#सृजनात्मकता
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rahulmehta47 · 5 days ago
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AI सौंदर्य: सौंदर्य का नया दृष्टिकोण
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मेरे हालिया ब्लॉग पोस्ट में जिक्र किया है कि वीडियो 'Prepare to Be Enchanted' में AI द्वारा निर्मित सुंदरियों का अवलोकन कैसे हमें नए सौंदर्य मानकों और दार्शनिक परिप्रेक्ष्य पर सोचने के लिए मजबूर करता है। ये तकनीक और सृजनात्मकता का अद्भुत मिलन है! आइए जानते हैं कि सौंदर्य को दोबारा परिभाषित करने की प्रेरणा हमें कैसे मिलती है। यूट्यूब पर वीडियो देखें।:
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पूरा लेख यहाँ पढ़ें:
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geeta1726 · 8 months ago
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राहु केतु के वर्गोतम् होने पर क्या प्रभाव होता है ?
राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर व्यक्ति को कुछ विशेष प्रभाव महसूस हो सकते हैं। यह विभिन्न ज्योतिषीय परिणामों के साथ आता है, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:
उत्कृष्ट बुद्धि और शक्ति: राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर व्यक्ति की बुद्धि और विचारशक्ति में वृद्धि हो सकती है। यह उन्हें विशेष अवसरों को समझने और सृजनात्मकता में विशेषता प्राप्त कर सकता है।
उत्कृष्ट साधना और आत्म-प्रज्ञा: राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर व्यक्ति का आध्यात्मिक अभिवृद्धि का अनुभव हो सकता है। वे अपने आत्मा को अधिक जानने की दिशा में सजग होते हैं और उनकी आत्म-प्रज्ञा में वृद्धि होती है।
उत्कृष्ट योग्यता और क्षमता: ये ग्रह व्यक्ति को उत्कृष्ट क्षमताओं और योग्यताओं के साथ आदिकाल से संतान कर सकते हैं। इसका परिणाम हो सकता है कि व्यक्ति अपनी क्षमताओं का समय-समय पर उपयोग कर सकता है और सफलता के मार्ग में आगे बढ़ सकता है।
आकर्षक और प्रेरणादायक व्यक्तित्व: राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर व्यक्ति की व्यक्तित्व में चमक और प्रेरणादायकता हो सकती है। वे अन्य लोगों को आकर्षित कर सकते हैं और अपने विचारों और कार्यों के माध्यम से प्रेरित कर सकते हैं।
विपरीत परिणामों का उपयोग: राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर, व्यक्ति को अपनी जीवन की अविश्वसनीयताओं और उत्तेजक परिस्थितियों को अभिव्यक्त करने की क्षमता होती है। वे अचल स्थितियों में भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
कर्म और भविष्यवाणी: राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर, व्यक्ति को अपने कर्मों की समझ और उनके परिणामों को समझने की क्षमता होती है। वे अपने भविष्यवाणियों को अधिक समझ सकते हैं और अपने लक्ष्यों की दिशा में अधिक सकारात्मक दिशा दे सकते हैं।
राहु और केतु के वर्गोत्तम होने पर व्यक्ति को उपरोक्त प्रभाव महसूस हो सकते हैं, लेकिन यह अन्य ग्रहों की स्थिति, दशाओं और अन्य ज्योतिषीय अंशों के साथ भी आता है। जन्म कुंडली के सम्पूर्ण विश्लेषण के बाद ही व्यक्ति के जीवन के प्रभावों का समूह स्पष्ट होता है।
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sharpbharat · 1 month ago
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Jamshedpur tech fest 2024 : टाटा स्टील तकनीकी संस्थान में टेक फेस्ट 2024 का सफलतापूर्वक हुआ समापन, विविध प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर किया गया सम्मानित  
जमशेदपुर : जमशेदपुर व आसपास के कई स्कूल-कॉलेजों ने टेक फेस्ट-24 में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और लोगों के बीच अपनी तकनीकी सृजनात्मकता का प्रदर्शन किया. टाटा स्टील तकनीकी संस्थान में चल रहे टेक फेस्ट 24 में 20 स्कूलों एवं 13 तकनीकी कॉलेजों के विद्यार्थियों ने अपने सृजनात्मकता, मॉडलों के रूप में दर्शकों के सामने प्रदर्शित की. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, आरकेएफएल के सीएचआरओ भूपेंद्र लोधी ने इन…
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asr24news · 3 months ago
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मन की एकाग्रता से आती है सृजनात्मकता
रवि एक मंझे हुए चित्रकार थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वे अपने काम में किसी प्रकार की नवीनता महसूस नहीं कर रहे थे। उनके बनाए चित्र सुंदर थे, परंतु उनमें वह सजीवता नहीं थी जो पहले उनके काम में हुआ करती थी। यह बात उन्हें भीतर ही भीतर परेशान कर रही थी। एक दिन, रवि ने अपने गुरु से अपनी चिंता साझा की। गुरु ने मुस्कुराते हुए कहा, रवि, तुमने कभी ध्यान दिया है कि जब तुम चित्र बनाते हो, तो तुम्हारा मन…
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youthclubindia1 · 11 months ago
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About us
हेल्लो योउथ्! यूथ क्लब इंडिया में आपका स्वागत है। यहां, हम नई सोच और जुनून से भरे युवाओं का एक घर बनाते हैं। हमारा मकसद है आपको एक ऐसा प्लेटफार्म देना, जहां आपका टैलेंट चमक सके और आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकें।
हम यहां एक परिवार की तरह है, जहां एकता, जुनून और विकास एक साथ गुनगुनाते हैं। हम समझते हैं कि हर युवा अलग होता है, इसलिए हम उनकी अलग पहचान और शक्ति को समर्थन ��ेना चाहते हैं। यूथ क्लब इंडिया में, हम करियर मार्गदर्शन से लेकर सामाजिक कार्यक्रम तक हर जगह अपना योगदान देते हैं।
चलिए, मिलकर बनाएं एक ऐसा सफर जहां आपका टैलेंट नई ऊंचाइयों तक पहुंचे और आप अपने आने वाले कल को रोशन करें। हम यहां हैं ताकि आपके सपनों को पूरा करने में मदद कर सकें और एक बेहतर भविष्य की ओर  आपका साथ दे सकें। आइए, हमारे साथ जुड़कर युवाओं की ताकत को बढ़ाते हैं,  "युवा क्लब इंडिया, जवानों की आवाज़ का मंच हैं ,एक साथ जुड़कर, बदलेंगे भविष्य का रंग।
साथ चलेंगे, सपनों की ऊंचाइयों की ओर।"क्योंकि ये युवा है, ये देश है, और ये हमारा क्लब है!
हमारा उद्देश्य:
हमारा उद्देश्य है एक ऐसा समाज बनाना यहां हर युवा अपने सपनों का परिचय करें और उन्हें हकीकत बनाएं। हम विशेष रूप से शिक्षा, करियर विकास और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि ये तीनों ही पहलू एक सफल पूरी कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 
हमारा संकल्प:
यूथ क्लब का संकल्प है एक समझदार, संवेदनशील और प्रगतिशील युवा समाज बनाने का। हम युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं अपने विचार व्यक्त करते हैं, अलग सोचते हैं, और अपने सपनों की तलाश में आगे बढ़ते हैं। हम समझते हैं कि युवा शक्ति ही हमारे देश की असली ताकत है, और हम उन्हें इस ताकत का पूरा मौका देने में मदद करना चाहते हैं।
जनसंख्या का पावरहाउस:
भारत दुनिया भर में एक से बड़ा युवा जनसंख्या के धरोहर से सम्पन्न देश है, जिसके 15 से 34 वर्ष के बीच के व्यक्तित्वों की बड़ी संख्या है। क्या जनसंख्या का लाभ उठाने का ये एक विशेष अवसर है देश के युवाओं को उनकी ऊर्जा, सृजनात्मकता और क्षमता का उपयोग करने के लिए। भारत के युवा देश के सामाजिक-आर्थिक वस्त्र को बनाने में योगदान देने वाले विविध भाषाएँ, संस्कृतियाँ और दृष्टिकोन एकत्र कर रहे हैं।
उम्मीद और सपनों का सफर:
भारत के युवा के सपने और उम्मीदें बहुत ही विविध है, जैसे कि देश खुद। अन्तर्राष्ट्रीय कारोबार व्यवसाय से लेकर, कल्पना से भरी कलाकारों तक, वैज्ञानिक और सामाजिक कार्यक्रमों तक, युवा भारत में सफलता की ओर नए पथ पर चल रहे हैं। महत्वाकांक्षा का भाव और व्यक्ति और सामाजिक सुधार की इच्छा युवाओं को शिक्षा, कुशलता  विकास और व्यवसाय में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं।
सांस्कृतिक विनम्रता और विविधता की प्रशंसा:
यूथ क्लब इंडिया भिन्न संस्कृतियों को महत्व देने में विशेषज्ञ है। सांस्कृतिक समन्वय के माध्यम से, कार्यक्रम, और कार्य��ालाओं के द्वार, संगठन युवाओं को विभिन्न संस्कृतियों को समझने और विकास करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, एकता और समाज की भावना को बढ़ावा देते हैं।
पर्यावरण सुधार:
 पर्यावरण सुधार यूथ क्लब इंडिया के मिशन का अवसर हिस्सा है। संगठन युवाओं के बीच पर्यावरण-चेतना को बढ़ाने का काम करता है, सशक्त प्रवृत्तियों और पर्यावरण संरक्षण अभियानों को बढ़ावा देते हुए एक हरि और टिकाऊ भविष्य बनाने की दिशा में योगदान देते हैं।
डिजिटल परिवर्तन:
युग में तकनीक, यूथ क्लब इंडिया तकनीक के ज्ञान और नवीनता का महत्व समझता है। हम डिजिटल कौशल विकास, व्यवसाय, और तकनीकी का समृद्ध इस्तेमाल बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। डिजिटल युग को अपने माध्यम से, हम युवा को ताकत में भाग लेने के लिए सशक्त बनाते हैं और उन्हें हमारे देश का भविष्य आकार देने के लिए प्रेरित करते हैं।
यूथ क्लब इंडिया क्यों चुने?
समग्र दृष्टिकोण: हम समग्र विकास में विश्वास करते हैं, विभिन्न रुचियों और कलाओं को ध्यान में रखने वाले कई कार्यक्रम का समर्थन करते हैं।
नवीनतम: हमारा नवीनतम में समर्पण हमें डिजिटल ट्रेंड के आगे रहने पर मजबूर करता है, इसके आशाओं से ध्यान रख कर कि हमारा समुदाय हमेशा नए ज्ञान और साधनों से सहायक हो।
समावेश: डिजिटल यूथ क्लब इंडिया एक समावेशी मंच है जो हर जीवन के व्यक्ति को अपने भानुमति के रंगों में स्वागत करता है, एक विविध और उन्नत समुदाय को बढ़ाने का स्थान।
विश्वास दर्शन: डिजिटल युग में सीमाएं मिलती जा रही हैं। डिजिटल यूथ क्लब इंडिया एक विश्वास दर्शन को बढ़ाने का समर्थन करता है, जो क्षेत्र भर की सीमाएं पर करके जुड़ें और सहयोग करने को बढ़ावा देता है।
कार्यक्रम और प्रयास:
यूथ क्लब इंडिया अपने विविध कार्यक्रमों और प्रयासों पर गर्व करता है जो आज के युवा के बहुत से रुचियां और जरूरतों का ध्यान रखते हैं। कुशलता विकास से लेकर सामुदायिक प्रतिस्पर्धा प्रोजेक्ट तक, हम उनकी रुचि को समझते हैं, उनके नए कुशलता विकास में मदद करते हैं, और उन्हें सामाजिक मुद्दों में योगदान देने का अवसर देते हैं।
हमारा परिवार:
यूथ क्लब एक परिवार है जिसका सभी सदस्य एक दूसरे का सम्मान करते हैं। हम टीम वर्क की अहमियत को समझते हैं और युवाओं को एक दूसरे के साथ जुड़ने और बढ़ने का प्रोत्साहन देते हैं। हर एक युवा, हर एक सोच हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
निर्णय:
अंत में, भारत के युवा अपने देश का भविष्य नहीं, बाल्की अब का भी निर्माण कर रहे हैं। अपने सपने, उम्मीदें और दृढ़ संकल्प के साथ, युवा भारत का भविष्य नहीं, बालक वर्तमान परिवर्तन के निर्माण है। जबकि भारत आगे बढ़ता है, युवाओं को शक्तिशाली बनाने का उनका समर्पण इस देश को और इसके नागरिकों को इस सकारात्मक और विविध देश की ओर ले जाने में मुख्य भूमिका निभाता है। सरकार, निजी क्षेत्र और नागरिक समाज का मिल��ुल कर काम करना बहुत जरूरी है, ताकत, सुशीलता और विकास के लिए एक बदलाव बन सके, जो युवा के उम्मीदों को पोषित करता है, भारत को एक तेजी से आगे बढ़ने वाले और अधिक समृद्ध भविष्य की या बढ़ता है।
कैसे जुड़ें:
अगर आप भी चाहते हैं अपने आप को बेहतर बनाये, नए दोस्त बनाएं, और अपने सपनों को हकीकत बनाने में मदद चाहिए, तो आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं। हमारे कार्यक्रम और गतिविधियों में भाग लें, हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमसे जुड़ें, और एक नये और बेहतर कल की तरफ एक कदम बढ़ाये।
दोस्तों, हम यहां हैं एक दूसरे की मदद करने के लिए, एक दूसरे को प्रेरित करने के लिए। यूथ क्लब आपके साथ है, क्योंकि हम मानते हैं कि जब युवा मिलकर काम करते हैं, तो कुछ भी मुश्किल नहीं।https://youthclubindia.org/
धन्यवाद!
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bundelijhalak · 1 year ago
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मैं जागती आँखों से सपने देखने वाला और रचनात्मकता के जुनून में जीने वाला हूँ । मैं बचपन से ही रंगमंच की ओर आकर्षित हो गया था और तभी से मैं रचनात्मक गतिविधियों में शामिल हो गया। मेरे स्कूल के दिन मेरे थिएटर युग की शुरुआत थे। यह मेरे सपनों की एक यात्रा है रंगमंच से होते हुए सिनेमा के बहुआयामी आकाश को छूते हुए लोक कला, संस्कृति और साहित्य के पड़ावों से गुजरते हुए एक यायावर की यात्रा है । मंजिल तक पहुचने का प्रयास है।
सपने जो मैं खुली आँखों से सृजनात्मकता के लिए देख रहा हूँ.....। मेरा अपना विश्वास है कल ये सपने आकार लेंगे... साकार होंगे।
एक रंग यात्रा, एक अनन्त यात्रा.... लक्ष्य निश्चित है! गंतव्य नही!.......
Gaurishankar S Ranjan          (रंगमंच एवं फिल्म, टी.वी. निर्देशक) 
हर कलाकार की अपनी एक जीवन यात्रा होती है और उसी में सम्मलित होतीं हैं न जाने कितनी अन्य अंतर्यात्राएँ जो हमारे साथ - साथ चलतीं रहतीं हैं। किरदारों और असल जिंदगी के समानांतर चलने वाली यह जो अंतर्यात्राएँ हैं वह अकसर हमें बहुत कुछ सिखलातीं रहतीं हैं।
बेचैनियां और अलमस्ती का एहसास कराने की कुब्बत भी मुझे इन्हीं कलाओं ने दी है और इसके साथ ही एक संस्कृतिबोधक निश्छल मन दिया है  जिसने मुझे लोकसंस्कृति के प्रति समर्पित कर दिया। एक कलात्मक जीवन दृष्टि ने मुझे अपना बना लिया।
गाँव के ठेठ देसीपन ने मुझे गढ़ा - मढ़ा और सजाया - सँवारा।  साठ के दशक में बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के छोटे से गाँव अजनर में 2 मई 1969  में जब मैंने पहली बार आँख खोली तो हँसता - मुसकराता , प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध गाँव देखा। बस गाँव की वह चंदन- सी माटी , पेड़ , खेत - खलिहान, ताल, नदी ,पोखर से लवरेज लोकजीवन, लोकसंगीत मेरी साँसों में समा गया जो आज भी मेरी साँसों मे कस्तूरी सुगंध की तरह महकता रहता है।
मेरे पिताजी श्री सुखलाल पशु चिकित्सक थे। उनक�� पोस्टिंग गाँव में ही होती थी। नौ साल की उम्र झाँसी जिले के गाँव बिजौरा (गुरसरांय) झांसी उ.प्र. में आ गया। गाँव का गँवईपन , लोकमानस और लोकसंस्कृति के अनूठे , अप्रितम जीवन ने आँचलिक विरासत को सहेजने, सँवारने की अदम्य लालसा के अँकुर मेरे मन की माटी में बो दिए जो आज भी पल्लवित , पुष्पित और फलित हो रहे हैं। गाँव के इसी परिवेश ने मुझे कलात्मक अभिरुचियों से जोड़ा।
कुछ सालों बाद वर्ष 1976 में बिजौरा (गुरसरांय) झांसी  से अतर्रा (बांदा) उ.प्र. जाना पडा  अपने पूर्वज ग्राम कैरी, बिसंडा ब्लाक तहसील बाबेरू के पास। तब तक लोकसंस्कृति से जुड़ाव के जुनून ने मेरे मन के भीतर एक कलाकार को जन्म दे दिया जिसके कारण मैं बचपन से ही सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने लगा।
जब मैं प्राचीन प्राथमिक विद्यालय अतर्रा (बाँदा ) की चौथी कक्षा का छात्र था तभी मुझे रंगमंच से जुड़ने का अवसर मिला। मैंने विद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया और मण्डल स्तर पर झाँसी में आयोजित खेलकूद समारोह में पी. टी. , चित्रकला तथा ढिडिया नृत्य में भाग लेने पर पुरस्कृत किया गया। यहीं से मेरी रंगमंचीय यात्रा की सुखद शुरुआत हो गयी। अभिनय और ललित कलाओं को सीखने - समझने की ललक मन में कुलाँचें भरने लगी।
फिर एक बार पडाव बदलने का समय आया और वर्ष 1980 में मै राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त (दद्दा) की साहित्य नगरी  चिरगाँव (झांसी) उ.प्र. में आकर महाकवि केशव, बुंदेली शिरोमणि महाकवि ईसुरी के साहित्य के संस्कारों ने मेरी जीवन यात्रा को पूरी तरह अभिनय और रंगमंच की ओर समर्पित कर दिया। इसी दौरान मेरे अध्यापक श्री जगदीश श्रीवास्तव के सानिध्य में रामयश प्रचारणी समिति चिरगांव के साथ कई वर्षों तक रामलीला और नाटकों के मंचन मे अहम भूमिका निभाई ।
वर्ष 1986 में अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कदम आगे बढ़ाया और शौकिया थिएटर ग्रुप  के साथ जुड़ गया। जहां एक अभिनेता के रूप में कई नाटकों मे अभिनय किया।
वर्ष1991 मे पहली बार चिरगांव (झांसी) मे सिनेमा हाल के अंदर सेट लगाकर “उधार का पति” नाटक का मंचन किया परिणाम दो दिन दो शो हाउसफुल और यहीं से मेरा  ��ुझान रंगमंच की ओर कुछ ज़्यादा ही बढा और दिल्ली की ओर कदम बढ गये।
इसी दौरान क्रांतिकारी मास्टर रुद्रनारायण सिंह सक्सेना के पौत्र श्री मुकेश सक्सेना जी से मुलाकात हुई और वे अपने साथ दिल्ली ले गये। उनके मार्गदर्शन मेंं रंगमंच के विभिन्न आयामों  को जानने का मौका मिला। आदर्णीय मुकेश सक्सेना जी के अनुज के रूप मे जीवन को नई दिशा मिली रंगमंच का सिलसिला शुरू हुआ तो तो फिर पीछे मुड़कर कभी नही देखा।
दिल्ली मे श्रीराम सेंटर फार आर्ट एंड कल्चर से एक साल  का रंगमंच और अभिनय प्रशिक्षण मे प्रवेश लिया। इसी दौरान मैडम अमाल अल्लाना के  निर्देशन मे हिम्मतमाई (Bertolt Brecht's play Mother Courage ) नाटक मे काम  करने का  मैका मिला जिसमें फिल्म अभिनेता मनोहर सिंह मुख्य भूमिका मे थे।
इसी दौरान समझ में आने लगा कि रंगमंच क्या है रंगमंच का विस्तार क्या है रंगमंच जो हम करते थे अपने गांव में वह नहीं जो अब  देख रहे हैं वह सच है। फिर एक बार पढ़ने का सीखने का और समझने का सिलसिला नए सिरे से शुरू करना पड़ा जो काफी रोमांचक था। सम्पूर्ण रंगमंच....अभिनय और अभिनय के साथ बैकस्टेज जैसे कि कॉस्टयूम, मेकअप, लाइटिंग, प्रॉपर्टी अनेक विषयों पर जानकारी हासिल करना और सीखना।
वर्ष1992 मे भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ मे चयन हो गया। भारतेंदु नाट्य अकेडमी में नाटक की विभिन्न विधाओं का विस्तार पूर्वक अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ।  यहां देश के जाने माने अनेक निर्देशकों के साथ काम करने का एक अलग अनुभव रहा। यहां भी भरपूर सीखने का मौका मिला और अनेकों रंग मंचीय प्रयोगों से निकलकर फिर वापस दिल्ली आ गए।
वर्ष 1996 में दिल्ली मे सूचना एवं प्रासारण मंत्रालय भारत सरकार के गीत एवं नाटक प्रभाग मे बतौर अभिनेता दो साल तक काम करते रहे । यहां भी एक अलग तरह का अनुभव रहा नेशनल ड्रामा ट्रुप के साथ कई नाटकों में अभिनय किया और देश के कई शहरों में सफलता पूर्वक प्रदर्शन किये। फिर वर्ष 1997 में दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद रंगमंडल मे चले गये । यहां भी तीन साल रहे और देश के जाने-माने कई निर्देशको के साथ अनेक नाटको मे अभिनय किया।
मेरा रंगमंच का सफर  विशेष रूप में अभिनेता ,निर्देशक और अध्यापक  के रूप में रहा है। लगभग 60 से अधिक नाटकों में अभिनय और 30 से अधिक नाटकों का निर्देश�� किया है, जिसका मंचन देश के भिन्न-भिन्न स्थानों पर 200 से अधिक बार हो चुका है। देश के लगभग 50 से अधिक रंग जगत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ कार्य किया है जिनमें  - पद्मविभूषण हबीब तनवीर, प्रो.बी.एम.शाह, सुश्री अमाल अलाना, प्रो. देवेंद्र राज अंकुर, श्री बादल सरकार, श्री वागीश कुमार सिंह, प्रो.हेमा सिंह, श्री उर्मिल कुमार थपलियाल, श्री जे.पी.सिंह, श्री अवतार साहनी, श्रीमती चित्रा सिंह, सुश्री चित्रा मोहन, श्री सुरेश शर्मा, श्री प्रवीर गुहा, श्री निरंजन गोस्वामी आदि प्रमुख है।
बतौर अध्यापक जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में ड्रामा इंस्ट्रक्टर के रूप में काम किया और “आस” एन.जी.ओ. के साथ भवाली (नैनीताल) में कई सालों तक नाट्य निर्देशक के रूप में काम किया और इसके साथ साथ छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित वंदना आर्ट्स कोंडागांव मे कई सालों तक रंगमंच  की गतिविधियों से जुड़ा रहा और वहां पर राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव के आयोजन भी किए।
वर्ष 2000 मे  दिल्ली से मुम्बई चले गये। मुम्बई मे कई साल तक बतौर सह निर्देशक कई जाने-माने फिल्म, टी वी निर्देशकों के साथ काम किया। और रंगमंच से किसी न किसी रूप मे जुडे रहे। 2003 नवी मुंबई एरोली के डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल के 800 छात्रों के साथ भारत के 5000 वर्ष के गौरवमई इतिहास का सफल मंचन किया।
वर्ष 2009 से बतौर निर्देशक टी वी सीरियल का निर्देशन कर रहे हैं। अभी तक हिंदी, भोजपुरी मे कई सीरियल सोनी टीवी, ज़ी टीवी, स्टार प्लस, ज़ी पुरवईया, अंजन टीवी, महुआ टीवी, ज़ी गंगा, दूरदर्शन आदि के लिये 2000 से अधिक एपीसोड निर्देशित किये हैं। 
वर्ष 2017 मे फिर एक बार नई दिशा मे कदम बढ़ गए अपनी जन्मभूमि बुन्देलखण्ड के लिए। बुन्देलखण्ड की लोक कला संस्कृति और साहित्य  के संरक्षण-संवर्धन एवं बुन्देली को विशाव पटल पर लाने के लिए https://bundeliijhalak.com/ वेबसाट के माध्यम से बुंदेलखंड ही नही अपितु देश- विदेश मे बुंदेली संस्कृति को जन-जन तक पहुचाने का प्रयास शुरू हो गया और साथ ही रंगमंच और फिल्म मेकिंग की विधाओं का आन लाईन/आफ लाईन प्रशिक्षण अपनी गति ले चुका है। अपनी वेबसाईट https://filmsgear.in/ से रंगमंच एवं फिल्म मेकिंग की जानकारी , मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देश उपलब्ध है ।
बुंदेली लोक विधा “रावला” पर आधारित लोक नाट्य को प्रयोगात्मक एरिना रंगमंच पर प्रदर्शन करने हेतु शोध चल रहा है। इस विधा की खास बात यह है कि पुरुष अभिनेता ही अभिनेत्री का चरित्र निभाता है और ये गंवई अभिनेता इतने निपुण होते है कि वह अपने नाट्य प्रदर्शन के दौरान दर्शकों से सीधा संवाद कर सकते है उनके सवालों का जवाब दे सकते हैं साथ ही दर्शक को अपने प्रदर्शन के साथ जोड लेंगे,  ऐसा लगेगा कि वह दर्शक उन्हीं की नाट्य मंडली का ही एक चरित्र है। 
स्थिति और परिस्थितियों के अनुकूल यह अभिनेता अपनी विषय वस्तु बदलने में सक्षम होते हैं। अभिनेता कब,  कैसे इंप्रोवाइजेशन कर दें कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन नाट्य विधा पर इसका नकारात्मक प्रभाव नहीं पडता और फिर अभिनेता पुन: अपने मूल विषय वस्तु पर आकर प्रदर्शन को आगे बढ़ा देते हैं।
एक रंग यात्रा, एक अनन्त यात्रा.... लक्ष्य निश्चित है ! गंतव्य नही !.......
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triptijans · 1 year ago
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आज एमपी न्यूज़: सबसे नवीनतम और स्पष्ट खबरें
आज एमपी न्यूज़ एक उत्कृष्ट हिंदी समाचार पोर्टल है जो लोगों को आज की सबसे ताजगी भरी और सरल खबरों से जोड़ता है। इसका मुख्य उद्देश्य दर्शकों को खेल, विज्ञान, समृद्धि, साहित्य, राजनीति और सामाजिक विषयों पर सबसे नवीनतम और महत्वपूर्ण समाचार देना है।
आज एमपी न्यूज़ की वेबसाइट पर आपको हर दिन अद्यतित समाचार मिलता है जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर प्रकाश डालता है। वेबसाइट का डिज़ाइन सरल और जीवंत है, जिससे उपयोगकर्ता विषयों को अपनी रुचि के अनुसार आसानी से चुन सकते हैं।
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इस समाचार पोर्टल की एक विशिष्ट विशेषता यह है कि यह समाचारों को एक समृद्धिपूर्ण और पारिवारिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है, जिससे व्यापक विचारशीलता बनी रहती है। इसकी टीम ने समाज में हो रहे सुधारों, समस्याओं, और बदलावों की जानकारी को गहराई से जांचा है और व्यापक रूप से प्रस्तुत की है।
आज एमपी न्यूज़ ने घटनाओं को नेतृत्व के साथ चित्रित करने वाली एक पेशे��र और अनुभवी समाचार टीम को अपनाया है, ताकि उनकी रिपोर्टों में सटीकता और विश्वसनीयता बरकरार रहें।
इसके अलावा, आज एमपी न्यूज़ अपने पाठकों को अपने विचारों और आलोचनाओं को साझा करने के लिए एक विस्तृत विभाग भी देता है, जो सामाजिक जागरूकता को बढ़ाता है और लोगों को सकारात्मक रूप से जोड़ता है।
निष्पक्षता और उदारता के साथ, एमपी न्यूज़ ने आज खबरों के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने का आलोचनात्मक माध्यम बना लिया है, जो लोगों को सच्ची और समर्पित जानकारी देकर उनके ज्ञान और सृजनात्मकता को बढ़ावा देता है।
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deepjams4 · 3 years ago
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काल्पनिकता!
गर्मी व ओस का सह-अस्तित्व है काल्पनिकता
कोई स्वप्न है ऐसी अद्भुत काव्य सृजनात्मकता।
भीषण गर्मी और ओस का रिश्ता है कैसे संभव
सूखे पत्ते बतलाते हैं सार कवि द्वारा है कल्पित।
कवि की कल्पना के पंख कैसी भी उड़ान भरेंगे
शब्दों की शक्ति से किसी को भी भ्रमित करेंगे।
काव्य सम्मोहित श्रोतागण शब्द वशीभूत रहेंगे
कविवर के शब्द जाल को ही वो यथार्थ मानेंगे।
विस्मित हूँ यद्यपि जानता हूँ बातों में तथ्य नहीं
अनहोनी लगती है बात विसंगतियों से ही घिरी।
भीषण गर्मियों में जहाँ सूख जाती हैं नदियाँ भी
ओस की बूँद का एहसास बस लगे कल्पना सी।
अचंभित कर दे अनायास ही बात कोई जब भी
वही निस्संदेह उपजायेगी भावना सुखाभास की।
अदम्य प्रकृति के अननुरूप घटित घटनायें नयीं
अनदेखी अनसुनी करेंगी हतप्रभ सृष्टि को सभी।
नभ से अंगारे बरसें और जब गर्मी असहाय बनी
ओस की कोई आस भी है कोई मृगतृष्णा जैसी।
पत्तों पर ओस की बूँदों का अप्रत्याशित उद्धरण
अचंभित होगा अवास्तविक कल्पना से भरा मन।
@deepjams4 - some wandering thoughts
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ashokkumarrao100 · 5 years ago
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15+ Inspiring Episodes Related to the Life of Dr. A. P.J. Abdul Kalam~thekahaniyahindi
Dr. A.P.J. Abdul Kalam - हेलो दोस्तों कैसे हो आप सब ? आपका भाई फिर हाजिर एक नई इंस्पिरेशन स्टोरी के साथ | दोस्तों जैसे अपने देख ही लिया होगा की यह इंस्पिरेशन स्टोरी डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलम की और इसमें मेने दोस्तों 15 Inspiring Episodes Related to the Life of Dr. A. P.J. Abdul Kalam को शामिल किया हैं |
तो दोस्तों स्टोरी को पूरा पढ़े क्योकि यह स्टोरी बहोत ही मोटिवेशनल वाली होने वाली हैं |
डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम ने भारत की हर उस तरह से सेवा की है जिससे हर देशवासी का सर गर्व से ऊँचा हो सके, |
एवं भारत के राष्ट्रपति के पद पर रह कर जिस अराजनैतिक तरीके से अपने पद की गरिमा को निभाया है, |
उसकी सराहना पूरी दुनिया करती है. भारत के अंतरिक्ष और रक्षा कार्यक्रमों में डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के अनुकरणीय योगदान को उजागर करने के लिए कोई भी विशेषण पर्याप्त नहीं हैं।
इनकी विनम्रता और उदारता ने हर भारतीय का दिल जीत लिया है।
डॉ. ए.पी.जे. अबदूल कलाम का नाम सुनते ही ह��ारे मन में एक ऐसे व्यक्ति का चित्र उभरता है, जिसकी आंखों में नए भारत की तस्वीर बसती थी।
तमिलनाडु स्थित एक छोटे से तीर्थ गांव रामेश्वरम् में नौका-मालिकों के अल्प-शिक्षित परिवार में जन्मे कलाम |
जिन्होंने भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान और मिसाइल विकास कार्यक्रम की नींव रखी थी वे हमारे समय के अत्यंत महत्वपूर्ण वैज्ञानिक के रूप में उभरे थे।
‘भारत रत्न’ कलाम ने रक्षा वैज्ञानिक के रूप में अद्भुत ख्याति अर्जित की।
उनका मानना था कि कठिनाइयों एवं संकटों के माध्यम से ईश्वर हमें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता हैं।
राष्ट्र की युवा शक्ति और बच्चों को प्रेरित कर वे भारत को एक महान राष्ट्र बनान�� का स्वप्न सँजोए हुए देशकार्य में निरंतर लगे रहते थे।
वे कहते थे- ‘युवाओं का उचित मार्गदर्शन करना जरूरी है, ताकि उनके जीवन को उपयुक्त दिशा मिल सके और उनकी सृजनात्मकता भी खिल सके।‘
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rana2hinditech · 7 years ago
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C 3.3.7 NIOS D.El.Ed Notes राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986-कार्यानुभव
C 3.3.7 NIOS D.El.Ed Notes राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986-कार्यानुभव
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986-कार्यानुभव
  कार्यानुभव को सभी स्तरों पर दी जाने वाली शिक्षा का एक आवश्यक अंग होना चाहिए। कार्यानुभव एक ऐसा उद्देश्यपूर्ण और सार्थक शारीरिक काम है जो सीखने की प्रक्रिया का ��निवार्य अंग है जिससे समाज को वस्तुएँ या सेवाएँ मिलती हैं। यह अनुभव एक सुसंगठित और क्रमबद्ध कार्यक्रम के द्वारा दिया जाना चाहिए। कार्यानुभव की गतिविधियाँ विद्यार्थियों की रूचियों योग्यताओं और…
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satyam-mathematics · 2 years ago
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1.सृजनात्मकता का विकास के 3 बेहतरीन टिप्स (3 Best Tips for Developing Creativity),सृजनात्मकता का विकास (Development of Creativity):
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सृजनात्मकता का विकास के 3 बेहतरीन टिप्स (3 Best Tips for Developing Creativity) के आधार पर गणित में नवीन ज्ञान,नए सिद्धांतों,नई विषय सामग्री की खोज कर सकते हैं।सर्जन का अर्थ होता है रचना,निर्माण।हर छात्र-छात्रा में भिन्न-भिन्न प्रकार की सृजन क्षमता हो सकती है। सृजनात्मकता का अर्थ केवल किताबी ज्ञान प्राप्त कर लेना,गणित की विषय वस्तु को रट लेना,स्मरण कर लेना नहीं होता है।सृजनात्मकता नई विषय सामग्री अथवा वस्तु की रचना करना,पुरानी विषय सामग्री तथा वस्तु में परिवर्तन करके नया रूप देना,उपलब्धि तथा विशिष्ट उच्च कोटि की कुशलता प्राप्त करना होता है।
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geeta1726 · 7 months ago
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बृहस्पति के नीच भंग होने से क्या लाभ होगा ? और धनु लग्न और सिंह राशि के दूसरे भाव में क्या फल देगा ?
जब बृहस्पति के नीच भंग होता है, तो यह कुंडली में कुछ प्रकार का लाभ दे सकत��� है, लेकिन यह निर्भर करता है कि यह किस राशि में है और उसकी स्थिति के साथ कैसे संयोजित है। यहां कुछ संभावित लाभ दिए जा रहे हैं:
संजीवनी शक्ति: बृहस्पति के नीच भंग से यह शुभ ग्रह अपनी शक्तियों को संजीवनी प्राप्त कर सकता है, जिससे व्यक्ति को धार्मिक, धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में उत्साह मिल सकता है।
सामर्थ्य और ज्ञान का वृद्धि: इस स्थिति में, बृहस्पति व्यक्ति को अधिक ज्ञान, सामर्थ्य और सृजनात्मकता का विकास करने की प्रेरणा दे सकता है। व्यक्ति में धार्मिक और आध्यात्मिक सूक्ष्मता का विकास हो सकता है।
धनु लग्न और सिंह राशि के दूसरे भाव में बृहस्पति का स्थान होने पर निम्नलिखित फल हो सकते हैं:
धार्मिक भावना और नेतृत्व: यह स्थिति व्यक्ति को धार्मिक भावनाओं, नेतृत्व के क्षेत्र में समर्पित बनाती है। व्यक्ति को लोगों को मार्गदर्शन करने और सामाजिक परिवर्तन लाने में सक्षम बना सकती है।
बढ़ती हुई प्रतिष्ठा और सम्मान: इस स्थिति में, व्यक्ति को सामाजिक प्रतिष्ठा, सम्मान और समृद्धि प्राप्त हो सकती है।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि इन परिणामों का अधिक समय और प्रयास के साथ संगठित और ध्यानपूर्वक अध्ययन किया जाना चाहिए, और इसे अन्य योगों और ग्रहों के साथ मिलाकर विश्लेषित करने के लिए आप THE KUNDLI का मदद से कर सकते है। जो आपको एक सटीक जानकरी दे सकते है।
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sarhadkasakshi · 3 years ago
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गांधी जी का चश्मा: एक सृजनात्मकता के साथ संदेश
गांधी जी का चश्मा: एक सृजनात्मकता के साथ संदेश
गांधी जी का चश्मा भारत की स्वच्छता का प्रतीक है। जो  वैश्विक स्तर पर भारत की स्वच्छता की पहचान है। इस पर दाग-धब्बे न पढ़ने देना। फुर्सत के क्षणों में भी कार्य करता हूं। जिससे सुकून मिलता है और तन-मन स्वस्थ रहता है। कई दिनों के उपरांत आज के स्वच्छता जन -जागरूकता के लिए कुछ कैलेंडर से बनाएं और अपने घर, पास पड़ोस में बच्चों के माध्यम से उन्हें बांटा है। ‘खाली दिमाग शैतान का घर’ इसलिए खाली समय में…
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ayurvedainitiative-blog · 3 years ago
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*Guru Gyan:* _(Shiv Sutra_1.5)_ एक नवजात शिशु में जो चैतन्य है वह पढ़े लिखे आदमी में नजर नही आता है। बच्चे में का चैतन्य धीरे धीरे क्यों कम हो जाता है। हम एक सूचना का एक यंत्र बन गए है। एक शिशु दिन में 400 बार मुस्कुराता है। चेतना का लक्षण है...उत्साह, प्रेम, आनंद, सृजनात्मकता। चेतना के विकास में बाधा है... ज्ञानं बन्धः। जीवन हर समय ताजा है, ज्ञान तुम्हे भूतकाल से बांध देता है। पंचयन्द्री से जो ज्ञान मिलता है वह सीमित ज्ञान होता है। दो तरह के ज्ञान है...स्वरूपगत ज्ञान। कण कण में जानने की शक्ति है। जीवन का लक्षण भी जानने की शक्ति है। The enlightenment in a newborn child is not seen in an educated man. Why does the child's consciousness gradually decrease. We have become a tool of information. An infant smiles 400 times a day. The symptom of consciousness is… enthusiasm, love, joy, creativity. There is an obstacle in the development of consciousness ... Knowledge is bound. Life is fresh all the time, knowledge binds you to the past. The knowledge gained from Panchayandri is limited knowledge. There are two types of knowledge ... formative knowledge. The particle has the power to know. It is also the power to know the signs of life.
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bundelijhalak · 2 years ago
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Sindhu Sabhyta Me Hastkalayen सिंधु सभ्यता मे हस्तकलाएं
Sindhu Sabhyta Me Hastkalayen सिंधु सभ्यता मे हस्तकलाएं
Handicrafts in Indus Civilization प्राचीनतम् भारतीय सभ्यता के सभ्य मानवों ने उत्कृष्ट कला का सृजन किया। Sindhu Sabhyta Me Hastkalayen और अन्य कलाएं जिस क्षेत्र में भी लोगों ने प्रयोग किये उन क्षेत्रों में अपनी सर्वोच्च कलात्मक सृजनात्मकता का उदाहरण उन्होंने दिया  हैं। वस्तुतः सिन्धु घाटी की सभ्यता एक परिपक्व साँस्कृतिक परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करती है। वे लोग उच्च साँस्कृतिक गतिविधियों में संलग्न…
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kisansatta · 4 years ago
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राशिफल 04 February 2021:वृष राशि वाले अपने कामकाज को बढ़ाने में सफल होंगे
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यदि आज है आपका जन्‍मदिन तो आपके लिए कुछ ऐसा रहेगा यह साल: इस साल क���सी बात को लेकर परिवार में टकराव हो सकता है! निजी स्तर पर मामले सफल रहेंगे! जीवन में स्थिरता लाने के लिए आप प्रयत्नशील रहेंगे और आर्थिक व प्रोफेशनल क्षेत्र में भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रयास शुरू करेंगे!
मेष : आज का दिन प्रेम-प्रसंग के लिए हर तरह से अनुकूल है! पर किसी से भी बहस करने से बचें! मनोरंजन के लिए समय जरूर निकालें! क्या न करें– आज किसी भी बात का बतंगड़ न बनाएं!
वृष : आज के दिन आप अपने कामकाज को बढ़ाने में सफल होंगे! कार्य से संबंधित यात्राओं का आपको लाभ मिलेगा, पर स्वास्थ्य का पूरा-पूरा ख्याल रखें! क्या न करें– आज किसी से वाद-विवाद न करें!
मिथुन : आज के दिन विदेशी कारोबार से जुड़े लोगों के लिए अच्छे लाभ का योग है! किसी विशेष कार्य में पिता का सहयोग मिलेगा! इसलिए जरा भी निराश न हों! क्या न करें-किसी से न उलझें!
कर्क : आज के दिन आप अपनी बातों को बहुत प्रभावशाली ढंग से रखने में सफल होंगे! अचानक धन लाभ या धन हानि की संभावना बन रही है! क्या न करें– आज मन को अनियंत्रित न होने दें!
सिंह: आज के दिन आपकी सृजनात्मकता आपको अन्य साथियों से आगे ले जाएगी! खर्च की अधिकता रहेगी! प्रसन्न रहें! क्या न करें– आंखें बंद करके किसी पर विश्वास ना करें!
कन्या : आज के दिन आप अपने करीबियों से गलतफहमियां दूर कर सकेंगे और नए वादे भी किए जाएंगे! मेहनत एवं अनुभव द्वारा कुछ नवीन स्थितियों को पाएंगे. क्या न करें– आज पैसे का निवेश न करें!
तुला : आज आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी! धन की आवक बनी रहेगी, पर खर्च बढ़ सकते हैं! कार्यक्षेत्र में विशेष प्रयास करने पड़ेंगे! क्या न करें– आज विषम परिस्थितियों में भी साहस न खोएं!
वृश्चिक : आज आपकी यात्रा सुखद व मनोरंजक होगी! जीवनसाथी से संबंध थोड़े बेहतर होंगे! विदेशी कारोबार से जुड़े लोगों के लिए अच्छे लाभ का योग है! क्या न करें– कोई भी जोखिम भरा कार्य आज ना करें!
धनु  : आज के दिन शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए अच्छे लाभ का योग है! पिता और उच्च अधिकारियों का सहयोग मिलेगा! क्या न करें- शत्रु पक्ष को आज खुद पर हावी ना होने दें!
मकर : आज के दिन आपके परिश्रम को उचित सम्मान मिलेगा एवं नई जिम्मेदारी का भार भी आपके कंधों पर डाला जाएगा! स्थान परिवर्तन भी संभव है! क्या न करें– खान-पान को असंयमित ना होने दें!
कुंभ: आज के दिन आपका पराक्रम और साहस खूब बढ़ा रहेगा! समाज में मान-सम्मान मिलेगा! परिवार में सुख-शांति भी बनी रहेगी! क्या न करें-अपनी वाणी को कहीं भी कठोर ना होने दें!
मीन  : आज के दिन समाज में आपको मान-सम्मान मिलेगा! परिवार में सुख-शांति रहेगी! किसी शुभ कार्य के होने का संकेत भी सितारे दे रहे है! क्या न करें– नए वाहन को लेकर असावधान न हों!
    https://kisansatta.com/horoscope-04-february-2021-taurus-people-will-be-able-to-increase-their-functioning/ #Horoscope04February2021TaurusPeopleWillBeAbleToIncreaseTheirFunctioning Horoscope 04 February 2021: Taurus people will be able to increase their functioning Culture, Religious #Culture, #Religious KISAN SATTA - सच का संकल्प
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