#मोदी गुजरात यात्रा
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पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की, राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में भाग लिया
पीएम मोदी गुजरात यात्रा: आज देश के पहले केंद्रीय गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उस वक्त देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की है. पीएम मोदी की मौजूदगी में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर एकता परेड आयोजित की गई. जिसमें 16 राज्यों के 530 कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन…
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गुजरात में निकाली गई भव्य तिरंगा यात्रा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिखाई हरी झंडी
गुजरात,निखिल दुबे: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अहमदाबाद में अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा आयोजित ‘तिरंगा यात्रा’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस अवसर पर गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया हर घर तिरंगा अभियान आज देशभक्ति की अभिव्यक्ति के साथ-साथ…
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अमरेली :बाबरा में तिरंगा यात्रा का भव्य जश्न मनाया गया
रिपोर्ट: हिरेन चौहान बाबरा बाबरा ( अमरेली) भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी एवं गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र भाई पटेल जी के आदेशानुसार हर घर तिरंगा अभियान के तहत इस तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया । यह तिरंगा यात्रा बाबरा के तापड़ीया आश्रम और बाबरा शहर के मुख्यमार्गो पर तिरंगा यात्रा निकली गई । इस तिरंगा यात्रा में बीजेपी के विधायक श्री जनकभाई तलावीया और बाबरा…
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"पवित्र प्रवास: अरब सागर में पीएम मोदी की आध्यात्मिक यात्रा "
“पवित्र प्रवास: अरब सागर में पीएम मोदी की आध्यात्मिक यात्रा ” मोदी, पीएम, पवित्र, आध्यात्मिक यात्रा, अरबी चीन ! ,पीएम, पवित्र, आध्यात्मिक यात्रा, अरबी चीन ! कर्षक नहीं है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारका के प्राचीन स्थल पर प्रार्थना करने के लिए गुजरात तट से दूर अरब सागर में गोता लगाकर आगे बढ़े। इस उल्लेखनीय भाव के साथ पानी के नीचे की पूजा और समुद्र तल पर ध्यान का एक क्षण था, जो ऐतिहासिक शहर के…
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Regional Marathi Text Bulletin, Chhatrapati Sambhajinagar
Date : 14 January 2023
Time : 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी छत्रपती संभाजीनगर
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक १४ जानेवारी २०२४ दुपारी १.०० वा.
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आज भोगी सण. मकर संक्रांतीच्या एक दिवस आधी हा सण सर्व देशभरात विविध पद्धतीनं साजरा केला जातो. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी सर्व नागरिकांना या सणानिमित्त शुभेच्छा दिल्या आहेत. आसाम मध्ये बिहू, तामिळनाडूत पोंगल, पंजाबमध्ये लोहडी तर उत्तर भारतात मकर संक्रांत या नावानं हा सण साजरा करण्यात येतो. या सणानिमित्त गुजरात सह काही राज्यात पतंग उडवण्यात येतात.
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भारताचे परराष्ट्र व्यवहार मंत्री डॉ. एस.जयशंकर आजपासून दोन दिवसांच्या इराण दौऱ्यावर जात आहेत. या दौऱ्यात इराणचे परराष्ट्र मंत्री डॉ. हुसेन अमीन अब्दुल्लाहीन यांच्यासोबत ते अनेक द्विपक्षीय, क्षेत्रीय आणि आंतरराष्ट्रीय मुद्यांवर चर्चा करणार आहेत.
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नामांतर हा सामाजिक समतेच्या विजयाचं प्रतिक असल्याचं प्रतिपादन महात्मा गांधी विद्यापीठाचे माजी कुलगुरु डॉ.सुधीर गव्हाणे यांनी केलं. ते डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठात ३० व्या नामविस्तार दिनानिमित्त आयोजित कार्यक्रमात ‘नामांतर लढा व नामविस्ताराची तीन दशके’ या विषयावर बोलत होते. प्रकांडपंडित म्हणून जागतिक स्तरावर गौरविल्या गेलेल्या भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांचे नाव देण्यासाठी १७ वर्ष संघर्ष करावा लागल्याचेही त्यांनी यावेळी सांगितलं. अध्यक्षीय समारोपात कुलगुरू डॉ. सुरेश गोसावी यांनी नामविस्तारावेळी विद्यापीठातील विभागांची संख्या ३० होती, ती आज ४५ पर्यंत पोहचली असल्याचं सांगितलं.
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केंद्रीय मंत्री नारायण राणे यांनी शंकराचार्य यांच्याविषयी काल केलेल्या वक्तव्याच्या निषेधार्थ कॉग्रेस पक्षाच्या वतीन छत्रपती संभाजीनगर इथल्या क्रांतीचौकात आज दुपारी निदर्शने करण्यात आली. कॉंग्रेस पक्ष शंकराचार्यांचा अपमान सहन करणार नसल्याचं निदर्शनस्थळी सांगण्यात आलं.
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विकसित भारत संकल्प यात्रेअंतर्गत आतापर्यंत १२ कोटींहून अधिक नागरिकांनी सहभाग घेतला आहे. यामध्ये केंद्र शासनाच्या विविध कल्याणकारी योजनांची माहिती नागरीकांना देण्यात येते.
दरम्यान, ही यात्रा काल पालघर जिल्ह्यात वसई तालूक्यात सकवार गावात दाखल झाली. गावात यानिमित्त आयोजित कार्यक्रमाचं उद्धाटन केंद्रीय मंत्री नारायण राणे यांच्या हस्ते करण्यात आलं. यावेळी नागरिकांनी शासनाच्या विविध योजनांची माहिती देण्यात आली तसंच मंत्री राणे यांच्या हस्ते ला���ार्थ्यांना विविध लाभांचं वाटप करण्यात आलं.
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उत्तरेकडून येणाऱ्या वाऱ्यांमुळं महाराष्ट्रातील तापमान कमी होऊन थंडी वाढण्याची शक्यता हवामान विभागानं व्यक्त केली आहे. त्यामुळं ��ाज्यात येत्या १९ ते २५ जानेवारी दरम्यान थंडीचा कडाका वाढण्याची शक्यता आहे. दरम्यान, राज्यात आज सर्वत्र हवामान कोरडं राहील असा हवामान विभागानं अंदाज आहे.
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हिट ॲण्ड रन संदर्भात केंद्र सरकारच्या नव्या वाहन कायद्याविरोधात छत्रपती संभाजीनगर इथं मालवाहू रिक्षा चालक मालक सेनेच्या वतीने बंद पाळून आंदोलन करण्यात आलं. हा कायदा रद्द करण्याच्या मागणीसाठी संघटनेचे अध्यक्ष सलीम पटेल वाहेगावकर यांच्यावतीनं विभागीय आयुक्तांमार्फत मुख्यमंत्र्यांना निवेदन सादर करण्यात आलं आहे.
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सिंधुदुर्ग जिल्ह्यात खारेपाटण तपासणीनाक्या जवळ अवैधरित्या वाहतूक केली जाणारी १४ लाख ७४ हजार रुपयांची गोवा बनावटीची दारु जप्त करण्यात आली आहे. याप्रकरणी राजस्थान मधील लक्ष्मण रेबारी विरुध्द गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे. या कारवाईत एका वाहनासह एकूण २४ लाख ७४ हजार ५६० रुपयांचा मुद्देमाल कणकवली पोलिसांनी जप्त केल्याचं आमच्या वार्ताहरानं कळवलं आहे.
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वाहनचोरी आणि दरोड्याचे ३३ गुन्हे दाखल असलेल्या पिता पुत्राच्या जोडीला काल छत्रपती संभाजीनगर शहरातून गुन्हे शाखेच्या पथकानं जेरबंद केलं. या जोडीनं गेल्या वर्षभरात शहरातून नऊ महागडी चारचाकी वाहनं तसंच जळगाव, अहमदनगर, आणि जालना जिल्ह्यातूनही काही चारचाकी वाहनं चोरली असल्याची कबूली दिली आहे.
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छत्रपती संभाजीनगर इथल्या विवेकानंद महाविद्यालयात उद्या, सोमवारपासून तीन दिवसीय विवेकानंद व्याख्यानमाला आयोजित केली आहे. या व्याख्यानमालेत प्रसिद्ध पर्यावरणवादी लेखिका डॉक्टर वंदना शिवा, ज्येष्ठ गांधीवादी विचारवंत डॉ. सुदर्शन अय्यंगार आणि बालशिक्षण तज्ज्ञ प्रा. रमेश पानसे हे पुष्प गुंफणार आहेत.
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भारत आणि अफगाणिस्तान यांच्यातल्या तीन टी - ट्वेंटी क्रिकेट सामन्यांच्या मालिकेतला दुसरा सामना आज इंदूर इथं होळकर क्रीडासंकूलात खेळवला जाणार आहे. संध्याकाळी सात वाजता सामन्याला सुरुवात होईल. या मालिकेत भारतानं पहिला सामना जिंकत १-० अशी आघाडी घेतली आहे.
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खिसियाया चीन खंभा नोचे, भारत के सेमीकंडक्टर ड्रीम को बता रहा दूर की कौड़ी, जानें क्यों परेशान है ड्रैगन
बीजिंग: चीन को सेमीकंडक्टर निर्माण का महाराजा माना जाता है। लेकिन इस सेक्टर में इसकी सबसे बड़ी खामी बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए प्रतिभा को सुरक्षित करने की क्षमता रही है। अब भारत इस सेक्टर में आगे बढ़ने का सोच रहा है। मगर ऐसा लगता है कि चीन इस बात से खासा निराश है। तभी शायद उसका मानना है कि जिस समस्या से वह गुजर रहा है, भारत को भी उसका सामना करना पड़ेगा। साथ ही उसकी खिसियाहट भी सामने आ गई है। भारत और चीन के बीच चिप वॉर कहीं न कहीं ड्रैगन को परेशान करने वाला साबित हो सकता है। खिसियाया ह��आ है चीन चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने भारत को 'विदेशी निवेश की कब्रगाह' करार दिया है। चीन की यह निराशा ऐसे ही नहीं है बल्कि भारत के सेमीकंडक्टर्स लक्ष्य की वजह से वह काफी खिसियाया हुआ सा लगता है। चीन की सरकारी मीडिया का कहना है कि भारत की सेमीकंडक्टर महत्वकांक्षा को भेदभावपूर्ण से भरी व्यावसायिक प्रथाओं की वजह से संदेह की दृष्टि देखा जाना चाहिए। चीन के सरकारी मीडिया का तर्क है कि अमेरिका के चिप्स एंड साइंस एक्ट के अलावा माइक्रॉन डील दरअसल चीन को नियंत्रित करने की ही एक रणनीति है। यह डील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के ठीक पहले साइन हुई थी। भारत को बताया कब्रगाह चीन की सरकारी मीडिया का कहना है कि भारत के नेता, राजनयिक और इंड्रस्टियलिस्ट इस समय 'चिप युद्ध' के बुखार की कल्पना करने में बिजी हैं। जबकि उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं है कि प्रतिभा, बुनियादी ढांचा और तेजी से बदलती प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र की सदियों पुरानी समस्या भारत के नजरिए को नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो सकती है। शंघाई स्थित चीन की वेबसाइट गुआंचा का कहना है कि आईबीएम, सैमसंग, श्याओमी और बाकी कंपनियों पर भारत ने जुर्माना लगाया गया था। इन कंपनियों को सजा दिए जाने की वजह हमेशा टैक्स से जुड़ी थी। भारत का उड़ाया मजाक पीएम मोदी ने हाल ही में गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉनइंडिया के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया। साथ ही भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं के लिए कंपनियों को असाधारण तौर पर 50 फीसदी वित्तीय सहायता की पेशकश भी की है। गुआंचा ने एक आर्टिकल में भारत पर लगाया है कि वह सेमीकंडक्टर कंपनियों को आकर्षित करने की अपनी क्षमता को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है और अपने वादों को पूरा नहीं करता है। इसमें मोदी सरकार के साल 2021 की उस घोषणा का जिक्र है जिसमें सेमीकंडक्टर सब्सिडी की बात कही गई थी। भारत का रास्ता कठिन चीन की मीडिया का कहना है कि अमेरिका के समर्थन के बावजूद भारत का रास्ता कठिन है। उसकी मानें तो सेमीकंडक्टर महत्वाकांक्षा में भारत के सामने मौजूद मुश्किलों के सही तरह से बताया नहीं गया है। भारत को दो साल में सेमीकंडक्टर बेस के तौर पर बदलने की बात कही जा रही है और यह समयसीमा बहुत ही अवास्तविक है। http://dlvr.it/St5vgm
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🚩 सुब्रमण्यम #स्वामी का खुलासा : आशाराम बापू को किसने ने जेल भेजा है ? वे अभी तक क्यों जेल में है ? 18, मार्च 2023
🚩तत्कालीन #सरकार के समय हिंदू धर्म के बारे में बड़े बड़े कथाकार भी बोलने में हिच खिचाते थे,उस समय बापू आशारामजी हिंदू धर्म का खुलकर प्रचार करते थे,करोड़ों लोगों में हिंदू धर्म की लो जगाई लाखों लोगों की घर वापसी करवाई ,धर्मान्तरण कराने वाले #मिशनरियों की दुकानें बंद होने लगी,उस समय हवाई जहाज में यात्रा के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी की मुलाकात आशाराम बापू से हुई।
स्वामी ने कहा कि बापू आप #धर्मान्तरण के विरोध में जो कार्य क�� रहे है,उससे वेटिकन सिटी आपसे नाराज है,आपको जेल भेजने का प्लान कर रही है, उस समय बापू आशारामजी बोले की मैं हिन्दू धर्म और संस्कृती की सेवा कर रहा हु, बाकी जो भगवान की मर्जी होगी, उसमे हम राजी है, बाद में आखिरकार यही हुआ, उनके ऊपर रेप के झूठे आरोप लगाकर , मिडिया ट्रायल करवाकर उनको जेल भिजवा दिया, आज वे संत 10 साल से जेल में है, 1 दिन भी रिहा नही किया गया, उस पर सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि
Asaram Bapu has suffered this bogus case because of three highly placed politicians: Two from Gujarat and one from Italy. ( तीन उच्च पदस्थ राजनेताओं के कारण आसाराम बापू को इस झूठे मामले का सामना करना पड़ा है: दो गुजरात से और एक इटली से।)
🚩इससे पहले भी ट्वीट करके बताया था की
मोदी और अमित शाह नही चाहते कि हिन्दू संत आशाराम बापू कभी बाहर आये।
🚩स्वामी ने न्याय पालिका पर सवाल उठाते हुए बताया कि आशाराम बापू का केस बोगस है, उनकी जमानत लगातार खारिज करना न्यायपालिका की 21वीं सदी की सबसे बड़ी चूक है।
🚩स्वामी पहले भी कई बार मीडिया में बता चुके है की मैंने आशाराम बापू का केस पढ़ा है, केस बोगस है, आरोप लगाने वाली लड़की कुटिया में गई ही नही है , मेडिकल रिपोर्ट में भी साफ लिखा है की लड़की को टच भी नही किया है और लड़की के कॉल डिटेल से साफ पता चलता है की जिस समय पर तथाकथित छेड़छाड़ का आरोप लगाया है उस समय तो लड़की अपने मित्र से बात कर रही थी और आशाराम बापू उस समय एक कार्यक्रम में व्यस्त थे उसके 50-60 गवाह भी है फिर भी उनको जेल में रखना अन्याय की पराकाष्ठा है।
🚩आशाराम बापू ने इन कार्यों को किया,इसलिए तो उनको जेल नही भेजा गया है ?
🚩1). लाखों धर्मांतरित ईसाईयों को पुनः हिंदू बनाया व करोड़ों हिन्दुओं को अपने धर्म के प्रति जागरूक किया व आदिवासी इलाकों में जाकर जीवनोपयोगी सामग्री दी, जिससे धर्मान्तरण करने वालों का धंधा चौपट हो गया।
🚩2). कत्लखाने में जाती हज़ारों गौ-माताओं को बचाकर, उनके लिए विशाल गौशालाओं का निर्माण करवाया।
🚩3). शिकागो विश्व धर्मपरिषद में स्वामी विवेकानंदजी के 100 साल बाद जाकर हिन्दू संस्कृति का परचम लहराया।
🚩4). विदेशी कंपनियों द्वारा देश को लूटने से बचाकर आयुर्वेद/होम्योपैथिक के प्रचार-प्रसार द्वारा एलोपैथिक दवाईयों के कुप्रभाव से असंख्य लोगों का स्वास्थ्य और ��ैसा बचाया ।
🚩5). लाखों-करोड़ों विद्यार्थियों को सारस्वत्य मंत्र देकर और योग व उच्च संस्कार का प्रशिक्षण देकर ओजस्वी- तेजस्वी बनाया ।
🚩6). लंदन, पाकिस्तान, चाईना, अमेरिका और बहुत सारे देशों में जाकर सनातन हिंदू धर्म का ध्वज फहराया।
🚩7). वैलेंटाइन डे की जगह “मातृ-पितृ पूजन दिवस” का प्रारम्भ करवाया।
🚩8). क्रिसमस डे के दिन प्लास्टिक के क्रिसमस ट्री को सजाने के बजाय, तुलसी पूजन दिवस मनाना शुरू करवाया।
🚩9). करोड़ों लोगों को अधर्म से धर्म की ओर मोड़ दिया ।
🚩10). नशा मुक्ति अभियान के द्वारा लाखों लोगों को व्यसन-मुक्त कराया।
🚩11). वैदिक शिक्षा पर आधारित अनेकों गुरुकुल खुलवाए ।
🚩12). मुश्किल हालातों में कांची कामकोठी पीठ के “शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वतीजी” बाबा रामदेव, मोरारी बापूजी, साध्वी प्रज्ञा एवं अन्य संतों का साथ दिया ।
🚩13). योग,प्राणायाम ,ध्यान, भारतीय संस्कृति की शिक्षा के लिए 19000 बाल संस्कार केंद्र खोले।
🚩ऐसे अनेक भारतीय संस्कृति के उत्थान के कार्य किये है जो यहाँ विस्तार से नही बता पा रहे है।
🚩हिंदू संत आशाराम बापू पर जिस तरह से षड्यंत्र हुआ है और उनके जो समाज उत्थान के सेवाकार्य को देखते हुए और उनकी उम्र को ध्यान रखते हुए जनता की मांग है कि न्यायालय ओर सरकार उनको शीघ्र रिहा करें ।
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पटना के गांधी मैदान में पी.एम.ई.जी.पी. एवं खादी ग्रामोद्योग महोत्सव 2023 का चल रहा है ��योजन
गाँधी मैदान से खादी जागृति यात्रा का किया गया शुभारम्भ
Patna : खादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पटना के एतिहासिक गाँधी मैदान में आंचलिक स्तरीय पी.एम.ई.जी.पी. एवं खादी और ग्रामोद्योग के विशेष प्रदर्शनी के आज 5 वें दिवस जन सामन्य को खादी का परिचय कराने हेतु मेला प्रागंण से एक खादी जागृति यात्रा का शुभारम्भ किया गया।
खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों के प्रचार-प्रसार तथा खादी और ग्रामोद्योग आयोग के द्वारा संचालित माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म निर्भर भारत एवं महात्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुंचाने हेतु डाॅ0 मोहम्मद हनीफ मेवाती, राज्य निदेशक, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, पटना के द्वारा आज 26.फरवरी 2023 को प्रदर्शनी स्थल से कार्यक्रम की जानकारी की ब्रांडिंग से सुसज्जित 10 टोटो (वाहन) के माध्यम से प्रदर्शनी के प्रचार-प्रसार हेतु हरी झण्डी दिखा कर जागृति यात्रा गाड़ियों को रवाना क��या गया।
आंचलिक पी.एम.ई.जी.पी. एवं खादी ग्रामोद्योग महोत्सव में बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र के साथ-साथ देश के कई राज्यों से आये हुए पी.एम.ई.जी.पी. इकाई तथा खादी संस्थाओं द्वारा उत्पादित सूती, रेशमी एवं ऊनी उत्पादों के साथ अपने-अपने स्टाॅल के माध्यम से प्रदर्शनी सह बिक्री का कार्य किया जा रहा हैं।
प्रदर्शनी में सिल्क, सूती एवं ऊनी उत्पाद जैसे कटिया, मुंगा, मलवरी, तसर, पेपर सिल्क के साड़ी, समीज-सलवार, कुर्ता-पैजामा, शर्ट एवं बण्डी, धोती-कुर्ता, गमछा, रूमाल, खादी मास्क इत्यादि के साथ-साथ ग्रामोद्योगी वस्तुयें जैसे - शहद, सरसो तेल, साबुन, सत्तु-बेसन, पापड़, अनेको प्रकार के आचार, मुरब्बा, जैम-जेली, इत्यादि की प्रदर्शनी एवं बिक्री किया जा रहा है। प्रदर्शनी में काफी संख्या में लोग आकर भ्रमण एवं खरीदारी कर रहें है। प्रदर्शनी में तेल-घानी, कुम्भकारी, चरखा - करघा एवं रेडिमेड वस्त्रों का जीवन्त प्रदर्शन भी किया जा रहा है। साथ हीं प्रदर्शनी में बड़ो के साथ आये हुए बच्चों के लिए तरह-तरह के झूला भी लगाया गया है। प्रदर्शनी में भ्रमण एवं खरीदारी के साथ खाने-पीने का तरह-तरह के फूड स्टाॅल भी लगाया गया है।
प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में रविशंकर प्रसाद, सांसद एवं भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री के कर-कमलों द्वारा दिनांक 22.2.2023 को किया गया था, जिसमें खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष, मनोज कुमार द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता किया गया था। इस अवसर पर मनोज कुमार सिंह, आंचलिक सदस्य (पूर्वी क्षेत्र), खादी और ग्रामोद्योग आयोग, संजीव चैरसिया, विधायक, दीघा विधानसभा, सीता साहू, महापौर, पटना नगर निगम एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से सम्बद्ध विभागों एवं बैंकों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थें।
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भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखलाए हुए है:-अधीर रंजन चौधरी
भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखलाए हुए है:-अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा की भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखलाए हुए है। आम लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा तरह-तरह के सवाल उठा रही है। क्या गुजरात चुनाव में PM मोदी मास्क लगाकर, सारे प्रोटोकॉल मानते हुए घर-घर गए थे?क्या है मामलाकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा। पत्र में कहा गया है कि भारत…
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मोरबी फेक न्यूज मामले में टीएमसी नेता साकेत गोखल को मिली जमानत
मोरबी फेक न्यूज मामले में टीएमसी नेता साकेत गोखल को मिली जमानत
गुरुवार, 8 दिसंबर 2022 को तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता साकेत गोखले को गुजरात मजिस्ट्रेट कोर्ट ने नियमित जमानत दे दी। पूर्व ‘आरटीआई कार्यकर्ता’ को गुजरात पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा के बारे में फर्जी खबर फैलाने वाले उनके ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया था। इससे पहले मंगलवार (7 दिसंबर) को अहमदाबाद की एक अदालत ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले को दो दिन की पुलिस…
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तृणमूल के साकेत गोखले ने फर्जी कागजात से पीएम की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया: पुलिस
तृणमूल के साकेत गोखले ने फर्जी कागजात से पीएम की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया: पुलिस
साकेत गोखले को कल रात गुजरात पुलिस ने हिरासत में लिया था। (फ़ाइल) नई दिल्ली: गुजरात पुलिस ने आज कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने जाली दस्तावेजों में आरोप लगाया कि पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए। साकेत गोखले को कल रात जयपुर से पीएम मोदी की यात्रा पर एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कहा गया था कि 1 दिसंबर को “आरटीआई…
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इस बार दिवाली पर अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर रहेंगे PM Modi, जानें क्या है पूरा प्रोग्राम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र म���दी ने गुजरात की अपनी दो दिवसीय यात्रा शुरू की, जहां उन्होंने नर��मदा जिले के एकता नगर में 280 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की विभिन्न बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी 99वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के अधिकारी प्रशिक्षुओं को आरंभ 6.0 में संबोधित करेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य पर्यटकों के अनुभव को बढ़ाना, पहुंच में…
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Trinamool's Saket Gokhale Detained, Questioned In Ahmedabad Over Tweet
Trinamool’s Saket Gokhale Detained, Questioned In Ahmedabad Over Tweet
साकेत गोखले तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। अहमदाबाद/कोलकाता/नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा के बारे में ट्वीट करने के बाद आज रात तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले से गुजरात पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है, जहां अक्टूबर में एक पुल गिर गया था जिसमें 130 से अधिक लोग मारे गए थे। सूत्रों ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ’ब्रायन, जिन्होंने आज सुबह सबसे…
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Regional Marathi Text Bulletin, Aurangabad
Date : 07 July 2023
Time 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी औरंगाबाद
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक : ०७ जूलै २०२३ दुपारी १.०० वा.
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मुंबई भेटीवर आलेल्या राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मु यांनी आज राजभवनातल्या भूमिगत बंकरमध्ये तयार केलेल्या 'क्रांती गाथा' या स्वातंत्र्यलढ्यातल्या क्रांतिकारकांच्या दालनाला भेट दिली. राज्यपाल रमेश बैस यावेळी उपस्थित होते. राष्ट्रपतींनी यावेळी बंकर मध्ये ठेवलेल्या छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या मूर्तीला पुष्पांजली अर्पण करून अभिवादन केलं.
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पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी आज छत्तीसगढची राजधानी रायपूर इथं जवळपास सात हजार ६०० कोटी रुपयांच्या विविध विकासकामांची पायाभरणी केली. यामध्ये रायपूर-धनबाद आणि रायपूर-विशाखापट्टणम इकॉनॉमिक कॉरिडॉरचा समावेश आहे. हे प्रकल्प प्रामुख्याने रस्ते आणि रेल्वे जोडणी आणि मूलभूत पायाभूत सुविधांच्या विकासाशी संबंधित आहेत. या प्रकल्पांमुळे छत्तीसगडच्या आदिवासी भागात सुविधा आणि विकासाचा नवा प्रवास सुरू होईल, असं पंतप्रधान यावेळी म्हणाले.
यानंतर पंतप्रधान तेलंगणामध्ये काजीपेठ इथं रेल्वे कारखान्याचं भूमीपूजन, तसंच वारंगळ इथं विविध पायाभूत योजनांचं कोनशीला अनावरण करणार आहेत.
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जम्मू-काश्मीरमध्ये मुसळधार पाऊस आणि खराब हवामानामुळे अमरनाथ यात्रा स्थगित करण्यात आली आहे. आज सकाळी अनंतनाग जिल्ह्यातल्या नुनवान-पहलगाम आणि गंदरबल जिल्ह्यातल्या बालटाल या दोन्ही यात्रा मार्गांवर पाऊस झाला. यात्रा मार्गावरील हवामान सुधारल्यानंतरच यात्रा पुन्हा सुरू होईल, असं प्रशासनानं सांगितलं आहे. काल संध्याकाळपर्यंत ८५ हजार भाविकांनी श्री अमरनाथच्या पवित्र गुफेचं दर्शन घेतलं आहे.
दरम्यान, उत्तराखंडमधल्या चमोली इथं डोंगरावरून दगड पडल्यानं बद्रीनाथ महामार्गही बंद आहे. गेल्या दहा दिवसांत हा महामार्ग चौथ्यांदा बंद करण्यात आला आहे.
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मोदी आडनाव मानहानी प्रकरणी काँग्रेस नेते राहुल गांधी यांची पुनर्��िचार याचिका गुजरात उच्च न्यायालयाने फेटाळली आहे. ��ोदी आडनावाबद्दल केलेल्या विधानावरून राहुल गांधी यांना सुरत सत्र न्यायालयाने दोन वर्षाची शिक्षा सुनावली आहे, यावर गांधी यांनी उच्च न्यायालयात पुनर्विचार याचिका दाखल केली होती.
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आपण भारतीय जनता पक्षातच राहणार असल्याचं, पक्षाच्या राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे यांनी स्पष्ट केलं आहे. त्या आज परळी इथं वार्ताहरांशी बोलत होत्या. आपण काँग्रेस पक्षात प्रवेश करणार असल्याचं चुकीचं वृत्त एका माध्यमामध्ये देण्यात आलं होतं, अशा प्रकारच्या बातम्यांमुळे एखाद्याची विश्वासार्हता संपते, त्याची कारकिर्द संपुष्टात येऊ शकते, त्यामुळे माध्यमांनी खात्री करुन बातम्या द्याव्य��, असं त्या म्हणाल्या. चुकीचं वृत्त देणार्या माध्यमाविरोधात मानहानीचा दावा करणार असल्याचंही पंकजा मुंडे यांनी यावेळी सांगितलं.
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राज्य निवडणूक आयोगातर्फे पाच जुलै रोजी स्थानिक स्वराज्य संस्थांच्या निवडणुकांसंदर्भात मतदार यादीबाबतची अधिसूचना प्रसिद्ध केली आहे. त्यात प्रत्यक्षात कोणत्याही निवडणूक कार्यक्रमाची घोषणा करण्यात आली नसल्याचं, राज्याचे निवडणूक आयुक्त यू. पी. एस. मदान यांनी स्पष्ट केलं आहे. राज्यात स्थानिक स्वराज्य संस्थांच्या निवडणुकीच्या तारखा आयोगानं प्रसिद्ध केल्याचं वृत्त माध्यमांमध्ये प्रसारित झालं होतं, त्या पार्श्वभूमीवर मदान यांनी हे स्पष्टीकरण दिलं. ग्रामपंचायत निवडणूक वगळता अन्य सर्व स्थानिक स्वराज्य संस्थांच्या निवडणुकांबाबत सर्वोच्च न्यायालयानं ‘जैसे थे चे’ आदेश दिले आहेत, त्यामुळे निवडणूक कार्यक्रमाची घोषणा करण्याचा प्रश्न उद्भवत नाही, असं त्यांनी म्हटलं आहे.
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भारतीय स्वातंत्र्याच्या अमृत महोत्सवानिमित्त भू वारसा स्थळांच्या जनजागृती मोहीमेअंतर्गत आज अजिंठा इथं 'अजिंठा लेणी - एक भू वारसा स्थळ' या कार्यक्रमाचं आयोजन करण्यात आलं आहे. खाण मंत्रालय आणि भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभागाच्या वतीनं आयोजित या कार्यक्रमात अजिंठा लेण्यांचं भौगोलिक स्थान, भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभागानं अजिंठा लेणी संवर्धनासाठी सूचवल्या नुसार करण्यात आलेल्या उपाययोजनांची माहिती देण्यात येणार आहे.
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समृद्धी महामार्गावर नुकत्याच घडलेल्या दुर्घटनेच्या पार्श्वभूमीवर पुणे प्रादेशिक परिवहन कार्यालयानं आता पुण्यातून राज्यात आणि राज्याबाहेर जाणार्या सर्व खासगी प्रवासी बस गाड्यांची तपासणी सुरु केली आहे. त्यासाठी स्वंतत्र पथकं तैनात करण्यात आली असून, शहराच्या विविध भागात असणार्या खासगी प्रवासी बस गाड्यांच्या थांब्यांवर ही तपासणी केली जात आहे.
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पुढचे दोन ते ��ीन दिवस कोकण आणि मध्य महाराष्ट्रात मुसळधार पावसाचा इशारा हवामान विभागानं दिला आहे. या काळात विदर्भात अनेक ठिकाणी आणि मराठवाड्यात तुरळक ठिकाणी मुसळधार पाऊस पडेल, असं हवामान विभागानं सांगितलं आहे.
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वो दिन दूर नहीं जब दिल्ली से देहरादून की फ्लाइट्स बंद हो जाएंगी... गडकरी ने बड़ी बात कह दी
अहमदाबाद: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने गुजरात दौरे में वडोदरा पहुंचने पर कहा कि देश में अच्छी गुणवत्ता वाले हा��वे का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन हाईवे के निर्माण से यात्रा के समय में कमी आ रही है। वडोदरा में दुमाड़ चौकड़ी पर ओवरब्रिज और अंडरपास के लोकार्पण के मौके पर उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही दिल्ली और देहरादून के बीच भी हवाई सेवा बंद हो जाएगी। गडकरी ने कहा क्योंकि अब यह सफर दो घंटे में पूरा होगा। इसलिए मुझे उम्मीद है कि हवाई सेवा बंद हो जाएगी। गडकरी ने कहा कि जब वे महाराष्ट्र में मंत्री थे तो मुंबई से पूना के बीच फ्लाइट थी, लेकिन मुंबई से पूना का हाईवे बना तो फ्लाइट बंद हो गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुजरात तेजी से प्रगति कर रहा है। गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा स्टेट हाइवे के पुलों को चौड़ा करने के लिए 1000 करोड़ की राशि स्वीकृत करने का ऐलान किया। अमेरिका जैसी होंगी सड़कें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गुजरात के ज्यादा लोग अमेरिका में रहते हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जितनी अच्छी सड़कें अमेरिका में बनी हैं। वैसी ही अच्छी सड़कें गुजरात की होगी। केंद्रीय मंत्री ने नर्मदा और तापी नदी पर एक-एक और पुल के निर्माण की घोषणा की। गडकरी ने कहा कि देश के मजबूत विकास के लिए अच्छे रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का होना जरूरी है। गडकरी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह काम हो रहा है। गडकरी ने कहा उनके पास फंड की कई कमी नहीं है। उन्होंने गुजरात के विधायकों से कहा कि वे जरूरी काम उनके पास भेजें। वे उन्हें स्वीकृत करेंगे। गुजरात की तारीफ की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुजरात के विकास की तारीफ की। केंद्रीय मंत्री वडोदरा में राष्ट्रीय राजमार्ग -48 के दुमाड जंक्शन पर ओवरब्रिज और अंडरपास के लोकार्पण के लिए पहुंचे थे। गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के इस जंक्शन पर लगाने वाले जाम और हादसों के प्रति चिंता जताने के लिए स्थानीय सांसद रंजनबेन भट्ट की तारीफ की और कहा कि उन्होंने लोगों के जीवन की चिंता की। यह अच्छी बात है। उन्होंने सांसद की मांग पर राजमार्ग के छाणी जंक्शन पर भी एक अंडरपास की स्वीकृति दी। उन्होंने 48 करोड़ रुपये के लगात से बने ओवरब्रिज का लोकार्पण किया और उसका अवलोकन किया। http://dlvr.it/Sq2pMy
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मन की बात का 75 वां एपिसोड: पीएम मोदी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया.
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार। इस बार जब मैं पत्रों, टिप्पणियों से इनकार ��र रहा था; मन की बात के लिए अलग-अलग इनपुट्स डालना जारी रखते हैं, कई लोगों ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु को याद किया। MyGov पर, आर्यन श्री - बेंगलुरु से अनूप राव, नोएडा से देवेश, ठाणे से सुजीत - इन सभी ने कहा - मोदी जी, इस बार, मन की बात का 75 वां एपिसोड; उसके लिए बधाई। मैं मन की बात को इतनी सूक्ष्मता से मानने के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं; साथ ही जुड़े रहने के लिए। मेरे लिए, यह बहुत गर्व की बात है; यह खुशी की बात है। मेरी तरफ से, यह निश्चित रूप से आपको धन्यवाद; मैं मन की बात के सभी श्रोताओं का भी धन्यवाद व्यक्त करता हूं, क्योंकि यह यात्रा आपके समर्थन के बिना संभव नहीं थी। यह कल की तरह ही लगता है जब हम इस विचार और विचारों की यात्रा पर निकले थे। फिर, 3 अक्टूबर 2014 को, यह विजयदशमी का पवित्र अवसर था; संयोग देखिए - आज यह होलिका दहन है। The एक दीपक एक और प्रकाश, इस प्रकार राष्ट्र को रोशन कर सकता है '- इस भावना के साथ चलना, हमने इस तरह से ट्रैवर्स किया है। हमने देश के हर कोने में लोगों से बात की और उनके असाधारण काम के बारे में सीखा। आपने भी अनुभव किया होगा कि हमारे देश के सबसे दूर के कोने में भी, विशाल, अद्वितीय क्षमता है - असंख्य रत्न पोषित किए जा रहे हैं, जो भारत माता की गोद में हैं। वैसे मेरे लिए, समाज को देखना, समाज के बारे में जानना, उसकी ताकत का एहसास कराना अपने आप में एक अभूतपूर्व अनुभव रहा है। इन 75 प्रकरणों के दौरान, एक व्यक्ति कई विषयों से गुजरा। कई बार, नदियों का संदर्भ था; अन्य समय में हिमालय की चोटियों को छुआ गया था ... कभी-कभी रेगिस्तान से संबंधित मामले; अन्य समय में प्राकृतिक आपदाओं को उठाना ... कभी-कभी मानवता की सेवा पर अनगिनत कहानियों में भिगोना ... कुछ में, प्रौद्योगिकी में आविष्कार; दूसरों में, एक अज्ञात कोने में कुछ उपन्यास करने के अनुभव की कहानी! आप देखें, चाहे वह स्वच्छता के बारे में हो या हमारी विरासत के संरक्षण पर चर्चा हो;और सिर्फ इतना ही नहीं, खिलौने बनाने के संदर्भ में, ऐसा क्या है जो वहां नहीं था? शायद, जिन विषयों पर हमने छुआ है, उनमें से अनगिनत संख्याएँ अनगिनत होंगी! इस सब के दौरान, हमने समय-समय पर उन महान प्रकाशकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका भारत के निर्माण में योगदान अद्वितीय रहा है; हमने उनके बारे में सीखा। हमने कई वैश्विक मामलों पर भी ��ात की; हमने उनसे प्रेरणा प्राप्त करने का प्रयास किया है। कई बिंदु थे जो आपने मुझे बताए; आपने मुझे कई विचार दिए। एक तरह से, इस har विचार यात्रा ’में, विचार और विचार की यात्रा, आप एक साथ चलते रहे, जुड़ते रहे, कुछ नया जोड़ते रहे। इस 75 वें एपिसोड के दौरान, शुरुआत में, मैं मन की बात के प्रत्येक श्रोता को इसे सफल बनाने, इसे समृद्ध बनाने और जुड़े रहने के लिए दिल से धन्यवाद देता हूं। मेरे प्यारे देशवासियो, आप देखें कि यह कितना बड़ा सुखद संयोग है कि आज मुझे अपने at५ वें मन की बात व्यक्त करने का अवसर मिला! यह वही महीना है जो आजादी के 75 वर्षों के 'अमृत महोत्सव' के आरंभ का प्रतीक है। Day अमृत महोत्सव ’की शुरुआत दांडी यात्रा के दिन से हुई थी और यह 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगी। अमृत महोत्सव के संबंध में कार्यक्रम पूरे देश में लगातार आयोजित किए जा रहे हैं; लोग कई जगहों से इन कार्यक्रमों की जानकारी और तस्वीरें साझा कर रहे हैं। झारखंड के नवीन ने नमोऐप पर मुझे कुछ ऐसी तस्वीरों के साथ एक संदेश भेजा है। उन्होंने लिखा है कि उन्होंने अमृत महोत्सव पर कार्यक्रम देखे और तय किया कि वह कम से कम दस स्थानों पर स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े लोगों से मिलेंगे। उनकी सूची में पहला नाम भगवान बिरसा मुंडा की जन्मभूमि का है। नवीन ने लिखा है कि वह झारखंड के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को देश के अन्य हिस्सों में प्रसारित करेंगे। भाई नवीन, मैं आपको अपने विचार पर बधाई देता हूं।
दोस्तों, यह एक स्वतंत्रता सेनानी की संघर्ष गाथा हो; यह देश के किसी स्थान या किसी सांस्कृतिक कहानी का इतिहास हो, आप अमृत महोत्सव के दौरान इसे सामने ला सकते हैं; आप देशवासियों को इससे जोड़ने का साधन बन सकते हैं। आप देखेंगे - अमृत महोत्सव, अमृत की ऐसी ही प्रेरक बूंदों से भरा होगा ... और फिर जो अमृत बहेगा, वह हमें भारत की आजादी के सौ साल बाद तक प्रेरित करेगा ... यह देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा, देश के लिए कुछ न कुछ करने की उत्कंठा छोड़ना। स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में, हमारे सेनानियों ने असंख्य कठिनाइयों को झेला क्योंकि वे देश के लिए बलिदान को अपना कर्तव्य मानते थे। उनके बलिदान की अमर गाथा, 'त्याग' और 'बालिदान' हमें लगातार कर्तव्य पथ पर ले जाने के लिए प्रेरित करते हैं। और जैसा कि भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है, “नित्यम् कुरु कर्म त्वा कर्म कर्मो ह्यकर्माणः | इसी भावना के साथ, हम सभी अपने निर्धारित कर्तव्यों को ईमानदारी से निभा सकते हैं। और हमारी स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का तात्पर्य है कि हम नए संकल्प करते हैं…। और उन संकल्पों को महसूस करने के लिए, हम पूरी लगन के साथ पूरी ईमानदारी से… भारत के लिए ��ज्ज्वल भविष्य ... संकल्प ऐसा होना चाहिए जिसमें स्वयं एक जिम्मेदारी या दूसरे को ग्रहण करे ... किसी के अपने कर्तव्य के साथ जुड़ा हो। मेरा मानना है कि हमारे पास गीता को जीने का यह सुनहरा अवसर है।
मेरे प्यारे देशवासियो, पिछले साल मार्च का यह महीना था जब देश ने पहली बार men जनता कर्फ्यू ’शब्द सुना। महान प्रजा के पराक्रम के अनुभव पर एक नजर डालिए, इस महान देश के लोग ... जनता कर्फ्यू पूरी दुनिया के लिए आफत बन गया था। यह अनुशासन का एक अभूतपूर्व उदाहरण था; आने वाली पीढ़ियां निश्चित रूप से उस पर गर्व महसूस करेंगी। इसी तरह, हमारे कोरोना योद्धाओं के लिए सम्मान, सम्मान व्यक्त करते हुए, थालियां बजती हैं, तालियाँ बजाती हैं, दीप जलाती हैं! आप कल्पना नहीं कर सकते कि कोरोना वारियर्स के दिलों को कितना छुआ था ... और यही कारण है कि वे बिना थके, बिना रुके, पूरे साल जमकर थिरके। स्पष्ट रूप से, उन्होंने देश के प्रत्येक नागरिक के जीवन को बचाने के लिए सहन किया। पिछले साल, इस समय के आसपास, जो सवाल उभर रहा था ... कोरोना वैक्सीन कब आएगा! दोस्तों, यह सभी के ल��ए सम्मान की बात है कि आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चला रहा है। भुवनेश्वर की पुष्पा शुक्ला जी ने मुझे टीकाकरण कार्यक्रम की तस्वीरों के बारे में लिखा है। वह आग्रह करती है कि मैं मान के बारे में चर्चा करूं कि टीका के बारे में घर के बुजुर्गों में दिखाई देने वाला उत्साह। दोस्तों, यह सही है, साथ ही… हमें देश के कोने-कोने से ऐसी खबरें सुनने को मिल रही हैं; हम ऐसी तस्वीरें देख रहे हैं, जो हमारे दिल को छू जाती हैं। जौनपुर यूपी से 109 साल की बुजुर्ग माँ, राम दुलैया जी ने लिया टीकाकरण; इसी तरह दिल्ली में 107 साल के केवल कृष्ण जी ने वैक्सीन की खुराक ली है। हैदराबाद के 100 वर्षीय जय चौधरी ने वैक्सीन ले ली है और सभी से यह टीका लेने की अपील की है। मैं ट्विटर-फ़ेसबुक पर देख रहा हूं कि कैसे अपने घरों के बुजुर्गों को टीका लगने के बाद लोग उनकी तस्वीरें अपलोड कर रहे हैं। केरल के एक युवा आनंदन नायर ने वास्तव में इसे this वैक्सीन सेवा ’का एक नया शब्द दिया है। इसी तरह के संदेश शिवानी ने दिल्ली से, हिमांशु ने हिमाचल से और कई अन्य युवाओं ने भेजे हैं। मैं आप सभी श्रोताओं के इन विचारों की सराहना करता हूं। इन सब के बीच, कोरोना से लड़ने का मंत्र याद रखें- दवयै भई कदैभि। ऐसा नहीं है कि मुझे सिर्फ कहना है; हम���ं भी जीना है, बोलना भी है, बताना भी है और लोगों को i दवई भी कडाई है ’के लिए भी प्रति���द्ध रखना है।
मेरे प्यारे देशवासियो, आज मुझे सौम्या जी को धन्यवाद देना है जो इंदौर में रहती हैं। उसने एक विषय पर मेरा ध्यान आकर्षित किया है और मुझसे i मन की बात ’में इसका उल्लेख करने का आग्रह किया है। यह विषय है - भारतीय क्रिकेटर मिताली राज का नया रिकॉर्ड। हाल ही में मिताली राज जी दस हजार रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं। उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें बहुत-बहुत बधाई। वह एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में सात हजार रन बनाने वाली एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी हैं। महिला क्रिकेट के क्षेत्र में उनका योगदान शानदार है। मिताली राज जी ने दो दशक से अधिक लंबे करियर के दौरान लाखों लोगों को प्रेरित किया है। उनकी दृढ़ता और सफलता की कहानी न केवल महिला क्रिकेटरों के लिए बल्कि पुरुष क्रिकेटरों के लिए भी एक प्रेरणा है। दोस्तों, यह दिलचस्प है ... मार्च के महीने में, जब हम महिला दिवस मना रहे थे, कई महिला खिलाड़ियों ने अपने नाम पर रिकॉर्ड और पदक हासिल किए। भारत ने दिल्ली में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप शूटिंग के दौरान शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत ने स्वर्ण पदक तालिका में भी शीर्ष स्थान हासिल किया। भारतीय महिला और पुरुष निशानेबाजों के शानदार प्रदर्शन के कारण यह संभव हो पाया। इस बीच पी वी सिंधु जी ने बीडब्ल्यूएफ स्विस ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में रजत पदक जीता है। आज शिक्षा से लेकर उद्यमिता, सशस्त्र बल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तक, देश की बेटियाँ हर जगह एक अलग मुकाम बना रही हैं। मैं विशेष रूप से खुश हूं कि बेटियां खेलों में अपने लिए एक नई जगह बना रही हैं। पेशेवर विकल्पों में खेल एक पसंदीदा विकल्प के रूप में आ रहा है।
मेरे प्यारे देशवासियो, क्या आपको कुछ समय पहले आयोजित मैरीटाइम इंडिया समिट याद है? क्या आपको याद है कि मैंने इस शिखर सम्मेलन में क्या कहा था? स्वाभाविक रूप से, बहुत सारे कार्यक्रम होते रहते हैं, इसलिए बहुत सी चीजें मिलती हैं, कैसे सभी को याद करता है और एक या तो ध्यान कैसे देता है ... स्वाभाविक रूप से! लेकिन मुझे अच्छा लगा कि गुरु प्रसाद जी ने मेरे एक अनुरोध को दिलचस्पी के साथ आगे बढ़ाया। इस शिखर सम्मेलन में, मैंने देश में लाइट हाउस परिसरों के आसपास पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने की बात की थी। गुरु प्रसाद जी ने 2019 में दो लाइट हाउस- चेन्नई लाइट हाउस और महाबलीपुरम लाइट हाउस में अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने बहुत ही रोचक तथ्य साझा किए हैं जो 'मन की बात' के श्रोताओं को भी चकित कर देंगे। उदाहरण के लिए, चेन्नई लाइट हाउस दुनिया के उन चुनिंदा लाइट हाउसों में से एक है, जिनमें लिफ्ट हैं। यही नहीं, यह भारत का एकमात्र लाइट हाउस भी है जो शहर क�� सीमा के भीतर है। इसमें बिजली के लिए भी सोलर पैनल लगे हैं। गुरु प्रसाद जी ने लाइट हाउस के विरासत संग्रहालय के बारे में भी बात की, जो समुद्री नेविगेशन के इतिहास को सामने लाता है। पुराने समय में तेल के लैंप, मिट्टी के तेल की रोशनी, पेट्रोलियम वाष्प और पुराने समय में इस्तेमाल किए जाने वाले बिजली के लैंप की विशालकाय छतों को संग्रहालय में प्रदर्शित किया जाता है। गुरु प्रसाद जी ने भारत के सबसे पुराने लाइट हाउस- महाबलीपुरम लाइट हाउस के बारे में भी विस्तार से लिखा है। उनका कहना है कि इस लाइट हाउस के बगल में पल्लव राजा महेंद्रमन फर्स्ट द्वारा सैकड़ों साल पहले बनाया गया ’उलकनेश्वर’ मंदिर है।
दोस्तों, मैंने 'मन की बात' के दौरान कई बार पर्यटन के विभिन्न पहलुओं की बात की है, लेकिन ये लाइट हाउस पर्यटन की दृष्टि से अद्वितीय हैं। उनकी भव्य संरचनाओं के कारण प्रकाश घर हमेशा लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत में 71 प्रकाश घरों की पहचान की गई है। इन सभी प्रकाश घरों में, उनकी क्षमता के आधार पर, संग्रहालय, एम्फी-थिएटर, ओपन एयर थिएटर, कैफेटेरिया, बच्चों के पार्क, पर्यावरण के अनुकूल कॉटेज और भूनिर्माण का निर्माण किया जाएगा। वैसे, जैसा कि हम प्रकाश घरों की बात कर रहे हैं, मैं आपको एक अनोखे प्रकाश घर के बारे में भी बताना चाहूंगा। यह लाइट हाउस गुजरात के सुरेंद्र नगर जिले में जिंझुवाड़ा नामक स्थान पर है। क्या आप जानते हैं कि यह लाइट हाउस क्यों खास है? यह विशेष है, क्योंकि अब समुद्र तट सौ किलोमीटर से अधिक दूर है जहां यह लाइट हाउस है। इस गाँव में आपको ऐसे पत्थर भी देखने को मिलेंगे जो हमें बताते हैं कि अतीत में यहाँ एक व्यस्त बंदरगाह रहा होगा। इसका मतलब है, पहले समुद्र तट जिंझुवाड़ा तक था। समुद्र से इतनी दूर जाना, पीछे हटना, आगे बढ़ना, आगे बढ़ना भी इसकी एक विशेषता है। इस महीने जापान में आई भयानक सुनामी से 10 साल पूरे होने जा रहे हैं। इस सूनामी में हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। 2004 में ऐसी ही एक सुनामी भारत में आई थी। सुनामी के दौरान हमने अपने लाइट हाउस में काम करने वाले हमारे 14 कर्मचारियों को खो दिया था; वे अंडमान निकोबार और तमिलनाडु में प्रकाश घरों में ड्यूटी पर थे। मैं हमारे इन मेहनती प्रकाश रखवालों को सम्मानजनक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके काम के लिए उच्च सम्मान है। प्रिय देशवासियों, नवीनता, आधुनिकीकरण जीवन के सभी क्षेत्रों में आवश्यक है, अन्यथा यह कई बार बोझ बन जाता है। भारतीय कृषि के क्षेत्र में आधुनिकीकरण समय की आवश्यकता है। पहले ही देर हो चुकी है। हमने पहले ही बहुत समय खो दिया है। कृषि क्षेत्र में रोजगा�� के नए अवसर पैदा करने के लिए पारंपरिक खेती के साथ-साथ नए विकल्प, नए नवाचारों को अपनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है; किसानों की आय बढ़ाने के लिए। श्वेत क्रांति के दौरान देश ने इसका अनुभव किया है। अब मधुमक्खी पालन एक समान विकल्प के रूप में उभर रहा है। मधुमक्खी पालन देश में एक शहद क्रांति या मीठी क्रांति का आधार बन रहा है। किसान, बड़ी संख्या में, किसानों के साथ जुड़ रहे हैं; नवाचार कर रहा है।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के एक गाँव गुरुदाम के रूप में। वहाँ खड़ी पहाड़ियाँ, भौगोलिक समस्याएं हैं, और फिर भी, यहाँ के लोगों ने मधुमक्खी पालन का काम शुरू कर दिया है, और आज, इस स्थान पर शहद की फसल की भारी मांग है। इससे किसानों की आय भी बढ़ रही है। पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाकों के प्राकृतिक जैविक शहद की हमारे देश और दुनिया में बहुत मांग है। मुझे गुजरात में भी ऐसा ही एक निजी अनुभव रहा है। वर्ष 2016 में बनासकांठा, गुजरात में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उस कार्यक्रम में, मैंने लोगों से कहा था कि यहाँ बहुत संभावनाएँ हैं ... क्यों नहीं बनासकांठा और यहाँ के किसान मीठी क्रांति का एक नया अध्याय लिख रहे हैं? आपको यह जानकर खुशी होगी कि इतने कम समय में बनासकांठा शहद उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। आज बनासकांठा के किसान शहद के जरिए सालाना लाखों रुपये कमा रहे हैं। कुछ ऐसा ही उदाहरण यमुनानगर, हरियाणा का भी है। यमुना नगर में, किसान सालाना कई सौ टन शहद का उत्पादन कर रहे हैं, मधुमक्खी पालन करके अपनी आय बढ़ा रहे हैं। किसानों की इस मेहनत का नतीजा है कि देश में शहद का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है, और सालाना लगभग 1.25 लाख टन का उत्पादन होता है और इसमें से बड़ी मात्रा में शहद का निर्यात विदेशों में भी किया जा रहा है।
दोस्तों, हनी बी फार्मिंग से केवल शहद से ही आय नहीं होती है, बल्कि मधुमक्खी का मोम भी आय का एक बहुत बड़ा स्रोत है। हर चीज में मधुमक्खी के मोम की मांग है ... दवा, खाद्य, कपड़ा और कॉस्मेटिक उद्योग हमारा देश वर्तमान में मधुमक्खी के मोम का आयात करता है, लेकिन, हमारे किसान अब इस स्थिति को तेजी से बदल रहे हैं ... अर्थात, एक तरह से ir आत्मानिभर भारत के अभियान में योगदान दे रहा है। आज पूरी दुनिया आयुर्वेद और प्राकृतिक स्वास्थ्य उत्पादों को देख रही है। ऐसे में शहद की मांग और भी तेजी से बढ़ रही है। मैं हमारे देश के अधिक से अधिक किसानों को उनकी खेती के साथ-साथ मधुमक्खी पालन से जुड़ने की कामना करता हूं। इससे किसानों की आय में भी वृद्धि होगी और उनका जीवन भी मधुर होगा! मेरे प्यारे देशवासियों, विश्व गौरैया दिवस कुछ ही दिन पहले मनाया गया था। गौरैया जिसे गोरैया कहा जाता है, स्थानों पर चकली के नाम से भी जाना जाता है, या इसे चिमनी, या घनचिरिका भी कहा जाता है। इससे पहले, गोर���या हमारे घरों की दीवारों या पड़ोसी पेड़ों की सीमाओं पर चहकते हुए पाए जाते थे। लेकिन अब लोग गोरैया को याद करते हुए बताते हैं कि आखिरी बार उन्होंने गोरैया को कई साल पहले देखा था! आज हमें इसे बचाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। बनारस से आए मेरे मित्र इंद्रपाल सिंह बत्रा ने इस दिशा में एक उपन्यास प्रयास शुरू किया है मैं मन की बात के श्रोताओं को यह निश्चित रूप से बताना चाहूंगा। बत्रा जी ने गोरैया के लिए अपने घर को अपना घर बना लिया है। उसे अपने घर में लकड़ी के बने ऐसे घोंसले मिलते थे जहाँ गोराई आसानी से रह सकते थे। आज बनारस के कई घर इस अभियान से जुड़ रहे हैं। इससे घरों में एक अद्भुत प्राकृतिक वातावरण पैदा हुआ है। मैं चाहूंगा कि प्रकृति, पर्यावरण, पशु, पक्षी या जिनके लिए हमारे द्वारा छोटे या बड़े प्रयास किए जाएं।
जैसा कि ... एक दोस्त बिजय कुमार काबिजी। ओडिशा के केंद्रपाड़ा से बिजयजी हिल्स। केंद्रपाड़ा समुद्री तट पर है। इसीलिए इस जिले में कई गांव हैं, जो उच्च ज्वार और चक्रवात के खतरों से ग्रस्त हैं। इससे कई बार तबाही भी मचती है। बिजोयजी को लगा कि अगर कुछ भी इस पर्यावरणीय तबाही को रोक सकता है, तो जो चीज इसे रोक सकती है, वह केवल प्रकृति है। यही कारण है कि जब बिजयजी ने बाराकोट गाँव से अपना मिशन शुरू किया और 12 साल तक ... दोस्तों, अगले 12 वर्षों तक मेहनत करके उन्होंने गाँव के बाहरी इलाके में 25 एकड़ का मैंग्रोव वन समुद्र की ओर बढ़ाया। आज यह जंगल इस गाँव की रक्षा कर रहा है। एक इंजीनियर अमरेश सामंत जी ने ओडिशा के पारादीप जिले में इसी तरह का काम किया है। अमरेश जी ने सूक्ष्म वन लगाए हैं, जो आज कई गांवों की रक्षा कर रहे हैं। दोस्तों, एंडेवर के इन प्रकारों में, यदि हम समाज को शामिल करते हैं, तो महान परिणाम प्राप्त होते हैं। उदाहरण के लिए, मारीमुथु योगनाथन हैं, जो कोयम्बटूर, तमिलनाडु में बस कंडक्टर के रूप में काम करते हैं। योगानाथन जी अपने बस के यात्रियों को टिकट जारी करते समय एक मुफ्त में एक जलपान भी देते हैं। इस तरह, योगनाथन जी को असंख्य पेड़ लग गए हैं! योगनाथन जी इस काम के लिए अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा खर्च कर रहे हैं। अब इस कहानी को सुनने के बाद, एक नागरिक के रूप में कौन मारीमुथु योगनाथन के काम की सराहना नहीं करेगा? मैं उनके प्रयासों को, उनके प्रेरणादायक कार्यों के लिए दिल से बधाई देता हूं। मेरे प्यारे देशवासियों, हम सभी ने धन में कचरे को परिवर्तित करने के बारे में दूसरों को देखा, सुना और उल्लेख किया है! उसी तरह, अपशिष्ट को मूल्य में परिवर्तित करने के प्रयासों का भी प्रयास किया जा रहा है। ऐसा ही एक उदाहरण केरल के कोच्चि के सेंट टेरेसा कॉलेज का है। मु��े याद है कि 2017 में, मैंने इस कॉलेज के परिसर में पुस्तक पढ़ने पर केंद्रित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस कॉलेज के छात्र पुन: प्रयोज्य खिलौने बना रहे हैं, वह भी बहुत रचनात्मक तरीके से। ये छात्र पुराने कपड़े, लकड़ी के टुकड़े, बैग और बक्से को खिलौने बनाने में परिवर्तित कर रहे हैं। कुछ छात्र एक पहेली बना रहे हैं जबकि दूसरा एक कार बनाते हैं या एक ट्रेन बनाते हैं। यहां, यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है कि खिलौने सुरक्षित होने के साथ-साथ बच्चे के अनुकूल भी हों। और इस पूरे प्रयास के बारे में एक अच्छी बात यह है कि इन खिलौनों को आंगनवाड़ी बच्चों को उनके साथ खेलने के लिए दिया जाता है। आज, जबकि भारत खिलौनों के निर्माण में बहुत आगे बढ़ रहा है, अपशिष्ट से मूल्य तक के इन अभियानों, इन सरल प्रयोगों का बहुत मतलब है।
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में प्रोफेसर श्रीनिवास पद्कंडलाजी हैं। वह बहुत दिलचस्प काम कर रहे हैं। उन्होंने ऑटोमोबाइल मेटल स्क्रैप से मूर्तियां बनाई हैं। उनके द्वारा बनाई गई ये विशाल मूर्तियां सार्वजनिक पार्कों में स्थापित की गई हैं और लोग इन्हें बड़े उत्साह के साथ देखते हैं। यह इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल अपशिष्ट पुनर्चक्रण के साथ एक अभिनव प्रयोग है। मैं एक बार फिर कोच्चि और विजयवाड़ा के इन प्रयासों की सराहना करता हूं और आशा करता हूं कि इस तरह के प्रयासों में बड़ी संख्या में लोग आगे आएंगे। मेरे प्यारे देशवासियों, जब भारत के लोग दुनिया के किसी भी कोने में जाते हैं, तो वे गर्व से कहते हैं कि वे भारतीय हैं। हमारे पास गर्व करने के लिए बहुत कुछ है ... हमारे योग, आयुर्वेद, दर्शन और क्या नहीं! हम गर्व के साथ बात करते हैं। हमें अपनी स्थानीय भाषा, बोली, पहचान, पहनावे, खान-पान पर गर्व है। हमें नया प्राप्त करना है ... उसके लिए यही जीवन है लेकिन उसी समय हमें अपना अतीत नहीं खोना है! हमें अपने आसपास की अपार सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करनी होगी, इसके लिए नई पीढ़ी को पारित करना होगा। आज असम में रहने वाला सिकरी तिसाऊ बहुत लगन से ऐसा कर रहा है। कार्बी आंगलोंग जिले के सिकरी तिसाऊ जी पिछले 20 वर्षों से करबी भाषा का दस्तावेजीकरण कर रहे हैं। एक बार, दूसरे युग में, 'कार्बी', 'कार्बी आदिवासी' भाइयों और बहनों की भाषा ... अब मुख्यधारा से गायब हो रही है। श्रीमन सिकरी तिसाऊ ने फैसला किया कि वह उनकी पहचान की रक्षा करेगा ... और आज उनके प्रयासों के परिणामस्वरूप कार्बी भाषा के बारे में अधिक जानकारी के दस्तावेजीकरण हो गए हैं। उन्हें अपने प्रयासों के लिए कई स्थानों पर प्रशंसा भी मिली, और पुरस्कार भी मिले। मैं निश्चित रूप से 'मन की बात' के माध्यम से श्रीमन सिकरी तिसाऊ जी को बधाई देता हूं, लेकिन देश के कई कोनों में इस तरह की पहल में इस तरह के नारे लगाने वाले कई साधक होंगे और मैं उन सभी को भी बधाई देता हूं।
मेरे प्यारे देशवासियो, कोई भी नई शुरुआत हमेशा बहुत खास होती है। नई शुरुआत का मतलब है नई संभावनाएं - नई कोशिशें। और, नए प्रयासों का मतलब है नई ऊर्जा और नया जोश। यही कारण है कि यह विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में और विविधता से भरी हमारी संस्कृति में उत्सव के रूप में किसी भी नई शुरुआत का पालन करने की परंपरा रही है। और यह समय नई शुरुआत और नए त्योहारों के आगमन का है। होली भी बसंत, वसंत को त्योहार के रूप में मनाने की परंपरा है। जब हम रंगों के साथ होली मना रहे होते हैं, उसी समय, यहाँ तक कि वसंत हमारे चारों ओर नए रंग फैला देता है। इस समय, फूल खिलने लगते हैं और प्रकृति जीवंत हो उठती है। जल्द ही देश के विभिन्न क्षेत्रों में नया साल भी मनाया जाएगा। चाहे वह उगादी हो या पुथंडू, गुड़ी पड़वा या बिहू, नवरेह या पोइला, या बोईशाख या बैसाखी - पूरा देश जोश, उत्साह और नई उम्मीदों के रंग में सराबोर हो जाएगा। इसी समय, केरल भी विशु के सुंदर त्योहार मनाता है। इसके बाद जल्द ही चैत्र नवरात्रि का पावन अवसर भी आएगा। चैत्र महीने के नौवें दिन, हमारे पास रामनवमी का त्योहार होता है। इसे भगवान राम की जयंती और न्याय और पराक्रम के नए युग की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है। इस दौरान चारों ओर धूमधाम के साथ भक्ति का माहौल होता है, जो लोगों को करीब लाता है, उन्हें परिवार और समाज से जोड़ता है, आपसी संबंधों को मजबूत करता है। इन त्योहारों के अवसर पर, मैं सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। दोस्तों, इस बार 4 अप्रैल को देश ईस्टर भी मनाएगा। ईस्टर का त्योहार यीशु मसीह के पुनरुत्थान के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। प्रतीकात्मक रूप से, ईस्टर जीवन की नई शुरुआत से जुड़ा है। ईस्टर उम्मीदों के पुनरुत्थान का प्रतीक है। इस पवित्र और शुभ अवसर पर, मैं न केवल भारत में ईसाई समुदाय, बल्कि विश्व स्तर पर ईसाइयों का अभिवादन करता हूं।
मेरे प्यारे देशवासियो, आज 'मन की बात' में हमने 'अमृत महोत्सव' और देश के प्रति अपने कर्तव्यों के बारे में बात की। हमने अन्य त्योहारों और उत्सवों पर भी चर्चा की। इस बीच, एक और त्योहार आ रहा है जो हमें हमारे संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों की याद दिलाता है। वह 14 अप्रैल है - डॉ। बाबा साहेब अम्बेडकर जी की जयंती। 'अमृत महोत्सव' में इस बार यह अवसर और भी खास हो गया है। मुझे यकीन है कि हम बाबासाहेब की इस जयंती को अपने कर्तव्यों का संकल्प लेकर यादगार बनाएंगे और इस तरह उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। इसी विश्वास के साथ, आप सभी को एक बार फिर से त्योहारों की शुभकामनाएँ। आप सभी खुश रह��ं, स्वस्थ रहें और आनन्दित रहें। इस इच्छा के साथ, मैं आपको याद दिलाता हूं remind दवई भी, कडाई भी ’! आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
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