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भारतीय सेना में नारी शक्ति: कब शुरू हुई थी तैनाती, अब कितनी है संख्या?
AIN NEWS 1: भारतीय सेना, जिसे देश की रक्षा का सबसे बड़ा स्तंभ माना जाता है, में नारी शक्ति का योगदान लगातार बढ़ रहा है। महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी जगह बनाई है, और सेना भी इससे अछूती नहीं है। सेना में महिलाओं की भागीदारी न केवल सशस्त्र बलों को मजबूत कर रही है, बल्कि देश की रक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शा रही है। सेना में महिलाओं की भर्ती का इतिहास भारतीय सेना की स्थापना 1 अप्रैल 1895 को ईस्ट इंडिया कंपनी के तहत प्रेसिडेंसी आर्मी के रूप में हुई थी। आजादी के बाद इसे भारतीय सेना के नाम से जाना गया। महिलाओं को सेना में शामिल करने का ऐतिहासिक फैसला 1992 में लिया गया, जब उन्हें तीनों सेनाओं में शॉर्ट-सर्विस कमीशन (एसएससी) अधिकारियों के रूप में शामिल किया गया। सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका का विस्तार 1992 के बाद महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती रही। 1. वायुसेना में लड़ाकू पायलट: 2015 में भारतीय वायुसेना ने महिलाओं को लड़ाकू इकाइयों में शामिल करने का निर्णय लिया। यह एक क्रांतिकारी कदम था, जिसने वायुसेना में महिलाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले। 2. मिलिट्री पुलिस में भर्ती: 2019 में, आर्मी की मिलिट्री पुलिस कोर में महिलाओं की अदर रैंक के तहत भर्ती की शुरुआत हुई। 3. परमानेंट कमीशन: नवंबर 2021 में महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन देने के लिए एक न्यूट्रल करियर प्रोग्रेशन पॉलिसी लागू की गई। इसके तहत महिलाओं को पुरुष अधिकारियों के बराबर अवसर दिए गए। 4. युद्धपोतों पर तैनाती: 2021 में इंडियन नेवी ने चार महिला अधिकारियों को युद्धपोतों पर तैनात किया। यह महिलाओं को नई भूमिकाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम था। एनडीए के जरिए महिलाओं की भर्ती नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) में भी महिलाओं की भर्ती की शुरुआत की गई। जुलाई 2022 में एनडीए में महिला कैडेट के पहले बैच ने ट्रेनिंग शुरू की। जनवरी 2023 में दूसरा बैच आया। अब हर छह महीने में 19 महिला कैडेट्स की भर्ती की जा रही है। महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाएं सेना में महिलाओं को पुरुष जवानों के बराबर सभी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही, उन्हें मातृत्व अवकाश (मैटरनिटी लीव) और चाइल्ड केयर लीव जैसी विशेष सुविधाएं भी मिलती हैं। भारतीय सेना में महिलाओं की वर्तमान संख्या मार्च 2023 में तत्कालीन रक्षा राज्य मंत्री टीआर बालू ने लोकसभा में बताया कि भारतीय सेना में कुल 7093 महिलाएं कार्यरत हैं। इनमें से 100 महिलाएं अदर रैंक कैटेगरी में तैनात हैं। इसके अलावा, 6993 महिलाएं आर्मी मेडिकल कोर, आर्मी डेंटल कोर और आर्मी मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में ऑफिसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। नारी शक्ति का भविष्य भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी यह साबित करती है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। आने वाले समय में सेना में महिलाओं की संख्या और उनकी भूमिकाओं में और विस्तार होगा। English SEO Paragraph: The growing participation of women in the Indian Armed Forces highlights their significant contribution to national defense. Women officers and soldiers now serve in various critical roles across the Army, Navy, and Air Force. Since their induction in 1992 as Short Service Commission (SSC) officers, women have achieved remarkable milestones, including becoming fighter pilots in 2015 and gaining permanent commission in 2021. With over 7,000 women currently serving, the Indian Armed Forces continue to empower women through equal opportunities and progressive policies. Read the full article
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लिंग भूमिकाएं, अर्थशास्त्र और विवाह: अभिजीत बनर्जी की नवीनतम पुस्तक उन असमानताओं की पड़ताल करती है जो भारतीय महिलाओं को कार्यबल से बाहर रखती हैं
कार्यक्रम में अभिजीत बनर्जी अपनी नवीनतम पुस्तक पर चर्चा करते हुए जबकि दुनिया भर में युवा महिलाएं नौकरियों में कदम रख रही हैं, अपने भविष्य को आकार दे रही हैं और स्वतंत्रता को अपना रही हैं, भारत में ज्यादातर लोग शादी की तैयारी की सदियों पुरानी कोरियोग्राफी से बंधे हुए हैं। अपनी प्रगति पर इतना गर्व करने वा��ा समाज अभी भी एक महिला के जीवन के सर्वोत्तम वर्षों को उसके करियर के प्रवेश द्वार के बजाय उसकी…
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क्या आप जानते हैं? थेडा बारा, मूक फिल्म युग की पहली सेक्स प्रतीकों में से एक, अपने ‘फेम फेटल’ भूमिकाओं के लिए ‘द वैम्प’ के नाम से जानी जाती थीं। थेडा बारा का असली नाम थियोडोसिया बुर गुडमैन था और उनका जन्म 29 जुलाई 1885 को सिनसिनाटी, ओहायो में हुआ था।
थेडा बारा ने 1914 से 1926 के बीच 40 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिनमें से अधिकांश अब खो चुकी हैं। उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म ‘क्लियोपेट्रा’ (1917) थी, जिसमें उन्होंने बेहद आकर्षक और साहसी परिधान पहने थे। थेडा बारा की ‘वैम्प’ छवि ने उन्हें एक रहस्यमयी और मोहक महिला के रूप में स्थापित किया, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती थी।
फॉक्स स्टूडियो ने उनकी छवि को और भी रहस्यमयी बनाने के लिए प्रचार किया कि वह मिस्र में स्फिंक्स की छाया में पैदा हुई थीं। थेडा बारा ने अपने करियर के दौरान कई विवादास्पद और साहसी भूमिकाएं निभाईं, जो उस समय के समाज के लिए काफी चौंकाने वाली थीं।
थेडा बारा की कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे एक कलाकार अपनी कला और छवि के माध्यम से समाज में एक नई पहचान बना सकता है।
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एडम्स को पाकिस्तान श्रृंखला के लिए न्यूजीलैंड का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया
न्यूजीलैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय आंद्रे एडम्स 12 जनवरी से पाकिस्तान के खिलाफ शुरू होने वाली घरेलू टी20 सीरीज के लिए ब्लैककैप्स सपोर्ट स्टाफ में शामिल होंगे। एडम्स मुख्य कोच गैरी स्टीड के कोचिंग समूह के हिस्से के रूप में पांच मैचों की श्रृंखला के लिए गेंदबाजी कोच के रूप में काम करेंगे, जिसमें नियमित बल्लेबाजी कोच ल्यूक रोंची भी शामिल हैं। यह निर्णय न्यूजीलैंड महिला टीम के 2023 के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान एडम्स द्वारा तेज गेंदबाजी कोच के रूप में काम करने के बाद लिया गया है। न्यूजीलैंड के स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच क्रिस डोनाल्डसन और टीम परफॉर्मेंस मैनेजर साइमन इंस्ले दोनों पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला के दौरान ब्रेक लेंगे और उनकी भूमिकाएं क्रमशः मैट लॉन्ग और डेव मेयरिंग द्वारा भरी जाएंगी। Read the full article
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हेमा मालिनी का कहना है कि महान भूमिकाएं 'विशेष रूप से' पुरुष अभिनेताओं के लिए लिखी जाती हैं, उनके लिए नहीं | बॉलीवुड
अभिनेता हेमा मालिनी इस बात से असहमत हैं कि ओटीटी प्लेटफॉर्म महिला अभिनेताओं के लिए बेहतर भूमिकाएं और अवसर लेकर आए हैं। एक नए इंटरव्यू में हेमा ने कहा कि अभिनेता अमिताभ बच्चन ऐसी भूमिकाएँ मिलती हैं जो ‘विशेष रूप से उनके लिए लिखी जाती हैं’। उन्होंने कहा कि अगर एक भूमिका ‘मुझे ध्यान में रखते हुए’ लिखी जाती है, तो यह अच्छा होगा। (यह भी पढ़ें | हेमा मालिनी याद करती हैं कि अमिताभ बच्चन जब पहली बार साथ…
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एना डी अरमास: महिला जेम्स बॉन्ड की कोई जरूरत नहीं है
एना डी अरमास: महिला जेम्स बॉन्ड की कोई जरूरत नहीं है
द्वारा आईएएनएस लॉस एंजिलस: अभिनेत्री एना डी अरमास, जिन्होंने ‘नो टाइम टू डाई’ में डेनियल क्रेग की अंतिम 007 में रहस्यमयी पलोमा की भूमिका निभाई थी, ने कहा कि वह इसके बजाय जासूसी फ्रेंचाइजी में महिलाओं के लिए अधिक महत्वपूर्ण, गहरी भूमिकाएँ देखना चाहती हैं। उसने डेनियल के बॉन्ड को विपरीत लिंग के होने के लिए कुछ लोगों के कॉल के बीच द सन से कहा: “एक महिला बॉन्ड की कोई आवश्यकता नहीं है। किसी और के…
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लखनऊ 07.03.2022 | अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 की पूर्व संध्या पर “Gender Equality Today For a Sustainable Tomorrow” के तहत नारी शक्ति को समर्पित, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) के ��ंयुक्त तत्वावधान में, भारतीय संस्कृति की 'धरोहर' स्वरसाम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी को समर्पित ‘सांस्कृतिक संध्या’ “लता स्वरांजलि” का आयोजन, सी.एम.एस. ऑडिटोरियम, विशाल खंड–02, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती श्रुति सिंह तथा सुश्री सत्या सिंह ने दीपप्रज्वलन तथा स्वर साम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी के चित्र पर श्रद्धान्वत पुष्पार्पण करके हुई I
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल ने, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) प्रयागराज को कार्यक्रम आयोजन में सहयोग प्रदान करने हेतु धन्यवाद देते हुए, कहा कि, स्वरकोकिला भारत-रत्न लता मंगेशकर जी एक ऐसी शख्सियत थीं, जिन्होंने संगीत की दुनिया में वो नाम कमाया जो हर किसी के बस की बात नहीं l उन्होंने कहाकि भारतीय संस्कृति की 'धरोहर', भारत-रत्न लता मंगेशकर जी आज हमारे बीच नहीं हैं, परन्तु उनके गाये हुए गीत कभी भुलाये नहीं जा सकते l लता जी ने गीतों को अपने स्वर देकर सदा के लिए अमर कर दिया I
श्रीमती डॉ० रूपल अग्रवाल ने बताया कि, "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" जश्न है महिला सशक्तिकरण का, समाज में व्याप्त कुप्रथाओं पर हर महिला की जीत का एवं उनके आत्मविश्वास व आत्मसम्मान का l इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है ‘Gender Equality Today For A Sustainable Tomorrow’ अर्थात बेहतर कल के लिए स्त्री व पुरुष ���ें समानता ज़रूरी है l आज महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में आगे हैं तथा इसका जीता-जागता उदाहरण हम इस कार्यक्रम में देख सकते हैं, जहां विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्यकौशल का परचम लहराने वाली गणमान्य महिलाएं ��मारे बीच उपस्थित हैं, पर इन्हें अपनी मंज़िल को पाने में पुरुष प्रधान समाज का सामना करना पड़ा l समाज की गन्दी सोच व कुत्षित विचारों से लड़ना पड़ा l हमारा देश सतयुग से कलयुग तक का सफर तय कर चुका, सब कुछ Advanced एवं नई तकनीक का हो गया पर सिर्फ एक चीज़ नहीं बदली और वह है महिलाओं के लिए संकुचित सोच जो कदम - कदम पर हमें यह एहसास दिलाती है कि आज भी हमें हर कदम पर अपने आपको साबित करना है घर पर भी व कार्यक्षेत्र में भी l महिला दिवस मनाने का सही उद्देश्य तभी पूरा होगा जब बिना किसी रोक-टोक के हर महिला अपने सपनों की उड़ान भर सकेगी l
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी मौजूद रहीं I उन्होंने कहा, हमने कभी सरस्वती माँ को नहीं देखा, लेकिन लता दीदी को देखकर लगता है की सरस्वती माँ को देख रहें हैं I स्वरकोकिला को याद करते हुए कहा कि संगीत के क्षेत्र में लता जी के अतुलनीय योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है I आज भले ही वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अपने गीतों से हमेशा अमर रहेंगी I महिलाओं की हर क्षेत्र में उपलब्धियां गिनाई I पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने कहा आज महिलाएं हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रही हैं और भविष्य में नेतृत्व करेंगी I आगे उन्होंने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, महिला दिवस तथा लता जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु आयोजित कार्यक्रम "लता स्वरांजलि" को जोड़कर प्रस्तुत करने को, ट्रस्ट का अच्छा प्रयास बताया I उन्होंने कहा कि कभी भी यदि आप परेशान हों या उदास हों बस लता जी के चित्र को ध्यान से देखिये और उनका स्मरण कीजिये आपको अवश्य साहस और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी I
'हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022'
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 की पूर्व संध्या पर “Gender Equality Today For a Sustainable Tomorrow” के तहत नारी शक्ति को समर्पित 'हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022' सम्मान दिया I
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी के करकमलों से 11 विभूतियों सुश्री गीतांजलि शर्मा, नई दिल्ली, सुश्री भावना प्रशान्त मिश्रा, झांसी, सुश्री सीमा रानी वत्स, नई दिल्ली, सुश्री प्राची सिंह, लखनऊ, सुश्री वर्षा वर्मा, लखनऊ, डॉ० ज्ञानवती दीक्षित, सीतापुर, सुश्री बिंदु जैन, लखनऊ, सुश्री रूपा पाण्डेय सतरूपा, लखनऊ, सुश्री मानसी प्रीत, लखनऊ, डॉ० सुरभि शुक्ला, लखनऊ तथा सुश्री सुनीता राठौर, लखनऊ, को प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर नारी शक्ति को समर्पित विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए 'हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022' से सम्मानित किया गया I
सांस्कृतिक कार्यक्रम लता-स्वरांजलि
भारतीय संस्कृति की 'धरोहर' स्वरसाम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी के लोककंठ से निकले स्वरों से सुसज्जित गीतों की प्रस्तुति लखनऊ की गायिकाओं ने करके लता जी को श्रद्धांजलि अर्पित की I श्रोताओं में मिलीजुली भावना देखने को मिली I लता जी के गीतों को सुनकर लोग भावुक और प्रसन्न हुए I प्रस्तुति देने वाली गायिकाओं में राखी अग्रवाल, आकांक्षा त्रिपाठी, आकांक्षा सिंह, अनुप्रिया चौधरी, दिपाली सक्सेना, ज्योती शर्मा, कीर्ति मिश्रा, मल्लिका शुक्ला, डॉ० नेहा श्रीवास्तव, निधि शुक्ला निगम, पूजा विमल, शीलू श्रीवास्तव तथा तृप्ति त्रिपाठी हैं l
राखी अग्रवाल ने “आकाश के उस पार भी आकाश है....”, आकांक्षा त्रिपाठी ने “काँटों से खींच के ये आँचल...”, आकांक्षा सिंह ने “प्यार किया तो डरना क्या जब प्यार किया तो डरना क्या...”, अनुप्रिया चौधरी ने “बहारों मेरा जीवन भी सवारों....”, दिपाली सक्सेना ने “तेरे बिना जिया जाए ना...”, ज्योती शर्मा ने “दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया...”, कीर्ति मिश्रा ने “ये गलियाँ ये चौबारा, यहाँ आना न दोबारा...”, मल्लिका शुक्ला ने “ये समा, समा है ये प्यार का...”, नेहा श्रीवास्तव ने “मेरे नैना सावन भादों, फिर भी मेरा मन प्यासा...”, निधि शुक्ला निगम ने “न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया...”, पूजा विमल ने “एक बात कहूँ गर मानो तुम, सपनों में न आना जानो तुम...”, शीलू श्रीवास्तव ने “माई री मैं कासे कहूँ पीर अपने जिया की माई री...", तृप्ति त्रिपाठी ने “रहें ना रहें हम महका करेंगे, बन के कली, बन के सबा, बाग-ए-वफ़ा में” I अंत में सभी गायिकाओं ने एक साथ “ऐ मेरे वतन के लोगों....” गाकर भारत-रत्न लता मंगेशकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की l
कीबोर्ड पर श्री रिंकू राज, गिटार पर श्री गोपाल गोस्वामी, तबला पर श्री सुभाष शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक पैड पर श्री राजेश तिवारी, ढोलक पर श्री अंशु मिश्रा, बेस गिटार पर श्री ललित मैसी ने साथ दिया I कार्यक्रम का संचालन डॉ० अलका निवेदन ने किया I लता-स्वरांजलि को मशहूर गायक प्रदीप अली ने व्यवस्थित किया I
कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समितियों के सदस्यगण श्री पंकज अवस्थी, श्री राजीव टंडन, श्री मोहम्मद शहरयार, श्री कुलदीप पाण्डेय, श्री अशोक कुमार जायसवाल, श्री मुकेश शारदा, प्रोफ़ेसर राज कुमार सिंह, श्री एम०पी० सिंह, सुश्री सत्या सिंह, श्री एम०पी० अवस्थी, श्रीमती श्रुति सिंह, श्री तारिक़ गौरी तथा शहर के गणमान्य लोग उपस्थित हुए I
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करीब एक साल बाद अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद खुलने जा रहे सिनेमाघर, केवल एक महिला 37 फिल्मों में एक्टर
करीब एक साल बाद अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद खुलने जा रहे सिनेमाघर, केवल एक महिला 37 फिल्मों में एक्टर
तालिबान की ओर से अफगानिस्तान पर कब्जा जमाए जाने के करीब एक साल बाद देश के सिनेमाघरों में फिल्मों का शो शरू होने जा रहा है। सिनेमाघरों में शो को अनुमति जरूर दे दी गई है लेकिन महिला कलाकारों की भूमिकाएं बहुत सीमित हैं। ��ालिबान ने पिछले साल अगस्त के महीने में तालिबान पर कब्जा जमाया था। अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान ने देश में कई तरह के प्रतिबंध भी लगा रखे हैं। खासकर महिलाओं को लेकर…
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ऑस्कर में भारत से जाएगी 'लायर्स डाइस'
ऑस्कर में भारत से जाएगी ‘लायर्स डाइस’
विदित मेहरा बीबीसी संवाददाता 23 सितंबर 2014 इमेज स्रोत, Geetu Mohandas इस बार भारत से ऑस्कर के लिए हिंदी फ़िल्म ‘लायरस डाइस’ को भेजा जा रहा है. ‘लायरस डाइस’ एक ड्रामा फिल्म है जिसमें अपने पति को खोजने वाली एक आदिवासी महिला की कहानी दिखाई गई है. इसमें नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और गीतांजली थापा ने मु्ख्य भूमिकाएं अदा की हैं. फ़िल्म की निर्देशक हैं गीतू मोहनदास जिन्होंने कई मलयालम फ़िल्में बनाई…
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"मेरी भूमिकाओं में उम्र उपयुक्त होनी चाहिए": रोमांटिक फिल्में करने पर माधवन
“मेरी भूमिकाओं में उम्र उपयुक्त होनी चाहिए”: रोमांटिक फिल्में करने पर माधवन
माधवन ने इस छवि को साझा किया। (शिष्टाचार: अभिनेतामैडी) मुंबई: अभिनेता आर माधवन का कहना है कि वह रोमांस ड्रामा में अभिनय करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते इसके लिए उन्हें किसी युवा महिला प्रधान के साथ अभिनय करने की आवश्यकता न हो। माधवन, जिन्हें प्रेम कहानियों के लिए जाना जाता है, जैसे अलैपयुथे, कन्नथिल मुथामित्तल, रहना है तेरे दिल में तथा तनु वेड्��� मनुने कहा कि वह अब उम्र के अनुकूल भूमिकाएं निभाना…
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केंद्रीय मंत्री और अब लेखक, स्मृति ईरानी आज ई-अड्डा में अतिथि हैं
केंद्रीय मंत्री और अब लेखक, स्मृति ईरानी आज ई-अड्डा में अतिथि हैं
बदलती भूमिकाएं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने चिह्नित की हैं। प्राइम टाइम टीवी सीरीज़ में मुख्य किरदार से लेकर लोकसभा उम्मीदवार तक, जिसने 2019 के चुनावों में अमेठी के गांधी परिवार के गढ़ को जीता था, कैबिनेट के एक सदस्य के रूप में, जहाँ उन्होंने हाल ही में, बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक का संचालन किया था। , 2021, जो महिलाओं के लिए शादी की कानूनी उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 साल…
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#इंडियन एक्सप्रेस ई-अड्डा#इंडियनएक्सप्रेस#ई-अड्डा#केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय#बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक#लाल सलाम#स्मृति ईरानी ताजा खबर
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हैरी पॉटर फेम ऐक्ट्रेस हेलेन मक्रॉरी का निधन, लंबे समय से कैंसर का चल रहा था इलाज Divya Sandesh
#Divyasandesh
हैरी पॉटर फेम ऐक्ट्रेस हेलेन मक्रॉरी का निधन, लंबे समय से कैंसर का चल रहा था इलाज
ब्रिटिश वेब सीरीज पीकी ब्लाइंडर्स स्टार हेलेन मक्रॉरी (Peaky Blinders star passes away at 52 after cancer battle) का सिर्फ 52 साल की उम्र में कैंसर की वजह से निधन हो गया है। हेलेन के पति डेमियन लुईस ने अपने ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी कि मुझे यह बताते हुए अत्यंत दुख हो रहा है कि मेरी पत्नी कैंसर से जंग हार गई और आज उन्होंने घर में उन्होंने आखिरी सांस ली।
हेलेन मक्रॉरी एक सुंदर और शक्तिशाली महिला थी। वह अपने दोस्तों और परिवार के प्यार के बीच घिरी हुई थी। वह मर कर भी जिंदा है। भगवान जानते हैं कि हम उससे कितना प्यार करते थे। हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि वह हमारी जिंदगी में आई। हेलेन ने अपने करियर में कई यादगार भूमिकाएं निभाई जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। हैरी पॉर्टर में नार्किसा मालफॉय, जेम्स बॉन्ड फिल्म स्काईफॉल में क्लेयर डोवे का किरदार।
उन्होंने पीकी ब्लाइंड्स में पोली ग्रे नाम के किरदार ने काफी सुर्खियां बटोरी। 2006 की फिल्म द क्वीन में, उन्होंने पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर की पत्नी शेरी ब्लेयर की भूमिका निभाई थी। हेलेन ने हैरी पॉटर फ्रैंचाइज़ी में अपना डेब्यू नार्किसा मालफॉय के रूप में द हाफ-ब्लड प्रिंस में किया।
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जयंती विशेष: जयललिता के स्वभाव में ही नहीं था हार मान लेना, जानिए उनकी ताकत और रुतबे की कहानी
चै��न्य भारत न्यूज एक अभिनेत्री से राजनीति की ‘आयरन लेडी’ बनने तक का सफर तय करने वाली जयललिता की आज जयंती है। कहते हैं कि जयललिता उस पारस के समान थीं, जिन्होंने जिसे भी छुआ उसे सोना कर दिया। उन्होंने जिस विधा पर हाथ रखा उसमें अपार सफलता पाई, चाहे वो कला का क्षेत्र हो, फिल्मी दुनिया हो या फिर राजनीति हो। आज हम आपको बताने जा रहे हैं जयललिता के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें.... (adsbygoogle = window.adsbygoogle || ).push({});
जयललिता का जन्म एक तमिल परिवार में 24 फरवरी 1948 को हुआ। वह पुराने मैसूर राज्य (जो कि अब कर्नाटक का हिस्सा है) के मांड्या जिले के पांडवपुरा तालुका के मेलुरकोट गांव में पैदा हुईं थीं। उनके दादा तत्कालीन मैसूर राज्य में एक सर्जन थे। महज 2 साल की उम्र में उनके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद जयललिता ने छोटी उम्र में ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। जब जयललिता स्कूल में पढ़ रही थीं तभी उन्होंने एपिसल नाम की अंग्रेजी फिल्म में काम किया। जयललिता 15 वर्ष की आयु में कन्नड फिल्मों में मुख्य अभिनेत्री की भूमिकाएं करने लगी थीं। इसके बाद वे तमिल फिल्मों में काम करने लगीं। वे दक्षिण भारत की पहली ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने स्कर्ट पहनकर फिल्मों में भूमिका निभाई थी।
अपने फिल्म करियर में जयललिता ने करीब 140 फिल्मों में काम किया। इसमें सर्वाधिक तेलुगु व तमिल फिल्में शामिल हैं। जहां तक जयललिता के बॉलीवुड में काम करने की बात है, तो उन्होंने साल 1968 में अभिनेता धर्मेंद्र के साथ एकमात्र हिंदी फिल्म 'इज्जत' में काम किया था। साल 1965 से लेकर साल 1980 तक जयललिता का फिल्मी करियर शिखर पर था। इस दौरान जयललिता भारत की सबसे अधिक कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में से थी।
जयललिता ने 1984 से 1989 के दौरान तमिलनाडु से राज्यसभा के लिए राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया। साल 1987 में रामचंद्रन का निधन के बाद उन्होने खुद को रामचंद्रन की विरासत का उत्तराधिकारी घोष���त कर दिया। जय ललिता 24 जून 1991 से 12 मई 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित मुख्यमंत्री और राज्य की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री रहीं। वे पांच बार सत्ता में रहीं। उनका कार्यकाल 5228 दिनों का रहा जो कि शीला दीक्षित के बाद किसी भी महिला मुख्यमंत्री का सर्वाधिक अवधि का कार्यकाल है।
जयललिता ने 5 दिसंबर 2016 को 68 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। अपने राजनीतिक जीवन में तमाम तरह की विषमत परिस्थितिओं से बाहर निकल कर अपना डंका बजाने वाली जयललिता कार्डिएक अरेस्ट को नहीं झेल पाई और जिंदगी को अलविदा कह दिया। ये भी पढ़े... जयललिता बनी कंगना रनौत, थलाइवी का फर्स्ट लुक और टीजर हुआ रिलीज जयललिता बायोपिक के सेट से सामने आई पहली तस्वीर, कंगना रनौत को देख सहम जाएंगे आप! Read the full article
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संजय दत्त ने जूनियर एनटीआर के साथ तेलुगु फिल्म अयीनु हस्तिनाकु पोई रावले में अभिनय किया?
त्रिविक्रम श्रीनिवास द्वारा निर्देशित तेलुगु सुपरस्टार, जूनियर एनटीआर की फिल्म अयानुनु हस्तिनाकु पोई रावले, शुरू से ही चर्चा में रही है। कई रिपोर्टों में बताया गया है कि जान्हवी कपूर और पूजा हेगड़े को महिला प्रधान भूमिकाएं निभाने के लिए संपर्क किया गया है। नवीनतम रिपोर्टों से पता चलता है कि संजय दत्त फिल्म में भी काम कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
संजय…
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लखनऊ 07.03.2022 | अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 की पूर्व संध्या पर “Gender Equality Today For a Sustainable Tomorrow” के तहत नारी शक्ति को समर्पित, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) के संयुक्त तत्वावधान में, भारतीय संस्कृति की 'धरोहर' स्वरसाम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी को समर्पित ‘सांस्कृतिक संध्या’ “लता स्वरांजलि” का आयोजन, सी.एम.एस. ऑडिटोरियम, विशाल खंड–02, गोमती नगर, लखनऊ में किया गया l
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी, हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल तथा ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती श्रुति सिंह तथा सुश्री सत्या सिंह ने दीपप्रज्वलन तथा स्वर साम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी के चित्र पर श्रद्धान्वत पुष्पार्पण करके हुई I
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ० रूपल अग्रवाल ने, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NCZCC) प्रयागराज को कार्यक्रम आयोजन में सहयोग प्रदान करने हेतु धन्यवाद देते हुए, कहा कि, स्वरकोकिला भारत-रत्न लता मंगेशकर जी एक ऐसी शख्सियत थीं, जिन्होंने संगीत की दुनिया में वो नाम कमाया जो हर किसी के बस की बात नहीं l उन्होंने कहाकि भारतीय संस्कृति की 'धरोहर', भारत-रत्न लता मंगेशकर जी आज हमारे बीच नहीं हैं, परन्तु उनके गाये हुए गीत कभी भुलाये नहीं जा सकते l लता जी ने गीतों को अपने स्वर देकर सदा के लिए अमर कर दिया I
श्रीमती डॉ० रूपल अग्रवाल ने बताया कि, "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" जश्न है महिला सशक्तिकरण का, समाज में व्याप्त कुप्रथाओं पर हर महिला की जीत का एवं उनके आत्मविश्वास व आत्मसम्मान का l इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है ‘Gender Equality Today For A Sustainable Tomorrow’ अर्थात बेहतर कल के लिए स्त्री व पुरुष में समानता ज़रूरी है l आज महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में आगे हैं तथा इसका जीता-जागता उदाहरण हम इस कार्यक्रम में देख सकते हैं, जहां विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्यकौशल का परचम लहराने वाली गणमान्य महिलाएं हमारे बीच उपस्थित हैं, पर इन्हें अपनी मंज़िल को पाने में पुरुष प्रधान समाज का सामना करना पड़ा l समाज की गन्दी सोच व कुत्षित विचारों से लड़ना पड़ा l हमारा देश सतयुग से कलयुग तक का सफर तय कर चुका, सब कुछ Advanced एवं नई तकनीक का हो गया पर सिर्फ एक चीज़ नहीं बदली और वह है महिलाओं के लिए संकुचित सोच जो कदम - कदम पर हमें यह एहसास दिलाती है कि आज भी हमें हर कदम पर अपने आपको साबित करना है घर पर भी व कार्यक्षेत्र में भी l महिला दिवस मनाने का सही उद्देश्य तभी पूरा होगा जब बिना किसी रोक-टोक के हर महिला अपने सपनों की उड़ान भर सकेगी l
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी मौजूद रहीं I उ���्होंने कहा, हमने कभी सरस्वती माँ को नहीं देखा, लेकिन लता दीदी को देखकर लगता है की सरस्वती माँ को देख रहें हैं I स्वरकोकिला को याद करते हुए कहा कि संगीत के क्षेत्र में लता जी के अतुलनीय योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है I आज भले ही वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अपने गीतों से हमेशा अमर रहेंगी I महिलाओं की हर क्षेत्र में उपलब्धियां गिनाई I पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने कहा आज महिलाएं हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रही हैं और भविष्य में नेतृत्व करेंगी I आगे उन्होंने ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, महिला दिवस तथा लता जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु आयोजित कार्यक्रम "लता स्वरांजलि" को जोड़कर प्रस्तुत करने को, ट्रस्ट का अच्छा प्रयास बताया I उन्होंने कहा कि कभी भी यदि आप परेशान हों या उदास हों बस लता जी के चित्र को ध्यान से देखिये और उनका स्मरण कीजिये आपको अवश्य साहस और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी I
'हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022'
हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2022 की पूर्व संध्या पर “Gender Equality Today For a Sustainable Tomorrow” के तहत नारी शक्ति को समर्पित 'हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022' सम्मान दिया I
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी के करकमलों से 11 विभूतियों सुश्री गीतांजलि शर्मा, नई दिल्ली, सुश्री भावना प्रशान्त मिश्रा, झांसी, सुश्री सीमा रानी वत्स, नई दिल्ली, सुश्री प्राची सिंह, लखनऊ, सुश्री वर्षा वर्मा, लखनऊ, डॉ० ज्ञानवती दीक्षित, सीतापुर, सुश्री बिंदु जैन, लखनऊ, सुश्री रूपा पाण्डेय सतरूपा, लखनऊ, सुश्री मानसी प्रीत, लखनऊ, डॉ० सुरभि शुक्ला, लखनऊ तथा सुश्री सुनीता राठौर, लखनऊ, को प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर नारी शक्ति को समर्पित विशिष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए 'हेल्प यू नारी अस्मिता सम्मान-2022' से सम्मानित किया गया I
सांस्कृतिक कार्यक्रम लता-स्वरांजलि
भारतीय संस्कृति की 'धरोहर' स्वरसाम्राज्ञी भारत-रत्न लता मंगेशकर जी के लोककंठ से निकले स्वरों से सुसज्जित गीतों की प्रस्तुति लखनऊ की गायिकाओं ने करके लता जी को श्रद्धांजलि अर्पित की I श्रोताओं में मिलीजुली भावना देखने को मिली I लता जी के गीतों को सुनकर लोग भावुक और प्रसन्न हुए I प्रस्तुति देने वाली गायिकाओं में राखी अग्रवाल, आकांक्षा त्रिपाठी, आकांक्षा सिंह, अनुप्रिया चौधरी, दिपाली सक्सेना, ज्योती शर्मा, कीर्ति मिश्रा, मल्लिका शुक्ला, डॉ० नेहा श्रीवास्तव, निधि शुक्ला निगम, पूजा विमल, शीलू श्रीवास्तव तथा तृप्ति त्रिपाठी हैं l
राखी अग्रवाल ने “आकाश के उस पार भी आकाश है....”, आकांक्षा त्रिपाठी ने “काँटों से खींच के ये आँचल...”, आकांक्षा सिंह ने “प्यार किया तो डरना क्या जब प्यार किया तो डरना क्या...”, अनुप्रिया चौधरी ने “बहारों मेरा जीवन भी सवारों....”, दिपाली सक्सेना ने “तेरे बिना जिया जाए ना...”, ज्योती शर्मा ने “दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया...”, कीर्ति मिश्रा ने “ये गलियाँ ये चौबारा, यहाँ आना न दोबारा...”, मल्लिका शुक्ला ने “ये समा, समा है ये प्यार का...”, नेहा श्रीवास्तव ने “मेरे नैना सावन भादों, फिर भी मेरा मन प्यासा...”, निधि शुक्ला निगम ने “न जाने क्या हुआ, जो तूने छू लिया...”, पूजा विमल ने “एक बात कहूँ गर मानो तुम, सपनों में न आना जानो तुम...”, शीलू श्रीवास्तव ने “माई री मैं कासे कहूँ पीर अपने जिया की माई री...", तृप्ति त्रिपाठी ने “रहें ना रहें हम महका करेंगे, बन के कली, बन के सबा, बाग-ए-वफ़ा में” I अंत में सभी गायिकाओं ने एक साथ “ऐ मेरे वतन के लोगों....” गाकर भारत-रत्न लता मंगेशकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की l
कीबोर्ड पर श्री रिंकू राज, गिटार पर श्री गोपाल गोस्वामी, तबला पर श्री सुभाष शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक पैड पर श्री राजेश तिवारी, ढोलक पर श्री अंशु मिश्रा, बेस गिटार पर श्री ललित मैसी ने साथ दिया I कार्यक्रम का संचालन डॉ० अलका निवेदन ने किया I लता-स्वरांजलि को मशहूर गायक प्रदीप अली ने व्यवस्थित किया I
कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, ट्रस्ट की आतंरिक सलाहकार समितियों के सदस्यगण श्री पंकज अवस्थी, श्री राजीव टंडन, श्री मोहम्मद शहरयार, श्री कुलदीप पाण्डेय, श्री अशोक कुमार जायसवाल, श्री मुकेश शारदा, प्रोफ़ेसर राज कुमार सिंह, श्री एम०पी० सिंह, सुश्री सत्या सिंह, श्री एम०पी० अवस्थी, श्रीमती श्रुति सिंह, श्री तारिक़ गौरी तथा शहर के गणमान्य लोग उपस्थित हुए I
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- Happy Birthday - प्रियंका चोपड़ा जोनास (जन्म 18 जुलाई 1982) एक भारतीय अभिनेत्री, गायिका, फिल्म निर्माता और मिस वर्ल्ड 2000 पेजेंट की विजेता हैं। भारत की सबसे अधिक कमाई वाली और सबसे लोकप्रिय हस्तियों में से एक, चोपड़ा को कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें नैशनल फिल्म अवार्ड और पांच फिल्मफेयर अवार्ड शामिल हैं। 2016 में, भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया, और समय ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक का नाम दिया। 2017 और 2018 में, फोर्ब्स ने उन्हें विश्व की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में सूचीबद्ध किया।हालांकि, चोपड़ा ने शुरूमें वैमानिकी इंजीनियरिंग का अध्ययन करने की इच्छा जताई, लेकिन उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग में शामिल होने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, जो कि उनकी जीत के परिणामस्वरूप आई, द हीरो: लव स्टोरी ऑफ ए स्पाई (2003) में बॉलीवुड की शुरुआत की। उन्होंने बॉक्स-ऑफिस हिट अंदाज़ (2003) और मुजसे शादी करोड़ी (2004) में प्रमुख महिला की भूमिका निभाई और 2004 की थ्रिलर ऐतराज़ में हिरोउटआउट भूमिका के लिए महत्वपूर्ण प्रशंसा प्राप्त की। 2006 में, चोपड़ा ने भारतीय सिनेमा की एक प्रमुख अभिनेत्री के रूपमें स्थापित किया, जिसमें सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्मों क्रिश और डॉन में भूमिकाएं निभाईं। #hrollywoodofficial18July https://www.instagram.com/p/B0Cnanml13l/?igshid=1xequczudb95t
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