#भारतीय स्टेट ��ैंक
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laweducation · 2 years ago
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सीपीसी के तहत निर्धन व्यक्ति कैसे वाद न्यायालय में दर्ज करा सकता है Order 33 CPC in Hindi
जैसा की हम जानते है की भारत की काफी जनसंख्या गरीबी दर में गुजारा करती है, जिस कारण से न्यायालय में मुकदमेबाजी के सभी खर्चों को वहन करना उनके लिए काफी मुश्किल रहता है और इस तरह वे अपने अधिकारों का प्रवर्तन कराने से वंचित हो जाते है, इस समस्या के समाधान को ध्यान में रखते हुए समाज के वंचित एंव गरीब वर्गों के लिए भारतीय संविधान के अनुच्छेद 39A के तहत यह व्यवस्था की गई है कि राज्य का कोई भी व्यक्ति मात्र निर्धनता/गरीबी के कारण न्याय से वंचित ना रहे। सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 में भी इसी प्रकार की व्यवस्था करते हुए निर्धन व्यक्तियों को न्याय के अवसर सुलभ कराये गये है। इस सम्बन्ध में संहिता के आदेश 33 में निर्धन व्यक्तियों द्वारा वाद' (Suits by indigent persons) का प्रावधान किया गया है। निर्धन व्यक्ति कौन है - संहिता के आदेश 33 के नियम 1 में यह प्रावधान किया गया है कि किसी भी निर्धन व्यक्ति द्वारा वाद संस्थित किया जा सकता है। इसके स्पष्टीकरण में शब्द 'निर्धन व्यक्ति' (indigent person) को परिभाषित किया गया है। इसके अनुसार निर्धन व्यक्ति से तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है - (क) जिसके पास किसी डिक्री के निष्पादन में कुर्की से मुक्त तथा वादग्रस्त सम्पत्ति को छोड़कर, किसी वाद के लिए विधि द्वारा विहित शुल्क संदाय करने हेतु पर्याप्त साधन (sufficient means) नहीं हो, अथवा (ख) जहाँ न्यायालय शुल्क विहित नहीं हो, वहाँ किसी डिक्री के निष्पादन में कुर्की से मुक्त अथवा वादग्रस्त सम्पत्ति को छोड़कर, उसके पास ₹ 1000/- (एक हजार रुपये) से अधिक की सम्पत्ति नहीं हो। केस - ���.पी. नीलम होजरी वर्ल्स बनाम स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, ए. आई. आर. 1994 हिमाचल प्रदेश 11 शब्द 'पर्याप्त साधन' (sufficient means) से तात्पर्य पर्याप्त सम्पत्ति से नहीं है, इसमें ऐसे साधन शामिल नहीं है जिन पर पक्षकार और उसके परिवार का जीवन निर्वाह निर्भर करता हो। निर्धन व्यक्ति द्वारा वाद पेश करने की प्रक्रिया - आदेश 33 के नियम 1 क, 2, 3 व 4 में निर्धन व्यक्ति के रूप में बाद संस्थित करने की प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है। इनके अनुसार - (क) निर्धन व्यक्ति के तौर पर वाद प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति द्वारा न्यायालय के समक्ष एक आवेदनपत्र प्रस्तुत किया जायेगा जिसमें बाद में के वादपत्र की विशिष्टियों (particulars) का उल्लेख किया जायेगा। (ख) उसके साथ आवेदक की समस्त चल एवं अचल सम्पत्तियों का उनके मूल्य सहित ब्यौरा दिया जायेगा। (ग) ऐसा आवेदन पत्र वादपत्र की तरह हस्ताक्षरित एवं सत्यापित (signed and verified) किया जायेगा। (नियम 2 ) (घ) ऐसा आवेदन पत्र स्वयं आवेदक द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा और उसे स्वीय उपस्थिति से मुक्ति प्रदान किये जाने की दशा में उसके प्राधिकृत अभिकर्ता द्वारा प्रस्तुत किया जा सकेगा। (नियम 3 ) (ङ) ऐसा आवेदन किये जाने पर आवेदक के निर्धन होने के बारे में न्यायालय के मुख्य मंत्रालयिक अधिकारी द्वारा जाँच की जायेगी। (नियम 1 क) (च) ऐसे आवेदक का न्यायालय द्वारा परीक्षण भी किया जा सकेगा। ऐसा परीक्षण किया गया है। इसके अनुसार प्रतिवादी अथवा सरकारी अधिवक्ता की ओर से आवेदन किये जाने पर वादी को 7 दिनों की सूचना देते हुए निम्नांकित आधारों पर अनुमति को वापस लिया जा सकेगा - Read More This Post -  निर्धन व्यक्तियों द्वारा वाद (Suits by indigent persons) Read the full article
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nationalnewsindia · 2 years ago
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studycarewithgsbrar · 2 years ago
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शैक्षिक ऋण शेयर बाजार में निवेश करने के बाद छात्र लापता - टाइम्स ऑफ इंडिया
शैक्षिक ऋण शेयर बाजार में निवेश करने के बाद छात्र लापता – टाइम्स ऑफ इंडिया
हैदराबाद: बैंक से लिए गए एजुकेशन लोन में निवेश करने के बाद इंजीनियरिंग का एक छात्र लापता हो गया शेयर बाजार. राहुल तृतीय वर्ष बीटेक हैदराबाद के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र बस स्टैंड से लापता हो गया पाटनचारु हैदराबाद के पास संग्रेदी जिले में। पुलिस के मुताबिक, छात्र का रहने वाला था मेडक फीस भरने के लिए अपने माता-पिता से एक लाख रुपये लिए थे। से 1.10 लाख रुपये का एजुकेशन लोन भी लिया था भारतीय…
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gostcoder · 5 years ago
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SBI लोन EMI डिफ्रेंशमेंट प्रक्रिया को सरल करता है। यहां है कि इसे कैसे करना है
SBI लोन EMI डिफ्रेंशमेंट प्रक्रिया को सरल करता है। यहां है कि इसे कैसे करना है
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देश के सबसे बड़े ऋणदाता ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सभी पात्र ग्राहकों के ऋण खात���ं में स्थगन का विस्तार करने का फैसला किया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह COVID-19 के प्रकोप के बीच राहत देने वाले कर्जदाताओं को राहत देने के लिए ऋण पर रोक को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया था।
एसबीआई ने कहा कि बैंक ने अपने सभी पात्र लोन ग्राहकों से जून, जुलाई और अगस्त 2020 में…
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isubhashsaw · 3 years ago
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केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त मंच ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में 28-29 मार्च यानी दो दिन तक देशव्यापी बंद ( #BharatBandh ) का आह्वान किया है. इस बंद की वजह से बैंक का काम भी प्रभावित हो सकता है क्योंकि अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (All India Bank Employees Association) ने हड़ताल को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. #भारत_बंद का आह्वान मोदी सरकार की उन नीतियों के खिलाफ किया जा रहा है, जिनसे कर्मचारी, किसान और आम जनता प्रभावित हो रही है. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने फेसबुक पर लिखा कि बैंकिंग सेक्टर भी इस हड़ताल में शामिल होगा. आइए जानते हैं #भारतबंद की 10 बड़ी बातें… सरकार की जन-विरोधी आर्थिक नीतियों और श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच और विभिन्न क्षेत्रों की स्वतंत्र श्रमिक यूनियनों ने दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है. इनकी प्रमुख मांगों में श्रम संहिता को समाप्त करना, किसी भी प्रकार के निजीकरण को रोकना, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को समाप्त करना, मनरेगा के तहत मजदूरी के लिए आवंटन बढ़ाना और ठेका श्रमिकों को नियमित करना शामिल है. ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) ने कहा, ‘‘हमने हड़ताल के इस आह्वान का समर्थन करने का फैसला किया है. कोयला, इस्पात, तेल, टेलिकॉम, पोस्टल, इनकम टैक्स, तांबा, बैंक, बीमा जैसे क्षेत्रों में यूनियनों को भी हड़ताल में शामिल होने की अपील की गई है. इसके साथ ही रोडवेज, परिवहन कर्मियों और बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है. बिजली मंत्रालय ने आज सभी सरकारी कंपनियों और अन्य एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने और चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति और राष्ट्रीय ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की सलाह दी। मंत्रालय की सलाह में कहा गया है कि अस्पतालों, रक्षा और रेलवे जैसी आवश्यक सेवाओं में लग��� लोगों को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए. एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि बैंक यूनियन की मांग है कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण बंद करे और उन्हें मजबूत करे. इसके अलावा हमारी मांग है कि डूबे कर्ज की वसूली को तेज किया जाए, बैंक जमा पर ब्याज बढ़ावा जाए, सेवा शुल्कों में कमी की जाए और पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए. सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा है कि हड़ताल की वजह से उसकी सेवाओं पर कुछ हद तक सीमित असर पड़ सकता है. एसबीआई ने कहा कि उसने अपनी सभी शाखाओं और कार्यालयों में सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने क https://www.instagram.com/p/Cbn_JcCvrDY/?utm_medium=tumblr
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laweducation · 2 years ago
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आरोप की परिभाषा एंव उसकी अन्तर्वस्तु का उल्लेख । संयुक्त आरोप किसे कहते है
आरोप सामान्य परिचय - आरोप (charge) एक सामान्य शब्द है जो हमारी दिन प्रतिदिन की आम भाषा में भी शामिल है, जब भी हमसे कोई विवादित कार्य अथवा बात होती है तब हम उस बात या कार्य का दोष किसी अन्य व्यक्ति पर मढ़ने लगते है, अथवा किसी व्यक्ति की शिकायत पुलिस या किसी अन्य से करते है, उस स्थिति में यह माना जाता है कि हमारे द्वारा उस व्यक्ति पर आरोप लगाया जा रहा है जबकि यह इसका वास्तविक रूप नहीं है| आरोप की परिभाषा क्या है | Definition of allegation दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 2(ख) में आरोप शब्द को परिभाषित किया गया है, लेकिन यह ना तो शाब्दिक परिभाषा है और ना ही अर्थबोधक है। इसके अनुसार - “आरोप के अन्तर्गत, जब आरोप में एक से अधिक शीर्ष हों, आरोप का कोई भी शीर्ष है।" वस्तुतः आरोप से तात्पर्य ऐसे लिखित कथन से है, जिसे किसी अपराध के सम्बन्ध में अभियुक्त व्यक्ति के विरुद्ध लगाया जाता है और उसे अपराध की पूर्ण जानकारी देता है। आसान शब्दों में यह कहा जा सकता है कि, आरोप अभियुक्त व्यक्ति के विरुद्ध अपराध की जानकारी का ऐसा लिखित कथन होता है जिसमें आरोप के आधारों के साथ-साथ, समय, स्थान, व्यक्ति एवं वस्तु का उल्लेख भी रहता है जिसके बारे अपराध कारित किया गया है। आरोप की अन्तर्वस्तु - सीआरपीसी, 1973 की धारा 211 में आरोप की अन्तर्वस्तुओं (Contents) का वर्णन किया गया है, आरोप की अन्तर्वस्तु से तात्पर्य उन बातों से है, जिनका उल्लेख आरोप में किया जाना होता है। यानि आरोप में निम्नांकित मुख्य बातों का उल्लेख किया जाना चाहिए - (क) प्रत्येक आरोप में उस अपराध का उल्लेख किया जाना आवश्यक है जिसका कि अभियुक्त पर आरोप है। (ख) यदि विधि के अन्तर्गत उस अपराध को कोई नाम दिया जा सकता है तो आरोप में उसका नाम दिया जायेगा, जैसे- चोरी, लूट, हत्या, बलात्संग आदि। (ग) यदि अपराध को विधि के अन्तर्गत कोई नाम नहीं दिया गया है तो आरोप में उस अपराध की ऐसी परिभाषा दी जायेगी जिससे अभियुक्त व्यक्ति को यह सूचना या जानकारी हो जाये कि उस पर क्या आरोप है। (घ) आरोप में उस विधि एवं धारा का उल्लेख भी किया जाना अपेक्षित है। जिसके अन्तर्गत वह अपराध आता है। जैसे- "भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 354 के अन्तर्गत ......।" (ङ) इस कथन का कि "आरोप लगा दिया गया है" यह तात्पर्य होगा कि, आरोपित अपराध को गठित करने के लिए विधि द्वारा अपेक्षित सभी शर्ते पूरी हो गई हैं। (च) आरोप न्यायालय की भाषा में लिखा जायेगा। (छ) यदि पश्चात्वर्ती अपराध के लिए अभियुक्त की किसी पूर्व दोष���िद्धि का सहारा लिया जाना हो तो आरोप में ऐसी पूर्व दोषसिद्धि का तथ्य, तिथि और स्थान का उल्लेख किया जायेगा। चितरंजनदास बनाम स्टेट ऑफ वेस्ट बंगाल के मामले में न्यायालय द्वारा यह अभिनिर्धारित किया गया कि, आरोप में न तो अनावश्यक बातों को स्थान दिया जाना चाहिये और न ही न्यायालय को छोटी-छोटी तकनीकी बातों पर ध्यान देना चाहिये। (ए. आई. आर. 1963 एस. सी. 1696) त्रुटिपूर्ण आरोप का प्रभाव - सी आर पी सी, 1973 की धारा 215 में त्रुटिपूर्ण आरोप के प्रभाव का वर्णन किया गया है। इस धारा के अनुसार - "अपराध के या उन विशिष्टियों के, जिनका आरोप में कथन होना अपेक्षित है, कथन करने में किसी गलती को और उस अपराध या उन विशिष्टियों के कथन करने में किसी लोप को मामले के किसी प्रक्रम में तब ही तात्विक माना जायेगा जब ऐसी गलती या लोप से अभियुक्त वास्तव में भुलावे में पड़ गया है और उसके कारण न्याय नहीं हो पाया है, अन्यथा नहीं।" इससे यह स्पष्ट है कि यदि, त्रुटिपूर्ण आरोप यदि तात्विक है और उससे (क) अभियुक्त भुलावे में पड़ जाता है, एवं (ख) उसके साथ न्याय नहीं हो पाता है, तब वह आरोप दूषित माना जायेगा और ऐसे आरोप के आधार पर किया गया विचारण भी दूषित होगा। संयुक्त आरोप किसे कहते है What Is Joint - CrPC की धारा 223 संयुक्त आरोप के सम्बन्ध में प्रावधान करती है, इसके अनुसार निम्नांकित व्यक्तियों पर एक साथ आरोप विरचित कर उनका एक साथ विचारण किया जा सकता है - (क) वे व्यक्ति जो एक ही संव्यवहार के अनुक्रम में किये गये एक ही अपराध के अभियुक्त हो। (ख) किसी अपराध को कारित करने के लिए दुष्प्रेरित करने वाले व्यक्तियों का विचारण एक साथ किया जा सकेगा। (ग) ऐसे व्यक्ति जो एक ही वर्ष के अन्दर एक ही प्रकार के अनेक अपराधों के लिए अभियुक्त हो। (घ) ऐसे व्यक्ति जो एक ही संव्यवहार के अनुक्रम में किये गये विभिन्न अपराधों के अभियुक्त हों। (ङ) ऐसे व्यक्ति जो चोरी, अपकर्षण, छल या आपराधिक दुर्विनियोग का अपराध कारित करने के अभियुक्त हो और वे व्यक्ति जो ऐसी सम्पत्ति का कब्जा प्राप्त करने के अभियुक्त हो। इन सभी का एक साथ विचारण किया जा सकेगा। उदाहरण - तीन व्यक्तियों द्वारा मिलकर चोरी या सात व्यक्तियों द्वारा मिलकर बलवा अथवा डकैती का अपराध कारित किया जाता है। इन सभी व्यक्तियों का अपने- अपने अपराधों के लिए एक साथ विचारण किया जा सकेगा। Read More -  आरोप किसे कहते है, आरोप की अंतर्वस्तु | CrPC Chapter 17 Sec. 211-217 Read the full article
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vsplusonline · 5 years ago
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HDFC ने अपने ग्राहकों को दिया तोहफा, होम लोन की ब्याज दर में 0.15% की कटौती - Hdfc limited reduce interest rate on home loan tuta
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HDFC ने अपने ग्राहकों को दिया तोहफा, होम लोन की ब्याज दर में 0.15% की कटौती - Hdfc limited reduce interest rate on home loan tuta
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लोन की नई दर 22 अप्रैल 2020 से लागू हो जाएगी
नई दर 8.05% से लेकर 8.85% के बीच में होगी
एचडीएफसी लिमिटेड ने अपने होम लोन ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. एचडीएफसी ने होम लोन की ब्याज दर में 0.15% की कटौती कर दी है. नई दर 22 अप्रैल 2020 से लागू हो जाएगी. नई दरें अब 8.05% से लेकर 8.85% के बीच में होंगी.
दरअसल इससे पहले देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) समेत कई बैंकों ने ब्याज दर में कटौती का ऐलान किया था. अब HDFC ने अपने हाउसिंग लोन पर रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) में 0.15% की कटौती की है. गौरतलब है कि पिछले महीने 27 मार्च को कोरोना संकट को देखते हुए आरबीआई ने रेपो रेट में 0.75% की कटौती की थी.
इस बीच पिछले हफ्ते आर्थिक संकट के बीच एचडीएफसी बैंक ने अपनी चौथी तिमाही की रिपोर्ट में सबको चौंका दिया है. HDFC Bank को चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में मुनाफा सालाना आधार पर 17.72 फीसदी बढ़कर 6,927.69 करोड़ रुपये रहा.
इसे पढ़ें: कोरोना संकट के बीच HDFC बैंक को चौथी तिमाही में शानदार मुनाफा, NPA में भी कमी
मुनाफे में उछाल
चौथी तिमाही में बैंक की ब्याज आय सालाना आधार पर 16.5 फीसदी बढ़कर 15204.06 करोड़ रुपये रही. मौजूदा समय में एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप (शुक्रवार के आंकड़ों के मुताबिक) 4.98 खरब रुपये है.
इसे भी पढ़ें: 2008 की मंदी में सहारा बनी थी मनरेगा, क्या कोरोना महामारी में फिर बनेगी खेवनहार?
डिपॉजिट में भी इजाफा
दरअसल कोरोना वायरस संकट से चौथी तिमाही की रिपोर्ट पर असर का अनुमान लगाया जा रहा था. लेकिन बैंक के कारोबार में शानदार बढ़त देखने को मिली. चौथी तिमाही में बैंक की डिपॉजिट सालाना आधार पर 24.2 फीसदी और तिमाही आधार पर 7.4 फीसदी की बढ़त के साथ 11,46,500 करोड़ रुपये रहा.
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एचडीएफसी बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा है कि 31 मार्च को खत्म हुई तिमाही में उसकी कुल कंसोलिडेटेड आय 38,287.17 करोड़ रुपये रही. इससे पहले वित्त वर्ष 2018-19 की मार्च तिमाही में बैंक की आय 33,260.48 करोड़ रुपये रही थी.
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studycarewithgsbrar · 2 years ago
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5008 जूनियर एसोसिएट पदों के लिए एसबीआई भर्ती खुली, यहां आवेदन कैसे करें
5008 जूनियर एसोसिएट पदों के लिए एसबीआई भर्ती खुली, यहां आवेदन कैसे करें
स्टेट बैंक ऑफ भारत (एसबीआई) ने जूनियर एसोसिएट्स के पद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण विंडो खोली है। इस भर्ती अभियान का उद्देश्य कुल 5,008 पदों को भरना है। योग्य उम्मीदवार एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 27 सितंबर है। उम्मीदवारों का चयन प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा. उन्हें निर्धारित चुनी हुई स्थानीय भाषा…
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indiainfobiz · 6 years ago
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Assam ki Rajdhani | Capital of Assam | आसाम की राजधानी क्या है?
Assam ki Rajdhani दोस्ती इस पोस्ट में जानिए भारत के राज्य आसाम की राजधानी क्या है ? Capital of Assam in Hindi: भारत में अगर ख़ूबसूरत राज्यों की बात करें तो उसमे आसाम का नाम हमेशा श्रेष्ट स्थान पर आता है. आसाम उत्तर पूर्वी भारत में एक राज्य है। आसाम अन्य उत्तर पूर्वी भारतीय राज्यों से घिरा हुआ है। आसाम भारत का एक सीमांत राज्य है जो चतुर्दिक, सुरम्य पर्वतश्रेणियों से घिरा है। भारत - भूटान तथा भारत - बांग्लादेश सीमा कुछ भागो में असम से जुडी है। इस राज्य के उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पूर्व में नागालैंड तथा मणिपुर, दक्षिण में मिजोरम तथा मेघालय एवं पश्चिम में बंग्लादेश स्थित है।
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दिसपुर (आसाम की राजधानी)
इसी खूबसूरत Assam का एक हिस्सा है और Assam की Rajdhani दिसपुर. दिसपुर भारत के पूर्वोत्तर मे स्थित बड़े राज्य असम की राजधानी है। यह असम के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी के एक सिरे पर बसा एक नगर है। इसे सन 1973 मे राज्य की राजधानी का दर्जा मिला क्योंकि इससे पहले राज्य की राजधानी शिलाँग थी लेकिन मेघालय के गठन के पश्चात शिलौंग मेघालय के हिस्से मे आ गया।दिसपुर की आधिकारिक भाषा आसामी, बंगाली और हिंदी हैं. दिसपुर के दक्षिण में पौराणिक वशिष्ठ आश्रम और शंकरदेव कलाक्षेत्र स्थित हैं। शंकरदेव कलाक्षेत्र सन 1990 मे अस्तित्व मे आया था क्योंकि क्षेत्र मे एक कला केन्द्र की कमी पिछले कई वर्षों से महसूस की जा रही थी।दिसपुर के पडो़स मे एक पुरातन नगर जतिया स्थित है जहां पर राज्य का सचिवालय स्थित है।
जनसँख्या और क्षेत्रफल / Population and Area
असम का क्षेत्रफल (Area of Assam)  कुल 78, 438 km तक फैला है.  साल 2011 की जनसंख्या के अनुसार असम की कुल आबादी 3 करोड़ 12 लाख है और यह भारत का 15 वां सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य बन गया है. वहीं बात करें आसाम की राजधानी दिसपुर की तो यह स्थान गुवाहाटी का ही एक भाग है और यहाँ का क्षेत्रफल कुल 328 km² तक फैला है. यहाँ की आबादी कुल 9.57 लाख है. असम की कुल आबादी में लगभग 61 प्रतिशत आबादी हिन्दू है जबकि 35 प्रतिशत आबादी मुस्लिम, 4 प्रतिशत इसाई और बाकी जैन, बौद्ध आदि धर्मों से संबंधित होते हैं.
दिसपुर के बारे में रोचक तथ्य /  Facts about Dispur (Capital of Assam)
 1) दिसपुर से 6 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद नीलांचल पर्वत पर स्थित मां भगवती कामाख्या का सिद्ध शक्तिपीठ सती के इक्यावन शक्तिपीठों में सर्वोच्च स्थान रखता है। यहीं भगवती की महामुद्रा (योनि-कुण्ड) स्थित है। 2) दिसपुर आसाम के गुवाहाटी का ही एक भाग है. दरअसल दिसपुर में आसाम का सचिवालय स्थित है जिस कारण दिसपुर को आसाम की राजधानी माना जाता है.हालांकि, असम का हाईकोर्ट, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, आईआईटी, डीजीपी हेडक्वार्टर और सारे महत्वपूर्ण दफ्तर गुवाहाटी में स्थित हैं. गुवाहाटी असम के गैर-आधिकारिक राजधानी के तौर पर काम करता है. ये भी जानिए Delhi NCR का फुल फॉर्म क्या है?
आसाम में दार्शनिक स्थान / Places to Visit in Assam 
असम को अपने वन्‍यजीव पर्यटन के लिए जाना जाता है। राष्‍ट्रीय उद्यान और अन्‍य अभयारण्‍य, असम के प्रमुख पर्यटन स्‍थल है। यह सभी राष्‍ट्रीय उद्यान, कई प्रकार के दुर्लभ जीवों व अन्‍य प्रजातियों का घरौंदा है। यहां आकर कई प्रकार की साहसिक गतिविधियां भी की जा सकती है। https://www.youtube.com/watch?v=Fmh_Ogk-ZAY 1- दिफू दिफू भी असम के छोटे शहरों में ग‍िना जाता है लेक‍िन इसकी भी जि‍तनी तारीफ की जाए कम है। दिफू में भी घूमने की एक से बढ़कर एक खूबसूरत जगहे हैं। यहां पर बॉटनिकल गार्डन, जिला संग्रहालय, अर्बोरेटम, तरलांगो सांस्कृतिक केंद्र जैसी जगहें घूमने के स्‍थान हैं। जहां बड़ी संख्‍या में पयर्टक आते हैं। 2- गोलाघाट गोलाघाट भी यहां के पयर्टन स्‍थलों में एक है क्‍योंक‍ि यहां काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान स्‍थ‍ित है। यूनेस्को के विश्व विरासत में शामि‍ल यह उद्यान जहां गैंडों के ल‍िए प्रसि‍द्ध है। यहां हाथी, एशियाई भैंसे, धमाचौकड़ी करते ह‍िरन और बाघ भी देखने को म‍िलते हैं। वहीं रंग-ब‍िरंगे पक्षी भी पयर्टकों को अ‍ाकर्ष‍ित करते हैं। 3- स‍िलचर सुरमा नदी पर स्थित सिलचर भी असम की शान को बढ़ाने वाले स्‍थलों में शाम‍िल हैं। यहां चाय के बागानों के अलावा चावल की खेती भी होती है। स‍िल्‍चर में पयर्टकों को घूमने के ल‍िए भुवन मंदिर, कंचन कांति काली मंदिर, खासपुर, मणि हरण सुरंग, गांधी बाग के अलावा इस्कॉन मंदिर आद‍ि हैं। 4- ड‍िब्रूगढ़ असम का ड‍िब्रूगढ़ इलाका भी बहुत ही खूबसूरत है। असम के डिब्रूगढ़ में ब्रम्‍हपुत्र नदी के क‍िनारे शाम के समय डूबता हुआ सूरज देखना पयर्टकों को काफी अच्‍छा लगता है। इसके अलावा ड‍िब्रूगढ़ में घूमने के ल‍िए द‍िन्‍जोय सतरा, द‍िहिंग सतरा और कोलीआई थान जैसे क‍ई दूसरे ऐत‍िहास‍िक व प्राचीन स्‍थल बने हैं। 5- शिवसागर दिखो नदी के किनारे पर बसे शिवसागर को सिबसागर के नाम से भी जाना जाता है। यहां की पहचान यहां पर बना प्राचीन सरोवर है। इस सरोवर के पास शिवडोल, विष्णुडोल और देवीडोल के नाम से सैकड़ों साल पुराने मंद‍िर बने हैं। यहां रंग घर, उत्तरन संग्रहालय और तलातल घर जैसे दार्शन‍िक स्‍थल हैं। आसाम की राजधानी (Capital of Assam) की और जानकारी विकिपीडिया में पढ़िए 
गुवाहाटी में घुमने वाली जगह कौन सी है? / Places to Visit in Guwahati
1- कामाख्या मंदिर असम की राजधानी गुवाहाटी बेहद खूबसूरत जगह है। ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसे इस शहर में आपको अध्‍यात्‍म की एक अनोखी छव‍ि देखने को म‍िलेगी। गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर प्रस‍िद्ध है। इसक�� अलावा यहां नवग्रह मंदिर, उमानन्दा मंदिर भी हैं। यहां पयर्टक असम जू एवं बॉटनिकल गार्डन्स भी घूम सकते हैं। 2- रीजनल साइंस सेंटर म्यूजियम गुवाहाटी का रीजनल साइंस सेंटर म्यूजियम उन 27 साइंस सेंटर में से एक है जिसका प्रबंधन भारत सरकार के नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम के हाथों में है। यह साइंस सेंटर छात्रों और विज्ञान बिरादरी के लोगों के बीच काफी चर्चित हैं। 3- असम स्टेट म्यूजियम अगर आप असम की परंपरा और संस्कृति से रू-ब-रू होना चाहते हैं तो असम स्टेट म्यूजियम जरूर जाइए। यह म्यूजियम गुवाहाटी के बीचों-बीच दिघालीपुखुरी तालाब के दक्षिणी छोर पर स्थित है। यहां पुरातत्व, पुरालेख, मुद्राशास्त्र और आइकॉनोग्राफी से जुड़ी कई रोचक शिल्पकृति मौजूद है। 4- गुवाहाटी तारामंडल गुवाहाटी तारामंडल शरह के बीचों-बीच एमजी रोड पर स्थित है। इसकी गितनी भारत सबसे बेहतरीन तारामंडल में होती है। इसका विशिष्ट गुंबद और ढालू दीवार इसे देश के अन्य तारामंडल से अलग करता है। 5- सिद्ध भुवनेश्वरी मंदिर  सिद्ध भुवनेश्वरी मंदिर नीलाचल की पहाड़ी पर स्थित है। इसे भुवनेश्वरी देवी के सम्मान में बनवाया गया था। हिन्दू धर्म के अनुसार भुवनेश्वरी देवी 10 महाविद्या देवी में चौथी देवी है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच करवाया गया था। दोस्तों आपको हमने Assam ki Rajdhani - Dispur के बारे में information दी और Places to visit in Gujarati Assam ki information आपको यह पोस्ट कैसी लगी हमें comment करके बताइए और हमारे Facebook page को सोशल मीडिया में लाइक और फॉलो करिए. धन्यवाद्. Read the full article
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sonita0526 · 5 years ago
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प्रबंध निदेशक पीके गुप्ता ने कहा- एक जनवरी से एसबीआई का हेम लाेन हाए 8% से बहुत कम होगा
प्रबंध निदेशक पीके गुप्ता ने कहा- एक जनवरी से एसबीआई का हेम लाेन हाए 8% से बहुत कम होगा
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जयपुर (राजेन्द्र पी। शर्मा)।देश का शीर्ष बैंक भारतीय स्टेट बैंक नए साल की पहली तारीख से ही अपने स्टॉककें काे आसान Haeam लाेन की गिफ्ट देने जा रहा है।) ऐसे बैंक के हाएम लाेन सहित व्यक्तिगत फ्लाइटिंग रेट प्रोफैक्ट्स का रे रेपे रेट्रो से सीधा लिंक करने से संभव हाए संभवगा। यह कहना है कि बैंक के प्रबंध निदेशक (रिटेल और डिजिटल बैंकिंग) पीके गुप्ता का। उनसे बातचीत के प्रमुख अंश:
सवाल- नए साल की…
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gokul2181 · 5 years ago
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Economy News In Hindi : Banks NPAs fall due to loan moratorium real situation will be known in September quarter | लोन मोरैटोरियम के कारण बैंकों के एनपीए में गिरावट दिखी, वास्तविक स्थिति का पता सितंबर तिमाही में चलेगा : एसबीआई ईकोरैप
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Economy News In Hindi : Banks NPAs fall due to loan moratorium real situation will be known in September quarter | लोन मोरैटोरियम के कारण बैंकों के एनपीए में गिरावट दिखी, वास्तविक स्थिति का पता सितंबर तिमाही में चलेगा : एसबीआई ईकोरैप
एसबीआई का 23 फीसदी लोन मोरैटोरियम के दायरे में
माइक्रो लोन बुक के 90 फीसदी से ज्यादा पर ग्राहकों ने मोरैटोरियम ��पनाया
दैनिक भास्कर
Jun 29, 2020, 07:18 PM IST
नई दिल्ली. लोन मोरैटोरियम के कारण बैंकों के नॉन परफॉर्मिंग असेट (एनपीए) में गिरावट दिख रही है। सितंबर तिमाही में नतीजे में एनपीए पर बैंकों की वास्तविक स्थिति का पता चलेगा। यह बात भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ताजा रिपोर्ट एसबीआई ईकोरैप में कही गई। रिपोर्ट सोमवार को जारी हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि मोरैटोरियम ने जोखिम वाले लोन अकाउंट को डाउनग्रेड होने से फिलहाल बचा लिया। इसके कारण बैंकिंग उद्योग के फंसे कर्ज में बढ़ोतरी नहीं हुई।
बैंकों के ग्रॉस एनपीए में बदलाव
बैंक
दिसंबर 2019
में ग्रॉस एनपीए
मार्च 2020
में ग्रॉस एनपीए
बदलाव (फीसदी)
आईसीआईसीआई बैंक 5.95 5.53 -0.42 एचडीएफसी बैंक 1.42 1.26 -0.16 एक्सिस बैंक 5 4.86 -0.14 यस बैंक 18.87 16.86 -2.07 इंडस���ंड बैंक 2.18 2.45 0.27 एसबीआई 6.94 6.15 -0.79 पंजाब नेशनल बैंक 16.30 14.21 -2.09 बैंक ऑफ इंडिया 16.30 14.78 -1.52 बैंक ऑफ बड़ौदा 10.43 9.40 -1.03 केनरा बैंक 8.36 8.21 -0.15 यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 14.86 14.15 -0.71 इंडियन ओवरसीज बैंक 17.12 14.78 -2.34 बैंक ऑफ महाराष्ट्र 16.77 12.81 -3.96
स्रोत : एसबीआई रिसर्च
अगस्त के आखिर तक ग्राहकों को कर्ज भुगतान पर मारैटोरियम लेने की मिली है सुविधा
कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कर्ज भुगतान पर मोरैटोरियम की अवधि को अगस्त के अंत तक बढ़ा दिया है। इसके बाद बैंकों ने भी अपने ग्राहकों को यह सुविधा दी। हालांकि अलग-अलग बैंकों में मोरैटोरियम के तहत आने वाले लोन का अनुपात अलग-अलग है।
सरकारी बैंकों में एसबीआई के ग्राहकों ने सबसे कम मोरैटोरियम अपनाया
रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी बैंकों में मोरैटोरियम विकल्प का सबसे कम इस्तेमाल एसबीआई के ग्राहकों ने किया। एसबीआई के 23 फीसदी लोन मोरैटोरियम के तहत हैं। केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक के मोरैटोरियम वाले लोन का अनुपात 30 फीसदी, बैंक ऑफ बड़ौदा के लिए यह 65 फीसदी और बैंक ऑफ इंडिया के लिए यह 41 फीसदी है। निजी क्षेत्र के बैंकों में मोरैटोरियम का दायरा 25 से 75 फीसदी के बीच है। स्मॉल फाइनेंशियल बैंक और माइक्रो लेंडिंग से जुड़े बैंकों में माइक्रो लोन बुक का 90 फीसदी से ज्यादा मोरैटोरियम के अंतर्गत है।
हर लोन अकाउंट पर 8.5 डिपॉजिट अकाउंट
रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2019 के आंकड़े के मुताबिक भारतीय बैंकों में 23.2 करोड़ लोन अकाउंट और 197.3 करोड़ डिपॉजिट अकाउंट हैं। इसका मतलब यह है क हर एक लोन अकाउंट के मुकाबले 8.5 डिपॉजिट अकाउंट हैं। लोन अकाउंट्स का सबसे बड़ा हिस्सा डिमांड लोन का है। यह कुल लोन अकाउंट का 50 फीसदी (11.6 करोड़)  है। वहीं डिपॉजिट अकाउंट का सबसे बड़ा हिस्सा सेविंग अकाउंट का है। ��भी प्रकार के डिपॉजिट अकाउंट में सेविंग अकाउंट का हिस्सा 83 फीसदी या 164 करोड़ है।
अधिकांश आबादी ब्याज आय पर निर्भर
रिपोर्ट के मुताबिक देश में जमाकर्ताओं की संख्या कर्जधारकों के मुकाबले काफी ज्यादा है। चूंकि भारत में कोई व्यापक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली मौजूद नहीं है। इसलिए देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा आय स्रोत के लिए बैंक में जमा राशि पर मिलने वाले ब्याज पर निर्भर हैं।
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biharkonnection · 5 years ago
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देश क 66 प्रतिशत लोगों के चहेते हैं प्रधानमंत्री
देश क 66 प्रतिशत लोगों के चहेते हैं प्रधानमंत्री
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के 65.69 प्रतिशत लोग संतुष्ट हैं। ऐसे समय में जब महामारी ने कई विश्व नेताओं की अनुमोदन रेटिंग को गिरा दिया है, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 58.36 प्रतिशत भारतीय मोदी के प्रदर्शन से बहुत संतुष्ट हैं। यह आंकड़े आईएएनएस-सी वोटर स्टेट ऑफ द नेशन 2020 सर्वे में सामने आए हैं। इस बीच विभिन्न राज्यों के 24.01 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे…
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airnews-arngbad · 5 years ago
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Regional Marathi Text Bulletin, Aurangabad Date – 02 April 2020 Time 7.10 AM to 7.20 AM
आकाशवाणी औरंगाबाद प्रादेशिक बातम्या दिनांक – ०२ एप्रिल २०२० सकाळी ७.१० मि. **** ** दिल्लीतल्या मरकजच्या पार्श्वभूमीवर राज्यात कोणत्याही जाती धर्माचे सण, उत्सव, मेळावे होणार नाही याची खबरदारी घेण्याचं मुख्यमंत्र्यांचं आवाहन ** तबलिगी जमातच्या कार्यक्रमामुळे बाधितांची संख्या वाढल्याचा आरोग्य मंत्रालयाचा दावा; एकाच दिवसात तीनशे शहाऐंशी नवे रूग्ण; राज्यात सहा जणांचा मृत्यू ** कोरोना विषाणूविरुद्धच्या लढ्यात बेजबाबदारपणे वागणाऱ्यांची खैर नाही- उपमुख्यमंत्री अजित पवार यांचा इशारा ** लॉकडाऊनच्या काळात रस्त्यावर विनाकारण फिरणाऱ्यांविरूद्ध पोलिसांची धडक कारवाई; अनेकांची वाहने जप्त ** घरगुती वापराच्या विना अनुदानित सिलिंडरच्या किंमतीत घट आणि ** ज्येष्ठ लेखिका आणि २० व्या अखिल भारतीय मराठी बालकुमार साहित्य संमेलनाच्या अध्यक्षा विजया जहागीरदार यांचं निधन **** दिल्लीतल्या मरकजमुळे कोरोना विषाणू बाधितांच्या संख्येविषयीच्या चिंतेत वाढ झाली असून, महाराष्ट्रात कोणत्याही जाती धर्माचे सण, उत्सव, मेळावे होणार नाही याची खबरदारी घेण्याचं आवाहन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांनी केलं आहे. मुख्यमंत्र्यांनी काल राज्यातले विभागीय आयुक्त, जिल्हाधिकाऱ्यांशी दूरदृश्य संवाद प्रणालीच्या माध्यमातून संवाद साधला. यावेळी त्यांनी कोरोना उपा���योजनांचा आढावा घेऊन, अधिक काळजी घेण्याच्या आणि मरकजमधल्या सहभागी व्यक्तींनी तातडीने पुढे येऊन आपल्या तपासणीसाठी सहकार्य करण्याचं आवाहन केलं. बाजारांमधली गर्दी कमी करण्यासाठी सर्व उपाययोजना करा, परराज्यातल्या कामगारांची पूर्ण काळजी घ्या, आशा अंगणवाडी सेविकांना आवश्यक प्रशिक्षण देऊन त्यांची मदत घ्या अशा सूचना मुख्यमंत्र्यांनी यावेळी केल्या. या सर्व परिस्थितीत उत्तरमरित्या काम करत असल्याबद्दल महसूल यंत्रणेचं मुख्यमंत्र्यांनी कौतुक केलं आहे. **** देशभरात गेल्या चोवीस तासात कोरोनाचे तीनशे शहाऐंशी नवे रुग्ण आढळले असून, एकूण रुग्णांची संख्या एक हजार ��ठशे चौतिस झाली आहे. केंद्रीय आरोग्य मंत्रालयाच्या पत्रकार परिषदेत ही माहिती देण्यात आली. दिल्लीत निजामुद्दीन इथं झालेल्या तबलिगी जमातच्या कार्यक्रमामुळे बाधितांची संख्या वाढल्याचं मंत्रालयाकडून सांगण्यात आलं. देशभरात कोरोनामुळे दगावलेल्या ३९ जणांपैकी सुमारे २५ टक्के मृतांचा या कार्यक्रमाशी संबंध असल्याचं आढळून आल्याचं, पीटीआयच्या वृत्तात म्हटलं आहे. या तबलिगी जमात मध्ये सहभागी होण्यासाठी इंडोनेशिया, मलेशिया, थायलंड, नेपाळ, म्यानमार, बांगलादेश, श्रीलंका, किर्गिझस्थान आदी सत्तर देशांमधून एकूण दोन हजारांपेक्षा अधिक लोक जानेवारी महिन्यापासून भारतात आले होते. या पैकी एका परदेशी नागरिकासह दहा जणांचा कोरोना संसर्गामुळे मृत्यू झाला असून, सुमारे दोनशे ८५ संशयित रुग्णांना रुग्णालयात दाखल करण्यात आलं आहे. दरम्यान, देशभरातूनही अनेक राज्यातले नागरिक मोठ्या संख्येनं या कार्यक्रमात सहभागी झाले होते. या नागरिकांचा वेगानं तपास करावा, असे निर्देश केंद्रीय मंत्रिमंडळ सचिव राजीव गौबा यांनी दिले आहेत. सर्व राज्यांचे मुख्य सचिव तसंच पोलिस महासंचालकांशी दूरदृष्य प्रणालीद्वारे काल झालेल्या बैठकीत गौबा यांनी ही शोधमोहीम युद्धपातळीवर राबवण्याची सूचना केली. या तबलिगी जमातमध्ये सहभागी झालेल्या विदेशी नागरिकांनी व्हिसा नियमांचं उल्लंघन केल्याचं आढळून आलं आहे. या प्रकरणी संबंधितांविरोधात कारवाई करण्यासही राज्य सरकारांना सांगण्यात आलं आहे. **** दिल्लीतल्या या कार्यक्रमात सहभागी झालेल्या औरंगाबाद इथल्या २४ जणांना काल शासकीय रुग्णालयात तपासणीसाठी दाखल करण्यात आलं. नांदेड जिल्ह्यातले ११ लोक या कार्यक्रमात सहभागी झाले होते. यापैकी आठ जणांची तपासणी केली असून, एक जण पुणे इथल्या रुग्णालयात दाखल आहे. उस्मानाबाद जिल्ह्यातले सात नागरिक या कार्यक्रमात सहभागी झाले होते त्यापैकी चार जण उस्मानाबाद जिल्ह्यात परतले आहेत. या चौघांचे स्वॅब नमुने तपासणीसाठी पाठवले असून, त्यातल्या एकाचा तपासणी अहवाल नकारात्मक आला आहे. जालन्यातले सात नागरिक या कार्यक्रमात सहभागी झाले होते. त्यापैकी दोनजण जालन्यात परत आले आहेत. यातल्या एकाचा कोरोना विषाणूचा तपासणी अहवाल नकारात्मक आला असून दुसऱ्याला जिल्हा रुग्णालयातल्या विलगीकरण कक्षात दाखल करण्यात आलं आहे. उर्वरित पाचजण अद्याप दिल्लीतच असल्याची माहिती पोलीस अधीक्षक एस.चैतन्य यांनी दिली आहे. हिंगोली जिल्ह्यातले १२ नागरिक या कार्यक्रमाला गेले होते, त्यापैकी एक जण हिंगोली इथं परतला आहे. त्याचे नमुने औरंगाबाद इथं तपासणीसाठी पाठवण्यात आले असून, खबरदारी म्हणून त्याला जिल्हा सामान्य रुग्णालयात विलगीकरण कक्षात ठेवलं आहे. दिल्लीतल्या या कार्यक्रमातून अहमदनगर जिल्ह्यात ४६ जण परतले असून त्यापैकी दोघांना कोरोनाची लागण झालेली आहे. **** कोरोना विषाणूमुळे राज्यात काल एकाच दिवशी सहा ��णांचा मृत्यू झाला. पाच मुंबईतले, तर पालघरमधल्या एकाचा मृत्यू झाला. यामध्ये मुंबईतल्या धारावी परिसरातल्या एकाचा समावेश आहे. तर काल राज्यात ३३ नवे रुग्ण आढळले असून, एकूण रुग्णांची संख्या ३३५ झाली आहे. मुंबईतल्या जसलोक रुग्णालयातल्या एका परिचारिकेला कोरोनाची लागण झाल्याचं समोर आलं आहे. काल मृत्यू झालेल्या सहा जणांना परदेश प्रवासाचा कोणताही इतिहास नव्हता, त्यामुळे त्यांच्याशी संपर्क आलेल्यांचा शोध घेणं सुरु असल्याचं आरोग्य यंत्रणेनं सांगितलं. **** कोरोना विषाणूच्या पार्श्वभूमीवर राज्यातल्या वयोवृद्ध, अपंग आणि एकाकी राहणाऱ्या ज्येष्ठ नागरिकांना जीवनावश्यक वस्तू सुलभतेनं उपलब्ध करून देण्याचे निर्देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांनी सर्व जिल्हाधिकाऱ्यांना दिले आहे. शासनाने यासाठी एक कार्यपद्धती निश्चित केली असून, त्यानुसार अशा व्यक्तींना सामाजिक संस्थेच्या सहकार्याने ही घरपोच सेवा मिळणार आहे. **** कोरोना विषाणू प्रतिबंधासाठी करण्यात येत असलेल्या उपाययोजनांकरता पंतप्रधान सहायता निधी आणि मुख्यमंत्री सहायता निधीत अनेक जण मदत करत आहेत. भारतीय शेतकरी खत सहकारी संघटना अर्थात इफकोनं पंतप्रधान मदत कोषात २५ कोटी रुपयांची मदत दिली आहे. इफकोनं संपूर्ण देशातल्या विविध भागात शेतकऱ्यांना क जीवनसत्व आणि अन्नधान्याचं वाटप केलं आहे. खतांची कमतरता पडू नये म्हणून इफकोच्या खत निर्मिती कारखान्यांमध्ये तीन पाळ्यांमध्ये खत निर्मिती केली जात आहे. भारतीय स्टेट बँकेचे दोन लाख ५६ हजार कर्मचारी आपलं दोन दिवसांचं वेतन पंतप्रधान मदत निधीला देणार आहेत, कोरोना विषाणूशी लढण्यासाठी मदत म्हणून हा निधी वापरला जाणार आहे, मदतीचा हा आकडा जवळपास १०० कोटी रूपये असल्याचं याबाबतच्या वृत्तात म्हटलं आहे. भारतीय हॉकी संघटनेनंही पंतप्रधान मदत निधीत २५ लाख रुपये मदत दिली आहे. औरंगाबादचे खासदार इम्तियाज जलील यांनी खासदार निधीतून एक कोटी रुपये निधी जिल्हा प्रशासनाकडे सुपूर्द केला आहे. याविषयी अधिक माहिती देतांना ते म्हणाले…. मैंने Mp Land Fund में से एक करोड़ रुपिया वह औरंगाबाद के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर को मैंने सपोर्ट किया और उनसे यह कहा है यह एक करोड़ रुपिया मेडिकल फैसिलिटी को बेहतर बनाने के लिए किया जाए इस तरह का एक मैंने जिलाधिकारी का उदय चौधरी उनको लिख कर दिया हूँ कन्नड, गंगापूर, वैजापूर, खुलताबाद आणि सोयगावचे शासकीय रूग्णालय तसंच शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय आणि रूग्णालय- घाटीसाठीच्या आरोग्य सेवेत सुधारणा करण्यासाठी हा निधी वापरावा अशा सूचनाही त्यांनी जिल्हाधिकारी उदय चौधरी यांना केल्या आहेत. लातूर श��र महानगरपालिकेतल्या काँग्रेस पक्षाच्या सदस्यांनी त्यांचं एक महिन्याचं वेतन मुख्यमंत्री सहायता निधीला देण्याचा निर्णय घेतला आहे. कोरोना विषाणू उपाययोजनांमध्ये अत्यावश्यक सेवा बजावणाऱ्यांना नांदेड जिल्ह्यातल्या उमरीचे माजी नगराध्यक्ष आणि आर्यवैश्य समाजाचे ज्येष्ठ समाजसेवक विजयकुमार उत्तरवार यांनी ११ लाख ५५ हजार रुपयांची मदत केली आहे. उमरी ग्रामीण रुग्णालय, पोलीस विभाग, होमगार्ड, आणि नगरपरिषदेचे मिळून १४३ कर्मचाऱ्यांना ही मदत सुपुर्द केल्याचं उत्तरवार यांनी सांगितलं **** कोरोना विषाणूविरुद्धच्या लढ्यात बेजबाबदारपणे वागणाऱ्यांची खैर नाही, असा इशारा उपमुख्यमंत्री अजित पवार यांनी दिला आहे. जनतेने अनावश्यक गर्दी करणं सुरुच ठेवलं तर अधिक कठोर उपाय योजावे लागतील, असंही पवार यांनी स्पष्ट केलं. जीवाची जोखीम पत्करुन ‘कोरोना’विरुद्ध लढणाऱ्या सर्वांच्या त्यागाचा सन्मान करावा, भाजी खरेदीसाठी गर्दी करणं बंद करावं, असं पवार यांनी सांगितलं. राज्यातले बहुतांश नागरिक घरीच थांबून कोरोना विषाणूविरुद्धच्या लढ्यात योगदान देत असल्याबद्द्ल त्यांनी या सर्वांचे तसंच शासकीय यंत्रणेचे आभार मानले. **** कोरोन�� विषाणू प्रतिबंधासाठी काम करणारे ग्रामपंचायत कर्मचारी, अंगणवाडी, मिनी अंगणवाडी कार्यकर्त्या, अंगणवाडी मदतनीस, आशा कार्यकर्त्या यांना मिळणाऱ्या नियमित वेतन, मानधनाव्यतिरिक्त एक हजार रुपये प्रोत्साहन रक्कम देण्याचा निर्णय घेण्यात आला आहे, ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रीफ यांनी ही माहिती दिली. या कर्मचाऱ्यांचा ९० दिवसांसाठी २५ लाख रुपयांचा विमा उतरवण्यासही मान्यता देण्यात आल्याचं मुश्रीफ यांनी सांगितलं. दरम्यान, नांदेड जिल्ह्याच्या अर्धापूर शहरातल्या अंगणवाडी सेविका आणि मदतनीस, यांनी सरकारकडे मास्क आणि सॅनिटायझरसह आवश्यक सुरक्षा साहित्य पुरवण्याची मागणी केली आहे. **** कोरोना विषाणूच्या पार्श्वभूमीवर बीड जिल्हा आरोग्य विभागाकडून करण्यात आलेल्या उपाययोजनांचा पालकमंत्री धनंजय मुंडे यांनी आढावा घेतला. यासंदर्भातल्या उपाय योजनांसाठी ११ कोटी ८ लाख रुपये निधी संबंधित यंत्रणेस वितरित करण्यात आला असल्याची माहिती मुंडे यांनी दिली. दरम्यान, लॉकडाऊनच्या काळात नागरिकांनी घराबाहेर पडू नये, यासाठी बीड जिल्ह्यात केज तालुक्यातल्या टाकळी ग्रामपंचायतीनं विनाकारण रस्त्यावर फिरणाऱ्यांना पाचशे रुपये दंड ठोठावण्याचा निर्णय घेतला असून, तिसऱ्या वेळेस हा नियम मोडल्यास, गाढवावरून धिंड काढली जाणार असल्याचं, जाहीर केलं आहे. **** कोरोना विषाणूच्या रुग्णांची सेवा करणाऱ्या राज्यातले डॉक्टर्स, नर्स आणि आरोग्य कर्मचाऱ्यांचे आरोग्यमंत्री राजेश टोपे यांनी पत्राद्वारे आभार मानत त्यांचं अभिनंदन केलं आहे. समाजसेवेसाठी हे अतुलनीय शौर्य दाखवताना न थकता काम सुरू ठेवल्याबद्दल या सर्वांना मानाचा मुजरा करत असल्याचं आ��ोग्यमंत्र्यांनी या पत्रात म्हटले आहे. **** हे बातमीपत्र आकाशवाणीच्या औरंगाबाद केंद्रावरून प्रसारित केलं जात आहे. **** परभणी जिल्ह्याच्या सिमेवर आठ ठिकाणी नाकेबंदी करण्यात आली असून, कोणत्याही वाहनाला जिल्हा हद्दीत किंवा हद्दीबाहेर प्रवेश दिला जात नाही. तसंच भाजी मंडई, किराणा दुकानात गर्दी होऊ नये म्हणून योग्य ती खबरदारी घेण्यात आली आहे. जमावबंदी आदेशाचे उल्लंघन करणाऱ्यांविरुद्ध जिल्ह्यात एकूण ५३ गुन्हे दाखल झाले असून, १२३ जणांवर राष्ट्रीय आपत्ती व्यवस्थापन कायदा आणि भारतीय दंड संहितेनुसार कारवाई करण्यात आली. **** हिंगोली जिल्ह्याच्या कळमनुरी तालुक्यातल्या हिवरा फाटा इथल्या तपासणी नाक्यावर दोन दिवसात २४७ राजस्थानातले मजूर वरुड तांडा इथल्या आश्रमशाळेतल्या विलगीकरण कक्षात ठेवण्यात आले आहेत. हे मजूर यवतमाळ, पुसद, हदगाव मार्गे हिवरा या चेक पॉईंटवर पायी चालत असताना ताब्यात घेण्यात आले आहेत. यांच्या निवास आणि भोजनाची व्यवस्था झाली असली तरी उपासमार, शारीरिक थकवा आणि पोलिसांनी ठीकठिकाणी केलेल्या अडवणुकीमुळे ते मानसिक दृष्ट्या विचलित झाले आहेत. त्यांना १४ दिवस स्थानबद्ध करणं अशक्य असल्याचं कळमनुरीचे तहसीलदार कैलाशचंद्र वाघमारे यांनी जिल्हाधिकारी रुचेश जयवंशी यांना कळवलं आहे. वरिष्ठ पातळीवर निर्णय घेऊन त्यांना स्वगृही सोडण्याचा विचार व्हावा असंही लिखित स्वरूपात कळवण्यात आलं आहे. **** औरंगाबाद शहरात वाहन वापरण्यावर पोलिस आयुक्तांनी बंदी घातली असतांना शहरातल्या विविध भागातून वाहनावर फिरणाऱ्या टवाळखोरांवर काल कारवाई करण्यात आली. शहरात एकूण २३४ गुन्हे दाखल करून २४ वाहने जप्त करण्यात आली. तसंच विनाकारण बेकायदेशिर फिरणाऱ्या ७३४ वाहनांवर गुन्हे दाखल केले असल्याची माहिती सहाय्यक पोलिस आयुक्त डॉ.नागनाथ कोडे यांनी दिली आहे. परभणी जिल्ह्यात १२३ जणांविरोधात राष्ट्रीय आपत्ती व्यवस्थापन कायद्यानुसार कारवाई करण्यात आली. विनाकारण फिरणारी दुचाकी, तीनचाकी तसंच चारचाकी अशी एकूण १७६ वाहनं पोलिसांनी जप्त केली आहेत. जिल्ह्यातल्या सात मदत शिबीरांमध्ये २२९ स्थलांतरित कामगारांची व्यवस्था करण्यात आली आहे. सेलू इथं रेल्वे मार्गावरून आग्य्राला जाणाऱ्या आठ कामगारांचीही काल या शिबीरात रवानगी करण्यात आली. नांदेड शहरातही काल बऱ्याच प्रमाणात शांतता दिसून आली. इतर राज्यातले अडकून पडलेले कामगार, तसंच गरीब गरजूंच्या निवास तसंच भोजनाच्या सुविधेसाठी अनेक संस्था, संघटना पुढे येत असल्याचं, आमच्या वार्ताहरानं कळवलं आहे. हिंगोली जिल्ह्यात येहळेगाव इथं अडकून पडलेल्या राजस्थानी कामगारांना आमदार डॉ.संतोष टारफे आणि काँग्रेस कार्यकर्त्यांकडून अन्नधान्याचं वाटप करण्यात आलं. हिंगोली शहरात काही वसाहतींमधून होणारी वाहत��क पूर्णपणे बंद करण्याचा निर्णय संबंधित वसाहतीतल्या रहिवाशांनी घेतला आहे. **** कोरोना विषाणूची लागण नागरिकांना होऊ नये म्हणून सरकार योग्य ती खबरदारी घेत आहे. स्थलांतरीत मजुरांना आहे तिथे थांबण्याचे आदेश देण्यात आले आहेत. राजस्थान आणि मध्य प्रदेशातील जवळपास १०५ मजुरांना औरंगाबाद जिल्ह्याच्या सीमेवर पोलिसांनी कारवाई करून त्यांना बीड बायपासवर यशवंतराव चव्हाण आयुर्वेद महाविद्यालय इथल्या शासकीय निवाऱ्यामध्ये ठेवलं आहे. हे सर्व हातावर पोट असणारे मजूर पालघर आणि पुणे इथल्या लोहगावात मोलमजुरी करून गुजराण करणारे आहेत. त्यांना आवश्यक त्या सोयी सुविधा उपलब्ध करून देण्यासाठी जिल्हा प्रशासनानं उपविभागीय अधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर बाणापुरे आणि तलाठी योगेश पंडित यांची नियुक्ती केली आहे. याविषयी उपविभागीय अधिकारी डॉ बाणापुरे यांनी माहिती दिली. ते म्हणाले… मजूर maximum जे आहेत एम पी आणि राजस्थानचे आहेत पालघर आणि ते पालघरवरून काही येत होते पुण्यावरून येत होते way औरंगाबाद त्यांच्यावर त्यावेळी पोलिसांनी कारवाई करून आपल्याकडे त्यांना सोपविले महाविद्यालय आहे झालता फाट्याला तेथे सर्व मिळून १०५ लोक आहेत सर्व मिळून त्यांची तपासणी करतात कोरोनाच्या अनुषंगाने तेथे आपण त्यांच्या जेवणाची राहण्याचे व्यवस्था केलेली आहे आणि social distancing मेंटेन करण्याचा भरपूर प्रयत्न केलेला आहे जालना जिल्ह्यातही ४२ कँपच्या माध्यमातून दोन हजार ७५४ स्थलांतरीत मजुरांच्या निवास आणि जेवणाची व्यवस्था करण्यात आली आहे. प्रशासन, विविध स्वयंसेवी संस्था, दानशुर व्यक्तींच्या सहकार्यानं त्यांना मदत करण्यात येत आहे. परराज्यातल्या मजुरांनी प्रवास न करता प्रशासनाशी संपर्क साधावा. असं आवाहन जिल्हाधिकारी रवींद्र बिनवडे यांनी केलं आहे. ते म्हणाले… या कॅम्पस मध्ये शासनाच्या वतीने तसेच विविध एनजीओ स्वयंसेवी संस्था आणि दानशूर व्यक्ती यांच्या माध्यमातून लोकांसाठी दोन वेळचे जेवण देण्यात येते तरी प्रशासनाच्या वतीने आपल्या सगळ्यांना आवाहन करण्यात येत आहे की कृपया अशी कोणतीही परराज्यांतील मजूर आपल्या भागात आढळून येत असतील त्यांच्या जेवणाची आवश्यकता माझी निवाऱ्याची व्यवस्था रण्याची आवश्यकता असेल प्रशासनास तर कळवा नांदेड जिल्ह्यात बी बियाणं, खतं आणि कीटकनाशक यांचे उत्पादन-विक्री-वाहतूक तसंच साठवणूक यांना बंदमधून वगळण्यात आलं आहे. जिल्हाधिकारी डॉ विपिन इटनकर यांनी ही माहिती दिली. कृषी उपयोगी साहित्याचे उत्पादन, साठवणूक, वाहतूक तसंच विक्री चालू ठेवण्याचे आदेश देण्यात आले आहेत. **** नांदेड जिल्ह्यातल्या गोरगरीब, गरजु, मजुरांना वेगवेगळ्या स्वयंसेवी संस्था, गुरूद्वारा लंगर साहेब, लायन्स क्लब, दानशूर व्यक्ती, नगर पालिका, महापालिका आणि जिल्ह्यातल्या सतरा तहसील कार्यालयांच्या वतीनं एकूण सात हजार चारशे सत्तेचाळीस लोकांना जेवण, नाश्ता पुरवण्यात आला आहे. जिल्हा प्रशासनाच्या वतीनं प���रसिद्धी पत्रकाद्वारे ही माहिती देण्यात आली. परभणी जिल्ह्यातल्या जिंतूर इथं जनहित फाऊंडेशनच्या वतीनं शहरातले गोरगरीब, अपंग, अंध आणि मतीमंद लोकांना दोनवेळा भोजनाची व्यवस्था करण्यात येत आहे. औरंगाबाद इथं काल श्रीयश प्रतिष्ठान तर्फे औरंगाबाद महानगरपालिकेच्या चतुर्थ श्रेणी कर्मचाऱ्यांना किराणा किट वाटप करण्यात आलं. प्रतिष्ठानतर्फे दोन हजार ६०० कर्मचारी आणि सफाई मजुरांना किराण किटचं वाटप करण्यात येणार असल्याचं प्रतिष्ठानचे अध्यक्ष बसवराज मंगरुळे यांनी सांगितलं. लातूर जिल्ह्यातल्या औसा विधानसभा मतदारसंघातल्या २०० कुटुंबांना आमदार अभिमन्यू पवार यांच्याकडून जीवनावश्यक वस्तू देण्यात आल्या आहेत. तीन ग्रामीण रुग्णालयात ३० लाखांचे ४ व्हँटिलेटर आमदार फंडातून दिले जाणार आहेत. लातूर इथं श्री सिद्धेश्वर आणि रत्नेश्वर देवस्थाननं बेघर लोकांच्या राहण्याची आणि जेवणाची सोय केली आहे. बीड जिल्ह्यात संचारबंदीच्या काळात कर्तव्यावर असलेल्या पोलिस अधिकारी-कर्मचाऱ्यांना शिवसेनेच्या जिल्हाशाखेकडून जेवणाचे डबे पोहोचवले जाणार आहेत. माजी जिल्हाप्रमुख अनिल जगताप यांनी ही माहिती दिली. **** उस्मानाबाद जिल्ह्यात धान्य सार्वजनिक वितरण व्यवस्थेमार्फत एप्रिल, मे आणि जून या तीन महिन्याचं धान्य वाटप करण्यात येणार आहे. राष्ट्रीय अन्नसुरक्षा योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना अंत्योदय तसंच प्राधान्य कुटुंब योजनेअंतर्गत जिल्ह्यातल्या पात्र लाभार्थ्यांना हे धान्य वितरीत केलं जाणार आहे. तसंच जिल्ह्यातल्या प्रधानमंत्री उज्वला गॅस योजनेअंतर्गत पात्र नऊ हजार २६१ लाभार्थ्यांना तीन गॅस सिलेंडर मोफत दिले जाणार आहेत असं जिल्हाधिकारी दीपा मुधोळ मुंडे यांनी सांगितलं. **** लातूर जिल्ह्यात मेडिकल, पॅरामेडिकल, नॉन मेडिकल, आणि स्वयंसेवी संस्थांमध्ये कार्यरत असणाऱ्यांना सुयोग्य प्रशिक्षण देण्याचं काम जिल्हा प्रशासनानं तातडीनं सुरू करण्याचे निर्देश पालकमंत्री अमित देशमुख यांनी दिले आहेत. कोरोना विषाणू संदर्भात आपत्कालीन परिस्थिती उद्भवल्यास आरोग्य क्षेत्रात कार्यरत असणाऱ्या मनुष्यबळाची गरज मोठ्या प्रमाणात लागू शकते, त्यामुळे हे प्रशिक्षण देण्याचा निर्णय केंद्रीय आरोग्य आणि कुटुंब कल्याण मंत्रालयानं घेतला आहे. **** लातूर जिल्ह्यात किराणा दुकानं आजपासून सांयकाळी पाच वाजेपर्यंतच उघडी ठेवण्यात येणार असल्याची माहिती जिल्हाधिकारी जी श्रीकांत यांनी दिली आहे. रस्त्यावर सध्या होत असलेल्या तुरळक गर्दीलाही अटकाव करण्याचा जिल्हा प्रशासन प्रयत्न करत असल्याचं ते म्हणाले. कोणत्या भागात गर्दी होत आहे याची माहिती घेण्यासाठी ड्रोनचा वापर केला जात असून, जनतेनं पोलिसांना सहकार्य करावं, कठोर निर्णय घेण्यास भाग पाडू नये, असं ते म्हणाले. **** परभणी जिल्ह्यातले पोलीस अधिकारी, कर्मचाऱ्यांना मास्क आणि सॅनिटायझर त्वरीत देण्यात यावेत अशी मागणी जिल्हा पोलीस अधिक्षक कृष्णकांत उपाध्याय यांनी केली आहे. यासंदर्भात त्यांनी काल नांदेडच्या विशेष पोलीस महानिरिक्षकांना पत्र पाठवलं आहे. **** परभणी इथं वसंतराव नाईक मराठवाडा कृषी विद्यापीठाच्या प्रवेशद्वारासमोर बसलेल्या भाजीपाला विक्रेत्यांना महानगर पालिकेच्या आधिकाऱ्यांनी सुरक्षित अंतर ठेवून भाजीपाला विकण्याचे निर्देश दिले. नागरिकही याचं पालन करत असल्याचं आमच्या वार्ताहरानं कळवलं आहे. **** नांदेड जिल्ह्यात रूग्णांची ने आण करण्यासाठी एकूण ४० रूग्णवाहीका उपलब्ध आहेत. रुग्णवाहिकेच्या चालक, मालकाचं नाव, गाव दूरध्वनी क्रमांक, गाडी नंबर आदी माहिती जिल्हा प्रशासनानं प्रसिद्धीस दिली आहे. **** देशातल्या पेट्रोलियम कंपन्यांनी घरगुती वापराच्या विना अनुदानित सिलिंडरची किंमत ६१ रुपये ५० पैशांची कमी केली आहे. त्यामुळे मुंबईत हे सिलिंडर आता ७१४ रुपयांना मिळेल. मार्चपासूनची ही सलग दुसरी दर कपात आहे. व्यावसायिक वापराच्या सिलिंडरच्या दरात ५३ रुपयांची कपात करण्यात आली असून मुंबईतला नवा दर १ हजार २३४ रुपये एवढा आहे. **** ज्येष्ठ लेखिका आणि २० व्या अखिल भारतीय मराठी बालकुमार साहित्य संमेलनाच्या अध्यक्षा विजया श्रीनिवास जहागीरदार यांचं काल वार्धक्यानं सोलापूरमध्ये निधन झालं. त्या ८७ वर्षांच्या होत्या. विविध विषयांवर त्यांनी विपुल लेखन केलं असून कथा- कादंबरी, कविता आणि बालसाहित्यात त्यांचं मोलाचं योगदान आहे. आकाश मोगरा, स्त्री नक्षत्र, रातवा, गीत गीता, कल्पवृक्षाची फळे, गीत मेघदूत - शाकुंतल हे त्यांचे काव्यसंग्रह तर कर्मयोगिनी, रणयोगिनी, ययाति कन्या माधवी, मनगुंफा, आत्मसाक्षी, अर्धविराम, उद्रेक, टाचलेलं फुलपाखरू, वास्तु - जुई, रिंगणभूल या त्यांच्या कादंबऱ्या तर केसरपक्षी, वेंधळी, अग्निक्षण, कालचक्र, शापित गुलमोहर, निवडुंगाचा मोहर, तिने काय करावे?, बिनपानांची झाडं हे कथासंग्रह त्यांच्या नावावर आहेत. सोलापूरमध्ये झालेल्या विसाव्या अखिल भारतीय बालकुमार साहित्य संमेलनाचं अध्यक्षपद त्यांनी भूषवलं होतं. साहित्य क्षेत्रातल्या कामगिरीबद्दल त्यांना विविध पुरस्कारानं गौरवण्यात आलं होतं. ****
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news4me · 5 years ago
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state bank of india loan: SBI ने लोन पर ब्याज दर घटाया, 1 जनवरी से लागू होंगी नई दरें - sbi reduced external benchmark index, loan will become cheap
state bank of india loan: SBI ने लोन पर ब्याज दर घटाया, 1 जनवरी से लागू होंगी नई दरें – sbi reduced external benchmark index, loan will become cheap
[ad_1] इकनॉमिकटाइम्स.कॉम | Updated: 30 Dec 2019, 01:42:00 PM IST
हाइलाइट्स
सबसे बड़े सरकारी बैंक ने ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की
एक्सटर्नल बेंचमार्क इंडेक्स 8.05% से घटकर 7.80% पर आया
इस साल अब तक एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.65% की कटौती क
ईबीआर की संशोधित दर 1 जनवरी, 2020 से लागू होगी
नई दिल्ली देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक(SBI) ने अपना लोन सस्ता कर दिया है। बैंक ने सोमवार…
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laweducation · 2 years ago
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भाग 3 : अनुच्छेद 19 से 22 : स्वतंत्रता का अधिकार | Right to Freedom in hindi
स्वतंत्रता का अधिकार – अनुच्छेद 19 से 22 (RIGHT TO FREEDOM) वैयक्तिक स्वतन्त्रता के अधिकार का स्थान मूल अधिकारों में सर्वपरि माना जाता है। किसी विद्वान ने ठीक ही कहा है कि “स्वतन्त्रता ही जीवन है", क्योंकि इस अधिकार के बिना मनुष्य अपने व्यक्तितत्व का विकास नहीं कर सकता है। भारतीय संविधान के भाग 3 (स्वातंत्र्या अधिकार) में अनुच्छेद 19 से 22 तक में भारत के नागरिकों को स्वतन्त्रता सम्बन्धी अनेक अधिकार प्रदान किये गये हैं। अनुच्छेद 19 वाक्-स्वातंत्र्य आदि विषयक कुछ अधिकारों का सरंक्षण - (i) सभी नागरिकों को - (क) वाक्-स्वातंत्र्य और अभिव्यक्ति-स्वातंत्र्य का (ख) शांतिपूर्वक और निरायुध सम्मेलन का (ग) संगम या संघ बनाने का (घ) भारत के राज्यक्षेत्र में सर्वत्र अबाध संचरण का (ड) भारत के राज्यक्षेत्र के किसी भाग में निवास करने और बस जाने का, और (च) ******* (लोपित) (लोपित 20-6-1979 से प्रभावी) (छ) कोई वृत्ति, उपजीविका, व्यापार या कारबार करने का, अधिकार होगा। (ii) खंड (i) के उपखंड (क) की कोई बात उक्त उपखंड द्वारा दिए गए अधिकार के प्रयोग पर भारत की प्रभुता और अखंडता, राज्य की सुरक्षा, विदेशी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों, लोक व्यवस्था, शिष्टाचार या सदाचार के हितों में अथवा न्यायालय अवमान, मानहानि या अपराध-उद्दीपन के संबंध में युक्तियुक्त निबंधन जहां तक कोई विद्यमान विधि अधिरोपित करती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या वैसे निर्बंधन अधिरोपित करने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी। (iii) उक्त खंड के उपखंड (ख) की कोई बात उक्त उपखंड द्वारा दिए गए अधिकार के प्रयोग पर भारत की प्रभुता और अखंडता या लोक व्यवस्था के हितों में युक्तियुक्त निर्बंधन जहां तक कोई विद्यमान विधि अधिरोपित करती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या वैसे निबंधन अधिरोपित करने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी। (iv) उक्त खंड के उपखंड (ग) की कोई बात उक्त उपखंड द्वारा दिए गए अधिकार के प्रयोग पर भारत की प्रभुता और अखंडता या लोक व्यवस्था या सदाचार के हितों में युक्तियुक्त निर्बंधन जहां तक कोई विद्यमान विधि अधिरोपित करती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या वैसे निबंधन अधिरोपित करने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी। (v) उक्त खंड के उपखंड (घ) और उपखंड (ङ) की कोई बात उक्त उपखंडों द्वारा दिए गए अधिकारों के प्रयोग पर साधारण जनता के हितों में या किसी अनुसूचित जनजाति के हितों के संरक्षण के लिए युक्तियुक्त निबंधन जहां तक कोई विद्यमान विधि अधिरोपित करती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या वैसे निबंधन अधिरोपित करने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी। (vi) उक्त खंड के उपखंड (छ) की कोई बात उक्तः उपखंड द्वारा दिए गए अधिकार के प्रयोग पर साधारण जनता के हितों में युक्तियुक्त निर्बंधन जहां तक कोई विद्यमान विधि अधिरोपित करती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या वैसे निर्बंधन अधिरोपित करने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी और विशिष्टतया उक्त उपखंड की कोई बात - (क) कोई वृत्ति, उपजीविका, व्यापार या कारवार करने के लिए आवश्यक वृत्तिक या तकनीकी अर्हताओं से, या जहां तक कोई विद्यमान विधि सम्बन्ध रखती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या इस प्रकार सम्बन्ध रखने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी। (ख) राज्य द्वारा या राज्य के स्वामित्व या नियंत्रण में किसी निगम द्वारा कोई व्यापार, कारबार उद्योग या सेवा, नागरिकों का पूर्णतः या भागतः अपवर्जन करके ��ा अन्यथा, चलाए जाने से, जहाँ तक कोई विद्यमान विधि सम्बन्ध रखती है वहां तक उसके प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या इस प्रकार सम्बन्ध रखने वाली कोई विधि बनाने से राज्य को निवारित नहीं करेगी| टिप्पणी - कोर्ट ओन ऑन मोशन बनाम स्टेट ऑफ त्रिपुरा के मामले में कहा गया कि, सरकारी एवं प्राइवेट विद्यालयों के शिक्षक निजी ट्यूशन नहीं करा सकते| 14 वर्ष से कम आयु के बालकों को ट्यूशन देना अधिनियम के विरुद्ध है। (Teachers employed in Government or Private Schools are not permitted to impart private tutions imparting of tution to students below age of 14 years is prohibited under right of children to free and compulsary education Act, 2009) (ए.आई.आर. 2016, त्रिपुरा 4) रजिस्ट्रार जनरल, हाई कोर्ट ऑफ मेघालय बनाम स्टेट ऑफ मेघालय के मामले में कहा गया कि, बंद (bandh) से जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है, दैनिक आवश्यकता की वस्तुयें नहीं मिल पाती, इससे शांतिपूर्ण लोक जीवन में विघ्न उत्पन्न होता है, अतः यह मूल अधिकारों का अतिक्रमण है। (ए.आई. आर. 2015 मेघालय 23) वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व्यक्तितव विकास के लिए आवश्यक है। (स्टेट ऑफ कर्नाटक बनाम एसोसियेटेड मैनेजमेन्ट ऑफ प्राइमरी एण्ड सैकण्डरी स्कूल्स, ए.आई. आर. 2014 एस.सी. 2094) अनुच्छेद 20 अपराधों के लिए दोषसिद्धि के सम्बन्ध में संरक्षण – (i) कोई व्यक्ति किसी अपराध के लिए तब तक सिद्धदोष नहीं ठहराया जाएगा, जब तक की उसने ऐसा कोई कार्य करने के समय, जो अपराध के रूप में आरोपित है, किसी प्रवृत्त विधि का अतिक्रमण नहीं किया है या उससे अधिक शास्ति का भागा नहीं होगा जो उस अपराध के किए जाने के समय प्रवृत्त विधि के अधीन अधिरोपित की जा सकती थी। (ii) किसी व्यक्ति को एक ही अपराध के लिए एक बार से अधिक अभियोजित और दंडित नहीं किया जाएगा। (iii) कि��ी अपराध के लिए अभियुक्त किसी व्यक्ति को स्वयं अपने विरुद्ध साक्षी होने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। टिप्पणी - सुखासिंह बनाम दविन्दर कौर के प्रकरण में कहा गया है कि, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 304 के अन्तर्गत दोषसिद्धि पर मृतक की पत्नी प्रतिकर का क्लैम कर सकती है क्योंकि सिविल क्षतिपूर्ति अभियोजन नहीं है और क्षतिपूर्ति की डिक्री दण्ड नहीं है। यहां 'दोहरे खतरे से संरक्षण का सिद्धान्त' लागू नहीं होता है। (ए.आई.आर. 2011 एस.सी. 3163) जहां दो कार्यवाहियां भिन्न-भिन्न क्षेत्राधिकार की हो वहां दोहरे खतरे से संरक्षण का सिद्धान्त लागू नहीं होगा। (पीताम्बरन टी.आर बनाम एडिशनल लाइसेंसिंग ऑथोरिटी ए.आई.आर. 2013 केरल 46 ) Read More -  भाग 3 : स्वातंत्र्य अधिकार अनुच्छेद 19 से 22 (Article 19 to 22 in Hindi) भारतीय संविधान Read the full article
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sarita-lokgeet-blog · 6 years ago
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फेसबुक पर वायरल हो रही एक पोस्ट में बताया जा रहा है क‍ि भारतीय स्टेट बैंक के कॉन्टैक्टलेस कार्ड से... from आज तक http://bit.ly/2SJqadW
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