👉परमेश्वर कबीर साहेब जी द्वारा संत गरीबदास जी को शरण में लेना ।
👉परमेश्वर कबीर साहेब जी संत गरीबदास जी को 1727 में सतलोक से आकर मिले। अपना तत्वज्ञान कराया, नाम दिया तथा सतलोक दर्शन करवाया। गरीबदास जी ने वाणी में कहा है-
हम सुल्तानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद न पाया, काशी माहे कबीर हुआ।।
👉गरीबदास जी महाराज का 61 वर्ष की आयु में सतलोक गमन
गरीबदासजी महाराज ने 61 वर्ष की आयु में सन 1778 में सतलोक गमन किया। ग्राम छुड़ानी में शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। वहाँ एक यादगार छतरी साहेब बनी हुई है। इसके बाद उसी शरीर में प्रकट होकर सहारनपुर उत्तरप्रदेश में 35 वर्ष रहे। वहाँ भी उनके नाम की यादगार छतरी बनी हुई है ।
⚡️फाल्गुन शुद्धि द्वादसी जिस दिन गरीबदास जी को (कविर्देव) कबीर परमेश्वर स्वयं सत्यलोक से आकर नाम उपदेश देकर गए थे।
उसी पावन दिवस (बोध दिवस) के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय सतसंग तथा अमृत वाणी का पाठ करते हैं।
⚡️संत गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी सतलोक से आकर 10 वर्ष की आयु में मिले। उसके बाद उन्हें सतलोक दिखाया। जिसका वर्णन गरीब दास जी ने सत्यग्रन्थ साहिब में कलम तोड़ किया है।
गरीबदास जी म्हारा का बोध दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में मनाया जा रहा है और सभी सतलोक आश्रम में 19-21 मार्च 2024 को विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
of respected Saint Garibdas Ji Maharaj, in 10 Satlok Ashram's across country under the auspicious guidance of Jagatguru Tatvadarshi Sant Rampal Ji Maharaj.
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में संत गरीबदास जी महाराज के बोध दिवस पर 2-3-4 मार्च 2023 को तीन दिवसीय महासमागम का आयोजन किया जा रहा है इस पवित्र अक्सर पर तीन दिवसीय
🪷 अखण्ड पाठ
🪷 विशाल भंडारा
🪷 विशाल सत्संग
समारोह जैसे कई भव्य कार्यक्रम होंगे। जिसमें आप परिवार सहित सादर आमंत्रित हैं।
🎥 इस भव्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 04 मार्च 2023 को
सुबह 09:15 बजे से साधना TV पर और सुबह 09:30 बजे से पॉपकॉर्न TV पर होगा।
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19-21 मार्च 2024 को संत गरीबदासजी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में सभी सतलोक आश्रमों में विशेष समागम का आयोजन किया जा रहा है। विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, देहदान शिविर, नशा मुक्त कार्यक्रम, तथा दहेज मुक्त शादियां
कबीर परमेश्वर से नाम दीक्षा के उपरांत तीन वर्ष बाद दादू संत मत से दीक्षित संत गोपालदास संत गरीबदास जी के गाँव में आए। गाँव वालों के निवेदन पर संत गरीबदास जी से बात कर 62 वर्षीय गोपालदासजी समझ गए यह विशिष्ट ज्ञानी बालक परमात्मा से मिलकर आया है। गोपालदासजी के यह प्रश्न करने पर कि उन्हें कौन मिले थे, 13 वर्षीय बालक गरीबदास जी ने उत्तर दिया कि मुझे जिंदा बाबा मिले थे और मुझे सतलोक लेकर गए वही स्वयं कबीर साहेब पूर्ण परमात्मा काल के जाल से छुड़वाते हैं।
कबीर साहेब जी के बारहवें पंथ के प्रवर्तक आदरणीय गरीबदास जी महाराज जी हैं जिनको कबीर साहेब जी 10 वर्ष की आयु में 1784 ई. में मिले थे जिसके उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में बोध दिवस मनाया जा रहा है