#बिहार शहर की खबर
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sharpbharat · 1 year ago
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Bihar chhapra clash : छपरा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान झड़प, दो पक्षों में पथराव के बाद तनाव, पूरे इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात, जिले इंटरनेट सवाएं की गयीं बंद 
 छपरा : बिहार के छपरा शहर में शुक्रवार सुबह मूर्ति विसर्जन को लेकर दो गुटों में हुए विवाद एवं झड़प के बाद वहां तनाव बढ़ गया है. विवाद को लेकर दो समुदायों के बीच हुए पथराव में आधा दर्जन से अधिक लोगों के जख्मी होने की खबर है. हालांकि जिला प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए प्रतिमा विसर्जन करा दिया है एवं तनाव वाले इलाकों में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने मामले को और बिगड़ने देने से…
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newsuniversal-in · 1 year ago
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राज्यस्तरीय पत्रकार महाधिवेशन सह सम्मान समारोह का आयोजन
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लखीसराय, बिहार। शहर के नया बाजार आरलाल कॉलेज के समीप सम्राट अशोक भवन में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन बिहार इकाई के बैनर तले राज्यस्तरीय पत्रकार महाधिवेशन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन  बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत कुमार सम्राट ने की। समारोह का उद्घाटन डीएम अमरेंद्र कुमार, एडीएम सुधांशु शेखर, एसडीओ डॉ निशांत राज, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा, ऑल बिहार को-ऑपरेटिव बैंक इम्पलाइज फेडरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष सह वरीय शाखा प्रबंधक विपिन कुमार, एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी व मुख्य अतिथि गंगेश गुंजन, एसके राजीव, पीके आजाद व वरीय अधिवक्ता कुमारी बबीता द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। जबकि कार्यक्रम का संचालन मनोज मेहता व वरिष्ठ पत्रकार राजेश कुमार ने की। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उद्घाटन कर्ता सह डीएम अमरेंद्र कुमार ने कहा कि पत्रकारिता एक जुनून है, लेकिन इसमें भी सोच समझकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने नवोदित पत्रकारों से कहा कि बायस्ड होकर खबर नहीं करें, दोनों पक्षों की बातों को भी अपने खबरों में समाहित करें. जिससे आपकी प्रतिष्ठा भी बनी रहेगी। मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार गंगेश गुंजन ( एडीटर इन चीफ़ - न्यूज 22 स्कोप) ने ��हाधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारों को अपने हक और अधिकार के लिए एकजुटता जरूरी है। समाज में शांति स्नेह और सद्भाव के साथ खबरों की वास्तविकता आम और आवाम के बीच परोसने की जरूरत है। जनता के बीच विश्वास पैदा कर सरकार से अपने हक और हुकूक के लिए पत्रकारों को लड़ना होगा। अति विशिष्ट अतिथि सह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी ने वर्तमान परिस्थिति में पत्रकारों के हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि आये दिन पत्रकार पर हमले किये जा रहे हैं तथा सरकार पत्रकार को सुरक्षा देने में नाकाम रही है। सरकार द्वारा समय-समय पर पत्रकारिता पर कुठाराघात किया जा रहा है, जिससे पत्रकारों में आक्रोश व्यक्त है। सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून व मिडिया नीति बनाएं। स्वागत गान से हुई कार्यक्रम की शुरुआत। कार्यक्रम की शुरुआत प��न बिहारी एंड ग्रुप द्वारा स्वागत गान से की गयी, इसके बाद पत्रकार के सम्मान का दौर शुरू हुआ। इससे पूर्व आंगतुक अतिथियों को एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा बुके देकर माल्यार्पण व स्मृति चिन्ह व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मौके पर इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन बिहार के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत सम्राट, मो. अनवारूल हक (लखनऊ), इश्तियाक अहमद (नेपाल), डी एन एम न्यूज के संपादक पीके आजाद, रफ्तार मिडिया पटना के मदन गुप्ता, राजीव रंजन उपाध्याय, केवल सच के प्रबंध संपादक अरुण बंका, ईटीवी भारत पटना के कुंदन कुमार, नवबिहार के संपादक अमरजीत मौआर, न्यूज 22 स्कोप के बिहार हेड एसके राजीव, मिथलेश कुमार नवादा। मनीष कमालिया नवादा, अजीत कुमार केशरी जमुई, के.एम.राज (मुंगेर), मनीष कुमार (मुंगेर), चंदन वर्मा (शेखपुरा), विश्वनाथ गुप्ता (लखीसराय), पंकज झा (बेगूसराय), राकेश कुमार सिंह, सुधांशु रंजन शुक्ला(पटना), बृज मोहन भगत, रफ्तार मिडिया से आशीष कुमार, दिपक कुमार।  लखीसराय जिलाध्यक्ष सुनील कुमार, राजीव मुरारी सिन्हा, दिवाकर सिंह रामपुरिया, सुधाकर पाण्डेय,रामायण सिंह राजपूत, अमलेश पाण्डेय, संतोष पाण्डेय,मनीष गुप्ता, कुमार हिमांशु, अजय कुमार झा, देव कुमार, भोला यादव, चांद किशोर यादव, जेपी सिंह, चंदन कुमार मिश्रा, सुमित सिंह, नलिनी रंजन, रजा मुराद (सुपौल। मो. शाहिद(मधेपुरा), राकेश रोशन, प्रदीप कुमार, अभिषेक सिन्हा, मिन्हाज( दरभंगा),गुलाम सरवर, लक्ष्मण कुमार, फरोग रहमान के आलावे नगर परिषद के उपाध्यक्ष शिवशंकर राम, रविशंकर सिंह अशोक,नेशनल चैम्बर आँफ काँमर्स के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद  नूतन विपिन ,रंजय सिंह, शिक्षाविद रंजन कुमार, धर्मेन्द्र कुमार आर्य, प्रेमचंद कुमार, सिकंदर विद्यार्थि, प्रकाश मंडल, रंजन पासवान, अरविंद कुमार, रामाशीष बिंद, धर्मदेव चौधरी, अमन कुमार आदि उपस्थित रहे। Read the full article
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nationalnewsindia · 2 years ago
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lok-shakti · 3 years ago
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यात्री बस में गुड़गांव से बिहार के लिए अवैध रूप से शराब की आपूर्ति करते पकड़ा गया व्यक्ति गिरफ्तार
यात्री बस में गुड़गांव से बिहार के लिए अवैध रूप से शराब की आपूर्ति करते पकड़ा गया व्यक्ति गिरफ्तार
एक यात्री बस का उपयोग कर गुड़गांव से अपने गृह राज्य में अवैध रूप से शराब की आपूर्ति करने वाले बिहार निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुड़गांव पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, आरोपी की पहचान सुभाष कुमार के रूप में हुई है, जो बिहार के मधुबनी क�� रहने वाला है। उसे एक गुप्त स��चना के आधार पर उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह बस में जामा मस्जिद के पास सर्विस रोड से गुजर रहा था। “जब वाहन की तलाशी ली…
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abenews · 2 years ago
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https://youtu.be/04ERG4Y2TTU
|| *ABE News* || रोहतास के बाराडीह पंचायत में बड़ी #हादसा #छठ_पूजा से दो दिन पहले ही गिरी छठ घाट की तट || #छठ #chhathpuja2022 #chhathpooja #hadsha #ABE #abenews
Abe News ABE NEWS बिहार/झारखंड Bhakti bhajan
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karanaram · 3 years ago
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🚩धर्मांतरण कराते धराए केरल के पादरी, कई गाँवों में बनाया ईसाई, मिलते हैं रुपये - 07 नवम्बर 2021
🚩स्वामी विवेकानंदजी ने बताया था कि हिन्दू समाज में से एक मुस्लिम या ईसाई बने, इसका मतलब यह नहीं कि एक हिन्दू कम हुआ बल्कि हिन्दू समाज का एक दुश्मन ��र बढा।
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🚩ईसाइयों के धर्मांतरण का रैकेट देशभर में दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। अब बिहार के सुपौल जिले से केरल के दो पादरियों को ईसाई धर्मांतरण की कोशिश करते हुए पकड़ा गया है। शनिवार (6 नवम्बर, 2021) को इन दोनों को धर्मांतरण कराते हुए दबोचा गया। ये दोनों आमलोगों के बीच बाइबिल का वितरण कर रहे थे। साथ ही लोगों को ईसाई मजहब से जुड़ने के लिए लालच दे रहे थे। इसी बीच आम लोगों ने हिन्दू संगठनों को इनके कृत्यों के बारे में सूचित कर दिया।
🚩सुपौल के भीमपुर के केवला गाँव में ये दोनों गरीबों को बहला-फुसला रहे थे। दोनों पादरियों में एक महिला भी है। पादरी जार्ज और रिषू सुपौल शहर के भेलाही मोहल्ले में किराए के मकान में रहते हैं। पूछताछ में पादरी जॉर्ज ने खुलासा किया है कि उसे इस काम के लिए प्रति महीने 11,000 रुपए दिए जाते हैं। ईसाई मजहब अपनाने वालों को भी इनकी तरफ से कुछ रुपए दिए जाते थे। ये प्रलोभन देकर ईसाई बनाते हैं और अब तक इन दोनों ने मिल कर कइयों का ईसाई धर्मांतरण कराया है।
भीमपुर पुलिस ने दोनों पादरियों को हिरासत में लेकर जाँच शुरू कर दी है। उनके आधार कार्ड सहित अन्य कागजात जुटाए जा रहे हैं और उनकी जाँच की जा रही है। इस मामले में अब तक किसी ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। ये दोनों बीते कई वर्षों से यहाँ रह कर धर्मांतरण का काम कर रहे थे, लेकिन किसी को खबर तक नहीं हुई। इलाके में कई परिवारों को ईसाई बनाया गया है। आक्रोशित हिन्दू संगठनों ने इसे रोकने के लिए आंदोलन की चेतावनी दी है।
🚩हिन्दू संगठनों ने कहा है कि जिस तरह से लोगों को लोभ-लालच देकर ईसाई बनाया जा रहा है, उसके खिला�� केंद्र सरकार को कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। डाले गए वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे पूछे जाने पर दोनों पादरी खुद अपना पर्दाफाश कर रहे हैं।
https://twitter.com/News18Bihar/status/1456996453679702024?s=20
🚩अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य ने बताया था- ‘‘भारत में ईसाई पादरियों का धर्म-प्रचार हिन्दू धर्म क�� मिटाने का खुला षड्यंत्र है, जो कि एक लम्बे अरसे से चला आ रहा है। हिन्दुओं का तो यह धार्मिक कर्तव्य है कि वे ईसाइयों के षड्यंत्र से आत्मरक्षा में अपना तन-मन-धन लगा दें और आज जो हिन्दुओं को लपेटती हुई ईसाइयत की लपट परोक्ष रूप से उनकी ओर बढ़ रही है, उसे यहीं पर बुझा दें। ऐसा करने से ही भारत में धर्म-निरपेक्षता, धार्मिक बंधुत्व तथा सच्चे लोकतंत्र की रक्षा हो सकेगी अन्यथा आजादी को पुनः खतरे की सम्भावना हो सकती है।’’
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abhay121996-blog · 3 years ago
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विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर दो करोड रुपये की ठगी करने वाला शातिर ठग बिहार से गिरफ्तार Divya Sandesh
#Divyasandesh
विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर दो करोड रुपये की ठगी करने वाला शातिर ठग बिहार से गिरफ्तार
जयपुर। साइबर थाना पुलिस ने सिंगापुर में नौकरी दिलवाने के नाम पर दो करोड रुपये की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को बिहार (वैशाली) से गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर करोडों रुपये की ठगी करने वाले शातिर अपराधी कुन्दन कुमार(30) निवासी पातेपुर जिला वैशाली बिहार से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपित कुन्दन कुमार पीड़ितों का रिकॉर्ड प्राप्त कर पीड़ितों को नौकरी दिलवाने के नाम पर अलग-अलग चार्जेस के नाम पर रुपये अपने खातों में जमा करवा लिए जाते थे। वहीं आरोपित बीटेक शिक्षित है तथा पूर्व में बैंक में क्रेडिट कार्ड बनवाने का कार्य करता था।
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जिससे आसानी से पीड़ितों के रिकॉर्ड को प्राप्त कर लेता था। पुलिस ने बैंक खातों का अवलोकन किया गया तो 2 करोड रुपयों के लेनदेन की जानकारी मिली और जानकारी मिली थी कि आरोपित के अलग-अलग 10 बैंक खाते हैं उनकी डिटेल प्राप्त की जा रही है कि उसने किन किन लोगों से ठगी की है।
थानाधिकारी सतपाल यादव ने बताया कि परिवादी ने अपनी प्रोफाइल नौकरी साईट्स पर डाल रखी थी जिस पर 25 अगस्त 2019 को उसके मोबाइल पर एक फोन आया और बताया कि वह ग्रेस इंटरनेशनल मुंबई से बोल रहा है तथा आपकी प्रोफाइल के अनुसार आपका अकाउंटेंट पद के लिए अकाउन्टिग क्लिनिक पीटीई लिमिटेड कंपनी सिंगापुर में चयन किया गया है, जिसके लिए आपको प्रोसेसिंग फीस, कंसल्टिंग फीस, फूड सिक्योरिटी चार्ज, रेसीडेन्सी चार्जस, वीसा डाक्यूमेंट्स चार्जस के नाम पर रुपये जमा कराने होंगे।
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इसके अलावा पीड़ित को कंपनी के नाम से अकाउंटेंट पद का चयन पत्र भेजा । जिस पर परिवादी द्वारा उपलब्ध कराये गए रुपये विभिन्न बैंक खातों में जमा करवा दिये गये। जिसके बाद से फोन कर्ता का फोन बंद आया। जिसके चलते पीडित थाने पहुंचा और मामला दर्ज करवाया।
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viralnewsofindia · 3 years ago
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बिहार में नाव पलटने से 20 लोग लापता
बिहार में नाव पलटने से 20 लोग लापता
पटना:  बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बाघा में गु��ुवार को एक नाव दुर्घटना में कम से कम 20 लोगों के लापता होने की खबर है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के एक अधिकारी के अनुसार, दुर्घटना के समय नाव में 25 लोग सवार थे। वे दियारा क्षेत्र के विभिन्न गांवों से बाघा शहर के दीनदयाल घाट की ओर जा रहे थे। (more…)
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mrdevsu · 3 years ago
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Road Accident in Dadri: सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा भिड़ी बस, महिला की मौत, 19 घायल
Road Accident in Dadri: सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा भिड़ी बस, महिला की मौत, 19 घायल
बाहरी: बिगड़ती शहर में रात को चालू रखा गया है। बिजली के मामले में, बिजली की बैटरी से जाड़ी। यह एक औरत की मौत हो सकती है। यूपी के योगी योगी आदित्यनाथ ने संपर्क किया है। साथ ही सांस की सुरक्षा की निगरानी भी की जाती है। खबर के बारे में, पंजाब से बिहार की ओर जा। यह भी उड़ने वाला है। समाधान पर कार्रवाई ने समाधान के लिए समाधान प्राप्त किया। ट्विट, महिला के शरीर को ठीक करने के लिए पोस्ट किया गया। मामलों…
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nationalnewsindia · 2 years ago
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vilaspatelvlogs · 4 years ago
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Aurangabad: 1 लाख रुपये किलो बिकने वाली Hop-Shoots सब्जी की खेती का दावा निकला झूठा, युवक हुआ अंडरग्राउंड
Aurangabad: 1 लाख रुपये किलो बिकने वाली Hop-Shoots सब्जी की खेती का दावा निकला झूठा, युवक हुआ अंडरग्राउंड
औरंगाबाद: कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर हॉप-शूट्स (Hop-Shoots) नाम की एक सब्जी चर्चाओं में आई थी, जिसकी कीमत 1 लाख रुपये थी. दावा किया जा रहा था कि इसे बिहार के औरंगाबाद शहर में स्पेशल खेती करके उगाया गया था. एक IAS अधिकारी ने भी इस खबर को ट्विटर पर शेयर किया था. हालांकि जब इसकी पड़ताल की गई तो ये दावा झूठा निकला.  ‘हमने हॉफ शूट्स को देखा तक नहीं है’ ZEE NEWS के रिपोर्टर मनीष कुमार ने ग्राउंड जीरो…
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col-life23 · 4 years ago
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बलात्कार और हत्या के बाद जले चेहरे
बलात्कार और हत्या के बाद जले चेहरे
खबर सुनिए खबर सुनिए लड़की के साथ बलात्कार किया गया और चेहरा तेजाब से जला दिया गयापड़ोसी राज्य बिहार के बगहा क्षेत्र का मामला पांच घंटे तक बगहा शहर में घटना को लेकर हंगामासांवद समाचार एजेंसीखड्डा। जिले से सटे बिहार के बगहा इलाके में पुलिस भर्ती परीक्षा देने गई एक युवती का शव तीन दिन बाद गुरुवार को गांव के पास मिला। बलात्कार के बाद हत्या और चेहरा जलाने की इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया।…
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namoagainnarendramodi · 4 years ago
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मेड इन इंडिया टीका भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है: मन की बात के दौरान पीएम  मोदी.
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मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार। जब मैं मन की बात व्यक्त करता हूं, तो ऐसा महसूस होता है कि मैं आपके परिवार के सदस्य के रूप में आपके बीच मौजूद हूं। छोटे मामलों का आदान-प्रदान हुआ जो एक दूसरे को सिखाते हैं; कड़वा- मीठा जीवन अनुभव जो एक शानदार जीवन जीने के लिए एक प्रेरणा बन जाता है ... और बस यही मन की बात है! जनवरी २०२१ का आज अंतिम दिन है। क्या आप भी सोच रहे हैं, जिस तरह से मैं २०२१ कुछ दिन पहले शुरू हुआ था? यह सिर्फ महसूस नहीं करता है कि जनवरी का पूरा महीना बीत चुका है! इसे ही समय की गति कहा जाता है। ऐसा लगता है कि कुछ दिनों पहले की बात है जब हम एक दूसरे के साथ शुभकामनाएँ दे रहे थे! फिर हमने लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और बिहू मनाया। यह देश के विभिन्न हिस्सों में त्योहार का समय था। हमने 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को PARAKRAM DIWAS के रूप में मनाया और 26 जनवरी को भव्य गणतंत्र दिवस परेड भी देखी। राष्ट्रपति जी द्वारा संयुक्त सत्र को संबोधित करने के बाद, बजट सत्र भी शुरू हो गया है। इस सब के बीच, एक और घटना हो रही थी जिसका हम सभी को बेसब्री से इंतजार है - वह है पद्म पुरस्कारों की घोषणा। राष्ट्र ने असाधारण काम करने वाले लोगों को सम्मानित किया; उनकी उपलब्धियों और मानवता के लिए योगदान के लिए। इस वर्ष भी, प्राप्तकर्ता में वे लोग शामिल हैं जिन्होंने असंख्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया है; अपने प्रयास के माध्यम से, उन्होंने देश को आगे ले जाते हुए, किसी के जीवन को बदल दिया है। इस प्रकार, कुछ साल पहले शुरू हुए अनसंग नायकों पर पद्म सम्मान देने की परंपरा इस बार भी कायम है। मैं आप सभी से इन लोगों और उनके योगदान के बारे में और जानने का आग्रह करता हूं ... परिवार के बीच इसकी चर्चा करें। आप देखेंगे कि यह कैसे सभी को प्रेरित करता है! इस महीने क्रिकेट पिच से भी बहुत अच्छी खबर आई है। हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती असफलताओं के बाद ऑस्��्रेलिया में श्रृंखला जीतकर शानदार वापसी की। हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और टीम वर्क प्रेरणादायक है। इस सब के बीच, 26 जनवरी को दिल्ली में तिरंगे के अपमान से देश दुखी था। हमें नई आशा और नवीनता के साथ आने के लिए कई बार इंकार करना होगा। पिछले साल, हमने अनुकरणीय धैर्य और साहस प्रदर्शित किया। इस वर्ष भी हमें अपने संकल्पों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। हमें अपने देश को तेज गति से आगे ले जाना है। मेरे प्यारे देशवासियो, इस साल की शुरुआत में कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई के लगभग एक साल पूरे होने के अवसर हैं। जिस तरह कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बन गई, हमारा टीकाकरण कार्यक्रम भी दुनिया के लिए अनुकरणीय बन गया है। आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा कोविद वैक्सीन कार्यक्रम चला रहा है। क्या आप जानते हैं कि अधिक गर्व की बात क्या है? सबसे बड़े वैक्सीन कार्यक्रम के साथ, हम अपने नागरिकों को दुनिया में कहीं भी तेजी से टीकाकरण कर रहे हैं। केवल 15 दिनों में, भारत ने 30 लाख से अधिक कोरोना वारियर्स का टीकाकरण किया है, जबकि अमेरिका जैसे उन्नत देश को ऐसा करने में 18 दिन लगे; ब्रिटेन 36 दिन! दोस्तों, आज, मेड इन इंडिया वैक्सीन, निश्चित रूप से, भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है; यह उसके आत्म-गौरव का प्रतीक भी है। नमोऐप पर, यूपी के भाई हिमांशु यादव ने लिखा है कि मेड इन इंडिया वैक्सीन ने एक नया आत्मविश्वास पैदा किया है। कीर्ति जी मदुरै से लिखती हैं कि उनके कई विदेशी मित्र भारत को धन्यवाद देते हुए संदेश दे रहे हैं। कीर्ति जी के दोस्तों ने उन्हें लिखा है कि जिस तरह से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत ने दुनिया की मदद की है, उससे उनके दिल में भारत के लिए सम्मान बढ़ा है। देश के लिए गौरव के इन नोटों को सुनना कीर्ति जी, मान की बात के श्रोताओं को भी गर्व से भर देता है। इन दिनों, मुझे भी दुनिया के विभिन्न देशों के राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों से भारत के लिए इसी तरह के संदेश मिलते हैं। आपने हाल ही में देखा होगा कि कैसे ब्राजील के राष्ट्रपति ने भारत को धन्यवाद देते हुए एक ट्वीट में कहा था - उस पर हर भारतीय को खुशी हुई। दुनिया के दूरदराज के कोनों में हजारों किलोमीटर दूर रहने वाले लोग रामायण में उस संदर्भ से गहराई से अवगत हैं; वे तीव्रता से इससे प्रभावित हैं। यह हमारी संस्कृति की एक विशेषता है। दोस्तों, इस टीकाकरण कार्यक्रम में, आपने कुछ और ध्यान दिया होगा! संकट के क्षण के दौरान, भारत आज दुनिया की सेवा करने में सक्षम है, क्योंकि वह दवाओं, टीकों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर है। यही विचार आत्मानबीर भारत अभियान को रेखांकित करता है। ��ितना अधिक भारत सक्षम है, उतना ही वह मानवता की सेवा करेगा; तदनुसार, दुनिया को अधिक लाभ होगा!मेरे प्यारे देशवासियों, हर बार, आपके बहुत सारे पत्र प्राप्त होते हैं; नमो ऐप और MyGov और फोन कॉल पर आपके संदेशों के माध्यम से आपके विचारों के बारे में पता चलता है। इन संदेशों में से एक ने मेरा ध्यान आकर्षित किया - यह बहन प्रियंका पांडे जी का है। 23 वर्षीय बेटी प्रियंका जी हिंदी साहित्य की छात्रा हैं और बिहार के सिवान की रहने वाली हैं। प्रियंका जी ने नमो ऐप पर लिखा है कि वह देश के 15 घरेलू पर्यटन स्थलों पर जाने के मेरे सुझाव से बहुत प्रेरित थीं और इसलिए 1 जनवरी को, उन्होंने एक गंतव्य के लिए शुरुआत की जो बहुत खास थी। वह स्थान उसके घर से 15 किलोमीटर दूर था - यह देश के पहले राष्ट्रपति डॉ। राजेंद्र प्रसाद जी का पैतृक निवास था। प्रियंका जी ने खूबसूरती से उल्लेख किया है कि यह देश के महान प्रकाशकों के साथ खुद को परिचित कराने के क्षेत्र में उनका पहला कदम था। वहाँ, प्रियंका जी को डॉ। राजेंद्र प्रसाद द्वारा लिखित कई किताबें और साथ ही कई ऐतिहासिक तस्वीरें भी मिलीं। वाकई प्रियंका जी, आपका यह अनुभव दूसरों को भी प्रेरित करेगा। दोस्तों, इस वर्ष, भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव शुरू करने जा रहा है - अमृत महोत्सव। इस संदर्भ में, यह उन नायकों से जुड़े स्थानों का पता लगाने का एक उत्कृष्ट समय है, जिनके आधार पर हमने स्वतंत्रता प्राप्त की। दोस्तों, जैसा कि हम स्वतंत्रता आंदोलन और बिहार का उल्लेख करते हैं, मैं नमो ऐप पर की गई एक अन्य टिप्पणी को छूना चाहूंगा। मुंगेर निवासी जय राम विप्लव ने मुझे तारापुर शहीद दिवस के बारे में लिखा है। 15 फरवरी 1932 को, अंग्रेजों ने निर्दयता से युवा देशभक्तों के एक समूह को मार डाला था। उनका एकमात्र अपराध यह था कि वे ram वंदे मातरम ’और was भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। मैं उन शहीदों को नमन करता हूं और श्रद्धा के साथ उनके साहस को याद करता हूं। मैं जय राम विप्लव जी को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने देश के सामने एक ऐसी घटना लाई है जिसके बारे में उतनी चर्चा नहीं हुई जितनी होनी चाहिए थी।मेरे प्यारे देशवासियो, आजादी की लड़ाई भारत के हर हिस्से, हर शहर, हर शहर और गाँव में पूरी ताकत से लड़ी गई थी। इस भूमि के प्रत्येक कोने में, भारतभूमि, महान पुत्र और बहादुर बेटियाँ पैदा हुईं जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन त्याग दिया। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने संघर्ष और उनकी यादों के लिए उनके संघर्षों की गाथा को सं��क्षित करें और इसके लिए हम आने वाली पीढ़ियों के लिए उनकी यादों को जीवित रखने के लिए उनके बारे में लिख सकते हैं। मैं सभी देशवासियों, विशे���कर युवा मित्रों से अपील करता हूं कि वे स्वतंत्रता सेनानियों, स्वतंत्रता से जुड़ी घटनाओं के बारे में लिखें। अपने क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम की अवधि के दौरान वीरता की गाथा के बारे में किताबें लिखें। अब, जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाएगा, तो आपकी लेखनी हमारी स्वतंत्रता के उन नायकों को सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि होगी। भारत सत्तर-पाँच के उद्देश्य से यंग राइटर्स के लिए एक पहल की गई है। यह सभी राज्यों और सभी भाषाओं के युवा लेखकों को प्रोत्साहित करेगा। ऐसे विषयों पर लिखने वाले लेखक, जिन्होंने गहरी भारतीय विरासत और संस्कृति का अध्ययन किया है, देश में बड़ी संख्या में सामने आएंगे। हमें ऐसी उभरती प्रतिभाओं की पूरी मदद करनी होगी। यह विचारशील नेताओं की एक श्रेणी भी तैयार करेगा जो भविष्य का पाठ्यक्रम तय करेगा। मैं अपने युवा मित्रों को इस पहल का हिस्सा बनने और अपने साहित्यिक कौशल का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए आमंत्रित करता हूं। इस बारे में जानकारी शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है। मेरे प्यारे देशवासियो, Ba मन की बात ’के श्रोताओं को क्या पसंद है, केवल आप ही बेहतर जानते हैं। लेकिन मेरे लिए Ba मन की बात ’में सबसे अच्छी बात यह है कि मुझे बहुत कुछ सीखने और पढ़ने को मिलता है। एक तरह से, अप्रत्यक्ष रूप से, मुझे आप सभी से जुड़ने का अवसर मिलता है। किसी का प्रयास, किसी का उत्साह, किसी का देश के लिए कुछ हासिल करने का जुनून - यह सब मुझे बहुत प्रेरित करता है, मुझे ऊर्जा से भर देता है।हैदराबाद के बोनीपल्ली में एक स्थानीय सब्जी बाजार अपनी जिम्मेदारी कैसे निभा रहा है, इस बारे में पढ़कर मुझे बहुत खुशी हुई। हम सभी ने देखा है कि सब्जियों के बाज़ारों में बहुत सारी उपज कई कारणों से खराब हो जाती है। सब्जियां चारों ओर फैलती हैं, यह गंदगी भी फैलाती है, लेकिन बोनीपल्ली के सब्जी बाजार ने फैसला किया कि यह बचे हुए सब्जियों को वैसे ही फेंक नहीं देगा। सब्जी मंडी से जुड़े लोगों ने तय किया कि वे इससे बिजली बनाएंगे। आपने बेकार सब्जियों से बिजली पैदा करने के बारे में शायद ही सुना हो - यह नवाचार की शक्ति है। आज बोनीपल्ली सब्जी मंडी में जो कभी बर्बादी थी, उसी से धन पैदा हो रहा है - यह कचरे से धन सृजन की यात्रा है। लगभग 10 टन कचरा प्रतिदिन वहां उत्पन्न होता है, जिसे एक संयंत्र में एकत्र किया जाता है। इस संयंत्र में ��्रतिदिन 500-यूनिट बिजली पैदा होती है, और लगभग 30 किलो जैव ईं���न भी उत्पन्न होता है। इस बिजली के माध्यम से सब्जी बाजार को रोशन किया जाता है और जो जैव ईंधन उत्पन्न होता है उसका उपयोग बाजार की कैंटीन में खाना बनाने के लिए किया जाता है - क्या यह एक अद्भुत प्रयास नहीं है! हरियाणा के पंचकुला के बडौत ग्राम पंचायत ने एक ऐसा ही अद्भुत कारनामा हासिल किया है। इस पंचायत को पानी निकासी की समस्या का सामना करना पड़ा। इस वजह से गंदा पानी इधर-उधर फैल रहा था, बीमारी फैल रही थी, लेकिन, बडौत के लोगों ने फैसला किया कि वे इस पानी की बर्बादी से भी धन पैदा करेंगे। ग्राम पंचायत ने एक स्थान पर एकत्रित होने के बाद गाँव से आने वाले गंदे पानी को छानना शुरू कर दिया, और इस फ़िल्टर्ड पानी का उपयोग अब गाँव के किसानों द्वारा सिंचाई के लिए किया जा रहा है, जिससे वे प्रदूषण, गंदगी और बीमारी से मुक्त होते हैं और खेतों की सिंचाई करते हैं भी। मित्रों, पर्यावरण की सुरक्षा कैसे आय का मार्ग खोल सकती है इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी देखा गया था। सदियों से अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र में 'मोन शुगु' नामक एक प्रकार का कागज बनाया जाता है। यहां के स्थानीय लोग इस पेपर को शुगु शेंग नामक पौधे की छाल से बनाते हैं, इसलिए इस पेपर को बनाने के लिए पेड़ों को काटना नहीं पड़ता है। इसके अलावा, इस कागज को बनाने में किसी भी रसायन का उपयोग नहीं किया जाता है, इस प्रकार, यह कागज पर्यावरण के लिए और स्वास्थ्य के लिए भी सुरक्षित है। एक समय था जब इस कागज का निर्यात किया गया था लेकिन आधुनिक तकनीकों के साथ, बड़ी मात्रा में कागज बनने लगे और इस स्थानीय कला को बंद होने के कगार पर पहुंचा दिया गया। अब एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता गोम्बू ने इस कला को फिर से जीवंत करने का प्रयास किया है, इससे वहां के आदिवासी भाई-बहनों को भी रोजगार मिल रहा है।मैंने केरल से एक और समाचार देखा है जो हमें अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराता है। केरल के कोट्टायम में एक बुजुर्ग दिव्यांग हैं, एन.एस. राजप्पन साहब। पक्षाघात के कारण, राजप्पन चलने में असमर्थ हैं, लेकिन इससे स्वच्छता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता प्रभावित नहीं हुई है। पिछले कई सालों से वे वेम्बनाड झील में नाव से जा रहे हैं और झील में फेंकी गई प्लास्टिक की बोतलों को निकाल रहे हैं। सोचो, राजप्पन जी का विचार कितना महान है! राजप्पन जी से प्रेरणा लेते हुए, हमें भी, जहाँ भी संभव हो, स्वच्छता के लिए अपना योगदान देना चाहिए। मेरे प्यारे देशवासियो, आपने कुछ दिन पहले देखा होगा कि भारत की चार महिला पायलटों ने सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका से बैंगलोर के लिए नॉन-स्टॉप उड़ान की कमान संभाली थी। दस ��जार किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने वाले इस विमान ने भारत में दो सौ से अधिक यात्रियों को उतारा। आपने इस बार 26 जनवरी की परेड में भी देखा होगा, जहाँ भारतीय वायु सेना की दो महिला अधिकारियों ने नया इतिहास रचा था। जो भी क्षेत्र हो, देश की महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है, लेकिन, अक्सर हम देखते हैं कि, देश के गांवों में होने वाले समान परिवर्तनों की बहुत चर्चा नहीं है, इसलिए, जब मुझे यह खबर मिली मध्य प्रदेश के जबलपुर में मुझे लगा कि मुझे 'मन की बात' में इसका उल्लेख करना चाहिए। यह खबर बहुत ही प्रेरणादायक है। जबलपुर के चिचगाँव में कुछ आदिवासी महिलाएँ एक राइस मिल में दिहाड़ी पर काम कर रही थीं। जिस तरह कोरोना महामारी ने दुनिया के हर व्यक्ति को प्रभावित किया, उसी तरह ये महिलाएं भी प्रभावित हुईं। उनके राइस मिल में काम बंद हो गया। स्वाभाविक रूप से, उनकी आय भी प्रभावित हुई, लेकिन वे निराश नहीं हुए; उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने फैसला किया कि सामूहिक रूप से वे अपनी चावल मिल शुरू करेंगे। जिस मिल में वे काम करते थे, वह उसकी मशीन भी बेचना चाहती थी। इन महिलाओं में से एक, मीना राहंगडाले जी ने सभी महिलाओं को जोड़कर एक 'स्वयं सहायता समूह' का गठन किया और उन सभी ने अपनी बचत से पूंजी जुटाई। जो भी धनराशि कम थी, उसे बैंक से ऋण के रूप में अजीविका मिशन के तत्वावधान में खट्टा कर दिया गया था, और अब देखिए, इन आदिवासी बहनों ने वही चावल मिल खरीदे जिसमें उन्होंने एक बार काम किया था! आज वे अपना राइस मिल चला रहे हैं। इस अवधि के भीतर, इस मिल ने भी लगभग तीन लाख रुपये का लाभ कमाया है। इस लाभ के साथ, मीना जी, और उनके सहयोगी, बैंक ऋण चुकाने की व्यवस्था कर रहे हैं और फिर अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए रास्ते तलाश रहे हैं। कोरोना ने जो भी परिस्थितियां बनाईं, उनका मुकाबला करने के लिए देश के हर कोने में इस तरह के अद्भुत प्रयास हुए हैं।मेरे प्यारे देशवासियों, अगर मैं आपसे बुंदेलखंड का जिक्र करूं तो आपके दिमाग में क्या-क्या चीजें आएंगी? इतिहास में रुचि रखने वाले इस क्षेत्र को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से जोड़ेंगे। वहीं, कुछ लोग सुंदर और निर्मल ओरछा के बारे में सोचेंगे। और कुछ लोगों को इस क्षेत्र की अत्यधिक गर्मी की स्थिति भी याद होगी, लेकिन, इन दिनों यहां कुछ अलग हो रहा है जो काफी दिलकश है, और जिसके बारे में हमें पता होना चाहिए। हाल ही में, झाँसी में एक महीने का 'स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल' शुरू हुआ। हर कोई हैरान है - स्ट्राबेरी और बुंदेलखंड! लेकिन, यह सच्चाई है। अब, बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है, और झांसी की बे��ियों में से एक - गुरलीन चावला ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है! एक लॉ स्टूडेंट गुरलीन ने स्ट्रॉबेरी की खेती को सफलतापूर्वक अपने घर पर किया और फिर अपने खेत में यह उम्मीद जगाई कि झांसी में भी यह संभव है। झाँसी का स्ट्राबेरी उत्सव 'स्टे एट होम' की अवधारणा पर जोर देता है। इस त्यौहार के माध्यम से, किसानों और युवाओं को अपने घर के पीछे, या टैरेस गार्डन में खाली जगहों पर बागवानी करने और स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। नई तकनीक की मदद से, देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, स्ट्रॉबेरी जो कभी पहाड़ियों से पहचानी जाती थी, अब कच्छ के रेतीली मिट्टी में भी खेती की जा रही है, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी। दोस्तों, स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल जैसे प्रयोग न केवल इनोवेशन की भावना को प्रदर्शित करते हैं; वे हमारे देश के कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों को अपना रहे हैं। मित्रों, सरकार कृषि को आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और उस दिशा में कई कदम भी उठा रही है। सरकार के प्रयास भविष्य में भी जारी रहेंगे।मेरे प्यारे देशवासियो, कुछ दिन पहले मैंने एक वीडियो देखा। वह वीडियो पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर के नाया पिंगला गाँव के चित्रकार सरमुद्दीन का था। वह खुशी जाहिर कर रहे थे कि रामायण पर आधारित उनकी पेंटिंग दो लाख रुपये में बिकी थी। इससे उनके साथी ग्रामीणों को भी बहुत खुशी हुई। इस वीडियो को देखने के बाद, मैं इसके बारे में और जानने के लिए उत्सुक था। इस संदर्भ में, मुझे पश्चिम बंगाल से संबंधित एक बहुत अच्छी पहल के बारे में पता चला, जिसे मैं आपके साथ साझा करना चाहूंगा। पर्यटन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय ने महीने की शुरुआत में बंगाल के गांवों में एक 'अतुल्य भारत सप्ताहांत भगदड़' शुरू की। पश्चिम मिदनापुर, बांकुरा, बीरभूम, पुरुलिया, पूर्वी बर्धमान के हस्तशिल्प कारीगरों ने आगंतुकों के लिए हस्तशिल्प कार्यशाला का आयोजन किया। मुझे यह भी बताया गया कि इनक्रेडिबल इंडिया वीकेंड गेटवे के दौरान हस्तशिल्प की कुल बिक्री हस्तशिल्प कारीगरों के लिए बहुत उत्साहजनक है। लोग हमारे कला रूपों को देश भर में रोजगार के नए तरीकों को लोकप्रिय बना रहे हैं। राउरकेला, ओडिशा के भाग्यश्री साहू को देखें। हालाँकि वह इंजीनियरिंग की छात्रा है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में उसने पेटचिट्रा की कला सीखना शुरू कर दिया और उसे इसमें महारत हासिल है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि उसने कहाँ से पेंटिंग शुरू की है - सॉफ्ट स्टोन्स, सॉफ्ट स्टोन्स पर। कॉलेज के रास्ते में, भाग्यश्री को ये सॉफ्ट स्टोन्स मिले, उन्होंने उन्हें इकट्ठा ��िया और उन्हें साफ किया। बाद में, उसने इन पत्थरों को हर दिन दो घंटे के लिए पट्टचित्र शैली में चित्रित किया। इन पत्थरों को पेंट करने के बाद, उसने उन्हें अपने दोस्तों को सौंपना शुरू कर दिया। लॉकडाउन के दौरान, उसने बोतलों पर पेंटिंग करना भी शुरू कर दिया। और अब, वह भी इस कला के रूप में कार्यशालाओं का आयोजन करती है। कुछ दिनों पहले, सुभाष बाबू की जयंती पर, भाग्यश्री ने उन्हें पत्थर पर की गई अनूठी श्रद्धांजलि दी। मैं उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। आर्ट और कलर्स के माध्यम से बहुत कुछ नया सीखा और किया जा सकता है। मुझे झारखंड के दुमका में इसी तरह की एक उपन्यास पहल के बारे में बताया गया था। वहां के एक मिडिल स्कूल के एक प्रिंसिपल ने बच्चों को सीखने और सिखाने में मदद करने के लिए गाँव की दीवारों को अंग्रेजी और हिंदी वर्णमाला के अक्षरों से रंग दिया; साथ में विभिन्न चित्र भी चित्रित किए गए हैं जो गाँव के बच्चों की बहुत मदद कर रहे हैं। मैं ऐसे सभी व्यक्तियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं जो इस तरह की पहल में शामिल हैं।मेरे प्यारे देशवासियों, भारत से हजारों किलोमीटर दूर, कई महासागरों और महाद्वीपों में, एक देश है - चिली। भारत से चिली पहुंचने में बहुत समय लगता है। हालाँकि, भारतीय संस्कृति की सुगंध लंबे समय से है। एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि योग वहां बेहद लोकप्रिय है। आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि चिली की राजधानी सैंटियागो में 30 से अधिक योग विद्यालय हैं। चिली में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को भी धूमधाम से मनाया जाता है। मुझे बताया गया है कि योग दिवस के लिए हाउस ऑफ डेप्युटी उत्साह से भरी है। कोरोना के इन समय में, योग की शक्ति के माध्यम से प्रतिरक्षा और इसे मजबूत करने के तरीकों पर एक तनाव के साथ, अब वे योग को अधिक महत्व दे रहे हैं। चिली कांग्रेस, जो कि उनकी संसद है, ने एक प्रस्ताव पारित किया है। वहां, 4 नवंबर को राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया है। अब, आप सोच रहे होंगे कि, ४ नवंबर का दिन क्या खास है! 4 नवंबर 1962 को जोस राफेल एस्ट्राडा द्वारा चिली में पहला योग संस्थान स्थापित किया गया था। इस दिन को राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित करके, एस्ट्राडा जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। चिली की संसद द्वारा यह एक विशेष सम्मान है, जिस पर हर भारतीय गर्व करता है। वैसे, चिली की संसद के बारे में एक और पहलू है, जो आपको दिलचस्पी देगा। चिली सीनेट के उपाध्यक्ष का नाम रबींद्रनाथ क्विनटोस है। उनका नाम विश्व कवि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर से प्रेरित होकर रखा गया है। मेरे प्यारे देशवासियों, मेरा अनुरोध है कि जालौन, महाराष्ट्र के डॉ। स्वप्निल मन्त्री और पालकोट के केरल से प्रह्लाद राजगोपालन, MyGov पर केरल में मान की बात में 'सड़क सुरक्षा' पर बात करें। यह बहुत ही महीना है, 18 जनवरी से 17 फरवरी तक, हमारा देश सड़क सुरक्षा माह का पालन कर रहा है। न सिर्फ हमारे देश में बल्कि दुनिया भर में सड़क दुर्घटनाएं चिंता का विषय हैं। आज, भारत में, सरकार के साथ-साथ व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर सड़क सुरक्षा के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। हम सभी को जीवन बचाने के इन प्रयासों में सक्रिय हितधारक बनना चाहिए। दोस्तो, आपने देखा होगा कि बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन जिन रास्तों से गुजरता है, वहां कई नए नारे देखने को मिलते हैं। सड़कों पर सावधान रहने के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए is यह हाईवे नहीं रनवे है या ‘लेट मिस्टर लेट मिस्टर’ जैसे नारे काफी प्रभावी हैं। अब आप ऐसे नवीन नारे भी भेज सकते हैं या MyGov पर वाक्यांशों को पकड़ सकते हैं। इस अभियान में आप से भी अच्छे नारे लगवाए जाएंगे।दोस्तों, सड़क सुरक्षा के बारे में बोलते हुए, मैं कोलकाता के अपर्णा दास जी से NaMo ऐप पर प्राप्त एक पोस्ट का उल्लेख करना चाहूंगा। अपर्णा जी ने मुझे 'फस्टैग प्रोग्राम' पर बोलने के लिए कहा है। वह कहती हैं कि 'फस्टैग' के साथ यात्रा का अनुभव बदल गया है। यह न केवल यात्रा समय बचाता है; टोल प्लाजा पर रुकने, नकद भुगतान की चिंता जैसी समस्याएं भी खत्म हो गई हैं। अपर्णा जी भी सही हैं! पहले हमारे टोल प्लाजा को पार करने में एक वाहन को औसतन 7 से 8 मिनट लगते थे। हालाँकि, ag FASTag ’के उद्भव के बाद से, यह समय औसतन लगभग डेढ़ मिनट से 2 मिनट तक कम हो गया है। टोल प्लाजा पर इस कम प्रतीक्षा समय के कारण, ईंधन की भी बचत हो रही है। अनुमान है कि इससे हमारे देशवासियों के लगभग 21 हजार करोड़ रुपये बचेंगे। जिससे समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत हो रही है। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें, अपना ख्याल रखें और दूसरों की जिंदगी भी बचाएं। दोस्तों, यह यहाँ कहा गया है- "जलबिंदु निपात���न क्रमशः पूर्यते घटः", जिसका अर्थ है कि बूंद से गिरा, बर्तन भर गया। हमारे हर एक प्रयास से हमारे संकल्प की प्राप्ति होती है। इसलिए, जिन लक्ष्यों के साथ हमने 2021 में शुरुआत की थी, हम सभी को मिलकर उन्हें पूरा करना होगा। आइए, इस वर्ष को सार्थक बनाने के लिए हम सब मिलकर काम करें। अपने संदेश, अपने विचार भेजते रहें। हम अगले महीने फिर मिल��ंगे। इति विदा पञ्चमिलनाय।
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abhay121996-blog · 3 years ago
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शाहनवाज हुसैन ने किया बरौनी औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण Divya Sandesh
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शाहनवाज हुसैन ने किया बरौनी औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण
बेगूसराय। बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को बेगूसराय के बरौनी स्थित औद्योगिक क्षेत्र एवं बियाडा द्वारा विस्तारित किए जा रहे नए औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने विभिन्न औद्योगिक समूह और उद्योग से जुड़े लोगों से औद्योगिक संरचना विकास के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने पेप्सी के निर्माणाधीन बॉटलिंग प्लांट क�� भी निरीक्षण किया, जहां कि इस साल के अंतिम तक उत्पादन शुरू हो जाने की संभावना है। एक दिवसीय दौरा पर बेगूसराय पहुंचे शाहनवाज हुसैन का बेगूसराय एवं आसपास कार्यरत उद्योगों के प्रतिनिधियों, पेप्सिको इंडिया, गेल इंडिया, सुधा डेयरी तथा अन्य उद्योगों के प्रतिनिधियों ने जोरदार स्वागत किया। शाहनवाज हुसैन ने सबसे पहले जीरोमाइल में स्थित राष्ट्रपति रामधारी सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।
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इसके बाद होटल युवराज में बेगूसराय और बरौनी में कार्यरत कई उद्योगों के प्रतिनिधि और क्षेत्र के शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की और उनके साथ परिचर्चा कर उद्योगों के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा किया। बीहट में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राम लखन सिंह से मुलाकात कर गौशाला और बन रहे ठाकुरबाड़ी का मुआयना किया। बीहट के बाद उद्योग मंत्री ने बियडा के नए औद्योगिक क्षेत्र इंडस्ट्रियल ग्रोथ सेंटर में बन रहे वरुण बेवरेज (पेप्सी) बॉटलिंग प्लांट का का निरीक्षण कर साइट प्लान देखा। इस दौरान उन्होंने परिसर में पौधारोपण भी किया।
उन्होंने कहा कि बेगूसराय के बरौनी स्थित नए औद्योगिक क्षेत्र में पेप्सी का बॉटलिंग प्लांट 55 एकड़ एरिया में बन रहा है। जिसमें इस साल के अंत तक पहले फेज का काम पूरा करने और प्रोडक्शन शुरू करने का टारगेट है। यह प्लान जहां स्थानीय लोगों को रोजगार देगा, वहीं आसपास रोजगार की संभावना भी विकसित होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। पेप्सी का यह प्लांट औद्योगिक विकास की नई गाथा लिखेगा। इससे पहले सर्किट हाउस में उन्होंने बेगूसराय में उद्योगों के विकास एवं अन्य विषय पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह, वीआईपी जिलाध्यक्ष जय राम सहनी, हम जिलाध्यक्ष पीयूष कुमार आदि केेे साथ चर्चा किया।
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nationalnewsindia · 2 years ago
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