#विकास दर
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भारत की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर : सीतारमण
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में अपने बजट भाषण में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है। दुनिया में आर्थिक सुस्ती के बाद भी भारत की विकास दर सात फीसदी रही। यह बजट अमृत काल का पहला बजट है।मौजूदा वित्त वर्ष में हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7% रहने का अनुमान है, यह विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और…
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दिमाग़ को हिला देने वाला सच, पढ़ कर आप भी आश्चर्य चकित रह जायेंगे ? (Data might vary)
_जरा सोचिए डाकू कौन ???_____________________________________
भारत में कुल 4120 MLA और 462 MLC हैं अर्थात कुल 4,582 विधायक।
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प्रति विधायक वेतन भत्ता मिला कर प्रति माह 2 लाख का खर्च होता है। अर्थात
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91 करोड़ 64 लाख रुपया प्रति माह। इस हिसाब से प्रति वर्ष लगभ 1100 करोड़ रूपये।
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भारत में लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 776 सांसद हैं।
इन सांसदों को वेतन भत्ता मिला कर प्रति माह 5 लाख दिया जाता है।
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अर्थात कुल सांसदों का वेतन प्रति माह 38 करोड़ 80 लाख है। और हर वर्ष इन सांसदों को 465 करोड़ 60 लाख रुपया वेतन भत्ता में दिया जाता है।
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अर्थात भारत के विधायकों और सांसदों के पीछे भारत का प्रति वर्ष 15 अरब 65 करोड़ 60 लाख रूपये खर्च होता है।
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ये तो सिर्फ इनके मूल वेतन भत्ते की बात हुई। इनके आवास, रहने, खाने, यात्रा भत्ता, इलाज, विदेशी सैर सपाटा आदि का का खर्च भी लगभग इतना ही है।
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अर्थात लगभग 30 अरब रूपये खर्च होता है इन विधायकों और सांसदों पर।
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अब गौर कीजिए इनके सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों के वेतन पर।
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एक विधायक को दो बॉडीगार्ड और एक सेक्शन हाउस गार्ड यानी कम से कम 5 पुलिसकर्मी और यानी कुल 7 पुलिसकर्मी की सुरक्षा मिलती है।
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7 पुलिस का वेतन लगभग (25,000 रूपये प्रति माह की दर से) 1 लाख 75 हजार रूपये होता है।
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इस हिसाब से 4582 विधायकों की सुरक्षा का सालाना खर्च 9 अरब 62 करोड़ 22 लाख प्रति वर्ष है।
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इसी प्रकार सांसदों के सुरक्षा पर प्रति वर्ष 164 करोड़ रूपये खर्च होते हैं।
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Z श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त नेता, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए लगभग 16000 जवान अलग से तैनात हैं।
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जिन पर सालाना कुल खर्च लगभग 776 करोड़ रुपया बैठता है।
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इस प्रकार सत्ताधीन नेताओं की सुरक्षा पर हर वर्ष लगभग 20 अरब रूपये खर्च होते हैं।
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*अर्थात हर वर्ष नेताओं पर कम से कम 50 अरब रूपये खर्च होते हैं।*
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इन खर्चों ��ें राज्यपाल, भूतपूर्व नेताओं के पेंशन, पार्टी के नेता, पार्टी अध्यक्ष , उनकी सुरक्षा आदि का खर्च शामिल नहीं है।
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यदि उसे भी जोड़ा जाए तो कुल खर्च लगभग 100 अरब रुपया हो जायेगा।
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अब सोचिये हम प्रति वर्ष नेताओं पर 100 अरब रूपये से भी अधिक खर्च करते हैं, बदले में गरीब लोगों को क्या मिलता है ?
*क्या यही है लोकतंत्र ?*
*(यह 100 अरब रुपया हम भारत वासियों से ही टैक्स के रूप में वसूला गया होता है।)*
_एक सर्जिकल स्ट्राइक यहाँ भी बनती है_
◆ भारत में दो कानून अवश्य बनना चाहिए
→पहला - चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध
नेता केवल टेलीविजन ( टी वी) के माध्यम से प्रचार करें
→दूसरा - नेताओं के वेतन भत्तो पर प्रतिबंध
| तब दिखाओ देशभक्ति |
प्रत्येक भारतवासी को जागरूक होना ही पड़ेगा और इस फिजूल खर्ची के खिलाफ बोलना पड़ेगा ?
*इस मेसेज़ को जितना हो सके फेसबुक और व्हाट्सअप ग्रुप में फॉरवर्ड कर अपनी देश भक्ति का परिचय दें।*
सादर निवेदन
माननीय PM and CM जी,
कृपया सारी *योजना बंद कर दीजिये।*
सिर्फ
*सांसद भवन जैसी कैन्टीन हर दस किलोमीटर पर खुलवा दीजिये ।*
सारे झगड़े ख़त्म।
*29 रूपये में भरपेट खाना मिलेगा..*
80% लोगों को घर चलाने का झगड़ा ख़त्म।
*ना सिलेंडर लाना, ना राशन*
और
घर वाली भी खुश ।
*चारों तरफ खुशियाँ ही रहेगी।*
फिर हम कहेंगे सबका साथ सबका विकास ।
*सबसे बड़ा फायदा 1र् किलो गेहूँ नहीं देना पड़ेगा*
और
*PM जी को ये ना कहना पड़ेगा कि मिडिल क्लास के लोग अपने हिसाब से घर चलाएँ ।*
इस पे गौर करें
कृपया कड़ी मेहनत से प्राप्त हुई ये जानकारी देश के हर एक नागरिक तक पहुँचाने की कोशिश करे ।
शान है या छलावा...।
पूरे भारत में एक ही जगह ऐसी है जहाँ खाने की चीजें सबसे सस्ती है ।
चाय = 1.00
सुप = 5.50
दाल= 1.50
खाना =2.00
चपाती =1.00
चिकन= 24.50
डोसा = 4.00
बिरयानी=8.00
मच्छी= 13.00
ये *सब चीज़ें सिर्फ गरीबों के लिए है और ये सब Available है Indian Parliament Canteen में।*
और उन *गरीबों की पगार है 5,00,000 रूपये महीना वो भी बिना income tax के ।*
आपके Mobile में जितने भी नम्बर save है सबको forward करें ताकि सबको पता चले …
कि यही कारण है कि इन्हें लगता है कि जो *आदमी 30 या 32 रूपये रोज़ कमाता है वो ग़रीब नहीं है।*
*Jokes तो हर रोज़ Forward करते हैं, आज इसे भी Forward करें और भारतीय जनता को जागरूक करें।*
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Tumblr की कोर प्रोडक्ट स्ट्रेटजी
यहाँ Tumblr पर हम ज़्यादा उपयोगकर्ता हासिल करने की कोशिश में अपने काम करने के तरीके को फिर से व्यवस्थित करने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं. बड़े उपयोगकर्ता आधार का मतलब है ज़्यादा लंबे समय तक चलने वाली कंपनी और इसका यह भी मतलब है कि हम यहाँ ज़्यादा समय तक बने रह सकते हैं और आपके साथ यह चीज़ ज़्यादा समय तक कर सकते हैं. इसलिए, अपने उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए हम इस स्ट्रैटजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. @labs ग्रुप ने इस बारे में कुछ जानकारी प्रकाशित कर दी है, लेकिन ये इससे भी बड़ा है. हम पहली बार इसे सार्वजनिक तौर पर प्रकाशित कर रहे हैं और इसके पीछे हमारी यह कोशिश है कि हम Tumblr समुदाय में आप सभी के साथ ज़्यादा पारदर्शिता के साथ काम कर सकें. ये स्ट्रैटजी सीमित संसाधनों के बीच मार्गदर्शन प्रदान करती है और Tumblr का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हमारी टीमों को ख़ास मुख्य क्षेत्रों पर पूरा ध्यान देने देती है.
निदान
Tumblr के विकास के लिए हमें उस मूल अनुभव को ठीक करना होगा जो Tumblr को उपयोगकर्ताओं के लिए फ़ायदेमंद जगह बनाती है. यहाँ बुनियादी समस्या ये है कि Tumblr का इस्तेमाल करना आसान नहीं है. ऐतिहासिक तौर पर हमने उपयोगकर्ताओं से उम्मीद की है कि वे अपनी फ़ीड को क्यूरेट करें और अपने अनुभव को क्यूरेट करके उसका पूरा फ़ायदा उठाएँ. लेकिन इस उम्मीद से उपयोगकर्ता अनुभव में रुकावटें पैदा होती हैं और हमारे कुल दर्शकों के सिर्फ़ एक छोटे से हिस्से को ही इससे फ़ायदा होता है.
Tumblr का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ उसके अनोखे कंटेंट और जोशपूर्ण समुदायों में निहित है. इंटरनेट संस्कृति का अग्रदूत होने के नाते Tumblr रुचियों की एक विशाल श्रेणी को घेरे हुए है, जैसे कि मनोरंजन, कला, गेमिंग, फ़ैनडम, फ़ैशन और म्युज़िक. लोग Tumblr पर आते हैं ताकि अपने आप को इसकी संस्कृति में पूरी तरह तल्लीन कर सकें जिससे हमारे लिए ये ज़रूरी हो जाता है कि हम लोगों और कंटेंट के बीच एक निर्बाध संबंध सुनिश्चित करें.
Tumblr की लगातार सफलता की गारंटी देने के लिए हमें लोगों और कंटेंट के बीच उस निर्बाध संबंध को बढ़ावा देने के काम को प्राथमिकता देनी होगी. इसमें नए उपयोगकर्ताओं और निर्माताओं को आकर्षित और प्रतिधारित करना, उनके विकास की देखभाल करना और प्लैटफ़ॉर्म के साथ बार-बार एंगेजमेंट को बढ़ावा देना शामिल है.
हमारे मार्गदर्शक सिद्धांत
Tumblr की उपयोगिता में सुधार करने के लिए हमें इन मूल मार्गदर्शक सिद्धांतों पर ध्यान देना होगा.
उन तरीकों को बढ़ाना जिनसे नए उपयोगकर्ता Tumblr की खोज करके उसके लिए साइन अप कर सकें.
हर ऐप लॉन्च के साथ बढ़िया गुणवत्ता का कंटेंट प्रदान करना.
उपयोगकर्ता आसानी से बातचीत में भाग ले सकें इसे सुगम बनाना.
हमारे निर्माता आधार को बनाए रखना और बढ़ाना.
ऐसे पैटर्न बनाना जो उपयोगकर्ताओं को Tumblr पर वापस आने के लिए बढ़ावा देते रहें.
प्लैटफ़ॉर्म के प्रदर्शन, स्थिरता और गुणवत्ता को बेहतर बनाना.
नीचे इन सिद्धांतों के बारे में विस्तार से बताया गया है.
सिद्धांत 1: उन तरीकों को बढ़ाना जिनसे नए उपयोगकर्ता Tumblr की खोज करके उसके लिए साइन अप कर सकते हैं.
Tumblr में गैर उपयोगकर्ताओं को एंगेज हो चुके लॉग इन किए हुए उपयोगकर्ताओं में बदलने के मामले में एक "टॉप ऑफ़ द फ़नेल" समस्या है. हमने फ़नेल का मज़बूत टॉप सुनिश्चित करने के लिए इंडस्ट्री स्टैंडर्ड वाले SEO तरीकों में भी निवेश नहीं किया है. हमें बाहरी स्रोतों से जो रेफ़रल ट्रैफ़िक मिलता है वो असंगत उपयोगकर्ता अनुभवों वाले अलग-अलग पेज पर फैला हुआ है जिसकी वजह से इन उपयोगकर्ताओं को नियमित Tumblr उपयोगकर्ताओं में बदलने का मौका चूक जाता है. जैसे, अक्सर खोज इंजन से उपयोगकर्ता ब्लॉग नेटवर्क और ब्लॉग व्यू में मौजूद पेज पर पहुँचते हैं—जहाँ साइन अप करने की कोई ख़ास वजह नहीं होती.
हमें लॉग आउट कर चुके tumblr.com के साथ प्रयोग करने की ज़रूरत है ताकि ये सुनिश्चित हो जाए कि हम साइन-अप और लॉग-इन में विज़िटर के लिए सबसे ज़्यादा संभावित रूपांतरण दर को हासिल कर रहे हैं. हमारे लॉग-आउट हो चुके पेज पर Tumblr क्या-क्या ऑफ़र करता है इसका पूरा कंटेंट संभावित उपयोगकर्ता को दिखाने के विचार को भी एक्सप्लोर किया जा सकता है. हम चाहते हैं कि लोग Tumblr के पीछे की संभावना को आसानी से समझ सकें, इसके लिए उन्हें बहुत सारे टैब और पेज नेविगेट करने की ज़रूरत ना पड़े. हमारा मौजूदा लॉगआउट किया हुआ एक्सप्लोर करें पेज उपयोगकर्ताओं को यह समझने में कोई खास मदद नहीं करता है कि "Tumblr क्या है," जिससे लोगों को यह साइट जॉइन करने के बारे में रोमांचित करने का मौका हमसे चूक जाता है.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
Tumblr के सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) अभ्यासों को इंडस्ट्री मानकों के अनुसार करने के लिए उनमें सुधार करना.
लॉगआउट किए हुए tumblr.com के साथ प्रयोग करना ताकि साइन अप और लॉग इन के लिए सबसे ज़्यादा रूपांतरण दर हासिल हो सके, विज़िटर्स के लिए Tumblr "लेने" के तरीकों को एक्सप्लोर करना और उन्हें साइन अप करने के लिए लुभाना.
सिद्धांत 2: हर ऐप लॉन्च के साथ बढ़िया गुणवत्ता का कंटेंट प्रदान करना.
हमें हर सेशन के दौरान उपयोगकर्ता की विविध रुचियों से मेल खाने वाला ताज़ा और प्रासंगिक कंटेंट पेश करके सर्वश्रेष्ठ उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करना होगा. अगर उपयोगकर्ता को बुरा कंटेंट अनुभव मिलता है, तो इसके लिए प्रोडक्ट दोषी है.
डिफ़ॉल्ट स्थिति हमेशा यह होनी चाहिए कि उपयोगकर्ता को इस ऐप्लीकेशन को नेविगेट करने का तरीका नहीं पता. साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जब लोग अपनी रुचियों से जुड़ा कंटेंट खोजते हैं, तो उनके सफ़र में उन्हें किसी उलझा देने वाली ��ीमाओं या अप्रत्याशित रुकावटों का ��ामना ना करना पड़े और वे कंटेंट को आसानी से एक्सेस कर सकें.
15 साल पुराना ब्रांड होना कठिन है क्योंकि ऐसे ब्रांड को Tumblr के बारे में व्यक्ति के मन में जो पहले से बनी हुई छवियाँ हैं उनका बोझ उठाना पड़ता है. औसतन, एक उपयोगकर्ता हर सेशन में सिर्फ़ 25 पोस्ट देखता है, इसलिए पहले 25 पोस्ट में Tumblr का मूल्य ज़ाहिर हो जाना चाहिए: यह एक जोशपूर्ण समुदाय है जिसमें ऐसी बहुत सी संभावनाएँ हैं जिनका इस्तेमाल अभी तक करना बाकी है. हम बिल्कुल नहीं चाहते कि उपयोगकर्ता यह मानते हुए छोड़कर चला जाए कि Tumblr बहुत ही बासी जगह है और उसके किसी काम का नहीं है.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
हर बार ऐप खोले जाने पर बढ़िया कंटेंट पेश करना.
उपयोगकर्ताओं के लिए यह समझना आसान बनाना कि Tumblr पर जोशपूर्ण समुदाय कहाँ-कहाँ हैं.
सभी फ़ीड में हमारी अल्गोरिथम वाली रैंकिंग क्षमताओं में सुधार करना.
सिद्धांत 3: उपयोगकर्ता आसानी से बातचीत में भाग ले सकें इसे सुगम बनाना.
Tumblr के आकर्षण का कुछ कारण रीब्लॉग चेन और जवाबों में बातचीत के विकास और उनमें पाई जाने वाली होशियार टिप्पणियों को दर्शाने की क्षमता में निहित है. इन चर्चाओं में भाग लेने का अनुभव मज़ेदार और आसान होना चाहिए.
बदकिस्मती से, फ़िलहाल जिस तरीके से Tumblr पर सभी जवाबों और रीब्लॉग में बातचीत होती है वह नए उपयोगकर्ताओं को उलझन में डाल देता है. हर रीब्लॉग से एंगेज होने से जुड़ी सीमाओं का होना, जवाबों का सिर्फ़ मूल पोस्ट पर लागू होना और थ्रेडेड बातचीत को आसानी से फ़ॉलो करने की सुविधा ना होने से उपयोगकर्ताओं को बातचीत में शामिल होने में दिक्कतें आती हैं.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
जवाबों और रीब्लॉग में उलझन पैदा करने वाली चीज़ों को सुधारना.
जवाबों और रीब्लॉग से जुड़े संवादात्मक पोस्टिंग सुविधाओं में सुधार करना.
अलग-अलग जवाबों और रीब्लॉग पर एंगेजमेंट की अनुमति देना.
उपयोगकर्ताओं के लिए एक रीब्लॉग थ्रेड में बातचीत के अलग-अलग रास्तों को फ़ॉलो करना आसान बनाना.
रीब्लॉग थ्रेड्स को छोटा करके बातचीत में से अव्यवस्था हटाना.
उपयोगकर्ता के फ़ॉलो किए जा रहे हैं फ़ीड में डुप्लीकेट रीब्लॉग को हटाने की संभावना को एक्सप्लोर करना.
सिद्धांत 4: हमारे निर्माता आधार को बनाए रखना और बढ़ाना.
Tumblr समुदाय के लिए निर्माता बेहद ज़रूरी हैं. लेकिन हमने कभी भी अपने निर्माता आधार को बनाए रखने, बढ़ावा देने और बढ़ाने के लिए कोई संगत और समन्वित कोशिश नहीं की है.
Tumblr पर नया निर्माता होने का अनुभव डरावना हो सकता है जिससे छोड़कर चले जाने की बड़ी संभावना बन जाती है या एंगेजमेंट या फ़ीडबैक मिले बिना रचनाएँ शेयर करने से ��िराशा का अनुभव हो सकता है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे पास अपेक्षित निर्माता टूल्स हैं और हम ऐसे लाभप्रद फ़ीडबैक लूप्स को बढ़ावा दें जो निर्माताओं को यहाँ बनाए रखें और उन्हें फलने-फूलने में सक्षम करें.
फ़ीडबैक की कमी के लिए पुराने ढंग का फ़ैसला ज़िम्मेदार है जिसके मुताबिक मुख्य डैशबोर्ड फ़ीड ("फ़ॉलो किए जा रहे हैं") पर सिर्फ़ फ़ॉलो किए गए ब्लॉग से कंटेंट दिखाया जाता है. इसकी वजह से एक ऐसा चक्र जारी रहता है जिसमें लोकप्रिय ब्लॉग को ज़्यादा दृश्यता मिलती रहती है जबकि नए निर्माताओं की कोई मदद नहीं हो पाती. इस समस्या को दूर करने के लिए हमें प्लैटफ़ॉर्म पर नए निर्माताओं के विकास को सपोर्ट करने और बढ़ावा देने को प्राथमिकता देनी होगी.
यह भी बेहद ज़रूरी है कि Tumblr पर सभी लोगों की तरह निर्माता भी महसूस करें कि वे सुरक्षित हैं और अपने अनुभव का नियंत्रण उनके अपने हाथ में है. चाहे यह समुदाय से कोई आस्क हो या किसी पोस्ट पर एंगेजमेंट, Tumblr पर सफल होना किसी सज़ा देने वाले अनुभव जैसा बिल्कुल नहीं लगना चाहिए.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
निर्माताओं के नए कंटेंट को उन लोगों के सामने लाना जो इसमें दिलचस्पी रखते हैं.
निर्माताओं के लिए फ़ीडबैक लूप में सुधार करना और उन्हें पोस्ट करना जारी रखने के लिए बढ़ावा देना.
ऐसी प्रक्रियाएँ तैयार करना जो निर्माताओं को नोटिफ़िकेशन द्वारा स्पैम होने से सुरक्षित रखेंगी जब वे वायरल हो जाते हैं.
ऐसे तरीके एक्सप्लोर करना जो साथ मिलकर कंटेंट बनाने दें, जैसे कि पोस्ट में Tumblr लिंक एम्बेड करने की क्षमता जोड़कर.
सिद्धांत 5: ऐसे पैटर्न बनाना जो उपयोगकर्ताओं को Tumblr पर वापस आने के लिए बढ़ावा देते रहें.
पुश नोटिफ़िकेशन और ईमेल ऐसे ज़रूरी टूल्स हैं जो उपयोगकर्ता एंगेजमेंट को बढ़ाते हैं, उपयोगकर्ता प्रतिधारण में सुधार करते हैं और कंटेंट की खोज करना आसान बनाते हैं. उपयोगकर्ता यानी आप तक पहुँचने की हमारी स्ट्रैटजी सभी प्रोडक्ट, कमर्शियल और मार्केटिंग टीमों में बढ़िया ढंग से समन्वित होनी चाहिए.
हमारी मेसेजिंग स्ट्रैटजी पर्सनलाइज़ की हुई होनी चाहिए और उसमें उपयोगकर्ता की बदलती रुचियों के साथ ढलने की क्षमता होनी चाहिए. हमारे मेसेज ऐसे होने चाहिए जिनसे उपयोगकर्ताओं को उनके समुदाय में सबसे नई गतिविधि के बारे में जानकारी मिलती रहे और साथ ही, उनके दिमाग में सबसे नए शोज़ और असली जीवन की घटनाओं पर मज़ाकिया टिप्पणियों और रीमिक्स के लिए जाने की सबसे बढ़िया जगह के तौर पर Tumblr का नाम सबसे पहले आता रहे.
सबसे ज़रूरी बात, हमारे मेसेज विचारशील होने चाहिए और कभी भी स्पैम जैसे नहीं लगने चाहिए.
कार्यवाहियाँ और अगले कदम
हमारी मेसेजिंग स्ट्रैटजी का ऑडिट संचालित करना.
नोटिफ़िकेशन से बहुत शोर होने की स��स्या को सुलझाना; जहाँ ज़रूरत पड़े वहां नोटिफ़िकेशन को रोकना, छोटा या म्यूट करना.
हमारे ईमेल मेसेज में पर्सनलाइज़ेशन के लिए मौकों की पहचान करना.
टेस्ट करना कि सही दैनिक पुश नोटिफिकेशन सीमा क्या है.
ईमेल भेजना जब उपयोगकर्ता ने पुश नोटिफ़िकेशन बंद किए हुए हैं.
सिद्धांत 6: प्रदर्शन, स्थिरता और गुणवत्ता.
हमारे मोबाइल ऐप्स की स्थिरता और प्रदर्शन में गिरावट आई है. प्रोडक्शन से जुड़े बहुत सारे मुद्दों को हल करना बाकी है क्योंकि पिछले 300 दिनों में जितने बग पैदा हुए हैं उनमें से बहुत कम को सुधारा गया है. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो हर दो दिन में अंदाजन एक नया अनसुलझा प्रोडक्शन से जुड़ा मुद्दा पैदा होता रहेगा. ऐप्स और बैकएंड सिस्टम जो अच्छी तरह काम करते हैं और क्रैश नहीं करते हैं वो बढ़िया Tumblr अनुभव की नींव हैं. प्रदर्शन, स्थिरता और गुणवत्ता में सुधार करने से हमें Tumblr के लिए संवहनीय परिचालन हासिल करने में मदद मिलेगी.
प्रदर्शन और स्थिरता में सुधार करना: Android, iOS और वेब पर क्रैश-फ़्री, रेसपॉन्सिव और तेज़ी से लोड होने वाले ऐप्स पेश करना.
गुणवत्ता में सुधार करना: हमारे उपयोगकर्ताओं को बेहतरीन गुणवत्ता का Tumblr अनुभव प्रदान करना.
तेज़ चलना: कोर प्रोडक्ट इनिशिएटिव को अनब्लॉक करने के लिए APIs और सेवाएँ प्रदान करना और लैब्स से निकलने वाली नई सुविधाएँ लॉन्च करना.
निष्कर्ष
दुनिया के निर्माताओं को सशक्त बनाना हमेशा से हमारा मिशन रहा है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं कि Tumblr का विकास ऐसे हो जो हमारे मौजूदा उपयोगकर्ताओं को सपोर्ट करे और साथ ही, उन क्षेत्रों में सुधार करे जो नए निर्माताओं, कलाकारों और उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करते हैं. आप एक ऐसे डिजिटल घर के हकदार हैं जो आपके लिए काम करता है. आप बेहतरीन टूल्स और सुविधाओं के हकदार हैं जिनसे आप एक ऐसे प्लैटफ़ॉर्म पर अपने समुदायों से जुड़ सकते हैं जो आसानी से बढ़िया गुणवत्ता के कंटेंट की खोज करने को प्राथमिकता देता है. यह Tumblr में नई जान डाल देने वाला वक्त है और अपनी मौजूदा स्ट्रैटजी को लेकर हम बेहद रोमांचित हैं.
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बजट पूर्व बैठक में फोकस 7-8% वृद्धि का पुनरुद्धार
नई दिल्ली: मंगलवार को पीएम मोदी के साथ अर्थशास्त्रियों की बैठक में वैश्विक चुनौतियों, भू-राजनीतिक तनावों की पृष्ठभूमि में 7-8% की वृद्धि दर हासिल करने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया गया कि देश 2047 तक विकसित राष्ट्र का दर्जा हासिल करने की राह पर बना रहे। .विषय के तहत बजट पूर्व परामर्श में – ‘वैश्विक अनिश्चितता के समय में भारत की विकास गति को बनाए रखना’ – पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि…
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RBI Bulletin: महंगाई से मिली राहत, इकोनॉमी चली ग्रोथ की ओर
भारत की विकास दर वित्त वर्ष 2024-25 के सेकंड हाफ में बढ़ सकती है. इस बात की जानकारी RBI ने अपनी मासिक बुलेटिन दिया है. बुलेटिन में कहा गया कि भारत का विकास सेकंड हाफ में तेज हो सकता है. यह मुख्य रूप से घरेलू उपभोक्ता मांग की मजबूती के कारण है. वैश्���िक अर्थव्यवस्था स्थिर गति से बढ़ रही है और मुद्रास्फीति नियंत्रण में है, जिससे यह मजबूती ��े आगे बढ़ रही है. सुस्ती से उबर रही अर्थव्यवस्था भारत की…
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प्रजनन उपचार में आईवीएफ इन्क्यूबेटरों की भूमिका
प्रजनन उपचार में आईवीएफ इन्क्यूबेटरों की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये इन्क्यूबेटर भ्रूणों को सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण में रखने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, ताकि उनका विकास सही तरीके से हो सके। इन इन्क्यूबेटरों में तापमान, आर्द्रता और गैस संरचना को सटीक रूप से नियंत्रित किया जाता है, जो भ्रूण के विकास के लिए अनुकूल होते हैं। इसके अलावा, इन इन्क्यूबेटरों में भ्रूणों की निगरानी करना और उनके स्वास्थ्य का मूल्यांकन करना भी संभव होता है, जिससे आईवीएफ उपचार की सफलता दर में सुधार होता है। इस प्रकार, इन्क्यूबेटर IVF उपचार में एक अहम उपकरण साबित होते हैं।
#आईवीएफ की सफलता दर#आईवीएफ में सफलता दर बढ़ाना#इन्क्यूबेटरों में टाइम-लैप्स इमेजिंग#आईवीएफ इन्क्यूबेटरों की विशेषताएं#आईवीएफ इन्क्यूबेटरों
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar Date 18 December 2024 Time 11.00 to 11.05 AM Language Marathi आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर प्रादेशिक बातम्या दिनांक: १८ डिसेंबर २०२४ सकाळी ११.०० वाजता.
विधानपरिषदेच्या अध्यक्षपदासाठी उद्या निवडणूक होणार असून, महायुतीने प्राध्यापक राम शिंदे यांना उमेदवारी दिली आहे. ते आज उमेदवारी अर्ज दाखल करणार आहेत.
माजी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांनी काल नागपुरात विधान भवनात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांची भेट घेतली आणि महायुतीच्या विजयाबद्दल अभिनंदन केलं. सत्ताधारी आणि विरोधकांमध्ये संवादाची या राज्याला दीर्घ परंपरा आहे. त्यांच्या नेतृत्त्वाखाली राज्याची आणखी प्रगती होईल, अशा शुभेच्छा दिल्याचं उद्धव ठाकरे यांनी या भेटीनंतर वार्ताहरांना सांगितलं. त्यानंतर ठाकरे यांनी विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर यांची भेट घेतली आणि अध्यक्षपदी निवड झाल्याबद्दल शुभेच्छा दिल्या.
दहाव्या क्रमांकाची अर्थव्यवस्था ते आज पाचव्या स्थानापर्यंतचा भारताचा प्रवास जागतिक आणि देशांतर्गत आव्हानांच्या टप्प्यात अविश्वसनीयपणे वेगवान वाढीचा आहे, असं मत नीती आयोगाचे उपाध्यक्ष सुमन के. बेरी यांनी व्यक्त केलं आहे. ते काल मुंबईत पत्रकार परिषदेत बोलत होते. नीती आयोग, कॅलिफोर्निया विद्यापीठ, बर्कले आणि इंदिरा गांधी इन्स्टिट्यूट ऑफ डे��्हलपमेंट रिसर्च यांच्या संयुक्त विद्यमाने दोन दिवसीय ‘भारताच्या बहुविध संक्रमणांवर आंतरराष्ट्रीय कार्यशाळेच्या अनुषंगाने ते बोलत होते. सर्वात उत्तम अर्थव्यवस्था आपल्याला व्हायची असेल तर गुंतवणूक वाढली पाहिजे, या संदर्भात या कार्यशाळेत चर्चा झाल्याचं त्यांनी सांगितलं. वातावरणातील बदल आणि नागरिकीकरण ही महत्वाची आव्हानं असताना आमची भूमिका ही पुढचे दहा वर्ष कसे असतील ही असल्याचं बेरी यांनी नमूद केलं.
लोकसभेत काल ८७ हजार ७६२ कोटी रुपयांच्या पुरवणी मागण्या मंजूर झाल्या. भारत हा जगात सर्वाधिक वृद्धी दर नोंदवणारा द���श आहे. गेले तीन वर्ष देशाचा वृद्धीदर सरासरी ८ पूर्णांक ३ दशांश टक्के होता, असं केंद्रीय अर्थमंत्री निर्मला सीतारामन यांनी या संदर्भातल्या चर्चेला उत्तर देताना सांगितलं. केंद्र सरकारनं ११ लाख कोटी रुपयांहून अधिक खर्च पायाभूत सुविधांवर करायचा ठरवला आहे. त्यामुळे येत्या काही वर्षात अर्थव्यवस्था आणखी मजबूत होईल, असं त्या म्हणाल्या. संयुक्त पुरोगामी आघाडीच्या सरकारच्या तुलनेत राष्ट्रीय लोकशाही आघाडी सरकारच्या काळात किरकोळ, खाद्य आणि इंधन महागाई मोठ्या प्रमाणात कमी झाल्याचं सीतारामन यांनी सांगितलं.
करदात्यांना अधिक सेवा देण्याच्या उद्देशानं चार नव्या उपक्रमांची घोषणा केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर आणि सीमा शुल्क मंडळाचे अध्यक्ष संजय कुमार अगरवाल यांनी केली. या चार उपक्रमांमध्ये नागरिकांची सनद, संपूर्ण करसंबंधित माहितीसाठी सुविधा केंद्र, सूचना करण्यासाठी व्यवसाय सुलभता टॅब आणि कर भांडारासाठी सी बी आय सी संग्रह यांचा समावेश आहे. यामुळे करसेवेमध्ये पारदर्शकता आणि विश्वास वाढीस लागेल. करदात्यांना सक्षम बनवून आणि त्यांच्या सूचनांचा समावेश करून, एक सुलभ प्रणाली तयार केली जाईल, अशी माहितीही त्यांनी दिली.
नागपूरमधल्या मेट्रो रेल्वे प्रकल्पाच्या दुसऱ्या टप्प्याला चालना देण्यासाठी आशियाई विकास बँकेकडून एक हजार ५४७ कोटी रुपयांचं अर्थसहाय्य मिळणार आहे. विधानभवनातल्या मंत्रिमंडळ सभागृहात काल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या उपस्थितीत सामंजस्य करार करण्यात आला. या प्रकल्पामुळे नागपूर शहरासह परिसराच्या विकासाला आणखी गती मिळेल, असं फडणवीस यांनी सांगितलं. नागपूर मेट्रो प्रकल्पाच्या दुसऱ्या टप्प्यासाठी आशियाई विकास बँक आणि यूरोपीयन इन्वेस्टमेंट बँक यांच्याकडून एकूण तीन हजार ५८६ कोटी रुपयांचा वित्तपुरवठा करण्यात येणार आहे.
धुळे जिल्ह्यातल्या पळासनेर जंगलात पैशांचा पाऊस पाडण्याच्या वादातून गोळीबार करण्यात आला. याप्रकरणी धुळे पोलिस दलाच्या स्थानिक गुन्हे अन्वेषण शाखा आणि शिरपूर तालुका पोलिसांनी मध्यप्रदेशमधल्या खंडवामधून चौघांना अटक केली आहे. जादूटोणा कायदा कलमान्वये तक्रारदारासह दोघांविरुद्ध गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे.
सिंधुदुर्ग जिल्ह्यातल्या कुडाळ तालुक्यात येत्या २१ ते २७ डिसेंबर दरम्यान बंधारे मोहीम आयोजित करण्यात आली आहे. प्रत्येक ग्रामपंचायत क्षेत्रात बंधारे बांधण्यासाठी अंगणवाड्या, युवक क्रीडा मंडळ, बचतगट, स्वयंसेवी संस्था, विविध कर्मचारी संघटना आणि ग्रामस्थांना सहभागी करुन घेतलं जाणार आहे. गेली सहा वर्ष कुडाळ पंचायत समिती कोणत्याही शासकीय निधीशिवाय केवळ लोकसहभागातून बंधारे मोहीम राबवत आहे.
ग्रामीण भागातल्या नागरिकांना दरडोई ५५ लिटर शुद्ध पिण्याचं पाणी मिळावं, या उद्देशानं राज्य शासनानं जलजीवन मिशन योजना सुरू केली आहे. या अंतर्गत सातारा जिल्ह्यात एक हजार १०० कामं मंजूर असून, ही कामं पुढच्या वर्षाच्या मार्च महिन्यापर्यंत पूर्ण करावीत, असे निर्देश जिल्हाधिकारी जितेंद्र डुडी यांनी दिले आहेत.
राज्यात सध्या थंडीचा प्रचंड कडाका जाणवत असून, मध्य महाराष्ट्रात काही ठिकाणी तर कोकण आणि विदर्भात तुरळक ठिकाणी किमान तापमानात लक्षणीय घट झाली आहे. आज राज्यात सर्वत्र हवामान कोरडं राहील, असा हवामान विभागाचा अंदाज आहे.
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दुनिया के नक्शे से गायब होने वाला पहला देश बन सकता है साउथ कोरिया, जानें क्यों
Sauth Korea News: दक्षिण कोरिया, जो कभी अपने तेज़ आधुनिकीकरण और आर्थिक विकास के लिए जाना जाता था, अब गंभीर जनसंख्या संकट का सामना कर रहा है। देश की जन्म दर ऐतिहासिक रूप से कम हो गई है, जिससे इस सदी के अंत तक इसकी आबादी दो-तिहाई तक घटने का खतरा है। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह अर्थव्यवस्था को अस्थिर कर सकता है और दक्षिण कोरिया के समाज को नया आकार दे सकता है। यह समस्या 1960 के दशक में शुरू…
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आगरा: तीन दिवसीय उत्पाद प्रद��्शनी एवं ट्रेड फेयर का आयोजन, पीएम-विश्वकर्मा योजना के लाभार्थी होंगे सहभागी
आगरा में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के विकास कार्यालय द्वारा तीन दिवसीय उत्पादों की प्रदर्शनी और ट्रेड फेयर का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 3 दिसंबर से 5 दिसंबर 2024 तक एमएसएमई तकनीकी विकास केंद्र (पीपीडीसी), फाउंड्री नगर, हाथरस रोड पर होगा। एमएसएमई के उपनिदेशक श्री बी.के. यादव ने जानकारी दी कि इस प्रदर्शनी का उद्घाटन 3 दिसंबर को होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य पीएम-विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को प्रोत्साहन और उनके उत्पादों को बेहतर विपणन मंच उपलब्ध कराना है। इस आयोजन के जरिए कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल की जा रही है। पीएम-विश्वकर्मा योजना की पहली वर्षगांठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2023 को लॉन्च की गई पीएम-विश्वकर्मा योजना अपनी पहली वर्षगांठ मना रही है। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन और वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इनमें लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई, मूर्तिकार, राजमिस्त्री और दर्जी सहित 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसाय शामिल हैं। प्रदर्शनी के प्रमुख आकर्षण प्रदर्शनी में 22 जिलों के 60 स्टॉल शामिल होंगे, जिनमें पीएम-विश्वकर्मा योजना के लाभार्थी अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे। इन स्टॉल पर कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन होगा। कारीगरों और उनके सहायकों को तीन दिनों के लिए निम्नलिखित सुविधाएं दी जाएंगी: - मानदेय: प्रत्येक लाभार्थी को रु. 500 प्रतिदिन की दर से कुल रु. 1500 दिए जाएंगे। - यात्रा व्यय: आने-जाने के लिए अधिकतम रु. 1000 तक का किराया व्यय सीधे बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। - रहने और खाने की व्यवस्था: कारीगरों और उनके एक सहायक के लिए तीन दिनों तक निःशुल्क आवास और भो��न की व्यवस्था की गई है। पारंपरिक कारीगरों को मिलेगा बढ़ावा श्री बी.के. यादव ने बताया कि इस आयोजन के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके उत्पादों की बिक्री के लिए एक बेहतर मंच मिलेगा। साथ ही, उनकी दक्षता को बढ़ावा देने के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ भी पहुंचाया जाएगा। यह कदम न केवल उनके जीवन स्तर में सुधार करेगा, बल्कि उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगा। आगरा के लिए गर्व का क्षण यह प्रदर्शनी न केवल आगरा के लिए बल्कि आसपास के जिलों के कारीगरों के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। प्रदर्शनी में आगरा के साथ-साथ आसपास के जिलों के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इस तीन दिवसीय मेले में सभी नागरिकों से भाग लेने और पारंपरिक भारतीय शिल्प और कारीगरी को प्रोत्साहन देने की अपील की गई है। Read the full article
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PM Awas Yojana Gramin
विवरण:
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G), जो 1 अप्रैल 2016 को शुरू की गई थी, ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) का एक प्रमुख मिशन है. आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) इसका कार्यान्वयन करता है। PMAY-G का लक्ष्य सभी बेघर परिवारों और कच्चे या जीर्ण-शीर्ण घरों में रहने वाले परिवारों को बुनियादी सुविधाओं के साथ एक पक्का घर देना है। PMAY-G ग्रामीण आवास की कमी को दूर करता है और भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आवास की कमी को पूरा करता है, जो "सभी के लिए आवास" के मिशन में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है। PMAY-G के तहत घरों का आकार कम से कम 25 वर्ग मीटर होना चाहिए,
जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक अलग स्थान है। 27 सितंबर 2022 तक, 2.72 करोड़ घरों के कुल लक्ष्य में से 2.00 करोड़ घर बनाए गए थे। सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) के मापदंडों द्वारा लाभार्थियों की पहचान की जाती है, जो ग्रामसभाओं द्वारा सत्यापित की जाती है। यह धन सीधे लाभार्थी के आधार से जुड़े बैंक या डाकघर खाते में भेजा जाता है। PMAY-G को अगले दो वर्षों, यानी 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है।
जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक अलग जगह है। 27 सितंबर 2022 तक, कुल लक्ष्य 2.72 करोड़ घरों में से 2.00 करोड़ घर बनाए गए थे। लाभार्थियों की पहचान ग्रामसभाओं द्वारा सत्यापित की जाती है और सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) के मापदंडों द्वारा की जाती है। लाभार्थी के आधार से सीधे जुड़े बैंक या डाकघर खाते में धन भेजा जाता है। PMAY-G को 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दिया गया है।
फ़ायदे:
मैदानी क्षेत्रों को ₹ 1,20,000 प्रति इकाई की आर्थिक सहायता; पहाड़ी, दुर्गम और आईएपी जिलों (हिमालयी राज्यों, पूर्वोत्तर राज्यों और जम्मू और कश्मीर संघ शासित प्रदेशों) को ₹ 1,30,000 प्रति इकाई की आर्थिक सहायता।
स्थायी घर बनाने के लिए ₹ 70,000 तक का संस्थागत वित्त, या ऋण, इच्छुक लाभार्थी को 3% कम ब्याज दर पर मिल सकता है। सब्सिडी का सबसे अधिक मूल्य ₹ 2,00,000 है।
घर का कम से कम २५ वर्ग मीटर का आकार होगा, जिसमें स्वच्छ खाना पकाने के लिए एक अलग क्षेत्र होगा।
लाभार्थियों को स्वच्छ भार��� मिशन-ग्रामीण (एसबीएम-जी) के साथ मिलकर शौचालय बनाने के लिए 12,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता मिलती है।
मनरेगा के अभिसरण में लाभार्थी को 95 दिनों तक 90.95 रुपये प्रतिदिन की दर से अकुशल श्रमिक (ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण) के रूप में काम मिलेगा।
स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (SSBM-G) के साथ मिलकर, लाभार्थियों को शौचालय बनाने के लिए 12,000 रुपये तक की धनराशि दी जाती है।
मनरेगा के अभिसरण में लाभार्थी को 95 दिनों तक अकुशल श्रमिक (ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण) के रूप में 90.95 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे।
पीएमएवाई-जी पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो एक या दो कमरों वाले शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले मकानों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन के मानदंड: 1. आश्रय विहीन परिवार; 2. भिक्षा पर या निराश्रित व्यक्ति; 3. मैनुअल स्कैवेंजर; 4. आदिम जनजातीय समूह; 5. कानूनी रूप से रिहा बंधुआ मजदूर
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
आवेदन प्रक्रिया
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
लाभार्थी पंजीकरण मैनुअल (https://pmayg.nic.in/netiayHome/Document/Document-PMAYG-Registratio-Manual) पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।PDF लाभार्थी पंजीकरण प्रक्रिया में चार भाग हैं:
व्यक्तिगत, बैंक खाता, अभिसरण और संबंधित कार्यालयों से विवरण
लाभार्थी को सफलतापूर्वक पंजीकृत करने या जोड़ने के लिए निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना चाहिए:
PMAY-G में शामिल होने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
व्यक्तिगत विवरण अनुभाग में आवश्यक जानकारी भरें, जैसे आधार संख्या, मोबाइल नंबर और लिंग. आधार संख्या का उपयोग करने के लिए आवश्यक सहमति पत्र अपलोड करें।
खोज बटन पर क्लिक करके लाभार्थी का नाम, पीएमएवाई आईडी और प्राथमिकता प्राप्त करें।
"पंजीकरण हेतु चयन करें" पर क्लिक करें।
लाभार्थी का विवरण स्वचालित रूप से बनाया जाएगा और दिखाया जाएगा।
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
अब लाभार्थी के अतिरिक्त विवरण भरें, जैसे स्वामित्व का प्रकार, संबंध, आधार संख्या आदि।
लाभार्थी की आधार संख्या का उपयोग करने के लिए आवश्यक सहमति प्रपत्र अपलोड करें. अगले अनुभाग में, लाभार्थी का नाम, बैंक खाता संख्या आदि का विवरण जोड़ें।
लाभार्थी को ऋण लेना चाहते हैं, तो "हां" चुनें और आवश्यक राशि दर्ज करें।
अगले भाग में लाभार्थी का स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) नंबर और मनरेगा जॉब कार्ड नंबर दर्ज करें।
संबंधित कार्यालय अंतिम भाग भरेगा।
आवश्यक दस्तावेज़
PMAY-G पात्र लाभार्थियों में सभी बेघर परिवार शामिल होंगे जो शून्य दीवारों और कच्ची छतों वाले एक या दो कमरों वाले घरों में रहते हैं (एसईसीसी आंकड़ों के अनुसार और बहिष्करण प्रक्रिया के अधीन)।
स्वचालित या अनिवार्य समावेशन मानदंड निम्नलिखित हैं:
1. आश्रय विहीन परिवार;
2. निराश्रित या भिक्षा पर व्यक्ति;
3. उपयोगी स्कैवेंजर;
4. प्राचीन जनजातीय समूह;
5. कानूनी रूप से रिहा किए गए बंधुआ कर्मचारी
आवश्यक आधार संख्या और आधार कार्ड की स्व-सत्यापित प्रति (यदि आवेदक अशिक्षित है, तो उसे अंगूठे के निशान के साथ सहमति पत्र मिलना चाहिए)
मनरेगा के साथ विधिवत पंजीकृत जॉब कार्ड बैंक खाते का विवरण, मूल और नकली दोनों।
स्वच्छ भारत मिशन (SSBM) की आंकड़े
हलफनामा जिसमें लाभार्थी या उसके परिवार के सदस्यों को पक्का घर नहीं है
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China Par Nirbharata Kam Karane ke Lie Germany ko Bharat se Ummeed
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स इस हफ्ते भारत के दौरे पर हैं. जर्मनी उम्मीद कर रहा है कि भारत के बड़े बाजार में बढ़ी हुई पहुंच से जर्मनी क�� चीन पर निर्भरता कम होगी, भले ही भारत "नया चीन" न बने.
कारों से लेकर लॉजिस्टिक्स तक, जर्मन कंपनियों को भारत के विकास की संभावनाओं से बड़ी उम्मीद है. वे कुशल युवाओं की बड़ी संख्या, सस्ती लागत और करीब 7 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर का फायदा उठाना चाहती हैं. इसी उम्मीद में जर्मनीके चांसलर ओलाफ शॉल्त्स एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंच रहे हैं.
Read More: https://www.deshbandhu.co.in/news/germany-hopes-from-india-to-reduce-dependence-on-china-505688-1
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PRP Treatment Cost, Best Hair Transplant in Delhi
प्लेटलेट-रिच प्लाज़्मा उपचार बालों के झड़ने और पतले होने से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए एक लोकप्रिय और आशाजनक समाधान के रूप में उभरा है। अगर आप भी बालों के झड़ने की समस्या से जूझ रहें हैं तो पीआरपी हेयर ट्रीटमेंट (PRP hair treatment) आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं। इस लेख में, A’S Clinic के विशेषज्ञ पीआरपी बाल उपचार की जटिलताओं पर प्रकाश डालेंगे, इसकी लागत को प्रभावित करने वाले कारकों का पता लगाएंगे, और भारत में पीआरपी बाल उपचार की सफलता दर पर प्रकाश डालेंगे।
पीआरपी हेयर ट्रीटमेंट क्या है?
प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (पीआरपी) बाल उपचार में रोगी के रक्त से प्लेटलेट्स का निष्कर्षण और एकाग्रता शामिल होती है, जिसे फिर बालों के विकास को प्रोत्साहित करने और बालों की मोटाई और घनत्व में सुधार करने के लिए सिर में इंजेक्ट किया जाता है। यह गैर-सर्जिकल प्रक्रिया बालों के फॉलिकल्स को फिर से जीवंत करने और स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्लेटलेट्स के पुनर्योजी गुणों का उपयोग करती है।
भारत में पीआरपी बाल उपचार की सफलता दर क्या हैं?
पीआरपी बाल उपचार ने बालों के झड़ने को प्रभावी ढंग से संबोधित करने और बालों के पुनर्विकास को बढ़ावा देने की अपनी क्षमता के कारण ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि व्यक्तिगत परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं, अध्ययन और नैदानिक परीक्षणों ने पीआरपी बाल उपचार से गुजरने वाले रोगियों के लिए आशाजनक परिणाम दिखाए हैं। रोगी की उम्र, बालों के झड़ने की सीमा और उपचार के बाद देखभाल प्रोटोकॉल का पालन जैसे कारक भारत में पीआरपी बाल उपचार की सफलता दर को प्रभावित कर सकते हैं।
भारत में पीआरपी हेयर ट्रीटमेंट की लागत कितनी है?
भारत में औसतन पीआरपी बाल उपचार 4,000 रुपये से लेकर 15,000 रुपये प्रति सत्र हो सकता हैं। आमतौर पर, रोगियों को इष्टतम परिणाम प्राप्त करने के लिए कई हफ्तों के अंतराल पर कई सत्रों की आवश्यकता होती है। भारत में पीआरपी बाल उपचार की लागत कई कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है, जिसमें क्लिनिक का स्थान, उपचार करने वाले चिकित्सा पेशेवर की विशेषज्ञता और रोगी के बालों के झड़ने की सीमा शामिल है।
उपचार प्रक्रिया
पीआरपी हेयर ट्रीटमेंट की लागत सीमा (INR)
विवरण
प्रारंभिक परामर्श
1000-3000
बालों के झड़ने, खोपड़ी की स्थिति और पीआरपी उपचार के लिए उपयुक्तता का मूल्यांकन।
��्कैल्प विश्लेषण
500-2000
बालों के फॉलिकल्स, घनत्व और समग्र स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग करके खोपड़ी का विस्तृत विश्लेषण।
रक्त संग्रह
500-1500
पीआरपी तैयारी के लिए रोगी के रक्त के नमूने का संग्रह।
पीआरपी तैयारी
2000-5000
सेंट्रीफ्यूजेशन या अन्य तरीकों का उपयोग करके प्लेटलेट-समृद्ध प्लाज्मा (पीआरपी) को अलग करने के लिए रक्त के नमूने का प्रसंस्करण करना।
पीआरपी इंजेक्शन
3000-10000
माइक्रोनीडलिंग या प्रत्यक्ष इंजेक्शन तकनीकों का उपयोग करके खोपड़ी में पीआरपी का 10,000 इंजेक्शन
अनुवर्ती सत्र
2000-7000 (प्रति सत्र)
इष्टतम परिणामों के लिए अतिरिक्त पीआरपी सत्रों की सिफारिश की जा सकती है, आमतौर पर कई हफ्तों के अंतराल पर।
उपचार के बाद की देखभाल
पैकेज में उपचार के बाद की देखभाल के लिए निर्देश शामिल हैं, जिसमें बालों के विकास में सहायता के लिए त्वचा देखभाल उत्पादों और आहार संबंधी सिफारिशें शामिल हैं।
पीआरपी बाल उपचार लागत को प्रभावित करने वाले कारक
भारत में पीआरपी बाल उपचार की लागत को कई कारक प्रभावित कर सकते हैं:-
क्लिनिक प्रतिष्ठा और विशेषज्ञता– पीआरपी उपचार का प्रबंधन करने वाले स्वास्थ्य पेशेवरों की प्रतिष्ठा, विशेषज्ञता और अनुभव लागत को प्रभावित कर सकते हैं। प्रसिद्ध विशेषज्ञों या अनुभवी चिकित्सा पेशेवरों वाले क्लिनिक अपनी सेवाओं के लिए अधिक शुल्क ले सकते हैं।
आवश्यक सत्रों की संख्या– वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए आवश्यक पीआरपी उपचार सत्रों की संख्या कुल लागत को प्रभावित कर सकती है। बालों के झड़ने की गंभीरता और उपचार के प्रति व्यक्तिगत प्रतिक्रिया के आधार पर, कई हफ्तों या महीनों में कई सत्र आवश्यक हो सकते हैं।
पीआरपी एकाग्रता और गुणवत्ता– पीआरपी समाधान में प्लेटलेट्स की एकाग्रता और तैयारी प्रक्रिया की गुणवत्ता क्लीनिकों के बीच भिन्न हो सकती है। उच्च गुणवत्ता वाले पीआरपी का उत्पादन करने के लिए उन्नत उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करने वाले क्लिनिक अपनी सेवाओं के लिए अधिक शुल्क ले सकते हैं।
उपचार-पूर्व मूल्यांकन और उपचार के बाद की देखभाल- व्यापक उपचार-पूर्व मूल्यांकन, परामर्श और उपचार के बाद की देखभाल पीआरपी बाल उपचार प्रक्रिया के आवश्यक पहलू हैं। संपूर्ण मूल्यांकन और वैयक्तिकृत देखभाल योजनाएँ प्रदान करने वाले क्लीनिकों में इन सेवाओं को कवर करने के लिए अधिक शुल्क हो सकता है।
अनुकूलन और व्यक्तिगत आवश्यकताएँ- प्रत्येक रोगी की बाल झड़ने की स्थिति और उपचार के लक्ष्य अद्वितीय होते हैं। व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पीआरपी उपचार योजना को तैयार करने में अतिरिक्त समय, प्रयास और संसाधन शामिल हो सकते हैं, जो समग्र लागत को प्रभावित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
पीआरपी बाल उपचार उन व्यक्तियों के लिए एक आशाजनक समाधान प्रदान करता है जो बालों के झड़ने से निपटना चाहते हैं और बालों के पुनर्विकास को बढ़ावा देना चाहते हैं। भारत में पीआरपी बाल उपचार करवाने से पहले क्लिनिक की प्रतिष्ठा, उपचार प्रोटोकॉल और सफलता दर जैसे कारकों पर विचार करना आवश्यक हो जाता है। डॉ. एएस क्लिनिक बाल बहाली सेवाओं में एक विश्वसनीय नाम हैं जो रोगी की संतुष्��ि और बेहतर परिणामों पर ध्यान देने के साथ अत्याधुनिक पीआरपी बाल उपचार प्रदान करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या पीआरपी से बाल स्थायी रूप से दोबारा उग आते हैं?
नहीं, बालों के दोबारा उगने के इसके प्रभाव स्थायी नहीं हैं, लेकिन ये लंबे समय तक बने रहने वाले हैं। इसका परिणाम औसतन 18 महीने तक रहता है, लेकिन कुछ मरीज़ों का कहना है कि इसका प्रभाव 2 साल तक रहता है।
क्या पीआरपी बालों को नुकसान पहुंचा सकती है?
शोध में कहा गया है कि पीआरपी इंजेक्शन बालों के झड़ने में कई तरह से फायदा पहुंचा सकता है। उदाहरण के लिए: 2022 की समीक्षा में पाया गया कि पीआरपी बालों के विकास और मोटाई को प्रोत्साहित कर सकता है, साथ ही बालों के रोमों को समय से पहले झड़ने से बचा सकता है। 13 अध्ययनों की 2020 की समीक्षा में पाया गया कि पीआरपी बालों की मोटाई और घनत्व बढ़ाने में मदद कर सकता है।
क्या मैं पीआरपी के बाद अपने बालों में कंघी कर सकता हूँ?
प्रक्रिया के दिन, बालों में कंघी या स्पर्श न करें। 24 घंटों के बाद, मरीज़ अपने बालों में हल्के से कंघी कर सकते हैं, लेकिन दबाव का उपयोग नहीं करना चाहिए और कंघी को खोपड़ी को छूने से रोकना चाहिए। कुछ दिनों के बाद, मरीज़ स्नान, कंघी करना और स्टाइलिंग सहित अपने बालों की देखभाल की पूरी दिनचर्या पर लौट सकते हैं।
For More Visit – PRP Treatment Cost
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प्रधानमंत्री योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी और लाभ
1. प्रधानमंत्री आवास योजना: हर परिवार को घर का सपना
प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य देश के हर नागरिक को घर उपलब्ध कराना है। इसके तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर निर्माण की सुविधा दी जा रही है। मुख्य लाभ:
ब्याज सब्सिडी के साथ सस्ते दरों पर घर।
गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को प्राथमिकता।
अधिक जानकारी के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना पर जाएं। Source link: मुख्य स्रोत
2. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना: किसानों की फसल सुरक्षा
इस योजना का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं से फसल नुकसान की भरपाई करना है, जिससे किसानों को वित्तीय सहायता प्राप्त हो सके। मुख्य बिंदु:
प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा कवच।
कम प्रीमियम दर पर बीमा।
विस्तार से जानें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर। Source link: मुख्य स्रोत
3. प्रधानमंत्री जन धन योजना: वित्तीय समावेशन की पहल
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत गरीब परिवारों के लिए शून्य बैलेंस पर बैंक खाते खोलने की सुविधा दी जा रही है। मुख्य लाभ:
शून्य बैलेंस खाता।
जीवन बीमा और ओवरड्राफ्ट सुविधा।
जानिए कैसे खोलें खाता प्रधानमंत्री जन धन योजना पर। Source link: मुख्य स्रोत
4. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: रोजगार के नए अवसर
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना युवाओं को विभिन्न कौशल में प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार योग्य बनाने का प्रयास करती है। मुख्य बिंदु:
फ्री स्किल ट्रेनिंग।
प्रमाणित प्रशिक्षण ��र रोजगार के अवसर।
अधिक जानकारी के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पर जाएं। Source link: मुख्य स्रोत
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भारतीय किसान संघ किसानों के अधिकारों की सुरक्षा और उनके बल को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे साथ जुड़ें और अपने हक के लिए आवाज उठाएं!
हर साल एमएसपी दर में कम से कम 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जरूरत है। इससे किसानों को निरंतर आर्थिक सहायता मिलेगी और उनकी स्थिति में सुधार होगा। यह बढ़ोतरी किसानों के लिए एक प्रोत्साहन होगा और उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। इससे कृषि उत्पादन में भी वृद्धि होगी और देश की आत्मनिर्भरता में महत्वपूर्ण योगदान होगा। एमएसपी दर में बढ़ोतरी का अर्थिक पक्ष भी है। यह कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगा और उत्पादन को बढ़ावा देगा। इससे अनेक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास होगा। इससे अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें- www.kishanmajdurekta.in/
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चंडीगढ़ में 5 लोकप्रिय सीबीएसई स्कूल जिन पर कोई भी नजर रख सकता है
चंडीगढ़ की साक्षरता दर 86.05% है, शहर शिक्षा में प्रभावशाली प्रगति दर्शाता है, जिसमें 89.99% पुरुष साक्षरता और 81.19% महिला साक्षरता है। अपने उच्च गुणवत्ता वाले स्कूलों, विश्वविद्यालयों और व्यावसायिक संस्थानों के लिए प्रसिद्ध, चंडीगढ़ आधुनिक सुविधाओं, कौशल विकास कार्यक्रमों और शिक्षा तक समान पहुंच के माध्यम से समग्र शिक्षा को प्राथमिकता देता है। चंडीगढ़ सरकारी, निजी, अंतर्राष्ट्रीय और विशिष्ट…
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नोएडा एयरपोर्ट के किसानों को बड़ा तोहफा, मुआवजा दरें बढ़ीं
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों को राहत दी है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित संवाद में उन्होंने तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा दर 3100 रुपये प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 4300 रुपये प्रति वर्गमीटर करने की घोषणा की। यह मुआवजा ब्याज सहित दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि प्रभावित किसान…
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