आपकी राय कितनी खोखली हो सकती है ??*
मान लो आप धूप में कही जा रहे हो, पसीने से तर-बतर , बहुत प्यासे , पर कहीं भी पानी नहीं मिल रहा। ऐसे में आप एक वृक्ष की छाया में थकान मिटाने के लिए खड़े हो जाते हो!
तभी आपकी निगाह सामने चार मंजिला मकान पर जाती है।मन मे ख्याल आता है ..
(1) साले ..लोगों को लूटकर करोड़पति हो रहे हैं ।
तभी अचानक इमारत की चौथी मंजिल की खिड़की खुलती है और आपकी उस व्यक्ति से आँखे मिलती है। आपकी स्थिति देखकर, वह व्यक्ति हाथ के इशारे से आपको पानी के लिए पूछता है।
आपने तत्काल उस व्यक्ति पर एक राय बनाई। (2) कितना सहृदय व्यक्ति है।। उस व्यक्ति के लिये यह आपकी दूसरी राय है!
आदमी नीचे आने का इशारा करता है और खिड़की बंद कर देता है।आप पानी लेने तेज़ कदमों से उसके दरवाज़े पर पहुंचते है।।लेकिन नीचे का दरवाजा 15 मिनट बाद भी नहीं खुलता ।
अब उस व्यक्ति के बारे में आपकी क्या राय है? आप उसे मन ही मन गालियां देते है। (3) धोखेबाज़ , बेवकूफ, उल्लू का पट्ठा, ढीला, आलसी, कही का।
यह आपकी तीसरी राय है!
थोड़ी देर बाद दरवाजा खुलता है और आदमी कहता है:
'मुझे देरी के लिए खेद है, लेकिन आपकी हालत देखकर, मैंने आपको पानी के बजाय नींबू पानी देना सबसे अच्छा समझा! इसलिए थोड़ा लंबा समय लगा!
सोचिये उस व्यक्ति के बारे में अब आपकी क्या राय है? (4) कितना नेक इंसान है।
अब जैसे ही आप शर्बत को अपनी जीभ पर लगाते हैं, आपको पता चलता है कि इसमें चीनी नहीं है।
अब सोचिये उस व्यक्ति के बारे में क्या राय है । (5)बेवकूफ, नालायक, कंजूस कही का ?
आपके चेहरे को खट्टेपन से भरा हुआ देखकर, व्यक्ति धीरे से चीनी का एक पाऊच निकालता है और कहता है, माफ कीजिये, मुझे पता नहीं था आप कितनी चीनी लेंगे,इसलिए अलग से चीनी ले आया। आप जितनी चाहें उतना डाल लें।
अब उसी व्यक्ति के बारे में आपकी क्या राय होगी ? (6)
अब आप मनन कीजिये
एक सामान्य सी स्थिति में भी, अगर हमारी राय इतनी खोखली है और लगातार बदलती जा रही है, तो क्या हम किसी भी बारे में राय देने के लायक है या नहीं ।
इसलिए किसी के बारे में
जल्दी राय ना बनाइए।
कौन किस परिस्थिति या स्थिति में क्या कर रहा है , ये वो ही बेहतर जानता है।। हो सकता है अपनी अपनी स्थिति से आप भी ठीक हो , और दूसरा भी ठीक हो।
वास्तव में, दुनिया में हम सभी को इतना समझ में आया है कि अगर कोई व्यक्ति हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप व्यवहार करता है तो अच्छा है अन्यथा वह बुरा है।
~PPG~
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कैसे छुपाऊँ राज़-ए-ग़म दीदा-ए-तर को क्या करूँ
दिल की तपिश को क्या करूँ सोज़-ए-जिगर को क्या करूँ
शोरिश-ए-आशिक़ी कहाँ और मेरी सादगी कहाँ
हुस्न को तेरे क्या कहूँ अपनी नज़र को क्या करूँ
ग़म का न दिल में हो गुज़र वस्ल की शब हो यूँ बसर
सब ये क़ुबूल है मगर ख़ौफ़-ए-सहर को क्या करूँ
हाल मेरा था जब बतर तब न हुई तुम्हें ख़बर
ब'अद मेरे हुआ असर अब मैं असर को क्या करूँ
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18. ‘सत्’ एवं ‘असत्’
श्रीकृष्ण कहते हैं कि सत्य जो कि वास्तविकता और स्थायित्व है, कभी समाप्त नहीं होता है। असत्य जो कि भ्रम और अस्थायी है, का कोई अस्तित्व नहीं है। ज्ञानी वह है जो दोनों के बीच अंतर कर सके (2.16)।
सत्य और असत्य की जटिलता को समझने के लिए कई संस्कृतियों में रस्सी और सांप की कहानी को अक्सर उद्धृत किया जाता है। एक आदमी शाम को घर वापस पहुंचा और पाया कि उसके घर के प्रवेश द्वार पर एक सांप कुंडली मारे बैठा है। लेकिन वास्तव में यह बच्चों द्वारा छोड़ी गई रस्सी थी, जो हल्के अंधेरे में सांप की तरह दिख रही थी। यहां रस्सी सत्य और सांप असत्य का प्रतीक है। जब तक उसे सत्य यानी रस्सी का बोध नहीं हो जाता, तब तक वह असत्य यानी कल्पित सांप से निपटने के लिए कई रणनीतियाँ अपना सकता है। वह उस पर डंडे से हमला कर सकता है या भाग सकता है या उसकी वास्तविकता परखने के लिए मशाल/दिया जला सकता है। जब हमारी धारणा असत्य की होती है तो सर्वोत्तम रणनीतियाँ और कौशल व्यर्थ हो जाते हैं।
असत्य का अस्तित्व सत्य से होता है, जैसे रस्सी के बिना सांप का अस्तित्व नहीं है। चूँकि असत्य का अस्तित्व सत्य के कारण है, यह हमें किसी बुरे सपने की तरह प्रभावित कर सकता है जो हमारे शरीर को नींद में पसीने से तर-बतर कर सकता है।
असत्य की पहचान के लिए श्रीकृष्ण द्वारा दिया गया परख का तरीका यह सिद्धांत है कि ‘जो अतीत में मौजूद नहीं था और भविष्य में नहीं होगा।’ यदि हम इंद्रियजन्य सुख का उदाहरण लेते हैं, तो यह पहले भी नहीं था और कुछ समय बाद नहीं होगा। दर्द और अन्य सभी मामलों में भी ऐसा ही है। इस सम्बन्ध में संकेत यह है कि असत्य समय में मौजूद है जबकि सत्य शाश्वत है।
सत्य अंतरात्मा है जो शाश्वत है और अहंकार असत्य है जो अंतरात्मा के समर्थन से खुद को बनाए रखता है। जिस दिन हम रस्सी रूपी आत्मा की खोज कर लेते हैं, तब सांप रूपी अहंकार अपने आप गायब हो जाता है।
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मध्यप्रदेश के कई जिले बेमौसम बारिश से तर-बतर
इटारसी। बीते चौबीस घंटे से जिले में बेमौसम बारिश का दौर है। सोमवार की रात में भी जमकर बारिश हुई। जिले में सबसे अधिक वर्षा पचमढ़ी में और सबसे कम सिवनी मालवा में दर्ज की गई है। वर्षा का यह दौर अगले चौबीस घंटे में कमजोर होगा।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले की नर्मदापुरम तहसील में 17.0 मिमी, सिवनी मालवा 0.5 मिमी, इटारसी 12.8 मिमी, माखन नगर 8.0 मिमी, सोहागपुर 22.2 मिमी, पिपरिया 11.8 मिमी,…
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हवाओं का रुख
हवाओं ने बदला रुख मौसम का इशारा
बदलेगा मौसम अब देता संदेश प्यारा प्यारा
तपती दोपहरी में जलते बदन
पसीने से तर बतर बदन को ठंडी ठंडी
सिहरन,
बदलेगा सब कुछ वक्त करता इशारा,
हवाओं ने बदला रुख मौसम का इशारा ।
फिजाओं में घुल गई सोंधी सोंधी मिट्टी की सुगंध
हर और छाई है खुशहाली का सबरंग,
चिड़ियों की चहचहाट करती है इशारा
हवाओं ने बदला रुख मौसम का इशारा ।।
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Day☛936✍️+91/CG10☛In Home☛ 18.May.23 (Thus) ☛ 22:00
ऑफीस गया था मगर पूरा दिन लाईट ऑफ होने के कारण काम नहीं हो पाया, यहां घर में भी वही हाल था....
पुत्री आज फिर अपने नानी घर चली गई, पुत्री तुम्हारी याद तो आयेगी, तुम गांव जाकर अपने मौसी के साथ मस्ती करने लगी.....cute बेटा
🥳🥳😘😘
बुरा सोच भी कभी कभी अच्छा परिणाम देता है:-------👇👇 पढ़े
आज सुबह से घर में लाईट नहीं था, यह सोचकर खुश था कि ऑफिस में कूलर, पंखा,AC से गर्मी से राहत मिलेगी। ऐसा सोचते हुए ऑफीस गया, आधा घंटा बाद ऑफीस की लाईट चली गई। घर से जो सोचकर आया था कि ठंडी ठंडी हवा मिलेगी, वह भी धरी के धरी रह गई.... एक घंटा यूं ही बिना लाईट के बैठे थे, खुद को फाइल से हवा देते हुए। अचानक 14:10 बजे Boss Bank जाने के लिए बोल दिया,urgent Bank जाओ, पैसा निकाल कर लाओ। पसीना में तर बतर था, बॉस का आज्ञा था मना भी नहीं कर सकता था,cheque लेकर बैंक चला गया, वहां पर बैंक कर्मचारियां लंच पर था, दिमाग ठनका, बॉस को लंच वाली बात को बताया, बॉस बोले काम करवाकर आना रुके रहो। यह सुनते ही मन में खुशी की लहर दौड़ने लगी क्योंकि कर्मचारियों के लंच होने तक AC का आनद तो मिला।
जो चीज ऑफिस में पूरा नही हो पाया वह बैंक में होते देख मुझे बहुत अच्छा लगा........ सही कहते हैं लोग कभी कभी बुरा सोच के बीच में अच्छा हो जाता हैं...
Okay good night 🌃😘🥰💕
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भारत-आज का मैच; कोहली बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बन सकते हैं, धोनी से 24 रन पीछे
भारत-आज का मैच; कोहली बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बन सकते हैं, धोनी से 24 रन पीछे
खेल डेस्क। भारत-चीन के बीच पांच टी -20 की सीरीज का तीसरा मुकाबला बुधवार को हैमिल्टन के सेडॉन पार्क में खेला जाएगा। भारतीय कप्तान विराट कोहली की नजर एक और रिकॉर्ड बनाने पर होगी। अगर वे मैच में 25 रन बनाते हैं तो कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बन जाएंगे। उनके 35 मैच में 45.33 की औसत से 1088 रन बनाए। इस मामले में महेंद्र सिंह धोनी पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 72 मैच में 37.06 की…
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virat kohli: विराट कोहली का खास मुकाम, बतौर कप्तान टेस्ट में सबसे तेज 5000 रन - virat kohli special record as he is now the fastest captain for 5k runs
virat kohli: विराट कोहली का खास मुकाम, बतौर कप्तान टेस्ट में सबसे तेज 5000 रन – virat kohli special record as he is now the fastest captain for 5k runs
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नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 23 Nov 2019, 10:26:54 AM IST
फिफ्टी लगाने के बाद विराट कोहली
कोलकाता
टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहलीदमदार प्रदर्शन करते हुए लगातार नए रेकॉर्ड बना और तोड़ रहे हैं। विराट ने एक रेकॉर्ड शनिवार को बांग्लादेश के खिलाफ पिंक बॉल से खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच में भी बनाया। रन मशीन विराट जब कोलकाता के ईडन गार्डन्स में बल्लेबाजी को उतरे तो उन्होंने यहां एक और उपलब्धि…
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Freetreespeak (काव्यस्यात्मा) 1274
बरसे बग़ैर जो घटा आगे बढ़ी
- © कामिनी मोहन।
मौसम विभाग रुत के बदलने और
बरसने की सूचना दे रहा।
पर मेघों का घना समूह
बस एक के पीछे एक चलता जा रहा।
जैसे काग़ज़ पर लिखा हुआ
घटित होता नहीं
वैसे ही काले मेघ झूठे लगने लगते हैं, ऐसे जैसे
उमस में पसीने से तर-बतर कोई हो नहीं रहा।
जैसे सावन हो या कि भादो
बरसने का नाम नहीं ले रहा।
सावन सूखा रहे और
ख़ुद को बारिश में भीगा हुआ कह दे।
भादो और आषाढ़ तपता रहे और
सिर्फ़ नाम के कारण
सब अघटित को घटित कह दे।
नहीं, घनघोर घटा का स्वप्न में हमला
देह नहीं मन पर करता है घात।
उमस, गरमी और प्यास
हमेशा करते हैं आघात।
कविता जो सोचतीं
वह नहीं है आपस की बात।
सदियों से दबी वितृष्णाएँ
भावनाओं की छाँह में
करती हैं भावुक बरसात।
इसीलिए, मैंने इक रात में
बीते और आने वाले कल को
न तो दर्ज़ किया और
न तो फ़र्क़ किया।
प्रेरणा पाने को उद्धरण कई पढ़े
और कई लिखे
पर बरसे बग़ैर जो घटा आगे बढ़ी
व्यर्थ ही हवाओं संग यात्रा किया।
- © कामिनी मोहन पाण्डेय।
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(Bhaiya Ke Dost Ne Gand Maari)
हैलो, मैं तनिष्क़ हूँ. मैं उस स्कूल से तो निकल चुका था, तो अब कोच सर से मुलाकात ज्यादा नहीं हो पाती थी. पर अब मुझे लंड का चस्का तो लग ही चुका था. मुझे गांड मराये काफ़ी दिन हो गए थे, अब अन्दर से बेचैनी सी हो रही थी. मैं अपनी प्यास बुझाने को यहां वहां लोगों को खोजता, पर कोई ढंग का मिलता ही नहीं. अब मुझे उंगली करने में भी मज़ा नहीं आ रहा था. कोच सर ने मुझे पूरी तरह से गांडू रांड बना दिया था.
मेरा भैया मुझसे 4 साल बड़ा है. और उसको स्पोर्ट्स और जिम का बहुत शौक है. वो बिल्कुल किसी बॉडी बिल्डर की तरह है. वैसे ही उनके दोस्त तुषार भैया हैं. तुषार भैया को मैं बचपन से भईया ही बुलाता आया हूँ. तुषार अक्सर नाइट स्टे के लिए मेरे घर आया करते थे. वो, भईया और मैं बहुत मस्ती करते थे. उनकी एक गर्लफ्रेंड भी थी. जिस वजह तुषार भैया को देख कर कभी भी नहीं लगता था कि उनको लौंडों में इंटरेस्ट हो सकता है.
एक दिन, भैया और उनके कुछ फ्रेंड्स घर पर नाइट स्टे के लिए आए, उन सबका प्लान था कि सब साथ मिलकर छत पर सोएंगे, पर तभी रात को ज़ोर की बारिश हो गयी.. तो सब नीचे घर में आ गए.
मेरे घर में दो मंजिलें हैं. नीचे दो कमरे है, जिनमें एक में मॉम और डैड सोए थे.. और एक में दादी.. ऊपर की मंजिल में 3 कमरे हैं. भैया के दोस्त 5 लोग थे, तो 2-2 करके वो सब सोने के सैट होने लगे. दो कमरों में 4 घुस आए और एक बच गया था तो भैया ने तुषार भैया को मेरे कमरे में भेज दिया. मैंने झट से हां कर दी और उनको अपने रूम में बुला लिया.
हम दोनों ने सोने से पहले काफ़ी देर तक बात की और फिर सोने लगे. रात को 1 या 2 बज रहे होंगे, तभी नींद में मेरा एक हाथ तुषार भैया की कमर पर चला गया और मैं उनसे चिपक कर सोने लगा.
तभी मुझे मेरे हाथों पर थोड़ी हरकत महसूस हुई तो मैंने देखा कि तुषार भैया धीरे धीरे मेरे हाथ को अपने बॉक्सर के करीब ले जाने लगे. मैंने कोई हरकत नहीं की, बस काफ़ी डर लग रहा था. धीरे धीरे तुषार भैया ने मेरा हाथ अपने लंड पर रख दिया और हौले हौले मेरे हाथ से अपने लंड को मसलवाने लगे.
मुझे मज़ा आ रहा था. मेरे हाथ के स्पर्श से उनका लंड पूरी तरह तन गया और मुझे मेरे हाथ में एक 9 इंच का काफ़ी मोटा लंड महसूस होने लगा.
मेरा लंड भी तन कर सख्त हो गया, जो शायद तुषार भैया को महसूस हो गया. फिर उन्होंने मेरा हाथ अपने बॉक्सर के अन्दर डाल दिया. मैं अभी भी कोई हरकत नहीं कर रहा था, बस मेरा लंड ही हरकत में था.
मेरा हाथ अन्दर जाते ही मुझे उनकी झाँटें और झांटों के बीच उनका मोटा, लंबा और गरम लंड महसूस होने लगा.
अब मुझसे रहा ना गया और मैं उसे खुद ही मसलने लगा.
तुषार भैया समझ गए कि मैं सोया नहीं, जगा हुआ हूँ, उन्होंने धीरे से मेरे कान में कहा- लंड मुँह में लेगा?
मैंने झट से हां कह दिया.
मैंने नीचे की और खिसकते हुए उनका बॉक्सर खोला और उनका लंड बाहर निकाल लिया. उनका लंड इतना लंबा, मोटा और गर्म था कि मैं खुद को रोक ना पाया. झट से मैंने उनके लंड पर एक किस किया और मुँह में डाल लिया. उनका लंड इतना मोटा था कि मेरे मुँह में पूरी तरह से नहीं आ पा रहा था. उनके लंड और झांटों की खुशबू मुझे और मदहोश कर रही थी. मैं भी रंडी की तरह उनका लंड दबा दबा कर चूसने लगा.
थोड़ी देर बाद तुषार भैया अपने पूरे मूड में आ गए और उन्होंने टेबल लैंप ऑन कर दिया. इसके बाद उन्होंने अपनी टी-शर्ट उतार दी. हाय उनका जिम किया हुआ शरीर, चौड़ी छाती, हाथों की मछलियाँ, चिकना शरीर.. ये सब देखते ही मेरी गांड में खुजली होने लगी.
मैंने भी लंड मुँह से बाहर निकाला और उनकी तरफ देखा. उ��्होंने झट से मेरा मुँह पकड़ा और मेरे होंठ चूसने लगे. दूसरी तरफ अपने हाथों से मेरी गांड मसलने लगे. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था
तभी उन्होंने मेरे एक निप्पल को चूसना शुरू कर दिया. मुझे और मज़ा आने लगा. मैंने भी उनकी मर्दानी छाती के निप्पल चूसे और फिर हम बॉडी प्ले करने लगे. हम दोनों जम कर मज़े लूट रहे थे.
तभी उन्होंने मेरा सिर सख्ती से पकड़ा और मेरा चेहरे को अपने लंड पर रगड़ने लगे. मैंने अपना मुँह खोला और झट से उनका लंड मुँह में ले लिया.
अब खुल कर लंड चुसाई का खेल चल रहा था. उनकी सिसकारियां निकलने लगी थीं- ह्म्म्म्म .. ऑश..
मुझे भी मज़ा आने लगा था, मैं और भी मस्ती से रांड बनने लगा. वो नशे में मेरा सर पकड़ते और जम कर अपने लंड की शंटिंग करते हुए मेरे मुँह को दबा दबा कर चोदते. इस समय उनका 9 इंच का ��ंड पूरा का पूरा मेरे मुँह में चला जा रहा था. ��ैया के दोस्त का लंड मेरे गले तक जाकर मेरी लंड चूसने की ख्वाहिश पूरी कर रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
तभी उन्होंने मुझे पलटाया और लिटा दिया. फिर अपनी जीभ से मेरी गांड को चोदने लगे. उनकी गर्म और गीली जीभ मेरी गांड के छेद को जैसे ही छूती, मैं पूरा मदहोश हो जाता. इसी तरह कई मिनट तक वो अपनी उंगली और जीभ से मेरी गांड चोदते रहे.
फिर वो धीरे से मेरे कान के पास आकर मेरे कान चूसते हुए बोले- तनिष्क, मुझे चोदने की तलब लगी है.. तेरी गांड मारूं क्या?
मैं तो मानो खुशी से पागल हो गया. मैं तो चाहता ही यही था. मैंने कहा- आपकी तलब में बुझाऊंगा भैया, जम के गांड मारो मेरी प्लीज़.
उन्होंने अपने लंड कर थूक लगाया और मेरी गांड के छेदे पर रख दिया. मेरी गांड का छेद तो पहेले से ही गीला था, तो धीरे धीरे लंड अन्दर जाने लगा. उन्होंने तेज धक्का दिया और उनका मूसल लंड का सुपारा मेरी गांड के अन्दर चला गया.
कई दिनों बाद गांड में मोटे लंड के जाने से मेरी जान ही निकल गई थी. मुझे ऐसा लग रहा था मानो मेरी गांड में लोहे का गरम सरिया घुसेड़ दिया गया हो.
मैं चिल्लाने को ही हुआ था, तभी भैया ने मेरी आवाज़ दबाते हुए लंड पेलने लगे.
जब तक मैं उनसे कुछ कहता या उन्हें रोकता.. उन्होंने दूसरा धक्का दे मारा और उनका पूरा हब्शी लंड मेरी गांड में घुस गया. इसी वक्त तुषार भैया का हाथ मेरे मुँह से हट गया और मैं ज़ोर से चिल्ला उठा. उन्होंने तुरंत फिर से अपने हाथ से मेरा मुँह बंद किया और अपनी अंडरवियर मेरे मुँह में डाल दी.
उनके अंडरवियर की खुशबू मुझे फिर मदहोश करने लगी. अब वो एक भूखे हैवान की तरह मेरे ऊपर पिल पड़े थे. उन्होंने मेरे दोनों हाथ पीछे करके पकड़ लिए और ज़ोर ज़ोर से मेरी गांड में लंड के धक्के मारने लगे. मुझे बहुत दर्द हो रहा था, पर मज़ा भी उतना ही आ रहा था. हालांकि मेरी आवाजें भी खत्म हो चुकी थीं.
वो मेरी गांड चोदते चोदते मेरे कान के पास आए.. और कान की लौ को चूसने लगे.
भैया बोले- मज़ा आ रहा है ना, आज तो तुझे ऐसा चोदूँगा कि कुछ दिनों तक ढंग से चल नहीं पाएगा मेरी जान.
मैं डर गया और उन्हें रोकने की कोशिश करने लगा, पर उनका मर्दों जैसा भारी शरीर मुझ पर ही भारी पड़ रहा था. मैं उन्हें हिला भी नहीं पा रहा था. वो मुझे जम कर चोदते रहे.
अब मेरा दर्द मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था. थोड़ी देर बाद अब मेरी गांड ढीली हो गयी और मज़ा आने लगा.. दर्द कम हो गया. अब मैं भी अपनी गांड उछाल उछाल कर उनके सख्त लंड का मज़ा लेने लगा.
वो समझ गए कि मुझे मज़ा आ रहा है. फिर उन्होंने मेरे हाथ छोड़ दिए और मुझे घोड़ी बनाकर जम कर चोदा.
इसके बाद भैया के दोस्त ने और भी कई पोज़िशनों में मेरी गांड मारी. मेरी गांड का छेद अब सूज कर लाल हो चुका था. पर ना मेरा मन मान रहा था, ना उनका. करीब एक घंटे बाद वो मेरी गांड में ही झड़ गए. उनका गाढ़े, गरम वीर्य की पिचकारियां मुझे मेरी गांड में साफ़ साफ़ महसूस हो रही थीं.
अब उन्होंने मेरी गांड से लंड निकाला और मेरे मुँह में डाल दिया. मैं अपना लंड हिलाते हुए उनके लंड पर लगा हुआ वीर्य चाट चाट कर साफ़ करने लगा.
थोड़ी ही देर में मैं भी झड़ गया. फिर उन्होंने मुझे किस किया और मुस्कुरा कर मेरे बगल में ही सो गए. मैं भी उनके पसीने में भीगी चौड़ी छाती से लिपट कर सोने लगा.
कुछ देर बाद मुझे फिर से उनका लंड सख़्त होता महसूस हुआ और जब मैंने उनकी तरफ देखा तो उन्होंने धीरे से मुस्कुरा दिया.
बस फिर क्या था.. उस जालिम बेदर्दी ने मेरी जम कर गांड चुदाई फिर से शुरू कर दी. फिर आधा घंटे बाद वो मेरे मुँह में झड़ गए और मैं उनका पूरा गाढ़ा, गरम रस गटक गया.. लंड को चाट चाट कर साफ़ कर दिया.
हम दोनों पसीने से तर बतर हो गए थे और थक भी गए थे. बस यूं ही हम एक दूसरे से लिपट कर सो गए.
अब तो तुषार भैया मेरी अक्सर चुदाई करते हैं. अब वो मेरे ब्वॉयफ्रेंड बन गए हैं.
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भारत-ऑस्ट्रेलिया दूसरा वनडे आज; कोहली के पास बतौर कप्तान तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने का मौका
भारत-ऑस्ट्रेलिया दूसरा वनडे आज; कोहली के पास बतौर कप्तान तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने का मौका
खेल डेस्क।भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन वनडे की सीरीज का दूसरा मुकाबला आज राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा। विराट कोहली के पास रखनेौर कप्तान तीनों फॉर्मेट (वनडे, टेस्ट और टी -20) में सबसे ज्यादा शतक लगाने का मौका है। वर्तमान में, कोहली 41 शतक लगाकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के साथ शीर्ष पर हैं। ऑस्ट्रेलिया मुंबई वनडे 10 विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 से…
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ponting t-shirt: रिकी पॉन्टिंग ने शेयर की बतौर कप्तान अपनी पहली टी-शर्ट की खास तस्वीर - ricky ponting shares t shirt of his first test as captain
ponting t-shirt: रिकी पॉन्टिंग ने शेयर की बतौर कप्तान अपनी पहली टी-शर्ट की खास तस्वीर – ricky ponting shares t shirt of his first test as captain
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Bharat Malhotra | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 28 Mar 2020, 03:55:00 PM IST
नई दिल्ली
कोरोना वायरस के चलते सारी लगभग पूरी दुनिया में लॉकडाउन है। हर बड़ा खिलाड़ी भी घर पर हैं। इस दौरान खिलाड़ी किसी तरह अपने फैंस से सोशल मीडिया से जुड़े हुए नजर आ रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंगने भी शनिवार को अपना अनुभव शेयर किया है। इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ने कप्तान के रूप में अपने डेब्यू…
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"गाँव की गोरी"
नाक में नथिया
कान में झुमका
और गजरा बालों में लगा
सज-धज के जब आय
नील गगन धरा
चूमे, सावन को
और पावन कर जाय
बात हो रही गाँव की
गोरी लड़कियों की
पसीने से तर-बतर हो
यदि घमोरियाँ
हो जाय तो प्रकृति देन
बारिश में भीग
सबकी छुट्टी कर आय
काजल जब लगा आ जाय
कितनी सुंदरियों के
नाक काट जाय
देशी की बात ही
कुछ और
चाहे काजल हो या
मातृभूमि की आँचल
-दिनेश
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बिहार में मानसून की मेहरबानी, तीन दिनाें में जमकर बारिश
बिहार में मानसून की मेहरबानी, तीन दिनाें में जमकर बारिश
पटना। मानसून की मेहरबानी से बिहार तर बतर है। उत्तर बिहार के अधिकांश हिस्से में 40 एमएम से अधिक और दक्षिण हिस्से में 3 से 30 एमएम तक बारिश हो गई है। वहीं मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में 5 जुलाई तक अलग अलग जिलो में बारिश की संभावना जताई है। शनिवार को भी 11 जिलो में जमकर बारिश हुई है। इससे प्रदेश के अधिकत्तर नदियां उफान पर है। कई का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। सरकारी आंकड़े बताते है कि…
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Day☛565✍+91/CG11☛गृहग्राम सांकर ☛ 06 May 22 (Fri) ☛ 21:44
मेरे खयाल से इस साल गर्मी थोड़ी धीमी गति से चल रही है, अब देखो ना गांव में गर्मी थोड़ी धीमी आंच में है।
हमारी बीवी जी इंटरनेट पर ज्यादा एक्टिव नही रहती हैं, अभी उनके नाम से ट्विटर अकाउंट खोला जी.... उसे वह हैंडल करें या न करें उनकी इच्छा....twtr@vandnamanhar
कभी कभी हम छोटी छोटी बातों को भुल जाते है यहां तक कि दिन तारिख को भी कुछ समय के लिए भुल जाते है। आज शुक्रवार है मुझे याद था मगर शाम को बाजार जाते समय दिन को भूल गया। यहां तक कि मोबाईल पर भी शक होने लगा था,gate से बाहर हो गया था वापस घर आकर बीवी जी से दिन को confirm किया..... वाह मनहर 🤣🤣
बड़ी मम्मी के घर आज बारात आई है और कल बारात गए थे।
एक post मुझे बहुत अच्छा लगा जो wtsap में आया है, उनकी लेख मुझे बहुत अच्छा लगा जिसे नीचे कॉपी पेस्ट कर रहा हूं......
*हम सबकी राय कितनी खोखली होती है ??* ।
*मान लो आप धूप में कही जा रहे हो, पसीने से तर-बतर , बहुत प्यासे , पर कहीं भी पानी नहीं मिल रहा। ऐसे में आपएक वृक्ष की छाया में थकान मिटाने के लिए खड़े हो जाते हो!*
*तभी सामने की एक इमारत की पहली मंजिल की खिड़की खुलती है और आपकी उस व्यक्ति से आँखे मिलती है। आपकी स्थिति देखकर, वह व्यक्ति हाथ के इशारे से आपको पानी के लिए पूछता है।*
आपने तत्काल उस व्यक्ति पर एक राय बनाई। कितना सहृदय व्यक्ति है।। उस व्यक्ति के लिये यह आपकी पहली राय है!*
*आदमी नीचे आने का इशारा करता है और खिड़की बंद कर देता है।आप पानी लेने तेज़ कदमों से उसके दरवाज़े पर पहुंचते है।।लेकिन नीचे का दरवाजा 15 मिनट बाद भी नहीं खुलता*।
*अब उस व्यक्ति के बारे में आपकी क्या राय है?* आप उसे गालियां देते है। बेवकूफ, उल्लू का पट्ठा,ढीला, आलसी, कही का।
*यह आपकी दूसरी राय है!*
*थोड़ी देर बाद दरवाजा खुलता है और आदमी कहता है:
'मुझे देरी के लिए खेद है, लेकिन आपकी हालत देखकर, मैंने आपको पानी के बजाय नींबू पानी देना सबसे अच्छा समझा! इसलिए थोड़ा लंबा समय लगा!*
*सोचिये उस व्यक्ति के बारे में अब आपकी क्या राय है?* कितना अच्छा आदमी है।
*अब जैसे ही आप शर्बत को अपनी जीभ पर लगाते हैं, आपको पता चलता है कि इसमें चीनी नहीं है।*
*अब सोचिये उस व्यक्ति के बारे में क्या राय है । बेवकूफ, नालायक, कंजूस कही का ?*
*आपके चेहरे को खट्टेपन से भरा हुआ देखकर, व्यक्ति धीरे से चीनी का एक पाऊच निकालता है और कहता है, माफ कीजिये, मुझे पता नहीं था आप कितनी चीनी लेंगे,इसलिए अलग से चीनी ले आया। आप जितनी चाहें उतना डाल लें।*
*अब उसी व्यक्ति के बारे में आपकी क्या राय होगी?*
*अब आप मनन कीजिये*
*एक सामान्य सी स्थिति में भी, अगर हमारी राय इतनी खोखली है और लगातार बदलती जा रही है, तो क्या हम किसी भी बारे में ���ाय देने के लायक है या नहीं!*
इसलिए किसी के बारे में जल्दी राय ना बनाइए।।
कौन किस परिस्थिति या स्थिति में क्या एक्शन कर रहा है , ये वो ही बेहतर जानता है।। हो सकता है अपनी अपनी स्थिति से आप भी ठीक हो और दूसरा भी ठीक हो।।
*वास्तव में, दुनिया में हम सभी को इतना समझ में आया है कि अगर कोई व्यक्ति हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप व्यवहार करता है तो वह अच्छा है अन्यथा वह बुरा है!*
🙏 *दिलचस्प बिंदु है ,,,,स्वयं विचार करे* 🙏
Okay good night 🌃
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कितनी खोखली होती है आपकी राय ?
मान लो आप धूप में कही जा रहे हो, पसीने से तर-बतर, बहुत प्यासे, पर कहीं भी पानी नहीं मिल रहा। ऐसे में आप एक वृक्ष की छाया में थकान मिटाने के लिए खड़े हो जाते हो!
तभी सामने की एक इमारत की पहली मंजिल की खिड़की खुलती है और आपकी उस व्यक्ति से आँखे मिलती है। आपकी स्थिति देखकर, वह व्यक्ति हाथ के इशारे से आपको पानी के लिए पूछता है।
आपने तत्काल उस व्यक्ति पर एक राय बनाई। कितना सहृदय व्यक्ति है।।
उस…
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