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छावा 2025 मूवी रिव्यू: विक्की कौशल के बेहतरीन अभिनय और धमाकेदार एक्शन का धमाल


छावा फिल्म में विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना (क्रेडिट:पोस्टर/मैडॉक फिल्म्स ,दिनेश विजन )
परिचय
14 फरवरी को रिलीज हुई छावा 2025 मूवी ऐतिहासिक ड्रामा पर आ��ारित है| जिसका निर्देशन लक्ष्मण उत्तेकर ने किया है| फिल्म की टोन ऐतिहासिक ड्रामा और थीम योद्धा जीवनी पर है| फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ यह संदेश भी देती है कि हमारे देश में ऐसे कितने ही वीर और योद्धा पैदा हुए जिनके अनछुए पहलुओं के बारे में कोई नहीं जानता और उनकी अतीत की कहानियों को पर्दे पर अभी तक नहीं दर्शाया गया है| उनमें से एक मराठा छत्रपति संभाजी महाराज जिनकी जीवनी पर यह फिल्म बनाई गई है| यह शिवाजी सावंत के मराठी उपन्यास छावा का फिल्मी रूपांतरण है फिल्म के ट्रेलर में जितना मनोरंजन दिखाई देता है फिल्म उससे कहीं ज्यादा पर्दे पर लेकर आती है और दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरी उतरती है| छावा फिल्म की मुख्य भूमिकाओं को विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना, अक्षय खन्ना, डायना पेंटी, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता ने निभाया है|
छावा कौन था?
अगर संभाजी महाराज के नाम छावा की बात की जाए तो ये नाम रखने के पीछे कोई बड़ा इतिहास नहीं रहा है बल्कि उन्हें शिवाजी महाराज प्यार से छावा कहते थे|
छावा का अर्थ?
छावा का अर्थ शेर का बच्चा होता है और शेर के बच्चे को मराठी में छावा कहते है।
छावा फिल्म की कहानी
यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज और मुगल सम्राट औरंगजेब की कहानी पर है जब संभाजी महाराज बुरहानपुर पर हमला करके औरंगजेब के सभी सैनिकों को मारकर किले पर फतेह करते हैं और बुरहानपुर को बंजर जमीन में तब्दील कर देते हैं तब औरंगजेब अपने सैनिकों को लेकर संभाजी महाराज के साम्राज्य को खत्म करने रायगढ़ की ओर चल देता है| औरंगजेब का बेटा अकबर भी अपने पिता को खत्म करने के लिए संभाजी महाराज से मदद मांगता है| क्या वह संभाजी महाराज तक पहुंच पाएगा? क्या संभाजी महाराज औरंगजेब को मारने में अकबर की मदद करेंगे? फिल्म के अंत में किसकी जीत होगी? इन सभी सवालों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|
अभिनय और चरित्र
छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका में विक्की कौशल का अभिनय देखते ही बनता है उन्होंने अपने रोल में जान फूंक दी है उनकी अभिनय क्षमता अव्वल दर्ज की है उनको अपने अब तक के करियर का सबसे शानदार और दमदार भूमिका मिली है उन्होंने बहुत ही संपूर्णता ��े साथ इस भूमिका को निभाया है चाहे उनकी डायलॉग बोलने की अदायगी हो, स्टंट्स करने की दृश्य हो, बॉडी लैंग्वेज हो, व्यक्तित्व हो या भावनात्मक दृश्य हो, मुझे उनके अभिनय में जरा सी भी कोई कमी नजर नहीं आई| इस भूमिका को निभाने के लिए उनको बहुत प्रशंसा मिलने वाली है और उनका 2025 के सभी अवॉर्ड फंक्शंस में बहुत सारे पुरस्कार मिलने वाले है| संभाजी के गेटअप और उनके व्यक्तित्व में वह पूरी तरह से फिट बैठते है| महारानी येसुबाई की भूमिका में रश्मिका मंदाना का अभिनय भी देखने लायक है उनकी भूमिका ज्यादा लंबी तो नहीं थी पर उन्होंने बहुत बढ़िया अभिनय किया| वह फिल्म में बहुत खूबसूरत भी नजर आई| एक मराठन की भूमिका को निभाने में उन्होंने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया और वह काफी हद तक इसमें सफल भी रही| मुगल सम्राट औरंगजेब की भूमिका में अक्षय खन्ना का अभिनय भी काबिले तारीफ है बिना डायलॉग बोले आंखों और चेहरे से कैसे अभिनय किया जाता है यह उन्होंने साबित कर दिया| उनका अभिनय भी उत्तम दर्जे का है उनकी भूमिका भी ज्यादा लंबी नहीं थी पर छोटी सी भूमिका में भी वह कमाल कर गई| सरसेनापति हम्बिराव मोहिते की भूमिका में आशुतोष राणा का अभिनय भी दमदार रहा उनकी जितनी भी भूमिका है उन्होंने अपना 100% देने की कोशिश की| सहायक भूमिकाओं में विनीत कुमार सिंह, संतोष जुवेकर, प्रदीप रावत और आलोक नाथ सभी का अभिनय भी बहुत अच्छा रहा| डायना पेंटी और दिव्या दत्ता के रोल की कोई जरुरत नहीं थी| जबरदस्ती उनका रोल क्यूँ डाला गया समझ से परे है|
निर्देशन
इस फिल्म को लक्ष्मण उत्तेकर ने निर्देशित किया है| वह एक सफल सिनेमेटोग्राफर भी है, इससे पहले इन्होंने मराठी में तापाल (2014), लालबागची रानी (2016) का निर्देशन किया है, और हिंदी में लुकाछिपी (2019), ज़रा हटके ज़रा बचके (2023) का निर्देशन किया है और तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया (2024) की सिनेमेटोग्राफी की है, अगर इनका रिकॉर्ड देखे तो वह दोनों डिपार्टमेंट्स में सबसे ज्यादा सफल नज़र आते है, ऐसे लोग फिल्म इंडस्ट्री में विरले ही मिलते है, सभी फिल्में एक से एक बढ़कर बनाई है| यह भी उसी कैटेगरी में आती है उन्होंने बहुत ही शानदार, जानदार और दमदार निर्देशन किया है उन्होंने फिल्म को बिल्कुल अलग तरह से फिल्माया है बड़े लार्ज स्केल पर फिल्म बनाई गई है और वह फिल्म को शुरू से लेकर अंत तक डोर अपने हाथों में कस के पकड़ के रख पाए| इ��ने मुश्किल विषय पर फिल्म बनाना सबके बस की बात नहीं है, पर उन्होंने इस विषय पर फिल्म बनाकर साबित कर दिया कि वह किसी भी तरह की एक अच्छी, बढ़िया और अलग तरह की फिल्म बना सकते है| एग्जीक्यूशन बहुत ही बढ़िया किया गया है वह सभी से बहुत बढ़िया अभिनय निकलवाने में कामयाब रहे| इसके लिए उनकी जितनी प्रसन्नता की जाए कम है|

छावा फिल्म में विक्की कौशल (क्रेडिट:स्क्रीनशॉट/मैडॉक फिल्म्स ,दिनेश विजन)
कहानी
फिल्म की कहानी शिवाजी सावंत की मराठी उपन्यास छावा पर आधारित है|
पटकथा-डायलॉग
फिल्म की पटकथा लक्ष्मण उत्तेकर, ऋषि विरमानी, ओमकार महाजन, उन्मन बनकर, कौस्तुभ सावरकर ने बहुत ही दमदार लिखी है| और पूरी तरह से संतुलित है पटकथा में कहीं भी किसी भी तरह की कमी नजर नहीं आती और बहुस्तरीय है| डायलॉग तो फिल्म की सबसे बड़ीUSP है| बहुत ही बढ़िया, थोड़े से हटकर और स्फूर्ति से भरे हुए डायलॉग लिखे गए हैं खासकर विक्की कौशल के| मराठी लहज़ा का बहुत बढ़िया से इस्तेमाल किया गया है|
सिनेमैटोग्राफी
सौरभ गोस्वामी की सिनेमैटोग्राफी बहुत ही शानदार है एरियल व्यूज दृश्य, दूर से दृश्य तो बहुत बढ़िया से फिल्माए गए है 360 डिग्री वाले दृश्य भी बहुत सारे है| कमरे पर फिल्म को बहुत अच्छे से कैप्चर किया गया है|
एडिटिंग
मनीष प्रधान की एडिटिंग थोड़ी सी कसी हुई होती तो बढ़िया रहता और 15-20 मिनट की फिल्म भी काटी जा सकती है, कहीं कहीं पर फिल्म की गति धीमी है और अंत तो लंबा खींचा गया है लेकिन इतनी बढ़िया फिल्म बनाई गई है तो इन कमियों को इग्नोर कर सकते है|
संगीत और बैकग्राउंड स्कोर
ए आर रहमान का बैकग्राउंड स्कोर इतना दमदार नहीं है थोड़ा और दमदार बन सकता है, फिल्म में यह कमी थोड़ी सी खलती है, संगीत भी ठीक-ठाक ��ै और संगीत का ज्यादा स्कोप भी नहीं है जाने तू अरिजीत सिंह की आवाज में ��हुत सुरीला और संगीतबद्ध किया गया गाना है आया रे तूफान और जिंदा रहे जो ए आर रहमान की आवाज में है, ठीक-ठाक है और एक बार सुने जा सकते है| कुछ गीतों को बैकग्राउंड स्कोर में भी इस्तेमाल किया गया है|
प्रोडक्शन डिजाइन
सुब्रत चक्रवर्ती, अमित रे का प्रोडक्शन डिजाइन जो बहुत ही अच्छा है 400 साल पुराने प्रोडक्शन डिजाइन को बनाना आसान नहीं था पर बहुत अच्छे से महलों को डिजाइन किया गया है|
साउंड डिजाइन
वैशाली सिंह, बिश्वदीप चटर्जी का साउंड डिजाइन बहुत ही दमदार है अलग तरह की फीलिंग महसूस कराता है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन
शीतल इकबाल शर्मा की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग बहुत ही बढ़िया से की गई है, 500 साल पुराने समय के मराठा और मुगलकाल वाला फील दिया गया है और फिल्म की थीम से पूरी तरह से मैच करता है|
कोरियोग्राफी
विजय गांगुली की कोरियोग्राफी के लिए कुछ खास ज्यादा स्कोप नहीं था सिवाय एक गीत को छोड़कर|
एक्शन
परवेज शेख, तोडोर लज़ारोव, के एक्शन सीक्वेंस फिल्म की सबसे बड़ी जान है बहुत ही खतरनाक और हैरान कर देने वाले स्टंट्स फिल्माए गए है|
क्लाइमेक्स
फिल्म का क्लाइमेक्स बर्बर तरीके से दिखाया गया है, कुछ दृश्यों में बहुत ही बर्बरता दिखाई गई है जिसे आप देख नहीं पाएंगे और आपके आँखों से आंसू आ जायेंगे| लेकिन काफी दिनों के बाद एक अलग तरह का क्लाइमेक्स देखने को मिला जो रोंगटे खड़े कर देगा|
विजुअल इफैक्ट्स
विजुअल इफेक्ट्स फिल्म की टोन और थीम के मुताबिक है|
रेटिंग
8/10
ओपिनियन
विक्की कौशल के बेहतरीन अभिनय, रिच इमोशंस और अलग तरह के क्लाइमेक्स के लिए देख सकते है, फिल्म सोचने पर मजबूर कर देती है कि इतिहास में मुगलों ने हम पर कितना ज्यादा अत्याचार, बर्बरता, क्रूरता और जुल्म किया था|
Flaws
फिल्म में लड़ाई के दृश्य बहुत ज्यादा है| CBFC-U/A Movietime: 2h41m Genre: Historical Drama Backdrop: Maharashtra Release: 14 February, 2025 छावा के कलाकार: विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना, अक्षय खन्ना, डायना पेंटी, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता प्रोडूसर: दिनेश विजन, डायरेक्टर: लक्ष्मण उत्तेकर, साउंड डिज़ाइन: वैशाली सिंह, बिश्वदीप चटर्जी, कास्टूम डिज़ाइन: शीतल इकबाल शर्मा, म्यूजिक: ए आर रहमान, लिरिक्स: इरशाद कामिल, क्षितिज पटवर्धन, बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान, प्रोडक्शन डिज��ाइन: सुब्रत चक्रवर्ती, अमित रे, एडिटर: मनीष प्रधान, सिनेमेटोग्राफी: सौरभ गोस्वामी, कोरियोग्राफी: विजय गांगुली, स्क्रीनप्ले-डायलॉग्स: लक्ष्मण उत्तेकर, ऋषि विरमानी, ओमकार महाजन, उन्मन बनकर, कौस्तुभ सावरकर, एक्शन: परवेज शेख, तोडोर लज़ारोव, विजुअल इफैक्ट्स: प्राइम फोकस लिमिटेड, कास्टिंग डायरेक्टर: वै��व विशांत, रणवीर वाधवानी, एंटी कास्टिंग छावा फिल्म रिलीज़ डेट 14 फरवरी, 2025 छावा फिल्म का ट्रेलर यूट्यूब पर उपलब्ध है| छावा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन आज ही रिलीज़ हुई तो पहले दिन का बॉक्स कलेक्शन उपलब्ध नहीं है| Read the full article
#अक्षयखन्ना#आशुतोषरा��ा#डायनापेंटी#ड्रामा#दिनेशविजन#दिव्यादत्ता#रश्मिकामंदाना#लक्मणउत्तेकर#विक्कीकौशल#हिस्टोरिकल
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छावा 2025 मूवी रिव्यू: विक्की कौशल के बेहतरीन अभिनय और धमाकेदार एक्शन का धमाल


छावा फिल्म में विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना (क्रेडिट:पोस्टर/मैडॉक फिल्म्स ,दिनेश विजन )
परिचय
14 फरवरी को रिलीज हुई छावा 2025 मूवी ऐतिहासिक ड्रामा पर आधारित है| जिसका निर्देशन लक्ष्मण उत्तेकर ने किया है| फिल्म की टोन ऐतिहासिक ड्रामा और थीम योद्धा जीवनी पर है| फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ यह संदेश भी देती है कि हमारे देश में ऐसे कितने ही वीर और योद्धा पैदा हुए जिनके अनछुए पहलुओं के बारे में कोई नहीं जानता और उनकी अतीत की कहानियों को पर्दे पर अभी तक नहीं दर्शाया गया है| उनमें से एक मराठा छत्रपति संभाजी महाराज जिनकी जीवनी पर यह फिल्म बनाई गई है| यह शिवाजी सावंत के मराठी उपन्यास छावा का फिल्मी रूपांतरण है फिल्म के ट्रेलर में जितना मनोरंजन दिखाई देता है फिल्म उससे कहीं ज्यादा पर्दे पर लेकर आती है और दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरी उतरती है| छावा फिल्म की मुख्य भूमिकाओं को विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना, अक्षय खन्ना, डायना पेंटी, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता ने निभाया है|
छावा कौन था?
अगर संभाजी महाराज के नाम छावा की बात की जाए तो ये नाम रखने के पीछे कोई बड़ा इतिहास नहीं रहा है बल्कि उन्हें शिवाजी महाराज प्यार से छावा कहते थे|
छावा का अर्थ?
छावा का अर्थ शेर का बच्चा होता है और शेर के बच्चे को मराठी में छावा कहते है।
छावा फिल्म की कहानी
यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज और मुगल सम्राट औरंगजेब की कहानी पर है जब संभाजी महाराज बुरहानपुर पर हमला करके औरंगजेब के सभी सैनिकों को मारकर किले पर फतेह करते हैं और बुरहानपुर को बंजर जमीन में तब्दील कर देते हैं तब औरंगजेब अपने सैनिकों को लेकर संभाजी महाराज के साम्राज्य को खत्म करने रायगढ़ की ओर चल देता है| औरंगजेब का बेटा अकबर भी अपने पिता को खत्म करने के लिए संभाजी महाराज से मदद मांगता है| क्या वह संभाजी महाराज तक पहुंच पाएगा? क्या संभाजी महाराज औरंगजेब को मारने में अकबर की मदद करेंगे? फिल्म के अंत में किसकी जीत होगी? इन सभी सवालों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|
अभिनय और चरित्र
छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका में विक्की कौशल का अभिनय देखते ही बनता है उन्होंने अपने रोल में जान फूंक दी है उनकी अभिनय क्षमता अव्वल दर्ज की है उनको अपने अब तक के करियर का सबसे शानदार और दमदार भूमिका मिली है उन्होंने बहुत ही संपूर्णता के साथ ��स भूमिका को निभाया है चाहे उनकी डायलॉग बोलने की अदायगी हो, स्टंट्स करने की दृश्य हो, बॉडी लैंग्वेज हो, व्यक्तित्व हो या भावनात्मक दृश्य हो, मुझे उनके अभिनय में जरा सी भी कोई कमी नजर नहीं आई| इस भूमिका को निभाने के लिए उनको बहुत प्रशंसा मिलने वाली है और उनका 2025 के सभी अवॉर्ड फंक्शंस में बहुत सारे पुरस्कार मिलने वाले है| संभाजी के गेटअप और उनके व्यक्तित्व में वह पूरी तरह से फिट बैठते है| महारानी येसुबाई की भूमिका में रश्मिका मंदाना का अभिनय भी देखने लायक है उनकी भूमिका ज्यादा लंबी तो नहीं थी पर उन्होंने बहुत बढ़िया अभिनय किया| वह फिल्म में बहुत खूबसूरत भी नजर आई| एक मराठन की भूमिका को निभाने में उन्होंने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया और वह काफी हद तक इसमें सफल भी रही| मुगल सम्राट औरंगजेब की भूमिका में अक्षय खन्ना का अभिनय भी काबिले तारीफ है बिना डायलॉग बोले आंखों और चेहरे से कैसे अभिनय किया जाता है यह उन्होंने साबित कर दिया| उनका अभिनय भी उत्तम दर्जे का है उनकी भूमिका भी ज्यादा लंबी नहीं थी पर छोटी सी भूमिका में भी वह कमाल कर गई| सरसेनापति हम्बिराव मोहिते की भूमिका में आशुतोष राणा का अभिनय भी दमदार रहा उनकी जितनी भी भूमिका है उन्होंने अपना 100% देने की कोशिश की| सहायक भूमिकाओं में डायना पेंटी, दिव्या दत्ता, विनीत कुमार सिंह, संतोष जुवेकर, प्रदीप रावत और आलोक नाथ सभी का अभिनय भी बहुत अच्छा रहा|
निर्देशन
इस फिल्म को लक्ष्मण उत्तेकर ने निर्देशित किया है| वह एक सफल सिनेमेटोग्राफर भी है, इससे पहले इन्होंने मराठी में तापाल (2014), लालबागची रानी (2016) का निर्देशन किया है, और हिंदी में लुकाछिपी (2019), ज़रा हटके ज़रा बचके (2023) का निर्देशन किया है और तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया (2024) की सिनेमेटोग्राफी की है, अगर इनका रिकॉर्ड देखे तो वह दोनों डिपार्टमेंट्स में सबसे ज्यादा सफल नज़र आते है, ऐसे लोग फिल्म इंडस्ट्री में विरले ही मिलते है, सभी फिल्में एक से एक बढ़कर बनाई है| यह भी उसी कैटेगरी में आती है उन्होंने बहुत ही शानदार, जानदार और दमदार निर्देशन किया है उन्होंने फिल्म को बिल्कुल अलग तरह से फिल्माया है बड़े लार्ज स्केल पर फिल्म बनाई गई है और वह फिल्म को शुरू से लेकर अंत तक डोर अपने हाथों में कस के पकड़ के रख पाए| इतने मुश्किल विषय पर फिल्म बनाना सबके बस की बात नहीं है, पर उन्होंने इस विषय पर फिल्म बनाकर साबित कर दिया कि वह किसी भी तरह की एक अच्छी, बढ़िया और अलग तरह की फिल्म बना सकते है| एग्जीक्यूशन बहुत ही बढ़िया किया गया है वह सभी से बहुत बढ़िया अभिनय निकलवाने में कामयाब रहे| इसके लिए उनकी जितनी प्रसन्नता की जाए कम है|

छावा फिल्म में विक्की कौशल (क्रेडिट:स्क्रीनशॉट/मैडॉक फिल्म्स ,दिनेश विजन)
कहानी
फिल्म की कहानी शिवाजी सावंत की मराठी उपन्यास छावा पर आधारित है|
पटकथा-डायलॉग
फिल्म की पटकथा लक्ष्मण उत्तेकर, ऋषि विरमानी, ओमकार महाजन, उन्मन बनकर, कौस्तुभ सावरकर ने बहुत ही दमदार लिखी है| और पूरी तरह से संतुलित है पटकथा में कहीं भी किसी भी तरह की कमी नजर नहीं आती और बहुस्तरीय है| डायलॉग तो फिल्म की सबसे बड़ीUSP है| बहुत ही बढ़िया, थोड़े से हटकर और स्फूर्ति से भरे हुए डायलॉग लिखे गए हैं खासकर विक्की कौशल के| मराठी लहज़ा का बहुत बढ़िया से इस्तेमाल किया गया है|
सिनेमैटोग्राफी
सौरभ गोस्वामी की सिनेमैटोग्राफी बहुत ही शानदार है एरियल व्यूज दृश्य, दूर से दृश्य तो बहुत बढ़िया से फिल्माए गए है 360 डिग्री वाले दृश्य भी बहुत सारे है| कमरे पर फिल्म को बहुत अच्छे से कैप्चर किया गया है|
एडिटिंग
मनीष प्रधान की एडिटिंग थोड़ी सी कसी हुई होती तो बढ़िया रहता और 15-20 मिनट की फिल्म भी काटी जा सकती है, कहीं कहीं पर फिल्म की गति धीमी है और अंत तो लंबा खींचा गया है लेकिन इतनी बढ़िया फिल्म बनाई गई है तो इन कमियों को इग्नोर कर सकते है|
संगीत और बैकग्राउंड स्कोर
ए आर रहमान का बैकग्राउंड स्कोर इतना दमदार नहीं है थोड़ा और दमदार बन सकता है, फिल्म में यह कमी थोड़ी सी खलती है, संगीत भी ठीक-ठाक है और संगीत का ज्यादा स्कोप भी नहीं है जाने तू अरिजीत सिंह की आवाज में बहुत सुरीला और संगीतबद्ध किया गया गाना है आया रे तूफान और जिंदा रहे जो ए आर रहमान की आवाज में है, ठीक-ठाक है और एक बार सुने जा सकते है| कुछ गीतों को बैकग्राउंड स्कोर में भी इस्तेमाल किया गया है|
प्रोडक्शन डिजाइन
सुब्रत चक्रवर्ती, अमित रे का प्रोडक्शन डिजाइन जो बहुत ही अच्छा है 400 साल पुराने प्रोडक्शन डिजाइन को बनाना आसान नहीं था पर बहुत अच्छे से महलों को डिजाइन किया गया है|
साउंड डिजाइन
वैशाली सिंह, बिश्वदीप चटर्जी का साउंड डिजाइन बहुत ही दमदार है अलग तरह की फीलिंग महसूस कराता है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन
शीतल इकबाल शर्मा की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग बहुत ही बढ़िया से की गई है, 500 साल पुराने समय के मराठा और मुगलकाल वाला फील दिया गया है और फिल्म की थीम से पूरी तरह से मैच करता है|
कोरियोग्राफी
विजय गांगुली की कोरियोग्राफी के लिए कुछ खास ज्यादा स्कोप नहीं था सिवाय एक गीत को छोड़कर|
एक्शन
परवेज शेख, तोडोर लज़ारोव, के एक्शन सीक्वेंस फिल्म की सब��े बड़ी जान है बहुत ही खतरनाक और हैरान कर देने वाले स्टंट्स फिल्माए गए है|
क्लाइमेक्स
फिल्म का क्लाइमेक्स थोड़ा सा लंबा और बर्बर तरीके से दिखाया गया है, लेकिन काफी दिनों के बाद एक अलग तरह का क्लाइमेक्स देखने को मिला जो रोंगटे खड़े कर और आंखों में आंसू ला देने वाला है|
विजुअल इफैक्ट्स
विजुअल इफेक्ट्स फिल्म की टोन और थीम के मुताबिक है|
रेटिंग
8/10
ओपिनियन
विक्की कौशल के बेहतरीन अभिनय, रिच इमोशंस और अलग तरह के क्लाइमेक्स के लिए देख सकते है, फिल्म सोचने पर मजबूर कर देती है कि इतिहास में मुगलों ने हम पर कितना ज्यादा अत्याचार, बर्बरता, क्रूरता और जुल्म किया था|
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कुछ दृश्यों में बहुत ही बर्बरता दिखाई गई है और फिल्म में लड़ाई के दृश्य बहुत ज्यादा है| CBFC-U/A Movietime: 2h41m Genre: Historical Drama Backdrop: Maharashtra Release: 14 February, 2025 छावा के कलाकार: विक्की कौशल, रश्मिका मंदाना, अक्षय खन्ना, डायना पेंटी, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता प्रोडूसर: दिनेश विजन, डायरेक्टर: लक्ष्मण उत्तेकर, साउंड डिज़ाइन: वैशाली सिंह, बिश्वदीप चटर्जी, कास्टूम डिज़ाइन: शीतल इकबाल शर्मा, म्यूजिक: ए आर रहमान, लिरिक्स: इरशाद कामिल, क्षितिज पटवर्धन, बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान, प्रोडक्शन डिज़ाइन: सुब्रत चक्रवर्ती, अमित रे, एडिटर: मनीष प्रधान, सिनेमेटोग्राफी: सौरभ गोस्वामी, कोरियोग्राफी: विजय गांगुली, स्क्रीनप्ले-डायलॉग्स: लक्ष्मण उत्तेकर, ऋषि विरमानी, ओमकार महाजन, उन्मन बनकर, कौस्तुभ सावरकर, एक्शन: परवेज शेख, तोडोर लज़ारोव, विजुअल इफैक्ट्स: प्राइम फोकस लिमिटेड, कास्टिंग डायरेक्टर: वैभव विशांत, रणवीर वाधवानी, एंटी कास्टिंग छावा फिल्म रिलीज़ डेट 14 फरवरी, 2025 छावा फिल्म का ट्रेलर यूट्यूब पर उपलब्ध है| छावा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन आज ही रिलीज़ हुई तो पहले दिन का बॉक्स कलेक्शन उपलब्ध नहीं है| Read the full article
#अक्षयखन्ना#आशुतोषराणा#डायनापेंटी#ड्रामा#दिनेशविजन#दिव्यादत्ता#रश्मिकामंदाना#लक्मणउत्तेकर#विक्कीकौशल#हिस्टोरिकल
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धाकड़ फिल्म रिव्यु!

एक्शंस और स्टंट्स का मिश्रण

Image of Kangana Ranaut lead in the Reviewed Film प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसी एजेंट की कहानी पर आधारित है जो एक ऐसे मिशन पर जाती है जहां पर उसको ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वालों को पकड़ना होता है या खत्म करना है इस मिशन को पूरा करने के लिए वह विदेश से भारत आती है क्या वह इस मिशन को सफल बना पाएगी? क्या वह दोनों को पकड़ पाएगी? क्या वह खूंखार किस्म के अपराधियों का सामना कर पाएगी? इन सभी सवालों के जवाब के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: यह फिल्म एक्शन थ्रिलर टोन पर बनी है फिल्म की थीम Violence और Stunts पर है, इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन है एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: अग्नि की भूमिका में कंगना रनौत ने बहुत दमदार और तरह का अभिनय किया है पूरी फिल्म उनके कंधों पर टिकी है यह फिल्म पूरी तरह से फीमेल ओरिएंटेड एक्शन है इस फिल्म के लिए कंगना ने 3 महीने की ट्रेनिंग भी ली है उनके एक्शन बहुत ही खतरनाक है विश्वास ही नहीं होता कि कंगना इस तरह के एक्शंस भी कर सकती है बहुत ही कमाल के स्टंट्स भी किए हैं वह पूरी फिल्म में हीरोइन के रूप में हीरो नज़र आती है, उनके इमोशनल दृश्य भी बहुत अच्छे बन पड़े हैं उन्होंने अपने अभिनय में जान फूंक दी है उनकी उनकी अभिनय क्षमता का कोई सानी नहीं है वह हर फिल्म में अपना 100% देने की कोशिश करती हैं उनका फिल्म में लुक भी बहुत धांसू है, रोहिणी की भूमिका में दिव्या दत्ता का लुक और अभिनय भी अलग तर�� का है उनका अभिनय ग्रे शेड्स लिए हुए हैं नेगेटिव रोल को उन्होंने अलग तरह से निभाया है उनका अभिनय भी अच्छा है रुद्रवीर की भूमिका में अर्जुन रामपाल का भी अभिनय कमाल का है उनका भी रोल नेगेटिव शेड्स लिए हुए हैं उन्होंने भी एक अलग तरह का अभिनय किया है उनका लुक भी जबरदस्त और धांसू है, सपोर्टिंग कास्ट में सास्वत चटर्जी और शारिब हाशमी भी ठीक-ठाक है| डायरेक्शन: इस फिल्म का निर्देशन रजनीश रेजी घई ने किया है उनका निर्देशन कमजोर है, फिल्म की कहानी में भी कोई खास दम नहीं है, पुरानी घिसी पिटी कहानी पर ही फिल्म बना दी गई है, उनकी फिल्म का प्रदर्शन और प्रस्तुति बहुत कमजोर है, वह फिल्म को अच्छे से एग्जीक्यूट भी नहीं कर पाई, उनकी फिल्म पर पकड़ भी कमजोर है और फिल्म की गति भी धीमी है| स्टोरी: रजनीश रेजी घई ,रिनिश रवींद्रन और चिंतन गांधी की कहानी पुरानी फिल्म की कहानी जैसे ही लग रही है कहानी में कुछ नयापन नहीं है, कहानी को बहुत जटिलता से बताया गया है समझ में नहीं आती स्��्रीनप्ले: राजीव मेनन और रजनीश रेजी घई का बहुत कमजोर है अच्छा हो सकता था, दर्शक अपने आप को फिल्म से जोड़ नहीं पाता, दर्शकों का फिल्म को देखना एक तरह से उनके सब्र का इम्तिहान माना जाएगा डायलॉग: रितेश शाह के भी बहुत कमजोर लिखे गए हैं, एक्शन फिल्म के हिसाब से डायलॉग दमदार होने चाहिए, जो कि इस फिल्म के नहीं है| एडिटिंग: Rameshwar S Bhagat फिल्म की गति कमजोर है फिल्म बीच-बीच में बोर भी करती है दर्शकों को सीट से बांधने में फिल्म नाकामयाब रही| सिनेमैटोग्राफी:Tetsuo Nagata की जबरदस्त दमदार और लाजवाब है, जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है, उन्होंने बहुत ही खूबसूरती से फिल्म को फिल्माया है, एरियल व्यूज दृश्य तो कमाल के फिल्माए हैं, स्टंट्स के दृश्य को बहुत ही अलग तरह से फिल्माया गया है| एक्शन: Triple-A Action Team, Hitz International Action Specialists और परवेज शेख के धांसू है, खतरनाक और देखने लायक है| प्रोडक्शन डिजाइन: बहुत ही अच्छा है म्यूजिक: Shankar Ehsaan Loy, Dhruv Ghanekar और Badshah के कुछ गीतों का अच्छा है जैसे शी इज़ ऑन ऑन फायर, नामोनिशान, टाइटल सॉन्ग धाकड़ और सो जा रे अच्छे बन पड़े हैं| लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य भी ठीक-ठाक अच्छे से लिखे गए हैं साउंड डिजाइन: आशीष थॉमस और जोसेफ जॉर्ज का कमाल का है बैकग्राउंड स्कोर: Dhruv Ghanekar का बहुत ही बढ़िया है| क्लाइमैक्स: कुछ खास नहीं बन पाया| ओपिनियन: वन टाइम वॉच! एक्शन फिल्में देखनी और पसंद करने वाले एक बार देख सकते हैं, फिल्म एक बार सिर्फ अच्छे एक्शंस, सिनेमैटोग्राफी, बैकग्राउंड स्कोर और एक्टिंग के लिए देखी जा सकती है| Flaws: फिल्म में Adult Physical Relations दृश्य बहुत है, CBFC भी एडल्ट है जिसकी वजह से बच्चे इस फिल्म से दूर रहेंगे, फिल्म में वायलेंस और वायलेंट सीन्स भी बहुत है, जब रूद्रवीर अग्नि को मार देता है तो वह फिर जिंदा कैसे हो दिखा दी जाती है यह गले से नहीं उतरता, गुंडे जब सबको मार देते हैं पर अग्नि के Mentor को छोड़ देते हैं, यह कैसे संभव हो सकता है? CBFC-A Movietime-2h.15mins Genre-Action Thriller Backdrop-Budapest, Betul Release Year-2022 Film Cast: Kangana Ranaut, Arjun Rampal, Divya Dutta, Saswata Chatterjee and Sharib Hashmi Producer: Deepak Mukut, Sohail Maklai, Director: Rajneesh Razy Ghai, Action: triple A Action Team, HitZ International Action Specialists, Parvez Shaikh, Casting: Mukesh Chhabra, Costume Design: Sheetal Iqbal Sharma, Production Design: Jyoti Tulsyan, Shravan Ravikant Patil, Sound Design: Ashish Thomas, Joseph George, Music: Shankar Ehsaan Loy, Dhruv Ghanekar, Badshah Lyrics: Amitabh Bhattacharya, Ishita Arun, Badshah, Background Score: Dhruv Ghanekar Cinematography: Tetsuo Nagata, Story: Razy Ghai, Rinish Ravindra, Chintan Gandhi,Screenplay: Rajiv Menon, Razy Ghai, Additional Screenplay and Dialogues: Ritesh Shah, Read the full article
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