#दिनेशविजन
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लवआजकल-फिल्म रिव्यु!
पुरानी यादों की रोशनी
फिल्म लव आज कल में सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण An Illuminati Films Presents in association with EROS international Casting:- Saif Ali Khan, Deepika Padukone, Rishi Kapoor, Rahul Khanna, Florence Brudenell-Bruce, Dolly Ahluwalia, Raj Zutshi, Vir das Introducing:- Giselli Monteiro प्लॉट - यह फिल्म एक ऐसे लड़के ''जय'' और लड़की ''मीरा'' की कहानी है | यह फिल्म जो अनजानों की तरह मिलते है,घूमते है | डांस पार्टीज और रेस्टोरेंट में जाते है | हुक्स अप करते है | ना दोनों में प्यार है, ना ही रिलेशनशिप है, फिर भी mutually ब्रेक अप कर लेते है| मीरा इंडिया में आ जाती है और जय वही रह जाता है | दोनों आपसी रजामंदी से touch में रहने का वादा करते है | जय को london में गर्ल फ्रेंड और मीरा का दिल्ली में बॉय फ्रेंड बन जाता है | ''वीर सिंह'' की कहानी साथ साथ parallel चलती रहती है | एक ही फिल्म में तीनों कहानियाँ चलन में है | क्या मीरा की शादी अपने बॉयफ्रेंड से होगी? जय की अपनी दूसरी गर्ल फ्रेंड से होगी ? क्या वीर सिंह का मिलन हरलीन से हो पाएगा ? दोबारा जय और मीरा मिल पाएंगे ? क्या मीरा और जय की शादी हो पाएगी ? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी | थीम- इस फिल्म की थीम रोमांटिक ड्रामा है | इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ साथ यह भी है, कि आजकल की युवा पीढ़ी प्यार और रिश्ते को लेकर क्या सोचती है ? अगर हम इसे युवा आधारित फिल्म कहे तो अतिशियोक्ति नहीं होगी | एक्टिंग और चरित्र- जय और वीर सिंह की भूमिका में ''सैफ अली खान'' ने डबल रोल निभाया है| जिसमें वीर सिंह को जवानी का ऋषि कपूर को दिखाया गया है, सैफ अली खान का अभिनय काबिले तारीफ़ है, एक जटिल किरदार को उन्होंने बहुत बढ़िया ढंग से निभाया | चाहे वह जय हो या वीर सिंह हो दोनों किरदारों में उन्होंने अपना 100 % देने का प्रयत्न किया है | मीरा के किरदार में ''दीपिका पादुकोण'' का अभिनय भी लाजवाब कहा जाएगा | इस समय दीपिका करियर को दो साल ही हुए है, कि उन्हें बहुत ही मजबूत और हट के भूमिका निभाने को मिली है |और दीपिका ने बहुत सहज तरीके से भूमिका को निभाया चाहे, डांसिंग स्किल हो या डायलॉग्स बोलने की कला हो, कॉमिक टाइमिंग हो, भावनात्मक दृश्य हो, उन्होंने हर इमोशंस को परदे पर दिखाया है | वीर सिंह की भूमिका में ऋषि कपूर का अभिनय भी अच्छा कहा जाएगा | एक सिख की भूमिका निभाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई होगी, क्योकि वह खुद एक पंजाबी परिवार से सम्बन्ध रखते है | Supporting casts में विक्रम ''राहुल खन्ना'' हरलीन ''गिसेल्ली मोंटेरो'' जो "फ्लोरेंस बरुदेनेल ब्रूस'' हो सभी भूमिकाओं ने कहानी को आगे बढ़ाने में कही भी किसी तरह की कसर नहीं छोड़ी | मेहमान भूमिका में बूढी हरलीन ''नीतू कपूर '' का में एक दृश्य भी है | रिटेन एंड डायरेक्शन- फिल्म का निर्देशन ''इम्तिआज़ अली'' ने किया है | उन्होंने फिल्म की कहानी-पटकथा संवाद लिखे है | इस फिल्म से पहले उन्होंने ''सोचा न था'', ''जब भी मेट''जो की कमर्शियल ब्लॉकबस्टर थी, को निर्देशित किया है | दोनों फिल्में कमाल की थी | Captain of the ship का रोल बहुत ही बढ़िया तरीके से निभाया | और पूरी फिल्म पर उनकी पकड़ मजबूत है | कहानी-पटकथा-संवाद- बहुत मजबूत है | संवाद भी बहुत ही कमाल के लिखे है, शब्दों का चयन सभी चरित्रों के अनुसार है | कहानी एक नए concept को लेकर बनायीं गयी है,ऐसी कहानी पहले कभी नहीं पर्दे पर आयी | सिनेमाटोग्राफी- नटराजन सुब्रमणियम की उत्तम दर्जे की है | लंदन, दिल्ली,और सन फ्रांसिस्को शहरों को उन्होंने बखूबी परदे पे सुन्दर तरीके से दिखाया है | फिल्म के सभी दृश्य अच्छे से फिल्माए गए है | आसमान से लिए गए दृश्य तो कमाल के है | कोरियोग्राफी- सभी गानों की बढ़िया है, चाहे डांस सांग हो इमोशनल सांग हो या पंजाबी सांग्स हो आदि | ''चोर बाज़ारी'' गाने की Bosco Caesar ने कोरियोग्राफी कमाल की की है | एडिटंग- आरती बजाज की कासी हुई है,और फिल्म का pace भी फ़ास्ट है | दृश्यों की arrangements एंड cutting भी सही की गयी है | म्यूजिक-''प्रीतम'' ने म्यूजिक बहुत ही मधुर धुन में बाँधा है| विशेषकर कुछ गीत जैसे ''चोर बाज़ारी'' इसके अलावा ''यह दूरियां'' वैसे ही ''अज दिन चड्डिया'' के साथ-२ ''मैं क्या हूँ'' ''आहूं आहूं'' उसी अंदाज़ में ''ट्विस्ट'' बहुत ही बढ़िया बन पड़े है | Overall Full album का म्यूजिक अच्छा है | लिरिक्स- सभी गीतों को ''इरशाद कामिल'' ने लिखा है | अच्छे से संगीतबद्ध किया गया है | फिल्म की थीम और टोन के हिसाब से समकालीन लिखा गया है | बैकग्रा��ंड स्कोर- भी फिल्म की थीम से अच्छे से sync करता हुआ बनाया गया है | वेशभूषा-फिल्म की लुक एंड फील के हिसाब से विशेषकर दीपिका पादुकोण के अच्छे है | साउंड डिज़ाइन- भी बढ़िया है | प्रोडक्शन डिज़ाइन- ठीक ठाक है | पॉपुलर डायलॉग्स - Mango people और तू हमेशा correct बात बोल देती है जानेमन ! Negative Points:- ''चोर बाज़ारी'' गाने में दीपिका पादुकोण की ड्रेस और पर्स का रंग बदल जाते है| गाने के बीच में पर्स को फ़ेंक देती है| जैसे ही गाना खत्म होता है वैसे ही हाथ में फिर पर्स आ जाता है| फिल्म के शुरू में ऋषि कपूर को 2 सीन्स में इग्नोर कर दिया गया है| तीसरे सीन से उनको इंट्रोडस किया गया है पता नहीं ऐसा क्यों किया गया | इंटरनल होने से 15 -20 मिनट्स पहले 3 गाने बैक टू बैक डाल दिए गए है| इंटरवल के बाद फिर एक गाना आ जाता है| Film fare Awards 2009 Nominations Best FilmLove Aaj KalNominatedBest DirectorImtiaz AliNominatedBest StoryImtiaz AliNominatedBest ScreenplayImtiaz AliNominatedFilmfare Awards27 February 2010Best DialogueImtiaz AliNominatedBest ActorSaif Ali KhanNominatedBest ActressDeepika PadukoneNominatedBest Music DirectorPritamNominatedBest LyricistIrshad Kamil for "Aj Din Chadheya"WonBest Male Playback SingerRahat Fateh Ali Khan for "Aj Din Chadheya"NominatedBest Female Playback SingerSunidhi Chauhan for "Chor Bazaari"NominatedBest ChoreographyBosco-Caesar for "Chor Bazaari"WonNominations Rating:-3.5* Read the full article
#इम्तियाजअली#ऋषिकपूर#दिनेशविजन#दीपिकापादुकोण#नीतूकपूर#रोमांटिक#रोमांटिकड्रामा#लवआजकल#लवआजकलफिल्म#लवआजकलमूवी#सैफअलीखान
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लुका छुपी फिल्म रिव्यु
लुका छुपी फिल्म में कार्तिक आर्यन और कृति सेनन प्लॉट: यह फिल्म एक कपल के लाइव इन रिलेशनशिप की कहानी पर आधारित है जो अभी शादी नहीं करना चाहते पर वह लिविंग रिलेशनशिप में रहना चाहते हैं लिविंग रिलेशनशिप में वह एक दूसरे के बहुत करीब आ जाते हैं और वह अब शादी करना चाहते हैं पर शादी करने से पहले ही परिवार का एक सदस्य उन दोनों को देख लेता है और लड़के के पूरे परिवार वाले को ले आता है जिससे यह दोनों फंस जाते हैं शादीशुदा ना होते हुए भी इन दोनों को शादीशुदा रहकर नाटक करना पड़ता है आगे फिल्म की कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट्स है जिसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| थीम और टोन: इस फिल्म की टोन रोमांटिक कॉमेडी है और थीम लव एंड रिलेशनशिप फिल्म को बनाने का उद्देश्य लिविंग रिलेशनशिप के इशू को बताने के साथ-साथ मनोरंजन करना भी है एक्टिंग और कैरक्टर्स: गुड्डू के रोल में कार्तिक आर्यन ने बहुत ही बढ़िया अभिनय किया है शुरू से लेकर अंत तक उन्होंने हर एक दृश्य में अपने आप को साबित किया है कि वह हर तरह का अभिनय कर सकते है, उनकी अभिनय की क्षमता फिल्म दर फिल्म बढ़ती जा रही है ऐसा लगता है की वह हर तरह का रोल निभा सकते है और वह पूरी कोशिश करते है हर तरह के रोल मेंअपना 100% देने की | रश्मि के किरदार में कीर्ति सेनन ने भी बहुत अच्छा काम किया है उन्होंने फिल्म में बहुत ही सुंदर कपड़े पहने हैं और वह बहुत सुन्दर भी दिखी है| हर सिचुएशंस को फिल्म में उन्होंने अच्छे से हैंडल किया है वह इस रोल में पूरी तरह से फिट बैठती हैं डायलॉग बोलने की कला भी उनकी बहुत बढ़िया और शानदार है अब्बास के रोल में अपारशक्ति खुराना ने दोस्त का किरदार बहुत अच्छा निभाया और फिल्म के अंत तक दोनों का साथ दिया बाबूलाल के रोल में पंकज त्रिपाठी ने भी अच्छा काम किया है उनका रोल हर सिचुएशंस में विघ्न डालने वाला रहा है कॉमेडी भी अच्छी कर लेते हैं बाकी सभी सपोर्टिंग कास्ट ने भी अच्छा काम किया है कहानी को पूरी तरह से आगे बढ़ाने सबका योगदान है डायरेक्शन: फिल्म का निर्देशन लक्ष्मण उतेकर ने किया है जो इनकी पहली हिंदी निर्देशित फिल्म ��ै, वह एक लोकप्रिय सिनेमैटोग्राफर भी हैं पर इस फिल्म में उन्होंने सिनेमैटोग्राफी नहीं की, इससे पहले वह दो मराठी फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं तपाल(2014) और लालबाघची रानी(2016) और हिंदी फिल्में इंग्लिश विंग्लिश(2012), डियर ज़िन्दगी(2016), हिंदी मीडियम (2017)और 102 नॉट आउट(2018) की सिनेमैटोग्राफी कर चुके हैं इस फिल्म का निर्देशन बहुत ही बढ़िया किया है कहानी को शुरू से लेकर अंत तक उन्होंने बाँध के रखा, फिल्म में उन्होंने हर सिचुएशंस का निर्देशन बहुत अच्छे से किया है सभी से उन्होंने बहुत अच्छा अभिनय निकलवाया है फिल्म की कहानी-पटकथा भी मजबूत है पर दूसरा हाफ थोड़ा और अच्छा बन सकता था पर फिर भी इग्नोर किया जा सकता है| एडिटिंग: मनीष प्रधान की एडिटिंग फास्ट पेस है फिल्म कहीं भी बोर नहीं करती और जो सिचुएशंस फिल्म में डाली गई है बढ़िया है सिनेमैटोग्राफी: मिलिंद जोग की सिनेमेटोग्राफी भी अच्छी है कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, विजय गांगुली, रूएल दौसेन वरिंदनी की कोरियोग्राफी बढ़िया है बैकग्राउंड स्कोर: केतन सोढा बैकग्राउंड स्कोर भी ठीक ठाक है म्यूजिक: तनिष्क बागची, व्हाइट नॉइस, अभिजीत वाघानी, दिलीप सेन समीर सेन, टोनी कक्कर का संगीत बहुत ही बढ़िया बना है तीन-चार गीत तो सुनने में बहुत ही सुरीले और मजेदार हैं पोस्टर लगवा दो, कोका कोला तू, तू लौंग मैं इलायची और फोटो , जो फिल्म की गति को बिल्कुल भी नहीं रोकते और बाधा नहीं डालते लिरिक्स: व्हाइट नॉइस, कुणाल वर्मा, मेल्लो डी, टोनी कक्कर, तनिष्क बागची, निर्माण के लिखे हुए गीत भी अच्छे हैं साउंड डिजाइन: बेलोन फोंसेका साउंड डिज़ाइन का औसत दर्ज़े का है प्रोडक्शन डिजाइन:माननी मिश्रा का प्रोडक्शन डिज़ाइन भी मूवी के अकॉर्डिंग ठीक कहा जा सकता है| कॉस्ट्यूम डिजाइन: सुकृति ग्रोवर, मल्लिका चौहान और जिया भागीआ की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग फिल्म के बैकड्रॉप के अकॉर्डिंग बढ़िया है खासकर कृति सेनन की| क्लाइमैक्स: फिल्म का अंत हास्य से भरा हुआ अच्छा बन पड़ा है ओपिनियन: आज के युवाओं की पसंद को केंद्र में रखकर फिल्म बनायीं गयी है जैसे लाइव इन रिलेशनशिप का इशू| CBFC-U/A Movietime: 2h6m Genre: Romantic Comedy Backdrop: Mathura Release: 1 March 2019 फिल्मकास्ट: कार्तिक आर्यन, कृति सेनन, पंकज त्रिपाठी, अपारशक्ति खुराना, विनय पाठक, अलका अमीन, अतुल श्रीवास्तव और हिमांशु कोहली प्रोडूसर: दिनेश विजन, डायरेक्टर: लक्ष्मण उतेकर, साउंड डिज़ाइन: बेलोन फोंसेका, कास्टूम डिज़ाइन: सुकृति ग्रोवर, मल्लिका चौहान, जिया भागीआ, म्यूजिक: तनिष्क बागची, व्हाइट नॉइस, अभिजीत वाघानी, दिलीप सेन समीर सेन, टोनी कक्कर बैकग्राउंड स्कोर: केतन सोढा, प्रोडक्शन डिज़ाइन: माननी मिश्रा, एडिटर: मनीष प्रधान, सिनेमेटोग्राफी: मिलिंद जोग, लिरिक्स: व्हाइट नॉइस, कुणाल वर्मा, मेल्लो डी, टोनी कक्कर, तनिष्क बागची, निर्माण, कास्टिंग: कास्टिंग बे स्टोरी स्क्रीनप्ले एंड डायलॉग्स: रोहन शंकर, कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, विजय गांगुली, रूएल दौसेन वरिंदनी, Read the full article
#अपारशक्तिखुराना#कार्तिकआर्यन#कृतिसेनन#कॉमेडी#दिनेशविजन#पंकजत्रिपाठी#रोमांटिककॉमेडी#लक्ष्मणउतेकर#लुकाछुपी#लुकाछुपीफिल्म#लुकाछुपीमूवी
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लवआजकल-फिल्म रिव्यु!
पुरानी यादों की रोशनी
फिल्म लव आज कल में सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण An Illuminati Films Presents in association with EROS international Casting:- Saif Ali Khan, Deepika Padukone, Rishi Kapoor, Rahul Khanna, Florence Brudenell-Bruce, Dolly Ahluwalia, Raj Zutshi, Vir das Introducing:- Giselli Monteiro प्लॉट - यह फिल्म एक ऐसे लड़के ''जय'' और लड़की ''मीरा'' की कहानी है | यह फिल्म जो अनजानों की तरह मिलते है,घूमते है | डांस पार्टीज और रेस्टोरेंट में जाते है | हुक्स अप करते है | ना दोनों में प्यार है, ना ही रिलेशनशिप है, फिर भी mutually ब्रेक अप कर लेते है| मीरा इंडिया में आ जाती है और जय वही रह जाता है | दोनों आपसी रजामंदी से touch में रहने का वादा करते है | जय को london में गर्ल फ्रेंड और मीरा का दिल्ली में बॉय फ्रेंड बन जाता है | ''वीर सिंह'' की कहानी साथ साथ parallel चलती रहती है | एक ही फिल्म में तीनों कहानियाँ चलन में है | क्या मीरा की शादी अपने बॉयफ्रेंड से होगी? जय की अपनी दूसरी गर्ल फ्रेंड से होगी ? क्या वीर सिंह का मिलन हरलीन से हो पाएगा ? दोबारा जय और मीरा मिल पाएंगे ? क्या मीरा और जय की शादी हो पाएगी ? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी | थीम- इस फिल्म की थीम रोमांटिक ड्रामा है | इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ साथ यह भी है, कि आजकल की युवा पीढ़ी प्यार और रिश्ते को लेकर क्या सोचती है ? अगर हम इसे युवा आधारित फिल्म कहे तो अतिशियोक्ति नहीं होगी | एक्टिंग और चरित्र- जय और वीर सिंह की भूमिका में ''सैफ अली खान'' ने डबल रोल निभाया है| जिसमें वीर सिंह को जवानी का ऋषि कपूर को दिखाया गया है, सैफ अली खान का अभिनय काबिले तारीफ़ है, एक जटिल किरदार को उन्होंने बहुत बढ़िया ढंग से निभाया | चाहे वह जय हो या वीर सिंह हो दोनों किरदारों में उन्होंने अपना 100 % देने का प्रयत्न किया है | मीरा के किरदार में ''दीपिका पादुकोण'' का अभिनय भी लाजवाब कहा जाएगा | इस समय दीपिका करियर को दो साल ही हुए है, कि उन्हें बहुत ही मजबूत और हट के भूमिका निभाने को मिली है |और दीपिका ने बहुत सहज तरीके से भूमिका को निभाया चाहे, डांसिंग स्किल हो या डायलॉग्स बोलने की कला हो, कॉमिक टाइमिंग हो, भावनात्मक दृश्य हो, उन्होंने हर इमोशंस को परदे पर दिखाया है | वीर सिंह की भूमिका में ऋषि कपूर का अभिनय भी अच्छा कहा जाएगा | एक सिख की भूमिका निभाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई होगी, क्योकि वह खुद एक पंजाबी परिवार से सम्बन्ध रखते है | Supporting casts में विक्रम ''राहुल खन्ना'' हरलीन ''गिसेल्ली मोंटेरो'' जो "फ्लोरेंस बरुदेनेल ब्रूस'' हो सभी भूमिकाओं ने कहानी को आगे बढ़ाने में कही भी किसी तरह की कसर नहीं छोड़ी | मेहमान भूमिका में बूढी हरलीन ''नीतू कपूर '' का में एक दृश्य भी है | रिटेन एंड डायरेक्शन- फिल्म का निर्देशन ''इम्तिआज़ अली'' ने किया है | उन्होंने फिल्म की कहानी-पटकथा संवाद लिखे है | इस फिल्म से पहले उन्होंने ''सोचा न था'', ''जब भी मेट''जो की कमर्शियल ब्लॉकबस्टर थी, को निर्देशित किया है | दोनों फिल्में कमाल की थी | Captain of the ship का रोल बहुत ही बढ़िया तरीके से निभाया | और पूरी फिल्म पर उनकी पकड़ मजबूत है | कहानी-पटकथा-संवाद- बहुत मजबूत है | संवाद भी बहुत ही कमाल के लिखे है, शब्दों का चयन सभी चरित्रों के अनुसार है | कहानी एक नए concept को लेकर बनायीं गयी है,ऐसी कहानी पहले कभी नहीं पर्दे पर आयी | सिनेमाटोग्राफी- नटराजन सुब्रमणियम की उत्तम दर्जे की है | लंदन, दिल्ली,और सन फ्रांसिस्को शहरों को उन्होंने बखूबी परदे पे सुन्दर तरीके से दिखाया है | फिल्म के सभी दृश्य अच्छे से फिल्माए गए है | आसमान से लिए गए दृश्य तो कमाल के है | कोरियोग्राफी- सभी गानों की बढ़िया है, चाहे डांस सांग हो इमोशनल सांग हो या पंजाबी सांग्स हो आदि | ''चोर बाज़ारी'' गाने की Bosco Caesar ने कोरियोग्राफी कमाल की की है | एडिटंग- आरती बजाज की कासी हुई है,और फिल्म का pace भी फ़ास्ट है | दृश्यों की arrangements एंड cutting भी सही की गयी है | म्यूजिक-''प्रीतम'' ने म्यूजिक बहुत ही मधुर धुन में बाँधा है| विशेषकर कुछ गीत जैसे ''चोर बाज़ारी'' इसके अलावा ''यह दूरियां'' वैसे ही ''अज दिन चड्डिया'' के साथ-२ ''मैं क्या हूँ'' ''आहूं आहूं'' उसी अंदाज़ में ''ट्विस्ट'' बहुत ही बढ़िया बन पड़े है | Overall Full album का म्यूजिक अच्छा है | लिरिक्स- सभी गीतों को ''इरशाद कामिल'' ने लिखा है | अच्छे से संगीतबद्ध किया गया है | फिल्म की थीम और टोन के हिसाब से समकालीन लिखा गया है | बैकग्राउंड स्कोर- भी फिल्म की थीम से अच्छे से sync करता हुआ बनाया गया है | वेशभूषा-फिल्म की लुक एंड फील के हिसाब से विशेषकर दीपिका पादुकोण के अच्छे है | साउंड डिज़ाइन- भी बढ़िया है | प्रोडक्शन डिज़ाइन- ठीक ठाक है | पॉपुलर डायलॉग्स - Mango people और तू हमेशा correct बात बोल देती है जानेमन ! Negative Points:- ''चोर बाज़ारी'' गाने में दीपिका पादुकोण की ड्रेस और पर्स का रंग बदल जाते है| गाने के बीच में पर्स को फ़ेंक देती है| जैसे ही गाना खत्म होता है वैसे ही हाथ में फिर पर्स आ जाता है| फिल्म के शुरू में ऋषि कपूर को 2 सीन्स में इग्नोर कर दिया गया है| तीसरे सीन से उनको इंट्रोडस किया गया है पता नहीं ऐसा क्यों किया गया | इंटरनल होने से 15 -20 मिनट्स पहले 3 गाने बैक टू बैक डाल दिए गए है| इंटरवल के बाद फिर एक गाना आ जाता है| Film fare Awards 2009 Nominations Best FilmLove Aaj KalNominatedBest DirectorImtiaz AliNominatedBest StoryImtiaz AliNominatedBest ScreenplayImtiaz AliNominatedFilmfare Awards27 February 2010Best DialogueImtiaz AliNominatedBest ActorSaif Ali KhanNominatedBest ActressDeepika PadukoneNominatedBest Music DirectorPritamNominatedBest LyricistIrshad Kamil for "Aj Din Chadheya"WonBest Male Playback SingerRahat Fateh Ali Khan for "Aj Din Chadheya"NominatedBest Female Playback SingerSunidhi Chauhan for "Chor Bazaari"NominatedBest ChoreographyBosco-Caesar for "Chor Bazaari"WonNominations Rating:-3.5* Read the full article
#इम्तियाजअली#ऋषिकपूर#दिनेशविजन#दीपिकापादुकोण#नीतूकपूर#रोमांटिक#रोमांटिकड्रामा#लवआजकल#लवआजकलफिल्म#लवआजकलमूवी#सैफअलीखान
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स्त्री फिल्म रिव्यु
मर्द को दर्द होगा
फिल्म स्त्री में लीड स्टार कास्ट प्लॉट: यह फिल्म चंदेरी मध्य प्रदेश की सच्ची घटना पर आधारित है चंदेरी में लोगों के घरों के बाहर दीवारों पर यह लिखा हुआ होता है ओ स्त्री कल आना इस फिल्म में स्त्री कौन है जो साल में चार रातें गांव में आती है जब मंदिर में कोई प्रोग्राम चल रहा होता है और स्त्री गांव के आदमियों को उठाकर ले जाती है और उनके कपड़ों को वही छोड़ जाती है| क्या स्त्री की असलियत कभी बाहर आ पाएगी कि वह कोई चुड़ैल है या आत्मा ? क्या स्त्री की आत्मा भटकती है? क्या कोई मनगढ़ंत कहानी गढ़ी गई है| इन सब प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: यह फिल्म कॉमेडी हॉरर पर आधारित है और इसकी थीम सस्पेंस और मिस्ट्री पर है| इसको बनाने का मकसद सिर्फ मनोरंजन करना है और यह बताना है कि स्त्री गांव के आदमियों को उठाकर और उनके कपड़ों को छोड़कर क्यों जाती है| आदमियों को ले जाने का मकसद क्या है? पहाड़ी पर महल या खंडहर का राज क्या है साल में चार दिन ही क्यों आती है पहली रात से लेकर आखिरी रात तक मूवी पूरी हो जाती है सिर्फ चार रातों की कहानी है| फिल्म में बहुत सारी घटनाएं लगातार होती रहती है जिससे सस्पेंस बरकरार रहता है एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: विकी के रोल में राजकुमार राव का अभिनय बढ़िया है उन्होंने अपने चेहरे पर डर के जो हाव-भाव दिखाएं हैं यह उनकी अभिनय क्षमता की ताकत का ही कमाल है कि कॉमेडी भी बहुत अच्छी कर लेते हैं| बिना नाम के रोल में श्रद्धा कपूर का अभिनय भी ठीक-ठाक है उनका ज्यादा रोल तो नहीं है पर जितना है उन्होंने अच्छे से निभा दिया रुद्र के रोल में पंकज त्रिपाठी का अभिनय भी अच्छा है उनका अभिनय भी ��ास्य पुट लिए हुए हैं जना के रोल में अभिषेक बैनर्जी ने भी कमाल का अभिनय किया है बिट्टू के रोल में अपारशक्ति खुराना ने भी बढ़िया अभिनय किया है और रोल को अच्छे से निभाया है सपोर्टिंग कास्ट ने भी फिल्म को आगे बढ़ाने और ले जाने में साथ दिया है डायरेक्टर: इसको डायरेक्टर अमर कौशिक ने निर्देशित किया है यह उनकी First Debut Directorial है, इससे पहले वह शॉर्ट फिल्म आबा (2017) बना चुके हैं और बहुत सारे डायरेक्टर्स जैसे राजकुमार गुप्ता औरओनिर के असिस्टेंट भी रह चुके हैं पहली ही मूवी में उन्होंने कमाल का निर्देशन किया है कहानी और पटकथा भी बहुत मजबूत है उन्होंने मूवी को पूरी तरह से पकड़ के रखा और कहानी को पटरी से उतरने नहीं दिया सब कलाकारों से उन्होंने अच्छा अभिनय भी निकलवा लिया, फिल्म को एक अलग तरह से बनाने में उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी, उनकी हर डिपार्टमेंट में पकड़ साफ झलकती है| कहानी और पटकथा: राज एंड डीके की कहानी और पटकथा बहुत ही जबरदस्त, शानदार और मजबूत है डायलॉग: सुमित अरोरा ने डायलॉग भी बहुत अच्छे से लिखे हैं| सिनेमैटोग्राफी: अमलेंदु चौधरी की सिनेमैटोग्राफी बहुत ही कमाल की है चाहे वह रात के दृश्य हो, डरावने दृश्य, खंडहर के दृश्य हो, बहुत ही अच्छे से सिनेमैटोग्राफी की गई है| कोरियोग्राफी: विजय गांगुली की कोरियोग्राफी कमरिया और आओ कभी हवेली पे की बहुत बढ़िया से की गई है| बैकग्राउंड स्कोर: केतन सोढा का बैकग्राउंड स्कोर भी अच्छा और बहुत बढ़िया है मूवी की थीम से पूरी तरह से sync करता हैं संगीत: सचिन-जिगर का संगीत बहुत बढ़िया तो नहीं कह सकते पर कुछ गीतों को आप सुनना पसंद करेंगे जैसे मिलेगी मिलेगी, कमरिया और आओ कभी हवेली पे | लिरिक्स: वायु, जिगर सरैया और बादशाह ने बहुत अच्छे से लिखे हैं मूवी की थीम्स से पूरी तरह से मैच करते हैं साउंड डिजाइन: शाजिथ कोयरी और सविता नंबराथ ने साउंड डिजाइन पर भी मेहनत की है और अच्छा बनाया है| प्रोडक्शन डिजाइन: मधुसूदन एन का प्रोडक्शन डिज़ाइन बहुत बढ़िया से किया गया है एडिटिंग: हेमंती सरकार की एडिटिंग भी संतुलित है| एक्शन: मनोहर वर्मा और अमीन खातिब के एक्शन्स कहानी के मुताबिक बढ़िया है क्लाइमेक्स: अंत में सस्पेंस का राज खुलता है तो आप जानकर हैरान हो जाएंगे| ओपिनियन: जिनको हॉरर फिल्में देखना पसंद है कॉमेडी के तड़के के साथ वे ऑडियंस यह जरूर देखें| 64th फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड: इसको बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर ,बेस्ट एक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर ,बेस्ट स्टोरी, बेस्ट स्क्रीनप्ले ,बेस्ट डायलाग, बेस्ट प्रोडक्शन डिज़ाइन, बेस्ट एडिटिंग, बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर के नॉमिनेशंस प्राप्त हुए थे और एक अवार्ड बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर अमर कौशिक जीतने में सफल रही| Flaws: शुरू में फिल्म की गति धीमी है 35 -40 मिनट तक कुछ खास आगे बढ़ नहीं पाती सेकंड हाफ बहुत ही तेज गति का है फर्स्ट हाफ के शुरू में धीमी गति की है| पार्टी करते हुए स्त्री जि�� लड़के को उठाकर ले जाती है उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया गया बाकी सभी वापस आ जाते हैं जिनको स्त्री उठा के ले जाती है, विक्की को unknown वुमन खंजर और चोटी काटने को बोलती है तो वह चोटी ही क्यों काटता है खंजर मारने के लिए क्यों मना कर देती है जबकि खंजर मारने से वह हमेशा के लिए मर जाती है, इसकी कोई क्लैरिटी नहीं है | CBFC-U/A Movietime-2h.9mins Genre-Comedy horror Backdrop-Chanderi (MP) Release-31st August 2018 कास्ट: राजकुमार राव, श्रद्धा कपूर, पंकज त्रिपाठी, अभिषेक बैनर्जी, औरअपारशक्ति खुराना प्रोडूसर: दिनेश विजन, राज एंड डीके डायरेक्टर: अमर कौशिक साउंड डिज़ाइन: शाजिथ कोयरी, सविता नंबराथ, कास्टूम डिज़ाइन: शीतल शर्मा म्यूजिक: सचिन-जिगर, बैकग्राउंड स्कोर: केतन सोढा, प्रोडक्शन डिज़ाइन: मधुसूदन एन एडिटर: हेमंती सरकार, सिनेमेटोग्राफी: अमलेंदु चौधरी, कोरियोग्राफी: विजय गांगुली, एक्शन: ���नोहर वर्मा, अमीन खातिब लिरिक्स: वायु, जिगर सरैया, बादशाह, डायलॉग्स: सुमित अरोरा, स्टोरी एंड स्क्रीनप्ले: राज एंड डीके Read the full article
#अभिषेकबनर्जी#अमरकौशिक#कॉमेडी#दिनेशविजन#पंकजत्रिपाठी#राजकुमारराव#श्रद्धा��पूर#स्त्री#स्त्रीफिल्म#स्त्रीमूवी#हॉरर
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लवआजकल-फिल्म रिव्यु!
पुरानी यादों की रोशनी
फिल्म लव आज कल में सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण An Illuminati Films Presents in association with EROS international Casting:- Saif Ali Khan, Deepika Padukone, Rishi Kapoor, Rahul Khanna, Florence Brudenell-Bruce, Dolly Ahluwalia, Raj Zutshi, Vir das Introducing:- Giselli Monteiro प्लॉट - यह फिल्म एक ऐसे लड़के ''जय'' और लड़की ''मीरा'' की कहानी है | यह फिल्म जो अनजानों की तरह मिलते है,घूमते है | डांस पार्टीज और रेस्टोरेंट में जाते है | हुक्स अप करते है | ना दोनों में प्यार है, ना ही रिलेशनशिप है, फिर भी mutually ब्रेक अप कर लेते है| मीरा इंडिया में आ जाती है और जय वही रह जाता है | दोनों आपसी रजामंदी से touch में रहने का वादा करते है | जय को london में गर्ल फ्रेंड और मीरा का दिल्ली में बॉय फ्रेंड बन जाता है | ''वीर सिंह'' की कहानी साथ साथ parallel चलती रहती है | एक ही फिल्म में तीनों कहानियाँ चलन में है | क्या मीरा की शादी अपने बॉयफ्रेंड से होगी? जय की अपनी दूसरी गर्ल फ्रेंड से होगी ? क्या वीर सिंह का मिलन हरलीन से हो पाएगा ? दोबारा जय और मीरा मिल पाएंगे ? क्या मीरा और जय की शादी हो पाएगी ? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी | थीम- इस फिल्म की थीम रोमांटिक ड्रामा है | इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ साथ यह भी है, कि आजकल की युवा पीढ़ी प्यार और रिश्ते को लेकर क्या सोचती है ? अगर हम इसे युवा आधारित फिल्म कहे तो अतिशियोक्ति नहीं होगी | एक्टिंग और चरित्र- जय और वीर सिंह की भूमिका में ''सैफ अली खान'' ने डबल रोल निभाया है| जिसमें वीर सिंह को जवानी का ऋषि कपूर को दिखाया गया है, सैफ अली खान का अभिनय काबिले तारीफ़ है, एक जटिल किरदार को उन्होंने बहुत बढ़िया ढंग से निभाया | चाहे वह जय हो या वीर सिंह हो दोनों किरदारों में उन्होंने अपना 100 % देने का प्रयत्न किया है | मीरा के किरदार में ''दीपिका पादुकोण'' का अभिनय भी लाजवाब कहा जाएगा | इस समय दीपिका करियर को दो साल ही हुए है, कि उन्हें बहुत ही मजबूत और हट के भूमिका निभाने को मिली है |और दीपिका ने बहुत सहज तरीके से भूमिका को निभाया चाहे, डांसिंग स्किल हो या डायलॉग्स बोलने की कला हो, कॉमिक टाइमिंग हो, भावनात्मक दृश्य हो, उन्होंने हर इमोशंस को परदे पर दिखाया है | वीर सिंह की भूमिका में ऋषि कपूर का अभिनय भी अच्छा कहा जाएगा | एक सिख की भूमिका निभाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई होगी, क्योकि वह खुद एक पंजाबी परिवार से सम्बन्ध रखते है | Supporting casts में विक्रम ''राहुल खन्ना'' हरलीन ''गिसेल्ली मोंटेरो'' जो "फ्लोरेंस बरुदेनेल ब्रूस'' हो सभी भूमिकाओं ने कहानी को आगे बढ़ाने में कही भी किसी तरह की कसर नहीं छोड़ी | मेहमान भूमिका में बूढी हरलीन ''नीतू कपूर '' का में एक दृश्य भी है | रिटेन एंड डायरेक्शन- फिल्म का निर्देशन ''इम्तिआज़ अली'' ने किया है | उन्होंने फिल्म की कहानी-पटकथा संवाद लिखे है | इस फिल्म से पहले उन्होंने ''सोचा न था'', ''जब भी मेट''जो की कमर्शियल ब्लॉकबस्टर थी, को निर्देशित किया है | दोनों फिल्में कमाल की थी | Captain of the ship का रोल बहुत ही बढ़िया तरीके से निभाया | और पूरी फिल्म पर उनकी पकड़ मजबूत है | कहानी-पटकथा-संवाद- बहुत मजबूत है | संवाद भी बहुत ही कमाल के लिखे है, शब्दों का चयन सभी चरित्रों के अनुसार है | कहानी एक नए concept को लेकर बनायीं गयी है,ऐसी कहानी पहले कभी नहीं पर्दे पर आयी | सिनेमाटोग्राफी- नटराजन सुब्रमणियम की उत्तम दर्जे की है | लंदन, दिल्ली,और सन फ्रांसिस्को शहरों को उन्होंने बखूबी परदे पे सुन्दर तरीके से दिखाया है | फिल्म के सभी दृश्य अच्छे से फिल्माए गए है | आसमान से लिए गए दृश्य तो कमाल के है | कोरियोग्राफी- सभी गानों की बढ़िया है, चाहे डांस सांग हो इमोशनल सांग हो या पंजाबी सांग्स हो आदि | ''चोर बाज़ारी'' गाने की Bosco Caesar ने कोरियोग्राफी कमाल की की है | एडिटंग- आरती बजाज की कासी हुई है,और फिल्म का pace भी फ़ास्ट है | दृश्यों की arrangements एंड cutting भी सही की गयी है | म्यूजिक-''प्रीतम'' ने म्यूजिक बहुत ही मधुर धुन में बाँधा है| विशेषकर कुछ गीत जैसे ''चोर बाज़ारी'' इसके अलावा ''यह दूरियां'' वैसे ही ''अज दिन चड्डिया'' के साथ-२ ''मैं क्या हूँ'' ''आहूं आहूं'' उसी अंदाज़ में ''ट्विस्ट'' बहुत ही बढ़िया बन पड़े है | Overall Full album का म्यूजिक अच्छा है | लिरिक्स- सभी गीतों को ''इरशाद कामिल'' ने लिखा है | अच्छे से संगीतबद्ध किया गया है | फिल्म की थीम और टोन के हिसाब से समकालीन लिखा गया है | बैकग्राउंड स्कोर- भी फिल्म की थीम से अच्छे से sync करता हुआ बनाया गया है | वेशभूषा-फिल्म की लुक एंड फील के हिसाब से विशेषकर दीपिका पादुकोण के अच्छे है | साउंड डिज़ाइन- भी बढ़िया है | प्रोडक्शन डिज़ाइन- ठीक ठाक है | पॉपुलर डायलॉग्स - Mango people और तू हमेशा correct बात बोल देती है जानेमन ! Negative Points:- ''चोर बाज़ारी'' गाने में दीपिका पादुकोण की ड्रेस और पर्स का रंग बदल जाते है| गाने के बीच में पर्स को फ़ेंक देती है| जैसे ही गाना खत्म होता है वैसे ही हाथ में फिर पर्स आ जाता है| फिल्म के शुरू में ऋषि कपूर को 2 सीन्स में इग्नोर कर दिया गया है| तीसरे सीन से उनको इंट्रोडस किया गया है पता नहीं ऐसा क्यों किया गया | इंटरनल होने से 15 -20 मिनट्स पहले 3 गाने बैक टू बैक डाल दिए गए है| इंटरवल के बाद फिर एक गाना आ जाता है| Film fare Awards 2009 Nominations Best FilmLove Aaj KalNominatedBest DirectorImtiaz AliNominatedBest StoryImtiaz AliNominatedBest ScreenplayImtiaz AliNominatedFilmfare Awards27 February 2010Best DialogueImtiaz AliNominatedBest ActorSaif Ali KhanNominatedBest ActressDeepika PadukoneNominatedBest Music DirectorPritamNominatedBest LyricistIrshad Kamil for "Aj Din Chadheya"WonBest Male Playback SingerRahat Fateh Ali Khan for "Aj Din Chadheya"NominatedBest Female Playback SingerSunidhi Chauhan for "Chor Bazaari"NominatedBest ChoreographyBosco-Caesar for "Chor Bazaari"WonNominations Rating:-3.5* Read the full article
#इम्तियाजअली#ऋषिकपूर#दिनेशविजन#दीपिकापादुकोण#नीतूकपूर#रोमांटिक#रोमांटिकड्रामा#लवआजकल#लवआजकलफिल्म#लवआजकलमूवी#सैफअलीखान
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स्त्री 2 फिल्म रिव्यु!
सरक��े का आतंक
फिल्म स्त्री 2 के समीक्षा/रिव्यु में राजकुमार राव प्लॉट: यह फिल्म स्त्री (2018) की सीक्वल है| पहले Part में स्त्री थी! स्त्री 2 में सरकटे का आतंक दिखाया गया है, अब सरकटे का आतंक कैसे खत्म किया जाएगा? पहले Part में स्त्री पुरुषों को उठाकर ले जाती थी, स्त्री 2 में सरकटा स्त्रियों को उठाकर ले जाता है सरकटे का आतंक कौन और कैसे खत्म करेगा? और किस तरह से खत्म करेगा? इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: इस फिल्म की टोन हॉरर कॉमेडी है, जिसमें कॉमेडी और हॉरर का मिश्रण है| फिल्म की थीम आतंक पर आधारित है ,इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ दर्शकों का मनोरंजन करना है, और यह फिल्म एक काल्पनिक कहानी पर आधारित है| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: विकी के रोल में राजकुमार राव का अभिनय शानदार है, मुश्किल से मुश्किल डॉयलॉग को भी वह बहुत आसानी से बोल देते हैं यह उनके अभिनय की सबसे बड़ी खूबी है, उनकी कॉमिक टाइमिंग्स भी लाजवाब है, पूरी फिल्म ही उनके कंधों पर है| स्त्री के रोल में श्रद्धा कपूर का अभिनय भी अच्छा है उनके एक्शन दृश्य देखते ही बनते हैं उनके अभिनय में सरलता और संपूर्णता नजर आती है| बिट्टू के रोल में अपारशक्ति खुराना का अभिनय भी बढ़िया है, उनके ज्यादातर दृश्य कॉमेडी वाले हैं| रूद्र भैया के रोल में पंकज त्रिपाठी का अभिनय भी शानदार है, उनका डायलॉग को बोलने का तरीका बहुत ही जबरदस्त है, उनका अभिनय हंसी के रस से भरा हुआ है, उनके अभिनय क्षमता का कोई सानी नहीं है| जना के रोल में अभिषेक बनर्जी का अभिनय भी अच्छा है, उनके डायलॉग सुनते ही हंसी आ जाती है, उनका हर दृश्य हंसी दिला देता है| सपोर्टिंग रोल में तमन्ना भाटिया, अनन्या सिंह, वरुण धवन, सुनीता राजवार, अतुल श्रीवास्तव और अक्षय कुमार का अभिनय भी ठीक-ठाक है| डायरेक्शन: इस फिल्म को अमर कौशिक ने निर्देशित किया है, इससे पहले वह स्त्री (2018), जो उनकी First Debut Directorial थी,एक सफल फ़िल्म मानी जाती है, उसके बाद उनकी बाला (2019) और भेड़िया (2022) रिलीज हुई जो कि सफल फिल्मों में गिनी जाती हैं उनकी भेड़िया औसत दर्जे की फिल्म थी, इस फिल्म को भी उन्होंने बहुत बढ़िया बनाया है, फिल्म को एक अलग तरह से हटकर बनाने में उन्होंने अपनी पूरी जान लगा दी है, फिल्म के हर डिपार्टमेंट में उनकी पकड़ साफ झलकती है उन्होंने Technically Superb फिल्म बनाई है| स्टोरी स्क्रीनप्ले और डायलॉग: निरेन भट्ट के है, इस फिल्म से पहले उन्होंने All is Well (2015), बाला (2019, भेड़िया (2022) और मुँज्या (2024) लिखी है इस फिल्म की कहानी पहले वाली स्त्री फिल्म से बिल्कुल अलग है, फिल्म डरावनी ना बनकर ज्यादा कॉमेडी बन गई, स्त्री फिल्म ज्यादा डरावनी और उसकी कहानी भी बहुत अच्छी थी, इस फिल्म की कहानी ठीक-ठाक है| पटकथा: बहुत मजबूत है ,पटकथा अच्छे से लिखी गई है| डायलॉग: बहुत ही बढ़िया लिखे हैं, एक बार तो हम कह सकते हैं, कि फिल्म की जान डायलॉग है फिल्म को सफल बनाने में डायलॉग का बहुत बड़ा योगदान है| सिनेमाटोग्राफी: जिष्णु भट्टाचार्य की शानदार कहीं जा सकती है, रात के दृश्य हो, महल के दृश्य हो, सरकटे का महल हो, शहर के दृश्य हो, सभी को बहुत ही खूबसूरती से फिल्माया गया है, Aerial Views के दृश्य हो,कैमरा वर्क, कैमरा फ्रेम्स, लाइटनिंग और कलरिंग बढ़िया से इस्तेमाल करके फिल्म को फिल्माया गया है| कोरियोग्राफी: विजय गांगुली की बहुत अच्छी है, सभी गीतों की विशेषकर खूबसूरत, आज की रात, तुम्हारे ही रहेंगे हम और जानी मास्टर का आई नहीं की बहुत ही बढ़िया है म्यूजिक: सचिन जिगर का बहुत ही सुरीला बन पड़ा है, सभी गीतों का संगीत बहुत ही सुरीला और मधुर है विशेष कर आई नहीं और आज की रात गीतों का, खूबसूरत और तुम्हारे ही रहेंगे हम Soothing Music वाले गीत हैं| लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य ने फिल्म की कहानी के अनुसार अच्छे लिखे हैं| बैकग्राउंड स्कोर: जस्टिन वर्गीज का बहुत ही जबरदस्त है डराने वाला है, फिल्म के Mood के हिसाब से पूरी तरह से Sync करता है| प्रोडक्शन डिजाइन: फिल्म के मुताबिक बढ़िया है| साउंड डिजाइन: बहुत ही शानदार है एडिटिंग: हेमंती सरकार, फिल्म की गति धीमी है, शुरू की 30 मिनट की फिल्म में कहानी धीमी गति से आगे बढ़ती है बीच-बीच में फिल्म बोर भी करती है| एक्शन: एक्शन Sequences बहुत ही जबरदस्त और कमाल के हैं विशेषकर श्रद्धा कपूर के| विजुअल इफैक्ट्स: बहुत ही जबरदस्त, लाजवाब और शानदार है| ओपिनियन: Must Watch! जो मसाला फिल्में देखने के शौकीन है| Flaws: अंत की 10 से 15 मिनट की फिल्म कुछ खास नहीं है टाइम वेस्ट किया गया है क्योंकि बैक टू बैक दो गाने एकसाथ ही डाल दिए हैं, दर्शन कन्फ्यूज्ड हो जाते हैं की फिल्म का अंत हो गया है या नहीं? फिल्म में डबल मीनिंग्स डायलॉग भी भारी पड़े हैं अगर दशक समझ सके तो वरुण धवन का रोल समझ में नहीं आया उसको भेड़िया बनाकर का किरदार क्यों पूछा गया शुरू की फिल्म 30 मिनट तक कहानी कोई मोड़ नहीं ले पाती तमन्ना भाटिया के गाने आज की रात में फुहारता और अश्लीलता पड़ोसी गई है कॉस्टयूम भी बहुत घटिया पहना है Filmfare Award nominations: 2025 के ऑल पापुलर में बहुत सारी Categories में नॉमिनेशन होंगे, जैसे एक्शन कोरियोग्राफी सिनेमा टोपोग्राफी विजुअल इफेक्ट्स बेस्ट फिल्म Based on Original film "Stree' Written and Produced by Raj and DK Rajkummar Rao, Shraddha Kapoor, Pankaj Tripathi, Aparshakti Khurrana, Abhishek Banerjee, Tamanna Bhatia, Akshay Kumar, Varun Dhawan, Ananya Singh Director: Amar Kaushik, Produced: Dinesh Vijan and Jyoti Deshpande, Story, Screenplay and Dialogues: Niren Bhatt Editor: Hemanti Sarkar, Cinematography: Jishnu Bhattacharyajee Music: Sachin-Jigar, Lyrics: Amitabh Bhattacharya,Background Score: Justin Varghese, Design: Sheetal Iqbal Sharma, Action: Darrel McLean, Amrit Singh Choreography: Vijay Ganguly, Jaani Master( Aayi na), Sound Design: Kingshuk Moran, Production Design: Mayur Sharma, CBFC-U/A Movietime-2h.29mins Genre-Comedy horror Backdrop-Chanderi (MP) Release Year-2024 Read the full article
#अक्षयकुमार#अपारशक्तिखुराना#अभिषेकबनर्जी#अमरकौशिक#कॉमेडी#कॉमेडीहॉरर#दिनेशविजन#पंकजत्रिपाठी#राजकुमारराव#वरुणधवन#श्रद्धाकपूर#स्त्री2#स्त्री2फिल्म#स्त्री2मूवी#हॉरर
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जरा हटके जरा बचके फिल्म समीक्षा/रिव्यु
घर के लिए कुछ भी करेगा!
फिल्म जरा हटके जरा बचके के समीक्षा/रिव्यु में विक्की कौशल की इमेज प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसी शादीशुदा जोड़े की है जो अपना घर खरीदना चाहते हैं लेकिन महंगा बहुत है और वह सस्ते घर की तलाश में इधर-उधर भटकते रहते हैं| क्योंकि वह अपने परिवार के साथ नहीं रहना चाहते, जिसमे माता-पिता मामा-मामी सभी रहते हैं, घर भी छोटा है उनकी अपनी कोई प्राइवेसी भी नहीं है कि उनको कंप्रोमाइज करके अपने परिवार के साथ ही रहना पड़ेगा| वह घर खरीदने के लिए बहुत बड़ा रिस्क ले लेते हैं एक दूसरे से अलग होने और तलाक लेने का| तो क्या वह दोनों अपने खुद का घर खरीद पाएंगे? क्या उनका रिश्ता तब तक बना रहेगा? क्या वह दोबारा शादी कर पाएंगे? इस सभी सवालों को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी| टोन और थीम: इस फिल्म की टोन रोमांटिक कॉमेडी पर आधारित है, इस फिल्म की थीम Sacrifice और Compromise पर है, इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ एक संदेश देना भी है कि सब कुछ घर नहीं होता, परिवार ही सब कुछ होता है घर जैसा मर्जी हो छोटा हो पर अपनों से और परिवार के सदस्यों से ही बनता है, पति-पत्नी का रिश्ता एक भावनात्मक धागे से जुड़ा होता है ना कि घर से| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: कप्पू कपिल के किरदार में विकी कौशल का अभिनय ठीक-ठाक कहा जा सकता है उन्होंने एक मध्यम वर्गीय परिवार और कंजूस जैसे इंसान का किरदार ठीक-ठाक से निभाया है, उनका किरदार ज्यादा दमदार नहीं था| इसलिए उनको कुछ खास करने को मौका नहीं मिला| सौम्या के किरदार में सारा अली खान का अभिनय भी औसत दर्जे का कहा जा सकता है, लेकिन उनकी कॉमिक टाइमिंग बहुत ही बेहतरीन है उनके कुछ दृश्य ऐसे हैं जिनमें लगता है कि वह बहुत ही परफेक्शन के साथ उस दृश्य को निभा रही है| सपोर्टिंग कास्ट में आकाश खुराना, अनुभा फतेहपुरा, राकेश बेदी, सुष्मिता मुखर्जी, नीरज सूद और कनुप्रिया पंडित का अभिनय भी ठीक-ठाक कहा जा सकता है, विशेष कर आकाश खुराना का, इन सभी का अभिनय फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करता है| निर्देशक: इस फिल्म के निर्देशक लक्ष्मण उत्तेकर जिनकी पहचान मराठी सिनेमा में जहाँ इन्होने तापाल(2014), लालबागची रानी(2016) का निर्देशन किया है से निकलकर हिंदी सिनेमा में हुई, उनकी पिछली हिंदी फिल्म लुकाछिपी(2019) जिनका उन्होंने निर्देशन किया और वह एक सफल थी| वे एक सफल सिनेमेटोग्राफर भी है, इस फिल्म में उनका निर्देशन कुछ खास नहीं है पिछली फिल्मों के मुकाबले उनका निर्देशन कमजोर है, जिस तरह की उन्होंने फ़िल्में निर्देशित की है वैसा उनका इस फिल्म में नहीं दिखता, ऐसा महसूस होता है कि हम बहुत किसी कमज़ोर निर्देशक की फिल्म देख रहे हो, कहीं-कहीं लगता है कि फिल्म खींची जा रही है| लेखक: मैत्रेयी बाजपेयी, रमीज़ इल्हाम खान, लक्ष्मण उतेकर की कहानी-पटकथा कमज़ोर है, डायलॉग्स भी औसत दर्जे के है| बैकग्राउंड स्कोर: संदीप शिरोडकर का बैकग्राउंड स्कोर below average है| साउंड डिज़ाइन: निहार रंजन समल का साउंड डिज़ाइन कुछ खास नहीं है| कास्टूम डिज़ाइन: शीतल शर्मा की कास्टूम डिजाइनिंग भी ठीक ठीक है| एडिटिंग: मनीष प्रधान की एडिटिंग कमज़ोर है और ऐसा महसूस होता है की फिल्म को रबड़ की तरह खींचा गया है| सिनेमैटोग्राफी: राघव रामदॉस की सिनेमैटोग्राफी बढ़िया है प्रोडक्शन डिजाइन: सुब्रत चक्रबर्ती और अमित रे का प्रोडक्शन डिजाइन ठीक-ठाक है म्यूजिक: सचिन-जिगर का म्यूजिक बहुत ही बढ़िया है दो गाने तो बहुत अच्छे बन पड़े हैं जैसे फिर और क्या चाहिए और तेरे वास्ते अच्छे बन पड़े हैं कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, विजय गांगुली, रूएल डाउसन वरन्दानी की कोरियोग्राफी बहुत बढ़िया है, खासकर तेरे वास्ते गीत के लिए गणेश आचार्य का| क्लाइमैक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स ठीक-ठाक ही कहा जा सकता है| ओपिनियन: आज के युवा लोग इस फिल्म एक बार को देख सकते हैं फैक्ट: दोनों की लड़ाई का दृश्य बहुत ही अच्छा बन पड़ा है 69th फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: इस फिल्म को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर, बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर, बेस्ट कोरियोग्राफर और बेस्ट लिरिसिस्ट में नॉमिनेशंस मिले थे और फिल्म एक अवार्ड बेस्ट लिरिसिस्ट अमिताभ भट्टाचार्य (तेरे वास्ते) गीत के लिए जीतने में सफल रहे| CBFC-U/A Movietime-2h.12m Genre-Romantic Comedy Backdrop-Indore Release-2023 फ़िल्मकास्ट: विकी कौशल, सारा अली खान, आकाश खुराना, अनुभा फतेहपुरा, राकेश बेदी, सुष्मिता मुखर्जी, नीरज सूद और कनुप्रिया पंडित प्रोडूसर: दिनेश विजन, ज्योति देशपांडे, डायरेक्टर: लक्ष्मण उतेकर, साउंड डिज़ाइन: निहार रंजन समल कास्टूम डिज़ाइन: शीतल शर्मा, म्यूजिक: सचिन-जिगर, बैकग्राउंड स्कोर: संदीप शिरोडकर, प्रोडक्शन डिज़ाइन: सुब्रत चक्रबर्ती और अमित रे, एडिटर: मनीष प्रधान, सिनेमेटोग्राफी: राघव रामदॉस, कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, विजय गांगुली, रूएल डाउसन वरन्दानी लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य, लेखक: मैत्रेयी बाजपेयी, रमीज़ इल्हाम खान, लक्ष्मण उतेकर आर्ट डायरेक्शन: नीलेश विश्वकर्मा, कास्टिंग डायरेक्टर: वैभव विशांत, एंटी कास्टिंग Read the full article
#आकाशखुराना#जराहटकेजराबचके#जराहटकेजराबचकेफिल्म#जराहटकेजराबचकेमूवी#ड्रामा।#दिनेशविजन#रोमांटिक#रोमांटिककॉमेडी#लक्ष्मणउतेकर#विक्कीकौशल#साराअलीखान
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मिमी फिल्म समीक्षा/रिव्यु
Nothing like what you're expecting!
फिल्म के पोस्टर में कृति सेनन की इमेज प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसी लड़की की है, जो डांसर होती है पर बिन ब्याही मां बन जाती है, और कौन से कारण रहे होंगे जिससे मां बन जाती है, उसका सपना तो हीरोइन बनने का था ऐसा उसकी जिंदगी में क्या हुआ कि वह हीरोइन बनने का सपना भी त्याग देती है| क्या उसके माता-पिता उसे और उसके बच्चे को स्वीकार करेंगे? क्या हमारा समाज बिन ब्याही मां को स्वीकार करेगा? क्या उसके बच्चे को पिता का नाम मिल पाएगा? इन सभी सवालों को जानने के लिए फिल्म देखें| टोन और थीम: यह फिल्म कॉमेडी ड्रामा टोन पर आधारित है, इसकी थीम इमोशंस और केयरिंग पर है, इसको बनाने का मकसद मनोरंजन करना है लेकिन मनोरंजन के साथ-साथ इमोशंस का भी भरपूर तड़का लगाया गया है| एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: मिमी के किरदार में कृति सेनन ने क्या जबरदस्त, दमदार और लाजवाब अभिनय किया है, यह रोल उनके अब तक के फिल्मी करियर का सबसे कठिन और मजबूत है, विश्वास ही नहीं होता कि यह कृति सेनन है, जो कि अपने रोल में पूरी ��रह से खो जाती हैं और पूरी जान डाल दी है, चाहे उनका हास्य रस हो, फेस एक्सप्रेशंस हो, डायलॉग डिलीवरी हो, और राजस्थानी भाषा का एसेंट हो, राजस्थानी ड्रेसेस हो, इमोशनल सींस हो, इतनी परफेक्शन के साथ और क्लेरिटी से क्या अभिनय किया है, फिल्म में देखते ही बनता है, इस रोल को निभाने के लिए उनको बहुत सराहना मिली है| पांडे के किरदार में पंकज त्रिपाठी का अभिनय भी शानदार है, वह कॉमेडी रोल निभाने में मास्टर है, उनका अभिनय भी बहुत ही संपूर्णता से भरा हुआ है, उनके रोल निभाने में कहीं से भी कोई कमी नजर नहीं आती, इस रोल को निभाने में उन्होंने अपना पूरा हंड्रेड परसेंट दिया है| शमा के किरदार में साई तम्हनकर का अभिनय भी बहुत बढ़िया है, उनकी और मिनी की जुगलबंदी लाजवाब है, जितना रोल उनको मिला उन्होंने अपने रोल में कोई कमी नहीं छोड़ी, सपोर्टिंग रोल्स में सुप्रिया पाठक,मनोज पाहवा, एवलिन एडवर्ड्स और एडन व्हीटॉक का अभिनय भी बढ़िया है, इन सभी का अभिनय भी कहानी को मजबूत बनाता है|
फिल्म समीक्षा/रिव्यु में कृति सेनन की इमेज डायरेक्शन: इसको लक्ष्मण उतेकर ने निर्देशित किया है, और वह एक सफल सिनेमेटोग्राफर भी है, इससे पहले इन्होंने मराठी में तापाल(2014), लालबागची रानी(2016) का निर्देशन किया है, और हिंदी में लुकाछिपी(2019), ज़रा हटके ज़रा बचक(2023) का निर्देशन किया है और तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया(2024) की सिनेमेटोग्राफी की है, अगर इनका रिकॉर्ड देखे तो वह दोनों डिपार्टमेंट्स में सबसे ज्यादा सफल नज़र आते है, ऐसे लोग फिल्म इंडस्ट्री में विरले नज़र आते है, सभी फिल्में एक से एक बढ़कर बनाई है यह भी उसी कैटेगरी में आती है, पूरी फिल्म में उनकी पकड़ है शुरू से लेकर अंत तक उन्होंने फिल्म को कहीं से भी पटरी से उतरने नहीं दिया, उन्होंने छोटी-छोटी बारीकियां पर भी पूरा ��्यान दिया गया है| कहानी-पटकथा: लक्ष्मण उतेकर और रोहन शंकर दोनों ने मिलकर लिखा है कहानी तो मराठी फिल्म मालाआई वहेचाई पर आधारित है, पर पटकथा को बहुत ही बढ़िया से लिखा गया है और कही से कोई कमी भी नज़र नहीं आती|
फिल्म समीक्षा/रिव्यु में पंकज त्रिपाठी की इमेज डायलॉग: रोहन शंकर के बहुत ही मजेदार, हंसी दिला देने वाले और राजस्थानी एक्सेंट वाले है| सिनेमैटोग्राफी: आकाश अग्रवाल की बढ़िया है, एरियल व्यूज से अच्छे से शहर को दिखाया गया है, कैमरे को सभी डिग्री में घुमाकर फिल्माया गया है, शहर की गलियों को अच्छे से दिखाया गया है| एडिटिंग: मनीष प्रधान की बहुत ही जानदार है, शुरू से लेकर अंत तक पकड़ मजबूत और गति तेज है फिल्म एक पल के लिए भी बोर नहीं करती, दर्शक को जिज्ञासा रहती है, कि अब आगे क्या होगा और वह पूरी फिल्म में अपनी सीट से बंधा रहता है| कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य परम सुंदरी की बहुत शानदार है, और विजय गांगुली रिहाई दे की बढ़िया है कॉस्ट्यूम डिजाइन: शीतल शर्मा ने बैकड्राप और राजस्थानी कल्चर के अनुसार बहुत ही बढ़िया डिजाइन किए गए हैं प्रोडक्शन डिजाइन: सुब्रत चक्रबर्ती और अमित रे का बढ़िया है, पुराने घर के बनाए गए सेट्स अच्छे हैं साउंड डिजाइन: बायलोन फोंसेका का बहुत ही शानदार है, सिंकिंग बहुत ही कमाल की है| म्यूजिक एंड बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान के बारे में कुछ कहने और बताने की जरूरत ही नहीं है बहुत ही अच्छा फिल्म के मूड के हिसाब से उन्होंने बनाया है| लिरिसिस्ट: अमिताभ भट्टाचार्य ने गीत अच्छे लिखे हैं, दोनों ही परम सुंदरी और रिहाई दे| क्लाइमैक्स: बहुत ही बढ़िया बन पड़ा है| ओपिनियन: मस्ट वॉच! जितनी बार देखो उतनी बार कम है | बहुत ही बढ़िया है, आपका बार बार देखने का मन करेगा| मैसेज: सरोगेसी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो कि गलत है कहानी को काल्पनिक मानकर इग्नोर कर सकते हैं| रियल लाइफ में इसको फॉलो ना करें वैसे भी शुरआत में डिस्क्लेमर तो डाल ही दिया जाता है| फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: इस फिल्म को 6 नॉमिनेशंस मिले थे, नेशनल ��वार्ड और फिल्मफेयर अवार्ड,दोनों ही फिल्म ने दो और तीन अवार्ड्स जीते थे, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, बेस्ट एडिटिंग, बेस्ट म्यूजिक, बेस्ट कोरियोग्राफी(परम सुंदरी), बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर श्रेया घोषाल(परम सुंदरी), में से बेस्ट एक्ट्रेस कृति सेनन ,बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर पंकज त्रिपाठी, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस साई तम्हनकर ने अवार्ड जीते| नेशनल अवार्ड में फिल्म ने बेस्ट एक्ट्रेस कृति सेनन (आलिया भट्ट को गंगूभाई काठियावाड़ के साथ) और बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर पंकज त्रिपाठी ने जीता| फ़िल्मकास्ट: कृति सेनन, पंकज त्रिपाठी, साई तम्हनकर, सुप्रिया पाठक, मनोज पाहवा, एवलिन एडवर्ड्स और एडन व्हीटॉक प्रोडूसर: दिनेश विजन, जिओ स्टूडियोज और कृति सेनन, डायरेक्टर: लक्ष्मण उतेकर, साउंड डिज़ाइन: बायलोन फोंसेका, कास्टूम डिज़ाइन: शीतल शर्मा, म्यूजिक एंड बैकग्राउंड स्कोर: ए आर रहमान, प्रोडक्शन डिज़ाइन: सुब्रत चक्रबर्ती और अमित रे, एडिटर: मनीष प्रधान, सिनेमेटोग्राफी: आकाश अग्रवाल, कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, विजय गांगुली, लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य, डायलॉग्स: रोहन शंकर, स्टोरी एंड स्क्रीनप्ले: लक्मण उतेकर, रोहन शंकर, डायरेक्टर: लक्मण उतेकर Read the full article
#इमोशंस#कृतिसेनन#कॉमेडी#कॉमेडीड्रामा#दिनेशविजन#पंकजत्रिपाठी#मनोजपाहवा#मिमी#मिमीफिल्म#मिमीमूवी#लक्ष्मणउत्तेकर#साईतम्हनकर#सुप्रियापाठक
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