संगठन पर्व पर अधिक से अधिक लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य
गजा, डी पी उनियाल: भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान पर्व पर अधिक से अधिक लोगों को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। सांगठनिक ढांचा तैयार होगा तो भविष्य के लिए मजबूत संगठन बनेगा, उक्त बात भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गिरीश चंद्र बंठवाण ने कीर्तिनगर मंडल सदस्यता अभियान संगठन पर्व पर बतौर मुख्य वक्ता मंडल पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से कही, बंठवाण ने कहा कि सदस्यता अभियान को…
दो क्विंटल मेथी अजवाइन के लड्डू बनाकर खिलाएं गोवंश को
जनसेवक लगातार कर रहे गौ हितार्थ कार्य दो क्विंटल मेथी अजवाइन के लड्डू बनाकर खिलाएं गोवंश कोनोखा उपखंड क्षेत्र में लगातार सामाजिक संगठन जन अधिकार सेना के द्वारा गौ हितार्थ कार्य आरंभ है। और विभिन्न तरह के गौ हितार्थ कार्य जनसेवकों के द्वारा जारी है। इसी के तहत पवित्र पितृ पक्ष के पावन पर्व पर जनसेवकों के द्वारा दो क्विंटल मेथी एवं अजवाइन के लड्डू बनाकर गोवंश को खिलाएं गए। जनसेवकों के द्वारा बिजू…
भाजपा के सदस्यता अभियान के प्रति विधायक ही गंभीर नहीं, 100 सदस्य भी नहीं बना पाए हैं 13 विधायक...
-भाजपा के सदस्यता अभियान में विधायकों का लक्ष्य अब तक अधूरा
नवीन समाचार, नैनीताल, 21 सितंबर (MLAs not serious about BJPs membership campaign)। उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 47 विधायकों में से कोई भी अब तक 10,000 नए सदस्य बनाने के लक्ष्य को नहीं छू पाया है। बमुश्किल केवल तीन विधायकों ने 5,000 सदस्यों की संख्या पार कर ली है। हालांकि पार्टी के ‘संगठन पर्व सदस्यता अभियान’ के…
भाजपा के सदस्यता अभियानमें बडी संख्या में आए नागरिक
पुरानी इटारसी भाजपा मंडल के अंतर्गत संगठन पर्व कार्यक्रम
युवा भाजपा नेता कुनाल पासवान ने आयोजित किया था कार्यक्रम
विधायक डॉ सीतासरन शर्मा का कार्यक्रम में किया गया सम्मान
इटारसी। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के चल रहे सदस्यता अभियान के तहत आज पुरानी इटारसी (Old Itarsi) भाजपा नगर मंडल के वार्ड 02 में सदस्यता अभियान चलाया गया। वार्ड में युवा भाजपा नेता कुनाल पासवान (Kunal Paswan)…
Jamshedpur pushpak foundation - पुष्पक वेलफेयर फाउंडेशन का नेत्र जांच शिविर आयोजित, 100 लोगों ने कराया जांच
जमशेदपुर : सामाजिक कल्याण और सामुदायिक विकास को बढ़ाव�� देने के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन, पुष्पक वेलफेयर फाउंडेशन ने करमा पर्व और हिंदी दिवस के अवसर पर नेत्र जांच शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया. स्थानीय लोगों की सेवा के लिए एएसजी अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम वहां मौजूद थी. यह कार्यक्रम 14 सितंबर को ग्रीन पार्क पूजा मंडप में आयोजित किया गया था और इसमें स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में…
पारस परिवार के संस्थापक, आदरणीय “महंत श्री पारस भाई जी” एक सच्चे मार्गदर्शक, एक महान ज्योतिषी, एक आध्यात्मिक लीडर, एक असाधारण प्रेरक वक्ता और एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो देश और समाज के कल्याण के लिए खुद को समर्पित करते हैं। उनका एक ही लक्ष्य है लोगों के सुखी और समृद्ध जीवन की कामना करना। लोगों को अँधेरे से निकालकर उनके जीवन में रोशनी फैलाना।
“पारस परिवार” हर किसी के जीवन को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। पारस परिवार से जो भी जुड़ जाता है वो इस परिवार का एक अहम हिस्सा बन जाता है और यह संगठन और भी मजबूत बन जाता है। जिस तरह एक परिवार में एक दूसरे की जरूरतों का ख्याल रखा जाता है। ठीक उसी तरह पारस परिवार भी एक परिवार की तरह एक दूसरे का सम्मान करता है और जरूरतमंद लोगों के जीवन में बदलाव लाने के साथ यह परिवार एकजुट की भावना रखता है ।
‘महंत श्री पारस भाई जी’ एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते हैं जहाँ कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे, जहाँ जाति-धर्म के नाम पर झगड़े न हों और जहाँ आपस में लोग मिलजुलकर रहें। साथ ही लोगों में द्वेष न रहे और प्रेम की भावना का विकास हो। पारस परिवार निस्वार्थ रूप से जन कल्याण की विचारधारा से प्रभावित है।
इसी विचारधारा को लेकर वह भक्तों के आंतरिक और बाहरी विकास के लिए कई आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करते हैं। आध्यात्मिक क्षेत्र (Spiritual Sector) की बात करें तो महंत श्री पारस भाई जी “दुख निवारण महाचण्डी पाठ”, “प्रार्थना सभा” और “पवित्र जल वितरण” जैसे दिव्य कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
जिससे वे भक्तों के दुखों का निवारण, उनकी आंतरिक शांति और उनकी सुख-समृद्धि के लिए समर्पित हैं। इसी तरह सामाजिक क्षेत्र की बात करें तो पारस परिवार सामाजिक जागरूकता और समाज कल्याण के लिए भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने के लिए लंगर, धर्मरथ और गौ सेवा जैसे महान कार्यों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा हरियाणा और मध्य प्रदेश में “डेरा नसीब दा” जैसे महान कार्य का निर्माण भी है, जहाँ जाकर सोया हुआ नसीब भी जाग जाता है।
हिन्दू धर्म में बसंत पंचमी बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है। बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा करने का विधान है। यानि यह पर्व शिक्षा की देवी मां सरस्वती को समर्पित है।बसंत पंचमी से बंसत ऋतु का आगमन शुरू हो जाता है। इस समय पीले-पीले सरसों के खेत एक अलग ही छटा बिखेरते हैं। इस अवसर पर पीले वस्त्र धारण करना शुभ होता है। वसंत ऋतु की महत्ता की बात करें तो गीता में भगवान श्री कृष्ण ने ‘’ऋतूनां कुसुमाकराः’’ अर्थात मैं ऋतुओं में वसंत हूं, यह कहकर वसंत को अपना स्वरूप बताया है।
कब है बसंत पंचमी का त्यौहार?
बसंत पंचमी “वसंत” के आगमन को मनाने का एक पवित्र हिंदू त्यौहार है। इस त्यौहार में सरसों के फूलने की खुशी में लोग वसंत ऋतु का स्वागत करते हैं। प्रकृति के इस पर्व को महाकवि कालीदास ने ‘सर्वप्रिये चारुतर वसंते’’ कहकर अलंकृत किया है। इस दिन मां सरस्वती, ज्ञान की देवी की पूजा भी की जाती है। बसंत पंचमी का त्योहार इस बार 14 फरवरी, 2024 को पूरे देश भर में उत्साह के साथ मनाया जाएगा। बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूरे श्रद्धा भाव के साथ पूजा की जाती है। इस दिन घरों में पीले-केसरिया रंग के खाद्यान्न बनाने और खाने से विशेष कृपा मिलती है। बसंत पंचमी के दिन विद्यालयों, कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
बसंत पंचमी पूजन विधि
बसंत पंचमी के दिन सबसे पहले सुबह स्नान के बाद पीले वस्त्र पहनें। इसके बाद मां सरस्वती की मन से आराधना करें। मां सरस्वती को पीले रंग के वस्त्र पहनायें। उन्हें हल्दी, केसर, पीले रंग के फूल, पीली मिठाई आदि चीज़ेंअर्पित करें। पूजा प्रारंभ करने से पहले ‘यथोपलब्धपूजनसामग्रीभिः माघ मासे बसंत पंचमी तिथौ भगवत्या: सरस्वत्या: पूजनमहं करिष्ये’ मंत्र का जाप करें। इसके बाद मां सरस्वती की पूजा कर माँ के सामने वाद्य यंत्र और किताबें रखें। अपने पूरे परिवार के साथ खासकर बच्चों के साथ इस दिन जरूर पूजा करें। मां सरस्वती को पीले चावल का भोग लगाकर इसके बाद इस खीर को प्रसाद के रूप में सभी को बांट दें। मां सरस्वती को बागीश्वरी, भगवती, शारदा और वीणावादनी आदि नामों से भी पूजा जाता है।
महंत श्री पारस भाई जी ने कहा कि इस दिन पूजा के दौरान मां सरस्वती व्रत कथा का पाठ करने से आपकी मनचाही मनोकामनाएं पूरी होती हैं और सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। इसके अलावा मां सरस्वती की पूजा से ज्ञान की प्राप्ति भी होती है। शिक्षा और कला के क्षेत्र में उन्नति के लिए माता सरस्वती की पूजा में शिक्षा से संबंधित चीजें जरूर रखें, जैसे पेन, कॉपी, किताब और वाद्य यंत्र आदि। मां सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए बसंत पंचमी के दिन सरस्वती जी के मंत्रों का जाप करना भी बेहद शुभ फलकारी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि सृष्टि अपनी प्रारंभिक अवस्था में शांत और नीरस थी। इस तरह मौन देखकर भगवान ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल छिड़का और इससे मां सरस्वती प्रकट हुईं। मां सरस्वती की वीणा से संसार को वाणी मिली। इसलिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है।
मां सरस्वती को अति प्रिय है पीला रंग
ज्ञान की देवी माँ सरस्वती को पीला रंग बेहद प्रिय है। इसलिए इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अच्छा माना जाता है। पीले रंग के वस्त्र पहनने से मां सरस्वती की आप पर कृपा बनी रहती है। इस दिन मां सरस्वती को हल्दी जरूर अर्पित करनी चाहिए। साथ ही इस दिन मां सरस्वती को पीले रंग की मिठाईयों का भी भोग लगाया जाता है। इसके अलावा माँ को पीले रंग के फूल भी अर्पित किए जाते हैं। मां सरस्वती की पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस दिन घर में मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर अवश्य स्थापित करें।
क्यों इतना खास होता है वसंत पंचमी का त्यौहार?
यह त्योहार पतझड़ के जाने के बाद बसंत ऋतु के आगमन की खुशी में मनाया जाता है। इसके अलावा यह दिन हिन्दू धर्म में ज्ञान की देवी मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। बसंत पंचमी के त्यौहार को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल और बांग्लादेश भी बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं। चारों ओर खेतों में खिले सरसों के फूल इसके आने की आहट देते हैं।
बसंत पंचमी के दिन विद्यालयों, कॉलेजों और सांस्कृतिक संस्थाओं में माँ सरस्वती की पूजा के रूप में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। यह त्यौहार भारत में मुख्य रूप से माँ सरस्वती की पूजा और उनकी कृपा का उत्सव है। यह त्यौहार विद्यार्थियों को सरस्वती माता का आशीर्वाद लेने का अवसर देता है। वसंत लोगों का सबसे मनचाहा मौसम होता है। इस मौसम में फूलों पर बहार आ जाती है, खेतों में सरसों के फूल लहलहाने लगते हैं। खेतों में ऐसा लगता है जैसे खेतों में पीली चादर सी बिछ गयी हो। सरसों के पीले फूल अपने आकर्षण से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ऐसा लगता है मानो सोना चमक रहा हो। साथ ही आमों के पेड़ों पर बौर आ ज��ते हैं। प्रकृति का माहौल एकदम खुशनुमा हो जाता है। बसंत पचंमी का त्यौहार होली की तैयारियों का संकेत है।
यह दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए है अत्यंत ही शुभ
महंत श्री पारस भाई जी ने बताया कि यह दिन किसी भी नए व शुभ कार्य की शुरुआत करने के लिए अत्यंत ही शुभ होता है। इस दिन शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त होता है। साथ ही यह दिन मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। माँ सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है इसलिए स्कूलों और कॉलेज में भी इस दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं। विद्या की देवी को प्रसन्न करने के लिए बच्चे मां की पूजा करते हैं, जिससे वे परीक्षा में अच्छे अंकों को प्राप्त करें और जीवन में आगे बढ़ें।
यह दिन छात्रों, कला, संगीत आदि क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए बेहद खास होता है। वसंत पंचमी कई तरह के शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। बसंत पंचमी अबूझ मुहूर्त में विद्यारंभ, गृह प्रवेश, विवाह और कोई भी नई वस्तु की खरीदारी के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। विद्यार्थी और कला साहित्य से जुड़े हर व्यक्ति को इस दिन मां सरस्वती की पूजा अवश्य करनी चाहिए। महंत श्री पारस भाई जी का मानना है कि इस दिन सच्चे मन से की गई पूजा कभी विफल नहीं जाती है।
बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती को लगायें इन चीज़ों का भोग
बसंत पंचमी पर माँ सरस्वती की विधिवत पूजा की जाती है। सरस्वती पूजा के दिन इन विशेष चीज़ों का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। आइये जानते हैं माँ सरस्वती को किन चीज़ों का भोग लगाना शुभ फल देता है।
पीले चावल
माँ सरस्वती की पूजा में पीला रंग बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि माँ सरस्वती को पीला रंग बेहद पसंद है। इसलिए बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती को पीले
चावल का भोग लगायें।
पीले लडडू
बसंत पंचमी के दिन माँ को पीले लडडू यानि बेसन या बूंदी के लडडू का भोग लगाएं। माना जाता है कि पीले लडडू का भोग लगाने से माँ प्रसन्न होती है।
राजभोग
इस दिन माँ सरस्वती को राजभोग का भी भोग लगाया जाता है, जो कि शुभ होता है। इन सबके अलावा मालपुआ और जलेबी का भी भोग लगा सकते हैं।
घर में वीणा रखने से रचनात्मक वातावरण निर्मित होता है
महंत श्री पारस भाई जी के अनुसार घर में वीणा रखने से घर के अंदर रचनात्मक वातावरण निर्मित होता है। मां सरस्वती की पूजा में मोर पंख को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
यहाँ तक कि घर के मंदिर में मोर पंख रखने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती है। इस दिन बच्चों के अक्षर का शुभारंभ भी किया जाता है। सरस्वती पूजा के दिन‘ओम् ऐं सरस्वत्यै नम:’ मंत्र का जाप करें और इस मंत्र को बोलकर विद्यार्थी मां सरस्वती का स्मरण करें। इस मंत्र का जाप करने से बुद्धि तेज होती है और आप सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
जीवन का यह बसंत, आप सबको अपार खुशियां दे … मां सरस्वती की कृपा आप पर हमेशा बनी रहे। “पारस परिवार” की ओर से आप सबको बसंत पचंमी और सरस्वती
पूजा की ढेर सारी शुभकामनायें !!!
मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश महामंत्री व भोपाल के वर्तमान विधायक श्री भगवान दास सबनानी जी का आगमन जबलपुर के भाजपा संभागीय कार्यालय में हुआ। जिसमें उन्होनें 01 सितम्बर 2024 से भाजपा का संगठन पर्व- सदस्यता अभियान २०२८ के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि इस बार मध्य प्रदेश में लगभग डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य है। इस अवसर पर विधि प्रकोष्ट के संयोजक राहुल श्रीवास्तव, एड. उमाथ चारक, एड. विनोद तिवारी, एड. देवाजीध यादव, एड. मनीष मकरोनिया, एड. नीतू पसीने, एड. पूजा रजक, एड. कपिल गायकवाड़, सर्वेश त्रिपाठी, अनिल चौबे आदि विधि प्रकोष्ट के कार्यकली उपस्थित रहे।
BJP Membership Drive Starts: 2 सितंबर से भाजपा शुरू करेगी सदस्यता अभियान, PM मोदी करेंगे अगुवाई
BJP Membership Drive Starts: अपना नया सदस्यता अभियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2 सितंबर 2024 से शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. बतादें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इस अभियान में पार्टी के विशाल संगठनात्मक अभ्यास की अगुवाई करने वाले हैं. वहीं पार्टी के द्वारा अगले दो महीनों तक 'संगठन पर्व' के रूप में वर्णित यह विशाल अभ्यास चलने वाला है और दो चरणों में यह आयोजित होने वाला है.
सनातन संस्कृति की अलौकिक छटा के रंग बिखरेंगे श्री रामनवमी शोभायात्रा में
सामाजिक संगठनों द्वारा होंगे अखंड भारत के दर्शनसतना, हिंदू पर्व समन्वय समिति के तत्वावधान एवं नगर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से विगत अनेक वर्षों से आयोजित की जा रही श्री रामनवमी शोभायात्रा इस वर्ष भव्य एवं ऐतिहासिक स्वरूप में आयोजित होगी। 17 अप्रैल बुधवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर आयोजित श्री रामनवमी शोभायात्रा में सभी सामाजिक-धार्मिक संगठन, जाति- बिरादरी अपार…
बालगृहका बालबालिकासँग लोकदिप सहकारीले मनायो होली पर्व
नेपाल बाल संगठन म्याग्दीद्धारा सञ्चालित बालगृहमा रहेका बालबालिकासँग सदरमुकाम बेनीमा रहेको लोकदीप बचत तथा ऋण सहकारी संस्थाले होलीपर्व मनाएको छ । अभिभावकविहिन बालबालिकालाई फागु पूर्णिमा अर्थात रंगहरुको पर्व होलीमा खल्लो महसुस नहुने गरी सहकारीले ११औँ स्थापना दिवसको साताब्यापी कार्यक्रम अन्तरगत भोजन सहित होली पर्व मनाएको सहकारीका प्रबन्धक नेत्रराज सुबेदीले बताउनुभयो । रंगहरुको पर्व होलीमा रामाउँदै…
भाजपा का सदस्यता अभियान 1 सितंबर से भाजपा संगठन पर्व सदस्यता अभियान को लेकर बीकानेर शहर और देहात कार्यशाला आयोजित
मिस्ड कॉल कर ले सकेंगे सदस्यता…
बीकानेर भारतीय जनता पार्टी शहर और देहात की सदस्यता अभियान को लेकर संयुक्त कार्यशाला का आयोजन आज भाजपा शहर जिलाध्यक्ष विजय आचार्य और देहात जिलाध्यक्ष जालम सिंह भाटी की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
आज की कार्यशाला में मुख्य वक्ता भाजपा प्रदेश मंत्री सदस्यता अभियान प्रदेश सह संयोजक आईदान सिंह भाटी का संबोधन रहा। जिसमे सदस्यता अभियान को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई।
भाजपा…
हरेला पखवाड़े का हुआ शुभारंभ, न्यू क्लब में अध्यक्ष व सचिव का हुआ मनोनयन, यूकेएसएसएससी की परीक्षा, परीक्षा परिणाम, कुमाऊं विश्वविद्यालय की मानद उपाधि
लेक सिटी वेलफेयर क्लब के हरेला पखवाड़े का हुआ शुभारंभ
नवीन समाचार, नैनीताल, 7 जुलाई 2024। पर्यावरण एवं कृषि को समर्पित पारम्परिक लोक पर्व हरेला का परंपरानुसार 7 अनाजों के बीजों की बुवाई के साथ नैनीताल में हरेला पखवाड़े का शुभारंभ हो गया है। नगर की महिलाओं के संगठन लेक सिटी वेलफेयर क्लब के द्वारा आज 21 टोकरियों में शगुन आंखर के साथ हरेला बो कर हरेला पखवाड़े की शुरुआत की गयी।
क्लब की वरिष्ठ सदस्य गीता…
संगठन पर्व में हर समाज की सहभागिता सुनिश्चित करें - सतीश उपाध्याय
भोपाल, 20 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी सतीश उपाध्याय ने शुक्रवार को संगठन पर्व के तहत विदिशा जिले के सिरोंज एवं शमशाबाद विधानसभा में टोली बैठक को संबोधित कर स्वच्छता अभियान में सहभागिता की। प्रदेश सह प्रभारी उपाध्याय ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित दल है। जिसमें कार्यकर्ता भाजपा के विचार के लिए काम करता है। संगठन पर्व में कार्यकर्ताओं के परिश्रम से विदिशा जिले में…
Jamshedpur shivam shilp kala : शिवम शिल्प कला व क्षत्रिय महासभा राजपूत समाज अखंड भारत ने किया कंबल वितरण, जरूरतमंदों को की मदद
जमशेदपुर : जमशेदपुर के शिवम शिल्प कला एवं क्षत्रिय महासभा राजपूत समाज अखंड भारत की ओर से संयुक्त रूप से मकर संक्रांति एवम टुसू पर्व के अवसर जमशेदपुर के बिरसानगर के दास पाड़ा में निर्धनों के बीच नए वस्त्रों, कंबल एवम खाद्य सामग्री का वितरण किया गया. शिवम शिल्प कला की अध्यक्ष एवम क्षत्रिय संघ की राष्ट्रीय संगठन मंत्री मधु सिंह, जिला अध्यक्ष रूपम सिंह, बिरसानगर मंडल अध्यक्ष आशा सिंह ,जिला महामंत्री…
जैन संप्रदायों के साधु साध्वियों के मंगल सानिध्य में जाकर क्षमा याचना की गई
जैन संप्रदायों के साधु साध्वियों के मंगल सानिध्य में जाकर क्षमा याचना की गई
भारत जैन महामंडल बालोतरा द्वारा संवतसरी महापर्व पर बालोतरा में विराजित सभी जैन संप्रदायों के साधु साध्वियों के मंगल सानिध्य में जाकर क्षमा याचना की गई। सचिव महेंद्र चोपड़ा ने बताया कि अध्यक्ष ओमप्रकाश बांठिया के नेतृत्व में भारत जैन महामंडल के सदस्यो ने जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा भवन में मुनि सुमती कुमार एवं सहवर्ती साधु समुदाय , वर्धमान जैन स्थानक वासी भवन में मुनि रमेश मुनि, शालीभद्र मुनि जी सहित संतों , जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ संघ आराधना भवन में साध्वी श्री प्रिया रंजना श्री जी एवं साध्वी समुदाय के मंगल सानिध्य में जाकर क्षमा याचना की, एवम प्रेरणा पाथेय प्राप्त किया। महा मंडल के सदस्यो तपस्वियों की तप आराधना की अनुमोदना कर मंगल भावना व्यक्त की। पर्यूषण पर्व पर ज्ञान, दर्शन ,चरित्र ,तप की आराधना में आराधकों के प्रति शुभ भावना, संवत्सरी महापर्व पर प्रेम, बंधुत्व एवं मैत्री भाव से सभी जीवो के प्रति क्षमा के भाव की अभिव्यक्ति की । इस अवसर पर संगठन मंत्री जवेरी लाल मेहता, गौतम चंद चोपड़ा ,मोहनलाल बाफना, संदीप ओस्तवाल सहित समाज के गण मान्य नागरिकों ने भाग लिया