#नीतीश कुमार और शराबबंदी
Explore tagged Tumblr posts
Text
CIN / शराब पर सख्त मुख्यमंत्री नीतीश, दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो-CM नें ट्वीट कर दिया बाद संदेश
Kaushlendra Pandey -CIN पटना / शराब पर सख्त मुख्यमंत्री नीतीश, दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो-CM नें ट्वीट कर दिया बाद संदेश. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा कि शराब पीने से न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होता है बल्कि परिवार और समाज में भी असंती क्या माहौल उत्पन्न होता है. पूरे बिहार राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है इसका सभी लोगों को पालन करना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने संदेश में कहा…
0 notes
Text
UP के इस अफसर का बिहार में जलवा, 'कड़क' IAS केके पाठक का प्रयागराज से क्या है नाता?
बलिया: बिहार में एक IAS अफसर का इन दिनों खूब जलवा है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। वे अपने कार्यशैली को लेकर लगातार सुर्खियों में रहते हैं। केके पाठक का जन्म 1968 में यूपी में हुआ था। 1990 बैच के अधिकारी पाठक ने अपनी पढ़ाई-लिखाई प्रयागराज से की है। उनका परिवार मूलरूप से बलिया का रहने वाला बताया जाता है। वर्ष 2021 में फेम इंडिया मैगजीन ने ��ेश के 50 असरदार ब्यूरोक्रेट्स की सूची जारी की थी, जिसमें केके पाठक का नाम भी शामिल था। 1990 में केके पाठक को पहली नियुक्ति बिहार के कटिहार जिले में मिली थी। इसके बाद वह गिरिडीह में एसडीओ रहे। इसके बाद वह बेगूसराय, शेखपुरा और बाढ़ में भी एसडीओ पर तैनात रहे। 1996 में पहली बार केके पाठक डीएम बने और उन्हें गिरिडीह में नियुक्त किया गया। जब राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं, तब पाठक को लालू यादव के गृह जिले गोपालगंज की जिम्मेदारी भी मिली। इसी दौरान पहली बार पाठक चर्चा में आए क्योंकि उन्होंने गोपालगंज में एमपी फंड से बने एक अस्पताल का शुभारंभ एक सफाईकर्मी से करवा दिया था। यह फंड गोपालगंज के तत्कालीन सांसद और राबड़ी देवी के भाई साधु यादव ने दिया था। केके पाठक के इस फैसले से बिहार में काफी बवाल मचा था। इसके बाद उन्हें डीएम के पद से हटाकर वापस सचिवालय बुला लिया गया था। नीतीश कुमार के खास अफसरों में शुमार कहा जाता है कि केके पाठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते अफसरों शामिल हैं। 2005 में नीतीश की सरकार बनने पर केके पाठक को बड़ा पद मिला। उन्हें बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण का प्रबंध निदेशक बनाया गया। नीतीश के करीबी अफसर अरुण कुमार के निधन के बाद पाठक को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई। 2010 में केके पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे। महागठबंधन की सरकार बनने पर नीतीश कुमार ने पाठक को 2015 में दिल्ली से वापस बिहार बुला लिया था। 2017 में एक बार फिर पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली भेजे गए। फिर 2021 में वह प्रमोशन के साथ बिहार वापस लौटे। बिहार में शराबबंदी लागू करने की कमान उन्हें ही सौंपी गई। दागदार भी रहा है करियर केके पाठक जहां एक तरफ अपने कड़क फैसलों के लिए जाने जाते हैं, दूसरी तरफ उनका करियर दागदार भी रहा है। 2018 में पटना हाईकोर्ट ने केके पाठक पर 1.75 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। SBI के सात बैंक मैनेजरों ने उन पर मनमानी का आरोप लगाया था। स्टैंप ड्यूटी देर से जमा करने से जुड़े इस मामले में कोर्ट ने आरोप सही पाए थे। पटना हाईकोर्ट में हाजिरी ना लगाने को लेकर वॉरंट से लेकर विभागीय बैठक में अपशब्दों के कथित इस्तेमाल तक केके पाठक के खिलाफ आरोपों की लंबी फेहरिस्त है। http://dlvr.it/T4xpD3
0 notes
Text
सूखे बिहार के सीवान जिले में ताजा जहरीली शराब से चार लोगों की मौत, एक दर्जन से अधिक बीमार | In a recent hooch catastrophe in Siwan, arid Bihar, four people pass away and over a dozen get sick;
जहरीली शराब कांड में
इस घटना में छह लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है जबकि 16 को गिरफ्तार किया गया है।
बिहार के सीवान जिले में हाल ही में जहरीली शराब कांड में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक गंभीर रूप से बीमार हो गए। इस घटना में छह लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है जबकि 16 को गिरफ्तार किया गया है। अप्रैल 2016 में बिहार को ड्राई स्टेट घोषित किया गया था।
घटना सीवान जिले के भोपतपुर पंचायत के बाला गांव की है जहां ग्रामीणों ने 21 जनवरी को जहरीली शराब पी ली और रविवार की रात से उनकी हालत बिगड़ने लगी और उन्हें सीवान जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सीवान जिला प्रशासन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, 'सीवान जिला अस्पताल में शाम करीब 7 बजे कम से कम 10 लोगों को भर्ती कराया गया. एम। रविवार को पेट दर्द, जी मिचलाने और चक्कर आने की शिकायत के बाद। जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा। 'हमने ग्रामीणों से भी बात की है और उनसे आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार के बारे में निडर होकर रिपोर्ट करें। किसी भी मासूम को परेशान नहीं किया जाएगा और एक मेडिकल टीम गांव में डेरा डाले हुए है। एक जांच दल का गठन किया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद हम और अधिक जानकारी दे पाएंगे', श्री पांडे ने कहा।
जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी
नाम न छापने की शर्त पर जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द हिंदू को स्वीकार किया कि कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है और 14 सीवान, गोरखपुर (पूर्वी उत्तर प्रदेश में) और पटना के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। हालांकि, ग्रामीणों ने कहा कि सीवान में मरने वालों की संख्या सात हो गई है, जबकि छह लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि इस घटना में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की जांच के लिए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गांव पहुंचे हैं। सैनेटाइजर बनाने के लिए कलकत्ता से स्पिरिट लाया गया था, जिसे 18 जनवरी को मुजफ्फरपुर से सीवान पहुंचाया गया था, श्री गंगवार ने मीडियाकर्मियों को बताया।
'मौत का आंकड़ा'
इस बीच, ग्रामीणों ने दावा किया कि मरने वालों की संख्या सात हो गई है और उन्होंने सीवान जहरीली शराब त्रासदी में मृतकों के नाम सूचीबद्ध किए हैं: सुरेंद्र रावत (30), नरेश रावत (42), धुरंधर मांझी (37), जनकदेव रावत (30)। , जितेंद्र मांझी (18), राजेश रावत (25) और राजू मांझी (35)। 'इन सभी ने अन्य ग्रामीणों के साथ स्थानीय स्तर पर जहरीली शराब पी थी और घर लौट आए थे। रविवार रात उनकी हालत बिगड़ गई और अगली सुबह तक उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा, 'इसके अलावा, कई ग्रामीणों की हालत गंभीर है और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।'
इससे पहले दिसंबर 2022 में पड़ोसी जिले सारण में जहरीली शराब पीने से कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई थी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने जांच के लिए सारण घटना का स्वत: संज्ञान लिया था। इस घटना ने बिहार विधानसभा में भी राजनीतिक गतिरोध पैदा कर दिया था, विपक्षी भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की थी, क्योंकि उनकी सरकार राज्य में प्रभावी ढंग से शराबबंदी लागू करने में विफल रही थी। भाजपा नेताओं ने यह भी दावा किया कि सारण जहरीली शराब घटना में 100 से अधिक लोग मारे गए थे...
0 notes
Text
बिहार में नेता और अधिकारी पीते हैं शराब, लागू हो गुजरात मॉडल : जीतनराम मांझी
बिहार में नेता और अधिकारी पीते हैं शराब, लागू हो गुजरात मॉडल : जीतनराम मांझी
बेगूसराय। हम के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ��ीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर शराबबंदी के नाम पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने एससी-एसटी वर्ग के लोगों पर एक्ट का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया है। शुक्रवार को बेगूसराय के कैथ में यज्ञ का शुभारंभ करने के लिए जाने के दौरान सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि…
View On WordPress
0 notes
Text
मानवाधिकार आयोग पर भड़के नीतीश ने कहा, संविधान जान लीजिए, दौरे का कोई मतलब नहीं
बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत की जांच करने पहुंची मानवाधिकार आयोग की टीम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सवाल खड़ा करते हुए कहा संविधान जान लीजिए, शराबबंदी किसका अधिकार है।
उन्होंने भाजपा के मृतकों के परिजनों को मुआवजा को लेकर धरने पर बैठने और हंगामा को भी गलत बताया।
https://www.deshbandhu.co.in/news/leadstory-nitish-got-angry-on-the-human-rights-commission-said-know-the-constitution-there-is-no-point-in-the-tour-312941-1
0 notes
Text
नीतीश कुमार के 'जो पिएगा वो मरेगा' वाले बयान पर भड़की बीजेपी
नीतीश कुमार के ‘जो पिएगा वो मरेगा’ वाले बयान पर भड़की बीजेपी
बिहार में जहरीली शराब के कारण मौत का आंकड़ा 39 तक पहुंच गया है. पहले जब शराबबंदी नहीं तब भी बिहार (Bihar) में घरों के चिराग बुझ रहे थे और अब जब शराब पर बैन है तो अब भी हालात कुछ बदलते नजर नहीं आ रहे. राज्य में चीख पुकार मची हुई है. मरने वालों ने आंखों की रोशनी तक जाने की बात कही है. ये आंकड़ा तो केवल हाल ही के दिनों का है. अगर पिछले कुछ सालों को रिकॉर्ड देखें तो तो मौत के आंकड़े डराने वाले हैं.…
View On WordPress
0 notes
Text
Chhapra Hooch Spurious Liquor Tragedy Death 202 After Liquor Ban 2016 In Bihar Abpp
Chhapra Hooch Spurious Liquor Tragedy Death 202 After Liquor Ban 2016 In Bihar Abpp
बिहार के छपरा जिले के मशरख, इशुआपुर, आमनौर और मढ़ौरा प्रखंड के अलग-अलग जगहों पर जहरीली शराब पीने से 39 लोगों की मौत हो गई है. 12 दिसंबर को हुई इस घटना के बाद बिहार में बवाल मचा है. विपक्षी पार्टी जहरीली शराब से हुई मौत पर सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा मांग रही है. दूसरी ओर सदन में नीतीश ने इसका बचाव करते हुए कहा है, कि जो शराब पिएगा, वो मरेगा ही. बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. इसके…
View On WordPress
0 notes
Text
गिरिराज सिंह ने कहा- शराबबंदी कानून पर फिर से विचार करें नीतीश; राम कृपाल ने मांगा सीएम का इस्तीफा
गिरिराज सिंह ने कहा- शराबबंदी कानून पर फिर से विचार करें नीतीश; राम कृपाल ने मांगा सीएम का इस्तीफा
बिहार विधानसभा में नकली शराब की अवैध बिक्री और मौत के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार भाजपा के अन्य नेताओं ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में शराबबंदी नीति पर पुनर्विचार करने की मांग की. शराबबंदी के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए दिल्ली संसद के बाहर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को बैन के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक…
View On WordPress
0 notes
Text
विपक्ष के बाद अब नीतीश कुमार को BJP ने घेरा, एमएलसी संजय पासवान बोले-, बिहार में शराबबंदी कानून की समीक्षा हो
विपक्ष के बाद अब नीतीश कुमार को BJP ने घेरा, एमएलसी संजय पासवान बोले-, बिहार में शराबबंदी कानून की समीक्षा हो
बिहार में शराबबंदी को लेकर एक ओर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमला बोल रही है। वहीं अब सरकार के सहयोगी दलों के नेताओं ने भी राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा एमएलसी संजय पासवान ने… Source link
View On WordPress
#bihar news#Hindi News#Hindustan#Liquor Ban in Bihar#liquor ban law in Bihar#News in Hindi#Nitish Kumar and liquor ban#statement by BJP MLC Sanjay Paswan#नीतीश कुमार और शराबबंदी#बिहार न्यूज#बिहार में शराबबंदी#बिहार में शराबबंदी कानून#भाजपा एमएलसी संजय पासवान का बयान#हिन्दुस्तान
0 notes
Text
विधायक सत्येंद्र यादव फिर सुर्खियों में सीएम नीतीश कुमार से की सस्ती और बेहतर शराब के इंतजाम की मांग
विधायक सत्येंद्र यादव फिर सुर्खियों में सीएम नीतीश कुमार से की सस्ती और बेहतर शराब के इंतजाम की मांग
Bihar: बिहार में शराबबंदी लागू है, कानून और सरकार मिलकर इसे कड़ाई से लागू करा रही है वही इसे लेकर एक विधायक ने बड़ा बयान दिया है, विधायक ने यह भी कह दिया है कि बिहार में नीतीश कुमार को ��स्ती और बेहतर शराब का इंतजाम करवाना चाहिए। विधायक सत्येंद्र यादव फिर सुर्खियों में सीएम नीतीश कुमार से की सस्ती और बेहतर शराब के इंतजाम की मांग Liquor prohibition is in force in Bihar, the law and the government…
View On WordPress
#Bihar#breaking news#Naye subah#Patna news#नईसुबह न्यूज़#बिहार लेटेस्ट न्यूज़#bihar Corona news#Bihar crime news#Bihar headline#Bihar news#CPI(M) विधायक डॉ सत्येंद्र यादव#daily news#local news#news#ड्रीम प्रोजेक्ट#बयान#मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दरबार में पहुंचा फरियादी भोजपुरी से अश्लीलता खत्म करने की फरि#विधायक डॉ सत्येंद्र यादव फिर सुर्खियों में सीएम नीतीश कुमार से की सस्ती और बेहतर शराब के इंतजा#शराब#शराबबंदी
0 notes
Text
11 साल के सोनू कुमार ने नीतीश कुमार के सामने हाथ जोड़कर कहा, 'सर हमें पढ़ने की हिम्मत दीजिए
11 साल के सोनू कुमार ने नीतीश कुमार के सामने हाथ जोड़कर कहा, ‘सर हमें पढ़ने की हिम्मत दीजिए
यहां तक कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी शराबियों को बड़ा पापी बताया है. हालांकि, बिहार में नीतीश सरकार के शराबबंदी के असर को 11 साल के एक लड़के ने उजागर किया. दरअसल, एक जनसंवाद कार्यक्रम में 11 साल के सोनू कुमार ने नीतीश कुमार के सामने हाथ जोड़कर कहा, ‘सर हमें पढ़ने की हिम्मत दीजिए. सोनू ने कहा कि उसके पिता की दही की दुकान है और वह जो भी कमाता है उसे शराब पीने में खर्च कर देता है। …
View On WordPress
#11 year old sonu kumar sir give us courage to read#11 साल के सोनू कुमार &039;सर हमें पढ़ने की हिम्मत दीजिए#नीतीश कुमार#सोनू कुमार
0 notes
Text
पटना /शराब और समाज पर भाजपा का चलनी चरित्र हुआ उजागर, मातृशक्ति का विरोधी है बीजेपी -अंजुम आरा
पटना /शराब और समाज पर भाजपा का चलनी चरित्र हुआ उजागर, मातृशक्ति का विरोधी है बीजेपी -अंजुम आरा
कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट पटना से /शराब और समाज पर भाजपा का चलनी चरित्र हुआ उजागर, मातृशक्ति का विरोधी है बीजेपी. जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा और प्रवक्ता अनुप्रिया ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि जिस प्रकार से शराबबंदी के कानून का मखौल उड़ाया जा रहा है. उसे साबित होता है कि भारतीय जनता पार्टी बिहार में मातृशक्ति उत्थान के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किए जा…
View On WordPress
0 notes
Text
बिहार विधा��सभा ने शराब बंदी को कम सख्त बनाने के लिए शोध विधेयक पारित किया भारत समाचार
बिहार विधानसभा ने शराब बंदी को कम सख्त बनाने के लिए शोध विधेयक पारित किया भारत समाचार
पटना: बिहार विधानसभा ने बुधवार को बिहार मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया, जो राज्य में पहली बार शराबबंदी को कम सख्त बनाने का प्रयास करता है। यह बिल नीतीश कुमार सरकार द्वारा अदालतों में लंबित मामलों की संख्या और जेलों में विचाराधीन कैदियों की संख्या में लगातार वृद्धि की आलोचना के बाद आया है। विधेयक के नए प्रावधानों के तहत, राज्य सरकार को कुछ श्रेणियों के अपराधों के लिए…
View On WordPress
0 notes
Text
'महापापी, उन्हें भारतीयों पर विचार न करें': हूच मौतों पर केंद्रित, नीतीश कुमार ने राहत पर स्पष्टीकरण दिया
‘महापापी, उन्हें भारतीयों पर विचार न करें’: हूच मौतों पर केंद्रित, नीतीश कुमार ने राहत पर स्पष्टीकरण दिया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो राज्य में शराब की त्रासदियों पर आलोचना का सामना कर रहे हैं, ने शराब का सेवन करने वालों को “महापापी” (पापी) कहा है और कहा है कि राज्य सरकार को जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों को राहत देने के लिए उत्तरदायी नहीं बनाया जा सकता है। . बिहार विधानसभा में एक संशोधन विधेयक पेश करने और पारित होने के बाद, जो राज्य में पहली बार शराबबंदी करने वालों के लिए शराब प्रतिबंध…
View On WordPress
0 notes
Text
भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कुढ़नी पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश और ओवैसी पर किया जोरदार हमला
भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कुढ़नी पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश और ओवैसी पर किया जोरदार हमला
मुजफ्फरपुर। कुढ़नी विधानसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने बुधवार को पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक साथ सीएम नीतीश कुमार और ओवैसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत विभाजन के समय गैर हिंदुओ के लिए अलग राष्ट्र बनाया गया, उस समय हमारे पूर्वजों से ही गलती हुई है। वरना आज ओवैसी जैसे लोग दूसरा जिन्ना नहीं बनते। वहीं सीएम नीतीश कुमार को शराबबंदी पर घेरा। गिरिराज ने…
View On WordPress
0 notes
Text
शराबबंदी पर गिरिराज सिंह का तंज
शराबबंदी पर गिरिराज सिंह का तंज
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित भाजपा के कई नेताओं ने छपरा में हुई संदिग्ध मौतों को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशान साधा है. गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी नीति पर पुनर्विचार करने की मांग करते हुए दावा किया कि राज्य सरकार नकली शराब की अवैध बिक्री पर रो�� लगाने में विफल रही है, जि��से मौतें हो रहीं और अपराध बढ़ रहा. बताया दें कि मीडिया में आई खबरों के अनुसार छपरा में…
View On WordPress
0 notes