#शुद्ध पेयजल
Explore tagged Tumblr posts
Text
फंड की कमी से अटका जल जीवन मिशन, कई काम अधूरे
फंड की कमी से अटका जल जीवन मिशन, कई काम अधूरेभास्कर न्यूज़ | नई दिल्लीकेंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना, जिसका उद्देश्य हर घर में पीने का शुद्ध पानी पहुंचाना है, फंड की कमी के कारण धीमी हो गई है। यह योजना 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी, जिसमें मार्च 2024 तक इस लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प था। लेकिन अब, 4.18 करोड़ ग्रामीण परिवारों तक पानी पहुंचाने…
#2024-25#केंद्र सरकार#कोविड-19#खर्च#ग्रामीण परिवार#जल जीवन मिशन#नल कनेक्शन#परियोजना प्रगति#पाइप की कमी#पाइपलाइन सामग्री#पेयजल#फंड की कमी#बजट#भुगतान लंबित#मध्य प्रदेश#मार्च 2024#योजना धीमी#राज्य सरकार#वित्तीय आवंटन#वित्तीय समस्या#शुद्ध पेयजल
0 notes
Text
स्वच्छ जल, स्वस्थ झोटवाड़ा — कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ 🚰💧

स्वच्छ जल, स्वस्थ जीवन के संकल्प को साकार करते हुए कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नेतृत्व में झोटवाड़ा में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं। जल संकट के समाधान और नागरिकों को शुद्ध एवं पर्याप्त जल उपलब्ध कराने के लिए नई पानी की टंकियों, पाइपलाइन विस्तार और जल पुनर्भरण परियोजनाओं को गति दी जा रही है।
💧 झोटवाड़ा में जल विकास की प्रमुख पहल
✅ ग्राम पंचायतों में नई पानी की टंकियों का निर्माण। ✅ जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन विस्तार और जलप्रदाय व्यवस्था को मजबूत करना। ✅ वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण योजनाओं को प्रोत्साहित करना। ✅ हर घर में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना।
“स्वच्छ जल प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। झोटवाड़ा को ��ल संकट से मुक्त कर स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं।” — कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
🚰 जल संरक्षण, स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए एक नया संकल्प!
🌿 “स्वच्छ जल, स्वस्थ जीवन — झोटवाड़ा की नई पहचान!” 🇮🇳 जय हिंद! जय राजस्थान! 🚀💧
3 notes
·
View notes
Text
jamshedpur rural- जिप सदस्य देवयानी मुर्मू की पहल पर माकुली गांव को लगा हैंडपंप, ग्रामीणों को मिलेगा शुद्ध पेयजल
घाटशिल���: जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू की पहल पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने घाटशिला प्रखंड अंतर्गत माकुली गांव के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया. सोमवार को श्रीमती मुर्मू ने कनीय अभियंता कैलाश राम के साथ गांव पहुंचीं, जहां सड़क संपर्क न होने के बावजूद ग्रामीणों के सहयोग से बोरिंग कार्य पूरा किया गया. (नीचे भी पढ़े) उनकी उपस्थिति में हैंडपंप स्थापित किया गया, जिससे अब ग्रामीणों को पहली…
0 notes
Text
साप्ताहिक समीक्षा की बैठक पेयजल संग्रह स्तोत्र
साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित, पेयजल संग्रहण स्त्रोतों को साफ सुथरा रखने के दिए निर्देशबीकानेर, 20 जनवरी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सोहनलाल की अध्यक्षता में सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक हुई। श्री सोहन लाल ने कहा कि आमजन को शुद्ध पेयजल मिले, इसके मद्देनजर पेयजल संग्रहण स्त्रोतों की नियमित साफ सफाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिले के ऐसे समस्त स्त्रोतों का सर्वे करते हुए आवश्यकता…
0 notes
Text
Top AO Smith Water Purifiers: Review & Buying Guide
मित्रों, होम एण्ड किचन एप्लायंसेस पर आपका स्वागत है। बरसात में मुझे आपके स्वास्थ्यका ध्याल रखना है। आपको शुद्ध पेयजल की जरूरत वैसे तो वर्ष भर पड़ती है। लेकिन बरसात के दिनों में पानी अधिक दूषित हो जाता है। अतःइन दिनों के लिये एक अच्छा वाटर प्यूरीफायर आपके घर पर होना आवश्यक है। मैंने इससे पूर्व इस साइट पर अनेकों वाटर प्यूरीफायर के रिव्यू किये है। मित्रों, प्रत्येक की अपनी विशेषताएं होती है। अब यह आप…
0 notes
Text
कांगेन जल क्या है? इसके गुण और लाभ क्या हैं?
क्षारीय पानी के चलन के बाद, सुरक्षित पेयजल का आनंद लेने के नवीनतम और सबसे महंगे तरीके के रूप में कांगेन वॉटर की लोकप्रियता पिछले कुछ समय से तेजी से बढ़ रही है।
आपने कांगेन वॉटर (Kangen Water) का नाम भी सुना होगा। यह पानी को लाभकारी बनाने की एक यांत्रिक तकनीक है। कांगेन वॉटर एक विदेशी तकनीक है लेकिन इसका इस्तेमाल भारत में भी कई लोग कर रहे हैं।
इस तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि कई देशों में किया जा रहा है। बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रम्प और बिल गेट्स जैसे लोग भी कांगेन पानी का उपयोग कर रहे हैं। अगर भारतीय सेलिब्रिटीज की बात करें तो ऋतिक रोशन, रजनीकांत, शिल्पा सेट्टी, शाहरुख खान एकता कपूर आदि भी कांगेन वॉटर का इस्तेमाल करते हैं।
आज हम विस्तार से जानेंगे कि कांगेन वॉटर क्या है और इसके क्या फायदे हैं।
कांगेन जल क्या है? (Kangen Water क्या है हिंदी में) kangen water benefits in hindi
कांगेन पानी (Kangen Water) वास्तव में क्षारीय आयनाइज़र और जल निस्पंदन मशीनों द्वारा उत्पादित क्षारीय पानी है। यह जापानी तकनीक है. कांगेन वॉटर मशीनें जापान की एनाजिक कंपनी द्वारा बनाई जाती हैं।
कांगेन एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ है "मूल स्वरूप में लौटना"। जापान में शरीर की मूल और क्षारीय स्थिति को बहाल करने के लिए कांगेन पानी का उपयोग 40 वर्षों से अधिक समय से किया जा रहा है।
कांगेन वॉटर मशीन साधारण नल के पानी को स्वस्थ और ताज़ा स्वाद वाले क्षारीय पेयजल में बदल सकती है। कांगेन पानी नल और शुद्ध पानी से बेहतर है।
कांगेन वॉटर मशीन पांच अलग-अलग पीएच रेंज (बहुत अम्लीय से बहुत क्षारीय तक) में पानी को फ़िल्��र करती है। इन विभिन्न पीएच रेंज वाले पानी का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है - पीने के लिए, सफाई के लिए, खाना पकाने के लिए, सौंदर्य देखभाल के लिए।
कांगेन वॉटर मशीन बनाने वाली कंपनी एनाजिक का दावा है कि बोतलबंद पानी, नल का पानी और यहां तक कि रिवर्स ऑस्मोसिस पानी अत्यधिक दूषित है और स्वास्थ्य के लिए खतरा है।
अपने निर्धारित पीएच स्तर का पानी पीना मनुष्य की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि हमारे शरीर में 70 प्रतिशत से अधिक पानी होता है।
कांगेन पानी के फायदे (Benefits of Kangen Water in Hindi)
कांगेन वॉटर मशीन से प्राप्त पानी में प्रचुर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट, क्षारीय और सूक्ष्म क्लस्टर गुण होते हैं जो मानव शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
कांगेन जल के गुण
1. हाइड्रोजन से भरपूर
हाइड्रोजन युक्त पानी में आणविक हाइड्रोजन की उच्च सांद्रता होती है। आणविक हाइड्रोजन एक कुशल एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है जो कोशिका झिल्ली में तेजी से फैलता है और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है।
इस मशीन की प्रक्रिया से आपका साधारण पानी हाइड्रोजन युक्त कांगेन पानी बन जाता है।
2. ऑक्सीकरण
ऑक्सीकरण शरीर में मुक्त कण उत्पन्न कर सकता है जबकि एंटी-ऑक्सीडेंट इन प्रतिक्रियाओं को खत्म करते हैं। ऑक्सीडेंट की अत्यधिक मात्रा और अपर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव का कारण बनते हैं। ऑक्सीडेटिव तनाव और उससे संबंधित क्षति से निपटने के लिए, हमारे दैनिक आहार में किसी भी स्रोत से एंटीऑक्सिडेंट की निरंतर आपूर्ति होनी चाहिए।
3. क्षारीय
अधिकांश चीज़ों की तरह, मानव स्वास्थ्य भी संतुलन से शुरू होता है। हमारे शरीर को 7.365 का पीएच संतुलन बनाए रखना चाहिए, जो थोड़ा क्षारीय है। पीएच स्केल का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि कोई पदार्थ अम्लीय है या क्षारीय। इस पैमाने पर, 7.0 तटस्थ है, 7 से ऊपर की कोई भी चीज़ अम्लीय मानी जाती है जबकि 7 से नीचे की कोई भी चीज़ क्षारीय होती है।
4. ओआरपी
हाइड्रोजन युक्त पानी की विशेषता नकारात्मक ओआरपी है। उच्च ओआरपी मान इंगित करता है कि किसी पदार्थ में उच्च ऑक्सीकरण क्षमता है।
सामान्यतया, उच्च ओआरपी मानव शरीर के बाहर (स्वच्छता और स्वच्छता) के लिए बेहतर है।
कम ओआरपी मान (नकारात्मक) इंगित करता है कि किसी पदार्थ में उच्च एंटीऑक्सीडेंट क्षमता है और इसे मानव उपभोग (पीने) के लिए अच्छा माना जाता है।
सामान्य भोजन और जूस में -100 ओआरपी होता है जबकि कांगेन पानी में -400 ओआरपी होता है।
कांगेन पानी के फायदे
शरीर में एसिडिटी के स्तर को नियंत्रित करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
यह शरीर में कैंसर, कोलेस्ट्रॉल आदि गंभीर बीमारियों की संभावना को बहुत कम कर देता है।
शरीर में तेजी से नये ऊतकों का निर्माण करता है यानी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। जिससे व्यक्ति बूढ़ा होने के बाद भी जवान दिखता है।
शुद्ध पानी के विपरीत, कांगेन पानी कई खनिजों को नष्ट नहीं करता है।
कांगेन पानी पूरी तरह से साफ, ताज़ा और स्वाद में बढ़िया है।
कांगेन पानी का स्वाद इतना अच्छा होता है कि यह जूस और भोजन का स्वाद बढ़ा देता है।
वजन घटाने और वजन बनाए रखने के लिए भी कांगेन पानी को महत्व दिया गया है।
चूँकि इसमें क्षारीय, एंटीऑक्सीडेंट और सूक्ष्म समूह होते हैं, इसलिए यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है।
यह इंसान के चेहरे और बालों की सुंदरता को बढ़ाता है।
क्षारीय पानी में मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे विभिन्न खनिज होते हैं।
यह मानव हड्डियों को मजबूत बनाता है और हड्डियों के नुकसान को कम करता है।
मेटाबोलिज्म में सुधार करता है.
कांगेन जल शोधक मशीन
जैसा कि हमने आपको बताया कि इस तकनीक का आविष्कार जापान में हुआ था और दुनिया में एनाजिक जापान की एकमात्र कंपनी है जो इस मशीन का उत्पादन कर रही है। कंपनी इस मशीन को विदेशों में भी बेच रही है।
कांगेन पानी का उपयोग कई देशों में किया जा रहा है और वे जापान से ही मशीनें खरीद रहे हैं। ये मशीनें भारत में भी उपलब्ध हैं। बाजार में कांगेन वॉटर मशीनों के विभिन्न प्रकार उपलब्ध हैं। इसके अलग-अलग वेरिएंट की कीमत 1.5 लाख रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक है।
मशीन 5 साल की वारंटी के साथ आती है लेकिन देखा जाए तो यह 15 से 20 साल तक आसानी से चल सकती है। पानी को फिल्टर करने की क्षमता अलग-अलग वेरिएंट के हिसाब से अलग-अलग होती है। इसका लो वेरिएंट एक मिनट में 3 लीटर पानी फिल्टर कर सकता है, जबकि इसका हाई वेरिएंट एक मिनट में 6 लीटर तक पानी फिल्टर कर सकता है।
कांगेन मशीन को लगवाने या पानी इसके पानी के बारे में पूरी जानकारी आप मुझ से प्राप्त करें। kangen मशीन के बारे में अधिक जानने के लिए या डेमो बुक करने के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। संपर्क नंबर :- 8059297084 विनोद ग्राम - खरकरी (हिसार)
0 notes
Text
कोटा में थिंकिंग क्यूब लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ने से मिल रहा सुकून

रंगबाडी रोड पर थिंकिंग क्यूब लाइब्रेरी (Thinking Cube Library) का उद्घाटन, शहर के कोचिंग क्षेत्रों में 75 से अधिक लाइब्रेरी न्यूजवेव @ कोटा शिक्षा नगरी में रेजीडेंशियल हॉस्टल एवं पीजी रूम में रहने वाले हजारों कोचिंग विद्यार्थी शांत वातावरण में बैठकर जेईई-मेन व नीट की प्रभावी तैयारी करने के लिये अब लाइब्रेरी कंसेप्ट को चुन रहे हैं। शहर में 75 से अधिक लाइब्रेरी कोचिंग स्टूडेंट्स की पहली पसंद बन गई हैं। इन वातानुकूलित लाइब्रेरी के जूम केबिन में बैठकर कोचिंग विद्यार्थी 8-8 घंटे की पारियों में अपनी सेल्फ स्टडी एवं होमवर्क कर रहे हैं।

Thinking Cube Library सोमवार को रंगबाडी मार्ग पर थिकिंग क्यूब लाइब्रेरी का उद्घाटन 90 वर्षीया बुजुर्ग दादी राधाबाई गुप्ता ने किया। संचालक तुषार गुप्ता ने बताया कि अत्याधुनिक सुविधाओं वाली इस लाइब्रेरी में बच्चों को निर्धारित शिफ्ट बुकिंग करने पर मासिक सदस्यता कार्ड दिया जायेगा। इसके 90 से अधिक वातानुकूलित जूम केबिन मे फास्ट इंटरनेट सुविधा, यूटिलिटी चार्जर, प्रिंटर व प्रोजेक्ट, साउंड इंसुलेटर, शुद्ध पेयजल जैसी सभी सुविधाये दी गई है। एकाग्रता से होती है तैयारी

कोचिंग छात्र मनीष गर्ग, अशोक सिंह, प्रत्यूष राठी ने बताया कि हॉस्टल में कई बच्चे होने से मोबाइल के कारण शोरगुल बना रहता है। हमें जेईई-एडवांस्ड की एकाग्रता से तैयारी के लिये बिल्कुल शांत वातावरण चाहिये, जो ऐसी लाइब्रेरी के केबिन में बैठकर पढने से मिल रहा है। कोटा के सभी क्षेत्रों में यह सुविधा विद्यार्थीहित में है। नीट की तैयारी कर रही कोचिंग छात्र मनीषा कुर्मी, शिवांगी माथुर व शिल्पी राठौर ने बताया कि कोटा में हम बाहर से आकर कोचिंग करने वाले स्टूडेंट्स को पढाई के अनुकूल सुविधाये मिल रही हैं। 95 प्रतिशत छात्रायें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये दिन-रात मेहनत कर रही हैं। कोचिंग संस्थान के बाद TCL लाइब्रेरी में बैठकर हम शांति से पढाई कर रहे हैं। ऐसी शान्त जगह में रिविजन करना व टेस्ट प्रेक्टिस करना ��सान होता है। Read the full article
0 notes
Text
रायपुर: दूरस्थ अंचल के बसाहटों तक पहुंची शुद्ध पेयजल
हर मौसम में ग्रामीणों को मिल रहा पानी रायपुर, 17 फरवरी 2024 छत्तीसगढ़ के दूरस्थ एवं पहुंच विहीन दुर्गम स्थानों में स्थित ग्रामों में अब लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल मिल रहा है। केन्द्र सरकार के जल जीवन मिशन से अब ग्रामीणों को अन्य स्त्रोतों का पानी नहीं पीना पड़ता। शुद्ध पेयजल मिलने से ग्रामीण खुश है। नारायणपुर जिले के विभिन्न ग्रामों तक जल जीवन मिशन के तहत् दूरस्थ अंचल के बसाहटों तक…
View On WordPress
#drinking water#Pure#raipur#remote area#ताजा खबर#ताजा न्यूज#ताज़ा समाचार#देश हिंदी समाचार#लेटेस्ट समाचार#समाचार#हिंदी समाचार
0 notes
Text
राज्य मंत्री और सांसद ने किया जलजीवन मिशन की पेयजल योजना का शुभारंभ
सतना ।जल जीवन मिशन के तहत जिला मैहर के 03 विकासखंड अमरपाटन, रामनगर, मैहर, एवं जिला सतना के 02 विकासखंड उचेहरा, रामपुर बघेलान के 1019 ग्रामों के 17.50 लाख जनसंख्या को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सतना बाणसागर समूह जल प्रदाय योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है । जिसका कार्य मैसर्स एल एंड टी कंस्ट्रक्शन, चेन्नई द्वारा मध्य प्रदेश जल निगम मर्यादित सतना के निर्देशन में किया जा रहा है। शनिवार को…

View On WordPress
0 notes
Text
सकुशल, सुरक्षित, शांतिपूर्वक व सफल संपन्न हुआ मुड़िया पूर्णिमा मेला 2023

जिलाधिकारी पुलकित खरे के नियमित पर्यवेक्षण से श्रद्धालुओं को मिली मेले में उत्कृष्ट व्यवस्थाएं
मुड़िया पूर्णिमा मेला 2023 में श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रखा गया विशेष ध्यान। राजकीय मेले को भव्यता के साथ संपन्न कराने हेतु प्रशासन ने किए थे सभी पुख्ता इंतजाम। सुदृंढ़ व्यवस्थाओं हेतु डीएम पुलकित खरे व एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने किए निरंतर भ्रमण तथा नियमित रूप से ली अधिकारियों की बैठक। बस, सड़क, पार्किंग, पेयजल, शौचालय, विद्युत आदि व्यवस्थाओं को मेले से पूर्व ही किया गया था सुदृंढ़। जिलाधिकारी पुलकित खरे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में दिनांक 09 मई 2023 को मुड़िया पूर्णिमा मेला की व्यवस्थाओं के संबंध में प्रथम बैठक ली थी। दिनांक 3 जून 2023 को कलेक्ट्रेट सभागार में मुड़िया पूर्णिमा मेला 2023 की व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। 10 जून 2023 को मंडलायुक्त अमित गुप्त, जिलाधिकारी पुलकित खरे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने गोवर्धन लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस के सभागार में मुड़िया पूर्णिमा मेला 2023 की व्यवस्थाओं के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। 14 जून 2023 को जिलाधिकारी पुलकित खरे व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने गोवर्धन में मुड़िया पूर्णिमा को लेकर प्रबुद्धजन, आम नागरिक, व्यापारी, पत्रकार बंधु सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ सुझाव संबंधी बैठक की। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने दिनांक 17 जून 2023 को गोवर्धन में मुड़िया पूर्णिमा मेले की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जिसमें प्राथमिकता के आधार पर उन्होंने पेयजल तथा शौचालयों का जायजा लिया। उन्होंने कुसुम सरोवर के सामने बने प्याऊ से पानी पिया तथा श्रद्धालुओं को शुद्ध और ठंडा पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। उन्होंने 2 शौचालयों का निरीक्षण भी किया था और निर्देश दिए थे कि सभी जगहों पर साफ सफाई, पानी की सप्लाई, हैंडवाश आदि की सुविधा सुनिश्चित की जाए। निरीक्षण में उन्होंने स्वयं नंगे पैर कच्ची परिक्रमा पर चलकर उसके मानकों का जायजा लिया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कच्ची परिक्रमा मार्ग पर सभी पत्थर एवं अन्य प्रकार की असुविधा करने वाली चीजों को हटवाएं। परिक्रमा मार्ग पर जहा जहा आवश्यकता है वहा पर अधिक मिट्टी/ रेत को डलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी क्षेत्रवार लगाई और परिक्रमा मार्ग पर टॉयलेट, पेयजल, मिट्टी का भराव आदि की निरंतर चेकिंग करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने 25 जून, 28 जून, 30 जून,1 जुलाई, 2 जुलाई तथा आज भी निरंतर रूप से भ्रमण करते हुए संपूर्ण मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मेले को सफल रूप से संपन्न कराया। 1- मथुरा से गोवर्धन सड़क मार्ग का 4 लेन निर्माण कार्य हुआ। लोक निर्माण विभाग द्वारा मथुरा-गोवर्धन-डीग मार्ग (बॉर्डर तक) का चौड़ीकरण व सुदृढीकरण किया गया जिसकी लंबाई 25.46 किलोमीटर है। उक्त मार्ग की लागत रूपए 13841.30 लाख है। मार्ग की स्वीकृति की तिथि दिनांक 5-12-2016 थी। जिलाधिकारी के निरंतर प्रयासों एवं निर्देशों के क्रम में उक्त मार्ग के कार्य को शीघ्र पूर्ण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा उक्त मार्ग की नियमित निगरानी व कार्य की तीव्र प्रगति हेतु विभिन्न मजिस्ट्रेटों की शिफ्तवार ड्यूटी लगाई गई। दिनांक 17.05.2023 से 30.05.2023 तक उक्त मार्ग के कार्यों की सतत निगरानी की गई और डिप्टी कलेक्टर एस०डी० पवार, निकेत ��र्मा, वैभव गुप्ता व आदेश कुमार द्वारा संबंधित तकनीकी अधिकारी सहायक अभियंता के साथ निरीक्षण किया गया और जिलाधिकारी के समक्ष प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिलाधिकारी द्वारा स्वयं भी मार्गों का निरीक्षण किया गया जिसके फलस्वरूप मार्ग का संपूर्ण कार्य 25 जून 2023 तक पूर्ण किया गया। 2- गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधा हेतु मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा नि:शुल्क पेयजल व्यवस्था की गई, जिसमें 17 नए आर.ओ चिल्लर प्लांट लगाए गए, जलापूर्ति हेतु पानी की लाइन, 5 ट्यूब वेल तथा 3 पंपिंग स्टेशन की स्थापना की गई। उक्त कार्य की कुल लागत रुपए 490 लाख है। 3- श्रद्धालुओं की सुविधाओं हेत मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा 6 नए शौचालयों का निर्माण किया गया, जिसकी कुल लागत रूपए 97 लाख है। 4- संपूर्ण परिक्रमा मार्ग को एक ही ट्रांसफार्मर से जोड़ा गया तथा 24x7 बिजली की आपूर्ति की गई। श्रद्धालुओं की सुविधाओं हेतु मेले में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई। विद्युत विभाग ने 1500 मीटर की 3 * 70 स्क्वायर मिलीमीटर की केबल, 240 मीटर की 3 * 185 स्क्वायर मिलीमीटर की केबल तथा 15 स्थानों पर केबल की मरम्मद की है। 5- पिछले वर्ष 4 खोया-पाया केंद्रों को बढ़ाकर 5 कर दिया गया। पुलिस विभाग द्वारा जगह जगह पर खोया पाया केंद्रों के नंबरों को प्रदर्शित किया गया तथा पी.ए सिस्टम द्वारा निरंतर अनाउंसमेंट भी किया गया। 6- सभी 31 वॉच टावर पर फाइबर का कैनवास लगाया गया है, जिससे ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी को वर्षा एवं धूप से बचाव हो। मेला क्षेत्र में सुरक्षा के दृष्टिगत 35 पुलिस चौकी का निर्माण किया गया। मानसी गंगा, राधाकुंड, श्याम कुंड, ललिता कुंड, हरी कुंड, गोविंद कुंड, कुसुम सरोवर आदि स्थानों पर जाली से बैरिकेडिंग की गई। क्षेत्र में व्यवस्थित यातायात के दृष्टिगत 200 बैरियर लगाए गए। 7- पैदल परिक्रमा मार्ग पर अच्छी क्वालिटी की मिट्टी/रेत को डाला गया। लोक निर्माण विभाग द्वारा परिक्रमा मार्ग पर लगभग 2000 ट्रॉली राजस्थानी पीली मिट्टी का प्रयोग करते हुए मार्ग को श्रद्धालुओं हेतु सुगम बनाया गया तथा मार्ग से कंकड़ को हटाया गया 8- पिछले वर्ष 45 पार्किंग स्थल बनाए गए थे जिनको बढ़ाकर इस वर्ष 51 कर दिया गया। सभी पार्किंगो में रैंप, लाइटिंग, साइनेज आदि व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया गया। 9- वर्षा में जलभराव की समस्या के निदान हेतु 2 पार्किंगों में चकर प्लेट लगाई गई। लोक निर्माण विभाग द्वारा लगभग 2500 चकर प्लेट का इस्तमाल मेले में किया गया है, जिससे गाड़ियों का सुगमता से आवागमन बना रहे। 10- सफाई कर्मचारियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 700 से बढ़ाकर 800 कर दी गई थी, जिसमें पंचायतीराज विभाग के कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सफाई की ��त्तम व्यवस्था हेतु परिक्रम मार्ग एवं अन्य स्थानों को जोनल व सेक्टर के रूप में बांटते हेतु ड्यूटी लगाई गई है। पंचायती राज विभाग के 112 पर्वेक्षक सचिव, 08 सहायक विकास अधिकारी(प) जोनवार, 420 सफाई कर्मचारी, 112 रिजर्व सफाई कर्मचारी, 10 पंचायत सचिव रिजर्व, 140 अतिरिक्त कर्मचारी तथा कंट्रोल रूम में 03 कर्मचारी व 01 एडीओ पंचातय लगाया गया। 11- लोगों की मदद/सुविधा के लिए संपूर्ण परिक्रमा मार्ग में मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा साइनेज/ दिशासूचक चिन्ह लगाए गए, जिनकी कुल लागत रूपए 17.80 लाख है। 12- मानसी गंगा के बैथिंग स्प्रिंकलर पर फिल्टर लगाए गए हैं। अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत गोवर्धन आलोक कुमार ने बताया है कि 250 बैथिंग स्प्रिंकलर पर फिल्टर का उपयोग किया गया है।

Read the full article
0 notes
Text
शुक्लाफाँटामा खानेपानी समस्या हट्दै
शुक्लाफाँटा नगरपालिका–२ का बासिन्दा खानेपानी आयोजना निर्माण अगाडि बढाइएपछि निकै खुसी भएका छन् । वर्षौंदेखि ‘हेडपम्प’को पानी पिउँदै आएका बासिन्दाले आइरनको समस्या झेल्दै आएका छन् । खानेपानीको हेन्डपम्पमा आइरन आउँदा पत्थरीलगायतको समस्या अधिकांश बासिन्दामा देखिँदै आएको स्थानीय गौरसिंह साउदले बताउनुभयो । “खानेपानी आयोजना निर्माण अगाडि बढाइएपछि वर्षौंदेखिको शुद्ध पेयजल पिउने सपना साकार हुने भएको छ”,…

View On WordPress
0 notes
Text
कई वर्षों से जल निगम के पानी टंकियों की नहीं हुई सफाई
सेवराई। (गाजीपुर) जल निगम का दावा है कि समय-समय पर पानी की टंकियों की सफाई कराई जाती है। इसके बावजूद घरों में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। पानी को शुद्ध बनाने के लिए ग्रामीणों को आरओ मशीन लगवान पड़ रही हैं। तहसील सेवराई क्षेत्र के करहिया पथरा कामाख्या धाम, गहमर, बारा, सेवराई, भदौरा, देवकली, देवल आदि गांवों में घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए जल निगम द्वारा पानी टंकियों का निर्माण कराया…

View On WordPress
0 notes
Text
Jamshedpur mango water issue : मानगो में सुगमतापूर्वक पेयजलापूर्ति हेतु बैठक हुई, सरयू राय ऑनलाइन शामिल हुए, मानगो में शुद्ध पेयजलापूर्ति की राह में बाधक कारकों पर गंभीरतपूर्वक चर्चा, सरयू ने दिये सुझाव
��मशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत पेयजल आपूर्ति सुगमतापूर्वक संचालित करने के लिए मानगो नगर निगम के उप नगर आयुक्त सुरेश प्रसाद यादव की अध्यक्षता में एक बैठक सोमवार को निगम कार्यालय में हुई। इस बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता मो. आरिफ अंसारी और कनीय अभियंता आशुतोष पाठक शामिल हुए. अस्वस्थ रहने के बावजूद जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय कुछ समय के लिए बैठक…
0 notes
Text
Uttar Pardesh News: अन्य जिलों को पछाड़ चुकी है योगी सरकार की यह योजना, अब हर घर जल की व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में जहां ग्रामीणों पानी के लिए कई मीलों की दूरी तय करनी पड़ती थी. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था.लेकिन अब योगी सरकार की हर घर जल योजना से ग्रामीणों में खुशी की लहर है. नल कनेक्शन देने के मामले में यूपी ने राजस्थान को पीछे छोड़ दिया है. सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाले प्रदेशों में यूपी ने तीसरे नंबर पर पहुंच गया है यूपी में बीते दिन 97 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए है।
नल कनेक्शन में यूपी तीसरे नंबर पर
सबसे ज्यादा नल कनेक्शन देने वाले राज्यों में बिहार और महाराष्ट्र के बाद अब उत्तर प्रदेश तीसरे पायदान पर पहुंच चुका है. जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना के तहत अब तक 5 करोड़ से अधिक ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल का लाभ मिला है. प्रदेश ने गुरुवार तक करीब 97,11,717 से अधिक परिवारों को नल कनेक्शन दे दिया है इस योजना से 5,82,70,302 से अधिक ग्रामीणो को लाभ मिला है।
प्रदेश में एक दिन में 40 हजार से अधिक कनेक्शन
राजस्थान में 39,33,140 अभी तक नए नल कनेक्शन दिए गए है प्रदेश के 36.59 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को हर घर जल पहुंचाने का सपना पूरा हो चुका है. राजस्थान में 36.47 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक हर घर जल पहुंचा है यूपी में एक दिन में लगभग 40 हजार से अधिक परिवारों को नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं।
हर घर जल योजना के तहत सभी वर्गो का ध्यान रखेगी सरकार
फरवरी महीने में यूपी ने झारखंड और पश्चिम बंगाल को नल कनेक्शन के मामले में पीछे छोड़ दिया था. इस योजना के तहत जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का कहना है कि यह प्रदेश के लिए एक गौरव की बात है. केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना तीव्र गाति से आगे बढ़ रही है और हमारा लक्ष्य गामीण क्षेत्रों, गरीबों, किसानो को घर-घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना मुख्य लक्ष्य है।
यह भी पढ़े:
Ayodhya News: 155 देशों की पवित्र नदियों के जल से होगा रामलला का अभिषेक
Lucknow news : नवाबों के शहर में रईसजादे को स्टंटबाजी पड़ी भारी, प��लिस ने 26 हजार का चालान काटा
0 notes
Text
Top Aqua Pearl Water Purifier in India 2023
aqua pearl water purifier aqua pearl water purifier. वर्तमान समय में बेहतर स्वाथ्य के लिये शुद्ध पेयजल बेहद जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखे हुये हमने होम एण्ड किचन एप्लायंसेस पर पर्ल के वाटर प्यूरीफायर की जानकारी दी है। विश्वास करें, वाटर प्यूरीफायर आज की जरूरत है। फिर भले ही लोग कितना भी नकारें। वाटर प्यूरीफायर आज की जरूरत है। लेख में पर्ल की विशेष तकनीक तथा विशेषताओं के साथ ही अन्य जानकारी…

View On WordPress
#aqua pearl ro#aqua pearl water purifier#aqua pearl water purifier 12 litre price#aqua pearl water purifier price
0 notes
Text
दन्तेवाड़ा : ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की अति महत्वपूर्ण नल जल योजना लाई गई है योजना के तहत पानी टंकी निर्माण से लेकर पाइप लाइन विस्तार के साथ सभी घरों में नल का कनेक्शन किया जा रहा है। जिससे इस जनकल्याणकारी योजना का लाभ आम लोगों को मिल रहा है। विभाग द्वारा ग्रामीणों को पीने का स्वच्छ जल उपलब्ध होने से उनके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक सिद्ध हो रहा है। जिले के कुआकोंडा विकासखंड अंतर्गत अरनपुर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम मेंडपाल में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाने एवं नल कनेक्शन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिससे नल जल योजना के तहत ग्राम पंचायतों में लोगों के घरों में नल से जल पहुंचना प्रारंभ हो गया है। इससे गांव के 35 परिवारों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है शेष परिवारों तक शीघ्र पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। पानी जीवन का अमूल्य हिस्सा है इसके बिना जीवन की कल्पना ही नही की जा सकती एक समय ऐसा भी था जब ग्रामीण क्षेत्रों में जल की समस्या बनी हुई थी जहां पर लोगों को पीने के पानी के लिए बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां कई किलोमीटर दूर पैदल चलकर मीलो सफर तय कर पीने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ती थी, लेकिन आज शासन प्रशासन के प्रयास से अब पानी लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल, समूह नल जल योजनाओं को रेट्रोफिटिंग योजनाएं के माध्यम से गांव तक घरेलू नल कनेक्शन देने का कार्य किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से ऐसे ग्रामीण और सुदूर इलाके, जहां जल की उचित व्यवस्था नहीं है वहां हर घर में पाइप लाइन के माध्यम से पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। अब ग्रामीण क्षेत्रों में गांव की महिलाओं के चेहरे पर पानी को लेकर चिंता की रेखाएं नजर नहीं आएंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल की समस्या को दूर किया जा रहा है। और हर घर जल की संकल्पना साकार किया जा रहा है।
0 notes