हनुमान चालीसा की महिमा
हनुमान जी और हनुमानचालीसा दोनो का भारतीय संस्कृति में अवर्णीय आस्था है। हनुमान जी का नाम आते ही हमारे अंदर एक अद्भुद शक्ति का संचार होने लगता है।
हनुमान चालीसा दुनिया की सबसे सरल और शक्तिशाली स्तुति है। ये सम्पूर्ण रूप से बहुत प्रभावशाली मानी गई है। इसकी हर चौपाई अलग अलग रूप से शक्तिशाली है। जीवन की हर समस्या का समाधान हनुमान चालीसा द्वारा किया जा सकता है। हनुमान चालीसा का…
देश के प्रधानमंत्री को पुराने नौकरशाहों ने चिट्ठी लिख कर बढ़ते हुए नफरत के वातावरण पर उनकी चुप्���ी पर निशाना साधा है । देश की सत्ता के सर्वोच्च पदों का सुख भोग चुके इन नौकरशाहों को अब देश मे अराजकता, नफरत व साम्प्रदायिकता का माहौल नजर आ रहा है ।
ये वही शिखर पुरुष हैं, जिनके काल मे कश्मीरी पंडितों का सामूहिक नरसंहार हुआ, दिल्ली में सिखों का सामूहिक नरसंहार हुआ, हरियाणा के मेवात क्षेत्र से हिंदुओं…
जय बजरंगबली जय श्री राम 🚩 "हनुमान जयंती" की हार्दिक #शुभकामनाएं। पवनपुत्र श्री संकट मोचन आप सभी पर दया दृष्टि बनाये रखें। #hanuman #jayanti #हनुमान #जयंती #jaishreeram #hanumanjayanti2021 #हनुमानजी #हनुमानचालीसा #जयबजरंगबली #हनुमानजयंती #हनुमानजन्मोत्सव #जयमहावीर #श्रीबालाजी #TantraAstro www.tantraastro.com https://www.instagram.com/p/COJuOiUBM2C/?igshid=w74vnb3r1k4w
मथुरा: मंदिर में नमाज पढ़ने के बाद अब ईदगाह में चार युवकों ने पढ़ी हनुमान चालीसा, जय श्रीराम के लगाए नारे
चैतन्य भारत न्यूज
मथुरा के नंदगांव के नंदबाबा मंदिर में दो मुस्लिम युवकों द्वारा नमाज पढ़ने का मामला अभी थमा नहीं था कि इसी बीच उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित गोवर्धन इलाके की ईदगाह में हनुमान चालीसा पढ़ने का मामला सामने आया है। शांति भंग करने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
गोवर्धन में चार युवकों द्वारा बरसाना रोड स्थित ईदगाह में हनुमान चालीसा पढ़ने का मामला सामने आया। गोवर्धन के ही रहने वाले 4 युवक सौरभ लंबरदार, राघव मित्तल, कान्हा ठाकुर और कृष्णा ठाकुर ईदगाह परिसर में पहुंचे और हनुमान चालीसा पढ़कर जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और चारों युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने कहा कि, 'मथुरा को हिंदू-मुस्लिम सौहार्द के प्रतीक के रूप में जाना जाता है और ऐसे में किसी भी समुदाय के व्यक्तियों को शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।' मथुरा के डीएम सर्वज्ञ राम मिश्र ने कहा कि, 'कानून से बड़ा कोई नहीं है। कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की अव्यवस्था फैलाने की कोशिश ना करे। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
Read the full article
संकट मोचन हनुमान (भक्ति वीडियो)
प्राचीन काल से हमारे देश की सभ्यता, संस्कृति और विज्ञान के सामने संपूर्ण विश्व नतमस्तक होता रहा है। लेकिन वर्तमान समय में हमारे देश की कंचन काया को रूपान्वित करने वाली युवा पीढ़ी पाश्चात्य सभ्यता, संस्कृति से हाथ मिला रही है। आज की युवा पीढ़ी जहां स्पाइडर मैन और सुपरमैन को अपनाने की कोशिश कर रही है, वहीं धारावाहिक "संकट मोचन हनुमान" के माध्यम से युवाओं के मूल प्रेरणा स्रोत चिरंजीवी हनुमान से हम उन्हें परिचित करवा रहे हैं जो वास्तव में हमारे जीवंत सुपर हीरो हैं, और युगों युगो से लेकर इस कलयुग तक संकट मोचन के रूप में संसार का दुख हर रहे हैं। धारावाहिक "संकट मोचन हनुमान" के माध्यम से हम प्रभु हनुमान के पराक्रमी, जितेंद्रिय, विद्वान, धैर्यवान, बुद्धिमान, वीर्यवान एवं क्लेश हर्ता रूप का वर्णन करेंगे, जिससे समस्त युवा वर्ग उनकी कथा से प्रेरित हो और अपने नित्य-प्रतिदिन के जीवन में उनके आदर्शों को सम्मिलित कर, हर विकार से मुक्त हो स्वच्छंद उड़ सके। हमने इस धारावाहिक के प्रस्तुतीकरण में प्राचीन काल से चली आ रही कथा बांचने की शैली को चुना है, ताकि धर्म और अध्यात्म के गूढ़ रहस्यों का विस्तृत रूप से विश्लेषण कर सकें। अंततः हमारा उद्देश्य है कि हम प्रभु हनुमान के जीवन रस को गंगाजल की भांति सरल रूप से अपनी आत्मा में उतार सकें। आइए नतमस्तक होकर हम श्री राम दूत हनुमान की कथा देखें और सुने और अपने आप को उनके प्रति पूर्ण रूप से समर्पित कर दें।
हर दिन मंगल करने वाले, मंगल के अवतारी
संकट मोचन नाम तुम्हारा, हर संकट पर भारी
जय हनुमान, जय हनुमान।
संकट मोचन जय हनुमान।।
शनिवार की शाम जरूर करें ये उपाय, बदल जाएगी किस्मत Divya Sandesh
#Divyasandesh
शनिवार की शाम जरूर करें ये उपाय, बदल जाएगी किस्मत
सप्ताह के सातों दिन के अलग-अलग महत्व होते हैं। लेकिन शनिवार एक ऐसा दिन है कि इस दिन के रात में किेए गए उपाय का सबसे ज्यादा असर दिखता है। इससे आप दुर्भाग्य, सौभाग्य में बदलना शुरू हो जाता है। अब अगर आपके कुछ काम नहीं बन रहे हैं या आपकी तक़दीर आपका साथ नहीं दे रही है या आपका प्रेमी आपकी तरफ आकर्षित नहीं हो पा रहा है तो आप शनिवार रात के टोटके जरूर आजमायें….1. आप लाल रेशमी धागा लें और उसको अपनी लम्बाई के बराबर का काट लें। ध्यान रहे कि यह धागा लाल हो और अगर कुछ दिन पहले ही यह घर के पूजा मंदिर में रखा हो तो सर्वोतम है। जब अपनी लम्बाई के बराबर का धागा काट लें तो उसको धोकर आम के पत्ते लपेट लें। उसके बाद ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते हुए, साफ़ नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें।2. शनिवार की शाम को एक रोटी लें। पहले वह रोटी अपने सामने रखकर, अपनी इच्छा जो आप चाहते हैं उसके पूरे होने की कामना करें। ध्यान रहे कि जब आप अपनी इच्छा जाहिर कर रहे हों तब रोटी साफ़ बर्तन में आपके सामने ही हो। इसके बाद यह रोटी किसी काले कुत्ते या काली गाय को खिला दें। आपके सारे बिगड़े काम बनने लगेंगे।3. शनिवार की शाम को आप हनुमान की आराधना जरूर करें। इस दिन जो व्यक्ति हनुमानचालीसा का पाठ करता है और खासकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करता है तो उसके भाग्य खुल जाते हैं। आप शनिवार की शाम को कम से कम 11 बार पहले हनुमान चालीसा का पाठ करें और उसके बाद अगर आप 11 हनुमान चालीसा अपने जानकार लोगों को दे कर आते हैं तो आप राजयोग जैसा भाग्य बना लेते हैं।4.शनिवार की शाम को आप गर चीटियों को आटा खिलाते हैं और मछलियों को दाना डालते हैं तो इससे आपका भाग्य खुल जाता है। आपके ऊपर अगर किसी का कर्ज है या आपकी नौकरी में उन्नति नहीं हो रही है तो शनिवार की शाम यह उपाय जरूर आजमायें।5. आप शनिवार को शाम को अपनी हैसियत के अनुसार गरीबों को भोजन जरूर करायें। अच्छा होगा कि यह भोजन अगर तेल का बना हुआ होगा। आप चाहे एक गरीब व्यक्ति को खिलायें और अगर आपकी हैसियत है तो आप 10 लोगों को भोजन जरूर करायें।6. शनिवार के दिन एक काले कपड़े में पानी वाला नारियल लपेटकर उस कपड़े पर काजल की 21 बिंदियां लगा दें। उसके बाद इस नारियल को घर के बाहर टांग दें, घर के सदस्यों के बीच चल रहा मनमुटाव दूर होगा।7. एक शीशी में काला सुरमा भरकर शनिवार के दिन अपने सिर से पैरों तक 9 बार वारकर उसे जमीन में गाड़ दें, गाड़ने के बाद इसे पलटकर ना देखें। इससे आपके अंदर की नकारात्मकता का नाश होगा। शनिवार को रात को सोते समय काजल अवश्य लगाकर सोएं।
सत्य उद्घाटन : रावण द्वारा सीता हरण करके श्रीलंका जाते समय पुष्पक विमान का मार्ग क्या था ? उस मार्ग में कौनसा वैज्ञानिक रहस्य छुपा हुआ है ? उस मार्ग के बारे में हज़ारों साल पहले कैसे जानकारी थी ? पढ़ो इन प्रश्नों के उत्तर वामपंथी इतिहासकारों के लिए मृत्यु समान हैं | रावण ने माँ सीता का अपहरण पंचवटी (नासिक, महाराष्ट्र) से किया और पुष्पक विमान द्वारा हम्पी (कर्नाटका), लेपक्षी (आँध्रप्रदेश ) होते हुए श्रीलंका पहुंचा आश्चर्य होता है जब हम आधुनिक तकनीक से देखते हैं की नासिक, हम्पी, लेपक्षी और श्रीलंका बिलकुल एक सीधी लाइन में हैं | अर्थात ये पंचवटी से श्रीलंका जाने का सबसे छोटा रास्ता है | अब आप ये सोचिये उस समय Google Map नहीं था जो Shortest Way बता देता | फिर कैसे उस समय ये पता किया गया की सबसे छोटा और सीधा मार्ग कौनसा है ? या अगर भारत विरोधियों के अहम् संतुष्टि के लिए मान भी लें की चलो रामायण केवल एक महाकाव्य है जो वाल्मीकि ने लिखा तो फिर ये बताओ की उस ज़माने में भी गूगल मैप नहीं था तो रामायण लिखने वाले वाल्मीकि को कैसे पता लगा की पंचवटी से श्रीलंका का सीधा छोटा रास्ता कौनसा है ? महाकाव्य में तो किन्ही भी स्थानों का ज़िक्र घटनाओं को बताने के लिए आ जाता | लेकिन क्यों वाल्मीकि जी ने सीता हरण के लिए केवल उन्ही स्थानों का ज़िक्र किया जो पुष्पक विमान का सबसे छोटा और बिलकुल सीधा रास्ता था ? ये ठीक वैसे ही है की आज से 500 साल पहले गोस्वामी तुलसीदास जी को कैसे पता की पृथ्वी से सूर्य की दूरी क्या है ? (जुग सहस्त्र जोजन पर भानु = 152 मिलियन किमी - हनुमानचालीसा), जबकि नासा ने हाल ही कुछ वर्षों में इस दूरी का पता लगाया है | अब आगे देखिये... पंचवटी वो स्थान है जहां प्रभु श्री राम, माता जानकी और भ्राता लक्ष्मण वनवास के समय रह रहे थे | यहीं शूर्पणखा आई और लक्ष्मण से विवाह करने के लिए उपद्रव करने लगी विवश होकर लक्ष्मण ने शूपर्णखा की नाक यानी नासिका काट दी | और आज इस स्थान को हम नासिक (महाराष्ट्र) के नाम से जानते हैं | आगे चलिए... पुष्पक विमान में जाते हुए सीता ने नीचे देखा की एक पर्वत के शिखर पर बैठे हुए कुछ वानर ऊपर की ओर कौतुहल से देख रहे हैं तो सीता ने अपने वस्त्र की कोर फाड़कर उसमे अपने कंगन बांधकर नीचे फ़ेंक दिए, ताकि राम को उन्हें ढूढ़ने में सहायता प्राप्त हो सके | जिस स्थान पर सीताजी ने उन वानरों को ये आभूषण फेंके वो स्थान था 'ऋष्यमूक पर्वत' जो आज के हम्पी (कर्नाटक) में स्थित है | इसके बाद | वृद्ध गीधराज जटायु ने रोती हुई सीता को देखा, देखा की कोई राक्षस किसी स्त्री को ब https://www.instagram.com/p/B-6NITlpO05/?igshid=irhz6fwksk39
रावण द्वारा सीता हरण करके श्रीलंका जाते समय पुष्पक विमान का मार्ग क्या था ?
उस मार्ग में कौनसा वैज्ञानिक रहस्य छुपा हुआ है ?
उस मार्ग के बारे में लाखों साल पहले कैसे जानकारी थी ?
पढ़ो इन प्रश्नों के उत्तर #वामपंथी इतिहारकारों के लिए मृत्यु समान हैं |
भारतबन्धुओ !
रावण ने माँ सीता का अपहरण पंचवटी (नासिक, महाराष्ट्र) से किया और पुष्पक विमान द्वारा हम्पी (कर्नाटका), लेपक्षी (आँध्रप्रदेश ) होते हुए श्रीलंका पहुंचा |
आश्चर्य होता है जब हम आधुनिक तकनीक से देखते हैं की नासिक, हम्पी, लेपक्षी और श्रीलंका बिलकुल एक सीधी लाइन में हैं | अर्थात ये पंचवटी से श्रीलंका जाने का सबसे छोटा रास्ता है |
अब आप ये सोचिये उस समय Google Map नहीं था जो Shortest Way बता देता | फिर कैसे उस समय ये पता किया गया की सबसे छोटा और सीधा मार्ग कौनसा है ?
या अगर भारत विरोधियों के अहम् संतुष्टि के लिए मान भी लें की चलो रामायण केवल एक महाकाव्य है जो वाल्मीकि ने लिखा तो फिर ये बताओ की उस ज़माने में भी गूगल मैप नहीं था तो रामायण लिखने वाले वाल्मीकि को कैसे पता लगा की पंचवटी से श्रीलंका का सीधा छोटा रास्ता कौनसा है ?
महाकाव्य में तो किन्ही भी स्थानों का ज़िक्र घटनाओं को बताने के लिए आ जाता |
लेकिन क्यों वाल्मीकि जी ने सीता हरण के लिए केवल उन्ही स्थानों का ज़िक्र किया जो पुष्पक विमान का सबसे छोटा और बिलकुल सीधा रास्ता था ?
ये ठीक वैसे ही है की आज से 500 साल पहले गोस्वामी तुलसीदास जी को कैसे पता की पृथ्वी से सूर्य की दूरी क्या है ? (जुग सहस्त्र जोजन पर भानु = 152 मिलियन किमी - हनुमानचालीसा),
जबकि नासा ने हाल ही कुछ वर्षों में इस दूर��� का पता लगाया है |
अब आगे देखिये...
पंचवटी वो स्थान है जहां प्रभु श्री राम, माता जानकी और भ्राता लक्ष्मण वनवास के समय रह रहे थे |
यहीं शूर्पणखा आई और लक्ष्मण से विवाह करने के लिए उपद्रव करने लगी विवश होकर लक्ष्मण ने शूपर्णखा की नाक यानी नासिका काट दी |
और आज इस स्थान को हम नासिक (महाराष्ट्र) के नाम से जानते हैं | आगे चलिए...
पुष्पक विमान में जाते हुए सीता ने नीचे देखा की एक पर्वत के शिखर पर बैठे हुए कुछ वानर ऊपर की ओर कौतुहल से देख रहे हैं तो सीता ने अपने वस्त्र की कोर फाड़कर उसमे अपने कंगन बांधकर नीचे फ़ेंक दिए, ताकि राम को उन्हें ढूढ़ने में सहायता प्राप्त हो सके |
जिस स्थान पर सीताजी ने उन वानरों को ये आभूषण फेंके वो स्थान था 'ऋष्यमूक पर्वत' जो आज के हम्पी (कर्नाटक) में स्थित है |
इसके बाद | वृद्ध गीधराज जटायु ने रोती हुई सीता को देखा, देखा की कोई राक्षस किसी स्त्री को बलात अपने विमान में लेके जा रहा है |
जटायु ने सीता को छुड़ाने के लिए रावण से युद्ध किया | रावण ने तलवार से जटायु के पंख काट दिए |
इसके बाद जब राम और लक्ष्मण सीता को ढूंढते हुए पहुंचे तो उन्होंने दूर से ही जटायु को सबसे पहला सम्बोधन 'हे पक्षी' कहते हुए किया | और उस जगह का नाम दक्षिण भाषा में 'लेपक्षी' (आंधप्रदेश) है |
अब क्या समझ आया आपको ? पंचवटी---हम्पी---लेपक्षी---श्रीलंका | सीधा रास्ता | सबसे छोटा रास्ता |
गूगल मैप का निकला गया फोटो नीचे है |
अपने ज्ञान-विज्ञान, संस्कृति को भूल चुके भारतबन्धुओं रामायण कोई मायथोलोजी नहीं है |
ये महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखा गया सत्य इतिहास है | जिसके समस्त वैज्ञानिक प्रमाण आज उपलब्ध हैं |
इसलिए जब भी कोई वामपंथी हमारे इतिहास, संस्कृति, साहित्य को मायथोलोजी कहकर लोगो को भ्रमित करने का या खुद को विद्वान दिखाने का प्रयास करे तो उसको पकड़कर बिठा लेना और उससे इन सवालों के जवाब पूछना | विश्वाश करो एक का भी जवाब नहीं दे पायेगा |
अब इस सबमे आपकी ज़िम्मेदारी क्या है ?
आपके हिस्से की ज़िम्मेदारी ये है की अब जब टीवी पर रामायण देखें तो ये ना सोचें की कथा चल रही है बल्कि निरंतर ये ध्यान रखें की ये हमारा इतिहास चल रहा है | इस दृष्टि से रामायण देखें और समझें |
विशेष आवश्यक ये की यही दृष्टि हमारे बच्चों को दें, बच्चों को ये बात 'बोलकर' कम से कम एक-दो बार कहें की 'बच्चो ये कथा कहानी नहीं है, ये हमारा इतिहास है, जिसको मिटाने की कोशिश की गई है |'
इधर हम आपको नित्य भारत के इतिहास-संस्कृति के वैज्ञानिक प्रमाणों वाली जानकारी उपलब्ध करते रहेंगे |
ताकि भारत राष्ट्र संस्कृति बचाने की इस लड़ाई में आपके पास सबूत और प्रमाण हर समय उपलब्ध रहें | ------------------------------------------------------------
👉 शनिवार की शाम को करने वाले 5 आसान से उपाय, जिनसे आपका दुर्भाग्य, सौभाग्य में बदलना शुरू हो जाता है-
✅ लाल धागे का शक्तिशाली उपाय-
आप लाल रेशमी धागा लें और उसको अपनी लम्बाई के बराबर का काट लें. ध्यान रहे कि यह धागा लाल हो और अगर कुछ दिन पहले ही यह घर के पूजा मंदिर में रखा हो तो सर्वोतम है. जब अपनी लम्बाई के बराबर का धागा काट लें तो उसको धोकर आम के पत्ते लपेट लें. उसके बाद ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते हुए, साफ़ नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें.
✅ एक रोटी जो बना दे बिगड़ी तक़दीर-
शनिवार की शाम को एक रोटी लें. पहले वह रोटी अपने सामने रखकर, अपनी इच्छा जो आप चाहते हैं उसके पूरे होने की कामना करें. ध्यान रहे कि जब आप अपनी इच्छा जाहिर कर रहे हों तब रोटी साफ़ बर्तन में आपके सामने ही हो. इसके बाद यह रोटी किसी काले कुत्ते या काली गाय को खिला दें. आपके सारे बिगड़े काम बनने लगेंगे.
✅ एक हनुमान चालीसा का टोटका-
शनिवार की शाम को आप हनुमा��� की आराधना जरूर करें. इस दिन जो व्यक्ति हनुमानचालीसा का पाठ करता है और खासकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करता है तो उसके भाग्य खुल जाते हैं. आप शनिवार की शाम को कम से कम 11 बार पहले हनुमान चालीसा का पाठ करें और उसके बाद अगर आप 11 हनुमान चालीसा अपने जानकार लोगों को दे कर आते हैं तो आप राजयोग जैसा भाग्य बना लेते हैं.
✅ चीटियों और मछली को दाना-
शनिवार की शाम को आप गर चीटियों को आटा खिलाते हैं और मछलियों को दाना डालते हैं तो इससे आपका भाग्य खुल जाता है. आपके ऊपर अगर किसी का कर्ज है या आपकी नौकरी में उन्नति नहीं हो रही है तो शनिवार की शाम यह उपाय जरूर आजमायें.
✅ गरीबों को करायें भोजन-
आप शनिवार को शाम को अपनी हैसियत के अनुसार गरीबों को भोजन जरूर करायें. अच्छा होगा कि यह भोजन अगर तेल का बना हुआ होगा. आप चाहे एक गरीब व्यक्ति को खिलायें और अगर आपकी हैसियत है तो आप 10 लोगों को भोजन जरूर करायें. अगर कोई व्यक्ति राजनेता बनना चाहता है तो शनिवार की शाम यह काम तो वह अवश्य की करे.
👉 शनिवार की शाम को करने वाले 5 आसान से उपाय, जिनसे आपका दुर्भाग्य, सौभाग्य में बदलना शुरू हो जाता है-
✅ लाल धागे का शक्तिशाली उपाय-
आप लाल रेशमी धागा लें और उसको अपनी लम्बाई के बराबर का काट लें. ध्यान रहे कि यह धागा लाल हो और अगर कुछ दिन पहले ही यह घर के पूजा मंदिर में रखा हो तो सर्वोतम है. जब अपनी लम्बाई के बराबर का धागा काट लें तो उसको धोकर आम के पत्ते लपेट लें. उसके बाद ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते हुए, साफ़ नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें.
✅ एक रोटी जो बना दे बिगड़ी तक़दीर-
शनिवार की शाम को एक रोटी लें. पहले वह रोटी अपने सामने रखकर, अपनी इच्छा जो आप चाहते हैं उसके पूरे होने की कामना करें. ध्यान रहे कि जब आप अपनी इच्छा जाहिर कर रहे हों तब रोटी साफ़ बर्तन में आपके सामने ही हो. इसके बाद यह रोटी किसी काले कुत्ते या काली गाय को खिला दें. आपके सारे बिगड़े काम बनने लगेंगे.
✅ एक हनुमान चालीसा का टोटका-
शनिवार की शाम को आप हनुमान की आराधना जरूर करें. इस दिन जो व्यक्ति हनुमानचालीसा का पाठ करता है और खासकर सुन्दरकाण्ड का पाठ करता है तो उसके भाग्य खुल जाते हैं. आप शनिवार की शाम को कम से कम 11 बार पहले हनुमान चालीसा का पाठ करें और उसके बाद अगर आप 11 हनुमान चालीसा अपने जानकार लोगों को दे कर आते हैं तो आप राजयोग जैसा भाग्य बना लेते हैं.
✅ चीटियों और मछली को दाना-
शनिवार की शाम को आप गर चीटियों को आटा खिलाते हैं और मछलियों को दाना डालते हैं तो इससे आपका भाग्य खुल जाता है. आपके ऊपर अगर किसी का कर्ज है या आपकी नौकरी में उन्नति नहीं हो रही है तो शनिवार की शाम यह उपाय जरूर आजमायें.
✅ गरीबों को करायें भोजन-
आप शनिवार को शाम को अपनी हैसियत के अनुसार गरीबों को भोजन जरूर करायें. अच्छा होगा कि यह भोजन अगर तेल का बना हुआ होगा. आप चाहे एक गरीब व्यक्ति को खिलायें और अगर आपकी हैसियत है तो आप 10 लोगों को भोजन जरूर करायें. अगर कोई व्यक्ति राजनेता बनना चाहता है तो शनिवार की शाम यह काम तो वह अवश्य की करे.
संकट कटै मिटै सब पीरा । जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ।। अर्थ : हे वीर हनुमानजी ! जो आपका स्मरण करता है, उसके सब संकट कट जाते हैं और सब पीडा मिट जाती हैं । "हनुमान जयंती" की हार्दिक #शुभकामनाएं। पवनपुत्र श्री संकट मोचन आप सभी पर दया दृष्टि बनाये रखें। जय बजरंगबली जय श्री राम 🚩 #Hanuman #Jayanti #हनुमान #जयंती #JaiShreeRam #HanumanJayanti2020 #हनुमानजी #हनुमानचालीसा #जयबजरंगबली #हनुमानजयंती #हनुमानजन्मोत्सव #जयमहावीर #श्रीबालाजी #TantraAstro www.tantraastro.com https://www.instagram.com/p/B-sRC7yHx0C/?igshid=1onw4qdbkux7f