद : शराबबंदी पर छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है। एक कार्यक्रम में शामिल होने गरियाबंद पुहंचे सिंहदेव ने कहा कि उनके पहचान वाले शराब पीते हैं। कहते हैं कि अगर शराबबंदी हुई तो कांग्रेस को आगामी चुनाव में वोट नहीं देंगे। मंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में आदिवासी विकासखण्ड को छोड़कर बाकी जगह शराबबंदी करने…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
rebel-bulletin · 2 years ago
Text
तिरोडा पोलिसांची अवैध दारू अड्ड्यावर धाड : होळी सणापूर्वी 4.54 लाखांचा मुद्देमाल जप्त
तिरोडा : तिरोडा पोलीस ठाण्यात नुकतेच रुजू झालेले पोलीस निरीक्षक देवीदास कठाळे यांनी अवैध धंद्यांविरुद्ध मोहीम सुरु केली आहे. येत्या होळी सणापूर्वी त्यांनी अवैध दारू अड्ड्यांवर छापेमार मोहीम राबवून तब्बल 4 लाख 54 हजार 400 रुपयांचा मुद्देमाल जप्त करून नष्ट केला आहे. ही कारवाई 1 मार्च रोजी करण्यात आली. (Tiroda police raid illegal liquor den) तिरोड़ा पोलीस स्टेशन अंतर्गत आगामी होणाऱ्या होळीच्या…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
writerss-blog · 2 years ago
Text
दारू जो पी लिया
दारू जो पी लिया सारे गम भुला दिया, ना खुद में होश है ना जमाने की फिकर, मदहोश यूं चलता रहा अपने धुन में इधर उधर, कहते हैं लोग मुझको शराबी बन गया घर परिवार छोड़ निकम्मा हो गया , दारू से मेरी यारी जीवन से भी प्यारी चुभते हुए खयालों को जेहन में ना आने दिया, दारू जो पी लिया सारे गम भुला दिया । ये बोतल भरी शराब को ना कहे कोई खराब ये वो ��वा है जो गले से उतर ज���ए तो रिसते नसूरों पर मलहम का…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
alkabirislamic · 8 months ago
Text
#AlKabir_Islamic
#SaintRampalJi
फक्त रमजान मध्ये नाही परंतु आयुष्यभर वाईटगोष्टी पासून दुरावा ठेवायला पाहिजे. सिगरेट आणि दारू पिणाऱ्याना मुस्लिम धर्मा मध्ये "काफिर" म्हटलेलं आहे.
Tumblr media
22 notes · View notes
lucifar7000 · 3 months ago
Text
Including link: https://www.freesexkahani.com/
"दोस्तो, मेरा नाम युग है और मैं मध्यप्रदेश राज्य के भोपाल शहर में रहता हूँ.
मैं अक्सर चूत चुदाई की कहानी पढ़ता रहता हूं और दिन में दो बार हिला लेता हूँ.
यह सेक्स कहानी मेरी और मेरी छोटी बहन वर्षा की चुदाई की कहानी है.
इसमें आप पढ़ेंगे कि कैसे मैंने अपनी ही सगी बहन को चोदकर अपनी रंडी बना लिया.
यह Xxx सिस फक कहानी आज से एक साल पहले की उस समय की है जब मैंने 12 वीं के बोर्ड के इम्तिहान दिए थे.
एग्जाम के बाद से स्कूल की छुट्टी चल रही थीं.
मैं अपने परिवार के बारे में बता दूं.
मेरे घर में पाँच सदस्य हैं. मम्मी-पापा, दीदी और एक छोटी बहन.
मेरे पापा का नाम सुदेश है. उनकी उम्र 44 साल है.
मेरी मम्मी का नाम अदिति है. उनकी उम्र 42 साल है. लेकिन वे 30 से ज्यादा की नहीं लगती हैं.
उनका फिगर 32-28-36 का है. वे पारदर्शी साड़ी पहनती हैं और नाभि से नीचे साड़ी को बांधती हैं.
पारदर्शी साड़ी के साथ टू बाय टू की रुबिया के झीने ब्लाउज में से उनकी ब्रा साफ दिखाई देती है.
उनकी थिरकती चूचियों और मटकती गांड को देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
मेरी एक बड़ी बहन है, जिसका का नाम दीपाली है.
वह मुझसे एक साल बड़ी है और वह भी बहुत सेक्सी दिखती है.
दीपाली के बाद मैं हूँ और मुझसे छोटी बहन है.
उसका नाम वर्षा है.
वह मुझसे एक साल छोटी है.
उसकी उम्र 18 साल की है. उसने अभी जवानी की दहलीज पर अपना पहला कदम रखा ही है.
उसके दूध मस्त गोरे हैं और बहुत ही कांटा आइटम है.
उसकी फूली हुई गांड के बीच की दरार को देखकर मेरा उसे चोदने का मन करता है.
मैंने कई बार उसकी ब्रा पैंटी को सूंघकर लंड हिलाया है.
उन दिनों मैं उसकी चूत और गांड में लंड डालने की प्लानिंग कर रहा था.
वैसे सपनों में तो मैं उसे कई बार चोद चुका था पर हकीकत में उसे चोदने में डर लगता था कि कहीं उसने शोर मचा दिया तो सारी इज्जत की मां चुद जाएगी.
��ों तो हम दोनों काफी खुले हुए हैं और हमें एक दूसरे के सारे सीक्रेट पता हैं.
कभी कभी वह मुझे गले लगाती है, तो उसके दूध मेरे सीने से लग कर एक मीठी रगड़ दे जाते हैं.
मैं उसके चूतड़ भी सहला देता था.
उस वक्त मन ही मन मैं उसे चोदने का सोचने लगता था.
ऐसा लगता था कि इसे यहीं घोड़ी बना कर इसकी गांड मार दूं.
एक रात को हम सब मिलकर टीवी देख रहे थे और वह हमेशा की तरह मेरी बगल में बैठी टीवी देख रही थी.
मैं भी हमेशा की तरह उसकी टांग से टांग रगड़ कर मस्त हो गया था. मेरा हाथ भी उसकी टांग पर घूम रहा था.
उस दिन काफी रात हो गई थी तो हम सब सोने के लिए जाने लगे.
वर्षा मेरे साथ सोती थी.
मैं भी उसके सो जाने के बाद उसके दूध दबाता, गांड में लंड रगड़ता … लेकिन कभी चोद नहीं सका था.
एक दिन मम्मी और दीदी मौसी के घर निकल गईं वे दो दिन के लिए गई थीं.
कुछ देर बाद पापा भी ऑफिस के लिए निकल गए थे.
पापा को दारू पीने की आदत है और आज मम्मी के न होने से उनके लिए यह किसी त्यौहार के जैसा दिन था.
मैं जानता था कि पक्के में आज पापा दोस्तों के साथ अपनी महफ़िल जमाएंगे.
मुझे पूरी उम्मीद थी कि वे मुझे फोन करके घर आने से मना करेंगे.
वही हुआ भी … एक घंटा बाद उनका फोन आ गया कि वे ऑफिस के काम से बाहर जा रहे हैं और कल शाम तक या परसों वापस आ जाएंगे.
उनके फोन से मुझे बेहद खुशी हुई कि अब बहन की चूत चोदी जा सकती है.
अब घर मैं और वर्षा अकेले थे.
आज चुदाई का सही समय था.
मैं हॉल में टीवी देख रहा था और वर्षा कमरे में थी.
मैंने सोचा कि चल कर देखूँ कि वर्षा क्या कर रही है.
मैं कमरे में गया तो वर्षा तौलिया में मेरे सामने थी. वह नहा कर निकली थी.
उसकी तौलिया छोटी थी, जिससे उसके दूध दिख रहे थे.
उसने गुस्से से मुझे बाहर जाने को कहा, मैं बाहर आ गया.
लेकिन अब उसे चोदने का मन कर रहा था.
शाम हो गई, मैं छत पर बैठा था कि तभी वह आई.
वर्षा- सॉरी भैया, मैं आज आप पर चिल्लायी.
मैं- कोई बात नहीं. वैसे तुम बहुत खूबसूरत हो!
वर्षा- आपको कैसे पता कि मैं खूबसूरत हूं?
मैं- आज तुम्हें बिना कपड़ों के देखा, तब से जाना कि तुम बेहद खूबसूरत हो … आई लव यू वर्षा. सच में मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं.
मैंने न जाने किस आवेश में उससे यह कह तो दिया लेकिन मुझे डर लग रहा था कि अब वह क्या कहती है.
वह मेरी बात सुनकर मुस्कुरा दी और फिर एकदम से आगे बढ़ कर मुझे किस करने लगी.
मैं भी उसका साथ देने लगा और उसके मम्मों को दबाने लगा.
हम दोनों की 5 मिनट के किस के बाद वह हट गई और शर्माने लगी.
मैंने उसकी तरफ देख कर उसे वापस अपनी गोदी में लेने के लिए हाथ बढ़ाया.
तो वह कहने लगी- आज रात को आपके लिए मेरे पास कुछ बहुत खास है.
मैं समझ गया कि आज मैं इसकी चूत का रस ले सकूँगा.
मैंने कहा- आज खाना मत बनाना, मैं बाहर से ले आऊंगा.
उसने पूछा- क्या पापा का खाना भी लेकर आओगे?
मैंने उसे आंख मारते हुए बताया- नहीं, आज पापा अपनी दारू के प्रोग्राम में व्यस्त रहेंगे शायद … उनका फोन आया था कि वे कल शाम तक वापस आएंगे या हो सकता है कि परसों ही घर आ पाएं!
यह सुनकर मेरी छोटी बहन मुस्कुरा दी और बोली- ओके, इस खबर के लिए अब आपको और भी बढ़िया उपहार मिलेगा.
मैं समझ गया कि शायद अब यह और ज्यादा कामुक होकर चुदना चाहती है.
कुछ देर बाद मैं बाजार गया और वहां से खाना पैक करवा कर मेडिकल स्टोर से सेक्स की गोली लेता हुआ घर के लिए निकल पड़ा.
घर वापस आया तो 8 बज गए थे.
मैं घर पहुंचा तो मैंने देखा कि वर्षा ने लाल रंग की शॉर्ट नाइटी पहन रखी थी.
उसने मुझे देख कर आंख मारी और पूछा- मैं कैसी लग रही हूं?
मैं- बहुत सेक्सी लग रही हो मेरी जान!
यह कह कर मैं उस पर झपटने को हुआ.
वर्षा- चलो, पहले खाना खाना खाते हैं. आज की रात मैं तुम्हारी हूं, जो करना है … कर लेना.
फिर हम दोनों ने खाना खाया और मैं कमरे में गया.
मैंने देखा कि कमरा तो एकदम करीने से सजा हुआ था. उसने तकियों और कुशन से बेड सजाया था.
मैं मन ही मन खुश हुआ.
वर्षा- सजावट कैसी लग रही है?
मैं- अच्छी है, पर क्या तुम भी मुझसे प्यार करती हो!
वर्षा- मैं तो आपसे कबसे प्यार करती हूं, बस आप ही देर कर रहे थे.
मैं उसकी तरफ मादक भाव से देखने लगा.
मैं वर्षा को किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
कुछ देर बाद मैंने उसकी नाइटी उतार कर फेंक दी. उसने नाइटी के नीचे कुछ नहीं पहना था, शायद वह पूरी तरह नंगी होकर चुदवाना चाहती थी.
उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरा लंड चूसने लगी.
वह एकदम पेशेवर रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी.
उसका लंड चूसना देख कर मुझे संदेह हुआ कि कहीं इसकी चूत पहले से ही तो खुली हुई नहीं है!
पर अगले ही पल मैं शांत हो गया कि कमसिन लड़की की चूत को सीलबंद चूत समझ कर ही चोदना चाहिए.
मैंने उसके सर पर अपना हाथ रख कर उसे अपने लौड़े पर दबाते हुए कहा- मेरी रानी, इतना अच्छा लंड चूसना कहां से सीखा?
वर्षा- मैंने बहुत सारी पोर्न फिल्में देखी हैं. भैया मैं जानबूझ कर अपनी पैंटी और ब्रा बाथरूम में छोड़ देती थी ताकि आप उसे सूंघकर अपना लंड हिला सकें.
मैं- तुम मुझसे कबसे प्यार करती हो?
वर्षा- जब से मैंने आपका 7 इन्च लम्बा लंड देखा है, बस तभी से आपसे ��ुदवाना चाहती हूं.
यह कहते हुए उसने खड़े होकर अपनी सफ़ाचट चूत मुझे दिखाई.
मैंने उसकी चूत की महक को अपने नथुनों में भरा और कामोन्मत्त हो गया.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में हो गए.
वह मेरा लंड चूसने लगी और मैं उसकी चूत चाटने लगा.
कुछ मिनट बाद उसने मुझसे कहा- भाई, अब रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से अपना लंड डाल दो.
मैंने चुदाई की स्थिति बनाई और उसकी चूत की तरफ देखने लगा कि इतनी संकरी चूत में मेरा मूसल कैसे घुस सकता है.
तभी उसने मेरा लंड अपने हाथ से अपनी चूत पर सैट कर दिया.
मेरा सुपारा उसकी चूत की बंद लकीर पर मुँह मारने लगा.
वह भी सुपारे की गर्मी पाकर अपनी गांड हिलाती हुई मेरे लंड को अन्दर बुलाने लगी थी.
मुझसे रहा न गया और मैंने एक जोरदार धक्का लगा दिया.
शॉट एकदम सही समय पर और सही जगह पर लगा था तो करीब ढाई इंच लंड चूत को फाड़ कर अन्दर घुस गया था.
लंड क्या घुसा, उसकी तो चीख ही निकल गई.
उसकी चीख बता रही थी कि पक्का यह उसका पहली बार वाला हमला था.
मैं सजग हो गया और अन्दर ही अन्दर बेहद खुश भी हो गया था कि आज चूत फाड़ने का पहला मौका मिला है.
अब मैं उसे किस करने लगा और उसे सहलाने लगा, उसका एक दूध अपने मुँह में भर कर चूसने लगा.
अपने चूचे चुसवाने से उसे अच्छा लगने लगा.
थोड़ी देर बाद वह खुद अपनी कमर उठा कर लंड लेने लगी.
उसका दर्द कम हो गया था.
मैंने एक और जोरदार धक्का लगाया और अपना पूरा लंड उसकी चूत की जड़ तक उतार दिया.
उसकी दर्द भरी चीख निकल गई पर इस बार मेरे होंठ चूसने की वजह से आवाज नहीं निकल पाई.
इस बार मैंने बिना रुके धक्कों की स्पीड तेज कर दी.
उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे.
फिर 5 मिनट तक चुदाई के बाद उसे भी मजा आने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी- आह हहह हहह आज मेरी चूत फ़ाड़ कर इसका भोसड़ा बना दो … बड़ा मजा आ रहा है भैया … आहह आज मेरी चूत की माँ चुद गईई ईई आह.
मुझे अपनी बहन की चूत रगड़ने में बेहद सुकून मिल रहा था.
मैं भी सांड की तरह अपनी छोटी बहन को बकरी समझ कर चोदने में लगा हुआ था.
काफी देर की जोरदार चुदाई के बाद मैंने चूत से लंड निकाल कर उसके मुँह में डाल दिया.
वह अच्छी तरह से लंड चूसने लगी.
मैंने उसके मुँह में ही जोर जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए और 5 मिनट बाद उसके मुँह में ही झड़ गया.
उस रात मैंने उसे 3 बार चोदा, दो बार उसकी चूत और एक बार गांड बजाई.
Xxx सिस फक के बाद हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गए.
अगली सुबह मैं 12 बजे उठा.
तब तक वर्षा नहाकर तैयार हो गई थी.
उसने मुझे जगाया और एक किस किया.
मैं जागा तो उसने मुझसे फ्रेश होने को कहा.
उस दिन के बाद जब भी मौका मिलता, हम दोनों दबा कर चुदाई करते.
मैंने वर्षा की मदद ��े अपनी मम्मी को भी चोदा.
यह सब कैसे हुआ था, उसे मैं अपनी अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.
11 notes · View notes
ashokkumarsworld · 8 months ago
Text
#AlKabir_Islamic
#SaintRampalJi
फक्त रमजान मध्ये नाही परंतु आयुष्यभर वाईटगोष्टी पासून दुरावा ठेवायला पाहिजे. सिगरेट आणि दारू पिणाऱ्याना मुस्लिम धर्मा मध्ये "काफिर" म्हटलेलं आहे.
Tumblr media
5 notes · View notes
124bha · 10 months ago
Text
2 notes · View notes
bharatlivenewsmedia · 2 years ago
Text
शाहरुखचा मुलगा आर्यन खानची दारू व्यवसायात एन्ट्री, लवकरच करणार व्होडका लॉन्च
शाहरुखचा मुलगा आर्यन खानची दारू व्यवसायात एन्ट्री, लवकरच करणार व्होडका लॉन्च
शाहरुखचा मुलगा आर्यन खानची दारू व्यवसायात एन्ट्री, लवकरच करणार व्होडका लॉन्च मुंबई – बॉलिवूडचा बादशाह शाहरुख खानचा मुलगा आर्यन खानने अलीकडेच दिग्दर्शनात पदार्पण करण्याची घोषणा केली होती, आता आर्यन देखील बिझनेसमन झाला आहे. आर्यनने पहिली व्यावसायिक भागीदारी जाहीर केली आहे. आर्यन भारतात D’YAVOL ब्रँड लॉन्च करणार आहे. या उपक्रमासाठी, आर्यनने जगातील सर्वात मोठ्या ब्रुअर Anheuser-Busch InBev सोबत…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
thebharatexpress · 2 years ago
Text
शराबी टीचर का VIDEO - शराब पीकर शिक्षक बोला-सरकार से बंद कराओ दारू बेचना,नशेड़ी शिक्षक को थाने ले गई पुलिस
शराबी टीचर का VIDEO – गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में शराब के नशे में धुत शिक्षक कार चला रहा था। जब पुलिस उसे पकड़कर थाने ले गई तो उसका कहना था कि, राज्य सरकार शराब बेचना बंद करे, फिर न कोई कर्मचारी शराब पी सकेगा और न तो कोई शिक्षक। शराबी टीचर का VIDEO – पूरा मामला पेंड्रा थाना क्षेत्र का है। जहां नशेड़ी शिक्षक की शिकायत स्थानीय लोगों ने यातायात पुलिस की पेट्रोलिंग टीम से कर दी। इसके बाद…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
rebel-bulletin · 2 years ago
Text
बोरगाव-वडेगाव नाला परिसरातील दारू अड्ड्यावर धाड, 62 हजारांचा मुद्देमाल जप्त
गोंदिया, दि.09 : तिरोडा तालुक्यातील बोरगाव (वडेगाव) शेतशिवारात आणि गायखुरी नाला भागात चालू असलेल्या मोहफुलाच्या हातभट्टीवर 8 फेब्रुवारी रोजी पहाटे विशेष पथकाने धाड टाकली. यावेळी 62 हजारांचा मुद्देमाल जप्त करण्यात आला असून 2 जणांविरूद्ध गुन्हा नोंद करण्यात आला. पोलिस अधीक्षक निखिल पिंगळे यांनी जिल्ह्यातील सर्व पोलिस ठाणे हद्दीत चालणाºया अवैध धंद्यांवर तसेच जिल्ह्यातील सर्व अवैध धंदे समुळ नष्ट करून…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
casualflowerglitter · 1 year ago
Text
क्या आप जज कर सकते हैं कि इन तीनों में से सबसे बढ़िया और अच्छा आदमी कौन है?*
*पहला व्यक्ति* - उसकी गंदे नेताओं से दोस्ती थी, ज्योतिषियों की बातों में ज्यादा भरोसा करता था, उसकी 2 पत्नियां थी, सारे दिन सिगरेट पीता रहता था, दिन में 8 से 10 बार शराब पीता था
*दूसरा व्यक्ति* - उसे ऑफिस से 2 बार धक्के मार के बाहर निकाला गया, दोपहर तक वो सोता था, कालेज में अफीम खाता था और रोजाना शाम को व्हिस्की पीता था.
*तीसरा व्यक्ति* - वह एक संवारा हुआ और पुरस्कृत योद्धा था, शुद्ध शाकाहारी था, उसने कभी बीड़ी सिगरेट नही पी,कभी दारू नही पी, 1 ही घरवाली थी उसकी और उसे कभी धोखा नही दिया.
*आप कहेंगे तीसरा व्यक्ति सबसे बढ़िया है* ।
बिलकुल सही।
लेकिन,,,
*पहला व्यक्ति : Franklin Roosevelt (USA का 32वां राष्ट्रपति था)*
*दूसरा व्यक्ति : Winston Churchill (भूतपूर्व British प्रधान मंत्री था )*
*तीसरा व्यक्ति: ADOLF HITLERथा !!! (जी हां, वही हिटलर जिससे आज सारी दुनिया नफरत करती है*)
अविश्वसनीय है पर सत्य है...
दरअसल
*किसी को भी उसकी आदतों से आंकना बड़ा मुश्किल है*
इंसान का चरित्र क्या है 1 जटिल घटना है बस....जो उसके जीवन में घटी किसी भी महत्वपूर्ण घटना से बदल जाता है।
*इसलिए हर 1 इंसान आपकी ज़िन्दगी में महत्वपूर्ण है*।
उन्हें आंकिये मत।
2 notes · View notes
unmquolalee96 · 3 days ago
Text
youtube
ये नहीं होता
तो वो नहीं होता,
और वो भी नहीं होता,
ये 'तो', वाले किस्से-अफसाने,
कभी ख़त्म नहीं होते
गुनगुनाता बृजेंद्र अपनी धुन में खोया, अपने खेत से थोड़ी दूर कहीं चलते जा रहा था। इस समय उसके विशाल फैले खेत खलिहान में वह उसके अकेले दो कदम थे। साथ में कोई नहीं होने से उसके ��ंतेज़ार की इंतिहा भी बढ़ती जा रही थी। घूमते घूमते वह अपने खेत के नहर में झांक आया, मुंह कुल्ला किया, नहर से थोड़ी दूर उसके दादा का बनाया तालाब जिसमें उसने निजी जायदाद की तख्ती भी लगा रखी थी, वैसे उस तरफ़ कोई आता भी नहीं था।
थोड़ी देर मेड़ के किनारे बैठकर वह फिर चलने लगा।
दिसंबर की ठंडी हवा चल रही थी, कुछ पुराने पत्तों ने मौसम से बगावत किया हुआ है, मानो जमीन पर बिखर कर ठंडी हवाओं को मुंह चिढ़ा रहे हो, जैसे वह पतझड़ से अपना याराना दिखा रहे थे, आज मुर्गे की आवाज़, चिड़ियों के कलरव के साथ, कई कौओ की कांव कांव भी सुनाई दे रही थी, वह सोचने लगा, जैसे कोई मेहमान आता ही हो।साइकिल की ट्रिन ट्रिन, उसकी गौ की आवाज़, दूर से भौंकते कुत्ते की आवाज़, सारा कुछ उस गांव के गांव होने का सबूत देते लगे, यहां दूर दूर तक आधुनिकता का नामो निशान नहीं होने के बावजूद शहर के बने ट्रैक्टर शौक से घर्र घर्र किया करते है। बृजेंद्र के चलते चलते पत्तों की खड़खड़ाहट पूरे माहौल को रोमांचक बनाने लगी। दोनों ओर से हवा के हाथ उंगलियों में उसके होंठ पकड़ अपनी अपनी ओर खींचना चाहते थे। क्या पता किसी तरह वह मुस्कुरा दे, इन कुदरती बंधनों को धता बताते वह एक बड़े पेड़ के नीचे बैठ गया। अपने कमर में बंधे साफे से एक छोटी तस्वीर निकाली, एक वृद्ध महिला की तस्वीर थी। थोड़ी देर उसे देखा और फिर कहने लगा
ज़रा सा सब्र रखना था,
जब कदम, कब्र रखना था,
तुम्हें थोड़ा और जी कर,
सारे उधार दफा करना था, मां,
वह चुप हो गया, उसकी आंखों में खून उतर आया ।वापिस उस तस्वीर को अपने साफे में दबा के कमर में बांध लिया। वह फिर चलने लगा।
सुबह के सात बजे गए थे। उसकी खेत में आजकल में नए फसल की तैयारी का काम शुरू होने वाला था। उसके श्रमिक भी आने ही वाले थे।
तभी एक तेज छपक की आवाज ने उसका ध्यान अपनी ओर खींचा।
बृजेंद्र दौड़ कर उस आवाज़ की ओर गया।
एक युवक ने तालाब में छलांग लगाई थी,
वक़्त बर्बाद किए बगैर, वह भी पानी में कूद गया, उसने उसे पानी से निकाल लिया, सो डूबते युवक की हालत बिगड़ने से पहले ही सम्भल गई थी।
उसने उसे अपने पास बिठा के रखा,
वह अपने बारे में कुछ बताता उससे पहले बृजेंद्र बोल उठा: "जब ज��न बाकी ही हो तो ग़र्क़ होने का फ़ाइदा नहीं आसपास कोई तैराक जरूर होता है"
फिर हल्के से मुस्कुरा दिया।
युवक रूआंसा हो गया था। मै भी जान देना नहीं चाहता हूं, लेकिन हालातों ने कभी खुशगवार रहने का ना मौका दिया, ना मै उन्हें अपने लायक बना पाया,
उसकी बातें सुनते सुनते बृजेंद्र ने हाथ में नीम का दातुन लिया और दांतों की मालिश करने लगा।
दातून मुंह में रखे रखे उसने कहां
"हूं"
"अच्छा"
"आगे बोलो"
सुबक कर रोने के बाद, वह कहने लगा
"मेरी मां नहीं है, बाप दरुआ है, जुआरी है, दारू और जुआ के सबब से धीरे धीरे धीरे सारे खेत बेच के खा गया। जब उसे और पैसे की चाह लगी तो मेरी मरी मां की मंगलसूत्र और उसके नैहर से मिले अंगूठियों की ओर जीभ लपलपाने, उसने मुझे मेरी मां से मिले, इन सामानों से लैस संदूक को खोला। इरादा देख कर एक दिन, जब मैने उन सामानों को संदूक समेत छुपा दिया तो मुझे वह मारने दौड़ा, मैने सोचा था कह दूंगा शायद कोई चोर हाथ साफ कर गया हो। मै किसी भी हालत में अपनी मां के जायदाद को उसके हाथ नहीं लुटने दे सकता था, पर उसकी वीभत्स शक्ल देख, मेरी घिग्घी बंध गई, मैं हकलाने लगा, वह समझ गया था, सामान मैने छुपाया है, जैसे तैसे अपने दोस्त के यहां छुप के जान बचाया और आज जिस हालत में था,
मौका देखकर भाग गया, पर आख़िरकार जाता तो जाता कहां, कुछ नहीं सूझा, कुछ समझ नहीं आया, आखिर मेरा है कौन, ना हमदर्द,
ना कोई दयानतदार"
इतना कह कर वह चुप हो गया।
थोड़ी देर उसे अपने पास बैठा कर, बृजेंद्र ने उसे अपने घर चलने को कहा। युवक ने अपनी जान बचाने वाले इस आगंतुक के प्रस्ताव को हामी भर दी ।
रास्ते भर, बृजेंद्र गुनगुनाता रहा
बेपरवाह, होना नहीं था, खैरख्वाह,
जिधर रुलाई है, पल भर की,
सुना है- दबी सी हँसी हैं,
जिस दिन, कदम कब्र रखना था,
सचमुच, जरा सा सब्र रखना था, मां"
एक लंबी शांति छा गई।
खेत के पास ही उसका एक तीन कमरे का घर था।
वह उसे अंदर ले गया
कपड़े दिए, कुछ खाने को दिया, वह खा पी कर सो गया।
कुछ देर सो कर वह उठ गया था।
बृजेंद्र घर में नहीं था, घर का दरवाज़ा बंद था। वह दीवार से टिक कर बैठ गया। आंख मूंद लिए। सपने में उसे कभी अपनी मरी मां दिखती, कभी जुआ में हारता बाप, कभी देखता अपनी मां को नशेड़ी बाप से पिटता हुआ, फिर एकाएकवह खेत में बदहवास दौड़ रहा है, उसके प���छे उसका बाप दौड़ा आ रहा था। धप्प की आवाज से वह गिर पड़ा। उसका नशेड़ी बाप उसके पीछे आ गया गुर्राते हुए कहा
"बता कहां छुपाया है संदूक, नहीं तो"
हवा में उसने बड़ी सी कुल्हाड़ी लहराई। वह आंख बंद कर चिल्लाया, "नहीं बताऊंगा", पर उसका बाप कुल्हाड़ी चला देता है, खांच्च की आवाज़ आई। वह आंख खोल कर पीठ सीधा कर बैठ गया। उसे ऐसा जान पड़ा जैसे उसके सीने में उसके बाप की कुल्हाड़ी उतर आई है, वह रक्तरंजित कराहता पड़ा है। उसने फिर अपनी आँखें बंद कर ली।
थोड़ी देर बाद बृजेंद्र वापिस आया, उसके हाथ में खून से सना हुआ एक लंबा सा चाकू था। युवक डरा सहमा ठिठक गया, बृजेंद्र ने कहा
"सोमेश, मैने अपने साथ साथ तुम्हारा भी हिसाब चुकता कर दिया है,"
फिर उसने कहा "बाहर, गाड़ी में तुम्हारे सामान के साथ तुम्हारा संदूक भी लदा है, यहां से जहां चाहो जाओ, क्योंकि थोड़ी देर में मेरे पीछे पुलिस आती ही होगी। अगर ना जाना चाहो तो यहीं रहो, पर सामने मत आना।"
सोमेश ने पूछा,
"लेकिन आपने किया क्या, और,
और पुलिस क्यों?
घबराई आवाज में सोमेश बोला।
बृजेंद्र बोल "तुम्हारे बाप की हत्या हुई है, और आज मेरी मां का दुख दूर हुआ है"
"क्या, क्या आपने उसे मार डाला, लेकिन उसका पता कहां से मिला और आपकी मां!
इससे आप का क्या मतलब है?"
"हां, आज आखिरकार मैने उसका पता ढूंढ लिया, और मैने उसे मार डाला,
और मेरी मां,
वो है!"
उसने एक छोटी तस्वीर की ओर उंगली उठाया, जो उसके रसोईघर के खिड़की की तरफ घुमाकर लगाई गई हुई थी।
सोमेश पास गया, गौर से देखा और हैरत से कहा
"नानी!"
मुड़ कर देखा, बृजेंद्र को मगर वह पहचान नहीं पा रहा था।
तभी पुलिस भी आ गई , बृजेंद्र चुप चाप बाहर निकला, हथियार सौंपे और सरेंडर कर दिया।
0 notes
nashamukti12343344332 · 5 days ago
Text
नशा मुक्ति केंद्र उन सभी के लिए अत्यधिक सहायक उपकरण हैं, जो नशे की लत से बाहर आना चाहते हैं। ये केंद्र व्यापक उपचार सेवाएं प्रदान करते हैं, जो प्रत्येक रोगी की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप होती हैं और एक सहायक वातावरण में सुधार को प्रोत्साहित करती हैं। चाहे आप दारू सोडवा व्यसन मुक्ति केंद्र, नशा मुक्ति केंद्र पास में, या किसी अन्य प्रकार के पुनर्वास केंद्र की खोज कर रहे हों, अपने विकल्पों पर विचार करने के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है।
1 note · View note
airnews-arngbad · 6 days ago
Text
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर – दिनांक 17.11.2024 रोजीचे सकाळी 11.00 वाजताचे मराठी बातमीपत्र
पंतप्रधान नरेंद्र मोदी सध्या नायजेरिया, ब्राझिल आणि गयानाच्या पाच दिवसांच्या दौऱ्यावर आहेत,   नायजेरियाची राजधानी अबुजा इथं काल ते पोहोचले असून सतरा वर्षांमध्ये भारतीय पंतप्रधानांचा हा पहिलाच नायजेरिया दौरा आहे तर गयानाला १९६८ नंतर भेट देणारे ते पहिले भारतीय पंतप्रधान  आहे. ब्राझीलमध्ये रियो दे जानेरो इथं उद्या १८ तारखेला जी-२० शिखर बैठकीत पंतप्रधान उपस्थित राहतील. या दौऱ्यामुळं या देशांसोबत लोकशाही आणि वचनबद्धतेवर आधारित सामरीक भागीदारीचं नवं द्वार उघडेल, असा विश्वास त्यांनी दौऱ्यावर रवाना होण्या��ूर्वी व्यक्त केला. या दौऱ्यादरम्यान या देशांसोबत विविध क्षेत्रातील अनेक करार देखील अपेक्षित आहेत.
दरम्यान, नायजेरियामध्ये स्थित मराठी भाषिक आपली संस्कृती आणि भारताशी संलग्न राहत असल्याबद्दल पंतप्रधान मोदी यांनी त्यांचं अभिनंदन आणि कौतुक केलं आहे. नायजेरियातील मराठी भाषिकांनी मराठी भाषेला अभिजात दर्जा मिळाल्याबद्दल आनंद व्यक्त केल्याचंही पंतप्रधानांनी आपल्या सामाजिक प्रसार माध्यमावरील या संदर्भातल्या संदेशात म्हटलं आहे.
****
पुण्यातून जळगावला जाणाऱ्या वाहनातून पाच कोटी ५९ लाख ६१ हजार रुपयांचं सोनं आणि चांदी जप्त करण्यात आली आहे. परवा रात्री उशिरा जळगाव शहरातल्या रेमंड चौकात स्थानिक गुन्हे शाखा आणि एमआयडीसी पोलिसांनी संयुक्तपणे कारवाई केली. जवळपास चार किलो सोनं आणि ३४ किलो चांदी जळगाव शहरातील सराफा व्यावसायिकांची असल्याचं सांगण्यात येत आहे. दरम्यान, परवा दिवसभरात जळगाव शहरात २३ लाखांहून अधिक रक्कम जप्त करण्यात आली आहे.
****
अमरावती जिल्ह्यातल्या दर्यापूर मतदारसंघातील खल्लार इथं भाजपच्या नेत्या माजी खासदार नवनीत राणा यांची काल प्रचार सभा सुरू असताना गोंधळ झाला, त्यामुळं एक गट आणि भाजपच्या कार्यकर्त्यांमध्ये हमरी-तुमरी झाली. दर्यापूर मतदार संघात शिवसेनेकडून कॅप्टन अभिजीत अडसूळ हे उमेदवार असून त्यांच्याविरोधात आमदार रवी राणा यांच्या युवा स्वाभिमान पक्षाचे माजी आमदार रमेश बुंदेले यांच्यात लढत होत आहे, या ठिकाणी महायुतीमध्ये दोन गट आहेत. काल नवनीत राणा यांनी युवा स्वाभिमान पक्षाचे उमेदवार रमेश बुंदेले यांच्या प्रचारासाठी सभा घेतली, त्यावेळी गोंधळ झाला, यानंतर नवनीत राणा आणि भाजप कार्यकर्त्यांनी खल्लार पोलिस ठाण्यात आपला जबाब नोंदवला.
****
सांगली जिल्ह्यातल्या मिरज विधानसभा मतदारसंघातील भाजपचे उमेदवार सुरेश खाडे यांच्या प्रचारार्थ केंद्रीय रस्ते वाहतूक आणि महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी यांची मिरजेतील किसान चौकातकाल प्रचार सभा झाली.
आजच्या दोन वर्षानंतर इथलं पहिलं विमान शेतकऱ्यांनी तयार केलेल्या हवाई इंधनावर उडेल, अशी ग्वाही त्यांनी यावेळी दिली. तर विदर्भ आणि पश्चिम महाराष्ट्रात महायुतीने राष्ट्रीय महामार्गाच्या माध्यमातून जलसंवर्धनामध्ये अनेक कामं केली असल्याचं गडकरी यांनी यावेळी सांगितलं.
****
बुलडाणा जिल्ह्यातील ��ामगाव तालुक्यातील भालेगाव इथं सोनाजी महाराज संस्थानमध्ये अकरा दिवसांपासून सुरु असलेल्या श्री विठ्ठलाच्या उत्सवाची काल मोठ्या उत्साहात सांगता करण्यात आली. भालेगाव इथं संत श्री नरहरी महाराजांनी सुरु केलेल्या या उत्सवाला शंभर वर्षांची परंपरा  असून प्रती पंढरपूर म्हणून भालेगावच्या या विठ्ठलाची ओळख जिल्हाभरात आहे.
दिवाळीनंतर सुरु होणाऱ्या या उत्सवात प्रत्येक घरातील लग्न झालेली मुलगी हजेरी लावते तसंच खामगाव तालुक्यातल्या आजूबाजूच्या गावातील सर्व नागरिक या उत्सवात मोठ्या आनंदानं सहभागी होतात.
****
धाराशिव जिल्ह्यात १५ ऑक्टोबर ते १६ नोव्हेंबर या कालावधीत राज्य उत्पादन शुल्क विभागाच्या पथकानं हातभट्टी दारू निर्मिती करणाऱ्यांवर कारवाई करण्यात आली. यामध्ये ४६ लाख रुपयांचा मुद्देमाल जप्त करण्यात आला असून २४० गुन्ह्याची नोंद करून २२६ संशयीतांना अटक करण्यात आली. तर १४ ते १६ नोव्हेंबर या तीन दिवसांच्या कालावधीत धाराशिव जिल्ह्यात ४७ गुन्हे नोंदवून ३९ संशयीत आरोपींना अटक करण्यात आली आहे.
****
बीड जिल्ह्यातल्या आष्टी विधानसभा मतदारसंघामधील टपाली मतपत्रिका क्रमांक सामाजिक प्रसार माध्यामावर प्रसारित झाली आहे. याबद्दीलची तक्रारी काही उमेदवारांनी केल्या आहेत. मुंबईतल्या गणेश शिंदे या पोलिस कर्मचाऱ्याने त्याला निर्गमित करण्यात आलेल्या या टपाली मतपत्रिकेचं छायाचित्र मत नोंदवल्यानंतर आपल्या भ्रमणध्वनीमधून प्रसार माध्यमांवर टाकलं.  त्यामुळे या कर्मचाऱ्यावर गुन्हा नोंदवण्यात आल्याचं आष्टीच्या निवडणूक निर्णय अधिकारी वसिमा शेख यांनी सांगितलं आहे.
****
कोकण आणि मध्य महाराष्ट्रात आज हवामान अंशतः ढगाळ राहण्याचा अंदाज आहे. राज्यात अन्य ठिकाणी स्वच्छ सूर्यप्रकाश असेल, असं हवामान विभागानं म्हटलं आहे.
****
0 notes