#पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ सकते हैं
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dainiksamachar · 1 year ago
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बस-ट्रक हड़ताल: यूपी में अफवाहों का बाजार गर्म, कई जिलों में पेट्रोल पंपों पर तेल खत्म, भारी भीड़
लखनऊ: नए मोटर व्हीकल ऐक्ट के तहत दुर्घटना होने पर चालकों को जुर्माना और सजा का प्रावधान है। हालांकि, यह ऐक्ट भी लागू नहीं हुआ है, लेकिन इसके विरोध में पूरे देश में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। बहुत से चालकों ने नौकरी छोड़ दी है। चाहे सरकारी हो या प्राइवेट वाहन चालक स्टेरिंग छोड़कर प्रदर्शन और हड़ताल कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज पेट्रोल और डीजल के टैंकर भी नहीं चल रहे हैं। पेट्रोल-डीजल खत्म होने की अफवाह के चलते पंपों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे कई जिलों में पेट्रोल पंप पर तेज खत्म हो गया है। वहीं, सब्जियों के दाम में भी उछाल देखा जा रहा है। इसके अलावा बस और सवारी वाहन नहीं चलने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लखनऊ में कई पेट्रोल पंप पर तेल खत्म हुआ ड्राइवरों की हड़ताल के चलते लखनऊ में पेट्रोल पंप पर तेल के लिए मारा-मारी मची हुई है। पेट्रोल की कमी की सूचना के चलते लोग तेल लेने के लिए पेट्रोल पंप पर उमड़ पड़े। टैंकरों की हड़ताल के चलते कल से पेट्रोल टंकियां तक तेल नहीं पंहुचा है। अभी तक पेट्रोल टंकियों पर पहले से स्टॉक तेल बेचा जा रहा है। कैम्पल रोड, स्थित एस्सार पेट्रोल टंकी पर तेल खत्म हो गया है। ठाकुरगंज के पेट्रोल टंकियों पर तेल लेने की होड़ मची हुई है। तेल लेने वालों की भीड़ से रोड पर भीषण जाम लगा हुआ है। बाराबंकी के हैदरगढ़ में चालकों ने काटा हंगामा मंगलवार को बाराबंकी जिले में हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र में वाहन चालकों ने जमकर बवाल काटा। थोड़ी देर के लिए सभी मार्गों का चक्काजाम रहा। प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस सूझबूझ के चलते चालकों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर वापस लौट गए। इस दौरान कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद रही। भारी संख्या में चालक‌ और खालसी लखनऊ-सुल्तानपुर हाइवे पर बैठने का प्रयास किया, लेकिन तुरंत सुबेहा और लोनीकटरा थानाध्यक्ष बैठे हुए चालकों के प��स पहुंच गए। कानून का पाठ पढ़ाकर तुरंत उठने पर मजबूर कर दिया। उसके बाद प्रर्दशन कारी नारेबाजी करते हुए बछरावां तिराहे पर पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस सभी प्रदर्शनकारियों से आगे बढ़कर राजकीय इंटर कॉलेज के पास रोक कर समझाया। पुलिस का प्रयास कारगर साबित हुआ। समझाने के बाद प्रर्दशनकारी‌ तहसील मुख्यालय पर आ गए। उपजिलाधिकारी अनुराग सिंह को ज्ञापन सौंपा। लखीमपुर खीरी में पेट्रोल पंप पर लोगों की भीड़ लखीमपुर खीरी में ड्राइवरों की चल रही हड़ताल के चलते पेट्रोल भरवाने के लिए पेट्रोल पंपों पर तेल लेने के लिए होड़ मच गई है। कुछ पंप खाली भी हैं, जहां पेट्रोल खत्म हो चुका है। बहुत से पंप पर तेल नहीं है। कई लोग बाइक खींचकर लाए और तेल न होने की स्थिति में वैसे ही वापस जाना पड़ा। हड़ताल बढ़ने पर बढ़ सकते हैं दाम मेरठ में दाम अभी सामान्य है। 3 तारीख के बाद अगर हड़ताल जारी रही तो जरूर इसका प्रभाव खाद्य तेल सामग्री , और सब्जियों पर होगा। अभी रेट बढ़ने वाली कोई भी बात सामने नहीं आई है। मिर्जापुर में ट्रक चालकों ने किया प्रदर्शन मिर्जापुर: सरकार के द्वारा हिट एंड रन को लेकर नए नियम ला रही है। नए नियम का देशभर में चालक विरोध कर रहे हैं। चालकों के हड़ताल का असर मिर्जापुर जिले में देखने को मिल रहा है। मिर्जापुर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार ट्रक चालक विरोध कर रहे हैं। जिले के अहरौरा क्षेत्र के वाराणसी- शक्तिनगर राजमार्ग पर मेहंदीपुर चौराहा के पास ट्रक चालकों ने ट्रक खड़े करके प्रदर्शन किया। ट्रक चालकों ने मांग की कि सरकार के द्वारा नए नियम वापस लिया जाए, क्योंकि यह कानून चालकों के हित में नहीं है। अदलहाट में कौड़िया कलां में भी भारी संख्या में ट्रक चालकों ने प्रदर्शन किया। ट्रक को खड़ा करने के बाद चालकों ने प्रदर्शन किया। नोएडा में गोदाम में खत्म हुए सिलेंडर नोएडा : ट्रक और बस ड्राइवरों की हिट एंड रन से जुड़े कानूनों में बदलाव के चलते हड़ताल से गैस गोदाम से लोगों को सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। यह समस्या पूरे जनपद में है। इसी क्रम में लोगों को भारत गैस, इंडेन गैस एजेंसी के गोदामों से रसोई गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। मंगलवार की सुबह लोग रसोई गैस सिलेंडर खत्म होने पर नोएडा के सेक्टर-54 स्थित गैस गोदाम पर पहुंचे। यहां से बड़े पैमाने पर शहर के अलग-अलग जगहों पर सिलेंडर की आपूर्ति की जाती है। वहीं, नोएडा के सेक्टर-35 स्थित बस डिपों के एआरएम एनपी सिंह ने बताया कि लोगों को हड़ताल की वजह से कोई परेशानियां नहीं आ रही है। लोग आराम से अपने गंतव्य तक आवाजाही कर रहे है। गाजीपुर में बस नहीं चलने पर ��रेशान हुए यात्री गाजीपुर में 250 प्राइवेट बसों का संचालन प्रभावित रहा। लंका बस स्टैंड पर प्राइवेट बसों के चालकों और परिचालकों ने प्रदर्शन किया। रोडवेज बस स्टैंड पर भी कर्मचारियों ने विरोध दर्ज कराया। निजी बसें नहीं चलने से हजारों यात्री परेशान हुए। हरदोई में… http://dlvr.it/T0sMg7
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mwsnewshindi · 2 years ago
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पेट्रोल डीजल रेट: पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे? इंदौर, भोपाल और जबलपुर में आज का क्या रेट है
पेट्रोल डीजल रेट: पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे? इंदौर, भोपाल और जबलपुर में आज का क्या रेट है
भोपाल: कच्चे तेल की कीमतों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है. इसका असर भारत में देखा जा सकता है। अगर इसी तरह रफ्तार बनी रही तो भारत में एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ सकते हैं। मध्य प्रदेश में अभी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं। करीब 90 दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मध्य प्रदेश के चार प्रमुख शहरों में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत स्थिर है। वहीं, एलपीजी…
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bhaskarhindinews · 5 years ago
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Fuel Price: लगातार 17वें दिन बढ़े पेट्रोल- डीजल के दाम, जानें आज की कीमत
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हाईलाइट
पेट्रोल की कीमत में 20 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि
डीजल के दाम में भी 55 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ोतरी
आगामी दिनों में और भी बढ़ाए जा सकते हैं दाम
पेट्रोल- डीजल (Petrol-Diesel) की कीमत में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। भारतीय तेल (Indian Oil) विपणन कंपनियों ने लगातार 17वें दिन इनके दाम में इजाफा किया है। IOC की वेबसाइट के अनुसार, आज (मंगलवार, 23 जून) राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 20 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। वहीं एक लीटर डीजल की कीमत पर 55 पैसे का इजाफा हुआ है। देखा जाए तो बीते 17 दिनों में पेट्रोल 8.50 रुपए प्रति लीटर और डीजल 10.00 रुपए प्रति लीटर महंगा हो चुका है। वहीं आगामी दिनों में भी तेल की कीमतें बढ़ने के आसार हैं यानि कि ग्राहकों की जेब पर अभी और भार बढ़ सकता है।
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sabkuchgyan · 2 years ago
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ओपेक देश करेंगे कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती, नवंबर से फिर बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
ओपेक देश करेंगे कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती, नवंबर से फिर बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
कच्चे तेल का उत्पादन करने वा���े देशों के विश्व के सबसे बड़े संगठन ओपेक ने कच्चे तेल के उत्पादन में प्रतिदिन 20 लाख बैरल की कमी करने का निर्णय लिया है। कोरोना महामारी के कारण कच्चे तेल के उत्पादन में गिरावट के बाद साल 2020 में यह सबसे बड़ी कटौती है। कोरोना महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है और इस बीच ओपेक का यह फैसला एक झटके जैसा है। यह फैसला ओपेक देशों की वियना में हुई कैबिनेट…
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merikheti · 2 years ago
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दिवाली से पहले सस्ता होगा खाने का तेल : आम जनता के लिए राहत, तो किसानों की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें
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फेस्टिवल सीजन के समय आम जनता को महंगाई से अगर थोड़ी राहत मिले तो इससे ज्यादा खुशी की बात क्या हो सकती है। आम जनता पेट्रोल डीजल और गैस सिलेंडर के बढ़ते रेट्स के कारण काफ़ी परेशान है, लेकिन इस बार फेस्टिवल सीजन के दौरान, यानी दिवाली से पहले महंगाई के मोर्चे पर आम लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है। उम्मीद की जा रही है की दिवाली से पहले खाने के तेलों के दाम सस्ते हो सकते हैं जिससे आम जनता को थोड़ी राहत मिल सकती है।
खाने के तेलों के दाम घटने का मुख्य कारण
अंतर्राष्ट्रीय बजारों में खाने के तेल के दामों में भारी गिरावट हुई है, जिसके कारण अंतर्राष्ट्रीय बजारों से तेल की खरीदारी तेजी से हो रही है। अंतरराष्ट्रीय बजारों में खाने के तेल के दामों में लगभग 40 फीसदी तक की कमी आई है, जिसके कारण ज्यादा मात्रा में तेल का आयात किया जा रहा है। मौजूदा समय कि बात करें तो खाने के तेलों का आयात 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
अगस्त के महीने में तो जुलाई के मुकाबले 94% अधिक आयात हुआ है, जिससे भारतीय बजारों में खाने के तेलों का पर्याप्त स्टॉक है। फेस्टिवल सीजन के दौरान आमलोगों के घरों में खाने के तेलों की खपत ज्यादा होती है। इसको मद्देनजर रखते हुए आयातकों ने अधिक मात्रा में तेल का आयात किया है। अंतर्राष्ट्रीय बजारों में खाने के तेलों के दाम में भारी गिरावट होने के कारण घरेलू बाजारों में भी रेट्स सस्ते होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
ये भी पढ़ें - देश की सभी मंडियों में एमएसपी से ऊपर बिक रही सरसों
भारत में इतनी है खाने के तेल की खपत
हर साल भारत लगभग 70 हजार करोड़ रुपये का खाने का तेल दुसरे देशों से खरीदता है जिसमें इंडोनेशिया, मलेशिया मुख्य रूप से शामिल हैं। भारत में खाने वाले तेलों की मांग और आपूर्ति में भारी अंतर दिखाई पड़ता है, कहें तो लगभग 55 से 60 फीसदी का गैप माना जाता है। मांग की बात करे तो भारत में लगभग खाद्य तेलों की मांग 250 लाख टन है और उत्पादन की बात करें तो केवल 110 से 112 लाख टन ही हैं। जाहिर है की मांग और आपूर्ति के बीच जो गैप है उसको खत्म करने के लिए भारत को भारी मात्रा में खाद्य तेल का आयत दूसरे देशों से करना पड़ता है। इसीलिए यहाँ खाने के तेलों के दाम में गिरावट या बढ़ोतरी आयत से ज्यादा प्रभावित होता है।
किसानों की बढ़ सकती है मुश्किलें
अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ तेल के कीमतों में गिरावट पर चिंता जताते हुए कहता है की भारत सरकार ने जिस तरह से आयत शुल्क में कमी के आदेश को बढ़ा दिया है, उससे किसानों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि आयत शुल्क में कमी के कारण, आने वाले समय में भी व्यापक पैमाने पर आयात होता रहेगा और इससे आयत पर निर्भरता बढ़ती जाएगी, जिससे भारतीय किसानो के लिए ऑयलसीड्स का उत्पादन का कोई फायदा नहीं मिलेगा, जो की भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी सही नही है।
किसान अगर आयलसीड्स का उत्पादन करते हैं, तो आयात के लगातार बढ़ने से प्रभावित हुए तेल के दामों में गिरावट के कारण, उन्हें बजारों में उनके फसल का उचित मूल्य प्राप्त नहीं होगा। इस कारण भारतीय किसानों को घाटे का सौदा करना पड़ेगा, जो की काफ़ी नुकसानदायक होगा, इसीलिए सरकार को आयात शुल्क के बारे में लिए गए निर्णय पर फिर से संज्ञान लेना चाहिए।ये भी पढ़ें - तिलहनी फसलों से होगी अच्छी आय
दूसरी तरफ बड़ी खाद्य तेल कंपनियां जैसे फॉर्च्यून और धारा ब्रांड पिछले दिनों सरकार के सख्ती और दबाव के कारण खाने के तेलों के MRP में कटौती भी कर चुकी हैं, जिससे पिछले दिनों तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन ज्यादातर कंपनियों का यह कहना है की सरकार को खाने वाले तेलों पर सब्सिडी देना चाहिए, जिससे MRP में कटौती के बिना भी कमजोर वर्ग के लोगों को सपोर्ट मिल पायेगा और किसानों के ऊपर खाद्य तेलों के दाम में गिरावट होने का असर भी नही होगा और वह अपने उत्पादनों को घरेलू बजारों में किफायती दर पर बेच पाने में सक्षम होंगे।
कम से कम हो आयात तभी भारत खाद्य तेलों के मामले में बन सकता है आत्मनिर्भर
90 के दशक में आज की तरह ��ालात नही थे, उस समय भारत खाद्य तेलों के मामले में वास्तव में आत्मनिर्भर था। आज की तरह उस वक़्त भारत अपनी खपत का 60% तेल का आयात नहीं करता था। उस वक़्त नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के ‘धारा’ ब्रांड सरसों के तेल की मार्केट में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी थी। लेकिन उसी उसी दौरान अचानक से ड्रॉप्सी (epidemic dropsy) के केसों में बढ़ोतरी होने के बाद सरसों के तेल की छवि खराब होने लगी और विकल्प के तौर पर पाम आयल की मांग बाजारों में बढने लगी।
ये भी पढ़ें : आयात पर निर्भरता घटाएं वैज्ञानिक:कृषि मंत्री
लेकिन पाम आयल का उत्पादन भारत में खपत के अनुसार नही होने के कारण दुसरे देशों से आयात करना शुरू कर दिया गया। आपको यह जानकर हैरानी होगी पाम आयल को बनाने की लागत को कम करने के लिए इसे बनाने वाली कंपनियां लगभग हर तरह के खाद्य तेल में इसकी मिक्सिंग करती हैं और कम लागत में इसे भारी मात्रा में तैयार किया जाता है और इस कारण से इसका आयात भी खूब होता है।
सरकार को चाहिए कि कंपनियों को यह आदेश दे की खाद्य तेल बनाने वाली कम्पनी, पैकेट पर यह स्पष्ट रूप से लिखे कि इस तेल में पाम ऑयल कितना प्रतिशत है, जिससे ग्राहक को शुद्धता के बारे में स्पष्ट रूप से पता चल जाए और दूसरी ओर सरकार को सरसों के तेल के उत्पादन को लेकर विचार करना चाहिए। अगर भारत तेल के मामलों में आत्मनिर्भर नहीं बनता है तो आने वाले दिनों में एक तरफ लोग सरसों तेल के नाम पर पाम आयल खा कर बीमार पड़ते जायेंगे, वहीं बढ़ते आयात के कारण दूसरी तरफ किसान आयलसीड्स का फसल उगाना भी बंद कर देंगे।
ये भी पढ़ें : अपने दुधारू पशुओं को पिलाएं सरसों का तेल, रहेंगे स्वस्थ व बढ़ेगी दूध देने की मात्रा
जिससे आनेवाले समय में भारी नुक्सान होने की संभवाना बनेगी और भारत पूर्ण रूप से सिर्फ और सर्फ आयत पर निर्भर रहेगा और भारतीय बाजारों में विदेश से आये हुए तेलों की बोलबाला बना रहेगा, इससे आने वाले समय में भारत की कमर अर्थव्यस्था के मामले में टूट सकती है। इस पर सरकार को किसानों के साथ मिलकर कार्य करना होगा तभी जाकर और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पहल करनी होगी। तभी जाकर इन समस्याओं से छुटकारा मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
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medicineexperts · 3 years ago
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महंगाई की मार : अगले महीने भी 0.25 फीसदी बढ़ सकती है रेपो दर, पेट्रोल-डीजल और खाने-पीने की चीजें हो जाएंगी महंगी
महंगाई की मार : अगले महीने भी 0.25 फीसदी बढ़ सकती है रेपो दर, पेट्रोल-डीजल और खाने-पीने की चीजें हो जाएंगी महंगी
सार वैश्विक स्तर पर गेहूं की कमी से घरेलू कीमतों पर भी असर पड़ रहा है। कुछ प्रमुख उत्पादक देशों के निर्यात पर पाबंदियों और युद्ध के कारण सूरजमुखी तेल के उत्पादन में कमी से खाद्य तेल के दाम मजबूत बने रह सकते हैं। पशु��ारे की लागत बढ़ने से पॉल्ट्री, दूध और डेयरी उत्पादों के दाम बढ़ सकते हैं। कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बने हुए हैं। ख़बर सुनें ख़बर सुनें महंगाई काबू में करने के लिए…
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medhajnews001 · 3 years ago
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Petrol-Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें जारी, जानें आज सस्ता हुआ या महंगा
नई दिल्ली | बढ़ती महंगाई की मार से बेहाल जनता के लिए आज राहत भरी खबर आई है। तेल कंपनियों ने 23 अप्रैल को पेट्रोल और डीजल ( Petrol-Diesel Price ) के नए दाम जारी कर दिए हैं। तेल कंपनियों ने लगातार 17वें दिन आम जनता को थोड़ी राहत देेते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले तेल कंपनियों ने 6 अप्रैल को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में  80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
हरियाणा में डीजल ( Haryana Diesel Price ) की कीमतें बढ़ने की वजह से खेती की लागत बढ़ गई है, इससे किसानों को काफी परेशानी हो रही है। अंबाला के एक किसान ने बताया, ‘गेहूं की कटाई में पहले 600 रुपये का डीजल लगा था और अब 1000 रुपये का लग रहा है, खर्चा बढ़ गया है।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें
दिल्ली
पेट्रोल 105 रुपये 41 प्रति लीटर
डीजल 96 रुपये 67 पैसे प्रति लीटर
मुंबई
पेट्रोल  120.51 रुपये प्रति लीटर
डीजल 104.77 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता
पेट्रोल 115.12  रुपये  प्रति लीटर
डीजल  99.83 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई
पेट्रोल  110.85 रुपये प्रति लीटर
डीजल 100.94 रुपये प्रति लीटर
ऐसे पता करें पेट्रोल-डीजल के दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत अपने शहरो में आप SMS के जरिए भी पता सकते हैं। इंडियन ऑयल 
( Indian Oil ) की वेबसाइट पर जाकर आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको IOCL की वेबसाइट से मिल जाएगा।
VISIT ; https://medhajnews.in/news/business-and-economy/New-Prices-of-Petrol-Diesel-released-know-whether-it-is-cheap-or-expensive-Today
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countryinsidenews · 3 years ago
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दिल्ली ब्यूरो /दवा भी महंगी हो जाएंगी,जनता पर पड़ेगा महंगाई की मार-1 अप्रैल से सभी जरूरी दवाओं के दाम करीब 2 फीसदी तक बढ़ सकते हैं
दिल्ली ब्यूरो /दवा भी महंगी हो जाएंगी,जनता पर पड़ेगा महंगाई की मार-1 अप्रैल से सभी जरूरी दवाओं के दाम करीब 2 फीसदी तक बढ़ सकते हैं
सियाराम मिश्रा विशेष रिपोर्ट दिल्ली ब्यूरो से /दवा भी अब 1अप्रेल से महंगी हो जाएंगी,जनता पर पड़ेगा महंगाई की मार.वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते अपने देश में भी महंगाई की मार बढ़ने लगी है । पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच अब दवाईयों के भी दाम बढ़ने की खबर आ रही है । अप्रैल से पैन किलर, एंटीबायोटिक्स, एंटी-वायरस समेत  दवाओं की कीमतें बढ़ने वाली हैं । सरकार ने शेड्यूल…
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divyabhashkar · 3 years ago
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PNG रेट में बढ़ोतरी: पेट्रोल-डी पानी के बाद LPG अब PNG-CNG भी महंगे, इन शहरों में बढ़ रहे दाम
PNG रेट में बढ़ोतरी: पेट्रोल-डी पानी के बाद LPG अब PNG-CNG भी महंगे, इन शहरों में बढ़ रहे दाम
नई दिल्ली। मजबूत उपभोक्तावाद की वजह से ईंधन की कीमतों का बोझ लगातार बढ़ रहा है। पेट्रोल-डीजल, सीएनजी और एलपीजी के बाद अब पीएनजी-सीएनजी के दाम भी (पीएनजी रेट हाइक) बढ़ गए हैं। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) को गुरुवार से दिल्ली-एनसीआर में पीएनजी दरों में बड़ी बढ़ोतरी दी गई है। सूचना एक नि��ी गैस की तरह है। अब दिल्ली-एनसीआर अनुबंध में आप गैस सिलेंडर ऑर्डर कर सकते हैं या पीएनजी पोशाक खरीद सकते…
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countryconnect · 3 years ago
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Petrol-Diesel Price Today : CNG हो चुका है महंगा, पेट्रोल-डीजल की बारी; जानिए आज के रेट
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  Petrol-Diesel Price : पेट्रोल-डीजल के दामों में आज बदलाव नहीं, लेकिन जल्द बढ़ेंगी कीमतें. नई दिल्ली: Fuel Price Today : देश में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के तहत मतगणना हो रही है. पेट्रोल-डीजल की कीमतों के लिहाज से ये अहम है क्योंकि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव नतीजों के बाद इसका असर दामों पर पड़ेगा. कीमतों में बढ़ोतरी वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में अधिक स्पष्टता आने के इंतजार में है. कच्चा तेल बुधवार की शाम तक 129 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर चल रहा था. वहीं, गुरुवार की सुबह अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 2% की बढ़त के साथ 113.2 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। उधर, सीएनजी के दाम भी बढ़ गए हैं, ऐसे में इतना तो साफ है कि अगले कुछ ही दिनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में अप्रत्याशित तेजी देखी जा सकती है. बता दें कि अभी मंगलवार को ही दिल्ली और आसपास के शहरों में सीएनजी के दाम मंगलवार को 50 पैसे प्रति किलोग्राम की दर से बढ़ा दिए गए. दिल्ली में सीएनजी की खुदरा बिक्री करने वाली इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) की वेबसाइट पर नई दरों की जानकारी दी गई है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में सीएनजी की कीमत अब 57.51 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. फिलहाल, देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के ये दाम चल रहे हैं. पेट्रोल-डीजल के ��ौजूदा रेट दिल्ली: पेट्रोल – ₹95.41 प्रति लीटर; डीजल - ₹86.67 प्रति लीटर मुंबई: पेट्रोल – ₹109.98 प्रति लीटर; डीजल – ₹94.14 प्रति लीटर कोलकाता: पेट्रोल – ₹104.67 प्रति लीटर; डीजल – ₹89.79 प्रति लीटर चेन्नई: पेट्रोल – 101.40 रुपये प्रति लीटर; डीजल – ₹91.43 प्रति लीटर नोएडा: पेट्रोल – ₹95.51 प्रति लीटर; डीजल – ₹87.01 प्रति लीटर भोपाल: पेट्रोल – ₹107.23 प्रति लीटर; डीजल – ₹90.87 प्रति लीटर बेंगलुरु: पेट्रोल – ₹100.58 प्रति लीटर; डीजल – ₹85.01 प्रति लीटर लखनऊ: पेट्रोल- 95.28 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 86.80 रुपये प्रति लीटर पटना: पेट्रोल- 106.48 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 91.63 रुपये प्रति लीटर चंडीगढ़: पेट्रोल – ₹94.23 प्रति लीटर; डीजल – 80.90 रुपये प्रति लीटर जयपुर: पेट्रोल- 107.02 रुपये प्रति लीटर, डीजल- 90.66 रुपये प्रति लीटर ऐसे चेक करें अपने शहर में तेल के दाम देश में अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल बाजार के दामों के मुताबिक हर रोज ईंधन तेल के घरेलू दाम संशोधित किए जाते हैं. ये नए दाम हर रोज सुबह 6 बजे लागू हो जाते हैं. अच्छी बात है कि  आप घर बैठे ईंधन की कीमत का पता कर सकते हैं. घर बैठे तेल की कीमत पता करने के लिए आपको इंडियन ऑयल मैसेज सेवा के तहत मोबाइल नंबर 9224992249 पर SMS भेजना होगा. Read the full article
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vinayrai · 3 years ago
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जनता पर महंगाई की मार, LPG सिलेंडर होने जा रहा है 1000 रुपये के पार
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Coronavirus से तो शायद आप एक बार को बच भी जाएं लेकिन ये महंगाई आपकी जान लेकर ही दम लेगी। आपके घर में अगर LPG Cylinder है तो इसे समेट कर कहीं कोने में रख दीजिए। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जल्द ही इसे भरवाने के लिए आपको 1000 रुपये अपने जेब से निकालने पड़ेंगे। सिर्फ तेल ही नहीं बाकी चीज़ों में आपको राहत की सांस लेने को नहीं मिलेगी।
त्यौहार के मौसम में आपको LPG गैस के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है। पिछले एक सप्ताह से जहां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है, वहीं LPG गैस Cylinder के दाम भी बढ़ सकते हैं। कीमतें एक हजार का आंकडा पार कर सकती है। वैसे 18 दिन से स्थिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज बदलाव से इसकी शुरुआत भी हो गई है। अब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। पिछले दस दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है। कच्चे तेल की कीमत अगस्त में कच्चे तेल के दाम 74.22 डॉलर प्रति बैरल थे। सितंबर में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर पार सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का रुझान जारी रहता है, तो इसका असर तेल की कीमतों पर होगा। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ सकते हैं।
इस साल एक जनवरी के बाद Delhi में LPG गैस Cylinder की कीमत 190.50 रुपए बढ़ी है, जबकि पिछले साल से कीमत दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। इस वक्त देश के चुनिंदा राज्यों में उपभोक्ताओं को LPG Cylinder  पर सब्सिडी का लाभ मिल रहा है। इनमें लद्दाख, लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार, उत्तर पूर्व के राज्य और कुछ राज्यों के पिछडे़ क्षेत्र शामिल हैं। सब्सिडी पर सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021 के दौरान डीबीटी के तहत 3559 रुपए खर्च किए हैं।
कच्चे तेल और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में गैस की कीमत बढ़ती है, तो LPG गैस भी मंहगी होगी। इसके साथ सरकार LPG गैस सब्सिडी को भी पूरी तरह खत्म कर सकती है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सब्सिडी सिर्फ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को दी जा सकती। वहीं, सरकार के आंतरिक सर्वे में यह बात मानी गई है कि उपभोक्ता एक हजार रुपए का सिलेंडर खरीद सकते हैं।
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abhay121996-blog · 3 years ago
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कच्चे तेल में तेजी के रुख से भारत की बढ़ी चिंता Divya Sandesh
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कच्चे तेल में तेजी के रुख से भारत की बढ़ी चिंता
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की ऑल टाइम हाई कीमत से परेशान भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार से बुरी खबर आई है। अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में कच्चा तेल (क्रूड ऑयल) लगातार महंगा होता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड करीब महंगा होकर 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया है। पिछले कारोबारी सत्र में ब्रेंट क्रूड 1.31 डॉलर चढ़कर 76.05 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है। इसी तरह अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई क्रूड) भी 1.33 डॉलर की तेजी के साथ 73.62 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है। पिछले दस दिनों में ब्रेंट क्रूड की कीमत में प्रति बैरल चार डॉलर से अधिक की तेजी आ चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार से आई ये खबर भारत के लिए इसलिए भी चिंताजनक है, क्योंकि भारत पेट्रोल और डीजल की अपनी 80 फीसदी से अधिक जरूरत आयातित कच्चे तेल से ही पूरा करता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने का सीधा असर घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ता है। हालांकि भारत में पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात ये है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी के बावजूद घरेलू बाजार में पिछले 13 दिनों से पेट्रोल और डीजल कीों कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। इसकी वजह से फिलहाल राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर और डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर के पूर्व स्तर पर ही बिक रहा है।
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बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी के कारण भारत में भी सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी करने का दबाव बना हुआ है, लेकिन ओपेक प्लस देशों की बैठक में हुए कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी के फैसले के कारण सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां फिलहाल कोई भी फैसला लेने के पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार पर नजर रखी हुई हैं।
बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई उछाल की मूल वजह अमेरिकी तेल भंडार के लिए कच्चे तेल की खरीद में आई तेजी को माना जा रहा है। दरअसल पिछले सप्ताह ही अमेरिका के कच्चे तेल के भंडार में कमी आने का आंकड़ा अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्��ीट्यूट ने जारी किया था। इसके मुताबिक कच्चे तेल की निकासी में बढ़ोतरी होने के कारण अमेरिका के क्रूड ऑयल इन्वेंटरी में कमी आई है। इसी वजह से अपने तेल भंडार को दोबारा भरने के लिए अमेरिका बड़े पैमाने पर कच्चे तेल की खरीद कर रहा है। इस कारण अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड और डब्ल्यूटीआई क्रूड दोनों की कीमत में तेजी आ गई है।
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माना जा रहा है कि अमेरिकी तेल भंडार के लिए खरीदारी पूरी होने के बाद एक बार फिर कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आ सकती है। कमोडिटी एक्सपोर्ट विजय सावंत के मुताबिक तेल निर्यातक देशों और उनके सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) के बीच कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ाने की बात को लेकर सहमति बन गई है। ओपेक प्लस की बैठक में अगस्त 2021 से लेकर दिसंबर 2021 तक कच्चे तेल के उत्पादन में रोजाना 4 लाख बैरल की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया है। अगस्त से इस फैसले के अमल में आ जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग की तुलना में कच्चे तेल की आपूर्ति बढ़ सकेगी, जिसकी वजह से कच्चे तेल के दाम में कमी आने की संभावना बनेगी। ओपेक प्लस देशों की बैठक में रूस के साथ ही सऊदी अरब, इराक और कुवैत में अपना प्रोडक्शन कोटा बढ़ाने की भी मांग की थी, जिसपर संगठन ने सहमति दे दी थी।
संभावना जताई जा रही है कि ओपेक प्लस देशों के बीच बनी सहमति के कारण कच्चे तेल की कीमतों में उत्पादन स्तर पर अब और बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। अगर कच्चे तेल की कीमत में ज्यादा उतार चढ़ाव नहीं आया, तो भारत में भी पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर बने रह सकते हैं। वहीं अगर उत्पादन बढ़ने की वजह से कच्चे तेल की कीमत में कमी होती है, तो भारत में भी पेट्रोल और डीजल के कुछ सस्ता होने की उम्मीद की जा सकती है।
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mwsnewshindi · 2 years ago
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एमपी पेट्रोल डीजल रेट टुडे: भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल? यहां चेक दर
एमपी पेट्रोल डीजल रेट टुडे: भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल? यहां चेक दर
भोपाल: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी है (एमपी पेट्रोल डीजल रेट)। इसके साथ ही खुदरा बाजारों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आ सकती है. हालांकि पेट्रोलियम कंपनियों ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है। एमपी के शहरों में भी पेट्रोल और डीजल की दरें स्थिर हैं। पेट्रोल…
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bhaskarhindinews · 5 years ago
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Fuel Price: कोरोना संकट में जारी है पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी, जानें आज की कीमत
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हाईलाइट
पेट्रोल की कीमत में 33 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि
डीजल के दाम में भी 57 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ोतरी
आगामी दिनों में और भी बढ़ाए जा सकते हैं दाम
कोरोना संकट के बीच देश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के दाम में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude oil) की कीमत में लंबे समय तक गिरावट के बाद हल्की तेजी देखने को मिली है। आज (सोमवार, 22 जून) भारतीय तेल (Indian Oil) विपणन कंपनियों ने लगातार 16 वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा किया है। पेट्रोल के रेट में जहां 33 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है। वहीं डीजल 57 पैसे प्रति लीटर तक महंगा हो गया है। देखा जाए तो पिछले 16 दिनों में पेट्रोल जहां 8.30 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ है वहीं डीजल की कीमत भी 9.45 रुपए प्रति लीटर बढ़ गई है।
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vilaspatelvlogs · 4 years ago
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Petrol Price Today 21 April 2021: पेट्रोल अब भी 100 के पार, फिर बढ़ सकते हैं दाम! कच्चा तेल पहुंचा 67 डॉलर
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Petrol Price 21 April 2021 Update: पेट्रोल-डीजल की कीमतों आज छठे दिन राहत है, कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अप्रैल के महीने में आम लोगों को महंगे पेट्रोल-डीजल से 15 अप्रैल को थोड़ी राहत मिली थी. इसके पहले लगातार 15 दिन तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ था. अप्रैल से पहले मार्च के महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तीन बार कटौती हुई थी. अप्रैल में ये पहली कटौती है. इधर अंतरराष्ट्रीय…
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manas86 · 4 years ago
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OPEC+ देशों ने उठाया ये कदम, और बढ़ सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
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