#बाथरूम के लिए वास्तु टिप्स
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*🚩🔱ॐगं गणपतये नमः 🔱🚩*
🌹 *सुप्रभात जय श्री राधे राधे*🌹
📖 *आज का पंचांग, चौघड़िया व राशिफल (चतुर्दशी तिथि)*📖
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
*आपको और आपके पूरे परिवार को त्याग, समर्पण, अपनत्व, स्नेह, वात्सल्य और रक्षा के पर्व रक्षाबंधन, और भगवान लव-कुश के जन्मदिवस की अनन्त कोटि- कोटि शुभकामनाएं*
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
दिनांक:-30-अगस्त-2023
वार:----------बुधवार
तिथी :--------14चतुर्दशी:-10:59
पक्ष:----------शुक्लपक्ष
माह:----------द्बितीय श्रावण
नक्षत्र:---------धनिष्ठा:-20:47
योग:----------अतिगंड:-21:33
करण:---------वणिज:-10:58
चन्द्रमा:-------मकर10:19कुम्भ
सुर्योदय:-------06:20
सुर्यास्त:--------18:56
दिशा शूल---------उत्तर
निवारण उपाय:---गुड का सेवन
ऋतु :---------------वर्षा-शरद ऋतु
गुलीक काल:---10:53से 12:27
राहू काल:-------12:27से14:02
अभीजित-------- नहीं है
विक्रम सम्वंत .........2080
शक सम्वंत ............1945
युगाब्द ..................5125
सम्वंत सर नाम:------पिंगल
🌞चोघङिया दिन🌞
लाभ:-06:20से07:54तक
अमृत:-07:54से09:28तक
शुभ:-11:03से12:37तक
चंचल:-15:37से 17:21तक
लाभ:-17:21से 18:56तक
🌓चोघङिया रात🌗
शुभ:-20:24से21:50तक
अमृत :-21:50से23:15तक
चंचल :-23:15से00:40तक
लाभ :-03:31से04:56तक
🙏आज के विशेष योग 🙏
वर्ष का161वाँ दिन, भद्रा प्रारम्भ
10:58से21:02 पृथ्वी-लोक अशुभ(दिशा) नैर्ऋत्य, रक्षाबंधन रात्रि 09:02 पश्चात, पूर्णिमा व्रत, नारिरली पूर्णिमा (दमन), कोकिला व्रत पूर्ण, संस्कृत दिवस,बुध अस्त पश्चिम में 14:43, शुक्ल यजु:-अथर्व तैतरीय श्रावणी,हयग्रीय जयंती, अवनी जयंती, कुलधर्म, झूलनयात्रा समाप्त, अन्वाधान, बलभद्र पूजा (उड़ीसा), पंचक प्रारम्भ 10:19, वज्रमुसलयोग 06:13से 20:47, राजयोग 10:58 से 20:47, कजरी पर्व (मध्य भारत), श्रवण पूजन, ऋषितर्पण, काण्वमाध्यन्दिन कात्या, अथर्वदेयी उपाकर्म, श्रावणी मरुस्थल,
*राखी बांधने का समय*:-
30अगस्त2023 को पूर्णिमा तिथि प्रातः 10:59से प्रारंभ हो जायेगी,इस दिन भद्रा 10:59से रात्रि 09:02तक रहेगी, अतः भद्रा प्रारम्भ के पूर्व एवं समाप्ति के पश्चात रक्षासूत्र (राखी) बांधें
👉वास्तु टिप्स👈
घर में बाथरूम और टॉयलेट एक साथ हैं तो आपके बाथरूम का प्रवेश द्वार उत्तरी या पूर्वी दीवार पर होना चाहिए।
🎗🏵🎗 *रक्षाबंधन -*
सनातन परंपरा में किसी भी कर्मकांड व अनुष्ठान की पूर्णाहुति बिना रक्षासूत्र बांधे पूरी नहीं होती। प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर लड़कियां और महिलाएं पूजा की थाली सजाती हैं।
थाली में राखी के साथ रोली या हल्दी, चावल, दीपक व मिष्ठान्न आदि होते हैं। पहले अभीष्ट देवता और कुल देवता की पूजा की जाती है, इसके बाद रोली या हल्दी से भाई का टीका करके उसकी आरती उतारी जाती है व दाहिनी कलाई पर राखी बांधी जाती है।
भाई, बहन को उपहार अथवा शुभकामना प्रतीक कुछ न कुछ भेंट अवश्य देते हैं और उनकी रक्षा की प्रतिज्ञा लेते हैं। यह एक ऐसा पावन पर्व है, जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को पूरा आदर और सम्मान देता है। रक्षाबंधन के अनुष्ठान के पूरा होने तक व्रत रखने की भी परंपरा है।
यह रक्षाबंधन का अभीष्ट मंत्र है :-
*'येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबल |*
*तेन त्वामभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल' ||*
अर्थात जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, उसी रक्षाबंधन से मैं तुम्हें बांधता हूं, जो तुम्हारी रक्षा करेगा।
*🌅सुविचार🌅👏*
रक्षा के पवित्र बंधन को सदा निभा��ये, अनमोल है बहनों पर सदां स्नेह लुटाइये।👍🏻
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*वजन कम करने के लिए आसान योग -*
*उष्ट्रासन -*
उष्ट्रासन स्लिम और टोनिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योग आसन है। यह आपके कमर के आकार को कम करने में मदद करता है क्योंकि यह विशेष रूप से शरीर के उसी क्षेत्र पर काम करता है।
*उष्ट्रासन करने की विधि -*
सबसे पहले खाली पेट किसी खुली हवादार जगह पर एक चटाई बिछाकर बैठ जाएं। दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाएं और उसके बाद धीरे-धीरे दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर बैठ जाए। यह ठीक उसी तरह है जैसे आप वज्रासन की स्थिति में बैठते हैं। फिर धीरे-धीरे घुटनों के बल उपर की तरफ उठें और झुकते हुए पहले हाथ को पहली ऐड़ी और वैसे ही दूसरे हाथ को दूसरे पैर की ऐड़ी पर लगाएं। आप 10 से 15 सेकेंड इस स्थिति में रहें। फिर वापस पहले वाली स्थिति में आ जाएं।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली होगी। धनार्जन होगा। चोट व रोग से बचें। व्यवसाय ठीक चलेगा। मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा के अवसर आएंगे। आमदनी में सुधार होगा। व्यापारिक स्थायित्व बढ़ेगा। मांगलिक उत्सवों में भाग लेंगे।
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। नई योजना बनेगी। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जीवनसाथी को सम्मान मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। जोखिम के कामों से दूर रहें। नौकरी में ऐच्छिक स्थानांतरण, पदोन्नति के योग हैं। अध्ययन में रुचि बढ़ेगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
तीर्थदर्शन हो सकता है। महत्वपूर्ण व्यक्तियों से मेलजोल बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष की चिंता रहेगी। समस्याओं का हल ढूँढ सकेंगे। कर्ज लेने की प्रवृत्ति का त्याग करें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। क्रोध-चिड़चिड़ाहट से कार्य नहीं करें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
जल्दबाजी न करें। विवाद से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। सोच-विचार के अनुरूप स्थितियां रह पाएंगी। व्यावसायिक प्रयास सफल होने के आसार हैं। परिवार में धार्मिक, मांगलिक कार्य हो सकते हैं।
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। प्रभावशाली व्यक्ति सहायता करेंगे। धनार्जन होगा। मानसिक-वैचारिक श्रेष्ठ��ा रहेगी। आर्थिक स्थितियां विशेष लाभप्रद बन पाएंगी। दांपत्य जीवन संतोषप्रद ��हेगा। व्यर्थ लोभ-लालच नहीं रखें।
👱🏻♀ *राशि फलादेश कन्या* :-
घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भूमि व भवन आदि की खरीद-फरोख्त संभव है। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार में अपने कार्य को महत्व देंगे। महत्वपूर्ण काम समय पर पूरे हो पाएंगे। नए कार्यों की योजना बनेगी। आशानुरूप लाभ होने के योग हैं।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
चोट व रोग से बचें। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। निवेशादि लाभप्रद रहेंगे। परिवार के सदस्यों की तरक्की होगी। आमदनी से अधिक व्यय न करें। अपने कामों के प्रति सजगता रखना आवश्यक है।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। दु:खद समाचार मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। भागदौड़ रहेगी। कामकाज की अधिकता से तनाव बढ़ेगा। व्यावहारिक परेशानियां रहेंगी। छोटी-बड़ी तात्कालिक समस्याएं विचलित रखेंगी। व्यापारिक असंतोष रहेगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। लाभ होगा। दूसरों के व्यवहार से लाभ होगा। पूर्व नियोजित योजनाओं का क्रियान्वयन संभव है। रुके कार्यों की चर्चा होगी। संतान के कामों से सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
अतिथियों का आवागमन रहेगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। बेचैनी रहेगी। मान बढ़ेगा। झंझटों में न पड़ें। सहयोग, मार्गदर्शन नहीं मिल पाएगा। अर्थ संबंधी विवाद हो सकते हैं। संतान की चिंता रहेगी। सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेना होगा। पारिवारिक कामकाज स्थगित रहेंगे।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
महत्वपूर्ण कार्यसिद्धि हो सकती है। मनोरंजक यात्रा होगी। निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। प्रमाद न करें। व्यावसायिक स्थिति में सुधार संभव है। कामकाज में मन लगेगा। निजी कार्यों में सावधानी, सतर्कता रखें। रुका पैसा प्राप्त होगा।
🐋 *राशि फलादेश मीन* :-
कुसंगति से बचें। यात्रादि में जोखिम न लें। लेन-देन में सावधानी रखें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। धैर्य रखें। आय से अधिक व्यय से आर्थिक तंगी आने की आशंका है। साधारण मतभेद, चिड़चिड़ाहट रह सकती है। दूसरों के कहने में नहीं रहें। व्यापार मध्यम रहेगा।
※══❖═══▩राधे राधे▩═══❖══※
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वास्तुशास्त्र: इस तरह की गलतियाँ करने पर पैसे की तंगी घर पर नहीं आती!
वास्तुशास्त्र: इस तरह की गलतियाँ करने पर पैसे की तंगी घर पर नहीं आती!
नकारात्मक ऊर्जा और वास्तु दोष … कई बार हम अच्छी कमाई करते हैं, लेकिन फिर कभी पैसे में टिकता नजर नहीं आता है। कई लोग अक्सर इस बात का अनुभव जरूर करते हैं कि अचानक मुश्किल से कमाया हुआ धन अधिक खर्च होने लगता है। यह फिजूल, किसी को उधार देने या फिर बीमारियों के इलाज होने पर बढ़ जाता है। इसके अलावा घर में शांति की जगह अशांति, लड़ाई-झगड़े और नकारात्मकता हावी होने लगती है। वहाँ बनते हुए काम तक बिगड़ने…
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बेडरूम में कभी न रखें ये चीजें, वास्तु की इन 5 गलतियों से बर्बाद हो जाएगी जिंदगी!
बेडरूम में कभी न रखें ये चीजें, वास्तु की इन 5 गलतियों से बर्बाद हो जाएगी जिंदगी!
घर के लिए वास्तु टिप्स: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दिशा और उसके डिजाइन का विशेष ध्यान रखा जाता है। वास्तु शास्त्र के जानकार बताते हैं कि घर बनाते समय वास्तु के नियमों की अनदेखी करने से बुरे परिणाम हो सकते हैं। ऐसे में घर के मुख्य दरवाजे से लेकर बाथरूम और किचन तक हर चीज के लिए वास्तु के नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। काली नेम प्लेट ना पहनें वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार से…
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#दर्पण आपके घर या कार्यालय के वास्तु में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दर्पणों का स्थान बहुत मायने रखता है। और यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि दर्पण आपके घर के भीतर ऊर्जा बना या तोड़ सकते हैं।आने वाली सकारात्मक ऊर्जा मुख्य रूप से आपके घर में दर्पण लगाने के तरीके पर निर्भर करती है। कुछ प्लेसमेंट को नकारात्मक ऊर्जा में लाने के लिए माना जाता है जबकि कुछ को सकारात्मक ऊर्जा के आगमन के लिए एकदम सही माना जाता है।1. दर्पण प्लेसमेंट पर सामान्य वास्तु टिप्स यदि आप अपने बाथरूम में दर्पण रखने की योजना बना रहे हैं, तो उन्हें उत्तर या पूर्व में रखें। 2. यदि आपके पास घर के केंद्र में एक दीवार है, तो आप घर को जुड़ा रखने के लिए एक दर्पण रख सकते हैं। 3. कभी भी एक दूसरे के सामने दो दर्पण न रखें। वास्तु शास्त्र पूरी तरह से इसके खिलाफ है क्योंकि इससे बेचैनी हो सकती है। 4. बाथरूम के अलावा, दर्पण को कभी भी उत्तर या पूर्व में न रखें क्योंकि इससे सकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है। सुनिश्चित करें कि दर्पण ऐसे नहीं लगाए गए हैं कि आपकी छवि दर्पण में परिलक्षित हो। 5. कभी भी मुख्य द्वार के सामने दर्पण नहीं लगाना चाहिए। ये कुछ कर रहे हैं और दर्पण नियुक्ति के लिए विशाल सुझावों की नहीं है। यह पूरी सकारात्मक ऊर्जा की गारंटी दे सकता है यदि आप उनका पालन करते हैं।
#jyotish#vastutipsforhome#astrology#mirrortips#vastuformirror#vastuexpert#vastushastra#vastu#vastutips
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Vastu tips: ऐसे रखे पानी की भरी बाल्टी, किस्मत बदलते देर नहीं लगेगी
घर पर अगर ऊर्जा का प्रवाह सकारात्मक होने की बजाए नकारात्मक हो तो घर में रहने वाले लोगों में के मन में बुरा असर पड़ता है। रिश्तों जैसे कि उनके आपसी रिश्तों में कड़वाहट होने जैसी दिक्क़ते आ सकती हैं। लेकिन अगर यह ऊर्जा सकारात्मक हो तो घर में खुशियां देखने को मिलेंगी। वास्तु शास्त्र में ऐसे ही कई उपाय बताए गए हैं जिसे आप अपनी लाइफ में उतारकर अपने घर में खुशियां ला सकते हैं। इसके आपको कुछ भी पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है परन्तु घर के इंटीरियर और कुछ समान को सही दिशा और स्थान में रखकर वास्तु दोष से निवारण हो सकता है |
फेंगशुई टिप्स:-
बाथरूम के वास्तु को भी रखें ध्यान- कई हम पूरे घर के इंटीरियर को वास्तु के अनुसार सजाने के साथ ही बाथरूम का भी खास ध्यान रखना जरूरी है। बाथरूम यदि पानी की भरी बाल्ट रखी जाए तो घर में खुशियां आती हैं और घर में लक्ष्मी का वास होता है। कहा जाता है बाल्टी की पानी भरी रहने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती।
फेंगसुई के अनुसार बाथरूम के लिए हल्के नीले रंग की बाल्टी अच्छी होती है। इस बाल्टी को भर के रखने से घर में पैसों की कमी नहीं होती।
बाथरूम में भी दोष हो सकता है। बाथरूम के दरवाजे के ठीक सामने शीशा लगाएं। एक से ज्यादा दर्पण बाथरूम में न लगाएं।
दक्षिण- पश्चिम दिशा में पूरे परिवार की तस्वीर लगाने से रिश्तों में मधुरता आती है। कहा जाता ह��� कि इस दिशा में संयुक्त परिवार की तस्वीर लगाने से कभी बंटवारे जैसी नौबत नहीं आती है। बेडरूम के दक्षिण-पश्चिम कोने में पति-पत्नी की फोटो लगाने से उनके बीच प्रेम बढ़ता है।
फेंगशुई में तीन टांगों वाला मेंढक बहुत भाग्यशाली माना जाता है। इसे अपने घर के भीतर मुख्य दरवाजे के आसपास रखना चाहिए। इसे किचन या शौचालय के भीतर न रखें।
https://kisansatta.com/vastu-tips-such-a-bucket-full-of-water-it-will-not-take-long-to-change-the-luck/ #ItWillNotTakeLongToChangeTheLuck, #VastuTipsSuchABucketFullOfWater it will not take long to change the luck, Vastu tips: Such a bucket full of water Religious, Trending #Religious, #Trending KISAN SATTA - सच क�� संकल्प
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बाथरूम और किचन पास-पास हो तो बढ़ते हैं वास्तु दोष; घर में तुलसी, मनी प्लांट और शमी के पौधे लगाना शुभ रहता है
बाथरूम और किचन पास-पास हो तो बढ़ते हैं वास्तु दोष; घर में तुलसी, मनी प्लांट और शमी के पौधे लगाना शुभ रहता है
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वास्तु की बातों का ध्यान रखने से घर में बनी रहत��� है सकारात्मकता
दैनिक भास्कर
Jun 10, 2020, 11:58 PM IST
वास्तु शास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा खत्म करने के नियम बताए गए हैं। अगर वास्तु के नियमों का पालन किया जाए तो घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो सकती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य और वास्तु विशेषज्ञ पं. मनीष शर्मा से जानें घर के लिए कुछ खास वास्तु टिप्स…
घर में कभी भी…
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!! वास्तु टिप्स !! Scientific Vastu by Dr. Anand Bhardwaj Ph.- 9811656700, 9999256700 www.vaastu-india.com बाथरूम, पानी का टैंक व सीढ़ियॉ गलत दिशा में हैं, क्या करूॅ? आज के समय में वास्तु-विपरीत चीजों को तोड़ना-फोड़ना व कहीं और शिफ्ट करना जरूरी नहीं है। यहां तक कि जिन चीजों जैसे सीढ़ी, पूजा स्थान, टॉयलेट, स्टोर, कमरे, किचन, मेन गेट आदि को हम कई बार गलत दिशा में पाते हैं तो भी मेरे द्वारा प्रयोग में लाये जाने वाले आधुनिक वैज्ञानिक इन्स्ट्रमेन्ट द्वारा कभी कभी ऐसा भी मिलता है कि ये सब वास्तु- शास्त्रा में वर्जित दिशा में होते हुए भी आपके लिए किसी तरह की कोई नकारात्मक ऊर्जा नहीं उत्पन्न कर रहे हैं, तो जरा सोचें कि उनको तोड़फोड़ कर हटाना तो पैसे की बर्बादी ही होगी। बल्कि ऐसी चीजों की नेगेटिविटी को कई अन्य सरल तरीकों से आसानी से हटाया जा सकता है। अतः तोड़फोड़ का विचार मन से निकाल कर किसी योग्य वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लें।
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बेड रूम (शयन कक्ष) के स्थान और सामान के लिए वास्तु टिप्स
बेडरूम आपका वह स्थान जहां आप अपना सबसे ज्यादा समय बिताते हें| पुरे दिन काम करने के बाद यह स्थान आपके शरीर और दिमाग को आराम और शांति प्रदान करता है| यहाँ वास्तु शास्त्र के अनुसार शयन कक्ष के स्थान और चीजों के रखरखाव के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं |
बेड रूम के लिए उपयुक्त दिशाये:
मुख्य शयन कक्ष, जिसे मास्टर बेडरूम भी कहा जाता हें, घर के दक्षिण पश्चिम या उत्तर पश्चिम की ओर होना चाहिए | अगर घर में एक मकान की ऊपरी मंजिल है तो मास्टर ऊपरी मंजिल मंजिल के दक्षिण पश्चिम कोने में होना चाहिए |बच्चों का कमरा ��त्तर – पश्चिम या पश्चिम में होना चाहिए और मेहमानों के लिए कमरा (गेस्ट बेड रूम) उत्तर पश्चिम या उत्तर – पूर्व की ओर होना चाहिए|पूर्व दिशा में बने कमरा का अविवाहित बच्चों या मेहमानों के सोने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है |उत्तर – पूर्व दिशा में देवी – देवताओं का स्थान है इसलिए इस दिशा में कोई बेडरूम नहीं होना चाहिए | उत्तर – पूर्व में बेडरूम होने से धन की हानि , काम में रुकावट और बच्चों की शादी में देरी हो सकती है |दक्षिण – पश्चिम का बेडरूम स्थिरता और महत्वपूर्ण मुद्दों को हिम्मत से हल करने में सहायता प्रदान करता है |दक्षिण – पूर्व में शयन कक्ष अनिद्रा , चिंता , और वैवाहिक समस्याओं को जन्म देता है | दक्षिण पूर्व दिशा अग्नि कोण हें जो मुखरता और आक्रामक रवैये से संबंधित है | शर्मीले और डरपोक बच्चे इस कमरे का उपयोग करें और विश्वास प्राप्त कर सकते हैं | आक्रामक और क्रोधी स्वभाव के जो लोग है इस कमरे में ना रहे|उत्तर – पश्चिम दिशा वायु द्वारा शासित है और आवागमन से संबंधित है | इसे विवाह योग्य लड़किया के शयन कक्ष के लिए एक अच्छा माना गया है | यह मेहमानों के शयन कक्ष लिए भी एक अच्छा स्थान है|शयन कक्ष घर के मध्य भाग में नहीं होना चाहिए, घर के मध्य भाग को वास्तु में बर्हमस्थान कहा जाता है | यह बहुत सारी ऊर्जा को आकर्षित करता है जोकि आराम और नींद के लिए लिए बने शयन कक्ष के लिए उपयुक्त नहीं है |
बेड रूम में रखे सामान के लिए उपयुक स्थान:
सोते समय एक अच्छी नींद के नंद के लिए सिर पूर्व या दक्षिण की ओर होना चाहिए |वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार, पढ़ने और लिखने की जगह पूर्व या शयन कक्ष के पश्चिम की ओर होनी चाहिए | जबकि पढाई करते समय मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए |ड्रेसिंग टेबल के साथ दर्पण पूर्व या उत्तर की दीवारों पर तय की जानी चाहिए |अलमारी शयन कक्ष के उत्तर पश्चिमी या दक्षिण की ओर होना चाहिए | टीवी, हीटर और एयर कंडीशनर को दक्षिण पूर्वी के कोने में स्थित होना चाहिए |बेड रूम के साथ लगता बाथरूम, कमरे के पश्चिम या उत्तर में होना चाहिए |दक्षिण – पश्चिम , पश्चिम कोना कभी खाली नहीं रखा जाना चाहिए|यदि आप कोई सेफ या तिजोरी, बेड रूम में रखना चाहे तो उसे दक्षिण कि दिवार के साथ रख सकते हें, खुलते समय उसका मुंह धन की दिशा, उत्तर की तरफ खुलना चाहिए|
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बाथरूम और किचन पास-पास हो तो बढ़ते हैं वास्तु दोष; घर में तुलसी, मनी प्लांट और शमी के पौधे लगाना शुभ रहता है
बाथरूम और किचन पास-पास हो तो बढ़ते हैं वास्तु दोष; घर में तुलसी, मनी प्लांट और शमी के पौधे लगाना शुभ रहता है
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वास्तु की बातों का ध्यान रखने से घर में बनी रहती है सकारात्मकता
दैनिक भास्कर
Jun 10, 2020, 04:50 PM IST
वास्तु शास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा खत्म करने के नियम बताए गए हैं। अगर वास्तु के नियमों का पालन किया जाए तो घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो सकती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य और वास्तु विशेषज्ञ पं. मनीष शर्मा से जानें घर के लिए कुछ खास वास्तु टिप्स…
घर में कभी भी…
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कहीं आपके घर में वास्तु दोष तो नहीं ?
हमारा घर सुख समृद्धि से परिपूर्ण रहे। लेकिन उसके लिए हमें कुछ आसान वास्तु टिप्स पर ध्यान देना होगा क्यूंकि वास्तु एक ऐसा विज्ञान है जो ऊर्जाओं को संतुलित कर के हमें आसपास के वातावरण के सकरात्मक प्रभाव देता है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए सिर्फ मेहनत ही नहीं ,अपने भाग्य और वास्तु के विज्ञान समझना भी जरुरी है। तो आज हम बताएँगे कुछ ऐसे उपाय है जिनसे आपको निश्चित ही सकरात्मक ऊर्जा का अनुभव होगा और आपके जीवन में नयी उमंग और ऊर्जा का संचार होगा। तो चलिए कुछ उपायों पर एक नज़र डालते है :- नमक - कहते है के नमक प्रकृति का सबसे अनमोल उपहार है। नमक एक ऐसी औषधि है जो समुद्र मंथन से निकली है। इसलिए नमक का, हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। ना के सिर्फ खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए बल्कि घर की ऊर्जाओं को संतुलित करने में भी इसका बहुत बड़ा योगदान है। घर की सफाई करते वक़्त एक बाल्टी ��ानी में 1 चम्मच समुद्री नमक या सफ़ेद बारीक़ नमक पोछे की बाल्टी में डाल के पुरे घर में पोछा लगाने से ,घर की सारी नकरात्मक ऊर्जा और उसका प्रभाव ख़तम हो जाता है। ये कार्य गुरूवार को वर्जित है। बाकी दिन इस तरह से घर की सफाई करने से अच्छी ऊर्जाओं का संतुलन बना रहेगा। धातु का कछुआ रखना - वेदों और पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन के समय कछुए का अवतार लिया था। कछुए को धन समृद्धि और स्थायित्व का सूचक माना जाता है। इसलिए घर में पूजा स्थल या दक्षिण -पश्चिम दिशा में धातु या क्रिस्टल का कछुआ रखने से सकारत्मक ऊर्जा का संचालन होता है और इसे बहुत शुभ फलदायी माना जाता है। मिटटी का घड़ा - पहले के समय में अधिकतर बर्तन मिटटी के ही इस्तेमाल में लाये जाते थे। किन्तु आधुनिकता बढ़ती गयी और स्टील और नॉन स्टिक बर्तनों का चलन बढ़ता गया। परन्तु क्या हमने सोचा है के पहले के लोग मिटटी के बर्तन क्यों इस्तेमाल करते थे ? मिटटी ,प्रकृति का ही एक रूप है। ऐसा कहा जाता है मिटटी में माँ प्रकृति का वास होता है। इसलिए विशेष तौर पर पीने के पानी का बर्तन मिटटी का होना चाहिए। इससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और घर में बरकत बानी रहेगी। या आप अपने किचन के स्टोरेज में एक छोटे से मिटटी के घड़े को चावल या कोई भी अन्न जैसे गेहूं ,ज्वार या दाल भर कर रखने से आपके घर में सदैव माँ अन्नपूर्णा का वास रहेगा। लेकिन याद रहे इस घड़े को सबकी नज़रो से दूर सुरक्षित गुप्त स्थान पर रखें। पत्ते के गणेश जी - घर के मुख्य द्वार को सकरात्मक ऊर्जा और शुभता देने के लिए घर के मुख्य द्वार पर भगवान् गणेश की छोटी सी सिंदूरी फोटो चिपकाने से या पीपल के पत्तों से बने गणेशजी को लगाने से घर की सुख समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है। साथ ही घर पर आने वाले विघ्नों का नाश होता है। किन्तु याद रहे के गणेशजी के फोटो के आस पास सिंदूर से रिद्धि सिद्धि जरूर लिखें। बाथरूम और किचन की स्थिति - वास्तु विज्ञान के हिसाब से किसी भी घर में बाथरूम और किचन एकदूसरे के सामने नहीं होना चाहिए। ऐसा होने से बाथरूम की नकरात्मक ऊर्जा हमारा स्वास्थ्य ख़राब कर सकती है। यदि फिर भी आपके घर का इस तरह से कुछ अरेंजमेंट है तो इस बात का विशेष ध्यान रखें के बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रहे। Read the full article
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घर में रखें फेंगशुई से जुड़ी ये चीजें, चंद दिनों में बन जाएंगे लखपति
नई दिल्ली: पैसा एक ऐसी चीज होता है जो चाहे जितना आ जाए हमेशा कम ही लगता है। लोग ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लिए तरह-तरह के टोटके और पूजा-पाठ करते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके ऊपर हमेशा लक्ष्मी मां की कृपा बरसती रहे तो इसके लिए आपको न तो दिन-रात मंत्र जाप की जरूरत है। हमेशा मालामाल रहने के लिए आपको जरूरत है तो बस फेंगशुई से जुड़ी कुछ चीजों को घर में लाने की।
फेंगशुई में कुछ ऐसे टिप्स हैं जो कि धन लाभ और अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद शुभ माना जाता है। फेंगशुई के ज्यादातक टिप्स वास्तु शास्त्र से जुड़ा होते हैं इसलिए सिर्फ चीजों को लाना नहीं बल्कि उन्हें ठीक जगह पर लगाना भी बेहद जरूरी होता है।
अगर आप ऐसा करने में सफल होंगे तो आपके घर में दिन रात पैसे की बारिश होगी।
पानी की व्यवस्था-
उत्तर दिशा में हो पानी की व्यवस्था होना शुभ पाना जाता है। इस दिशा में आप पानी वाली चित्रकारी, पेंटिंग या फिर फाउंटेन भी लगवा सकते है। इसको लगाने से जीवन में सफलता के दरवाजे खुल जाते हैं।
विंड चाइम्स
घर की खिडकी या दरवाजे पर विंड चाइम्स लगना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इसकी खनकती आवाज घर में खुशहाली आती है। वास्तु के अनुसार विंड चाइम्स को लगाने से घर में धन की कमी नहीं रहती।
बैंबू ट्री-
बैंबू का पौधा घर के दक्षिण पूर्व हिस्से में रखा जाया तो जिंदगी भर पैसे की कोई समस्या नहीं होगी। इसे घर में लगाने से पॉजिटिविटी आती है।
बेड के नीचें कुछ भी न रखें
बेड के नीचें कुछ भी न रखें बल्कि ये एरिया हमेशा साफ रखें इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
आईना–
शीशा हमेशा घर की बायीं दीवार पर लगाएं।उत्तर में आईना रखना बहुत लाभकारी माना जाता है। इसके साथ ही घर की उत्तर दिशा में नीला रंग या काला रंग करवाने से पैसे संबंधित समस्याएं खत्म हो जाती है।
तीन टांगो वाला मेंढ़क
फेंगशुई टिप्स के अनुसार तीन टांगों वाला मेढ़क एक प्रकार से किस्मत जगाने के लिए शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये मेढ़क फेंग शुई मेंढक दुर्भाग्य के खिलाफ हमारी रक्षा करता है और घर के लिए अच्छा भाग्य और धन लाता है।
फेंगशुई टिप्स मेंढक सीधे जमीन पर ना रखें, और न ही बेडरूम में या अपने बाथरूम में इसे रखें। उसे एक ऊंची सतह पर रखें। इस मेढ़क को लाल कागज पर या लाल रिबन पर रखने की कोशिश करें।
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घर में रखें फेंगशुई से जुड़ी ये चीजें, चंद दिनों में बन जाएंगे लखपति
नई दिल्ली: पैसा एक ऐसी चीज होता है जो चाहे जितना आ जाए हमेशा कम ही लगता है। लोग ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लिए तरह-तरह के टोटके और पूजा-पाठ करते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके ऊपर हमेशा लक्ष्मी मां की कृपा बरसती रहे तो इसके लिए आपको न तो दिन-रात मंत्र जाप की जरूरत है। हमेशा मालामाल रहने के लिए आपको जरूरत है तो बस फेंगशुई से जुड़ी कुछ चीजों को घर में लाने की।
फेंगशुई में कुछ ऐसे टिप्स हैं जो कि धन लाभ और अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद शुभ माना जाता है। फेंगशुई के ज्यादातक टिप्स वास्तु शास्त्र से जुड़ा होते हैं इसलिए सिर्फ चीजों को लाना नहीं बल्कि उन्हें ठीक जगह पर लगाना भी बेहद जरूरी होता है।
अगर आप ऐसा करने में सफल होंगे तो आपके घर में दिन रात पैसे की बारिश होगी।
पानी की व्यवस्था-
उत्तर दिशा में हो पानी की व्यवस्था होना शुभ पाना जाता है। इस दिशा में आप पानी वाली चित्रकारी, पेंटिंग या फिर फाउंटेन भी लगवा सकते है। इसको लगाने से जीवन में सफलता के दरवाजे खुल जाते हैं।
विंड चाइम्स
घर की खिडकी या दरवाजे पर विंड चाइम्स लगना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इसकी खनकती आवाज घर में खुशहाली आती है। वास्तु के अनुसार विंड चाइम्स को लगाने से घर में धन की कमी नहीं रहती।
बैंबू ट्री-
बैंबू का पौधा घर के दक्षिण पूर्व हिस्से में रखा जाया तो जिंदगी भर पैसे की कोई समस्या नहीं होगी। इसे घर में लगाने से पॉजिटिविटी आती है।
बेड के नीचें कुछ भी न रखें
बेड के नीचें कुछ भी न रखें बल्कि ये एरिया हमेशा साफ रखें इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
आईना–
शीशा हमेशा घर की बायीं दीवार पर लगाएं।उत्तर में आईना रखना बहुत लाभकारी माना जाता है। इसके साथ ही घर की उत्तर दिशा में नीला रंग या काला रंग करवाने से पैसे संबंधित समस्याएं खत्म हो जाती है।
तीन टांगो वाला मेंढ़क
फेंगशुई टिप्स के अनुसार तीन टांगों वाला मेढ़क एक प्रकार से किस्मत जगाने के लिए शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये मेढ़क फेंग शुई मेंढक दुर्भाग्य के खिलाफ हमारी रक्षा करता है और घर के लिए अच्छा भाग्य और धन लाता है।
फेंगशुई टिप्स मेंढक सीधे जमीन पर ना रखें, और न ही बेडरूम में या अपने बाथरूम में इसे रखें। उसे एक ऊंची सतह पर रखें। इस मेढ़क को लाल कागज पर या लाल रिबन पर रखने की कोशिश करें।
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आपकी रसोईघर की ऐसी स्थिति है तो हो सकते है पराई स्त्री से अवैध संबंध वास्तुशास्त्र के सिद्धांत आजकल लोग वास्तुशास्त्र पर बहुत भरोसा करने लगे हैं। नया घर बनवाने की बात हो या फिर घर की मरम्मत करवानी हो, अब सब कुछ वास्तु के सिद्धांत के अनुसार ही होता दिखाई दे रहा है। ये बात सिर्फ हम ही नहीं कह रहे बल्कि आपने स्वयं भी नोटिस की होगी। प्राचीनतम विद्या यूं तो वास्तुशास्त्र भारत की प्राचीनतम विद्याओं में से एक है लेकिन आजकल इसे एक ट्रेंड के रूप में अपना लिया गया है। इसके चीनी नाम फेंग शुई के लिए तो लोग काफी उत्साहित रहते हैं। परेशानियों का हल वास्तुशास्त्र का उद्देश्य मानव जीवन की पारिवारिक और अन्य सभी ��रेशानियों को हल कर उसे एक सहज जीवन उपलब्ध कराना है। जो लोग इस विद्या पर विश्वास करते हैं वे अपनी परेशानियों से पार पाने का रास्ता खोज लेते हैं और जो इसे महत्व नहीं देते वे सब कुछ किस्मत के हाथ रहने देते हैं। किचन के लिए टिप्स जो लोग वास्तुशास्त्र पर विश्वास करते हैं उन्हें हम पहले ही बेडरूम, बाथरूम आदि से जुड़े वास्तु टिप्स बता चुके हैं। आज हम आपको घर के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से रसोईघर, जहां धन-धान्य की देवी लक्ष्मी का वास होता है, उससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाएंगे। महिलाओं का नाता देवी लक्ष्मी के साथ-साथ घर की महिलाओं का भी किचन से विशेष नाता होता है। वास्तु के अनुसार घर के आग्नेय कोण को किचन के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। लेकिन अगर ऐसा संभव ना हो पाए तो अन्य भी कई कोण या दिशाएं हैं जहां आप किचन बनवा सकते हैं। दक्षिण दिशा में किचन अगर घर के दक्षिण भाग में किचन मौजूद है तो इससे घर के लोगों को मानसिक रूप से अशांति होती है और घर के मालिक को बहुत क्रोध आता है और उसका स्वास्थ्य भी सही नहीं रहता। नैऋत्य कोण में रसोई घर के नैऋत्य कोण में रसोईघर स्थित होता है तो इससे पारिवारिक जनों की ऊर्जा हमें हमेशा बरकरार रहती है और दांपत्य जीवन में रोमांस बना रहता है। पश्चिम दिशा में रसोई का होना इस दिशा में किचन स्थित होने की वजह से घर की मुख्य महिला सारी खुशियां हासिल करती है। उसकी बहु-बेटियों के उसके साथ अच्छे संबंध रहते हैं। घर में खाद्यान्न की बर्बादी तो होती है लेकिन पारिवार जनों के बीच अच्छा तालमेल रहता है।
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जानें, क्या काला जादू केवल आपका बुरा ही कर सकता है या...
सद्गुरु स्वामी आनंदजी (आध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषीय चिंतक) टिप्स ऑफ द वीक * मान्यताएं कहती हैं कि हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के सस्वर पाठ से प्रस्फुटित ध्वनि के गुंजन से उत्प���्न ऊर्जा शनि के प्रकोपों की नकारात्मक शक्ति को कम करने में सहायक होती है। * उलटी सोच, असत्य संभाषण, कटुवचन, स्वार्थ पूर्ण विचार, आवेशपूर्ण या अनैतिक आचरण, अधीरता और अनावश्यक आलोचना आर्थिक स्थिति का बंटाधार कर देती है, वहीं धैर्य, क्षमा, सत्य संभाषण, मीठी वाणी, परोपकार, शालीनता रंक को समृद्धि प्रदान कर सकती है। ये भी जानें * गृह के दक्षिण-पश्चिम में बोरिंग परिवार के मालिक के लिए व आर्थिक दृष्टि से घातक मानी जाती है। इस भाग में भारी वस्तुओं का होना शुभ फल प्रदान करता है। * क्रोध, आवेश, उद्वेग या क्लेश में की गई उपासना शुभ फल नहीं देती, ऐसा आध्यात्मिक अवधारणा कहती हैं। प्रश्न: मेरा कलीग मुझे बहुत परेशान करता है। मैं उससे बदला लेना चाहती हूं। कोई उपाय है क्या/ जन्मतिथि: 02.01.1991, समय- 05.35 प्रातः, जन्म स्थान- हाजीपुर। -प्रार्थना सहाय उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि हम जीवन में जो कुछ भी भोग रहे हैं, वह हमारे पिछले ज्ञात-अज्ञात कर्मों ��्वारा ही निर्मित है। उसे शांत चित्त से भोगते हुए जीवन को शीर्ष पर ले जाने का प्रयास ही आपके जीवन को ऊंचाई प्रदान कर सकता है। किसी से बदला लेने का ख्याल एक नकारात्मक कर्म है, जिसका कड़वा फल अंततोगत्वा हमें ही चखना पड़ता है। आपकी राशि मीन और लग्न धनु है। आपकी कुंडली में लग्न में सूर्य बैठकर जहां आपके स्वभाव को उग्रता प्रदान कर रहे हैं, वहीं साथ में उनके परम मित्र बुध विराजकर आपको अपार बौद्धिक क्षमता भी प्रदान कर रहे हैं, पर कर्म भाव में बृहस्पति की मौजूदगी आपको कर्म क्षेत्र में तनाव का संकेत दे रही है। ��िसी से बदला लेने का सर्वश्रेष्ठ उपाय है अपनी योग्यता का विस्तार कर लेना। यानि किसी लकीर को छोटा करने के लिए उसमें काट पीट करने की जगह आप उसके समकक्ष एक बड़ी लकीर खींच दें। बस, आपका बदला पूर्ण हो जाएगा। गुरुवार को पीली वस्तु का दान, नित्य केशर का प्रयोग, धैर्य तथा मधुरवाणी का वरण आपको फलक पर बिठा देगा। प्रश्न: काला जादू क्या बुरा ही करता है, या इसकी मदद से कुछ अच्छा भी किया जा सकता है/ -संजीव जायसवाल उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि किसी भी विधा का अपना कोई रंग नहीं होता। उसकी छटा हमारी नीयत, हमारे उपक्रम, हमारी दिशा और हमारी भावना तय करती है। हमारे विचारों की दिशा इसमें मुख्य भूमिका अदा करती हैं। रही बात जादू की, तो शुद्ध भावना, दृढ़ संकल्प व सही दिशा में अनवरत सटीक कर्म से ही जीवन में जादू बिखेरा जा सकता है। इसके इतर किसी भी जादू की बात हमारी कल्पना की उपज ज्यादा है। यदि आपका आशय तंत्रशास्त्र से है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि आज हम जिसे तंत्र कहते हैं, वो दरअसल प्राचीन वैज्ञानिक अवधारणा थी, जिसके अधिकतर शोध कार्य विलुप्त हो चुके हैं। ध्यान रखिए, जीवन में हम चमत्कार सिर्फ कर्म से ही कर सकते हैं। बाकी के माध्यम अंतत: एक छलावा ही साबित होंगे। प्रश्न: मेरे बेटे का शनि खराब है। उसे ठीक कैसे किया जाय/ जन्मतिथि- 24.04.2010, समय: 11.56 प्रातः, जन्म स्थान- मुंबई। -प्रज्ञा पांडेय उत्तर: 'खराब' शनि से आपका तात्पर्य स्पष्ट नहीं है। ज्योतिषीय गणना ज्योतिष के विचारकों का विषय है, न कि आमजन का। यदि आपकी इस विषय में रुचि है, तो इसका विधिवत अध्ययन करना ही श्रेयस्कर है। अन्यथा अपूर्ण ज्ञान सिर्फ हानि पहुंचाता है। सद्गुरुश्री कहते हैं कि आपके सुपुत्र की राशि सिंह और लग्न कर्क है। ��नि सप्तम और अष्टम भाव का स्वामी होकर तृतीय भाव में आसीन है। ज्योतिषीय अवधारणाओं के अनुसार यहां विराजमान शनि अच्छा है, न कि खराब। अत चिंतित न हों। सनद रहे कि संदेह और नकारात्मक विचार सौभाग्य में पलीता लगा देते हैं, अतः अनावश्यक शंका से बचें। प्रश्न: 10 दिनों में घर के दो कांच के दरवाजे और बाथरूम का दर्पण टूट चुका है। ये शुभ है या अशुभ/ वास्तु क्या कहता है/ -मंजू शेखावत उत्तर: सद्गुरुश्री कहते हैं कि प्राचीन वास्तुशास्त्र के नियम कांच के टूटने पर खामोश हैं, क्योंकि प्राचीन काल में काल में कांच का प्रचलन सामान्य रूप से नहीं था। पर इसे वास्तु के उस सिद्धांत से भी जोड़कर देखा जा सकता है, जो कांच ही नहीं, किसी भी प्रकार की दरार, सीलन और टूटने को शुभ फल प्रदायक नहीं मानती। आधुनिक मान्यताएं टूटे और चिटके कांच को शुभ दृष्टि से नहीं देखतीं हैं, पर मैं इसे भविष्य की किसी शुभ या अशुभ घटना के संकेत से इतर मानवीय लापरवाही मानता हूं। मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट। http://dlvr.it/Q5Cp1s
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Vastu tips for toilet and bathroom | टॉयलेट व् बाथरूम के लिए वास्तु टिप्स
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#जीवन में #खुशहाली और उन्नती बनाए रखने के लिए ध्यान रखें #बेडरूम से जुड़े कुछ आसान #वास्तु टिप्स –
बहुत से लोग अपने #शयनकक्ष में वॉस बेसिन लगवा लेते हैं। #वास्तुशास्त्र के अनुसार यह रिश्तों में विश्वास को कम करता है और शक को बढ़ाता है। वॉस बेसिन अगर बेडरूम में अटैच #बाथरूम में हो तब यह दोष नहीं लगता है।
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