#साफ खाने के नुस्खे
Explore tagged Tumblr posts
oraal01 · 4 months ago
Text
मुंह की दुर्गंध भगाने के 8 तरीके: ताजगी भरी सांसों के लिए सुझाव
मुंह की बदबू (हैलिटोसिस) एक आम समस्या है जो न केवल शर्मिंदगी का कारण बनती है, बल्कि यह आपकी स्वास्थ्‍य समस्याओं की भी निशानी हो सकती है। कई बार हम मुंह की दुर्गंध से परेशान होते हैं और सोचते हैं कि आखिर इसे कैसे दूर किया जाए। अच्छी बात यह है कि कुछ सरल उपायों से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। यहां हम आपके लिए लाए हैं मुंह की दुर्गंध भगाने के 8 तरीके जो आपको ताजगी भरी सांसों का एहसास दिलाएंगे।
Tumblr media
यह भी पढ़ें
दांतों में इन्फेक्शन का इलाज
दांत उगाने के घरेलू नुस्खे
which is the best toothpaste in india
1. नियमित रूप से ब्रश करें और फ्लॉस करें
मुंह की सफाई को नजरअंदाज करने से आपके दांतों के बीच भोजन के कण फंस सकते हैं, जो बाद में बैक्टीरिया का कारण बन सकते हैं। यही बैक्टीरिया मुंह की बदबू का मुख्य कारण बनते हैं। इसलिए, रोजाना कम से कम दो बार ब्रश करें और फ्लॉस का उपयोग करें। यह आदत बैक्टीरिया को दूर रखने में मदद करती है और सांसों को ताजगी देती है।
2. जीभ की सफाई करें
कई बार हमारी जीभ पर बैक्टीरिया और खाद्य कण जमा हो जाते हैं, जो मुंह की दुर्गंध का कारण बनते हैं। जीभ की सफाई को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इसके लिए आप ब्रश के साथ जीभ की सफाई कर सकते हैं या फिर मार्केट में उपलब्ध जीभ क्लीनर का उपयोग कर सकते हैं।
3. मुंह को हाइड्रेट रखें
सूखा मुंह (ड्राई माउथ) भी मुंह की बदबू का एक बड़ा कारण है, क्योंकि लार मुंह से बैक्टीरिया और अन्य कणों को साफ करने में मदद करती है। दिन भर पर्याप्त पानी पिएं और मुंह को हाइड्रेट रखें। यह आपकी सांसों को ताजगी देने में सहायक होगा।
4. माउथवॉश का उपयोग करें
माउथवॉश न केवल आपकी सांसों को ताजगी देता है, बल्कि यह मुंह के अंदर बैक्टीरिया को भी खत्म करता है। बिना अल्कोहल वाले माउथवॉश का उपयोग करें, क्योंकि अल्कोहल मुंह को सूखा बना सकता है, जिससे समस्या और बढ़ सकती है। रोजाना माउथवॉश का इस्तेमाल करने से मुंह की बदबू को कम किया जा सकता है।
5. खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें
आप जो खाते हैं उसका सीधा असर आपकी सांसों पर पड़ता है। प्याज, लहसुन, और मसालेदार खाद्य पदार्थ मुंह की बदबू का कारण बन सकते हैं। इन्हें खाने के बाद अच्छी तरह से ब्रश करें या माउथवॉश का उपयोग करें। इसके अलावा, हरी पत्तेदार सब्जियां, सेब, और गाजर जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं, जो प्राकृतिक रूप से मुंह की सफाई में मदद करते हैं।
6. धूम्रपान और तंबाकू से बचें
धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह मुंह की बदबू को भी बढ़ाता है। तंबाकू उत्पाद आपकी लार को सूखाते हैं और बैक्टीरिया के बढ़ने का कारण बनते हैं, जिससे मुंह से दुर्गंध आती है। इन आदत���ं को छोड़ने से न केवल आपकी सांसों में ताजगी आएगी, बल्कि आपका समग्र स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
7. नींबू या सौंफ का सेवन करें
नींबू का रस प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो बैक्टीरिया को मारकर आपकी सांसों को ताजगी प्रदान करता है। एक गिलास पानी में नींबू का रस मिलाकर दिन में एक या दो बार पीने से लाभ हो सकता है। इसके अलावा, सौंफ चबाने से भी मुंह की बदबू को कम किया जा सकता है। सौंफ में मौजूद तेल सांसों को ताजगी देने में मदद करता है।
8. डेंटिस्ट से नियमित जांच करवाएं
अगर आप सभी घरेलू उपाय अपनाने के बाद भी मुंह की बदबू से परेशान हैं, तो डेंटिस्ट से परामर्श लें। कभी-कभी दांतों या मसूड़ों से जुड़ी समस्याएं भी मुंह की दुर्गंध का कारण बन सकती हैं। डेंटिस्ट से नियमित जांच कराने से आप इन समस्याओं का समय रहते इलाज कर सकते हैं।
निष्कर्ष
मुंह की दुर्गंध एक आम समस्या है, लेकिन इसे दूर करने के लिए आपको अपनी दिनचर्या में कुछ छोटे-छोटे बदलाव करने की आवश्यकता है। मुंह की बदबू कैसे दूर करें यह सवाल आपके लिए परेशानी का कारण नहीं बनेगा यदि आप ऊपर दिए गए उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे।
यदि आपको लगता है कि इन उपायों से भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, तो तुरंत अपने डेंटिस्ट से परामर्श लें। स्वस्थ दांत और ताजगी भरी सांसें न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह आपकी आत्मविश्वास को भी बढ़ाती हैं।
0 notes
everynewsnow · 4 years ago
Text
शिल्पा शेट्टी की सलाद बाउल में उनके पिछवाड़े से स्वस्थ वेजीज़ हैं
शिल्पा शेट्टी की सलाद बाउल में उनके पिछवाड़े से स्वस्थ वेजीज़ हैं
शिल्पा शेट्टी ने ताजा, देसी सब्जियों और पत्तेदार साग के साथ ��क स्वस्थ सलाद बनाया। हाइलाइट शिल्पा शेट्टी ने एक स्वादिष्ट और स्वस्थ सलाद साझा किया जो उनके पास था सलाद में अपने ही खेत से होमग्रोन ग्रीन्स थे खेती के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विधि ‘हाइड्रोपोनिक्स’ थी कोविद के बाद के युग में स्थायी रसोई तेजी से लोकप्रिय हो गए हैं। किचन गार्डन के अंदर सब्जियां, फल और जड़ी-बूटियां उगाना अब केवल शगल…
Tumblr media
View On WordPress
0 notes
rajujangde · 3 years ago
Text
[07/09, 11:51 pm] Raj: टाइपिंग कोचिंग सेंटर में विजय का पहला दिन था। वह अपनी सीट पर बैठा टाइप सीखने के लिए नियमावली पुस्तिका पढ़ रहा था। तभी उसकी निगाह अपने केबिन के गेट की तरफ गई। कजरारे नयनों वाली एक साँवली लड़की उसकी केबिन में आ रही थी।
लड़की उसकी बगल वाली सीट पर आकर बैठ गई। टाइपराइटर को ठीक किया और टाइप करने में मशगूल हो गई। विजय का मन टाइप करने में नहीं लगा। वह किसी भी हालत में लड़की से बातें करना चाह रहा था। वह टाइपराइटर पर कागज लगाकर बैठ गया और लड़की को देखने लगा। लड़की की अँगुलियाँ टाइपराइटर के कीबोर्ड पर ऐसे पड़ रही थीं जैसे हारमोनियम बजा रही हो।
क्या देख रहे हो? 'थोड़ी देर बाद लड़की गुस्से से बोली।
आपको टाइप करते हुए देख रहा हूँ।
[07/09, 11:53 pm] Raj: यहाँ क्या करने आए हो?
टाइप सीखने।
ऐसे सीखोगे? लड़की के स्वर में तल्खी बरकरार थी।
[07/09, 11:56 pm] Raj: मेरा आज पहला‍ दिन है, इसलिए मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा है। आप टाइप कर रही थीं तो मैं देखने लगा कि आपकी अँगुलियाँ कैसे पड़ती हैं कीबोर्ड पर। आपको टाइप करते देखकर लगा मैं भी सीख जाऊँगा।
यदि इसी तरह मुझे ही देखते रहे तो आपकी यह मनोकामना कभी पूरी नहीं होगी।'
लड़की फिर टाइप करने में जुट गई। विजय भी कीबोर्ड देखकर टाइप करने लगा। टाइप करने में उसका मन नहीं लग रहा था। वे बेचैनी-सी महसूस कर रहा था। दस मिनट बाद ही उसने टाइपराइटर का रिबन फँस�� दिया।
'रिबन तो फँसेगा ही जब ध्यान कहीं और होगा...।'
लड़की उसके टाइपराइटर को थोड़ा अपनी ओर खींचकर रिबन ठीक करने लगी। इसी बीच रिबन नीचे गिर गया। वह उसे उठाने के लिए झुकी तो उसके गले से चुन्नी गिर गई। रिबन उठाने के‍ लिए विजय भी झुका था। उसकी निगाह अकस्मात ही लड़की के उरोजों पर चली गई। वह सकपका गया।
'लो, ठीक हो गया।' लड़की ने कहा त उसकी चेतना लौटी। लड़की फिर टाइप करने में लग गई, लेकिन विजय का मन टाइप में नहीं लगा। वह लड़की से बात करने की ताक में ही लगा रहा।
'मन नहीं लग रहा है?' अचानक लड़की ने उससे पूछा तो बाँछें खिल गईं।
'लगता है कि सीख भी नहीं पाऊँगा।'
आसार तो कुछ ऐसे ही दिखते हैं।
���पका नाम? विजय ने बात को बढ़ाने के लिए सवाल कर दिया।
सरिता।
अच्छा नाम है।
लेकिन मुझे इस नाम से नफरत है।
क्यों?
कोई एक कारण हो तो बताएँ। यह कहते हुए सरिता अपनी सीट से उठी और पर्स कंधे पर टाँगते हुए केबिन से बाहर निकल गई। विजय उसे जाते हुए देखता रहा। उसके जाने के बाद उसने टाइपराइटर पर डाली। टाइपराइटर उसे उदास लगा।
और दुनिया बदल गई
इसी दिन से विजय हवा में उड़ने लगा। रातों को छत पर घूमने लगा। तारे गिनता और उनसे बातें करता। चाँदनी रात में बैठकर कविताएँ लिखता। गर्मी की धूप उसे गुनगुनी लगने लगी। दुनिया गुलाबी हो गई तो जिंदगी गुलाब का फूल। आँखों से नींद गायब हो गई। वह ख्‍यालों ही ख्‍यालों में पैदल ही कई-कई किलोमीटर घूम आता।
अपनी इस स्थिति के बारे में उसने अपने एक दोस्त को बताया तो उसने कहाँ 'गुरु तुम्हें प्यार हो गया है।' दोस्त की बात सुनकर उसे अच्छा लगा।
अगले दिन विजय ने सरिता से कहा कि आप पर एक कविता लिखी है। चाहता हूँ कि आप इसे पढ़ें।
'यह भी खूब रही। जान न पहचान। तू मेरा मेहमान। कितना जानते हैं आप मुझे?'
जो भी जानता हूँ उसी आधार पर लिखा हूँ।
सरिता उसकी लिखी कविता पढ़ने लगी।
सरिता,
कल-कल करके बहने वाली जलधारा
लोगों की प्यास बुझाती
किसानों के खेतों को सींचती
राह में आती हैं बहुत बाधा
फिर भी मिलती है सागर से
उसके प्रेम में सागर
साहिल पर पटकता है सिर
उनके प्रेम की प्रगाढ़ता का प्रमाण
पूर्णमासी की रात में
उठने वाला ज्वार-भाटा
सरिता है तो सागर है
सरिता के बिना रेगिस्तान हो जाएगा सागर
सागर के प्रेम में
सरिता लाँघती है पहाड़, पठा��
और मानव निर्मित बाधाओं को
कविता के नीचे उसने विजय की जगह सागर लिखा था। सरिता ने उसे देखा और कागज विजय की तरफ बढ़ा दिया। विजय ने कहा कि मैं चाहता हूँ कि आप इसे टाइप कर दें। इसे छपने के लिए भेजना है। सरिता कुछ नहीं बोली। कागज को सामने रखकर टाइप करने लगी। विजय उसे देखता रहा। इस बात का आभास सरिता को भी था कि विजय उसे ही देख रहा है, लेकिन उसने कोई विरोध करने के बजाय पूछा कि आप कवि हैं?
बनने की कोशिश कर रहा हूँ।
कवि भगोड़े होते हैं। सरिता ने उसकी ओर देखते हुए कहा। उसकी इस टिप्पणी से विजय सकपका गया।
कवि अपने सुख के लिए कविता रचता है। रचते समय वह कविता के बारे में सोचता है। उसके बाद वह कविता को उसके हाल पर छोड़ देता है। कविता जब संकट में होती है तो कवि कविता के पक्ष में खड़ा नहीं होता।'
'यह आप कैसे कह सकती हैं।'
मैं समझती हूँ कि आदमी की जिंदगी भी एक कविता है। मेरी जिंदगी एक कविता है। मेरी जिंदगी मुझे अच्छी नहीं लगती। इसलिए कविता भी मुझे अच्छी नहीं लगती।
अरे वाह, आप तो कवि हैं। अभी आपने जो कहा वह तो कविता है।
कविता नहीं, कविता का प्रलाप है, उसकी वेदना।
जो उस कवि के कारण उपजी है, जिसने मेरी जिंदगी की रचना की।' इतना कहकर सरिता केबिन से बाहर चली गई।
कैसी है यह? विजय ने सरिता के टाइपराइटर को देखा। लगा जैसे टाइपराइटर किसी शोक गीत की रचना में मशगूल है।
प्यार की खुशबू
आज उन्होंने बातें अधिक कीं। उनके वार्तालाप को देखकर टाइपिंग इंस्टिट्‍यूट चलाने वाली मैडम ने उनके पास आकर कहा कि आजकल तो तुम काफी खुश हो सरिता। बदले में सरिता केवल मुस्कराई। विजय भी मुस्कराया। तो क्या मेरे प्यार की गंध इसे भी लग गई।
अगले दिन सरिता जब इंस्टिट्‍यूट आई तो काफी सजी-धजी थी। नया गुलाबी सूट पहने थी। बालों का स्टाइल बदला हुआ था। विजय को सरिता का यह बदला रूप अच्‍छा लगा। वह अपनी भावनाओं को दबा नहीं पाया। बोला, 'काफी सुंदर लग रही हो।' जवाब में जब सरिता ने मुस्कराते हुए थैंक्यू का फूल जब उसकी तरफ फेंका तो उसकी इच्छा हुई कि वह खड़ा होकर नाचने लगे और जोर-जोर से चिल्लाये कि उसे प्यार हो गया है।
ग्रह-नक्षत्रों की चाल
आदमी जब‍ निराश होता है या फिर लक्ष्य के प्रति उसकी स्थितियाँ साफ नहीं होती हैं तो वह धर्म और ज्य‍ोतिषी की शरण में चला जाता है। विजय की भी हालत कुछ ऐसी ही थी। वह सरिता को चाहने लगा था, लेकिन सरिता भी उसे चाहती है यह स्पष्ट नहीं था।
वह अपनी बेरोजगारी से भी परेशान था। घर वाले शादी के लिए अलग से दबाव डाल रहे थे। लिहाजा एक दिन वह ज्योतिषी क�� पास चला गया। नौकरी पाने के लिए वह ज्योतिषी से नुस्खे पूछता रहता है। उसने सोचा कि प्रेम पाने के लिए भी गृह-नक्षत्रों की चाल जान ली जाए। नौकरी के लिए तो ज्योतिषी कभी कहता है कि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, जो आपके शुभ कार्यों में बाधक है।
इसकी शांति के लिए घर में मोर पंख रखें और प्रतिदिन उसे दो-तीन बार अपने शरीर पर घुमाएँ। सोमवार के दिन चाँदी से बना सर्प का जोड़ा शिवलिंग पर चढ़ाएँ। नित्य श्रीगणेश जी की उपासना करें। धैर्यपूर्वक ऐसा करने पर ही रोजगार प्राप्ति की संभावना बनेगी। विजय ने अभी तक उसके बताए हर नुस्खे को आजमाया, लेकिन आज तक कोई संभावना नहीं बनी। शिकायत करने पर वह कह देता है कि आप पर भाग्येश शुक्र की महादशा चल रही है। शुक्र के बलवर्धन के लिए शुक्रवार के दिन साढ़े पाँच रत्ती का ओपल चाँदी में जड़वाकर दाहिनी मध्यमा में धारण करें।
पंडित जी मेरी कुंडली में प्रेम है कि नहीं?
है न, बहुत है। कुंडली पर सरसरी नजर डालते हुए ज्योतिषी ने कहा।
'प्रेम विवाह का योग है?'
है, लेकिन कुछ बाधाएँ हैं।'
प्रेम विवाह में क्या लफड़ा है?
आप पर शुक्र की महादशा चल रही है, जो अशुभ फलप्रद है। गोचर में भी आपकी राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है। शनि शांति के लिए प्रत्येक शनिवार कुत्तों को सरसों के तेल से बना मीठा पराठा‍ खिलाएँ। ग्रह शांति के उपरांत ही प्रेम में सफलता की संभावना बन सकती है।
सब ढकोसला है। इतने दिनों से आप एक नौकरी के लिए मुझसे क्या-क्या नहीं करवाते रहे। मिलीं नौकरी? साला चपरासी भी कोई रखने को तैयार नहीं।
भन्नाया हुआ विजय ज्योतिषी के कमरे से निकल गया। घर पहुँचते ही मम्मी कहने लगी, 'तुम्हारे पिता ने लड़की पसंद कर ली है। उनके दोस्त की बेटी है। बीए करके नौकरी कर रही है।'
तो मैं क्या करूँ?
शादी कर लो।
बिना नौकरी मिले यह नहीं हो पाएगा।
फिर तो पूरी जिंदगी कुँआरे ही रह जाओगे।
बीवी की कमाई खाने से तो कुँआरा रहना ही अच्छा है। कहते हुए विजय अपने कमरे में चला गया।
जिंदगी आसान नहीं
एक सप्ताह तक सरिता टाइपिंग स्कूल नहीं आई। विजय रोज आता रहा और निराश होकर वापस घर जाता रहा। आठवें दिन सरिता के आते ही वह पूछा बैठा कि एक सप्ताह आई नहीं?
जिंदगी में बहुत दिक्कतें हैं। कहते हुए सरिता अपनी सीट पर बैठ गई।
क्या हो गया?
मेरी बहन जो बीए कर रही है किसी लड़के के साथ चली गई। दोनों बिना शादी के ही एक साथ रह रहे हैं।
ऐसा क्यों किया?
उसका कहना है कि यदि वह ऐसा न करती तो उसकी शादी ��ी नहीं हो पाती।
मतलब?
हमारे घर के आर्थिक हालात। इतना कहकर सरिता चुप हो गई।
मुझे नहीं लगता कि आपकी बहन ने गलत किया है। आज की युवा पीढ़ी विद्रोही हो गई है। वह परंपराओं को तोड़कर नई नैतिकता गढ़ रही है। समय के साथ सब ठीक हो जाएगा।
पर माँ तो नहीं समझतीं।
हाँ, उनके लिए समझना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन आजकल सब चलता है। हमारा समाज बदल रहा है। बिना शादी के एक साथ रहना पश्चिमी परंपरा है, लेकिन अब ऐसा हमारे यहाँ भी होने लगा है।'
हाँ, बैठकर सपनों के राजकुमार का इंतजार करने से तो बेहतर ही है न कि जो हाथ थाम ले उसके साथ चल दिया जाए। चाहे चार दिन ही सही, जिंदगी में बहार तो आ जाएगी।
विजय को लगा कि कह दे कि फिर तुम मेरे साथ क्यों नहीं चली चलतीं। हम शादी कर लेते हैं पर वह कह नहीं पाया।
'जानते हो मेरी एक बहन बारहवीं में पढ़ रही है। उसका भी एक लड़के से प्रेम चल रहा है। वे दोनों एक-दूसरे से शादी करने को तैयार हैं। अगले साल बालिग होते ही शादी कर लेंगे।'
विजय के मन में आया कि कह दे कि अच्छा ही है। वह अपने आप वर खोज लें तो तुम्हें परेशानी नहीं होगी। वैसे भी पाँच हजार रुपए की नौकरी में तुम कौन सा राजकुमार उन्हें दे दोगी। अच्‍छा है कि वह अपने-अपने ‍प्रेमियों के साथ भाग जाएँ।
बातों-बातों में एक दिन सरिता ने उसे बताया था कि उसके पिता की मौत हो चुकी है और वह तीन बहन हैं। उसका कोई भाई नहीं है। बहनों में वही सबसे बड़ी है। वह एक ऑफिस में काम करती है और उसे पाँच हजार रुपए मासिक वेतन मिलता है। दूसरी जगह काम पाने के लिए टाइपिंग सीख रही है।
विजय को अपने एक दोस्त के साथ घटी ऐसी ही घटना की याद आ गई। उसके दोस्त की एक बहन अपनी बड़ी बहन के अधेड़ से ब्याह देने के बाद प्रेमी के साथ भाग गई। इसके बाद उसका दोस्त गुस्से में उबल रहा था। तब विजय ने कहा था कि शांत रहो यार। वे दोनों जहाँ हो कुशल से रहें। उसने जो किया अच्छा ही किया। तुम कौन सा उसे राजकुमार से ब्याह देते। आखिरकार जिंदगी उसकी है।
जीना उसे है इसलिए निर्णय भी उसे ही लेना चाहिए। दोस्त के बड़े भाई ने भी विजय की बात का समर्थन किया था। लेकिन थोड़ा दार्शनिक अंदाज में कहा था कि होनी को यही मंजूर था।
मैं भी सोचती हूँ कि एक बहन ने जो किया ठीक ही है। दूसरी जो करेगी वह भी अच्छा ही है। जीवन यदि संघर्ष है तो करो। प्रेमी से पति बना व्यक्ति भी धोखा दे सकता है। जीवन नरक बन सकता है और माता-पिता का खोजा राजकुमार भी यही करता है। लेकिन माँ नहीं मानतीं। सोचती बहुत हैं और तबियत खराब कर लेती हैं।
पुराने जमाने की हैं न।
'हद तो यह हो गई कि वह मुझसे कहने लगी हैं कि ��ू भी किसी के साथ भाग जा।
मैं उन्हें इस हाल में छोड़कर किसके साथ...'
रो पड़ी सरिता।
विजय की समझ में नहीं आया कि वह क्या कहे और क्या करे।
स्थिति को सरिता समझ गई तो खुद पर काबू किया और फिर से टाइप करने लगी।
दस मिनट बाद सरिता उठी और बिना बोले ही चली गई। विजय की इच्छा हुई कि वह उसके पीछे-पीछे चला जाए, लेकिन वह बैठा रहा और उसे जाते देखता रहा।
मूसलाधारिश में बिजली का गिरना
आसमान में काले बादल घिर आए थे। इस कारण परिवेश में अँधेरा पसर गया था। रह-रहकर आसमान में बिजली चमकती और बादल गरजते। ऐसे मौसम में भी विजय टाइपिंग स्कूल जाने के लिए तैयार था। वह सरिता से मिलना चाहता था। जब वह घर से निकला तो बूँदाबाँदी शुरू हो चुकी थी। फिर भी वह तेज कदमों से टाइपिंग स्कूल की तरफ बढ़ने लगा। कुछ ही दूर गया होगा कि बारिश तेज हो गई। सड़क पर चल रहे लोग भागकर किसी छाँव में खड़े हो गए पर वह अपनी मस्ती में भीगता हुआ चलता रहा।
इंस्टिट्‍यूट पहुँचकर उसे पता चला कि सरिता नहीं आई है।
इतनी बारिश में आने की क्या जरूरत थी? मैडम ने विजय से कहा।
आप नहीं समझेंगी। सब समझती हूँ, लेकिन अब सरिता यहाँ कभी नहीं आएगी।
क्यों? आपको कैसे पता?
'उसका फोन आया था। उसने कहा कि यदि आप आओ तो बता दूँ।'
वह कभी नहीं आएगी? विजय की आवाज किसी कुएँ में से आती लगी।
विजय टाइपिंग स्कूल से बाहर आया। बाहर मूसलाधार बारिश हो रही थी। जैसे ही उसने नीचे की ओर कदम रखा जोर से बिजली ‍चमकी और बादल गरजने लगा।
विजय संज्ञाशून्य सा भीगता हुआ घर की तरफ चल पड़ा।
उसने सोचा कि वह सरिता के घर जाएगा। लेकिन उसके घर का पता तो मैडम दे सकती हैं। यह सोचकर वापस पलटा लेकिन तब तक टाइपिंग स्कूल बंद हो चुका था।
भीगते हुए घर पहुँचा। तब तक उसका शरीर बुखार से तपने लगा। लगभग पंद्रह दिन वह चारपाई पर पड़ा रहा। जब कुछ ठीक हुआ तो बीसवें दिन टाइपिंग स्कूल पहुँचा। मैडम नहीं मिली। यह सिलसिला पंद्रह दिनों तक चला। सोलहवें दिन उसे मैडम मिली। उसे देखते ही बोल पड़ी कि काफी कमजोर हो गए हो?
उस दिन बारिश में भीगा तो बीमार हो गया।
विजय ने मैडम से सरिता के घर का पता माँगा तो उसने एक कागज पर लिखा और विजय को थमा दिया। मैडम को धन्यवाद बोलकर विजय चल पड़ा। वह आज ही सरिता से मिलना चाहता था।
जब वह मैडम के दिए पते पर पहुँचा तो वहाँ ताला लगा था।
पड़ोसियों से पूछने पर पता चला कि सरिता यहीं रहती थी, लेकिन अब मकान बेचकर चली गई है। कई लोगों से पूछने के बाद भी विजय को उसका नया पता नहीं मिला। निराश होकर वह घर लौट आया।
सरिता के इस व्यवहार से उसे काफी धक्का लगा। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि सरिता ने ऐसा क्यों किया?
वह सरिता की याद में कविता���ँ लिखने लगा।
एक दिन उसने एक सपना देखा और उसके भावों को कविता के रूप में कागज पर लिखा...
सरिता, जो निकली
अपने उद्‍गम स्थल से
सागर की चाह में चली द्रुतगति से
सामने आ गया पहाड़
टकराने के बाद बदल लिया अपना मार्ग
मार्ग था लंबा
पहाड़ों की श्रृंखला थी
पठार और पथरीली जमीन भी
आदमी भी खड़ा था फावड़ा लिए
बाँध बनाने को तत्पर
खेत सींचने के लिए
चाहिए उसे पानी पीने के लिए भी
बिजली भी तो चाहिए
घर रोशन करने के लिए
कारखाने चलाने के लिए
कारखानों के कचरे को
बहाने के लिए भी चाहिए उसे नदी।
प्रकृति से लड़ते नहीं थकी वह
बहती रही अविरल
दिल में सागर से मिलने की चाह लिए।
भारी पड़ा प्यार अवरोधों पर
पहुँच गई वह साहिल पर
लेकिन मानव ने बना बाँध
रोक दी उसकी धारा
कारखानों की गंदगी उड़ेल
सड़ा दिया उसकी आत्मा को
अपने आँसुओं से धोती रह वह अपना बदन
निर्मलता से मिलना चाहती थी सागर से
विकास उन्मादी मानव ने
रौंद दिया उसकी आत्मा को
जिंदा लाश हो गई वह
उसके लिए तड़पता है सागर।
साहिल पर पटकता है अपने सिर को
उसने तो दम तोड़ दिया मानव के विकास में
सागर भेजता है बादलों को
उसे पुनर्जीवित करने के लिए
वह जानता है बेवफा नहीं है वह
सच्चा है उसका प्यार
कैद है वह मानव के विकास में
बरसते हैं बादल उफनती है नदी
मानव को दिखाती है अपना विकराल रूप
मिलते ही प्यार की ताकत
तबाह कर देना चाहती है वह मानव सृष्टि को
���दला लेना उसकी प्रकृति नहीं
भागती है तेज गति से सागर की ओर
बाँहें फैलाए स्वागत करता है सागर
बताना चाहती है अपने कष्टों को वह
लेकिन कुछ भी नहीं जानना चाहता सागर
जानता है वह मानव स्वभाव को
उसका भी तो पाला पड़ा है इस स्वार्थी प्राणी से
विजय की इस कविता को पत्रिका में छपे एक माह से अधिक हो गया है, लेकिन उसके पास इस बार भी अब तक सरिता का कोई पत्र या फोन नहीं आया है। उसे उम्मीद है कि एक न एक दिन सरिता उससे संपर्क जरूर करेगी। जब से वह कविता प्रकाशित हुई है तब से वह फोन की प्रत्येक घंटी पर चौंक जाता है। यही नहीं हर रोज पोस्टमैन का बेसब्री से इंतजार करता है। और जब उसके आने का समय खत्म हो जाता है तो वह उदासी के समुद्र में डूब जाता है।
1 note · View note
ghareluupayposts-blog · 5 years ago
Text
मुँह की दुर्गंध से निजात दिलाएँगे ये आसान घरेलू नुस्खे
जिन लोगों के मुँह से दुर्गन्द आती है लोग उनसे बात करना तो दूर उनके पास बैठना भी पसन्द नही करते ऐसे लोगों को अपने आप मे बहुत शर्मिन्दगी महसूस होती है और दूसरो के सामने खुल कर बात करने मे हिचकिचाने लगते हैं कुछ लोगों को इस बात की जानकारी नही होती के उनके मुँह से दुर्गंध आती है इसे परखने के लिए अपने हाथ को मुँह पर रखे और ज़ोर से सांस लेकर हाथ को सूंघने का प्रयास करे अगर हाथो से दुर्गंध आ रही है तो यह आपके मुँह से आने वाली दुर्गंध हो सकती है मुँह से आने वाली दुर्गंध के काई कारण हो सकते है जैसे मुँह की ठीक से सफाई न करना ,ग़लत खानपान ,धूम्रपान के सेवन के कारण,पेट साफ न हो होने के कारण,पायरिया,दांतो और जीभ पर जमे प्लाक के कारण भी मुँह से दुर्गंध आ सकतीहै
इसमे घबराने की कोई बात नही आप अपने घर पर ही कुछ उपाय करके मुँह की दुर्गंध से छुटकारा पा सकते है
1) रोजाना खाना खाने से पहले और खाना खाने के बाद दाँतों की सफाई करने की आदत बनाए और नहाते वक़्त जीभ की सफाई करे जीभ की ज़्यादा ज़ोर से सफाई ना करे इस से जीभ पर चोट लगने का डर रहता है
2) अपने खाने में खट्टे फलों को शामिल करें खट्टे फलों के सेवन से भी दुर्गंध ख़त्म करने मे मदद मिलतीं है
3) खाना खाने के बाद सौंफ और मिशरी मिलाकर थोड़ी देर चबाकर खाए सौंफ खाना पाचाने मे भी मदद करती है और साँसों की बदबू को भी ख़त्म करती है
4) दालचीनी मे बैक्टीरिया को ख़त्म करने वालें गुण पायें जाते हैं दालचीनी और अजवाइन को बराबर मात्रा में मिलाकर पानी में उबाल लें इस पानी से रोजाना गरारे करें यह उपाय मुँह की बदबू दूर करके मे काफ़ी उपयोगी सिद्ध होता है
5) ग्रीन टी में पाए जाने वाल प्राकृतिक गुण मुँह की दुर्गंध को नष्ट करने में मदद करते है इसलिए ग्रीन टी को भीं अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करना चाहिए
6) नीम के तने की दातुन का इस्तेमाल करके भी मुँह की दुर्गंध से छुटकारा पाया जा सकता है
7) मुलेठी की लकड़ी का छोटा सा हिस्सा मुँह मे रखने से मुँह की दुर्गंध को ख़त्म किया जा सकता है
8) पुदीने में पाए जाने वाले गुण प्राकृतिक रूप से माउथ फ्रेशनर का काम करते है इसलिए पुदीने के 4–5 पत्तों को मुँह मे रख कर चबाने से भी मुँह की दुर्गंध दूर होती है
9) तुलसी में पाए जाने वाले एंटिबेक्टीरियल गुण भी मुँह की दुर्गंध को दूर करने का काम करते हैं मुँह की दुर्गंध को दूर करने के लिए तुलसी के 4–5 पत्तों को मुँह मे रख कर चबाना चाहिए
और पढ़ें- मुँह के छालों की समस्या का इलाज
1 note · View note
aajkitaazakhabar2022 · 3 years ago
Text
दांतों, जीभ को इंफेक्शन से दूर रखेंगे ये आसान घरेलू नुस्खे
दांतों, जीभ को इंफेक्शन से दूर रखेंगे ये आसान घरेलू नुस्खे
किसी भी बीमारी से निजात पाने के लिए मुंह की साफ-सफाई जरूरी है। हम कुछ स्वस्थ प्रथाओं के साथ बैक्टीरिया को अपने मुंह के अंदर बढ़ने से रोक सकते हैं। हमें कोई भी खाना खाने के बाद अपने मुंह को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। नहीं तो दांतों और जीभ पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इससे मुंह से दुर्गंध और कीड़े की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, इससे संक्रमण भी हो सकता है और यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल…
View On WordPress
0 notes
oraal01 · 4 months ago
Text
सांस की बदबू से छुटकारा पाने के 8 तरीके
सांस की बदबू (Bad Breath) एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग जूझते हैं। चाहे किसी खास मौके पर हो या रोजमर्रा के जीवन में, मुंह की दुर्गंध भगाने के 8 तरीके लेकिन चिंता की कोई बात नहीं! कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप सांस की बदबू से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं 8 आसान तरीके जो आपकी मदद कर सकते हैं।
Tumblr media
Also Read More
mouth ulcers cream
दांत उगाने के घरेलू नुस्खे
दांतों में इन्फेक्शन का इलाज
how to fix a cracked tooth naturally
1. सही ढंग से ब्रश और फ्लॉस करें
सांस की बदबू का सबसे बड़ा कारण मुंह में बैक्टीरिया और खाने के कणों का जमा होना है। दिन में दो बार ब्रश और रोज़ फ्लॉस का उपयोग करके आप मुंह की साफ-सफाई सुनिश्चित कर सकते हैं। इससे बैक्टीरिया की संख्या कम होती है और दुर्गंध नहीं आती।
2. जीभ को साफ करें
जीभ पर बैक्टीरिया की परत जमा होने से भी बदबू आती है। इसलिए हर दिन ब्रश करने के बाद अपनी जीभ को भी साफ करें। इसके लिए आप जीभ को साफ करने वाले स्क्रैपर का उपयोग कर सकते हैं।
3. खूब पानी पिएं
डिहाइड्रेशन से भी मुंह सूखता है और बदबू उत्पन्न होती है। दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि आपका मुंह हाइड्रेटेड रहे और लार का उत्पादन सही ढंग से हो सके, जो बैक्टीरिया को साफ करने में मदद करता है।
4. चीनी रहित च्युइंग गम चबाएं
चीनी रहित च्युइंग गम चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जो मुंह को साफ और बैक्टीरिया मुक्त रखने में मदद करता है। इससे बदबू भी कम होती है। लेकिन ध्यान रहे कि चीनी युक्त गम से दूर रहें क्योंकि वह बैक्टीरिया को और बढ़ावा देता है।
5. हर्ब्स और मसालों का उपयोग करें
पुदीना, सौंफ, इलायची, और लौंग जैसी हर्ब्स और मसाले सांस की बदबू से छुटकारा दिलाने में काफी मददगार होते हैं। इन्हें चबाने से मुंह में ताजगी आती है और दुर्गंध दूर होती है।
6. मुंह का एंटीसेप्टिक माउथवॉश से कुल्ला करें
एंटीसेप्टिक माउथवॉश का उपयोग करने से मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। कुल्ला करने से आपका मुंह साफ रहता है और सांस की बदबू दूर होती है। ध्यान रखें कि ऐसा माउथवॉश चुनें जो अल्कोहल-फ्री हो ताकि मुंह की बदबू कैसे दूर करें!
7. खाने-पीने की आदतों में बदलाव करें
खाने में प्याज, लहसुन और ज्यादा मसालेदार चीजों का सेवन करने से सांस की बदबू होती है। इसलिए इन्हें खाने के बाद मुंह की सफाई का ध्यान रखें। साथ ही, ताजे फल और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें, जो प्राकृतिक रूप से मुंह को साफ करने में मदद करते हैं।
8. डॉक्टर से नियमित जांच कराएं
अगर आप बार-बार सांस की बदबू से परेशान रहते हैं तो दंत चिकित्सक से परामर्श लें। मसूड़ों की समस्या या अन्य दंत समस्याओं के कारण भी बदबू हो सकती है। नियमित दंत जांच करवाने से ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष
सांस की बदबू से छुटकारा पाना मुश्किल नहीं है। बस इन सरल आदतों को अपनाकर आप अपनी सांस को ताजगी और स्वच्छता दे सकते हैं। स्वच्छ और स्वस्�� मुंह न केवल आपकी आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा, बल्कि आपके संपर्क में आने वाले लोगों पर भी अच्छा प्रभाव छोड़ेगा।
0 notes
ghareluayurvedicupay · 4 years ago
Text
पेट साफ करने के घरेलू उपाय
हम अपने दिनचर्या में बहुत सी बातों का ध्यान रखते हैं। अपने घर, ऑफिस, परिवार, स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी होता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि ना चाहते हुए भी कुछ शारीरिक परेशानी हो सकती है जिसमें सिर दर्द, बदन दर्द, पेट की समस्या, बुखार, खांसी सामान्य से होने वाली परेशानी है पर कभी-कभी यह समस्याएं बढ़ती ही प्रतीत होती हैं।
जहां तक पेट की बात की जाए तो यह माना जाता है कि पेट का साफ होना बहुत जरूरी है क्योंकि बहुत सी बीमारियों की शुरुआत पेट से ही होती है। पेट हमारे शरीर का मुख्य अंग है ऐसे में खास सावधानी रखते हुए कार्य करें।
पेट साफ ना होने के कारण | Pet Saaf NA Hone KE Karan
ऐसा माना जाता है कि पेट का साफ होना तभी समझा जाता है जब पाचन की क्रिया सही तरह से कार्य करें पर कई बार कुछ दूसरे कारणों से भी पेट साफ नहीं हो पाता है।
1) अगर ज्यादा पानी का सेवन ना किया जाए तो इससे पेट साफ नहीं हो पाता है। पानी, पेट में उपस्थित सभी अपशिष्ट पदार्थों का शरीर से बाहर निकालने का काम करता है ऐसे में ज्यादा पानी पीना फायदेमंद है।
2). ज्यादा मात्रा में अल्कोहल लेने से भी पेट संबंधी विकार उत्पन्न हो जाते हैं।
3) कुछ लोगों को दूध या उस से बनी चीजों से पाचन सही से नहीं हो पाता और पेट साफ ना होने की समस्या बनी ही रहती है।
4) कई बार अत्यधिक मात्रा में दवाइयों के सेवन से भी पेट साफ नहीं हो पाता है।
5). ऐसा भी देखा गया है कि रात में कैल्शियम और आयरन की दवाइयां को रात मे लेने से भी अपच होती है। ऐसे में इन दवाइयों को दिन मे हीं लेना बेहतर होगा।
पेट साफ करने का घरेलू उपाय | Pet Saaf Karne Ke Gharelu Upay
अगर आपका पेट साफ ना हो रहा हो, तो आप कुछ घरेलू उपाय ( Pet Saaf Karne Ka Gharelu Nuskha In Hindi) करके भी पेट को आराम दे सकते हैं और स्वस्थ हो सकते हैं।
1).  सौंफ और जीरा — यह दोनों ही चीजें पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद है। अगर आप जीरा और सौंफ को हल्का सा भून लें और उसे बारीक पीस लें। उस मिश्रण को आप खाली पेट एक चम्मच, गरम पानी के साथ पिए तो यह आपके पेट को साफ करने में मददगार होगा।
2). शहद और नींबू –– अगर आपको पेट दर्द का वास्तविक कारण ना भी पता हो, तो ऐसे में आप खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में नींबू और शहद डालकर पिए, तो इससे भी आपको फायदा ही होगा और पेट साफ हो जाएगा।
3). गरम पानी –– अगर लगातार पेट साफ ना होने की समस्या से परेशान हैं, तो गर्म पानी का सेवन जरूर करें। इससे पाचन सही से होता है और अपशिष्ट पदार्थ आसानी से शरीर के बाहर आ जाते हैं तो जब भी पिए गर्म पानी ही पिए।
4). हींग — अगर आप एक चुटकी हींग को गर्म पानी के साथ लें तो इससे भी आपको बहुत ही फायदा होने वाला है।
5).सेब –– अगर आपको रोजाना पेट साफ ना होने की समस्या से परेशान हैं, तो सेब का सेवन जरूर करें। सेब में उपस्थित फाइबर आपको पेट की किसी भी समस्या से दूर ही रखेगा।
6). अजवाईन — अगर आप अजवाइन को बारीक पीस लें और उसे रोजाना गर्म पानी में डालकर सेवन करें तो यह फायदेमंद होगा। इसके अलावा अजवाइन को बिना पीसे भी उपयोग कर सकते हैं।
7). एलोवेरा — अब तक हम एलोवेरा के कई उपायों के बारे में जानते हैं ऐसे में यह पेट के लिए भी फायदेमंद होगा। अगर आप एलोवेरा को  निकालकर उसका जूस बना ले या फिर उसके गूदे को पानी में डालकर पिया जाए तो यह भी पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होगा।
8). अरंडी का तेल — पेट के मामले में अरंडी का तेल भी बहुत ही फायदेमंद है। ऐसे में आप सोते समय गर्म दूध में अरंडी के तेल को डालकर पिए तो इससे भी बहुत ही फायदा होगा और पेट की समस्या दूर हो जाएगी।
9). नारियल पानी — नारियल पानी को भी पेट के लिए फायदेमंद कहा जाता है। ऐसे में अगर आप नारियल पानी का रोजाना सेवन करें तो इस से भी आपको फायदा मिलेगा।
10). त्रिफला चूर्ण —  त्रिफला चूर्ण के गुणों से हम सभी वाकिफ हैं। ऐसे में अगर आप 5 से 6 ग्राम त्रिफला चूर्ण को 200 ग्राम हल्के गर्म दूध के साथ पीते हैं, इससे आपको बहुत ही फायदा होगा इसे जरूर अपनाएं।
11). पुदीना –– पेट को साफ करने में पुदीने की पत्तियों का भी योगदान है। आप चाहे तो इस का शरबत पी सकते हैं या फिर इसे पीसकर भी खाया जा सकता है।
12). अलसी के बीज ––  पेट साफ करने में अलसी के बीजों का भी महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। अगर अलसी के बीजों को पीसकर उसे दूध में डालकर सेवन करें तो फायदेमंद होगा। इनका उपयोग बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए। इसे आप चाहे तो  शहद के साथ भी ले सकते हैं।
13). दही — दही में उपस्थित प्रोबायोटिक पेट को साफ करने में भी मददगार है इसे आप शरबत के रूप में भी ले सकते हैं।
कच्ची सब्जियों का सूप भी है फायदेमंद–
अगर आप लगातार पेट की समस्या से परेशान हैं, तो ऐसे में अगर आप कच्ची सब्जियों का सूप बनाकर भी पीते हैं तो यह फायदेमंद होगा। इसके साथ ही दूसरे समस्या भी ठीक हो सकती है। इन सब्जियों में आप गाजर, चुकंदर, पालक, गोभी, करेला, लौकी का उपयोग कर सकते हैं। सारी सब्जियों को बारीक पीसकर थोड़े पानी के साथ मिक्सर में पीस लें और उसका सूप तैयार कर लें। सब्जियों में सभी प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जो पेट साफ करने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाकर रखते हैं। इनमें नमक कम मात्रा में इस्तेमाल करें।
पेट साफ ना होने पर ना खाए इन आहारों को
पेट साफ ना होने पर हमें समझ नहीं आता कि आखिर यह हो क्या रहा है? ऐसे में अगर कुछ आहार को अपने भोजन में शामिल ना करें तो फायदा ही होगा।
1). डेयरी  प्रोडक्ट — पेट साफ ना होने पर डेयरी प्रोडक्ट से दूर ही रहे। दूध या दूध से बनी चीजें पाचन करने में ज्यादा समय लगाती हैं और यह गरिष्ठ भोजन की श्रेणी में आता है। ऐसे में अगर आपका पेट साफ ना होने की समस्या है, तो कुछ दिनों के लिए डेयरी प्रोडक्ट से दूरी बना ले।
2). बिस्किट और कुकिज –– ऐसे समय में मैदे से बनी चीजें का सेवन करने से मना किया जाता है क्योंकि इनके पचने में बहुत समय लगता है। ऐसे में बिस्किट और कुक���ज़ से दूरी बना लें इससे भी पेट को समस्या हो सकती है।
3).कच्चे केले — पेट को साफ रखना चाहते हैं, तो कच्चे केले का सेवन नहीं करें। अगर आप चाहें तो पका केला खा सकते हैं।
4). चिप्स — पेट को साफ रखना हो तो चिप्स खाना सही नहीं है, जो भी आलू से बने होते हैं उनमें कार्बोहाइड्रेट, वसा, मसाले अधिक मात्रा में होते हैं, जो कहीं ना कहीं पेट को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में इन रेडिमेड चिप्स से दूर ही रहे।
5). मसालेदार भोजन — पेट साफ करने के लिए मसालेदार और गरिष्ठ भोजन से दूर ही रहे। ऐसे में पाचन में दिक्कत आती है।
6). जंक फूड और मैदा युक्त भोजन से दूरी बनाना सही है।
पेट साफ करने के कुछ अचूक नुस्खे | Pet Saaf Karne Ke kuch achuk nuskhe
पेट साफ करने के लिए कुछ अचूक नुस्खे अपनाकर स्वस्थ रहा जा सकता है।
1). रात को खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ जरूर खाएं इससे आपका पेट साफ रहेगा।
2).  जब भी दाल का सेवन करें तो उसके छिलके को ना ही निकाले तो बेहतर होगा।
3).  अगर खाने के सोडे को पानी में डालकर पिए तो इससे भी फायदा होता है।
4) खाने के बाद थोड़ी सी सौंफ और मिश्री को चबा लिया जाए तो बेहतर होगा।
5). सब्जियों में अगर आप परवल, टमाटर, बैंगन ,लौकी, तोरई का सेवन करें तो अच्छा रहेगा।
6). पेट साफ करने में फलों का भी महत्वपूर्ण योगदान है इसमें आप केला, अंगूर, अंजीर, बेर, अमरूद का सेवन करें तो बेहतर होगा।
7). अपने खानपान का भी विशेष ध्यान रखें।
8). पानी में भिगोकर किशमिश मुनक्का खाने से फायदा होगा।
बुजुर्गों का रखना होगा खास खयाल–
अगर घर में बुजुर्ग  हो, तो ऐसे में उनके खान-पान का विशेष ध्यान रखें। बुजुर्गों की इम्युनिटी कमजोर होती है और पाचन संबंधी दिक्कतें भी देखी जा सकती है। अगर बुजुर्गों को हल्का खाना दिया जाए तो बेहतर होगा। इसके अलावा मसालेदार और तला हुआ खाना बिल्कुल ना दे। गर्म पानी और नींबू पानी का सेवन फायदेमंद है। इसे आप दिन में तीन या चार बार अवश्य दें।
त्रिफला का चूर्ण भी है फायदेमंद–
पेट साफ करने के लिए त्रिफला चूर्ण को भी फायदेमंद माना गया है। यह आपके पेट की समस्याओं को भी दूर कर देता है। त्रिफला देखा जाए तो आंवला, हरण और बहरा का मिश्रण है, जो बराबर मात्रा में  कूटकर बनाया जाता है। ऐसे में इसमें वह सारे गुण मौजूद होते हैं, जो आंतरिक रूप से  परेशानी को दूर कर देते हैं। ऐसे में पेट को साफ करने के लिए यह चूर्ण महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसे गर्म पानी के साथ ले सकते हैं और स्वस्थ रहा जा सकता है।
निष्कर्ष
हमने देखा कि पेट का साफ होना बहुत ही जरूरी है नहीं तो कई प्रकार की बीमारियां और समस्याएं आ सकती हैं। अपने उचित खान-पान और जीवनशैली से खुद को स्वस्थ बनाते हुए पेट साफ रखा जा सकता है। इसके लिए शुरुआत खुद को ही करना होगा। इन उपायों को अपनाकर आप अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं। हमेशा स्वस्थ रहिए, मस्त रहिए और खुश रहिए।
यह भी पढ़े:-
लंबाई बढ़ा��े के घरेलू उपाय
कफ का घरेलू उपचार
दाद ठीक करने का घरेलू उपाय
हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपाय
Source : http://www.ghareluayurvedicupay.com/pet-saaf-karne-ke-gharelu-upay/
0 notes
abhay121996-blog · 4 years ago
Text
गर्मियों में अंडरआर्म्स की बदबू से आप भी परेशान है तो आजमाएं ये 5 सरल नुस्खे Divya Sandesh
#Divyasandesh
गर्मियों में अंडरआर्म्स की बदबू से आप भी परेशान है तो आजमाएं ये 5 सरल नुस्खे
 गर्मी का ��ौसम आते ही बस ठंडा पेय और एसी की हवा में बैठने का मन करता है, लेकिन चिलमिलाती धूप में जाने के बाद पसीने की बदबू से परेशान हो जाते हैं। कई बार यह सोचकर भी परेशान हो जाते हैं कि कही सामने वाला आपकी इस बदबू से दूर ना भाग जाएं। लेकिन इस समस्या का भी उपाय है। जिससे आपको भी निजात मिल जाएगी और कोई दूर भी नहीं भागेगा। तो आइए जानते हैं गर्मी में कैसे इस दुर्गंध से छुटकारा पाएं…1. गर्मी के दिनों में प्याज, नॉन-वेज, अंडा, फिश, लहसुन जैसी चीजें खाने से बचें। इसका सेवन नहीं करने से भी बहुत हद तक पसीने से छुटकारा मिलेगा।2. आपको भी किसी ने कहा ही होगा कि अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। लेकिन ऐसा कुछ ही लोग सुनकर फॉलो करते हैं। अगर आप दिनभर में कम से कम 9 से 10 गिलास पानी पीते है तो यूरिन के जरिए टॉक्सिन बाहर निकल जाता हैं। इससे शरीर से किसी प्रकार की बदबू नहीं आती है।3. आप नहाने के पानी में बेकिंग सोड़ा, गुलाबजल, नींबू या फिटकरी भी मिक्स कर सकते हैं। इससे पसीने की दुर्गंध नहीं आएंगी। नहाने के दौरान अपने पैरों को भी अच्छे से साफ करें। कई बार शूज खोलने के बाद पैर से बदबू आने लगती है।4. सुबह-सुबह सभी को ऑफिस जाने की जल्दी होती है। ऐसे में आप रात के समय ही एक टब में 3 चम्मच बेकिंग सोड़ा डाल लें और वॉश क्लॉथ की सहायता से पूरी बॉडी को उससे पौंछ लें। दुर्गंध से छुटकारा मिलेगा।5. टी ट्री ऑयल में मौजूद तत्व बैक्टीरिया मारने में मदद करते हैं। इसे आप पानी में दो बूंद मिक्स कर अपने अंडर आर्म्स में रूई से लगा सकते हैं।
0 notes
oraal01 · 4 months ago
Text
मुंह की दुर्गंध भगाने के 8 तरीके: कैसे दूर करें बदबू
मुंह की दुर्गंध, जिसे हम "बदबू" कहते हैं, एक सामान्य समस्या है जो आत्मविश्वास को कम कर सकती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि खराब ओरल हाइजीन, खाने की चीजें, या स्वास्थ्य समस्याएं। यहां हम आपको "मुंह की दुर्गंध भगाने के 8 तरीके" बताएंगे और समझाएंगे कि "मुंह की बदबू कैसे दूर करें।"
Tumblr media
1. ब्रश और फ्लॉस नियमित करें
हर दिन कम से कम दो बार ब्रश करना और फ्लॉस का इस्तेमाल करने से मुंह में फंसे खाने के कणों और बैक्टीरिया को हटाया जा सकता है। ये दोनों ही दुर्गंध के मुख्य कारण होते हैं।
फायदे:
दांत और मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
बैक्टीरिया को हटाने में मदद मिलती है।
नुकसान:
फ्लॉस सही तरीके से न करने पर मसूड़ों से खून आ सकता है।
Read Also:- मुंह का कैंसर कितने दिन में फैलता है- A Comprehensive Guide
दांतों में इन्फेक्शन का इलाज घरेलू नुस्खे
2. जीभ को साफ करें
जीभ पर बैक्टीरिया जमा होते हैं जो बदबू पैदा कर सकते हैं। इसलिए, जीभ को नियमित रूप से साफ करना आवश्यक है।
फायदे:
मुंह की दुर्गंध में सुधार होता है।
स्वाद लेने की क्षमता बेहतर होती है।
नुकसान:
यदि अधिक जोर से रगड़ें तो जीभ पर चोट लग सकती है।
3. पानी की सही मात्रा पिएं
मुंह में लार की कमी से भी बदबू हो सकती है। पर्याप्त पानी पीने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जिससे मुंह की सफाई होती रहती है।
फायदे:
हाइड्रेशन बेहतर होता है।
मुंह सूखने से होने वाली बदबू कम होती है।
नुकसान:
अगर जरूरत से ज्यादा पानी पिएं तो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है।
4. चबाने वाली चीजों का सेवन
च्यूइंग गम या सौंफ जैसी चीजें चबाने से मुंह की बदबू कम हो सकती है, क्योंकि ये लार के उत्पादन को बढ़ाती हैं।
फायदे:
ताजगी का एहसास मिलता है।
लार की मात्रा बढ़ने से बैक्टीरिया कम होते हैं।
नुकसान:
शुगर वाली च्यूइंग गम दांतों के लिए हानिकारक हो सकती है।
5. धूम्रपान और तंबाकू से बचें
धूम्रपान और तंबाकू का उपयोग भी मुंह की बदबू का बड़ा कारण है। इनसे दूर रहना जरूरी है।
फायदे:
लंबे समय में ओरल हाइजीन बेहतर होती है।
दांतों और मसूड़ों को नुकसान कम होता है।
नुकसान:
धूम्रपान छोड़ने में कठिनाई हो सकती है।
6. फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं
सेब, गाजर और खीरे जैसे फलों और सब्जियों का सेवन करने से मुंह की सफाई में मदद मिलती है, और बैक्टीरिया कम होते हैं।
फायदे:
स्वाभाविक रूप से दांतों की सफाई होती है।
शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं।
नुकसान:
कुछ लोगों को फलों और सब्जियों से एलर्जी हो सकती है।
7. माउथवॉश का उपयोग करें
माउथवॉश में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया को मारते हैं और ताजगी का एहसास देते हैं।
फायदे:
त्वरित राहत मिलती है।
मुंह में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया खत्म होते हैं।
नुकसान:
कुछ माउथवॉश में एल्कोहल होता है, जो मुंह को सूखा बना सकता है।
8. डेंटिस्ट से नियमित जांच कराएं
समय-समय पर डेंटिस्ट के पास जाकर दांतों और मसूड़ों की जांच करवाएं। यह सुनिश्चित करेगा कि कोई गंभीर ओरल स्वास्थ्य समस्या नहीं है।
फायदे:
शुरुआती समस्याओं का पता चलता है।
ओरल हाइजीन बेहतर होती है।
नुकसान:
नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाना महंगा हो सकता है।
निष्कर्ष
मुंह की बदबू को दूर करने के लिए ऊपर दिए गए "मुंह की दुर्गंध भगाने के 8 तरीके" का पालन करना महत्वपूर्ण है। नियमित देखभाल और सही आदतें अपनाने से आप इस समस्या से बच सकते हैं। अगर समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
0 notes
indianjadibuti · 6 years ago
Text
जौ के फायदे और औषिधिक गुड़ -
डायबिटीज को जड़ से ख़त्म करने में असरकारक है यह चीज़
जैसे कि आप लोग जानते हैं कि आज के समय में पूरी दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो अपनी डायबिटीज की बीमारी से बहुत ज्यादा परेशान है. वे लोग अपने डायबिटीज की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए बाजार की तरह तरह की महंगी से महंगी दवाइयां खाते रहते हैं और नए-नए तरीके ढूंढते रहते हैं ताकि उन्हें अपनी डायबिटीज की बीमारी से छुटकारा मिल सके. लेकिन फिर भी उनके डायबिटीज की बीमारी जड़ से खत्म नहीं हो पाती है. लेकिन ��ज हम आपको एक ऐसे प्राचीन नुस्खे के बारे में बताने वाले हैं जिसका उपयोग करके आप की पुरानी से पुरानी डायबिटीज की बीमारी बहुत ही जल्दी जड़ से खत्म हो जाएगी.
हम जिस कुछ नुस्खे के बारे में बताने वाले हैं इस नुस्खे का नाम जौ है. जौ के अंदर भरपूर मात्रा में फाइबर के तत्व पाए जाते हैं जौ डायबिटीज की बीमारी को दूर करने के लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी होते हैं. इसलिए आज हम आपको जौ खाने के तरीके के बारे में बताने जिसकी वजह से आपकी डायबिटीज की बीमारी बहुत ही ज्यादा तेजी से खत्म हो जाएगी.
डायबिटीज की बीमारी से छुटकारा
डायबिटीज की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको एक मुट्ठी जौ लेना है और उसे एक कप पानी में रात के समय में भिगोकर रख देना है. और सुबह के समय उस जो के पानी को पी लेना है और जो को अच्छी तरह से साफ करके उसे चबा चबा कर खा लेना है. ऐसा करने से आपकी डायबिटीज की बीमारी बहुत ही ज्यादा तेजी से खत्म होगी और इसके अलावा भी आपके पेट से संबंधित बीमारियां भी खत्म हो जाएंगी.
Tumblr media
0 notes
ghareluayurvedicupay · 4 years ago
Text
सेहत बनाने के घरेलू नुस्खे | Sehat Banane Ke Gharelu Nuskhe
यह कहावत हमारे बीच प्रचलित है “जान है तो जहान है”। इसका मतलब यही है कि जब तक आप खुद को सही सलामत रखेंगे तो ही इस दुनिया में अपने सपने साकार कर सकेंगे। आपने  महसूस किया होगा कि दैनिक दिनचर्या में भी हम आगे बढ़ने के लिए खुद का ध्यान रखना जरूरी माना जाता है। कई बार हम खुद की सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते, जो कि गलत है। ऐसे में आप आसानी से घरेलू उपाय से ही खुद का ध्यान रख सकते हैं।
सेहत का ध्यान रखना क्यों है जरूरी?
इस दौड़ भाग वाली जिंदगी में हर इंसान किसी दबाव में रहता है चाहे वह नौकरी, शादी, पढ़ाई, बच्चे, घर, परिवार कोई भी मामला हो सकता है। सेहत में ध्यान रखने पर आप किसी भी बीमारी से आसानी से दूर रह सकते हैं। इस लंबी जिंदगी में कई मुकाम हासिल करने होते हैं जिसके लिए मेहनत की जरूरत होती है। मेहनत वह इंसान कर सकता है जिसने खुद का ध्यान सही से रखते हुए सेहत पर भी ध्यान दिया हो। आप छोटे-छोटे उपायों के माध्यम से भी खुद की और परिवार के प्रत्य��क सदस्य की सेहत का ध्यान रख सकते हैं।
सेहत के लिए सबसे आवश्यक बातें
वही इंसान आगे तक बढ़ सकता है, जो अच्छी सेहत के लिए इन बातों को अपने दिलो दिमाग में बैठा ले। सफलता को सेहत का ही पर्याय माना जा सकता है अतः इन मुख्य बातों पर गौर करें।
1). अच्छी नींद जरूर लें — कई बार आपने महसूस किया होगा कि नींद के पूरे नहीं होने पर तबीयत ठीक नहीं लगती है। ऐसे में आप जितने भी थके हुए हो आपको नींद पूरी लेना जरूरी है। पूरी नींद 6 से 8 घंटे को माना जाता है। इससे कम नींद आपकी सेहत को खराब कर सकती है। नींद ले, वह भी सही समय पर। ज्यादा देर तक सोना या देर से सोना भी सेहत को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाती है।
2). खानपान सही रखें— लोगों को ऐसा खाना पसंद आता है, जो स्वादिष्ट हो। इसके साथ ही इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि स्वाद के साथ सेहत भी बहुत मायने रखती है। खानपान हमेशा सही समय पर हो जिसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, मिनरल भरपूर मात्रा में हो। सेहत की फिक्र हो, तो मसालेदार और तीखे खाने से दू�� ही रहे।
3). ज्यादा पानी पिए— कम पानी पीना भी सेहत के लिए खतरा हो सकता है। ऐसे में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी शरीर को सही तरह से पोषण देकर विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का भी काम करते हैं।
4). व्यायाम करें— यह हम सभी के लिए आलस का विषय बन जाता है कि सुबह उठकर व्यायाम किया जाए। ऐसे में आप हफ्ते में तीन-चार दिन भी सुबह ठंडी हवा में व्यायाम करें तो सेहत बहुत ही अच्छी हो जाती है। मॉर्निंग वॉक करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आप इसे खुद को तरोताजा महसूस करेंगे जो सेहत के लिहाज से भी बहुत अच्छा होगा।
5). तनाव से बचें— यह कहना तो आसान लगता है कि ज्यादा तनाव नहीं ले लेकिन अगर थोड़ी गंभीरता से इस बात का पालन करें तो अच्छा होगा। ज्यादा तनाव लेना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। ऐसी बातों को ज्यादा ना ही सोचे जिनका हम पर कोई वश नहीं है। तनाव से ज्यादा बेहतर होगा यदि आप समस्या को हल करने की कोशिश करें ना कि उसमें उलझे ही रहे।
6). साफ सफाई बनाए रखें— सेहत कई मायनों में साफ-सफाई पर भी निर्भर होती है। ऐसे में हमेशा घर पर आसपास सफाई बनाए रखें। गंदगी और धूल कई प्रकार की बीमारियों को बुलावा देते हैं। ऐसे में अच्छे से साफ सफाई रखना ही बेहतर विकल्प है, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी कारगर है।
सेहत को सही करने के घरेलू उपाय
अगर सेहत को सही रखना है, तो कुछ खानपान में बदलाव और घरेलू उपायों के माध्यम से खुद को फिट रखा जा सकता है।
1)  आंवला— अगर सुबह आंवले का सेवन किया जाए तो शरीर के समस्त विकार समाप्त हो जाते हैं या खत्म हो जाते हैं। आंवला शरीर को संतुलित करने का भी काम करता है। आप इसे पाउडर, जूस या ऐसे ही ��ा सकते हैं।
2).  दूध— हमेशा दूध का सेवन करें। अगर रात को सोने से पहले गर्म दूध पिए, तो इससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। ऐसा देखा जाता है कि सोते समय बहुत ऊर्जा नष्ट हो जाती है ऐसे में दूध उर्जा को बरकरार रखता है।
3). मेथी दाना— इसका उपयोग करना बहुत ही श्रेयस्कर है। इससे खून की कमी दूर हो जाती है और इनमें उपस्थित आयरन खून की कमी को पूरा कर सेहतमंद बनाती है।
4). टमाटर— अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा टमाटर का उपयोग करना फायदेमंद है। इसमें उपस्थित लाइकोपिन रोगों से लड़कर आपको सेहतमंद बनाता है। आप नियमित रूप से इसे सलाद के रूप में भी ले सकते हैं।
5). खजूर— खुद को सेहतमंद बनाने की होड़ में खजूर का सेवन का अवश्य करें। आप चाहें तो इसे रात में दूध में भीगा कर रखें और सुबह इसका सेवन करें। यह उपाय स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही फायदेमंद होगा।
6). चुकंदर— सेहत को सही करने में चुकंदर का महत्वपूर्ण योगदान है। खून की कमी को भी पूरा किया जा सकता है। ऐसे में अगर आप चुकंदर के रस को हफ्ते में तीन बार सेवन करें इससे बहुत फायदा होगा, जो सेहत के लिए अच्छा है।
सेहत की देखभाल न करने पर हो सकती है यह बीमारियां
सेहत की देखभाल करने के कई प्रकार के उपाय हैं, जो हमारे लिए आवश्यक हैं। अगर सेहत की देखभाल ना करते हुए लापरवाही की गई तो निश्चित रूप से यह प्राणघातक भी हो सकता है और कई प्रकार की बीमारियां भी हो सकती हैं।
1).  दिल की बीमारी
2).  शुगर की बीमारी
3).   हृदय संबंधित बीमारी
4).   ब्लड प्रेशर की समस्या
5).   कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना
मोबाइल से दूरी बनाना है जरूरी
आजकल देखा जाता  है कि मोबाइल क्रांति आने से लोग रात भर मोबाइल में लगे रहते हैं और अगर नींद ना आए तो चैटिंग करना, मूवी देखना सोशल मीडिया में  सक्रिय बने रहते हैं जो सेहत के लिहाज से सही नहीं है। ऐसे में मोबाइल को दूर रखना ही बेहतर है लेकिन लोग नहीं समझते। मोबाइल रात भर चलाने से सिर दर्द, आंखों में दर्द, थकान, नजर कमजोर होना जैसे समस्या भी देखी जाती है। बच्चे ज्यादातर मोबाइल का उपयोग करते हैं, जो उनकी छोटी उम्र में सेहत से खिलवाड़ है। माता-पिता बच्चों को चुप कराने या परेशान ना करने के लिए मोबाइल पकड़ाते हैं, जो सही नहीं है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह बहुत ही घातक है।
बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी मोबाइल से दूर रहना जरूरी है, जो सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
सकारात्मक सोच बनाए रखें
किसी भी हालत से निपटने के लिए सकारात्मक सोच रखना बहुत ही जरूरी है। सेहत के साथ यही सोच जरूरी है सकारात्मक सोच के होने पर किसी भी बीमारी से लड़ना आसान होता है। कोशिश करें कि एक ही बात को सोचते ना रहे और खुश रहने की कोशिश करें। सकारात्मक सोच से डिप्रेशन से बाहर आ सकते हैं। जब भी कोई बीमारी होती है, तो सकारात्मक सोच के माध्यम से आराम मिल पाता है ऐसे में खुद का ध्यान रखना ही सेहत के लिए फायदेमंद है।
फल व सब्जियों का सेवन भी  ��ोगा फायदेमंद
अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो ताजी सब्जियां और फलों का ही उपयोग करें। सब्जियों में पूर्ण पोषक तत्व सम्मिलित हैं, जो सीधे आपकी सेहत सही करने का काम करते हैं। फलों और सब्जियों में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर पर्याप्त मात्रा में है, जो संतुलित आहार को इंगित करते हैं। इनके सेवन से किसी भी बीमारी से आसानी से लड़ा जा सकता है।
अगर साथ मे मेवे लिया जाए तो फायदेमंद होगा, यह शरीर को अंदरूनी ताकत देकर शारीरिक विकास को सही करने में मददगार होते हैं। फलों में पाए जाने वाले प्राकृतिक शुगर सुक्रोज, फ्रुक्टोज, गैलेक्टोज शरीर की सेहत को सही करते हैं। ऐसे में मौसमी फलों का सेवन रोजाना करें तो बेहतर होगा। अगर आप घर में यह जूस निकालकर पिए तो फायदेमंद है।
आसान से टिप्स सेहतमंद रहने के
1). प्रत्येक सुबह मॉर्निंग वॉक जरूर करें जिससे आप को ठंडी हवा मिलेगी जो आपको सही सेहत देने में मददगार होगा। मॉर्निंग वॉक के लिए सूर्योदय से पहले के समय को चुने।
2). समय-समय पर डॉक्टर से अपना संपूर्ण परीक्षण करवाते रहें ताकि किसी भी बीमारी से बचा जा सके।
3). अल्कोहल और धूम्रपान से दूर ही रहें यह फेफड़ों के लिए सही नहीं होता है।
4). रात में देर से सोना छोड़ दें।
5). संतुलित आहार और नियमित जीवनशैली अपनाएं जिससे खुद को ही संतुलित रखा जा सके।
6). घर में बड़े बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
7). कम से कम दवाइयों का सेवन करें
8).  नकारात्मक लोगों से दूर ही रहे।
बाहर का खाना बिल्कुल बंद कर दे
अगर आपको सेहत की फिक्र हो, तो बाहर का खाना नहीं खाए। इनमें अतिरिक्त मात्रा में वसा, नमक और मसाले होते हैं, जो सही तरीके से शरीर को तंदुरुस्त नहीं रख पाते हैं। जिससे सेहत बिगड़ने का भी डर बना रहता है। बाहर के खाने में गंदगी भी दिखाई देती है, जहां यहां वहां खुले में समान रहता है। जिस पर मक्खियां और दूसरे कीड़े गंदगी फैलाते और हमें बीमार करते हैं। इसमें उपयोग किया गया तेल भी अच्छी क्वालिटी का नहीं होता ऐसे में अपने खाने का विशेष ध्यान रखें और घर का बना खाना ही खाएं।
निष्कर्ष
अगर आपको अच्छी सेहत चाहिए, तो शुरुआत खुद से ही करें। जब तक आप खुद का ख्याल नहीं रखेंगे तब तक परिवार का ख्याल रखना मुश्किल है। इस बारे में बहुत ज्यादा ना सोचे केवल नियमित दिनचर्या और खानपान से सब सही रहेगा। कोशिश करते जाइए और हमेशा खुश रहिए।  लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।
Source : http://www.ghareluayurvedicupay.com/sehat-banane-ke-gharelu-nuskhe/
0 notes
sabkuchgyan · 4 years ago
Text
दांतों की मजबूती के लिए प्रयोग करें ये अत्यंत लाभकारी घरेलू नुस्खे
दांतों की मजबूती के लिए प्रयोग करें ये अत्यंत लाभकारी घरेलू नुस्खे
दांतों का साफ और मजबूत रहना अत्यंत आवश्यक है। दांत साफ न रहने पर मुंह से दुर्गंध आने लगती है। दांतो में कीड़े पड़ जाते हैं। धीरे-धीरे मसुढ़े ढीले पड़ जाते हैं तथा इनसे खून भी बहने लगता हैं। बाद में दांत हिलने व गिरने लगते हैं।
सरकारी नौकरियां यहाँ देख सकते हैं :-
सरकारी नौकरी करने के लिए बंपर मौका 8वीं 10वीं 12वीं पास कर सकते हैं आवेदन
भोजन करने या कुछ खाने के बाद अगर मुंह व दांत साफ नहीं किये गये ��ो…
View On WordPress
0 notes
gethealthy18-blog · 5 years ago
Text
अनार के फेस पैक लगाने के फायदे – Benefits of Pomegranate Face Pack in Hindi
New Post has been published on https://healingawerness.com/getting-healthy/getting-healthy-women/%e0%a4%85%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a5%87%e0%a4%b8-%e0%a4%aa%e0%a5%88%e0%a4%95-%e0%a4%b2%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a4%be/
अनार के फेस पैक लगाने के फायदे – Benefits of Pomegranate Face Pack in Hindi
अनार रसभरा स्वादिष्ट फल है। आपने अक्सर बुजुर्गों से सुना होगा कि कई बीमारी का इलाज एक अनार है। इसका कारण यह है कि अनार में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्स���डेंट होता है। अनार का अंग्रेजी नाम पॉमग्रेनेट है और वैज्ञानिक भाषा में इसे पुनिका ग्रेनेटम (Punica granatum L.) कहते हैं (1)। लाल मोती जैसे दिखाई देने वाले अनार के दाने, स्वास्थ्य के लिए चमत्कार साबित हो सकते हैं। सिर्फ अच्छे स्वास्थ्य के लिए अनार का सेवन नहीं किया जाता, बल्कि इसे त्वचा पर लगाया भी जा सकता है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम अनार के फेस पैक के बारे में जानेंगे।
अधिक जानकारी के लिए करें स्क्रॉल
आइए, शुरुआत इससे करते हैं कि अनार के फेसपैक लगाने के फायदे क्या हैं।
विषय सूची
अनार के फेस पैक के फायदे – Benefits of Pomegranate Face Pack in Hindi
अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण इसे त्वचा के लिए उपयोगी माना जा सकता है (2)। ये सभी यौगिक फ्री रेडीकल्स के खिलाफ लड़कर त्वचा को स्वस्थ बना सकते हैं (3)।
इन गुणों को ध्यान में रखें, तो अनार के फेसपैक लगाने के फायदे तीन तरह से प्रभावी हो सकते हैं।
1. त्वचा को हाइड्रेट रखने में अनार के फायदे
त्वचा में नमी बनाए रखने में अनार फायदेमंद है। यह सूखी त्वचा में गहराई से प्रवेश करता है और त्वचा को कोमलता देता है। अनार के रस में पाए जाने वाले पोनिक एसिड और ओमेगा 3 फैटी एसिड नमी को अंदर सील करके त्वचा को हाइड्रेट बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं (4)।
2. प्रदूषण और सूरज से होने वाले नुकसान से बचने में अनार का प्रयोग
अनार के सभी उत्पाद सूरज की पराबैंगनी किरणों के कारण होने वाली फोटोएजिंग प्रभाव (उम्रदराज दिखना) को कम कर सकते हैं (5)। साथ ही अनार में फेनोलिक कंपाउंड यानी एक प्रकार के रासायनिक तत्व पाए जाते हैं, जो एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण रखते हैं। इन गुणों के चलते अनार का इस्तेमाल, प्रदूषण के कारण त्वचा पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को कम करने में किया जा सकता है (6)।
3. अनार के एंटीएजिंग प्रभाव
एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, अनार के अर्क में एंटी एजिंग प्रभाव होता है। चूहों पर किए गए एक शोध के अनुसार, इसमें पाए जाने वाले तत्व एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेटिव प्रभाव के कारण त्वचा पर झुर्रियों होने से रोक सकते हैं। इस संबंध में मनुष्यों पर अभी शोध किया जाना बाकी है (7)।
आगे ��ै और जानकारी
आइए, अब जानते हैं कि अनार से कौन-कौन से फेस पैक बनाए जा सकते हैं और ये कैसे काम करते हैं।
अनार के फेस पैक – Pomegranate Face Pack in Hindi
अनार त्वचा के लिए कितना फायदेमंद है, ये तो आप जान ही चुके हैं। अब हम आपको बताने वाले हैं कि किन-किन चीजों के साथ मिलाकर अनार के गुणों को बढ़ाया जा सकता है।
1. अनार और नींबू का रस
सामग्री :
एक बड़ा चम्मच अनार के दाने
एक चम्मच नींबू का रस
कैसे इस्तेमाल करें?
पहले अनार के दानों को पीसकर पेस्ट बना लें और फिर उसमें नींबू का रस मिक्स कर दें।
इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। जहां स्किन काली हो रही हो वहां जरूर लगाएं।
आधे घंटे तक इसे चेहरे पर लगा रहने दें।
इसके बाद सादे पानी से चेहरे को धो लें।
आप यह उपाय सप्ताह में दो या तीन बार कर सकते हैं।
कैसे काम करता है?
अनार किस प्रकार त्वचा के लिए फायदेमंद है, यह तो आप ऊपर पढ़ ही चुके हैं। अब हम नींबू की बात करते हैं। विटामिन-सी की उपस्थिति की वजह से नींबू को त्वचा के लिए अच्छा माना जाता है। यह न सिर्फ त्वचा में निखार ला सकता है, बल्कि मुहांसों से भी बचाव कर सकता है। नींबू में मौजूद विटामिन-सी कोलेजन के निर्माण को प्रेरित करके स्वस्थ त्वचा प्रदान कर सकता है (8)। कोलेजन त्वचा में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है, जो त्वचा को कोमलता और कसावट प्रदान करता है। अनार के साथ नींबू का इस्तेमाल करके हानिकारक प्रदूषण से भी त्वचा को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।
कैसी त्वचा के लिए सही हैं?
अनार और नींबू का यह फेस पैक ऑयली त्वचा के लिए सही हो सकता है।
2. अनार और शहद का फेस पैक
सामग्री :
एक बड़ा चम्मच अनार के दाने
एक चम्मच शहद
कैसे इस्तेमाल करें?
अनार और शहद को मिक्सी में डालकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं और इसे पूरे चेहरे पर लगाएं।
इस पेस्ट को आधे घंटे तक चेहरे पर लगा रहने दें।
फिर बाद में साफ पानी से मुंह को धो लें।
कैसे काम करता है?
त्वचा के लिए शहद के लाभ लिए जा सकते हैं। यह मुंहासों को साफ कर सकता है और त्वचा में नमी कायम रखता है (9)। त्वचा संबंधी विकारों के उपचार और बचाव में शहद को बहुत प्रभावी पाया गया है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अन्य अध्ययन के अनुसार, शहद त्वचा के लिए इसलिए लाभकारी है, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरीयल गुण होते हैं, जो त्वचा की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। त्वचा के टिश्यू की मरम्मत करने में भी शहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है (10)। अनार के साथ इसका प्रयोग करके आप दोगुना लाभ उठा सकते हैं।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
शहद में मॉइस्चराइजर गुण पाए जाते हैं, इसलिए ��ूखी त्वचा के लिए यह फेसपैक सही है।
3. अनार और पपीते का फेस पैक
सामग्री :
दो चम्मच अनार के बीज का तेल
एक चम्मच हरे पपीते का पाउडर
एक चम्मच अंगूर के बीज का तेल
एक चम्मच अंगूर का अर्क
कैसे इस्तेमाल करें :
सारी सामग्रियों को आपस में मिला लें।
इस फेस पैक को चेहरे पर लगाएं और आधे घंटे तक लगा रहने दें।
आधे घंटे बाद चेहरे को साफ और ताजे पानी से धो लें।
इस घरेलू नुस्खे को हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है?
त्वचा के लिए पपीते का उपयोग किया जा सकता है क्योंकि पपीते में विटामिन-ए पाया जाता है, जो क्षतिग्रस्त त्वचा के पुनर्निर्माण में मदद कर सकता है। इस पाउडर को पपीते का छिलके को सुखाकर और पीसकर बनाया जाता है। यह त्वचा की रंगत को साफ बनाए रखने में कारगर हो सकता है (11)। अंगूर के बीज से निकले तेल में लिनोलिक एसिड, रेस्वेट्रोल और विटामिन-ई जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को पोषण दे सकते हैं (12)।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
इसका इस्तेमाल सामान्य या फिर मिश्रित त्वचा के लिए किया जा सकता है। जिनकी त्वचा संवेदनशील है, वो पहले इस फेसपैक का पैच टेस्ट जरूर कर लें।
4. अनार और ग्रीन टी फेस पैक
सामग्री :
एक चम्मच अनार का पेस्ट
एक चम्मच योगर्ट
एक चम्मच उबली और छानी हुई ग्रीन टी
एक चम्मच शहद
कैसे इस्तेमाल करें?
एक कटोरे में सभी सामग्रियों को अच्छी तरह मिलाएं।
इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर पांच से दस मिनट तक मालिश करें।
फिर करीब 20 मिनट तक इस मिश्रण को चेहरे पर लगा रहने दें।
इसके बाद साफ पानी से चेहरा धो लें।
इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो बार दोहराया जा सकता है।
कैसे काम करता है?
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो सूरज की हानिकारक किरणों से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं (13)। हम लेख में पहले भी जिक्र कर चुके हैं कि शहद और अनार त्वचा को कई तरह के लाभ दे सकते हैं। इसके अलावा, इस फेस पैक में इस्तेमाल होने वाला योगर्ट त्वचा में और निखार ला सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया है कि योगर्ट त्वचा में चमक लाता है और लोच (Elastisity) प्रदान करता है (14)।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
यह फेसपैक रूखी त्वचा वालों के लिए ज्यादा उपयुक्त है।
5. अनार और कोको पाउडर फेसपैक
सामग्री:
एक चम्मच अनार का पेस्ट
एक चम्मच कोको पाउडर
कैसे इस्तेमाल करें?
अनार के पेस्ट और कोको पाउडर को अच्छी तरह मिला लें।
अगर ये पेस्ट गाढ़ा हो, तो थोड़ा-सा पानी मिलाकर इसे चेहरे पर फैलाने योग्य कर लें।
इस फेसपैक को चेहरे पर लगाएं और सूखने दें।
पूरी तरह सूखने पर चेहरा ठंडे पानी से धो लें।
इस फेसपैक का प्रयोग हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है?
कोको पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट गुण पर्याप्त मात्रा में होते हैं, जो त्वचा पर एंटीएजिंग प्रभाव डालते हैं यानी इसके इस्तेमाल से त्वचा जवां दिख सकती है। यह मुंहासों पर भी असरकारी हो सकता है (15)।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
यह हर त्वचा के लिए उपयोगी है।
आगे हैं और फेसपैक
6. अनार और योगर्ट का फेसपैक
सामग्री :
आध��� कप पीसे हुए अनार के बीज
तीन चम्मच योगर्ट
कैसे इस्तेमाल करें?
दोनों सामग्रियों को अच्छी तरह से मिला लें।
इस पेस्ट को 20 मिनट के लिए चेहरे पर लगाएं।
इसके बाद मुहं को साफ पानी से धो लें।
इस विधि को हफ्ते में दो बार दोहराएं।
कैसे काम करता है?
योगर्ट कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर है। यह खाने में जितना स्वादिष्ट और गुणकारी होता है, उतना ही त्वचा के लिए लाभदायक है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार योगर्ट और त्वचा के लिए अच्छे माने जाने वाले प्राकृतिक तत्वों से बने फेसपैक त्वचा को सुंदर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं (14)।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
इस फेसपैक को रूखी त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
7. अनार और ओटमील का फेसपैक
सामग्री :
आधा कप अनार के दाने
दो चम्मच ओटमील पाउडर
कैसे इस्तेमाल करें?
अनार के दानों को मिक्सी में पीस लें।
इसमें ओटमील पाउडर डालकर अच्छे तरीके से मिलाएं।
इस मिश्रण से चेहरे की गोलाई में मालिश करें।
आधे घंटे बाद साफ पानी से चेहरे को धो लें।
कैसे काम करता है?
ओट्स एक प्राकृतिक स्क्रब है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और हाइड्रेटिंग गुण पाए जाते हैं। ये गुण त्वचा को साफ करके उसे चमकदार बनाते हैं। यह फेसपैक रूखेपन के कारण त्वचा में होने वाली खुजली और जलन को दूर करने में भी मदद कर सकता है (16)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि अनार के फेसपैक में मिलकर ओट्स के फायदे उठाए जा सकते हैं।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
यह फेसपैक मिली जुली तवचा के लिए सही है।
8. अनार, बादाम और चावल का फेसपैक
सामग्री :
आधा कप अनार के दाने (पिसे हुए)
एक बड़ा चम्मच चावल का आटा
3 से 4 बूंद बादाम का तेल
कैसे इस्तेमाल करें?
एक कटोरा लें और उसमें अनार का पेस्ट व चावल का आटा मिलाकर मिक्स कर दें।
फिर इसमें बादाम का तेल डालें और अच्छी तरह से मिलाएं।
अब इस पेस्ट को पूरे चेहरे और गर्दन पर अच्छी तरह से लगाएं।
धोने से पहले कम से कम 20 से 30 मिनट तक प्रतीक्षा करें।
कैसे काम करता है?
इस फेसपैक में इस्तेमाल होने वाला बादाम का तेल रूखी त्वचा पर प्रभावित तरीके से काम कर सकता है। रूखी त्वचा से जुड़ी सोरायसिस व एग्जिमा जैसी समस्याओं के लिए बादाम तेल का इस्तेमाल पाैराणिक समय से किया जा रहा है। साथ ही बादाम के तेल में त्वचा को कोमलता और निखार देने वाले गुण मौजूद हैं, जिससे स्किन टोन में सुधार लाया जा सकता है (17)। चावल का आटा क्षतिग्रस्त त्वचा को ठीक कर सकता है। एनसीबीआई के एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, चावल में पाए जाने वाले स्टार्च से डैमेज स्किन में 20 प्रतिशत तक सुधार हो सकता है (18)। अनार के फेस मास्क में इन दोनों तत्वों को मिलाने से उनका असर और बढ़ सकता है।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
यह फेसपैक रूखी त्वचा के लिए सही हो सकता है।
9. अनार का छिलका, बेसन और मिल्क क्रीम
सामग्री :
दो चम्मच अनार के छिलके का पाउडर (सुखाकर पीसा गया)
एक चम्मच बेसन
दो चम्मच मिल्क क्रीम
कैसे इस्तेमाल करें?
एक कटोरे में अनार के छिलके का पाउडर, बेसन और मिल्क क्रीम को मिलाएं।
तीनों चीजों को मिक्सी में पीसकर महीन पेस्ट बना लें।
पूरे चेहरे पर इस मिश्रण को लगाएं।
20 मिनट बाद चेहरा धो लें।
कैसे काम करता है?
चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने के लिए बरसों से बेसन का उपयोग किया जा रहा है। बेसन रंग साफ करता है और त्वचा को मुलायम बनाता है। यह अतिरिक्त तेल और मृत कोशिकाओं को भी हटाता है। यह चेहरे के अंदर जाकर गहराई से सफाई करता है, जिससे झुर्रियों के पड़ने का डर कम हो सकता है। मिल्क क्रीम यानी दूध की चिकनाई त्वचा को नमी देती है और चेहरे की चमक बरकरार रखने में मदद कर सकती है (19)। ये दोनों तत्व अनार के फेसपैक के फायदे को बढ़ा सकते हैं।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
यह फेस पैक रूखी और बेजान त्वचा के लिए सही है।
10. अनार का छिलका, गुलाबजल और नींबू फेसपैक
सामग्री :
तीन चम्मच अनार के सूखे छिलकों का पाउडर
एक चम्मच नींबू का रस
दो चम्मच गुलाब जल
कैसे इस्तेमाल करें?
तीनों सामग्रियों को अच्छे से मिलाएं।
अगर यह पेस्ट ज्यादा गाढ़ा हो जाए, तो थोड़ा-सा पानी मिलाकर सही कर लें।
इस मिश्रण को चेहरे पर अच्छी तरह लगाएं।
फिर करीब 20 मिनट बाद चेहरा धो लें।
कैसे काम करता है?
गुलाब जल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। घरेलू नुस्खों में गुलाब जल सदियों से इस्तेमाल हो रहा है, क्योंकि यह त्वचा के लिए बेहद लाभकारी हैं। गुलाब जल का फायदा यह है कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। इस गुण के कारण ही विभिन्न सौंदर्य प्रसाधनों में गुलाब जल का इस्तेमाल किया जाता है (20)। वहीं, नींबू सूरज की पराबैंगनी किरणों से त्वचा की रक्षा करता है जिससे त्वचा को झुर्रियों से बचाया जा सकता है (8)। अनार के फेसपैक के फायदे इन दो तत्वों से दोगुने हो सकते हैं।
कैसी त्वचा के लिए सही है?
यह तैलीय त्वचा के लिए सही है।
बन रहें हमारे साथ
ये थी अनार के फेसपैक से संबंधित जानकारी। आइए, आगे जानते हैं फेसपैक लगाने के लिए कुछ सुझाव।
अनार का फेस पैक लगाने के लिए कुछ टिप्स – Other Tips To Use Pomegranate Face Pack in Hindi
यहां बताए गए फेसपैक को लगाने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।
ध्यान रखें कि पहले चेहरा पूरी तरह साफ हो, तभी फेसपैक लगाएं। इसलिए, अनार के फेस मास्क को लगाने से पहले चेहरे को पानी से अच्छी तरह धो लें।
फेसपैक लगाने से पहले मेकअप को हटाना भी जरूरी है। अगर मेकअप वाटरप्रूफ है, तो किसी अच्छे मेकअप रिमूवल से चेहरे को साफ करके ही फेसपैक लगाएं।
कोई भी फेसपैक लगाने के बाद आप घर से बाहर न निकलें। बाहर निकलने पर चेहरे पर धूल-मिट्टी लग सकती है और फेसपैक का असर कम हो सकता है।
चेहरा धोने के बाद चेहरे को तौलिये से न रगड़ें, बल्कि मुलायम तौलिये से थपथपा कर पोंछें।
चेहरा धोने के बाद चेहरे पर मॉइस्चराइजर लगाना न भूलें। अनार के फेस मास्क को लगाने के बाद चेहरे के रोमछिद्र खुल सकते हैं और मॉइस्चराइजर आसानी से त्वचा के भीतर पहुंच कर नमी प्रदान कर सकता है।
अगर आप किसी त्वचा रोग से जूझ रहे हैं, तो उपरोक्त फेसपैक का उपयोग करने से पहले अपने त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
ये तो थे अनार के फेसपैक लगाने के फायदे उठाने के लिए कुछ जरूरी टिप्स। आइए, आगे जानते हैं कि इन फेसपैक को लगाने में क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
सावधानियां :
एक बार इस्तेमाल किए गए फेसपैक का उपयोग दोबारा न करें, क्योंकि इससे बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं, जो त्वचा के लिए हानिकारक हैं।
फेसपैक को निकालने के लिए पानी और वाश क्लॉथ का प्रयोग करें। सूख चुके फेसपैक को सीधे निकालने का प्रयास न करें, इससे त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं।
अगर किसी की त्वचा संवेदनशील है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के चेहरे पर कुछ न लगाएं।
अगर आप पहली बार कोई फेसपैक इस्तेमाल करने जा रहे हैं, तो पहले उसे अपनी कलाई पर लगाकर पैच टेस्ट कर लें।
फेस पैक के इस्तेमाल से किसी भी तरह की एलर्जी, खुजली या जलन हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
तो इस आर्टिकल में आपने जाना कि अनार से बने फेसपैक कितने फायदेमंद हो सकते हैं। आशा करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अनार के फेसपैक के फायदे तभी उठाए जा सकते हैं, जब इनका प्रयोग बताए गए तरीके से नियमित रूप से किया जाए। स्वस्थ त्वचा के लिए कई तरह फेसपैक इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन साथ में खान-पान का ध्यान रखना भी जरूरी है। त्वचा की देखभाल व सुंदरता को बढ़ाने के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।
Was this article helpful?
Related
The following two tabs change content below.
औली त्यागी उभरती लेखिका हैं, जिन्होंने हरिद्वार (उत्तराखंड) से पत्रकारिता और जनसंचार में एम.ए. की डिग्री हासिल की है। औली को लेखन के क्षेत्र में दो साल का अनुभव है। औली प्रतिष्ठित दैनिक अखबार और कम्युनिटी रेडियो स्टेशन से ट्रेनिंग ले चुकी हैं। औली सामाजिक मुद्दों पर लिखना पसंद करती हैं। लेखन के अलावा इन्हें वीडियो एडिटिंग और फोटोग्राफी का तकनीकी ज्ञान भी हैं। इन्हें हिंदी और उर्दू साहित्य में विशेष रुचि है।
ताज़े आलेख
Source: https://www.stylecraze.com/hindi/anar-ke-facepack-lagane-ke-fayde-in-hindi/
0 notes